Friday, March 29, 2024
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जयन्ती पर याद किए गए छायावादी कवि सुमित्रानंदन पंत, पैतृक गांव स्यूनराकोट में हुए कार्यक्रम

अल्मोड़ा, प्रसिद्ध छायावादी प्रकृति प्रेमी कवि सुमित्रानंदन पंत की जयंती पर उनके पैतृक गांव स्युनराकोट में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस मौके पर कई लोक कला से संबंधित कार्यक्रम आयोजित हुए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ब्लाँक प्रमुख बबीता भाकुनी ने लाइब्रेरी सहित अन्य कार्यों के लिए 2 लाख रुपए देने की घोषणा की वहीं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सदस्य महेश नयाल ने 1लाख रूपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मार्ग निर्माण कार्य को जिला योजना से कराए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि ने भी सांसद निधि के रूप में 2 लाख रूपये की घोषणा की।

कार्यक्रम में जिला पर्यटन अधिकारी अमित लोहनी ने भी विभाग की ओर से विकास कार्यों में हर संभव सहयोग देने की बात कही। सुमित्रानंदन पंत स्मारक समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता लाल सिंह ने और संचालन शिक्षक व कवि नीरज पन्त ने किया, उन्होंने कई कविताएं भी प्रस्तुत की।
लोक कलाकार दीवान कनवाल व गोकुल बिष्ट ने भी रंगारंग कार्यक्रम पेश किए वहीं जीआईसी कमलेश्वर की छात्रा प्रियंका ने भी कविता प्रस्तुत की।
इस मौके पर त्रिभुवन गिरी , प्रसिद्ध गायक कलाकार दीवान कनवाल जी, प्रो माया गोला, क्षेत्र पंचायत सदस्य आनंद डंगवाल ,पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमेश भाकुनी जी,संजय स्युनरी ,सुंदर मटियानी, ग्राम प्रधान खड़ाऊ वीरेन्द्र बिष्ट , शमसेर सिंह, जिला पर्यटन अधिकारी अमित लोहनी , प्रफुल्ल पंत आदि मौजूद थे।
कार्यक्रम में शानदार काव्यपाठ व लोकगीतों के माध्यम से महान कवि सुमित्रानंदन पंत को याद किया गया।

नगर पालिका ने भी आयोजित की पंत जयंती

प्रकृति के सुकुमार कवि के रूप में प्रसिद्ध सुमित्रानंदन पंत को 123 वीं जयंती पर याद किया गया। पालिका की ओर से पुराने कलक्ट्रेट करीब स्थित पंत पार्क में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां साहित्यकारों, जनप्रतिनिधियों और कवियों ने पंत की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि दी।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने पंत के साहित्य एवं कृतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पंत की कविताओं में पहाड़ की प्रकृति के विभिन्न रंग झलकते हैं। उनका पहाड़ प्रेम भी उनकी कविताओं में साफ झलकता है। इस मौके पर काव्यपाठ का आयोजन भी किया गया। इसमें कवियों ने सुमित्रानंदन पंत को समर्पित कविताएं प्रस्तुत कीं। कवि लीला खोलिया, विनोद जोशी और डॉ. प्रीति आर्या ने काव्या पाठ कर पंत को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पालिका की ओर से कवियों को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर प्रो बीडीएस नेगी,अर्बन बैंक के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह बगड़वाल, सभासद हेमचन्द्र तिवारी, सचिन आर्या, पूर्व सभासद अशोक पांडे, रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष मनोज सनवाल, ताराचंद्र जोशी, डॉ. जेसी दुर्गापाल, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी, विपिन भट्ट, पूर्व सभासद एल के पंत, परितोष जोशी, भारत रत्न पांडे, कमल कुमार पाठक, मुकेश भंडारी, राजू पांडे, बसन्त बल्लभ पांडे, ईओ महेंद्र कुमार यादव, सफाई निरीक्षक लक्ष्मण सिंह, वन पर्यवेक्षक रूप सिंह, प्रकाश भट्ट, हरीश चंद्र, आशा, लीला रावत, बसंती बिष्ट, शीला देवी मौजूद रहे।

 

साहित्यकार मोहन चंद्र जोशी ने कुमाऊंनी भाषा में लिखा ऋग्वेद का पहला ग्रंथMay be an image of 1 person and book

गरुड़ (बागेश्वर), साहित्यकार और कुमाऊंनी भाषा के पंडित मोहन चंद्र जोशी ने कुमाऊंनी में ऋग्वेद का पहला खंड लिखने में सफलता पाई है। इस कार्य में उन्हें तीन माह का समय लगा है।
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गरुड़ के मूल निवासी मोहन चंद्र जोशी (57) की बचपन से हिंदी साहित्य में रुचि थी। वह अब तक 18 किताब लिख चुके हैं। रामचरितमानस, कामयानी, भागवत गीता के बाद ऋग्वेद का पहला खंड कुमाऊंनी में लिखा है। उन्होंने बताया कि अब ऋग्वेद का दूसरा खंड लिखना भी शुरू कर दिया है। सभी खंडों को कुमाऊंनी में लिखने का लक्ष्य है।

 

तहसील में पिछले 12 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पोते शंकर दत्त पन्तMay be an image of 5 people and people sitting

(मुन्ना अंसारी)

लालकुआँ, विधानसभा लालकुआं के बिन्दुखत्ता निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नारायण दत्त पंत के पोते शंकर दत्त पंत द्वारा बीते 12 दिनों से लालकुआँ तहसील के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है जिसकी सुध लेने वाला कोई नही है ।
वहीं आज 12 दिनों में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा सिर्फ आश्वासन ही शंकर दत्त पंत को दिया जा रहा है । शंकर दत्त पन्त का कहना है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों को मिलने वाली सुविधाएं आखिरकार उन्हें क्यूँ नही दी जा रही है साथ ही मेरे पत्राचार पर क्या कार्यवाही हुई उसकी भी जानकारी नही दी जा रही है, उन्होंने जानकारी देते बताया कि तमाम पत्राचार करने के बावजूद उन्हें अभी तक ना तो आरक्षण के तहत नौकरी मिली है, न ही कोई शौचालय बना कर दिया गया है और न ही सरकारी बस पास बनाए गए हैं इसके अलावा अन्य सरकारी सुविधाएं जो उत्तराखंड सहित भारत के सभी राज्यों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों को मिल रही है उनमें से कोई भी सुविधा उन्हें नही दी जा रही है इसलिए पिछले 12 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ।

 

नार्बाड की बैठक कम उपस्थिति होने के कारण स्थगित हो

मुनस्यारी, विकासखंड सभागार में आयोजित नार्बाड की बैठक आज कम उपस्थिति होने के कारण स्थगित हो गई है। 15 जून के बाद बैठक की तिथि तय की जायेगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा आज जिला पंचायत के सरमोली वार्ड में चलित कार्यों की समीक्षा की जानी थी। नार्बाड पिथौरागढ़ के जिला विकास प्रबंधक अमित पाण्डेय सहित पूरी टीम बैठक स्थल पर पहुंच गई थी।
नार्बाड द्वारा संचालित महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति बेहद कम होने के कारण बैठक को स्थगित कर दिया।
बैठक में मात्र समूहों से सात ही पदाधिकारी मौजूद थे। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि अगली तिथि में बैठक को पूर्ण कोरम के साथ करने के लिए कहा गया है।

 

महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रमुख पदाधिकारियों की कम उपस्थिति के चलते नार्बाड की बैठक स्थगित हुई

मुनस्यारी, विकासखंड सभागार में आयोजित नार्बाड की बैठक आज कम उपस्थिति होने के कारण स्थगित हो गई है। 15 जून के बाद बैठक की तिथि तय की जायेगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा आज जिला पंचायत के सरमोली वार्ड में चलित कार्यों की समीक्षा की जानी थी। नार्बाड पिथौरागढ़ के जिला विकास प्रबंधक अमित पाण्डेय सहित पूरी टीम बैठक स्थल पर पहुंच गई थी।
नार्बाड द्वारा संचालित महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति बेहद कम होने के कारण बैठक को स्थगित कर दिया।
बैठक में मात्र समूहों से सात ही पदाधिकारी मौजूद थे। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि अगली तिथि में बैठक को पूर्ण कोरम के साथ करने के लिए कहा गया है।

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