हरिद्वार 22 जुलाई (कुलभूषण) राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति मुख्यालय हरिद्वार एवं भारत विकास परिषद मंदाकिनी शाखा हरिद्वार के संयुक्त तत्वावधान में जनसंख्या की समस्या विषय पर एक वेबीनार का आयोजन किया गयाद्य वेबिनार में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति मुख्यालय हरिद्वार एवं भारत विकास परिषद मंदाकिनी शाखा हरिद्वार द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर पहले भारत में चर्चा भी नहीं की गई।
जनसंख्या नियंत्रण कानून आने से पहले भारत में पलायन करके तथा बँटवारे के बाद आए लोगों से भारत में जनसंख्या की बढ़ोतरी हुई एक जनवरी 2020 को भारत में जहां 67 हज़ार 385 बच्चों का जन्म हुआ है वहीं चीन में इस दिन 46 हज़ार 299 बच्चों का जन्म हुआ भारत जनसंख्या के मामले में भारत चीन से आगे बढ़ रहा है देश में बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर इसे नियंत्रित करने के कानून की मांग समय.समय पर उठती रही है। उन्होने कहा यह कानून किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नही हैए यह देश की जरूरत है देश में संचालित सभी संस्थाओं को इसमे पहल करनी चाहिए देश की बहुत सारी समस्याओं की मुख्य वजह जनसंख्या है।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रूपकिशोरशास्त्री ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि भारत की 1951 की जनगणना 1871 के बाद से हर दशक में भारत में आयोजित सेंसस की श्रृंखला में 9वीं थी। आजादी और भारत का विभाजन के बाद यह पहली जनगणना भी है उस समय जनसंख्या नियंत्रण कानून आया इस पर नियंत्रण होना चाहिए थाद्य यह एक विस्फोटक स्थिति है समाज के भी और राष्ट्र की भी पीजी कॉलेज अमरोहा के प्रो अशोक कुमार आर्य ने कहा कि स्वतन्त्रता की प्राप्ति के समय जनसंख्या 33 करोड़ थीद्य आजादी के प्रथम 5 दशक में 100 करोड़ को पार करके रिकार्ड स्थापित किया अब यह 145 करोड़ होने जा रही है कम आयु में विवाहए निम्न साक्षरता परिवार नियोजन के प्रति विमुखता गरीबी और जनसंख्या विरोधाभास आदि ने जनसंख्या बढ़ाने में योगदान किया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्षए इंजीनियर मधुसूदन आर्य ने अध्यक्षता करते हुये कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए महिलाओं का शैक्षिक स्तर और जागरुकता बढ़ाने की कोशिश करनी पड़ेगी। भारत में बढ़ती आबादी गंभीर चिंता का विषय है। हालांकि सरकार ने इस पर नियंत्रण रखने के लिए कुछ कदम उठाए हैं लेकिन ये नियंत्रण पर्याप्त प्रभावी नहीं हैं। इस मुद्दे को रोकने के लिए कई अन्य उपाय किए जाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर जगदीश लाल पाहवा तोष जैन एस आर गुप्ता डॉ शिवि अग्रवाल डॉ त्रिलोक माथुर कुलदीप जितेंद्र कुमार शर्मा हेमंत सिंह नेगी रेखा नेगी नूपुर पाल प्रीति जोशी नीलम रावत डॉ पंकज कौशिक विमल गर्ग प्रवीण अग्रवाल इत्यादि उपस्थित रहेद्य वेबिनार का संचालन डॉक्टर सपना बंसल ने किया।
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