Thursday, May 15, 2025
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नव निर्मित भागीरथी पर्यटक आवास गृह का सीएम योगी और सीएम धामी ने किया लोकार्पण

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हरिद्वार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को हरिद्वार में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के नव निर्मित भागीरथी पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखण्ड सरकार को अलकनंदा पर्यटक आवास गृह का हस्तांतरण किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को अलकनंदा पर्यटक आवास गृह की चाबी सौंपी। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा 43.27 करोड़ रूपये की लागत के 2964 वर्ग मीटर में बने भागीरथी पर्यटक आवास गृह में 100 कक्ष, बेंक्वेट हॉल एवं 150 चौपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में संपति विवाद चल रहा था। 2017 में दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनने के बाद संपति बंटवारे के लिए सकारात्मक पहल हुई। नवम्बर 2021 में संपति बंटवारे से संबधित लगभग सभी मामलों का समाधान किया गया। श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज अलकनन्दा पर्यटक आवास गृह उत्तराखण्ड सरकार को मिल गया है और उत्तर प्रदेश का भागीरथी पर्यटक आवास गृह बन चुका है। अलकनन्दा और भागीरथी नदी जब आपस में मिलती है, तब गंगा कहलाती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने के लिए दोनों राज्यों की सरकारें मिलकर कार्य करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में हर संभव मदद दी जायेगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है। उत्तराखण्ड 100 करोड़ से अधिक भारतवासियों को आकर्षित कर सकता है। उत्तराखण्ड के चारधाम और मां गंगा श्रद्धालुओं को यहां आने के लिए आकर्षित करते हैं। उत्तराखण्ड में स्प्रिचुअल टूरिज्म के साथ ही ईको टूरिज्म के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। देश के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री जी के विजन के साथ हम सबको जुडना होगा। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम संवर चुका है। श्री बद्रीनाथ एवं हरिद्वार के विकास के लिए भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के भाव एवं भावनाएं एक जैसी हैं। पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड उनकी मातृभूमि भी है। उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है, अतिथि सत्कार का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर उत्तराखण्ड को वैश्विक पहचान दिलानी होगी।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में भागीरथी पर्यटक आवास गृह के लोकार्पण एवं अलंकनन्दा पर्यटक आवास गृह के उत्तराखण्ड को हस्तांतरित करने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि नवम्बर 2021 में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के मध्य परिसम्पतियों के बंटवारे को लेकर दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच जो बैठक हुई थी, उसमें सभी मामलों का श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा समाधान किया गया वह सराहनीय है। उन्होंने एक बड़े भाई का फर्ज निभाया। आज भौतिक एवं आध्यात्मिक विकास से नये भारत का निर्माण हो रहा है। योगी जी आध्यात्मिक चेतना को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन रहा है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। राज्य में सड़क, हवाई एवं रेल कनेक्टिविटी का तेजी से प्रसार हुआ है। केदारनाथ का पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हुआ है। बद्रीनाथ को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को हमें मिलकर पूरा करना होगा।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के केबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, श्री गणेश जोशी डॉ. धन सिंह रावत, श्री चन्दनराम दास, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक श्री मदन कौशिक, उत्तर प्रदेश के मंत्री श्री जयवीर सिंह, श्री ब्रिजेश सिंह, श्री कपिलदेव अग्रवाल एवं संतगण मौजूद थे।

कंपनी के जरिए नौकरानी रखकर बुरा फंसा कारोबारी, 12 लाख रूपये गंवाए

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देहरादून। कारोबारी को नौकरानी भेजने के बाद ब्लैकमेलिंग की गई। रकम नहीं दी तो उन पर नौकरानियों की तरफ से ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज करा दिया गया। आरोप है कि बाद में केस निपटाने के लिए उनसे 12 लाख रुपये हड़प लिए गए। तब भी केस नहीं निपटा। पीड़ित कारोबारी ने इसे लेकर डालनवाला थाने में तहरीर दी। जिस पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पट्रोल पंप कारोबारी अमरजीत सिंह सेठी ने डालनवाला थाने में तहरीर दी। कहा कि वह और उनकी पत्नी बुजुर्ग हैं। कई बीमारियों से ग्रसित हैं। घर में उड़ीसा की नौकरानी रखी हुई थी। वर्ष 2013-14 में वह अपने घर गई। वापस बुलाया तो कहा कि वह प्रिया इंटरप्राइजेज के जरिए बुलाते हैं तो तभी आएगी। नहीं तो आने से मना कर दिया। पीड़ित ने प्रिया इंटरप्राइजेज के संचालक तबरेज खान निवासी मलगो, भरनो, गुमला, झारखंड से संपर्क किया। उसने पीड़ित के यहां अलग-अलग समय पर दो नौकरानियां भेज दीं। वह कुछ समय तक वह रहीं। आरोप है कि इसके बाद तबरेज रकम की मांग करने लगा। पीड़ित ने कंपनी का पूरा भुगतान कर 13 नवंबर 2017 को नौकरानियों को हटा दिया। आरोप है कि इसके बाद तीस लाख रुपये मांगे गए। उन्होंने नहीं दिए तो आरोपी गैंग ने उनके और बेटे के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवा दिया। आरोप है कि इसके बाद केस खत्म करने के लिए उपेंद्र शर्मा निवासी अमनपुरी, नागलोई, नई दिल्ली का नंबर देकर संपर्क करने को कहा। उसने भी तीस लाख रुपये मांगे। आरोप केस निपटाने की बात कहकर उन्हें रुड़की स्थित होटल में बुलाया गया। वहां उपेंद्र के साथ चार महिलाएं थीं। आरोप है कि उनसे 12 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद केस खत्म करने के लिए 18 लाख रुपये और मांगे गए। इंस्पेक्टर डालनवाला नंद किशोर भट्ट ने बताया कि कारोबारी की तहरीर पर दो मुख्य आरोपियों और पांच महिलाओं के खिलाफ ब्लैकमेलिंग कर उत्पीड़न करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।

समाज कल्याण विभाग में 29 मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों को प्रमोशन का तोहफा

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देहरादून। समाज कल्याण निदेशालय ने जिला समाज कल्याण कार्यालयों में तैनात मिनिस्ट्रीयल संवर्ग के 29 कर्मचारियों को प्रमोशन का तोहफा दिया है। निदेशालय ने बुधवार शाम 4 कर्मचारियों को प्रधान सहायक से प्रशासनिक अधिकारी और 25 कनिष्ठ सहायकों को वरिष्ठ सहायक के पद पर प्रमोशन देकर विभाग के अधीन संचालित आईटीआई, जिला कार्यालय और अन्य संस्थानों में भेजा है। निदेशक बीएल फिरमाल ने आदेश जारी करते हुए सभी से एक सप्ताह में नवीन कार्यस्थल पर ज्वाइनिंग लेने को कहा है।
प्रधान सहायक सतपाल बत्रा को जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय ऊधमसिंह नगर से आईटीआई मालधनचौड़ नैनीताल, निरंकार मिश्रा को जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय पिथौरागढ़ (संबद्ध चम्पावत) से चम्पावत, रामपाल सिंह मेहता को हल्द्वानी से ऊधमसिंह नगर व अनुराग साह को अल्मोड़ा से बागेश्वर भेजकर प्रशासनिक अधिकारी पद पर प्रमोशन दिया गया है। वहीं, कनिष्ठ सहायक निर्मल कुमार को समाज कल्याण निदेशालय हल्द्वानी से जिला समाज कल्याण अधिकारी ऊधमसिंह नगर, संतोष कुमार को निदेशालय हल्द्वानी से अल्मोड़ा, राजेश प्रसाद डंगवाल को राजकीय प्रमाणित संस्था भिक्षुक गृह हरिद्वार से उत्तरकाशी, त्रिलोचन भट्ट को भिक्षुक गृह हरिद्वार से चमोली, वेद प्रकाश को राजकीय वृद्ध एवं अशक्त आवास गृह बागेश्वर से पिथौरागढ़, संजय जोशी को आईटीआई बागेश्वर से ऊधमसिंह नगर, हेमा आर्या को आईटीआई बागेश्वर से जिला समाज कल्याण कार्यालय बागेश्वर, विनोद कुमार को अल्मोड़ा से टिहरी, भगवती शर्मा व दीपक कुमार को आश्रम पद्धति विद्यालय दून से हरिद्वार, अतुल कुमार को हल्द्वानी निदेशालय से आईटीआई मालधनचौड़, कृष्णानंद पांडेय को पिथौरागढ़ से चम्पावत, राहुल गोसाई को आश्रम पद्धति विद्यालय सैकोट चमोली (संबद्ध जिला समाज कल्याण कार्यालय रुद्रप्रयाग) से हल्द्वानी निदेशालय, राहुल कुमार को दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र हल्द्वानी से हल्द्वानी निदेशालय, तिरपन को उत्तरकाशी से हल्द्वानी निदेशालय, दीपिका को आवासीय विद्यालय मक्खनपुर हरिद्वार से हल्द्वानी निदेशालय, विजय लक्ष्मी को ऊधमसिंह नगर से पौड़ी, माया कन्नौजिया को देहरादून से टिहरी, भौनराम को राजकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेतालघाट, दिनेश कुमार को हरिद्वार से रुद्रप्रयाग, धर्मानंद जोशी को आईटीआई मालधनचौड़ से बागेश्वर, कृष्णानंद सुतेड़ी को चम्पावत से आईटीआई बागेश्वर, राहुल कुमार को पिथौरागढ़ से नैनीताल, प्रियंका महर को हल्द्वानी निदेशालय (संबद्ध पिथौरागढ़) से अल्मोड़ा व आकाश श्रीवास्तव को टिहरी से उत्तरकाशी भेजकर वरिष्ठ सहायक के पद पर प्रमोशन दिया गया है।

आरबीआई ने दिया बड़ा झटका: र‍िजर्व बैंक के इत‍िहास में पहली बार हुआ यह काम

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दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को अचानकर रेपो रेट में इजाफा करके देश के करोड़ों लोगों को चौंका द‍िया. आरबीआई के इस कदम के बाद शायद आपके मन में भी यह सवाल आया होगा क‍ि आख‍िर अचानक इस बदलाव को करने की जरूरत क्‍या थी? आरबीआई के इस कदम के बाद बैंकों के पास 87,000 करोड़ की नकदी घट जाएगी. CRR बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत करने का फैसला
आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट (Repo Rate) को 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 प्रत‍िशत कर द‍िया. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) की अध्यक्षता में बिना क‍िसी तय कार्यक्रम के बुलाई गई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को भी 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत करने का फैसला क‍िया गया.

अचानक क्‍यों बढ़ाया रेपो रेट?
दरअसल, र‍िटेल इंफेलशन रेट पिछले तीन महीने से 6 प्रतिशत से ऊपर बना हुआ है. केंद्रीय बैंक को खुदरा महंगाई दर 2 प्रतिशत घट-बढ़ के साथ 4 प्रतिशत पर बरकरार रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है. ऐसे में तेजी से बढ़ती महंगाई को काबू में लाने के लिये केंद्रीय बैंक की तरफ से रेपो रेट बढ़ाने का कदम उठाया गया. इस कदम से कंपनियों और लोगों के लिये कर्ज लेना महंगा होगा.

इत‍िहास में पहली बार हुआ यह काम
रेपो रेट में आरबीआई ने अगस्त, 2018 के बाद पहली वृद्धि की है. केंद्रीय बैंक की तरफ से करीब चार साल बाद रेपो रेट बढ़ाया गया है. यह पहली बार हुआ है जब एमपीसी (MPC) ने बिना किसी निर्धारित कार्यक्रम के बैठक आयोजित कर ब्याज दरें बढ़ाई हैं. एमपीसी की बैठक में सभी 6 सदस्यों ने आम सहमति से नीतिगत दर बढ़ाने का निर्णय किया.

अप्रैल में भी मुद्रास्‍फीत‍ि ऊंची रहने की संभावना
इस मौके पर आरबीआई गवर्नर शक्‍त‍िकांत दास ने कहा कि महंगाई दर लक्ष्य की ऊपरी सीमा 6 प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है. अप्रैल में भी इसके ऊंचे रहने की संभावना है. मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति 6.9 प्रतिशत रही थी. इससे पहले, केंद्रीय बैंक ने 22 मई, 2020 को रेपो दर में संशोधन किया था. इसके तहत मांग बढ़ाने के इरादे से रेपो दर को घटाकर अबतक के सबसे निचले स्तर 4 प्रतिशत पर लाया गया था. क्‍या होगा असर?
रेपो रेट बढ़ने का असर आपके होम लोन, कार लोन या अन्य किसी भी लोन पर पड़ेगा. यदि आपका पहले से लोन चल रहा है या आप लोन लेने वाले हैं तो आने वाले दिनों में बैंक की तरफ से ब्याज दर बढ़ने से EMI पहले के मुकाबले ज्‍यादा जाएगी. इसका असर नए और पुराने दोनों ग्राहकों पर होगा. आइये इसे आंकड़ों में समझते हैं.

क्‍या होता है रेपो रेट?
जिस रेट पर आरबीआई की तरफ से बैंकों को लोन द‍िया जाता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है. रेपो रेट बढ़ने का मतलब है क‍ि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर कर्ज मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आद‍ि की ब्‍याज दर बढ़ जाएगी, ज‍िससे आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा.

 

LIC IPO को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स, आधे घंटे में लगी इतनी बोलियां

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LIC IPO Opening Updates: भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation) का आईपीओ (LIC IPO) का 4 मई से लॉन्च हो चुका है. लॉन्च होने के साथ ही निवेशकों की तरफ से जबरदस्त रिस्पॉन्स देखने को मिल रहा है. यह आईपीओ 10 बजे सुबह में खुला और खुलने के केवल आधे घंटे के अंदर ही 4 प्रतिशत तक यह सब्सक्राइब कर लिया गया. बता दें कि इस आईपीओ में कुल 16,20,78,067 शेयरों पर बोली लगनी है. शुरू के कुछ ही मिनटों में करीब 70,61,970 शेयरों की बोली लग चुकी है.

पहले घंटे में 12 फीसदी सब्सक्राइब हुआ LIC IPO
एक घंटे के भीतर 12 प्रतिशत एलआईसी आईपीओ निवेशकों द्वारा सब्सक्राइब हुआ है. इस आईपीओ के जरिए सरकार ज्यादा से ज्यादा रिटेल इन्वेस्टर्स (Retail Investors) को अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है.

LIC के आईपीओ को लेकर मार्केट में पहले से ही काफी दिलचस्पी दिख रही थी जिसका असर आज आईपीओ पर साफ तौर पर देखा जा सकता है. आईपीओ लॉन्च होने के केवल 1 घंटे के अंदर यह करीब 12 प्रतिशत कर सब्सक्राइब कर लिया गया है. निवेशक 4 मई 2022 से 9 मई 2022 तक एलआईसी के आईपीओ में पैसा लगा पाएंगे.

कंपनी ने रखा 902-949 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बेस
एलआईसी ने अपने कर्मचारियों के लिए 15,81,249 शेयर आरक्षित रखे हैं. वहीं 2,21,37,492 शेयर अपने बीमाधारकों के लिए आरक्षित रखे हैं. क्यूआईबी के लिए 9.88 करोड़ और गैर-संस्थागत खरीदारों के लिए 2.96 करोड़ के शेयर आरक्षित रखें गए हैं. रिटेल इन्वेस्टर्स को आकर्षित करने के लिए उन्हें प्रति शेयर 45 रुपये की छूट मिल रही है. कंपनी ने बीमाधारकों को इस आईपीओ में स्पेशल छूट देते हुए 60 रुपये प्रति शेयर का डिस्काउंट दिया है.

LIC ने पॉलिसीधारकों को मैसेज कर दी आईपीओ की जानकारी
4 मई को आईपी लॉन्च करने से पहले एलआईसी ने अपने बीमाधारकों को एक मैसेज भेजकर इस आईपीओ के बारे में जानकारी दी है. एलआईसी ने बताया है कि उसने शेयर प्राइस 902-949 रुपये के बीच तय किया है. यह आईपीओ 4 मई को खुलकर शनिवार के दिन यानी 9 मई को बंद हो जाएगा.

पूर्व सैनिकों की पेंशन रुकने की शिकायत पर एक्‍शन में रक्षा मंत्रालय, कहा- जारी की जा रही रकम

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नई दिल्‍ली, एजेंसियां। भारतीय सेना से सेवानिवृत अधिकारियों और जवानों को पेंशन मिलने में आई समस्‍याओं का रक्षा मंत्रालय ने समाधान किया है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि अप्रैल 2022 के महीने की पेंशन अब संसाधित कर दी गई है।

रक्षा मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि जिन पूर्व सैनिकों और अधिकारियों के जीवित प्रमाण पत्र वेरिफाई नहीं हुए हैं उनको एसएमएस और ईमेल के माध्यम से इस बारे में सूचित किया जा रहा है।

मालूम हो कि सेना से रिटायर होने वाले सैनिकों और अधिकारियों को पेंशन के लिए सालाना जीवित प्रमाण पत्र का वैरिफ‍िकेशन कराना होता है। इस मसले पर रक्षा मंत्रालय का कहना है कि मासिक पेंशन पाने के लिए सभी पेंशनभोगियों को वार्षिक पहचान संबंधी औपचारिकता पूरी करनी होगी। यह आमतौर पर नवंबर 2021 के महीने में पेंशन वितरण एजेंसियों के रूप में कार्य करने वाले बैंकों की ओर से की जाती है।

समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय का कहना है कि जिन रिटायर कर्मियों के जीवित प्रमाण पत्र वेरिफाई नहीं हुए हैं उनको एसएमएस और ईमेल के माध्यम से इस बारे में सूचित किया जा रहा है। ये पिछले साल नवंबर तक होने थे। हालांकि अब मई तक की मोहलत दी गई है। अप्रैल 2022 के महीने की पेंशन अब संसाधित हो गई है। यह बुधवार शाम तक लाभार्थियों के खातों में जमा करा दी जाएगी।

दरअसल भारतीय सेना से रिटायर जवानों और अधिकारियों को अप्रैल महीने की पेंशन नहीं जारी किए जाने की शिकायतें सामने आई थीं। रिटायर्ड कर्मचारियों ने इस बारे में अपनी बात रक्षा मंत्रालय तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया था। कई रिटायर्ड कर्मियों ट्वीट करके इस मसले पर नाराजगी जाहिर की थी। राहुल गांधी ने इस मसले पर सरकार पर निशाना साधा था। इसके बाद हरकत में आए रक्षा मंत्रालय ने तुरंत कदम उठाया।

मुख्‍य सचिव ने किया बद्रीनाथ व केदारनाथ का दौरा

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देहरादून।  मुख्य सचिव डॉ0 एस.एस.सन्धु ने बद्रीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत चल रहे निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यदायी संस्थाओं को गुणवत्ता के साथ-साथ तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्‍होंने श्री केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों का संबंधित अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों का जायजा लिया।
उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को शीघ्र ही मैन पावर बढाने के निर्देश दिए। वहीं मुख्य सचिव ने व्यापारियों से मुलाकात की और कहा फिलहाल उनके लिए अस्थायी दुकानों का निर्माण किया जा रहा है तथा कार्य पूरे होने के बाद स्थायी दुकाने आवंटित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन और स्थानीय जनता के सहयोग से आने वाले वर्षो में बद्रीनाथ का भव्य रूप दुनिया के सामने होगा जिससे यहां के व्यापारियों, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के ज्यादा अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि पीएमओ भी डेली बेसिस पर इसकी मानीटरिंग कर रहा है।
उसके बाद मुख्य सचिव ने बदरीनाथ मास्टर प्लान तथा यात्रा की तैयारियों को लेकर बीआरओ गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने उन्हें गतिमान कार्यों और यात्रा की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।  मुख्य सचिव ने मास्टर प्लान कार्यों में लगे मजदूरों तथा अन्य कर्मचारियों के लिए अस्थायी आवास बनाने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा व्यवस्था को लेकर  भी संबंधित विभागों को निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने गोविन्द घाट से पुलना पैदल मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यदायी संस्थाओं को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए कहा कि 15 दिन बाद फिर इसका स्थलीय निरीक्षण करेंगे।
निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव द्वारा कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केदारपुरी में जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीर्ष प्राथमिकता से पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ में यात्रियों की सुविधाओं के दृष्टिगत सुविधाओं को विकसित करना है तथा जो कार्य किया जा रहा है जिसमें तीर्थ पुरोहितों हेतु आवासीय भवन का निर्माण, चिकित्सालय कंट्रोल सेंटर, संगमघाट मंदिर समिति का प्रशासनिक भवन, यात्रियों की सुविधा हेतु रैन शैटर, आस्थापथ का निर्माण कार्य आदि जो भी निर्माण कार्य गतिमान हैं उन कार्यों को शीघ्रता से शीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होंने श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए तथा श्रमिकों के रहने व खाने की उचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।  मुख्य सचिव द्वारा मंदाकिनी व सरस्वती नदी के दोनों ओर सुरक्षा के प्राविधान हेतु उचित व्यवस्था करने के लिए सचिव पर्यटन व जिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मयूर दीक्षित ने मुख्य सचिव को केदारपुरी में चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी से अवगत कराया तथा जो भी निर्देश निरीक्षण के दौरान दिए गए हैं उनका तत्परता के साथ अनुपालन संबंधित कार्यदायी संस्था से कराया जाएगा।   इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर,  मुख्य अभियंता लो.नि.वि. अहमद, अपर मुख्य अधिकारी/कार्यकारी अधिकारी केदारनाथ योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, उप जिलाधिकारी के.एन. गोस्वामी,  अधीक्षण अभियंता विद्युत एस. एस. कंवर, अधिशासी अभियंता डीडीएमए प्रवीण कर्णवाल, जल संस्थान सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।

गांव पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, यादें हुईं ताजा, मिलने वालों का लगा तांता

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यमकेश्वर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आजकल उत्तराखंड़ में अपने पैतृक गांव के दौरे पर हैं, गांव में उनके पहुंचने से जश्न का माहौल है। सीएम योगी के घर के बाहर लगे पंडाल में उनसे मिलने वालों का तांता लगा हुआ है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। मंगलवार को वह अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे थे। यमकेश्वर के बिथ्याणी में उन्होंने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में अपने आध्यात्मिक गुरु महंत अवेद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण किया। इसके बाद वह अपने पैतृक गांव पहुंचे और मां व अन्य परिजनों से मिले।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात अपने पैतृक घर पर ही बिताई। परिजनों की ओर से उनके लिए उसी कमरे को तैयार किया गया है, जिसमें वह बचपन में रहा करते थे। कल बृहस्पतिवार पांच मई को वह हरिद्वार में परिसंपत्तियों के बंटवारे में उत्तराखंड के हिस्से में आए अलकनंदा होटल को राज्य को समर्पित करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे। पांच साल बाद अपने बेटे योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनकी 84 वर्षीय मां सावित्री देवी काफी भावुक हो गई। इस दौरान योगी ने मां से आर्शीवाद लिया। योगी आदित्यनाथ को अपने बीच में पाकर उनके नाते रिश्तेदार व परिजन गदगद हो उठे। मंगलवार को अपने गुरु अवेधनाथ की प्रतिमा अनावरण के सिलसिले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर पहुंचे थे। यहां तीन बजे से करीब साढ़े पांच बजे तक उन्होंने अनावरण कार्यक्रम और जनसभा में शिरकत की थी। यूपी पुलिस प्रशासन के साथ ही उत्तराखंड प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। घर में बुधवार को उनके छोटे भाई महेंद्र बिष्ट के बेटे का चूड़ाक्रम संस्कार है। जिसमें वह भी शामिल रहेंगे। मुंडन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनके सभी नाते रिश्तेदार पहले ही घर पहुंचे हुए हैं। सीएम योगी को अपने बीच पाकर उनके नाते रिश्तेदार और परिजन गदगद हैं। सभी से योगी ने बचपन की यादें ताजा की। परिजनों के अनुसार घर पहुंचकर में सीएम योगी ने मां से आर्शीवाद लिया और कुशल क्षेम पहुंची।

महायोगी गुरू गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी स्थित कार्यक्रम में सीएम योगी पूरे 40 मिनट जनता को संबोधित किया। कार्यक्रम में गुरु अवेद्यनाथ को याद करते हुए सीएम योगी भावुक हो गए। इस दौरान उनकी आंखें नम हो गईं और कुछ देर तक वह कुछ बोल नहीं पाए। उन्होंने गुरु अवेद्यनाथ के बाल्यकाल और अपने बचपन की यादें ताजा की। कहा कि गुरुजी जीवन के अंतिम क्षणों में भी अपनी जन्मभूमि आना चाहते थे, लेकिन बीमारी के कारण वे उन्हें नहीं ला सके। इस दौरान उन्होंने अपने बचपन की यादें और विद्यार्थी जीवन का जिक्र भाषण में कई बार किया। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से भले ही अपराधी थर-थर कांपते हैं, लेकिन बचपन में उन्हें अपने मामा कीर्ति सिंह से बहुत डांट खानी पड़ती थी। मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के यमकेश्वर भ्रमण के दौरान उन्हें देखने और सुनने के लिए उनके मामा कीर्ति सिंह भी आए हुए थे। योगी के बचपन की यादों को ताजा करते हुए उन्होंने बताया कि वह अजय मोहन बिष्ट (सीएम योगी आदित्यनाथ) को अक्सर इस बात पर डांट दिया करते थे कि हर वक्त खेलना कूदना सही बात नहीं है।

 

सीएम योगी ने प्राथमिक शिक्षा देने वाले छह शिक्षकों को किया सम्मानित

देहरादून, उत्तराखंड में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का दूसरा ही रूप देखने को मिला। सीएम योगी कई बार भावुक होते दिखाई दिए। मौका था, पौड़ी जिले में यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित उनके पैृतक गांव पंचुर का। वह बिथ्याणी में डिग्री कॉलेज परिसर के बने अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे। अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ को याद करते हुए भावुक होकर योगी ने कहा कि महंत अवैद्यनाथ को बचपन में ही गांव छोड़ना पड़ा था। लेकिन, वह अक्सर उनसे गांव में पढ़ाई के बारे में पूछा करते थे।
गांव में स्कूल की पढ़ाई पर हमेशा वह अपडेट लेते रहते थे। योगी ने कहा उनका सपना साकार करने लिए गांव में महाविद्यालय का निर्माण किया गया है। योगी ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार ने महाविद्यालय निर्माण के लिए अहम भूमिका निभाई। सीएम योगी को प्राथमिक शिक्षा देने वाले छह शिक्षकों को भी उन्होंने सम्मानित किया।

मंच से शिक्षकों का नाम लेते वक्त सीएम योगी की आखों में आंसू साफतौर से देखा जा सकता था। शिक्षकों का नाम लेते हुए वह कई बार भावुक भी हुए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के मार्गदर्शन के बिना किसी व्यक्ति का विकास संभव नहीं हो पाता है। सीएम योगी ने उत्तराखंड से हो रहे पलायन पर गहरी चिंता जताई। कहा कि उत्तराखंड का युवा हर क्षेत्र में लोहा मनवाता आ रहा है, ऐसे में पलायन पर रोक लगाना जरूरी है। कहा कि यह बहुत ही चिंता की बात है कि उत्तराखंड का युवा पढ़ाई व अन्य कारणों से पलायन को मजबूर है, जबकि उत्तराखंड में शिक्षा के कई अवसर मौजूद हैं।

योगी ने कहा कि पलायन पर प्रहार करने के लिए जल जीवन मिशन के साथ ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने होंगे। उनके धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने से पलायन पर प्रहार करने के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के साथ ही पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। यहीं नहीं, स्थानीय युवाओं को रोजगार के कई अवसर भी मिलेंगे।

 

योगी ने अपने गुरु अवैद्यनाथ की प्रतिमा का किया अनावरण
योगी आदित्यनाथ मंगलवार को उत्तराखंड में अपने गृह जिले पौड़ी गढ़वाल में थे। उनकी तरह उनके गुरु अवैद्यनाथ भी पौड़ी गढ़वाल के ही थे। योगी वहां गोरक्षपीठ के बनाए डिग्री कॉलेज पहुंचे और वहां अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा के अनावरण के बाद उन्होंने वहां मौजूद लोगों के समूह को संबोधित किया। इसी दौरान वह भावुक हो गए।

गुरु को याद कर योगी का गला भर आया, आंसुओं से बोझिल पलके बार-बार झपकने लगीं
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘आज पूज्य महंत अवैद्यनाथ महाराज जी की मूर्ति की यहां पर स्थापना का कार्यक्रम संपन्न हुआ है। मेरे लिए ये व्यक्तिगत तौर पर गौरव की बात है कि मैं अपने पूज्य गुरु को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं…।’ ये कहते हुए योगी का गला रुंध गया। आंखें डबडबा गईं। आंसुओं से बोझिल पलके बार-बार झपक रही थीं। गले से आवाज नहीं निकल रही थी। योगी ने बड़ी मुश्किल से खुद को संभाला।

महंत अवैद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण करने के बाद योगी आदित्यनाथ वहां से चंद किलोमीटर दूर अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे। वहां उन्होंने ग्राम देवता की पूजा की और उसके बाद अपने पैतृक घर पहुंचे। घर पर योगी की 3 बहनें भी भाई से मिलने के लिए आई हुईं थीं। योगी अपनी मां सावित्री के पैर छूकर आशीर्वाद लिए। बुजुर्ग मां 5 साल बाद अपने बेटे से मिल रही थीं लिहाजा वो पल भावुक कर देने वाला था। लेकिन मां अपने आंसुओं को पी गईं। गुरु को याद कर भावुक हो जाने वाले योगी भी अपनी जन्मदात्री मां को देख उस तरह भावुक नहीं हुए। हां, दोनों के चेहरे पर खुशी जरूर झलक रही थी।

 

अनावरण कार्यक्रम के बाद सीएम योगी अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर पहुंचे। यहां उन्‍होंने अपनी मां सावित्री देवी का आशीर्वाद लिया।

यूपी में दोबारा सत्ता में आने के बाद योगी आदित्‍यनाथ ने गांव आकर मां से आशीर्वाद लेने की बात कही थी। बेटे को देख मां की खुशी देखते ही बनी।यमां से म‍िलने से पहले यूपी के सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ ने यमकेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत बिथ्याणी में अपने गुरु अवेद्यनाथ की प्रतिमा का लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे।ययमकेश्वर में अवेद्यनाथ की प्रतिमा के अनावरण समारोह में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत और अन्य लोगों ने उनकी एक पेंटिंग भेंट की।

उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ मंगलवार को पहली बार अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर पहुंचे। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड पहुंचने पर स्वागत किया। 28 साल पहले अजय सिंह बिष्ट उसी घर को छोड़कर सांसारिक मोह-माया का त्याग करके संन्यास लिए थे। योगी आदित्यनाथ बने थे। संन्यास के बाद मंगलवार को पहली बार योगी अपने घर पर रात में रुके थे। करीब 2 साल पहले अप्रैल 2020 में योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन हुआ था लेकिन कोरोना काल में मुख्यमंत्री की जिम्मेदारियों की वजह से योगी आदित्यनाथ ने उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने का फैसला किया था।

राजकीय रेशम फार्म अम्बाडी कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया निरीक्षण

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विकासनगर, कृषि एवं कृषक कल्याण तथा रेशम विकास कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा राजकीय रेशम फार्म अम्बाडी (विकासनगर) का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर रेशम विभाग के निदेशक आनंद कुमार यादव द्वारा रेशम विकास से सम्बन्धित जानकारी मंत्री जी को दी गयी। मंत्री जोशी द्वारा रेशम केन्द्र पर स्थित मणिपुरी बांज की नर्सरी एवं वृक्षारोपण का निरीक्षण किया गया एवं मणिपुरी बांज पौध का वृक्षारोपण किया गया। मंत्री द्वारा रेशम केन्द्र पर संचालित ओक टसर बीजागार का निरीक्षण किया गया एवं ओक टसर रेशम के कीट बीज उत्पादन प्रक्रिया की सघन जानकारी ली गयी। इस अवसर पर उत्तराखण्ड को-ऑपरेटिव रेषम फेडरेशन (यू0सी0आर0एफ0) के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिहं द्वारा उत्पादन एवं विपणन से सम्बन्धित फेडरेशन के क्रियाकलापो से मंत्री को अवगत कराया गया।
मंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत रेशम कृषकां के हितों के लिए कार्य करने पर जोर दिया गया। इस अवसर पर आदित्य चौहान, नीरू देवी, अरूण मित्तल, प्रदीप कुमार, नरेश कुमार एव आरसी किमोठी आदि उपस्थित रहे।

 

मंदिर परिसर न सिर्फ हमारी आस्था के केन्द्र हैं बल्कि हमें सामाजिक तौर पर एकजुट भी रखते हैं : गणेश जोशीमंदिर परिसर न सिर्फ हमारी आस्था के केन्द्र हैं बल्कि हमें सामाजिक तौर पर  एकजुट भी रखते हैं – मंत्री गणेश जोशी -

देहरादून, कृषि मंत्री, गणेश जोशी ने आज देहरादून के आर्यनगर वार्ड स्थित श्री बिल्स-पिपलेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित रामायण पाठ में पहुंच कर भगवान पिपलेश्वर महादेव के दर्शन किए तथा श्री रामचरित मानस कथा का श्रृवण कर आर्शिवाद एवं प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर उपस्थित स्थानीय लोगों द्वारा कैबिनेट मंत्री के समक्ष मंदिर परिसर में श्रृद्धालुओं की सुविधा के लिए किए जाने वाले विकास कार्यों हेतु सहयोग प्रदान किए जाने की मांग की। इस पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मंदिरों में देवताओं का वास होता है। सुबह – शाम लोग यहां पूजा करने आते हैं। इसके अलावा आस-पास के बड़े-बुजुर्ग मंदिर परिसर में शाम के वक्त आपसी मेल-मिलाप और एक दूसरे का हाल-चाल लेने आते हैं। मंदिर परिसर न सिर्फ हमारी आस्था के प्रतीक हैं बल्कि हमें सामाजिक रूप से एकजुट रखने के माध्यम भी हैं।उन्होंने घोषणा की कि पिपलेश्वर महादेव मंदिर में मुख्य द्वार का सौन्दर्यीकरण, मंदिर प्रांगण में टिन शेड का निर्माण तथा मंदिर प्रांगण में टाइल्स के कार्य को जल्द की प्रारम्भ करवाया जाएगा।
इस अवसर पर सत्य नारायण सक्सेना, करूण दत्ता, शंकर सिंह, मण्डल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, कैलाश पंत, निरंजन डोभाल, सुरेन्द्र पंत, अवधेश तिवारी आदि उपस्थित रहे।

 

सीमांत क्षेत्र के 14 ग्राम पंचायतों में महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार की सकारात्मक पहल

मुनस्यारी, सीमांत क्षेत्र के 14 ग्राम पंचायतों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तुलसी, हल्दी,अदरक, कीवी, तेजपत्ता, सेब के साथ जडी़ बूटियों की खेती की जाएगी। इसके लिए महिलाओं को एक दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद ग्राम स्तर पर बैठक कर कार्ययोजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नमजला में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने किया। उन्होंने कहा कि हर गांव को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। हम सब मिलकर इस क्षेत्र को हिमाचल जैसा उत्पादक बनाकर हर हाथ में रोजगार उपलब्ध करायेंगे। इसके लिए समय समय पर इस तरह की कार्यशाला के आयोजन का क्रम जारी रहेगा।
बालिका इंटर कॉलेज नमजला की प्रधानाचार्या सुश्री नीमा आर्या ने महिला स्वरोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। कहा कि सरकारी स्कूलों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता हर नागरिक को निभानी चाहिए।
जड़ी बूटी शोध संस्थान गोपेश्वर के पिथौरागढ़ यूनिट के मास्टर ट्रेनर एनडी जोशी ने कहा कि यहां की जलवायु जड़ी बूटी की खेती के लिए अनुकूल है। श्याम तुलसी, तेजपत्ता, बड़ी इलायची, कैमोमाइल, रीठा,रोजमैरी, तिमूर, गिलोई की खेती करने की विधि तथा संस्थान द्वारा दिए जाने वाले सहयोग के बारे में बताया।
सहायक विकास अधिकारी कृषि
सर्वेश पाल, सहायक विकास अधिकारी कृषि अमित ने कृषि विभाग की योजनाओं पर प्रकाश डाला। बताया कि धापा तथा इमला में कीवी की खेती का पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है। नमसा के अंतर्गत दुधारू गाय भी दिया जा रहा है। आटा चक्की के अलावा मुर्गीबाड़ा, दस प्रतिशत अनुदान पर बीज भी दिया जा रहा है। आधुनिक तकनीकी के कृषि यंत्र को भी अनुदान के साथ देने की बात कही।
सहायक विकास अधिकारी उद्यान कमल पंत ने उद्यान विभाग की योजनाओं पर प्रकाश डाला। कहा कि इस बार एक साल के भीतर फल देने वाले सेब के पेड़ लगाने की भी योजना है। उन्होंने बताया कि मुनस्यारी के हरकोट गांव में ब्रोकली का उत्पादन हो रहा है। पंत ने उद्यान विभाग द्वारा दी जाने वाली तकनीकी जानकारी तथा राज सहायता के बारे में बताया। कहा कि उद्यान को किसान साल भर की आजीविका का आधार बना सकता है।
इस मौके पर बालिका इंटर कॉलेज नमजला की शिक्षिका हिमांशी मेहता, गीता आर्या, लिपिक नरेंद्र सिंह नित्वाल, भोजनमाता लीला देवी मेहरा,जड़ी बूटी शोध संस्थान के सर्वेक्षक सहायक देवकीनंदन गुरुरानी, उद्यान विभाग के एलआरपी जगदीश नित्वाल, विकास खंड के एनआरएलएम की शकुंतला रावत आदि मौजूद रहे।

डीएम ने लिया चार धाम यात्रा की तैयारियों का जायजा

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ऋषिकेश। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने ऋषिकेश में चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया। चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में फोटोमैट्रिक पंजीकरण केंद्र, यात्री हेल्प डेस्क आदि का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखीं। उन्होंने ज्यादातर तीर्थयात्रियों के बगैर मास्क के होने पर नाराजगी जतायी। डीएम ने अधीनस्थों को कोरोना गाइड लाइन का पालन कराने और मास्क नहीं पहनने पर चालान कर 500 रुपये जुर्माना वसूलने के निर्देश दिए। बुधवार दोपहर जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश कुमार चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड पहुंचे और चारधाम यात्रा से जुड़ी तैयारियों को देखा। उन्होंने यात्री सुविधा केंद्र, फोटोमैट्रिक पंजीकरण केंद्र का निरीक्षण कर पंजीकरण संबंधी व्यवस्थाओं को देखा। डीएम ने पंजीकरण कराने के लिए कतार में खड़े तीर्थयात्रियों से सुविधाओं के बाबत फीडबैक भी लिया। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जिया उड़ने और मास्क की अनदेखी करने पर नाराजगी जतायी। मौके पर मौजूद एसडीएम अपूर्वा पांडेय को चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में तीर्थयात्रियों से कोरोना गाइड लाइन का अनुपालन करवाने और मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये जुर्माना करने के निर्देश दिए। मौके पर यात्रा प्रशासन संगठन के व्यैक्तिक सचिव एके श्रीवास्तव, पंजीकरण प्रोजेक्ट मैनेजर प्रेमअनंत आदि मौजूद रहे।
ट्रिप कार्ड की शिकायत दर्ज करायी
ऋषिकेश। परिवहन विभाग की ओर से ऑनलाइन जारी होने वाले ट्रिप कार्ड के लिए यात्रियों का पंजीकरण नहीं होने की आ रही दिक्कतों से परिवहन व्यवसायियों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया। यातायात पर्यटन सहकारी संघ के अध्यक्ष मनोज ध्यानी, उपाध्यक्ष नवीन रमोला, बलवीर रौतेला, आशुतोष तिवारी ने फोटोमैट्रिक पंजीकरण को अनिवार्य करने और ट्रिप कार्ड की बाध्यता खत्म करने की मांग की। डीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।