Monday, April 28, 2025
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‘उत्तराखंड में कैसा हो भू-कानून और परिसीमन का क्या हो आधार’ विषय पर ‘उत्तराखंड चिंतन’ द्वारा आयोजित गोष्ठी सम्पन्न

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(सी. एम. पपनैं)

‘उत्तराखंड पर्वतीय अंचल के चप्पे-चप्पे पर, बाहरी लोगों द्वारा, बडी तादात पर जमीन कब्जाई जा रही है।’

नई दिल्ली। उत्तराखंड के सरोकारों पर तत्पर रही, सामाजिक संस्था, ‘उत्तराखंड चिंतन’ द्वारा, 1 मई, 2022 को ‘उत्तराखंड मे कैसा हो भू कानून और परिसीमन का क्या हो आधार’, ज्वलंत विषयों पर, अल्मोड़ा भवन साउथ एक्सटैंसन मे, संस्था अध्यक्ष विनोद रावत की अध्यक्षता तथा उत्तराखंड के विभिन्न प्रवासी जन संगठनों से जुडे प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति में, गोष्ठी आयोजित कर, गहन मंथन किया गया।

 

मुख्य वक्तताओं वरिष्ठ पत्रकार डाॅ. हरीश लखेडा तथा का.पुरुषोतम शर्मा का आयोजकों द्वारा पुष्प गुच्छ व शाल ओढा कर, स्वागत, अभिनंदन किया गया। वक्तताओ द्वारा, आयोजित गोष्ठी विषय पर सारगर्भित, तथ्यपूर्ण विचार व्यक्त किए गए। व्यक्त किया गया, उत्तराखंड मे उक्त मुद्दों पर आवाज क्यों उठाई जा रही है ? आंदोलन क्यों चलाऐ जा रहे हैं? सवाल खड़े करता, नजर आता है। शासन प्रशासन को चेताना व यह बताना जरूरी है, कि ‘उत्तराखंड मे कैसा हो भू-कानून और परिसीमन का क्या हो आधार’।

मुख्य वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया, पहले से ही मांग उठती रही है, हिमाचल की तर्ज पर भू-कानून लागू हो। आश्चर्य, उक्त कानून नही लाया गया। उत्तराखंड पर्वतीय अंचल के चप्पे-चप्पे पर, बाहरी लोगों द्वारा, बडी तादात पर जमीन कब्जाई जा रही है। साठ-गांठ कर मालदारों को पब्लिक स्कूल व निजी अस्पताल इत्यादि खोलने के लिए, एक रुपया की दर पर, जमीन बांटी गई है। समय-समय पर काबिज सरकारों द्वारा, बाहरी मालदारो के हक मे, जमीन खरीद-फरोख़्त के कानून बदलते रहे हैं। सवाल खड़ा होता है, जब मूल वाशिंदों के पास जमीन ही नहीं रहेगी तो, लोकसंस्कृति का भी लोप हो जायेगा। बाहरी संस्कृति का बोलबाला हो जायेगा। विकास के नाम पर, हिमालयी पर्यावरण का विनाश होगा।

मुख्य वक्ताओं द्वारा अवगत कराया गया, देश के अनेकों राज्यो में, सख्त भू-कानून लागू हैं। बाहरी लोग जमीन की खरीद-फरोख़्त नहीं कर सकते हैं। स्थानीय लोगों के पास ही, खरीद-फरोख़्त के अधिकार सुरक्षित हैं। देश के विभिन्न राज्य जमीन खरीद-फरोख़्त के कानून के बावत, सख्त व तटस्थ बने हुए हैं। उत्तराखंड की जमीन को कैसे बचाया जाए? कैसे जनजागृति लाई जाए, उक्त तथ्यों पर विचार व्यक्त कर, लोगों से आहवान किया गया, राज्य के लोग, बाहरी लोगों को जमीन न बेचै।

व्यक्त किया गया, उत्तराखंड राज्य का गठन होते ही, प्रदेश के लोगों के साथ, धोखाधड़ी व उनकी परेशानियां बढ़नी आरंभ हो गई थी। परिसीमन पर सवाल उठने लगे थे। हरिद्वार को मिलाने से, राज्य की बीस फीसद आबादी मे इजाफा हो गया था। बीस फीसद लाभ जो अंचल को मिलना चाहिए था, वह वंचित हो गया था। आने वाले समय में जो परिसीमन होगा, उससे पहाडी राज्य की अवधारणा ही समाप्त हो जायेगी।

 

वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया, अंचल के लोगों की राजनीति व समझ जो बनाई जा रही है, खतरनाक है। इसको जम्मू-कश्मीर से अगर जोड़कर देखा-परखा जाए तो, उत्तराखंड के परिपेक्ष मे, स्थित साफ दृष्टिगत होती नजर आती है। जिस पर राज्य का आम व जागरूक जनमानस चुप है। राज्य गठन, पलायन के लिए नहीं, पलायन रोकने के लिए किया गया था। अंचल के जनमानस को क्या मिल रहा है, सोचना होगा। समझना होगा, पहाड़ क्यों खाली हो रहे हैं। कोंन अंचल के दोस्त व दुश्मन हैं। नेता वे बने हैं, जिनका न तो उत्तराखंड आंदोलन से कोई वास्ता रहा है, न ही अंचल के जनसरोकारों के लिए, उनकी कोई सोच है।

व्यक्त किया गया, राज्य का परिसीमन, आबादी नहीं, क्षेत्रफल के मुताबिक होना चाहिए। समझना होगा, यह मसला राज्य ही नहीं, केन्द्र से भी जुड़ा हुआ है। सभी पर्वतीय राज्यो व आदिवासी क्षेत्रों के लिए, एक नीति बननी चाहिए। सभी पर्वतीय राज्यो को एक साथ लाना होगा।

व्यक्त किया गया, 1923 मे, बीस फीसद कृषि भूमि अंचल के लोगों के पास थी। 1958-64 के बाद से, अंचल की जमीन के सही आंकड़े सरकार के पास नहीं हैं। किए गए बन्दोबस्त मे, जमीन काफी निकल गई। 1960 में, जमीनदारी विनाश कानून बना था। लोगों को जमीन का हक मिला व उनके नाम चढ़ा था। कूजा एक्ट बनने पर, लोगों व पंचायत के हक छीने गए। बेनाम जमीन का हक सरकार के पास गया, जो अभी भी कायम है। ग्राम पंचायत के हक सीमित व कृषि भूमि स्थिर हो गई है। विकास योजनाऐ ग्रामीणों की भूमि में बनाई जा रही हैं। आज हालात ऐसे बन गए हैं कि, काश्त्कारो के पास, लगभग दस नाली जमीन ही शेष बची हुई है। जो लोगों की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रही है। पशु पालन मुख्य रहा है। राज्य का 70 फीसद दुग्ध उत्पादन, पशु पालक ही करते हैं। वर्ष 2000 मै जितने जानवर पाले जा रहे थे, वर्तमान मे उनकी संख्या मात्र 35 फीसद रह गई है। बैल ग्रामीण क्षेत्रों से लगभग नदारद हो गए हैं। खेत बन्जर हो गऐ हैं। पशु कम होने से चरागाहों मे झाड़ियाँ उग आई हैं। जंगली जानवर उनमे पनाह ले रहे हैं। जंगल की आग, उक्त झाड़ियों तक पहुच, खेतों मे खडी फसलों को नुकसान पहुंचा रही है। नई रेल परियोजनाऐ, घाटी की कृषि उपजाऊ जमीन को हडप रही हैं। पलायन आयोग के मुताबिक विगत दस वर्षो मे अंचल के ग्रामीण क्षेत्रों से बत्तीस लाख लोग पलायन कर चुके हैं। परंपरागत जैविक बीजो के स्थान पर नया बीज कानून लाया जा रहा है। बीज महंगे हो गए हैं। स्थापित सरकारों द्वारा, कार्पोरेट धन्धा स्थापित करने के रास्ते, बनाऐ जा रहे हैं।

 

व्यक्त किया गया, आज जमीन की कोई सीलिंग नहीं रह गई है। कानून पूंजीपतियों के हित में बनाऐ जा रहे हैं। बडे पूंजीपति लम्बी व मन माफिक अवधि के लिए, लीज पर जमीन विभिन्न तरह के उपयोग हेतु ले रहे हैं। यह सब जमीन हडपने की साजिश के तहत हो रहा है। सरकार और चुने हुए प्रतिनिधि, अगर स्थानीय ग्रामीणों के सरोकारो हेतु, आगे नहीं आती है तो, जमीन नहीं बच पायेगी। स्थानीय जनों को ज्वलंंत व भविष्य के चुनौतीपूर्ण मुद्दो पर संकुचित दृष्टिकोण छोड़ आगे आना होगा।

व्यक्त किया गया, व्याप्त राजनैतिक खेल व मंशा को देख-परख, भू-कानून के बावत, आज की पीढी को जानना व समझना आवश्यक है कि, पहले कृषि भूमि बचे व उसका विस्तार हो। हिमालयी राज्य के वन कानून शिथिल हो। बेनाम बन्जर भूमि ग्राम पंचायतो के द्वारा, जरूरत मंदो को बांटी जाए। इन सबके लिए भूमि कानून लाना होगा।

मुख्य वक्ताओं द्वारा भू-कानून व परिसीमन पर व्यक्त व सुझाए गए तथ्यों पर प्रेमाधोनी, धीरेन्द्र प्रताप, अनिल पंत, रजनी ढोंडियाल, उमेश खंडूरी, कुसुम कंडवाल भट्ट, चंद्र मोहन पपनैं, रमेश चंद्र घिन्डियाल, सुरेन्द्र सिंह हालसी, कुसुम चौहान, कुसुम बिष्ट, एस पी गौड़, महेंद्र सिंह बोरा, प्रताप सिंह शाही, देवेन्द्र सिंह बिष्ट द्वारा, कुछ आवश्यक सुधारों पर गूढ व तथ्य परख राय व्यक्त की गई। प्रवासी प्रमुख समाज सेवी प्रेमा धोनी द्वारा अवगत कराया गया, भू-कानून पर बिगत महीनों से हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है, जिस पर प्रवासी बंधुओ द्वारा अपार समर्थन व सहयोग दिया जा रहा है।

 

गोष्ठी संचालन कर रहे वरिष्ठ लेखक-पत्रकार, सुरेश नोटियाल द्वारा व्यक्त किया गया, आज ‘उत्तराखंड चिंतन’ के बैनर तले, भू-कानून व परिसीमन पर जो भी मंथन व चर्चा की गई, वक्ताओं के विचार व महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए हैं, उन सबको प्राथमिकता देकर, राज्य व केन्द्र सरकार को जनसरोकारों के हित में, प्रेषित किया जायेगा। उत्तराखंड के सरोकार के लिए, कुछ भी करना पडे, हम सबको एकजुट होकर, सदैव तैयार रहना होगा।

गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी व आयोजक संस्था अध्यक्ष, विनोद रावत द्वारा, गोष्ठी मे शामिल, मुख्य वक्ताओ व उपस्थित सभी साधकों का, गोष्ठी मे सम्बंधित ज्वलंत विषयों पर, मंथन कर, सुझाव देने व विचार व्यक्त व्यक्त करने पर, आभार व्यक्त किया गया। उत्तराखंड की दशा व दिशा पर व्यक्त किया गया, जो भी अंचल के पर्वतीय क्षेत्र मे घटित हो रहा है, जिम्मेवार हम स्वयं हैं। जमीने हमने खुद बेची हैं। लोगों ने खेती-किसानी में आ रही जटिलता के कारणवश, खुद ही काम करना छोड़ दिया है। आज जरूरत है, एकजुट होकर, चकबंदी हेतु, आंदोलन की।अध्यक्ष द्वारा किए गए संबोधन के साथ ही गोष्ठी का समापन किया गया।

योगी आदित्यनाथ कल से उत्तराखंड का दौरा करेंगे, पैतृक गांव जाकर पूरा करेंगे मां से निभाया हुआ वादा

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन मई को तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रहे हैं। खास बात यह है कि इस बीच वह अपने गृह ब्लाक यमकेश्वर का भी दौरा करेंगे। हरिद्वार में उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण करेंगे।

वह अपने पैतृक गांव पंचूर भी जा सकते हैं। योगी पांच मई को हरिद्वार में उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का उद्घाटन करेंगे। योगी पंचूर स्थित अपने पैतृक घर जाकर अपनी मां व स्वजन से मुलाकात कर सकते हैं।

योगी बहुत समय के बाद अपनी जन्म भूमि पहुचेंगे

योगी आदित्यनाथ के मूल गांव पंचुर में उनकी मां सावित्री देवी, बड़े भाई मानवेंद्र और छोटे भाई महेंद्र का परिवार रहता है। योगी आदित्यनाथ 11 फरवरी 2017 को आखिरी बार अपने घर आए थे। तब से उनकी मां और स्वजन उनसे मिलने का इंतजार कर रहे हैं। तब वह उत्तराखंड में कुछ प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के सिलसिले में यहां आए थे। योगी अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर भी घर नहीं आए थे। यह भी बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान परिसंपत्तियों के बंटवारे में हिस्से में आए अलकनंदा होटल को उत्तराखंड को समर्पित कर सकते हैं।

योगी कल पहुचेंगे उत्तराखंड

योगी की बहन शशि पयाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपने भाई से बात की थी। योगी ने उनसे वादा किया कि शपथ ग्रहण करने के बाद समय मिलते ही वह एक बार सबसे मिलने गांव आएंगे। उत्तराखंड के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि उप्र के मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को उत्तराखंड पहुंचेंगे। बुधवार चार मई को वह अपने गृह ब्लाक यमकेश्वर के बिथ्याणी स्थित गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

पार्षद शुभम नेगी का निधन, शोक में नगर निगम कार्यालय रहा बंद

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देहरादून, नगर निगम देहरादून के वार्ड नंबर 39 इंदिरा नगर के पार्षद शुभम सिंह नेगी का निधन हो गया है। वे 39 वर्ष के थे। पिछले कुछ दिनों में स्वास्थ्य खराब होने के कारण उनका इलाज चल रहा था। उनकी अंतिम यात्रा उनके घर से हरिद्वार निकली। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं शोक में सोमवार को नगर निगम में कार्यालय बंद रहे।

मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना : अब 31 मई तक शपथ पत्र के साथ आवेदन कर सकेंगे लाभार्थी

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देहरादून, उत्तराखंड़ सरकार ने मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अंतर्गत उन बच्चों को राहत दे दी है, जिन्होंने एक मार्च 2020 से 31 मार्च 2022 तक कोरोना अथवा अन्य बीमारियों से अपने माता-पिता, अभिभावक या संरक्षक को खोया है और उनके पास मृत्यु का कोई चिकित्सा प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं है। योजना का लाभ लेने के लिए अब वे शपथ पत्र देकर आवेदन कर सकेंगे।

ग्राम प्रधान अथवा पार्षद के माध्यम से मृत्यु के कारण का सत्यापन कराते हुए इसका प्रमाणपत्र भी आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा। 31 मार्च को खत्म हो चुकी इस योजना में पात्र बच्चों को 31 मई तक निर्धारित प्रक्रिया पूर्ण कर आवेदन जमा करने की छूट दी गई है। सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास हरि चंद्र सेमवाल ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना में पात्र बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का प्रविधान किया गया है। राज्य में अब तक 4057 बच्चों को इससे आच्छादित किया जा चुका है। बावजूद इसके माता-पिता, अभिभावक या संरक्षक की मृत्यु पर इसका चिकित्सा प्रमाणपत्र न होने के कारण 150 से ज्यादा बच्चे छूट गए हैं। अब ऐसे बच्चों को योजना का लाभ देने के लिए सहूलियत दी गई है, सचिव हरि चंद्र सेमवाल की ओर से जारी आदेश के अनुसार जिन बच्चों के पास माता-पिता, अभिभावक या संरक्षक की मृत्यु के संबंध चिकित्सा विभाग का कोई साक्ष्य या प्रमाणपत्र नहीं है, उनसे साक्ष्य के रूप में शपथ पत्र लिया जाएगा।

इसमें यह भी उल्लेख करना होगा कि बीमारी के दौरान कहां-कहां उपचार कराया गया। फिर इसे जिला स्तरीय समिति के सम्मुख प्रस्तुत किया जाएगा। यदि किसी की मृत्यु घर पर हुई हो तो उसके उपचार से संबंधित अभिलेख भी शपथ पत्र के साथ प्रस्तुत करने होंगे।

 

नयागांव में आयोजित आभार एवं अभिनंदन समाचरोह में मुख्यमंत्री धामी एवं कैबिनेट मंत्री जोशी ने की शिरकत

गोरखा रेजिमेंट के जवानों और एनसीसी कैडेट् ने पाईप बैंड के साथ की सीएम की अगुआनी

सीएम ने क्षेत्रवासियों की पेयजल समस्या के समाधान की घोषणा कीनयागांव में आयोजित आभार एवं अभिनंदन समारोह में पहुँचे सीएम धामी एवं कैबिनेट  मंत्री जोशी | Voice of Uttarakhand

देहरादून, जनपद के हाथीबड़कला स्थित नयागांव में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष ज्योति कोटिया द्वारा आयोजित आभार एवं अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी विशिष्ट अतिथि के तौर पर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम संयोजक ज्योति कोटिया ने मुख्यमंत्री को गणेश जी की मूर्ति भेंट की।

नयागांव पहुंचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने सत्यनारायण मंदिर में पूजा अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि एवं कल्याण की कामना की। जहाँ 11 पुजारियों ने शंखनाद कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री धामी यहां से पैदल ही कार्यक्रम स्थल पहुंचे। मंदिर से कार्यक्रम स्थल तक एनसीसी कैडेटस और 3/11 गोरखा रेजीमेंट के जवानों ने पाइप बैंड के साथ मुख्यमंत्री की अगुवानी की। भाजपा कार्यकर्ताओं एवं ग्रामवासियो ने मुख्यमंत्री का अजगर माला से स्वागत किया और मुख्यमंत्री ने भाजपा के बूथ अध्यक्षों को सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश ने कहा कि युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले अल्प कार्यकाल में ही राज्य की जनता का दिल जीत लिया था। नई सरकार के पुनः मुखिया बनने के मात्र एक महीने में ही आपने जिस प्रशासनिक कौशल और राजनीतिक दक्षता का प्रदर्शन किया है उससे केंद्रीय नेतृत्व के भरोसे क़ो ही नहीं जीता है, बल्कि पूरे राज्य की जनता के दिलों क़ो भी जीता है।

मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमुदाय क़ो सम्बोधित करते हुए कहा की आप भले ही मेरे अभिनन्दन के लिए यह कार्यक्रम रख रहे हो, पर मुझे लगता है कि मैं आप लोगों का अभिनंदन करने यहां आया हूं। हृदय की गहराइयों से आपका अभिनंदन करता हूं। गणेश जोशी जैसा नेतृत्व जो आपको मिला है, उन्होंने इतना जोर दिया कि मुझे इस कार्यक्रम में कई करवाओ को छोड़कर आना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कौशल, उनकी राजनीतिक दक्षता और उत्तराखंड के लिए एक विशेष प्रेम के कारण ही आपने इस बार ऐतिहासिक जनादेश दिया है, और बार-बार पार्टी में बदलने वाली परंपरा को ही बदल कर भारतीय जनता पार्टी की विकास की राजनीति पर अपना विश्वास जताया है। मैं पुनः आपका और राज्य की समस्त जनता का अभिनंदन एवं आभार व्यक्त करता हूं। राज्य की जनता ने एक मिथक तोड़ा है। आपने यह इतिहास राज्य की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कामों को देखते हुए बनाया है। आज समाज कि किसी भी क्षेत्र में बिना काम की है आप खुद को साबित नहीं कर सकते, भारतीय जनता पार्टी सिर्फ बातें करने नहीं धरातल पर विकास की सच्चाई को करने में भरोसा रखती है। पार्टी के अंदर विकास की इस कार्य संस्कृति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थापित किया है। चाहे कोरोना की पहली दूसरी और तीसरी बूस्टर डोज लगाने की बात हो, श्रमिकों के कल्याण की योजनाओं की बात हो, चिकित्सा सुरक्षा देने के लिए.., चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना की बात हो, पूरे देश में और उत्तराखंड में शानदार हाईवे और सड़क़ो की कनेक्टिविटी बनाने का काम हो, या सैनिकों के सम्मान की बात हो, हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री ने हर बार ऐतिहासिक काम किया है। अर्जुन के नेतृत्व में पूरा देश आगे बढ़ रहा है, और पूरी दुनिया को अपनी शक्ति अपनी सामर्थ्य और अपनी बौद्धिक परंपरा का लोहा मनवा रहा है। अजमेर राज्य में एक नई शुरुआत की है, हमें चुनाव से पहले वादा किया था कि समान नागरिक आचार संहिता लागू करेंगे, हमने अपनी पहली मंत्रिमंडल की बैठक में ही यह निर्णय लिया था कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए समिति का गठन कर दिया गया है। देवभूमि में कानून और व्यवस्था की बेहतरीन स्थिति को स्थापित करने के लिए हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। भ्रष्टाचार पर कोई भी समझौता नहीं करना चाहते इससे भ्रष्टाचार निवारण के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है जिसमें आम जनता की शिकायतें दर्ज कर सकती है। सरलीकरण समाधान और संतुष्टि ही हमारी सरकार का नारा है।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की क्षेत्र की पेयजल समस्या के समाधान के लिए, ट्यूबेल एवं और ओवरहेड टैंक तथा पाइप लाइन के उच्चारण किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त नेपाली मूल के भूतपूर्व सैनिकों को जिला सैनिक कल्याण द्वारा पूर्व सैनिक पहचान पत्र जारी किए जाने हेतु स्वायिंग सैनिक कल्याण मंत्री जो कि यही मेरे साथ उपस्थित हैं से आग्रह करता हूं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के वरिष्ठ नागरिक एवं सेवानिवृत्त कर्नल डीके प्रधान ने की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष राजीव गुरुंग, पूनम नौटियाल, संध्या थापा, निर्मला जोशी, सुनील कोटिया, दिनेश प्रधान, कैप्टन चंद्रवीर थापा, जनरल राम प्रधान, पूर्व राज्यमंत्री ले० टीडी भूटिया,,निर्मला थापा, कल्पना गुरुंग, महेंद्र सिंह नेगी, आरती रावत, विष्णु गुप्ता, दरबान सिंह बिष्ट, आरती रावत, कर्नल चोना, कर्नल बीएस खत्री, कर्नल उपाध्याय, कर्नल श्याम प्रधान आदि उपस्थित रहे।

 

 

जल्द शुरु हो सुवाखोली और पुरुकुल बिजली घर का निर्माण कार्य : गणेश जोशीजल्द शुरू किया जाए सुवाखोली और पुरुकुल बिजली घर का निर्माण कार्य: गणेश जोशी

देहरादून, प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को अपने कैम्प कार्यालय में मसूरी विधानसभा क्षेत्र से सम्बन्धित बिजली विभाग के अधिकारियों की बैठक की।
मंत्री ने कहा कि सुवाखोली बिजली घर और पुरुकुल बिजली घर का निर्माण कार्य तत्काल प्रारम्भ करवाया जाए। उन्होंने यूपीसीएल के मुख्य अभियंता को भी दूरभाष पर इस बाबत निर्देश दिये। कोठालगांव पेयजल योजना के लिए ट्रांसफर लगाने का कार्य तत्काल करने और क्षेत्र में थ्री फेस और बंच केब्लिंग के कार्य को भी तत्परता से करने के निर्देश भी मंत्री ने दिये।
मंत्री ने विधायक निधि के माध्यम से हुए कार्यों की भी समीक्षा की और कहा कि जिस योजना के लिए पैसा जारी किया गया है, उसे तत्काल पूर्ण कराई जाए। मंदाकिनी बिहार, मैगी प्वाइंट, गजियावाला एवं अन्य स्थानों पर जहां ट्रांसफार्मर की आवश्यकता है, वहां तत्काल टांसफार्मर लगाये जाए। एमडीडीए के माध्यम से मसूरी विधानसभा क्षेत्र के लिए स्वीकृत खंभों को 15 दिवस के भीतर स्थापित करने के निर्देश भी मंत्री ने अधिकारियों को दिए। मंत्री ने कहा कि टपकेश्वर कॉलोनी और चामासारी के लिए निर्मित होने वाली विद्युत लाइन या उसके शिफ्टिंग के कार्य को मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत करवाया जाएगा, इस हेतु अधिकारी इसका आगणन बनाना सुनिश्चित करें। उन्होंने क्षेत्र में खड़े-गले खंभों को तत्काल हटाने के और उनके स्थान पर नए खंभे लगाए जाने के निर्देश भी दिये।
मसूरी के दुधली क्षेत्र को मसूरी बिजली घर से जोड़े जाने के प्रकरण पर मंत्री ने इसकी संभावना तलाशने के निर्देश दिये। मसूरी के मॉल रोड सहित अन्य स्थानों पर अंडरग्राउंड केब्लिंग बिछाई जाने के लिए एमडीडीए को तत्काल आगणन देने के निर्देश दिए और कहा कि इसकी स्वीकृति के लिए व्यक्तिगत तौर पर भी एमडीडीए से वार्ता करें ताकि भूमिगत केब्लिंग का काम पूर्ण हो सके।
बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह चौहान, भाजपा के मंडल महामंत्री सुरेंद्र राणा, पूर्व पार्षद मंजीत रावत, अधीक्षण अभियंता शैलेन्द्र सिंह, अधिशासी अभियंता गौरव सकलानी, अधिशासी अभियंता प्रशांत बहुगुणा, अधिशासी अभियंता प्रदीप चौधरी, एसडी यादव, बीएस पवार, राजपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

 

स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश की 18 चिकित्सा इकाईयों को अलग-अलग श्रेणियों में दिया कायाकल्प सम्मान

 

‘रूद्रप्रयाग एवं नैनीताल को मिला उत्तम जिला अस्पताल का अवार्ड’

‘कायाकल्प सम्मान
एनएबीएच मान्यता के लिए आवेदन करेंगे राजकीय चिकित्सालय’रूद्रप्रयाग एवं नैनीताल को मिला उत्तम जिला अस्पताल का अवार्ड – News Glint

देहरादून, राज्य के रूद्रप्रयाग एवं नैनीताल के जिला अस्पतालों को संयुक्त रूप से वर्ष 2021 के लिये उत्तम चिकित्सालय के कायाकल्प पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी क्रम में प्रदेश की कुल 18 चिकित्सा ईकाईयों को अलग-अलग श्रेणियों में कायाकल्प सम्मान मिला। जिनको प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने पुरस्कार की राशि का चैक एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हुये राजकीय जिला अस्पतालों को नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थ केयर (एनएबीएच) मान्यता के लिये आवेदन करना होगा।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज देहरादून में एक निजी होटल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेशभर की 18 चिकित्सा इकाईयों को अलग-अलग श्रेणी में कायाकल्प सम्मान से पुरस्कृत किया। जिला अस्पताल रूद्रप्रयाग एवं बी0डी0 पाण्डे जिला चिकित्सालय नैनीताल को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। जिसमें दोनों चिकित्सालयों को रूपये 25-25 लाख के चैक व प्रमाण पत्र दिये गये।

इसी प्रकार उप जिला चिकित्सालय रूड़की को अपनी श्रेणी में प्रथम तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र धौलादेवी एवं गरमपानी को द्वितीय स्थान के लिए सम्मानित किया गया। जिसमें इन चिकित्सालयों को क्रमशः रूपये 15 लाख व रूपये 5-5 लाख के चैक प्रदान किये गये। जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र साहिया को बेस्ट ईको फ्रेन्डली श्रेणी में प्रथम आने पर रूपये 6 लाख का चैक देकर सम्मानित किया। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण प्रथाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में कायाकल्प कार्यक्रम शुरू किया गया था।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आगामी दो वर्ष के भीतर राज्य के सभी राजकीय चिकित्सालय नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थ केयर (एनएबीएच) मान्यता के लिये आवेदन करेंगे। प्रथम चरण में जिला एवं उप जिला अस्पतालों को एनएबीएच मान्यता प्राप्त करने के लिए मानकों को पूरा करने को कहा गया है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक खजान दास ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में पैरामेडिकल एवं टेक्निशियनों की आवश्यकतानुसार तैनाती की जानी चाहिए, ताकि मरीजों को सभी प्रकार की सुविधाएं सुलभ हो सके।

जिला अस्पतालों से रैफर नहीं होंगे मरीज

सम्मान समारोह से पूर्व विभिन्न जनपदों से आये मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ बैठक कर जिला एवं उप जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिला एवं उप जिला अस्पतालों को रैफर सेंटर नहीं बनाया जायेगा बल्कि अस्पताल आने वाले 90 फीसदी मरीजों का उपचार वहीं पर करना होगा। इसके लिए उन्होंने जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्साधिकारियों को तीन दिन में रिपोर्ट तैयार कर महानिदेशालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

विभागीय मंत्री ने कहा कि जिला अस्पतालों में रिक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों को भरने के लिए महानिदेशालय प्रक्रिया शुरू करेगा। जबकि स्टॉफ नर्स, विभिन्न टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय व सफाई कर्मी के पदों को आउटसोर्स के माध्यम से जनपद स्तर पर भरा जायेगा। उन्होंने कहा कि सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहत्तर बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य किया जायेगा।

जय बदरी विशाल और हर हर महादेव के जयघोष के साथ चारधाम यात्रा के लिए रवाना हुए श्रद्धालु

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ऋषिकेश, चारधाम यात्रा का जय बदरी विशाल, हर-हर महादेव व जय मां गंगे के जयघोष के साथ को सोमवार को श्रीगणेश हो गया है। प्रवेश द्वार तीर्थनगरी ॠषिकेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु विभिन्न बसों के माध्यम से चारधाम यात्रा के लिए रवाना हुए। कोरोना महामारी के चलते दो वर्ष बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में अपार उत्साह है। सोमवार को परिवहन व्यवसायियों की ओर से आयोजित चारधाम यात्रा महोत्सव के तहत बस टर्मिनल कंपाउंड से चारधाम यात्रा के लिए बसों को रवाना किया गया। मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, पालिकाध्यक्ष अनीता ममगाईं व महामंडलेश्वर डा. स्वामी रामेश्वर दास महाराज ने बसों को हरी झंडी दिखाकर विधिवत रूप से चारधाम यात्रा का शुभारंभ किया।

इससे पूर्व कार्यक्रम में तीर्थ यात्रियों तथा परिवहन व्यवसायियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने चारधाम यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सबसे अहम यात्रा है। कोरोना महामारी के दुखद दौर के बाद चारधाम यात्रा आरंभ होना और यात्रा के प्रति तीर्थ यात्रियों का अपार उत्साह सुखद है। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सरकार ने समुचित व्यवस्थाएं की हैं।
उन्होंने यात्रियों से तीर्थस्थलों की मर्यादा व गरिमा को बनाए रखने की अपील की। महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि वर्षों से हम अतिथि देवो भाव: की परंपरा के साथ तीर्थ यात्रियों का स्वागत करते आएं हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान कर सकें। कहा कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते दो वर्षों तक चारधाम यात्रा ठप रही, जिसका बड़ा असर उत्तराखंड के परिवहन व्यवयायियों पर पड़ा।

मगर, अब चारधाम यात्रा के शुरू होने से इस व्यवसाय से जुड़े हजारों चेहरों पर खुशी देखने को मिली है। उन्होंने तीर्थ यात्रियों तथा चालक-परिचालकों से तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की अपील की। इस अवसर पर हंस फाउंडेशन की ओर तीर्थ यात्रियों को छड़ी तथा चालक-परिचालकों को कंबल, जैकेट, छाता, सैनिटाइजर व मास्क प्रदान किए गए।

परिवहन व्यवसायी सुधीर राय ने बताया कि हंस फाउंडेशन के संस्थापक मंगला माता व भोले महाराज की ओर से सभी वाहन चालकों व परिवचालकों के साथ यात्रियों के लिए यह सामग्री पूरे यात्रा काल में प्रदान की जाएगी।

प्राचीन श्री हनुमान मंदिर के महंत महामंडलेश्वर डा. स्वामी रामेश्वर दास महाराज की अध्यक्षता तथा सुधीर राय के संचालन में चले कार्यक्रम में महंत रवि प्रपन्नाचार्य, सुनील भगत, मनोज शर्मा, पार्षद राकेश मियां, राजेंद्र बिष्ट, मनीष शर्मा, चेतन चौहान, विपिन पंत, सरोज डिमरी, मदनमोहन शर्मा, पं. हरिकृष्ण उनियाल, नवीन रमोला, मदन कोठारी, राकेश सेमवाल, आशुतोष तिवारी आदि मौजूद रहे।

पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद तीरथ सिंह रावत हुए ‘न्यूज़ मेकर अचीवर सम्मान’ से सम्मानित

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देहरादून, मुंबई में आयोजित ‘न्यूज़ मेकर अचीवर अवार्ड’ में देश की कई नामचीन हस्तियों को सम्मानित किया गया, वहीं बेस्ट वर्किंग पॉलिटिशन का सम्मान तीरथ सिंह रावत को मिला व तीरथ सिंह रावत जी के हाथ से कई लोगों को सम्मानित भी किया गया।
पिछले 14 वर्षों से मुंबई में न्यूज़ मेकर अचीवर्स अवार्ड लगातार एक अलग स्तर के लोगों को सम्मानित करता रहा है देश की शायद ही ऐसी कोई हस्ती हो जो न्यूज़ मेकर अचीवर्स अवार्ड के बारे में न जानती हो यह वह मंच है जहां बाला साहब ठाकरे ने अपने जीवन में पहली बार अवार्ड लिया था देश की बड़ी हस्तियों से लेकर देश के अनसंग हीरो तक इस कार्यक्रम का हिस्सा बनते हैं। इस कार्यक्रम में बेस्ट वर्किंग पॉलिटीशियन के सम्मान से तीरथ सिंह रावत को नवाजा गया। तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड राज्य बनने के बाद वहां के पहले शिक्षा मंत्री रहे फिर भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी में कई पदों पर रहे और 2019 लोकसभा चुनाव में भरी मतों से जीतकर संसद भी पहुंचे कुछ समय पहले उन्हें उत्तराखंड का मुख्यमंत्री भी बनाया गया और मुख्यमंत्री रहते तीरथ सिंह रावत ने कई ऐसी नीतियां बनाई और ऐसी नीतियां शुरू की जिससे भाजपा की छवि साफ हुई और उन्होंने उत्तराखंड के लोगों भरोसा दिलाया की उत्तराखंड का विकास उनकी प्रार्थमिकता है। कोविड काल के दौरान भी उन्होंने अपने पूरे लोकसभा क्षेत्र का लगातार भ्रमण किया हर घर तक पहुंचे तीरथ सिंह की छवि उत्तराखंड के लोगों के सामने परिवार के सदस्य जैसी है लोग उन्हें फिर से प्रदेश का मुख्यमंत्री देखना चाहते है हाल के विधानसभा चुनाव में भी उनके लोकसभा क्षेत्र में उनकी पार्टी को 14 में से 13 सीटों पर विजय मिली। कार्यक्रम उनको सम्मानित करने पर उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा की वैदेही और विपिन गौड़ जिस तरह से पत्रकारिता में अपनी निष्पक्ष छवि के लिए जाने जाते है इसे ही देश में पत्रकारों का चेहरा होना चाहिए मीडिया के अधूरे सच का में भी शिकार हुआ हूं खेर जनता ही जनार्दन है और हम राजनीति और रणनीति दोनों तैयार करते है जिससे जनता के हित में कार्य कर सकें और जनता के हित में कार्य नहीं किया तो जनता हमें फिर दुबारा मौका नहीं देगी हर दिन की शुरुवात जनता की परेशानियों को सुन के होती है और रात उनके निवारण से होती है।

बाबा चले केदार – ऊखीमठ मे आस्था का उमड़ा सैलाब बाबा की पंचमुखी चल विग्रह उत्तसव डोली भक्तो के जयकारे के बीच केदारनाथ धाम को रवाना

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(देवेन्द्र चमोली)
बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली आज शीत कालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिये रवाना हुई। इस बीच ओकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में आस्था का शैलाब देखने को मिला। डोली पॉच मई शांय को केदारनाथ धाम पहुंचैगी व छः मई ब्रह्ममुहूर्त में बाबा के कपाट श्रद्धालुओं के लिये खोल दिये जायेंगें।
आज सुबह से ही ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में देश विदेश सहित स्थानीय भक्तों का जमवाड़ा लगना शुरू हो गया था। परम्परागत पूजा अर्चना के बाद बाबा की पंचमुखी डोली प्रातः 9.30 केदार के लिये रवाना हुई हजारों की संख्या में भक्तों के जयकारे के बीच केदारघाटी का माहोल भक्तिमय हो गया। आज डोली का प्रथम विश्राम विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में होगा।
बता दें कि विगत वर्षों कोरोना संक्रमण की पाबदियों कै चलते सिमित लोगों की उपस्थिति में डोली का धाम को प्रस्थान केवल परम्पराओं के निर्वहन मात्र तक सिमित रहा, ।

शराब के नशे की हालत में महिला अधिकारी ने किया हाई वोल्टेज ड्रामा, देखें वीडियो

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बहराइच,। असिस्टेंट लेबर कमिश्नर का एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कमिश्नर नशे में दिख रही हैं। इसके अलावा पुलिस कर्मियों पर अपने पद का रौब झाड़ते हुए अभद्रता भी कर रही हैं। इस मामले में एसपी को भी रिपोर्ट भेजी गई है। हालांकि, यह वीडियो 27 अप्रैल का बताया जा रहा है।

जरवलरोड थाना क्षेत्र के घाघराघाट पुल के पास वीडियो में दिख रही महिला गोंडा जिले में असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के पद पर तैनात हैं। इनका नाम रचना केसरवानी बताया जा रहा है। जरवलरोड थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया कि वे लखनऊ से अपनी गाड़ी से गोंडा के लिए आ रही थीं। नशे में होने के कारण उनकी कार बहराइच की ओर मुड़ गई। इससे कार डिवाइडर से टकरा गई। घटना की सूचना पर महिला पुलिस कर्मियों को भेजा गया। नशे में होने के कारण वह पुलिस कर्मियों से उलझ गईं। घटना की जानकारी उनके पति को दी गई। सूचना पर पहुंचे उनके पति को महिला अधिकारी का मेडिकल कराने के बाद सुपुर्द कर दिया गया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक केशव चौधरी को एसओ ने रिपोर्ट भेजी है।
दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर वायरल वीडियो में दिख रही महिला गोंडा जिले में असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के पद पर तैनात हैं। इनका नाम रचना केसरवानी बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, वह लखनऊ से अपनी गाड़ी से गोंडा के लिए आ रही थी। नशे में होने के कारण व बहराइच की ओर मुड़ गई। जिससे उनकी गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई। घटना की सूचना पर महिला पुलिस कर्मियों को भेजा गया। नशे में होने के कारण वह पुलिस कर्मियों से ही उलझ गईं। घटना की जानकारी उनके पति को दी गई।

 

 

अगले पांच दिनों तक देश के इन हिस्सों में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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नई दिल्ली, एजेंसियां। देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में चिलचिलाती धूप से लोग परेशान हैं। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में लोग भीषण गर्मी और लू से झुलस रहे हैं।

वहीं, आज कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के कई हिस्सों में तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई है। इस बीच, मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि अगले 5 दिनों के दौरान केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गरज और बिजली चमकने के साथ बारिश होने की संभावना है।

इसके साथ ही मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल-सिक्किम में अलग-अलग भारी वर्षा की संभावना जताई है। 02 से 04 मई के दौरान असम, मेघालय और 03 और 04 मई को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा के कई जिलों में बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है।

पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हुई बारिश

शनिवार को कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। जिसके बाद तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।

दिल्ली में लोगों को झुलसा रही गर्मी

वहीं, रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री अधिक है। आइएमडी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है। जबकि सापेक्षिक आर्द्रता 61 फीसदी दर्ज की गई।

दिल्ली के अलग-अलग स्थानों में गरज के साथ बोछारें पड़ने की संभावना

आइएमडी के बुलेटिन में कहा गया है कि अगले तीन दिनों तक दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में हीटवेव (लू) की स्थिति जारी रहने की उम्मीद है। जबकि हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर धूल भरी आंधी या गरज के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है।

 

दिल्ली में पिछले 72 सालों में सबसे गर्म रहा अप्रैल का महीना

मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली ने पिछले 72 सालों में अपना दूसरा सबसे गर्म अप्रैल दर्ज किया है, जिसमें मासिक औसत अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस था। अप्रैल में शहर का सामान्य मासिक औसत तापमान 36.30 डिग्री सेल्सियस रहता है।

उत्तराखंड में पशुपालन को बढ़ावा देना बेहद जरूरी : मंत्री सौरभ बहुगुणा

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देहरादून, उत्तराखंड जैसे जटिल भौगोलिक परिस्थिति वाले प्रदेश में पशुपालन भी स्वरोजगार का बेहतर माध्यम बन सकता है। किसानों को खेती के साथ पशुपालन से जुड़कर अपनी आय दोगुनी करनी चाहिए। सरकार की ओर से इस दिशा में गंभीरता से कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार विभिन्न रोजगारपरक योजनाएं संचालित कर रही है। यह बातें पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने एक कार्यक्रम में कहीं।
विश्व पशुचिकित्सा दिवस पर राजपुर रोड स्थित एक होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें वर्चुअल माध्यम से जुड़े पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। मवेशियों की उत्तम नस्ल और उनके व्यावसायिक उपयोग से आर्थिकी को सुदृढ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं को रोजगारपरक बनाया जाएगा।

इस दौरान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि पशुपालन की राज्य के विकास में अहम भूमिका है। वन क्षेत्रों को भी चिह्नित कर चारागाह का क्षेत्र उपलब्ध कराया जा सकता है। वन विभाग को पांच साल में आम जनता का विभाग बनाया जाएगा। पशुपालन विभाग से भी 15 से ज्यादा डाक्टर-विशेषज्ञों को वन विभाग में प्रतिनियुक्ति पर लेने पर विचार किया जा रहा है। राज्य पशुचिकित्सा सेवा संघ और राज्य पशु चिकित्सा परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पशुपालन समेत पशुचिकित्सा पर भी विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किए।

 

सहस्रधारा रोड के पेड़ों को बचाने की मुहिम हुई तेज, सिटीजन फार ग्रीन दून के आह्वान पर हुइ प्रदर्शन

जागरण - News

देहरादून, जिले में सहस्रधारा रोड के चौड़ीकरण कार्य की जद में आ रहे पेड़ों को बचाने की मुहिम अब तेज हो गई है। रविवार को पर्यावरण बचाओ अभियान के तहत सिटीजन फार ग्रीन दून के आह्वान पर खलंगा स्मारक के पास दून की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से अपील की कि विकास कार्यो के नाम पर पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाया जाए।

वक्ताओं ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में पर्यावरण को हुए नुकसान के मूल्याकन व इसकी भरपाई की निगरानी को कमेटी बनाई गई है। जिसमें नियुक्त हेस्को के संस्थापक पद्मभूषण डा. अनिल जोशी दून में प्रस्तावित एक्सप्रेस रोड के निर्माण में संभावित पर्यावरण क्षति को रोकने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएंगे। कहा कि दून में भीषण गर्मी का मूल कारण तेजी से फैलते कंक्रीट के जंगल हैं। जनसंख्या के दबाव और बढ़ते वाहनों की संख्या के कारण शहर की भीतरी सड़कों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। यातायात जाम का कारण सड़कों की बोटल नेक को न खोला जाना और चौराहों का चौड़ीकरण न होना है। इसके अलावा सड़कों पर अतिक्रमण भी जाम का कारण बनता है। शहर में एलिवेटेड रोड बनाकर यातायात जाम से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मानसून में अधिकारियों को बड़े स्तर पर पौधारोपण की योजना बनानी चाहिए। इस दौरान सिटीजन फार ग्रीन दून के हिमाशु अरोड़ा, संयुक्त नागरिक संगठन के ब्रिगेडियर केजी बहल, गवर्नमेंट पेंशनर संगठन से चौधरी ओमवीर सिंह, नेशनल एसोसिएशन फार पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स से आरिफ खान, द अर्थ एंड क्लाइमेट इनिशिएटिव की आचल शर्मा, छोटी सी दुनिया के विजय राज, उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत, निर्मला बिष्ट, समानता मंच से जेपी कुकरेती आदि उपस्थित रहे।

 

महाराज ने किया “अतिथि देवो भवः” की भावना से तीर्थयात्रियों के स्वागत का आह्ववाहनमहाराज ने यात्रा के दौरान सभी विभागों को चौकन्ना रहने के दिये निर्देश,  अधिकारी, कर्मचारी "अतिथि देवो भवः" की भावना से करें काम -  Devbhoomisamvad.com

देहरादून, विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आस्था की प्रतीक चारधाम यात्रा 2022 प्रारंभ होने जा रही है। सरकार ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रा के कुशल संचालन के लिए सभी विभागों को चौकन्ना रहने के आदेश दिये गये हैं।

उक्त बात प्रदेश के पर्यटन धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कही है। उन्होने कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई प्रात: 6.25 और श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई रविवार को 6 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे। जबकि श्री गंगोत्री धाम के कपाट 3 मई को पूर्वाह्न 11.15 बजे और श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भी 3 मई को ही अपराह्न 12.15 बजे खुलेंगे। पवित्र गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब जी एवं लोकपाल तीर्थ के कपाट रविवार 22 मई को खुलेंगे। महाराज ने कहा कि भगवान श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से 2 मई प्रात: 9 बजे केदारनाथ धाम प्रस्थान करेगी। प्रथम पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में प्रवास के बाद 3 मई को गुप्तकाशी से 8 बजे प्रात: फाटा पहुँचेगी। 4 मई को फाटा से प्रात: 8 बजे श्री गौरामाई मंदिर गौरीकुंड, 5 मई को गौरीकुंड से प्रात: 6 बजे भगवान की पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि श्री बदरीविशाल की देवडोली 6 मई को प्रात:9 बजे श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सहित तेल कलश गाडू घड़ा के साथ श्री बदरीनाथ धाम के रावल जी, मंदिर समिति के आचार्य एवं डिमरी पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ योगध्यान बदरी पहुंचकर वहीं प्रवास करेगी।

उन्होने कहा कि 7 मई को भगवान बदरी विशाल की डोली योग बदरी पांडुकेश्वर से प्रातः आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल जी सहित देवताओं के खजांची श्री कुबेर जी एवं भगवान के सखा उद्धव जी, तेल कलश गाडू घड़ा पांडुकेश्वर से प्रात: 9 बजे श्री बदरीनाथ धाम को प्रस्थान करेगी।

पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा देवभूमि के सम्मान और अस्मिता से जुड़ी है। यात्रा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यात्रा को सफल बनाने का प्रयास हम सब को मिलकर करना है। इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालू इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं।

उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी “अतिथि देवो भवः” की भावना के साथ तत्परता से कार्य करें। अपने सेवा भाव से सभी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक यात्री को हर संभव सहायता प्राप्त हो।

महाराज ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों से अनुरोध किया कि वह यात्रा के दौरान कोविड नियमों का पालन करते हुए मास्क एवं सेनिटाइजेशन का उपयोग अवश्य करें। सरकार सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा करवाने के लिए संकल्पबद्ध है।

 

मुनस्यारी क्षेत्र में अवैध संचालित पुल हाउस ( स्कोनर ) सेंटर को बंद करने की जिप सदस्य ने उठाई मांगJagat Mantolia becomes BJPs district media in-charge - जगत मर्तोलिया बने  भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी

मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर मुनस्यारी क्षेत्र में अवैध संचालित पुल हाउस ( स्कोनर ) सेंटर को बंद किए जाने की मांग उठाई ।उन्होंने कहा कि इन सेंटरों में खुलेआम जुआ खेला जाता है और नशे की प्रवृत्ति को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। जो यहां के युवाओं के लिए अभिशाप बनता जा रहे है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने पुलिस अधीक्षक के सम्मुख इस मांग को जोरदार ढंग से उठाया है कि उनके जिला पंचायत वार्ड में खुले सेन्टर खेल की जगह नशा तथा जुआ का केंद्र बन गया है।
इन सेंटरों में नाबालिक बच्चों का जमावड़ा रहता है। समय से इन सेंटरों को बंद नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ी नशा तथा जुए के आगोश में जकड़ कर रह जाएगी, जो समाज के लिए भविष्य में नुकसानदायक होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक द्वारा इस विषय पर क्या कार्रवाई की जाती है इस पर भी एक सप्ताह तक इंतजार किया जाएगा। उसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा महिला एवं युवा संगठनों की बैठक की जाएगी। बैठक के पश्चात उनके संचालन में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इनको किसी भी कीमत में हुए अपने क्षेत्र में खेल की आड़ में इस तरह के नशे तथा जुआ का कारखाना नहीं चाहते है। इसके लिए पुलिस प्रशासन को समय दे दिया गया है।अब देखना है कि पुलिस प्रशासन क्षेत्र की जनता की मांग पर क्या कदम उठाती है।

 

ट्रैफिक सुधार को वालंटियर चौक-चौराहों पर आयेंगे नजर, आमजन को भी करेंगे जागरूकयुवा संभालेंगे चौराहों पर ट्रैफिक : कोई बनाएगा शॉर्ट फिल्म तो कोई लिखेगा  ब्लॉग, पढ़िए इस अनोखे तरीके के पीछे क्या है वजह?

हरिद्वार,उत्तराखण्ड़ के बड़े शहर यॎतायात की समस्या से जूझ रहे हैं, इसी को लेकर हरिद्वार जनपद में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए आज से ट्रैफिक वालंटियर चौक-चौराहों पर नजर आएंगे। कोई वालंटियर्स ब्लॉग लिखेगा तो कोई शॉर्ट फिल्म बनाएगा। इसके लिए कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा। इस योजना में 18 साल से अधिक के युवकों को जोड़ा जाएगा। यह यातायात संचालन के साथ आमजन को जागरूक करने का काम करेंगे। हरिद्वार में पहले चरण में 76 लोगों ने इस योजना के तहत आवेदन किया है।

प्रदेशभर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए ट्रैफिक वालंटियर्स यानी यातायात स्वयंसेवी बनाए जाने की पिछले दिनों योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत ट्रैफिक वालंटियर्स सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद, नो पार्किंग में खड़े वाहनों का उत्तराखंड ट्रैफिक आई एप की मदद से फोटो व वीडियो अपलोड कर चालान, अपने नजदीकी क्षेत्र के आसपास स्थित ट्रैफिक जंक्शन पर यातायात कर्मियों के साथ यातायात संचालित करेंगे,
वहीं अपने आसपास के कालेजों, पार्कों, उच्च शिक्षण संस्थान, स्टेडियम, माल, टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, अस्पताल, रेलवे स्टेशन और सरकारी व निजी कार्यालयों में यातायात जागरूकता का प्रचार-प्रसार करेंगे। जिसके तहत हरिद्वार जिले में आज से इस योजना का शुभारंभ किया जा रहा है। इसके लिए अभी तक 76 लोगों ने अपना पंजीकरण बेबसाइट पर कराया है। चारधाम यात्रा से पहले यह पहल शहर के ट्रैफिक को कंट्रोल करने में काफी मदद करेगी।

इस वेबसाइट पर करेंगे आवेदन
एसपी ट्रैफिक मनोज कात्याल ने बताया कि वालंटियर बनने के लिए युवकों को यातायात निदेशालय की वेबसाइट uttarakhandtraffic.com पर जाना होगा। यहां उपलब्ध फार्म को भरने के बाद जमा करना होगा। इस फार्म को अभ्यर्थी ऑनलाइन या यातायात निदेशालय आकर जमा कर सकते हैं।

वालंटियर बनने के लिये इस तरह करें आवेदन :
आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
आवेदक में शारीरिक एवं मानसिक रूप से ट्रैफिक संचालन की क्षमता होनी चाहिए।
यातायात संबंधी सारे नियमों का पालन करने वाला होना चाहिए।
कोई भी पुलिस कार्रवाई या एफआईआर रजिस्टर्ड नहीं होनी चाहिए।
वालंटियर स्कीम के तहत जो निर्देश दिए जाएंगे, उसका पालन करना होगा।