नैनीताल, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूरा देश तैयारी में लगा है, इन सब के बीच योग दिवस पर पीएम मोदी के साथ पहाड़ की एक बेटी योग करेगी, यह बेटी 11साल की दीपा है, नैनीताल के महाधिवक्ता कार्यालय में माली के पद पर कार्यरत किशन गिरि की बेटी दीपा गिरि का चयन अंडर-14 राष्ट्रीय योग ओलंपियाड के लिए हुआ है। योग दिवस पर 21 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में योग कार्यक्रम होगा।11 साल की दीपा गिरि अपने प्रशिक्षक कंचन रावत के साथ दिल्ली रवाना हो गई हैं।
तल्लीताल के कृष्णापुर क्षेत्र निवासी दीपा अटल उत्कृष्ट राजकीय बालिका इंटर कालेज में छठी कक्षा की छात्रा हैं। उन्होंने बताया कि वह नौ साल की उम्र से योग कर रही हैं। भविष्य में योग के क्षेत्र में ही करियर बनाना चाहती हैं। दीपा ने जीजीआईसी धौलाखेड़ा हल्द्वानी में एनसीईआरटी की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय योग ओलंपियाड में हिस्सा लिया और अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से राष्ट्रीय योग ओलंपियाड में जगह बनाई।
दीपा की मां कमला गृहणी है और बेटी को प्रधानमंत्री मोदी के साथ योग करते देखने को उत्साहित है, अटल उत्कृष्ट जीजीआईसी की प्रधानाचार्य सावित्री दुग्ताल दीपा की इस उपलब्लि पर खुश है ।
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस : माली की बेटी दीपा पीएम मोदी के साथ करेगी योग
मुख्यमंत्री ने किया ‘‘द लीजेण्ड ऑफ कोश्यारी भगत दा‘‘ पुस्तक का विमोचन
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित पुस्तक द लीजेण्ड ऑफ कोश्यारी भगत दा का विमोचन किया। उन्होंने पुस्तक के लेखक एवं प्रकाशकों को श्री भगत सिंह कोश्यारी के जन्म दिन के अवसर पर पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित करने के लिये आभार भी व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने श्री भगत सिंह कोश्यारी को जन्म दिवस की शुभकामनाये देते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व का हर पहलू प्रेरणादायी है। वे सहजता की प्रतिमूर्ति है वे व्यक्ति के साथ मिशन है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी वास्तव में भारतीय राजनीति के पुरोधा, जन नेता, कुशल प्रशासक एवं विचारक है। वे राष्ट्रीय स्वाभिमान एवं गौरव के भी प्रतीक है। अपने जीवन की शुरूआत में ही उन्होंने एक राजनेता के साथ ही कुशल शिक्षक के रूप में समाज को दिशा देने का कार्य किया। ऐसे विद्धान एवं सरल स्वभाव के व्यक्तित्व का देश के प्रमुख राज्य महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में उपस्थिति हम सबको गौरवान्वित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें श्री भगत सिंह कोश्यारी के सानिध्य में रहकर सामाजिक व राजनैतिक क्षेत्र में कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। श्री कोश्यारी ने सामान्य परिवेश में रहकर शिखर छूने का कार्य किया है तथा अपने पुरूषार्थ से महानता प्राप्त की है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में 30 वर्षों से लम्बित टिहरी डैम को उसके पूर्ण स्वरूप में लाने का श्रेय भी कोश्यारी को है। प्रदेश में ऊर्जा मंत्री रहते उन्होंने इसके लिये राजनैतिक नफा नुकसान की चिंता न करते हुए बांध बनाने में अपना योगदान दिया। श्री कोश्यारी सभी नीतिगत विषयों के जानकार, दृढ़ निश्चय वाले व्यक्ति् रहे हैं। उन्होंने सीख दी कि पूरे प्रदेश को समझने, जन समस्याओं की जानने का प्रयास करो, वक्त आने पर व्यक्ति के अच्छे कार्यों को पहचान मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबको साथ लेकर चलना, छोटे-बड़े का भेदभाव न कर सभी को आगे बढ़ाने में मदद करने की भी सीख हमें श्री कोश्यारी से मिली है। उनका जीवन हम सबके लिये निश्चित रूप में अनुकरणीय एवं प्रेरणादायी है।
इस अवसर पर राज्य सभा सांसद श्री नरेश बंसल ने पुस्तक को प्रेरणादायी बताते हुए श्री कोश्यारी को बड़े दिल वाला जन नेता बताया। वे चौपाल में रहें या राजभवन में उनकी दिनचर्या साधारण ही रहती है। उन्होंने कहा कि उन्हें भी श्री कोश्यारी की छत्र छाया में आगे बढ़ने का मौका मिला है।
पुस्तक के लेखक बी0एस0जोगदण्डे तथा संकल्पना सहयोगी रविमोहन अग्रवाल ने पुस्तक के विषय वस्तु की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन श्री देवेन्द्र भसीन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती सविता कपूर, श्रीमती सरिता आर्य, श्री सुरेश गडिया, श्री मोहन सिंह बिष्ट, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, विशेष प्रमुख सचिव श्री अभिनव कुमार के साथ ही प्रदेश एवं महाराष्ट्र से आये गणमान्य लोग उपस्थित थे।
बड़ी खबर : चारधाम यात्रा में टूट रहे रिकार्ड, अब तक 21 लाख से अधिक यात्री पहुँचे चारधाम
रुद्रप्रयाग, चारधाम यात्रा में इस वर्ष श्रद्धालु बड़ी संख्या पहुँच रहे हैं, भीड़ को देख कर लगता हैं कि इस वर्ष केदारनाथ में रिकार्ड तोड़ यात्री भोले बाबा के दर्शनों को आतुर हैं। यात्रा के 41 दिन में बाबा केदार के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा सात लाख के पार पहुंच चुका है।
इनमें करीब 72 हजार यात्री हवाई सेवा के माध्यम से पहुंचे हैं। केदारनाथ में यात्रियों की संख्या बढ़ने से जहां तीर्थाटन व पर्यटन को बढ़ावा मिला है, वहीं बदरी-केदार मंदिर समिति की आय में भी काफी बढ़ोत्तरी हो रही है।
पिछले माह 6 मई को करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र केदारनाथ मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए थे। कपाट खुलने के पहले दिन साढ़े 22 हजार से अधिक यात्रियों ने बाबा के दर्शन किए।
हालांकि, इसके बाद भी यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ, जिससे शासन-प्रशासन के सामने कई चुनौतियां खड़ी होने से यात्रियों के लिए खाने-पीने के साथ ही रहने की उचित व्यवस्था करना मुश्किल हो गया था,
वर्तमान में 15 से 20 हजार के बीच यात्री प्रतिदिन दर्शनों को पहुंच रहे हैं। यात्रा में इजाफा देखते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति व प्रशासन ने केदारनाथ में प्रतिदिन दर्शन का समय भी बढ़ाया है, जिससे अधिक से अधिक दर्शन कर वापस लौट सके।
इस वर्ष यात्रा की बात करें तो मई माह के 26 दिनों में कुल 4,35,203 एवं जून माह के 15 दिन में अब तक 2,69,926 यात्री भोले बाबा के दर्शनों को पहुंचे हैं। यात्रा के 41 दिन में अब तक कुल 7,05,129 यात्री भोले बाबा के दर्शन कर चुके हैं।
जिसमें 71,965 यात्री हवाई सेवा से केदारनाथ पहुंचे है। अभी यात्रा को लगभग साढ़े चार माह का समय शेष बचा है, ऐसे में इस वर्ष केदारनाथ में जिस तरह भक्तों संख्या में इजाफा हो रहा है उससे लगता है इस वर्ष नया रिकार्ड बनने की उम्मीद है। केदारनाथ यात्रा के इतिहास में अब तक वर्ष 2019 में पूरे सीजन में कुल 10,000,35 यात्रियों ने भोले बाबा के दर्शन किए थे।
चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ रही भीड़ :
शुक्रवार को मिले आंकड़ों के अनुसार उत्तराखंड चारधाम यात्रा में भक्तों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है | बद्री केदार मंदिर समिति की और से जारी आंकड़ों के अनुसार चारधाम में अब तक 21 लाख से भी अधिक यात्री पहुँच चुके है.
दर्शनार्थियों /तीर्थयात्रियों की संख्या
1-श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से 17 जून शाम तक 755158
•आज शाम चार बजे तक बदरीनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालु-9766
उत्तराखंड विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, विभागवार बजट ध्वनिमत से हुआ पास
देहरादून, उत्तराखंड विधानसभा का चार दिवसीय बजट सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। इस दौरान तमाम मुद्दों पर विपक्ष के के हंगामे के बीच सरकार ने विभागवार बजट चर्चा की और विभागवार बजट ध्वनिमत से पास कराया।
उत्तराखंड विधानसभा के चार दिवसीय बजट सत्र में सरकार ने विभागवार बजट पास किया जिसमें,जलापूर्ति आवास एवं नगर विकास विभाग का 2110 करोड़ 25 लाख 53 हजार रुपए का बजट पास
कृषि विभाग 206 करोड़ 19 लाख 93 हजार का बजट पास
परिवहन विभाग का 337 करोड 4 लाख 95 हजार का बजट पास
समाज कल्याण विभाग का 2022 करोड़ 65 लाख 78 हजार का बजट पास
पशुपालन विभाग का 531 करोड़ 66 लाख 61 हजार का बजट पास
श्रम एवं रोजगार विभाग का 605 करोड़ 31 लाख 88 हजार का बजट पास
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग का 534 करोड 32 लाख 54 हजार का बजट पास
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग का 2804 करोड़ 19 लाख 76 हजार का बजट पास
संसदीय कार्य विभाग का 94 करोड़ 28 लाख 63 हजार का बजट पास
पुलिस एवं जेल विभाग के लिए 2423 करोड़ 55 लाख 4 हजार का बजट पास
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लिए 3994 करोड़ 16 लाख 38 हजार का बजट पास
ग्रामीण विकास विभाग का 3699 करोड़ 13 लाख 37 हजार का बजट पास
लोक निर्माण विभाग का 2338 करोड़ 86 लाख 50 हजार का बजट पास
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत एम्स में 21 जून तक विभिन्न कार्यशालाओं का किया जा रहा आयोजन
ॠषिकेश, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम विधिवत शुरू हो गए हैं। जिसके तहत 21 जून तक विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इसी के साथ संस्थान में 75 अमृत योग महोत्सव मनाया जा रहा है। जिसके तहत विभिन्न वर्गों की योग कार्यशालाओं हुई।
इस वर्ष आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को संस्थान विशेषरूप से ( मानवता के लिए योग ) महोत्सव के रूप में मना रहा है। जिसके अंतर्गत आयुष विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वर्तिका सक्सैना की देखरेख में बीती 16 जून से संस्थान में विभिन्न योग विधाओं की कार्यशालाएं शुरू हो गई हैं, जो कि 21 जून 2022 तक चलेंगी। इसके तहत अलग अलग दिवस पर आसन, प्राणायाम एवं ध्यान योग आदि कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफेसर( डॉ) अरविंद राजवंशी ने योग से स्वास्थ्य एवं मानव जीवन पर पड़ने वाले वैज्ञानिक प्रभावों पर प्रकाश डाला।
शुक्रवार को आयोजित कार्यशाला में संस्थान के डीन एकेडेमिक्स प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि योग शरीर, मन और आत्मा के मिलन का माध्यम है। उन्होंने बताया कि योग 5000 वर्ष से चली आ रही प्राचीन पद्घति है, जो मनुष्य की रोग प्रतिरोधक शक्ति में सुधार करने में मदद करती है, साथ ही पैरासिम्पैथैटिक गतिविधि में सुधार करती है जिससे तनाव भी कम होता है। कार्यशाला में आयुष विभागाध्यक्ष (डीन रिसर्च ) प्रोफेसर वर्तिका सक्सैना ने बतौर विशेषज्ञ बताया कि हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के द्वारा शरीर, मन और प्राण की शुद्धि तथा परमात्मा की प्राप्ति के लिए आठ प्रकार के साधन बताए हैं, जिसे अष्टांग योग कहते हैं। उन्होंने बताया कि योग के आठ अंगों में यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, धारणा और समाधि हैं।
उन्होंने बताया कि बीते दो वर्षों में कोरोना महामारी के चलते भारत द्वारा विभिन्न देशों को उपहार के रूप में मानवता और स्वास्थ्य सेवा के लिए कोविड-19 टीकों को निर्यात किया गया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत आयुष विभाग एम्स ऋषिकेश द्वारा आयोजित योग कार्यशाला में चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल व जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा.मीनाक्षी धर ने भी शिरकत की। योग कार्यशाला में संस्थान के फैकल्टी सदस्यों, एमबीबीएस स्टूडेंट्स, संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों, नर्सिंग स्टाफ, सुरक्षाकर्मी व सफाई कर्मियों ने प्रतिभाग किया।
इस दौरान योग से जुड़े विभिन्न संस्थानों के योग विशेषज्ञों व योगाचार्यों की वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन भी किया गया।
जिसमें एस. व्यासा संस्थान, बैंगलुरू के डॉ. अपर साहू ने बताया कि योग हमें वसुधैव कुटुंबकम् के अर्थ में पूरी दुनिया से जोड़ता है।
मोरारजी देसाई संस्थान, नई दिल्ली डॉ. ईश्वर वासाबराडी ने योग के महत्व को समझाते हुए बताया कि प्रतिदिन नियमिततौर पर 30 से 45 मिनट का योगाभ्यास करने से मानसिक तनाव कम होता है। यह अभ्यास सिम्पैथैटिक और पैरासिम्पैथैटिक एक्टिविटी को भी संतुलित करता है। सीसीईआरवाईएन, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. राघवेंद्र राव ने योग में अनुसंधान की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कई शोध पत्रों का उल्लेख किया और बताया कि योग कई स्थितियों में जैसे- बच्चों में बढ़ते तनाव आदि में फायदेमंद साबित होता है। कार्यशाला के आयोजन में रिसर्च ऑफिसर डा. अमेटी, डा. वामा, योगा इंस्ट्रक्टर दीपचंद जोशी, पीएचडी योगा स्टूडेंट्स अनीता, विकास के अलावा संदीप भंडारी, किरन बर्तवाल, बीना, अमित भारद्वाज, अत्रेस, सीमा, राहुल, रंजना, अमन आदि ने सहयोग प्रदान किया।
तीर्थ नगरी में नशे के बढ़ते मामलों को लेकर पार्षदों ने मेयर को सौंपा ज्ञापन
ऋषिकेश, तीर्थ नगरी के युवा नशे की दलदल में फंसते जा रहे है।शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण वार्डो में भी गली में मौत का सामान तिल्ले के माल के रूप में सपलाई हो रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए निगम पार्षदों ने अपनी आवाज बुंलद की है। इससे पूर्व बोर्ड की बैठक में भी तीर्थ नगरी में नशे के कारोबार का मामला जोरशोर से गूंजा था बुधवार की दोपहर पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने महापौर अनिता ममगांई से मुलाकात कर देवभूमि ऋषिकेश में पुलिस की निष्क्रियता के चलते तेजी से पनप रहे नशे के कारोबार पर चिंता जताई। पार्षदों ने महापौर को बताया कि नगर की हद्वय स्थली त्रिवेणी घाट से लेकर शहर की तमाम मलिन बस्तियों और यहां तक की निगम के ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों की गलियों में भी नशे के सौदागर युवाओं को नशे की पुड़िया बना बनाकर सप्लाई कर रहे हैं। बड़े पैमाने पर नशे का गौरख धंधा चलने के बावजूद पुलिस प्रशासन निष्क्रिय नजर आ रहा है जोकि बेहद हेरत अंगेज है। नगर क्षेत्र में नशे के कारोबार के अपराधियों के खिलाफ पुलिस की निष्क्रियता पर गहरा रोष जताते हुए पार्षदों ने महापौर से मांग की । कि इस गंभीर समस्या पर महकमे के उच्च अधिकारियों को जानकारी देकर कारवाई सुनिश्चित कराएं ताकि तीर्थ नगरी के युवाओं को नशे के दलदल में फंसने से बचाया जा सके। प्रतिनिधिमंडल की बाते गौर से सुनने के प्रश्चात महापौर ने उन्हें आश्वस्त किया कि
पुलिस तंत्र को हाथ पर हाथ धरे बैठा रहने नही दिया जायेगा।। उन्होंने कहा ‘नशा एक सामाजिक समस्या है जिसे पुुलिस प्रशासन की सक्रियता और लोगों की भागीदारी के साथ ही रोका जा सकता है।
प्रतिनिधिमंडल में पार्षद प्रियंका यादव, सुजीत यादव, विजय बडोनी,मनीष बनवाल, लव कंबोज, विजय जुगरान, राजीव गुप्ता, रंजन अंथवाल आदि शामिल थे।
राज्य आंदोलनकारी एवं अधिवक्ता नत्थीलाल सेमवाल का अस्कमात निधन, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने अर्पित की श्रद्धांजली
देहरादून. उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी एवं अधिवक्ता नत्थीलाल सेमवाल जी के अस्कमात निधन पर गहरा दुख व्यक्त कर श्रद्धांजली अर्पित की।
ओमी उनियाल एव जगमोहन सिंह नेगी के साथ ही केशव उनियाल ने कहा कि नत्थीलाल जी पृथक उत्तराखण्ड राज्य के लिए हमेशा अग्रिण्य भूमिका में रहे अपनी वकालत छोड़कर धरने प्रदर्शन एवम चक्का जाम व बैठकों में बराबर शिरकत करते थे। वह उत्तराखण्ड क्रांति दल के वरिष्ठ पदाधिकारी भी रहे साथ ही उत्तराखण्ड संयुक्त संघर्ष समिति में भी महत्वपूर्ण भूमिका में रहे।
प्रदीप कुकरेती व रामलाल खंडूड़ी के साथ ही रामपाल ने कहा कि वह राज्य आंदोलन में जेल भी गए और गन्ना समिति के दौरान घायल भी हुए थे वह बहुत ही सादगी व कुशल व्यवहार के धनी व्यक्ति थे। वह हमेशा युवाओं को प्रेरणा देने का कार्य करते थे। राज्य आंदोलनकारी मंच उनके सपनों को अवश्य पूरा करने का कार्य करेगा।
आज श्रद्धांजली व्यक्त करने वालों में ओमी उनियाल , सुशीला बलूनी , जगमोहन सिंह नेगी , केशव उनियाल , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , वेदा कोठारी , सतेन्द्र भण्डारी , सुरेश नेगी , प्रभात डंडरियाल , राकेश नोटियाल , राजेश पांथरी , अम्बुज शर्मा , गौरव खंडूड़ी , वीरेन्द्र सकलानी , सुदेश विनोद असवाल , सुमित थापा , क्रांति कुकरेती , नवीन नैथानी आदि मौजूद रहे |
पेड़ों को बचाने व पर्यायवरण संरक्षण को लेकर चिंतित व क्रियाशील सामाजिक संगठनों ने की बैठक आयोजित
देहरादून, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रेफॉर्म्स की पहल पर नेमी रोड में आयोजित बैठक में पर्यावरण संरक्षण विषय पर आयोजित गोष्ठी मे ग्लोबल वॉर्मिंग के स्थानीय प्रभाव, बुग्यालों पर हो रहे मानवीय अतिक्रमण, कटते वनों, हजारों गाँव मे पानी के स्रोत सूखने, वन प्रजातियों की विलुप्तता आदि विषयो पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया गया, इस अवसर यह बात उठकर आई कि आज जहाँ सामाजिक संस्थाएं पेड़ों को बचाने व पर्यायवरण संरक्षण को लेकर चिंतित व क्रियाशील हैँ, वहीं सरकार इन मामलों पर उपेक्षित भाव रख रही है।
बैठक मे सरकार के बजट में पर्यावरण की उपेक्षा पर भी रोष व्यक्त कर सरकार से संवाद करने का निर्णय लिया गया। बैठक में ब्रि.केजी बहल, एडीआर के प्रदेश समन्वयक मनोज ध्यानी, मैती आंदोलन के संस्थापक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी, हिमालय बचाओ आंदोलन के जगदीश बावला, देवभूमि भैरव सेना के अध्यक्ष संदीप खत्री,गवर्नमेंट पेंशनर संगठन के चौ. ओमवीर सिंह,स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी नारायन संगठन के मुकेश नारायण शर्मा, क्षत्रिय चेतना मंच के रवि सिंह नेगी आदि शामिल थे।
‘सेना में जाते हैं अनुशासित लोग’, अनिल विज बोले- तोड़फोड़ करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा
गुरुग्राम, सेना की नई भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर हरियाणा में शुक्रवार को दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। आपको बता दें कि अग्निपथ योजना से नाराज युवाओं ने सड़कों पर पहिए जलाए तो कुछ युवा नरवाना में रेल पटरियों पर बैठ गए और जींद-बठिंडा रेल मार्ग को अवरुद्ध किया। इसी बीच हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ करने वाले सेना में जाने वाले नहीं हो सकते हैं, वहां पर तो अनुशासित लोग जाते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करना हर व्यक्ति का हक है, लेकिन तोड़फोड़ करने वाले, आगजनी करने वाले लोग सेना में जाने वाले नहीं हो सकते हैं, सेना में तो अनुशासित लोग जाते हैं। हमारे देश में कुछ ऐसे तत्व हैं जो हर समय ऐसे मौकों की तलाश में रहते हैं कि देश की शांति को भंग किया जा सके। इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तोड़फोड़ करने वाले व्यक्तियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उनकी सूची तैयार की जा रही है जो लोग आगजनी और तोड़फोड़ में शामिल हैं।
2 साल के अध्ययन के बाद आई अग्निपथ योजना
इसी बीच भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह ने बताया कि पूरे 2 साल के गहन अध्ययन के बाद भारतीय सेना इस तरह की योजना लेकर आई है जिसमें इन बातों का ध्यान रखा गया है कि किस तरह से भारत की सेना आधुनिक हो सके, किस तरह ज्यादा युवाओं को सेना में आने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि सेना में ट्रेनिंग के बाद जो युवा समाज में जाएंगे उन्हें कैसे बेहतर अवसर मिल सके, सेना के बजट का इस्तेमाल आधुनिकीकरण के लिए किया जा सके। मेरा नौजवानों से आग्रह है कि इसे समझें, इसमें सभी के लिए अवसर है।
गुरुग्राम जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी है, हालांकि अग्निपथ योजना को लेकर शुक्रवार को यहां पर कोई ताजा विरोध नहीं हुआ। उपायुक्त निशांत यादव ने कहा कि यह आदेश इसलिए जारी किया गया,क्योंकि दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहने की संभावना है और प्रशासन ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजारों, राष्ट्रीय राजमार्गों और बिजली ग्रिड सहित जिले के विभिन्न स्थानों पर गुस्साई भीड़ के जुटने की आशंका जताई है।
Holding protest demonstrations is a right in a democracy but resorting to arson and violence will not be tolerated. Those found involved in violence will not be spared: Haryana minister Anil Vij on 'Agnipath' protests pic.twitter.com/5RyafTODEK
— ANI (@ANI) June 17, 2022
सीएम धामी ने किया ‘नभ नेत्र’ का उद्धाटन, आपदा से होने वाले नुकसान की मिलेगी जानकारी
देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से ‘नभ नेत्र’ का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है, किसी भी आपदा की स्थिति में ड्रोन तकनीक पर आधारित यह मोबाइल ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन आपदा संबंधी डाटा जुटाने में कारगर साबित होगा। शुक्रवार को आयोजित एक सादे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नभनेत्र की सराहना की और साथ ही DARC की टीम को प्रमाणपत्र भी दिए।
आईटीडीए निदेशक अमित सिन्हा ने बताया कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा आने या आपात स्थिति बनने के समय डेटा जुटाने, प्रोसेस करने और स्थिति पर निगरानी रखने जैसी चुनौतियां रहती हैं। अब इन तमाम मोर्चों के लिए ड्रोन तकनीक की मदद बड़े पैमाने पर ली जा सकेगी। इसके लिए ड्रोन एप्लिकेशन रिसर्च सेंटर ने मोबाइल ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन विकसित किया है जिसका उद्देश्य आपदा या आपातकालीन स्थिति के दौरान ड्रोन का उपयोग करने एवं ड्रोन के माध्यम से डेटा एकत्रित करने में किया जायेगा। इसके साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से आपदा पूर्व एवं आपदा के बाद की स्थिति का मानचित्र तैयार किया जाएगा। यह स्टेशन पूरी तरह एक वाहन पर स्थापित किया गया है। इस ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन को डेटा प्रोसेसिंग के लिए हाई स्पीड वर्कस्टेशन, बैंडविड्थ एग्रीगेशन और बिना नेटवर्क जोन वाले क्षेत्रों के लिए वी-सैट से युक्त किया गया है।
इस वाहन का उपयोग उत्तराखंड सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन और सभी संवेदनशील आपदा संभावित क्षेत्रों की 3डी मैपिंग के लिए किया जाएगा।
जुलाई के अंत तक सभी उपभोक्ताओं को मिलेंगे डिजिटल राशन कार्ड
देहरादून, उत्तराखंड सरकार ने राज्य के सभी उपभोक्ताओं को जुलाई माह तक डिजिटल राशन कार्ड देने का निर्णय लिया है, एक सवाल के जवाब में राज्य की खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि इस साल जुलाई के अंत तक सभी उपभोक्ताओं को डिजिटल राशन कार्ड दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि वर्तमान में डिजिटल राशन कार्ड के मुद्रण का कार्य चल रहा है. 30 मई तक सभी जिलों में 13.46 लाख कार्ड प्राप्त हुए, जिनमें से 12.58 लाख व्यक्तियों को इनका वितरण किया जा चुका है. आगामी जुलाई माह तक सभी पात्र व्यक्तियों को डिजिटल राशन कार्ड उपलब्ध करा दिए जाएंगे |
अग्निपथ योजना का विरोध : जिप सदस्य जगत मर्तोलिया ने किया खुला समर्थन
पिथौरागढ़, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने युवाओं द्वारा किए जा रहे अग्निपथ योजना का विरोध का खुला समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कृषि कानून की तरह मोदी सरकार को इस योजना को भी एक दिन आंदोलन के दम पर ही वापस लेना पड़ेगा।
जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि मोदी सरकार अमेरिका के निजीकरण परसस्त नीतियों का गुलाम बनकर इस देश को अमेरिका की फोटो कॉपी बनाने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि आज तक देश ने अमेरिका के सामने घुटने टेकने वाले पहले प्रधानमंत्री है।
मर्तोलिया ने कहा कि अमेरिकी नीतियों को बिना होमवर्क के लागू कर रही है। इससे चलते बेरोजगारी तथा आर्थिक शोषण में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि युवाओं का यह विरोध देश को एक नयी दिशा देगा। किसान आंदोलन के बाद यह युवाओं का आन्दोलन एक जिम्मेदार सरकार की परिकल्पना को साकार करने के सपने को आगे बढ़ायेगी।
मर्तोलिया ने कहा कि आंदोलन का नेतृत्व तिरंगा झंडा को समर्पित करके आगे बढ़ना होगा। मर्तोलिया ने आव्हान किया कि देश के सभी कार्मिक, किसान, मजदूर तथा महिला समाज को युवाओं के आंदोलन के समर्थन में इस आंदोलन की धार को तेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को निजीकरण परसस्त नीतियों से बचाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए।
बीएचईएल में मान्यता प्राप्त संगठनों को लेकर चुनाव 23 जून को
हरिद्वार (कुलभूषण) देश के महारत्नो में सम्मलित भारत हैवी इलैक्ट्रीकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) हरिद्वार प्लांट में कार्यरत कर्मचारी मैनेजमैन्ट में अपने प्रतिनिधि मण्डल को चुनने के लिए 23 मार्च को मतदान करेगें। जिसको लेकर बीएचईल हरिद्वार के विभिन्न श्रमिक संगठनों ने अपने अपने स्तर से तैयारीया शुरू कर दी है। तथा अपने अपने संगठन के पक्ष में मतदान कर उसे वरीयता क्रम में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर लाने के लिए दिन रात श्रमिक नेता बीएचईएल कर्मचारियों के बीच जाकर अपनी अपनी उपलब्धिया बता उनसे अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है।
विदित हो की जो भी संगठन कुल मतदान का सर्वोच्च प्रतिशत प्राप्त करता है उसके दो प्रतिनिधि बीएचईएल कार्पोरेट कार्यालय में कर्मचारी प्रतिनिधियों के रूप में दो प्रतिनिधि कर्मचारियो का प्रतिनिधित्व करते है। इसी प्रकार दूसरे व तीसरे स्थान पर आने वाले संगठनों से भी एक एक प्रतिनिधि कार्पोरेट कार्यालय में कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि के रूपमें भाग ले बीएचईल मैनेजमेन्ट के साथ बैठ कर कर्मचारीयो के हीतो में नीति बनने में प्रतिभाग करता है।
23 जून को होने वाले मतदान को लेकर बीएमकेपी के महामंत्री राजबीर चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि 23 जून को होने वाले संगठनांें के चुनाव को लेकर उनका संगठन तथा अन्य संगठन चुनावी समर में है तथा अपनी अपनी उपलब्धियो को लेकर कर्मचारियों के बीच जा रहे है। वर्तमान समय में उनका संगठन पिछले दो टर्म से नम्बर एक की स्थिति में रहकर कर्मचारीयो के हीतो के लिए संघर्ष करने का काम कर रहा है। उन्हे पूर्ण विश्वास है कि उनके संगठन द्वारा कर्मचारीयों की आवाज को कार्पोरेट स्तर पर उठाये जाने के चलते कर्मचारीयांे की समस्याओ का निस्तारण कराये जाने के प्रयासो को देखते हुए उन्हे पुनः कर्मचारियो का विश्वास हासिल होगा। जिसके चलते वह कमचारियो की लम्बित मांगो का निस्तारण कराने की दिशा में अग्रसर होगें।
राजबीर सिंह ने बताया की वर्तमान समय में बीएचईएल हरिद्वार में तीन मान्यता प्राप्त संगठनों के रूप में नम्बर एक पर बीएमकेपी दूसरे नम्बर पर एचएमएस तथा तीसरे नम्बर पर हैवी इलैक्ट्रीक वर्कस टैªड यूनियन है इनके अलावा अन्य संगठन भी है। बीएचईएल में मान्यता प्राप्त संगठन होने के लिए कुल मतदान का संगठन को दस प्रतिशत मत प्राप्त करना आवश्यक होता है।
उन्होने बताया कि उनका संगठन बीएमकेपी 2007 से मान्यता प्राप्त संगठन के रूपमें कर्मचारीयो की आवाज को उठाने का काम कर रहा है। तथा 2011 व 2016 के चुनावों में नम्बर वन पर रहा है। इस बार के चुनावी समर को लेकर उनका कहना है कि उनके संगठन का प्रयास होगा की लम्बे समय से लम्बित आश्रितो के मामले का निस्ताण किया जाये जिससे की आश्रितांे को नौकरी मिल सके। इसके साथ ही इनके परिजनों को कर्मचारी की सेवा निवृति की तिथि तक अन्य कर्मचारियो की भाति सभी सुविधाए प्राप्त हो। 2003 के बैंच के कर्मचारियो की वेतन विंसगति को जल्द दूर कराना कारखाने में लम्बे समय से आरजेएन के पद रिक्त चल रहे हैउन्हे भरे जाने की दिशा में प्रयास करना साथ ही कर्मचारियो के सभी परिजनों को मेडिकल सुविधा दिलावाया जाना वर्तमान में मेडिकल सुविधा दो बच्चो तक सीमित कर दी गयीहै जैसे मुददे प्रमुख है जिनका हल कराना संगठन की प्राथमिकता में शामिल है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि उन्होने संगठन स्तर पर कर्मचारियो की विभिन्न समस्याओ का निस्तारण पिछले समय में कराया है जिसका लाभ कर्मचारियो को वर्तमान में मिल रहा है।
वर्तमान सरकार को कर्मचारी विरोधी करार देते हुए उन्होने कहा कि वर्तमान की केन्द्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियो के चलते कर्मचारियो का दोहन व शोषण किया जा रहा है जिसके खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा उन्होने कहा कि किसी भी कीमत पर बीएचईएल का नीजीकरण नही होने दिया जायेगा।वर्तमान केन्द्र सरकार पब्लिक सेक्टर को सोची समझी रणनीति के तहत निजीकरण करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है जो उसकी कर्मचारी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होने कहा की 23 जून को होने वाले चुनावों में लगभग दो हजार तीन सौ कर्मचारी मतदान कर अपने प्रतिनिधि संगठन का चयन करेगें। जिसको लेकर सभी प्रमुख कर्मचारी संगठन कर्मचारीयों के बीच जाकर अपना अपना पक्ष रख रहे है 23 जून को ही देर शाम परिणामों की घोषणा कि जायेगी।
इन चुनावों पर विभिन्न राजनैतिक दलो के नेताओ की भी निगाहे लगी हुयी है। विदित हो की बीएचईएल कर्मचारीयो के संगठनों का प्रभाव रानीपुर विद्यान सभा सहित नगर पालिका शिवालिक नगर व हरिद्वान नगर निगम की राजनीति पर भी सीधे सीधे पडता है । जिसको लेकर नगर के विभिन्न राजनैतिक दल भी इन चुनावों में अपनी गहन रूची रखते है।
बद्रीनाथ धाम पहुंचे CM धामी, मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया
चमोली , मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को श्री बद्रीनाथ पहुॅचकर मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि निर्माण कार्यो को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। इस दौरान सीएम ने रिवरफ्रंट डेवलपमेंट, एराइवल प्लाजा, झीलों का सौन्दर्यीकरण, अस्पताल का विस्तारीकरण, लूप रोड व बीआरओ वाईपास निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण कार्यो की प्रगति पर संतुष्टि व्यक्त की। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मुख्यमंत्री को मास्टर प्लान के तहत प्रथम चरण में संचालित कार्यो की प्रगति से अवगत कराया।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चारों धामों में हर साल श्रद्वालुओं की संख्या बढ रही है। तीर्थयात्रियों की यात्रा सुगम हो, इसके लिए सरकार संकल्पबद्ध है। कहा कि प्रधानमंत्री जी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बद्रीनाथ धाम में भी तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ढांचागत विकास कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य किए जाएंगे। मास्टर प्लान के तहत स्ट्रीट स्कैपिंग, क्यू मैनेजमेंट, मंदिर एवं घाट सौंदर्यीकरण, तालाबों का सौंदर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग फैसिलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य चरणबद्ध ढंग से किए जाएंगे और बदरीनाथ मंदिर के चारों ओर श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम की तर्ज पर बद्रीनाथ धाम को भी विकसित करने हेतु मास्टर प्लान के तहत चरणबद्ध ढंग से बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। जिसमें पहले चरण का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बद्रीनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान श्री बद्रीनाथ की विशेष पूजा अर्चना करते हुए देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना भी की। बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, एडीएम आशीष त्रिपाठी, एसडीएम कुमकुम जोशी, सीओ धन सिंह तोमर, सीओ नताशा सिंह, सहकारी बैंक अध्यक्ष गजेंद्र रावत, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित मास्टर प्लान से संबधित जिला स्तरीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उत्तराखंड की फिनस्वीमिंग टीम के चयन का ट्रायल 19 जून को हरिद्वार में होगा
(नारायण सिंह रावत)
सितारगंज, उत्तराखंड फिनस्विमिंग टीम के चयन के लिए 19 जून को ट्रायल होगा।
द्वितीय राष्ट्रीय फिनस्विम प्रतियोगिता में भाग लेने वाली उत्तराखंड की टीम के सभी वर्गों के चयन के लिए 40 बटालियन पीएसी हरिद्वार के तरणताल में रविवार 19 जून को प्रातः सुबह नौ बजे से ट्रायल रखा गया है।
प्रतिभागी अपने साथ आधार कार्ड और स्विमिंग किट आवश्यक रूप से लाएं। यह जानकारी उत्तराखंड फिनस्विमिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल दीप महल द्वारा दी गईं।