Monday, June 16, 2025
Home Blog Page 937

संदिग्ध परिस्थितियों में जंगल में पेड़ से लटका मिला महिला का शव, मायके पक्ष ने लगाया हत्या का आरोप

0

(राजेन्द्र चौहान)

टिहरी गढ़वाल, घनसाली के तहसील बालगंगा के पट्टी केमर स्थित मयकोट गांव में एक महिला का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ पर फांसी लगाकर मौत का मामला सामने आया है। मामले में मृतका के मायके पक्ष ने उसके पति समेत अन्य लोगों पर हत्या के गंभीर आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं मृतका के मायके पक्ष का आरोप यह भी है कि मृतक महिला के ससुराल पक्ष द्वारा मृतक महिला का शव बिना मायके पक्ष की उपस्थिति में फांसी से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर मोर्चरी में रखने हेतु ले गए।
वहीं, फिलहाल महिला के मायके पक्ष इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक टिहरी के बालगंगा तहसील के मयकोट गांव के जंगल मे पैयापानी नामक तोक में एक महिला का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से फांसी लगाकर लटका मिला। मृतक महिला की पहचान रजनी देवी पत्नी हेमंत लाल (28 वर्ष), निवासी मयकोट के रूप में हुई है।
मायके पक्ष के अनुसार बताया जा रहा है कि मृतक महिला विगत 10 जुलाई से घर से गायब थी और कल सोमवार को महिला का शव गांव से कुछ ही दूर जंगल में पैयापानी नामक तोक में संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ पर फांसी लगाकर लटका मिला। जिसके बाद मृतक महिला के ससुराल पक्ष द्वारा राजस्व पुलिस को सूचना देकर उक्त शव को फांसी से निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर ले जाया गया। वही मायके पक्ष के द्वारा ससुराल पक्ष के लोगों पर मृतक महिला के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले की देर से सूचना देने का आरोप भी लगाया है। मायके पक्ष के लोगों का कहना है कि बिना उनकी उपस्थिति में महिला का शव उतार कर पोस्टमार्टम हेतु ले गए। वहीं मृतक महिला के दो बच्चे हैं जिनकी उम्र 7 वर्ष और 5 वर्ष है। मृतक महिला का मायका भटवाड़ा, पट्टी नैलचामी है। वही मृतक महिला के मायके पक्ष द्वारा उसके पति हेमंत लाल सहित अन्य लोगों पर आये दिन दहेज के लिए लड़ाई झगड़ा एवं जान से मारने की धमकी देकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया हैं।
उक्त मामला राज्य क्षेत्र से जुड़ा हुआ है फिलहाल मामले की जांच राजस्व विभाग की टीम कर रही है जिससे जांच के उपरांत ही मामले की सच्चाई का पता लग पाएगा। मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल बौराड़ी भेजा गया है।
वहीं मृतका के मायके पक्ष के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है उन्होंने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

पुलिस ने वृद्ध महिला की हत्या का किया खुलासा, हत्यारोपी को किया गिरफ्तार

0

देहरादून, थाना सेलाकुई पुलिस ने 2 दिन पूर्व हुई महिला की हत्या का खुलासा कर दिया है। मात्र ₹2000 के लिए बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई। इस संबंध में दिनांक 10-07-22 को समय लगभग 16ः00 बजे कंट्रोल रूम के माध्यम से थाना सेलाकुई को सूचना प्राप्त हुई कि सेलाकुई थापा गली मे एक कमरे मे एक वृद्द महिला चित अवस्था में पडी है।
सूचना पर थानाध्यक्ष सेलाकुई मय पुलिस फोर्स के मौके पर पहुंचे तो मौके पर एक वृद्द महिला श्रीमती शिमला देवी पत्नी रामस्वरूप उम्र 75 वर्ष मूल निवासी ग्राम रामपुर मनिहारान थाना रामपुर मनिहारान, जनपद सहारनपुर, उत्तर प्रदेश हाल निवासी थापा गली सेलाकुई, जनपद देहरादून कमरे में बिस्तर पर चित अवस्था में पड़ी हुई थी, कुछ समय पश्चात मृतिका का पुत्र प्रदीप भी मौके पर पहुंचा।
मृतका के परिजनों की मौजूदगी में महिला पुलिसकर्मी द्वारा मृतका के शव का निरीक्षण कराया गया तो मृतक महिला के गले पर हल्के काले धब्बे दिखाई दिए, जिस पर थानाध्यक्ष सेलाकुई द्वारा फील्ड यूनिट को मौके पर बुलाकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया, पर मृतका के कमरे से कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई। घटनास्थल की नियमानुसार वीडियोग्राफी/ फोटोग्राफी करते हुए मृतका के शव को कब्जे पुलिस लेकर पंचायतनामा की कार्यवाही की गई और शव को पोस्टमार्टम हेतु मोर्चरी विकासनगर भिजवाया गया।
परिजनों से पूछताछ करने पर जानकारी प्राप्त हुई की मृतका श्रीमती शिमला देवी अपने पुत्र प्रदीप व अन्य परिजनों के साथ थापा गली में किराये के मकान में रहती थी तथा विगत 3 माह से थापा गली में ही उनके मकान का निर्माण कार्य चल रहा था, जिस कारण वह अपने निर्माणाधीन मकान के सामने प्रहलाद के मकान में किराए में रह रहे थे।
कुछ दिन पूर्व मृतका के बडे पुत्र की सिंहनीवाला सहसपुर में नदी में डूबने से मृत्यु हो गयी थी, जिस कारण उनका छोटा पुत्र प्रदीप विगत 3-4 दिनों से देहरादून में ब्राहमणवाला स्थित अपने बडे भाई के घर पर रह रहा था। दिनांक: 10-07-22 को दिन के समय 2-3 बजे के बीच उसके द्वारा अपनी माता से वार्ता करने के लिये अपने पड़ोसी किरायेदारों को फोन कर बात कराने के लिए कहा गया तो पड़ोसियों ने जाकर देखा कि श्रीमती शिमला देवी अपने बिस्तर पर चित्त पड़ी हुई थी तथा इसकी सूचना पड़ोसियों द्वारा प्रदीप को दी गई, जिसने देहरादून से ही पुलिस को घटना की सूचना दी और सेलाकुई के लिए चल दिया। प्रथम दृष्टया घटना संदिग्ध प्रतीत होने पर मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
दिनाँक: 11-07-2022 को मृतिका के पुत्र प्रदीप द्वारा थाना सेलाकुई में आकर तहरीर दी गयी कि दिनाँक 11-07-22 को उसके द्वारा तस्सली से पूरे कमरे में खोजबीन की गयी तो देखा कि कमरे के अन्दर रखे बक्से में से 2500/- रुपये गायब थे तथा उक्त बक्से में एक तरफ के कुण्डे में पूर्व की भांति ही ताला लगा हुआ था। जिस पर उसके द्वारा अपने निर्माणाधीन मकान में काम कर रहे मिस्त्री इरफान पर शक जाहिर करते हुए बताया कि, इरफान को पता था कि मैं उक्त बक्से में रूपये रखता था तथा पूर्व में भी मेरे द्वारा इरफान के सामने उक्त बक्से में से पैसे निकालकर उसकी मजदूरी का भुगतान किया गया था तथा इरफान जानता था कि उक्त बक्से में एक तरफ के कुण्डे में ताला लगा होने के बावजूद भी दूसरी तरफ से बक्से के ढक्कन को ऊपर उठाकर बिना ताला खोले ही उसमें से पैसे निकाले जा सकते हैं। मुझे शक है कि इन रुपयों के लालच में ही इरफान ने मेरी माँ की हत्या कर दी है। वादी प्रदीप की दी गई तहरीर के आधार पर थाना सेलाकुई में मु0अ0सँ0 174/22 धारा 302/380 भा0द0वि0 बनाम इरफान पंजीकृत किया गया।
घटना की गम्भीरता के दृष्टिगत घटना के अनावरण हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय के आदेशानुसार थानाध्यक्ष सेलाकुई के नेतृत्व में 02 अलग-अलग टीमो का गठन किया गया।

पुलिस द्वारा की गयी कार्यवाही :

अभियुक्त इरफान के सम्बन्ध में वादी से जानकारी करने पर उसके द्वारा इरफान का कोई स्पष्ट पता ज्ञात न होना और न ही उसका कोई फोन नम्बर अथवा फोटो इत्यादि होना बताया गया, परन्तु वादी द्वारा इरफान के साथ मकान निर्माण सम्बन्धी सामग्री लेने जाना बताया गया, परन्तु कोई स्पष्ट तिथि न बता पाने के कारण उक्त स्थानों के सीसीटीवी फुटेज चैक करने पर भी पुलिस को अभियुक्त इरफान के सम्बन्ध में कोई ठोस जानकारी प्राप्त नहीं हुई। अभियुक्त की तलाश हेतु पुलिस द्वारा स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए घटना स्थल के आस पास झुग्गी झोपडियों में रह रहे मजदूरों व संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन की कार्यवाही की गयी तथा अभियुक्त के छिपने के सभी सदिंग्ध/सम्भावित स्थानों पर दबिश दी गयी। इसी दौरान मुखबिर के माध्यम से पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि सेलाकुई क्षेत्र में बुजुर्ग महिला की हत्या में नामजद अभियुक्त इरफान को कुछ समय पहले रामपुर के पास आसन नदी के किनारे देखा गया है, जो सम्भवतः नदी के किनारे छिपते छुपाते देहरादून से बाहर भागने की फिराक में है, पुलिस से बचने के लिए उसने अपना हुलिया बदल लिया है तथा दाढ़ी- मूछ कटवा दी है, जिससे कोई उसे पहचान न सके। जिस पर पुलिस टीम मुखबिर को साथ लेकर बताये गये स्थान के पास सिंहनीवाला पुल पर पहुंचे तो मुखबिर ने सामने से आ रहे एक व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए बताया कि उक्त व्यक्ति ही इरफान ह
पुलिस टीम द्वारा मौके पर उक्त व्यक्ति को घेर घोट कर पकड लिया, जिसने पूछताछ में अपना नाम इरफान पुत्र सलीम निवासी: मौ0 धौलाकुआं गांव, खुर्रमपुर, थाना बेहट जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश हाल निवासी: बलरामपुर, थाना सहसपुर देहरादून बताया। अभियुक्त की तलाशी लेने पर उसके पास से घटना में चोरी की गयी नगदी बरामद हुई। अभियुक्त को मौके से गिरफ्तार किया गया, जिसे समय से मां0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।

पूछताछ का विवरण:-
पूछताछ में अभियुक्त इरफान द्वारा बताया गया कि मैं अपने गांव बेहट में मजदूरी का काम करता था, परन्तु वहां कोई खास आमदनी न होने के कारण मैं काम की तलाश में लगभग 04 वर्ष पूर्व देहरादून आ गया, शुरूआत में मैने मेहूवाला में रहकर मजदूरी का काम किया तथा कुछ समय पूर्व काम के सिलसिले में सेलाकुई में आकर रहने लगा, इसी दौरान मेरी मुलाकात प्रदीप पाल, जो देहरादून में विक्रम चलाने का काम किया करता है, से हुई तथा सेलाकुई में प्रदीप के घर मेरा अक्सर आना जाना हो गया, प्रदीप ने मुझे बताया था कि उसका बडा भाई राजकुमार प्रापर्टी का काम करता है तथा अपने परिवार के साथ ब्राहमणवाला देहरादून में रहता है। इस दौरान मैं कई बार रात के समय प्रदीप के घर पर भी रूका। इस बीच प्रदीप ने सेलाकुई अपने मकान का निर्माण कार्य शुरू दिया, जहां पर मैं राजमिस्त्री का काम करने लगा। प्रदीप अक्सर मेरे सामने ही अपने कमरे में रखे बक्से से पैसे निकालकर निर्माण सामग्री तथा हमारी मजदूरी के पैसों का भुगतान किया करता था।
पिछले कुछ समय से बारिश के कारण मकान का निर्माण कार्य बन्द था तथा अन्य स्थानों पर मजदूरी का काम न मिलने से मेरी आर्थिक स्थिती खराब चल रही थी। इसी बीच प्रदीप किसी काम से 03-04 दिनों के लिये देहरादून चला गया। दिनांक: 09-07-2022 को मैने सेलाकुई देसी शराब के ठेके पर शराब पी तथा उसके बाद रात में मैं प्रदीप के घर चला गया। रात में काफी देर तक प्रदीप की मां से बात करने के बाद मैं वहीं पास में ही पडी चारपाई पर लेट गया। आर्थिक स्थिती ठीक न होने के कारण मेरे मन में लालच आ गया और रात के समय मैने प्रदीप की मां का गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। बक्से की चाबी मुझे मृतका शिमला देवी के पास ही मिल गयी थी, जिससें मैने बक्से को खोला, मुझे उम्मीद थी की प्रदीप का घर बन रहा है तो बक्से के अन्दर काफी पैसे मिलेंगे लेकिन उसमें मुझे मात्र 2500/- रूपये ही मिले, इसके अलावा बक्से में और कुछ भी कीमती सामान नहीं था। जिसके बाद मैं वहां से चला गया और रात भर पुलिस के डर से एक बगीचे में छुपा रहा। अगले दिन मुझे जानकारी हुई कि पुलिस मुझे तलाश कर रही है तो मैं दिन भर उसी बगीचे में छुपा रहा तथा आज बगीचे से छुपते-छुपाते नदी के किनारे-किनारे मुख्य मार्ग पर आकर बस पकडकर भागने की फिराक में था, पर उससे पहले ही पुलिस ने मुझे पकड लिया।
अभियुक्त के सम्बन्ध में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि अभियुक्त वर्ष-2008 में थाना बेहट जिला सहारनपुर से हत्या के आरोप में जेल जा चुका है।

नाम/पता गिरफ्तार अभियुक्त:-

इरफान पुत्र सलीम निवासी: मौ0 धौलाकुआं गांव, खुर्रमपुर, जिला बेहट सहारनपुर उत्तर प्रदेश हाल निवासी: बलरामपुर थाना सहसपुर देहरादून उम्र: 37 वर्ष,

घटना में चोरी किये गये 2150/- रूपये ।

हल्द्वानी में जलभराव को लेकर विधायक और मेयर में जुबानी जंग हुई शुरू

0

(मुन्ना अंसारी)

हल्द्वानी, शहर में भारी जलभराव के बाद शहर के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं जिसके बाद जिम्मेदार जनप्रतिनिधि एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं वही हल्द्वानी विधायक ने इसके लिये मेयर जोगेंद्र रौतेला को जिम्मेदार ठहराया तो वही मेयर जोगेंद्र रौतेला ने नगर निगम की टीम के साथ शहर के विभिन्न इलाकों में निरीक्षण कर अधिकारियों के साथ मुखानी क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए जलभराव की स्थिति से निपटने के निर्देश दिए। इस दौरान कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश द्वारा नगर निगम की योजनाओं को फाइलों में डंप करने और शहर में जलभराव के लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहराए जाने के बयान पर मेयर जोगेंद्र रौतेला ने विधायक सुमित हृदयेश पर सीधा हमला किया। मेयर ने कहा कि शहर में जलभराव का बड़ा कारण अतिक्रमण है और खुद कांग्रेस विधायक नहर कवर कर उसके ऊपर पार्क बनाकर अतिक्रमण कर रहे हैं, यदि उन्हें नगर निगम को आइना दिखाना है तो सबसे पहले अपने खुद के अतिक्रमण को तोड़े नही तो नगर निगम कार्रवाई करेगा। मेयर ने कहा कि नगर निगम ने पहले ही अतिक्रमण तोड़ने के लिए समय दिया हुआ है ।

 

शहर अव्यवस्थाओं के जंजाल में फंसा हुआ और मेयर ऐसे में व्यक्तिगत आरोप लगाकर कर रहे लोगों का ध्यान बंटाने का काम : सुमित हृदयेश

हल्द्वानी, कांग्रेस के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा है कि शहर अव्यवस्थाओं के जंजाल में फंसा हुआ है और मेयर ऐसे में व्यक्तिगत आरोप लगाकर लोगों का ध्यान बंटाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेयर के आरोपों को वे गंभीरता से नहीं लेते और न ही उनके पास इनका जवाब देने का समय है। विधायक ने कहा कि यदि दस दिनों के भीतर व्यवस्थाएं नहीं सुधारी गईं तो कांग्रेस बड़ा धरना आयोजित करेगी।

यहां नैनीताल रोड पर स्थित होटल में आयोजित पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों से अधिक समय से भाजपा राज में हल्द्वानी विधानसभा का विकास रुक गया है। टूटी फूटी सड़के, घंटों अघोषित बिजली कटौती सहित पीने के पानी की समस्या और थोड़ी बारिश में ही हल्द्वानी का जलमग्न होना ठप पड़े विकास का जीवंत उदाहरण है। राज्य सरकार को तुरंत सभी समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाने चाहिये ताकि हल्द्वानी की जनता को राहत मिल सके, विगत दिनों हल्द्वानी में हुयी भारी बारिश के कारण हल्द्वानी शहर की सभी प्रमुख सडकों एवं कालोनियों में पानी भरने के कारण जनता का भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। नैनीताल रोड जैसा प्रमुख मार्ग पर 2 फुट से अधिक पानी होने से सरकार मानसून को लेकर की गयी तैयारियों में पूर्णतया विफल साबित हुयी है। हल्द्वानी में जल निकासी की व्यवस्था करने में स्थानीय प्रशासन पूर्ण रूप से नाकाम रहा है। मानसून अभी अपनी प्रारम्भिक अवस्था में ही है। भविष्य में होने वाली बारिश से जान-माल के नुकसान की आंशका से स्थानीय लोग काफी भयभीत है।
हल्द्वानी तथा आस-पास के क्षेत्रों में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। हमारे क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. इन्दिरा हृदयेश द्वारा क्षेत्र में बड़ी संख्या में नलकूपों की व्यवस्था कर जनता की पेयजल की समस्या का समाधान किया गया परन्तु वर्तमान में सही रख-रखाव न होने के कारण उसका लाभ जनता तक पहुंचाने में सरकार विफल साबित हो रही है। अमृत योजना के अन्तर्गत पेयजल समस्या से निदान हेतु बनायी गयी करोड़ों रूपये की योजना में आवंटित धनराशि का सही उपयोग न होने के कारण भी उसका लाभ क्षेत्र की जनता को नहीं मिल पा रहा है।
हल्द्वानी विधानासभा के विभिन्न क्षेत्रों में अभी भी पानी के लिये हाहाकार मचा हुआ है। जनता पेयजल के लिये सड़कों उतरने के लिये मजबूर है। पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति करने सरकार विफल साबित रही है।

हल्द्वानी क्षेत्र में जलभराव एवं पेयजल की समस्या से त्रस्त क्षेत्र की जनता घण्टों अघोषित विद्युत कटौती की मार से रोजाना जूझना पड़ रहा है। उमस भरी गर्मी से छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों तक सभी परेशान है।
कुमाऊं के प्रवेश द्वार एवं आर्थिक राजधानी हल्द्वानी को यहां की पूर्व विधायक एवं अभिभावक स्व. इन्दिरा हृदयेश सदैव विद्युत कटौती से मुक्त रखा परन्तु अब 10-10 घण्टे से अधिक अघोषित विद्युत कटौती कर प्रदेश सरकार द्वारा हल्द्वानी की जनता के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। यही नहीं विद्युत बिलों का वितरण समय पर न कर घरेलू विद्युत उपभोक्ता को अधिक दर पर विद्युत बिल भुगतान करने को मजबूर भी किया जा रहा है जोकि क्षेत्र की जनता साथ सरासर अन्याय है।

अपनी चमचमाती सड़कों के लिये पूरे देश में प्रसिद्ध हल्द्वानी शहर की सड़कें अब चलने लायक भी नहीं बची है। विगत 5 वर्षों से हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र सड़कों का निर्माण थम सा गया है। कदम-कदम पर गड्ढों से युक्त सड़कों के कारण आये दिन दुर्घटना होने कारण जान-माल की क्षति से जनता बेहद त्रस्त है। पत्रकारवार्ता में कांग्रेस के तमाम नेताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

वायरल हुआ वीडियो : बीच रोड में जा भिड़े युवतियों के दो गुट, एक दूसरे की डंडों से की पिटाई

0

हल्द्वानी, नैनीताल जनपद के हीरानगर चौकी इलाके में एक ऐसी घटना सामने आयी जिसने सभ्य समाज को सोचने पर मंजूर कर दिया, हीरानगर चौकी जैसे शिक्षित क्षेत्र में हुई यह घटना हरकोई हतप्रद है, रविवार दोपहर लड़कियों के दो गुट टहलने के लिए हीरानगर स्थित पुलिस योगा पार्क पहुंचे थे। यहां लड़कियों के दो गुटों के बीच कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया ।

इसी बीच चर्चा है कि कुछ लोगों ने लड़कियों को डंडे थमा दिए, जिसके बाद दोनों ओर से डंडे चले। गनीमत रही कि इस मारपीट कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। इसी बीच मौके पर पुलिस पहुंच गई, जिसके बाद मामला खुद-ब-खुद शांत हो गया। इधर, शाम ढलते लड़के के दो गुट भी भिड़ गये
बता दें कि पूर्व में भी इन क्षेत्रों में में कुछ युवकों और दुकानदारों के बीच भी मारपीट हुई थी। जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। ऐसे में एक बार फिर से बीच सड़क पर लड़कियों के दो गुटों में बीच सड़क पर एक दूसरे के ऊपर हमला सुर्खियों में है ।मामले में एसपी सिटी हरबंस सिंह का कहना है कि वायरल वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाएगी।
लड़कियों के दो गुटों का वीडियो बीच सड़क में मारपीट का सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है तो वही लोग तरह तरह के कमेंट भी कर रहे हैं।Fight Between Two Groups Of Girls In Haldwani. हल्द्वानी में दिन-दहाड़े  लड़कियों की बीच फाइटिंग, बीच सड़क पर मचा गदर..देखिए वीडियो. Haldwani Girls  Fighting Video. हल्द्वानी ...

उत्तराखंड बना नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला प्रदेश, ये होंगे बदलाव

0

(राजेन्द्र चौहान)

देहरादून, उत्तराखंड में आज से नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही है। सीएम धामी (CM Pushkar Singh Dhami) आज राज्य में नई शिक्षा नीति का शुभांरभ करेंगे। जिसके साथ ही उत्तराखंड नई शिक्षा नीति लागू (new education policy implemented) करने वाला देश में पहला राज्य बन जाएगा। इस नीति के तहत शिक्षा में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। बताया जा रहा है कि अभी तक स्कूलों में जो सिस्टम था उस पैटर्न को नई शिक्षा नीति में बदला गया है।
शिक्षा महानिदेशालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) बालवाटिकाओं का उद्घाटन कर सूबे में नई शिक्षा नीति का औपचारिक रूप से विधिवत शुभारंभ करेंगे। पहले चरण में प्राथमिक स्कूलों में चल रहे पांच हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल वाटिकाओं का संचालन शुरू होगा। विकासखंड स्तर पर क्षेत्रीय विधायक एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में चिह्नित आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल वाटिकाओं का शुभारंभ किया जाएगा। इसमें शिक्षाविद्, अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहेंगे।
नई शिक्षा नीति में नए पैटर्न को इसमें फॉलो किया जाएगा, जिसमें 3 से 8, 8 से 11, 11 से 14 और 14 से 18 साल की उम्र के बच्चे शिक्षा लेंगे। इस नीति को स्कूल, कॉलेज में फेज वाइज शुरू किया जा रहा है। सभी स्कूलों में प्राइमरी क्लास से ही बाल वाटिका के तौर पर इसे शुरू किया जायेगा। यह National Education Policy 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का घोषणा पत्र में शामिल था।
नई शिक्षा व्यवस्था को कई मायनों में अहम माना जा रहा है। उत्तराखण्ड में भी एनईपी को लेकर शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों में उत्साह है। ऐसे में बड़े बदलाव के साथ- साथ यह टीचर्स के लिए काफी चैलेन्जिग होने जा रहा है। एजुकेशन फील्ड से जुड़े लोगों का मानना है कि पहले सिर्फ किताबी ज्ञान को माध्यम मानते हुए स्टूडेंट्स की काबिलियत का आंकलन किया जाता था, लेकिन नेशनल एजुकेशन पॉलिसी समझ को प्राथमिकता देती है।
इस नीति के तहत ग्रेजुएशन कोर्स 3 या 4 साल के हो सकते हैं, जिसमें एग्जिट ऑप्शन भी होगा। अगर स्टूडेंट्स ने 1 साल ग्रेजुकेशन कोर्स में पढ़ाई की है तो उसे सर्टिफिकेट दिया जाएगा। 2 साल के बाद एडवांस डिप्लोमा दिया जाएगा। 3 साल के बाद डिग्री दी जाएगी और 4 साल के बाद रिसर्च के साथ बैचलर की डिग्री प्रदान कर दी जाएगी।

रामनगर में धनगढ़ी नाले में फिर एक कार फंसी, सवार चार शिक्षकों ने कूदकर बचाई जान

0

नैनीताल/रामनगर, मानसून की बारिश ने पर्वतीय क्षेत्रों में मुसीबतें पैदा कर दी, लगातार हो रहे भूस्खलन के पूरे उत्तराखण्ड़ में कई सड़कें बंद हैं, कई लोग बारिश के बाद आए मलबे, पत्थर और पानी की चपेट में आने से अपनी जान भी गंवा रहे हैं। पांच दिन पहले ही रामनगर में रोड पर बारिश के बाद आने वाले रपटे में बही एक पंजाब की अर्टिगा कार में सवार 9 युवक-युवतियों की मौके पर ही मौत हो गई थी, इस हादसे में एक युवती को स्थानीय लोगों ने बचा लिया था।

रामनगर इलाके में धनगढ़ी नाले में आज फिर एक और हादसा हो सकता था, लेकिन किसी तरह कार सवार लोगों ने अपनी जान बचा ली। जानकारी के मुताबिक रामनगर इलाके के धनगढ़ी नाले में आज तड़के करीब पांच बजे चार शिक्षकों की कार पलट गई। किसी तरह सभी आॅल्टो कार सवार शिक्षकों ने कूदकर अपनी जान बचाई अन्यथा पांच दिन पहले हुए हादसे की तरह यहां पर भी एक बड़ा हादसा हो सकता था, नैनीताल जिले के रामनगर इलाके का धनगढ़ी नाला भी आज उफान पर था।

आज मंगलवार तड़के करीब पांच बजे चार शिक्षकों की आॅल्टो कार धनगढ़ी नाले को पार करते समय बह गई। गनीमत यह रही कि आॅल्टो कार में सवार शिक्षकों वाहन पलटते ही छलांग लगाकर अपनी जान बचा ली। बता दें कि कुमाऊं और गढ़वाल मंडल को जोड़ने वाले एनएच 309 पर स्थित धनगढ़ी नाला फिर उफान पर आ गया। जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह करीब पांच बजे तड़के चार शिक्षक धनगढ़ी नाले को पार कर रहे थे। नाले में पानी के बहाव का कार चालक अंदाजा नहीं लगा पाया। काफी समय तक शिक्षकों ने नाले में पानी कम होने का इंतजार किया। इस नाले में शिक्षकों की कार बहने के बाद मौके पर जाम लगता रहा। इससे लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

एग्रीगेटर्स के चलते बढ़ रहा है OTT Market, दर्शकों को मिल रहे हैं ओरिजिनल कंटेंट देखने के कई विकल्प

0

देहरादून। भारतीय ओवर द टॉप (ओटीटी) बाजार में आज 55 से अधिक वीडियो मनोरंजन ऐप मौजूद हैं और इनकी संख्या बढती जा रही है। बाजार में इतने सारे विकल्प मौजूद होने से भारतीय ओटीटी ग्राहकों के सामने कई वीडियो सब्सक्रिप्शन सर्विस की मेम्बरशिप लेना आर्थिक रूप से थोड़ा कठिन तो है ही, साथ ही इनकी मेम्बरशिप मैनेज करना भी टेढ़ी खीर है। इसका समाधान निकालने के लिए एक क्लिक के जरिये से कई ओटीटी प्लेटफार्मों की सदस्यता का परेशानी मुक्त अनुभव देने के लिए ओटीटी एग्रीगेटर्स प्लेटफॉर्म सामने आ रहे हैं।

इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि कई ओटीटी एप्स की बंडलिंग से ग्राहकों तक बड़ी संख्या में आसानी से कंटेंट पहुंचाना में मदद मिलती है, साथ ही यह छोटे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए भी एक वरदान के रूप में सामने आया है, जो तकनीकी और वित्तीय कारणों से बड़े यूजर बेस तक नहीं पहुंचा पाते थे। एयरटेल एक्सस्ट्रीम और टाटा प्ले जैसे ओटीटी एग्रीगेटर्स बड़ी संख्या में ग्राहकों तक पहुंचने और कंटेंट की उनकी जरूरतों को पूरा करने में अपनी का भरपूर सहयोग दे रहे हैं। एग्रीगेटर्स के मैदान में आने से बिना वितरण की चिंता किये बड़ी संख्या में ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए ओटीटी कारोबार में आने के अवसर खुलेंगे जो ओरिजिनल कंटेंट में विविधता दे पाएंगे।

ओटीटी उद्योग 2030 तक $15 बिलियन का होने वाला है, विशेष रूप से कोविड महामारी के बाद से ओटीटी ऐप पर टीवी शो और फिल्मों की ऑनलाइन स्ट्रीमिंग लगातार बढ़ रही है। नवीनतम फिक्की-ईवाई मीडिया और मनोरंजन उद्योग की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में 53 मिलियन ओटीटी वीडियो सब्सक्रिप्शन के लिए लगभग 29 मिलियन ग्राहकों ने भुगतान किया गया था, जो कि पूर्व-महामारी परिदृश्य से एक महत्वपूर्ण छलांग है। इस वृद्धि के साथ, ओटीटी उद्योग 2025 तक 2 अरब डॉलर का हो जाएगा।

वित्तीय वर्ष 2020 में ओटीटी बाजार का आकार $1.7 बिलियन (वीडियो और ऑडियो दोनों) के दायरे में था। घरेलू स्वतंत्र लेनदेन सलाहकार फर्म आरबीएसए एडवाइजर्स का मानना है कि इस उद्योग में अगले 9-10 वर्षों में 15 अरब डॉलर का उद्योग बनने की क्षमता है। पार्टनर्स एशिया (एमपीए) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2024 तक 1 बिलियन वीडियो स्क्रीन होंगी, जिसमें 85% ब्रॉडबैंड रेडी होंगी।

किसी ऐसे व्यक्ति के दृष्टिकोण से सोचें जो अपने गृहनगर से दूर किसी दूसरे शहर में रह रहा हो। यह जानते हुए कि उनके पास उन्हें आराम देने के लिए कुछ है, उनके स्थानीय संगीत की आवाज़ और उनके पसंदीदा भोजन की महक उन्हें एक अज्ञात शहर में जीवन व्यतीत करने में मदद करती है। इसी तरह, सिनेमा और मनोरंजन सामग्री सिर्फ मनोरंजन से कहीं ज्यादा प्रभाव डालती है, यह संस्कृति, लोगों और रीति-रिवाजों के साथ एक अनदेखा बंधन बनाती है, खासकर भारत जैसे विविधता वाले देश में।

क्षेत्रीय कंटेंट प्रोवाइडर्स ने इस आवश्यकता को महसूस किया और बाजार पर कब्जा करने के लिए कई बड़े पैमाने के खिलाड़ियों के साथ मिलकर काम किया। एयरटेल एक्सस्ट्रीम दर्शकों को सोनी लिव, इरोज नाउ, लायंसगेट प्ले, होइचोई, मनोरमामैक्स, शेमारू, अल्ट्रा, हंगामाप्ले, एपिकॉन जैसे प्लेटफॉर्म से 10,500 से अधिक फिल्मों और शो के साथ-साथ लाइव टीवी वाले 15 से अधिक भारतीय और वैश्विक वीडियो ओटीटी की सामग्री तक पहुंच प्रदान करता है।डॉक्यूबे, डिवोटीवी, क्लिक, नामाफ्लिक्स, डॉलीवुड, शॉर्ट्स टीवी, चौपाल टीवी और काचा लंका की कीमत 148 रुपये से कम है, जो इसके दर्शकों के लिए मोबाइल फॉर्मेट के लिए मासिक शुल्क है। एग्रीगेटर्स के साथ इस साझेदारी ने ओटीटी प्लेयर्स को टियर II, III और IV शहरों में बहुत कम कीमत पर कंटेंट उपलब्ध कराने में सक्षम बनाया है।

इसी तरह, टाटा प्ले हंगामा प्ले, इरोज नाउ, शेमारूमी, वूट किड्स, डिज्नी+ हॉटस्टार प्रीमियम, ज़ी5, सोनी लिव, वूट सेलेक्ट, सननेक्स्ट और क्यूरियोसिटीस्ट्रीम के साथ ओटीटी स्पेस में जगह बनाने की दिशा में भी काम कर रहा है।

ओटीटी विकास: भविष्य में क्या है?
ऑन-द-गो मनोरंजन की बढ़ती मांग के साथ, आने वाले वर्षों में तेज़ इंटरनेट की आवश्यकता बढ़ेगी। इंटरनेट की यह नई पीढ़ी इंटरनेट का और अधिक विस्तार करेगी, यहां तक कि भारत के सबसे दूर-दराज इलाकों तक भी। एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार, 2027 के अंत तक वैश्विक स्तर पर 4.4 बिलियन 5G सब्सक्रिप्शन का अनुमान है, जो उस समय के सभी मोबाइल सब्सक्रिप्शन के लगभग आधे के बराबर है।

पांचवीं पीढ़ी के इंटरनेट के आने के साथ, नई तकनीकों जैसे एआर/वीआर, और मनोरंजन को मेटावर्स में पेश किया जाएगा, जिससे आने वाले वर्षों में लोग सामग्री का उपभोग कैसे करेंगे, इसकी गतिशीलता बदल जाएगी। जी और एयरटेल एक्सस्ट्रीम सहित बड़े खिलाड़ियों ने पहले ही मेटावर्स में अपने लॉन्च की घोषणा कर दी है, जिससे उनके दर्शकों को एक व्यापक अनुभव और कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के नए एडवांस तरीके मिल रहे हैं।

14 जून को, भारत की कैबिनेट ने 26 जुलाई से शुरू होने वाले 20 साल के लिए हाई-स्पीड 5G, टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की नीलामी के प्रस्ताव को मंजूरी दी। 5G नेटवर्क के देश में मौजूदा 4G सेवाओं की तुलना में 10 गुना तेज होने की उम्मीद है। इस दशक के अंत तक 6जी लॉन्च करने की दृष्टि के साथ, भारत सरकार पांचवीं पीढ़ी के इंटरनेट के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण की दिशा में काम कर रही है, यह एक डिजिटल भारत की योजना के साथ, ब्रांडों को नवीनतम तकनीक के साथ प्रयोग करने की अनुमति देता है जिससे दर्शकों को उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपभोग करने के साथ-साथ सामाजिक जुड़ाव की गुंजाइश मिलती है।

पद्मश्री एवं सामाजिक कार्यकर्ता अवधेश कौशल नहीं रहे, आज सुबह हो गया निधन

0

देहरादून, पद्मश्री और सामाजिक कार्यकर्ता अवधेश कौशल का मंगलवार की सुबह निधन हो गया। दून के मैक्स हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। 80 के दशक में दून-मसूरी के बीच लम्बे समय से चल रही चूना भट्टा खदानों को बंद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अवधेश कौशल “रुलेक” संस्था के जरिये शिक्षा, पर्यावरण आदि सामाजिक कार्य कर रहे थे। वर्ष 2003 में वीक पत्रिका ने उन्हें मैन आफ द ईयर सम्मान से नवाजा था।

उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिलने वाली सरकार की तरफ से फायदों को भी अवधेश कौशल ने ही बंद करवाया था | 86 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री अवधेश कौशल के निधन पर समाज के कई वर्गों ने दुख प्रकट किया।

EPFO ने बनाया खास प्लान, 30 जुलाई को देशभर के 73 लाख पेंशनधारकों को मिलेगी बड़ी खुशखबरी!

0

EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपनी 29 और 30 जुलाई को होने वाली बैठक में केंद्रीय पेंशन वितरण प्रणाली की स्थापना के प्रस्ताव पर विचार के बाद इसे मंजूरी देगा. इस प्रणाली की स्थापना से देशभर में 73 पेंशनभोगियों के खातों में पेंशन को एक बार में एक साथ स्थानांतरित किया जा सकेगा.

इस समय अलग-अलग दिन मिलती है पेंशन
अभी EPFO के 138 क्षेत्रीय कार्यालय अपने क्षेत्र के लाभार्थियों के खातों में पेंशन डालते हैं. ऐसे में पेंशनभोगियों को पेंशन अलग-अलग दिन और समय पर मिलती है. एक सूत्र ने ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की 29 और 30 जुलाई को होने वाली बैठक में केंद्रीय पेंशन वितरण प्रणाली के गठन का प्रस्ताव रखा जाएगा.

एक साथ ट्रांसफर होगी पेंशन
सूत्र ने कहा कि इस प्रणाली की स्थापना के बाद पेंशन का वितरण 138 क्षेत्रीय कार्यालय के डेटाबेस के आधार पर किया जाएगा. इससे 73 लाख पेंशनभोगियों को एक साथ पेंशन दी जा सकेगी.

अभी अलग-अलग दिन होता है भुगतान
सूत्र ने बताया कि सभी क्षेत्रीय कार्यालय अपने क्षेत्र के पेंशनभोगियों की जरूरतों को अलग-अलग देखते हैं. इससे पेंशनभोगियों को अलग-अलग दिन पेंशन का भुगतान हो पाता है.

20 नवंबर 2021 को दी थी मंजूरी
सीबीटी की 20 नवंबर, 2021 को हुई 229वीं बैठक में न्यासियों ने सी-डीएसी द्वारा केंद्रीकृत आईटी आधारित प्रणाली के विकास के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. श्रम मंत्रालय ने बैठक के बाद बयान में कहा था कि इसके बाद क्षेत्रीय कार्यालयों के ब्योरे को चरणबद्ध तरीके से केंद्रीय डेटाबेस में स्थानांतरित किया जाएगा. इससे सेवाओं का परिचालन और आपूर्ति सुगम हो सकेगी. (साभार : ABP Live)

सुधीर चौधरी ने ज्वाइन किया आज तक, बतौर कंसल्टिंग एडिटर के रूप में करेंगे कार्य

0

“सुधीर का शो DNA काफी पॉपुलर था, लेकिन उन्होंने Zee News Media ने इस्तीफा देने के बाद अपना न्यूज़ चैनल शुरू करने की बात कही थी। लेकिन अब आजतक ज्वाइन कर उन्होंने सबको हैरान कर दिया है।”

 

नई दिल्ली, देश के जाने माने जी न्यूज़ के एडिटर इन चीफ और CEO रहे सुधीर चौधरी को लेकर बड़ी खबर आ रही है। सुधीर चौधरी आज India Today Group के साथ जुड़ गए हैं। बताया जा रहा है उन्होंने Aaj Tak न्यूज चैनल में बतौर कंसल्टिंग एडिटर के रूप में चैनल को ज्वाइन कर लिया है।मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सुधीर चौधरी के आजतक ज्वाइन करने की जानकारी इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने ट्वीट करते हुए दी है। उन्होंने लिखा है कि “सुधीर चौधरी और ‘आज तक’ हमारे 10 करोड़ दर्शकों के लिए एक नया और रोमांचक शो के लिए एक साथ हो रहे हैं, जिसके एंकर वही होंगे। ये न्यूज़ शो न्यूज़ डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद के मार्गदर्शन में लाया जाएगा। मुझे पता है कि लोग काफी चर्चाएं कर रहे होंगे, लेकिन इस खबर से उन्हें विराम मिलेगा। ख़बरों के लिए हर घर में स्वाभाविक रूप से एक ही नाम है और वो है – आज तक।”