Sunday, May 18, 2025
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बैन’ के बीच भारत ने रूस से खरीदा 50 गुना ज्यादा तेल, सस्ती दरों पर मिले ऑफर का असर

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नई दिल्ली  । भारत ने रूस से इस बार 50 गुना अधिक कच्चा तेल आयात किया इसी के साथ कच्चे तेल की सप्लाई में रूस की हिस्सेदारी 10 फीसदी हो चुकी है। बीते गुरुवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी उपलब्ध करवाई। 50 गुना अधिक कच्चा तेल आयात करने का ये आंकड़ा इस साल अप्रैल से अब तक का रहा है। जानकारी हो कि भारत अपनी तेल की जरूरतों का 85 प्रतिशत हिस्सा दूसरे देशों से आयात करता है।
देश में सबसे ज्यादा मात्रा में तेल ईराक और उसके बाद सऊदी अरब से आयात किया जाता रहा है। जबकि इस साल पहली तिमाही और बीते साल 2021 की पहली तिमाही में भारत रूस से 1 फीसदी से भी कम तेल आयात कर रहा था। रूस से कच्चा तेल आयात करने में इस साल अप्रैल से ही तेजी देखी गई जब देश में तेल की कुल जरूरत का 5 फीसदी हिस्सा रूस से आयात किया गया। इसी के साथ बीते महीने रूस भारत को तेल सप्लाई करने में ईराक के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया था।
रूस- यूक्रेन महायुद्ध के बाद से ही कच्चे तेल पर रूस के दिए ऑफर्स का भारत ने लाभ उठाना शुरू कर दिया था। इसी कड़ी में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस अब भारत को कच्चा तेल सप्लाई करने वाले टॉप 10 देशों में आ चुका है। देश में आयात किए गए कुल रूसी तेल का 40 फीसदी हिस्सा दो प्राइवेट कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्री और नायरा एनर्जी ने खरीदा। बता दें भारत कच्चे तेल का आयात करने वाला दुनिया के तीसरे सबसे बड़ा देश है।
रूस ने कच्चे तेल पर आकर्षक ऑफर्स उपलब्ध करवाए यही वजह रही कि रूस से तेल ज्यादा मात्रा में आने लगा। बीते तीन हफ्तों में तेल की सप्लाई पिछले साल के मुकाबले 31 गुना बढ़ गई है। इसी के साथ रूस से कच्चे तेल की खरीद अब 2।2 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है। आंकड़े बताते हैं कि बीते महीने मई में भारतीय रिफाइनर कंपनियों ने 2।5 करोड़ बैरल रूसी तेल खरीदा।

पेट्रोल के लिए पैसे नहीं, घर से काम करो- केंद्रीय बैंक की कर्मचारियों से अपील

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इस्लामाबाद  । पाकिस्तान में आर्थिक संकट इतना गहरा हो गया है कि अब आम नागरिकों से पेट्रोल बचाने और कम चाय पीने जैसी अपीलें की जा रही हैं। अब पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने की सलाह दी है ताकि पेट्रोल की बचत की जा सके।
बैंक ने कर्मचारियों से कहा है कि वे वर्चुअल मीटिंग में शामिल हों और सप्ताह में दो दिन घर से ही काम करें। बैंक का कहना है कि सरकार के पास पेट्रोल और डीजल खरीदने के लिए पैसों की कमी है, ऐसे में बचत करना जरूरी हो गया है। पाकिस्तान में आर्थिक संकट लगातार बढ़ रहा है और सरकार का कहना है कि यदि हमें श्रीलंका जैसे हालातों से बचना है तो कड़े फैसले लेने होंगे।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कर्मचारियों से कहा कि वर्चुअल मीटिंग्स में आएं। इसके अलावा ऑफिस आने के लिए कार पूलिंग को प्राथमिकता दें और एसी के इस्तेमाल में कमी लाएं। इसके अलावा बैंक की ओर से फर्नीचर की खरीद पर रोक लगा दी गई है। यही नहीं कर्मचारियों के ट्रैवल पर भी रोक लगाई है ताकि पैसों की बचत की जा सके। बैंक ने कहा कि हमने ये फैसले इसलिए लिए हैं ताकि काम प्रभावित न हो और पैसों की बचत भी की जा सके।
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने कहा कि हम बैंकिंग इंडस्ट्री और अन्य संबंधित पक्षों से अपील करते हैं कि वे ईंधन की ज्यादा से ज्यादा बचत करें। इससे पहले पाकिस्तान की सरकार ने भी कराची, लाहौर, इस्लामाबाद और रावलपिंडी समेत कई शहरों में बाजारों को जल्दी बंद करने का आदेश दिया है। इसके अलावा शॉपिंग मॉल और फैक्ट्रियों को भी शाम को जल्दी बंद करने का आदेश दिया गया है। बता दें कि बीते एक महीने के अंदर ही शहबाज शरीफ सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 83 फीसदी तक का इजाफा किया जा चुका है।

social media पर हुई दोस्ती, 3 साल बाद ब्लैकमेल करने लगा प्रेमी

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पटना , (आरएनएस)। पटना से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एम्स अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ में शामिल एक 28 साल की लडक़ी ने ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर आत्महत्य कर ली। मृतक लडक़ी को ब्लैकमेल कोई और नहीं बल्कि उसका प्रेमी कर रहा था। मृतका के दोस्त ने बताया है कि लडक़ी का प्रेमी उसपर बहुत ज्यादा शक करता था और फोन पर उसकी निजी तस्वीरें वायरल करने की धमकी देता था। लडक़ी ने इसी महीने की 20 तारीख को आत्महत्या कर ली थी और उसने सुसाइड नोट में अपने प्रेमी को जिम्मेदार ठहराया था।
लडक़ी के दोस्त ने बताया है कि उसका प्रेमी लडक़ी को बार बार फोन करके जानने की कोशिश करता था कि वह किसके साथ है। उसकी इन हरकतों ने लडक़ी का जीना मुश्किल कर रखा था और इसी से त्रस्त होकर उसने अपनी जान दे दी। अपने सुसाइड नोट में लडक़ी ने ‘अमित टोप्पो’ का जिक्र करते हुए उसे मौत का जिम्मेदार बताया था। घटना के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर अमित टोप्पो की गिरफ्तार के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लडक़ी की आरोपी अमित टोप्पो से सोशल मीडिया साइट पर मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों के बीच करीब तीन सालों से अफेयर था, लेकिन बाद में अमित लडक़ी को ब्लैकमेल करने लगा। एम्स पटना में काम करने वाली लडक़ी की एक सहकर्मी ने बताया कि अमित काम के वक्त भी उसे फोन करता था और गाली देता था। वह हमेशा लडक़ी से बात करने की चाहत रखता था और वीडियो कॉल करके यह जानने की कोशिश करता था कि वह किसी और मर्द के साथ तो नहीं है।
सहकर्मी मुताबिक, अमित के पास लडक़ी की कुछ निजी तस्वीरें और वीडियोज भी थे। वह उसको फोन पर धमकी देता था और कहता था कि अगर तुमने मुझसे बात नहीं की तो मैं ये फोटो वीडियो वायरल कर दूंगा। अमित की इन सब हरकतों की वजह से लडक़ी हमेशा परेशान रहती थी और आखिरकार उसने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

हंगामे के बीच नहीं हुआ निगम का बजट पास

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रुड़की। नगर निगम की बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच बजट फिर पास नहीं हो पाया। नगर आयुक्त के आने पर फिर बोर्ड बैठक कराने का प्रस्ताव पास किया गया। हाउस टैक्स को सर्किल रेट से जोड़ने का प्रस्ताव भी खारिज कर दिया गया।
निगम सभागार में मेयर गौरव गोयल की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई। अप्रैल में हुई बजट बैठक में पूरा बजट पास नहीं हो पाया था। वेतन और जरूरी खर्च करने ही प्रस्ताव पास किया गया। इस बार की बोर्ड बैठक में भी 87 करोड़ के बजट को लाया गया था। बहुमत वाले पार्षदों ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए।
उनका आरोप था कि जरूरी खर्च के नाम पर कई और खर्च कर दिए गए। एक वार्ड में ही करीब 98 लाख रुपये के काम के टेंडर कर दिए गए। जबकि बाकी के काम अटकाए जा रहे हैं। जो 43 टेंडर जारी हुए उनमें से 13 पर पहले ही काम हो चुका है। अधिकारियों के कहा कि कुछ काम प्रत्याशा के आधार पर किए गए हैं। वह जल निकासी आदि से संबंधित हैं। इसको लेकर हंगामा हुआ।

नो-कोड टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म, नई डिजिटल क्रांति के विचार “नो-कोड की तकनीक से बड़े पैमाने पर बदलाव

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देहरादून,  नो-कोड टेक्नोलॉजी, दरअसल इस सोच को अमल में लाने का तरीका है कि लोग कोड लिखे बिना या कोडिंग करने का तरीका जाने बिना भी सॉफ़्टवेयर तैयार कर सकें। सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट के तरीके को आम लोगों के लिए आसान बनाकर दुनिया के हर कारोबार को डिजिटाइज़ करने के इरादे के साथ क्विक्सी प्लेटफॉर्म को विकसित किया गया था। दुनिया की आबादी के सिर्फ 0.03% लोग ही कोड लिख सकते हैं और एप्लिकेशन तैयार कर सकते हैं, जिससे पता चलता है कि आज के जमाने में डिजिटाइज़ेशन की भारी मांग के बावजूद कोडिंग के जानकार लोगों की भारी कमी है। डिजिटल सॉल्यूशन तैयार करने के लिए दो चीजें – यानी फ़ंक्शन/डोमेन की गहरी समझ और सॉफ़्टवेयर बनाने के लिए कोड लिखने की जानकारी बेहद जरूरी हैं। ऐसे लोगों की संख्या बेहद कम है, जिन्हें डोमेन की गहरी समझ के साथ-साथ कोड लिखने की जानकारी है। यहीं पर नो-कोड टेक्नोलॉजी काम आती है, जहाँ क्विक्सी जैसे प्लेटफॉर्म ऐसे लोगों को भी “कोड लिखने की जानकारी” के बिना सॉल्यूशन तैयार करने के योग्य बना देते हैं, जिन्हें टेक्नोलॉजी की ज्यादा जानकारी नहीं है। कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी रखने वाला कोई भी व्यक्ति ऑटोमेशन कर सकता है तथा सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन बनाने और बेचने के कौशल का व्यावसायिक रूप से फायदा उठा सकता है।

इस टेक्नोलॉजी कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है, जिसके पास देश भर से 190 से अधिक विशेषज्ञों की एक टीम है, और वे अपने घर से कंपनी के लिए काम करते हैं। क्विक्सी ने 2022 के अंत तक विकसित होने तथा क्विक्सी परिवार में 300 लोगों को शामिल करने का लक्ष्य रखा है।

इस अनोखी टेक्नोलॉजी के बारे में बात करते हुए, श्री गौतम निम्मागड्डा, संस्थापक एवं सीईओ, क्विक्सी, ने कहा, “नो-कोड की तकनीक से बड़े पैमाने पर बदलाव लाया जा सकता है और इसी वजह से दुनिया भर के लोगों में इसके प्रति दिलचस्पी बढ़ी है। इससे कार्यक्षमता या मूल्य में काफी बढ़ोतरी होती है, और इसमें कोई शक नहीं है कि अब दुनिया वैकल्पिक रूप से सॉल्यूशन तैयार किए जाने के तरीकों के बारे में विचार कर रही है। मूल बात यह है कि, क्विक्सी बिल्कुल नई टेक्नोलॉजी की मदद से एप्लीकेशन बनाता है। इन तकनीकों के साथ-साथ अव्वल दर्जे की हमारी अपनी टेक्नोलॉजी उपयोगकर्ताओं के लिए ऐप बनाने की प्रक्रिया को तेज करती है।”

क्विक्सी इस बात पर बल देता है कि हर किसी को ऐसे ऐप्स बनाने में सक्षम होना चाहिए, जो स्केलेबल हों और असली समस्याओं को हल कर सकें। इस डोमेन की जानकारी तथा व्यवसाय से संबंधित समस्याओं को अच्छी तरह समझने वाला कोई भी व्यक्ति क्विक्सी नो-कोड प्लेटफॉर्म के साथ सिटीजन डेवलपर बन सकता है, जो एंटरप्राइज़-ग्रेड एप्लिकेशन बना सकता है। कंपनी के ग्राहक 22 से ज्यादा देशों में मौजूद हैं, जिसमें मध्यम-बड़े पैमाने के उद्यम और सरकारें शामिल हैं।

सरकारी संस्थानों की बात की जाए तो, क्विक्सी को इस क्षेत्र में विश्व स्तर पर बड़ी संभावनाएं नजर आई हैं जहां सरकारी एजेंसियां सेवाओं को तेजी से नागरिकों तक पहुंचा सकती हैं तथा अपने कामकाज के तरीके को ऑटोमेट करके अपनी क्षमता को बेहतर बना सकती हैं, जिन पर अब तक ध्यान ही नहीं दिया गया था। इसकी वजह यह है कि पारंपरिक तरीकों में अधिक समय खर्च होता है, या फिर ऐसी तकनीक 5 साल से अधिक पुराने होने की वजह से बेकार हो जाती हैं। क्विक्सी ने यह भी समझा कि सॉल्यूशन बनाने के बाद भी उसका रखरखाव करना सरकारी एजेंसियों के लिए सबसे बड़ी समस्या है और वे उस समय विशेष तकनीकी संसाधनों की उपलब्धता के कारण अलग-अलग तरह की टेक्नोलॉजी पर एक ही तरीका आजमाते रहते हैं। क्विक्सी ने यह जान लिया कि नो-कोड प्लेटफॉर्म को अपनाकर इस समस्या को दूर किया जा सकता है।

नो-कोड प्लेटफॉर्म क्लाउड, वेब, मोबाइल, एआई और आरपीए टेक्नोलॉजी में हर दिन होने वाली प्रगति का लाभ उठा रहे हैं। उदाहरण के लिए, नो-कोड एआई टूल्स की वजह से टेक्नोलॉजी की कम जानकारी वाले कर्मचारियों के दिल से एआई का भय दूर हुआ है, साथ ही प्लग-एंड-प्ले या ड्रैग एंड ड्रॉप यूआई के माध्यम से वे ऑटोमेशन भी कर पा रहे हैं। एआई-असिस्टेड नो कोड डेवलपमेंट की मदद से, पूरा संगठन एक दूसरे का सहयोग करते हुए पेपरलेस एनवायरनमेंट की ओर बढ़ सकता है, क्योंकि अलग-अलग डोमेन की टीमें अपने मिशन की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए बड़ी आसानी से इंटेलिजेंट ऑटोमेशन सॉल्यूशन बना सकती हैं। कंपनी ने हाल ही में ‘स्नैप2ऐप’ फीचर की पेशकश की है, जो पारंपरिक तरीके से ऐप बनाने में लगने वाले समय की तुलना में बेहद कम समय में ही किसी इमेज या पीडीएफ फाइल से ऐप बनाने का क्रांतिकारी तरीका है। उपयोगकर्ताओं के लिए जानकारी निकालने, उसे प्रासंगिक बनाने और उसकी प्रोसेसिंग करने के लिए क्विक्सी की स्वामित्व वाली टेक्नोलॉजी के साथ ओसीआर (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे ऐप बनाने पर विचार करने से लेकर ऐप बनाने तक की पूरी प्रक्रिया में तेजी आती है।

शुक्रवार व शनिवार को जनपदों के भ्रमण पर रहेंगे मुख्यमंत्री

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विभिन्न विकास योजनाओं की करेंगे समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार और शनिवार को जनपदों के भ्रमण/प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री जनपदों में संचालित विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण के साथ ही विकास योजनाओं एवं मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की समीक्षा भी करेंगे। भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री जनपद मुख्यालय के कॉलेज में छात्र-छात्राओं के साथ परिचर्चा कार्यक्रम में भी प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री के भ्रमण के अवसर पर जिलास्तरीय समीक्षा बैठक भी आयोजित की जायेगी।
इस संबंध में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा जिलाधिकारियों को भेजे गये पत्र में मुख्यमंत्री के भ्रमण कार्यक्रमों के आयोजन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।
अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री द्वारा जारी दिशा निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि लोकार्पण एवं शिलान्यास के कार्यक्रमों के विधानसभावार कुल धनराशि, जनपद की महत्वपूर्ण उपलब्धियों का विवरण, लाभार्थीपरक योजनाओं की योजनावार अनुमानित संख्या, विधानसभावार प्रस्तावित मुख्यमंत्री घोषणाओं की सूची एवं लागत, विवरण भ्रमण से पूर्व तैयार कर लिये जाय। साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय को भी इससे सम्बन्धित विवरण की प्रति उपलब्ध कराने के तथा अपराह्न में जिलास्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित कराये जाने के भी निर्देश उन्होंने जिलाधिकारियों का दिये गये हैं।

International Yoga Day 2022: हडको ने 8वां अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया

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हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हडको) ने भारतवर्ष में कार्यरत अपने सभी हडको कार्मिकों के लिए योग सत्र आयोजित करते हुए 8वां अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया l योग दिवस के उपलक्ष्य में ‘‘मानवता के लिए योग’’ विषय पर विचार संगोष्ठी की गई l विचार संगोष्ठी में स्वस्थ संतुलित जीवन अपनाकर योग से होने वाले स्वास्थ्य लाभों एवं बेहतर प्रतिरोधक क्षमता के विषय पर विचार-विमर्श किया गया l

विधायक भरत चौधरी का प्रयास लाया रंग,रुद्रप्रयाग के कोठगी में नर्सिंग कालेज निर्माण को मिली वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति

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रुद्रप्रयाग-जनपद के लिये सरकार की ओर से एक नई सौगात मिली है , कोठगी में लम्बे समय से नर्सिंग कॉलेज के स्वीकृति के लिए प्रयास किये जा रहे थे आज सरकार की और  20 करोड 44 लाख की प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति नर्सिंग कॉलेज के निर्माण के लिए प्रदान की गई है। नर्सिग  कॉलेज के निर्माण के लिए प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति प्रदान होने पर विधायक भरत चौधरी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एंव मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का समस्त जनपदवासियों की और आभार व्यक्त किया साथ ही जनता को बधाई दी।
रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी ने कहा की लम्बे समय से उनके द्वारा कोठगी में नर्सिंग कॉलेज के स्वीकृति के प्रयास किये जा रहे थे अब वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति मिलने से वर्षों से किये जा रहे प्रयास साकार होगें।
उन्होने कहा की यह उनके कार्यकाल में रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के लिए एक बडी उपलब्धि है। नर्सिंग कॉलेज के निर्माण से रुद्रप्रयाग के बच्चों को फायदा मिलेगा साथ ही जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहतर होगी।
कोठगी में नर्सिंग कॉलेज के निर्माण के लिए 20 करोड 44 लाख की प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसका वहन भारत सरकार से विशेष आयोजनागत सहायता (एस.सी.पी) के अन्तर्गत प्राप्त धनराशि से (90:10) के अनुपात में किया जायेगा।
नर्सिंग कालेज निर्माण हेतु वित्तीय स्वीकृति मिलने पर जनपद में खुशी का माहौल है छैत्रीय जनता व जनप्रतिनिधियों ने विधायक चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुये उनका धन्यवाद ज्ञापित किया।

पू. मोरारबापू ने जंत्राखडी घटना की निंदा की, बेटी के लिए न्याय की गुहार लगाई

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— मौसम अनुकूल रहने पर 26 जून को जंत्राखडी जाने की इच्छा पू. बापू ने व्यक्त की

बद्रीनाथ , गिर सोमनाथ जिले के कोडीनार तालुका के जंत्राखडी गांव में आठ साल की बालिका के साथ बलात्कार और हत्या की घटना से पूरा त्रिपंख साधु समाज स्तब्ध है। इस घटना के खिलाफ समग्र सौराष्ट्र-गुजरात में रोष व्याप्त है।

त्रिपंख साधु समाज की भावनाओं को व्यक्त करते हुए आज बद्रीनाथ की ‘मानस व्यासगुफा’ कथा के छठे दिन पू. मोरारीबापू ने कहा कि मैं लंबे समय से लगभग 12 तारीख से तीर्थ यात्रा पर हूं। हाल में बद्रीनाथ में कथा में हूं। मुझे हाल ही में जानकारी मिली कि दशनाम साधु समाज की बालिका के साथ यह घटना घटी है। यह जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है कि, कुछ असुरों द्वारा ऐसी क्रूर घटना को अंजाम दिया गया है। मैंने दशनाम गोस्वामी साधु समाज के अग्रणियों के साथ अपना दर्द व्यक्त किया है। ऐसी घटना में कसूरवार लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई और सजा होनी जानी चाहिए। संबंधित संस्थानों द्वारा बेटी को न्याय मिलना चाहिए। मौसम अनुकूल रहा तो पू. बापूने कथा समापन के दिन रविवार 26 जून को सीधे ही जंत्राखडी गाँव जाकर इस कन्या की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने की इच्छा व्यक्त की है।

पूज्य मोरारीबापू ने दशनाम साधु समाज के पीडि़ता के पिता से फोन पर बात की और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने समाज में ऐसी घटनाओं पर दुख जताया और करूणा भाव व्यक्त किया।

उत्तराखंड में 24 घंटे में सामने आए कोरोना के 52 नए केस

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देहरादून। उत्तराखंड में 24 घंटे के भीतर कोरोना के 52 नए मरीज मिले हैं, जबकि 54 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। वहीं, एक्टिव केस की संख्या 187 पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है। प्रदेश में सैंपल पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो 3.30% है। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, एक जनवरी 2022 से लेकर अभी तक प्रदेश में 93,315 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 89,542 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 95.96% है। वहीं, इस साल अबतक 277 मरीजों की मौत हुई है।
पिछले 24 घंटे में देहरादून में 30 कोरोना केस मिले हैं. वहीं, अल्मोड़ा में 3, बागेश्वर में 1, चमोली में 2, हरिद्वार में 5, नैनीताल में 4, पौड़ी में 2, पिथौरागढ़ में 1, टिहरी में 1, उधम सिंह नगर में 2 और उत्तरकाशी में 1 नया केस मिला है। बाकी के 5 जिलों में आज कोरोना का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
वैक्सीनेशन: प्रदेश में गुरुवार को 7,716 लोगों का कोविड वैक्सीनेशन हुआ है। अभी तक कुल 84,94,292 लोग फुल वैक्सीनेट हो चुके हैं। वहीं, 3 जनवरी से शुरू हुए 15 से 17 साल के बच्चों के टीकाकरण में अभी तक 4,19,640 बच्चों को फुल वैक्सीनेट किया गया है। जबकि 5,24,818 बच्चों को पहली डोज लग चुकी है। वहीं, 12 से 14 वर्ष तक के 3,70,828 बच्चों को पहली डोज और 2,14,485 बच्चों को दोनों डोज लग चुकी है।