Sunday, June 15, 2025
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शक की कुंठा : पति ने रात में सोती पत्नि का गला घोट उतारा मौत के घाट, सुबह आत्म समर्पण करने पहुँचा थाने

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हरिद्वार, इन्सान के दिमाग पर अगर शक बैठ जाय तो वह उसी कुंठा में रहते हुये हैवानियत जैसे कार्य कर देता, ऐसा ही एक मामला हरिद्वार जिले के लक्‍सर से आया है, जहां में रात के समय शक्की पति ने घर में सो रही अपनी पत्नी को गला घोट कर मार डाला और सुबह खुद थाने पहुंच कर आत्म समर्पण कर दिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसी वजह से दोनों के बीच आए दिन झगड़ा होता था। जिसके चलते रात्रि में सो रही पत्नी को चुन्नी से गला घोट कर मार डाला। पुलिस ने आरोपी पहित को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मिली जानकारी के मुताबिक खानपुर थाना क्षेत्र के डुमनपुरी गांव निवासी बबलू की शादी कनखल थाना क्षेत्र के जमालपुर गांव निवासी सुशीला के साथ हुई थी। शादी के बाद सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से पति पत्नी के बीच अनबन चल रही थी। पति पत्नी के चरित्र पर शक करता था। जिसके चलते दोनों में अक्सर विवाद होता रहता था।
शनिवार की रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। जिस पर सो रही पत्नी को पति ने चुन्नी से गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया और सुबह होने पर वह खुद खानपुर थाने पहुंच गया। पुलिस को सूचना दी कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है। जिस पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया तथा मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया।

बताया गया कि मृतका की बबलू के साथ दूसरी शादी थी। उनके 10 व 12 वर्ष के दो बच्चे हैं। सूचना मिलने पर मृतका के स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। थानाध्यक्ष अरविंद रतूड़ी ने बताया कि पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतका के भाई सुशील ने घटना को लेकर बबलू के खिलाफ तहरीर दी है। जिस पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

बाघ का शिकार बने युवक का केवल हाथ बरामद, घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया नेशनल हाइवे पर जाम, पूर्व मुख्यमंत्री भी फंसे जाम में

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रामनगर। बीती रात बाइक सवार युवक को बाघ द्वारा अपना शिकार बनाए जाने की घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार की सुबह घटना के विरोध में नेशनल हाइवे पर चक्का जाम कर दिया। इस जाम में अल्मोड़ा से वापस लौट रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी फंसे रहे। रावत ने मुख्यमंत्री सहित कई अधिकारियों से बात कर हमलावर बाघ को पकड़कर ग्रामीणों को बाघ के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग की। दूसरी ओर वन-विभाग की कई टीमों द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान बाघ के शिकार बने युवक का एक हाथ ही बरामद किया जा सका है। बाघ का शिकार बने युवक के परिजन भी हसनपुर (अमरोहा) से रामनगर पहुंच चुके हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद निवासी अफसारूल नाम के युवक को अल्मोड़ा-नैनीताल जिले की सीमा पर पर स्थित मोहान इंटर कॉलेज के पास एक बाघ नेशनल हाइवे पर ही उनकी बाइक पर हमला करके जंगल में उस समय उठा ले गया था जब वह अपने अनस नामक दोस्त के साथ नैनीताल, अल्मोड़ा घूमने के बाद बाइक से इस क्षेत्र से गुजर रहा था। निकट कालागढ़ टाइगर रिजर्व की मंदाल रेंज व रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज के बीच गुजरने वाले इस नेशनल हाइवे से गुजरती इन युवकों की बाइक पर हमला करने के बाद बाघ बाइक के पीछे बैठे अफसारुल को खींचकर कोसी रेंज के घने जंगल में ले गया था। जबकि हादसे से हक्का-बक्का अनस मौके पर चीखता-चिल्लाता ही रह गया था। चलती बाइक से बाघ द्वारा युवक को उठाकर जंगल में ले जाए जाने की घटना की जानकारी मिलने पर रात में ही बाघ द्वारा ले जाए गए युवक की तलाश में सर्च अभियान छाया गया था जिसमें अंधेरे की वजह से कोई सफलता नहीं मिली थी। अलबत्ता हाईवे से 50 मीटर की दूरी पर अफसारुल का खून से सना बैग और मोबाइल बरामद कर लिया गया था।

रविवार की सुबह घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने हमलावर बाघ को पकड़ने की मांग करते हुए नेशनल हाइवे 309 पर चक्का जाम लगा दिया। बाघ के हमले के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित ग्रामीणों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग पर लापरवाही का भी आरोप लगाया। क्षेत्र में लगातार बाघों के बढ़ते हमले को लेकर ग्रामीणों में दहशत पसरी हुई है। हाईवे पर लगे इस जाम की वजह से कुमाउं-गढ़वाल का रामनगर से यातायात ठप्प हो गया। तमाम यात्रियों के साथ ही पर्यटक भी इस जाम में फंसे रहे। इसी जाम में अल्मोड़ा से रामनगर की ओर वापस लौट रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी जाम में फंस गए। ग्रामीणों की मांग को जानकर रावत भी अपने वाहन से निकलकर ग्रामीणों के साथ ही सड़क पर बैठ गए। रावत से ग्रामीणों ने बाघ के लगातार बढ़ते हमले और विभाग द्वारा कोई भी सुरक्षा व्यवस्था न करने की शिकायत भी की। रावत ने इस दौरान फ़ोन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व जिलाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कर हमलावर बाघ को जल्द से जल्द पकड़ने की अपील भी की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से आदमखोर बाघों से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने को भी कहा। करीब दो घण्टे के बाद में अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीणों ने जाम हटा दिया। उसके बाद हाइवे पर यातायात सुचारू हो गया। दूसरी ओर वन-विभाग की टीम द्वारा बाघ का शिकार बने युवक की तलाश में चलाए गए अभियान के दौरान टीम को घटनास्थल से करीब एक किमी. की दूरी पर कोसी रेंज के जंगल में युवक का एक हाथ बरामद हुआ है।

वाह रे सरकार….! नल में जल नहीं, घर में पानी ही पानी, बदतर हालातों में जीने को मजबूर हैं कंडोली निवासी

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देहरादून, आजकल स्मार्ट सिटी के नाम पर पूरा देहरादून खुदा पड़ा है, किसी भी अधिकारी और राजनेता, जन प्रतिनिधियों की आंखों से यह सब ओझल है, क्या हो सभी को मालूम है विकास हो रहा है, वाह रे…. सरकारी अधिकारी, शांत बैठे हैं देख रहे हैं कि विकास हो रहा….! ऐसा ही कुछ विकास आजकल सहस्त्रधारा रोड़ से लगे कंडोली चिडौंवाली क्षेत्र में भी चल रहा है, जहां सड़क पर आधे अधूरे पड़े सीवर लाइन निर्माण कार्य के चलते स्थानीय लोग बदतर हालातों में जीने को मजबूर हैं। यहां के हालात इतने दयनीय बन हुए हैं कि सड़क के दोनों और पानी की लाइन और नालियां क्षतिग्रस्त होने के कारण घरों के नल सूखे पड़े हैं और सड़क पर बह रहा बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। स्थानीय लोगों में प्रशासन और निगम के खिलाफ गुस्सा पूरे चरम पर है।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ माह पहले कंडोली चिड़ौंवाली सड़क पर सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था। लाइन बिछाने के बाद सड़क पर कंकरीट बिछाकर मिट्टी बिछा दी गई। बदहाल सड़क के दोनों और क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन और टूटी हुई नालियों से बरसात का पानी घरों में घुस जाता है। यह पानी उनके घरों की नींव के लिए भी खतरा बन रहा है।

गड्ढों में जमा पानी दे रहा बीमारियों को न्योता :

स्थानीय निवासी आनन्द रावत और विनोद नेगी कहते हैं कि बारिश के मौसम में जहां एक ओर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग डेंगू और अन्य बीमारियों से बचने के लिए घरों के आसपास पानी जमा ना रहने देने के लिए जागरूक कर रहा है वहीं दूसरी ओर उनके घर के सामने की सड़क पर बारिश के बाद सड़क के गड्ढों में जमा पानी की सुध लेने वाला कोई नहीं है। हर रोज दोपहिया वाले इस सड़क पर गिरकर चोटिल हो रहे हैं।

दीवार ढहने से कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा :

कंडोली मोहल्ला समिति के अध्यक्ष सुभाष नौडियाल का कहना है कि सीवर लाइन निर्माण करवा रहे ठेकेदार ने खोदी गई सड़क का सारा मलवा और पाइप सड़क के किनारे एक खाली प्लॉट में डंप कर दिये हैं। प्लॉट की दीवार के सड़क पर ढहने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

नालियों की नियमित सफाई की मांग :

कंडोली के वाशिंदे हरीश भट्ट, सुरेन्द्र चौधरी आदि का कहना है कि मोहल्ले के ज्यादातर लोग जागरूक हैं निगम के सफाई कर्मियों के भरोसे न रहकर वे स्वयं अपने मोहल्ले की सफाई करते रहते हैं। मगर सीवर लाइन निर्माण के चलते बारिश में क्षतिग्रस्त नालियां जगह-जगह चोक हो जाती हैं। उन्होंने क्षेत्र के पार्षद से बरसात के मौसम नालियों की नियमित सफाई करवाने की मांग उठाई है।

दून की नव नियुक्त जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने ग्रहण किया पदभार

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देहरादून, नव नियुक्त जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने आज जिलाधिकारी देहरादून का पदभार ग्रहण करते हुए कोषागार में डबल लॉक का चार्ज लिया।

नव नियुक्त जिलाधिकारी ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के सतत् क्रियान्वयन, मुख्यमंत्री के कौशल विकास योजना से अधिकतम लोगों को स्वरोजगार दिये जाने तथा जनमानस की समस्या का निस्तारण करना है।

जिलाधिकारी ने पदभार ग्रहण करने के उपरांत अधिकारियों के साथ कलेक्टे्ट सभागार में बैठक में प्राथमिकता से अवगत कराया। उन्होंने मानसून के दृष्दिटगत सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए तथा जन समस्याओं का त्वरित गति से समाधान करने तथा जिन समस्याओं का समाधान शासन स्तर पर होना है ऐसे समस्याओं के निदान शासन को प्रेषित करने को कहा। उन्होंने जनता से मधुर व्यवहार जिला प्रशासन द्वारा अच्छी कार्यशैली विकसित करने का प्रयास करने पर बल दिया। साथ ही डेंगू व आपदा प्रबन्धन के क्षेत्र में अलर्ट रहते हुए कार्य करने को कहा। वर्षा के सीजन में लोगों को असुविधा न हो यह वर्तमान की प्रथम प्राथमिकता में है।

देहरादून की नई डीएम आईएएस सोनिका 2010 बैच की अफसर हैं। वर्तमान में मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी लि0 एवं अपर सचिव के पद की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं। श्रीमती सोनिका जनपद देहरादून में उप जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी एवं जिलाधिकारी टिहरी गढवाल के पद पर रहीं है।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी के के मिश्रा व डॉ शिव कुमार बरनवाल , नगर मजिस्ट्रेट कुशम चैहान, मुख्य कोषाधिकारी रोमिल चैधरी, एसडीएम डोईवाला युक्ता मिश्रा, मुख्य व्यैक्तिक सहायक जिलाधिकारी वीरेंद्र सिंह, सहायक निदेशक/जिला सूचना अधिकारी बद्री चन्द्र नेगी सहित संबन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

आजादी के अमृत महोत्सव एवं लोकपर्व हरेला के अवसर पर दुग्ध संघ में किया गया वृक्षारोपण

 

लालकुआँ, नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि. द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव एवं उत्तराखण्ड के लोकपर्व हरेला के उपलक्ष्य में पौधरोपण कार्यक्रम किया गया जिसके तहत दुग्ध संघ परिसर में दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश सिह बोरा व सामान्य प्रबन्धक राजेंद्र सिंह चौहान द्वारा छायादार फलदार व औषधि युक्त पौधों का रोपण किया गया ।
इस दौरान पर्यावरण संरक्षण व प्रकृति में हरियाली एंव खुशहाली के उद्देश्य से आंचल परिवार को संदेश देते हुए दुग्ध संघ परिसर में आंवला, जामुन, बेल, अर्जुन व महुआ आदि पौधों का रोपण किये गये । पौधरोपण कार्यक्रम में नवनियुक्त सहायक निदेशक डेरी जनपद नैनीताल के निर्भय नारायण सिंह समेत दुग्ध संघ के समस्त कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे ।

 

‘हरेला पर्व’ पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने विभिन्न प्रजाति के पौधों का किया रोपण

(त्रिभुवन जोशी)

पिथौरागढ़, पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला हरेला पर्व जनपदभर में धूमधाम से मनाया गया, इस अवसर पर जिला प्रशासन ने जनपदभर में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया | मुख्य कार्यक्रम राजकीय इंटर कॉलेज गुरना क्षेत्र में आयोजित हुआ, जहां पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान द्वारा विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया, इस अवसर पर डीएफओ कोकोरोशे, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, अपर जिलाधिकारी एफआर चौहान सहित जनप्रतिनिधियों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा भी पौधरोपण किया गया |
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जनपदवासियों को हरेला पर्व की बधाई दी, उन्होंने कहा कि हम हरेला पर्व पर जिन पौधों का रोपण कर रहे हैं उनका संरक्षण भी बेहद जरूरी है, इसलिए रोपे गए पौधों को अपना नन भुला (छोटा भाई) मानकर उनकी देखभाल भी करें | जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी स्वतन्त्रता दिवस पर पौध संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा | जिलाधिकारी ने बताया कि हरेला पर्व के उपलक्ष में जनपदभर में पौने तीन लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है, मुख्य कार्यक्रम में गुरना क्षेत्र में फलदार, औषधीय एवं चारा आदि विभिन्न प्रजाति के 2 हजार पौधों का रोपण किया गया है |
इस अवसर पर मुख्य कार्यक्रम में नदी एवं सरोवर पुनरुद्धार विषय पर व्याख्यान कार्यक्रम भी आयोजित हुआ जिसमें विभिन्न लोगों द्वारा अपने विचार रखे गये, पौधों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से सेल्फी विद प्लान्ट कार्यक्रम भी आयोजित हुआ, जिसके तहत लोगों ने रोपे जाने वाले पौधों के साथ सेल्फी भी ली |

मुख्यमंत्री धामी ने जागेश्वर धाम में किया श्रावणी मेले का शुभारंभ

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अल्मोड़ा/देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जागेश्वर धाम पहुंचकर प्रसिद्ध श्रावणी मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाबा जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने हरेला पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई दी तथा जागेश्वर धाम परिसर में पौधारोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने विधानसभा जागेश्वर में कुल 12.35 करोड़ लागत की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया जिसमे 77.31 लाख रुपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं 11.58 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। जागेश्वर धाम के धार्मिक महत्व को समझते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मानस मंदिर माला योजना के अन्तर्गत जागेश्वर धाम का भी विकास किया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के मंत्र पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश निरंतर विकास के पथ पर गतिमान है तथा राज्य स्थापना के 25 वें वर्ष में देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में अपनी पहचान बनाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के स्तर पर पिछले 5 वर्षों में राज्य के लिए 1.25 लाख करोड़ रपए की योजनाएं स्वीकृत हुई हैं। उन्होंने आयुष्मान योजना, अटल आवास योजना, उज्ज्वला योजना, मुद्रा योजना जैसी अनेक योजनाओं की उपलब्धियां गिनाई तथा कहा कि उनकी सरकार द्वारा भी लोकहित में अनेक योजनायें स्वीकृत की है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति के लागू होने से प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधारवादी परिवर्तन देखने को मिलेंगे। कहा कि समान नागरिक संहिता को लागू करने वाला उत्तराखंड पहला प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए 5 सदस्य समिति ने कार्य प्रारंभ कर दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सचिवालय में जन समस्याओं के समाधान के लिये प्रत्येक सोमवार को नो मीटिंग डे का नियम बनाया गया है। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण के मंत्र का पालन करते हुए प्रत्येक सोमवार को अधिकारी जनता की समस्याएं सुनेंगे तथा उनका समाधान करेंगे। जिले के प्रभारी मंत्री तथा चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने हरेला पर्व एवं श्रावणी मेले के शुभारंभ पर बधाइयां एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाले एक महीने में जनपद में सौ प्रतिशत शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहली बार जनपद में डॉक्टरों की पर्याप्त तैनाती की गई है।
स्थानीय विधायक मोहन सिंह मेहरा ने जागेश्वर धाम में लगने वाले श्रावणी मेले के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आने के लिए जनपद वासियों की ओर से उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने जागेश्वर विधानसभा के लिए 12.35 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। इस अवसर पर कपकोट विधायक सुरेश गडिया, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, जिलाधिकारी वंदना, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पार्वती मेहरा, भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा अध्यक्ष कुंदन लटवाल, मंडल अध्यक्ष प्रकाश भट्ट समेत अन्य अधिकारी एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।

उपराष्ट्रपति पद के लिए जगदीप धनखड़ को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया

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नई दिल्ली, आगामी छह अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अपना उम्मीदवार तय कर दिया है, बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए जगदीप धनखड़ को उम्मीदवार बनाया है | पार्टी ने यह फैसला आज संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया है. राजधानी दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में हो रही इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद हैं |

देश के उपराष्ट्रपति को चुनने के लिए निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल होते हैं, संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 780 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं. जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है. मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होगा. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 जुलाई है और मतदान छह अगस्त को निर्धारित है |

उपराष्ट्रपति के अलावा भाजपा ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है. यदि मुर्मू चुनाव जीत जाती हैं, तो वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी. एनडीए ने 2017 में उपराष्ट्रपति पद के लिए तत्कालीन केंद्रीय मंत्री नायडू को अपना उम्मीदवार बनाया था. भाजपा इस बार भी अपने उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए मजबूत स्थिति में है |

बाइक सवार को हाईवे से उठा ले गया बाघ

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रामनगर। अल्मोड़ा से वापस लौट रहे बाइक पर सवार दो युवकों पर काशीपुर-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बाघ हमला कर बाइक के पीछे बैठे युवक को घसीटकर जंगल में ले गया। सूचना मिलने पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व व रामनगर वन प्रभाग सहित पुलिस प्रशासन के अमले ने बाघ द्वारा जंगल में ले जाए युवक की बाबत सर्च अभियान शुरू कर दिया है। रात के अंधेरे में चल रहे सर्च अभियान के दौरान युवक का कुछ पता नहीं चल पाया था।

जानकारी के अनुसार अमरोहा जनपद के थाना नगली तहसील हसनपुर निवासी मौ. अनस पुत्र शमीम अहमद अपने दोस्त अफसरूल पुत्र भूरा के साथ अल्मोड़ा घूमने गया हुआ था। शनिवार की शाम यह दोनो युवक अल्मोड़ा से वाया रामनगर वापस अपने घर अमरोहा जा रहे थे। रात करीब साढ़े आठ बजे यह लोग अल्मोड़ा-नैनीताल जिले की सीमा पार कर नैनीताल जिले में दाखिल हुए ही थे कि मोहान इंटर कॉलेज के निकट कालागढ़ टाइगर रिजर्व की मंदाल रेंज व रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज के बीच गुजरने वाले इस हाइवे पर गुजरते हुए इन युवकों की बाइक पर एक बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमला करने के दौरान बाइक मौ. अनस चला रहा था जबकि अफसरूल बाइक के पीछे बैठा था। इससे पहले की बाइक सवार युवक कुछ समझ पाते, बाघ बाइक के पीछे बैठे अफसरूल को अपने जबड़े में दबाकर जंगल की ओर नौ दो ग्यारह हो गया। इस दौरान बाइक चला रहा अनस चीखता चिल्लाता रह गया।

चलती बाइक से बाघ द्वारा युवक को उठाकर जंगल में ले जाए जाने की घटना की जानकारी मिलते ही वन प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व व रामनगर वन प्रभाग के साथ ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई। खबर लिखे जाने तक प्रशासन की टीमों द्वारा बाघ द्वारा ले जाए गए युवक की तलाश में रेस्क्यू अभियान चला रखा था। लेकिन अंधेरे के कारण रेस्क्यू में प्रशासन को कोई सफलता नहीं मिल पाई थी।

जिला पंचायत चुनाव से ठीक पूर्व भाजपा ने लगायी कांग्रेस में सेंध

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हरिद्वार ✍🏻(कुलभूषण)✍🏻,  प्रदेश में विद्यान सभा चुनावों में मिली हार के बाद से कांग्रेस पार्टी में जारी पलायन का क्रम रूकने का नाम नही ले रहा है। जिसके चलते जनपद हरिद्वार तथा नगर हरिद्वार में बडी संख्या में कांग्रेसजन पार्टी को अलविदा कहकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके है।इनमें कई बडे चेहरे पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे चुके है तथा कुछ पिछले विधान सभा चुनावों में काग्रेस पार्टी से चुनाव लड चुके है। इसे भारतीय जनता पार्टी की बढती लोकप्रियता कहे या कांग्रेस नेताओ की पार्टी में चल रही आपसी खीचतान के चलते आम कांग्रेस नेता की उपेक्षा का परिणाम या फिर इन कांग्रेस नेताओ का सत्ता से प्रेम कारण चाहे जो भी रहा हो। पिछले कुछ समय से जिस प्रकार काग्रेस पार्टी में पार्टी छोडकर जाने का क्रम हरिद्वार की राजनीति में शुरू हुआ है वह रूकने का नाम ही नही ले रहा है। ऐसे में कंाग्रेस के प्रदेश शीर्ष नेताओ के पास हरिद्वार में होने जा रहे जिला पंचायत चुनावों को लेकर एक बडा प्रश्न खडा होता दिखायी दे रहा है कि आने वाले जिला पंचायत चुनावों में पार्टी किन बडे चेहरो को लेकर जिला पंचायत चुनावी समर को जीतने के लिए मैदान में उतरेगी।

कांग्रेस छोड भाजपा में जाने वाले कांग्रेस नेताओ को तैयार करने में जनपद में भाजपा के शीर्ष नेताओ की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है जो इन चुनावों के माध्यम से 2024 में होने वाले लोक सभा चुनावो की तैयारी में लगे है।

हरिद्वार में जिला पंचायत चुनाव से ठीक पहले विगत दिवस बडी संख्या में ग्रामीण परिवेश व जिला पंचायत की राजनीति में अपना प्रभाव रखने वाले कांग्रेस के नामचीन नेताओ द्वारा पार्टी को अलविदा कहकर प्रदेश की राजधानी में भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा उससे तो यही स्पष्ट प्रतीत होता दिख रहा है कि इस बार के होने वाले जिला पंचायत चुनावों में काग्रेस के लिए यह डगर कठिन होने जा रही है।
जनपद में कांग्रेस नेताओ के ठीक जिला पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस के नेताओ द्वारा पाला बदले जाने को लेकर कोई भी कांग्रेस का बडा नेता कुछ बोलने को तैयार नही है। इससे एक बात तो स्पष्ट नजर आती है की प्रदेश में कांग्रेस के बडे नेताओ की गुटबाजी के चलते जहा कंाग्रेस में पार्टी छोडकर अन्य दल में जाने का क्रम जारी है वही भाजपा जिला पंचायत चुनावों से ठीक पूर्व कंाग्रेस में संेधमारी करने का कोई मौका नही छोड रही है। कंाग्रेस के नेताओ को भाजपा में लाकर जहा भाजपा के नेता पार्टी के प्रदेश व शीर्ष नेतृत्व को यह संदेश देने में सफल होते नजर आ रहे है। की जिला पंचायत चुनावों को लेकर भाजपा ने अन्य दलो घेराबन्दी करनी शुरू कर दी है। वही कंाग्रेस सहित अन्य दल अपने अपने असंतुष्ट नेताओ को अपने संगठन में रोकने में सफल होते नही दिख रहे है।
जिला पंचायत चुनावों को लेकर जैसे जैसे जिला प्रशासन द्वारा निधार्रित कार्यक्रम के अनुसार समय नजदीक आ रहा है। वैसे वैसे हरिद्वार में राजनैतिक गतिविधियो में तेजी आ रही है। जिसके चलते जहां प्रदेश की राजनीति में सत्ताधारी भाजपा सही कांग्रेस बसपा आदमी पार्टी सहित सभी दल चुनावी समर में उतरे को लेकर आपनी अपनी तैयारीयो में लगे है।

 

गुरुकुल कांगड़ी में हरेला पर्व के चलते किया गया पौधा रोपण कार्यक्रम

हरिद्वार ✍🏻(कुलभूषण)✍🏻, गुरूकुल कागड़ी सम.विश्वविद्यालय  हरिद्वार के जीव विज्ञान संकाय में उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला पर पौधारोपण कर मनाया गया द्य इस अवसर पर प्रोफेसर नवनीत डीन शैक्षणिक एवं लेखा परीक्षा वनस्पति एव सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग प्रोफेसर मुकेश कुमार एवं प्रोफेसर डी0एस0 मलिक डीन लाइफ साइंस प्राणीशास्त्र और पर्यावरण विज्ञान विभाग ने वृक्षारोपण किया। प्रोफेसर नवनीत  ने कहा कि हरेला शब्द का तात्पर्य हरयाली से हैं  देव भूमि कहा जाने वाला उत्तराखंड दुनियाभर में तीर्थ स्थलों के लिए प्रसिद्ध हैद्य यहां ही संस्कृति में कई विविधताएं दिखाई देती हैं द्य यह पर्व हरियाली और नई ऋतु के शुरू होने का सूचक हैद्य
इस अवसर पर प्रोफेसर रमेशचंद्र दुबेए वनस्पति एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग ने कहा कि वनों से हमें अनेक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभ मिलते हैं। अनेक प्रकार की जड़ीण्बूटियां मिलती हैं। जिनका प्रयोग औषधियां बनाने में किया जाता है। भारत में लगभग 35 लाख लोग वनों पर आधारित उद्योगों में कार्य कर आजीविका चलाते हैं। हरेला पर्व पर फलदार व कृषि उपयोगी पौधा रोपण की परंपरा है।
प्रोफेसर डी0एस0मलिक ने कहा कि विविधताओं से भरे इस देश में कितने ही पर्व ऐसे हैंए जो किसी राज्य विशेष को ही नहींए बल्कि पूरे देश को जोड़ते हैं। उत्तराखंड का ऐसा ही पारंपरिक पर्व है हरेला। हरेला पर्व के साथ ही सावन का महीना शुरू हरेला का पर्व परिवार को एकजुट करने का संदेश देता हैद्य हरेला एक हिंदू त्यौहार है जो मूल रूप से उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में मनाया जाता है ।
इस अवसर पर डॉ संदीप कुमारए डॉ विनीत कुमार विश्नोई और डॉ चिरंजीब बनर्जी और नॉन टीचिंग स्टाफ उपस्थित थेद्य
इसके अतिरिक्त ऋषिकुल आयुर्वेद कालेज व अन्य स्कूल कालेजो तथा विभिन्न सामाजिक संस्थाओ द्वारा भी हरेला पर्व के चलते विभिन्न स्थानों पर वृक्षा रोपण कार्यक्रम आयोजित किये गये।May be an image of 9 people and people standing

‘आदमखोर’ हो गया पिटबुल डॉग ने ली अपने मालिक की जान

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लखनऊ में कुत्ते के हमले में उसकी मालकिन रिटायर्ड टीचर की मौत जैसी दर्दनाक घटना कानपुर के रतनलाल नगर में भी हो चुकी है। यहां भी पिटबुल प्रजाति के दो कुत्तों ने कारोबारी के रिश्तेदार को मार डाला था। इसके बाद भी यहां ऐसे खूंखार कुत्तों की फौज है। यहां लखनऊ से भी ज्यादा 247 पिटबुल और 336 रॉट विलर हैं। अगर आपने पिटबुल और रॉट विलर जैसे खूंखार कुत्ते पाले हैं तो सावधान रहें। पिटबुल सबसे खूंखार कुत्तों में गिना जाता है। यही वजह है कि 41देशों में इसे पालने पर प्रतिबंध है। अगर अपने देश की बात करें तो डॉग शो में पिटबुल को लाने की इजाजत नहीं है। कनाइन क्लब ऑफ इंडिया ही डॉग शो आयोजित करता है मगर इसमें पिटबुल को शामिल नहीं करता। पंजाब ऐसा राज्य है जहां डॉग शो में पिटबुल भी जाते हैं मगर वो शो केसीआई के अधीन नहीं बल्कि निजी तौर पर किए जाते हैं। अमेरिकन बुली भी प्रतिबंधित हैं। दिल्ली के कैंट इलाके में भी पिटबुल लने पर प्रतिबंध है। वहां भी लखनऊ की तरह की ही घटना हो चुकी है। हरियाणा के रोपड़ में भी पिटबुल एक जान ले चुका है। झांसी में रॉट विलर ने एक बच्चे को तब फाड़ दिया था जब वह एक कैंपस में गई गेंद को उठाने के लिए गया हुआ था।source-hindustan

पहाड़ का सफर हो गया महंगा, जानिए दो शहरों के बीच नया किराया

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हल्द्वानी। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने शुक्रवार को सार्वजनिक परिवहन किराया दरों में इजाफा कर दिया है। बस, टैक्सी और ट्रक सहित सभी सेवाओं का किराया बढ़ाया गया है। इससे हल्द्वानी से मंडल के पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करना लोगों को ज्यादा किराया देना होगा।नई दरें लागू होने पर रोडवेज और केमू बसों में सफर 25 से 130 रुपये तक महंगा हो जाएगा। साथ ही ट्रक का मालभाड़ा प्रति कुंतल 28 से 105 रुपये तक बढ़ जाएगा।
वहीं टैक्सी व मैक्सी वाहनों में प्रति व्यक्ति किराया 45 से 160 रुपये तक ज्यादा देना होगा। एसटीए ने तीन साल बाद सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के किराये में इजाफा किया है। दरों में इजाफा होने के बाद यहां से रोडवेज बस से पिथौरागढ़ का सफर करने वालों को अब करीब 465 रुपये, अल्मोड़ा के लिए 210, बागेश्वर के लिए 395, चम्पावत के लिए 375 रुपये किराये के देने होंगे। रोडवेज ही नहीं केमू की बसों में भी सफर महंगा हो जाएगा।
रामनगर जाने को अब चुकाने होंगे 100 रुपये
जिले के लोकल रूटों पर रोडवेज बसों में हल्द्वानी से रामनगर का किराया सबसे ज्यादा 20 रुपये तक बढ़ सकता है। अभी तक रामनगर के लिए 80 रुपये किराया देना होता है। नई दरों के बाद किराया 100 रु. हो सकता है। नैनीताल का 70 से बढ़कर 85 रुपये, कालाढूंगी का 35 से बढ़कर 45 रुपये, भीमताल का 60रुपये देना पड़ सकता है।
देहरादून :टैक्सी-मैक्सी कैब का किराया भी करीब 18% ज्यादा हो गया है। टैक्सी संचालक इस किराए को 30% तक बढ़ाने की मांग कर रहे थे। अब तक साधारण से सुपर लग्जरी तक की टैक्सी छह लाख से 20 लाख रुपये की श्रेणी में थे। अब इन्हें आठ लाख से 25 लाख से अधिक तक की सीमा में रखा गया है। इसके साथ ही सुपर लग्जरी टैक्स-मैक्सी का किराया यथावत रहेगा।
हल्द्वानी से किराया रोडवेज
क्षेत्र अभी तक नया संभावित
अल्मोड़ा 170 210
रानीखेत 160 195
चम्पावत 305 375
पिथौरागढ़ 380 465
बागेश्वर 320 395
गंगोलीहाट 370 455
डीडीहाट 450 555
धारचूला 565 695
लोहाघाट 350 430
काशीपुर 115 140

केमू
क्षेत्र अभी नया संभावित
अल्मोड़ा 160 195
रानीखेत 160 195
पिथौरागढ़ 290 355
बागेश्वर 290 355
गंगोलीहाट 350 430

हल्द्वानी से मैक्सी/टैक्सी में किराया
अल्मोड़ा 200-250 245-300
रानीखेत 200-250 245-300
बागेश्वर 500-700 615-860
पिथौरागढ़ 500-700 615-860
नोट : नया किराया संभावित दिया गया है। फिक्स दरें रोडवेज, केमू प्रबंधन और टैक्सी व ट्रांसपोर्ट यूनियन की ओर से जारी की जाएंगी।

मालवाहक
क्षेत्र अभी संभावित नया
अल्मोड़ा 100 138
रानीखेत 100 138
बागेश्वर 140 190
चम्पावत 165 225
पिथौरागढ़ 180 245
बेरीनाग 170 235
धारचूला 260 360
मुनस्यारी 280 385
थल 280 385 (नोट: मालवाहक भाड़ा प्रति कुंतल में)

मालभाड़ा बढ़ने से सामान हो सकता है महंगा
एसटीए ने बसों के साथ ही ट्रकों के मालभाड़े में भी इजाफा किया है। डीजल के अलावा बीमा, टैक्स, बीमा सहित वाहन के पाट्र्स महंगे होने के चलते वाहन स्वामियों द्वारा भाड़ा बढ़ाए जाने की मांग की जा रही थी। सरकार द्वारा फैसला न लिए जाने पर ट्रांसपोट्र्स ने हल्द्वानी से भाड़ा बढ़ा दिया था। लेकिन अब एसटीए द्वारा किए गए इजाफे के बाद फिर भाड़ा बढ़ सकता है। ऐसे में पहाड़ों को हल्द्वानी से होने वाली विभिन्न वस्तुओं की सप्लाई महंगी हो जाएगी। इसका असर वस्तुओं की कीमतों पर भी देखने को मिल सकता है।
एसटीए द्वारा बढ़ाई गई किराये की दर अभी हमें नहीं मिली हैं। सम्भवत: शनिवार को दरें मिलने के बाद किराया निर्धारित होगा। लेकिन अगर 23 फीसदी किराया बढ़ाया गया है तो यह कम है। लेकिन हर 6 महीने में दरें रिवाइज होने की बात भी कही गई है। ऐसे में फिलहाल थोड़ी राहत है।- सुरेश डसीला, चेयरमैन, केमू