Friday, May 16, 2025
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टिहरी डीएम बने सौरभ गहरवार, IAS ईवा आशीष श्रीवास्तव को मिली ये जिम्मेदारी…

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(राजेन्द्र चौहान)

टिहरी, उत्तराखंड में शासन ने नौकरशाही में बड़ा फेरबदल किया है। टिहरी में डीएम को भी बदल दिया गया है। ईवा आशीष श्रीवास्तव से जिलाधिकारी टिहरी की जिम्मेदारी वापस ले ली गई है। अब IAS डॉ सौरभ गहरवार को टिहरी डीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तो वहीं IAS मनीष कुमार को सीडीओ टिहरी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रिपोर्टस के अनुसार आईएएस ईवा आशीष श्रीवास्तव से जिलााधिकारी से अपर सचिव पेयजल मिशन निदेशक की जिम्मेदारी दी गई है। बताया जा रहा है कि IAS मनीष कुमार सीडीओ टिहरी बनाए गए है। वह पहले देहरादून में डिप्टी कलेक्टर थे। वहीं IAS डॉ सौरभ गहरवार से मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें टिहरी डीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डॉ सौरभ गहरवार 2016 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।अक्तूबर 2018 में गंगोलीहाट तहसील में बतौर संयुक्त मजिस्ट्रेट उनकी तैनाती हुई थी। पूर्व में रेडियोलॉजिस्ट रह चुके डा. गहरवार ने प्रशासनिक कार्यों के साथ ही गंगोलीहाट क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अपने कामों के चलते वह जनता के दिलों में राज करते है।

 

टिहरी: ‘बीज बम अभियान’ : बीज बम योजना नेचुरल फार्मिंग की एक अच्छी योजना : विजय जड़धारीटिहरी : बीज बम अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रभावित हो रही जैव विविधता को संरक्षित करना | liveskgnews

(राजेन्द्र चौहान)

टिहरी, पर्यावरण संरक्षण एवं वन्यजीवों की खाद्य श्रृखला को पुर्नजीवित कर वन्यजीव-मानव संघर्ष में कमी लाने के लिए उदेश्य से 9 से 15 जुलाई एक सप्ताह तक ‘‘बीज बम अभियान’’ चलाया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून में अभियान का शुभांरभ किया।
उन्होंने वन विभाग को बीज बम अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु प्लान बनाकर कार्य करने को कहा। साथ ही जन आंदोलन के रूप में स्वयं सहायता समूह, महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, वन पंचायत प्रतिनिधि पंचायत आदि की भागीदारी से कार्यक्रम को सफल बनाने को कहा।
बीज बचाओ आंदोलन के कर्मवीर, इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार विजेता एवं समाजसेवी जड़धार गांव निवासी विजय जड़धारी ने कहा कि बीज बम योजना नेचुरल फार्मिंग की एक अच्छी योजना है। उन्होंने अपने स्लोगन ‘क्या है जंगल के उपकार मिट्टी’ पानी और बयार, जिंदा रहने के आधार’ से शुरू करते हुए कहा कि पौधे और बच्चे एक समान होते हैं, पौधरोपण के बाद उनका संरक्षण बहुत जरूरी है। सभी लोग पौधरोपण जरूर करें, हमारे शास्त्रों में भी एक पेड़ को दस पुत्रों के समान माना गया है। उन्होंने हैंवालघाटी में हुए चिपको आंदोलन से भी बच्चों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि उनकी पुस्तक ‘उत्तराखंड की प्राकृतिक खाद्य प्रजातियां’ में 130 प्रजातियां ऐसी हैं जो नेचुरल फार्मिंग की हैं। कहा कि बारह अनाज की फसल से उत्पन होने वाले अन्न को खाने से इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है।
इस मौके पर वन क्षेत्र अधिकारी शशिभूषण उनियाल, ग्राम प्रधान सौड़ पुष्पा उनियाल, प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंदिर नई टिहरी बी.डी. उनियाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं विभिन्न स्कूलों के स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

 

श्रीलंका में संकट प्रदर्शनकारियों ने तोड़ा पुलिस बेरिकेड, राष्ट्रपति भवन में हुए दाखिलSri Lanka Crisis Live Updates: Protesters Break Police Barricades, Enter Presidents Residence – श्रीलंका में संकट Live Updates : प्रदर्शनकारियों ने तोड़ा पुलिस बेरिकेड, राष्ट्रपति भवन में ...

(राजेन्द्र चौहान)

श्रीलंका में हालात बिल्कुल भी काबू में नहीं है, शनिवार को राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने राष्ट्रपति भवन के आगे लगे पुलिस बैरिकेड को तोड़ दिया और अंदर घुस गए. प्रदर्शनकारियों ने आवास में जमकर बवाल काटा. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में दो पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 30 लोग घायल हो गए. हजारों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को अवरुद्ध करने वाले पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दिया, जहां मार्च के अंत से राजपक्षे को रखा गया है, जब द्वीप-व्यापी विरोध प्रदर्शनों ने उनके इस्तीफे की मांग की थी. इन सब के बीच सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार “राष्ट्रपति को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया.” अभी उन्हें कहां रखा गया है इसकी कोई जानकारी नहीं है. श्रीलंका की सेना प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने की कोशिशों में जुटी है…

राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए कई श्रीलंकाई सैन्यकर्मी

 

पहली बार, कई श्रीलंकाई सैन्यकर्मी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए और श्रीलंकाई राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास में घुस गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारी गोटबाया राजपक्षे के आवास पर किचन में खाना बना रहे थे. इससे पहले के दृश्य सामने आए जहां प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति के आवास में पूल में तैरते देखा गया |

देश में चल रहे प्रदर्शन के बीच कॉलंबो पोर्ट से निकले दो जहाज
हार्बर मास्टर के अनुसार देश में चल रहे प्रदर्शन के बीच एसएलएनएस सिंदुराला और एसएलएनएस गजाबाहु नाम के दो जहाज कॉलंबो पोर्ट से निकले हैं |

 

यूपी से 13 किलो गांजा बेचने आई दो सगी बहनों के साथ तीन लोग गिरफ्तारउत्तराखंड : कांवड़ यात्रा में गांजा बेचने की चल रही थी तैयारी, तीन तस्कर गिरफ्तार | Uttarakhand: Preparations were on to sell ganja during Kanwar Yatra, three smugglers arrested

 

हरिद्वार, तीर्थ नगरी में कांवड़ मेले के लिए गांजा लेकर आई यूपी की दो सगी बहनों सहित तीन लोगों को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि तीनों आरोपी यूपी के मैनपुरी जनपद के रहने वाले हैं और कुछ दिन पहले ही रुडकी आए थे, जहां से उन्होंने कांवड़ में गांजा सप्लाई की योजना बनाई थी। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने इनको धर दबोचा। पुलिस ने इनके कब्जे से 13 किलो गांजा बरामद किया है, वहीं तीनों ने कई अहम जानकारी पुलिस को दी है। हरकी पैडी चौकी प्रभारी मुकेश थलेडी ने बताया कि कांवड के मद्दनेजर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसी क्रम में कांगडा घाट पर तीन लोगों की संदिग्ध गतिविधियां रिकार्ड की गई जिसके बाद तीनों की पुलिस ने तलाशी ली।
इस दौरान उनके पास से गांजा बरामद हुआ। हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में महिलाओं ने अपनी शिनाख्त उर्मिला और सुनीता के तौर पर बताई है। युवक की शिनाख्त धर्मवीर निवासी मैनपुरी के तौर पर हुई है।
पुलिस ने तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह को मिली एम्स की जिम्मेदारी

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(राजेन्द्र चौहान)

ॠषिकेश, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में बृहस्पतिवार को संस्थान की नवनियुक्त निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह ने पदभार ग्रहण कर लिया है। इस दौरान संस्थान के फैकल्टी सदस्यों व अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। बृहस्पतिवार को एम्स निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने संस्थान में विधिवत ज्वाइनिंग ले ली।

वहीं इस अवसर पर संस्थान के डीन प्रोफेसर मनोज गुप्ता, मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. संजीव मित्तल समेत फैकल्टी सदस्यों, चिकित्सकों व अधिकारियों ने निदेशक का जोरदार स्वागत किया। गौरतलब है कि प्रोफेसर मीनू सिंह इससे पूर्व पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में पीडियाट्रिक पल्मोनोलॉजी विभागाध्यक्ष व टेलीमेडिसिन की हेड रही हैं। इस दौरान प्रो. मीनू सिंह ने डब्ल्यूएचओ के साथ भी कार्य किया है। इसके अलावा उनका बच्चों में अस्थमा, तपेदिक व सिस्टिक फाइब्रोसिस आदि विषयों में महत्वपूर्ण शोध व योगदान रहा है।

 

न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया का 19वां इंस्ट्रक्शनल एंड फाउंडेशन कोर्स शुरू : एम्स में दो दिवसीय कार्यशाला में देशभर के मेडिकल संस्थानों के विद्यार्थी कर रहे शिरकत

ॠषिकेश, एम्स ऋषिकेश में न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एनएसआई) का 19वां इंस्ट्रक्शनल एंड फाउंडेशन कोर्स विधिवत शुरू हो गया। जिसमें देशभर के विभिन्न मेडिकल संस्थानों के लगभग 80 न्यूरो सर्जरी के छात्र छात्राएं प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यशाला के पहले दिन विशेषज्ञों ने विभिन्न विषयों पर व्याख्यानमाला प्रस्तुत की। एम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के तत्वावधान में शनिवार से एनएसआई का दो दिवसीय इंस्ट्रक्शनल एंड फाउंडेशन कोर्स (कार्यशाला) शुरू हो गया। एनएसआई के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. वीपी सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफेसर( डॉ) मीनू सिंह ने न्यूरो सर्जरी की नेशनल वर्कशॉप के सुचारू आयोजन के लिए एनएसआई कार्यकर्ताओं व आयोजन समिति को बधाई दी व न्यूरो सर्जरी विभाग का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान निदेशक एम्स डा. मीनू सिंह ने प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह के आयोजन का महत्व समझाया।

कार्यशाला में संस्थान के डीन एकेडेमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि इस तरह की कार्यशाला का आयोजन विद्यार्थियों के सुचारू पठन- पाठन व ज्ञानवर्धन के लिए नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्र-छात्राओं में विशेषज्ञों के अनुभवों से अनेक तरह का ज्ञान और कौशल विकास होता है।
इस अवसर पर न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीश के. अरोड़ा ने अतिथियों व विषय विशेषज्ञों का स्वागत किया और प्रतिभागियों से उनका परिचय कराया। इस दौरान उन्होंने छात्रों को कोर्स के विषय में विस्तृत जानकारियां भी दी।
न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. वीपी सिंह ने बताया कि एनएसआई की स्थापना 1951 में न्यूरो सर्जरी एवं न्यूरोलॉजी की शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के उद्देश्य से की गई थी। वर्तमान में इस सोसाइटी के 3 हजार से अधिक न्यूरो सर्जन एवं न्यूरोलॉजिस्ट सदस्य हैं।
इसके लिए सोसाइटी समय समय पर न्यूरो सर्जरी से जुड़े अलग-अलग कोर्सेज, सीएमई, वेबिनार्स, स्टडी प्रोग्राम्स एवं एजुकेशनल प्रोग्राम्स आयोजित करती है। सोसाइटी के बोर्ड ऑफ एजुकेशन के अध्यक्ष डॉक्टर परितोष पांडे ने बताया कि संस्‍था वर्ष में दो से तीन बार इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करती है, जिसमें विद्यार्थियों को इंस्ट्रक्शनल कोर्स और फाउंडेशन कोर्स के माध्यम से चिकित्सा संबंधी विभिन्न तरह की जानकारियां दी जाती हैं। उन्होंने बताया कि इंस्ट्रक्शनल कोर्स में अंतिम वर्ष के छात्रों को जटिल केसों की पहचान एवं निदान के बाबत विस्तृत जानकारी दी जाती है, जबकि फाउंडेशन कोर्स में प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को विषय से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बताया जाता है।
कार्यशाला में मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रोफेसर डॉ. एके सिंह ने न्यूरो सर्जरी के भूत, वर्तमान एवं भविष्य के बारे में विस्तृत चर्चा की। साथ ही एनएसआई के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डा. सुरेश नायर ने प्रतिभागियों को ब्रेन ट्यूमर और इससे जुड़े लक्षणों के बारे में बताया, साथ ही इन बीमारियों की पहचान व उपचार विधि पर विस्तृत चर्चा की।

खास खबर : आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों के किये बंपर तबादले

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देहरादून, प्रदेश सरकार ने आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों के बंपर ट्रांसफर किये हैं। इस संबंध में निदेशक डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने आदेश जारी किया है। जारी हुये आदेश में 56 आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को उनके नाम के सम्मुख तैनाती स्थान से चिकित्सालय में स्थानान्तरित किया गया है।

आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को 1 सप्ताह के अंदर अपनी प्रतिष्ठा ने प्रतिस्थानी की प्रतीक्षा किये बिना वर्तमान तैनाती स्थान से अवमुक्त होकर कार्यमुक्त होंगे।

स्थानान्तरित कार्मिकों के प्राविधानानुसार स्थानान्तरण आदेश निर्गत होने के 10 दिन के अन्दर नवीन तैनाती स्थान पर कार्यभार ग्रहण करेंगे ।

उत्तराखण्ड शासन की अधिसूचना संख्या-12/XXXVI (3)/2018/20 (1)/2017, देहरादून, दिनांक 05 जनवरी, 2018 जिसके द्वारा उत्तराखण्ड लोक सेवकों के लिये वार्षिक स्थानान्तरण विधेयक, 2017 प्रख्यापित किया गया है, के प्राविधान के अन्तर्गत विभागीय स्थानान्तरण समिति की संस्तुति के आधार पर श्रेणी “ख” में निम्नांकित आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को उनके नाम के सम्मुखम-3 में उल्लिखित स्थान / चिकित्सालय से स्तम्भ-4 में उल्लिखित स्थान / चिकित्सालय में स्थानान्तरित किया जाता है।

सम्बन्धित कार्मिक आदेश निर्गत होने की तिथि से एक सप्ताह के अन्दर प्रतिस्थानी की प्रतीक्षा किये बिना वर्तमान तैनाती स्थान से अदमुक्त होकर / कार्यमुक्त होगे स्थानान्तरित कार्मिकों के द्वारा धारा-23 (12) के प्राविधानानुसार स्थानान्तरण आदेश निर्गत होने के 10 दिन के अन्दर नवीन तैनाती स्थान पर कार्यभार ग्रहण करेंगे। निर्धारित समयान्तर्गत अवमुक्त कार्यमुक्त न होने की दशा में सम्बन्धित कार्मिक का वेतन आहरित नहीं किया जायेगा। अवमुक्त होने वाले कार्मिक नियमानुसार अनुमन्य कार्यभार ग्रहण करने की अवधि (JOINING TIME) का उपयोग नवीन तैनाती के पद का कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त ही कर सकेंगे तथा अवमुक्ति के उपरान्त मात्र अनुमन्य यात्रा अधि का ही उपभोग कर सकेंगे।

स्थानान्तरित कार्मिकों को किसी प्रकार का अवकाश स्वीकृत नहीं किया जायेगा।

स्थानान्तरित किये गये कार्मिकों के नवीन तैनाती स्थान पर कार्यभार ग्रहण न करने पर उनके विरुद्ध धारा-24 के अनुसार दण्डात्मक की जायेगी ।

स्थानानारित कार्मिक द्वारा स्थानान्तरण आदेश में विद्यमान किसी सारगर्भित टंकण त्रुटि के निराकरण हेतु स्थानान्तरण आदेश निर्गत होने के 03 दिवस के अन्तर्गत स्थानान्तरण करने वाले प्राधिकारी से एक सार उच्च अधिकारी को प्रत्यावेदन दिया जा सकेगा जिसके द्वारा प्रत्यावेदनों का निस्तारण कर दिया जायेगा।

स्वयं के अनुरोध पर स्थानानारित किये गये कार्मिकों को नियमानुसार यात्राकाल देय होगा यात्रा भत्ता देय नही होगा।

उत्तराखंड शासन ने आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों के किये बंपर तबादले, देखिये  पूरी लिष्ट - Uttarakhand Kesari

ब्रेकिंग: आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों के बम्पर तबादले। देखें लिस्ट.... -

दुल्हन सजकर दूल्हे का करती रही इंतजार, लेकिन नहीं आयी बारात, पुलिस तहरीर के आधार पर कर रही जांच

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हरिद्वार, जनपद तीर्थ नगरी के धनौरी इलाके के एक गांव में दुल्हन सजकर दूल्हे का इंतजार करती रही लेकिन बारात नहीं आयी, मामला दहेज जुड़ा होना बताया जा रहा है, इधर लड़की के परिवार के लोग मेहमानों के स्वागत में जुटे थे, लेकिन न दूल्हा आया और न बारात। दुल्हन की पिता का आरोप है कि दूल्हे के परिजनों ने 11 लाख रुपये नकद और कार की मांग की थी देने में असमर्थता जताई तो सारी बातें तय होने के बाद भी बरात नहीं आई। अब पीड़ित पिता ने थाने में तहरीर देकर कर्रवाई की मांग की है। कलियर थाने में असफनगर ग्रंट निवासी श्यामलाल सिंह ने तहरीर देकर बताया कि उसने अपनी बेटी का विवाह ग्राम डालुवाला खुर्द निवासी मोहन सिंह पुत्र रमेश के साथ तय किया था। विवाह तय करने के बाद नवंबर 2021 में बड़े धूम-धाम से सगाई हुई। सगाई में एक लाख 51 हजार रुपये नगद, सोने की छह टूम, चांदी की पांच टूम और परिवार को कपड़े दिए गए। विवाह का समय जुलाई 2022 तय हुआ।

7 जुलाई को मंढा और विवाह 8 जुलाई को निश्चित हुआ था। लेकिन 8 जुलाई को मोहन सिंह पुत्र रमेश के परिवार वाले बरात वाले दिन दहेज की मांग करने लगे। मोहन सिंह व उसके परिवार वाले दहेज की मांग को लेकर अड़े रहे और बारात लाने से इनकार कर दिया, आरोप है कि मोहन सिंह व उसके परिवार वाले एक कार व 11 लाख रुपये नगद की मांग को लेकर अड़ गए। पीड़ित ने जब यह रकम और कार देने में असमर्थता जताई तो वह बरात लेकर नहीं आये |
उन्होंने बताया कि उनके यहां सभी दूर-दराज के मेहमान आए हुए थे। और बरात व सभी मेहमानों के लिए भोजन एवं नाश्ता की व्यवस्था की गई थी। दोपहर के भोजन पर बरात का इंतजार करते रहे।
इंतजार करते-करते दो बज गए और फोन करते रहे मगर सबके फोन बंद आए। तब किसी राहगीर ने सूचना दी कि डालुवाला से आपके गांव जो बरात आनी थी। वो बरात लेकर नहीं आ रहे हैं। यह खबर सुनते ही परिवार में हड़कंप मच गया, आस-पास के लोग और मेहमान सब जमा हो गए।
दुल्हन भी इस बात को सुनकर रोती बिलखती रही। पीड़ित पिता ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच कर रही है। थानाध्यक्ष मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि तहरीर पर मामले की जांच की जा रही है |

प्रशासन की अतिक्रमण पर मनमानी कार्रवाई, विरोध में नीलकंठ बाजार बंद

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ऋषिकेश (यमकेश्वर), बिना पूर्व सूचना के प्रशासन द्वारा जेसीबी से नीलकंठ बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के विरोध में नीलकंठ व्यापार वेलफेयर एसोसिएशन खुलकर विरोध में आया । प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई के विरोध में व्यापार मंडल ने नीलकंठ बाज़ार क्षेत्र में समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान अनिश्चितकालीन तक बंद करने का निर्णय लिया।

व्यापार मंडल के अध्यक्ष बृजेश चौहान व सचिव पूरन सिंह पायल ने जारी विज्ञप्ति में जिला अधिकारी को अवगत कराया कि यंकेश्वर प्रशासन द्वारा कार्यवाही करने से पूर्व ना तो व्यापार मंडल को विश्वास में लिया गया ना ही स्थानीय व्यापारियों को कोई सूचना दी गई कि अतिक्रमण हटाया जाएगा , एकाएक तहसीलदार ने जेसीबी से तोड़फोड़ सुरु कर दी जबकि उच्च न्यायालय के स्पष्ट निर्देश हैं कि अतिक्रमण हटाने से पूर्व सूचना समाचार पत्र व क्षेत्र के लोगों को नोटिस द्वारा जरूर दी जाएगी लेकिन ऐसा ना किया जाना कहीं ना कहीं प्रशासन की दादागिरी को दर्शाता है जोकि संविधान मैं दी गई व्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है। प्रशासन का पक्ष जानने पर प्रशासन कुछ भी बताने को तैयार नही है ।

अखिल गढ़वाल सभा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने देखी गढ़वाली फिल्म ‘थोकदार’

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देहरादून, आज अखिल गढ़वाल सभा देहरादून के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा गढ़वाली फिल्म थोकदार देखने गए जिसमें सभा के अलग-अलग क्षेत्र (सरस्वती विहार अजबपुर खुर्द, साकेत कॉलोनी अजबपुर कलां, एच एन बी बहुगुणा कॉलोनी, नेशविला रोड, नेहरू कॉलोनी, शिव कुंज केदारपुर, बंजारावाला, रायपुर, तुनूवाला, अपर राजीव नगर, जोगीवाला, इत्यादि) के सदस्यों द्वारा फिल्म देखी गई.
आज फिल्म के शो के शुभारंभ सभा के अध्यक्ष श्री रोशन धस्माना महासचिव श्री गजेंद्र भंडारी द्वारा की गई. सभा के अध्यक्ष श्री रोशन धस्माना महासचिव श्री गजेंद्र भंडारी ने सर्वप्रथम फिल्म में काम करने वाले सभी कलाकारों को धन्यवाद दिया, उनकी अपनी संस्कृति, रीति रिवाज, गढ़वाली भाषा के प्रति जो लगाव है उसी के फलस्वरूप हम सभी लोग यह फिल्म देख पा रहे हैं साथ ही हम सभी लोगों से निवेदन करते हैं की अपनी संस्कृति, भाषा को जिंदा रखने के लिए हम सबको सभी क्षेत्रीय भाषा की फिल्में देखनी चाहिए इससे पूर्व पिछले महीने सभा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा “खैरी के दिन” गढ़वाली फिल्म भी देखी गई थी जिससे हमारे कलाकारों का मनोबल बढ़ता है और वह फिर निरंतर आगे भी अच्छा अभिनय करके समाज को एक नई दिशा देने का कार्य करते हैं. अखिल गढ़वाल सभा प्रदेश सरकार से पुरजोर तरीके से मांग करती है कि अपनी संस्कृति, बोली, भाषा को बढ़ावा देने के लिए सभी क्षेत्रीय भाषा की फिल्म को टैक्स फ्री करना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यह फिल्म देख सके विशेषकर हमारे युवा जो अपनी संस्कृति, रीति, रिवाज के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं.
इस अवसर पर फिल्म के निर्देशक श्री देबू रावत जी मुख्य कलाकार श्री राजेश मालगुडी ,श्री पन्नू गुसाईं, सभा के प्रचार सचिव श्री अजय जोशी, श्री दिनेश सकलानी, श्रीमती रीता भंडारी, श्री विनोद सिंह चौहान, , श्री विजय सिंह चौहान, श्री पंचम सिंह बिष्ट, श्री कैलाश तिवारी, श्री सुनील बडोनी, श्रीमती परिणीता बडोनी, श्री मंगल सिंह की कुट्टी, श्री अनूप सिंह फर्त्याल, श्री बगवालिया सिंह रावत, श्री दीपक रावत, श्री अनिल डोभाल, श्री आशीष गुसाईं, , श्रीमती अर्चना बागड़ी, श्रीमती बीना गोदियाल, श्री आशुतोष पवार, श्री सुधीर बडोला, श्री सी पी शर्मा, श्री सोबन सिंह नेगी, श्री रमेश कुमाई, , आदि उपस्थित थे |

बड़ी खबर : प्रदेश सरकार ने 50 आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं

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देहरादून, उत्तराखंड सरकार ने शासन/प्रशासन को चुस्त दुरूस्त करने के लिये कई प्रशासनिक अधिकारियों तबादले किये हैं, आज सरकार ने 50 आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं, कई जिलों के जिला अधिकारी बदले हैं और कई पीसीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है | शासन में भी कई अधिकारियों के दायित्वों का फेरबदल किया गया है, सचिव सचिन कुर्वे से ग्रामीण विकास विभाग हटाया गया सचिव पर्यटन तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर्यटन विकास परिषद की दी गई नई जिम्मेदारी, सचिव दिलीप जावलकर से सचिव पर्यटन की जिम्मेदारी हटाई गई सचिव वित्त की मिली नई जिम्मेदारी, सचिव डॉक्टर बी वी आर सी पुरुषोत्तम से निदेशक दुग्ध विकास की जिम्मेदारी हटाई गई सचिव ग्राम में विकास की दी गई नई जिम्मेदारी, सचिव विनोद कुमार सुमन से सचिव (प्रभारी) शहरी विकास की जिम्मेदारी हटाई गई |

देखिये पूरी लिस्ट :

 

1000 से कम किराए वाले पर जीएसटी और जीरो जोन को लेकर होटल व्यवसायी करेंगे भूखे रहकर आंदोलन

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हरिद्वार (,कुलभूषण शर्मा) बजट होटल एसोसिएशन, हरिद्वार के पदाधिकारियों ने 1000 से कम किराए वाले कमरों पर 12 फीसदी जीएसटी कर लगाने और शहर के मध्य शिवमुर्ति से लेकर भीमगोड़ा तक जीरो जोन बनाने का विरोध किया है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार एवं जिला प्रशासन हरिद्वार को पत्र लिखकर दोनों निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग की है। ‌ एक सप्ताह के भीतर समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर भूखे रहकर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।

प्रेस क्लब हरिद्वार के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बजट होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कहा कि 1000 से कम किराए वाले कमरों पर 12% का जीएसटी लगाकर केंद्र सरकार ने होटल व्यवसायियों की कमर तोड़ दिए हैं। ‌ वही आश्रम एवं धर्मशालाओं को जीएसटी मुक्त रखा गया है। जबकि आश्रम और धर्मशाला वाले भी होटल वालों के समान ही किराया वसूल रहे हैं। इसके चलते होटल व्यवसायियों को जीएसटी की रकम अपनी जेब से चुकानी पड़ेगी। सरकार के इस दोहरे मापदंड से होटल व्यवसायियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुलदीप शर्मा ने कहा कि मध्य हरिद्वार में शिवमुर्ति से लेकर भीमगोड़ा तक जीरो जोन बनाकर प्रशासन ने होटल व्यवसायियों का कारोबार चौपट कर दिया है। विभास मिश्रा ने कहा एक और सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कर रही है। वही एक हजार से कम किराए वाले कमरों पर भी जीएसटी लगाकर होटल व्यवसायियों का गला घोटने का कार्य कर रही है।‌ उन्होंने कहा पर्यटन के लिए जो लोग हरिद्वार आते हैं वह 1000 से कम वाले कमरे में ठहरते ही नहीं। ऐसे कमरों में तीर्थयात्री या निम्न आय वर्ग के लोग ही ठहरते हैं। ‌ इस पर 12% का टैक्स लगाना उचित नहीं ठहराया जा सकता। ‌ केंद्र सरकार को अपनाने वापस लेना होगा। ‌प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद सभी होटल व्यवसायियों ने एक स्वर में उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन से दोनों निर्णय वापस लेने की मांग की है। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया है। निर्धारित समय में मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर भूख रहकर आंदोलन करने का एलान किया है। इस मौके पर अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, उमाशंकर बावड़े, विभाष मिश्रा, अंशुल जैन, दिवम शर्मा, अखिलेश चौहान, सचिन शर्मा, राकेश अग्रवाल, सचिन भारद्वाज, अनिल दुग्गल, योगेंद्र शर्मा, अभय गुप्ता, अभिषेक गौड़, शैलेंद्र सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।‌

शिक्षा विभाग से ट्रांसफर की एक और सूची निकली, कई शिक्षक हुये इधर से उधर

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देहरादून, गढ़वाल मण्डलान्तर्गत राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या शून्य वाले विषयों में कार्यरत शिक्षकों को छात्र संख्या वाले विद्यालयों में समायोजित किये जाने के दिये गये निर्देशों के अनुपालन में सम्बन्धित मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा जनपदान्तर्गत दिये गये प्रस्तावों के आधार पर निम्नाकिंत प्रवक्ताओं को उनके नाम के सम्मुख स्तम्भ-05 में अंकित विद्यालय में एतद्द्वारा समायोजित किया जाता है।

समायोजन सम्बन्धित मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा दिये गये प्रस्तावों के आधार पर किये जा रहे हैं इसमें किसी भी त्रुटि हेतु सम्बन्धित मुख्य शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे।

स्कूली वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग ने चलाया तीन दिवसीय चेकिंग अभियान

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हल्द्वानी, प्रदेश में स्कूली वाहनों की सड़क दुर्घटना व परिवहन नियमों के उल्लंघन के बढ़ते मामले के बाद उत्तराखंड के हल्द्वानी संभाग में संभागीय परिवहन अधिकारी नंद किशोर आर्य के निर्देश पर परिवहन विभाग द्वारा स्कूली वाहनों को लेकर विशेष तीन दिवसीय चेकिंग अभियान चलाया। जिसके तहत नैनीताल,उधम सिंह नगर व चंपावत जनपद में स्कूली वाहनों के सैकड़ों वाहनों के जहां इस अभियान के तहत चालान कटे वही कई स्कूली वाहन सीज किए गए, हल्द्वानी संभाग से मिली जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग की ओर से 5 से 7 जुलाई 2022 तक 3 दिन तक संभाग के अंतर्गत मोटर यान अधिनियम 1988 की विभिन्न धाराओं का उल्लंघन करने में कुल 379 स्कूल वाहनों के चालान किए गए एवं 10 वाहनों को बंद किया गया। जनपद नैनीताल में कुल 135 स्कूल वाहनों के चालान किए गए |

इसी प्रकार उधम सिंह नगर में 224 स्कूल वाहनों के चालान किए गये। जबकि चंपावत जनपद में भी 20 वाहनों के चालान किए गए।बिना परमिट/बिना फिटनेस संबंधी अभियोग कुल 148 वाहनों के चालान किए गए।इसी प्रकार 72 बिना tax/26मबिना बीमा तथा 13 ओवर लोड वाहन के चालान किए गए।

वही हल्द्वानी संभाग के संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) नंद किशोर आर्य ने भविष्य में पुनः इस तरह के अभियान को आकस्मिक रूप से संचालित किए जाने की बात कही है।साथ ही स्कूल संचालकों को परिवहन वाहनों को पूर्ण परिवहन नियमो के अंतर्गत संचालित करने के निर्देश जारी किए है। नियमों का उलंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की भी चेतावनी जारी की गई है।