Tuesday, April 29, 2025
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अफवाह उड़ी : महिला के साथ अभद्रता करने वाले श्रीकांत हरिद्वार कोर्ट में कर सकते हैं आत्मसमर्पण, पुलिस हुई सक्रिय

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हरिद्वार, यूपी के नोएडा की एक सोसायटी में अवैध कब्जा और महिला के साथ अभद्रता करने वाले भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी के सोमवार को हरिद्वार स्थित न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के लिए पहुंचने की अफवाह ने हलचल पैदा कर दी । बताया जा रहा कि श्रीकांत त्यागी की कार बहादराबाद टोल प्लाजा के सीसीटीवी में कैद होने का दावा किया जा रहा है। श्रीकांत त्यागी की अंतिम लोकेशन ऋषिकेश में मिलने के खबर पर कोतवाली प्रभारी रवि सैनी ने बताया कि शाम को नोएडा पुलिस का फोन आया था। नोएडा पुलिस ने ऋषिकेश पुलिस से श्रीकांत त्यागी की तलाश के लिए मदद मांगी थी, लेकिन 10 मिनट बाद नोएडा पुलिस का फोन आया कि वह नहीं आ रहे हैं | हालांकि, हरिद्वार पुलिस श्रीकांत त्यागी के हरिद्वार में छिपने की जानकारी होने से इनकार कर रही है। मालूम हो कि नोएडा में महिला से अभद्रता करने के आरोप में भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी के खिलाफ वहां की पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह फरार चल रहा है। नोएडा पुलिस की ओर से उसकी मोबाइल लोकेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में मिलने का दावा किया जा रहा है। पुलिस की टीम छानबीन में जुट गयी |

 

112वां श्री मुल्तान जोत महोत्सव : श्रद्धालुओं ने गंगा संग दूध की होली खेली, निकाली शोभायात्रा

Multan Jot Festival Devotees Play Holi With Ganga By Filling Milk In Pitchkari - देश भक्ति के रंग में रंगी हरकी पैड़ी, श्रद्धालुओं ने पिचकारियों में दूध भरकर गंगा संग खेली होली

हरिद्वार, देवनगरी हरिद्वार के हरकी पैड़ी पर 112वां श्री मुल्तान जोत महोत्सव धूमधाम से मनाया गया, इस दौरान श्रद्धालुओं ने गंगाजी संग दूध की होली खेली और शोभायात्रा निकाल एक सप्ताह से प्रज्ज्वलित जोत को गंगा में विसर्जित किया। महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए मुल्तानी समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।

शोभायात्रा में आतिशबाजी कर जोत महोत्सव दीवाली की तरह मनाया गया। अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन के अध्यक्ष महेंद्र नागपाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाल्टियों में दूध लेकर हरकी पैड़ी पहुंचे और सभी ने पिचकारियों में दूध भर गंगा संग होली खेली। मुल्तान जोत महोत्सव के लिए हरिद्वार को सजाया गया।

रात के समय आयोजित की गई शोभा यात्रा में प्रकाश व्यवस्था, आतिशबाजी और पुष्प वर्षा की गई। इस वर्ष बिजली की नई तकनीक अपनाते हुए जोत बनायी गयी थी। विशेष जोत गंगा को अर्पित की गई। संगठन के अध्यक्ष महेंद्र नागपाल ने बताया कि हरिद्वार में सबसे पहली मुलतान जोत (Multan Jot Festival) वर्ष 1911 में भक्त रूपचंद पाकिस्तान के मुल्तान शहर से पैदल लेकर आए थे।
समाज में भाईचारा और शांति के लिए जोत गंगा को अर्पित की गयी थी। तब से परंपरानुसार हर वर्ष जोत महोत्सव बड़े पैमाने पर और भव्य रूप में मनाया जाता है। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो वर्ष जोत महोत्सव का आयोजन हरिद्वार में नहीं हो पाया था। इस वर्ष बड़ी धूमधाम से गंगा के साथ दूध की होली खेली गयी और शोभायात्रा निकाली गयी।

एक सप्ताह से हरिद्वार में धार्मिक आयोजन, विशाल यज्ञ, जागरण, रासलीला, 100 कुंडों का सुंदर कांड यज्ञ, श्री रामायण का पाठ और प्रवचन आदि विश्व शांति और कल्याण के लिए आयोजित किए जा रहे थे। इस जोत यात्रा के साथ तिरंगा यात्रा का भी आयोजन किया गया। मनोकामना की पूर्ति के लिए गंगा में छोटी-छोटी जोत अर्पित की गई। जोत महोत्सव के दौरान नरेंद्र चावला, विश्वंभर नागपाल, जेआर अरोड़ा, सुमित नागपाल, सुरेंद्र आहूजा, एमएस ढींगरा, रमेश बजाज, सतपाल अरोड़ा, दीपक गांधी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

लोगों को वापस मिले 21 लाख रुपये के चोरी और गुम हुए फोन

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मेरठ । सर्विलांस टीम मेरठ ने लोगों के चोरी हुए और गुमशुदा 101 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन बरामद मोबाइल की कीमत करीब 23 लाख रुपये बताई गई है। इनमें से कुछ मोबाइल को आसपास के राज्यों से भी बरामद करके लाया गया है। इनमें से कई मोबाइल ऐसे भी हैं, जो एक साल पहले गुम हो गए थे और अब बरामद हुए हैं। इन मोबाइल फोन का कहीं किसी अपराधिक घटना में इस्तेमाल नहीं किया गया है, इस बात की तस्दीक पुलिस टीम ने की है। लिखापढ़ी के बाद मोबाइल फोन को उनके वास्तविक मालिकों को लौटाया गया है।
पुलिस लाइन में एसपी क्राइम ने रविवार दोपहर को प्रेसवार्ता की। एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि सर्विलांस सेल ने गुमशुदा हुए और चोरी हुए 101 मोबाइल फोन को बरामद किया है। बताया कि जिन लोगों के मोबाइल गुम हो जाते हैं, वह लोग थानों में, पुलिस कार्यालय या फिर सर्विलांस सेल में शिकायतें देते हैं। इन मोबाइल नंबरों की आईएमईआई की पड़ताल की जाती है। यह मोबाइल जब भी एक्टिव होता है, पुलिस टीम उसी नंबर पर संपर्क करती है।
इन लोगों को बताया जाता है कि मोबाइल गुमशुदा की रिपोर्ट मेरठ में दर्ज है और मोबाइल संबंधित थाना पुलिस को वापस करें। इसके बाद इन मोबाइल फोन को रिकवर कर लिया जाता है। इसके बाद पता किया जाता है कि इन मोबाइल का इस्तेमाल किसी अपराधिक घटना में तो नहीं किया गया। तस्दीक करने के बाद इन मोबाइल फोन के मालिकों को बरामदगी के बारे में सूचना दी गई। एसपी क्राइम ने बताया कि इसी तरह से 101 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनकी कीमत करीब 23 लाख रुपये के आसपास है। पुलिस ने सभी मोबाइल को उनके मालिकों को दे दिया है।
एक साल पहले गुम हुए मोबाइल बरामद
मेडिकल थाने में तैनात पुलिसकर्मी अमित राठी और एक अन्य पुलिसकर्मी भरत सिंह के मोबाइल करीब एक साल पूर्व गुमशुदा हो गए थे। इस दौरान सर्विलांस सेल को मोबाइल गुम होने की शिकायत दी गई थी। इसके बाद रिकवरी के लिए प्रयास किया गया और मोबाइल बरामद किए गए।
दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से लाए फोन
एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि कुछ मोबाइल को आसपास के जिलों से ही बरमाद हो गए थे। बाकी की बरामदगी दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से की गई है। यह वो मोबाइल हैं, जो बसों या ट्रेन में छूट गए थे और दूसरे लोगों के हाथ लग गए थे।

अत्यधिक यातायात एवं भीड़ से मुक्त कराने के लिए देहरादून रिंग रोड़ के निर्माण की फिजिबिल्टी सर्वे को मिली स्वीकृति

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नई दिल्ली, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय सङक परिवहन व राजमार्ग मंत्री श्री नीतिन गडकरी से भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के साथ राज्य से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा की। बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री सङक परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय जनरल वी के सिंह, सङक परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय मे अवर सचिव श्री अमित घोष, उत्तराखण्ड शासन में प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु सहित केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकार के अधिकारी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री श्री नीतिन गडकरी ने उत्तराखण्ड की लाईफ लाईन कही जाने वाली ऑल वेदर रोड सड़क परियोजना के कार्यों में तत्काल तेजी लाने के निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि 889 किमी. लम्बी एवं लगभग 12 हजार करोड की लागत से निर्मित की जा रही चार धाम सडक परियोजना में मंत्रालय द्वारा 53 कार्यों में से वर्तमान तक 41 कार्य स्वीकृत किये गये हैं। वर्तमान तक 19 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। 22 कार्यों में कार्य गतिमान है।

केन्द्रीय मंत्री ने मंत्रालय एवं राज्य सरकार के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये कि ऑल वेदर सडक परियोजना का कार्य में किसी प्रकार की देरी उचित नहीं होगी तथा आम जनमानस के आवागमन हेतु उक्त मार्ग को शीघ्र पूर्ण किया जाये।

मुख्यमंत्रीश्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री ने देहरादून शहर को अत्यधिक यातायात एवं भीड़ से मुक्त कराने के लिए देहरादून रिंग रोड़ के निर्माण की फिजिबिल्टी सर्वे किये जाने की स्वीकृति दी। साथ ही हाईवे के साथ लगे लगभग 1100 एकड़ भूमि पर लाजिस्टिक पार्क / फल एवं सब्जी पार्क और आढ़त बाजार के लिए केंद्रीय मंत्री द्वारा मुख्यमंत्री को प्रस्ताव दिया कि राज्य सरकार द्वारा उक्त प्रयोजन हेतु भूमि उपलब्ध कराने पर निर्माण पर आने वाले समस्त धनराशि केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जायेगी। इस कार्य से देहरादून शहर में जाम / अव्यवस्थित आवागमन से राहत मिलेगी।

मुख्यमंत्री के अनुरोध पर कुमाऊँ और गढ़वाल के मध्य दूरी एवं समय कम करने के लिए नजीबाबाद- अफजलगढ़ बाई पास (लम्बाई 42.50 किमी०) की स्वीकृति प्रदान की गयी। बाई पास बनने से कुमाऊँ गढवाल के बीच की दूरी 20 किमी0 कम हो जायेगी तथा आवागमन में 45 मिनट की बचत होगी।

मझौला से खटीमा चार लेन सडक मार्ग की भी स्वीकृति प्रदान की गयी। उक्त मार्ग के निर्माण से उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत एवं बरेली हेतु भारी वाहनों एवं आम जनमानस का आवागमन सुलभ एवं आरामदायक होगा। इसके अतिरिक्त सितारगंज से टनकरपुर मोटर मार्ग को भी चार लेन में परिवर्तित करने की स्वीकृति प्राप्त हुई। मार्ग निर्माण से जनपद चम्पावत एवं पिथौरागढ आवागमन करने में काफी समय की बचत के साथ साथ मार्ग सुविधाजनक होगा।

पिथौरागढ से अस्कोट मोटर मार्ग (लगभग 47 किमी) भी ऑल वेदर परियोजना की तरह स्वीकृत किये जाने पर सहमति बनी। यह मार्ग बी०आर०ओ० द्वारा निर्मित किया जायेगा।

राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में अधिग्रहित भूमि से ऊपर व नीचे यदि मार्ग निर्माण से भवनों एवं अन्य संरचनाओं में क्षति होती है तो उक्त क्षति की प्रतिपूर्ति भी भारत सरकार द्वारा किये जाने के लिये मुख्यमंत्री के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री द्वारा सहमति दी गई। इससे समस्त हिमालयी राज्यों को लाभ प्राप्त होगा।

बैठक में अप्रैल 2023 में देहरादून में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार का आयोजन किये जाने पर भी सहमति प्रदान की गयी। उक्त सेमिनार में पर्वतीय क्षेत्रों के लिये उच्च गुणवत्तायुक्त टनल मार्गों का निर्माण किये जाने पर विषय विशेषज्ञों द्वारा विचार विमर्श होगा। इस सेमिनार में देश एवं विदेश के लगभग एक हजार लोग प्रतिभाग करेंगे।

 

सूचना भवन में किया गया कोविड बूस्टर डोज वैक्सीनेशन कैंप का आयोजनसूचना भवन में किया गया स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कोविड बूस्टर डोज  वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन

देहरादून, सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा सोमवार को रिंग रोड स्थित सूचना भवन निदेशालय में कोविड बूस्टर डोज वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इस दौरान महानिदेशक सूचना श्री रणवीर सिंह चौहान ने वैक्सीनेशन कैम्प का निरीक्षण कर कैम्प में मौजूद पत्रकारों से मुलाक़ात की। महानिदेशक ने वैक्सीनेशन कैंप में मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया।

सूचना भवन में आयोजित कैम्प में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक 372 डोज़ लगाई गई, जिसमें पत्रकार, सूचना विभाग के कर्मचारियों सहित अन्य विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों व उनके परिजनों का टीकाकरण किया गया।

इस दौरान अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला, संयुक्त निदेशक श्री आशीष त्रिपाठी, उप निदेशक डॉ. नितिन उपाध्याय, उप निदेशक श्री मनोज श्रीवास्तव, व्यवस्थाधिकारी श्री रामपाल रावत समेत स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रीमती गुड्डी मटूड़ा, श्रीमती पुनीता सिंह, श्रीमती आरती रावत, श्री सेवक राम, श्री सौरभ कुमार, श्री उमेश शीर्षवाल मौजूद रहे।

बायजूस ने देहरादून में ‘बायजूस ट्यूशन सेंटर’ लॉन्च किया

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• चौथी कक्षा से लेकर 10वीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स को प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिये तराशने के लिये ऑफलाइन और ऑनलाइन पढ़ने का तरीका पेश किया
• अभी देहरादून मे 1 सेंटर चल रहा है
• इस साल 200 शहरों में 500 सेंटर्स खोलने का लक्ष्य
• देशभर में 10,000 से भी ज्यादा नौकरियां तैयार करने की उम्मीद
• अगले दो सालों में 10 लाख विद्यार्थियों का नामांकन करने का लक्ष्य

देहरादून,  दुनिया की प्रमुख एडटेक कंपनी जिसके 11.5 करोड़ रजिस्टर्ड लर्नर्स हैं, ने आज देहरादून में अपने ‘बायजूस ट्यूशन सेंटर’ के शुभारंभ की घोषणा की। यह विद्यार्थियों के लिये अपनी तरह का अनूठा प्रोग्राम है जोकि अपने साथ ऑफलाइन और ऑनलाइन लर्निंग अनुभव का सबसे बेहतर अनुभव लेकर आया है। देहरादून में अभी वर्क फूड एंड एंटरटेनमेन्ट सिटी क्लॉक टावर में 1 बायजूस ट्यूशन सेंटर संचालित हो रहा है। हम इस साल के अंत तक 3 सेंटर्स खोलने की उम्‍मीद कर रहे हैं।

चौथी से 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिये उपलब्ध, ‘बायजूस ट्यूशन सेंटर्स’ तकनीक से लैस आस-पास के फिजिकल ट्यूशन सेंटर्स हैं जहां दो टीचर मॉडल की व्यवस्था है। ये सेंटर्स स्टूडेंट्स को भागीदारी और बेहतर परिणामों के साथ विश्व-स्तरीय पढ़ाई का अनुभव देते हैं।

पायलट कार्यक्रम के तहत, देश भर में शुरू किए गए पहले 100 सेंटर्स से मिली काफी अच्छी प्रतिक्रिया के बाद, बायजूस 2022 में 200 शहरों में 500 सेंटर्स लॉन्च करेगा। ‘बायजूस ट्यूशन सेंटर’ ना केवल अपने संपूर्ण टीचिंग और लर्निंग सिस्टम के साथ स्कूल के बाद की लर्निंग को पुन:परिभाषित करेगा, बल्कि एक साल के भीतर पूरे भारत में 10,000 से अधिक लोगों के लिये रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। बायजूस का लक्ष्य अगले दो वर्षों में 10 लाख स्टूडेंट्स को इस प्रोग्राम में नामांकित करना है।

‘बायजूस ट्यूशन सेंटर’ सबसे बेहतर तकनीक, टीचर्स और फॉर्मेट का मेल है ताकि स्टूडेंट्स को पढ़ाई का एक संपूर्ण और प्रभावी अनुभव मिल सके। पढ़ाने का मानकीकृत तरीका पढ़ाई का बेहतरीन अनुभव देने के साथ अध्‍यापकों के साथ एक गहरा रिश्‍ता बनाता है, जिससे बेहतर परिणाम मिलते हैं। तकनीक और फीचर्स जैसे शंका दूर करने में सहयोग, नियमित टेस्ट/प्रैक्टिस सेशन और लगातार पेरेंट- टीचर मीटिंग के साथ, विद्यार्थियों को उच्‍च गुणवत्‍ता वाले अध्‍यापकों तक पहुंच और व्यक्तिगत ध्‍यान दोनों का फायदा मिलता है ।

लॉन्च के बारे में अपनी बात रखते हुए, हिमांशु बजाज, हेड, बायजूस ट्यूशन सेंटर का कहना है, “देहरादून में बायजूस ट्यूशन सेंटर के लॉन्च की घोषणा करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। यह सेंटर देशभर में हमारे विद्यार्थियों की जरूरतों को संबोधित करते हुए गुणवत्‍तापूर्ण शिक्षा को व्‍यक्तिगत, भागीदारीपूर्ण और विशिष्‍ट रूप से निर्मित करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। इस महामारी को देखते हए, विद्यार्थी ऑफलाइन और ऑनलाइन लर्निंग के बीच झूल रहे हैं, लेकिन बायजूस की यह नई पेशकश, देशभर में विद्यार्थियों और अभिभावकों की मुश्किल समस्या का हल निकालेगा। बायजूस का ट्यूशन सेंटर्स व्यक्तिगत रूप से पढ़ने की दिशा में अगला कदम है। इससे स्टूडेंट्स को मिलेगा 1) तकनीक से लैस फिजिकल सेंटर्स पर दो-टीचर मॉडल, 2) अध्‍यापक और विद्यार्थियों के बीच व्‍यक्तिगत संबंध जो तरक्की और प्रदर्शन के आकलन के लिये एनालिटिक्स-नेतृत्व से समर्थित है और 3) बायजूस की ऑनलाइन व्यवस्था तक पहुंच। छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, हमें उम्मीद है कि यह नई पेशकश एक मिसाल बनेगी और छात्रों को भविष्य के लिये तैयार करने में बड़े पैमाने पर सफलता हासिल करेगी। एक अग्रगामी और अनूठा अकादमिक माहौल तैयार होगा।”

बायजूस ट्यूशन सेंटर स्टूडेंट्स को लर्निंग के उस फर्क को मिटाने, वैचारिक समझ को मजबूत करने और परीक्षा की तैयारी सुनिश्चित करने वाले नियमित प्रैक्टिस और टेस्ट के माध्यम से लर्निंग को सुदृढ़ करने में सक्षम बनाता है। स्टूडेंट्स के पास उनकी ऑफलाइन और ऑनलाइन कक्षाओं के लिये भी वही अध्‍यापक होंगे जो उनकी व्यक्तिगत पढ़ाई के सफर में उनका सहयोग करेंगे।

मौजूदा स्थिति की गति से कदम से कदम मिलाते हुए और लर्नर्स की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, बायजूस इस लॉन्च के साथ अपने छात्र-केंद्रित तरीकों को पुष्ट कर रहा है और नए और अनूठे अनुभव, प्रोडक्ट्स और सेवाएं तैयार कर रहा है। लर्निंग का मिश्रित रूप महामारी के बाद की दुनिया में पढ़ाई का भविष्य होने वाला है, ऐसे में बायजूस ट्यूशन सेंटर इस फॉर्मेट में नई मिसालें कायम कर रहा है।

 

अवादा फाउंडेशन द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत छात्र विकास कार्यक्रम का आयोजनMay be an image of 1 person, standing and indoor

ऋषिकेश। अवादा फाउंडेशन ने राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाते हुए विद्यार्थियों में नैतिक एवं सामाजिक मूल्यों का बीजारोपण करने के लिए और बच्चों में छोटी उम्र से ही भारतीय संस्कारों के बीज बोकर उन्हें भारतीय परंपराओं और संस्कृति से जोड़े रखने के लिए ‘छात्र विकास कार्यक्रम ‘ का ऋषिकेश के दस स्कूलों में आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए अवादा फाउंडेशन की ट्रस्टी रीतू पटवारी ने फाउंडेशन के चेयरमैन श्री विनीत मित्तल जी की इस धारणा का उल्लेख किया कि अपने अच्छे कार्यों के द्वारा ही मनुष्य अपने माता पिता, समाज एवं संस्कृति, संतों एवं ऋषि मुनियों एवं प्रकृति का ऋण चुका सकता है।
अवादा फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को अपने सपनों को उड़ान देकर चैंपियन बनने की कला को विभिन्न एक्टिविटीज और प्रोजेक्टर प्रेजेंटेशन के साथ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल स्पीकर डॉक्टर अरुण भारद्वाज ने अनुसंधान और साक्ष्य आधारित कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों को सीखने का दायरा बढ़ाने के लिए अनुभवात्मक गतिविधियों पर जोर दिया।
उन्होंने प्राचीन ज्ञान और आधुनिक अनुसंधान के अनूठे मिश्रण द्वारा विद्यार्थियों की मानवीय क्षमता को ऋषिकेश के दस स्कूलों में अपने कार्यक्रमों के माध्यम से सक्रिय किया।
कार्यक्रम में डॉक्टर भारद्वाज ने नमस्ते के अर्थ की वैज्ञानिक विवेचना करते हुए विद्यार्थियों से भारतीय संस्कृति की अभिवादन की नमस्ते करने की परंपरा को अपनाने का आह्वान किया।इसी कड़ी में उन्होंने भारतीय संस्कृति की और भी परंपराओं की वैज्ञानिक विवेचन की तथा विद्यार्थियों को आध्यात्मिक ग्रंथ देकर सम्मानित किया।
सरस्वती विद्या मंदिर, मॉडर्न स्कूल, जीजीआईसी ऋषिकेश, आ पीएस, दिल्ली पब्लिक स्कूल, एन डी एस, निर्मल ज्ञान दान एकेडमी, दून इंटरनेशन,भरत मंदिर इंटर कॉलेज, डी एस बी इंटरनेशनल स्कूल में विद्यार्थियों के लिए अलग अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए।

 

ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने बताया रेकिट किस तरह भारतीय अर्थव्यवस्था और समुदायों की मदद कर रहा है

देहरादून,  ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने आज रेकिट बेंकाइज़र ग्रुप पीएलसी (“रेकिट”) द्वारा भारत में किए गए आर्थिक योगदान से जुड़ा अपना स्वतंत्र एनालिसिस प्रकाशित किया है। बता दें कि भारत दुनिया भर में रेकिट के शीर्ष तीन बाजारों में से एक है। हेल्थ, हाइजीन और न्यूट्रिशन प्रोडक्ट के क्षेत्र में दुनिया की दिग्गज कंपनी, रेकिट ने 2021 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कुल 788 करोड़ रुपये (77.5 करोड़ पाउण्ड) का योगदान दिया है।
यह रिपोर्ट तीन प्रमुख बिंदुओं पर भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज के लिए रेकिट के प्रयासों का आकलन करती है, ये तीन बिंदु हैं 2021 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), रोजगार और सरकारी प्राप्तियां।
रिपोर्ट के अन्य मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
उच्च जीडीपी मल्टीप्लायर – रेकिट का जीडीपी मल्टीप्लायर 2.5 है। यह भारत में एक आम कैमिकल एवं फार्मा निर्माता कंपनी की तुलना में लगभग दोगुना है। इसका मतलब है कि 2021 में जीडीपी में रेकिट द्वारा जेनरेट किए गए प्रत्येक 10 लाख रुपये के लिए, कच्चे माल और मजदूरी पर इसके खर्च ने स्थानीय अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त 15 लाख रुपये की वृद्धि की है।
सहायक आपूर्ति श्रृंखला – रेकिट की स्थानीय खरीद का 95% से अधिक भारत के सप्लायर्स से खरीदा जाता है।
रोजगार को बढ़ावा – भारत में रेकिट का इंप्लॉयमेंट मल्टीप्लायर 21 है, जो राष्ट्रीय औसत का लगभग 6 गुना है।
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के सीईओ एड्रियन कूपर ने कहा, “हमारी रिसर्च उस बड़े योगदान पर प्रकाश डालती है जो रेकिट जैसी बड़ी और सफल ग्लोबल कंपनी भारतीय अर्थव्यवस्था में कर सकती है; जैसे कि रोजगार के अवसर पैदा करना, पब्लिक हेल्थ को बेहतर बनाना और देश भर में सामाजिक विकास को रफ्तार देना आदि। “रेकिट ने स्थानीय आबादी को सबसे बेहतर हाइजीन, वेलफेयर और न्यूट्रिशन उपलब्ध कराने के लिए समाज में अपनी पहुंच को और बेहतर बनाने में भी निवेश किया है।”
रिपोर्ट भारत में बड़े पैमाने पर सामाजिक विकास लाने में रेकिट के योगदान के बारे में बात करती है। रिपोर्ट में रेकिट की रिसर्च एवं डेवलपमेंट (आर एंड डी) से जुड़ी पहल, अपने कर्मचारियों के कौशल को और बेहतर बनाने तथा स्त्री एवं पुरुष दोनों को समान अवसर प्रदान करने की कोशिश करने, और इसके साथ ही स्थानीय समाज को सेहतमंद और स्वच्छ जीवन जीने में मदद करना शामिल है।
रेकिट के सीईओ लक्ष्मण नरसिम्हन ने कहा कि: “हमें भारत में अपनी गहराई तक जमी मजबूत जड़ों और यहां मौजूद दुनिया के सबसे बेहतरीन आरएंडडी एवं आईटी केंद्रों पर बहुत गर्व है। भारत हमारे कारोबार के लिए प्रतिभा का एक बड़ा स्रोत है और स्थानीय सप्लाई चेन हमारी सफलता की अहम कुंजी है। सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कैम्पेन के अनुरूप, रेकिट की स्थानीय खरीद का 95% भारतीय सप्लायर्स की ओर से आता है।”
रेकिट के दक्षिण एशिया SVP गौरव जैन ने कहा कि: “रेकिट 1934 से भारतीय परिवारों का अभिन्न अंग रहा है। हमें भारत के 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले इस रिपोर्ट को प्रकाशित करने में बेहद खुशी हो रही है। ऑक्सफोर्ड का यह स्वतंत्र एनालिसिस भारत में मजबूत विरासत के निर्माण को लेकर हमारी कोशिशों को प्रदर्शित करता है। हम आने वाले वर्षों में भारत के आर्थिक विकास, रोजगार के अवसरों और सामाजिक चुनौतियों को हल करने में मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
रेकिट सामाजिक समस्याओं से निपटने के लिए भारत सरकार, गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), इंडस्ट्री एसोसिएशन और अन्य संगठनों के साथ साझेदारी कर रहा है। भारत में इसके प्रमुख सोशल इंपेक्ट प्रोग्राम इस प्रकार हैं:
• डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया कैम्पेन, हेल्थ और हाइजीन को लेकर लोगों की आदतों सुधार लाने की दिशा में काम करता है, 2014 में शुरू हुआ यह कैम्पेन 116 मिलियन लोगों तक पहुंचा है।
• डेटॉल स्कूल हाइजीन एजुकेशन प्रोग्राम, बच्चों में हाथ धोने जैसी सफाई की आदतें विकसित करता है। यह प्रोग्राम अब तक घर, स्कूल, पास पड़ोस की स्वच्छता, खुद की साफ सफाई और बीमारी के दौरान स्वच्छता जैसे हाईजीन के पांच महत्वपूर्ण बिंदुओं पर 2 करोड़ बच्चों को शिक्षित कर चुका है।
• रीच ईच चाइल्ड प्रोग्राम ने 6,500 बच्चों को मौत और कुपोषण से होने वाली बीमारी से बचाया है।
• हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज प्रोग्राम, भारत के सफाई कर्मचारियों को आर्थिक रूप से समृद्धि बनाने, इज्जत देने और काम का सुरक्षित माहौल प्रदान करने की दिशा में काम करता है, यह प्रोग्राम अब तक 15,800 से अधिक श्रमिकों को प्रशिक्षित कर चुका है।

करो या मरो का आगाज ही देश की स्वतंत्रता का महत्वपूर्ण आधार: डाॅ. बत्रा

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अगस्त क्रांति का प्रस्ताव 8 अगस्त को किया गया था पारित

हरिद्वार , एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में आज 09 अगस्त, 1942 को गांधी जी द्वारा शुरू किये गये ‘भारत छोड़ों आन्दोलन’ विषय पर परिचर्चा की गयी।
इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में 08 अगस्त के दिन का विशेष महत्व है। महात्मा गांधी जी ने अंग्रेजों को भारत से निकालने के लिए अंहिंसक आन्दोलनों का नेतृत्व किया और 08 अगस्त, 1942 को उन्होंने ‘भारत छोड़ों आन्दोलन’ की शुरूआत करने का प्रस्ताव पास किया। इस दिन पूरे देश में क्रान्ति की लहर दौड़ गयी थी। गांधी जी ने इस अवसर पर कहा कि मैं आपको एक मंत्र देता हूं जो अपनी हर सांस में बसा ले वह है ‘करो या मरो’। यह आन्दोलन 09 अगस्त, 1942 को शुरू हुआ था। डाॅ. बत्रा ने बताया कि ब्रिटिश शासन के खिलाफ महात्मा गांधी जी का यह तीसरा बड़ा मुख्य आन्दोलन था। यह भारत को तुरन्त आजाद कराने के लिए अंग्रेजी शासन के खिलाफ जन आक्रोश की अभिव्यक्ति थी। इस आन्दोलन में देश के आम लोगों से आह्वान किया था कि अंग्रेजी साम्राज्यवाद से लड़ने के लिए तैयार हो जायें।
इस अवसर पर डाॅ. जे सी आर्य ने बताया कि ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ देश का बड़ा आन्दोलन था जिसकी वजह से अंग्रेज भारत छोड़ने पर मजबूर हो गये। यह आन्दोलन ऐसे समय आरम्भ किया गया था जब दुनिया काफी बदलावों के दौर से गुजर रही थी।
इस अवसर पर डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने बताया कि साम्राज्यवाद के खिलाफ आन्दोलन तेज होते जा रहे थे, एक ओर भारत गांधी जी के नेतृत्व कि आशा कर रहा था और दूसरी ओर नेता जी सुभाष चन्द्र बोस भारत को आजाद करने के लिए फौज तैयार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि जन आन्दोलन से भारत की आजादी की मजबूत जमीन तैयार हो चुकी थी, अब स्वतंत्रता कुछ ही समय की बात थी। गांव से शहर तक ब्रिटिश सरकार को पंगु बना दिया गया था।
इस अवसर पर डाॅ. नलिनी जैन ने बताया कि ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ जिसे ‘अगस्त क्रान्ति’ भी कहा जाता है, में अनेकों महिलाओं जैसे सरोजनी नायडू, कल्पना दत्ता, राजकुमारी, अमृत कौर आदि ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अभियान में गांधी जी ने एक प्रस्ताव पास किया जिसमें अंग्रेजों से तुरन्त भारत छोड़ने की मांग की गयी।
इस अवसर पर डाॅ. सुषमा नयाल ने बताया कि ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ ने इस सच्चाई को एक बार फिर रेखांकित किया कि भारत की आम जनता किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटती है। अंग्रेज शासकों ने दमन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस अवसर पर मोहन चन्द्र पाण्डेय, वेद प्रकाश चौहान आदि समस्त कर्मचारी उपस्थित रहें।

स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत देहरादून व हरिद्वार में निर्माणाधीन चिकित्सा इकाइयों का प्रभारी सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने किया औचक निरीक्षण

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देहरादून, हरिद्वार,प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने व इसका लाभ आम-जन को पहुंचाने हेतु स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में प्रभारी सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व एनएचएम, मिशन निदेशक डॉ. आर राजेश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत निर्माणाधीन कैंसर अस्पताल, हर्रावाला, देहरादून, शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भूपतवाला, हरिद्वार व मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग, महिला चिकित्सालय, हरिद्वार का औचक निरीक्षण किया।
स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत हर्रावाला, देहरादून में 106 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 300 बेड का यह कैंसर अस्पताल शकुंतला रानी सरदारी लाल ओबरॉय राजकीय मेटरनिटी कैंसर चिकित्सालय के नाम से स्वीकृत है। कैंसर चिकित्सालय के निर्माण एजेंसी ने प्रभारी सचिव डॉ. आर राजेश कुमार को अवगत कराया कि लगभग 55 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और मार्च 2023 तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान धीमी प्रगति पर प्रभारी सचिव डॉ. आर राजेश कुमार द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई तथा निर्देशित किया गया कि शीघ्र-अति शीघ्र गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा कर लिया जाए।
इसके उपरांत प्रभारी सचिव ने जनपद हरिद्वार में 9.5 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 30 बेडड शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भूपतवाला का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी सचिव द्वारा पाया गया कि निर्माण कार्य काफी धीमी गति से हो रहा है जिस पर प्रभारी सचिव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्माणाधीन एजेंसी को जून 2023 की तय समय-सीमा तक पूर्ण कार्य करने को निर्देशित किया गया।
प्रभारी सचिव डॉ. आर राजेश कुमार इसके उपरांत 39 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 200 बेडड मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग, महिला चिकित्सालय, हरिद्वार पहुंचे। जहां प्रभारी सचिव द्वारा निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन एजेंसी से जानकारी ली। एजेंसी द्वारा बताया गया कि, निर्माण कार्य मार्च 2023 तय समय-सीमा तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
प्रभारी सचिव ने निर्माण एजेंसी से जिला अस्पताल, हरिद्वार को महिला अस्पताल से जोड़ने के लिए कनेक्टिंग कॉरिडोर का प्रस्ताव शीघ्र-अतिशीघ्र विभाग को भेजने की बात कही।
प्रभारी सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने डॉ. कुमार खगेंद्र सिंह मुख्य चिकित्साधिकारी, हरिद्वार को निर्देशित किया कि वह सभी कार्यों की विकास प्रगति हर 15 दिन के भीतर अवगत कराएं तथा निर्माण कार्यों के पूरे होने से पूर्व उक्त सुविधाओं में आने वाली चिकित्सा उपकरणों तथा मानव संसाधन का प्रस्ताव शीघ्र शासन को प्रेषित करें, ताकि तय समय पर निर्माण कार्य पूरा होते ही आमजन को लाभ मिलना आरंभ हो जाए। जो कि इन चिकित्सा इकाइयों के निर्माण का मुख्य उद्देश्य है।
इस दौरान प्रभारी सचिव द्वारा महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया तथा बाल रोग विशेषज्ञों की कमी होने पर शीघ्र ही बाल रोग विशेषज्ञों को बढ़ाने की बात कही। इसके बाद प्रभारी सचिव द्वारा जगजीतपुर, हरिद्वार में बन रहे मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था से जानकारी ली।

 

अखिल भारतीय किसानसभा व सेन्टर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स ने केंद्र सरकार की कॉरपोरेटपरस्त जनविरोधी नीतियों के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन

(अशोक पांडेय)

देहरादून, अखिल भारतीय किसानसभा व सेन्टर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स के अहवाह्न पर आज गांधी पार्क, चौघानपाटा में केंद्र सरकार की कॉरपोरेटपरस्त जनविरोधी नीतियों के खिलाफ धरना व प्रदर्शन किया गया। सभा में वक्ताओं ने कहा की केंद्र की वर्तमान सरकार बहुमत की आड़ में जनता पर लगातार ऐसी नीतियों को थोप रही है जिससे आम जनता के कष्टों को बढ़ाया जाए। एक तरफ वह आज़ादी के अमृत महोत्सव को मनाने का आह्वाहन कर रही है तथा दूसरी तरफ जनता को गुलामी की गर्त में धकेलने का काम कर रही है। पिछले 8 साल के मोदी सरकार के कार्यकाल में जो पीड़ा जनता भुगत रही है वह पिछली सरकारों के कार्यकाल में कभी नहीं हुआ। सरकार पूरी तरह से अपने कॉरपोरेट मित्रों के हाथ की कठपुतली 7की तरह कार्य करते हुए सारी लोकतांत्रिक व संवैधानिक प्रक्रियाओं को तक पर रख रही है, जिसे देश की जनता कभी माफ नहीं कर सकती। इस दौरान जहां बेरोजगारी भयानक रूप ले चुकी है वहीं निरंतर बढ़ती मंहगाई ने जनता की कमर तोड़ कर रख दी है। जीवन जीने की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर सरकार ने अपने मंसूबे दिखा दिए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य से जुड़ी चीजें जीएसटी के दायरे में लाकर गरीब जनता को उससे महरूम करने का अकल्पनीय प्रयास किया जा रहा है। दूसरी ओर अपने सांप्रदायिक एजेंडे को लगातार तेज कर जनता की एकता को कमजोर किया जा रहा है। जिसे जनता अब समझने लगी है। सरकार की नीतियां देश को जिस रास्ते पर ले जा रही हैं वे पूर्णतः किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान व आम जनता विरोधी हैं तथा पूरी तरह कौरपोरेट घरानोंके पक्ष में हैं, और कॉर्पोरेट घराने को दी गयी लूट की झूठ ने मंहगाई, वेरोजगारी को चरम सीमा पर पंहुचने के साथ साथ देशवासियों को गुलाम बनाने का रास्ता बना दिया है,। वक्ताओं ने कहा कि सीटू,अखिलभारतीय किसान सभा, तथा खेत मजदूर किसान सभा ने सरकार की समराज्यवाद परस्त नीतियों, आर एस एस की आजादी के आंदोलन में भूमिका तथा वर्तमान में साम्राज्यवाद के एजेंट के रूप में कार्य कर देश की आजादी को खतरे में डालने के विरोध में 1 अगस्त से 15 अगस्त तक जन जागरण अभियान चलाने के दौरान 8 अगस्त को भारत छोड़ो आन्दोलन दिवस के रूप में राज्य व जिला मुख्यालयों प्रदर्शन करने, आज़ादी की 75वी वर्षगांठ पर 15 अगस्त को सर्वत्र तिरंगा झंडा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाने का निर्णय लिया है। सभा के बाद 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से निम्न ज्ञापन प्रधानमंत्री को प्रेषित किया।
+देश में बढ़ रही चौतरफा महंगाई व बेरोजगारी पर रोक लगाओ।
+श्रम कानूनों में किए गए संशोधन व विद्युत बिल 2020 को रद्द करो।
+किसानों के ऋण माफ करो, सभी फसलों के लिए कानून बनाकर न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलने की गारंटी दो। गन्ने का भुगतान 15 दिन में करना सुनिश्चित करो।
+सबको निशुल्क शिक्षा, स्वास्थ्य, सस्ते गल्ले के माध्यम से केरल की तर्ज पर आवश्यक उपभोग की वस्तुओं को सस्ते दाम पर उपलब्ध कराओ।
+निजीकरण पर रोक लगाओ तथा सार्वजनिक संस्थानों
+मनरेगा का शहरी क्षेत्रों तक विस्तार करो प्रत्येक परिवार को 200 दिनों का रोजगार और 600 रुपिया मजदूरी सुनिश्चित करो।
+गरीबों के मकानों में बुल्डोजर चलाना बंद करो
+जंगली जानवरों से आम आदमी , किसानों के पालतू जानवरों व फसलों की सुरक्षा व बाजार से मुवावजा और और जनहानि की दशा में मोटर दुर्घटना प्रतिकर की तर्ज पर मुवावजा देना सुनिश्चित करो
+जनता में वेमानाश्य फैलाकर भाईचारा तोड़ना बंद करो। सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करो।
+आंगनवाड़ी, आशा, भोजनमाता आदि योजना कर्मियों को नियमित करो।
+केंद्र व राज्य कर्मचारियों की भर्ती में रोक खत्म करो तथा समाप्त किए गए पद पुनर्जीवित करो।
+देश एवं प्रदेश में कार्यरत सभी कामगारों के लिए सामाजिक सुरक्षा व न्यूनतम मजदूरी 21000 /प्रतिमाह वेतन दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।
+ट्रेड यूनियन का पंजीकरण प्रार्थना पत्र देने के 45 दिन के अंदर किया जाना सुनिश्चित किया जाए, पंजीकरण में मालिको, प्रशासन, सरकार के हस्तक्षेप पर रोक लगाई जाए तथा पुलिस हस्तक्षेप बंद किया जाय।
+रेलवे, बीमा, और प्रतिरक्षा जैसे संस्थानों में एफडीआई लागू किया जाना बंद किया जाय।
+केंद्रीय व राज्य कर्मचारियों के लिए बनाई गई नई पेंशन नीति रद्द कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करो।
सभा को सीटू के आर पी जोशी, किसान सभा के दिनेश पाण्डे, पीटीसी संगठन के शिवराज सिंह, एडवा की सुनीता पाण्डे, पूनम तिवारी,नौजवान सभा के योगेश टम्टा, ने संबोधित किया। सभा में गिरीश सिंह पुना, इंद्र सिंह देवड़ी, सुशील तिवारी, ए आई एस पी एन, प्रताप सिंह, महेश चंद्र आदि शामिल थे। सभा का संचालन दिनेश पाण्डे व अध्यक्षता शिवराज सिंह ने की।

 

नया गांव में बारिश से हुए नुकसान मकानों का कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया स्थलीय निरीक्षणकैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बिष्ट गांव में आपदा प्रभावित क्षेत्र का किया स्थलीय निरीक्षण

देहरादून, प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी आमजन की सेवा के लिए हमेशा सजग रहते हैं। इसी कड़ी में आज कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी देहरादून के अंतर्गत सोलह बीघा नयागांव एवम् विजयपुर हाथीबड़कला में बरसात के पानी और भारी वर्षा के कारण हो रहे भूस्खलन की चपेट में आए मकानों का स्थलीय निरीक्षण किया। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने पीड़ित परिवारों को मौके पर तत्काल नया गांव निवासी राहुल सहानी और दिनेश कुमार कोहली को सरकार की तरफ से 95 हजार रूपये सहायता राशि चेक स्वरूप प्रदान की गई और सरकार को तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर एसडीएम सदर नरेश चन्द दुर्गापाल भी मौजूद रहे।

जिनको सहायता राशि प्रदान की गई ,नया गांव निवासी राहुल साहनी -95 हजार का चेक प्रदान किया गया।
दिनेश कुमार कोहली – 95 हजार का चेक प्रदान किया गया।

 

मुख्यमंत्री धामी ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से की शिष्टाचार भेंटDelhi CM धामी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से की शिष्टाचार भेंट... जीत के लिए दी बधाई

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को ऐतिहासिक जीत के साथ राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने पर बधाई एवं शुभकामना दी।

 

‘हर घर तिरंगा‘ कार्यक्रम के तहत प्रेरणा आजीविका स्वंय सहायता समूह ने लगाया स्टाल

देहरादून, सचिवालय में सोमवार को ‘हर घर तिरंगा‘ कार्यक्रम के तहत प्रेरणा आजीविका स्वंय सहायता समूह द्वारा स्टाल लगाया गया |
जिसका शुभारम्भ अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से हर घर तिरंगा अभियान को व्यापक स्तर पर चलाने की अपील की है। प्रदेश में 20 लाख घरों में तिरंगा फहराया जायेगा। इस अभियान में प्रदेश के गैर सरकारी संगठनों व संस्थाओं को भी साथ लिया जा रहा है।

तिरंगा यात्रा- काग्रेंस ने भी कसी कमर भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा के माध्यम से जनता को बताया जायेगा कांग्रेस का गौरवशाली इतिहास।

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रुद्रप्रयाग-सरकार के हर घर तिरंगा अभियान को देखते हुये काग्रेस पार्टी ने भी कमर कस ली। प्रदेश काग्रेस ने भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा के माध्यम से जन जन तक पहुचने का कार्यक्रम तय किया है। काग्रेंस के प्रदेश प्रवक्ता
सूरज नेगी ने जानकारी देते हुये बताया कि तिरंगा यात्रा के माध्यम से जनता को बताया जाएगा कांग्रेस का गौरवशाली इतिहास उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की संयुक्त अपील जाएगी जनता के बीच जायेगी।
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित उदयपुर नव संकल्प कार्यशाला में लिए गए निर्णय के अनुसार प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अगस्त क्रांति दिवस 9 अगस्त 2022 से स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर 15 अगस्त 2022 तक प्रदेश की समस्त विधानसभा क्षेत्रों में भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा आयोजित करने का निर्णय लिया है!
उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि उत्तराखंड में तिरंगा यात्रा की सफलता के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने सभी जनपदों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी व सह प्रभारी के रूप में जिम्मेदारियां सौंप दी है जिस के क्रम में सभी प्रभारियों द्वारा अपने-अपने जनपदों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर तिरंगा यात्रा को अंतिम मूर्त रूप दे दिया गया है उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा भारत जोड़ो अभियान के तहत जनता के बीच कांग्रेसका 137 साल का गौरवशाली इतिहास बताया जाएगा जिसमें कांग्रेस पार्टी एक राजनीतिक दल ना होकर अपने जन्म से लेकर अब तक के सफर में सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए समय-समय पर आंदोलन के माध्यम से समाज एवं देश के उत्थान के लिए काम करती रही है और आज भी अपनी उन्हीं गौरवशाली परंपराओं का निर्वहन करती आ रही है श्री नेगी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का राजनीतिक आंदोलन के साथ साथ सामाजिक आंदोलन का एक लंबा इतिहास रहा है और देश की आजादी के बाद स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्वों के अलावा आजादी के दौर के अनेक महत्वपूर्ण निर्णय या निर्णायक मोड़ देने वाले अवसरों को लगातार याद करने से लेकर अपनी इस विरासत को मजबूती से आगे बढ़ाने का काम करती आ रही है
श्री नेगी ने कहा कि दुनिया 9 अगस्त को क्रांति दिवस जिसको अंग्रेजों भारत छोड़ो दिवस के रूप में जानती है कि महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में हमारे बुजुर्गों के सामूहिक पराक्रम का दिन है और कांग्रेसी इस दिन को एक महान दिन के रूप में मनाती है क्योंकि इसी दिन भारतवर्ष को आजादी का रास्ता दिखाया था अंग्रेज हुकूमत पूरी तरह से हिल गई और उनको विश्वास हो चला था कि अब भारत छोड़ने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है
श्री नेगी ने कहा कि भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा में कांग्रेस पार्टी 9 अगस्त से 15 अगस्त तक चलने वाली यात्रा में कांग्रेस के इतिहास को एक अपील के माध्यम से जनता के बीच प्रचारित करेगी जो अपील के माध्यम से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा प्रदेश प्रभारी श्री देवेंद्र यादव एवं नेता प्रतिपक्ष श्री यशपाल आर्य के मार्गदर्शन में जनता के बीच कांग्रेसी कार्यकर्ता और नेताओं द्वारा बांटी जाएगी !

फिर खुली यातायात व्यवस्थाओं की पोल, घण्टों लगे जाम से जनजीवन अस्त व्यस्त

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“स्थानीय ब्यापारी व जनता का कहना है कि आये दिन लगने वाले जाम के बाद भी पुलिस यातायात ब्यवस्था दुरस्त नहीं कर पाई जाम लगने पर ही ट्रैफिक ब्यवस्था सक्रिय होती है, यातायात ब्यवस्था को लेकर पुलिस कितनी संवेदनशील है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वयं पुलिस अधीक्षक भी काफी देर जाम में फसें रहे”।

(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग-लगता है जिला मुख्यालय पर आये दिन लगने वाला जाम की समस्या पुलिस के नियन्त्रण से बाहर हो चुकी है। आज सुबह से ही मुख्य बाजार सहित वेलणी, से लेकर संगम बाजार मे घण्टों लगे जाम से आम जनजीवन अस्त ब्यस्त हो गया। लोग दूर दराजों से आवश्यक सामग्री के लिये बाजार आये लेकिन जाम के चलते समय पर खरीददारी नहीं कर पाये। जाम की स्थिति इतनी भयावह थी कि राहगीर, ही नहीं, कर्मचारी, अधिकारी व एबुंलेंस भी घण्टों जाम में फंसी रही। यहाँ तक कि पुलिस अधीक्षक लम्बे समय तक जाम में फसें रहे।
आज सुबह प्रातः 9.30 बजे रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार सहित वेलणी कस्बे में जाम लग गया जाम इतना भयावह था कि लोगों का सड़क पर चलना भी मुस्किल हो गया। लम्बी कतारों में सड़क पर वाहनों के पहिए घण्टों जाम रहे। जाम खुलवाने में पुलिस असहाय नजर आई स्वयं पुलिस अधीक्षक जाम में फसें रहे। दर्जनों पुलिस कर्मी जाम खोलने के लिये मोर्चा संभाले रहे तब जाकर घण्टों बाद वाहनों की आवाजाही शुरु हो पाई। लगभग चार घण्टे लगे जाम से जन जीवन अस्त ब्यस्त रहा। स्थानीय ब्यापारी बंटी जगवाण, शिराज विष्ट आदि का कहना है कि बाजार में हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है लेकिन पुलिस प्रशासन जाम से निपटने की आज तक समुचित ब्यवस्था नही कर पाया। जिससे आये दिन लोगों को कठनाईयां झेलनी पड़ती है।

बड़ी खबर : 12 महिलाओं को उत्कृष्ट कार्य करने पर मिला राज्य स्त्री शक्ति “तीलू रौतेली “पुरस्कार

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“प्रदेश के 13 जनपद की 35 परियोजनाओं से 35 आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों को मिला राज्य स्तरीय पुरस्कार”

देहरादून। वीरांगना तीलू रौतेली के जन्म दिवस 8अगस्त के मौके पर सोमवार को राज्यके 12जनपद की 12 महिलाओं को अलग अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य स्त्री शक्ति “तीलू रौतेली ” पुरस्कर और 35 को आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह एवं महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रेखा आर्या के हाथों ये पुरस्कार दिए गए।
इस मौके पर गवर्नर ने सबको पुरस्कार मिलने की बधाई दी और साथ ही उम्मीद जताई कि ये महिलाएं आगे और भी बेहतर कार्य करेंगी तथा समाज की अन्य महिलाओं को अच्छे कार्य के लिए नेतृत्व प्रदान करेंगी।

उल्लेखनीय है कि महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग ने वीरांगना तीलू रौतेली के जन्म दिवस पर दिए जाने वाले राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कर और राज्य स्तरीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ति पुरस्कारों की घोषणा एक दिन पहले ही कर दी थी। सोमवार को देहरादून में होने वाले समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 12 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार और 35 महिलाओं को आंगनवाड़ी कार्यकर्ति सम्मान पुरकार प्रदान किए गए। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह ने कहा कि जहाँ उत्तराखंड राज्य की इतनी देवियां साथ हो, वहाँ सुपर एनर्जी होना स्वाभाविक है। मंत्री रेखा आर्या के नर-नारी के अंतर को दूर करने के समझाने के अंदाज़ की तारीफ करते हुए कहा कि पहाड़ की महिला को प्रभु का वरदान है। कहा कि यदि हर तरह से इन महिलाओं की मदद की जाए तो ये सबकुछ कर सकती हैं। कहा कि जितने भी अवार्डी यहाँ है,आप सबने एक अलग ही लीडरशिप में कदम रख लिया है। इन महिलाओं में इतनी पावर है कि अपने बलबुते पर अच्छा ग्लोबल बिज़नेस कर सकती हैं।उत्तराखंड की एक अलग बात देखिए यहाँ मुख्यमंत्री कांवड़ यात्रियों के पैर धोते हैं। ये हमारे संस्कारों का असर है। राज्यपाल ने कहा कि बेटियों को साहस भरे फील्ड में आना चाहिए। कहा कि अगर आपका आंगन अच्छा है तो घर भी अच्छा होगा। आंगनवाड़ी का जो काम है, वाकई में लगता है कि इनके लिए और भी बजट दिया जाना चाहिए। उन्होंने वीरांगना तीलू रौतेली को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके जीवन से हमको सीख लेनी चाहिए। ये नाम ग्लोबल प्लेटफार्म पर होना चाहिए। साथ ही अच्छे राइटर्स को इन पर लिखना चाहिए ताकि उनके बलिदान को सभी याद रख सके। उन्होंने उत्तराखंड की महिला को सबसे अलग बताया और बोले यहाँ की महिलाओं की मेहनत का पूरे विश्व को पता लगना चाहिए।

विभाग की मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्यपाल हमारी पहाड़ की महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए बेहद ही गहनता से सोचते हैं। उन्होंने पुरस्कार लेने वाली सभी महिलाओं को बधाई दी और कहा कि तीलू रौतेली का जन्म 1661 में हुआ था। राज्य सरकार इन वीरांगना द्वारा किये गए वीरता भरे कार्यों को संदेश के रूप में जन-जन तक पहुँचाने के लिए ये आयोजन करती है।आप भी तीलू रौतेली की तरह अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बने। कहा कि हमारी आंगनवाड़ी की ओर से जन-जन तक योजनाएं पहुचाई जाती है। कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों में भी इन्होंने ये काम बखूबी किया है। ये विभाग के अलावा भी अन्य दिए जाने वाले कार्य बढ़-चढ़ कर करती हैं। कहा कि आपके सम्मान के रूप में सतत धनराशि मिलती रहे। उस दिशा में हम लगातार प्रयास करते हैं और करते रहेंगे। उन्होंने हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने का भी सबसे आह्वान किया।

इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजपुर विधायक खजानदास ने कहा कि महिलाओं को इस तरह का सम्मान दिए जाने उनका हौसला बढ़ता है।
इस मौके पर विभाग के सचिव हरि चंद्र सेमवाल, डिप्टी डायरेक्टर एसके सिंह, डीपीओ अखिलेश मिश्र आदि ने विशेष सहयोग किया।
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वहीं तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए इस बार विभिन्न जिलों से 120 महिलाओं ने आवेदन किए थे, जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ति सम्मान पुरस्कार के लिए 62 आवेदन हुए थे। विभागीय चयन समिति ने आवेदनों का परीक्षण पूर्ण करने के बाद शनिवार को नामों को अंतिम रूप दे दिया था।
हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा रविवार को की गई थी। वहीं इससे पूर्व मुख्य विकास अधिकारियों की अध्यक्षता में गठित जनपद स्तरीय समिति द्वारा प्रेषित नामों पर सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय समिति द्वारा इन नामों का चयन किया गया।

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इनको मिला तीलू रौतेली
डा. शशि जोशी (अल्मोड़ा),
दीपा आर्य (बागेश्वर)
मीना तिवाड़ी (चमोली)
मंजूबाला (चम्पावत)
नलिनी गोसाईं (देहरादून)
प्रियंका प्रजापति (हरिद्वार)
विद्या महतोलिया (नैनीताल)
सावित्री देवी (पौड़ी)
दुर्गा खड़ायत (पिथौरागढ़)
गीता रावत (रुद्रप्रयाग)
लता नौटियाल (उत्तरकाशी)
प्रेमा विश्वास (ऊधमसिंह नगर)

इन आंगनवाड़ी कार्यकर्तियो को मिला पुरस्कार
महिला एवं बाल विकास से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर मूर्त रूप देने के साथ ही विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ति को बेहतर कार्य का पुरस्कार दिया गया।

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से दिए जाने वाले आंगनवाड़ी कार्यकर्ति सम्मान पुरस्कार के लिए 35 में सर्वाधिक पांच पौड़ी जिले से हैं, जबकि बागेश्वर, चम्पावत व रुद्रप्रयाग से एक-एक।पुरस्कार दिए जाने वालों में
सुनीता कोहली, कुसुम बिष्ट, जानकी व कमला नेगी (अल्मोड़ा)
हेमा सती (बागेश्वर)
भागा देवी, शोभा व अभिलाषा (चमोली)
अनीता रावत (चम्पावत)
अर्चना राणा, सरोज सुयाल व किर्तना शर्मा (देहरादून)
सीमा रानी, कमलेश धीमान, रचना व उमेश कुमारी (हरिद्वार)
ज्योति रावत, अंजू सागर व गीता नयाल (नैनीताल)
अनीता देवी, आशा देवी, मीना देवी, हेमलता बिष्ट व गिन्नी डंगवाल (पौड़ी)
दीपा पांडेय व ज्योति टम्टा (पिथौरागढ़)
रंजना अवस्थी (रुद्रप्रयाग)
मंगला थपलियाल, उमा भट्ट व सविता सेमवाल (टिहरी)।
स्नेहलता मल्लिक, रचना दानी व मीरा देवी (ऊधमसिंहनगर)।
सुमित्रा व लक्ष्मी नौटियाल (उत्तरकाशी) शामिल रहे।

त्योहारी सीजन में राहत भरी खबर, खाने के तेल के भाव में आई गिरावट

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नई दिल्ली. बढ़ती महंगाई के बीच आम आदमी के लिए राहत भरी खबर है. बीते सप्ताह विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों के दाम टूटने की वजह से देशभर के तेल-तिलहन बाजारों में सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन तथा बिनौला, कच्चा पाम तेल, पामोलीन तेल सहित लगभग सभी खाद्य तेल तिलहन कीमतों में हानि दर्ज हुई. बाकी तेल-तिलहनों के भाव में बदलाव नहीं हुए. बाजार सूत्रों ने कहा कि आयातित खाद्य तेलों के सस्ता होने से बीते सप्ताह तेल तिलहन कीमतों में गिरावट आई.

सूत्रों के मुताबिक सीपीओ का भाव मौजूदा समय में कमजोर हुआ है. आयातकों का तेल बंदरगाहों पर पड़ा है और अचानक भाव टूटने के बाद उन्हें सस्ते में बेचने की मजबूरी है. इसके अलावा आगे जो सीपीओ, सूरजमुखी और पामोलीन तेल की खेप आएगी, उसकी कीमत मौजूदा भाव से भी 20-30 रुपये किलो कम होगी. माना जा रहा है कि वैश्विक तेल-तिलहन कीमतों में आई भारी गिरावट के मद्देनजर बीते सप्ताह सरकार ने तेल संघों और तेल उद्योग वालों की बैठक बुलाई थी. बैठक में तेल संघों और तेल उद्योग के प्रतिनिधियों ने अगले 10 दिनों में खाद्य तेल कीमतों में 8-10 रुपये लीटर तक कमी करने का आश्वासन दिया है. विदेशों के साथ-साथ देश में भी खाद्य तेल-तिलहनों के भाव भारी दबाव में हैं जो कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण है.