Wednesday, April 30, 2025
Home Blog Page 858

उत्तराखंड के CM धामी ने किया आवास पर ध्वजारोहण,सभी को दी बधाई

0

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि आज पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आज से देश का अमृतकाल शुरू हो रहा है। 25 सालों में देश को शिखर पर ले जाने में सबको अपना योगदान देना होगा।May be an image of 7 people, people standing and outdoors

May be an image of 11 people, people standing and outdoors

 

आजादी के महापर्व को धूमधाम से मनाया गया , बच्चों ने निकाली प्रभातफेरी

May be an image of 5 people and people standing

गजा ( डी पी उनियाल) । नरेन्द्र नगर प्रखंड के नगर पंचायत गजा में शहीद बेलमति चौहान चौक पर व्यापार सभा की ओर से झंडारोहण का आयोजन किया गया , झंडारोहण नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती ने किया, व्यापार सभा गजा के अध्यक्ष विनोद सिंह चौहान सहित पूरी कार्यकारिणी व सभी व्यापारियों,नगर वासियों ने झंडारोहण में शिरकत की ,इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती व सभी पूर्व अध्यक्षों , समाजसेवियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। अपने सम्बोधन में नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि यह महापर्व देश की आजादी का जश्न है आज़ादी दिलाने वाले सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है , त्याग, बलिदान, से ही हम आज विकास की ओर बढ़े हैं , बेलमति चौक पर आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। नगर पंचायत गजा में श्रीमती मीना खाती अध्यक्ष ने ध्वजारोहण किया तथा अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान, सभासद सुनील चौहान, विनोद सिंह चौहान, श्रीमति सीता देवी, श्रीमती पुलमा देवी , दिनेश प्रसाद उनियाल , बचनसिंह खडवाल, यशपाल सिंह, मान सिंह चौहान, कुंवर सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह खाती, गजेन्द्र सिंह खाती, सुरेन्द्र सिंह नेगी , उपस्थित रहे ।अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा, शिखर स्कालर्स ऐकेडमी हाई स्कूल गजा, इंटर कॉलेज केशरधार नैचोली, प्राथमिक विद्यालय अखोडी सेरा कुलपी, सरस्वती शिशु मंदिर , ओमकारा नंद गजा, के छात्र छात्राओं ने प्रभात फेरी निकाली ,पूरा बाजार भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा,दूसरी ओर तहसील गजा, आदर्श इंटर कालेज नकोट, सरस्वती विद्या मंदिर नकोट, सन राइज पब्लिक स्कूल नकोट में भी आज़ादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया गया ।May be an image of 9 people, people standing and outdoors

आजादी का अमृत महोत्सव: लाल किले से पीएम का 9वीं बार 83 मिनट का संबोधन

0

नई दिल्ली, देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है, आजादी की इस लड़ाई का गवाह रहा लाल किले की दीवारों ने हिन्दुस्तान के हर बदलते हुए सियासी रंग को बहुत करीब से देखा। आज़ाद हिन्दुस्तान में बनते-बिगड़ते वक़्त को ही नहीं बल्कि उस दौर को भी देखा है जब देश अंग्रेजों का गुलाम था। साढ़े तीन सौ साल में हिन्दुस्तान का वक़्त बदलता रहा और उस वक़्त की गवाही देता रहा लालकिला। कभी शाहजहां की सल्तनत थी आज लोकतंत्र के मंदिर की इस चौखट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खड़े हैं। आज 15 अगस्त के मौके पर भारत को आजादी मिले 75 साल पूरे हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9वीं बार लाल किला की प्राचीर से तिरंगा झंडा फहराया। इस बार स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने का जश्न अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने इस साल 15, अगस्त, 2022 को मिलाकर कुल नौ बार ध्वजारोहण किया। इस बार प्रधानमंत्री ने 83 मिनट देशवासियों को संबोधित किया |PM Modi Speech: PM Modi gave the fifth biggest speech of Independence Day  at Red Fort, addressed the nation for 82 minutes

आपको बता दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्रता दिवस पर कुल 17 बार देशवासियों को संबोधित किया। उनके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 16 बार 15 अगस्त को भाषण दिया वहीं, साल 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने कुल 10 बार लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोगों को संबोधित किया।

साल 2014 से 2022 तक

मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में 15 अगस्त 2014 को लाल किले की प्राचीर से पहली बार देश की जनता को संबोधित किया था। उस समय उन्होंने 65 मिनट का भाषण दिया था।

इसके बाद साल 2015 में उनका संबोधन 86 मिनट तक चला था।

2016 में उनका भाषण डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चला था।

2016 में उन्होंने 94 मिनट का भाषण दिया था।

प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2017 में स्वतंत्रता दिवस पर अपना सबसे छोटा भाषण दिया था। तब उनका भाषण 54 मिनट का था।

साल 2018 में लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने 82 मिनट का भाषण दिया था।

साल 2019 की बात करें तो पीएम मोदी का भाषण 92 मिनट का रहा।

साल 2020 में 90 मिनट का संबोधन दिया था।

2021 में 88 मिनट तक पीएम मोदी ने लाल किले से भाषण दिया।

2022 में पीएम 83 मिनट का भाषण।

कुरझण में धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस समारोह

0

रूद्रप्रयाग। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के के अमृत महोत्सव पर श्री संस्कृत प्रचारिणी पाठशाला कुरझण में विद्यालयीय शिक्षकों छात्र छात्राओं के साथ प्रबन्ध समिति के सदस्यों एवं समस्त ग्राम वासियों ने ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण में विद्यालयीय प्रबन्ध समिति के दाताराम पुरोहित एवं उपाध्यक्ष विजयराम पाण्डेय, एवं शम्भुप्रसाद पुरोहित, सुधाकर प्रसाद पाण्डेय, उमेद लाल शाह, हरिशरण पाण्डेय, भगवती प्रसाद पाण्डेय, बलवन्तलाल, शशिधर पुरोहित, अवतार लाल, रितेश पाण्डेय,नागेंद्र प्रसाद एवं विद्यालयीय कर्मचारी एवं छात्र-छत्राएं उपस्थित रहे।

15 अगस्त की तारीख आजादी के लिए क्यों चुनी गई

0

जय हिन्द। आजादी की 75 वर्ष पूरे होने पर पीछे मुड़कर देखें तो स्वतंत्र होने के बाद से देश ने कई चुनौतियों से अवश्य ही बहुत संघर्ष किया लेकिन इसकी बदौलत हम हमारी आने वाली पीढ़ियों का सुनहरा भविष्य सुनिश्चित कर चुके हैं। हमें यह आजादी जिन संघर्षों से मिली उसके बारे में नयी पीढ़ी को बताना तो हमारा दायित्व है ही साथ ही हमें देश की वर्तमान कामयाबियों को हासिल करने के लिए की गयी मेहनत से भी लोगों को रूबरू कराना चाहिए। भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व पर हर भारतीय की यही कामना है कि हमारा यह प्यारा गणतंत्र स्वस्थ, सुरक्षित और समृद्ध रहे, भारत भूमि का मान-सम्मान दुनिया में बढ़ता रहे, भारत पुनः विश्व गुरु बने, हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज गति से तरक्की करे, भारतीय और भारतवंशी दुनिया के जिस भी कोने में रहें नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभाएँ, जीवन से जुड़े हर क्षेत्र में भारत अभूतपूर्व तरक्की करे और महामारी का प्रकोप इस दुनिया से खत्म हो। आज जब हम आजादी का पर्व मना रहे हैं तो आइए जानते हैं हमारे इस राष्ट्रीय पर्व से जुड़ी कुछ बड़ी बातें- भारत की संविधान सभा ने नई दिल्ली स्थित संविधान हॉल में 14 अगस्त को रात्रि 11 बजे अपने पांचवें सत्र की बैठक की। इस सत्र की अध्यक्षता तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने की। इस सत्र में जवाहर लाल नेहरू ने भारत की आजादी की घोषणा करते हुए ट्रिस्ट विद डेस्टिनी यानि नियति से वादा नामक ऐतिहासिक भाषण दिया।-हर स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं। लेकिन 15 अगस्त 1947 को ऐसा नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था।

-15 अगस्त 1947 को जब भारत को आजादी मिली थी तब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इस जश्न में शामिल नहीं हुए थे क्योंकि उस समय वह दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं और राष्ट्रपिता उस हिंसा को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे।

-15 अगस्त 1947 तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फ़ैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ था।

-भारत 15 अगस्त को आज़ाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था। हालाँकि रवींद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया।

-आजादी के समय सैंकड़ों ऐसी रियासतें थीं जिनको इस बात का निर्णय करना था कि उन्हें भारत के साथ जाना है या पाकिस्तान के साथ, बाद में अधिकतर ने भारत के साथ आने का निर्णय किया।

-कभी आपके मन में यह विचार आया है कि क्यों भारत की आजादी (Independence Day) के लिए 15 अगस्त की तारीख ही चुनी गई थी? इसका जवाब हम आपको देते हैं। दरअसल ब्रिटिश संसद ने लॉर्ड माउंटबेटन (Lord Mountbatten) को 30 जून 1948 तक भारत की सत्‍ता भारतीयों को हस्तांतरित करने का पूरा अधिकार दे दिया था। लॉर्ड माउंटबेटन को साल 1947 में भारत के आखिरी वायसराय के तौर पर नियुक्त किया गया था और उन्होंने ही भारत की आजादी के लिए 15 अगस्त की तारीख का चयन किया था।

इसे भी पढ़ें: महात्मा गांधी का ‘ग्राम स्वराज’ का सपना आखिर कब होगा पूरा?
-कुछ इतिहासकारों का यह भी मानना है कि लॉर्ड माउंटबेटन 15 अगस्त की तारीख को शुभ मानता था इसीलिए उसने इस तारीख का चयन भारत की आजादी के लिए किया था। दरअसल 15 अगस्त लॉर्ड माउंटबेटन के लिए इसलिए शुभ था क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के समय वह संयुक्त सेना का कमांडर था और 15 अगस्त, 1945 को जापानी सेना ने उसके समक्ष आत्मसमर्पण किया था।

-15 अगस्त को भारत आजाद क्यों किया गया इसके बारे में कुछ इतिहासकारों ने यह भी कहा है कि लॉर्ड माउंटबेटन ने इस तारीख का चयन सी. राजगोपालाचारी के सुझाव पर किया। दरअसल ब्रिटिश सरकार की पहले की योजना के तहत भारत को 30 जून 1948 को आजाद किया जाना था लेकिन जिस तरह भारत में अंग्रेज हुकूमत का विरोध तेज होता जा रहा था उसको देखते हुए सी. राजगोपालाचारी ने लॉर्ड माउंटबेटन से कहा था कि अगर 30 जून 1948 तक इंतजार किया गया तो हस्तांतरित करने के लिए कोई सत्ता नहीं बचेगी। ऐसे में अब लॉर्ड माउंटबेटन ने 15 अगस्त की तारीख भारत की आजादी के लिए चुनी।

-लॉर्ड माउंटबेटन इसलिए भी परेशान था क्योंकि उस समय जिन्ना और नेहरू के बीच देश बंटवारे को लेकर मतभेद खुल कर सामने आ गये थे। जिन्ना ने अलग देश बनाने की मांग कर दी जिसके चलते देश के विभिन्न भागों में साम्प्रदायिक झगड़े शुरू हो गये। इससे पहले कि हालात और बिगड़ते, आजादी 1948 में देने की योजना में बदलाव करते हुए 1947 में ही भारत को आजादी दे दी गयी।

-भारत की आजादी का दिन जब 15 अगस्त तय हो गया तो इसके बाद ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस में इंडियन इंडिपेंडेंस बिल (Indian Independence Bill) 4 जुलाई 1947 को पेश किया गया। इस बिल में भारत के बंटवारे और पाकिस्तान के बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। यह बिल 18 जुलाई 1947 को मंजूर हुआ और 14 अगस्त को विभाजन के बाद 15 अगस्त 1947 को मध्यरात्रि 12 बजे भारत की आजादी का ऐलान किया गया।

-क्या आप जानते हैं कि जब लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 तय कर दी तो देश के ज्योतिषियों ने इसका विरोध किया। यह विरोध इसलिए हो रहा था क्योंकि यह शुभ दिन नहीं माना जा रहा था। फटाफट लॉर्ड माउंटबेटन को कुछ और तारीखों का सुझाव दिया गया लेकिन लॉर्ड माउंटबेटन 15 अगस्त की तारीख पर अड़ गये। तब ज्योतिषियों ने एक बीच का रास्ता निकाला और 14 तथा 15 अगस्त की रात 12 बजे का समय तय किया गया। इससे दोनों पक्षों की बात रह गयी। अंग्रेजों के हिसाब से दिन 12 AM पर शुरू होता है और हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से सूर्योदय होने पर नया दिन माना जाता है। इस तरह 15 अगस्त की सुबह भारत के लिए शुभ सवेरा लेकर आई।

-ज्योतिषियों ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी कहा था कि वह आजादी मिलने पर अपना ऐतिहासिक भाषण अभिजीत मुहूर्त (11:51 PM से 12:39 AM) के बीच में ही दें। नेहरू जी ने इसका पालन करते हुए अपना भाषण समय पर समाप्त कर दिया जिसके बाद शंखनाद किया गया।

-15 अगस्त 1947 को सुबह 8.30 बजे गवर्नमेंट हाउस पर गवर्नर जनरल और मंत्रियों का शपथ समारोह आयोजित किया गया, उसके बाद गवर्नर जनरल को शाही सलाम दिया गया और संवैधानिक सभा में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।

-15 अगस्त 1947 को इंडिया गेट पर झंडा समारोह आयोजित किया गया, आतिशबाजी की गयी और गवर्नमेंट हाउस पर आधिकारिक रात्रि भोज दिया गया।

-नीरज कुमार दुबे(साभार-prabhasakshi.com )

बैंक अकाउंट हो रहा खाली! बिना OTP के ही खाते से उड़ गई 75 लाख की मोटी रकम

0

दिल्ली के शहादरा इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने बैंक अकाउंट होल्डर्स की रातों की नींद उड़ा दी है. दरअसल ये मामला ऑनलाइन ठगी का है जिसमें बिल्डर के खाते से 75 लाख रुपये कब निकल गए उन्हें कानो-कान खबर ही नहीं लगी.

यह घटना बेहद ही चौंकाने वाली है जिसकी वजह से अब बैंकों पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि जिस शख्स के अकाउंट से पैसे निकले हैं उस शख्स ने किसी से भी अपने अकाउंट की डीटेल्स शेयर नहीं की थी. ऐसे में सवाल ये उठता है कि इतनी भारी रकम अकाउंट से निकली कैसे, यहां तक कि जब अकाउंट से ट्रांजैक्शन होता है तो एसएमएस या फिर ईमेल भेजा जाता है जो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और रजिस्टर्ड ईमेल पर आता है.

बिना SMS और ईमेल के अमाउंट हो रहा था गायब

जानकारी के अनुसार शख्स ने जब पैसे ट्रांसफर करने के लिए नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया तब तक 65 लाख रुपये कट चुके थे, शख्स ने देर ना करते हुए ट्रांजैक्शन ब्लॉक करवाने का प्रयास किया लेकिन जब तक ब्लॉकिंग की प्रक्रिया पूरी हुई तब तक 10 लाख रुपये और गायब हो चुके थे. इस मामले को स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट को भेज दिया गया है.

इन गलतियों की वजह से अकाउंट हो सकता है खाली

इस शख्स के साथ जो घटना हुई है उसने अकाउंट होल्डर्स को परेशान कर दिया है. ऐसी घटनाएं तब भी सामने आती हैं जब आप किसी अनजान व्यक्ति को अपनी बैंकिंग डीटेल्स दे देते हैं, कई बार कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव बनकर भी लोग आपके बैंक अकाउंट की डीटेल्स मांग लेते हैं. अगर आप ऐसे व्यक्तियों के झांसे में आ जाएं तो आपके साथ भी ये घटना हो सकती है. अगर आप अपनी बैंकिंग डीटेल्स को प्राइवेट रखते हैं तो ऐसा होने की संभावना कम है लेकिन फिर भी आपको इसे लेकर काफी जागरूक रहना चाहिए.

हर बैंक अकाउंट होल्डर बरते ये सावधानी

1.अगर आप नेट बैंकिंग इस्तेमाल करते हैं तो इसकी डीटेल्स गलती से ना शेयर करें

2.अपने कार्ड नंबर और सीवीवी को रखें प्राइवेट

3.पब्लिक वाईफाई से ना करें ट्रांजैक्शन

4.स्मार्टफोन में ना डाउनलोड करें गैर जरूरी ऐप्स

जियो के 5G फोन की लॉन्चिंग को लेकर आई बड़ी खबर, बस इतनी होगी कीमत

0

देश में 5G नेटवर्क को लेकर काफी समय से चर्चा हो रही है. आजकल हर शख्स फास्ट कनेक्टिविटी वाली 5G सुविधा पाने का इंतजार बेसब्री से कर रहा है. वहीं दूसरी ओर देश की सभी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां 5G की लॉन्चिंग के लिए तैयार हैं. Jio हो, VI हो या फिर एयरटेल तीनों अपनी 5G सेवा का ट्रायल पूरा कर चुके हैं और अब बारी है इसकी लॉन्चिंग की तो अब इसकी लॉन्चिंग से जुड़ी ताजा और बड़ी खबर यह है कि कंपनी बहुत जल्द अपने Jio Phone 5G को लॉन्च कर सकती है. आपको बताते चलें कि Jio ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वो 15 अगस्त के मौके पर 5G लॉन्च कर सकती है.

लॉन्चिंग और इतनी हो सकती है कीमत

Jio Phone 5G को लेकर पहले से यह कहा जा रहा है कि इस साल के अंत तक यह फोन लॉन्च होगा. Jio Phone 5G की कीमत 12,000 रुपये के करीब हो सकती है. हालांकि एक अन्य रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि Jio Phone 5G की कीमत सिर्फ 2,500 रुपये होगी और अगर हकीकत में ऐसा हुआ तो ये देश का सबसे सस्ता 5G फोन हो सकता है. अब जब कीमत इतनी कम होगी तो ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि Jio Phone 5G एक फीचर फोन हो सकता है. वहीं कुछ रिपोर्ट्स में ये दावा भी किया जा रहा है कि फोन महंगा होगा जिसकी डाउन पेमेंट 2,500 रुपये होगी और बाकी पैसे EMI में देने होंगे.

संभावित स्पेसिफिकेशन

Jio Phone 5G के कैमरे की बात करें तो इसमें डुअल रियर कैमरा सेटअप मिल सकता है जिसमें प्राइमरी लेंस 13 मेगापिक्सल का होगा, वहीं दूसरा लेंस 2 मेगापिक्सल का मैक्रो होगा. इसी तरह फ्रंट में 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा मिल सकता है. Jio Phone 5G में भी Pragati OS मिल सकता है जो कि Jio Phone Next में पहले से ही मौजूद है. इसके फीचर्स की बात करें तो इसमें 6.5 इंच की HD+ IPS LCD डिस्प्ले हो सकता है जिसका रिजॉल्यूशन 1600×720 पिक्सल होगा. कहा जा रहा है कि इस फोन के साथ स्नैपड्रैगन 480 5G प्रोसेसर और 4 जीबी रैम के साथ 32 जीबी की स्टोरेज भी मिलेगी.

साहित्य को सोशल मीडिया और नई तकनीक से जोड़ने की जरूरत : नरेंद्र सिंह नेगी

0

‘उत्तरांचल प्रेस क्लब में मितेश्वर आनंद के कहानी संग्रह “हैंडल पैंडल” पुस्तक का हुआ लोकार्पण’

देहरादून, साहित्य को समाज के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए इसे आज के दौर में नई तकनीक और सोशल मीडिया से जोड़ने की जरूरत है। सुप्रसिद्ध लोक गायक व साहित्यकार नरेंद्र सिंह नेगी ने उत्तरांचल प्रेस क्लब में मितेश्वर आनंद के कहानी संग्रह “हैंडल पैंडल” पुस्तक पर परिचर्चा व संवाद कार्यक्रम में कही |
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से निकले साहित्य की सुगंध देश और दुनिया में फैली हुई है। आम तौर पर यह शिकायत रहती है कि आज के युवा साहित्य से दूर जा रहे हैं और सोशल मीडिया में खोए हुए हैं। आज जरूरत है कि सोशल मीडिया का उपयोग साहित्य के विस्तार के लिए किया जाय।

उत्तरांचल प्रेस क्लब सभागार में आयोजित परिचर्चा का संचालन गणेश खुगशाल गणि ने किया। पुस्तक के लेखक मितेश्वर आनंद ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि मेरी किताब जीवन में घटित अनुभूति को शब्दों में संजोने की कोशिश है।
पर्यावरणविद पद्मश्री कल्याण सिंह रावत मैती ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि हैंडल पैंडल ऐसी किताब है, जिसमें प्रस्तुत कहानियां हर पाठक के जीवन से जुड़ी हुई हैं और लेखक अपने जीवन में घटित घटनाओं को सामाजिक संदेशों से जोड़ने में सफल रहे हैं।
इस दौरान साहित्यकार व पुलिस अधिकारी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि साहित्य समाज के लिए आवश्यक है। आज हम कहानी और साहित्य को लोकप्रिय बनाते हुए पाठक की नब्ज को पकड़ा जा सकता है। प्रबोध उनियाल ने कहानी संग्रह के शिल्प पर अपनी बात रखी |
पत्रकार रमेश भट्ट ने कहा कि किताब हमें बचपन की यात्रा में लेकर जाती है और यह प्रसंग सभी के साथ रोचक रूप में जुड़े हुए हैं।
पाणी राखो आंदोलन के प्रणेता मशहूर पर्यवारणविद सच्चिदानंद भारती ने कहा कि जीवन के अनुभवों को कलमबंद करना बहुत जरूरी है। पुस्तक पीछे छूट गए प्रसंगों और अपने परिवेश की बानगी पेश करती है, प्रो. अधीर कुमार ने कहा कि बहुत मुखर हुए बगैर जीवन के सत्य का उद्घाटन करती यह कहानियां पाठक के दिल में गहरे उतर जाती हैं।
काव्यांश प्रकाशन के प्रबोध उनियाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में गंभीर सिंह पालनी, प्रो. अधीर कुमार, अरुण शर्मा, एडमिरल ओमकाश राणा, गणेश रावत, राकेश जुगरान, जयदीप रावत, राजेश सकलानी, हरेंद्र रावत, गजेंद्र रमोला, विजय गौड़, जगमोहन रौतेला, जितेंद शर्मा, अरविंद शेखर, राजू गुसाईं, कीर्ति नवानी, लक्ष्मी प्रसाद बडोनी, प्रेम साहिल, मनोज ध्यानी, एसपी नौटियाल, यशपाल रावत, यशपाल सिंह सहित अनेक साहित्य प्रेमी और गणमान्य लोग मौजूद रहे।

 

उत्तराखण्ड पर्यटन क्षेत्र में जितनी चुनौतियां हैं उससे कई गुना इस क्षेत्र में संभावनाएं : केन्द्रीय मंत्री जी किशन रेड्डीMay be an image of 15 people, people sitting, people standing and indoor

देहरादून, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ राज्य में केंद्र के सहयोग से चल रही पर्यटन योजनाओं और स्वदेश दर्शन योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की। मंगलवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में पर्यटन अधिकारियों के साथ बैठक में जी किशन रेड्डी ने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन क्षेत्र में जितनी चुनौतियां हैं उससे कई गुना इस क्षेत्र में संभावनाएं भी हैं। बैठक में केंद्रीय मंत्री ने पर्यटन क्षेत्र की योजनाओं को गति देने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए।

बैठक में सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक श्री केदारनाथ धाम और श्री बदरीनाथ धाम में हुए विकास कार्यों व पुर्ननिर्माण कार्यों की जानकारी दी। अपर पर्यटन सचिव (इंफ्रा) पूजा गर्ब्याल ने प्रसाद योजना और स्वदेश दर्शन योजना के तहत उत्तराखण्ड में हुए कार्यों की जानकारी दी। इसके साथ ही टिहरी झील पर्यटन विकास परियोजना के तहत हुए कार्यों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टिहरी झील और जलसंग्रहण क्षेत्र पर्यटकों के लिए नया डेस्टिनेशन बनेगा।

प्रदेश में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत किए गए कार्यों की सराहना करते ‌हुए केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने सीमा से सटे गांवों में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया के पर्यटन उत्तराखण्ड के होमस्टे में रहना चाहते हैं। ऐसे में पर्यटन को आरामदायक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हमें कार्य करना होगा। इसके साथ ही सा‌हसिक पर्यटन के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में भी आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में आने वाले पर्यटकों को यातायात की सरल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रोपवे निर्माण की संभावनाओं पर कार्य किया जाए। इससे देश दुनिया के तीर्थयात्री व पर्यटक उत्तराखण्ड में रोमांच भरे सफर का आनंद उठा सकेंगे।

बैठक में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की संयुक्त सचिव उमा नंदूरी, अपर सचिव पर्यटन सी रविशंकर, अपर निदेशक पूनम चंद, विशेष कार्याधिकारी सतीश बहुगुणा, वरिष्ठ शोध अधिकारी एसएस सामंत, पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल सिंह चौहान समेत विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

 

अमृत महोत्सव के तहत राजीव गांधी नवोदय विद्यालय ने निकाली तिरंगा रैलीMay be an image of 12 people, people standing, tree and outdoors

देहरादून, हर घर तिरंगा यात्रा के क्रम में रविवार को राजीव गांधी नवोदय विद्यालय देहरादून में प्राचार्य डॉ. सुनीता भट्ट के नेतृत्व में एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें नवोदय विद्यालय के छात्र विभिन्न सदनों ( नंदा देवी सदन ,राजा जी सदन , कॉर्बेट सदन व गंगोत्री सदन ) में बंटकर के एससीआरटी होते हुए मंगलुवाला, नालापानी , हरचवाला व सुन्दरवाला गांवों से होते हुए नवोदय विद्यालय तक एक रैली का आयोजन किया गया । जिसमें छात्रों द्वारा लोगों को झण्डे के प्रति जागरूक किया गया तथा साथ ही बताया कि झंडा किस प्रकार से फहराया जाता है ।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों द्वारा अपने नारों व गीतों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया तथा साथ ही अमृत महोत्सव के बारे में लोगों को बताया गया, विद्यालय की प्राचार्य द्वारा बताया गया कि इस रैली के आयोजन से हमारा मकसद लोगों मे जागरूकता फैलाना था जिससे लोग स्वन्त्रता संग्राम के दौरान शहीद हुए लोगों के प्रति सम्मान प्रकट कर सकें ।
इस अवसर विद्यालय के उपप्राचार्य जीसी थपलियाल ने कहा कि समय समय पर इस प्रकार के आयोजनों से छात्रों में देश के प्रति जागरूकता आती है तथा छात्र अनुशासित होते है ।
इस अवसर पर विद्यालय के पी इ टी टीचर प्रमोद भंडारी ,एन सी सी प्रभारी सोमू पंत , एन एस एस प्रभारी एम डी उनियाल , वार्डन सूबेदार किशन चंद, मधु नेगी व आर के राय, तथा सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित थी।

“आजादी के अमृत महोत्सव पर इकोग्रूप ने पौधारोपण कर किया जागरूक

0

देहरादून, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जैसा कि विदित है कि इकोग्रूप इन वृक्षों के पौधों को रोंपने के साथ साथ इनके संरक्षण के प्रति भी प्रतिबद्ध है। इसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए आज दिनांक 14.08.2022 को ईकोग्रुप सोसाइटी, देहरादून ने क्लेमनटाउन, देहरादून में वृक्षारोपण किया । इस वृक्षारोपण में फलदार वृक्षों के साथ साथ औषधीय व सजावटी पौधों को मिलाकर कुल 190 पौधे रोपें गए । इस कार्यक्रम के उपरांत कैप्टन रेशम ने अपनी टीम के साथ इन पौधों को संरक्षित करने का प्रण लिया । श्रीमती मीनाक्षी ने 50 फलदार वृक्षों का अपनी बच्ची के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में सराहनीय योगदान किया । । इस अवसर पर ईकोग्रुप देहरादून से, संजय भार्गव, आशीष गर्ग, अनिल कुमार मेहता, भारत शर्मा ,अमित कुमार जैन, व कर्नल प्रदीप भाटिया के साथ साथ आर्मी के परिवार के सदस्य और बच्चों भी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में कर्नल प्रदीप भाटिया ने मौजूद आर्मी के परिवार और बच्चों को पेड़ों के संरक्षित करने की आवश्यकता पर जागरूक किया । आज के परिवेश में आधुनिकरण के नाम पर मनुष्य द्वारा पर्यावरण के प्रति लापरवाही की वजह से व अनेक कारणों से जलमंडल, वायुमंडल, स्थलमंडल और जीवमंडल पर प्रभाव पड़ रहा है। पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग और तापमान में बढ़ोत्तरी की समस्या उत्पन्न हो रही है। पर्यावरण की ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए सबको जागरुक होने की ज़रूरत है और पर्यावरण के बचाव में एकजुटता एवं सहयोग की ज़रूरत है ।हमारे स्वस्थ जीवन के लिए भी पर्यावरण संरक्षण अति महत्वपूर्ण है ।

इकोग्रुप पिछले चार वर्षों से देहरादून व इसके आस पास संरक्षित स्थानों पर वृक्षारोपण कर, महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आ रहा है । अतः पर्यावरण दूषित न हो इसके लिए हम सबको मिलकर अधिक से अधिक वृक्षों के पौधे लगाने व वृक्षों को संरक्षित करना होगा ।

बर्फ़ीली चोटियों के बीच हिमवीरों को देखकर मिलती है राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा : राज्यपाल

0

राज्यपाल ने किया आईटीबीपी की वॉकथॉन का फ़्लैग ऑफ

देहरादून, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रविवार को आईटीबीपी द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित ‘‘वॉकथॉन’’ का फ़्लैग ऑफ़ किया। राज्यपाल ने इस वॉकथॉन में स्वयं भी शामिल होकर आईटीबीपी के जवानों और स्कूली छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया।

कार्यक्रम में अपने सम्बोधन के दौरान राज्यपाल ने सभी आईटीबीपी जवानों व स्कूली छात्र-छात्राओं को आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने की बधाई दी।

राज्यपाल ने कहा कि हिमवीरों को बर्फीली चोटियों के बीच पर्वत के आँचल जब देश सेवा करते हुए देखते हैं तो हर भारतीय को देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, प्रकृति, शौर्य व समृद्धि, का प्रतीक है। राज्यपाल ने कहा कि ये हम सब की ज़िम्मेदारी है कि हम देश के लिए अपना योगदान देकर भारत को विश्वगुरु की राह पर ले जाएं। इस दौरान मेयर सुनील उनियाल गामा, आईजी नीलाभ किशोर भारती, डीआईजी मनी महाराज, और बड़ी संख्या में ITBP के जवान व स्कूली छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।

 

 

सीएम करेंगे अग्निपथ योजना का कोटद्वार में शुभारंभ, गढ़वाल मण्डल के युवाओं के लिए 19 अगस्त से होगी अग्निवीर भर्ती रैली

0

पौड़ी (कोटद्वार), अग्निपथ योजना के अंतर्गत कोटद्वार में गढ़वाल मण्डल के युवाओं के लिए 19 अगस्त से अग्निवीर भर्ती रैली शुरू होने जा रही है जिससे पूर्व 17 अगस्त को उत्तराखंड में अग्निपथ योजना को कोटद्वार में ही लांच किया जाएगा। अग्निवीर भर्ती की व्यवस्थाओं सुनिश्चित किए जाने के लिए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार की स्थानीय विधायक ऋतु खंडूडी भूषण ने स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 17 अगस्त को उत्तराखंड के लिए कोटद्वार में अग्निपथ योजना को लांच किया जाएगा, जिसके लिए एक वृहद स्तर पर कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में अग्निपथ योजना का शुभारंभ करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान देश के लिए अपनी जान देने वाले शहीदों के परिजनों व पूर्व सैनिकों को सम्मानित भी किया जाएगा।

उत्तराखंड में अग्नि पथ योजना के शुभारंभ पर अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले प्रदेश के सभी युवाओं का मार्गदर्शन भी किया जाना है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य रक्षा मंत्रालय द्वारा देश के नौजवान महिला और पुरुष उम्मीदवारों को थल सेना, वायु सेना, और नौसेना में भर्ती करने के लिए और देश सेवा के लिए प्रेरित करने का और साथ ही बेरोज़गार युवा वर्ग को रोज़गार प्रदान करना हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक कर अग्निवीर भर्ती की व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली।

उन्होंने राज्य के युवाओं को भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित होने में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को समन्वय बनाने को कहा। साथ ही अधिकारियों को भर्ती प्रक्रिया सुव्यवस्थित तरीके से संचालित करने के निर्देश दिए एवम भर्ती स्थलों में रहने-खाने, शेल्टर और बिजली, पानी, सफाई व शौचालयों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने उप जिला अधिकारी प्रमोद कुमार को निर्देशित किया कि गढ़वाल से आने वाले युवाओं को कोटद्वार में ठहरने के लिए किसी प्रकार की असुविधा ना हो साथ ही होटल मालिकों के द्वारा मनमानी रूप से किराया ना वसूला जाए इसके लिए एक ठोस व्यवस्था बनाने को कहा। विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार के अपर पुलिस अधीक्षक शेखर चंद्र सुयाल को भर्ती प्रक्रिया के दौरान कानून व्यवस्था को मजबूत रखने एवं ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

 

नगर निगम पार्षदों और कर्मचारियों ने अमृत महोत्सव पर निकाली तिरंगा यात्राMay be an image of 4 people and people standing

कोटद्वार, नगर निगम पार्षदों और कर्मचारियों ने नगर क्षेत्र में निकाली तिरंगा यात्रा- कोटद्वार नगर निगम के पार्षदों और कर्मचारियों ने आजादी के 75 वें वर्ष में आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत आज कोटद्वार नगर के मुख्य मार्गो पर हाथ में देश की आन ,बान ,और शान राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराते हुए जुलूस निकाला आयोजित कार्यक्रम में नगर निगम के पार्षद और कर्मचारी जोशो- खरोश से लवरेज नजर आये तथा भारत माता की जय के उद्घोष लगाते हुए नगर के हिर्दय स्थल कहलाने वाले झण्डाचौक, गोखले मार्ग, बीर बाला तीलू रौतेली चौक , गंगादत्त जोशी मार्ग से गैरेज रोड़ होते हुए कोटद्वार तहसील पंहुचे।
आयोजित रैली में बलभद्रपुर वार्ड से पार्षद अनिल नेगी डब्बू , नजीबाबाद रोड़ से पार्षद प्रवेन्द्र रावत , विपिन डोबरियाल , मोनू अग्रवाल , सुनील कुमार आदि शामिल थे।अलग खबर डाॅट काॅम वेब न्यूज चैनल को अलग से दिये एक साक्षात्कार मे बलभद्रपुर क्षेत्र से पार्षद अनिल नेगी (डब्बू) ने कहा कि तिरंगा हमारे देश के राष्ट्रीय स्वाभिमान का प्रतीक है तथा देश का हर नागरिक आजादी के 75 वें वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित अमृत महोत्सव में तिरंगा यात्रा को सफल बनाने मे जुटा है तथा उत्साह के साथ इस तिरंगा यात्रा में हिस्सा ले रहा है |

 

स्वतंत्रता दिवस तक कोविड वेक्सीनेशन का होगा विशेष अभियान, 15 अगस्त को 40 टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से होगा टीकाकरणMay be an image of 3 people and people sitting

कोटद्वार, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कोविड वेक्सीनेशन के लिए विशेष टीकाकरण सत्र का आयोजन किया गया है, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार ने कहा कि, आज 14 अगस्त को जनपद में 17 सेशन साइट के माध्यम से 252 लोगों का कोविड टीकाकरण किया गया एवं कल 15 अगस्त को 40 टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से लाभार्थियों का कोविड टीकाकरण किया जाएगा, जिस के लिए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है,उनके द्वारा जानकारी दी गयी कि जनपद में 1 डोज का 100% और 2 डोज में 90% लोगों का टीकाकरण पूर्ण किया जा चुका है राज्य में बढ़ते कोविड मरीजों की संख्या को देखते हुए उनके द्वारा अपील की गई कि कोविड का खतरा अभी बना हुआ है, इसलिए स्वयं एवं अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अपना कोविड टीकाकरण अवश्य पूर्ण करें ,साथ ही 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्ति जिन्हें 2 डोज के 6 माह पूर्ण हो चुके हैं वे सभी लाभार्थी अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर जाकरअपनी प्रिकॉशन डोज अवश्य लगवाएं।