Saturday, June 21, 2025
Home Blog Page 858

दिल्ली वालों की मांग पर बिजली सब्सिडी को लेकर केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला!

0

नई दिल्ली,  । दिल्ली में एक अक्टूबर से उन्हीं उपभोक्ताओं को बिजली पर सब्सिडी मिलेगी, जो आवेदन कर इसकी मांग करेंगे। दिल्ली सरकार ने दिल्लीवालों की मांग पर यह फैसला लिया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कुछ लोगों की मांग थी कि हम बिजली का बिल दे सकते हैं, तो हमें सब्सिडी दी क्यों जा रही है? हमें सब्सिडी लेने या छोडऩे का विकल्प दिया जाए। बिजली पर सब्सिडी के लिए आज से आवेदन चालू हो रहा है। आवेदन करने के लिए सभी उपभोक्ताओं के पास बिल के साथ एक फार्म भेजा जाएगा। इसके अलावा, 7011311111 नंबर पर मिस्ड कॉल कर या वाट्सएप पर ॥द्ब भेजकर भी फार्म प्राप्त कर सकते हैं और उसे भर कर सब्सिडी की मांग कर सकते हैं। एसएमएस या ई-मेल के जरिए सबको सूचना दी जाएगी कि आप पंजीकृत हो गए हैं और आपकी सब्सिडी जारी रहेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 31 अक्टूबर तक आवेदन करने वालों को एक अक्टूबर से सब्सिडी जारी रहेगी। वहीं, जो लोग जिस महीने में आवेदन करेंगे, उनको उसी महीने से सब्सिडी मिलेगी। साथ ही, सबको हर साल एक बार फार्म भरकर सब्सिडी मांगनी पड़ेगी, ताकि जिनको सब्सिडी नहीं चाहिए, उनको सब्सिडी छोडऩे का एक मौका मिल सके। मैं उम्मीद करता हूं कि जो लोग बिजली का बिल दे सकते हैं, वो बिल देंगे और जिनको जरूरत नहीं है, वो अपनी सब्सिडी छोड़ देंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई। पहले दिल्ली में बिजली बहुत जाया करती थी। हम लोगों ने मेहनत कर दो-तीन साल के अंदर सारा इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक किया और दिल्ली में 24 घंटे बिजली आने लगी। अब कहीं पर लोकल फाल्ट की वजह से थोड़ी देर के लिए बिजली चली जाए, तो यह अलग बात है, लेकिन अमूमन पूरी दिल्ली 24 घंटे बिजली हर जगह आती है। दिल्ली में बिजली फ्री हो गई। हमने भ्रष्टाचार को खत्म कर किया और जो पैसे की लीकेज थी, उसको रोक कर खूब सरकारी पैसा बचाया और उस पैसे से हमने दिल्ली के लोगों को सुविधाएं दी। दिल्ली के लोगों को अब 24 घंटे बिजली मिलती है और फ्री बिजली मिलती है। यह केवल और केवल एक ईमानदार सरकार की वजह से हुआ। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में करीब 58 लाख घरेलु उपभोक्ता हैं। जिसमें से 47 बिजली उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलती है। वहीं, इन 47 लाख उपभोक्ताओं में से 30 लाख ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनके बिजली के बिल जीरो आते हैं। करीब 16 से 17 लाख उपभोक्ता हैं, जिनके बिजली के बिल आधे आते हैं। क्योंकि दिल्ली में 200 यूनिट तक तो फ्री बिजली है और 201 से 400 यूनिट तक आधा रेट है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की यह बिल्कुल सही मांग थी कि हम बिजली का बिल दे सकते हैं, तो हमें क्यों बिजली की सब्सिडी दी जा रही है। हमें विकल्प दिया जाए कि हम बिल का भुगतान कर सकते हैं, तो करें और अगर भुगतान नहीं करना चाहें, तो न करें। हम पर बिजली की सब्सिडी थोपी जा रही है। यह बहुत सही बात है कि सबको जबरदस्ती सब्सिडी क्यों दी जाए। सब्सिडी उसी को दी जाए, जिसको जरूरत है। इसलिए कुछ महीने पहले दिल्ली सरकार ने फैसला लिया था कि हम उन्हीं को सब्सिडी देंगे, जो आवेदन कर मांगेगा। जो सरकार से कहेगा कि हमें सब्सिडी चाहिए, तो उसको देंगे। उस स्कीम को अब हम लागू करने जा रहे हैं। हमने कहा था कि 30 सितंबर तक यह पुरानी स्कीम लागू रहेगी, जिसमें सबको सब्सिडी दी जा रही है। लेकिन एक अक्टूबर से उन्हीं को सब्सिडी मिलेगी, जो मांगेंगे। अरविंद केजरीवाल ने सब्सिडी मांगने के लिए आवेदन करने के तरीके के बारे में बताते हुए कहा कि एक यह तरीका है कि जो अगला बिजली का बिल आएगा, उसके साथ एक फार्म भी आएगा। आप उस फार्म को भर कर जहां बिजली के बिल जमा कराने जाते हैं, वहीं फार्म जमा करा सकते हैं और फिर एक अक्टूबर के बाद भी सब्सिडी जारी रहेगी। दूसरा इलेक्ट्रिक तरीके से भी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए हम 7011311111 नंबर जारी कर रहे हैं। इस नंबर मिस्ड कॉल कर सकते हैं या फिर ॥द्ब लिखकर भेज दें। उसके बाद एक एसएमएस आएगा, जिसमें एक लिंक होगा। उस लिंक पर क्लिक करने पर वाट्सएप पर एक फार्म खुल जाएगा और उस फार्म को भरकर भेज देना है। इसके बाद आप सब्सिडी लेने वालों की लिस्ट में पंजीकृत हो जाएंगे। जिन लोगों ने अपने मोबाइल नंबर को बिजली के बिल के साथ पंजीकृत कराया है, इन लोगों को दिल्ली सरकार की तरफ से मैसेज भेजा जाएगा कि जो लोग पंजीकृत करना चाहते हैं, वो कर सकते हैं। आपका पंजीकरण होने के तीन दिन बाद आपके पास एसएमएस या ई-मेल के जरिए कंफर्मेशन आ जाएगा कि आप पंजीकृत हो गए हैं और आपकी सब्सिडी जारी रहेगी।  अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज से दिल्ली के निवासी जारी मोबाइल नंबर नंबर मिस्ड कॉल कर या भ्प लिखकर अपना पंजीकरण शुरू कर सकते हैं। 31 अक्टूबर तक जो लोग अपना पंजीकरण कर लेंगे, उनको एक अक्टूबर से बिजली पर सब्सिडी जारी रहेगी। नवंबर में जो लोग पंजीकरण करेंगे, उनको अक्टूबर का बिल भरना पड़ेगा और नवंबर से सब्सिडी मिलेगी। इसी तरह दिसंबर में जो फार्म भरेंगे, उनको अक्टूबर और नवंबर में बिजली का बिल भरना पड़ेगा और दिसंबर से सब्सिडी मिलेगी। आप जिस महीने में आवेदन करेंगे, उस महीने से सब्सिडी मिलेगी। फार्म भरने से पहले के महीने का बिल देना होगा। जनता तक इस बात को पहुंचाने के लिए हम लोग एक व्यापक अभियान शुरू करेंगे, ताकि हर किसी को जानकारी मिल सके। कहीं ऐसा न हो कि जानकारी के अभाव में वो सब्सिडी लेने से वंचित रह जाए। साल में हर आदमी को एक बार फार्म भरकर बिजली पर सब्सिडी मांगनी पड़ेगी, ताकि जिनको सब्सिडी नहीं चाहिए होगी, उनको हर साल अपनी सब्सिडी छोडऩे का मौका मिलेगा। मैं उम्मीद करता हूं कि जो लोग बिजली का बिल दे सकते हैं, वो बिल देंगे और जिनको जरूरत नहीं है, वो अपनी सब्सिडी छोड़ देंगे।

जिला अस्पताल में इलाज के अभाव में एक बच्चे ने अपने पिता की गोद में तोड़ा दम

0

पिथौरागढ़, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ का एक हृदय विदारक वीडियाे वायरल हो रहा है। यह वीडियो पूरे सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि एक बच्चे को लेकर उसका पिता जिला अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा है। लेकिन उपचार न मिल पाने के कारण गोद में ही बच्चे की मौत हो गई है। घटना का वीडियाेे इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के कारण चर्चा में रहने वाले उत्तराखंड का एक हृदयविदारक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियाे पिथौरागढ़ के जिला अस्पताल का है, जिसमें दिख रहा है कि एक बच्चे की मौत इलाज के अभाव में पिता की गोद में हो गई। वायरल वीडियो बीते शनिवार का पिथौरागढ़ के बीडी पांडे जिला अस्पताल का बताया जा रहा है। वीडियो बनाने वाला अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए सुनाई दे रहा है। जिसमें बताया जा रहा है कि पिता गंभीर रूप से बीमार बच्चे को लेकर पिता पहले इमरजेंसी वार्ड में गया।

 

लेकिन इमरजेंसी में देखने की बजाए उसे ओपीडी में भेज दिया गया है। इस दौरान बच्चे की मौत हो गई। वीडियो में अस्पताल परिसर में पिता कपड़े में लिपटे बेटे का शव गोद में लेकर बैठ कर रो रहा है। वीडियो में ही बाद में बच्चे को लेकर जाते हुए परिजन भी नजर आ रहे हैं।

वायरल वीडियो के संबंध में जब अस्पताल प्रशासन से बात की गई तो उनका कहना है कि बच्चे के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई। इमरजेंसी में चेकअप के बाद जांच की गई, बच्चा रक्त संबंधी बीमारी से ग्रसित था। बीमारी से ही बच्चे की मौत हुई है। अस्पताल की व्यवस्था पर उठाए जा रहे सवाल बेबुनियाद हैं।

वीडियो में अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों से पूछने पर उन्होंने बताया कि अस्पताल में एक बच्चे की मौत हुई थी। मृतक के स्वजन रो रहे थे। वहीं वीडियो में बताया जा रहा है कि लाइन में लगने के दौरान ही बच्चे की मौत हो गई। अस्पातल में इलाज के अभाव में बच्चे की मौत से पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था सवाल उठ रहा है।

मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ जेएस नबियाल का कहना है कि बच्चे के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई। इमरजेंसी में जांच कराई गई। रक्त संबंधी बीमारी से बच्चे की मौत हुई है। इधर इंटरने मीडिया पर वीडियो को लेकर जमकर कमेंट्स किए जा रहे हैं। चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं और अस्पताल में पहुंचने पर भी जान नहीं बचने को लेकर व्यवस्था को कोसा जा रहा है।

रखे ख्याल…! बच्चों में हैंड फुट माऊथ डिजीज : स्वास्थ्य विभाग ने रोकथाम को लेकर एडवाइजरी की जारी

0

देहरादून, उत्तराखण्ड़ स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में हैंड फुट माऊथ डिजीज को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है। साथ ही शासन ने बच्चों को इन बातों का ध्यान रखने को कहा गया है। इस संबंध में सचिव (प्रभारी) डॉ० आर० राजेश कुमार ने आदेश जारी किया है।

स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों की हैंड, फुट, माऊथ डिजीज (एचएफएमडी) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही प्रदेश के सभी जिलों जिलाधिकारी व सीएमओ को इस बीमारी से बचाव के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।

उत्तराखण्ड राज्य में विभिन्न जनपदों में बच्चों में हैण्ड फुट माऊथ डिज़ीज (HFMD), Tomato Flu का प्रकोप बढ़ रहा है, और HEMD के प्रकोप को रोकने के लिये हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। HEMD के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिये निम्न जानकारी एवं निरोधात्मक गतिविधियों आवश्यक है :-इन बातों का रखें विशेष ध्यान :-

1. HFM संक्रमण ड्रॉप्लेट इन्फैक्शन यानि खांसने व छींकने से फैलता है व सक्रमित व्यक्ति के नजदीकी सम्पर्क में आने से, यूक अथवा लार के सम्पर्क से फैलता है।

2. HFMD के लक्षण है बुखार का आना, बदन दर्द, जी मचलाना, भूख न लगना, गले मे सुजन व दर्द, दस्त लगना, जोड़ों में सूजन आदि साथ ही 01 से 02 दिन के भीतर मसूड़ों, चेहरे, जीभ एवं हाथ व पंजों में चकत्ते जाना।

3. बचाव के तरीके- संकमित बच्चे अथवा व्यक्ति को बीमारी की अवधि के दौरान आईसोलेट करना ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके बच्चों को जागरूक किया जाये, चकत्तो को रगड़ा न जाये, मास्क का इस्तेमाल एवं छौंकते व खांसते समय सावधानी।

4. उपचार – HFMD आमतौर पर मामूली रोग के रूप में परिलक्षित होता है एवं सामान्य लक्षणों के साथ स्वतः ही ठीक होने वाला रोग है। थोड़ी सी सावधानी से रोग को पूरी तरह से नियंत्रण में किया जा सकता है।

लक्षण होने पर शरीर में समुचित हाईड्रेशन रखा जाये, प्रचुर मात्रा में पानी एवं तरल पदार्थों का सेवन किया जाये, संतुलित आहार लिया जाये हरी सब्जियों, फल, प्रोटीन डाईट एवं विटामिन का सेवन किया जाये, बुखार व दर्द के लिये पैरासिटामॉल का इस्तेमाल किया जाये।

सभी को निर्देशित किया जाता है, कि HFMD की स्थिति की कड़ी निगरानी करे। समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों मे सभी चिकित्सकों व सम्बन्धित स्वास्थ्य कर्मियों को HFMD के नियंत्रण एवं बचाव के पहलुओं पर जागरूक करे। आशा कार्यकत्रियों के माध्यम से जनसमुदाय में HFMD से बचाय पर जागरुकता करवाना सुनिश्चित करे।

 

 

जागड़ा मेले के सफल आयोजन में जुटी टीम को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने किया सम्मानित

 

“जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर में 30-31 अगस्त को आयोजित ‌ह‌ुआ था मेला”जौनसार बावर में खुलेगा संगीत केंद्र, जल्द होगी भूमि आवंटित: महाराज

देहरादून, पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि जौनसार-बावर संगीत की लोकप्रियता को देखते हुए वहां एक संगीत केंद्र खोला जाएगा। इसके लिए स्थानीय लोगों को जल्दी ही भूमि का आवंटन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पर्यटन व संस्कृति मंत्री ने जौनसार-बावर मेले और महासू देवता के मंदिर पर एक फिल्म बनाने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया।

कैबिनेट मंत्री महाराज ने बुधवार को जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल में जागड़ा मेले के सफल आयोजन के लिए आयोजकों, मंदिर समिति समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया। मेले का आयोजन गत 30 व 31 अगस्त को किया गया था।

यहां गढ़ी कैंट स्थित आईएचएम संस्थान के सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि जागड़ा मेले में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर समिति, जिला प्रशासन, पुलिस समेत स्वयंसेवकों ने बेहतर व्यवस्थाएं बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन प्रयासों के चलते श्रद्धालुओं को देवदर्शन करने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।

सतपाल महाराज ने कहा कि अच्छा काम करना अपने में एक सम्मान है। लेकिन इस तरह के सम्मान समारोह आयोजकों को प्रोत्साहित करने का काम करते हैं। उन्होंने आस्था चैनल का विशेष धन्यवाद करते हुए बताया कि चैनल व अन्य ऑनलाइन माध्यम से 170 देशों के करीब 05 करोड़ लोगों ने मेले के लाइव दर्शन किए। जबकि करीब 15 लाख लोगों ने मंदिर के संबंध में गूगल में सर्च किया।

मंत्री महाराज ने कहा कि जौनसार-बावर का संगीत बेहद लोकप्रिय है और यहां कलाकारों की संख्या भी अधिक है। इसलिए यहां संगीत केंद्र खोला जाना आवश्यक है। महासू देवता मंदिर, हनोल पर फिल्म बनाने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इससे श्रद्धालुओं व पर्यटकों को जौनसार-बावर की प्रमाणित जानकारी मिल सकेगी।
वहीं इस मौके पर लोक गायक करिश्मा शाह, स्वाति रोहिल्ला ने मनभावक गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर, मंदिर समिति के अध्यक्ष व उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल, विकासनगर, चकराता के तहसीलदार चमन सिंह, नायब तहसीलदार व मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जे.एस. नेगी आदि मौजूद रहे।

कैबिनेट मंत्री ने इन्हें किया सम्मानित :

 

समारोह में एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर, उपजिलाधिकारी व मंदिर समिति के अध्यक्ष सौरभ असवाल, विकासनगर व चकराता के क्षेत्राधिकारी संदीप नेगी, चकराता, कालसी व त्यूनी के तहसीलदार चमन सिंह, नायब तहसीलदार व मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जे.एस. नेगी, राजस्व उप निरीक्षक सुरेश चन्द जिनाटा, राजस्व उप निरीक्षक श्याम सिंह तोमर, राजस्व उप निरीक्षक अनिल सिंह चौहान, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्ता सुरेन्द्र सिंह नेगी, अपर सहायक अभियन्ता सम्पूर्णा नन्द सेमवाल, अपर सहायक अभियन्ता चन्दन सिंह पंवार, विद्युत विभाग के सहायक अभियन्ता अशोक कुमार, जूनियर इंजीनियर राज किशोर, पी.एम.जी.एस.वाई के जे.ई. उमेश शर्मा, त्यूनी के क्षेत्राधिकारी हरिश्चन्द्र चौहान, पी.आर.डी. हरेन्द्र रावत, त्यूनी के थाना प्रभारी आशीष रवियान, पंडित शिवराम महाविद्यालय त्यूनी की प्राचार्य डॉ. अंजना श्रीवास्तव, राकेश राणा, राजा थरोच, मंदिर समिति के संरक्षक दीवान सिंह राणा, जयपाल सिंह, पुजारी हरिश्चन्द्र नौटियाल, राजेन्द्र नौटियाल और शान्ति राम डोभाल को सम्मानित किया गया।

 

भिलंगना से भी था शंकराचार्य स्वरूपानंद जी का विशेष लगाव, उद्योग व्यापार मण्डल घनसाली ने दी श्रद्धांजलि

टिहरी (घनसाली), द्वारका पीठ और ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती 99 वर्ष की आयु में रविवार को ब्रह्मलीन हो गए | शंकराचार्य के निधन से उत्तराखंड देवभूमि के लोगों में भी शोक व्याप्त है, शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर व्यापार मण्डल घनसाली ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया, इस दौरान सनातन धर्म के ध्वज वाहक घनसाली के बुद्धिजीवियों ने शिक्षा जगत में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के योगदान को याद किया |

श्रद्धांजलि सभा में उद्योग व्यापार मण्डल अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र डंगवाल ने शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी को याद करते हुए कहा कि टिहरी जनपद के विकास खण्ड भिलंगना से स्वामी स्वरूपानंद जी का विशेष लगाव रहा है. कही बार वे जब घनसाली चमियाला आए और यहां संस्कृत भाषा का आभाव देखा तो चमियाला में 1982 में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी ने संस्कृत विद्यालय की स्थापना की, जो आज उच्च शिक्षा देने का काम कर रहा है |
डॉ. नरेन्द्र डंगवाल ने कहा, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती उच्च कोटि के विद्वान, वेद, उपनिषद, शास्त्रों के ज्ञाता थे. स्वामीजी ने संपूर्ण जीवन सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में लगाया. गरीबों, दलितों, जनजातियों की सेवा के लिए अनेक चिकित्सालय, संस्कृत पाठशाला सहित अनेक सामाजिक उपक्रम स्थापित किए. सनातन धर्म के ध्वज वाहक घनसाली के बुद्धिजीवियों व शिक्षा जगत और व्यापार मण्डल घनसाली ने स्व. स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज को दी श्रद्धांजलि दी और इस मौके पर उनके परम शिष्य श्रीराम सेमवाल जी को भी किया याद किया |

 

दून में पकड़ा गया अवैध शराब का बड़ा जखीरा, विदेशी ब्रांड की 12 पेटी भी हुई बरामददेहरादून में पकड़ा गया अवैध शराब का बड़ा जखीरा, विदेशी ब्रांड की 12 पेटी भी  हुई बरामद | Uttarakhand Report

देहरादून, जनपद में अवैध शराब का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है। बुधवार को एन्‍फोर्समेंट टीम ने माजरी माफी में एक घर से 162 पेटी अवैध शराब बरामद की है। आरोपित अंकित नेगी को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं एक डस्टर वाहन भी बरामद किया गया, जिसमें से 12 पेटी रॉयल स्टैग विदेशी शराब भी मिली है। 162 पेटी अवैध शराब अंकित नेगी के घर से बरामद की गई है।

‘चिलचिलाती धूप में बैठा रहा मासूम स्कूली बच्चा, एआरटीओ का नहीं पसीजा दिल’

0
????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????

खास खबर : स्कूल बस पकड़ने पर हंगामा, छात्र नेता ने की एआरटीओ के खिलाफ नारेबाजी

सितारगंज। वाहनों की चेकिंग के दौरान एआरटीओ ने स्कूली बस को पकड़ लिया। इसमें सवार मासूम को करीब एक घंटे तक चिलचिलाती गर्मी में मंडी में रहना पड़ा। इसके बाद छात्र नेता ने आरटीओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू की तो बाद में बच्चे को घर भेजा गया। इस दौरान एआरटीओ ने करीब दस वाहन सीज किए।
बुधवार को एआरटीओ खनन वाहनों की चेकिंग के लिए निकले थे। इस दौरान उन्होंने तीन खनन वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की। इस बीच एआरटीओ ने दो स्कूली बसों को भी दस्तावेज की कमी के कारण पकड़ लिया। एक बस में स्कूल जाने वाला बच्चा और वार्डन सवार थी। एआरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने बसों को मंडी में खड़ा कर दिया। करीब एक घंटे तक बच्चा चिलचिलाती धूप में बस में बैठा रहा। इस बीच मामले की जानकारी छात्र नेता अजय कठायत की हुई। वह मंडी पहुंचे और एआरटीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। छात्र नेता के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने छात्र को घर पहुंचाने की व्यवस्था की। इसके बाद मामला शांत हुआ। छात्र नेताअजय कठायत का कहना है कि सितारगंज से किच्छा, पीलीभीत, हल्द्वानी समेत कई मार्गों पर डग्गामार बसें चल रही हैं। इन पर कोई कार्रवाई नही की जा रही है। जबकि स्कूली बसों को पकड़ लिया जा रहा है। इस वजह से बच्चों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा खनन वाहनों पर रोक नहीं लग रही है। एआरटीओ वीके सिंह ने बताया कि रोजाना अभियान चलाकर चेकिंग की जा रही है। स्कूल प्रबंधक को पहले भी चेतावनी दी गई थी। इसके बाद भी दस्तावेज पूरे नहीं कोई गए थे। इस कारण कार्रवाई की गई है।

ईट वाले वाहनों पर नहीं लगा अंकुश तो होगा आंदोलन :

चीनी मिल के पास के एक निजी स्कूल के प्रबंधक का कहना था कि पीलीभीत से रोजाना ईंट लदी ट्रैक्टर ट्राली आ रहीं हैं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कहा कि अगर इन वाहनों से कोई दुर्घटना होती है तो आंदोलन होगा।

गजराज हाईवे पर, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत समेत सभी लोग चट्टान पर चढ़े, बचायी जान

0

कोटद्वार, पौड़ी से कोटद्वार की ओर आ रहे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के काफिले को कोटद्वार दुगड्डा हाईवे पर हाथी ने रोक दिया। हाथी के नजदीक आने पर पूर्व सीएम समेत सभी लोगों को अपना वाहन छोड़कर पहाड़ पर चढ़ना पड़ गया। उन्होंने चट्टान पर चढ़कर जान बचाई। करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद वन कर्मियों ने हवाई फायर कर किसी प्रकार हाथी को रास्ते से खदेड़ा। आज बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का काफिला पौड़ी से सतपुली होते हुए कोटद्वार आ रहा था। शाम के करीब पांच से छह बजे के बीच कोटद्वार-दुगड्डा के बीच टूट गदेरे के पास अचानक एक हाथी जंगल से निकलकर सड़क पर आ गया।
इसके कारण पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला करीब आधा घंटा रुका रहा। कुछ देर तक पूर्व सीएम अपने वाहन में ही बैठे रहे लेकिन कुछ देर बाद हाथी ने उनके वाहन की ओर आना शुरू कर दिया। हाथी को वाहन के पास आता देेख पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके साथी वाहन छोड़कर वहां से पहाड़ी की ओर निकल गये, इस दौरान बड़ी संख्या में वाहनों का जमघट लग गया। पूर्व सीएम के काफिले में शामिल उनके साथी पृथ्वीराज चौहान वाहन से निकलकर पहाड़ी पर चढ़ते हुए घायल हो गए। हाथी के हमलावर होने की आशंका में वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया,
वन कर्मियों ने आनन-फानन हवाई फायर और पटाखे छोड़कर किसी प्रकार हाथी को जंगल में खदेड़ा। पूर्व सीएम के हाईवे से गुजरने के बाद वन कर्मियों ने राहत की सांस ली। दुगड्डा के रेंज अधिकारी प्रदीप डोबरियाल ने बताया कोटद्वार-दुगड्डा के बीच का इलाका शिवालिक हाथी कोरिडोर क्षेत्र में पड़ता है और हाथी अक्सर हाईवे पर आ जाते हैं। बुधवार शाम बजे पूर्व सीएम के काफिले के सामने एक हाथी आ गया था। इसकी सूचना मिलते ही तत्काल वन कर्मियों को भेजा गया। हवाई फायर कर हाथी को जंगल में खदेड़ दिया गया है। इस दौरान करीब आधा घंटा तक हाईवे जाम रहा।

ग्रामीणों द्वारा बच्चा चोर समझकर नागा सन्यासियों की लाठी-डंडों से की गई निर्मम पिटाई, जूना अखाड़े के नागा सन्यासियों में भयंकर रोष है।

0

हरिद्वार(कुलभूषण), महाराष्ट् के सांगली जिले के लंबागढ़ गांव में जूना अखाड़े के चार नागा सन्यासियों के स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बच्चा चोर समझकर लाठी-डंडों से की गई निर्मम पिटाई से जूना अखाड़े के नागा सन्यासियों में भयंकर रोष है। अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री महंत हरी गिरी महाराज ने इस वीभत्स घटना की तीव्र निंदा करते हुए कहा है कि आए दिन साधु-संतों पर हो रहे हमले अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण तथा सनातन धर्म के लिए गंभीर खतरा बनने जा रहे हैं । सांगली जिले में हुई इस घटना के विरोध में कल 15 सितंबर बृहस्पतिवार को कानपुर में आनंदेश्वर मठ में जूना अखाड़े की एक आपात बैठक बुलाई गई है । बैठक में अखाड़े के पदाधिकारियों सहित हजारों नागा साधु भाग लेंगे । बैठक में इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए आवश्यक रणनीति बनाई जाएगी । श्री महंत हरी गिरी महाराज ने कहा कि घटना को लेकर उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा महाराष्ट्र के स्थानीय अधिकारियों से वार्ता कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है । तथा भविष्य में घटना को रोकने के लिए उचित कदम उठाने की भी मांग की है । जूना अखाड़े ने हमले में घायल अपने चारों नागा सन्यासियों की देखभाल तथा सुरक्षा के लिए महामंडलेश्वर श्री  आभानंद जी महाराज तथा महामंडलेश्वर शिवगिरी महाराज सहित अन्य साधुओं को भेज दिया है जो कि उनकी देखभाल कर रहे हैं । साथ ही स्थानीय उच्चाधिकारियों से वार्ता कर मामले को देख रहे हैं । श्रीमंहत हरिगिरी महाराज ने कहा कि पूर्व में 2 वर्ष पहले भी 16 अप्रैल 2020 को महाराष्ट्र के पालघर में 2 सालों से 3 लोगों की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी तब भी उन्हें बच्चा चोरी समझा गया था । अब पुनः सांगली जिले में इस प्रकार की इस घटना की पुनरावृटी  से एक बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है कि कहीं यह राष्ट्र विरोधी तत्वों की साजिश तो नहीं है । उन्होंने कहा कि इन दिनों इन्हीं तत्वों द्वारा बच्चा चोर गिरोह सक्रिय होने होने की अफवाह है फैलाई जा रही है जो कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड ,हिमाचल, महाराष्ट्र ,गुजरात आदि राज्य में बड़ी तेजी से फैल रही है। हाल ही में उत्तराखंड में भी एक ऐसी अफवाह फैली थी लेकिन समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई कर कोई गंभीर घटना नहीं होने दी । जूना अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत नारायण गिरी दूधेश्वर पीठाधीश्वर नेता इस घटना पर गहरा आक्रोश प्रकट करते हुए कहा है कि साधु नागा संन्यासियों ने देश और धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन को बलिदान दिया है उन पर इस प्रकार के हमले एक सोची समझी साजिश लगती है। केंद्र सरकार को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और इसके लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव श्री महंत महेश पुरी ने कहा कि कल की बैठक में साधु सतों की सुरक्षा के साथ-साथ कई अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी तथा सभी अखाड़ों और साधु-संतों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर रणनीति बनाए जाने पर विचार विमर्श किया जाएगा।

मौसम की फिर मार : 17 सितंबर को भारी बारिश की संभावना, 8 जिलों के डीएम को किया अलर्ट जारी

0

देहरादून, प्रदेश के कुमाऊं और इससे गढ़वाल के लगे क्षेत्रों में 17 सितंबर को भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य के आठ जिलों के डीएम को अलर्ट जारी किया है।
मंगलवार सुबह अनुसचिव , ड्यूटी अफसर गोकर्ण सिंह ने बारिश का अलर्ट जारी किया। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के अनुसार 17 सितंबर को राज्य के कुमाऊं क्षेत्र और उससे सटे गढ़वाल क्षेत्र के जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इनमें कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश भी हो सकती है। आपातकालीन स्थिति के अनुसार सभी जिलें अलर्ट रहते हुए सभी जरूरी व्यवस्थाएं कर लें। सभी थाना चौकी हाईअलर्ट मोड में रहेंगे, इस दौरान कोई भी अधिकारी अपना फोन स्विच ऑफ नहीं करेगा। अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, यूएसनगर, पिथौरागढ़, चमोली और पौड़ी में हो सकती भारी बारिश है।

 

भारी बारिश के अलर्ट जारी, आंगनबाड़ी केंद्र सहित सभी स्कूलों में अवकाश

रुद्रप्रयाग। अलर्ट को देखते हुए रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्र सहित कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूलों की छुट्टी का आदेश जारी किया है। रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मयूर दीक्षिति ने जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के साथ आंगनबाड़ी केंद्र की छुट्टी करने का कहा है. वहीं, समस्त कार्मिक अपने संस्थानों में उपस्थित रहकर शासकीय कार्यों का निर्वहन करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने केदारनाथ धाम की यात्रा पर तैनात पुलिसकर्मियों और एसटीआरएफ की टीम को भी अलर्ट किया है। मौसम विज्ञान विभाग, मौसम विज्ञान केन्द्र, देहरादून के द्वारा जारी पुर्वानुमान के अनुसार दिनांक 15 और 16 सितंबर को उत्तराखण्ड राज्य के अन्य जनपदों के साथ ही जनपद रुद्रप्रयाग में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की सम्भावना व्यक्त की गयी है। जनपद में भारी से बहुत भारी वर्षा की सम्भावना के दृष्टिगत जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने दिनांक 15 सितंबर को जनपद में संचालित शासकीय, गैर शासकीय, निजी विद्यालयों में (कक्षा 1 से 12 तक) एवं आंगनबाड़ी केन्द्रो में अवकाश घोषित किया है।

गले में इन्फैक्शन की वजह से परेशान थे एसडीएम चन्याल, पीजीआई में अप्वाइंमेंट लिया था, इसलिये अचानक जाना पड़ा

0

चंपावत, पिछले तीन दिन पहले अचानक घर से लापता हुए चंपावत के एसडीएम अनिल चन्याल अब अपने अवास पर लौट आए हैं। उनके लापता होने के पीछे कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं, इस बीच वे आज सुबह दस बजे चंपावत पूल्ड आवास स्थित अपने आवास पर पहुंचे। उनकी लोकेशन शिमला में मिलने और उसके बाद डीएम व एसपी से उनकी बातचीत होने के बाद मंगलवार को पुलिस व प्रशासन की टीम उन्हें लेने शिमला के लिए रवाना हुई थी। लेकिन इस टीम को वे हरिद्वार में ही मिल गए
उन्होंने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि गले में इन्फैक्शन की वजह से वे परेशान थे। इसके लिए उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ में अप्वाइंमेंट लिया था। आज यानी बुधवार को उन्हें दिखाना था। इसके लिए उन्होंने 15 दिन के उपार्जित अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया था। लेकिन अवकाश स्वीकृत होने से पूर्व उन्हें अचानक जाना पड़ा।
उन्होंने बताया कि सोमवार को सुबह वे चंपावत से प्राइवेट टैक्सी से टनकपुर गए। जिसके बाद वोल्वो बस से चंडीगढ़ गए। जाते वक्त धोखे से अपना निजी फोन ले जाना भूल गए। वह कमरे में ही छूट गया। जिस कारण वह किसी को बता नहीं पाए। पर्स में दूसरा नंबर का सिम था। नया फोन खरीदने के बाद सिम डाला तो पुलिस का फोन आ गया। जिसके बाद मैंने सबको जानकारी दी। मैं ठीक हूं। डीएम के कहने के बाद में बगैर दिखाए चंपावत आ गए,
एसडीएम सदर अनिल चन्याल बीती रविवार 11 सितंबर को करीब 11 बजे छतार के पास स्थित किराना की दुकान पर सामान लेने सरकारी वाहन से स्वयं चलाकर आए थे। शनिवार को उन्होंने अपने सभी स्टॉफ को छुट्टी दे दी थी और उनसे कहा था कि जब कॉल करूंगा तब आना। रविवार दो बजे तक एसडीएम की लोकेशन चंपावत में ही थी। उनके चंपावत पहुँचने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली |

सड़क पर बैठकर रखा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उपवास

0

रामनगर (सलीम मलिक) मैदान से पर्वतीय क्षेत्र को जोड़ने वाली एक महत्त्वपूर्ण रामनगर-भतरौजखान-रानीखेत सड़क की दुर्दशा और बदहाली से खफा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कुमेरिया स्थित सड़क पर बैठकर उपवास रखा। बुधवार को अपने गांव मोहनरी से वापस लौटने के दौरान सड़क की दुर्दशा को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कुमेरियां नामक स्थान पर रुक गए। जहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ही सड़क पर बैठकर धरना देते हुए उपवास रखा। हालांकि रावत ने इस सड़क की दुर्दशा देखते हुए पहले ही इस कार्यक्रम को घोषित कर रखा था।

धरना देने के दौरान रावत ने कहा कि रामनगर से भतरोजखान होकर रानीखेत जाने वाली यह सड़क पहाड़ को मैदान से जोड़ने वाली महत्त्वपूर्ण संपर्क सड़क है। लेकिन इसकी बदहाली का आलम यह है कि रास्ते पर सड़क की जगह गड्डे ही दिखते हैं। सड़क पर सामान्य यात्री भी सुरक्षित ढंग से यात्रा नहीं कर सकते। वृद्धों, महिलाओं और रोगियों को इस सड़क से होने वाली परेशानी की कल्पना भी नहीं की जा सकती। बदल सड़क कई जगह बड़ी दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रही है। लेकिन राज्य सरकार ने इस सड़क की ओर से आंखे मूंद रखी हैं। रावत ने कहा कि इस सड़क की दुर्दशा को और इसकी निरंतर अपराधिक स्तरीय की जा रही उपेक्षा के विरोध में कुमेरिया के पास सड़क के बीच में मौन आक्रोश व्यक्त करते हुए उपवास रखा गया है। इस उपवास का उद्देश्य है कि सरकार तत्परता से इस सड़क की मरमत और पुल आदि के निर्माण कार्य को संपन्न कराए। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत मोहन फर्त्याल, मुमताज हुसैन, पुष्कर दुर्गापाल, बंटी मनराल सहित कई लोग मौजूद रहे।

उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन का विधिवत् गठन, अध्यक्ष चंद्र दत्त सुयाल, महामंत्री राजेश कुकरेती बने

0

केंद्र सरकार सरकारी विभागों का निगमीकरण और निजी करण कर रही है जो न तो राष्ट्र के हित में है और न मजदूर कर्मचारियों के हित में है : मुकेश सिंह

देहरादून, सीडब्ल्यूई हिल्स उत्तराखंड के अंतर्गत भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध “उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन” का संचार विहार डील देहरादून में विधिवत उद्घाटन हुआ जोकि सीडब्ल्यूई (हिल्स) के अंतर्गत क्लेमेंटाउन, रायवाला, रुड़की, लैंसडाउन, आर एंड डी रायपुर का प्रतिनिधित्व करेगा | उक्त संगठन का उद्घाटन प्रतिरक्षा विभाग के महासंघ भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री जेसीएम-2 के मुकेश सिंह के द्वारा किया गया |

उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन की कार्यकारिणी पदाधिकारियों में अध्यक्ष चंद्र दत्त सुयाल, महामंत्री राजेश कुकरेती, उपाध्यक्ष दीपक कुमार, जय कृत सिंह, कोषाध्यक्ष अमित गुरंग, संगठन मंत्री राकेश कुमार, संयुक्त मंत्री भरत सिंह, उपमंत्री अब्बल चंद को नियुक्त किया गया। इस अवसर पर रक्षा विभाग के अंतर्गत एम ई एस डील,आईआरडीई, आयुध निर्माणी आफ्टो इलेक्ट्रॉनिक फैक्ट्री, एमईएस कर्मचारी संघ देहरादून, एमईएस कर्मचारी संघ प्रेम नगर की यूनियनों के कर्मचारी पदाधिकारी काफी संख्या में उपस्थित रहे |
संगठन के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ रक्षा फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री मुकेश सिंह ने केंद्र सरकार की नीतियों की तीव्र आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार सरकारी विभागों का निगमीकरण और निजी करण कर रही है जो न तो राष्ट्र के हित में है और न मजदूर कर्मचारियों के हित में है | उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ जिम्मेदार सहयोगात्मक की नीति पर चलने वाला राष्ट्रवादी श्रम संगठन है हम संवाद में विश्वास रखते हुए कार्य कर रहे हैं किंतु केंद्र सरकार का रवैया हमें आंदोलन के लिए विवश कर रहा है |
इसी के अंतर्गत भारतीय मजदूर संघ के तत्वावधान में राष्ट्रीय स्तर पर सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरुद्ध आंदोलन का निर्णय लिया गया है जो कि राष्ट्रीय स्तर पर दिव्य और भव्य होगा, जिसे आगामी 17 नवंबर 2022 को दिल्ली में विशाल धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का नाम देकर आयोजित किया जाएगा केंद्र सरकार को केंद्रीय संस्थानों के निगमीकरण एवं निजी करण न करने के लिए वाद्य किया जाएगा इस अवसर पर जेसीएम- 2 सदस्य वीरेंद्र शर्मा जी, भारतीय मजदूर संघ प्रदेश उपाध्यक्ष अवनीश कांत, अनिल कुमार सेक्रेटरी बीपीएमएस, हेमंत कुमार संयुक्त मंत्री एरिया,महामंत्री आईआर डीई कर्मचारी संघ, लोकेश देवराड़ी महामंत्री रक्षा अनुसंधान कर्मचारी संघ डील, केसर सिंह महामंत्री एमईएस कर्मचारी संघ, राजकुमार बड़ेजा आदि वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित हुए कार्यक्रम के अंत में उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष चंद्र दत्त सुयाल ने राष्ट्रीय महामंत्री प्रांतीय महामंत्री एवं समस्त पदाधिकारियों का धन्यवाद आभार व्यक्त किया साथ ही भविष्य में संगठन को सुदृढ़ और सक्रिय सहयोग की अपेक्षा की है।