Wednesday, May 14, 2025
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गले में इन्फैक्शन की वजह से परेशान थे एसडीएम चन्याल, पीजीआई में अप्वाइंमेंट लिया था, इसलिये अचानक जाना पड़ा

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चंपावत, पिछले तीन दिन पहले अचानक घर से लापता हुए चंपावत के एसडीएम अनिल चन्याल अब अपने अवास पर लौट आए हैं। उनके लापता होने के पीछे कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं, इस बीच वे आज सुबह दस बजे चंपावत पूल्ड आवास स्थित अपने आवास पर पहुंचे। उनकी लोकेशन शिमला में मिलने और उसके बाद डीएम व एसपी से उनकी बातचीत होने के बाद मंगलवार को पुलिस व प्रशासन की टीम उन्हें लेने शिमला के लिए रवाना हुई थी। लेकिन इस टीम को वे हरिद्वार में ही मिल गए
उन्होंने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि गले में इन्फैक्शन की वजह से वे परेशान थे। इसके लिए उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ में अप्वाइंमेंट लिया था। आज यानी बुधवार को उन्हें दिखाना था। इसके लिए उन्होंने 15 दिन के उपार्जित अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया था। लेकिन अवकाश स्वीकृत होने से पूर्व उन्हें अचानक जाना पड़ा।
उन्होंने बताया कि सोमवार को सुबह वे चंपावत से प्राइवेट टैक्सी से टनकपुर गए। जिसके बाद वोल्वो बस से चंडीगढ़ गए। जाते वक्त धोखे से अपना निजी फोन ले जाना भूल गए। वह कमरे में ही छूट गया। जिस कारण वह किसी को बता नहीं पाए। पर्स में दूसरा नंबर का सिम था। नया फोन खरीदने के बाद सिम डाला तो पुलिस का फोन आ गया। जिसके बाद मैंने सबको जानकारी दी। मैं ठीक हूं। डीएम के कहने के बाद में बगैर दिखाए चंपावत आ गए,
एसडीएम सदर अनिल चन्याल बीती रविवार 11 सितंबर को करीब 11 बजे छतार के पास स्थित किराना की दुकान पर सामान लेने सरकारी वाहन से स्वयं चलाकर आए थे। शनिवार को उन्होंने अपने सभी स्टॉफ को छुट्टी दे दी थी और उनसे कहा था कि जब कॉल करूंगा तब आना। रविवार दो बजे तक एसडीएम की लोकेशन चंपावत में ही थी। उनके चंपावत पहुँचने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली |

सड़क पर बैठकर रखा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उपवास

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रामनगर (सलीम मलिक) मैदान से पर्वतीय क्षेत्र को जोड़ने वाली एक महत्त्वपूर्ण रामनगर-भतरौजखान-रानीखेत सड़क की दुर्दशा और बदहाली से खफा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कुमेरिया स्थित सड़क पर बैठकर उपवास रखा। बुधवार को अपने गांव मोहनरी से वापस लौटने के दौरान सड़क की दुर्दशा को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कुमेरियां नामक स्थान पर रुक गए। जहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ही सड़क पर बैठकर धरना देते हुए उपवास रखा। हालांकि रावत ने इस सड़क की दुर्दशा देखते हुए पहले ही इस कार्यक्रम को घोषित कर रखा था।

धरना देने के दौरान रावत ने कहा कि रामनगर से भतरोजखान होकर रानीखेत जाने वाली यह सड़क पहाड़ को मैदान से जोड़ने वाली महत्त्वपूर्ण संपर्क सड़क है। लेकिन इसकी बदहाली का आलम यह है कि रास्ते पर सड़क की जगह गड्डे ही दिखते हैं। सड़क पर सामान्य यात्री भी सुरक्षित ढंग से यात्रा नहीं कर सकते। वृद्धों, महिलाओं और रोगियों को इस सड़क से होने वाली परेशानी की कल्पना भी नहीं की जा सकती। बदल सड़क कई जगह बड़ी दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रही है। लेकिन राज्य सरकार ने इस सड़क की ओर से आंखे मूंद रखी हैं। रावत ने कहा कि इस सड़क की दुर्दशा को और इसकी निरंतर अपराधिक स्तरीय की जा रही उपेक्षा के विरोध में कुमेरिया के पास सड़क के बीच में मौन आक्रोश व्यक्त करते हुए उपवास रखा गया है। इस उपवास का उद्देश्य है कि सरकार तत्परता से इस सड़क की मरमत और पुल आदि के निर्माण कार्य को संपन्न कराए। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत मोहन फर्त्याल, मुमताज हुसैन, पुष्कर दुर्गापाल, बंटी मनराल सहित कई लोग मौजूद रहे।

उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन का विधिवत् गठन, अध्यक्ष चंद्र दत्त सुयाल, महामंत्री राजेश कुकरेती बने

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केंद्र सरकार सरकारी विभागों का निगमीकरण और निजी करण कर रही है जो न तो राष्ट्र के हित में है और न मजदूर कर्मचारियों के हित में है : मुकेश सिंह

देहरादून, सीडब्ल्यूई हिल्स उत्तराखंड के अंतर्गत भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध “उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन” का संचार विहार डील देहरादून में विधिवत उद्घाटन हुआ जोकि सीडब्ल्यूई (हिल्स) के अंतर्गत क्लेमेंटाउन, रायवाला, रुड़की, लैंसडाउन, आर एंड डी रायपुर का प्रतिनिधित्व करेगा | उक्त संगठन का उद्घाटन प्रतिरक्षा विभाग के महासंघ भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री जेसीएम-2 के मुकेश सिंह के द्वारा किया गया |

उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन की कार्यकारिणी पदाधिकारियों में अध्यक्ष चंद्र दत्त सुयाल, महामंत्री राजेश कुकरेती, उपाध्यक्ष दीपक कुमार, जय कृत सिंह, कोषाध्यक्ष अमित गुरंग, संगठन मंत्री राकेश कुमार, संयुक्त मंत्री भरत सिंह, उपमंत्री अब्बल चंद को नियुक्त किया गया। इस अवसर पर रक्षा विभाग के अंतर्गत एम ई एस डील,आईआरडीई, आयुध निर्माणी आफ्टो इलेक्ट्रॉनिक फैक्ट्री, एमईएस कर्मचारी संघ देहरादून, एमईएस कर्मचारी संघ प्रेम नगर की यूनियनों के कर्मचारी पदाधिकारी काफी संख्या में उपस्थित रहे |
संगठन के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ रक्षा फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री मुकेश सिंह ने केंद्र सरकार की नीतियों की तीव्र आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार सरकारी विभागों का निगमीकरण और निजी करण कर रही है जो न तो राष्ट्र के हित में है और न मजदूर कर्मचारियों के हित में है | उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ जिम्मेदार सहयोगात्मक की नीति पर चलने वाला राष्ट्रवादी श्रम संगठन है हम संवाद में विश्वास रखते हुए कार्य कर रहे हैं किंतु केंद्र सरकार का रवैया हमें आंदोलन के लिए विवश कर रहा है |
इसी के अंतर्गत भारतीय मजदूर संघ के तत्वावधान में राष्ट्रीय स्तर पर सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरुद्ध आंदोलन का निर्णय लिया गया है जो कि राष्ट्रीय स्तर पर दिव्य और भव्य होगा, जिसे आगामी 17 नवंबर 2022 को दिल्ली में विशाल धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का नाम देकर आयोजित किया जाएगा केंद्र सरकार को केंद्रीय संस्थानों के निगमीकरण एवं निजी करण न करने के लिए वाद्य किया जाएगा इस अवसर पर जेसीएम- 2 सदस्य वीरेंद्र शर्मा जी, भारतीय मजदूर संघ प्रदेश उपाध्यक्ष अवनीश कांत, अनिल कुमार सेक्रेटरी बीपीएमएस, हेमंत कुमार संयुक्त मंत्री एरिया,महामंत्री आईआर डीई कर्मचारी संघ, लोकेश देवराड़ी महामंत्री रक्षा अनुसंधान कर्मचारी संघ डील, केसर सिंह महामंत्री एमईएस कर्मचारी संघ, राजकुमार बड़ेजा आदि वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित हुए कार्यक्रम के अंत में उत्तराखंड एमईएस कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष चंद्र दत्त सुयाल ने राष्ट्रीय महामंत्री प्रांतीय महामंत्री एवं समस्त पदाधिकारियों का धन्यवाद आभार व्यक्त किया साथ ही भविष्य में संगठन को सुदृढ़ और सक्रिय सहयोग की अपेक्षा की है।

सुरक्षित चारधाम : हमारा प्रण, हमारा लक्ष्य, हमारा कर्तव्य के तहत श्रद्धालुओं की सुगम यात्रा लिए समर्पित है उत्तराखण्ड पुलिस

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देहरादून, उत्तराखंड़ पुलिस सुरक्षित चार धाम- हमारा प्रण, हमारा लक्ष्य, हमारा कर्तव्य के तहत चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सेवा में हमेशा सकारात्मक रूप में कार्य कर रही | प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशन में विश्वप्रसिद्ध चारधाम दर्शन हेतु देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं की सुगम यात्रा लिए उत्तराखण्ड पुलिस समर्पित है। 14 सितम्बर 2022 तक चार धाम यात्रा एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा पर आए यात्रियों की संख्या 35 लाख पार हो गई हैl जबकि यात्रा में अभी भी लगभग एक माह शेष है इसके साथ ही लगभग 3.67 लाख वाहन भी चारधाम पहुंचे हैं। इससे पूर्व वर्ष 2019 में 34.5 लाख श्रद्धालु यात्रा पर आये थे, जो कि एक रिकार्ड था। वर्तमान में रिकार्ड स्तर पर यात्री चारधाम यात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। वर्ष 2022 में यात्रा प्रारम्भ होने के बाद श्री केदारनाथ धाम में लगभग 11 लाख, श्री बद्रीनाथ धाम में 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन किये जा चुके है।

उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा प्रत्येक स्तर पर तीर्थयात्रियों की हर सम्भव सहायता की जा रही है, जिससे उनके मन में देवभूमि की पवित्र आस्था के साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस की सकारात्मक छवि की स्मृतियां भी अंकित हो रही है। हम सुरक्षित व निर्बाधित चारधाम यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है।

‘रक्तवन ग्लेशियर’ जा रहे दल के साथ सीएम धामी ने की ट्रैकिंग, दिलाई मां गंगा की निर्मलता, अविरलता और स्वच्छता की शपथ

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(रामचन्द्र उनियाल)

उत्तरकाशी, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री धाम, उत्तरकाशी में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए ‘रक्तवन ग्लेशियर’ एवं अन्य तीन पर्वत चोटियों पर आरोहण हेतु जा रहे पतंजलि आयुर्वेद, निम एवं आई.एम.एफ. के संयुक्त अभियान दल का फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर उन्होंने गंगोत्री धाम में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की एवं मां गंगा का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने करीब 1 किलोमीटर रक्तवन ग्लेशियर जा रहे दल के साथ ट्रैकिंग भी की। उन्होंने आयोजित कार्यक्रम में मां गंगा की निर्मलता,अविरलता और स्वच्छता को लेकर शपथ दिलाई।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की पतंजलि आयुर्वेद, निम एवं आई.एम.एफ. का संयुक्त ट्रैकिंग अभियान उत्तराखंड राज्य एवं भारतवर्ष के लिए मील का पत्थर साबित होगा, इस ट्रैक के माध्यम से आयुर्वेद, जड़ी बूटी एवं वनस्पतियां औषधियों के नए रुप सामने आएंगे। यह अभियान आयुर्वेद, जड़ी बूटी में क्षेत्र में भी सहायता करेगा। उन्होंने कहा भारत ने संपूर्ण विश्व को योग एवं आयुर्वेद कि उपयोगिता को बताया है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि हम उत्तराखंड को विश्व की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राजधानी बनाएंगे, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने केदार की भूमि से 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया, जिस संकल्प को पूर्ण करने हेतु हम दिन-रात प्रयासरत हैं। इस बार चार धाम यात्रा में अभी तक 32 लाख ( रजिस्टर्ड ) श्रद्धालुओं ने यात्रा की है, मां गंगा एवं बाबा केदार के आशीर्वाद से यात्रा सुगम एवं सुरक्षित चल रही है। कावड़ यात्रा के दौरान करीब 4 करोड कावड़िए शिव भक्त उत्तराखंड आए। पहली बार हमारी सरकार ने कावड़ यात्रा में बजट का प्रावधान किया।

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड आध्यात्म एवं सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। उत्तराखंड दुनिया का आयुर्वेद के क्षेत्र में नेतृत्व करें, इसके लिए पतंजलि, सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है, जिसके लिए हम 1 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश करेंगे। उन्होंने कहा युवा राज्य का विकास युवा मुख्यमंत्री से ही संभव हो सकता है। मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में ही देश में सबसे पहले उत्तराखंड राज्य, समान नागरिक संहिता लागू किए जाने पर कार्य कर रहा है।

आचार्य बालकृष्ण ने कहा इस अभियान के तहत हमारे द्वारा प्रकृति को संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया जा है। उन्होंने कहा निश्चित ही इस अभियान से हम सभी नया आयाम व मुकाम लेकर लौटेंगे, इस ट्रैक के माध्यम से ऐसी वनस्पतियां औषधियां जो किसी सूची में नही है, उन्हें खोजने का काम करेंगे, उन्हें इस यात्रा ट्रैक को शोध आधारित यात्रा बताया।
उल्लेखनीय है कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी तथा पतंजलि आयुर्वेद, हरिद्वार और भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के संयुक्त रूप से गंगोत्री के रक्तवन ग्लेशियर क्षेत्र में पर्वतारोहण तथा अन्वेषण अभियान 15 दिन तक आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में किया जा रहा है। इस संयुक्त अभियान के दौरान अनाम तथा अनारोहित पर्वत शिखरों का आरोहण तथा हिमालय के इस दुर्गम क्षेत्र में अन्वेषण का कार्य सम्पन्न किया जायेगा। इस इलाके में स्वतन्त्रता के पश्चात 1981 में अन्वेषण का कार्य Joint Indo-French Exploration Team द्वारा किया गया था। इस अन्वेषण दल को अथक प्रयासों के बाबजूद भी आधे इलाके का भ्रमण करने में ही कामयाबी मिल पाई। इसके पश्चात इस इलाके में आजतक कोई भी दल आरोहण व वनस्पति की खोज में नहीं गया है। इस संयुक्त अभियान को संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट, सेना मेडल के अतिरिक्त संस्थान के दो पर्वतारोहण प्रशिक्षक दीप शाही, विनोद गुसांई तथा बिहारी सिंह राणा (IMF Representative) करेंगे। इसके साथ पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में 7 सदस्यीय टीम इस संयुक्त अभियान में प्रतिभाग कर रही है। इस संयुक्त अभियान का प्रमुख उद्देश्य हिमालय के दुर्गम क्षेत्र रक्तवन ग्लेशियर में अवस्थित अनाम तथा अनारोहित 6 हजार मी० से ऊंचे पर्वत शिखरों का आरोहण करने के साथ ही क्षेत्र में अन्वेषण का कार्य करना है । जिसमें इस क्षेत्र में पाये जाने वाले औषधीय पौधों से सम्बन्धित जानकारियों को एकत्रित किया जायेगा। हिमालय में स्थित दुगर्म तथा विषम भौगोलिक क्षेत्र में औषधीय पौधों तथा पर्वतारोहण का संयुक्त सर्वेक्षण करेंगे।

इस अवसर पर पूर्व जनसंपर्क अधिकारी मुख्यमंत्री किशोर भट्ट, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, एसपी अर्पण यदुवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण,नगर पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, एसडीएम चतर सिंह चौहान, मीनाक्षी पटवाल,जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान, जिला महामंत्री हरीश डंगवाल, लोकेंद्र बिष्ट, प्रधानाचार्य निम कर्नल अमित बिष्ट, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल,सचिव सुरेश सेमवाल,सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी एवं भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में हिंदी दिवस धूम धाम से संपन्न

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देहरादून,
आज केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में हिंदी दिवस का आयोजन किया गया कार्यक्रम का आरंभ विद्यालय प्रचार्या श्रीमती बसंती खम्पा द्वारा दीप प्रज्वलन तथा माता सरस्वती को पुष्प अर्पण करके किया गया, छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना की मधुर प्रस्तुति दी गई, बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए |
हिमांशु तथा सार्थक थापा ने हिंदी गजलों की मधुर प्रस्तुति दी , अनिरुद्ध और मयंक ने हिन्दी गीत गाकर सबका मन मोह लिया!
विद्यालय के हिंदी शिक्षक श्री जितेन्द्र डिमरी ने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला
कार्यक्रम में मंच संचालन छात्र पंकज गिल तथा तनुजा ने किया !
प्राचार्या श्रीमती बसंती खंपा ने हिंदी विषय से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी तथा बच्चों की हिन्दी सीखने के लिए प्रेरित किया
कार्यक्रम के अंत में श्रीमती सीमा श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन किया !

बढ़ती महंगाई के बीच व‍ित्‍त मंत्रालय ने क‍िया खुशखबरी का ऐलान, आम आदमी को होगा फायदा

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तीन महीने बाद एक बार फ‍िर से खुदरा महंगाई दर के आंकड़े बढ़ने के बाद फाइनेंस म‍िन‍िस्‍ट्री का बयान सामने आया है. व‍ित्‍त मंत्रालय की तरफ से कहा गया क‍ि खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) में वृद्धि का कारण प्रतिकूल तुलनात्मक आधार के अलावा खाद्य वस्तुओं और ईंधन के दाम में आई तेजी है.

इसके साथ ही मंत्रालय की तरफ से भरोसा जताया गया क‍ि महंगाई को काबू में लाने के लिये उठाए गए कदम का आने वाले महीनों में असर दिखेगा.

जुलाई में 6.71 प्रतिशत पर थी महंगाई दर
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त महीने में बढ़कर 7 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जबकि जुलाई के महीने में यह 6.71 प्रतिशत पर थी. तीन महीने बाद इसमें इजाफा देखा गया है. मंत्रालय की तरफ से कहा गया क‍ि अगस्त में प्रमुख मुद्रास्फीति 5.9 प्रतिशत रही है, जो लगातार चौथे महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) के अधिकतम संतोषजनक स्तर 6 प्रतिशत से नीचे है.

अगस्त महीने में 7 प्रतिशत पर पहुंच गई
प्रमुख मुद्रास्फीति में खाद्य और ऊर्जा उत्पादों के दाम शामिल नहीं होते हैं. वित्त मंत्रालय की तरफ से एक ट्वीट में कहा गया ‘उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति (सकल मुद्रास्फीति) जुलाई 2022 में 6.71 प्रतिशत से मामूली बढ़कर अगस्त महीने में 7 प्रतिशत पर पहुंच गई. इसका कारण प्रतिकूल तुलनात्मक प्रभाव और खाद्य तथा ईंधन के दाम में आई तेजी है.’

मंत्रालय ने यह भी उम्मीद जतायी है कि सरकार ने आटा, चावल, मैदा आदि के निर्यात पर जो पाबंदी लगायी है, उससे इन जिंसों के दाम में नरमी आने की संभावना है. मंत्रालय के अनुसार, ‘सरकार ने घरेलू आपूर्ति बनाये रखने और कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के लिये गेहूं आटा, चावल मैदा आदि के निर्यात पर प्रतिबंध लगाये है. इन उपायों का आने वाले महीनों में उल्लेखनीय सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.’

सस्ता हुआ Jio का यह शानदार प्लान, 90 दिन की वैलिडिटी के साथ मिलेगा 180GB डेटा

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रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने अपने 750 रुपये वाले प्लान को सस्ता कर दिया है। कंपनी ने इस प्लान को अगस्त में लॉन्च किया था। अब इस प्लान की प्लान की कीमत 749 रुपये हो गई है। 1 रुपये का प्राइस कट देने के बाद भी कंपनी ने प्लान में मिलने वाले बेनिफिट्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है।

अब इसमें यूजर्स को 100MB फ्री अडिशनल डेटा नहीं मिलेगा, जो कंपनी 750 रुपये में ऑफर किया करती थी। आइए डीटेल में जानते हैं कि कंपनी अब इस प्लान में क्या-क्या बेनिफिट ऑफर कर रही है।

जियो के 749 रुपये वाले प्लान में मिलने वाले बेनिफिट
जियो का यह प्लान 90 दिन चलता है। प्लान में इंटरनेट यूज करने के लिए कंपनी हर दिन 2जीबी के हिसाब से टोटल 180जीबी डेटा दे रही है। प्लान में आपको देश भर में सभी नेटवर्क के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग और 100 फ्री एसएमएस भी मिलेंगे। जियो का यह प्लान यूजर्स को जियो टीवी और जियो सिनेमा जैसे जियो ऐप्स का फ्री सब्सक्रिप्शन भी देता है।

749 रुपये से कम वाले जियो के इन प्लान में भी रोज 2जीबी डेटा
749 रुपये से कम में जियो अपने यूजर्स को 719, 533, 299 और 249 रुपये वाले प्लान ऑफर कर रहा है। इन सभी प्लान में आपको इंटरनेट चलाने के लिए हर दिन 2जीबी डेटा मिलेगा। सभी प्लान फ्री कॉलिंग बेनिफिट और डेली 100 फ्री एसएमएस के साथ आते हैं। प्लान्स में दी जाने वाले वैलिडिटी अलग-अलग है।

: Xiaomi का बंपर ऑफर, 5G फोन पर 11 हजार रुपये तक का डिस्काउंट, तीन महीने यूट्यूब प्रीमियम भी फ्री

जियो का 719 रुपये वाला प्लान 84 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। वहीं, 533 रुपये वाले प्लान में कंपनी 56 दिन की वैलिडिटी ऑफर कर रही है। 299 रुपये वाले प्लान की बात करें तो यह 28 दिन की सर्विस ऑफर करता है। अगर आप 249 रुपये वाले प्लान से रिचार्ज कराएंगे तो आपको 23 दिन तक रोज 2जीबी डेटा और फ्री कॉलिंग का मजा मिलेगा।

बॉबी कटारिया पर पुलिस का बड़ा एक्शन, घर पर चस्पा किया कुर्की का वारंट

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देहरादून, दून की शांतवादियों में सड़क पर खुले आम शराब पीने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालने वाले बाॕबी कटारिया पर लगातार पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है, अब पुलिस ने खुलेआम ट्रैफिक रुकवाकर शराब पीने के मामले में आरोपी यूट्यूबर बॉबी कटारिया के घर पर कुर्की वारंट चस्पा कर दिया है। अगर वह एक माह तक उपस्थित नहीं होता है, तो उसके घर की कुर्की के लिए पुलिस कोर्ट में पुलिस आवेदन करेगी। जबकि कटारिया अब भी फरार चल रहा है। हालांकि, उसके वीडियो लगातार इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं। 10 अगस्त को बॉबी कटारिया का एक वीडियो वायरल हुआ था।
इसमें वह सड़क पर ट्रैफिक रुकवाकर शराब पीता दिख रहा था। इस मामले में डीजीपी के आदेश पर 11 अगस्त को कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। पता चला कि यह वीडियो उसने 25 जुलाई को किमाड़ी मार्ग पर फिल्माया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद कटारिया ने सोशल मीडिया पर उत्तराखंड पुलिस को धमकी भी दी थी, इस मामले में उसे कई बार बुलाने के लिए नोटिस जारी किए गए, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ। पिछले दिनों पुलिस ने गैर जमानती वारंट हासिल कर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू किया, लेकिन वह अंडरग्राउंड हो गया। दबिश के बाद पुलिस ने उसके कुर्की वारंट हासिल करने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। इंस्पेक्टर कैंट राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि शनिवार को कोर्ट ने कुर्की वारंट जारी कर दिए थे। मंगलवार को उसके घर और दुकानों पर कुर्की वारंट चस्पा कर दिए गए हैं। इसके साथ ही उसके घर के आसपास के क्षेत्र में भी वारंट चस्पा किए गए हैं। यदि वह फिर भी उपस्थित नहीं होता है, तो उसके खिलाफ न्यायालय के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

मामले पर एक नजर :
10 अगस्त को कटारिया का वीडियो वायरल हुआ।
11 अगस्त को उसके खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज।
12 अगस्त को पता चला कि वीडियो 25 जुलाई को किमाड़ी मार्ग का है।
12 अगस्त को उसे पूछताछ के लिए बुलाने को नोटिस जारी हुआ।

14 अगस्त को उसके वकील ने आने से इनकार कर दिया।
21 अगस्त को कटारिया के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ।
23 अगस्त को कटारिया ने सरेंडर की अर्जी लगाई और नहीं आया।
24 अगस्त को पुलिस ने उसके गुरुग्राम स्थित घर पर दबिश दी।
26 अगस्त को पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया।

 

अपने पैतृक गांव के लिए निकला किशोर लापता, 6 दिन बाद भी नहीं पहुंचा गांव, पुलिस में गुमशुदगी दर्जलखनऊ : गुमशुदा की तलाश में रात भर भटकती रही पुलिस...

पिथौरागढ़, जनपद से एक युवक के गायब होने की खबर है, मिली जानकारी के मुताबिक अपने घर से पैतृक गांव के लिए निकले किशोर का छह दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। वह न तो घर ही लौटा और न ही अपने पैतृक गांव ही पहुंचा। हार कर उसके पिता ने पिथौरागढ़ कोतवाली में अपने बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराते हुए पुलिस से उसके बेटे को तलाशने की गुहार लगाई है। पुलिस को दी गई तहरीर में नई रई लुण्ठयूडा वार्ड निवासी हेम सिंह बिष्ट ने बताया है कि उनका 17 साल का बेटा बसन्त सिंह बिष्ट 6सितंबर को अपने घर नई रई लुण्ठयूडा वार्ड से अपने पैतृक गांव थाना क्षेत्र जौलजीवी के मेतली पट्टी के भटभटा गांव के लिए रवाना हुआ था।
कल शाम तक जब बसंत का कोई पता नहीं चला तो उसके पिता उसकी गुमशुदगी लिखाने के लिए कोतवाली पहुंचे। पुलिस ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी है।

 

फ्रेंचाइजी के नाम पर ठगी : दिल्ली की फार्मा कंपनी ने डाक्टर को साढ़े 6 लाख की चपतफ्रॉड: फ्रेंचाइजी देने के नाम पर व्यापारी से 10 लाख की ठगी, 2 आरोपियों पर  केस दर्ज - Lalluram

हल्द्वानी, दिल्ली की एक फार्मा कंपनी ने हल्द्वानी के एक चिकित्सक को साढ़े 6 लाख की चपत लगा दी। जब चिकित्सक ने अपने रूपये वापस मांगे तो कंपनी के सीईओ ने रूपये न लौटाने और जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दी। चिकिकत्सक की शिकायत पर पुलिस फार्मा कंपनी के सीईओ और सुपरवाइजर के खिलाफ धोखाधड़ी व धमकाने का केस दर्ज कर लिया है। कुसुमखेड़ा की जगन्नाथ कालोनी फेस 2निवासी डा. अंशुमन जोशी ने मुखानी पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि उन्होंने फेसबुक पर नेहरू विहार, मुखर्जी नगर,नई दिल्ली की सेलीब्रिटी फार्मा प्राइवेट लि. का एक विज्ञापन देखा था, जिसमें कहागया था कि कंपनी की आयुर्वेदिक दवाईयों के लिए फ्रेन्चाइजी की आवश्यकता है।

जिसमें दवार्ईयों की बिक्री की जिम्मेदारी कम्पनी की होगी। इस विज्ञापन को देखकर डा. जोशी ने सेलीब्रिटी फार्मा प्राईवेट लि.कंपनी के कार्यालय में संपर्क किया तो कम्पनी के सीईओ कमल आनन्द व सुपरवाईजर अमित आनन्द से बात हुई। जिन्होंने बताया कि यदि वे उनकी कंपनी की फ्रेन्चाइजी लेते हैं तो कंपनी उनसे जमानत के तौर पर 5 लाख व मैन्टेंनैंस कास्ट के रुप में डेढ़ लाख रुपये लेगी |
इस पर डा. जोशी ने कपंनी को आन लाइन व आफ लाइन साढ़े 6 लाख रूपये भेज दिए। इसके बाद कमल आनन्द ने डा. जोशी के साथ एग्रीमेंट किया था। एग्रीमेंट में लिखा गया था कि कम्पनी डा. जोशी को प्रत्येक 30 हजार रुपये या सकल लाभ का 30 प्रतिशत जो भी ज्यादा होगा देगी। यह धनराशि उन्हें पारिश्रमिक के तौर पर दी जाएगी। एग्रीमेंट के बाद 17 मार्च 2021 को कम्पनी द्वारा केवल 1 लाख 44 हजार . रुपये का माल डा. जोशी को भेजा। इन दवाओं को बेचने के बाद डा. जोशी ने सारा पैसा कंपनी को भेज दिया। परन्तु कम्पनी ने उन्हें माह के अन्त में कोई पैसा नहीं दिया। जब उन्होंने कम्पनी में फोन किया तो कम्पनी ने कहा कि अभी लक डाउन लगा है आप कुछ माह हमारे साथ कोआपरेट करें, आपका पेमेंन्ट हो जायेगा। जब उन्होंने समाप्त हो चुकी दवाओं को मंगाने की बात की तो कंपनी के प्रतिनिधि ने टालमटोल करनी शुरू कर दी। इसके बाद कंपनी ने कई माह तक माल नहीं भेजा और दिसम्बर माह में केवल 70 हजार रुपये का माल भेजा।
उसका भी पारिश्रमिक नहीं दिया। जब उन्होंने कम्पनी से अपने पारिश्रमिक की मांग की तो कम्पनी के सीईओ कमल आनंद ने पारिश्रमिक देने में आनाकानी करनी शुरू कर दी। कई बार फोन करने पर कमल आनंद ने उनके साथ गाली गलौच करते हुए कहा कि ’जो करना है कर ले हम तेरे पैसे नहीं देंगे और न ही तुझे माल भेजेंगे।’ जब उन्होंने अपने रूपये वापस मांगे तो कमल आनन्द व अमित आनन्द ने उन्हें जान से मरवाने की धमकियां दीं।
पुलिस ने डा. अंशुमन जोशी की तहरीर पर कंपनी के सीईओ कमल आनंद और सुपरवाइजर अमित आनंद के खिलाफ धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब मामले की पड़ताल में जुट गई है।

 

प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की मुलाकातप्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से की  मुलाकात

नई दिल्ली, प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने दिल्ली प्रवास के दौरान मंगलवार को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उत्तराखंड में प्रादेशिक सेना की 127 और 130 पर्यावरण सेना और पूर्व सैनिकों के (ई०एस०एम०) के कल्याण के संबंध में विस्तार से अवगत कराया ।
मंत्री जोशी ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों की भूमिका उत्तराखंड में बेहद महत्वपूर्ण है और ये सेवानिवृत्त भूतपूर्व सैनिक देहरादून और पिथौरागढ स्थित प्रादेशिक सेना की 127 और 130 पर्यावरण सेना बल के माध्यम से सेवानिवृत्त के बाद राज्य में पर्यावरण संरक्षण के उत्थान में कार्यरत हैं। दोनो टास्क फोर्स की कंम्पनियां गढ़वाल और कुमांऊ में कार्यरत हैं एवं पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है जिसके लिए उन्हें विभिन्न संगठनों / एजेंसियों भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कई पुरस्कारों से अलंकृत किया गया है।
अभी तक यह दोनो टास्क फोर्स की कंम्पनियां करीब सोलह सौ हेक्टेअर बंजर क्षेत्र को जंगल में तब्दील कर दिया है। लाखों की संख्या में पेड़ लगाए जा चुके हैं और बंजर हो रहे पहाड़ फिर से हरे-भरे हो चुके हैं। ईको टास्क फोर्स समय-समय पर स्थानीय स्कूली बच्चों और स्थानीय सामाजिक संस्थाओं के साथ तालमेल करके पेड़ लगाने का अभियान भी चलाती है।
मंत्री जोशी ने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड सरकार पर रक्षा मंत्रालय का 132 करोड रूपये की धनराशि बकाया है जोकि रक्षा मंत्रालय द्वारा भूतपूर्व सैनिक कर्मचारियों को भुगतान किया गया है। मंत्री जोशी ने कहा कि यदि राज्य सरकार बकाया भुगतान देने में असफल होती है तो रक्षा मंत्रालय राज्य सरकार द्वारा वित्त पोशित 127 एवं 130 पर्यावरण सेना बल की कम्पनियों को डिस्बैण्ड कर देगी जिससे कि लगभग 400 भूतपूर्व सैनिक बेरोजगार हो जायेंगे एवं इस कदम से उनके परिवारो पर भी गहरा आघात होगा तथा पर्यावरण संरक्षण योजना के माध्यम से रूके पलायन पर भी प्रतिकूल असर पडेगा ।
मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड सरकार पर बकाया ऋण को माफ करने या उपरोक्त धनराशि को सहायता अनुदान राशि में परिवर्तित करने का अनुरोध किया जिससे 127 एवं 130 पर्यावरण सेना बल में कार्यरत भूतपूर्व सैनिक पहले की भाँति पर्यावरण संरक्षण का कार्य करते रहे तथा 400 भूतपूर्व सैनिकों व उनके परिवारों पर कम्पनियों के डिस्बैण्ड होनें से कोई प्रतिकूल असर न पडें। जिस पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
सैनिक कल्याण मंत्री ने रक्षा मंत्री को उत्तराखंड में आयोजित होने वाले सैनिक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि हेतु समय प्रदान करने का अनुरोध किया।

टैक्सपेयर्स के पैसे से हिंदी दिवस न मनाएं, कुमारस्वामी ने CM बोम्मई को पत्र लिखकर कहा- ये कन्नड़ लोगों के साथ होगा अन्याय

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बैंगलुरू, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) विधायक दल के नेता एच डी कुमारस्वामी ने कर्नाटक सरकार को हिंदी दिवस के विरोध में पत्र लिखकर एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से 14 सितंबर को कर्नाटक में हिंदी दिवस नहीं मनाने की अपील की है। ,” कुमारस्वामी ने सीएम बोम्मई को लिखे पत्र में कहा कि भारत 560 से अधिक रियासतों का महान संघ है जो सामाजिक, सांस्कृतिक रूप से विविध हैं और इसमें हजारों भाषाएं- उप भाषाएं शामिल हैं। केवल एक भाषा की प्रशंसा करना वास्तव में लोगों के साथ सर्वोच्च अन्याय होगा।
कुमारस्वामी ने कहा कि 14 सितंबर को जब केंद्र सरकार राज्य सरकार द्वारा हिंदी दिवस मनाने के लिए मजबूर करेगी, तो ये कन्नड़भाषी लोगों के साथ अन्याय होगा। कुमारस्वामी ने जोर देकर कहा कि हमारे राज्य के लोगों द्वारा भुगतान किए गए कर के पैसे का उपयोग कर्नाटक सरकार द्वारा हिंदी दिवस मनाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
इसके अलावा डीएमके भी चेतावनी दे चुकी है कि करुणानिधि के हिंदी विरोधी आंदोलन को लोग नहीं भूले हैं। डीएमके के मुताबिक हिंदी भाषा को थोपा नहीं जा सकता है। वही पिछले हफ्ते, मुख्य सचिव वंदिता शर्मा ने एक सर्कुलर जारी कर कर्नाटक के अंदर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों में कन्नड़ का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया था। शर्मा ने सर्कुलर में कहा, “कन्नड़ हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, न कि विकल्प।”(साभार प्रभासाक्षी)