Tuesday, May 13, 2025
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‘डांडी कांठी क्लब’ 17 सितम्बर को आयोजित करेगा जागरण संरक्षण दिवस

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देहरादून, उत्तराखंड़ की सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण बनाने और मध्य हिमालयी संस्कृति के सरोकारों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए समर्पित “डांडी-कांठी क्लब” इस वर्ष भी जागर संरक्षण दिवस का आयोजन कर रहा है, विगतवर्षों की भांति इस वर्ष भी यह आयोजन शनिवार 17 सितम्बर को नगर निगम के प्रेक्षागृह में आयोजित किया जायेगा । इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से अलग -2 विधाओं की 12 पारंगत श्रेष्ठ विभूतियों एवं 5 ढ़ोलियों सहित कुल 17 विभूतियों को “राज्य वाद्य यंत्र सम्मान-2022 ” से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रदेश के साहित्यविद, संस्कृति प्रेमी, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिगण एवं प्रदेश की लोक संस्कृति के ध्वजवाहक भारी संख्या में शामिल होगें ।

स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुये संस्था के अध्यक्ष विजय भूषण उनियाल ने कहा कि संस्था समय-समय पर अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए खेल प्रतियोगितायें, लोक महोत्सव एवं विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से संस्कृति को संजोये रखने के लिए कटिबद्ध है। उत्तराखण्ड के प्रकांड ढोल सागर, देवसार, पैंसारा, थाती योग के महान जान गुरूओं का सम्मान सहित पाँचवी बार उत्तराखण्ड की राजधानी द्रोणनगरी में अद्वितीय अनुष्ठान के साथ “जागर संरक्षण दिवस” मनाया जा रहा है। इसके साथ-साथ विभिन्न देशों में इसी दिन क्लब की पहल पर उक्त “जागर संरक्षण दिवस’ मनाया जा रहा है जिसकी छोटी बडी झलकियां भी इस कार्यक्रम में “इलैक्ट्रानिक मीडिया के डिजिटल माध्यम से दिखाई जायेगी” ताकि “जागर संरक्षण दिवस” का विस्तार विश्व पटल पर और उत्तराखण्ड एवम् अन्य देशों में जागर संरक्षण एवम् ढोल विद्या पर शोधकर्ता छात्रों को इसका लाभ मिल सके। जागर संरक्षण दिवस 17 सितम्बर 2016 में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के जन्मदिवस के शुभ अवसर पर शुरू किया गया था जिसकी इस बार यह पांचवी प्रस्तुति है।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड संस्कृति के ध्वज वाहकों द्वारा सांस्कृति प्रस्तुतियां भी दी जायेगी । क्लब परिवार इसी परिपेक्ष में अपनी लोक संस्कृति के संरक्षण एवम् संवर्द्धन के लिए कृत संकल्परत है।

प्रेसवार्ता में क्लब सचिव कृष्णानन्द भट्ट, मण्डल अध्यक्ष प्रकाश बडोनी, नगर निगम पार्षद नरेश रावत, सलाहाकार चन्द्रदत्त सुयाल, मीडिया प्रभारी ललित मोहन लखेडा, मंच संचालक दिनेश शर्मा, सरोप रावत, विनोद असवाल, नवनीत सेठी, गब्बर राणा, नीरज उनियाल, विरेन्द्र रमोला आदि गणमान्य सदस्य उपस्थिति थे ।

सुषमा रावत को निदेशक (अन्वेषण), ओएनजीसी के रूप में चुना गया

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नई दिल्ली, सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) ने सोमवार को सुषमा रावत को तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) के निदेशक (अन्वेषण) के रूप में चुना। वर्तमान में, वह उसी कंपनी में कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। पीईएसबी ने चयन बैठक में उनके अलावा पांच अन्य लोगों का साक्षात्कार लिया, जिनमें ओम प्रकाश सिन्हा, कार्यकारी निदेशक, विकास जगदीश पांडे, कार्यकारी निदेशक, दीप चंद्र पंत, कार्यकारी निदेशक, प्रिय रंजन मिश्रा, तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड के समूह महाप्रबंधक शामिल हैं।

उनके अलावा पीईएसबी ने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड के निदेशक (अन्वेषण) संजीव तोखी का भी साक्षात्कार लिया।

बंदरों का आतंक से परेशान, पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की व्यापार सभा ने की मांग

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टिहरी, विकासखंड चम्बा के नकोट बाजार में भी बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने के लिए बन विभाग के सहायक राजि अधिकारी जसवंत सिंह पंवार तथा बन बीट अधिकारी सुमन पुंडीर को व्यापार सभा नकोट तथा क्षेत्रीय लोगों ने पत्र दिया है ।

व्यापार सभा नकोट के अध्यक्ष कुलदीप सिंह मखलोगा, पूर्व प्रधान दौलत सिंह मखलोगा , सामाजिक कार्यकर्ता दिलवीर सिंह ने पत्र में मांग की है कि नकोट बाजार में बंदरों के झुंड हैं जो कि स्कूल आने जाने वाले बच्चों पर झपटते हैं साथ ही सामान ले जा रहे राहगीरों के हाथों से सामान का थैला छीन लेते हैं , कई बार बच्चों को काट डाला है, अभी कुछ दिन पहले नकोट गांव में वृद्ध कलम दास को बंदर ने काट लिया था जिसको अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। उसके बाद बन विभाग ने वहां पर पिंजरे लगाकर बंदरों को पकड़ा है ।बंदरों को पकड़ने के बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली है । नकोट बाजार के व्यापारियों ने बाजार में पिंजरा लगाने की मांग की है ।

हिन्दी शब्दों के साथ-साथ उनकी बोली भी समृद्ध होगी : रावत

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हरिद्वार (कुलभूषण ) । महाविद्यालय में काॅलेज में आज राष्ट्र भाषा हिन्दी दिवस के अवसर पर आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ एवं हिन्दी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से ‘नारा लेखन प्रतियोगिता’, ‘संभाषण प्रतियोगिता एवं प्रश्नोत्तरी’  कार्यक्रम का आयोजन माँ सरस्वती वन्दना व द्वीप प्रज्जवलित करके किया गया। ‘नारा लेखन, संभाषण प्रतियोगिता’, ‘प्रश्नोत्तरी’ प्रतियोगिता में काॅलेज के विभिन्न छात्र-छात्राओं गौरव बंसल, रेशमा नेगी, सपना, अंजली, रीतू, सपना, अनिकेत, हिमांशु, मनीष, सपना, प्रीति, प्रियांशु, अर्शिका, विशाल बंसल, एकता वर्मा, सबा रहमानी, तमन्ना सैनी, पूजा गौड़, आंकाक्षा, अंजली, इशिका, करिश्र्मा शर्मा, अनुराधा बर्मन, राखी ने प्रतिभाग किया। ’वर्तमान में  हिन्दी भाषा की प्रासंगिकता’ में अर्शिका, प्रीति, अपराजिता, उदित, हिमांशु चौहान, मौ. आमिर, सूर्यांश आदि छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग कर हिन्दी के सम्मान व गौरव की बात करते हुए अपनी कविताओं, दोहों और विचारों को प्रस्तुत किये।
श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज, अध्यक्ष काॅलेज प्रबन्ध समिति ने अपने बधाई संदेश में कहा कि आधुनिक भाषाओं की आदि जननी संस्कृत है। हिन्दी एक ऐसी भाषा है जिसने हमारी संस्कृति एवं साहित्य को संजोकर रखा है। आधुनिक हिन्दी अपने नये रुप के साथ निरन्तर गतिशील है। श्री महन्त ने कहा कि महाविद्यालय द्वारा प्रत्येक माह किसी एक विभाग द्वारा हिन्दी में संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा।
हिन्दी भाषा ने संजोया भारतीय संस्कृति एवं साहित्य : श्री महन्त रविन्द्र पुरी ‘वर्तमान में हिन्दी भाषा की प्रासंगिकता’ पर कालेज में कार्यक्रम का आयोजन
नारा प्रतियोगिता’ में तमन्ना सैनी ने प्रथम, अर्शिका ने द्वितीय व सबा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया
संभाषण प्रतियोगिता में रेशमा नेगी ने प्रथम, अर्शिका ने द्वितीय व हिमांशु ने तृतीय स्थान प्राप्त किया
वरिष्ठ पत्रकार संदीप रावत ने हिन्दी दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को हिन्दी साहित्य पुस्तकों एवं दैनिक समाचार-पत्रों का अध्ययन करना चाहिए जिससे हिन्दी शब्दों के साथ-साथ उनकी बोली भी समृद्ध होगी। उन्होंने कहा हिन्दी भाषा की सर्वव्यापकता भारत ही नहीं अपितु विदेशों में भी लगातार बढ़ रही है।
प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने हिन्दी दिवस के अवसर पर शुभकामनायें देते हुए हिन्दी भाषा के अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर प्रचार-प्रसार, कार्यालयी एवं प्रशासनिक उपयोगिता के सन्दर्भ में बढ़ रहीं हिन्दी के प्रति अपने विचार प्रस्तुत किये। उन्होंने कहा कि हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है जिसका विश्व में भी एक अपना विशिष्ट स्थान है। हिन्दी सरल, स्पष्ट एवं भावात्मक होने के कारण सर्व सामान्य द्वारा ग्रहण की जा सकती है। उन्होंने अपने हस्ताक्षर हिन्दी में करने की अपील उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों से की। डाॅ. बत्रा ने कहा कि मातृभाषा हिन्दी के साथ-साथ उसकी सहयोगी क्षेत्रीय भाषाओं का भी ज्ञान होना एक प्रकार से सोने पर सुहागे की तरह है, हमें उनका भी सम्मान करना चाहिए।
 अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय माहेश्वरी ने इस अवसर पर कहा कि श्रेष्ठ अभिव्यक्ति को नैसर्गिक रूप से अपनी मातृ भाषा में ही अभिव्यक्त किया जा सकता है।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए हिन्दी विभाग की शिक्षिका डाॅ. आशा शर्मा व डाॅ. मोना शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारा सम्पूर्ण जीवन ही हिन्दी भाषा पर टिका है। हमारी प्रतिदिन की क्रियायें हिन्दी में ही होती हैं। अतः हिन्दी का विश्व में सर्वश्रेष्ठ स्थान है।
हिन्दी विभाग की डाॅ. लता शर्मा व डाॅ. रेनू सिंह ने संयुक्त रुप से वर्तमान में हिन्दी भाषा की दशा और दिशा पर प्रकाश डालते हुए हिन्दी की समृद्धि से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे सभी अपनी शैली को हिन्दी में व्यक्त करें।
 नारा प्रतियोगिता’ में तमन्ना सैनी ने प्रथम, अर्शिका ने द्वितीय व सबा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। संभाषण प्रतियोगिता में रेशमा नेगी ने प्रथम, अर्शिका ने द्वितीय व हिमांशु ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजयी छात्र-छात्राओं को प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा द्वारा पुरस्कृत किया गया।  कार्यक्रम में डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर, डाॅ. जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल,  डाॅ. विनीता चौहान, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पदमावती तनेजा, डाॅ. सरोज शर्मा, दिव्यांश शर्मा, विनीत सक्सेना, अंकित अग्रवाल, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. रीना मिश्रा, योगेश्वरी, शोध छात्रा वन्दना सिंह, प्रियंका आदि उपस्थित थे।

राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकांड़ा में पुराने शौचालय की छत गिरने से एक बच्चे की मौत, पांच घायल  

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चंपावत, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकांड़ा, तहसील पाटी के पुराने शौचालय की छत गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई। इस हादसे में पांच बच्चे घायल भी हुए है। प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पाटी की एसडीएम रिंकू बिष्ट शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ मौके पर पहुंची। इसके बाद डीएम चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी भी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। हादसे में घायल हुए बच्चों को एंबुलैंस के माध्यम से पार्टी के प्राथमकि चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां उन्हें प्राथमकि उपचार देने के बाद लोहाघाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया। हादसा आज सुबह पौने 11 बजे के आसपास उस समय हुआ जब कुछ बच्चे स्कूल के पुराने शौचालय की छत पर खेलने के लिए चढ़ गए। उस वक्त स्कूल में भोजन अवकाशचल रहा था। भोजन अवकाश के बाद जब अघ्यापकों ने बच्चों को उनकी कक्षाओं में जाने के लिए कहा तो बच्चे भागकर छत से उतरने लगे। इसी बीच जर्जर शौचालय की छत भरभरा कर गिर गई। छत के साथ ही बच्चे भी नीचे गिरकर मलबे में दब गए।
इस घटना में कक्षा तीन के आठ वर्षीय छात्र चंदन सिंह पुत्र गोधन सिंह, उसका बड़ा भाई कक्षा पांच का छात्र 10 वर्षीय रिंकू सिंह, कक्षा चार की नौ वर्षीय छात्रा शगुन और उसकी बहन कक्षा तीन की सात वर्षीय सोनी, कक्षा तीन की छात्रा छह वर्षीय हसीना, कक्षा पांच के छात्र नौ वर्षीय हिमांशु घायल हो गए। घटना में गंभीर रूप से घायल छात्र चंदन की मौके पर ही मौत हो गईं जबकि शेष 5 छात्र घायलों को एंबुलैंस के माध्यम से पाटी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य देवराम ने बताया कि बच्चों को मलबे से निकालकर एबुंलेंस से अस्पताल भेजा गया। उन्होंने बताया कि बच्चों को छतों में खेलने से बार-बार मना किया जाता था। फिर भी बुधवार को कुछ बच्चे पुराने शौचालय की छत पर चढ़ गए |
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी, एसडीएम पाटी रिंकू बिष्ट, डीईओ बेसिक चंदन बिष्ट भी विद्यालय पहुंचे। डीएम ने पीडि़त अभिभावकों को ढांढस बंधाया। कहा कि प्रशासन मृतक और घायल बच्चों के स्वजनों के साथ खड़ा है। डीएम ने सीईओ को घटना की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।

दिल्ली वालों की मांग पर बिजली सब्सिडी को लेकर केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला!

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नई दिल्ली,  । दिल्ली में एक अक्टूबर से उन्हीं उपभोक्ताओं को बिजली पर सब्सिडी मिलेगी, जो आवेदन कर इसकी मांग करेंगे। दिल्ली सरकार ने दिल्लीवालों की मांग पर यह फैसला लिया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कुछ लोगों की मांग थी कि हम बिजली का बिल दे सकते हैं, तो हमें सब्सिडी दी क्यों जा रही है? हमें सब्सिडी लेने या छोडऩे का विकल्प दिया जाए। बिजली पर सब्सिडी के लिए आज से आवेदन चालू हो रहा है। आवेदन करने के लिए सभी उपभोक्ताओं के पास बिल के साथ एक फार्म भेजा जाएगा। इसके अलावा, 7011311111 नंबर पर मिस्ड कॉल कर या वाट्सएप पर ॥द्ब भेजकर भी फार्म प्राप्त कर सकते हैं और उसे भर कर सब्सिडी की मांग कर सकते हैं। एसएमएस या ई-मेल के जरिए सबको सूचना दी जाएगी कि आप पंजीकृत हो गए हैं और आपकी सब्सिडी जारी रहेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 31 अक्टूबर तक आवेदन करने वालों को एक अक्टूबर से सब्सिडी जारी रहेगी। वहीं, जो लोग जिस महीने में आवेदन करेंगे, उनको उसी महीने से सब्सिडी मिलेगी। साथ ही, सबको हर साल एक बार फार्म भरकर सब्सिडी मांगनी पड़ेगी, ताकि जिनको सब्सिडी नहीं चाहिए, उनको सब्सिडी छोडऩे का एक मौका मिल सके। मैं उम्मीद करता हूं कि जो लोग बिजली का बिल दे सकते हैं, वो बिल देंगे और जिनको जरूरत नहीं है, वो अपनी सब्सिडी छोड़ देंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई। पहले दिल्ली में बिजली बहुत जाया करती थी। हम लोगों ने मेहनत कर दो-तीन साल के अंदर सारा इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक किया और दिल्ली में 24 घंटे बिजली आने लगी। अब कहीं पर लोकल फाल्ट की वजह से थोड़ी देर के लिए बिजली चली जाए, तो यह अलग बात है, लेकिन अमूमन पूरी दिल्ली 24 घंटे बिजली हर जगह आती है। दिल्ली में बिजली फ्री हो गई। हमने भ्रष्टाचार को खत्म कर किया और जो पैसे की लीकेज थी, उसको रोक कर खूब सरकारी पैसा बचाया और उस पैसे से हमने दिल्ली के लोगों को सुविधाएं दी। दिल्ली के लोगों को अब 24 घंटे बिजली मिलती है और फ्री बिजली मिलती है। यह केवल और केवल एक ईमानदार सरकार की वजह से हुआ। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में करीब 58 लाख घरेलु उपभोक्ता हैं। जिसमें से 47 बिजली उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलती है। वहीं, इन 47 लाख उपभोक्ताओं में से 30 लाख ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनके बिजली के बिल जीरो आते हैं। करीब 16 से 17 लाख उपभोक्ता हैं, जिनके बिजली के बिल आधे आते हैं। क्योंकि दिल्ली में 200 यूनिट तक तो फ्री बिजली है और 201 से 400 यूनिट तक आधा रेट है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की यह बिल्कुल सही मांग थी कि हम बिजली का बिल दे सकते हैं, तो हमें क्यों बिजली की सब्सिडी दी जा रही है। हमें विकल्प दिया जाए कि हम बिल का भुगतान कर सकते हैं, तो करें और अगर भुगतान नहीं करना चाहें, तो न करें। हम पर बिजली की सब्सिडी थोपी जा रही है। यह बहुत सही बात है कि सबको जबरदस्ती सब्सिडी क्यों दी जाए। सब्सिडी उसी को दी जाए, जिसको जरूरत है। इसलिए कुछ महीने पहले दिल्ली सरकार ने फैसला लिया था कि हम उन्हीं को सब्सिडी देंगे, जो आवेदन कर मांगेगा। जो सरकार से कहेगा कि हमें सब्सिडी चाहिए, तो उसको देंगे। उस स्कीम को अब हम लागू करने जा रहे हैं। हमने कहा था कि 30 सितंबर तक यह पुरानी स्कीम लागू रहेगी, जिसमें सबको सब्सिडी दी जा रही है। लेकिन एक अक्टूबर से उन्हीं को सब्सिडी मिलेगी, जो मांगेंगे। अरविंद केजरीवाल ने सब्सिडी मांगने के लिए आवेदन करने के तरीके के बारे में बताते हुए कहा कि एक यह तरीका है कि जो अगला बिजली का बिल आएगा, उसके साथ एक फार्म भी आएगा। आप उस फार्म को भर कर जहां बिजली के बिल जमा कराने जाते हैं, वहीं फार्म जमा करा सकते हैं और फिर एक अक्टूबर के बाद भी सब्सिडी जारी रहेगी। दूसरा इलेक्ट्रिक तरीके से भी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए हम 7011311111 नंबर जारी कर रहे हैं। इस नंबर मिस्ड कॉल कर सकते हैं या फिर ॥द्ब लिखकर भेज दें। उसके बाद एक एसएमएस आएगा, जिसमें एक लिंक होगा। उस लिंक पर क्लिक करने पर वाट्सएप पर एक फार्म खुल जाएगा और उस फार्म को भरकर भेज देना है। इसके बाद आप सब्सिडी लेने वालों की लिस्ट में पंजीकृत हो जाएंगे। जिन लोगों ने अपने मोबाइल नंबर को बिजली के बिल के साथ पंजीकृत कराया है, इन लोगों को दिल्ली सरकार की तरफ से मैसेज भेजा जाएगा कि जो लोग पंजीकृत करना चाहते हैं, वो कर सकते हैं। आपका पंजीकरण होने के तीन दिन बाद आपके पास एसएमएस या ई-मेल के जरिए कंफर्मेशन आ जाएगा कि आप पंजीकृत हो गए हैं और आपकी सब्सिडी जारी रहेगी।  अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज से दिल्ली के निवासी जारी मोबाइल नंबर नंबर मिस्ड कॉल कर या भ्प लिखकर अपना पंजीकरण शुरू कर सकते हैं। 31 अक्टूबर तक जो लोग अपना पंजीकरण कर लेंगे, उनको एक अक्टूबर से बिजली पर सब्सिडी जारी रहेगी। नवंबर में जो लोग पंजीकरण करेंगे, उनको अक्टूबर का बिल भरना पड़ेगा और नवंबर से सब्सिडी मिलेगी। इसी तरह दिसंबर में जो फार्म भरेंगे, उनको अक्टूबर और नवंबर में बिजली का बिल भरना पड़ेगा और दिसंबर से सब्सिडी मिलेगी। आप जिस महीने में आवेदन करेंगे, उस महीने से सब्सिडी मिलेगी। फार्म भरने से पहले के महीने का बिल देना होगा। जनता तक इस बात को पहुंचाने के लिए हम लोग एक व्यापक अभियान शुरू करेंगे, ताकि हर किसी को जानकारी मिल सके। कहीं ऐसा न हो कि जानकारी के अभाव में वो सब्सिडी लेने से वंचित रह जाए। साल में हर आदमी को एक बार फार्म भरकर बिजली पर सब्सिडी मांगनी पड़ेगी, ताकि जिनको सब्सिडी नहीं चाहिए होगी, उनको हर साल अपनी सब्सिडी छोडऩे का मौका मिलेगा। मैं उम्मीद करता हूं कि जो लोग बिजली का बिल दे सकते हैं, वो बिल देंगे और जिनको जरूरत नहीं है, वो अपनी सब्सिडी छोड़ देंगे।

जिला अस्पताल में इलाज के अभाव में एक बच्चे ने अपने पिता की गोद में तोड़ा दम

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पिथौरागढ़, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ का एक हृदय विदारक वीडियाे वायरल हो रहा है। यह वीडियो पूरे सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि एक बच्चे को लेकर उसका पिता जिला अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा है। लेकिन उपचार न मिल पाने के कारण गोद में ही बच्चे की मौत हो गई है। घटना का वीडियाेे इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के कारण चर्चा में रहने वाले उत्तराखंड का एक हृदयविदारक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियाे पिथौरागढ़ के जिला अस्पताल का है, जिसमें दिख रहा है कि एक बच्चे की मौत इलाज के अभाव में पिता की गोद में हो गई। वायरल वीडियो बीते शनिवार का पिथौरागढ़ के बीडी पांडे जिला अस्पताल का बताया जा रहा है। वीडियो बनाने वाला अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए सुनाई दे रहा है। जिसमें बताया जा रहा है कि पिता गंभीर रूप से बीमार बच्चे को लेकर पिता पहले इमरजेंसी वार्ड में गया।

 

लेकिन इमरजेंसी में देखने की बजाए उसे ओपीडी में भेज दिया गया है। इस दौरान बच्चे की मौत हो गई। वीडियो में अस्पताल परिसर में पिता कपड़े में लिपटे बेटे का शव गोद में लेकर बैठ कर रो रहा है। वीडियो में ही बाद में बच्चे को लेकर जाते हुए परिजन भी नजर आ रहे हैं।

वायरल वीडियो के संबंध में जब अस्पताल प्रशासन से बात की गई तो उनका कहना है कि बच्चे के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई। इमरजेंसी में चेकअप के बाद जांच की गई, बच्चा रक्त संबंधी बीमारी से ग्रसित था। बीमारी से ही बच्चे की मौत हुई है। अस्पताल की व्यवस्था पर उठाए जा रहे सवाल बेबुनियाद हैं।

वीडियो में अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों से पूछने पर उन्होंने बताया कि अस्पताल में एक बच्चे की मौत हुई थी। मृतक के स्वजन रो रहे थे। वहीं वीडियो में बताया जा रहा है कि लाइन में लगने के दौरान ही बच्चे की मौत हो गई। अस्पातल में इलाज के अभाव में बच्चे की मौत से पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था सवाल उठ रहा है।

मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ जेएस नबियाल का कहना है कि बच्चे के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई। इमरजेंसी में जांच कराई गई। रक्त संबंधी बीमारी से बच्चे की मौत हुई है। इधर इंटरने मीडिया पर वीडियो को लेकर जमकर कमेंट्स किए जा रहे हैं। चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं और अस्पताल में पहुंचने पर भी जान नहीं बचने को लेकर व्यवस्था को कोसा जा रहा है।

रखे ख्याल…! बच्चों में हैंड फुट माऊथ डिजीज : स्वास्थ्य विभाग ने रोकथाम को लेकर एडवाइजरी की जारी

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में हैंड फुट माऊथ डिजीज को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है। साथ ही शासन ने बच्चों को इन बातों का ध्यान रखने को कहा गया है। इस संबंध में सचिव (प्रभारी) डॉ० आर० राजेश कुमार ने आदेश जारी किया है।

स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों की हैंड, फुट, माऊथ डिजीज (एचएफएमडी) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही प्रदेश के सभी जिलों जिलाधिकारी व सीएमओ को इस बीमारी से बचाव के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।

उत्तराखण्ड राज्य में विभिन्न जनपदों में बच्चों में हैण्ड फुट माऊथ डिज़ीज (HFMD), Tomato Flu का प्रकोप बढ़ रहा है, और HEMD के प्रकोप को रोकने के लिये हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। HEMD के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिये निम्न जानकारी एवं निरोधात्मक गतिविधियों आवश्यक है :-इन बातों का रखें विशेष ध्यान :-

1. HFM संक्रमण ड्रॉप्लेट इन्फैक्शन यानि खांसने व छींकने से फैलता है व सक्रमित व्यक्ति के नजदीकी सम्पर्क में आने से, यूक अथवा लार के सम्पर्क से फैलता है।

2. HFMD के लक्षण है बुखार का आना, बदन दर्द, जी मचलाना, भूख न लगना, गले मे सुजन व दर्द, दस्त लगना, जोड़ों में सूजन आदि साथ ही 01 से 02 दिन के भीतर मसूड़ों, चेहरे, जीभ एवं हाथ व पंजों में चकत्ते जाना।

3. बचाव के तरीके- संकमित बच्चे अथवा व्यक्ति को बीमारी की अवधि के दौरान आईसोलेट करना ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके बच्चों को जागरूक किया जाये, चकत्तो को रगड़ा न जाये, मास्क का इस्तेमाल एवं छौंकते व खांसते समय सावधानी।

4. उपचार – HFMD आमतौर पर मामूली रोग के रूप में परिलक्षित होता है एवं सामान्य लक्षणों के साथ स्वतः ही ठीक होने वाला रोग है। थोड़ी सी सावधानी से रोग को पूरी तरह से नियंत्रण में किया जा सकता है।

लक्षण होने पर शरीर में समुचित हाईड्रेशन रखा जाये, प्रचुर मात्रा में पानी एवं तरल पदार्थों का सेवन किया जाये, संतुलित आहार लिया जाये हरी सब्जियों, फल, प्रोटीन डाईट एवं विटामिन का सेवन किया जाये, बुखार व दर्द के लिये पैरासिटामॉल का इस्तेमाल किया जाये।

सभी को निर्देशित किया जाता है, कि HFMD की स्थिति की कड़ी निगरानी करे। समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों मे सभी चिकित्सकों व सम्बन्धित स्वास्थ्य कर्मियों को HFMD के नियंत्रण एवं बचाव के पहलुओं पर जागरूक करे। आशा कार्यकत्रियों के माध्यम से जनसमुदाय में HFMD से बचाय पर जागरुकता करवाना सुनिश्चित करे।

 

 

जागड़ा मेले के सफल आयोजन में जुटी टीम को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने किया सम्मानित

 

“जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर में 30-31 अगस्त को आयोजित ‌ह‌ुआ था मेला”जौनसार बावर में खुलेगा संगीत केंद्र, जल्द होगी भूमि आवंटित: महाराज

देहरादून, पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि जौनसार-बावर संगीत की लोकप्रियता को देखते हुए वहां एक संगीत केंद्र खोला जाएगा। इसके लिए स्थानीय लोगों को जल्दी ही भूमि का आवंटन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पर्यटन व संस्कृति मंत्री ने जौनसार-बावर मेले और महासू देवता के मंदिर पर एक फिल्म बनाने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया।

कैबिनेट मंत्री महाराज ने बुधवार को जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल में जागड़ा मेले के सफल आयोजन के लिए आयोजकों, मंदिर समिति समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया। मेले का आयोजन गत 30 व 31 अगस्त को किया गया था।

यहां गढ़ी कैंट स्थित आईएचएम संस्थान के सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि जागड़ा मेले में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर समिति, जिला प्रशासन, पुलिस समेत स्वयंसेवकों ने बेहतर व्यवस्थाएं बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन प्रयासों के चलते श्रद्धालुओं को देवदर्शन करने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।

सतपाल महाराज ने कहा कि अच्छा काम करना अपने में एक सम्मान है। लेकिन इस तरह के सम्मान समारोह आयोजकों को प्रोत्साहित करने का काम करते हैं। उन्होंने आस्था चैनल का विशेष धन्यवाद करते हुए बताया कि चैनल व अन्य ऑनलाइन माध्यम से 170 देशों के करीब 05 करोड़ लोगों ने मेले के लाइव दर्शन किए। जबकि करीब 15 लाख लोगों ने मंदिर के संबंध में गूगल में सर्च किया।

मंत्री महाराज ने कहा कि जौनसार-बावर का संगीत बेहद लोकप्रिय है और यहां कलाकारों की संख्या भी अधिक है। इसलिए यहां संगीत केंद्र खोला जाना आवश्यक है। महासू देवता मंदिर, हनोल पर फिल्म बनाने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इससे श्रद्धालुओं व पर्यटकों को जौनसार-बावर की प्रमाणित जानकारी मिल सकेगी।
वहीं इस मौके पर लोक गायक करिश्मा शाह, स्वाति रोहिल्ला ने मनभावक गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर, मंदिर समिति के अध्यक्ष व उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल, विकासनगर, चकराता के तहसीलदार चमन सिंह, नायब तहसीलदार व मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जे.एस. नेगी आदि मौजूद रहे।

कैबिनेट मंत्री ने इन्हें किया सम्मानित :

 

समारोह में एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर, उपजिलाधिकारी व मंदिर समिति के अध्यक्ष सौरभ असवाल, विकासनगर व चकराता के क्षेत्राधिकारी संदीप नेगी, चकराता, कालसी व त्यूनी के तहसीलदार चमन सिंह, नायब तहसीलदार व मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जे.एस. नेगी, राजस्व उप निरीक्षक सुरेश चन्द जिनाटा, राजस्व उप निरीक्षक श्याम सिंह तोमर, राजस्व उप निरीक्षक अनिल सिंह चौहान, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्ता सुरेन्द्र सिंह नेगी, अपर सहायक अभियन्ता सम्पूर्णा नन्द सेमवाल, अपर सहायक अभियन्ता चन्दन सिंह पंवार, विद्युत विभाग के सहायक अभियन्ता अशोक कुमार, जूनियर इंजीनियर राज किशोर, पी.एम.जी.एस.वाई के जे.ई. उमेश शर्मा, त्यूनी के क्षेत्राधिकारी हरिश्चन्द्र चौहान, पी.आर.डी. हरेन्द्र रावत, त्यूनी के थाना प्रभारी आशीष रवियान, पंडित शिवराम महाविद्यालय त्यूनी की प्राचार्य डॉ. अंजना श्रीवास्तव, राकेश राणा, राजा थरोच, मंदिर समिति के संरक्षक दीवान सिंह राणा, जयपाल सिंह, पुजारी हरिश्चन्द्र नौटियाल, राजेन्द्र नौटियाल और शान्ति राम डोभाल को सम्मानित किया गया।

 

भिलंगना से भी था शंकराचार्य स्वरूपानंद जी का विशेष लगाव, उद्योग व्यापार मण्डल घनसाली ने दी श्रद्धांजलि

टिहरी (घनसाली), द्वारका पीठ और ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती 99 वर्ष की आयु में रविवार को ब्रह्मलीन हो गए | शंकराचार्य के निधन से उत्तराखंड देवभूमि के लोगों में भी शोक व्याप्त है, शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर व्यापार मण्डल घनसाली ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया, इस दौरान सनातन धर्म के ध्वज वाहक घनसाली के बुद्धिजीवियों ने शिक्षा जगत में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के योगदान को याद किया |

श्रद्धांजलि सभा में उद्योग व्यापार मण्डल अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र डंगवाल ने शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी को याद करते हुए कहा कि टिहरी जनपद के विकास खण्ड भिलंगना से स्वामी स्वरूपानंद जी का विशेष लगाव रहा है. कही बार वे जब घनसाली चमियाला आए और यहां संस्कृत भाषा का आभाव देखा तो चमियाला में 1982 में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी ने संस्कृत विद्यालय की स्थापना की, जो आज उच्च शिक्षा देने का काम कर रहा है |
डॉ. नरेन्द्र डंगवाल ने कहा, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती उच्च कोटि के विद्वान, वेद, उपनिषद, शास्त्रों के ज्ञाता थे. स्वामीजी ने संपूर्ण जीवन सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में लगाया. गरीबों, दलितों, जनजातियों की सेवा के लिए अनेक चिकित्सालय, संस्कृत पाठशाला सहित अनेक सामाजिक उपक्रम स्थापित किए. सनातन धर्म के ध्वज वाहक घनसाली के बुद्धिजीवियों व शिक्षा जगत और व्यापार मण्डल घनसाली ने स्व. स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज को दी श्रद्धांजलि दी और इस मौके पर उनके परम शिष्य श्रीराम सेमवाल जी को भी किया याद किया |

 

दून में पकड़ा गया अवैध शराब का बड़ा जखीरा, विदेशी ब्रांड की 12 पेटी भी हुई बरामददेहरादून में पकड़ा गया अवैध शराब का बड़ा जखीरा, विदेशी ब्रांड की 12 पेटी भी  हुई बरामद | Uttarakhand Report

देहरादून, जनपद में अवैध शराब का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है। बुधवार को एन्‍फोर्समेंट टीम ने माजरी माफी में एक घर से 162 पेटी अवैध शराब बरामद की है। आरोपित अंकित नेगी को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं एक डस्टर वाहन भी बरामद किया गया, जिसमें से 12 पेटी रॉयल स्टैग विदेशी शराब भी मिली है। 162 पेटी अवैध शराब अंकित नेगी के घर से बरामद की गई है।

‘चिलचिलाती धूप में बैठा रहा मासूम स्कूली बच्चा, एआरटीओ का नहीं पसीजा दिल’

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खास खबर : स्कूल बस पकड़ने पर हंगामा, छात्र नेता ने की एआरटीओ के खिलाफ नारेबाजी

सितारगंज। वाहनों की चेकिंग के दौरान एआरटीओ ने स्कूली बस को पकड़ लिया। इसमें सवार मासूम को करीब एक घंटे तक चिलचिलाती गर्मी में मंडी में रहना पड़ा। इसके बाद छात्र नेता ने आरटीओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू की तो बाद में बच्चे को घर भेजा गया। इस दौरान एआरटीओ ने करीब दस वाहन सीज किए।
बुधवार को एआरटीओ खनन वाहनों की चेकिंग के लिए निकले थे। इस दौरान उन्होंने तीन खनन वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की। इस बीच एआरटीओ ने दो स्कूली बसों को भी दस्तावेज की कमी के कारण पकड़ लिया। एक बस में स्कूल जाने वाला बच्चा और वार्डन सवार थी। एआरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने बसों को मंडी में खड़ा कर दिया। करीब एक घंटे तक बच्चा चिलचिलाती धूप में बस में बैठा रहा। इस बीच मामले की जानकारी छात्र नेता अजय कठायत की हुई। वह मंडी पहुंचे और एआरटीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। छात्र नेता के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने छात्र को घर पहुंचाने की व्यवस्था की। इसके बाद मामला शांत हुआ। छात्र नेताअजय कठायत का कहना है कि सितारगंज से किच्छा, पीलीभीत, हल्द्वानी समेत कई मार्गों पर डग्गामार बसें चल रही हैं। इन पर कोई कार्रवाई नही की जा रही है। जबकि स्कूली बसों को पकड़ लिया जा रहा है। इस वजह से बच्चों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा खनन वाहनों पर रोक नहीं लग रही है। एआरटीओ वीके सिंह ने बताया कि रोजाना अभियान चलाकर चेकिंग की जा रही है। स्कूल प्रबंधक को पहले भी चेतावनी दी गई थी। इसके बाद भी दस्तावेज पूरे नहीं कोई गए थे। इस कारण कार्रवाई की गई है।

ईट वाले वाहनों पर नहीं लगा अंकुश तो होगा आंदोलन :

चीनी मिल के पास के एक निजी स्कूल के प्रबंधक का कहना था कि पीलीभीत से रोजाना ईंट लदी ट्रैक्टर ट्राली आ रहीं हैं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कहा कि अगर इन वाहनों से कोई दुर्घटना होती है तो आंदोलन होगा।

गजराज हाईवे पर, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत समेत सभी लोग चट्टान पर चढ़े, बचायी जान

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कोटद्वार, पौड़ी से कोटद्वार की ओर आ रहे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के काफिले को कोटद्वार दुगड्डा हाईवे पर हाथी ने रोक दिया। हाथी के नजदीक आने पर पूर्व सीएम समेत सभी लोगों को अपना वाहन छोड़कर पहाड़ पर चढ़ना पड़ गया। उन्होंने चट्टान पर चढ़कर जान बचाई। करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद वन कर्मियों ने हवाई फायर कर किसी प्रकार हाथी को रास्ते से खदेड़ा। आज बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का काफिला पौड़ी से सतपुली होते हुए कोटद्वार आ रहा था। शाम के करीब पांच से छह बजे के बीच कोटद्वार-दुगड्डा के बीच टूट गदेरे के पास अचानक एक हाथी जंगल से निकलकर सड़क पर आ गया।
इसके कारण पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला करीब आधा घंटा रुका रहा। कुछ देर तक पूर्व सीएम अपने वाहन में ही बैठे रहे लेकिन कुछ देर बाद हाथी ने उनके वाहन की ओर आना शुरू कर दिया। हाथी को वाहन के पास आता देेख पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके साथी वाहन छोड़कर वहां से पहाड़ी की ओर निकल गये, इस दौरान बड़ी संख्या में वाहनों का जमघट लग गया। पूर्व सीएम के काफिले में शामिल उनके साथी पृथ्वीराज चौहान वाहन से निकलकर पहाड़ी पर चढ़ते हुए घायल हो गए। हाथी के हमलावर होने की आशंका में वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया,
वन कर्मियों ने आनन-फानन हवाई फायर और पटाखे छोड़कर किसी प्रकार हाथी को जंगल में खदेड़ा। पूर्व सीएम के हाईवे से गुजरने के बाद वन कर्मियों ने राहत की सांस ली। दुगड्डा के रेंज अधिकारी प्रदीप डोबरियाल ने बताया कोटद्वार-दुगड्डा के बीच का इलाका शिवालिक हाथी कोरिडोर क्षेत्र में पड़ता है और हाथी अक्सर हाईवे पर आ जाते हैं। बुधवार शाम बजे पूर्व सीएम के काफिले के सामने एक हाथी आ गया था। इसकी सूचना मिलते ही तत्काल वन कर्मियों को भेजा गया। हवाई फायर कर हाथी को जंगल में खदेड़ दिया गया है। इस दौरान करीब आधा घंटा तक हाईवे जाम रहा।