Wednesday, April 30, 2025
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दून शहर की बदहाल स्थिति : जर्जर सड़कों को लेकर आंदोलन करेंगे : सूर्यकांत धस्माना

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देहरादून, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने शहर में सड़कों की बदहाल स्थिति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि देहरादून में जर्जर सड़कों को लेकर आंदोलन करना होगा। श्री धस्माना ने रविवार को शहर की सड़कों का जायजा लिया। मेहूंवाला में तुंतोवाला मक्का मस्जिद चौक से भदरी चौक तक तीन किलोमीटर सड़क उखड़ी पड़ी थी। क्षेत्रवासियों ने बताया कि सड़क पर पिछले दस वर्षों से कोई काम ही नहीं हुआ। बार-बार कहने के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। धस्माना ने इसके बाद राजपुर रोड में जीआरडी स्कूल के पास सड़क किनारे खतरनाक रूप से टूटी फुटपाथ का निरीक्षण किया। उन्होंने महीनों से खुदे ओल्ड सर्वे रोड और सेवकाश्रम रोड की बदहाली का पैदल चल कर क्षेत्र के लोगों के साथ निरीक्षण किया। धस्माना ने लोगों से अपील की की वे अपने क्षेत्र की सड़कों की फोटो और वीडियो उनके मोबाइल नंबर पर भेजें। धस्माना ने कहा कि वे बहुत जल्दी जर्जर सड़कों पर जाकर फेसबुक लाइव प्रोग्राम करेंगे। विभागों और अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे।

इस दौरान अनुज दत्त शर्मा, मोहमद शाहिद, सुब्रत शर्मा, अनीस अंसारी, शिवानंद घिल्डियाल, पूर्वक्षेत्र पंचायत सदस्य मोहम्मद फारुख, सौरभ नौटियाल, अनिल कुमार, पूर्व पार्षद राजेश उनियाल, पार्षद प्रतिनिधि मुरसलीन अली, मोहम्मद उमर, आनंद सिंह पुंडीर, दिलशाद अली गुज्जर, मोहम्मद आशिक, वहदूद हसन, मेहंदी हसन आदि मौजूद रहे।

अंकिता हत्याकांड़ पर रोष : विधानसभा के बाहर होगा धरना प्रदर्शन

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देहरादून, कलक्ट्रेट स्थित शहीद स्मारक पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की बैठक हुई। अंकिता हत्याकांड पर रोष जताया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सोमवार को विभिन्न संगठन विधानसभा के समक्ष धरना देंगे। इसके बाद राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा।
बैठक उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी संगठन, राष्ट्रीय लोक आंदोलन न्यास, गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान और संयुक्त नागरिक संगठन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई। इसमें एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रेफॉर्म्स, उत्तराखंड इलेक्शन वॉच, अन्ना हजारे नीत राष्ट्रीय लोक आंदोलन न्यास, उत्तराखंड बेरोजगार संघ, समानता मंच, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा, उत्तराखंड रक्षा महिला मोर्चा, भू-कानून सुधार आंदोलन समिति संगठनों की भागीदारी रही।

भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्था पर आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता पूर्ण बैंकिंग कर्मचारी संगठन के नेता चंदन सिंह नेगी और संचालन वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी ने किया। भोपाल सिंह चौधरी, लक्ष्मीप्रसाद थपलियाल, बॉबी पंवार, मनोज बिजलवाण, आशा टमटा, आशा नौटियाल आदि उपस्थित थे।

मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश की चेतावनी, आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सभी जनपद के डीएम को पत्र लिखकर सतर्कता बरतने के दिए निर्देश

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देहरादून, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी के बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने चेतावनी जारी करते हुए इन जनपद के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर सतर्कता बरतने का अनुरोध किया है ।

मौसम विभाग ने एक बार फिर मौसम के बदलते करवट को देखते हुए 25 सितंबर को ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी बरसात तथा कहीं-कहीं मेघ गर्जन और आकाशी बिजली चमकने की संभावना जताई है तेज बौछार के साथ होने वाली है बरसात उत्तराखंड राज्य के देहरादून, टिहरी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग तथा उत्तरकाशी जनपदों में भारी से बहुत भारी बरसात होगी जहां भारी से बहुत भारी बरसात हो सकती है मौसम विभाग ने 26 सितंबर का मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि इस दिन राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में कहीं-कहीं मेघ गर्जन और भी आकाशी बिजली चमकने के साथ तेज बौछार होने की संभावना है मौसम विभाग ने 26 सितंबर को भारी से बहुत भारी बरसात तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना व्यक्त की है मौसम विभाग ने संवेदनशील इलाकों में मध्यम से हल्का भूस्खलन और चट्टान गिरने क संभावना जताई है जिसके चलते राजमार्ग में अवरोध उत्पन्न हो सकते हैं और नदी नालों में उफान की स्थिति तथा पहाड़ी क्षेत्र में कहीं-कहीं नदी नाले का जल स्तर बढ़ सकता है तथा बिजली गिरने से जानमाल की की भी आशंका मौसम विभाग ने जताई है।

सादा जीवन व उच्च विचार बेहतर : पद्रमश्री डा. किरण सेठ

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ॠषिकेश, कश्मीर से साईकिल यात्रा पर निकले पद्मश्री डॉ. किरण सेठ ने एम्स ऋषिकेश पहुंचकर मेडिकल के छात्रों से देश की संस्कृति बचाने व संस्कृति के संरक्षण के लिए आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए देश के युवाओं को आगे आना ही होगा। इसके लिए सादा जीवन अपनाते हुए हमें अपने स्वास्थ्य पर विशेष फोकस करने की आवश्यकता है।

स्पिक मैके संस्था के संस्थापक और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ. किरण सेठ इन दिनों साईकिल यात्रा पर हैं। विरासत और संस्कृति के बारे में जन जागरुकता फैलाने के लिए वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा कर रहे हैं। महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित होकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा पर निकले स्पिक मैके के फाउंडर एवं पद्मश्री 73 वर्षीय डॉ. किरण सेठ बीते शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश पहुंचे। एम्स पहुंचने पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह की अगुवाई में कई फेकल्टी सदस्यों, चिकित्सकों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने और स्वास्थ्य जैसे अहम विषय पर आम लोगों को जागरुक करने के लिए देशभर की साईकिल यात्रा पर निकले डॉ. सेठ का यह कदम बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण के साथ ही मानसिक विकास और एकाग्रता बढ़ाने के लिए साइकिलिंग के माध्यम से डॉ. सेठ द्वारा देशभर में दिया जा रहा यह संदेश निश्चिततौर से युवाओं को भी इन उद्देश्यों के लिए प्रेरित करेगा और वह गंभीरता से इन अहम मुद्दों को आगे बढ़ाएंगे।

इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. किरण सेठ ने मेडिकल के छात्रों से मुलाकात कर उनसे देश की विरासत व संस्कृति को बचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि साईकिल यात्रा का उद्देश्य भारत की समग्र सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के ’सादा जीवन व उच्च विचार’ के संदेश को पूरे देश में फैलाना है। उन्होंने जोर दिया कि इस प्रकार के आयोजन समाज में विभिन्न स्तर पर आयोजित होने चाहिए, जिससे सभी को अच्छी प्रेरणा मिल सके। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश इस बारे में बड़ी भूमिका निभा सकता है। डॉ. सेठ ने कहा कि जिंदगी जीने के लिए भौतिक सुख-सुविधाएं जरूरी नहीं हैं। सादा जीवन व उच्च विचार में ही जिंदगी के असल मायने छिपे हैं। उनका मानना है कि जिन्दगी का वास्तविक आनंद सादगी में ही है। महात्मा गांधी ने भी सादा जीवन, उच्च विचार का मूलमंत्र दिया था। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सोच से प्रेरित होकर ही उन्होंने इस यात्रा की शुरुआत राजघाट से की है।

उल्लेखनीय है कि डॉ. किरण सेठ (73 वर्ष) कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा पर 145 दिनों के मिशन पर हैं। सेठ की यात्रा 15 अगस्त को राजभवन, कश्मीर से शुरू हुई और 31 दिसंबर को कन्याकुमारी में समाप्त होगी। साईकिल यात्रा के दौरान वह अपनी आंतरिक यात्रा को युवाओं से साझा करने के लिए मार्ग पर पड़ने वाले देश के प्रमुख संस्थानों का दौरा भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने 23 सितंबर 2022 को एम्स ऋषिकेश का दौरा किया और युवा छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित किया तथा उन्हें अपने उद्देश्य के प्रति प्रेरित किया।

कार्यक्रम के दौरान संस्थान की डीन एकेडेमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, रेडिएशन ओंकोलोजी विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज गुप्ता, स्पिक मैके की समन्वयक और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन की विभागाध्यक्ष डॉ. गीता नेगी, डॉ. अनीसा आतिफ मिर्जा, डॉ. लतिका मोहन, डॉ. मनु मल्होत्रा, डॉ. कुमार सतीश रवि, डॉ. प्रसून्ना जेली, डॉ. राकेश कुमार आदि कई मौजूद रहे।

अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट : पहले बुरी तरह पीटा फिर दिया नहर में धक्का

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ऋषिकेश, एम्स में अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोटों के कई निशान पाए गए हैं। हालांकि प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल, की दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग |

शनिवार को एम्स के चार चिकित्सकों के पैनल ने अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया। प्राथमिक पीएम रिपोर्ट में चिकित्सकों के मुताबिक अंकिता के शरीर पर किसी ब्लंट ऑब्जेक्ट (बिना धार की वस्तु) से की गई चोट के निशान मिले हैं।

रिपोर्ट में पानी डूबने से खून में ऑक्सीजन का स्तर कम होने को अंकिता की मौत का कारण बताया गया है। वहीं, जब अंकिता के शव को नहर से निकाला गया तो उसकी एक आंख भी बाहर निकली हुई थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं है। अब अंतिम रिपोर्ट में ही दुष्कर्म होने या न होने की पुष्टि हो पाएगी। पुलिस भी पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
इस पूरे मामले में सबसे हैरानी की बात यह है कि एम्स प्रशासन का कहना है कि अंकिता के पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। वहीं, अंकिता हत्याकांड के विवेचना अधिकारी लक्ष्मणझूला थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत का कहना है कि उनको अब तक पोस्टमार्टम कि कोई प्राथमिक रिपोर्ट नहीं मिली है।

उधर, एएसपी पौड़ी शेखर सुयाल ने कहा कि वह अंकिता के शव को लेकर जा रही एंबुलेंस के साथ श्रीनगर के लिए निकले थे। ऐसे में उनके पास रिपोर्ट से संबंधित जानकारी नहीं है। जबकि एसएसपी पौड़ी गढ़वाल यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि विवेचना अधिकारी को पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट मिली होगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अब तक उनके पास नहीं पहुंची है।
एम्स के पीआरओ हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को सौंप दी गई है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट सोमवार को पुलिस को सौंप दी जाएगी। वहीं, लक्ष्मणझूला थाना वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत अंकिता की हत्या के मामले की जांच कर रहे हैं। लेकिन एम्स की रिपोर्ट में चीला चौकी प्रभारी श्रद्धानंद सेमवाल को विवेचना अधिकारी बताया गया है |

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं परिजन, फाइनल रिपोर्ट दर्ज, नहीं होने देंगे अंतिम संस्कार, शव वापस मोर्चरी भेजा

ॠषिकेश, 19 वर्षीय अंकिता की हत्या के बाद कर पुलिस ने उसका शव बरामद किया था और पोस्टमार्टम के बाद आज अंतिम संस्कार होना निश्चित किया गया था। वही परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए आज अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया इसके बाद अलकनंदा नदी घाट पर की गई सारी सुरक्षा व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई। परिजनों के विरोध को देखते हुए शव को वापस मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी में रखवा दिया गया है।

परिजनों का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है और जो कारण मृत्यु के बताए गए हैं वह सवाल पैदा करते हैं। मृतका के भाई का कहना है कि जब तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आएगी वह अपनी बहन का अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे। प्रशासन द्वारा काफी बनाने के बावजूद भी परिजन आज अंतिम संस्कार को तैयार नहीं हुए। परिजनों का यह भी कहना है कि रिसोर्ट पर कार्रवाई करने का फैसला बहुत जल्दबाजी में लिया गया जिसे रोका जा सकता था तब तक जब तक पूरे साक्ष्य पुलिस के पास नहीं पहुंच जाते।

इससे पूर्व पौड़ी पुलिस ने दावा किया था कि रिजॉर्ट में बुलडोजर चलाने से पूर्व ही सभी इलेक्ट्रॉनिक एवं फॉरेंसिक साक्षी विवेचना टीम द्वारा एकत्रित कर दिए गए थे एवं इस कार्रवाई में कोई सबूत नष्ट नहीं हुआ है।

जुलाई में ईपीएफओ में 10 लाख से अधिक कर्मचारी शामिल

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नयी दिल्ली ,  मौजूदा वर्ष के जुलाई में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में 10 लाख से अधिक, कर्मचारी राज्य बीमा निगम में 15 लाख से अधिक और राष्ट्रीय पेंशन योजना में 66 हजार से अधिक कर्मचारी शामिल हुये हैं।
केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के शुक्रवार को यहां जारी रोजगार आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी। आंकड़ों में कहा गया है कि जुलाई 2022 में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ में कुल 10 लाख 58 हजार 397 कर्मचारी जोड़े गये हैं। इनमें सात लाख 66 हजार 839 पुरुष और दो लाख 31 हजार 524 महिला कर्मचारी शामिल हैं। एक कर्मचारी अन्य श्रेणी में और 27 के संबंध में जानकारी उपलब्ध नहीं है। सितंबर 2017 से जुलाई 2022 तक ईपीएफओ में कुल पांच करोड़ 70 लाख 69 हजार 396 कर्मचारी शामिल हो चुके हैं।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम ईएसआईसी में इसी माह में कुल 15 लाख 72 हजार 441 कर्मचारी शामिल हुए हैं। इनमें 12 लाख 67 हजार 650 पुरुष और तीन लाख चार हजार 738 महिला कर्मचारी हैं। शेष 53 कर्मचारी अन्य श्रेणी में हैं। सितंबर 2017 से जुलाई 2022 की अवधि में ईएसआईसी में सात करोड़ आठ लाख दो हजार 535 कर्मचारी जोड़े गये हैं।
आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय पेंशन योजना में जुलाई 2022 में कुल 66 हजार 44 कर्मचारी शामिल हुए हैं। इनमें केंद्र सरकार में 9785 कर्मचारी, राज्य सरकारों में 28 हजार 660 और गैर सरकारी क्षेत्र में 27 हजार 569 कर्मचारी हैं। सितंबर 2017 से जुलाई 2022 की अवधि में राष्ट्रीय पेंशन योजना 37 लाख 19 हजार 558 कर्मचारी जोड़े गये हैं।

जिंदा मानकर लाश के साथ डेढ़ साल से सो रहा था परिवार, इस तरह हुआ खुलासा

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नई दिल्ली ,। उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इनकम टैक्स अधिकारी के शव को परिवार ने डेढ़ साल तक न सिर्फ घर में रखा, बल्कि पूरा परिवार उसके साथ सो भी रहा था। परिवार ने लोगों को बताया था कि आयकर अधिकारी कोमा में है, हालांकि, सच्चाई यह है कि अस्पताल ने डेढ़ साल पहले ही उनका डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया था। जैसे ही ये खबर इलाके में फैली तो हडक़ंप मच गया।
दरअसल, रावतपुर क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ले से स्वास्थ्य विभाग ने विमलेश नाम के व्यक्ति का शव बरामद किया है। जिस व्यक्ति का शव बरामद हुआ है, वह काफी समय से इलाके में दिखाई नहीं दे रहा था, स्थानीय लोग जब विमलेश के बारे में पूछते, तो उसके परिजन उसे कोमा में होने की बात कहकर टाल देते थे। इस बात की सूचना किसी स्थानीय व्यक्ति ने स्वास्थ्य विभाग को दी, तो विभाग हरकत में आया।
मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और विमलेश के शव को कब्जे में ले लिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि विमलेश पिछले डेढ़ साल से दिखाई नहीं दे रहा था। फिलहाल शव की एलएलआर अस्पताल में जांच की जा रही है। वहीं, दिनेश का कहना है कि उसका भाई विमलेश काफी समय से कोमा में है, इसलिए उसको घर में रखा है। इस पूरी गतिविधि को लेकर शहर में तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं। जिसे इस घटना की जानकारी मिल रही है, वह आश्चर्यचकित है।
लोगों का कहना है कि आखिर डेढ़ साल तक कोई कैसे किसी के शव को अपने घर में रख सकता है। एसएचओ रावतपुर संजय शुक्ला ने बताया कि उन्हें सुबह सीएमओ से सूचना मिली कि क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ला में एक 38 वर्षीय व्यक्ति का शव पिछले कई दिनों से उनके घर पर रखा है। किसी तरह की अनहोनी न हो, इसके लिए सीएमओ ने सुरक्षा मांगी। सुरक्षा के नाते जब एसएचओ मौके पर पहुंचे, तो वह भी सकते में आ गए। आनन-फानन ही शव वाहन से बाडी को एलएलआर अस्पताल भिजवाया गया है। एसएचओ संजय शुक्ला ने बताया कि विमलेश नाम के व्यक्ति की शव घर में रखा हुआ था।
आयकर विभाग से सीएमओ के पास आया पत्र, तो खुली पोल
रावतपुर थाना क्षेत्र के इनकम टैक्स चौराहा के समीप रहने वाले आयकर कर्मचारी विमलेश गौतम की 22 अप्रैल 2021 को मौत हो गई थी। विमलेश गौतम अहमदाबाद स्थित आयकर विभाग में कार्यरत था। विमलेश की मौत होने के बावजूद घरवालों का कहना है कि उसकी सांसें चल रही थीं। इसलिए विमलेश का अंतिम संस्कार नहीं किया गया और उसकी बाडी को घर पर रखा गया था। विमलेश की शादी मिताली दीक्षित से हुई थी, मिताली को-ऑपरेटिव बैंक में मैनेजर हैं। जब आयकर विभाग ने पेंशन के मामले में सीएमओ से विमलेश के मृत्यु प्रमाण पत्र व अन्य जानकारी मांगी, तो यह हकीकत सभी के सामने आ गई। फिलहाल इस मामले पर विमलेश के स्वजन कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। वहीं, शहर के एलएलआर अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में विमलेश का शव रखा गया है। डाक्टरों का कहना है कि शव बुरी तरह सड़ चुका है, मांस हड्डियों में ही सूख गया है। सीएमओ आलोक रंजन ने कहा कि फिलहाल किसी तरह की जानकारी नहीं दी जा सकती है। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं, जिला अस्पताल के एसीएमओ डॉ. ओपी गौतम ने बताया कि विमलेश की मौत डेढ़ साल पहले हो चुकी थी। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।
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अंकिता हत्याकांड को लेकर यूकेडी के नेतृत्व में निकला मशाल जुलूस

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देहरादून, उत्तराखंड क्रांति दल के आह्वान पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने देहरादून में गांधी पार्क से लेकर घंटाघर तक मशाल जुलूस निकाला और अंकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।

उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि हत्यारोपियों को तत्काल फांसी की सजा दी जानी चाहिए और उनके अय्याशी के अड्डे बने रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए।

स्थानीय पटवारी पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि संबंधित पटवारी को तत्काल बर्खास्त करके गिरफ्तार किया जाना चाहिए क्योंकि मामले को लटकाने में उसकी मुख्य भूमिका रही है।

विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता हाथों में मशाल और मोमबत्तियां पकड़कर तथा प्ले कार्ड्स पकड़कर जमकर नारेबाजी कर रहे थे और अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रहे थे।

जुलूस में उत्तराखंड क्रांति दल के शिव प्रसाद सेमवाल, उत्तरा बहुगुणा, सुलोचना ईष्टवाल, मधु सेमवाल, विशन सिंह कंडारी, अनुपम खत्री, सुमन बडोनी, राजेन्द्र बिष्ट, के साथ उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के दीपू सकलानी, सुरेंद्र कुकरेती,समाजसेवी रश्मि, उत्तराखंड विचार मंच के संजय बहुगुणा विपुल धस्माना समीर मुंडेपी, सहित संयुक्त मोर्चा के एसपी थपलियाल सुरेंद्र सिंह पंक्ति सहित सैकड़ों स्थानीय नागरिक शामिल थे।

अंकिता हत्याकांड को फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाया जाय : जयेन्द्र रमोला

ॠषिकेश, झण्डाचौक स्थित कार्यालय में कांग्रेस जनों की आयोजित बैठक में गंगा भोगपुर के रिसार्ट में कार्यरत अंकिता भण्डारी की हत्या पर शोक व्यक्त किया व उक्त प्रकरण पर दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के लिये मुख्यमंत्रीसे माँग की ।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि अंकिता की हत्या की घटना से देवभूमि शर्मसार हो गई है उन्नीस तारीख़ से लापता अंकिता को राजस्व पुलिस व प्रशासन की लापरवाही के कारण मौत का मुँह देखना पड़ा और प्रशासन ने कहीं ना कहीं सत्ता पक्ष के दवाब में आकर मामले को निपटाने की कोशिश की गई परन्तु मीडिया के जागरूकता से यह मामला खुला व भाजपा के पूर्व में राज्यमंत्री के पुत्र व होटल स्वामी पुलकित को गिरफ़्तार किया गया परन्तु अभी भी हमें अंदेशा है कि कहीं सत्ताधारी नेता पुत्र होने के कारण इस मामले में लीपापोती हो सकती है इसलिये इस मामले की फ़ास्ट ट्रेक अदालत में सुनवाई हो और हत्यारे के पिता पर भी सरकार निगरानी रखें ताकि ने सत्ता का इस्तेमाल करके कहीं इस मामले को दबाने की कोशिश ना कर पाये ।
बैठक में वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि पुलिस को त्वरित कार्यवाही कर इसमें शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ़्तारी कर सलाख़ों के पीछे भेजने का काम करें ।
बैठक में पार्षद राकेश सिंह, पार्षद भगवान सिंह, जितेंद्र पाल पाठी, गौरव राणा, दिग्विजय कैन्तुरा, संजय नेगी, राजेंद्र कोठारी, शेर सिंह, गौरव कुमार, सन्नी प्रजापति आदि मौजूद थे ।

होमगार्ड ईश्वरी का भावुकता प्रेम, चलने में असमर्थ श्रद्धालु को पीठ में बैठाकर कराये बदरीनाथ के दर्शन

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चमोली, श्री बद्रीनाथ धाम में तैनात होमगार्ड ईश्वरी, जनपद चमोली के द्वारा कानपुर, उत्तरप्रदेश से श्री बद्रीनाथ धाम जी के दर्शन हेतु आये श्री पप्पू , जो की दोनों पैरों से चलने में असमर्थ थे और हाथों के सहारे चलकर दर्शन के लिए जा रहे थे, को श्री बद्रीनाथ धाम में ड्यूटी पर नियुक्त होमगार्ड ईश्वरी ने जब देखा तो उक्त होमगार्ड के द्वारा उन्हें अपनी पीठ पर उठाकर बद्रीनाथ धाम के दर्शन कराये। दर्शन के पश्चात श्री पप्पू ने भावुक होकर दोनों हाथ जोड़कर होमगार्ड ईश्वरी जनपद चमोली का धन्यवाद किया। होमगार्ड ईश्वरी की कर्मठता एंव निस्वार्थ व्यवहार के लिये कमाण्डेन्ट जनरल, होमगार्ड्स श्री केवल खुराना (आई.पी.एस.) द्वारा होमगार्ड ईश्वरी जनपद चमोली को कमाण्डेन्ट जनरल, होमगार्ड्स डिस्क (CG HG DISC) एवं प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किये जाने हेतु घोषणा की गयी है। उक्त डिस्क एवं प्रशंसा प्रमाण पत्र होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस 06 दिसम्बर 2022 को प्रदान किया जायेगा।
होमगार्ड ईश्वरी जनपद चमोली के द्वारा किया गया उक्त कर्मठता एंव निस्वार्थ व्यवहार का कार्य सभी होमगार्ड्स के लिए प्रेरणादायक एंव होमगार्ड्स विभाग के लिए गौरान्वित कार्य है।
चारधाम के दर्शन हेतु आने वाले बुजुर्गो, अपंग एंव असहाय लोगो की मदद करने के लिए होमगार्ड्स को प्रोत्साहित किया जा रहा हैं |

अंकित आर्य को पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटाया, पिता भी भाजपा से निष्कासित

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देहरादून, अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा कदम उठाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए धामी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य की पिछड़ा वर्ग आयोग से छुट्टी कर दी गई है। अंकित आर्य पिछड़ा वर्ग आयोग का नामित उपाध्यक्ष था। वहीं आरोपी के पिता व वरिष्ठ भाजपा नेता विनोद आर्य को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग में नामित उपाध्यक्ष अंकित आर्य पुत्र विनोद आर्य निवासी स्वदेशी भवन, आर्य नगर, हरिद्वार को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम, 2003 (अधिनियम संख्या 7 वर्ष 2003) की धारा 5 की उपधारा 3 (च) के तहत तत्काल प्रभाव से उक्त पद से पदमुक्त किया गया है।

प्रमुख सचिव एल फैनई द्वारा इसका आदेश जारी कर दिया गया है। तदक्रम में अंकित आर्य को अनुमन्य सुविधाऐं भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।

इसके साथ ही हत्यारोपी पुलकित आर्य के पिता डॉ. विनोद आर्य और अंकित आर्य को भाजपा से निष्काषित करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।