Tuesday, April 29, 2025
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अंकिता हत्याकांड : जांच में जुटी एसआइटी की पांच टीमें, अंकिता के वाट्सएप चैट में किस वीआईपी का जिक्र अभी नहीं लग पाया पता

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देहरादून, अंकिता हत्याकांड में अब रोज नयी नयी कड़ियां जुड़ रही है, इसी बीच इस बीच अंकिता के वाटस एप चैट को देखे तो इसमें जिस वीआईपी का जिक्र किया जा रहा है वह अभी रहस्य बना हुआ है, आखिर कौन है वह वीआईपी, राजनैतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही है, दूसरी तरफ सरकार ने अंकिता हत्याकांड़ केस को गति देने के लिए एसआइटी ने पांच टीमें गठित की हैं। टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है।

इनमें से तीन टीमें आरोपितों से अलग-अलग जगहों पर बयान दर्ज करेगी, वहीं दो टीमें गवाहों के बयान दर्ज करेगी। इलेक्ट्रानिक साक्ष्य व वाट्सएप चैट की जांच के लिए एसटीएफ की मदद ली जा रही है।

अंकिता की हत्या के 13 दिन बाद भी पुलिस उस वीआइपी का पता नहीं लगा पाई है, जिसका जिक्र अंकिता ने वाट्सएप चैट में किया था, ऐसे में पूछताछ में उस वीआइपी का पता चलने की संभावना है। हालांकि, सूत्रों की माने तो इसमें एक बड़े नेता के बेटे का हाथ सामने आ रहा है, जो कि घटना वाले दिन रिसार्ट में मौजूद था,
वहीं, कोटद्वार न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) भावना पांडे की अदालत ने तीनों आरोपितों की शुक्रवार से रविवार तक तीन दिन की पुलिस रिमांड को मंजूरी दी है। एसआइटी टीम शाम को जिला कारगार पौड़ी पहुंची और आरोपितों को रिमांड पर लिया।
दूसरी ओर पुलिस को ऋषिकेश की चीला नहर से एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। अभी यह पता नहीं लग पाया है कि मोबाइल किसका है। मोबाइल फारेंसिक टीम को दिया गया है, जांच के बाद पता चल सकेगा कि मोबाइल पुलकित, अंकिता या किसी और का है।

अंकिता के दोस्त पुष्प के बयान दूसरे दिन भी एसआइटी ने दर्ज किए। जम्मू से ऋषिकेश पहुंचे पुष्प को आरोपितों के सामने बैठाकर भी पुलिस पूछताछ कर सकती है।
अंकिता की हत्या के आरोपित रिसार्ट स्वामी पुलकित आर्या, प्रबंधक सौरभ भाष्कर व सहायक प्रबंधक अंकित (पुलकित) गुप्ता का रिमांड शुक्रवार सुबह से शुरू हो गया था, लेकिन एसआइटी को अंदेशा था कि आरोपितों को दिन में जेल से बाहर लाने में खतरा हो सकता है।

ऐसे में टीम शाम करीब छह बजे जेल के अंदर पहुंची और आरोपितों को बाहर लेकर आई। एसआइटी ने आरोपितों से पूछताछ के लिए सवालों की सूची तैयार की है।अंकिता हत्याकांड : एक और नया खुलासा ! रिसॉर्ट में थी विशेष जेल,राजस्व पुलिस  जाग जाती तो शायद......। आखिर क्या और क्यों ? Tap कर जाने - News1hindustan

अंकिता हत्याकांड में नया मोड़, काम कर चुके कर्मचारी दंपती ने खोले रिजॉर्ट के कई राज

देहरादून, पहाड़ की जनता अंकिता हत्याकांड को लेकर आंदोलित है, और इस घटना से सरकार की भी किरकिरी हो रही है, इधर धामी सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने बीते मंगलवार को फिर से रिजॉर्ट में जाकर पड़ताल की। यहां से वारदात में इस्तेमाल किया गया स्कूटर और मोटरसाइकिल को भी कब्जे में लिया गया। एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगशन इस दौरान रिजॉर्ट में पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी वहां से कुछ नमूनों को इकट्ठा किया। इसके अलावा एसआईटी ने रिजॉर्ट से काम छोड़कर जा चुके कर्मचारियों और अंकिता के दोस्त पुष्प को भी बयानों के लिए बुलाया है। इनमें पांच महिलाएं बताई जा रही हैं। वहीं, दूसरी ओर, पुलकित के रिजॉर्ट में क्या-क्या होता था, वह सब एक-एक कर सामने आ रहा है। अब यहां काम कर चुके कर्मचारी दंपती ने भी इस रिजॉर्ट के कई राज खोले हैं। बताया है कि उन्होंने काम इसीलिए छोड़ा था कि रिजॉर्ट में बहुत गंदे काम होते थे। रिजॉर्ट में जिस्मफरोशी से लेकर चरस, गांजे और शराब की पार्टियां होती थीं। हर तरह का नशा वहां पर मिलता था।
बड़े-बड़े शहरों के लोग यहां आकर पार्टियां करते थे, जिन्हें शराब के साथ-साथ शबाब भी परोसा जाता था। एसआईटी प्रभारी का कहना है कि मेरठ में रहने वाले इस दंपती के भी बयान दर्ज किए जाएंगे।
हत्याकांड के खुलासे के चार दिन बाद रिजॉर्ट में काम करने वाले मेरठ निवासी विवेक भारद्वाज और उनकी पत्नी इशिता भी मीडिया के सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि वह करीब छह महीने पहले इस रिजॉर्ट में नौकरी करने गए थे। इशिता को वहां पर फ्रंट ऑफिस में मैनेजर का पद दिया गया था।
जबकि, विवेक भारद्वाज को रूम सर्विस मैनेजर बनाया गया था। पति-पत्नी ने बताया कि वहां पर हो रहे कामों से वह बहुत परेशान हो गए थे। आए दिन नशे की पार्टियां होती थीं। लड़कियां लाई जाती थीं। इनकी कोई एंट्री ऑफिस में नहीं की जाती थी।
बाहर से आने वाले लोग वहां पर अजीब तरह की मांग करते थे। यह पूरा माहौल देखकर उन्होंने नौकरी छोड़ने का मन बना लिया। पूरा एक महीना काम करने के बाद वह वापस अपने घर चले गए। इसके बाद पुलकित, अंकित और सौरभ तीनों का बारी-बारी से उन्हें बुलाने के लिए फोन आया।
कहने लगे कि सब काम बंद कर दिया जाएगा। नौकरी पर वापस आ जाओ। उनकी बातों पर विश्वास कर वह फिर से वापस आ गए। लेकिन, यह सब काम बदस्तूर चलता रहा। दंपती का कहना है कि उन्होंने विरोध किया और अपनी सैलरी मांगी। मगर, तीनों ने उन पर रिजॉर्ट से स्पीकर चोरी का इल्जाम लगा दिया।दंपती का आरोप है कि उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत की। पुलिस ने कहा कि राजस्व क्षेत्र है। राजस्व क्षेत्र के पटवारी को फोन किया तो वह उन्हें ही धमकाने लगा। आरोप है कि एक दिन पटवारी रिजॉर्ट में आया और दोनों पर ही आरोप लगाने लगा। इसके बाद एक दिन दंपती मौका पाकर वहां से निकल आए |
एसआईटी प्रभारी डीआईजी पी रेणुका देवी ने बताया कि सारे साक्ष्य एक-एक कर इकट्ठा किए जा रहे हैं। कुछ कर्मचारियों के बारे में भी पता चला है, जिन्होंने रिजॉर्ट के बारे में तमाम बातें बताई हैं। मेरठ निवासी इस दपंती के बयान भी जल्द दर्ज किए जाएंगे।

पूर्व में रिजाॕर्ट मे काम कर चुकी इशिता का कहना है कि पुलकित वहां पर आने वाली हर लड़की पर बुरी नजर रखता था। उसने कभी उससे कोई गंदा काम करने के लिए कहा तो नहीं, लेकिन शायद उसके मन में यह बात जरूर थी। एक दिन उसने कर्मचारी को कहा कि इशिता को बुलाकर लाओ।
लेकिन, उसका पति नहीं होना चाहिए। इस पर कर्मचारी ने ही खुद कह दिया कि इशिता की ड्यूटी का समय खत्म हो गया है। इशिता का तो यहां तक कहना है कि अंकित गुप्ता वहां पर अकसर लड़कियां लाता था। वह इशिता पर भी बुरी नजर रखता था।
इशिता और विवेक भारद्वाज बताते हैं कि पुलकित और उसके दोस्तों की अलग ही दुनिया थी। रिजॉर्ट पर जैसे वह तानाशाह की तरह काम करते थे। यहां आने वाले मेहमानों के सामान गायब होते थे तो कर्मचारियों पर इल्जाम लगाया जाता था। इसके बाद कर्मचारियों को सजा दी जाती थी।

केदारनाथ क्षेत्र में ढहा ग्लेशियर, मंदिर पूरी तरह से सुरक्षित, कोई हताहत नहीं

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रूद्रप्रयाग, केदारनाथ के पास आज सुबह बर्फ का बड़ा ग्लेशियर ढह गया। हालांकि केदारनाथ मंदिर इससे अछूता व पूरी तरह से सुरक्षित है। घटना में किसी के भी हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है।

श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि हिमालय क्षेत्र में आज सुबह हिमस्खलन हुआ, लेकिन केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

केदारनाथ मंदिर के पास बर्फ का ग्लेशियर ढहने का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में गलेश्यिर को बर्फ के गुबार के साथ गिरते देखा जा सकता है।

ध्वनि प्रदूषण करने वालों वाहनों की अब खैर नहीं, LG के आदेश पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस चलाएगी अभियान

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दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के निर्देश पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ध्वनि प्रदूषण कम करने की दिशा में सख्त कदम उठाने जा रही है. ट्रैफिक पुलिस ने अब ध्वनि प्रदूषण करने वाले वाहनों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है. लोगों में वाहनों में मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न लगाने का चलन बढ़ता जा रहा है, लेकिन अब ऐसे वाहन मालिकों की खैर नहीं. मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न वाले वाहनों पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी.

मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न वाहन मालिकों की खैर नहीं

ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि दिल्ली में सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न वाले वाहनों से हो रहा है. पुलिस अधिकारी के अनुसार कई स्थानों पर सड़कों पर यह ध्वनि प्रदूषण काफी ज्यादा होता है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा संचालित रियल टाइम मॉनिटरिंग निगरानी स्टेशनों के आंकड़ों को देकें तो राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में ध्वनि प्रदूषण का स्तर तय मानकों से घटता-बढ़ता रहता है, लेकिन करोल बाग, शाहदरा, लाजपत नगर, द्वारका सहित कई अन्य स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण एक गंभीर समस्या है. सुबह से लेकर रात तक इन स्थानों पर वाहनों का शोर रहता है.

क्या हैं ध्वनि प्रदूषण को लेकर मानक

बता दें कि आवासीय क्षेत्र में दिन में ध्वनि प्रदूषण 55 डेसीबल और रात में 44 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिये. लेकिन कई स्थानों पर यह रात में 68 डेसीबल तक दर्ज हो रहा है. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक वाहन चालकों द्वारा नियमों का उल्लंघन करने के कारण ध्वनि प्रदूषण ज्यादा बढ़ रहा है. दो पहिया वाहन चालक नियमों का ज्यादा उल्लंघन करते हैं. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न ध्वनि प्रदूषण की मुख्य वजह बन रहे हैं.

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में उत्तराखण्ड को मिला Most Film Friendly State (Special Mention) पुरस्कार

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उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माता-निर्देशकों को राज्य सरकार से मिला प्रोत्साहन : बंशीधर तिवारी

नई दिल्ली, विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू द्वारा उत्तराखण्ड को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य सरकार की ओर से यह पुरस्कार महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी द्वारा प्राप्त किया गया है।

महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। महानिदेशक, सूचना ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। राज्य सरकार में फिल्म निर्माता-निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जिसका परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री धामी द्वारा प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है |

फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक और व्यावहारिक बनाया जा रहा है। इससे राज्य में फिल्म निर्माण क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहित किया जा सकेगा। राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आ सकेंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति को आकर्षक बनाया गया है, जिसमें सिंगल विंडो शूटिंग अनुमति प्रदान किया जाना। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है। क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है।
महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार के लिए उत्तराखण्ड राज्य का चयन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अल्प कार्यकाल में देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखण्ड राज्य का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। उन्होंने कहा की आगे भी सुविधा और सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक फ़िल्मों की शूटिंग उत्तराखंड में हो सके और उत्तराखंड विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति और बेहतर तरीक़े से दर्ज करा सके।

उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) का पुरस्कार प्रदान किया गया है। भारत सरकार द्वारा यह पुरस्कार फिल्म उद्योग को आगे बढ़ाने, जिसमें राज्य में फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल वातवारण तैयार करना शामिल है। इसके साथ ही फिल्म और कला क्षेत्र को प्रोत्साहन देना एवं बंद पड़े सिनेमा हॉल को फिर से खोलने के लिए प्रोत्साहित करना है। उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार राज्य में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।राज्य में उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा फिल्म निर्माताआें की सुविधाओं के दृष्टिगत आकर्षक फिल्म नीति लागू की गई है।
विगत एक वर्ष में राज्य में 150 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें द कश्मीर फ़ाइल, मीटर चालू, बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, परमाणु, रागदेश, तड़प, वार, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम Man vs Wild आदि कई बड़े नाम भी शामिल है। वर्ष 2017 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Special Mention Certificate for Film Friendly Environment पुरस्कार प्रदान किया गया था,
वर्ष 2017 में पर्यटन पुरस्कार के अर्न्तगत उत्तराखण्ड राज्य को “राष्ट्रीय फिल्म संवर्धन हितैषी राज्य” का पुरस्कार प्रदान किया गया है। वर्ष-2018 के तहत सर्वश्रेष्ठ फिल्म प्रमोशन फ्रेण्डली स्टेट पुरस्कार-2018, वर्ष-2019 में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार-2019 मिला है। इन पुरस्कारों हेतु राष्ट्रीय स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा निर्धारित मानकों का परीक्षण कर यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पुरस्कार हेतु निर्धारितों मानकों के अनुसार विवरण भारत सरकार को प्रेषित की किया जाता है, जिसमें Ease of filming, Infrastructure, सब्सिडी, Database, Marketing and Promotion एवं विगत वर्षो में राज्य में शूटिंग की गई फिल्मों की संख्या का विवरण प्रदान करना होता है।

 

“यह समस्त देवभूमिवासियों के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है। सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई। राज्य सरकार फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है।फिल्म शूटिंग संबंधित अनुमति प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है।फिल्म नीति को और बेहतर बनाया जाएगा। ”

डीएम का शराब की अवैध बिक्री पर चला चाबुक, करनपुर के युवक पुलिस के चढ़े हत्थे

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देहरादून, शुक्रवार से त्यौहारी सीज शुरू होते ही देहरादून जनपद में शराब विक्रेता अपनी मनमानी पर उतारू हो गए। वही मिल रही शराब की ओवर रेंटिग की शिकायतो का संज्ञान लेते हुए आज देहरादून जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका द्वारा जनपद में शराब की ओवर रेटिंग एवं निर्धारित समय के उपरान्त खुली दुकानों पर कार्यवाही करने तथा शराब की अवैध बिक्री की शिकायतों/सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश आबकारी विभाग को दिए गए हैं।

इस दौरान जनपद देहरादून जिला आबाकरी अधिकारी ने अवगत कराया कि उप निरीक्षक, थाना डालनवाला देहरादून द्वारा अपने पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि 19 को रात्रि में करीब 2.00 pm बजे गश्त करते हुए रोजगार तिराहे पर स्थित देशी मदिरा दुकान के बाहर कुछ व्यक्ति खेडे हुए जिनसे रात्रि में वहां खड़े होने का कारण पूछते हुए नाम पता पूछा तो व्यक्ति ने अपना नाम (1) निशांत पुत्र स्व0 प्रमोद तिवारी, दीपनगर, देहरादून (2) गोलू पुत्र भुवन चन्द जोशी निवासी करनपुर, डालनवाला देहरादून (3) अमित थापा पुत्र शेर बहादुर निवासी डोईवाला रेशममाजरी देहरादून ने बताया कि वे बीयर लेने आए हैं।

वही जिसमें दुकान का शटर ऊपर उठवाया गया तो अंदर दो सेल्समैन मौजूद मिले जो पुलिसकर्मियों को देखकर ऊपर की ओर भागने लगे जिन्हें मौके पर पकड़ा गया व इतनी रात्रि में दुकान के अंदर मौजूदगी का कारण पूछा तो कहने लगे वे रात्रि में ओवररेट पर शराब बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाते हैं।

वही इस दौरान जनपद देहरादून जिला आबकारी अधिकारी ने मदिरा दुकान को आबकारी नीति/नियमों के विपरीत जानबूझकर देर रात्रि को ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए खुलवाया गया तथा दुकान में लगे सी०सी०टी०वी० की फुटेज जो पुलिस विभाग द्वारा साथ में प्रेषित की गयी है जिसमें आबकारी नीति विषयक नियमावली 2021 में दिये गये प्राविधानों का उल्लंघन किया जाना प्रतीत हो रहा है। इस दौरान जनपद देहरादून जिला आबकारी अधिकारी ने सम्बन्धित अनुज्ञापी का स्पष्टीकरण तलब करते हुए नियमों के उल्लंघन की पुष्टि होने पर आबकारी नीति में वर्णित प्राविधानों अन्तर्गत कार्यवाही किये जाने चेतावनी दी है।

एक अक्तूबर(आज) से दिल्ली तक नहीं जा पाएंगी उत्तराखंड रोडवेज की बसें

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देहरादून, एक अक्तूबर (आज) से दिल्ली सरकार ने यदि बीएस-4 मानक की बसों की एंट्री बंद की तो उत्तराखंड रोडवेज की 230 से ज्यादा बसें दिल्ली तक नहीं जा पाएंगी। हालांकि, दिल्ली सरकार ने तीन महीने पहले उत्तराखंड रोडवेज को पत्र भेजकर एक अक्तूबर से सिर्फ बीएस-6 मानक की बसें दिल्ली भेजने को कहा था, लेकिन रोडवेज बसों का इंतजाम नहीं कर पाया। ऐसे में यदि बसों की एंट्री बंद हुई तो रोजाना दिल्ली आवाजाही करने वाले दस हजार से ज्यादा यात्रियों की मुसीबत बढ़ सकती है।

रोडवेज की 60 फीसदी बसों का संचालन दिल्ली रूट पर होता है। सबसे ज्यादा आय भी इसी रूट से मिलती है। प्रदेश भर से रोजाना 250 बसें इस रूट पर चलती हैं। अभी जो बसें दिल्ली रूट पर चल रही हैं, वह बीएस-4 मानक की हैं। दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार एक अक्तूबर से दिल्ली में बीएस-4 बसों की एंट्री बंद करने की तैयारी कर रही है।
इसके लिए दिल्ली सरकार ने दो महीने पहले उत्तराखंड परिवहन निगम को पत्र भी भेज दिया था। इसके बाद रोडवेज ने दिल्ली रूट पर 141 सीएनजी बसें चलाने के लिए ई-टेंडर जारी किए। बताया जा रहा है कि करीब 15 लोगों ने दिल्ली रूट पर सीएनजी बस चलाने के लिए टेंडर जमा किए हैं, जो रोडवेज को 40 बसें मुहैया करवाएंगे। लेकिन अभी तक यह बसें मिल नहीं पाई |
रोडवेज महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने एक अक्तूबर से बीएस-4 बसें नहीं भेजने के लिए सुझाव पत्र भेजा था। इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है, इसलिए जो बसें दिल्ली जा रही है, वह जाती रहेंगी। हमारे पास 17 सीएनजी बसें हैं। नये टेंडर में 40 बसें मिली थी, लेकिन अभी वाहन स्वामियों ने बसें उपलब्ध नहीं करवाई, उनको तीन महीने का समय दिया गया है।

इन रूटों पर सीएनजी बसें चलाने का कार्यक्रम था सरकार का :

देहरादून-दिल्ली 20, देहरादून-दिल्ली-फरीदाबाद छह, ऋषिकेश-दिल्ली 12, रुडकी दिल्ली 10, हरिद्वार-दिल्ली 16, हरिद्वार-दिल्ली-कुतुबगढ़ एक, हरिद्वार-दिल्ली-गुरुग्राम दो, हरिद्वार-दिल्ली-पलवल एक, हल्द्वानी-दिल्ली 12, हल्द्वानी-दिल्ली-फरीदाबाद दो, काठगोदाम-दिल्ली छह, काठगोदाम-दिल्ली-गुरुग्राम दो, काठगोदाम-दिल्ली-फरीदाबाद एक, रुद्रपुर-दिल्ली 10, टनकपुर-दिल्ली 12, टनकपुर-दिल्ली-हिसार एक, कोटद्वार-दिल्ली दस, कोटद्वार-फरीदाबाद वाया दिल्ली दो, कोटद्वार-दिल्ली-गुरुग्राम दो, रामनगर-दिल्ली-फरीदाबाद एक, काशीपुर-दिल्ली, देहरादून-नोएडा दस सेवाएं चलाई जानी है।

 

मौनकांडा में 22 वर्षीय युवती ने की आत्महत्या, मानसिक रुप से विक्षिप्त थीं युवती

पिथौरागढ़, जनपद में पाटी के मौनकांडा में 22 वर्षीय युवती ने पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी अनुसार युवती मानसिक रुप से कुछ वर्ष से विक्षिप्त थीं।
लोहाघाट के उपनिरीक्षक हरीश प्रसाद ने बताया कि बुधवार देर शाम को पाटी के मौनकांडा निवासी पूजा उम्र 22 पुत्री त्रिलोक राम ने अपने घर से 100 मीटर दूर पेड़ में फांसी का फंदा लगाकर कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी।
ग्रामीणों द्वारा सूचना दिये जाने पर पाटी पुलिस व लोहाघाट पुलिस मौके में पहुंच शव को पेड़ से उतारकर पंचनामे की प्रक्रिया की गई। उन्होंने ने बताया कि घर वालों से पूछताछ करने पर युवती को लम्बे समय से मानसिक रुप से विक्षिप्त होने की बात कही गई, देर रात शव को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटी के शव गृह में रखा गया। गुरुवार सुबह परिजन पोस्टमार्टम के लिये उप जिला अस्पताल लोहाघाट ले गये। इस दौरान पुलिस टीम में उपनिरीक्षक हरीश प्रसाद, हेड कास्टेबल कैलाश सिंह करायत,तुलसी भट्ट, रमेश नाथ,प्रीती पाण्डेय, अनिल कुमार शामिल रहे।

देश का पहला डिप्लोमा, डिग्री और एमटेक सुविधा वाला होगा नरेंद्रनगर पॉलिटेक्निक : सुबोध उनियाल

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“सरकारी संस्थानों में उच्च तकनीकी शिक्षा के इच्छुक छात्र-छात्राओं को अब दूर-दराज क्षेत्रों की ओर नहीं लगानी पड़ेगी दौड़”

टिहरी, नरेंद्रनगर स्थित पॉलिटेक्निक में छात्र-छात्राओं को डिप्लोमा, डिग्री और एमटेक तीनों की सुविधाएं मुहैया होगी। नरेंद्रनगर पॉलिटेक्निक का बुधवार को औचक निरीक्षण करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने यह बात कही, इस दौरान उन्होंने यहां विकास कार्यों हेतु 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति भी प्रदान की। निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने पुराने और नए एडमिशन हेतु आए छात्र-छात्राओं से मुलाकात की। उन्होंने छात्र-छात्राओं से यहां की शिक्षण व्यवस्थाओं के बारे में जाना। इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने यहां बने कक्षों का औचक निरीक्षण किया, उन्होंने संस्थान के प्राचार्य आलोक कुमार को यहां कक्षों की स्थिति सुधारने एवं कमियों को दूर करने हेतु निर्देशित किया।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि आज के दौर में युवा वर्ग आईटी सेक्टर की ओर अधिक भाग रहा है, इस हेतु युवाओं को दूरदराज बाहरी क्षेत्रों की दौड़ लगानी पड़ती है। नरेंद्रनगर पॉलिटेक्निक में एनीमेशन, रूलर इन्वायरमेंट और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के कोर्स संचालित हो रहे हैं। जल्द ही यहां छात्र-छात्राओं को डिप्लोमा, डिग्री और एमटेक की सुविधा मिलेगी, जिससे छात्र-छात्राओं को कोर्स हेतु दूरदराज बाहरी क्षेत्रों में नहीं जाना होगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने नरेंद्रनगर पॉलिटेक्निक के विकास कार्यों हेतु 10 रूपए की स्वीकृति प्रदान की। जिस पर संस्थान के प्राचार्य ने कैबिनेट मंत्री का आभार व्यक्त किया।

 

युवा कल्याण विभाग उत्तरकाशी के तत्वाधान में होगा 10 अक्टूबर से खेल महाकुम्भ का आयोजन

उत्तरकाशी, युवा कल्याण विभाग के तत्वाधान में आगामी 10 अक्टूबर से खेल महाकुम्भ का आयोजन किया जाएगा। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने खेल महाकुंभ के सफल आयोजन कराने हेतु न्याय पंचायत स्तर,विकास खण्ड एवं जनपद स्तरीय पर मूलभूत सभी सुविधाएं जुटाने के निर्देश जिला युवा कल्याण अधिकारी को दिए है। विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को मैदान में पीने का पानी,शौचालय,जलपान की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। प्रतिभाग कर रहें खिलाड़ियों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने प्रतियोगिता के दौरान डॉक्टर, पुलिस एवं पीआरडी जवानों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा।

जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी ने बताया कि खेल महाकुम्भ 2022 खेलकूद प्रतियोगितायें न्याय पंचायत स्तर पर 10 से 11 अक्टूबर और विकासखण्ड स्तरीय प्रतियोगितायें 03 से 06 नवम्बर एवं जनपद स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता 1 दिसंबर से 06 दिसम्बर तक आयोजित की जायेगी।खेल महाकुम्भ के अन्तर्गत अण्डर 14 एवं 17 के बालक / बालिकाओं की प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी । जिसमें अण्डर 14 आयुवर्ग में कबड्डी , खो – खो , वालीबाल , एथलेटिक्स ( 60 मी., 600 मी ० दौड़ लम्बीकूद , ऊँचीकूद एवं गोलाफेंक तथा अण्डर 17 आयुवर्ग में कबड्डी , खो – खो ,वालीबाल , एथलेटिक्स ( 100 मी० , 200 मी० , 400 मी0 , 800 मी0 ,1500 मी०, 3000 मी ० दौड़ , लम्बीकूद , ऊँचीकूद , चक्का , गोला , भाला फेंक , 4 x 100 मी 0 रिले दौड़ आयोजित की जायेगी। विकास खण्ड स्तर पर अण्डर 14 आयुवर्ग में कबड्डी , खो – खो , वालीबाल , एथलेटिक्स ( 60 मी ० , 600 मी० दौड़ लम्बीकूद , ऊँचीकूद एवं गोलाफेंक की प्रतियोगिता में न्याय पंचायत स्तर से विजेता / चयनित खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा जबकि फुटबॉल बालक , बैडमिन्टन ( एकल , युगल एवं मिक्स युगल ) की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों द्वारा सीधे विकास खण्ड स्तर पर प्रतिभाग किया जायेगा । अण्डर 17 आयुवर्ग में कबड्डी , खो – खो , वालीबाल , एथलेटिक्स ( 100 मी० , 200 मी0 , 400 मी० , 800 मी0 , 1500 मी0 , 3000 मी ० दौड़ , लम्बीकूद , ऊँचीकूद , चक्का , गोला , भाला फेंक , 4×100 मी ० रिले दौड ) की प्रतियोगिता में न्याय पंचायत स्तर से विजेता / चयनित खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा जबकि फुटबॉल बालक , बैडमिन्टन ( एकल , युगल एवं मिक्स युगल ) की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों द्वारा सीधे विकासखण्ड स्तर पर प्रतिभाग किया जायेगा l अण्डर 21 आयुवर्ग में कबड्डी , फुटबॉल , वालीबाल , एथलेटिक्स ( 100 मी 0 , 200 मी० , 400 मी० , 800 मी ० , 1500 मी0 , 5000 मी ० दौड बालक , 3000 मी० दौड़ बालिका , लम्बीकूद , ऊँचीकूद , चक्का , गोला , भाला फेंक , 4 x 100 मी ० रिले दौड , बैडमिन्टन एकल , युगल एवं मिक्स युगल ) की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों द्वारा सीधे विकास खण्ड स्तर पर प्रतिभाग किया जायेगा ।
विकास खण्ड स्तरीय आयोजन स्थलों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक टीम,पुलिस विभाग द्वारा सुरक्षा हेतु 01 महिला एवं 01 पुरुष कांस्टेबल , जल संस्थान द्वारा पेयजल व्यवस्था तथा विद्युत विभाग द्वारा विद्युत व्यवस्था की जायेगी ।

जनपद स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन 1 दिसम्बर से 06 दिसम्बर 2022 तक किये जाने हेतु तिथि निर्धारित की गई है। जनपद स्तर पर अण्डर 14 आयुवर्ग में कबड्डी , खो – खो , वालीबाल , एथलेटिक्स ( 60 मी ० , 600 मी 0 दौड़ लम्बीकूद , ऊँचीकूद एवं गोलाफेंक , फुटबॉल बालक , बैडमिन्टन ( एकल युगल एवं मिक्स युगल ) की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों द्वारा विकासखण्ड स्तर से चयनित / विजेता खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा , फुटबॉल बालिका , जूडो , बॉक्सिंग , टेबिल टेनिस एकल युगल एवं मिक्स युगल ताईक्वान्डों , कराटे की प्रतियोगिता में सीधे जनपद स्तर पर प्रतिभाग किया जायेगा । अण्डर 17 आयुवर्ग में कबड्डी , खो – खो , वालीबाल , एथलेटिक्स ( 100 मी 0 , 200 मी 0 , 400 मी० , 800 मी०,1500 मी0 , 3000 मी० दौड़ , लम्बीकूद , ऊँचीकूद , चक्का , गोला , भाला फेंक , 4×100 मी ० रिले दौड़ ) , बैडमिन्टन ( एकल , युगल एवं मिक्स युगल , फुटबॉल बालक की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों द्वारा विकासखण्ड स्तर पर चयनित / विजेता खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा , फुटबॉल बालिका, जूडो, बॉक्सिंग ,टेबिल टेनिस एकल , युगल , मिक्स युगल , ताईक्वान्डों , कराटे , हैण्डबॉल , बास्केटबॉल की प्रतियोगित में सीधे जनपद स्तर पर प्रतिभाग किया जायेगा ।अण्डर 21 आयुवर्ग में कबड्डी , फुटबॉल , वालीबाल , एथलेटिक्स ( 100 मी0 , 200 मी0 , 400 मी०, 800 मी०, 1500 मी0 , 5000 मी0 दौड बालक , 3000 मी ० दौड़ बालिका , लम्बीकूद , ऊँचीकूद , चक्का , गोला , भाला फेंक , 4×400 मी 0 रिले दौड , बैडमिन्टन एकल , युगल एवं मिक्स युगल ) की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों द्वारा विकासखण्ड स्तर से विजेता / चयनित खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा . बास्केटबॉल , हैण्डबॉल , जूडो , बॉक्सिंग , ताईक्वान्डो , टेबिल टेनिस एकल , युगल , मिक्स युगल , कराटे की प्रतियोगिता में सीधे जनपद स्तर पर प्रतिभाग किया जायेगा । अण्डर 17-21 पेन्टाथ्लॉन प्रतियोगिता में 1600 मी० दौड़ , लम्बी कूद , ऊंची कूद , किकेट बॉल थ्रो , चिनअप प्रतियोगिता आयोजित होगी ।
विकासखण्ड स्तर पर प्रथम स्थान के लिए 300. द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी के लिए 200 तथा तृतीय स्थान के लिए 150 रू० नगद पुरुस्कार की व्यवस्था है , जबकि जनपद स्तर पर प्रथम स्थान हेतु 700 , द्वितीय 500 एवं तृतीय स्थान के लिए 300 रू ० की व्यवस्था है ।

इंदिरा मार्केट में चला बुल्डोजर 71 दुकानें ऐसी जिन्हें गिराया जाएगा : एमडीडीए सचिव

देहरादून, एमडीडीए द्वारा इंदिरा मार्केट की दुकानों पर बुलडोजर चलाने का काम शुरू हो चुका है, एमडीडीए की लिस्ट के अनुसार फेज वन में 71 दुकानें ऐसी हैं जिन्हें गिराया जाएगा ।

एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया ने बताया कि देहरादून के सौंदर्यकरण को देखते हुए यह कदम सरकार द्वारा उठाया गया है , यह दुकानें गिरा कर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा । एमडीडीए के इस कदम से कहीं ना कहीं स्थानीय दुकानदार अपना विरोध करते नजर आ रहे हैं उनके अनुसार सरकार द्वारा पहले उन्हें बसाया गया अब उनकी दुकानों को उजाड़ा जा रहा है , दुकानदारों की मांग है कि इस परियोजना को MDDA द्वारा कुछ वक्त के लिए स्थगित कर दिया जाए , लेकिन एमडीडीए सचिव ने बताया कि यह दुकान है पहले ही गिराई जानी थी लेकिन बरसात होने के कारण इन्हें स्थगित कर दिया गया था और अब इन्हें पूरी तरह से गिराने का निर्णय एमडीडीए द्वारा लिया जा चुका है ,साथ ही इन सभी स्टेकहोल्डर्स को बेहतरीन दुकानें देने का काम एमडीडीए द्वारा किया जाएगा ।

 

खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, जिसका हमारे जीवन में बहुत महत्व है : चंद्रवीर सिंह नेगी

‘जनपद स्तरीय शरद कालीन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन’May be an image of 9 people, people standing and outdoors

नई टिहरी, जनपद स्तर पर प्रारम्भिक स्तर की शरदकालीन क्रीड़ा प्रतियोगिता का द्वितीय दिवस का शुभारंभ प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह नेगी द्वारा प्रतिभागी छात्रों एवं टीम प्रभारियों के स्वागत से किया गया, श्री नेगी ने सभी प्रतिभागियों को उत्साह पूर्ण खेल में प्रतिभाग करने हेतु हौसला अफजाई करते हुए किया गया, साथ ही श्री नेगी ने कबड्डी बालक वर्ग के छात्रों के मध्य मैदान में परिचय के साथ टॉस का साक्षी बनते हुये कबड्डी का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, जिसका हमारे जीवन में बहुत महत्व है।

29 सितंबर से बौराड़ी स्टेडियम नई टिहरी में चल रही खेल कूद प्रतियोगिता में विकास खण्ड भिलंगना ने प्राथमिक वर्ग से लोक नृत्य में बहुत ही मनमोहक प्रस्तुति प्रस्तुत कर जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त किया, साथ ही विकास खण्ड भिलंगना ने 600 मीटर दौड़ में बालक में प्रथम एवं दिव्तीय स्थान 600 मीटर दौड़ में बालिका वर्ग प्रथम स्थान मानचित्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया। लोकनृत्य जूनियर में चंबा ब्लाक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
खेल सम्पन्न कराने में जिला संघटन के प्रवक्ता टी टी राणा जाखणीधार के ब्लाक अध्यक्ष विजेंद्र पंवार ,भिलंगना के ब्लाक अध्यक्ष महावीर धनियाल, चंबा के ब्लाक अध्यक्ष रविंद्र खाती, जौनपुर ब्लाक अध्यक्ष दिनेश कैंतुरा, देवप्रयाग ब्लाक अध्यक्ष राकेश बागड़ी, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष प्रतापनगर प्रमोद कैंतुरा, प्राथमिक शिक्षक संघ के जनपद तथा ब्लॉक के पदाधिकारी रोशन लाल, रामानुज बहुगुणा, अजयवीर रमोला, मुकेश चमोली, मंगत नेगी, अंजू ढोडी, प्रकाशी सेमवाल, जिला खेल समन्वयक राजेन्द्र पंवार, उपेंद्र उनियाल , संदीप चौहान, मनोज खण्डवाल , राजेश, विशम्बरी भट्ट, जगदम्बा कण्डारी , रीता जोशी, पार्वती पंवार, कुसुम चौहान, आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
जनपद स्तरीय शरद कालीन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन।

खेल महाकुंभ 1 अक्टूबर से :- खेल महाकुम्भ-2022 के अन्तर्गत जनपद में कल दिनांक 01 अक्टूबर, 2022 से न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं का शुभारम्भ मुख्य अतिथियों द्वारा किया जाएगा। न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाली खेल

प्रतियोगितायें 15 अक्टूबर, 2022 तक आयोजित की जाएंगी। वहीं दिनाँक 20 अक्टूबर से 05 नवम्बर, 2022 तक विकास खण्ड स्तर पर तथा 09 नवम्बर से 27 नवम्बर, 2022 तक जनपद स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा

 

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया उत्तराखंड वर्चुअल बाजार उड़ान फेस्ट 2022 का शुभारंभ

देहरादून, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून जाखन जोहड़ी रोड स्थित हिमालय गार्डन में उत्तराखंड वर्चुअल बाजार उड़ान फेस्ट 2022 का शुभारंभ किया।
इस उड़ान फेस्ट में 90 स्टाल लगाए गए है जिसमें विभिन्न प्रकार की प्रोडक्ट उपलब्ध है। यह फेस्ट 30 सितम्बर से 02 तक चलेगा, जिसका कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने विधिवत शुभारंभ किया है। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। इस उड़ान फेस्ट में भी कई स्टाल ऐसे है जिसमे महिलाओं द्वारा कई प्रोडक्ट तैयार किया गया है। मंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं के उत्थान और उनको सशक्त करने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है।
इस अवसर पर संस्थापक ज्योति डोवल, रिचा कर्नवाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के उपलक्ष्य में हेल्पेज इंडिया ने की गोष्ठी, बुजुर्गों ने रखी अपनी-अपनी बात

देहरादून,अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के उपलक्ष्य में हेल्पेज इण्डिया द्वारा उत्तरांचल प्रेस क्लब में गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों की वरिष्ठ महिलाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में सर्व प्रथम सभी उपस्थित वृद्धजनों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। तत्पश्चात हेल्पेज इण्डिया के राज्य प्रमुख चैतन्य उपाध्याय ने कहा कि भारत का लक्ष्य 2050 तक एक विकसित एकॉनामी बनने का है और उसी वर्ष एक जनगणना के अनुमान से भारत में 19 प्रतिशत जनसंख्या होगी। जहां प्रत्येक 5 व्यक्ति में 1 वृद्ध व्यक्ति होगा। उन्होंने कहा कि भारत इतनी बड़ी जनसंख्या लिए तैयार तो नहीं लेकिन प्रयासरत है देश को एक रोड मैप तैयार करने की आवश्यक्ता है तथा इस बड़ी जनसंख्या के लिए एक अलग विभाग की स्थापना करनी चाहिए। उत्तराखण्ड राज्य को इस कार्य के लिए अग्रणीय राज्य होना चाहिए, क्योंकि जब उत्तराखण्ड की जवानी देश के काम आ रही हो तो यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि उनके बुजुर्ग होने पर अपने राज्य लोटे तो हम उनकी सेवा तथा सुरक्षा कर सकें। ततपश्चात श्री कृष्ण अवतार मिश्रा राज्य कार्यक्रम प्रबन्धक हेल्पेज इण्डिया ने अन्तराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर संस्था के कार्यक्रमों एवं परियोजनाओं के बारे में अवगत कराया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए एडवोकेट रेनु डी सिंह प्रमुख समाजसेविका तथा संस्थापक “समाधान- दलित महिला लीगल हेल्पलाईन” ने अपने विचार रखे तथ कहा कि हर वह कारण कि जो गरीब बुजुर्ग को पेंशन मिलने से रोकते हैं वह सब हटाना चाहिए तथा वृद्धावस्था पेंशन की धनराशि बढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा इस बात पर जोर देते हुए कहा कि असहाय वृद्धजनों के लिए प्रत्येक जनपदों में एक-एक वृद्धाश्रम होना चाहिए।रामेन्द्री मन्द्रवाल पूर्व सचिव राज्य महिला आयोग उत्तराखण्ड, डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारिता
विभाग एवं समाज सेविका ने वृद्धों के एकाकीपन और उपेक्षा की बात कही और कहा कि बुजुर्गों के लिए कोई भी कार्यक्रम तबतक सफल नहीं हो सकता जबतक घर के लोग अपने बुजुर्गों को भावनात्मक देखभाल न करें। उन्होंने इस कार्यक्रम को सभी युवाओं तक पहुंचाने चाहिए जिसमें कि स्कूल तथा कालिज तक पहुंचानी चाहिए।
नलिनी गुसाई ज्वाइंट सेक्रेट्री उत्तरांचल प्रेस क्लब ने कहा कि आज युग डिजिटल युग है। आज के युवा वर्ग को बुजुगों को डिजिटल लिट्रेसी में सहयोग करना चाहिए। ब्रिगेडियर के. जी. बेहल ने कहा कि बुजुर्ग अनुभवों की खान होते हैं समाज एवं युवा वर्ग को उनके अनुभवों का लाभ देना चाहिए।
सन्तोष गोयल पूर्व मन्त्री अखिल भारतीय महिला आश्रम ने कहा कि नई पीढ़ी को आत्म निर्भर बनाना चाहिए तथा हमें बच्चों में विश्वास पैदा करना चाहिए। इस कार्यक्रम में विभिन्न वृद्ध संगठनों के प्रतिनिधि, वृद्धाश्रमवासी हेल्पेज इण्डिया के कृष्ण अवतार मिश्रा श्री शत्रुघन सिंह, डॉ प्रीति भट्ट, राम सिंह राणा, वैभव विष्ट एवं सुभाष चन्द्र उपस्थित थे।May be an image of 10 people and people standing

 

मटका पोषण रैली : सेहत के प्रति लोगों को किया सचेत

देहरादून, राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत पोषण माह में बाल विकास परियोजना के अंतर्गत गांधी ग्राम शहरी क्षेत्र में पोषण मटका रैली का आयोजन किया गया। सुपरवाइजर शिल्पा रावत के नेतृत्व में आयोजित रैली के माध्यम से परिक्षेत्र के लोगों को व्यवहार में उचित पोषण अपनाने और खासकर गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली महिलाओं, 6 साल से कम आयु के बच्चों और किशोरियों के पोषण पर विशेष ध्यान देने के प्रति सचेत किया। रैली में बाल विकास परियोजना की क्षेत्र की सुपरवाइजर के साथ कार्यकर्त्री और सहकर्मियों ने प्रतिभाग किया।
गौरतलब है कि वर्ष 2018 से सितंबर का महीना ’राष्ट्रीय पोषण माह’ के रूप में मनाया जाता है। इस महीने के पहले सप्ताह में पोषण सप्ताह और पूरे महीने में पोषण माह मनाया जाता है। इसे मनाने का मुख्य मकसद महिलाओं की सेहत और बच्चे की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना है। इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह “महिला और स्वास्थ्य“ और “बच्चे और शिक्षा“ पर केन्द्रित है। इस मौके पर उत्तराखंड सरकार ने महिलाओं को सेहत के प्रति जागरूक करने के लिए बाल विकास परियोजना को खासा सक्रिय किया है।
अक्सर काम की व्यस्तता के चलते महिलाएं अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाती हैं जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

खासकर, 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में सिरदर्द, थकान, निद्रा और बाल झड़ने की समस्या होती है। इनके प्रति लंबे समय तक लापरवाही बरतने से कई बीमारियां जन्म लेती हैं। इसके लिए महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सेहतमंद रहने के लिए महिलाओं को रोजाना उचित मात्रा में पानी पीना चाहिए। शरीर में पानी की कमी से थकान, सिरदर्द और कमजोरी महसूस होती है। 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को शुगर, उच्च रक्तचाप, थाइराइड, कोलेस्ट्रॉल की नियमित अंतराल पर जाँच करानी चाहिए। बढ़ती उम्र में ये बीमारियां दस्तक देती हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए रोजाना संतुलित आहार लेने के साथ व्यायाम जरूरी है। तनाव से बचे रहें तो उच्च रक्तचाप की संभावना कम रहती है।

प्रदेश में वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस चलायेगी विशेष अभियान

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देहरादून, अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने एवं अपराध नियंत्रण हेतु श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड के निर्देशन में प्रदेश में वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु दिनांक 01 अक्टूबर 2022 से एक माह का विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

श्री अशोक कुमार के बताया कि प्रदेश को अपराध एवं अपराधी मुक्त बनाने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस कटिबद्ध है। अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी में एस0टी0एफ0 का भी सहयोग लिया जाएगा। अभियान में अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कार एवं कार्य में शिथिलता बरतने वालों पर कार्यवाही भी की जाएगी। अभियान में अधिक से अधिक कार्यवाही करने हेतु समस्त जनपदों को विशेष निर्देश दिये गये हैं।

पुलिस में अब अच्छा कार्य करने वाली महिला उप निरीक्षक बनेंगी थानाध्यक्ष/ वरिष्ठ उपनिरीक्षक/ चौकी प्रभारी

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देहरादून, अब जनपद के थाने चौकियों में पुरुषों का वर्चस्व समाप्त होने की दिशा में है। देहरादून के एसएसपी ने स्पष्ट कर दिया है कि बेहतर काम करने वाली महिला उप निरीक्षकों को थानेदार व चौकी प्रभारी बनाने के साथ ही कोतवाली स्तर के थानों में वरिष्ठ उप निरीक्षक के पद पर भी तैनात किया जाएगा।

एसएससी दिलीप सिंह कुंवर द्वारा आज उप निरीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से गोष्टी के दौरान महिला उप निरीक्षको से उनके द्वारा सम्पादित की जा रही विवेचनाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए उसमें अब तक की गई कार्यवाही व विवेचनाओ की अध्यतन स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने महिला अतिथि शिक्षकों को निर्देश दिए कि किसी की विवेचना को बिना किसी कारण के अनावश्यक रूप से लंबित ना रखा जाए। मई 2022 से पूर्व कि लंबित विवेचनाओ को आगामी 15 दिवस के भीतर पूरा करना सुनिश्चित करें बलात्कार, पॉस्को एक्ट के अभियोगों की विवेचना को निर्धारित 02 माह की समयावधि के भीतर पूरा किया जाये, ऐसी विवेचनाओं को अनावश्यक रूप से लंबित रखने वाली विवेचकों के विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही की जाएगी तथा सम्बन्धित थाना प्रभारी की जवाबदेही भी तय की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सराहनीय कार्य करने वाली उप निरीक्षकों को बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंपी जाएंगी जिसके तहत एसएसपी ने पुलिस अधीक्षक नगर/ग्रामीण तथा सभी क्षेत्राधिकारियों अपने-अपने सर्कल में अच्छा कार्य करने वाली महिला उप निरीक्षकों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा एवं अच्छा कार्य करने वाली महिला उप निरीक्षकों को थानाध्यक्ष, वरिष्ठ उप निरीक्षक व चौकी प्रभारी के पद पर नियुक्त करने की बात कही।

सीडीएस का कार्यभार संभालने पर अनिल चौहान को विस अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने दी प्रदेशवासियों की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं

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देहरादून, उत्तराखंड के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान द्वारा आज नए चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ का कार्यभार संभालने पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने उन्हें प्रदेशवासियों की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं|विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश के दूसरे सीडीएस बनने का गौरव एक बार फिर उत्तराखंड के सपूत को प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा की पौड़ी जिले के साथ उत्तराखंड के लिए आज का यह पल गौरवान्वित करने वाला है|
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि नए सीडीएस के कुशल नेतृत्व में भारतीय सेना सदैव की भांति राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेगी’।वह एक उत्कृष्ट अधिकारी हैं जिन्होंने बड़े उत्साह के साथ भारत की सेवा की है। उन्होंने कहा कि देश के नए सीडीएस इंडियन आर्मी को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने की दिशा में काम करेंगे| विधानसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया है |

विस के निजी स्टाफ मामले में सोशल मीडिया पर वायरल सूची विवाद : मैं डरने वाली महिला नहीं : ॠतु

देहरादून, उत्तराखंड में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी होने का मामला अभी शांत नहीं हुआ और विधानसभा में बैकडोर से भर्तियों को लेकर बीते दिनों हुए विवाद के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के निजी स्टाफ में राज्य के बाहर के लोगों को नियुक्त करने पर विवाद शुरू हो गया है। उनके स्टाफ के कर्मचारियों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

सोशल मीडिया पर लोग स्थानीय की बजाए बाहरियों को नौकरी देने को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। पिछले दिनों स्पीकर खंडूड़ी ने वर्ष 2016 के बाद विधानसभा में बैकडोर से नियुक्त कर्मचारियों को बाहर करने का साहसिक फैसला लिया। उनके इस फैसले की जमकर सराहना हो रही थी। पर अब खुद उनके ही निजी स्टाफ के कर्मचारियों की एक सूची वायरल हो रही है।

इस सूची में अलग-अलग राज्यों के लोगों को उनके स्टाफ में विभिन्न पदों पर दर्शाया गया है। यह सूची सोशल मीडिया पर आते ही बड़ी संख्या में लोग हमलावर हो गए। लोगों ने सूची शेयर करते हुए स्पीकर की मंशा पर सवाल उठाए। लोगों ने कहा कि क्या उत्तराखंड में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं, जिन्हें इन पदों पर तैनात किया जा सकता?

देखिए, यह मेरा पर्सनल स्टाफ है। मेरे स्टाफ में पहाड़ के भी लोग हैं लेकिन सूची में उनका नाम नहीं है। कोई नहीं, मैं बचाव भी नहीं कर रही हूं। मैंने जिन लोगों को स्टाफ में रखा है, उनको तीस से चालीस साल का अनुभव है। सरकारी कामकाज के लिए अनुभवी लोग चाहिए।
विस अध्यक्ष ॠतु खंडूड़ी ने कहा कि अभी इतना बड़ा काम किया है तो कुछ लोग मुझे भी तो हिट करेंगे। मेरा मन साफ है, मैं कोई घबराने या डरने वाली महिला नहीं हूं। मेरा उद्देश्य राजनीति से ज्यादा समाज सेवा है। खैर, लोगों ने मेरे पिताजी को नहीं छोड़ा तो मेरी क्या हैसियत है।