Saturday, April 26, 2025
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राज्य वन्यजीव सप्ताह 2022 का शुभारंभ : मवेशी एवं फसल क्षति के लिए 16 लोगों को मुख्यमंत्री धामी ने वितरित किये मुआवजा चेक

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को लच्छीवाला नेचर पार्क में राज्य वन्यजीव सप्ताह 2022 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राजाजी नेशनल पार्क की ऑफिशियल वेबसाइट लॉच की एवं राजाजी नेशनल पार्क के लिए 02 रैपिड रिस्पांस वाहन का लोकार्पण भी किया। वन्यजीवों से हुई मवेशी एवं फसल क्षति के लिए 16 लोगों को मुआवजा चेक भी मुख्यमंत्री ने प्रदान किये।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य वन्यजीव सप्ताह 2022 के शुभारंभ के अवसर पर घोषणा की कि वन्यजीवों द्वारा वयस्क एवं अवयस्क की मृत्यु पर देय अनुग्रह राशि की दर को 4 लाख रूपये से बढ़ाकर 5 लाख रूपये किया जायेगा। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को देय अनुग्रह राशि को 50 हजार रूपये से बढ़ाकर 1 लाख रूपये किया जायेगा। प्रदेश में राजकीय ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले वन कर्मियों के परिजनों को सम्मान स्वरूप 15 लाख रूपये अनुग्रह राशि के रूप में भुगतान किया जायेगा। प्रदेश में जिम कॉर्बेट हैरिटेज ट्रेल की स्थापना की जायेगी। जिसमें कॉर्बेट के जीवन से जुड़े स्थानों को चिन्हित कर वहां पर ईको पर्यटन की विभिन्न गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा। इसमें चम्पावत, तल्लादेश, मंच, बूम, कालाढूंगा, चूका, दूर्गा पीपल, देवीधूरा, चौगढ़, कालाढूंगी, नैनीताल, मोहान, काठ की नाव, कांडा, मुक्तेश्वर एवं रूद्रप्रयाग जैसे स्थानो पर विशेष पट्टिका का निर्माण किया जायेगा, इसके साथ ही ट्रैक मार्गों का जीर्णोद्धार किया जायेगा और होम स्टे को बढ़ावा दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वन विभाग द्वारा शिक्षा विभाग के सहयोग से प्रदेश के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के बीच मानव-वन्यजीव संघर्ष के निवारण की जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा। प्रदेश में मानव-वन्यजीव संघर्ष निवारण में सकारात्मक सहयोग एवं त्वरित कार्यवाही के लिए 10 संवेदनशील वन प्रभागों में त्वरित कार्यवाही दल का गठन किया जायेगा, 05 स्थानों पर त्वरित कार्यवाही दल का गठन पहले ही किया जा चुका है। भारत सरकार से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में गर्जिया पर्यटन जोन को प्रारम्भ करने के लिए अनुमति प्रदान हो चुकी है, इसे शीघ्र ही प्रारंभ किया जायेगा। शिवालिक एलीफेंट रिजर्व की पुनर्स्थापना की जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रत्येक जिले में प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक-एक नए पर्यटन स्थल को विकसित किए जाएं। नये पर्यटन स्थलों का निर्माण में विशेष ध्यान रखा जाए कि उनके प्राकृतिक स्वरूप से अधिक छेड़छाड न हो। उन्होंने कहा कि वन्यजीव हमारी आस्था और संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। हमारी संस्कृति में देवताओं के साथ वन्यजीवों को भी पूजनीय माना गया है। वन्यजीवों के संवर्धन एवं संरक्षण की जिम्मेदारी सबकी है। मानव एवं वन्य जीव संघर्ष को कम करने की दिशा में तेजी से कार्य करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से राज्य में इकोनॉमी और ईकोलॉजी में सामंजस्य स्थापित करने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। आज संपूर्ण विश्व का वन्यजीव संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील मुद्दे पर ध्यान गया। उन्होंने कहा क्लाइमेट चेंज जैसे गंभीर मुद्दों पर आज विश्व चिंता कर रहा है एवं इन मुद्दों पर दूरदर्शी सोच के साथ कठोर नीति बनाए जाने की आवश्यकता है। पर्यावरण एवं विकास में संतुलन बनाना बहुत जरूरी है।

वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड की परंपराओं में वनों एवं वन्यजीवों का महत्वपूर्ण स्थान है। हमारी आर्थिकी को बढ़ावा देने में भी वनों का महत्वपूर्ण योगदान है। हमारे राज्य के लोग जंगलों वन्य जीव के संरक्षण हेतु बेहद संवेदनशील एवं जागरूक हैं। आर्थिक मजबूती के साथ पर्यावरण की रक्षा हमारी प्राथमिकता है। वनों एवं वन्यजीव को संरक्षित करने का संदेश हमारी संस्कृति में गानों के माध्यम से भी दिया गया है।

इस अवसर पर विधायक श्री बृजभूषण गैरोला, प्रमुख सचिव वन श्री आर.के. सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक श्री विनोद कुमार सिंघल, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ डॉ. समीर सिन्हा, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व डॉ. साकेत बडोला एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

समान नागरिक संहिता विषेशज्ञ समिति के सदस्यों ने क्षेत्र में भ्रमण का  कार्यक्रम निर्धारित किया गया

राज्य स्तरीय समान नागरिक संहिता विषेशज्ञ समिति के सदस्यों ने नागरिकों का पक्ष सुनने के लिए क्षेत्र में निर्धारित किया भ्रमण कार्यक्रम

 

देहरादून, राज्य स्तरीय समान नागरिक संहिता विषेशज्ञ समिति के सदस्यों द्वारा नागरिकों का पक्ष सुनने के लिए क्षेत्र में भ्रमण का कार्यक्रम निर्धारित किया गया। इसका उद्देश्य राज्य के दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्रों में भ्रमण कर लोगों को समान नागरिक संहिता की जानकारी देकर उनके सुझाव प्राप्त करना है। विशेषतौर से महिलाओं व युवाओं को इसके बारे में बताते हुए विवाह, संरक्षण, तलाक, गोद लेना, सम्पत्ति का अधिकार, आदि पर सुझाव प्राप्त कर तैयार की जाने वाली रिपोर्ट में समाहित करना है।
माननीय सदस्यों द्वारा भ्रमण का कार्यक्रम राज्य के सीमान्त गॉव, माणा जनपद चमोली से आरम्भ किया गया। दिनांक 01.10.2022 को माणा गॉव में सदस्यों द्वारा बैठक आयोजित की गयी। समान नागरिक संहिता के बारे में जानकारी देने के उपरान्त उपस्थित महिलाओं, पुरूषों व युवाओं द्वारा अपने क्षेत्र से सम्बन्धित रीति-रिवाजों के विषय में जानकारी दी गयी। उनके द्वारा विभिन्न मुद्दों पर सुझाव प्रेषित किये गये। इस कार्यक्रम में महिलाओं द्वारा पारम्परिक वेशभूषा पहन कर प्रतिभाग किया गया।
जोशीमठ के नगर पालिका भवन में दोपहर 02 बजे से विशेषज्ञ समिति के सदस्यों द्वारा बैठक आयोजित कर उपस्थित जनों के सुझाव मांगे गये। इस बैठक में महाविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, प्रबुद्ध जनों द्वारा उपस्थित हो कर अपने अमूल्य सुझाव प्रेषित किये गये। क्षेत्रीय भ्रमण में माननीय सदस्य श्री शत्रुघ्न सिंह, श्री मनु गौड़ व डॉ सुरेखा डंगवाल द्वारा प्रतिभाग किया गया। माननीय सदस्यों द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 15.10.2022 से कुमाऊॅ मण्डल के जनपदों के लिए भी प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम तैयार किया जा चुका है। उनके द्वारा बताया गया कि राज्य के दूरस्थ क्षेत्र हनोल, पुरोला, उत्तरकाशी आदि में क्षेत्र भ्रमण कर लोगों को अपने सुझाव देने के लिए जागरूक किया जायेगा।

 

पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी को जन्मदिन की मुख्यमंत्री धामी ने दी शुभकामनाएंपूर्व मुख्यमंत्री बी सी खंडूडी के जन्मदिन पर मुख्यमंत्री धामी ने उनके आवास  पहुंचे उन्हें बधाई

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज यमुना कॉलोनी स्थित विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी से मिलकर उनको जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी एवं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने अपने पिता की दीर्घायु की कामना के लिए हवन यज्ञ कर पूजा अर्चना की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी सहित कई बड़े नेताओं एवं संगठन के पदाधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष के आवास पर पहुंचकर मेजर जनरल भुवन चंद खंडूड़ी को बधाई व शुभकामनाएं दी

 

फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने मुख्यमंत्री धामी से की भेंटफिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने सीएम धामी से की भेंट, मुख्यमंत्री ने नाना  पाटेकर को पहनाई पहाड़ी टोपी

देहरादून, सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नाना पाटेकर को पहाड़ी टोपी पहनाई। अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि देवभूमि के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां के लोगों के व्यवहार में सौम्यता है |
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है ताकि राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आएं। सिंगल विंडो सिस्टम से शूटिंग की अनुमति प्रदान की जा रही है। शूटिंग के लिए कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है।
फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड का नैसर्गिक सौंदर्य फिल्मों की शूटिंग के लिए बहुत अच्छा है। यहां फिल्मांकन के लिए वातावरण भी बहुत अच्छा है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां के लोगों के व्यवहार में सौम्यता है।

नाना पाटेकर उत्तराखंड में कर रहे मराठी फिल्म की शूटिंग
नाना पाटेकर ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग का उनका अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखंड में अपना घर बनाना चाहते हैं। नाना पाटेकर उत्तराखंड में एक मराठी फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं।
अपने चरित्र अभिनय से लाखों दर्शकों पर अमित छाप छोड़ने वाले अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि हमारे जेहन में जो भी है वही हमारा गहना है। परमार्थ निकेतन गंगा आरती में शामिल होकर मैं अपने अंदर बदलाव महसूस कर रहा हूं | मराठी फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर 29 सितंबर को यहां आए हुए हैं।

 

स्वच्छ भारत मिशन : नरेंद्रनगर नगर पालिका को मिला तीसरा स्थान

टिहरी (नरेंद्रनगर), स्वच्छता के क्षेत्र में नरेंद्रनगर के सतत् प्रयास के परिणाम स्वरूप आज नगर पालिका परिषद नरेंद्रनगर को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत देश में तीसरा स्थान मिला है |
एक अक्टूबर को पालिका को इस पुरस्कृत से सम्मानित किया गया, पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार सहित अधिशासी अधिकारी से लेकर पालिका कर्मियों की ओर से शहर की स्वच्छता और सुंदरता के लिए किए गए कार्य की पर्यावरण प्रेमियों ने सराहना की है |
पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार ने बताया कि सभी कर्मचारियों के सहयोग से उत्तराखंड के 4 शहरों में से एक शहर नरेंद्र नगर का भी नाम स्वच्छ भारत मिशन में आया है, जिसमें नगर पालिका नरेंद्र नगर को आज एक अक्टूबर 2022 को सम्मानित किया गया है, देश में नरेंद्रनगर पालिका को तीसरा स्थान मिलने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने खुशी जताई है |

देश में 5G हुआ लॉन्च, अखिलेश बोले- जनता को यह पहले से ही मिल रहा, गरीबी, घोटाला, घपला… का किया जिक्र

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लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा हम सब PM मोदी के आभारी हैं जिन्होंने डिजिटल इंडिया की इस 5th जनरेशन की सुविधा से देश का जोड़ा है और काशी को भी जोड़ा है। मैं उन्हें धन्यवाद करता हूं।
लखनऊ। आज देश में 5G सेवाओं की शुरुआत हुई है। हालांकि इस को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। 5जी की शुरुआत को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसा है। अखिलेश यादव ने साफ तौर पर कहा कि देश में 5G पहले से ही उपलब्ध है। इसके बाद उन्होंने गरीबी, घोटाला, घपला, घालमेल और गोरखधंधा का जिक्र किया। सपा प्रमुख की ओर से एक ट्वीट किया गया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि भाजपा के राज में जनता को 5G पहले से ही मिल रहा है: G = गरीबी, G = घोटाला, G = घपला, G = घालमेल, G = गोरखधंधा।

वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा हम सब PM मोदी के आभारी हैं जिन्होंने डिजिटल इंडिया की इस 5th जनरेशन की सुविधा से देश का जोड़ा है और काशी को भी जोड़ा है। मैं उन्हें धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा आज देश में 5G सेवाओं का शुभारंभ ‘विकसित भारत-डिजिटल भारत’ के अमृत प्रण की सिद्धि का जनाकांक्षी विजन है। ‘नए भारत’ की शक्ति को आज से मिल रही 5G गति देश की Innovative उड़ानों को नए आकाश प्रदान करेगी। इस नए युग की शुरूआत हेतु अभिनंदन प्रधानमंत्री जी! उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है। देशवासियों को हार्दिक बधाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरूआत करते हुए कहा कि आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का, इस सामर्थ्य को देखने का, उसके प्रदर्शन का विशेष दिवस है। आज़ादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में आज की तारीख इतिहास में दर्ज़ होने वाली है। उन्होंने कहा कि आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5G, अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है। मैं प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

पुलिस आज नहीं ला पाई बॉबी कटारिया दून, जमानत के बावजूद भी तिहाड़ जले में हैं बंद

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देहरादून, दून पुलिस के 25 हजार इनामी यूट्यूबर बाबी कटारिया को शनिवार को दिल्ली पुलिस ने अपनी कस्टडी में देहरादून लेकर आना था, लेकिन आज उसे दाखिल नहीं करवाया जा सका।
बताया जा रहा कि इसकी मुख्य वजह देहरादून कोर्ट से बी वारंट जो दिल्ली तिहाड़ जेल भेज गया था, वह दिल्ली पुलिस को देरी से मिला। जिसके कारण पुलिस कटारिया को देहरादून लाने में असमर्थ रही।
ऐसे में अब एक बार फिर से दून पुलिस ने आज शनिवार को ही देहरादून कोर्ट से बी वारंट के लिए अप्लाई कर दिया हैं। कोर्ट से वारंट जारी होते ही तिहाड़ भेजा जाएगा।

दिल्ली कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद बॉबी कटारिया तिहाड़ जेल से बाहर नहीं आ सका। दिल्ली और देहरादून पुलिस के अपराधी बॉबी कटारिया ने पिछले दिनों दिल्ली के पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया था, जहां से उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
जबकि 28 सितंबर को बाबी कटारिया को जमानत मिल चुकी है, वह जेल से बाहर निकल पाता उससे पहले ही तिहाड़ जेल में देहरादून कोर्ट का बी वारंट पहुंच चुका था। ऐसे में दिल्ली कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद बॉबी कटारिया को तिहाड़ जेल से रिहा नहीं किया गया।
इसी साल बीते दस अगस्त को यूट्यूबर बाबी कटारिया का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें बाबाी देहरादून जनपद के कैंट कोतवाली के किमाड़ी क्षेत्र में सड़क पर ट्रैफिक रुकवाकर शराब पीता हुआ दिख रहा था। डीजीपी अशोक कुमार के आदेश पर इस मामले में 11 अगस्त को कैंट कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था |

पीडब्ल्यूडी चीफ के निर्देश : तय समय में पूरा हो प्रदेश की सडकों को गड्ढामुक्त करने का अभियान

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देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन लगातार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए दिशा निर्देश जारी कर रहा है। इस क्रम में लगातार बैठकें भी हो रही हैं। बावजूद इसके स्थिति में थोड़ा बहुत ही सुधार दिखाई दे रहा है। देहरादून की सड़कों की स्थिति में पहले से सुधार है। राज्य के अन्य जिलों की स्थिति में अभी सुधार नहीं दिखाई दे रहा है। उत्तराखंड की सडकों को गड्ढामुक्त करने का अभियान तय समय में पूरा हो इसको लेकर पीडब्लूडी चीफ एयाज अहमद ने अधिकारियों की क्लास लगाकर कड़े निर्देश जारी किया हैं।

बरसात के कारण प्रदेशभर में सड़कों का बुरा हाल है। शहर से लेेकर गांव तक की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दे रहे हैं। इससे दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। अब मौसम खुल गया है तो लोकनिर्माण विभाग सडकों को गड्ढामुक्त करने के अभियान में जुट गया है। प्रदेशभर में युद्वस्तर पर सड़कों का सुधारीकरण और डामरीकरण किया जा रहा है। शासन की ओर से इस काम के लिए बजट की व्यवस्था की गई है।

पीडब्लूडी चीफ एयाज अहमद ने कार्यों की प्रगति को लेकर लगातार संबधित अधिकारियों से फीड बैक ले रहे हैं। अधिकारियों को निर्देशित करते हुए पीडब्लूडी चीफ ने कहा जिलों में होने वाले पैच वर्क, डामरीकरण और सुधारीकरण के अन्य कार्यों में गुणवत्ता का खास ध्यान रखा जाये। कार्यों में लापरवाही और भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा। गुणवत्ता के साथ तय समय से कार्य पूरे होने चाहिए। पीडब्लूडी चीफ ने कहा कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। वह लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं कहीं भी कोई कमी पाई जाती है तो संबधित अधिकारी व ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पूरी की जायेगी। पीडब्लूडी चीफ ने कहा इसके साथ ही सभी अधिकारियों को अन्य योजनाओं को भी गुणवत्ता के साथ तय समय में पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं।

आपको बता दें कि हाल ही में रानीपोखरी पुल के उद्घाटन के मौके पर तय समय में कार्य बेहत्तर गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीडब्लूडी चीफ एयाज अहमद की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि ऐसे ही पीडब्लूडी को सभी योजनायें पूरी गुणवत्ता के साथ तय समय में पूरी करनी है।

बेसहारा, घायल गायों व गोवंशों के लिए देवदूत हैं शादाब अली, रेस्क्यू कर करते हैं इलाज

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देहरादून, सूचना विभाग में कार्यरत सुरेश भट्ट द्वारा फोन पर सूचना मिलते ही भारतीय गौरक्षा वाहिनी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पउत्तराखंड प्रभारी शादाब अली दुर्घटना की शिकार हुई गाय का रेस्क्यू करने तुरंत मौके पर पहुँचे। उन्होंने अपनी टीम के साथ गाय का रेस्क्यू करने के साथ इलाज शुरू कर दिया, बेसहारा गोवंश के शुभचिंतक अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ भारतीय गौ रक्षा वाहिनी के शादाब अली ने तपोवन रोड सूचना भवन में एक गाय व बछड़े की शिकायत मिलने पर तत्काल नगर निगम डॉक्टर तिवारी के सहयोग से गाय व बछड़े को सही स्थान पर ले जाने का काम किया गया जिसमें नगर निगम की टीम में सुमेंद्र, सूरज, राजेश, पिल्ला, भी मोजूद रहे।

बेसहारा गायों व गोवंशों को सहारा देने के लिए उत्तराखंड में सरकार द्वारा पिछली सरकार 37 लाख 70 हजार रुपये खर्च कर गोशाला का निर्माण कराया था। गोशाला बनकर तैयार होने के बाद भी उसमें गायों को नहीं रखा जा रहा है, जिस वजह से गाय भूखे मर रही है। जिम्मेदार प्रशासन इन गायों का पेट नहीं भर पा रहा है। अब इन गायों का पेट भरन भरण को लेकर उत्तर प्रदेश उत्तराखंड अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के भारतीय रक्षा वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवंम उत्तराखंड प्रभारी शादाब अली ने लगातार मांग की है

जिन गायों का पंचायत और प्रशासन नहीं भर पाया पेट उनके लिए युवा शादाब अली ने कई बार अपनी मनी पॉकेट से भी मरी हुई गायों को उठाकर सही स्थान पर भिजवाने का काम किया है वही आज जिस तरह से सूचना भवन तपोवन रोड से सूचना के माध्यम से शादाब अली को पता चला कि एक गाय दुर्घटना का शिकार हो गई है उसके साथ एक गाय का बछड़ा भी है जिसकी सूचना पाकर तत्काल नगर निगम डॉक्टर तिवारी जी की मदद से उनकी पूरी टीम को मौके पर पहुंचकर गाय व बछड़े को उठाकर सही स्थान पर ले जाने का काम किया गया है ऐसे ही समय-समय पर कई बार सरकारी सुविधाओं न मिलने पर होने वाली कई जगह पर छुटपुट घटनाओं से मायूस होकर भी शादाब को लौटना पड़ा है जिसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से लेकर उच्च अधिकारियों को भी लिखित में अवगत कराया जा चुका है लेकिन आज भी अल्पसंख्यक समाज से गौ सेवा करने वाले शादाब अली की ओर किसी का ध्यान नहीं है।
हमेशा बेसहारा गायों व गोवंशों को सहारा देने के लिए उत्तराखंड में सरकार द्वारा 37 लाख 70 हजार रुपये खर्च कर गोशाला का निर्माण कराया था। गोशाला बनकर तैयार होने के बाद भी उसमें गायों को नहीं रखा जा रहा है, जिस वजह से गाय भूखे मर रही है। जिम्मेदार प्रशासन इन गायों का पेट नहीं भर पा रहा है। अब इन गायों का पेट भरने के लिए युवाओं ने बीड़ा उठाया है। युवाओं ने इसके लिए टीम बनाई है, यह टीम इंटरनेट मीडिया के माध्यम से गायों के लिए कई बार भूसा व ठंड में पुराल देने का काम भी किया है।

गौरतलब हो कि सड़कों पर घुमने वाली बेसहारा गायों की देखभाल करने के लिए रुपये की लागत से गोशाला का निर्माण कराया गया था। एक साल पहले यह गोशाला बनकर तैयार हो गई है, लेकिन अभी तक के हैंडऑवर नहीं की है। जिस वजह से पिछले एक साल से गोशाला पर ताला लटका हुआ है। हालांकि प्रशासन गौशाला संचालन करने की जिम्मेदारी स्व-सहायता समूह को सौंपने की बात कह रहा था, लेकिन अभी तक गोशाला की जिम्मेदारी न तो समूह को दी गई और नहीं भारतीय रक्षा वाहिनी के किसी भी एक सदस्य को। इस वजह से गौशाला का संचालन नहीं हो पा रहा है। भूख मरने के कारण मवेशी खेतों में चरकर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। ऐसे गाय, गौवंशों का पेट भरने के लिए युवा शादाब ने अच्छी पहल की है। युवाओं की टीम गायों को गोशाला में रखकर उनके लिए चारे-पानी की व्यवस्था कर रही है। इसके लिए कर रहे हैं। कई बार उत्तर प्रदेश में ग्रामीण भी युवाओं की इस पहल की सरहाना करते हुए नगदी चंदा व भूसा दे रहे हैं।

सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त अभियान : जन जागरुकता के लिए विशाल रैली का आयोजन, हजारों छात्र, छात्राओं ने ली शपथ

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(डी. पी. उनियाल)

टिहरी, नरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत गजा के अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा के प्रांगण में क्षेत्र के आधा दर्जन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने एकत्रित हो कर सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिए शपथ लेते हुए बाजार में विशाल रैली निकाली |
नगर पंचायत गजा के आह्वान पर अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा, शिखर स्कालर्स ऐकेडमी हाई स्कूल गजा, जूनियर हाईस्कूल गजा, ओमकारानंद जूनियर विद्यालय गजा,ओमकारांनद प्राथमिक विद्यालय गजा,के छात्र-छात्राएं इंटर कॉलेज गजा के प्रांगण में एकत्रित हुए, छात्र छात्राओं ने सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने का संकल्प लिया, यहां पर छात्रों को संबोधित करते हुए नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती ने कहा कि दशहरे के अवसर पर हमें प्लास्टिक मुक्त नगर पंचायत बनाने का संकल्प भी लेना है , श्रीमति मीना खाती ने कहा कि हमारी नगर पंचायत पालिथीन मुक्त हो इसके लिए सभी लोगों का सहयोग जरूरी है ,नगर पंचायत गजा के अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि स्वच्छ अमृत महोत्सव पर हमें भी स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाना है, उन्होंने कहा कि छात्रों के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है हमें अपने घर से लेकर शहर तक स्वच्छता का संदेश देना है। प्रगतिशील जन विकास संगठन गजा टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष दिनेश प्रसाद उनियाल ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे ,यह हमारे जीवन के लिए घातक है, मिट्टी,पानी, और हवा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्लास्टिक का निस्तारण करना जरूरी है, इस अवसर पर अटल उत्कृष्ट इंटर कालेज गजा, शिखर स्कालर्स ऐकेडमी हाई स्कूल गजा, ओमकारानंद जूनियर विद्यालय गजा, जूनियर हाईस्कूल गजा के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं,नगर पंचायत गजा के कर्मचारियों, पर्यावरण मित्रों ने छात्र छात्राओं के साथ रैली में प्रतिभाग किया,रैली का नेतृत्व नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती,व अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान, स्वच्छता अभियान ब्रांड एंबेसडर दिनेश प्रसाद उनियाल सहित सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य व सदन प्रभारी छात्र कर रहे थे, स्वच्छता पखवाड़ा व स्वच्छ अमृत महोत्सव पर आयोजित इस रैली से पूर्व सभी विद्यालयों में ” सिंगल यूज प्लास्टिक जीवन के लिए जहर ” विषय पर निबंध व पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है, रैली में छात्र छात्राओं ने हाथों में स्वच्छता संदेश की तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए पूरे बाजार में लोगों को जागरूक किया। हजारों छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया । समापन शहीद बेलमति चौहान स्मारक पर किया गया ।

 

रामलीला समिति कर्नाटक खोला का पंचम दिवस : राम के वियोग में दशरथ ने त्यागे प्राण

अल्मोड़ा, श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला अल्मोड़ा में रामलीला महोत्सव 2022 के अन्तर्गत रामलीला का मंचन निरन्तर जारी है । जिसमें पंचम दिवस की लीला में राम का वन गमन,सुमन्त विलाप,केवट प्रसंग, वनवासिन प्रसंग, भिल्ल प्रसंग, दशरथ मरण और भरत मिलाप आदि का सुन्दर मंचन किया गया । राम की पात्र कु. दिव्या पाटनी, लक्ष्मण-किरन कोरंगा, सीता-रश्मि काण्डपाल, सुमन्त-दीप पाण्डे,भरत-काव्या पालीवाल, शत्रुघ्न-दिव्यम जोशी, दशरथ-मनीष तिवारी, निषादराज-अशोक बनकोटी, केवट प्रसंग में-सन्तोष जोशी, बद्री प्रसाद कर्नाटक, अनिल जोशी,भुवनेश काण्डपाल आदि, कैकेई-हर्षिता तिवारी, कौशिल्या-मिनाक्षी जोशी, सुमित्रा-गरिमा तिवारी आदि कलाकारों ने जीवन्त अभिनय किया तथा दर्शकों एवं आन-लाईन संदेशों के माध्यम से खूब वाह-वाही लूटी।
विशेषकर सुमन्त के पात्र वरिष्ठ रंगकर्मी दीप पाण्डे के जीवन्त अभिनय व विलाप के संवादों से दर्शक भावुक हो गये तथा उनके द्वारा जोरदार तालियों से सराहना करते हुये उनका मनोबल बढाया ।
पंचम दिवस की लीला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि हरीश सिंह कनवाल, अध्यक्ष, फुटबाल एसोसिएशन अल्मोडा द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया । तद्पश्चात समिति के पदाधिकारियों द्वारा मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र तथा प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत/अभिनन्दन किया । मुख्य अतिथि श्री कनवाल ने अपने सम्बोधन में पात्रों/कलाकारों द्वारा निभाये जाने वाले किरदारों तथा संवादों व रामलीला मंचन में बालिकाओं/महिलाओं की भागीदारी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये कहा कि समिति भविष्य में भी ऐसे प्रयासों के साथ रामलीला मंचन को जन-जन तक पहुंचाने के लिये प्रयासरत रहेगी । उन्होंने कहा कि रामलीला मंचन में सिर्फ पुरूष ही अभिनय करें और महिलायें नहीं ऐसी पाबंदियों और मिथकों को आज महिलाओं ने मंच के माध्यम से अपने सफल अभिनय व संवाद के द्वारा तोड दिया है और इस मंच के माध्यम से बालिकाओं/महिलाओं को अभिव्यक्ति की आजादी मिल रही है और उनका आत्मविश्वास निरन्तर
बढ़ रहा है ।
श्री कनवाल ने समिति के संरक्षक/संयोजन बिट्टू कर्नाटक की सराहना करते हुये उन्हें रामलीला के सफल नेतृत्व के लिये बधाई प्रेषित की । कार्यक्रम का संचालन गीतांजलि पाण्डे द्वारा किया गया ।

अंकिता हत्याकांड : जांच में जुटी एसआइटी की पांच टीमें, अंकिता के वाट्सएप चैट में किस वीआईपी का जिक्र अभी नहीं लग पाया पता

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देहरादून, अंकिता हत्याकांड में अब रोज नयी नयी कड़ियां जुड़ रही है, इसी बीच इस बीच अंकिता के वाटस एप चैट को देखे तो इसमें जिस वीआईपी का जिक्र किया जा रहा है वह अभी रहस्य बना हुआ है, आखिर कौन है वह वीआईपी, राजनैतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही है, दूसरी तरफ सरकार ने अंकिता हत्याकांड़ केस को गति देने के लिए एसआइटी ने पांच टीमें गठित की हैं। टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है।

इनमें से तीन टीमें आरोपितों से अलग-अलग जगहों पर बयान दर्ज करेगी, वहीं दो टीमें गवाहों के बयान दर्ज करेगी। इलेक्ट्रानिक साक्ष्य व वाट्सएप चैट की जांच के लिए एसटीएफ की मदद ली जा रही है।

अंकिता की हत्या के 13 दिन बाद भी पुलिस उस वीआइपी का पता नहीं लगा पाई है, जिसका जिक्र अंकिता ने वाट्सएप चैट में किया था, ऐसे में पूछताछ में उस वीआइपी का पता चलने की संभावना है। हालांकि, सूत्रों की माने तो इसमें एक बड़े नेता के बेटे का हाथ सामने आ रहा है, जो कि घटना वाले दिन रिसार्ट में मौजूद था,
वहीं, कोटद्वार न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) भावना पांडे की अदालत ने तीनों आरोपितों की शुक्रवार से रविवार तक तीन दिन की पुलिस रिमांड को मंजूरी दी है। एसआइटी टीम शाम को जिला कारगार पौड़ी पहुंची और आरोपितों को रिमांड पर लिया।
दूसरी ओर पुलिस को ऋषिकेश की चीला नहर से एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। अभी यह पता नहीं लग पाया है कि मोबाइल किसका है। मोबाइल फारेंसिक टीम को दिया गया है, जांच के बाद पता चल सकेगा कि मोबाइल पुलकित, अंकिता या किसी और का है।

अंकिता के दोस्त पुष्प के बयान दूसरे दिन भी एसआइटी ने दर्ज किए। जम्मू से ऋषिकेश पहुंचे पुष्प को आरोपितों के सामने बैठाकर भी पुलिस पूछताछ कर सकती है।
अंकिता की हत्या के आरोपित रिसार्ट स्वामी पुलकित आर्या, प्रबंधक सौरभ भाष्कर व सहायक प्रबंधक अंकित (पुलकित) गुप्ता का रिमांड शुक्रवार सुबह से शुरू हो गया था, लेकिन एसआइटी को अंदेशा था कि आरोपितों को दिन में जेल से बाहर लाने में खतरा हो सकता है।

ऐसे में टीम शाम करीब छह बजे जेल के अंदर पहुंची और आरोपितों को बाहर लेकर आई। एसआइटी ने आरोपितों से पूछताछ के लिए सवालों की सूची तैयार की है।अंकिता हत्याकांड : एक और नया खुलासा ! रिसॉर्ट में थी विशेष जेल,राजस्व पुलिस  जाग जाती तो शायद......। आखिर क्या और क्यों ? Tap कर जाने - News1hindustan

अंकिता हत्याकांड में नया मोड़, काम कर चुके कर्मचारी दंपती ने खोले रिजॉर्ट के कई राज

देहरादून, पहाड़ की जनता अंकिता हत्याकांड को लेकर आंदोलित है, और इस घटना से सरकार की भी किरकिरी हो रही है, इधर धामी सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने बीते मंगलवार को फिर से रिजॉर्ट में जाकर पड़ताल की। यहां से वारदात में इस्तेमाल किया गया स्कूटर और मोटरसाइकिल को भी कब्जे में लिया गया। एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगशन इस दौरान रिजॉर्ट में पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी वहां से कुछ नमूनों को इकट्ठा किया। इसके अलावा एसआईटी ने रिजॉर्ट से काम छोड़कर जा चुके कर्मचारियों और अंकिता के दोस्त पुष्प को भी बयानों के लिए बुलाया है। इनमें पांच महिलाएं बताई जा रही हैं। वहीं, दूसरी ओर, पुलकित के रिजॉर्ट में क्या-क्या होता था, वह सब एक-एक कर सामने आ रहा है। अब यहां काम कर चुके कर्मचारी दंपती ने भी इस रिजॉर्ट के कई राज खोले हैं। बताया है कि उन्होंने काम इसीलिए छोड़ा था कि रिजॉर्ट में बहुत गंदे काम होते थे। रिजॉर्ट में जिस्मफरोशी से लेकर चरस, गांजे और शराब की पार्टियां होती थीं। हर तरह का नशा वहां पर मिलता था।
बड़े-बड़े शहरों के लोग यहां आकर पार्टियां करते थे, जिन्हें शराब के साथ-साथ शबाब भी परोसा जाता था। एसआईटी प्रभारी का कहना है कि मेरठ में रहने वाले इस दंपती के भी बयान दर्ज किए जाएंगे।
हत्याकांड के खुलासे के चार दिन बाद रिजॉर्ट में काम करने वाले मेरठ निवासी विवेक भारद्वाज और उनकी पत्नी इशिता भी मीडिया के सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि वह करीब छह महीने पहले इस रिजॉर्ट में नौकरी करने गए थे। इशिता को वहां पर फ्रंट ऑफिस में मैनेजर का पद दिया गया था।
जबकि, विवेक भारद्वाज को रूम सर्विस मैनेजर बनाया गया था। पति-पत्नी ने बताया कि वहां पर हो रहे कामों से वह बहुत परेशान हो गए थे। आए दिन नशे की पार्टियां होती थीं। लड़कियां लाई जाती थीं। इनकी कोई एंट्री ऑफिस में नहीं की जाती थी।
बाहर से आने वाले लोग वहां पर अजीब तरह की मांग करते थे। यह पूरा माहौल देखकर उन्होंने नौकरी छोड़ने का मन बना लिया। पूरा एक महीना काम करने के बाद वह वापस अपने घर चले गए। इसके बाद पुलकित, अंकित और सौरभ तीनों का बारी-बारी से उन्हें बुलाने के लिए फोन आया।
कहने लगे कि सब काम बंद कर दिया जाएगा। नौकरी पर वापस आ जाओ। उनकी बातों पर विश्वास कर वह फिर से वापस आ गए। लेकिन, यह सब काम बदस्तूर चलता रहा। दंपती का कहना है कि उन्होंने विरोध किया और अपनी सैलरी मांगी। मगर, तीनों ने उन पर रिजॉर्ट से स्पीकर चोरी का इल्जाम लगा दिया।दंपती का आरोप है कि उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत की। पुलिस ने कहा कि राजस्व क्षेत्र है। राजस्व क्षेत्र के पटवारी को फोन किया तो वह उन्हें ही धमकाने लगा। आरोप है कि एक दिन पटवारी रिजॉर्ट में आया और दोनों पर ही आरोप लगाने लगा। इसके बाद एक दिन दंपती मौका पाकर वहां से निकल आए |
एसआईटी प्रभारी डीआईजी पी रेणुका देवी ने बताया कि सारे साक्ष्य एक-एक कर इकट्ठा किए जा रहे हैं। कुछ कर्मचारियों के बारे में भी पता चला है, जिन्होंने रिजॉर्ट के बारे में तमाम बातें बताई हैं। मेरठ निवासी इस दपंती के बयान भी जल्द दर्ज किए जाएंगे।

पूर्व में रिजाॕर्ट मे काम कर चुकी इशिता का कहना है कि पुलकित वहां पर आने वाली हर लड़की पर बुरी नजर रखता था। उसने कभी उससे कोई गंदा काम करने के लिए कहा तो नहीं, लेकिन शायद उसके मन में यह बात जरूर थी। एक दिन उसने कर्मचारी को कहा कि इशिता को बुलाकर लाओ।
लेकिन, उसका पति नहीं होना चाहिए। इस पर कर्मचारी ने ही खुद कह दिया कि इशिता की ड्यूटी का समय खत्म हो गया है। इशिता का तो यहां तक कहना है कि अंकित गुप्ता वहां पर अकसर लड़कियां लाता था। वह इशिता पर भी बुरी नजर रखता था।
इशिता और विवेक भारद्वाज बताते हैं कि पुलकित और उसके दोस्तों की अलग ही दुनिया थी। रिजॉर्ट पर जैसे वह तानाशाह की तरह काम करते थे। यहां आने वाले मेहमानों के सामान गायब होते थे तो कर्मचारियों पर इल्जाम लगाया जाता था। इसके बाद कर्मचारियों को सजा दी जाती थी।

केदारनाथ क्षेत्र में ढहा ग्लेशियर, मंदिर पूरी तरह से सुरक्षित, कोई हताहत नहीं

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रूद्रप्रयाग, केदारनाथ के पास आज सुबह बर्फ का बड़ा ग्लेशियर ढह गया। हालांकि केदारनाथ मंदिर इससे अछूता व पूरी तरह से सुरक्षित है। घटना में किसी के भी हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है।

श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि हिमालय क्षेत्र में आज सुबह हिमस्खलन हुआ, लेकिन केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

केदारनाथ मंदिर के पास बर्फ का ग्लेशियर ढहने का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में गलेश्यिर को बर्फ के गुबार के साथ गिरते देखा जा सकता है।

ध्वनि प्रदूषण करने वालों वाहनों की अब खैर नहीं, LG के आदेश पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस चलाएगी अभियान

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दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के निर्देश पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ध्वनि प्रदूषण कम करने की दिशा में सख्त कदम उठाने जा रही है. ट्रैफिक पुलिस ने अब ध्वनि प्रदूषण करने वाले वाहनों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है. लोगों में वाहनों में मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न लगाने का चलन बढ़ता जा रहा है, लेकिन अब ऐसे वाहन मालिकों की खैर नहीं. मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न वाले वाहनों पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी.

मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न वाहन मालिकों की खैर नहीं

ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि दिल्ली में सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न वाले वाहनों से हो रहा है. पुलिस अधिकारी के अनुसार कई स्थानों पर सड़कों पर यह ध्वनि प्रदूषण काफी ज्यादा होता है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा संचालित रियल टाइम मॉनिटरिंग निगरानी स्टेशनों के आंकड़ों को देकें तो राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में ध्वनि प्रदूषण का स्तर तय मानकों से घटता-बढ़ता रहता है, लेकिन करोल बाग, शाहदरा, लाजपत नगर, द्वारका सहित कई अन्य स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण एक गंभीर समस्या है. सुबह से लेकर रात तक इन स्थानों पर वाहनों का शोर रहता है.

क्या हैं ध्वनि प्रदूषण को लेकर मानक

बता दें कि आवासीय क्षेत्र में दिन में ध्वनि प्रदूषण 55 डेसीबल और रात में 44 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिये. लेकिन कई स्थानों पर यह रात में 68 डेसीबल तक दर्ज हो रहा है. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक वाहन चालकों द्वारा नियमों का उल्लंघन करने के कारण ध्वनि प्रदूषण ज्यादा बढ़ रहा है. दो पहिया वाहन चालक नियमों का ज्यादा उल्लंघन करते हैं. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न ध्वनि प्रदूषण की मुख्य वजह बन रहे हैं.

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में उत्तराखण्ड को मिला Most Film Friendly State (Special Mention) पुरस्कार

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उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माता-निर्देशकों को राज्य सरकार से मिला प्रोत्साहन : बंशीधर तिवारी

नई दिल्ली, विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू द्वारा उत्तराखण्ड को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य सरकार की ओर से यह पुरस्कार महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी द्वारा प्राप्त किया गया है।

महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। महानिदेशक, सूचना ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। राज्य सरकार में फिल्म निर्माता-निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जिसका परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री धामी द्वारा प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है |

फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक और व्यावहारिक बनाया जा रहा है। इससे राज्य में फिल्म निर्माण क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहित किया जा सकेगा। राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आ सकेंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति को आकर्षक बनाया गया है, जिसमें सिंगल विंडो शूटिंग अनुमति प्रदान किया जाना। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है। क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है।
महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार के लिए उत्तराखण्ड राज्य का चयन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अल्प कार्यकाल में देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखण्ड राज्य का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। उन्होंने कहा की आगे भी सुविधा और सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक फ़िल्मों की शूटिंग उत्तराखंड में हो सके और उत्तराखंड विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति और बेहतर तरीक़े से दर्ज करा सके।

उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) का पुरस्कार प्रदान किया गया है। भारत सरकार द्वारा यह पुरस्कार फिल्म उद्योग को आगे बढ़ाने, जिसमें राज्य में फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल वातवारण तैयार करना शामिल है। इसके साथ ही फिल्म और कला क्षेत्र को प्रोत्साहन देना एवं बंद पड़े सिनेमा हॉल को फिर से खोलने के लिए प्रोत्साहित करना है। उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार राज्य में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।राज्य में उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा फिल्म निर्माताआें की सुविधाओं के दृष्टिगत आकर्षक फिल्म नीति लागू की गई है।
विगत एक वर्ष में राज्य में 150 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें द कश्मीर फ़ाइल, मीटर चालू, बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, परमाणु, रागदेश, तड़प, वार, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम Man vs Wild आदि कई बड़े नाम भी शामिल है। वर्ष 2017 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Special Mention Certificate for Film Friendly Environment पुरस्कार प्रदान किया गया था,
वर्ष 2017 में पर्यटन पुरस्कार के अर्न्तगत उत्तराखण्ड राज्य को “राष्ट्रीय फिल्म संवर्धन हितैषी राज्य” का पुरस्कार प्रदान किया गया है। वर्ष-2018 के तहत सर्वश्रेष्ठ फिल्म प्रमोशन फ्रेण्डली स्टेट पुरस्कार-2018, वर्ष-2019 में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार-2019 मिला है। इन पुरस्कारों हेतु राष्ट्रीय स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा निर्धारित मानकों का परीक्षण कर यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पुरस्कार हेतु निर्धारितों मानकों के अनुसार विवरण भारत सरकार को प्रेषित की किया जाता है, जिसमें Ease of filming, Infrastructure, सब्सिडी, Database, Marketing and Promotion एवं विगत वर्षो में राज्य में शूटिंग की गई फिल्मों की संख्या का विवरण प्रदान करना होता है।

 

“यह समस्त देवभूमिवासियों के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है। सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई। राज्य सरकार फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है।फिल्म शूटिंग संबंधित अनुमति प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है।फिल्म नीति को और बेहतर बनाया जाएगा। ”