Friday, May 9, 2025
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चारधाम यात्रा ने पार किया चालीस लाख का आँकड़ा

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बर्फ़बारी के बीच केदारनाथ धाम पहुँचे सीएम धामी, निर्माणकार्यों का लिया जायज़ा

पीएम मोदी के सम्भावित दौरे को लेकर तैयारियों लिया फ़ीडबैक

रूद्रप्रयाग, प्रधानमंत्री मोदी के सम्भावित दौरे को देखते हुए ख़राब मौसम और बर्फ़बारी के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार सुबह केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लेने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी लेते हुए स्थानीय व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों से बातचीत की। इसके साथ ही अधिकारियों को प्रधानमंत्री मोदी के सम्भावित दौरे की तैयारियों का फ़ीड बैक भी लिया।

प्रधानमंत्री मोदी खुद केदारनाथ निर्माणकार्यों की मॉनिटरिंग करते हैं ऐसे में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को साफ़ शब्दों में संकेत भी दे दिए हैं कि पुनर्निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

दरअसल वर्ष 2013 की आपदा में बुरी तरह से जमींजोद हो चुके केदारनाथ धाम मंदिर परिसर और आस-पास के इलाक़े में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा पुनर्निर्माण का काम लगातार जारी है, प्रधानमंत्री मोदी के विज़न कि अनुरूप मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार इन निर्माण कार्यों की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पिछले कई सालों से लगातार चल रहे कामों के बाद अब भव्य केदारपुरी की तस्वीर देश दुनिया के सामने दिख रही है। यही कारण है कि केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्या के लगातार पिछले सभी सालों के रिकॉर्ड टूटते जा रहे हैं।

उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लगातार दौरों और निजी मॉनिटरिंग के बाद से केदारनाथ धाम में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है।

ये निर्माणकार्य हुए पूरे

केदारनाथ धाम में जहां एक और भव्य मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य हो चुका है वहीं दूसरी ओर शंकराचार्य जी की समाधि स्थल का काम भी पूरा हो चुका है। इसके अलावा मंदाकिनी नदी के तट पर स्नान घाटों का निर्माण एवं केदारपुरी क्षेत्र में आस्था पथ का निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। इतना ही नहीं केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित आवास और ध्यान गुफा भी बनकर तैयार हो चुकी है।

चारधाम यात्रा 40 लाख पार

इधर इस साल चारधाम यात्रा ने भी चालीस लाख का आँकड़ा पार कर दिया है। मंगलवार शाम तक चारधाम पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या 4049150( चालीस लाख उनपचास हजार एक सौ पचास है। जबकि श्री बदरीनाथ तथा केदारनाथ धाम में मंगलवार शाम तक पहुंचे संपूर्ण तीर्थ यात्रियों की संख्या 2968404( उनतीस लाख अड़सठ हजार चार सौ चार है। इसी प्रकार श्री गंगोत्री यमुनोत्री पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या 1080746 ( दस लाख अस्सी हज़ार सात सौ छयालीस) है।

केंद्रीय विद्यालय संगठन में पारदर्शी स्थानांतरण पालिसी,एमएसीपी एवं पुरानी पेंशन योजना लागू किये जाने की मांग

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देहरादून , केंद्रीय विद्यालयों में शीघ्र व्यवहारिक स्थानान्तरण पालिसी , एमएसीपी, पुरानी पेंशन योजना एवं केंद्र सरकार की कैश लैस स्वास्थ्य योजना जारी करने की मांग आज अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ देहरादून संभाग की बैठक में की गई !
एआईकेवीटीए की बैठक में वक्ताओं ने कहा संगठन जब मर्जी पालिसी को बदलकर शिक्षकों के संग न्यायसंगत कार्य नहीं करता , वर्त्तमान में हुए लगभग 1500 स्थानांतरण की स्थिति पर समीक्षा करते हुए अपने विचार व्यक्त करते हुए बैठक में मौजूद सदस्यों ने कहा कि संगठन की स्थानांतरण पालिसी की वजह से विद्यालयों में उहापोह की स्थिति बनी रहती है , हार्ड स्टेशन पर अपना कार्यकाल पूरा कर चुके शिक्षकों में भी पालिसी बदले जाने के प्रति आक्रोश है , हार्ड स्टेशन के शिक्षकों ने कहा संगठन ने हमें अपने परिवारों से कई वर्षों से दूर किया हुआ है जिसके कारण हमारे पारिवारिक सदस्य और हम स्वयं मानसिक रूप से तनाव में है !
आज की बैठक में स्थानांतरित शिक्षकों के तबादले निरस्त करने की शिक्षा मंत्री से मांग करते हुए एक न्यायसंगत ट्रांसफर पालिसी जिसमें सभी को साफ्ट स्टेशनों पर बराबर काम करने का मौका देने का प्रावधान हो लागू किये जाने की मांग की!
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि इन स्थानांतरण आदेशों में डीओपीडी के नियमों को भी नजरअंदाज किया गया है यही नहीं उत्तर भारत के शिक्षकों को दक्षिण क्षेत्र में भेजकर नई शिक्षा नीति के तहत समझने एवं सीखने के स्थानीय भाषा में पढ़ाये जाने के नियम पर भी प्रहार किया है क्योंकि अधिकांश शिक्षकों को उस क्षेत्र की भाषा का ज्ञान नहीं है !
बैठक में केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना सीजीएचएस का पूर्ण लाभ सभी कर्मचारियों को दिये जाने , पुरानी पेंशन योजना को लागू किये जाने तथा छठवें वेतनमान की सिफारिशों के तहत एमएसीपी का लाभ समय से दिये जाने की मांग संगठन से की गई !
इसी क्रम में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उक्त सभी मांगो एवं एक पारदर्शी स्थानांतरण व्यवस्था केवीएस में लागू किये जाने के लिये देश के शिक्षामंत्री सहित देश के सभी सांसदों को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई जाएगी ! बैठक में डी एम लखेड़ा , आर एस भंडारी , नबील अहमद, ए बी मदान, जी आर थपलियाल, पीयूष निगम,ए पी सिंह विनीता कोठारी, गीता रावत,विमला रानी,कीर्ति निगम आदि शिक्षक उपस्थिति रहे !

कालेज में आयोजित किया गया विज्ञान महोत्सव, छात्र छात्राओं ने प्रस्तुत किए अनेक रोल मॉडल

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(डी. पी. उनियाल)

टिहरी, विकासखंड चम्बा के राजकीय इंटर कॉलेज केशरधार नैचोली में विज्ञान महोत्सव आयोजित किया गया, इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनेक बेहतरीन रोल मॉडल प्रस्तुत किए | विद्यालय स्तरीय विज्ञान महोत्सव प्रदर्शनी की प्रभारी श्रीमती श्वेता रौतेला ने बताया कि विद्यालय में कक्षा 6 से लेकर 12 तक के बच्चों ने प्रतिभाग किया, जिसमें जूनियर वर्ग व सीनियर वर्ग में दो भागों में रखा गया है | विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र छात्राओं ने पर्यावरण, सूचना प्रौद्योगिकी, सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभाव,सौर ऊर्जा, सहित दर्जनों प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए |

विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रभारी प्रधानाचार्य प्रदीपकुमार सैनी ने किया, सभी प्रतिभागियों के माडलों का अवलोकन किया गया तथा छात्र छात्राओं के द्वारा तैयार किए गए माडलों पर जानकारी भी ली गई, इस अवसर पर धर्म सिंह तोपवाल, सुरेन्द्र दत्त जुगरान, घीमन सिंह रावत, नवीन कुमार, महाबीर सिंह राणा, अयोध्या प्रसाद तिवारी, श्रीमती कांता चौहान, ममता रावत, कविता नकोटी , विमला पंत , ने विज्ञान महोत्सव प्रदर्शनी में मूल्यांकन करने में सहयोग दिया। विद्यालय स्तरीय विज्ञान महोत्सव में विकास भट्ट व कुसुम कोठारी ने प्रबंधन में सहयोग किया है | आयोजन की प्रभारी श्रीमती श्वेता रौतेला नेगी ने कहा कि प्रतिभाग करने वाले सभी छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा ताकि आगे के लिए उनका मनोबल बढ़े तथा भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करें, विज्ञान महोत्सव प्रदर्शनी के बाद गोष्ठी आयोजित की गई | जिसमें पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने पर चर्चा हुई, सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है । कार्यक्रम आयोजित किए जाने पर अभिभावक संघ अध्यक्ष श्रीमति पूजा पुंडीर ने सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त किया ।

द्रौपदी का डांडा में लापता दो प्रशिक्षुओं की खोज के लिए किया जाएगा हेली रेस्क्यू

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उत्तरकाशी। द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) बेस कैंप में रखे 27 में से अब तक 26 शवों को लाया जा चुका है। आज मंगलवार को एक और शव को लाया जाना है।
वहीं दो पर्वतारोही अभी भी लापता हैं। जिनकी खोजबीन के लिए आज हेली रेस्‍क्‍यू किया जाना है। लेकिन इस कार्य में मौसम लगातार बाधा डाल रहा है। उत्‍तरकाशी जिले में सुबह से हल्की बारिश हो रही है। द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में बर्फबारी जारी है। मौसम अनुकूल न होने के कारण अभी हेली रेस्क्यू शुरू नहीं हो पाया है।

नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) उत्तरकाशी का 42 सदस्यीय प्रशिक्षु व प्रशिक्षक दल चार अक्टूबर को एवलांच की चपेट में आ गया था। जिसमें दो प्रशिक्षक समेत 29 प्रशिक्षु लापता हुए थे। आज घटना को सात दिन का समय बीत चुका है। खोजबीन अभियान अभी भी जारी है।

हिमस्खलन घटना की कराएंगे उच्चस्तरीय जांच :
द्रौपदी का डांडा हिमस्खलन की घटना में मारे गए प्रशिक्षु युवाओं के स्वजन में निम के विरुद्ध जमकर आक्रोश है। गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने रोते बिलखते स्वजन को ढांढस बांधा।

गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने स्वजन को आश्वासन दिया कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराएंगे। यह मामला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान में है, जिससे आगे किसी अन्य घर के बच्चों के साथ ऐसी घटना घटित न हो।

इस घटना में जान गंवाने और लापता हुए प्रशिक्षु युवाओं के स्वजन घटना के दिन से ही परेशान हुए। सही जानकारी न मिलने, शवों को उत्तरकाशी पहुंचाने में हो रही देरी सहित कई लापरवाहियों को लेकर हर दिन स्वजन निम प्रशासन के विरुद्ध आक्रोशित हो रहे थे।
सोमवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस के मातली परिसर में असहज सी स्थिति उत्पन्न हुई। जब गुरुग्राम निवासी अशोक सिंघल ने घर के इकलौते चिराग रजत सिंघल का शव देखा। रोते-बिलखते हुए वृद्ध अशोक सिंघल और उनके साथ आए रिश्तेदारों ने मौके पर मौजूद निम के अधिकारियों को खरीखोटी सुनाई।

वह तो वहां मौजूद विधायक सुरेश चौहान और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उनको ढांढस बंधाया। मीडिया से बात करते हुए अशोक सिंघल ने कहा कि बर्फबारी से एवलांच के खतरे को देखते हुए नेपाल सरकार ने एवरेस्ट पर्वतारोहण अभियान को रोका, केदारनाथ में तीन बार हिमस्खलन की घटना हुई।

दो अक्टूबर को भूकंप भी आया। इसके अलावा लगातार बर्फबारी भी होती रही। पर निम प्रशासन ने इन सभी प्राकृतिक चेतावनी को नजरंदाज किया और 29 प्रशिक्षुओं की जान खतरे में डाली। निम के जिम्मेदार अधिकारियों के कारण जहां कई घरों के चिराग बुझ गए वहीं स्वजन को जिंदगी भर का सदमा दे गए।

राज्य सहकारी परिषद की बैठक में लिये गये कई निर्णय

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विभिन्न योजना के क्रियान्वयन को लेकर दिये गये सुझाव

योजनाओं के प्रचार के लिये चलाये जायेंगे जागरूकता अभियान

देहरादून, सहकारिता मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आज उत्तराखंड राज्य सहकारी परिषद की बैठक हुई। जिसमें परिषद का विधिवत संचालन के लिये वर्ष में कम से कम दो बैठकें आयोजित करने तथा सहकारी योजनाओं का ब्लॉक स्तर तक व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु कार्य योजना तैयार करने का निर्णय लिया गया।

विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में आज उत्तराखंड राज्य सहकारी परिषद की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें विभागीय मंत्री ने परिषद द्वारा विगत वर्षों में किये गये कार्यों की समीक्षा की। जिसके तहत परिषद द्वारा प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों के सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से समितियों को बहुउद्देशीय बनाये जाने, प्रत्येक जनपद में न्याय पंचायत स्तर पर एक समिति का संचालन किये जाने, समितियों में कार्यरत सचिवों का स्टेट कैडर तथा लेखाकारों का जिला कैडर बनाये जाने हेतु राज्य सकरार को सुझाव दिये गये। इसके अतिरिक्त समय-समय पर समितियों एवं बैंक शाखाओं का निरीक्षण करने, जनपदों में समिति सचिवों, एडीओ, एडीसीओ तथा बैंक महाप्रबंधकों के साथ बैठक करने के सुझाव भी शामिल हैं। परिषद द्वारा भविष्य में सहकारी आंदोलन को और सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से प्रचार-प्रसार की गतिविधियों को बढ़ाने, पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन करने, होर्डिंग एवं अन्य संचार माध्यमों से प्रचार प्रसार करने, सहकारी समिति अधिनियम-2002 एवं नियमावली 2004 का प्रकाशन कर सभी समितियों एवं बैंकों में विपणन करने सहित विभागीय शासनादेशों का संकलन कर उन्हें प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त समय-समय पर सहकारी गोष्ठियों एवं सम्मेलनों का आयोजन कर विभिन्न योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का निर्णय बैठक में लिया गया। विभागीय मंत्री एवं परिषद के सभापति डॉ0 रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्ष में परिषद की कम से कम दो बैठक आयोजित की जाय।

बैठक में राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष मातवर सिंह रावत, प्रबंध निदेशक आवास संघ/उपभोक्ता संघ ईरा उप्रेती, प्रबंध निदेशक यूसीआरएफ आनंद शुक्ला, संयुक्त निबंधक नीरज बेलवाल, एम.पी. त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक भण्डार निगम मान सिंह सैनी, प्रबंध निदेशक यूसीएफ रामेन्द्री मन्द्रवाल, प्रबंध निदेशक भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड डॉ0 अविनाश, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग डॉ0 नीरज सिंघल, उप निदेशक डेरी विकास विभाग डी0पी0 सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

संस्कृत शिक्षा का तैयार होगा विजन डॉक्यूमेंटः डॉ0 धन सिंह रावत

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देहरादून,सूबे में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आगामी 3 व 4 नवम्बर को राज्य स्तरीय संस्कृत चिंतन शिविर का आयोजन किया जायेगा, जिसमें देशभर से संस्कृत भाषा के विद्धान प्रतिभाग करेंगे। दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारम्भ सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया जायेगा। वर्ष 2025 तक विभागीय उपलब्धियों के लिये अधिकारियों 10 बिन्दुओं पर ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा प्रदेशभर में 5 संस्कृत महोत्सवों का आयोजन कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये गये हैं।

संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में संस्कृत शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने राज्य की द्वितीय राजभाषा संस्कृत के संवर्द्धन व व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये विभागीय अधिकारियों को ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। डॉ0 रावत ने बताया कि बैठक में आगामी 3 व 4 नवम्बर 2022 को राज्य स्तरीय संस्कृत चिंतन शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमें संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया जायेगा। जिसमें देशभर के प्रखंड विद्वान शिरकत करेंगे। डॉ0 रावत ने बताया कि राज्य स्तरीय चिंतन शिविर के आयोजन हेतु शीघ्र ही स्थान तय कर दिया जायेगा, जिसके लिये विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभागीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 तक विभागीय उपलब्धियों के लिये अधिकारियों को 10 बिन्दुओं पर ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दे दिये गये हैं, उन्होंने कहा कि जब राज्य अपना 25वां स्थापना दिवस मना रहा होगा तब विभाग के पास अपनी 10 विशेष उपलब्धियां होगी। डॉ0 रावत ने कहा कि संस्कृत उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा है जिसके संवर्द्धन के लिये राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि देववाणी संस्कृत को जन-जन के मध्य प्रचारित एवं प्रसारित करने के उद्देश्य से प्रदेशभर में 5 वृहद संस्कृत महोत्सवों का आयोजन किया जायेगा, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। इसके अलावा प्रत्येक जनपद में एक-एक संस्कृत ग्राम बनाने, 5 लाख लोगों को संस्कृत भाषा में दक्ष करने हेतु विशेष प्रशिक्षण दिये जाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये गये। विभागीय मंत्री ने कहा कि शीघ्र ही शिक्षा विभाग की तर्ज पर संस्कृत विद्यालयों को भी गोद लिया जायेगा, जिसके लिये जनप्रतिनिधियों, आश्रमों एवं सक्षम व्यक्तियों से संपर्क किया जायेगा।

बैठक में सचिव संस्कृत शिक्षा चन्द्रेश यादव, कुलपति संस्कृत विश्वविद्यालय प्रो0 दिनेश चन्द्र निदेशक एस0पी0 खाली, प्रभारी उप निदेशक पद्माकर मिश्र, सहायक निदेशक वाजश्रवा आर्य, संजू प्रसाद ध्यानी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

अल्मोड़ा विधायक तिवारी ने सैकड़ों कांग्रेसजनों के साथ सड़कों की दुर्दशा पर किया लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता का घेराव,नगर में सड़कों के गड्ढे भरने को दिया दो दिन का अल्टीमेटम

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(अशोक कुमार पांडेय)

अल्मोड़ा, विधानसभा अल्मोड़ा  में सड़कों की दुर्दशा को लेकर विधायक मनोज तिवारी ने आज सैकड़ों कांग्रेस जनों के साथ लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता का कार्यालय में घेराव किया।इस अवसर पर विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि लम्बे समय से अल्मोड़ा विधानसभा सहित नगर क्षेत्र की सड़कें खस्ताहाल हैं परन्तु विभाग आंखें मूंद कर सोया हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सेक्टर के अन्तर्गत जितनी भी सड़कें स्वीकृत हैं एवं जितनी भी सड़कों में डामरीकरण होना है वे सब कार्य विभाग की लापरवाही के कारण ठन्डे बस्ते में पड़ा हैं।जिस कारण जनता को बेहद कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भयंकर बारिश के कारण जगह जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हैं।सड़कों की दीवारें टूटी हैं।जिन जिन भी जगहों पर दीवारों के टूटने से लोगों के आवासीय भवनों को खतरा उत्पन्न हुआ है उन्हें अविलम्ब दुरूस्त कराया जाए।इसके साथ ही नगर क्षेत्र की सड़कों में आधे आधे फिट के गढ्ढे बने हुए हैं जिससे पैदल चलने वाले तथा दुपहिया वाहन चालकों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि दो दिन के भीतर नगर क्षेत्र की सभी सड़कें गढ्ढा मुक्त नहीं की गयी तो वे विभाग के खिलाफ आन्दोलनात्मक रूख अख्तियार करने को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही विधानसभा में स्वीकृत सड़कों का निर्माण कार्य अथवा डामरीकरण यदि अविलंब प्रारम्भ नहीं किया गया तो विभाग के खिलाफ वे जनता को साथ लेकर लामबद्ध होंगे।उन्होंने आगे कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा की सड़कें गढ्ढों से भरी हुई है तथा लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इन सड़कों से गुजरते हैं फिर भी उन्हें सड़कों की दुर्दशा दिखाई नहीं देती। उन्होंने कहा कि विभाग अपनी कार्यप्रणाली सुधारें।उन्होंने आगे कहा कि विभाग की लापरवाही के कारण जनता को तकलीफ हो इसे वे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। विधायक ने कहा कि रानीधारा की सड़क जो लिंक मार्ग के रूप में कार्य करती है अपने खस्ताहाल में है।इस सड़क में भी टूटी दीवारों एवं डामरीकरण का कार्य अविलम्ब प्रारम्भ कराया जाए। प्रदर्शन में विधायक तिवारी के साथ नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला,जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष तारा चन्द्र जोशी,प्रदेश सचिव परितोष जोशी,यूसीडीएफ उपाध्यक्ष दीप सिंह डांगी,जिला उपाध्यक्ष विनोद वैष्णव,सेवादल जिलाध्यक्ष महेन्द्र बिष्ट,पीसीसी सदस्य भूपेन्द्र भोज,जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक,जिला सचिव दीपांशु पाण्डेय,संजय दुर्गापाल,पीसीसी सदस्य हर्ष कनवाल,सुनीता राजपूत,गीता मेहरा,सूरज वाणी,रोहन आर्या,दिनेश पिलख्वाल,सन्तोष कुमार,पंकज जोशी,देवेन्द्र बिष्ट गुड्डू,सभासद सचिन आर्या, देवेन्द्र बिष्ट,जिला पंचायत सदस्य देवेन्द्र बिष्ट,नारायण दत्त पाण्डेय, क्षेत्र पंचायत सदस्य परितोष जोशी,पंकज जोशी,पंकज खम्पा,रितिक राज,कामेश कुमार,जिला पंचायत सदस्य जीवन भण्डारी,विपुल कार्की,नवीन कनवाल,रमेश नेगी सहित सैकड़ों कांग्रेस कांग्रेस जन उपस्थित रहे |

पोस्ट ऑफिस जाने की जरूरत नहीं, PPF और सुकन्या समृद्धि के खाते में घर से जमा करें पैसा, ये स्टेप्स करें फॉलो

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अब पोस्ट ऑफिस (Post Office) के पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि के खातों में डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) आसानी से किया जा सकता है. आपको इसके लिए कुछ जरूरी प्रक्रिया का पालन करना है.

IPPB होना जरूरी
आपको बता दें कि इसके लिए सबसे जरूरी है कि आपके पास इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (India Post Payment Bank) सेविंग अकाउंट होना चाहिए. आईपीपीबी के माध्यम से डिजिटल सेविंग्स अकाउंट चलाया जाता है. इसकी मदद से आप घर बैठे पोस्ट ऑफिस के पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि (Sukanya Samriddhi) खाते में ऑनलाइन पैसे जमा कर सकते हैं.

मोबाइल ऐप की सुविधा
आप डिजिटल पेमेंट के माध्यम से रेकरिंग डिपॉजिट खाते में भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. मोबाइल से इन खातों में फंड ट्रांसफर करना हो तो आप आईपीपीबी मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं.

इनकम टैक्स में मिलेगी छूट
आपको बता दें कि पोस्ट ऑफिस आज के समय में 9 तरह के सेविंग्स स्कीम चला रहे है. इसमें रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund), सुकन्या समृद्धि अकाउंट (Sukanya Samriddhi Account) आदि के नाम हैं. पोस्ट ऑफिस की अधिकांश सेविंग्स स्कीम इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है.

स्मॉल सेविंग स्कीम में खोले खाता
आपको सरकार की तरफ से स्मॉल सेविंग स्कीम का फायदा पोस्ट ऑफिस के जरिये देती है. आपको इन स्मॉल सेविंग स्कीम का खाता खोलने के लिए बस एक बार पोस्ट ऑफिस में जाना होता है, उसके बाद सारा काम घर बैठे ऑनलाइन होता है. पोस्ट ऑफिस में ऑनलाइन खाता कैसे खोल सकते हैं.

ऐसे करें ऑनलाइन जमा

अपने बैंक अकाउंट से IPPB खाते में पैसे जमा करें
इसके बाद DOP प्रोडक्ट्स में जाएं
अब PPF या सुकन्या समृद्धि का चयन करें
अगर PPF में पैसा ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो PPF का चयन करें
PPF अकाउंट नंबर लिखें, उसके बाद डीओपी कस्टमर आईडी लिखें
IPPB ऐप से ही आप सुकन्या समृद्धि खाते में भी पैसे जमा कर सकते हैं
अपना एसएसए अकाउंट नंबर लिखें, उसके बाद डीओपी कस्टमर आईडी लिखें
अब इस्टॉलमेंट अमाउंट दर्ज करें
आपके मोबाइल फोन पर आईपीपीबी की तरफ से सफल पेमेंट ट्रांसफर का मैसेज मिलेगा
ऑनलाइन नया खाता खोलें

अपनी आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके डीओपी ई-बैंकिंग पोर्टल में लॉग इन करें
सामान्य सेवा टैब पर क्लिक करें और सेवा अनुरोध पर जाएं. न्यू रिक्वेस्ट पर क्लिक करें
पीपीएफ खाते का चयन करें और फिर पीपीएफ खाता खोलें पर क्लिक करें
कुछ जरूरी जानकारी भरें

न्यूनतम जमा राशि 500 रुपये है, और अधिकतम 1.5 लाख रुपये है.
अपने इंटरनेट बैंकिंग खाते से जुड़े पीओएसबी खाते का चयन करें
अब नियम और शर्तों को पढ़ने के लिए क्लिक करें
नियम और शर्तें स्वीकार करें और सबमिट पर क्लिक करें
लेनदेन पासवर्ड दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें
भविष्य में उपयोग के लिए सफल लेनदेन पूरा होने पर आप रसीद देख या डाउनलोड कर सकते हैं
पोस्ट ऑफिस के आरडी, पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि खाते में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करने के लिए नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा.
मोबाइल से फंड ट्रांसफर करना चाहते हैं तो अपने आईपीपीबी ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं.

Jio की 5G सर्विस से पाएं सुपर-फास्ट स्पीड, आपको ऐसे मिलेगा 5G नेटवर्क ऐक्सेस

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रिलायंस जियो (Reliance Jio) इस सप्ताह अपने ‘True 5G नेटवर्क’ को देश के कुछ शहरों में टेस्ट करने जा रही है। इनमें से कुछ शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, वाराणसी और कोलकाता हैं जहां जियो के कस्टमर 5G नेटवर्क को अपने मोबाइल में एक्सेस कर सकते हैं।

रिलायंस जियो का कहना है कि अभी सभी कस्टमर को 5G नेटवर्क का एक्सेस नहीं मिलेगा। रिलायंस जियो पहले ही कह चुकी है की हाई स्पीड 5G नेटवर्क का एक्सेस ग्राहकों को इनविटेशन के जरिए मिलेगा। यह इनविटेशन सभी योग्य कस्टमर्स के ‘MyJio’ ऐप में डिलीवर किया जाएगा। हालांकि 5G नेटवर्क को एक्सेस करने के लिए सिर्फ यही एक शर्त नहीं है। आज हम आपको बताएंगे की किन–किन शर्तों को पूरा करके आप जियो के 5G नेटवर्क का एक्सेस अपने मोबाइल में पा सकते हैं।

चाहिए कम से कम 239 रुपये का एक्टिव प्लान
रिलायंस जियो ने पहले ही यह क्लियर कर दिया है कि किसी भी जियो सब्सक्राइबर्स को 5 जी सर्विस के एक्सेस के लिए कोई भी एडिशनल प्राइस नहीं देना होगा। हालांकि रिलायंस जियो ने उसी समय यह भी शर्त लगा दी थी कि किसी भी प्रीपेड और पोस्टपेड जियो सब्सक्राइबर्स को 5G नेटवर्क एक्सेस करने के लिए मिनिमम 239 रुपये का एक्टिव प्लान रखना होगा। इसके बाद सभी True जियो 5G कस्टमर्स 1 Gbps स्पीड के अनलिमिटेड 5G डाटा का लाभ ले सकेंगे। इन सबके अलावा इस 5G नेटवर्क का एक्सेस करने के लिए आपके पास 5G स्मार्टफोन का होना भी जरूरी है।

कैसे जानें आपका फोन 5G है या नहीं?
अगर आप जियो के सब्सक्राइबर हैं लेकिन आपको पता नहीं है कि आपका फोन 5G सपोर्टेड है या नहीं तो इन तरीकों का इस्तेमाल करके आप इसका पता लगा सकते हैं। सबसे पहले आपको अपने फोन के ‘setting’ में जाना होगा। इसके बाद आपको ‘Wi–Fi & Network’ पर क्लिक करना होगा। इसको क्लिक करने के बाद आपको ‘SIM &Network’ के विकल्प पर जाना होगा। इसके बाद आपको ‘Preferred network type’ का विकल्प देखने को मिलेगा। अगर आपका फोन 5G सपोर्ट करता होगा तो राइट साइड में आपको नेटवर्क ऑप्शन चुनने के लिए 2G/3G/4G/5G देखने को मिलेगा।

सीएम धामी ने दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम अंग वितरण कार्यक्रम में किया प्रतिभाग

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम अंग वितरण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। महावीर सेवा सदन एवं परमार्थ निकेतन द्वारा संयुक्त रूप से कृत्रिम अंग वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग उपलब्ध कराये गये।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस परमार्थ के कार्य में लगे महावीर सेवा सदन एवं परमार्थ निकेतन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस सेवा भाव से इनके द्वारा दिव्यांगों के कल्याण के लिए कार्य किये जा रहे हैं, यह सराहनीय प्रयास है। जब हम दूसरों की मदद करते हैं तो उसका अलग आत्मीय सुख होता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों से भेंट की एवं उनका उत्साहवर्द्धन किया।

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दिव्यांगता मुक्त उत्तराखण्ड के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। दिव्यांगों के कल्याण के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। अनेक सामाजिक संस्थाएं भी इनके कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। उत्तराखण्ड को दिव्यांगता मुक्त बनाने के लिए सभी को संकल्प लेना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नये भारत का नारा जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं जय अनुसंधान है। देवभूमि उत्तराखण्ड से हमें ‘जय दिव्यांग’ के नारे को आगे बढ़ाकर दिव्यांगता मुक्त उत्तराखण्ड की शुरूआत करनी है। उन्होंने कहा कि 2024 तक उत्तराखण्ड को क्षय रोग मुक्त एवं 2025 तक ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती, महावीर सेवा सदन से देवेन्द्र राज मेहता एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

 

संयुक्त सचिव लेखा मनोहर सिंह कन्याल को शासन ने किया सस्पेंड

देहरादून, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पूर्व सचिव एवं वर्तमान में संयुक्त सचिव लेखा मनोहर सिंह कन्याल को शासन ने सस्पेंड कर दिया है। निलंबन आदेश उनकी आठ अक्तूबर को हुई गिरफ्तारी से प्रभावी होगा। दरअसल, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की 2016 में हुई वीपीडीओ भर्ती के दौरान एमएस कन्याल, आयोग में सचिव थे।
इस भर्ती में ओएमआर शीट से छेड़छाड़ हुई थी, जिसके पुख्ता प्रमाण भी सामने आए थे। 2018 में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया था, जिसके बाद हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले को एसटीएफ के हवाले कर दिया था। भर्ती घोटाले में पूछताछ के बाद शनिवार को एसटीएफ ने कन्याल को गिरफ्तार कर लिया था।

सोमवार को अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कन्याल को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया। कन्याल वर्तमान में सचिवालय में संयुक्त सचिव लेखा के पद पर सेवाएं दे रहे थे। आदेश में अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि कन्याल का निलंबन, गिरफ्तारी की तिथि से ही मान्य होगा।