Sunday, May 11, 2025
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खास खबर : दुकानदार ने बैंक प्रबंधन के साथ मिल कर बांट दिए ऋण, आईपीसी की धारा में मुकदमा दर्ज

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गंगोलीहाट, उत्तराखंड़ में स्थित यूनियन बैंक की शाखा में हुए लोन घोटाले की परतें अब पुलिस खोलेगी। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर गंगोलीहाट थाने में इस मामले में आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में एक व्यक्ति को नामजद कराया गया है।
मामला वर्ष 2019 का है। शिकायतकर्ता नीरज कुमार के अनुसार यूनियन बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक हितेश पांडे गंगालीहाट के एक व्यक्ति प्रकाश जोशी के साथ अग्रौन गांव में आए थे। उन्होंने गांव में लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही ऋण योजनाओं की जानकारी दी थी। इसके बाद श्किायतकर्ता नीरज कुमार व गांव के कई अन्य लोग बैंक की शाखा में गाए।

उनका कहना है कि शाखा प्रबंधक हितेश पांडे ने उन्हें बताया कि बैंक से उनका ऋण हो जाएगा लेकिन ऋण संबधी सभी फार्म प्रकाश जोशी की दुकान पर रखे हैं। इसलिए वे प्रकाश जोशी से ही संपर्क करें।
नीरज ने बताया कि इसके बाद वे लोग प्रकाश जोशी के पास गए, प्रकाश जोशी ने उनसे आधार कार्ड व पेन कार्ड की छाया प्रतियां हस्ताक्षर करवा कर मांगी। उन्होंने दोनों दस्तावेज प्रकाश जोशी को उपलब्ध करा दिए। इसके लगभग एक सप्ताह बाद अग्रौन गांव के सात लोगों नीरज कुमार,दिवान राम, नवीन राम, कृष्ण राम, कमलेश पन्त व पुष्कर राम को प्रकाश जोशी ने दुकान पर बुलाकर पचास से साठ हजार रूपये नकदी थमाते हुए कहा कि यह उनके ऋण की पहली किस्त है। अगली किस्त कुछ माह बाद उन्हें मिल जएगी। लेकिन इसके बाद वे बैंक के चक्कर काटते रहे लेकिन अगली किश्त न मिलनी थी और न ही मिली।
नीरज ने बताया कि इसके बाद बैंक के नोटिस उन्हें मिलने लगे। तब उन्हें पता चला कि बैंक से उनके नाम पर ढाई से साढ़े तीन लाख रूपये का ऋण निकाला जा चुका है। उनकी ऋण फाइलों में बाकायदा उनके हस्ताक्षर भी दर्ज है। जबकि उनका कहना हैकि उन्होंने किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करे ही नहीं है। सिर्फ अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड की छायाप्रतियों पर उनके हस्ताक्षर हैं |
इसके बाद बैंक के नोटिस लगातार उनके घर पहुंचते रहे। बैंक के नाम पर लोग उन्हें फोन करके धमका रहे हैं कि उनकी जमीन व घर नीलाम करके बेंक अपना ऋण वसूल कर लेगा। इससे पहले ठगी का शिकार हुए डेढ दर्जन से अधिक लोगों ने बैंक के शाखा प्रंबंधक क ​घेराव भी किया था। लेकिन बैंक ने शाखा प्रबंधक का रातों रात स्थनांतरण करके कहीं और भेज दिया। प्रकाश जोशी की दुकान पर जाकर भी पीड़ितों ने खूब शोर शराबा किया।

लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। डरे हुए ग्रामीणों ने बैंक की किश्तें व ब्याज भी जमा करवाया लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर लोग लिए बिना सिर पर चढ़ गए इस लोन के कर्ज की किश्ते नियमित रूप से कैसे दे पाते। किश्ते टूटी तो बैंक से उन्हें धमकी भरे फोन आनेलगे। बैंक के अधिकारी उनके घरों पर ही आ धमकने लगे। अकेले अग्रौन गांव में ही सात पीड़ित हैं। दूसरे गांव के अभी तक 19 लोगों के नामों का खुलासा हो चुका है जो प्रकाश जोशी के बिछाए हुए जाल में फंसे |

गत दिनों नीरज कुमार अपनी व्यथा लेकर एसपी पिथौरागढ़ से मिलने पहुंचे। एसपी के निर्देश पर कल रत गंगोलीहाट पुलिस ने प्रकाश जोशी को नामजद करते हुए आपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब तीन साल बाद ग्रामीणों को आशा जगी है कि उनके साथ न्याय हो सकेगा।

अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर छात्र निकालेंगे तिरंगा यात्रा

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देहरादून, अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदेश भर के छात्र तिरंगा यात्रा निकलेंगे। यात्रा अंकिता के घर से श्रीनगर होते हुए आरोपी के रिजॉर्ट जाएगी। सत्यम छात्र संगठन के अध्यक्ष निखिल शर्मा ने शुक्रवार को प्रेस क्लब में ये जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के सभी छात्र संगठनों ने सरकार से पहाड़ की बेटी अंकिता के साथ हुए जघन्य अपराध को लेकर सीबीआई जाँच कराने की मांग की थी। जिसके लिए सरकार को एक सप्ताह का समय दिया गया था। पर सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।ऐसे में अब सभी छात्र छात्राओं संगठनों ने पहाड़ की बेटी अंकिता भण्डारी के घर से पैदल तिरंगा यात्रा निकालने का फैसला किया है। इस तिरंगा यात्रा में प्रदेश के सभी छात्र छात्राएं शामिल होंगे। यह तिरंगा यात्रा अंकिता भंडारी के घर से होकर श्रीनगर और अंत में आरोपी के रिजॉर्ट तक निकाली जायेगी।इसका उद्देश्य अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड के उन वीआईपी के नाम उजागर करवाकर उनको सजा दिलवाना है। जिनकी वजह से इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया।
यात्रा में बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार, निर्दलीय छात्र संगठन के अध्यक्ष निखिल शर्मा, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सौरभ मंमगाई, जय हो ग्रुप उत्तराखण्ड के अध्यक्ष आयुष मियान, वंदे मातरम के अध्यक्ष जितेन्द्र पाल पाठी व समस्त प्रदेशवासी आदि शामिल होंगे।

अशोक गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे को खुलकर किया समर्थन, शशि थरूर ने की कार्रवाई की मांग

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नई दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 2 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। एक ओर जहां मल्लिकार्जुन खड़गे हैं तो वहीं दूसरी ओर शशि थरूर हैं। शशि थरूर लगातार यह दावा कर रहे हैं कि अगर कार्यकर्ताओं को पार्टी में बदलाव चाहिए तो वह हमारे पक्ष में मतदान करें। वहीं दूसरी ओर मल्लिकार्जुन खड़गे का दावा है कि हम दोनों का उद्देश्य भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ना है। इन सबके बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने खुलकर मल्लिकार्जुन खड़गे का समर्थन किया है।

अब इसी को लेकर शशि थरूर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। शशि थरूर ने साफ तौर पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ कांग्रेस के सीईए अध्यक्ष पर निर्भर करता है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा कि इस पर कार्रवाई करना कांग्रेस के सीईए अध्यक्ष पर निर्भर है। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि कोई भी पदाधिकारी किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार न करें। भोपाल में मौजूद शरूर ने कहा कि यह सच है कि जिस तरह का स्वागत, निष्पक्षता मुझे यहां मिली, वह किसी और राज्य में नहीं मिली। दरअसल, थरूर ने इससे पहले दावा किया था कि कई प्रदेश इकाइयों में उनके प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे का स्वागत किया जाता है और बड़े-बड़े नेता उनसे मिलते हैं, लेकिन उनके साथ ऐसा व्यवहार नहीं होता।

हालांकि थरूर ने यह भी कहा कि वह कोई शिकायत नहीं कर रहे हैं, लेकिन व्यवस्था में कमियां हैं क्योंकि 22 साल से पार्टी में चुनाव नहीं हुआ है।
इसके अलावा शशि थरूर ने यह भी कहा कि चुनाव से ये स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पार्टी की मजबूती बढ़ती जा रही है। देश में किसी भी पार्टी में चुनाव से राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नहीं होता है। जो लोग लोकतंत्र के बारे में बोलते है उन्हें अपनी पार्टी के अंदर भी ये दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मैं और खड़गे साहब हमारी पार्टी के सामने अलग-अलग संकल्प रखते हैं। खड़गे साहब की जीत हो या मेरी जीत हो हम दोनों चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी की जीत होनी चाहिए। इससे पहले शशि थरूर ने बृहस्पतिवार को कहा था कि यह धारणा काफी सही लगती है कि बी.आर. आंबेडकर इस विचार को “अस्वीकार” करते और इसकी “काफी आलोचना” करते कि राजनीतिक नेतृत्व को चुनाव या योग्यता के अन्य रूपों के बजाय विरासत के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए।

यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के काफिले में एक्सिडेंट, पुलिस की गाड़ी से टकराई एंबुलेंस, कई घायल

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लखनऊ, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बाल-बाल एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गए हैं। दरअसल, ब्रजेश पाठक के काफिले में शामिल एक एंबुलेंस और पुलिस गाड़ी की टक्कर हो गई है। टक्कर के बाद दोनों ही गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुछ लोगों को चोट भी आई है। दरअसल, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ से सड़क मार्ग के रास्ते खीरी जा रहे थे। सीतापुर के पास उपमुख्यमंत्री का काफिला पहुंचा था। इसी दौरान काफिले में शामिल एक वाहन के गति के नियंत्रण खो जाने के कारण का एंबुलेंस और पुलिस की सुरक्षा कार के बीच टक्कर हो गई। इस टक्कर में दरोगा और डॉक्टर सहित छह लोग घायल बताए जा रहे हैं। आनन-फानन में उन्हें पास के अस्पताल में ले जाया गया है,
उत्तरी सीतापुर के एएसपी राजीव दीक्षित ने बताया कि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ से सड़क मार्ग से खीरी जा रहे थे। सीतापुर के पास उपमुख्यमंत्री के काफिले में शामिल वाहन की गति के नियंत्रण खो जाने के कारण काफिले के एंबुलेंस और पुलिस की सुरक्षा गाड़ी के बीच में टक्कर हो गई। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस में मौजूद मेडिकल टीम के लोगों को चोटें आई है। पुलिसकर्मी भी घायल हैं। सभी को ज़िला अस्पताल भेजा गया जहां उनका इलाज जारी है। सभी की स्थिति अभी सामान्य है।
फिलहाल उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सुरक्षित हैं। एंबुलेंस की टक्कर इतनी जोरदार थी कि एस्कॉर्ट में शामिल वाहन सड़क के दूसरे किनारे पर पहुंच गए। घटना के पास आसपास भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। बताया जा रहा है कि किसी साइकिल सवार को बचाने के चक्कर में वाहन आपस में टकरा गए हैं।

सीएम धामी की अध्यक्षता में आयोजित की गई सिविल मिलिट्री लायजन कॉन्फ्रेंस की बैठक

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में सिविल मिलिट्री लायजन कॉन्फ्रेंस की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उत्तराखण्ड शासन एवं सेना के अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित विभिन्न एजेण्डा बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। सेना को राज्य सरकार से सहयोग की जो अपेक्षाएं होंगी, उनको प्राथमिकता में रखते हुए उचित हल निकाला जायेगा। आज जो समन्वय बैठक हुई है, इसका आउटपुट निकालना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है। जन सुविधा एवं सेना की सुविधा हेतु विभिन्न गतिविधयों के लिए जहां संयुक्त सर्वे की जरूरत है। जिला प्रशासन के अधिकारी एवं सैन्य अधिकारी संयुक्त सर्वे कर 03 सप्ताह के अन्दर शासन को रिपोर्ट दें, ताकि उन समस्याओं का उचित निदान करवाया जा सके।
इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, लेफ्टिनेंट जनरल जे.पी. मैथ्यू, जीओसी उत्तर भारत एरिया, मेजर जनरल संजीव खत्री जीओसी उत्तराखण्ड सब ऐरिया, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, विनोद कुमार सुमन, शासन एवं सेना के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

दून में जुटे देशभर के नेत्र सर्जन, राज्यपाल ने किया उत्तरा आईकॉन-2022 का शुभारंभEye surgeons from across the country gathered in Doon Governor inaugurated Uttara Icon-2022 - दून में जुटे देशभर के नेत्र सर्जन, राज्यपाल ने किया उत्तरा आईकॉन -2022 का शुभारंभ

देहरादून, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने दून मेडिकल कॉलेज परिसर में उत्तराखंड स्टेट ऑप्थलमोलॉजिकल सोसायटी के 18वीं उत्तरा आईकॉन-2022 कांफ्रेंस का शुभारंभ किया। पहले दिन लाइव सर्जरी विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा की गई।

राज्यपाल ने देशभर से आए डॉक्टरों की सराहना की। कहा कि रिसर्च और तकनीक के बल पर चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम आए हैं। आंखों और दृष्टि का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है, जीवन में एक अहम भूमिका निभाती है। आंखों से संबन्धित समस्याएं भी दिन-प्रतिदिन बढती जा रही हैं। विशेषज्ञ डॉक्टर लोगों को जागरूक करें, साथ ही डाक्टर्स लोगों को नेत्र के लिए सावधानियां बताएं। कॉर्निया की बीमारियां, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा के बाद होने वाली दृष्टि हानि और अंधापन के आदि बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करना जरूरी है, जिससे लोग इन बीमारियों से बच सके। उन्होंने कहा कि हमें अधिक से अधिक लोगों को नेत्रदान के बारे में भी जागरूक करना चाहिए। इस दौरान निदेशक डा. आशुतोष सयाना, आयोजन चैयरमेन डा. युसुफ रिजवी और सचिव डा. सुशील ओझा, लाइव सर्जरी चैयरमेन डा. गौरव लूथरा, सोसायटी अध्यक्ष डॉ. हर्ष बहादुर, सचिव डॉ. सतांशु माथुर, डॉ. विनोद अरोड़ा आदि मौजूद रहे।

 

“वैली ऑफ वर्ड्स” का छठा संस्करण 12 नवंबर से दून में होगा, सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग भी होंगे सहयोगी12 नवंबर से दून में होगा “वैली ऑफ वर्ड्स” का छठा संस्करण, पहली बार उत्तराखंड सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग भी होंगे सहयोगी |

देहरादून, आगामी 12-13 नवंबर को देहरादून में वैली ऑफ वर्ड्स का छठा संस्करण आयोजित किया जाएगा। यह पहला अवसर है जब उत्तराखंड सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग भी इस आयोजन में सहयोगी होंगे। वैली ऑफ वर्ड्स में इस बार 100 लेखक, 40 सेशन और 10 किताबों का विमोचन आकर्षण होगा।

उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार एवं सेवानिवृत्त आईएएस संजीव चोपड़ा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैली ऑफ वर्ड्स का शुभारंभ उत्तराखंड के राज्यपाल सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह करेंगे जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे। 13 नवंबर को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि बीते 5 वर्षों से लगातार यह आयोजन देहरादून में हो रहा है। इस बार मुख्यमंत्री की सहमति के बाद उत्तराखंड सरकार भी इसमें भागीदार है। उन्होंने कहा कि वैली ऑफ वर्ड्स के दौरान उत्तराखंड की फिल्म नीति को लेकर भी चर्चा होगी। वर्तमान में इस नीति को लेकर सुझाव आमंत्रित किये गए हैं। विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने कहा कि एक दो माह के अंदर फिल्म नीति को फाइनल कर लिया जाएगा। अभी तक आउटडोर शूटिंग पर ही फोकस होता था लेकिन अब प्रयास है कि फिल्म से जुड़ा हर पहलू मसलन लेखन, फोटोग्राफी, सिनेमेटोग्राफी इत्यादि यहीं पर हो।

वैली ऑफ वर्ड्स के दौरान विभिन्न गतिविधियां जैसे नृत्य प्रस्तुति, मंत्रणा कार्यक्रम भी होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास है कि देहरादून के वैली ऑफ वर्ड्स को जल्द से जल्द देश के सर्वश्रेष्ठ लिटरेचर फेस्टिवल के तौर पर पहचान मिले। इसके अलावा इस कार्यक्रम के दौरान रूसी एवं इसरायली किताबों पर भी चर्चा की जाएगी।

 

यूनिसन सेंट्रियो मॉल का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटनदेहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूनिसन सेंट्रियो मॉल का किया उद्घाटन

देहरादून, न्यू कैंट रोड पर स्थित यूनिसन सेंट्रियो मॉल का उद्घाटन आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया। उन्होंने मॉल के सफल शुभारंभ के लिए पूरे यूनिसन ग्रुप को शुभकामनाएं दी।

नवनिर्मित मॉल के शुभारंभ के अवसर पर समारोह की शुरुआत नरसिम्हा कवच यज्ञ से हुई, जिसके बाद मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी द्वारा रिबन काट कर मॉल का उद्घाटन किया गया। इसके बाद इस्कॉन कृष्णा कॉन्शियसनेस प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसका संचालन इस्कॉन भक्तों द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध भारतीय लाइफस्टाइल कोच, महंत, आध्यात्मिक गुरु और इस्कॉन द्वारका के उपाध्यक्ष, अमोघ लीला प्रभु भी मौजूद रहे।

इस अवसर पर बोलते हुए, यूनिसन ग्रुप के मालिक, अमित अग्रवाल ने कहा, “हम देहरादून शहर में अपने मॉल एवं एंटरटेनमेंट सेंटर की शुरुआत करने के लिए हुए बहुत उत्साहित हैं। सेंट्रियो अपनी तरह का एक अनूठा मॉल है जो यहां के शहरवासियों और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए खरीदारी और मनोरंजन का एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगा। इस मॉल की स्थापना के माध्यम से यूनिसन ग्रुप का लक्ष्य उत्तराखंड के युवाओं को लगभग 3000 से ज्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इसके अतिरिक्त, यह मॉल उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देगा, और साथ ही राज्य के राजस्व में योगदान भी करेगा।”

आगे बताते हुए, अमित ने कहा, “आगंतुकों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करने के लिए सेंट्रियो मॉल को बेहद खूबसूरती से डिजाइन किया गया है। मॉल के बाहरी हिस्से को काफी खुल्ला रक्खा गया है और यहाँ कई उच्च स्तरीय कैफ़े और रेस्टोरेंट भी हैं जो दून वासियों को शहर में पहली बार देखने को मिलेंगे। सेंट्रियो मॉल के ज़रिये हमारा लक्ष्य प्रत्येक ग्राहक को रोज़ाना कुछ न कुछ अनोखा पेश करना है। आने वाले कल में हम यहाँ रोमांचक कार्यक्रमों और उत्सवों की मेजबानी भी करेंगे, और इस मॉल को देहरादून का अप्रतिम मनोरंजन केंद्र बनाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे।”

सभा को संबोधित करते हुए, इस्कॉन द्वारका के उपाध्यक्ष, अमोघ लीला प्रभु ने कहा, “प्रतिभा, अच्छा रवैया, सही चरित्र और आशीर्वाद एक व्यक्ति के जीवन में सफलता हासिल करने के लिए अहम् तत्व हैं। इन सभी तत्वों में आशीर्वाद की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है।”

शहर के बीचों बीच स्थित, सेंट्रियो मॉल 4.5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में बना हुआ है, जिसमें 500 से अधिक कारों की पार्किंग की व्यवस्था है। यहाँ 100 से अधिक प्रमुख ब्रांड देखने को मिलेंगे, जिनमें शॉपर्स स्टॉप, स्टारबक्स, स्मोक हाउस डेली, कैरेटलेन, मार्क्स एंड स्पेंसर, टाइम ज़ोन फैमिली एंटरटेनमेंट सेंटर, पांच-स्क्रीन वाला पीवीआर मल्टीप्लेक्स, फिटनेस क्लब, और कई रेस्टोरेंट व मनोरंजन के विकल्प शामिल हैं।

 

विधायक विनोद चमोली ने किया सरकार की उपलब्धि का बखानMLA Chamoli told the achievements of the government - विधायक चमोली ने बताई सरकारी की उपलब्धियां

देहरादून, बीजेपी महानगर में हुई प्रेस वार्ता में धर्मपुर क्षेत्र के विधायक विनोद चमोली ने सरकार की उपलब्धियों का बखान किया। विधायक विनोद चमोली ने कहा कि हलिया हरिद्वार पंचायत चुनाव में बीजेपी ने जिस तरह से क्लीन स्वीप किया है उसे पता चलता है कि राज्य के जनता बीजेपी सरकार के कार्यों पर मोहर लगा रही है। यूकेएसएसई घोटाले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए घोटालेबाज अधिकारियों को जेल पहुंचाया है। हाकम सिंह प्रकरण पर 42 लोगों को चार्ज दी है। परदेश में कई लोगों पर गैंगस्टर लगाया गया है। इससे भ्रष्टाचार पर रोक लगी है और जनता का सरकार पर विश्वास बढ़ा है। प्रेस वार्ता ने कार्यालय प्रभारी विनोद शर्मा, मीडिया प्रभारी राकेश उनियाल आदि मौजूद रहे।

 

स्वदेशी मेला 14 से 22 अक्टूबर 2022 तक दून में होगा आयोजित, मेले में पहाड़ी उत्पादों को मिलेगी नई पहचान

स्वरोजगार के साथ ही पहाड़ी उत्पादों को मिलेगी नई पहचान, जानिए क्या है पूरा प्लान

देहरादून, पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए स्वदेशी जागरण मंच सात दिवसीय स्वदेशी मेले का आयोजन करेगा। जिसमें 13 जनपदों के स्व उद्यमी , स्वयं सहायता समूह सहित अन्य प्रांतों के सम्बंधित विधाओं का आना सुनिचित हुआ हे। स्वदेशी जागरण मंच के महामंत्री ललित मोहन जोशी एवं प्रांत संयोजक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि एवं उत्तराखंड में स्वदेशी मेला 14 अक्टूबर 2022 से 22 अक्टूबर 2022 तक भाजपा कार्यालय मैदान 6 नंबर पुलिया रिंग रोड़ देहरादून में आयोजित किया जाएगा।

जिसका उद्घाटन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट जी करेंगे। स्वदेशी मेले का समापन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास द्वारा किया जायेगा। प्रत्येक दिन स्वदेशी मेले के कार्यक्रम में सरकार के सम्मानित कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी एवं प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल सहित विभिन्न छेत्रों के गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे।

स्वदेशी मेले में स्वरोजगार, उत्तराखंड की संस्कृति स्थानीय एवं पहाड़ी उत्पादकों के समान के स्टॉल लगाए जाएंगे तथा स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान कर प्रोत्साहित किया जाएगा।तथा युवाओं में बढ़ते नशे की लत को दूर करने हेतु जनजागरुकता अभियान युवा संवाद एवं नुकड़ नाटकों के माध्यम से किया जाएगा जिसका मुख्य उद्देश्य नशा मुक्त समाज का निर्माण करना होगा।

इस श्रंखला में स्वच्छता, नशा मुक्त उत्तराखंड स्वरोजगार, योग, महिला सशक्तिकरण आदि विषयों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे मेले में मनोरंजन हेतु खेल खिलौनों की दुकानें एवं जादूगर का कार्यक्रम भी रखा जाएगा इसके अलावा झूले और मिकी माउस भी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मेले में बच्चों के लिए मनोरंजक खेल के अलावा लोकसंस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक संध्या का प्रतिदिन आयोजन होगा। उन्होंने चिंता जताई कि पर्वतीय क्षेत्र में स्वरोजगार का न होना पलायन को बढ़ावा दे रहा है।

पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा तो स्थानीय लोग स्वरोजगार से जुड़ेंगे। प्रेस वार्ता के दोरन वरिष्ठ समाजसेवी एवं उद्योगपति श्री विशंबर नाथ बजाज ,धर्मेंद्र चौहान राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रिन्स यादव महिला, स्वावलंबी भारत अभियान के महिला समन्वयक प्रीति शुक्ला , प्रांत समन्वयक दरबान सिंह , प्रचार प्रमुख आधार वर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे |

दून मेडिकल कालेज में युवा डॉक्टरों को सिखाए ट्रामा सेंटर में जिंदगी बचाने के गुर

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देहरादून, दून मेडिकल कालेज में विश्व ट्रामा सप्ताह के तहत एक दिवसीय विशेषज्ञ ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। जिसमें विशेषज्ञों ने ट्रामा सेंटर में आने वाले गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार एवं उनकी जिंदगी बचाने के गुर युवा डॉक्टरों को सिखाए। कार्यशाला की शुरुआत एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक प्रो. एमसी मिश्रा ने की। उन्होंने आपातकालीन चिकित्सा पर व्याख्यान दिया। मेडिकल कालेज के दक्षता केंद्र में आयोजित कार्यशाला एम्स ऋषिकेश के ट्रामा एवं आपातकाल विभाग के सहयोग से की गई। जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को आपातकालीन चिकित्सा में दक्षता विकास का प्रशिक्षण दिया। लिवरपूल विश्वविद्यालय में अंग प्रत्यारोपण विभाग के निदेशक डा. अजय कुमार शर्मा, इंग्लैंड के वैस्कुलर सर्जन डा. सदाशिव सेल्वा कुमार, एम्स नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डा. अक्षय कुमार, एम्स ऋषिकेश के एसोसिएट प्रोफेसर डा. मधुर उनियाल और आरएमएल अस्पताल, नई दिल्ली से एडिशनल प्रोफेसर डा. इतिश्री ने प्रतिभागियों को कई अहम जानकारियां प्रदान की। दून मेडिकल कालेज के संकाय सदस्यों, रजिडेंट एवं चिकित्सकों को मरीज की सुरक्षा, जटिल शर्करा रोग का इलाज, लाइफ सपोर्ट, श्वास व हृदय रोग संबंधित प्रबंधन,एबीजी, वेंटिलेटर दक्षता, आपातकालीन आंकलन व पुनर्जीवन के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा निदेशक एवं मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना, आपातकालीन चिकित्सा की विभागाध्यक्ष, डा. हेमा सक्सेना, दक्षता केंद्र के प्रभारी डा. संजय गौड़ आदि मौजूद रहे।

राज्य के विकास में सार्थक सहयोग हेतु हडको निदेशक ने की सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक

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देहरादून, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के उपक्रम हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हडको) के निदेशक (कॉर्पोरेट प्लानिंग), श्री एम. नागराज द्वारा मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक एवं सचिव(पर्यटन) के साथ बैठक की गई।
उन्होंने मुख्य सचिव, डॉ. एस एस संधू, आईएएस-1988, उत्तराखंड सरकार के साथ बैठक कर उत्तराखंड राज्य में हडको की गतिविधियों से अवगत कराते हुए हडको द्वारा राज्य के विकास में गति देने हेतु विकास योजनाओं में हडको के सहयोग का प्रस्ताव रखा, जिसमें राज्य सरकार की विकास योजनाएं जैसे भूमि अधिग्रहण, शहरी और ग्रामीण आवास, पुलिस आवास, इंफ्रास्ट्रक्चर, पार्किंग, मेट्रो, रिडेवलपमेंट, सड़क विकास व निर्माण, नई टाउनशिप, रेंटल हाउसिंग, भूमि अधिग्रहण आदि विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए हडको ऋण प्रदान कर सकता है।

उत्तराखण्ड पुलिस महानिदेशक, श्री अशोक कुमार, आईपीएस, (बैच आरआर-1989) के साथ बैठक कर उन्होंने उत्तराखंड राज्य में पुलिस कर्मचारी आवास और बुनियादी ढांचा संबंधी परियोजनाओं जैसे कार्यालय भवन/ संस्थागत अवसंरचना इत्यादि के विकास व निर्माण राज्य सरकार की गारंटी अथवा बजटीय प्रावधान अंतर्गत वित्तपोषण का प्रस्ताव रखा जिसमें पुलिस विभाग के लगभग 250 करोड़ रुपये में 1000 आवासीय इकाइयों (57 वर्गमीटर के साथ टाइप-II क्वार्टर) आदि का निर्माण किया जा सकता है।

सचिव (पर्यटन), श्री सचिन कुर्वे, आईएएस-2003, उत्तराखंड सरकार के साथ बैठक कर हडको द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व(सीएसआर) द्वारा वर्ष 2013 में श्री केदारनाथ धाम में आई प्राकृतिक आपदा में दिये गये सहयोग का भी जिक्र किया एवं इसी क्रम अब पुनः रु10.00 करोड़ की राशि का अनुदान श्री केदारनाथ धाम के विकास एवं पुनर्वास हेतु स्वीकृति करने की जानकारी दी ।

बैठक में क्षेत्रीय प्रमुख, श्री संजय भार्गव एवं श्री अशोक कुमार लालवानी, संयुक्त महाप्रबंधक (वित्त) आदि उपस्थित थे।

खास खबर : हाकम के बाद पेपर लीक मामले में गैंगस्टर बनाए गए चंदन मनराल की संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी

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देहरादून, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 21 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। इसके बाद सभी की अवैध संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू किया गया था। गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई पर आरोपियों की संपत्तियों को जब्त और ध्वस्त करने का भी प्रावधान है। इसी क्रम में एसटीएफ ने पहले हाकम सिंह की संपत्तियों पर कार्रवाई की थी। पिछले दिनों सांकरी स्थित उसके चार रिजॉर्ट गिराए गए थे। जिला प्रशासन की मदद से उसके सेब के बागीचों को उद्यान विभाग को हवाले करने का फैसला हुआ था।

वहीं अब पेपर लीक मामले में गैंगस्टर बनाए गए कुमाऊं के चंदन मनराल की भी अवैध रूप से कमाई गई संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी कर ली गई है। एसटीएफ ने जिला प्रशासन की मदद से जब्त और ध्वस्तीकरण के लिए संपत्तियों की सूची तैयार कर ली है। मनराल को दरोगा भर्ती मामले में भी आरोपी बनाया गया है। इस मामले में उसकी संपत्तियों की जांच विजिलेंस भी करेगी। मनराल एक स्टोन क्रशर चलाता है। एक एनजीओ भी संचालित करता है। उसकी 13 बसें हैं। इनमें से 10 स्कूल में और तीन बसें पहाड़ी रूट पर चलती हैं। पीरूमदारा में 15 एकड़ और 10 बीघा जमीन रामनगर में है। मनराल को भी दो बड़ी पार्टियों के नेताओं का संरक्षण प्राप्त था। वर्तमान में वह दो मुकदमों में जेल में बंद है। उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की गई है।

सात साल पहले से होगा अवैध संपत्तियों का आकलन
पेपर लीक और दरोगा भर्ती घपले में 10 आरोपियों की संपत्तियों का आकलन अब सात साल पहले से किया जाएगा। सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की गई है। अभी तक इनके ऊपर 2021 में स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में धांधली का आरोप था। ऐसे में उनकी उन संपत्तियों को जब्त और ध्वस्त किया जाना था जो इस दरम्यान की हों। लेकिन, अब इनके खिलाफ 2015 में दरोगा भर्ती धांधली का मुकदमा भी विजिलेंस ने दर्ज कर लिया है। गैंगस्टर एक्ट के प्रावधानों के अनुसार, इनकी संपत्तियों का आकलन अब 2015 से किया जाएगा। यानी इन्होंने सात वर्षों में जो भी संपत्तियां अर्जित की हैं, उन्हें जब्त और ध्वस्त किया जाएगा। इन आरोपियों में मुख्य रूप से हाकम सिंह, चंदन मनराल, केंद्रपाल, सादिक मूसा और राजेश कुमार चौहान शामिल हैं।

भर्ती घपलों में गिरफ्तारियां 50 के पार
एसटीएफ इस वक्त चार भर्ती परीक्षाओं में धांधली की जांच कर रही है। इनमें अब तक 51 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वीपीडीओ भर्ती धांधली में छह, वन दरोगा में तीन और सचिवालय रक्षक भर्ती धांधली में एक गिरफ्तारी हुई है।

‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मूलमंत्र की अभूतपूर्व पहल

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देहरादून, सत्ता सिर्फ पक्ष से नहीं, विपक्ष से भी चलती है। जनतंत्र की इस खासियत से उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बखूबी वाकिफ हैं। संभवतया यही वजह है कि उनके मन में राजनैतिक दुर्भावना लेस मात्र नहीं है। यदि होती तो वह ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मूलमंत्र को आत्मसात नहीं करते। उत्तराखण्ड राज्य गठन के बाद यह पहला मौका है जब प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी विधायकगणों से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की व्यापक जनहित से जुड़ी 10 विकास योजनाओं के प्रस्ताव प्राथमिकता के क्रम में उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। इससे पहले पूववर्ती सरकारों के मुख्यमंत्रियों (नारायण दत्त तिवारी को छोड़कर) पर विपक्ष के विधायकों के साथ भेदभाव के आरोप लगते रहे हैं। विधानसभावार विकास कार्यों की समीक्षा हो या फिर विकास योजनाओं की स्वीकृति, कहीं न कहीं विरोधी दल के विधायक खुद को उपेक्षित महसूस करते रहे। लेकिन अब धामी सरकार इन नकारात्मक परम्पराओं में सुधार करती दिख रही है।

विकास को लेकर मुख्यमंत्री की सोच स्पष्ट है। पहाड़ हो या मैदान, सत्तधारी दल के विधायक का विधानसभा क्षेत्र हो या विरोधी दल के विधायक का, प्रत्येक क्षेत्र का योजनाबद्ध एवं चरणबद्ध रूप से विकास किया जाना है। इसी क्रम में दलगत सियासत से ऊपर उठकर मुख्यमंत्री धामी ने सभी 70 विधायकों से राज्य के विकास में सहयोग का आग्रह किया है। इसके लिए उन्होंने विधायकों को बाकायदा पत्र जारी भेजा है। पत्र में अनुरोध किया है कि अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की व्यापक जनहित से जुड़ी 10 विकास योजनाओं के प्रस्ताव उन्हें भेजें, ताकि शासन स्तर पर राज्य के आर्थिक संसाधनों के समुचित प्रबन्धन के साथ प्रस्तावित योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा सके।

मुख्यमंत्री धामी की यह अभूतपूर्व पहल है। कम से कम उत्तराखण्ड जैसे छोटे राज्य में तो राजनीतिक कटुता का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के दायित्वों को स्पष्ट बंटवारा है। विपक्ष का काम सत्तापक्ष के कार्यों की समीक्षा, विश्लेषण और आलोचना करना है। यह उसका संवैधानिक दायित्व भी है। जबकि सत्ता पक्ष का काम विपक्ष के प्रत्येक सवाल का जवाब जिम्मेदारी से देना है। इन सबके बीच जनता के प्रति दोनों की जवाबदेही सर्वोपिर है। तभी तो कहा गया है कि कम से कम सदन के बाहर किसी प्रकार का पक्ष-विपक्ष नहीं होना चाहिए।

हमेशा सरकार के सभी निर्णय शत-प्रतिशत सही हों यह जरूरी नहीं है पर विपक्ष का कमजोर होना, लिए गए निर्णयों में अपनी बात न रखना, स्वयं के कमजोर होने के साथ-साथ प्रजातंत्र को कमजोर करता है। ठीक इसी तरह जनतंत्र की खासियत यह भी है कि विजेता पार्टी सत्ता में शासन करती है, पर इसका मतलब कतई यह नहीं है कि विपक्ष को हासिये पर धकेल दिया जाए। जनसरोकारों को लेकर विपक्ष को हमेशा ध्वजवाहक की भूमिका में होना चाहिए। उसे सरकार के फैसलों को आम जनता के हितों से जोड़ कर देखना चाहिए और गलत पाए जाने पर उसका संगठित विरोध करना चाहिए।

किसानों के धान के एक-एक दाने का तौल सुनिश्चित हो : सीएम

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खटीमा पहुंचते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने धान मण्डी का औचक निरीक्षण किया

खटीमा/देहरादून ,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा पहुंचते ही कृषि उत्पादन मण्डी समिति के एसएमआई के धान क्रय केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान धान क्रय से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी लेते हुए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नमी मापक यंत्र से धान की नमी भी मापी। कहा कि जितने भी हमारे धान क्रय केन्द्र लगे हैं, उन पर किसान की उपज की तौल ठीक प्रकार से हो और हमारे किसानों का धान का एक-एक दाना तौला जाना चाहिए और एक-एक दाने की खरीद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी जो बारिश हुई है, उसके कारण धान में नमी हैं। निरीक्षण के दौरान किसानों ने धान की नमी का मानक 17 प्रतिशत से 20 प्रतिशत करने तथा प्राथमिकता से प्रदेश के किसानों का धान खरीदने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसानों को नमी पर हर संभव राहत एवं किसानों की समय की जरूरत के अनुसार सभी पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को पूर्व में ही निर्देशित किया गया है कि प्रदेश के सारे किसानों का पूरे का पूरा धान तौला जाना चाहिए।
निरीक्षण के दौरान विधायक रूद्रपुर शिव अरोरा, किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, उप जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह, कौस्तुभ मिश्रा सहित नन्दन सिंह खड़ायत आदि उपस्थित थे।