Wednesday, May 21, 2025
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विश्व स्ट्रोक दिवस: जिला चिकित्सालय हरिद्वार में गोष्ठी का आयोजन किया गया

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हरिद्वार( कुलभूशण) , वर्ल्ड स्ट्रोक दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय हरिद्वार में गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता डॉ सी पी त्रिपाठी ने की और संचालन दिनेश लखेड़ा ने किया ।
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ राम प्रकाश वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी एस के सोनी ने कहा कि पूरे विश्व में 29 अक्टूबर को स्ट्रोक दिवस मनाया जाता है सामान्य भाषा में इसे पक्षाघात,पैरालाइसिस, के नाम से भी जानते हैं इस बीमारी में मस्तिष्क में रक्त के संचार प्रभवित होती है जिस कारण स्ट्रोक होता है इसके मुख्य कारण उच्च रक्तचाप, डाइबिटीज़, कोलेस्ट्रॉल, दिल की बीमारियां, तनाव इत्यादि कारणों से स्ट्रोक की संभावना होती है
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ शशिकान्त ने कहा कि स्ट्रोक बच्चों में भी होता है जो बच्चे जन्म से दिल की बीमारी से ग्रस्त हो या जन्म से खून की बीमारी हो या संक्रमण हो इससे भी स्ट्रोक आने की संभावना होती है और बच्चों के मुंह का टेढ़ापन, हाथों और पैरों में सुन्न यह स्ट्रोक से पहले की निशानी है जो बड़ो में भी इसी तरह पाई जाती है।
डॉ सी पी त्रिपाठी प्रमुख अधीक्षक ने कहा कि हम सभी को स्वास्थ्य विभाग में होने के कारण अपने आस पास के लोगों को भी इस स्ट्रोक के बारे में सचेत करना चाहिए और उनको रोजमर्रा के सही खानपान ,दिनचर्या, समय से चेकअप, एवं उपचार एवं योग के माध्यम से भी इस गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है डॉ त्रिपाठी ने गोष्ठी में चर्चा और भाग लेने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया।
गोष्ठी में सर्व श्री डॉ रामप्रकाश, डॉ एस के सोनी, डॉ शशिकान्त,डॉ रहमान मेट्रन सीता शर्मा,वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी आशा शुक्ला,उषा, अनिता जैन,आरती नेगी, रुचिका, मंजू शर्मा, हिमानी खन्ना माधुरी रावत, आभा बिष्ट, मुन्नी देवी,नेहा, फूलवती, सीमा, मिथलेश पाल,दीपाली, कीर्तिशर्मा, कु गीता,राहुल यादव, अजित रतूड़ी, धीरेंद्र सिंह, दिनेश लखेड़ा, प्रदीप मौर्य,जोगेंद्र यादव, विनोद तिवारी, नवीन बिंजोला, आदर्श मणि,पी सी रतूड़ी, डी पी बहुगुणा, लाल खान, राजेश पंत,प्रकाश जोशी, ओम शिव भेदी, रविन्द्र, सुरेश पाल,सन्नी, करण ,मदन के एम जोसेफ, राजन बडोनी एवं चिकित्सालय में बी ए एम एस एवं फार्मेशिस्ट के इंटर्न इत्यदि उपस्थित थे।

हर्षल फाउंडेशन कस विशाल दिव्यांग शिविर छह व सात को  निःशुल्क प्रदान की जाएंगी सभी सेवाएं

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देहरादून। हर्षल फाउंडेशन, अमर उजाला फाउंडेशन, जे पी फाउंडेशन एवम् किसान मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में 6-7 नवंबर को एक विशाल दिव्यांग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर अग्रवाल धर्मशाला, गांधी रोड, देहरादून में आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में दिव्यांगो के लिए कृतिम् पाव, कैलिपर, एन आई ई पी वी डी के सहयोग से व्हील चेयर, ट्राई साइकिल, बैसाखी, स्टिक, सुनने के लिए कान की मशीन, चश्मे आदि निशुल्क प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त दिव्यांग जनों को कौशल विकास ओर रोजगार की योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग एवम् स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इस कैंप में मौजूद रहेंगे ओर दिव्यांगो को उनके , अपने अपने विभागों की सुविधाएं प्राप्त करने में सहयोग करेगे। इस अवसर पर सुभारती मेडिकल कॉलेज द्वारा एक निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया जाएगा, जिसमें दिव्यांगो की स्वास्थ्य जांच के साथ साथ उपचार भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त फिजियोथेरेपी, आयुर्वेद, योग शिक्षा की भी व्यवस्था रहेगी। कैंप की सभी व्यवस्था निशुल्क रहेगी। तथा बाहर से आने वाले दिव्यांग जनों के लिए रहने, भोजन आदि की भी व्यवस्था रहेगी।
आशा है गत शिविरों की भांति इस बार भी उत्तराखंड एवम् आस पास के क्षेत्रों के दिव्यांग अधिक से अधिक संख्या में आकर शिविर का लाभ उठाएंगे।

पत्रकार वार्ता में फसल फाउंडेशन के अध्यक्ष रमा गोयल , आर एस गोयल, ब्रिगेडियर के जी बहल, पार्षद मोंटी कोहली, समाजसेवी रविंद्र सिंह आनंद, अमिता गोयल, गुलशन सरीन, बबीता गुप्ता, कल्पना अग्रवाल, शम्मी सभरवाल, रोहित माथुर, नूपुर गुप्ता चेतन गुरुंग, कुशाल नेगी, रामकुमार सहगल, दीपा आदि मौजूद रहे

लोक सेवा आयोग ने स्थगित की पीसीएस की मुख्य परीक्षा, अगले साल 28 जनवरी से 31 जनवरी के बीच हो सकती है परीक्षा

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देहरादून, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पीसीएस मुख्य परीक्षा स्थगित कर दी है। यह परीक्षा 12 से 15 नवंबर के बीच आयोजित की जानी थी। आयोग ने हाल ही में क्वालीफाई हुए उम्मीदवारों की वजह से परीक्षा की डेट आगे बढ़ा दी है।

राज्य लोक सेवा आयोग की पीसीएस मुख्य परीक्षा पहले अगस्त में प्रस्तावित थी। इस बीच हाईकोर्ट के आदेश के बाद आयोग ने पीसीएस प्री परीक्षा का रिजल्ट रिवाइज किया था। जिन नए उम्मीदवारों को मौका दिया गया था, उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए समय की मांग की थी। जिसके बाद आयोग ने परीक्षा की तिथि 12 से 15 नवंबर तय कर दी थी। हाल ही में हाईकोर्ट के आदेश के बाद कुछ और उम्मीदवारों को पीसीएस प्री परीक्षा में क्वालीफाई घोषित किया गया है। अब यह उम्मीदवार भी परीक्षा की तैयारी के लिए समय की मांग कर रहे थे। लिहाजा आयोग ने परीक्षा स्थगित करते हुए अब नई तिथि जारी कर दी है। पीसीएस मुख्य परीक्षा अब अगले साल 28 जनवरी से 31 जनवरी के बीच होगी।

बगैर वीजा और पासपोर्ट के अवैध रुप से रह रही बांग्लादेशी महिला को किया पुलिस ने गिरफ्तार

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हरिद्वार, पासपोर्ट और वीजा के बगैर अवैध रूप से अपने तीन बच्चों के साथ रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव में रह रही एक बांग्लादेशी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला और बच्चों को कोर्ट में पेश किया गया है।

हरिद्वार के पिरान कलियर में कई बार बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार हो चुके हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस और एलआईयू की टीम उन्हें सीमा पार छोड़कर आती है। कुछ बांग्लादेशी नागरिक फिर से सीमा पार कर भारत पहुंच जाते हैं। पिरान कलियर से ऐसे कई बांग्लादेशी नागरिक पूर्व में पकड़े जा चुके हैं। ताजा मामला रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में सामने आया है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि एलआईयू को रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के दादूपुर गांव में एक बांग्लादेशी महिला के अवैध रूप से रहने की सूचना मिली थी।

छानबीन करने के बाद पुलिस ने तीन बच्चों सहित महिला को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में महिला ने अपना नाम रहीमा पत्नी अली नूर उर्फ जावाद निवासी ग्राम हिरन थाना कोटालियारा जिला गोपालगंज बांग्लादेश बताया। वह यहां कूड़ा बीनने का काम कर रही थी। महिला के खिलाफ विदेशी अधिनियम व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला और उसके बच्चों को कोर्ट में पेश किया गया है।

सीएम धामी करेंगे 4 नवम्बर को मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना का शुभारंभ

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‘साल 2025 तक सवा लाख समूह की महिलाओं को बनाएंगे लखपति : गणेश जोशी’

देहरादून 29 अक्टूबर, शुक्रवार को प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने विभागीय अधिकारियों के साथ ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा बैठक की । बैठक के दौरान मंत्री जोशी ने ग्राम्य विकास से जुड़ी योजनाओं का समयबद्ध रूप से क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस है, इसी श्रृंखला में 4 नवम्बर को मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना शुरू करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा उसकी लॉन्चिंग की जाएगी। हमारा लक्ष्य है कि 2025 तक, जब हमारा प्रदेश 25 साल का होगा, जो हमारे समूह की 3 लाख 67 हजार महिलाएं हैं, जो समूह के माध्यम से काम कर रही हैं, उनमें से सवा लाख बहनों को हम वर्ष 2025 तक लखपति बनाएंगे।
उस दिन प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को भी आवास दिए जाएंगे। इसी प्रकार कौशल योजना के लाभार्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से मातृशक्ति को मजबूत करना है। प्रधानमंत्री मोदी जी का फोकस जहां देश की सीमा पर डटे जवानों पर है, वही किसानों की भी वह चिंता करते हैं और मातृशक्ति की भी चिंता करते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हमारी सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है।
इस अवसर पर ग्राम्य विकास सचिव डा0 बीबीआरसी पुरुषोतम, अपर सचिव नितिका खंडेलवाल, अपर सचिव आनंद स्वरूप सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Uttarakhand Transfer: IAS-IPS अधिकारियों को तबादला, 3 जिलो के डीएम बदले

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देहरादून : उत्तराखंड शासन में आईएएस व आईपीएस को नयी जिम्मेदारी दी गयी है ।

तीन जिलों के डीएम बदले गए जबकि श्वेता चौबे को एसएसपी पौड़ी की कमान दी गयी है ।

कुछ अन्य जिलों में भी निकट भविष्य में फेरबदल की संभावना जताई जा रही है ।

पौड़ी के डीएम आशीष कुमार चौहान को बनाया गया ।

विजय जोगदंडे को बाध्य प्रतीक्षा में रखा गया है ।

डीएम पिथौरागढ़ बनी रीना जोशी जिलाधिकारी

बागेश्वर बनी अनुराधा पाल आईपीएस श्वेता चौबे को एसएसपी पोड़ी बनाया गया

 

गढ़वाल को कुमाऊं से जोड़ने वाले हरिद्वार-नगीना हाईवे का बंद पड़ा काम हुआ फिर से शुरु

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देहरादून, गढ़वाल को कुमाऊं से जोड़ने वाले हरिद्वार-नगीना हाईवे का काम फिर से शुरू हो गया है। छह महीने से काम लगभग बंद पड़ा था। पहले दिसंबर 2022 में हाईवे का काम पूरा होना था लेकिन अब अप्रैल 2023 तक ही काम पूरा होने की बात अफसर कह रहे हैं। 2018 में हरिद्वार-नगीना हाईवे का काम शुरू किया गया था। 827 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट में 71 किलोमीटर का हाईवे बनाया जा रहा है।

आधा काम पूरा हो चुका है, लेकिन पिछले छह महीने से बजरी और अन्य सामान न मिलने के कारण काम लगभग बंद था लेकिन अब दो दिन पहले ही चुगान को अनुमति मिल गई है, साथ ही पुल को लेकर आ रही वन विभाग से संबंधित दिक्कतें भी दूर हो गई हैं। अब दोबारा तेजी से काम शुरू हो जाएगा। अगले कुछ दिनों में पुलों का बनाने का काम भी शुरू हो जाएगा।

इस मार्ग पर हरिद्वार-देहरादून की तरह दो एलिफेंट कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं, ताकि हाथी पुल के नीचे से निकल सकें। चिड़ियापुर और पीली, रवासन के बाद एलिफेंट कॉरिडोर बनाया जा रहा है। वहीं, हरिद्वार से कुमाऊं जाने के लिए हरिद्वार श्यामपुर और चिडियापुर के पास हाईवे में दिक्कतें अधिक हैं, क्योंकि कई हिस्सों में काम पूरा नहीं हो पाया है। कई जगह एक तरफ हाईवे बना दिया है, लेकिन दूसरी ओर नहीं बनाया है। ऐसे में लोगों को अधिक समय लग रहा है। सामान न मिलने के कारण काम में देरी हुई है, लेकिन अब मार्च से अप्रैल 2023 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। एलिफेंट कॉरिडोर का काम शुरू कर दिया गया है।

 

मुख्य सचिव ने परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान दिये अधिकारियों को निर्देशमुख्य सचिव ने सचिवालय में ली परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को  सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के दिए निर्देश

देहरादून, मुख्य सचिव डाॅ. एस.एस. संधु ने शुक्रवार को सचिवालय में परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि जन सुविधा, परिवहन सेवाओं एवं सड़क सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल कर उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से कुछ बेस्ट प्रैक्टिस को राज्य में शुरू किया जाए। आउटकम बेस्ट अप्रोच पर विशेष ध्यान दिया जाए। परिवहन विभाग एवं परिवहन निगम में जो लोग कार्य कर रहे हैं, उन्हें पर्फोमेंस बेस इन्सेंटिव की व्यवस्था की जाए। अच्छा कार्य करने वालों का मनोबल बढ़ाना जरूरी है। मुख्य सचिव ने कहा कि परिवहन विभाग को राजस्व वृद्धि की ओर भी ध्यान देना होगा। जनता को आॅनलाईन सुविधाएं सुलभता से मिले इस दिशा में अधिक प्रयास किये जाएं।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है। जिन कारणों से सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं, उन्हें रोकने के लिए विभाग स्तर पर क्या कार्यवाही की जा रही है, इसकी पूरी रूपरेखा बनाई जाए। ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने से पहले सभी मानकों का भली भांति परीक्षण किया जाए। पर्वतीय क्षेत्रों के हिसाब से भी ड्राइविंग टेस्ट पैरामीटर में कोई व्यवस्था की जाए। कार्यों में बेहतर प्रगति के लिए सिर्फ पिछले एक साल से तुलना न की जाए बल्कि सुधार करने के लिए आदर्श क्या है, इस पर अधिक ध्यान दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि परिवहन विभाग द्वारा जन सुविधा के दृष्टिगत जो भी कार्य किये जा रहे हैं, उनकी उच्चाधिकारियों द्वारा नियमित माॅनिटरिंग की जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों में आवश्यकतानुसार कुछ महत्वपूर्ण स्थान चिन्हित किये जाएं, जहां पर वाहन चालकों के लिए सोने, खाने एवं नहाने की उचित व्यवस्थाएं की जा सके। यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं एवं संवारियों की सुरक्षा के दृष्टिगत परिवहन विभाग की ओर से कोई कमी न रहे। वाहन चालकों को भी इसके लिए नियत स्थानों पर समुचित सुविधाएं मिलनी जरूरी हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वाहनों की फिटनेस पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। जहां पर वाहनों के फिटनेस टेस्ट हो रही है, उन स्थानों पर सी.सी.टी.वी कैमरों की पूरी व्यवस्था हो।
बैठक में सचिव परिवहन अरविन्द सिंह ह्यांकी, एमडी परिवहन निगम रोहित मीणा, अपर सचिव परिवहन नरेन्द्र जोशी, संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह एवं परिवहन विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

पटेलनगर में शुरु हुई कार्तिक मास की प्रभातफेरीPrabhat pheri of Kartik month started in Patelnagar - पटेलनगर में शुरु हुई  कार्तिक मास की प्रभातफेरी

देहरादून, श्री श्याम सुन्दर मन्दिर पटेल नगर की कार्तिक के पवित्र मास की प्रभात फेरी का शुभारंभ समाजसेवी कृष्ण लाल नागपाल ने धर्म ध्वज की पूजा अर्चना कर किया। प्रभात फेरी मंदिर में भजन कीर्तन करने के पश्चात परिक्रमा करते हुए पूर्वी पटेल नगर, राम लीला पार्क, पुरानी चुंगी, गुरु रोड होते हुए मंदिर के प्रधान अवतार चंद मुनियाल के आवास पर पहुंची। मुनियाल परिवार ने आतिशबाजी एवम पुष्प वर्षा कर प्रभात फेरी का स्वागत किया।

भजन गायकों तेजेन्द्र हरजाई, भूपेन्द्र चड्ढा, प्रेम भाटिया, चंद्र मोहन आनन्द, गौरव कोहली, गोविंद मोहन, ओम प्रकाश सूरी, सुरेंद्र बागला, गोपी एवम् दिनेश सूरी ने मैया शेर सवारी चंगी लगदी.., मेरी सुन लो जी पुकार.., भगवान मेरी नैया उस पार लगा देना.., आदि मधुर भजन सुनाकर भक्तिमय माहौल बना दिया। इस अवसर पर प्रधान अवतार मुनियाल, मनोज सूरी, यशपाल मग्गो, मयंक साहनी, शिखा माता, डाली रानी, शिखा मेंहदीरत्ता, श्यामा बक्शी, शशि कोहली, साधना कपूर, अंजू शर्मा, राधे श्याम भल्ला, आशु भल्ला, सपना अरोड़ा, रेनू कंटूर, राजू नागपाल, विनोद कपूर, ऊषा जोली, अलका अरोड़ा, शीला मेंहदीरत्ता, आनंद मुनियाल, हरविंदर मुनियाल आदि मौजूद रहे। मीडिया प्रभारी भूपेन्द्र चड्ढा ने कहा की प्रतिदिन इसी तरह प्रभात फेरी निकाली जाएगी। जिसका समापन 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन भव्य शोभा यात्रा के साथ होगा।

 

नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ छठ, उत्‍तराखंड में इन जगहों पर रहेगी आस्‍था के पर्व की धूम

Chhath Pooja 2018: जानिए लोक आस्था के महापर्व 'छठ' से जुड़ी ये खास बातें |  Chhath Pooja 2018 or Chhathi Maiya : Interesting Facts about this Festival  - Hindi Oneindia

देहरादूध, छठ सूर्योपासना का पर्व है। सारे ब्रह्मांड का चराचर जीव भगवान सूर्य से ऊर्जा पाते हैं। पृथ्वी पर जीवन भगवान भास्कर के कारण ही संभव है। पूर्वांचल ही नहीं अब दूसरे प्रदेशों में भी जहां पूर्वांचल के लोग बसे हैं, वहां पूरे भक्ति भाव से छठ त्योहार मनाते हैं। सौभाग्य, आरोग्य, शांति, खुशहाली, पुत्र प्राप्ति की कामना के साथ छठ व्रती चार दिन तक उपासना में लीन रहते हैं, अस्ताचलगामी और उदीयमान भास्कर देव की उपासना करने वाली महिलाएं नहाय-खाय के साथ अनुष्ठान प्रारंभ करेंगी।
व्रतियों के शुद्ध, सात्विक भोजन में अरवा चावल का भात और लौकी चने की सब्जी की प्रधानता है।
नहाय खाय के अगले दिन शनिवार को लोहंडा यानी खरना का अनुष्ठान होगा।
इस दिन चौबीस घंटे का निराहार रहकर छठ व्रती महिलाएं साठी का चावल और गुड़ की बनी खीर और रोटी प्रसाद रूप में सूर्यदेव को अर्पित करेंगी।
रविवार को गंगा किनारे विभिन्न पकवान और मौसमी फलों के साथ अस्ताचलगामी और सोमवार को उदीयमान भास्कर देव को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महाव्रत का समापन होगा।

हरिद्वार में सभी गंगा घाटों पर होगी छठ पूजा :

हरिद्वार में हरकी पैड़ी, ललतारौ पुल, प्रेम नगर आश्रम समेत सभी घाटों पर छठ पूजा की जाएगी। वहीं पूर्वांचली लोक परंपरा और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए समर्पित पूर्वांचल उत्थान संस्था की ओर से भी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

 

छठ पूजा आयोजन समिति कनखल के संयोजक आचार्य उद्धव मिश्रा ने बताया कि संस्था की ओर से गंगा घाटों की सफाई की जा रही है। इसके लिए अलग-अलग टीम बनाई गई है,
रुड़की में गंगनहर के लक्ष्मी नारायण घाट सहित सभी घाटों पर छठ पर्व की पूजा होती है। गंगनहर घाट पहुंचकर पूजा के लिए स्थल चिह्नित किए गए हैं। पर्व को लेकर लोग का उत्साह देखते ही बन रहा है। खासकर पूर्वांचल के लोग इस पर्व को लेकर बेहद उत्साहित हैं। पर्व को धूमधाम से मनाए जाने के लिए वह तैयारियों में जुटे हैं।

ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर होगी छठ पूजा :
ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर छठ पूजा के लिए श्रद्धालुओं ने वेदी स्थल तैयार किए हैं। वहीं, सार्वजनिक छठ पूजन समिति ने भी सामूहिक पूजन के लिए त्रिवेणी घाट पर पूरी व्यवस्था कर ली है।

छठ पूजा पर्व पूर्वांचल मूल के नागरिकों धूमधाम के साथ मनाते हैं। तीर्थनगरी के गंगा तटों पर छठ पूजा के लिए बड़ी संख्या में लोग पूजा तथा व्रत के पारण के लिए पहुंचते हैं।

आगामी चार दिनों में छठ पूजा के कार्यक्रम

शुक्रवार: नहाय-खाय

इस दिन व्रतधारी सुबह स्नान कर लौकी और चावल से बने प्रसाद को ग्रहण करते हैं।

शनिवार: खरना

खरना के दिन उपवास शुरू होता है और परिवार की श्रेष्ठ महिला 12 घंटे का निर्जला उपवास करती हैं। शाम के वक्त छठी माता को बूरा वाली खीर और रोटी से बना प्रसाद चढ़ाया जाता है। साथ ही मौसम के तमाम फल छठी मां को अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद बूरा वाली खीर और रोटी के प्रसाद से महिलाएं व्रत पारण करती हैं। व्रत को श्रेष्ठ महिला के अलावा अन्य महिलाएं व पुरुष भी कर सकते हैं।

रविवार: संध्या अर्घ्य (पहला अर्घ्य)

 

खरना का उपवास खोलते ही महिलाएं 36 घंटे के लिए निर्जला उपवास ग्रहण करती हैं। पहले अर्घ्य के दिन बांस की टोकरी में अर्घ्य का सूप सजाया जाता है। शाम के वक्त व्रतियां नदी किनारे घाट पर एकत्र होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देती हैं।

सोमवार: उषा अर्घ्य (दूसरा अर्घ्य )

इस दिन सूर्य उदय से पहले ही व्रतियां घाट पर एकत्र हो जाती हैं और उगते सूरज को अर्घ्य देकर महिलाएं कच्चे दूध का शरबत पीती हैं और व्रत का पारण करती हैं, ब्रह्मपुरी स्थित राज्य का पहला छठ पार्क भी पूरी तरह से छठ पूजा के लिए तैयार किया गया है। इससे व्रतियों को पूजा करने में काफी सुविधा मिलेगी। इसी के पास छोटी नहर का भी निर्माण किया गया है। इससे श्रद्धालु भगवान सूर्य को जल अर्पित कर सकेंगे। प्रेमनगर स्थित घाट में शुक्रवार को दो जेसीबी से घाटों की सफाई की गई। हरबंशवाला, चंद्रबनी, रायपुर, केशरवाला, मालदेवता, गुल्लरघाटी, गढ़ी कैंट, काठबंगला समेत सभी 18 घाटों में दिनभर साफ-सफाई की गई।

 

देहरादून जिले के पछवादून में पूर्वांचल समाज ने छठ पर्व मनाने के लिए तैयारी शुरू कर ली है। गौतम ऋषि की तपस्थली कहे जाने वाली गंगभेवा बावड़ी में छठ पूजा का आयोजन होगा। कुछ परिवार घरों में ही पर्व को मनाएंगे।

पूर्वांचल नागरिक परिषद अध्यक्ष एके सिंह ने बताया कि छठ मईया को सूर्य की बहन माना जाता है, लिहाजा जीवन के महत्वपूर्ण घटक ऊर्जा व जल की महत्ता को मानते हुए सूर्य की अराधना नदी, तालाब, पोखर के किनारे की जाती है, जिसमें षष्ठी के दिन सायंकाल को सूर्य की पहली पत्नी प्रत्यूषा की पूजा करने का विधान है। जबकि सप्तमी के दिन प्रात: उषा की अराधना करते हैं। ऐसी मान्यता है कि छठ माता अपने जातकों को संतान सुख और पति की लंबी आयु का वरदान देती हैं।

उत्तराखंड से हटाए जाएंगे गुलामी के प्रतीक व बदले जाएंगे जगहों के ब्रिटिशकालीन नाम : मुख्यमंत्री

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देहरादून, उत्‍तराखंड से गुलामी के प्रतीक और जगहों के ब्रिटिशकालीन नाम बदले जाएंगे। यह बात मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने कही है। कहा कि केंद्र की पहल को उत्तराखंड सरकार भी आगे बढ़ाएगी। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा पर उत्तराखंड में भी गुलामी के प्रतीक और ब्रिटिशकालीन नाम बदले जाएंगे। उन्‍होंने यह बयान सूरजकुंड में मीडिया से बातचीत के दौरान दिया।

वहीं भारतीय जनता पार्टी ने लैंसडौन का नाम परिवर्तन करने के लिए सेना द्वारा उठाए गए कदम का स्वागत किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भारतीय सेना का अपने संस्थानों के ब्रिटिशकालीन नामों को उनके असली पहचान वाले नामों में बदलने का यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गुलाम मानसिकता वाली सोच को परास्त करने की मुहिम की एक कड़ी है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है। वह प्रदेश व देशवासियों का नैतिक मनोबल व स्वाभिमान बढ़ाने वाले प्रत्येक कदम में साथ है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लैंसडौन छावनी अधिकारियों द्वारा सैन्य योजना और जनभावनाओं के अनुसार भेजा गया नाम परिवर्तन का यह प्रस्ताव शीघ्र मंजूर हो जाएगा |

अच्छी खबर : देहरादून के 8 स्कूलों ने रचा इतिहास, देश के टॉप 10 स्कूलों में हुए शामिल

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देहरादून, शैक्षणिक संस्थान क्वालिटी एजुकेशन के लिए देहरादून पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके दून ने क्वालिटी एजुकेशन के मामले में यहां के स्कूलों ने एक बार फिर शानदार उपलब्धि हासिल की है। हाल में एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग 2022-23 की लिस्ट जारी हुई, जिसमें दून के 8 से ज्यादा स्कूलों को टॉप-10 में जगह मिली है। यही नहीं ब्वॉयज बोर्डिंग में ‘द दून स्कूल’ और ‘वेल्हम ब्वॉयज’ ने संयुक्त रूप से देश में पहली रैंक हासिल की। जो कि हर उत्तराखंडवासी के लिए गर्व की बात है। इस तरह देहरादून के स्कूलों ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी बादशाहत कायम रखी है। एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग 2022-23 के मुताबिक देश के टॉप-10 गर्ल्स बोर्डिंग स्कूलों में से छह स्कूल देहरादून के हैं। गर्ल्स एजुकेशन में देहरादून देश का सबसे अच्छा शहर बनकर उभरा है। टॉप-10 गर्ल्स बोर्डिंग स्कूलों में छह स्कूल देहरादून के हैं। इनमें वेल्हम गर्ल्स दूसरे नंबर पर रहा। जबकि, ईकोल ग्लोबल इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल तीसरे नंबर पर आया। होपटाउन गर्ल्स चौथे, यूनिसन वर्ल्ड सातवें, वेंटेज हाल रेजिडेंशियल स्कूल आठवें और शिगाली हिल्स गर्ल्स स्कूल दसवें नंबर पर रहा।

‘द दून स्कूल’ और ‘वेल्हम ब्वॉयज’ ने संयुक्त रूप से ब्वॉयज बोर्डिंग में देशभर में पहली रैंक हासिल की। इसी तरह गर्ल्स बोर्डिंग में वेल्हम गर्ल्स को देशभर में दूसरा स्थान मिला। को-बोर्डिंग कैटेगरी में सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल ने देश में चौथी और कसीगा स्कूल ने देश में छठी रैंक हासिल की। ब्वॉयज बोर्डिंग कैटेगरी में बिरला विद्या मंदिर नैनीताल को चौथी रैंक मिली। गुरु नानक फिफ्थ सेंटेनरी स्कूल, मसूरी को पांचवीं और जीडी बिरला मेमोरियल स्कूल रानीखेत की सातवीं रैंक मिली। बता दें कि एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया की ओर से हर साल देशभर के स्कूलों की रैंकिंग जारी की जाती है। पिछले साल भी दून स्कूल ब्वॉयज बोर्डिंग में नंबर वन रहा था। लेकिन, तब वेल्हम ब्वॉयज स्कूल इस सूची में पांचवें नंबर पर आया था। इस बार वेल्हम ब्वॉयज नंबर वन रैंक हासिल करने में सफल रहा है।

एएनएम व स्टॉफ नर्स के पदों पर शीघ्र होगी भर्तीः डॉ0 धन सिंह रावत

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देहरादून, सूबे के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों में लम्बे समय से रिक्त चल रहे एएनएम, स्टॉफ नर्स व सीएचओ के करीब चार हजार से अधिक पदों पर शीघ्र भर्ती की जायेगी। इसके लिये विभाग द्वारा चयन प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है। राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं जिला अस्पतालों में एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड सुविधाएं उपलब्ध कराने व टेक्नीकल स्टॉफ नियुक्त करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। जिला अस्पताल, संयुक्त चिकित्सालयों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मरीजों की सहायता एवं अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने हेतु गठित रोगी कल्याण समिति में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय में विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों में लम्बे समय से रिक्त चल रहे स्टॉफ नर्स के 2800 पदों, एएनएम के 824 पदों को वर्षवार भरे जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। डॉ0 रावत ने बताया कि एनएचएम के अंतर्गत स्वीकृत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के 664 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को शीघ्र सम्पन्न कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुये प्रत्येक मेडिकल कॉलेजों एवं जिला अस्पतालों में एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड सुविधाएं सुनिश्चित करने व इनके संचालन के लिये टेक्नीकल स्टॉफ नियुक्त करने के निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं ताकि स्थानीय स्तर पर ही मरीजों को बेहतर उपचार मिल सके। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की सहायता एवं अस्पतालों के बेहतर संचालन हेतु गठित प्रत्येक स्तर की समितियों में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। जिसमें विधायक, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि नामित किये जायेंगे। इसके लिये संबंधित समिति के नियमों में संशोधन के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। विभागीय मंत्री ने कहा कि शासन एवं महानिदेशालय स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों को एक-एक जनपद का भ्रमण करने तथा आवंटित जनपदों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट महानिदेशक को सौपेंगे। इसके अलावा राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं राजकीय चिकित्सालयों में आईपीएचएस मानकों के अनुरूप पैरा मेडिकल स्टॉफ, टेक्नीकल स्टॉफ एवं एमटीएस कार्मिकों के ढांचे का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। रक्तदान अमृत महोत्सव के अंतर्गत संचालित ब्लड डोनेशन कार्यक्रम की समीक्षा करे हुये विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को अधिक से अधिक रक्तदाताओं के पंजीकरण कराने पर जोर दिया। जिस पर विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सूबे में अबतक 41348 रक्तदाताओं का पंजीकरण करा दिया गया है जोकि निर्धारित लक्ष्य के 83 फीसदी है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही स्वैच्छिक रक्तदान कराने के लिये इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिये महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में रक्तदान शिविर आयोजित किये जायेंगे।

एक सप्ताह के भीतर पूरा करें शत-प्रतिशत नि-क्षय मित्रों का लक्ष्य

बैठक में विभागीय मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री टी0बी0 मुक्त भारत अभियान की समीक्षा की। जिलावार समीक्षा करते हुये डॉ0 रावत ने सभी सीएमओ को शत-प्रतिशत टी0बी0 रोगियों को गोद लेने के लिये एक सप्ताह के भीतर नि-क्षय मित्र बनाने के निर्देश दिये, साथ ही उन्होंने अधिकारियों को नि-क्षय मित्र के शीघ्र लिंकेज करने को भी कहा। डॉ0 रावत ने बताया कि उत्तराखंड देश का दूसरा राज्य है जहां सर्वाधिक नि-क्षय मित्र बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि अबतक प्रदेश में 5 हजार से अधिक नि-क्षय मित्र बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को वर्ष 2024 तक टीबी मुक्त कर लिया जायेगा इसके लिये युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

बैठक में प्रभारी सचिव डॉ0 आर0 राजेश, चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के चैयरमैन डॉ0 डी0एस0 रावत, कुलपति मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रो0 हेम चंद्र, अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा गरिमा रौंकली, अमनदीप कौर, प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 विनीता शाह, निदेशक एनएचएम डॉ0 सरोज नैथानी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ0 आशुतोष सयाना के अलावा विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे जबकि सभी जनपदों के सीएमओ ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया।