Saturday, May 17, 2025
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मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित हुई जन्म-मृत्यु पंजीकरण के सम्बन्ध में राज्य की अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक

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देहरादून, मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में जन्म – मृत्यु पंजीकरण के सम्बन्ध में राज्य की अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को जनगणना निदेशालय उत्तराखण्ड द्वारा दिए गए विभिन्न सुझावों के अनुपालन के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि जन्म – मृत्यु प्रमाणपत्रों में एकरूपता लाने के लिए इससे सम्बन्धित सभी विभागों द्वारा सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल के माध्यम से ही जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण किया जाना अनिवार्य किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए शीघ्र शासनादेश जारी किए जाने के निर्देश दिए। कहा कि इससे प्रमाणपत्रों में एकरूपता आने के साथ ही यह प्रमाण पत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्य होगा, जिससे विदेश जाने हेतु पासपोर्ट वीजा आदि बनवाने में किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी।

मुख्य सचिव ने राज्य की अंतर्विभागीय समन्वय समिति के समान मण्डल एवं जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति भी बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जन्म मृत्यु पंजीकरण को अपणी सरकार पोर्टल के साथ ही सेवा का अधिकार में भी शामिल किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनगणना कार्य निदेशालय की निदेशक को सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल के संचालन इत्यादि की ट्रेनिंग शीघ्र शुरू कराए जाने के निर्देश भी दिए।

मुख्य सचिव ने सभी सम्बन्धित विभागों को जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण अनिवार्य रूप से किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में पंजीकरण में देरी होने से प्रमाणपत्रों की आवश्यकता पड़ने पर आमजन को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रमाण पत्रों के अभाव में आमजन को समस्या न हो इसके लिए सिस्टम विकसित किया जाए ताकि सम्बन्धित विभागों द्वारा जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण अनिवार्य रूप से किया जाए। इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए एसीआर में देर से किए गए केसों को भी अंकित किया जाए।

इस अवसर पर सचिव चंद्रेश कुमार यादव, निदेशक जनगणना कार्य निदेशालय शीतल वर्मा एवं सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

‘जरुरतमंद/बेसहारा लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने का है प्रयास’

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एसएसपी अल्मोड़ा ने जरुरतमंद/बेसहारा लोगों के लिए ‘आमा की अलमारी’ खोलकर शुरु की नई पहल

अल्मोड़ा, एसएसपी अल्मोड़ा प्रदीप कुमार राय द्वारा अपनी धर्मपत्नी श्रीमती रितु राय के साथ आज 14 दिसंबर को अल्मोड़ा नगर के टैक्सी स्टैण्ड तिराहे पर बने पुलिस सहायता केन्द्र पर जरुरतमंद/बेसहारा लोगों के लिए नई पहल आमा की अलमारी खोलकर शुभांरभ किया गया।

एसएसपी अल्मोड़ा की इस नेक पहल का मुख्य उद्देश्य जरुरतमंद/बेसहारा लोगों को कड़ाके की ठण्ड से बचाने व उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कपड़े/कम्बल इत्यादि उपलब्ध कराकर उनकी सहायता करना है।
आमा की अलमारी खुलते ही एसएसपी अल्मोड़ा सहित दानदाताओं द्वारा बच्चों से लेकर के बुजुर्गों तक के कपड़े दान किये गये, सम्मानित जनता, व्यापार मण्डल, टैक्सी यूनियन, वरिष्ठ नागरिकों द्वारा कपड़े दान करके अपना सहयोग दिया जा रहा है।
स्थानीय लोगों, व्यापार मण्डल, टैक्सी यूनियन, वरिष्ठ नागरिकों ने एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा जरुरतमंद/बेसहारा लोगों के लिए उठाये गये इस नेक कदम आमा की अलमारी की सराहना करते हुए कहा कि इससे इन लोगों की जीवन शैली में भी काफी सुधार आएगा, इस पहल से समाज के अन्य लोगों को भी जनहित में ऐसे कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी।
अपील : आपके पास अधिक है, यहाँ छोड़ जाईये, आपकी जरुरत का है यहाँ से ले जाईये।

पौराणिक माघ मेले को नगर पालिका के साथ समन्वय स्थापित कर भव्य रूप दिया जाएगा : दीपक बिजल्वाण

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उत्तरकाशी, पौराणिक माघ मेला(बाड़ाहाट कू थोलू) की तैयारियों को लेकर बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभागार लदाड़ी में बैठक हुई।
बैठक में माघ मेले को भव्य रूप से मनाए जाने को लेकर गणमान्य लोगों, प्रबुद्ध नागरिकजनों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए। माघ मेले में सुरक्षा व्यवस्था,ट्रैफिक, सांस्कृतिक धरोहर, स्वच्छता एवम स्वरोजगार जैसे अनेक बिंदुओं पर नागरिकजनों द्वारा सुझाव दिए। मेले को भव्य एवं दिव्य रूप देने के लिए स्थानीय उत्पादकों को बढ़ावा देने हेतु महिला स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया गया। सम्पूर्ण माघ मेले के दौरान एवं मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर स्नान घाटों पर स्वच्छता व सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद रखने के साथ ही घाटों को प्रकाशमान करने पर भी निर्णय लिया गया। माघ मेले के सफल आयोजन हेतु जिले के गंगा व यमुना घाटी से स्थानीय देवडोलियो को आमन्त्रित करने हेतु निमंत्रण सम्बंधित बिंदुओ पर भी चर्चा की गई साथ ही बाड़ाहाट कु थोलू को धार्मिक, पौराणिक देने के लिए राष्ट्रीय,राज्य व जनपद स्तरीय कलाकारों को मंच दिए जाने विषय पर भी चर्चा की गई।

जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि पौराणिक माघ मेले को भव्य रूप से मनाया जाएगा। नगर पालिका के साथ समन्वय स्थापित कर मेले को औऱ भव्य रूप दिया जाएगा। उन्होंने नगर पालिका से मेले के दौरान समस्याओं को हल करने हेतु सहयोग मांगा। अध्यक्ष जिला पंचायत ने कहा कि माघ मेले का मुख्य आकर्षक राष्ट्रीय स्तर के कलाकार के साथ-साथ स्थानीय प्रतिभाओं को भी बढ़ावा दिया जाएगा। मेले में सरकारी विभागों के स्टॉल स्थापित किये जायेंगे। साथ ही मेलार्थियों को चरखी,मौत का कुँवा आदि भी देखने को मिलेगा। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री बिजल्वाण ने बताया कि माघ मेला का स्वरूप पौराणिक धार्मिक बरकरार रहेगा। मेला का उद्घाटन हरि महाराज का ढोल, कंडार देवता के सानिध्य में होगा। डोली स्वागत समिति, कलश यात्रा समिति, जल विद्युत, प्रेस (मीडिया) समिति, क्रीड़ा समित, सांस्कृतिक आदि समितियों का भी गठन किया गया है।

बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल,व्यापार मंडल अध्यक्ष रमेश चौहान,वरिष्ठ समाजसेवी हरि सिंह राणा ,जिला पंचायत सदस्य प्रदीप केंतूरा, चंदन सिंह पंवार, मनीष राणा,मनोज मीनान,शशिबाला समेत मुख्य कृषि अधिकारी जे.पी.तिवारी, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी मनबर सिंह राणा,
मुख्य शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा,अधिशासी अभियंता पेयजल निगम मो.मोसिन, जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी , कोतवाली प्रभारी दिनेश कुमार,अन्य मौजूद रहे।

किसान भवन में उत्तराखण्ड सीड एण्ड ऑरगेनिक प्रोडक्शन एसोसिएशन की 51वीं प्रबन्ध कार्यकारिणी परिषद की हुई बैठक

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देहरादून, प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में बुधवार को रिंग रोड़ स्थित किसान भवन में उत्तराखण्ड सीड एण्ड ऑरगेनिक प्रोडक्शन एसोसिएशन की 51वी प्रबन्ध कार्यकारिणी परिषद की बैठक की। कार्यकारिणी परिषद की बैठक में एसोसिएशन सभी सदस्य एवं पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पावरलूम स्थापना के संबंध में प्रबंध निदेशक उत्तराखंड को ऑपरेटिव रेशम फेडरेशन लिमिटेड प्रेमनगर देहरादून को धनराशि 50.00 लाख की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया।
साथ ही विधानसभा कालाढूंगी के अंतर्गत विभिन्न सड़क हेतु धनराशि का प्रस्ताव के साथ ही जैविक प्रमाणीकरण के कार्यों को पारदर्शी एवं ससमय निर्बाध रूप से सम्पादित करने हेतु NIC से Software Application विकसित करने का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया गया। मंत्री जोशी ने कहा शासन द्वारा स्वीकृत रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए। नियमावली बनाकर 15 दिन के भीतर शासन से संबंधित सभी कार्य समय पूर्ण किए जाए।
साथ ही मंत्री जोशी ने कहा कि इसी माह शीघ्र ही एक चिंतन बैठक की जायेगी जिसमे सीड्स के सभी सदस्यों के अलावा पंत नगर विवि के वैज्ञानिक सहित विभाग के अधिकारीगण भी उपस्थित रहेंगे जिसमे सभी संभावनो पर विचार विमर्श किया जाएगा।
इस अवसर पर अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, कृषि निदेशक गौरी शंकर, निदेशक केसी पाठक सहित प्रबन्ध कार्यकारिणी सभी सदस्य उपस्थित रहे।

मशरूम गर्ल दिव्या रावत के साथ 78 लाख रुपए की धोखाधडी, पुलिस जांच के नाम पर बरत रही लापरवाही

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देहरादून, मशरूम के क्षेत्र में कार्य करने वाली और कोरोनाकाल में हजारों लोगों को रोजगार देने वाली स्वरोजगार को बढ़ावा देने वाली युवाओं की प्रेरणास्रोत मशरूम गर्ल दिव्या रावत ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर से मिलकर नाराजगी व्यक्त की ।
उन्होंने कहा कि मेरे साथ 78 लाख रुपए की धोखाधडी हो गई थी जिसकी प्राथमिकता 23 सितम्बर को थाना नेहरू कालोनी में दर्ज की गई लेकिन पुलिस जांच के नाम पर लापरवाही बरत रही है और अभी तक दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई उन्होंने जांच अधिकारी कुलदीप सिंह भूमिका पर उनका गैर जिम्मेदाराना अड़ियल एवम लापरवाह रवैया अपनाने और दोषियों के साथ मिली भगत का आरोप लगाया ।
उन्होंने कहा कि इससे मेरा कार्य भी प्रभावित हो रहा है और मानसिक रूप से भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और दोषियों पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई ।
उन्होंने कहा कि अगर दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही नही की गई तो शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलकर इसकी शिकायत की जाएगी ।

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संसद सत्र के चलते नगर निगम बोर्ड की बैठक स्थगित

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हरिद्वार 13 दिसम्बर (कुलभूषण) नगर निगम हरिद्वार की आहुत बैठक शुरू होते ही भाजपा के पार्षदो ने महापौर अनिता शर्मा को घेरते हुए आरोपो की बौछार कर दी । जिसके चलते सदन में हंगामा होने के चलते कंाग्रेस व भाजपा के पार्षदो में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा पार्षदो ने महापौर के पति द्वारा निगम में किये जाने वाले हस्तक्षेप को लेकर व निगम की कार्यवाही में छेडछाड किये जानेे का आरोप लागते हुए हंगामा काटा।
भाजपा पार्षद अनिरूद्व भाटी विनीत जौली सहित विभिन्न पार्षदो ने कहा कि मेयर हमारी सदन की नेता है उन्हे सदन मे तथा निगम के कार्यो को जनहीत में करना चाहिए तथा सदन में कार्यवाही को संचालित कर पार्षदो द्वारा उठाये गये मुददो को तथा सदन में पारित प्रस्तावों को कार्यवाही में अंकित करना चाहिए परन्तु मेयर पति अनावश्यक रूप से निगम कार्यो में हस्तक्षेप करते हे जिसे सहन नही किया जायेगा। बढते असन्तोष को देखते हुए बैठक स्थल पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स लगा दी गयी थी। नगर आयुक्त डी एन सरस्वती ने जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा का सत्र संचालित होने के चलते निगम बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गयी है जो पुन 24 दिसम्बर को आहुत की जायेगी।

 

श्रीनगर विधानसभा के हर घर को मिलेगा शुद्ध पेयजल : डॉ. धन सिंह रावत

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35 हजार की आबादी को मिलेगा पेयजल योजनाओं का सीधा लाभ”

देहरादून, श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा। लगभग 100 करोड़ की लागत से तैयार हो रही कण्डारस्यूं-पैठाणी, विडोली, एनआईटी सुमाड़ी एवं गंगाऊ-भीड़ा पम्पिंग पेयजल योजनाओं से क्षेत्र की 35 हजार से अधिक आबादी को सीधे फायदा मिलेगा। पम्पिंग योजनाओं के कार्यों में तेजी लाने और प्रत्येक परिवार को पेयजल योजना से जोड़ने के लिये विभागीय अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दे दिये गये हैं।

कैबिनेट मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभाकक्ष में श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न पेयजल योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने पेयजल निगम के अधिकारियों को निर्माणाधीन पम्पिंग योजनाओं को शीघ्र पूरा कर क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। डॉ0 रावत ने बताया कि श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत खिर्सू, पाबौं एवं थलीसैंण विकासखंडों में लगभग 100 करोड़ की लागत से चार बड़ी पम्पिंग पेयजल योजना कण्डारस्यूं-पैठाणी, विडोली, एनआईटी सुमाड़ी एवं गंगाऊ-भीड़ा पेयजल पम्पिंग योजनाओं पर कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि इन सभी पेयजल योजनाओं के पूरा होने से क्षेत्र के 125 राजस्व ग्रामों की लगभग 35 हजार से अधिक आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। जिससे क्षेत्र की पेयजल समस्या हमेशा के लिये दूर हो जायेगी। कैबिनेट मंत्री ने क्षेत्र में स्थित विद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, अस्पतालों एवं पंचायत भवनों को भी प्राथमिकता के साथ पेयजल योजना से जोड़ने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये, साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये किये कोई भी परिवार पेयजल सुविधा से वंचित न रहे इसके लिये प्रत्येक परिवार को पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराया जाय।

बैठक में प्रबंध निदेशक (एमडी) पेयजल निगम उदय राज सिंह, अधीक्षण अभियन्ता गढ़वाल संजय सिंह, अधिशासी अभियंता दीक्षा नौटियाल, सहायक अभियंता पेयजल निगम श्रीनगर अजय कुमार गुरूंग, कार्यदायी संस्था के महाप्रबंधक मनोज कुमार शर्मा, मैनेजर ऑपरेशन दीपक बिष्ट सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 

शीघ्र पूरा करें मिनी स्टेडियम खिर्सू का निर्माण कार्य : डॉ0 धन सिंह रावत

कैबिनेट मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मिनी स्टेडियम खिर्सू एवं पाबौं के निर्माण संबंधी समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों तथा कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को स्टेडियम के अधूरे कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिस स्टेडियम के लिये धनराशि की अतिरिक्त आवश्यकता पड़ रही है उसके लिये अलग से डीपीआर तैयार कर शासन को प्रेषित की जाय लेकिन इससे पहले पूर्व में स्वीकृत धनराशि शतप्रतिशत उपयोग कर यूजी शासन को उपलब्ध कराई जाय।

बैठक में निदेशक खेल एवं युवा कल्याण जितेन्द्र कुमार सोनकर, उप सचिव धीरेन्द्र कुमार सिंह, अपर निदेशक राकेश चन्द्र कार्यदायी संस्था पेयजल निगम के विक्रम सिंह राणा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 

प्राधिकरण समाप्ति को संघर्ष समिति ने दिया धरना, प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

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अल्मोड़ा, जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति ने आज गांधी पार्क में धरना दिया तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।इस अवसर पर सर्वदलीय संघर्ष समिति के संयोजक पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति के धरने को पांच साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन प्रदेश सरकार अभी तक इस मामले में चुप्पी साधे बैठी है।उन्होंने कहा कि पांच वर्ष पूर्व नवम्बर 2017 में प्रदेश सरकार ने अव्यवहारिक तरीके से अल्मोड़ा सहित पूरे पर्वतीय क्षेत्र में प्राधिकरण लागू कर दिया था।जिसके विरोध में नवम्बर 2017 में पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी की अध्यक्षता में सर्वदलीय संघर्ष समिति का गठन किया गया था तथा तबसे लगातार समिति जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर प्रत्येक मंगलवार को धरना देती आ रही है जो बदस्तूर जारी है।उन्होंने कहा कि भाजपा की इस सरकार में जनहित के इतने बड़े मुद्दे की लगातार अनदेखी की जा रही है।जनता के विरोध एवं पांच साल से चल रहे धरने से भी सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही।धरने को सम्बोधित करते हुए समिति के संयोजक पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने के लिए समिति स्थानीय जनता के साथ लगातार पिछले पांच वर्षों से आन्दोलनरत है।इस दौरान जुलूस,धरने,ज्ञापन आदि के माध्यम से लगातार सरकार को चेताने का कार्य किया गया, परन्तु दो दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बयान के बाबजूद प्रदेश सरकार ने इसे स्थगित कर मामले की इतिश्री कर ली।उन्होंने कहा कि सर्वदलीय संघर्ष समिति पीछे हटने वाली नहीं है।प्राधिकरण के विरोध में समिति का धरना लगातार तब तक जारी रहेगा जब तक कि सरकार इसे स्पष्ट आदेश के तहत समाप्त नहीं कर देती।धरने की अध्यक्षता पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी तथा संचालन राजू गिरी ने किया।धरने में नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी,कांग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला,सभासद हेम चन्द्र तिवारी, चन्द्र कान्त जोशी,प्रताप सिंह सत्याल, आनन्दी वर्मा,नरेश नौडियाल,महेश चन्द्र आर्या, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, ललित मोहन पन्त, नारायण दत्त पाण्डेय,हर्ष कनवाल,हेम चन्द्र जोशी,अख्तर हुसैन,प्रत्येश कुमार पाण्डेय,जीवन सिंह पंवार, आनन्द बगडवाल, ललित मोहन जोशी,पीसी तिवारी,तारा चंद्र साह,चन्द्रमणि भट्ट सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।धरने के बाद वरिष्ठ समाजसेवी एवं अधिवक्ता दिनेश चन्द्र पाण्डे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए समिति ने शोक सभा कर मृत आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

कैबिनेट मंत्री महाराज ने चमोली को दी 565.43 लाख की योजनायें

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शीतकालीन गद्दीस्थलों से पूजाएं दिखाने की करें व्यवस्थायें :सतपाल महाराज

गोपेश्वर (चमोली), प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, सिंचाई, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने गढ़वाल भ्रमण के तीसरे दिन जनपद मुख्यालय में पंचायतीराज एवं लोक निर्माण विभाग की करोडों रुपये की कई विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को जनपद मुख्यालय गोपेश्वर में पंचायतीराज एवं लोक निर्माण विभाग की 565.43 लाख रुपये की कई विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इससे पूर्व उन्होने जनपद के भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करते हुए जन समस्याओं को सुनने के साथ-साथ अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी दिए।

पर्यटन मंत्री ने शीतकालीन तीर्थाटन एवं पर्यटन को बढाने पर जोर देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा के अलावा जो भी हमारे धार्मिक एवं पर्यटन स्थल है, उनको विकसित किया जाए। ताकि शीतकाल में भी यहां पर्यटकों की आवजाही बनी रहे और लोगों की आर्थिकी मजबूत हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि पंच बद्री एवं केदार के शीतकालीन गद्दीस्थलों से आरती/पूजाएं लोगों को दिखाने की व्यवस्था की जाए। औली, गौरसों एवं अन्य क्षेत्रों में स्कीइंग को प्रमोट करें। जिले में एयरपोर्ट बनाने के लिए भूमि चिन्हित की जाए। साथ ही पर्यटक स्थलों को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए हैलीपैड बनाए जाए। सीमांत गांवों में होमस्टे के माध्यम से पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं दी जाए। धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों को एक सर्किट के रूप में जोड़ा जाए। बताया कि भवष्यि बद्री, कार्तिक स्वामी एवं कालीमठ के विकास हेतु योजना तैयार की जा चुकी है। टिम्मरसैंण महादेव की यात्रा के लिए सभी सुविधाएं जुटायी जाए। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन का फायदा तभी मिलेगा जब शीतकालीन पर्यटन को बढाया जाएगा।

कैबिनेट मंत्री ने सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को सख्त हिदायत देते हुए निर्देशित किया कि सड़कों पर पानी निकासी हेतु नालियों का निर्माण एवं सड़क किनारे झाडियों का कटान सुनिश्चित किया जाए। सड़कों को गढ्ढा मुक्त करें। गोपेश्वर में जाम की समस्या को दूर करने के लिए बाईपास निर्माण कार्यो को जल्द शुरू किया जाए और भविष्य के लिए गोपेश्वर एवं अन्य नगर कस्बों में रिंग रोड़ बनाने का प्रस्ताव तैयार करें। हल्दापानी एवं कर्णप्रयाग मंडी के निकट भूस्खलन प्रभावित जोन का ट्रीटमेंट किया जाए। रूद्रनाथ ट्रैक लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित करने के लिए शीघ्र प्रस्ताव उपलब्ध किया जाए।

कैबिनेट मंत्री श्री महाराज ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित कार्यो में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे। योजना के तहत पानी के नए स्रोत को टैप किया जाए। उन्होंने पंचायतों की आय बढाने पर भी जोर दिया। किसानों की आय बढाने के लिए स्थानीय उत्पादों की ब्राडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग करने के निर्देश दिए। वन क्षेत्रों में फलदार पौधे लगाने के लिए वन विभाग को विशेष अभियान चलाने को कहा। ताकि जंगली जानवरों से फसलों को नुकसान न हो। उन्होंने सभी अधिकारियों को विकास कार्यो में अपनी संपूर्ण सहभागिता के साथ सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस को उपलब्ध की भी बात कही।

प्रदेश के लोक निर्माण एवं पंचायतीराज मंत्री सतपाल महाराज ने गोपेश्वर स्थित जिला मुख्यालय पर लोक निर्माण एवं पंचायत राज विभाग की अनेक योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होने राज्य योजना के अंतर्गत 147.82 लाख की लागत के नरायणबगड़-चोपता मोटरमार्ग से पैठाणी तक मोटर मार्ग के निर्माण कार्य, 58.97 लाख की लागत से बनने वाले कोड़वा बैण्ड से देवस्थली मोटर मार्ग के निर्माण कार्य, हरमनी करच्यूड़ा मोटर मार्ग के किमी0 1 से विणागांव झंगोरगांव-एस०सी० बस्ती हरमनी हरमनी तल्ली तक 55.46 लाख की लागत से बनने वाले मोटर-मार्ग के निर्माण कार्यो का शिलान्यास करने के अलावा 58.89 लाख की लागत से बने ग्वालदम-बैजनाथ मोटर मार्ग के ताल से बीनातोली तक 03 किमी मोटर मार्ग के पी०सी० द्वारा डामरीकरण कार्य और 88.29 लाख की धनराशि से बने जूनीधार-गोठिन्डा-टुन्ड्री मोटर मार्गों के नव निर्माण कार्य का लोकार्पण भी किया।

पंचायती राज मंत्री श्री महाराज ने पंचायतीराज विभाग, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत विकासखण्ड नारायबगड़ की ग्राम पंचायत रैंस में 12 लाख के पंचायत भवन, ग्राम पंचायत डुंग्री में 12 लाख की लागत के पंचायत भवन, विकासखण्ड नन्दानगर के अंतर्गत ग्राम पंचायत खुनाणा में 12 लाख की लागत के पंचायत भवन, ग्राम पंचायत कनोल 12 लाख की लागत के पंचायत भवन के निर्माण कार्य के शिलान्यास के साथ-साथ राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत चाका में 12 लाख रूपए की लागत से तैयार पंचायत भवन का लोकार्पण भी किया।May be an image of 6 people and people standing
पंचायतीराज मंत्री ने विकासखण्ड कर्णप्रयाग के अंतर्गत ग्राम पंचायत वणगांव में 12 लाख की धनराशि के पंचायत भवन, ग्राम पंचायत बैनोली में 12 लाख के पंचायत भवन, विकासखण्ड दशोली के अंतर्गत ग्राम पंचायत खैनुरी में 12 लाख के पंचायत भवन, विकासखण्ड थराली के अंतर्गत ग्राम पंचायत चैपडों में 12 लाख की लागत के पंचायत भवन, विकासखण्ड थराली के अंतर्गत ग्राम पंचायत सिनई तल्ली में 12 लाख रूपए के पंचायत भवन, विकासखण्ड पोखरी के अंतर्गत ग्राम पंचायत रानों में 12 लाख रुपये के पंचायत भवन, विकासखण्ड पोखरी के अंतर्गत ग्राम पंचायत क्वींठी में 12 लाख के प्रस्तावित पंचायत भवन और विकासखण्ड गैरसैंण के अंतर्गत ग्राम पंचायत बछुवावाण में 12 लाख की धनराशी से बनने वाले पंचायत भवनों के शिलान्यास सहित कुल 565.43 लाख की धनराशि की विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री महाराज ने जिला मुख्यालय में आयोजित जनपद स्तरीय अधिकारियों की बैठक को भी संबोधित किया।
बैठक में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जनपद में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति सें मा0कैबिनेट मंत्री को अवगत कराया।

इस अवसर पर कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेन्द्र रावत अन्य जनप्रतिनिधियों से सहित जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल, सीडीओ डा.ललित नारायण मिश्र एवं समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

पहाड़ों में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी से स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह चरमराई

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(विनोद खंडूड़ी)

देहरादून, बीते सालों में उत्तराखंड में राज्य सरकार के अधीन चार मेडिकल कालेज स्थापित हुए और ऋषिकेश में केन्द्र सरकार के अधीन एम्स में कई कोर्स आरम्भ किए गए। राज्य सरकार के अधीन नर्सिंग कॉलेज खुले हैं। आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय शुरू किया गया। इसके साथ ही निजी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज, पैरामेडिकल कॉलेज स्थापित हुए हैं।
मेडिकल और पैरामेडिकल शिक्षा में हुए इस बदलाव के नतीजों की परख केवल शहरी इलाकों में बढी स्वास्थ्य सुविधाओं से नहीं की जा सकती, बल्कि स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की विरल पहुंच और उनकी गुणवत्ता के अभाव का मामला आज भी राजनैतिक बहस का मुद्दा बना हुआ है। इसकी तथ्यात्मक बानगी को बताने के लिए केन्द्र सरकार के नीति आयोग की स्वास्थ्य सूचकांक रिपोर्ट काफी है। 24 संकेतकों के आधार पर तैयार किए गए नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांक में नवजात शिशु मृत्यु दर, पांच वर्ष से कम के शिशु में मृत्यु दर, जन्म पर लिंगीय अनुपात, मातृ मृत्यु दर, पूर्णत: टीकाकरण का स्तर, जन्म-मृत्यु पंजीकरण का स्तर, संस्थागत प्रसव, चालू स्वास्थ्य केन्द्रों एवं वैलनेस सेंटर का अनुपात, मानव संसाधन की तैनाती और राज्य सरकार के कुल खर्चे में स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यय का अनुपात जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं।
स्वास्थ्य सूचकांक के लिए राज्यों को बड़े राज्य, छोटे राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश की तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। स्वास्थ्य सूचकांक साल-दर-साल के आधार पर तैयार किया गया है इसका फायदा ये है कि राज्यों के लिए यह देखने में मदद मिलती है कि उसके प्रदर्शन में कितना सुधार हुआ या कमी आई है। इससे राज्यों को सुधार करने के लिए प्रेरणा मिलती है। स्वास्थ्य सूचकांक की गणना के लिए संदर्भ वर्ष, 2019-20 के लिए आधार वर्ष, 2018-19 है। बड़े राज्यों में संदर्भ वर्ष के स्वास्थ्य सूचकांक में पहले स्थान पर यानी पहले रैंक पर 82.20 अंकों के साथ केरल मौजूद है, आधार वर्ष में भी केरल 81.60 अंकों के साथ पहले रैंक पर था। तमिलनाडु भी आधार वर्ष (70.79 अंक) और संदर्भ वर्ष (72.42 अंक) दोनों बार दूसरे रैंक पर है। जबकि उत्तराखंड आधार वर्ष में 43.63 अंकों के साथ 14वें रैंक पर था परन्तु संदर्भ वर्ष, 2019-20 में वह एक रैंक नीचे चला गया हालांकि उसके अंक बढ कर 44.21 हो गए। केरल को मिले अंकों के मुकाबले उत्तराखंड के स्कोर में लगभग 38 अंकों का फासला है, जो दिखाता है कि क्यों उत्तराखंड में केरल के मुकाबले स्वास्थ्य सेवा की हालत काफी खराब है जिसके सुधार के लिए सरकार हर बार दावे करती रहती है।
आधार वर्ष के मुकाबले संदर्भ वर्ष में वृद्धि संबंधी सुधार में उत्तर प्रदेश ने 5.52 अंक बढोतरी की, जिसके बाद उसका कुल स्कोर 30.57 हो गया, परन्तु फिर भी उत्तर प्रदेश 19 बड़े राज्यों में आखिरी रैंक पर खड़ा है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश ने आधार वर्ष और संदर्भ वर्ष दोनों में रैंक के मामले में क्रमश: अपने 16,17,18 व 19 वें रैंक बरकरार रखे हैं, जबकि उत्तराखंड एक पायदान नीचे चला गया। यह साफ बता रहा है कि सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद स्वास्थ्य व्यवस्था की समग्र तस्वीर के मामलें में उत्तराखंड बड़े राज्यों में पिछड़ी हालत में खड़ा है।

 

अच्छी पहल : अब ग्रामीणों को जंगलो में लगने वाली आग बुझाने पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि

जंगलों की आग से बचने के उपाय छुपे हैं ग्रामीण परिवेश में - Demokratic Front

देहरादून, उत्तराखंड के जंगलों में हर साल लगने वाली आग को बुझाने में ग्रामीणों की अहम भूमिका रहती है, लेकिन इसके एवज में उन्हें कुछ नहीं मिलता। पहली बार धामी सरकार इस काम के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहन राशि देने जा रही है। प्रथम चरण में चीड़ बाहुल्य वन प्रभागों को योजना में लिया जा रहा है।

इसमें वन पंचायतों का क्षेत्र भी शामिल होगा। इसके लिए वनाग्नि प्रबंधन समितियों का गठन किया जा रहा है। राज्य के वनों में प्रतिवर्ष औसतन दो हजार से 22 सौ वनाग्नि की घटनाएं होती हैं। इनमें हर साल करीब तीन हजार हेक्टेयर से अधिक जंगल जल जाता है। वर्ष 2022 में अब तक वनाग्नि की 2,186 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें 3425.05 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा, जबकि इससे पहले वर्ष 2021 में वनाग्नि की 2,780 वनाग्नि की घटनाएं दर्ज की गई थीं।

बीते सालों में सर्दियों के मौसम में भी वनाग्नि की घटनाएं हो चुकी हैं। इस समस्या से पार पाने के लिए पहली बार ग्राम पंचायत स्तर पर वनाग्नि प्रबंधन समितियों का गठन किया जा रहा है। अभी तक तीन वन प्रभागों अल्मोड़ा, टिहरी और गोपेश्वर में 48 वनाग्नि प्रबंधन समितियों का गठन किया जा चुका है। समिति में ग्रामीणों के साथ ग्राम पंचायतों, वन पंचायतों के सरपंच और वनकर्मियों को शामिल किया जा रहा है। प्रदेश में अकेले 11 हजार 300 वन पंचायतें हैं। इन्हें अस्थायी तौर पर आसपास के जंगलों की वनाग्नि से सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाएगी।

जंगल में आग लगने पर यदि यह समितियां तत्परता दिखाते हुए उसे बुझा देती हैं, तो उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह राशि कितनी होगी, इस पर अभी विचार किया जा रहा है। प्रदेश में वनाग्नि पर काबू पाने के लिए प्रतिवर्ष करीब 15 करोड़ रुपये के आसपास खर्च किए जाते हैं।

वनाग्नि पर काबू पाने के लिए जन सहभागिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वनाग्नि प्रबंधन समितियों का गठन किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है। इस बाबत शीघ्र ही शासन में बैठक के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।

 

 

जौनपुर में पांच दिवसीय स्काउट तृतीय सोपान शिविर का विधिवत् समापनMay be an image of 4 people, people standing, people walking and outdoors

टिहरी, अटल आदर्श उत्कृष्ट विद्यालय रा.इ. कालेज घोड़ाखूरी जौनपुर में पांच दिवसीय स्काउट तृतीय सोपान शिविर का आज समापन किया गया जिसमें जिला स्कॉउट कमिश्नर केएल शाह एवं जौनपुर ब्लॉक सचिव मदन मोहन सेमवाल शिविरा स्थल पहुंचे l
इस पूरे शिविर का संचालन श्रीमती रश्मि परमार एवं स्काउट मास्टर शैलेंद्र सिंह बिष्ट जी के द्वारा किया गया। शिविर में इस 05 दिनों में स्काउट/गाईड को प्रशिक्षित किया गया l तृतीय सोपान में दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार तंबू निर्माण ,प्राथमिक चिकित्सा, दिशा का ज्ञान हाइकिंग, आदि अनेक प्रकार की गतिविधियां कराई गई।अंत में स्काउट गाइड की दीक्षा जिला कमिश्नर केएल शाह और ब्लॉक सचिव मदन मोहन सेमवाल के द्वारा स्काउट/गाईड को दीक्षा दी गईl जिसमें निम्न विद्यालय अटल उत्कृष्ठ विधालय राइकॉलेज घोड़ा खूरी, नैनबाग, श्रीकोट ,म्याणी, केम्टी,राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भूट गांव के स्काउट एवं गाइड ने इसमें प्रतिभा किया उक्त शिविर में गाईड 24, स्काउट 29 कुल 53 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया है |May be an image of 5 people, people standing and outdoors
इस शिविर में श्री वीर सारस्वत,करमचंद सिंह रावत ,श्रीमती मीरा डिमरी, और घोड़ाखूरी से श्री मोहम्मद नासिर एवं शिविर संचालिका श्रीमती रश्मि परमार के साथ विद्यालय के सभी शिक्षक साथियों एवं शिक्षिका बहनों ने इसमें प्रतिभा किया है। एमडीएम प्रभारी शांति सिंह हनुमंती ,विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनवीर सिंह रावत इस शिविर में पूर्ण सहयोग करते रहे हैं और अपनी उपस्थिति बनाए रखी l विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री प्रशांत बिष्ट जी ने इस कार्यक्रम को संचालन में अपना पूर्ण तन मन धन से सहयोग किया है और उन्हीं के सहयोग एवं उनके कुशल निर्देशन में उक्त कार्यक्रम संपन्न हुआ | स्काउट कार्यक्रम का संचालन स्काउट/गाईड कुमारी काजल द्वारा किया गया इस अवसर पर 5 दिवस की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी, जिसमें स्काउट जिला स्कॉउट कमिश्नर केएल शाह द्वारा प्रशंसा की गई कि भविष्य में पुनः इसी प्रकार यह प्रशिक्षण अगले विद्यालय में संचालित किया जाएगा, साथ ही इस शिविर में शिक्षक अभिभावक संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री त्रेपन सिंह रावत द्वारा ब्रह्मांड ब्रह्मांड एवं ऊर्जा संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। ग्राम घोड़ा खूरी के ग्राम प्रधान श्रीमती आरती एवं आदेश असवाल तथा ग्राम मैहर के अरविंद सिंह कंडारी भी इस शिविर में अपना पूर्ण सहयोग किया है।

 

लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान और ओआरबीआईएस ने हरिद्वार के तीन कुष्ठ आश्रमों में वितरित किया पौष्टिक आहार

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ॠषिकेश, लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान ने ORBIS के सहयोग आहार वितरण किया, हरिद्वार के तीन कुष्ठ आश्रमों जिनमें श्री गंगा माता कुष्ठ आश्रम में 21 कुष्ठ रोगियों, चिदानंद कुष्ठ आश्रम में 70 कुष्ठ रोगियों एवं स्वामी विवेकानंद कुष्ठ आश्रम में 39 कुष्ठ रोगियों सूखा राशन वितरित किया, जिसके अन्तर्गत प्रतिमाह दो बार 130 कुष्ठ रोगियों को सुखा राशन एवं पौष्टिक आहार दूध फल चीनी चाय पत्ती आदि सामग्री दी जाती है।
श्यामलाल भाई पर्यावरणविद ने बताया कि हरिद्वार ऋषिकेश में लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान के निवेदन पर ओआरबीआईएस फाइनेंस कंपनी के लिए निदेशक अतुल गुप्ता ने इन तीन कुष्ठ आश्रम का भ्रमण किया जिसमें उन्हें लगा कि समाज में कुष्ठ रोगियों को अलग अलग रखा जाता है। श्री श्याम लाल भाई का मानना है कि यह बीमारी मायकोबैक्टीरियम लैप्री नामक जीवाणु के कारण होती है। हालांकि यह बीमारी बहुत ज्यादा संक्रामक नहीं है, लेकिन मरीज के साथ लगातार संपर्क में रहने से संक्रमण हो सकता है। इसके लिए कुष्ठ रोगियों को अलग रखा जाता है और समाज में इनके साथ कोई खाने एवं बैठने के लिए तैयार नहीं होता है इसके लिए हमें इन्हें स्वस्थ जीवन की कामना के लिए हमें कुष्ठ रोग निरोग कार्यक्रम की आवश्यकता महसूस हुई और इसी उद्देश्य को लेकर ORBIS फाइनेंस कंपनी द्वारा अपनी सीएसआर के तहत कुष्ठ रोगियों के सहयोग के लिए सुखा राशन एवं दूध फल आदि वितरण करने का निर्णय लिया गया और प्रतिमाह 130 कुष्ठ रोगियों को पोस्टिक आहार में राशन दूध फल चीनी चायपत्ती आदि का सहयोग किया जाता है।

 

 

तरल एवं ठोस अपशिष्ट के बेहतर प्रबंधन हेतु जनपद स्तरीय गोष्ठी का हुआ आयोजन

अल्मोड़ा, प्लास्टिक/ ठोस अपशिष्ट प्रबंधन रूल 2016 के उपबंधों के क्रियान्वयन हेतु तथा शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में आज विकास भवन सभागार में तरल एवं ठोस अपशिष्ट के बेहतर प्रबंधन हेतु एक जनपद स्तरीय गोष्ठी का आयोजन स्वच्छ भारत मिशन एवं शहरी विकास विभाग के तत्वाधान में अध्यक्ष नगरपालिका अल्मोड़ा प्रकाश चंद्र जोशी की अध्यक्षता में किया गया। इस गोष्ठी में जनपद के सभी स्थानीय निकायों के अधिकारी, जिला पंचायत, राजस्व विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों द्वारा प्रतिभाग किया गया। यहां मास्टर ट्रेनरों द्वारा समय समय पर माननीय न्यायालयों, राष्ट्रीय हरित न्याय द्वारा दिए गए आदेशों, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट अधिनियम के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरों के बारे में तथा इसके विकल्प के तौर पर प्रयोग की जा सकने वाले सामग्री समेत अन्य ठोस अपशिष्ट से संबंधित अन्य प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने ठोस अपशिष्ट के निस्तारण संबंधी अपने अपने सुझाव एवं अनुभव भी साझा किए। इस दौरान अध्यक्ष नगरपालिका प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि सोर्स सेग्रीगेशन एवं शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों में कूड़े को अलग अलग करने के प्रति जागरूक करने पर बल दिया जाना चाहिए। प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव ने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में बताया तथा कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं इसके विकल्प का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज सुविधा के लिए प्लास्टिक का प्रयोग करने से हम आने वाले कल को मुस्किल में डाल रहे हैं, इसलिए हमे कल की परवाह करते हुए आज ही सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करते हुए इसके विकल्पों का प्रयोग करना चाहिए। अधिशाषी अधिकारी अल्मोड़ा/मास्टर ट्रेनर भरत त्रिपाठी ने गोष्ठी में अल्मोड़ा में की गई कार्यवाहियों की जानकारी दी तथा सभी उपस्थित अधिकारियों को गोष्ठी के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरसी पंत, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत राजेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

ब्रैकिंग : बछेलीखाल के पास वाहन खाई में गिरा, एक की मौत

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टिहरी(देवप्रयाग), थाना देवप्रयाग द्वारा एसडीआरएफ टीम को सूचित किया गया कि बछेलीखाल के पास एक वाहन खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है जिसमें राहत एवं बचाव कार्य हेतु टीम की आवश्यकता है।

उक्त सूचना पर पोस्ट ब्यासी से एसडीआरएफ टीम हैड़ काॕस्टेबल प्रेम बिष्ट के नेतृत्व में रेस्क्यू उपकरणों के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हुई। SDRF टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर देखा गया कि एक स्विफ्ट कार (UK07 AN 5419) अनियंत्रित होने से लगभग 150 मीटर नीचे खाई में गिरी हुई थी। उक्त वाहन में एक व्यक्ति सवार था जो देवप्रयाग से देहरादून आ रहा था।
SDRF टीम द्वारा कड़ी मशक्कत करते हुए गहरी खाई में उतरकर दुर्घटनाग्रस्त वाहन तक अपनी पहुँच बनाई। वाहन सवार व्यक्ति की मौके पर ही मृत्यु हो गयी थी। SDRF टीम द्वारा उक्त व्यक्ति का शव वाहन से निकालकर रोप व बॉडी बैग के माध्यम से मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर सिविल पुलिस के सुपर्द किया गया।

मृतक का नाम :
शरद कुमार शर्मा पुत्र स्व. श्री शिव चरण शर्मा (असिस्टेंट बैंक मैनेजर SBI), निवासी बंजारावाला, देहरादून।