देहरादून, एसएसपीपौड़ी के पद पर रहते हुए सुश्री पी0 रेणुका देवी DIG L/O द्वारा वर्ष 2021 में जनपद में शहरों एवं सड़कों में आवारा घूम रहे पशुओं के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु शुरु किए गए “ऑपरेशन कामधेनु” को वर्ष 2022 में राष्ट्रीय स्तरीय SKOCH Award-2022 से पुरस्कृत किया गया है । नई दिल्ली में आज आयोजित SKOCH Award-2022 के कार्यक्रम समारोह में सुश्री पी0 रेणुका देवी DIG L/O द्वारा यह पुरस्कार ग्रहण किया गया है।
जनपद पुलिस पौड़ी द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन कामधेनु” के अंतर्गत बाजारों एवं सड़कों पर आवारा घूम रहे पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं एवं जाम लगने के कारण यातायात व्यवस्था बाधित होती थी । इस समस्या से निजात पाने के लिए सुश्री पी0 रेणुका देवी द्वारा SOP तैयार कर जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग एवं नगर निगम/नगर पालिका से समन्वय स्थापित कर इस अभियान का सफल संचालन किया । उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग द्वारा भी “ऑपरेशन कामधेनु” को प्रशंसनीय बताते हुए सम्पूर्ण राज्य में लागू किए जाने के निर्देश दिए गए
वर्ष 2003 से SKOCH Group Development Foundation द्वारा यह पुरस्कार उन राज्यों, संगठनों, संस्थाओं एवं व्यक्तियों को दिया जाता रहा है जिन्होंने अपने क्षेत्र में नवाचार आधारित कार्य किए हों । वर्ष 2020-21 में कोरोना काल में चलाए गए Community basket के लिए भी सुश्री पी0 रेणुका देवी SKOCH Award-2021 प्रदान किया गया था ।
“ऑपरेशन कामधेनु” को वर्ष 2022 में राष्ट्रीय स्तरीय SKOCH Award-2022 से किया गया पुरस्कृत
11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता के भव्य एवं सफल आयोजन का समापन
देहरादून, उत्तराखंड पुलिस द्वारा आयोजित 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी चैंपियनशिप 2022 के समापन समारोह की शुरुआत में खिलाड़ियों के द्वारा मार्च पास्ट एवं तीरंदाजी प्रदर्शन कर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) श्री गुरमीत सिंह का भव्य स्वागत किया गया l मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत करते हुए माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) श्री गुरमीत सिंह ने तीरंदाजी की विभिन्न स्पर्धाओं के विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान कर पुरस्कृत किया l उन्होंने कहा कि तीरंदाजी एक महत्वपूर्ण खेल है ,जिसका सेना एवं पुलिस में विशेष स्थान है l उन्होंने प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभाग कर रहे खिलाड़ियों द्वारा प्रदर्शित दृढ़ इच्छा शक्ति एवं एकाग्रता की सराहना की l उन्होंने तीरंदाजी के खेल को बौद्धिक कौशल एवं एकाग्रता का खेल बताया l
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक,उत्तराखंड श्री अशोक कुमार ने बताया कि अखिल भारतीय स्तर पर 10 वर्ष पूर्व शुरू हुई तीरंदाजी की प्रतियोगिता का प्रथम बार सफल एवं भव्य मेजबानी उत्तराखंड पुलिस के द्वारा की गई l उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर 2022 से शुरू हुई 05 दिवसीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में 26 प्रदेशों, केंद्र शासित प्रदेशों एवं पैरामिलिट्री की टीमों के 316 खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया l उन्होंने बताया कि 05 दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान समस्त टीमों के खिलाड़ियों एवं अन्य सपोर्ट स्टाफ को राज्य के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराकर उत्तराखंड राज्य की संस्कृति से भी रूबरू कराया गया l
इस मौके पर आई0बी0 की अपर निदेशक श्रीमती सपना तिवारी द्वारा उत्तराखंड पुलिस को प्रतियोगिता के सफल आयोजन की बधाई दी गई l प्रतियोगिता के आयोजन सचिव पुलिस उपमहानिरीक्षक निदेशक यातायात श्री मुख्तार मोहसीन द्वारा समस्त खिलाड़ियों,आयोजन समिति,विशेष तौर पर उत्तराखंड तीरंदाजी संघ के सचिव श्री राजेंद्र तोमर एवं उनकी तकनीकी समिति का धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया गया l इस मौके पर अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी डॉ श्री पी0वी0 के0प्रसाद ,अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था डॉ वी0 मुरुगेशन, मौजूद रहे l
तीरंदाजी प्रतियोगिता के पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान आई0टी0बी0पी0 व द्वितीय स्थान राजस्थान पुलिस की टीम को प्राप्त हुआ l महिला वर्ग में प्रथम स्थान बी0एस0एफ को द्वितीय स्थान आसाम राइफल व तृतीय स्थान सी0आर0पी0एफ को प्राप्त हुआ l
पुरुष वर्ग में अर्जुन पुरस्कार विजेता राजस्थान पुलिस के रजत चौहान एवं आई0टी0बी0पी के तुषार सिल्के संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ तीरंदाज रहे l महिला वर्ग में बी0एस0एफ0 की टूटू मोनी बोरो ने प्रथम स्थान पाकर सर्वश्रेष्ठ तीरंदाज का पुरस्कार प्राप्त किया l उत्तराखंड की टीम की रैंकिंग भी पिछली चैंपियनशिप के मुकाबले बेहतर रही l उत्तराखंड पुलिस की तीरंदाजी टीम पिछले वर्ष के 12वीं स्थान के मुकाबले वर्तमान तीरंदाजी प्रतियोगिता में छठे स्थान पर रही l 11वीं ऑल इंडिया पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता के दौरान उत्तराखंड पुलिस के खिलाड़ियों ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया l उत्तराखंड पुलिस की तीरंदाजी टीम द्वारा कुल 05 पदक अपने नाम किए गए l जिनमें 01 गोल्ड , 02 सिल्वर और 02 ब्रॉन्ज मेडल शामिल रहे l
अन्य स्पर्धाओं के विजेता खिलाड़ियों के नाम :
तीरंदाजी की रिकवर व्यक्तिगत स्पर्धा (पुरुष):
1)सी0आर0पी0एफ के गजेंद्र (गोल्ड)
2)राजस्थान पुलिस के राहुल(सिल्वर)
3)सी0आर0पी0एफ के बसंत (ब्रॉन्ज)
तीरंदाजी की रिकवर व्यक्तिगत स्पर्धा (महिला):
1)आसाम राइफल की पल्लवी (गोल्ड )
2)सी0आर0पी0एफ से इशिता (सिल्वर)
3)आई0टी0बी0पी की वी श्रद्धा (ब्रॉन्ज )
इंडियन एलिमिनेशन राउंड (पुरुष):
1)एस0एस0बी के मानारंजन (गोल्ड) 2)उत्तर प्रदेश पुलिस के जयदीप(सिल्वर )
3)असम राइफल के zhokhoto जोखोटो (ब्रॉन्ज)
इंडियन एलिमिनेशन राउंड(महिला):
1)बी0एस0एफ की टूटू मोनी बोरो ( गोल्ड)
2)असम राइफल के लाईश्रम सफिया (सिल्वर)
3)मणिपुर पुलिस की एम0 अरुणा (ब्रॉन्ज)
कंपाउंड राउंड (मिक्स टीम):
1) राजस्थान के राज्य रजत चौहान एवं प्रियंका मीना(गोल्ड)
2) आई0टी0बी0पी के जितेन एवं मनोरमा देवी( सिल्वर)
3) असम राइफल के मनीष दुबे एवं स्नेहल विष्णु एम (ब्रोंज)
रिकवर राउंड(मिक्स टीम):
1) बी0एस0एफ के पवन एवं नोमूला (गोल्ड )
2)आई0टी0बी0पी के तुषार एवं कशिश( सिल्वर )
3)सी0आर0पी0एफ की बसंत कुमार एवं इशिता (ब्रॉन्ज )
इंडियन राउंड (मिक्स टीम):
1) उत्तर प्रदेश पुलिस जयदीप कुशवाहा एवं प्रीति (गोल्ड )
2) असम राइफल के पी0 हीरोबा एवं लॉन्गीनेट (सिल्वर)
3) बी0एस0एफ के अभिषेक एवं टूटू मोनी बोरो (ब्रॉन्ज)
हटाये गए तदर्थ कर्मियों का बच्चों सहित विधानभवन के बाहर सांकेतिक धरना, विस अध्यक्ष से पूछा-2001 से 2015 तक की गयी नियुक्ति वैध कैसे
देहरादून, उत्तराखण्ड़ में सरकारी महकमों में पिछले दिनों हुई नियुक्तियां काफी चर्चा में रही, और काफी हो हल्ला के बाद कई लोगों को नियुक्ति के बाद हटा दिया गया,अब विधानसभा से हटाए गए तदर्थ कर्मियों का मसला नया रंग अख्तियार करता दिखाई दे रहा है। सुप्रीम कोर्ट की नैनीताल हाईकोर्ट व स्पीकर के फैसले पर मुहर लगने के बाद पूर्व तदर्थ कर्मियों ने सड़क पर उतर कर मोर्चा खोल दिया है, भारी संख्या में पूर्व तदर्थ कर्मियों ने स्पीकर के फैसले के विरोध में सांकेतिक धरना दे जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में काफी संख्या में महिला कर्मी मौजूद रही। धरने में परिजन व बच्चे भी शामिल हुए।
विधानसभा के बाहर सांकेतिक धरने पर बैठे विधानसभा के पूर्व कर्मियों का कहना है कि जब डी के कोटिया कमेटी ने 2001 के बाद कि सभी नियुक्तियों को अवैध माना है तो सिर्फ 2016 के बाद नियुक्त तदर्थ 228 कर्मियों को ही क्यों हटाया। यह न्याय अधूरा है। उनके साथ दोहरा व्यवहार किया गया।
प्रदर्शनकारी हाथों में तख्ती भी लिए हुए थे। पोस्टर में लिखा था कि पिता के समय हुई नियुक्ति वैध और बाकी नियुक्तियां अवैध।
विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले में अब 2001 के बाद हुई नियुक्तियों को भी रद्द करने की मांग उठने लगी है।
पूर्व स्पीकर गोविन्द सिंह कुंजवाल ने तो यहां तक कह दिया कि उनसे कोई गलती हुई है तो उन्हें जेल भेज दिया जाय। कुंजवाल ने कहा कि 2016 में उन्होंने 150 लोगों को नौकरी दी थी। अगर ये भर्तियां अवैध है तो वे 2001 से हुई भर्तियां कैसे वैध हो गयी। कुंजवाल ने कहा कि नौकरी देने वालों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
उधर, पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि तदर्थ कर्मी हटा दिए गए जबकि मंत्रिमंडल में मौजूद पूर्व स्पीकर प्रेमचन्द अग्रवाल कुर्सी पर जमे हुए हैं।
इस मुद्दे पर जारी राजनीतिक जंग में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि कांग्रेस को पहले पूर्व स्पीकर यशपाल आर्य व गोविंद सिंह कुंजवाल पर कार्रवाई करनी चाहिए।
बहरहाल, विधानसभा में 2016 के बाद तदर्थ नियुक्ति की आग 2001 तक पहुंचती दिखाई दे रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि डीके कोटिया एक्सपर्ट जांच कमेटी ने 2001 के बाद हुई सभी नियुक्तियों को नियम विरुद्ध माना है। लेकिन खामियाजा हमको ही भुगतना पड़ा।
प्रदर्शनकारी नित्यानन्द स्वामी से लेकर बीसी खंडूडी के कार्यकाल में हुई नियुक्तियों पर कोई निर्णय नहीं होने पर स्पीकर ऋतु खंडूडी के फैसले को भेदभावपूर्ण करार दे रहे हैं।
इस चर्चित प्रकरण पर अभी तक कोर्ट व राजनीतिक गलियारों में ही विशेष सुगबुगाहट देखी जा रही थी। लेकिन हटाये गए तदर्थ कर्मियों के सड़क पर उतरने से यह मसला विपक्षी राजनीतिक दलों के लिए मुख्य हथियार बनता जा रहा है।
नगर निगम ॠषिकेश को मिला अटल निर्मल पुरुस्कार : सीएम धामी ने महापौर को किया सम्मानित
ऋषिकेश, नगर निगम ॠषिकेश को अटल निर्मल पुरूस्कार के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महापौर अनिता ममगाई को सम्मानित किया। इस दौरान पुरूस्कार की दस लाख की राशि का चेक सीएम ने महापौर को प्रदान किया।
सोमवार को अटल निर्मल पुरूस्कार में प्रदेश के तमाम नगर निकायों सहित देश के गंगा टाऊन में तीसरा स्थान हासिल करने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश महापौर को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए महापौर ने बताया कि सीमित संसाधनों के बीच अटल निर्मल पुरुस्कार के लिए ऋषिकेश नगर निगम का चयनित होना एक बड़ी उपलब्धि है।इसका श्रेय उन्होंने निगम के स्वच्छता प्रहरियों के अथक प्रयासों के साथ शहर की प्रबुद्ध जनता एवं समाजसेवी संस्थाओं को देते हुए कहा कि जन सहयोग की वजह से ही नगर निगम को यह प्रतिष्ठित सम्मान हासिल हुआ है। इस सफलता का श्रेय उन्होंने निगम की पूरी टीम और यहां के जागरूक नागरिकों को दिया है। उन्होंने बताया कि घर-घर कूड़ा उठाने की योजना हो या फिर सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा ना फेंकने का कार्य, सभी दृष्टिकोण से निगम सफल रहा है। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर बेहतर कार्य किए गए हैं। जैविक और अजैविक कचरे को पृथक कर कंपोस्ट बनाने के कार्य में काफी सुधार आया है। इस अवसर पर महापौर ने शहरवासियों से सहभागिता के साथ निगम के स्वच्छता मिशन में जुड़ने की अपील की ताकि वर्ष 2023 में ऋषिकेश नगर निगम पूरे देश के स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आ सके। इस दौरान मुख्य नगर आयुक्त राहुल गोयल, पार्षद विपिन पंत, राधा रमोला, निगम स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर महंत रवि प्रपन्नाचार्य, समाजसेवी हितेंद्र पंवार, सफाई निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा, गुरमीत सिंह आदि मोजूद रहे।
अपनी धरोहर : उत्तराखंड को नई पहचान दिलाने का अनूठा संकल्प
हल्द्वानी, भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया मे उत्तराखंड की लोकसंस्कृति की अलग पहचान है, इस अनूठी संस्कृति को हमेशा जीवंत बनाए रखने के लिए अब एक और संस्था ने कदम बढ़ाए हैं | अपनी धरोहर नामक इस संस्था न केवल लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने के काम शुरू कर दिया है, बल्कि राज्य की धरोहरों को संरक्षित करने के साथ ही रोजगारोन्मुख बनाने का संकल्प भीलिया है, पिछले दिनों 2200 किलोमीटर की गाेलज्यू संदेश यात्रा निकालकर अपने उद्देश्यों को भी स्पष्ट किया और लोगों के सम्मुख अपनी बात रखते हुए सरकार काे भी जगाने का काम किया |
संस्था के पहले अध्यक्ष बने आइपीएस गणेश सिंह मर्तोलिया :
संस्था की स्थापना जुलाई 2021 को हुई थी. इसके पहले अध्यक्ष बने सेवानिवृत आइपीएस गणेश सिंह मर्ताेलिया है, अब वह उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग यूकेएसएसएससी के अध्यक्ष हैं. इसके सचिव विजय भट्ट हैं, इससे उत्तराखंड की तमाम हस्तियां जुड़ी हैं जो लोक संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं |
अब सेवानिवृत आईएफएस डा. विनोद कुमार बने अध्यक्ष :
गणेश सिंह मर्तोलिया के बाद संस्था में अध्यक्ष पद रिक्त हो गया था. इसके बाद संस्था ने सेवानिवृत आइएफएस डॉ. विनोद कुमार अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी है. डा. विनोद भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद के महानिदेशक रह चुके हैं. साथ ही कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं |
16 जुलाई से हुई थी संस्था के कार्यों की शुरुआत :
6 जुलाई 2021 हरेले पर्व पर समस्त धार्मिक स्थलों में एक ड्रेस एक बैनर के तहत एक ही समय पर सामूहिक पौधरोपण का आयोजन हुआ | पर्यावरण संरक्षण की दिशा में संस्था का यह महत्वपूर्ण कदम था साथ ही यह संस्था का पहला आयोजन था | इसके बाद ही संस्था पूरी तरह सक्रिय हो गई, 25 अप्रैल 2022 को श्री गोलज्यू संदेश यात्रा की तैयारी के लिए जिला सम्मेलन आयोजित होने लगे |
2200 किलोमीटर की गोलज्यू संदेश यात्रा :
अपनी धरोहर संस्था ने 2200 किमी की श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा निकाली. यह यात्रा सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक गणेश सिंह मर्तोलिया के नेतृत्व में निकाली गई. सचिव विजय भट्ट बताते हैं, संस्था अपने सबसे बड़े उद्देश्यों के लिए निकल चुकी थी. हमने यात्रा को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा. कुमाऊं व गढ़वाल दोनों मंडलों में यात्रा निकाली गई. गोलज्यू संदेश यात्रा का मतलब ही स्पष्ट था कि हम लोग राज्य के लोकदेवता के नाम से यह यात्रा निकाल रहे हैं, इसका उद्देश्य ही लोकसंस्कृति को आगे बढ़ाना है. सामाजिक न्याय की अवधारणा को स्पष्ट करना है |
हमें ऐसे लोग भी भी मिले, जो धरातल पर लोकसंस्कृति को लेकर बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. हम उन्हें राज्य व देश स्तर पर बड़े मंच पर लाना चाहते हैं. साथ ही एेसे लोगों को उन्हीं के काम से रोजगार मिल सके, इसके लिए भी पहल की जा रही है. साथ ही पर्वतीय जिले के गांवों को गोद लेकर वहां पर शिक्षा व संस्कृति को लेकर भी काम करने का संकल्प लिया गया है |
संस्था की भविष्य की योजनाएं
संस्था के सचिव विजय भट्ट का कहना है कि जनवरी, 2023 में दिल्ली में प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद गोलज्यू संदेश यात्रा के पड़ावों पर कार्यक्रम करने के साथ ही नेपाल यात्रा का आयोजन होना है. विजय बताते हैं, जिस तरीके से संस्था अपने कार्यों के साथ आगे बढ़ रही हैं लोग भी जुड़ रहे हैं |
विधानसभा में कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर दोहरा चरित्र ना अपनाएं सरकार,अगर नियुक्तियां अवैध है तो नियुक्त देने वालों पर भी हो कठोर कार्यवाही : कुंजवाल
अल्मोड़ा, उत्तराखंड़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने आज जारी एक बयान में कहा कि विधानसभा में कार्यरत चुनिंदा कर्मचारियों को जिनकी नियुक्ति 2016 के बाद हुई थी को विधानसभा से निकाला जाना जहां सरकार की अपने चहेतों को बचाने की स्पष्ट साजिश है वहीं दूसरी ओर ये भारतीय संविधान में निहित समानता के अधिकार अनुच्छेद 16 का भी स्पष्ट उल्लंघन है।उन्होंने कहा कि समानता का अधिकार अनुच्छेद 16 स्पष्ट करता है कि राज्य के अधीन किसी भी कार्यालय में रोजगार या नियुक्ति से सम्बन्धित मामलों में सभी नागरिकों के लिए अवसर की समानता होगी।ऐसे में 2001 से 2016 तक की नियुक्तियों को वैध और 2016 से आगे की नियुक्तियों को अवैध ठहराकर सरकार ने समानता के अधिकार अधिनियम की धज्जियां उडा़ दी हैं।उन्होंने कहा कि यदि विधानसभा में हुई नियुक्तियां गलत तरीके से की गयी हैं तो 2001 से की गयी सभी नियुक्तियों को तत्काल निरस्त किया जाए।लेकिन सरकार ऐसा नहीं करेगी क्योंकि 2016 से पहले विधानसभा में हुई नियुक्तियों में भाजपा के मंत्रियों के नजदीकियों को बंदरबांट की गयी हैं।उन्होंने कहा कि विधानसभा में 2016 के बाद वाले कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर वाहवाही लूटने वाली स्पीकर ऋतु खंडूड़ी स्वयं सवालों के घेरे में हैं।उन्होंने कहा कि निजी कारणों से विधानसभा में 2016 से पहले के बैकडोर भर्ती वालों को बचाने का कार्य वे कर रही हैं।2016 से पहले की नियुक्तियों में कार्यवाही ना होना सीधे तौर पर उनकी भाई भतीजावाद की राजनीति को सिद्ध करता है।क्योंकि एक ओर वह हाईकोर्ट में खुद मान चुकी हैं की वर्ष 2001 से लेकर 2022 तक की सभी भर्ती अवैध हैं।उनके द्वारा हाईकोर्ट में काउंटर फाइल कर खुद कबूलनामा किया है।इसके बाद भी 2016 से पहले वालों को बचाने के लिए उन्होंने अब अपनी साख तक दांव पर लगा दी है।2016 से पहले विधानसभा में अवैध रूप से भर्ती हुए कई कर्मचारी ऐसे हैं,जिनकी विधानसभा में नियुक्ति उनके पिता बीसी खंडूड़ी के मुख्यमंत्री रहते हुए हुईं।इसमें तत्कालीन सीएम बीसी खंडूड़ी के पर्यटन सलाहकार की बेटी सहित कई हाई प्रोफाइल लोगों के परिजन शामिल हैं।श्री कुंजवाल ने कहा कि इन्हीं लोगों को बचाने के लिए स्पीकर ने भेदभाव भरी कार्यवाही करने से भी परहेज नहीं किया।उन्होंने आरोप लगाया कि जिस कार्यवाही को स्पीकर सत्य की जीत करार दे रहीं हैं, दरअसल वो एक अधूरा और झूठा सत्य है।खुद स्पीकर की बनाई डीके कोटिया समिति ने भी अपनी रिपोर्ट के प्वाइंट नंबर 12 में साफ किया है कि राज्य गठन के बाद से लेकर अभी तक की सभी भर्तियां अवैध हैं।इसी के साथ विधानसभा के हाईकोर्ट में दाखिल काउंटर के प्वाइंट नंबर 14 में भी विधानसभा ने सभी भर्तियों को अवैध करार दिया है।इसके बाद भी स्पीकर का विधिक राय के नाम पर 2016 से पहले की नियुक्ति वालों को बचाना असंवैधानिक है।उन्होंने कहा कि कार्यवाही सभी के खिलाफ एक समान रूप से होनी चाहिए।सत्ता पक्ष के लोगों को बचाने के लिए दोहरे नियम लागू हो रहे हैं।एक ही प्रक्रिया से भर्ती हुए सभी अवैध भर्ती वालों पर एक्शन होना चाहिए।उन्होंने कहा कि जीरो टालरेंस का दावा करने वाली भाजपा सरकार की पोल जनता के समक्ष खुल चुकी है।उन्होंने मांग की है कि यदि कार्यवाही की जानी है तो 2001 से 2022 तक की सभी अवैध नियुक्तियों को निरस्त किया जाए अन्यथा द्वेषपूर्ण राजनीति के तहत निकाले गये 2016 के बाद के कार्मिकों की भी नियुक्ति बहाल की जाए।पूर्व स्पीकर कुंजवाल ने कर्मचारियों की बर्खास्तगी को एकतरफा बताते हुए नियुक्ति कर्ता पर भी कार्यवाही की मांग की है।कुंजवाल ने कहा कि कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है तो उनको नियुक्ति देने वाले पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई?कुंजवाल ने कहा कि कर्मचारियों को नियुक्ति देने वाले स्पीकरों पर कार्यवाही होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि मेरे और अन्य स्पीकर के खिलाफ जांच होनी चाहिए।यदि वे भी आरोपी घोषित होते हूं तो वे दण्ड भुगतने के लिए तैयार हैं।कुंजवाल ने कहा कि विधानसभा ने मामले की जांच के लिए एक्सपर्ट कमेटी की टीम गठित की थी।एक्सपर्ट कमेटी ने साफ किया कि राज्य बनने के बाद विधानसभा में सभी नियुक्तियां गलत हैं।उन्होंने कहा कि उक्त नियुक्तियों को यदि न्यायालय भी अवैध घोषित करता है तो नियुक्त देने वाले नियुक्ति कर्ताओं पर भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ताकि भविष्य में युवाओं के साथ इस तरह का खिलवाड़ ना हो।
त्यागी सभा का वार्षिक अधिवेशन : सहस्त्रधारा चौक पर महावीर त्यागी की मूर्ति हो स्थापित
देहरादून, डालनवाला एम डी डी ए कालोनी चंदर रोड के कम्यूनिटी सेंटर में त्यागी सभा का वार्षिक अधिवेशन आयोजित किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से नई सत्रह सदस्यीय कार्यकारणी का गठन किया गया । जिसमें अध्यक्ष सतीश त्यागी, उपाध्यक्ष सतपाल त्यागी शिव नीरज त्यागी उपसचिव राम नरेश त्यागी कोषाध्यक्ष अमित त्यागी एवम कार्यकारणी सदस्य राधे श्याम त्यागी टीटू त्यागी अनिल त्यागी शरद त्यागी अजय त्यागी दुष्यंत त्यागी धीरेंद्र त्यागी सोम दत्त त्यागी नीरज त्यागी शिशिर त्यागी को जिम्मेवारी दी गई ।
अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद सतीश त्यागी ने अपने संबोधन में त्यागी समाज को एकजुट होकर मजबूती से रहना होगा और प्रदेश में अपनी मजबूत पहचान बनानी होगी जिसके लिए आपसी सामंजस्य एवम सामूहिक प्रयास करने होंगे । कार्यकारणी सदस्य टीटू त्यागी ने कहा कि प्रदेश के निर्माण एवम सामाजिक राजनैतिक दृष्टिकोण से हमारी महत्वपूर्ण भागीदारी रही है लेकिन हम बिखरे हुए है जिससे हमें तवज्जो नही मिलती हमे मजबूती से एकजुट होकर अपनी पहचान बनानी होगी । उन्होंने कहा कि सहस त्रधारा क्रॉसिंग में मेरी माता जी श्रीमती मूर्ति देवी जो कि पार्षद थी ने महावीर त्यागी का शिला पट्ट लगाने का कार्य किया वहां पर पूर्व सांसद महावीर त्यागी जिनका समाज में काफी लोकप्रियता हासिल थी वो हमारे प्रेरणा स्रोत है सरकार उनकी मूर्ति स्थापित करे । उन्होंने कहा कि त्यागी समाज को अल्पसंख्यक होने का जैन समाज की तरह ओ बी सी का लाभ मिलना चाहिए ।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद आनंद त्यागी राजेंद्र कुमार त्यागी हरी राज त्यागी विनोद त्यागी रुड़की त्यागी सभा से जे डी त्यागी राकेश त्यागी रोबिन त्यागी हेमंत त्यागी प्रमोद त्यागी देवेंद्र त्यागी सत्यवर्त त्यागी वीरेंद्र त्यागी जितेंद्र त्यागी के के त्यागी आदि उपस्थित थे ।
डॉ. अलकनंदा अशोक बनी ओलम्पिक एसोसिएशन की संयुक्त सचिव, राज्य के खेल संघों ने किया अभिनंदन
देहरादून, डॉ. अलकनंदा अशोक के ओलम्पिक एसोसिएशन के संयुक्त सचिव बनने पर विभिन्न खेल संघों के द्वारा अभिनंदन किया गया | राजपुर रोड स्थित एक होटल में राज्य के विभिन्न खेल संघों द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया l जिसमें उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष डॉ अलकनंदा अशोक के इण्डियन ओलम्पिक संघ की संयुक्त सचिव बनने पर स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
अभिनन्दन समारोह में प्रदेश के विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों , अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ,खेल प्रेमियों ने सिरकत करते हुए डॉ अलकनंदा अशोक को बधाई देते हुए उनसे उत्तराखंड के खेलों को आगे बढ़ाने में सहयोग देने की अपेक्षा की ।
डॉ. अलकनंदा अशोक ने सभी का आभार व्यक्त किया एवं समस्त खेलों से जुड़े पदाधिकारियों एवं युवा खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि वे हमेशा अपने प्रदेश उत्तराखंड के खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगी । उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ी समस्त खेलों में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं l कार्यक्रम के दौरान संचालन उत्तराखंड बैडमिंटन संघ के सचिव बी0 एस0मनकोटी ने किया l
इस मौके पर अतिथि के रूप में ब्रिगेडियर गुरुवीर सिंह एवं तीरंदाजी एसोसिएशन के राजेंद्र तोमर , ब्रिज पवार, वॉलीबॉल खिलाड़ी सुब्बाराव , एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष संदीप शर्मा ,जूडो संघ के सचिव सतीश शर्मा, जॉइंट डायरेक्टर धर्मेन्द्र भट्ट , उत्तराखंड प्रदेश के समस्त ज़िलों के पदाधिकारी ,कबड्डी संघ के अध्यक्ष विमल डबराल , टेनिस संघ के अध्यक्ष प्रदीप वालिया, तीरंदाज़ी के अध्यक्ष राजेंद्र तोमर , कायकिंग संघ के सचिव प्रदीप सजवान ने संयुक्त सचिव डॉ अलकनंदा अशोक को सम्मानित किया ।
उत्तराखंड पुलिस के ओलंपियन मनीष रावत , प्रसिद्ध युवा धाविका मानसी नेगी, श्री कुमार थापा , बास्केटबॉल के सेक्रेटरी डी. एम लखेड़ा , लॉन बॉल से प्रमोद पांडे, वेटलिफ्टिंग के अध्यक्ष राजीव चौधरी, पिक्लबॉल से अमित राणा, बास्केटबॉल से विनय डबास और दिनेश कुमार, रोल बॉल से वशिष्ठ कुमार और शिवम भारद्वाज,वूशु एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के आर0 पी0 ईश्वरन ने डॉ. अलकनंदा अशोक को उनके ओलंपिक संघ में संयुक्त सचिव बनने पर शुभकामनाएं दी l
सरकार की नई योजना! रिटायरमेंट के बाद हर महीने मिलेंगे 50 हजार रुपए की पेंशन, जल्दी करें ये काम
नई दिल्ली। हर नौकरीपेशा व्यक्ति अपने रिटायरमेंट के बाद के प्लान बना कर रखता है। जिसके लिए वह पहले से ही पैसों की बचत करने लगता है।
जिससे आने वाले समय में वह बाकी का जीवन गुजार सके। लोगों के पास रिटायरमेंट के लिए बचत करने के कई तरह के ऑप्शन होते हैं। नौकरी करने के दौरान लोग अपनी सैलरी का एक हिस्सा निवेश के लिए अलग रख लेते हैं। लोग रिटायरमेंट के लिए बचत करते हैं जिससे उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो।
इस सरकारी स्कीम से मिलेगा फायदा
Get 50 thousand rupees pension: अगर आप पेंशन के लिए रिटायरमेंट कॉर्पस बनाना चाहते हैं तो नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) इसके लिए सबसे सही विकल्प हो सकता है। प्राइवेट नौकरी करने वालों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए सरकार एक स्कीम चलाती है। इस योजना का नाम नेशनल पेंशन स्कीम है। अगर आप इस स्कीम में सही से निवेश करते हैं तो रिटायरमेंट के बाद आपको हर महीने 50 हजार रुपये तक की पेंशन मिल सकती है।
टैक्स में भी मिलती है छूट
Get 50 thousand rupees pension: एनपीएस खाताधारक को धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक और धारा 80 सीसीडी के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये तक की आयकर छूट मिलती है। हालांकि एन्यूटी से होने वाली कमाई पर टैक्स की देनदारी बनती है। इस कमाई को आपकी अन्य सभी कमाइयों में जोड़कर आपका स्लैब निर्धारित होगा और उसी हिसाब से इनकम टैक्स भरना होगा। वहीं एनपीएस के टिअर-1 अकाउंट में कंट्रीब्यूशन पर और विदड्रॉअल दोनों पर टैक्स से छूट के लाभ मिलते हैं।
बहुत काम की स्कीम
Get 50 thousand rupees pension: एनपीएस निवेश का एक जरिया है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि रिटायरमेंट के बाद भी लोग अपना खर्च उठा सकें। इसमें इक्विटी से कम जोखिम है और पीपीएफ (PPF) या फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से ज्यादा रिटर्न है। एनपीएस में चार एसेट क्लास हैं- इक्विटी, कॉरपोरेट डेट, गवर्नमेंट बॉन्ड्स और ऑल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड्स। इनवेस्टर के पास एनपीएस में निवेश करने के दो विकल्प हैं- एक्टिव और ऑटो चॉइस। सब्सक्राइबर मैच्योरिटी पर सारा कॉर्पस नहीं निकाल सकता है। उसे कुल एनपीएस कॉर्पस का 40 फीसदी हिस्सा किसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से एन्युटी प्लान खरीदने में निवेश करना होगा।
ज्यादा मिलेगी पेंशन
Get 50 thousand rupees pension: यह एन्युटी अमाउंट रेगुलर पेंशन है जो सब्सक्राइबर को रिटायरमेंट के बाद मिलेगी। बाकी 60 फीसदी राशि एकमुश्त निकाली जा सकती है। हालांकि इसका कुछ हिस्सा भी एन्युटी खरीदने में निवेश किया जा सकता है। इस तरह एनपीएस सब्सक्राइबर अपने कॉर्पस का 40 फीसदी से अधिक हिस्सा और 100 फीसदी तक एन्युटी खरीदने में इस्तेमाल कर सकता है। एन्यूटी खरीदने के लिए जितनी अधिक रकम आप छोड़ेंगे, आपको रिटायर होने के बाद उतनी ही अधिक पेंशन मिलेगी।
ऐसे उठाएं स्कीम का फायदा
Get 50 thousand rupees pension: अगर आप रिटायरमेंट के बाद हर महीने 50 हजार रुपये की पेंशन पाना चाहते हैं तो आपको इस तरह से निवेश करना होगा। इसके लिए आपको 24 साल की उम्र से निवेश शुरू करना होगा। आपको हर महीने 6,000 रुपये जमा करने होंगे। इस हिसाब से आपको रोजाना 200 रुपये की बचत करनी होगी। अगर वह 36 साल तक एनपीएस में इस तरह निवेश करेगा तो सालाना 10 फीसदी रिटर्न पर उसका कुल एनपीएस इनवेस्टमेंट मैच्योरिटी पर 2,54,50,906 रुपये होगा। अगर वह अपनी कुल कॉर्पस का 40 फीसदी हिस्सा एन्युटी खरीदने पर खर्च करता है तो उसे रिटारयमेंट के बाद हर महीने 50,902 रुपये की पेंशन मिलेगी।
ऐसे मिलेगी 75 हजार तक की पेंशन
Get 50 thousand rupees pension: अगर कोई रिटायरमेंट के बाद 75 हजार रुपये तक की पेंशन पाना चाहता है तो उसे एनपीएस में हर महीने 10 हजार रुपये निवेश करने होंगे। इसे ऐसे समझें कि 25 साल का कोई व्यक्ति अगले 35 साल तक एनपीएस में हर महीने 10,000 रुपये निवेश करता है। सालाना 10 फीसदी रिटर्न पर उसका कुल एनपीएस इनवेस्टमेंट मैच्योरिटी पर 3,82,82,768 रुपये होगा। अगर वह अपनी कुल कॉर्पस का 40 फीसदी हिस्सा एन्युटी खरीदने पर खर्च करता है तो उसे रिटायरमेंट के बाद हर महीने 76,566 रुपये पेंशन मिलेगी।
रिखणीखाल विकास समिति छह वर्ष पूर्ण होने पर 8 जनवरी को मनायेगी वार्षिकोत्सव
देहरादून, समसामायिक सरोकार से जुड़ी रिखणीखाल विकास समिति अपनी स्थापना के छह साल पूर्ण कर रही है। समिति पिछले वर्षो की भांति इस वर्ष भी वार्षिकोत्सव अपने पारम्परिक लोक गीतों,रीति रिवाजों व खानपान के साथ मना रही है।
समिति ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष का वार्षिकोत्सव 8 जनवरी 2023 रविवार, प्रातः 10 बजे से जे.पी. प्लाजा( ज्योति प्रसाद प्लाजा), कारगी चौक, देहरादून में मनायेगी।
पुर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत को निमंत्रण :
इसी परिप्रेक्ष्य में आज समिति के चुनिन्दा पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री माननीय त्रिवेन्द्र सिंह रावत को उनके आवास में जाकर इस वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रण पत्र दिया है तथा अति विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने क्षेत्र के लैंसडौन विधायक माननीय महन्त दिलीप सिंह रावत से भी व्यक्तिगत भेंट कर आमंत्रित किया है। इसके साथ ही रिखणीखाल क्षेत्र के मूल निवासी ( ग्राम डाबरी) माननीय विपिन चन्द्र घिल्डियाल,जो कि उत्तराखंड राज्य सूचना आयोग में सूचना आयुक्त हैं को भी इस वार्षिकोत्सव में विशेष रूप से पधारने का निमंत्रण दिया है। सभी माननीयों ने सहर्ष वार्षिकोत्सव में सरीक होने का आमंत्रण स्वीकार किया है।
देहरादून रिखणीखाल विकास समिति के इस प्रतिनिधिमंडल में समिति के मुख्य संरक्षक चन्दन सिंह नेगी, संरक्षक राम सिंह बिष्ट,अध्यक्ष सुशील जोशी, सचिव योगेन्द्र सिंह नेगी, लेखाधिकारी हीरा सिंह बिष्ट मौजूद थे।
सीएम धामी ने किया पहाड़ी खाने की रेसेपी पर आधारित पुस्तक “The Heavenly Abode” का विमोचन
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में पहाड़ी खाने की रेसेपी पर आधारित पुस्तक The Heavenly Abode पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय उत्पादों एवं व्यंजनों को बढ़ावा देने की दिशा में यह सराहनीय प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल की जो बात कही है। उस दिशा में यह एक अच्छा प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी से अपनी यात्रा व्यय की 5 प्रतिशत धनराशि स्थानीय उत्पादों के क्रय पर व्यय करने की बात कही है।
‘‘The Heavenly Abode’’ पुस्तक की लेखिका स्मृति हरि एवं आशु जैन ने कहा कि इस पुस्तक में उत्तराखण्ड के स्थानीय व्यंजनो के बारे में जानकारी दी गई है। अन्य देशों के लोगों को भी उत्तराखण्ड के स्थानीय व्यंजनों के बारे में जानकारी हो इसलिए यह पुस्तक अंग्रजी में लिखी गई है। उन्होंने कहा कि पुस्तक के माध्यम से उत्तराखण्ड के मोटे अनाजों एवं जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है |
कल के लिए जल अभियान के अन्तर्गत सीडीएस विपिन रावत की स्मृति बनाएं तालाब
उत्तरकाशी, देश के पहले सीडीएस स्व. विपिन रावत की याद में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कांगड़ा भिलंगना टिहरी गढ़वाल के छात्रों एवं शिक्षकों ने 10 तालाब बनाए। राज्य में पानी को सहेजने के लिए यह मुहिम चलाई जा रही है |
कल के लिए जल अभियान से प्रेरित होकर शिक्षक श्री चैतराम सेमवाल ने छात्रों के साथ मिलकर 10 छोटे बड़े तालाब बनाए। जिनकी लंबाई 5 फिट लंबे 5 चोडे व 2 फिट गहरे है। एक बड़ा तालाब जो 12 फिट लंबा , 15 फिट चोड़ा व 2 फिट गहरा है। शिक्षक द्वारा छात्रों से जल संरक्षण को लेकर बात कहीं गई की कैसे हम बहते पानी को रोककर पानी के संकट को दूर कर सकते है, साथ ही वन्यप्राणियों, पशु पक्षी व पालतू जानवर पानी पी सके। गांव से लगे डोबला तोक में छोटे से जल स्रोत के बहते पानी को रोक कर 10 तालाब, जल कुंड बनाए। छात्रों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करने वाले शिक्षक चैतराम सेमवाल ने बताया कि वे शिक्षण कार्य से पूर्व भारतीय सेना में कार्यरत थे इस लिए उन्होंने सोचा कि देश के पहले सीडीएस विपिन रावत को विशेष श्रद्धांजलि देने का मन बनाया, साथ ही बच्चे पानी के महत्व को समझे। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी से शुरू हुए कल के लिए जल अभियान जिसकी तस्वीर उन्होंने प्रधानमंत्री जी की मन की बात में देखी। तब से तय किया कि अपने स्कूल में भी पानी को लेकर बच्चों के साथ प्रयास किया जाएगा।
क्या है कल के लिए जल अभियान :
जन्मदिन, जीवन के विशेष यादगार पल, सालगिराह एवं प्रियजनों की याद में वर्षा जल एवं बहते पानी को सहेजने के लिए जन भागीदारी से पानी के तालाब, जल कुंड बना कर जल संकट को दूर करने की मुहिम है।
जनपद उत्तरकाशी में सामाजिक कार्यकर्ता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने अभियान से लोगों को प्रेरित किया जिसके फलस्वरूप चाम कोट गांव में लोगों के द्वारा 3500 सौ तालाब बनाए गए जो आजकल राज्य में चर्चा में है। गौरतलब हो कि द्वारिका प्रसाद सेमवाल समसामायिक कार्यो से पहाड़ के लोगों को जागरूक करते आ रहे हैं, उनके द्वारा चलाया गया बीज बम अभियान आज पर्यावरण संरक्षण का एक सटीक तरीका बन गया |
इस कार्य में अनीषा, अमीषा, सविता, सचिन सिंह, अनुज, राहुल सिंह, लक्की, विपिन, रवीना, अनीता, शिवानी, शिवम् सिंह, मानव सिंह सहित स्कूल के शिक्षक लोकेंद्र राणा, विजेंद्र सिंह, राकेश कुमार, साधना पंवार, प्रधानाचार्य आर एस यादव का सहयोग भी रहा।
मिशन 4G+ (गौ, गंगा, गाँव और गाँधी) की भव्य जागरूकता रैली का मंत्री गणेश जोशी ने फ्लैग आॕफ कर किया शुभारंभ
‘विधायक बृज भूषण गैराला ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता’
देहरादून, काबीना मंत्री गणेश जोशी ने रिंग रोड़ स्थित स्काई गार्डन में डोईवाला विधानसभा विधायक बृज भूषण गैराला की अध्यक्षता में भारतीय विकास एवम् शिक्षण संस्थान के तत्वाधान में आयोजित मिशन 4G+ (गौ, गंगा, गाँव और गाँधी) की भव्य जागरूकता रैली का फ्लैग ऑफ कर शुभारंभ किया।
जागरूकता रैली स्काई गार्डन से प्रारंभ होकर रिस्पना पुल स्थित मीनाक्षी वेडिंग प्वाइंट में समापन होगा। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के साथ ही विभिन्न संस्थाओं की महिलाओं ने अपने पारंपरिक वेशभूषा में जागरूकता रैली में शामिल हुई। इस अवसर पर मंत्री ने आयोजको को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों को प्रोत्साहित क्रामेंकी बात कही।
मंत्री जोशी ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि अपने भविष्य को बेहतर जीवन शैली देने के लिये हमें प्रण लेना होगा जल, मिट्टी,गांव के संवर्धन के लिए कार्य करें और अपनी युवा पीढ़ी को जड़ों से जोडें और अपनी धरोहर / संस्कृति से रूबरू करायें। उन्होंने कहा समाज में गौ, गंगा, गांव और गांधी के महत्व को बताने और इनकी विचारधारा के प्रचार प्रसार को जन-जन तक पहुंचाने का आव्हान किया।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा आशा नौटियाल, सुभाष भट्ट, संस्था सचिव हरीश रावत सहित कई लोग उपस्थित रहे।