Friday, May 16, 2025
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्‍तराखंड पहुंच स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में किया प्रतिभाग

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देहरादून, केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को उत्‍तराखंड पहुंचे हैं। वह यहां स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में शामिल होने पहुंचे। विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षा समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मेडिकल के विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मंच पर मौजूद रहे। उत्‍तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, कुलपति विजय धस्माना भी मंच पर मौजूद रहे।

मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा के जरिए मानवता के कल्याण के कीर्तिमान स्थापित कर चुका है। उन्होंने कहा कि भारत पूरे विश्व में तरक्की की एक नई इबारत लिख रहा है। आने वाला 25 वर्ष में भारत विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से पहले जहां भारत का टॉप इकोनामिक साइज टॉप टेन था वही आज भारत टॉप फाइव में स्थान बना चुका है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा स्वयं के लिए नहीं बल्कि समाज के लिए काम आने वाले सेवा है।

उन्होंने कहा कि भारत में हमेशा ही पूरे विश्व का नेतृत्व किया है और आज भी हम वहीं क्षमता रखते हैं। हमारे चिकित्सक और वैज्ञानिक का आज भी अपनी उपलब्धियों से पूरे विश्व में भारत को गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड काल में जब पूरा विश्व एक दूसरे की ओर ताक रहा था तब भारत ने एक नहीं बल्कि दो-दो वैक्सीन बनाकर विश्व के सौ अधिक देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराने का काम किया।

उन्होंने कहा कि हम नई चुनौतियों के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं। अब हम ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और वैक्सीन के लिए अपने आप को सक्षम बना चुके हैं। उन्होंने फुटबॉल विश्व कप में अर्जेंटीना की जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि टीम वर्क हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी टीम भावना के साथ काम करते हुए सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की भावना के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों से अपील की कि वे इसके बाद समाज में जाकर अपनी उपयोगिता को सार्थक करने का काम करें।

मुख्यमंत्री धामी ने किया स्वागत :

शनिवार को सुबह करीब साढ़े 11 बजे राजनाथ सिंह जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे और यहां से स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के लिए रवाना हो गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उत्तराखंड आगमन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया।

हिमालयन साहसिक संस्थान में एसडीआरएफ खोज एवं बचाव प्रशिक्षण संपन्न

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मसूरी। हिमालयन साहसिक संस्थान केंपटी मसूरी में राज्य आपदा प्रबंधन बल एसडीआरएफ के 25 जवानों को खोज एवं बचाव का प्रशिक्षण दिया गया वहीं समापन पर प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण के दौरान सीखे साहसिक गतिविधियों का रोमांचक प्रदर्शन किया। हिमालय एडवेंचर इंस्टिट्यूट में उत्तराखंड पुलिस एसडीआरएफ के 25 जवानों को 14 दिवसीय प्रवृत्ति पर्वतीय क्षेत्रों में खोज एवं बचाव के साहसिक प्रशिक्षण दिया गया। जिसके समापन समारोह में प्रशिक्षार्थियों ने साहसिक गतिविधियों का रोमांचक प्रदर्शन किया। जिसमें खड़ी चट्टानों, ;घाटियों .एवं एवं गहरी खाइयों से घायल व्यक्तियों को जीवन रक्षा के लिए साहसिक ढंग से उतरकर सहायता पहुंचाने का प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन के दौरान खोज एवं बचाव से संबंधित विभिन्न विधियों का साहसिक निडर होकर जल्दी से जल्दी घायल व्यक्तियों तक पहुंचने हेतु प्राकृतिक एवं कृत्रिम चट्टानों पर चढ़ना उतरना, जल्दी से जल्दी सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की विभिन्न तरीकों से बचाव का प्रदर्शन दिखाया गया। दुर्घटना के दौरान पर्वतीय क्षेत्र में स्थानीय संसाधनों द्वारा कम से कम समय में लोगों की जान बचाई जा सकती है। क्योंकि सामान को दूर से लाने जाने में बहुत समय लग सकता है ऐसे दुर्घटनाओं के दौरान स्थानीय संसाधनों द्वारा जैसे पिक ए बैग टू हैंड सेक, फोर हैंड सेक, एवं घायलों को दुर्गम स्थानों पर अपने हस्तनिर्मित स्टेचरों, जैसे बोरी, कंबल, डंडे, रस्सियों आदि का प्रयोग करके सुरक्षित उठाकर जल्दी से जल्दी प्राथमिक चिकित्सा देकर ले जाने का प्रदर्शन किया गया। पहाड़ों में अक्सर वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर बहुत गहरी गहरी खाइयों में गिर जाते हैं और पहाड़ पर ओवर हैंग होते हैं तो ऐसी स्थिति में जुम्मा रिंग के जरिए घायलों को स्ट्रेचर के ऊपर या कृत्रिम ढंग से रास्सियों का स्ट्रेचर बनाकर ले जाने का बहुत ही साहसिक एवं कठिन काम करना पड़ता है यह प्रदर्शन बहुत ही रोमांचकारी एवं प्रभावित करने वाला था जोकि जान को खतरे मे डाल कर किया गया। इस मौके पर संस्थान के निदेशक एसपी चमोली ने कहा कि संस्थान लगातार विगत कई वषों से पुलिस, फायर, सहित विभिन्न संस्थाओं को आपदा प्रबंधन सहित खोज एवं बचाव का प्रशिक्षण दे रहा है। ताकि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा के समय कम धन जन की हानि हो सके।

अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा में उत्तराखंड आंदोलन के प्रणेता को किया याद 

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गजा, विकास खंड चम्बा के अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा में उत्तराखंड आंदोलन के प्रणेता स्व इन्द्र मणी बडोनी की जंयती पर भाव पूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा में आयोजित कार्यक्रम में पहाड़ के गांधी स्व इन्द्रमणी बडोनी की जयंती को संस्कृति दिवस के रूप में मनाया गया , उत्तराखंड आंदोलन के जनक स्व बडोनी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई,कालेज के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं तथा छात्र छात्राओं ने सर्वप्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित करने के साथ ही भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की , कालेज के प्रधानाचार्य द्वारिका नाथ सहित शिक्षक विनीत कुमार रतूड़ी,अमर देव , सुभाषचन्द्र वैलवाल, शैलेन्द्र सिंह, राकेश लसियाल,महावीर सिंह नेगी ने छात्रों को स्व इन्द्र मणी बडोनी के जीवन परिचय की जानकारी दी , उन्होंने कहा कि बडोनी हमेशा पृथक राज्य के लिए जागरुकता के साथ साथ पहाड़ की संस्कृति, रीति-रिवाजों,पहनावा ,बोली भाषा के समर्थक रहे हैं ,उनकी जयंती को संस्कृति दिवश के रूप में मनाया जाता है , उनका जीवन ग्राम प्रधान से लेकर विधायक तक के सफर में रहा है , इस अवसर पर बलराम आर्य, राजेन्द्र सिंह सजवाण,महेश असवाल, सोमबारी लाल भारती, सविंदर सिंह नेगी,कैलाश चौहान, श्रीमति अनुराधा विजल्वाण, सुनिता रावत, कैलाश चौहान, गीतामणी, प्रवीन कुमार, श्रीमति सपना चौहान ने भी विचार व्यक्त किए ।

जोशीमठ पैन्खण्डा के अस्तित्व को बचाने की गुहार, पैन्खण्डा ज्योत्रिमठ जनकल्याण समिति ने सीएम को भेजा पत्र

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देहरादून, पैन्खण्डा ज्योत्रिमठ जनकल्याण समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी को एक पत्र प्रेषित कर जयोत्रिमठ धार्मिक सांस्कृतिक ज्ञानमय व पर्यटन नगरी में हो रहे भवन भूमि धंसाव व भीषण खतरे की जद में भविष्य के चिन्तन के साथ जोशीमठ के अस्तित्व को बचाने की गुहार पत्र के माध्यम से की र है, सीएम धामी को भेजे गये पत्र को पत्रकारों को बताते हुये समिति के सदस्यों ने सरकार से मांग की विकास के नाम पर निर्माणाधीन विभिन्न परियोजनाओं से जोशीमठ पैन्खण्डा की स्थिति दयनीय हो रही और उस पर खतरा मंडरा रहा है |

दून प्रेस क्लब में समिति की ओर से आचार्य नरेश आनंद, विनोद कपरवाण, माधव सेमवाल, कृष्णामणी थपलियाल, रमेश पांडेय, प्रकाश राणा और सुरभि शाह और पैन्खण्डा निवासियों का कहना है कि ज्योत्रिमठ को पुराणान्तरण देव व ज्ञानमयी नगरी के रूप में भगवान नरसिंह की भूमि का गौरव प्राप्त है विश्व तीर्थाटन के साथ पर्यटन के लिये औली विश्व मानचित्र पर एक वृहत पहचान रखता है। सेना की माउन्ट ब्रिगेड जैसी गौरवशाली ब्रिगेड और भारत तिब्बत सीमा पुलिस जैसे सीमा प्रहरी बल का मुख्यालय के साथ-साथ पैन्खण्डा के जनमानस का पूर्ण अस्तित्व विनाश और खत्म होने की कगार पर मुंह बाये आपकी ओर आशावान दृष्टि से देख रहा है। जोशीमठ के भवन व भूमि पर आ रही भयानक दरारों और भूमि का घसाव इस विक्राल स्थिति को प्रदर्शित कर रही है। विकास के नाम पर बन रही विभिन्न परियोजनाओं के कारण जोशीमठ पैन्खण्डा की स्थिति दयनीय है, चाहे एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना हो या मारवाडी हेलग बाईपास परियोजना हो दोनों ही परियोजना से जोशीमठ का सम्पूर्ण अस्तित्व खतरे की जद में है।No photo description available.

इस स्थिति को लेकर जोशीमठ पैन्खण्डा के समस्त निवासियों का एक विशाल जन आक्रोश आन्दोलन प्रारम्भ हो गया है हम सभी पैन्खण्डा के मूल प्रवासी निवासी इस आन्दोलन से अपने को सम्बद्ध कर समर्थन देते हैं, समिति के सदस्यों की मांग पूर्व में वैज्ञानिकों द्वारा शोधित परिणामों के आधार पर नई नीति के तहत ही कार्य किये जाये, चाहे वह 1976 की मिश्रा कमेटी की रिपोर्ट हो या स्वतंत्र वैज्ञानिकों द्वारा शोधो से जोशीमठ में विकास परिधि सीमित रखने की शिफारिशे की गयी हो। आज हेलंग बाईपास के नाम पर विस्फोटको से पूरा नगर ध्वस्त होने की कगार पर पहुंच चुका है। एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना की सुरंग जोशीमठ नगर के बीचों बीच होकर 12-14 वर्षो से विस्फोटकों और अन्य खनन उपकरणों से जोशीमठ की भूमि ध्वस्त होने की कगार पर है। बीते वर्ष 2021 के फरवरी माह में आयी भीषण आपदा का दंश पैन्खण्डा के निवासियों ने अपनी आँखों से अपने प्रियजनों को काल के गाल में समाते देखा था | उपरोक्त सभी विषयों को संज्ञान लेते हुए सरकार जोशीमठ के अस्तित्व को बचाए रखने के लिये यथाशीघ्र एन०टी०पी०सी० परियोजना निर्माणदायी संस्था को क्षेत्र में हुई क्षतिपूर्ति हेतु आदेश कर परियोजना को पुनः वैज्ञानिकों द्वारा दिये गये सुझाव से संज्ञान लेकर स्थगित कर पुनः विचार करें। मारवाडी हेलग बाईपास रोड का निर्माण कार्य यथा शीघ्र पूर्ण रूप से बन्द कर पूर्व में दिये जनप्रतिनिधियों और स्थानीय निवासियों द्वारा सुझाये गये वैकल्पिक मार्ग से निर्माण करने तथा जोशीमठ के असतित्व बचाने के लिये यथाशीघ्र कार्यवाही करेंगे।

 

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार की अपील, कोविड गाइडलाइंस को लेकर अफ़वाह न फैलाएं

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देहरादून,स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा सोशल मीडिया में यह प्रचारित किया जा रहा है कि उत्तराखंड में पर्यटकों का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। जबकि ऐसी कोई गाइडलाइंस जारी नहीं की गई है। राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए वर्तमान मे कोविड-19 जांच की कोई बाध्यता नहीं है हालांकि किसी भी प्रकार के लक्षण होने पर नजदीकी स्वास्थ्य सेवा केंद्र में संपर्क किया जाना आवश्यक है। यदि किसी भी व्यक्ति को लक्षण होते हैं तो वह अपनी कोविड-19 जांच करवाएं।
पर्यटकों को किसी प्रकार के घबराने व डरने की जरूरत नहीं है। राज्य में स्थितियां पूरी तरह नियंत्रण में हैं। पर्यटक बिना रोक टोक के राज्य में यात्रा कर सकते हैं।

भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर मास्क जागरूकता को चलाया जा रहा है अभियान

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रसाशन की टीमें आम जनता को जागरूक करने के लिए अभियान चला रही हैं। हम सभी को मास्क पहनने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। आम जनमानस को मास्क पहनने वह कोविड-19 एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन किए जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने तथा सतर्कता बरतने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

एयरपोर्ट व राज्य की सीमाओं पर अभी नहीं होगी सेम्पलिंग

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा प्रदेश के एयरपोर्ट व सीमाओं पर अभी किसी भी प्रकार की सेम्पलिंग के आदेश नहीं दिए गए हैं। सभी पूर्व की भांति चलता रहेगा। यात्री किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।

राज्य में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में

राज्य में बूस्टर डोज को लेकर अभियान शुरू कर दिया गया है।
यदि किसी व्यक्ति को कोविड-19 की प्रिकॉशनरी डोज नहीं लगी है तो वह शीघ्र अति शीघ्र यह डोज प्राप्त करें। राज्य में कोविड को लेकर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। हमारे पास दवाइयों से लेकर सभी संसाधन पूरे हैं। हम भारत सरकार की गाइडलाइंस को देखकर आगे बढ़ रहे हैं।

कोरोना के खतरे को लेकर भारतीय सेना ने जारी की एडवाइजरी, जवानों को करना होगा इन नियमों का पालन

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नई दिल्ली ,(आरएनएस)। चीन और दूसरे देशों में बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए भारतीय सेना ने भी अलर्ट जारी किया है। भारतीय सेना ने अपने सभी जवानों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है। साथ ही इन जवानों के लिए कुछ दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। दिशानिर्देशों में कहा गया है, फेस मास्क का उपयोग करने, खास तौर पर बंद और भीड़भाड़ वाली जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का अभ्यास करने जैसे एहतियात बरतने के लिए कहा गया है। इसके साथ हाथ धोने और हैंड सैनिटाइजऱ के उपयोग सहित नियमित हाथ की स्वच्छता करने के निर्देश दिए गए है। सेना की तरफ से जारी एडवाइजरी के मुताबिक जिनमें वायरस के सभी लक्षण पाए जाते हैं तो उनका कोविड-19 के लिए टेस्ट किया जाएगा। टेस्ट में पॉजिटिव होने वालों को 7 दिनों के लिए आइसोलेट किया जाएगा। वहीं गंभीर बीमारी वालों को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। बता दें कि भारत में पिछले 24 घंटे को 163 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान देशभर में कोरोना की वजह से नौ मौतें हुईं। वहीं पिछले 24 घंटों में 176 मरीज कोरोना से स्वस्थ हुए हैं। मौजूदा समय में कोरोना वायरस से भारत की रिकवरी दर 98.80 प्रतिशत है।

रातों-रात अमीर बनी महिला : बच्चों के खाने के लिए मांगे 500, लोगों ने दे दिए 51 लाख रुपए

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नई दिल्ली ,(आरएनएस)। केरल में एक महिला रातों-रात अमीर बन गई। दरअसल, वह अपने तीन बच्चों के लिए भोजन के लिए भटक रही थी इसलिए उसने उनके टीचर से मदद की गुहार लगाई। पलक्कड़ की रहने वाली सुभद्रा ने अपने बड़े बेटे के टीचर से खाने के लिए कुछ पैसे मांगे। महिला की हालत देखकर शिक्षक ने कुछ पैसे दिए, लेकिन उन्होंने प्रण लिया कि वह उसके पूरे परिवार की स्थिति सुधारने का प्रयास करेगी। सुभद्रा ने अगस्त में अपने पति को खो दिया था। अपने पति के जाने के बाद से आर्थिक रूप से तंग हो गई थी।
शिक्षिका गिरिजा ने परिवार की आर्थिक स्थिति को देखकर सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लोगों से मदद मांगी, लेकिन गिरिजा को भी नहीं पता था कि इतना बड़ा चमत्कार हो जाएगा। शिक्षिका ने सोशल मीडिया के जरिए क्राउडफंडिंग अभियान चलाकर लाखों रुपए जुटाए। गिरिजा ने पोस्ट में सुभद्रा के बैंक खाते का डिटेल्स भी शेयर किया था। टीचर की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इसके बाद महज दो दिन के अंदर सुभद्रा के खाते में 51 लाख रुपये पहुंच गए।
सुभद्रा ने टीचर गिरिजा से मात्र 500 रुपय की मदद मांगी थी, गिरिजा ने एक हजार रुपये दिए थे लेकिन सुभद्रा की भगवान ने भी सुन ली। टीचर ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुझे नहीं पता कि आप सभी का आभार कैसे करूं।

पिछले एक वर्ष में किये गए कार्यों की सराहना, भविष्य में अपराधों को तकनीक के माध्यम से रोका जा सकता है : मुख्यसचिव

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देहरादून, पुलिस मुख्यालय में आयोजित उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां पुलिस सप्ताह के द्वितीय दिवस के तीसरे सत्र में मुख्य सचिव उत्तराखंड श्री एस0एस0 संधू जी द्वारा प्रतिभाग किया गया। पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर मुख्य सचिव उत्तराखंड श्री एस0एस0 संधू जी को पुलिस गार्द के द्वारा सलामी देकर अभिवादन किया गया।

इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस0एस0 संधू ने कहा कि पर्यटन आधारित राज्य के लिए पुलिस बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने पुलिस से इस दिशा में लगातार टीम वर्क के साथ कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि शासन में लंबित पुलिस से संबंधित सभी प्रस्तावों को समय से पूर्ण कर लिया जाएगा। उत्तराखंड पुलिस के द्वारा पिछले 01 वर्ष में किये गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में अपराधों को तकनीक के माध्यम से रोका जा सकता है। उन्होंने पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय हेतु समस्त पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही थाना परिसर में सीज, लावारिस, निस्तारित हो चुके मुकदमों से संबंधित वाहनों विधिक प्रावधानों से नियमानुसार निलामी तथा सुपुर्दगी की कार्यवाही हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान पुनः चलाने के निर्देश दिए।

इससे पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार के द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मुख्य सचिव उत्तराखंड श्री एस0एस0 संधू जी को अवगत कराया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा आई0आई0टी0 और आई0टी0डी0ए0 के साथ मिलकर साइबर सुरक्षा में क्षमता निर्माण एवं ज्ञान विनिमय हेतु एम0ओ0यू भी किया गया है। इसी क्रम में हैकाथन का दूसरा संस्करण भी आयोजित किया जा चुका है। उन्होंने प्रांतीय सेवा के कैडर का पुनः निर्धारण एवं वाहनों के नियतन को फिक्स करने, एवं पुलिस के भवन निर्माण के वार्षिक बजट को बढ़ाने का अनुरोध किया।

सम्मेलन के पूर्वाहन सत्र में समस्त फील्ड अधिकारियों ने अपना प्रस्तुतिकरण दिया। प्रस्तुतिकरण में किये जा रहे कार्यों उनमें आ रही चुनौतियां भविष्य की कार्ययोजना शासन एवं पुलिस मुख्यालय से आवश्यकता के सम्बन्ध में अपने विचार रखे। जिस पर विचार-विमर्श एवं मंथन हुआ। अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रस्तुतीकरण पर चर्चा करते हुए श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए एक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीमावर्ती जनपद पिथौरागढ़ में संचार हेतु विशेष ट्रायल करने हेतु निर्देशित किया। सी0जी0एच0एस रेट पर पुलिस के जवानों को उपलब्ध हो रही सुविधा हेतु अन्य हॉस्पिटलों से भी टाईअप करने के आदेश दिए। उनके द्वारा नैनीताल जनपद को बेहतरीन प्रस्तुतीकरण हेतु ₹5000 का नगद इनाम की घोषणा की गयी। उन्होंने कहा की प्रदेश भर में नशा छोड़ने वाले व्यक्तियों को ड्रग वॉरियर घोषित कर उनसे नशा पीड़ितों की ऑनलाइन काउंसलिंग भी कराएं। उन्होंने नशा पीड़ित एवं ड्रग पेडलर की ऑनलाइन प्रोफाइलिंग करने के भी निर्देश दिए l उन्होंने समस्त जनपद प्रभारियों को माह में एक बार सोशल मीडिया लाइव के माध्यम से जनता से संवाद करने के निर्देश दिए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, उधमसिंहनगर श्री मंजूनाथ टीसी ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया कि ई-रिक्शा में अपडेट करने के बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। अल्मोड़ा के पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप राय ने बताया कि ‘आमा की अलमारी’ नाम से नई योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें जरूरतमंद व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार गर्म कपड़े प्राप्त कर सकता है। पिथौरागढ़ के एस0पी श्री लोकेश्वर सिंह ने कहा कि पिथौरागढ़ में संचार हेतु 03 संचार रिपीटर स्टेशन की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा चारधाम के तर्ज पर मानस खंड कॉरिडोर हेतु भी बजट की मांग की गई। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री पंकज भट्ट ने कहा कि नैनीताल पुलिस द्वारा जवानों के रहने की आवासीय व्यवस्था को सी0एस0आर की मदद से सुधारा गया है।

पुलिस महानिरीक्षक पी/एम श्रीमती विम्मी सचदेवा ने समस्त जिलों के पुलिस अधिकारियों को कहा कि परिसरों के नए निर्माण पर्वतीय शैली में ही बनाएं जाएं। उन्होंने बताया कि थाना परिसर व अन्य पुलिस परिसरों की जियो फेंसिंग कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने निर्माण कार्यों के क्रम में कार्यदाई संस्थाओं के साथ एमओयू 01 माह में पूर्ण करने एवं हैंड ओवर की कार्रवाई तेजी से पूरी करने पर भी बल दिया।

अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था श्री वी0 मुरुगेशन ने मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियानों में गिरफ्तारी का प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने समस्त जनपदों को क्रिमिनल इंटेलिजेंस पर विशेष कार्य करने हेतु निर्देशित किया, ताकि अपराध को घटित होने से पूर्व ही रोका जा सके।

पुलिस उप महानिरीक्षक, पी/एम- श्री सेंथिल अबुदेई कृष्ण राज एस द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से पुलिस अधुनिकीकरण हेतु क्रय किये जा रहे उपकरणों के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक बताया गया। साथ ही सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के अपडेटेड वर्जन के बारे में भी अवगत कराया गया। आधुनिकीकरण के लिए उपयोग में लाए जा रहे उपकरणों के अनुरक्षण हेतु रेगुलर बजट के प्रावधान करने की मांग की।

कार्यक्रम के अंत में अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी- श्री पी0वी0के0 प्रसाद द्वारा मुख्य सचिव, उत्तराखंड श्री एस0एस संधू जी का धन्यवाद किया गया।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड शासन से अपर मुख्य सचिव गृह, श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव वित्त, श्री दिलीप जावलकर, अपर सचिव माननीय मुख्यमंत्री, ललित मोहन रयाल, अपर सचिव गृह- श्री अतर सिंह, पुलिस विभाग से अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी श्री पी0वी0के0 प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस दूरसंचार श्री अमित कुमार सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था डॉ0 वी0 मुरुगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा- श्री ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम- श्रीमती विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक, एससीआरबी/महा समादेष्टा होमगार्ड व सिविल डिफेन्स- श्री केवल खुराना, पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी श्रीमती विमला गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ- श्रीमती रिधिम अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक, फायर- श्रीमती नीरू गर्ग सहित सहित समस्त फील्ड अधिकारी (जनपद प्रभारी, सेनानायक, शाखा एवं इकाई प्रभारी) परिक्षेत्र प्रभारी, प्रधानाचार्य एटीसी/पीटीसी, एसटीएफ, जीआरपी, सीआईडी, अभिसूचना एवं पुलिस मुख्यालय के समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मिलित हुए।

सरकार के आश्वासन पर समाप्त हुआ 72 दिनों से चल रहा धरना, अंंकिता को न्याय दिलाकर रहगी धामी सरकार : अनिता ममगांई

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ऋषिकेश, अंकिता हत्याकांड को लेकर पिछले 72 दिनों से युवा न्याय संघर्ष समिति द्वारा दिए जा रहे धरने को आज ॠषिकेश नगर निगम महापौर अनिता ममगांई ने उत्तराखंड की धामी सरकार के प्रतिनिधि के तौर समाप्त करा दिया। उन्होंने आदोंलनकारियों को भरोसा दिलाया कि उत्तराखंड को शर्मशार करने वाले इस जघन्य हत्याकांड के दोषियों को कड़ी सजा दिलाये जाने के लिए प्रदेश सरकार बेहद संवेदनशील है। मुख्यमंत्री पुष्कर स़िह धामी ने स्पष्ट कहा है कि उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्पित है, शुक्रवार की दोपहर हरिद्वार रोड़ पर चल रहे युवा न्याय संघर्ष समिति के धरने पर पहुंची महापौर ने दिंवगत अंकिता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। अपने सम्बोधन में उन्होंने आंदोलनकारियों को जानकारी दी कि मुख्यमंत्री से हुई वार्ता में उन्होंने तत्काल प्रभाव से राजभवन के सामने अंकिता हत्याकांड का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों के मुकद्दमें वापस लिए जाने की बात कही है। इस बाबत प्रदेश के डीजीपी अशोक कुमार को भी जानकारी दे दी गई है। महापौर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने साफ लफ्जों में कहा है कि यदि अंकिता हत्याकांड में एसआईटी की जांच से प्रदेश की आवाम न संतुष्ट हुई तो हमारे पास अंकिता को न्याय दिलाने के लिए और भी रास्ते खुले हैं। इस दौरान दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अंकिता को न्याय दिलाने के लिए महापौर द्वारा किए गये प्रयासों की समिति के अध्यक्ष संजय सिल्सवाल ने खुलकर तारीफ करते हुए कहा अंकिता को न्याय दिलाने के मुख्यमंत्री द्वारा दिए आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी।

अब यह देखना होगा क्या प्रदेश की धामी सरकार अंकिता हत्याकांड की जांच सही दिशा में कर हत्याकांड में आ रहे वीआईपी के नाम का खुलासा करेगी और अपराधियों को कठोर से कठोर सजा दिलाने की पैरवी करेगी, यह प्रश्न अभी खड़ा है, या कहीं यह राजनैतिक करवट तो नहीं, लेकिन जिस तरह का आश्वासन महापौर ने धरने पर बैठे आंदोलनकारियों को दिया वह भी विचारणीय है, क्योंकि आने वाले वर्ष में कई नगर निकाओं के चुनाव भी होने हैं और केन्द्र के चुनाव का समय भी नजदीक आ रहा है |
इस दौरान अमरा बिष्ट, जया डोभाल, रामेश्वरी चौहान, भगवती चमोली, सुमित्रा बिष्ट, ,विमला रौथान, विक्रम भंडारी, रविंद्र कौर, विमल नौटियाल, तार सिंह बिष्ट, राजेंद्र कोठारी, मदन सिंह राणा,पार्षद लक्ष्मी रावत, विजय बडोनी, मनीष बनवाल, प्रियंका यादव, शकुंतला शर्मा, विजयलक्ष्मी शर्मा, कमलेश जैन, उमा राणा, राधा रमोला, अजीत सिंह, देवेंदर प्रजापति, चेतन चौहान, प्रमोद शर्मा, सुजीत यादव आदि मोजूद रहे।

अंकिता हत्याकांड़ : वीआईपी का नाम छुपाने के चक्कर में हाईप्रोफाइल साजिश सफल हो गयी

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पिथौरागढ़, अंकिता भण्डारी हत्याकांड की सीबीआई जांच के इंकार के बाद उत्तराखंड के जन संगठनों में उबाल है। पंचायत प्रतिनिधियों ने उच्च न्यायालय द्वारा याचिका खारिज किए जाने पर सरकार के सिर ठिकरा फोड़ा। उन्होंने कहा कि वीआईपी का नाम छुपाने के चक्कर में हाईप्रोफाइल साजिश सफल हो गयी है।
अंकिता भण्डारी हत्याकांड एवं यौन शोषण से जुड़े मामले में सीबीआई जांच के लिए उच्च न्यायालय नैनीताल में दायर याचिका को खारिज कर दिया गया है।
याचिका खारिज होते ही नार्को टेस्ट के लिए सहमति पत्र दे चुके दो आरोपियों ने सहमति पत्र वापस लेकर नार्को टेस्ट के लिए मना कर दिया है। सरकार की ओर से न्यायालय में सीबीआई जांच नहीं करने पर हुई पैरवी के कारण यह स्थिति पैदा हुई है।
अंकिता भण्डारी की हत्या के बाद जिस तरह से उत्तराखंड में जगह – जगह पर जो प्रतिवाद, उबाल आया था, उसमें फिर गर्माहट की संभावना है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि अब उत्तराखंड के बुद्धिजीवियों तथा कुर्सी में बैठे नेताओं को आगे आकर आंदोलन की बागडोर संभाल कर आम जनता का नेतृत्व करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस केस में वीआईपी का नाम बाहर न आए, इसलिए सीबीआई जांच से बचा जा रहा है। उन्होंने कहा सरकार चुपचाप बैठी हुई है।
उन्होंने कहा कि पहाड़ की बेटियों की इस तरह से हो रही हत्याओं पर समाज को आगे आकर सरकार पर दबाव बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि हमें चुपचाप अन्याय को स्वीकार नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उत्तराखंड में कमजोर विधायी नेतृत्व के कारण राज्य अपने लोगों को ही न्याय नहीं दे पा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए पिथौरागढ़ जिले में आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है।