Tuesday, May 13, 2025
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श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े ने निकाली गंगा नगर कीर्तन यात्रा

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हरिद्वार, (कुलभूषण)। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के संयोजन में कनखल में गंगा नगर कीर्तन यात्रा निकाली। यात्रा पंचपुरी हलवाई कल्याण समिति ने स्वागत किया। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्षप पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि आम लोगों को गंगा की स्वच्छता, निर्मलता व अविरलता के प्रति जागरूक करने तथा युवा वर्ग को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के लिए गंगा नगर कीर्तन यात्रा का आयोजन प्रति सप्ताह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गंगा करोड़ों भक्तों की आस्था की प्रतीक है। गंगा की अविरलता, निर्मलता व स्वच्छता बनाए रखना सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को पाश्चात्य संस्कृति का परित्याग कर सनातन धर्म संस्कृति को अपनाना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए। उन्होंने व्यापारियों से चाईनीज मांझा बिक्री नहीं करने और सभी से चाईनीज मांझे का प्रयोग नहीं करने की अपील भी की। इस अवसर पर स्वामी रुद्रानंद सरस्वती, स्वामी कल्याण देव महाराज, महामंडलेश्वर सत्यव्रतानन्द, आचार्य विष्णु, दीपक शर्मा, राजीव शर्मा, सोमपाल कश्यप, डा.अशोक शर्मा, राकेश उपाध्याय, बिट्टू, राजेन्द्र लोधी, अर्णव शर्मा, धीरज चैधरी, राजीव बिष्ट, सार्थक पाल, अस्मित कौशिक, अध्ययन शर्मा, निखिल कश्यप, मिनी पूरी, वैशाली शर्मा, सोनी चैहान, गीता शर्मा, खुश्बू, पंचपुरी हलवाई कल्याण समिति के अध्यक्ष सोमपाल कश्यप आदि मौजूद रहे

क्या है टैक्स सेविंग एफडी ? कैसे मिलेगा आपको इनकम टैक्स में फायदा, जानिए इससे जुड़ी मुख्य बातें

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अगर आप निवेश करने की योजना बना रहे है, तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है. आमतौर पर ज्यादातर लोग बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट (Fixed Deposit) में अपनी मेहनत का पैसा इन्वेस्ट करते है.

इससे उनको इनकम टैक्स (Income Tax) में अच्छा खासा लाभ मिल जाता है. आपको हम इस खबर में बताने जा रहे है कि, आप कैसे टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपाजिट (Tax Saving Fixed Deposit) का फायदा उठा सकते है. और इनकम टैक्स में भी लगभग 1.5 लाख रुपया तक टैक्स छूट का लाभ ले सकते है. जानिए कैसे मिलेगा फायदा..

टैक्स में मिलेगी छूट

टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपाजिट (Tax Saving Fixed Deposit) एक प्रकार की जमा योजना है. मालूम हो कि, टैक्स बचाने वाली स्कीम में निवेश के लिए कई बैंक अपनी – अपनी कई तरह की स्कीमें चला रही है. जिन पर आमतौर से 3, 5 या 10 साल तक का लॉक इन पीरियड होता है. अगर आप ऐसा करते है, तो इनकम टैक्स नियम-1961 की धारा 80 सी के तहत टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपाजिट में आपको 1.50 लाख रुपये सलाना निवेश पर टैक्स छूट हासिल कर सकते हैं. आप चाहें तो निवेश इससे भी ज्यादा कर सकते हैं. लेकिन आपको 1.50 लाख रुपये के निवेश पर ही टैक्स छूट मिलेगी.

जानिए क्या है खास

आपको यह सुनने में थोड़ा अलग लग सकता है कि टैक्स सेविंग एफडी किसी भी रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह ही है, क्योंकि इसमें मैच्योरिटी राशि (मूल राशि + एफडी ब्याज) सीधे आपके बैंक खाते में जमा हो जाती है. इनकी लॉक-इन अवधि 5 से 10 साल होती है और कर-बचत एफडी ब्याज दरें आमतौर पर 5.5 – 7.75 फीसदी तक बैंक से ब्याज का लाभ देती है.

टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट की जरूरी बातें

इससे इनकम टैक्स नियम के धारा 80 सी के तहत टैक्स बचाया जा सकता है.
आपको इसमें कर बचत और हाई रिटर्न दोनों ही लाभ मिलते है.
न्यूनतम जमा राशि रुपये के रूप में 1000 रुपए से शुरू कर सकते है.
एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा कर सकते हैं.
इसका लॉक इन समय 5 से 10 साल के लिए होता है.
आपको नॉमिनी की सुविधा मिलती है. जिससे आपका पैसा आपके बाद आपके नॉमिनी को दिया जाएगा.

सीएम धामी के जोशीमठ पहुंचने पर फूट- फूटकर रोए भूधंसाव से प्रभावित लोग, अपना घर बचाने की लगाई गुहार

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चमोली, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ पहुंचे तो प्रभावित उनके सामने फूट-फूटकर रो पड़े। इस दौरान कई महिलाओं ने सीएम को घेर लिया, जिन्हें संभालना भी मुश्किल हो गया। एक महिला चीख-चीख कर सीएम के सामने अपना घर बचाने के लिए गुहार लगाती रही। कहा कि हमारी आंखों के सामने हमारी दुनिया उजड़ रही है। इसे बचा लो सरकार। जोशीमठ ग्राउंड जीरो हालाात का जायजा लेने पहुंचे सीएम ने प्रभावितों को आश्वासन दिया कि सरकार हर मुश्किल में उनके साथ खड़ी है। वहीं प्रभावितों ने सीएम को अपना दुखड़ा सुनाया। कहा हम रात को सो भी नहीं पा रहे हैं, अपने घरों में रहने से भी डर लगता है।

सीएम ने कहा कि प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना उनकी पहली प्रथामिकता है। मुख्यमंत्री ने इससे पहले जोशीमठ के संबंध में अधिकारियों से रिपोर्ट ली। शुक्रवार को उन्होंने जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव मामले में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ भू-धंसाव के कारण अति संवेदनशील (डेंजर जोन) वाले क्षेत्रों में बने भवनों को तत्काल खाली कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभावितों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और चरणबद्ध ढंग से संवेदनशील जगहों से सबको शिफ्ट किया जाएगा।

मुख्यमंत्री राज्य सचिवालय में जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन से पैदा हुए हालात की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में धामी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोशीमठ गए विशेषज्ञ दल के सदस्यों से भी जुड़े।उन्होंने कहा कि तात्कालिक एक्शन प्लान के साथ ही दीर्घकालीन कार्यों में भी लंबी प्रक्रिया को समाप्त करते हुए डेंजर जोन के ट्रीटमेंट, सीवर तथा ड्रेनेज जैसे कार्य जल्द से जल्द पूरे किए जाएं। कहा, इसमें सरलीकरण तथा त्वरित कार्रवाई ही हमारा सबसे बड़ा मूलमंत्र होना चाहिए।

 

जोशीमठ भू-धंसाव को लेकर ज्योतिष्पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की पीआईएल

चमोली, जोशीमठ भू-धंसाव को लेकर ज्योतिष्पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल की है। उन्होंने जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ज्योतिर्मठ भी इसकी चपेट में आ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों को त्वरित राहत पहुंचाने और उनके पुनर्वास की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि पिछले एक वर्ष से जमीन धंसने के संकेत मिल रहे थे। लेकिन समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में जमीन धंसने की घटना बेहद चिंताजनक है। ऐतिहासिक एवं पौराणिक सांस्कृतिक नगर जोशीमठ खतरे में हैं। एक सप्ताह से जमीन धंसने से 500 से अधिक मकान प्रभावित हुए हैं। मकानों में दरारें आ गई हैं। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि हिमालय में जो कुछ हो रहा है, उसको लेकर लंबे समय से चिंता व्यक्त की जा रही थी। इसकी अनदेखी होते रही, जिसके दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। जमीन धंसने को लेकर अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को सही कारण का पता लगाना चाहिए।

शंकराचार्य ने कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जोशीमठ के हालातों की जानकारी देंगे, ताकि सकारात्मक पहल हो सके। प्राथमिकता से पीड़ितों का पुनर्वास कराया जा सके। उन्होंने कहा कि उनके सभी कार्यक्रम स्थगित हो गए हैं और वह स्वयं प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने जोशीमठ जाएंगे।

राज्य चिकित्सा सेवा में निकली 1564 पदों पर भर्ती, 12 जनवरी से 1 फरवरी 2023 तक कर सकते हैं आवेदन

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देहरादून, उत्तराखंड सरकार ने नए साल की शुरुआत बेरोजगार युवक युवतियों के लिए चिकित्सा विभाग में भर्ती के श्रीगणेश से की है, यह उत्तराखंड में सरकारी नौकरी के लिए इंतजार कर रहे बेरोजगार युवक युवतियों के लिए खुशखबरी है | जो
बेरोजगार युवा स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोजगार की तलाश कर रहे हैं और आपने नर्सिंग में कोई डिप्लामा या डिग्री ली है तो यह नया साल का पहला महीना आपके लिए नौकरी का अवसर लेकर आ गया है | उत्तराखंड सरकार के उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने उत्तराखंड में 1564 रिक्त पदों को भरने के लिए 3 जनवरी 2023 को विज्ञापन जारी किया है. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखंड के अंतर्गत नर्सिंग अधिकारी महिला/पुरुष के रिक्त 1564 पद के लिए इन पदों के लिए आवश्यक योग्यता रखने वाले लोगों से आनलाइन आवेदन 12 जनवरी 2023 से आमंत्रित किए गए हैं |

यह आवेदन 1 फरवरी 2023 तक शाम 5.00 बजे तक आॕनलाइन ही जमा किए जा सकते हैं, इसी अंतिम तिथि तक आवेदन का निर्धारित शुल्क भी जमा करना आवश्यक होगा | बताया गया है कि उत्तराखंड समूह ग के अंतर्गत आने वाले इन पदों पर रिक्तियों की संख्या 1564 है और यह घटबढ़ भी सकती है, रिक्तियों की संख्या विभिन्न वर्गों के लिए आवेदन फार्म में निर्धारित है | भर्ती संबंधी योग्यता और अन्य विवरण व आवेदन www.ukmssb.org पर किया जा सकता है |

मैं जोशीमठ हूँ…! भू धसांव की वजह से अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हूं, हो सके तो जमींदोज होने से बचा लीजिए..

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(संजय चौहान)

मैं जोशीमठ हूँ…! शंकराचार्य की तपोस्थली ज्योतिर्मठ। सीमांत जनपद चमोली का सरहदी ब्लाॅक। विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीडा स्थल औली, आस्था का सर्वोच्च धाम बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब और रंग बदलने वाली फूलों की घाटी का प्रवेश द्वार में ही हूं। देश की द्वितीय रक्षा पंक्ति नीती माणा घाटी मेरे ही नगर से होकर जाया जाता है। हर साल देश विदेश से लाखों-लाख तीर्थयात्री और पर्यटक यहां पहुंचते है। मैं चिपको आंदोलन की नेत्री गौरा देवी की थाती हूं। पंच प्रयाग में से प्रथम प्रयाग मेरे ही मुहाने पर धौली गंगा और अलकनंदा का संगम विष्णुप्रयाग अव्यवस्थित है। एशिया का सबसे लम्बा रज्जू मार्ग मेरे ही नगर के ऊपर से गुजरता है। मैं भगवान बद्रीविशाल का शीतकालीन गद्दी स्थल हूं। मेरे पौराणिक नृसिंह मंदिर में 6 महीने भगवान बद्रीविशाल की पूजा होती है। मंदिर के प्रांगण में प्रतिवर्ष बद्रीविशाल के कपाट खुलने से पहले पौराणिक तिमुंडिया कौथिग का आयोजन होता है। मैं महज एक नगर ही नहीं हूं अपितु धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र भी हूं। मैं गढ़वाल के कत्यूरी राजवंश की राजधानी भी रही हूं। मैं बरसों से सैलानियों की पहली पसंदीदा शहर रहा हूं।मैं जोशीमठ हूं : भू धसांव की वजह से अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हूं, हो  सके तो जमींदोज होने से बचा लीजिए.. - Lokjan Today

लेकिन इन सबसे इतर आज मैं अपनी ही पहचान के लिए छटपटाहट सी महसूस कर रहा हूं। भू-धंसाव की वजह से मेरे भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। मेरे शहर के विभिन्न वार्डो में हो रहे भू-धसाव नें मेरे शहर की खुशियाँ छीन ली है। मकानों में पडी दरारों नें मेरे नगरवासियों का सुख चैन छीन लिया है। लोगों के आंसुओ से बह रही अविरल आंसुओ की धारा सबकुछ बंया करने के लिए काफी है। चारों ओर एक अजीब सा सन्नाटा कचोट रहा है। अपने जीवनभर की मेहनत की कमाई को अपने घर बार और मकान में लगाने के बाद आज इनके घर सुरक्षित नहीं रह गये हैं। खेत खलियान से लेकर मकान सबकुछ भू-धसाव की चपेट में आ चुके हैं। भू-धसांव के कारण मेरे नगर के वाशिंदे अब पौष माह की इन सर्द/ठंड रातों में अपने भविष्य को लेकर आशांकित है। मेरे शहर के लोगों के माथे पर पडी चिंता की लकीरें, बेबस व लाचार आंखे बेहद पीड़ादायक है। शंकराचार्य के पौराणिक ज्योतिर्मठ में भी भू धसांव की दरारें उभर आई है। बस भगवान बद्रीविशाल से प्रार्थना है कि किसी तरह मेरे इस शहर को बचा लीजिए।

मेरे शहर के लोगो लंबे समय से जोशीमठ को भू-धसाव से बचाने की मांग करते आ रहे हैं। वर्ष 1976 में तत्कालीन गढ़वाल कमिश्नर एमसी मिश्रा की अध्यक्षता वाली समिति ने भी भूस्खलन को लेकर एक रिपोर्ट दी थी, जिसमें जोशीमठ पर खतरे का जिक्र किया गया था। लेकिन कभी भी इस दिशा में ठोस व गंभीर प्रयास नहीं किये गये। मैं ग्लेशियर द्वारा लाई गई मिट्टी पर बसा हुआ शहर हूं। मैं भूगर्भीय रूप से अतिसंवेदनशील जोन-5 के अंतर्गत आता हूं। जो कि पूर्व-पश्चिम में चलने वाली रिज पर मौजूद है। फिर भी मेरे शहर में जलविद्युत परियोजना निर्माण को मंजूरी दी गयी। 1970 की धौली गंगा में आई बाढ नें पाताल गंगा, हेलंग से लेकर ढाक नाला तक के बडे भू-भाग क्षेत्र को हिलाकर रख दिया था, जिसके बाद 2013 की केदारनाथ आपदा और फरवरी 2021 की रैणी आपदा नें तपोवन से लेकर विष्णुप्रयाग के संगम को बहुत नुकसान पहुंचाया है, नदी किनारे कटाव बढने से भी भूस्खलन को बढावा मिला है जबकि मेरे शहर के नीचे से होकर एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड परियोजना की सुरंग निर्माणाधीन है। जो भू-धसाव के लिए सबसे बडा कारण माना जा रहा है। पूर्व के बरसों में हेलंग से लेकर पैनी गांव, सेलंग गांव में भू-धसाव की घटना सामने आ चुकी है। भू-धसाव से मेरे शहर के गांधी नगर, मारवाड़ी, लोअर बाजार नृसिंह मंदिर, सिंहधार में, मनोहर बाग, अपर बाजार डाडों, सुनील, परसारी, रविग्राम, जेपी कॉलोनी, विष्णुप्रयाग, क्षेत्र अधिक प्रभावित हैं।

बस जैसे भी हो सके मेरे इस शहर को बचा लीजिए। नहीं तो भू धसांव से मेरा भूगोल ही नहीं इतिहास भी सदा के लिए इतिहास के पन्नो में सिमट कर रह जायेगा। मेरे शहर को भू-धसाव से बचाने के लिए सरकार से लेकर शासन प्रशासन अपनी अपनी ओर से हरसंभव प्रयास में जुट चुके हैं। प्रभावित लोगो को राहत शिविरो में भेजा जा रहा है, प्रभावित मकानो के सर्वे के लिए टीमें गठित कर दी गयी है, विशेषज्ञों की टीमें भी पहुंच चुकी है, जो भू धसांव का आंकलन कर रही है और कारणों का पता लगा रही है। सबसे अच्छी बात प्रकृति का भी मुझे साथ मिला है वरना आजकल मेरा पूरा शहर बर्फ से अटा पडा रहता। इसलिए कोशिश की जानी चाहिए की जितनी जल्दी हो सके फौरी तौर पर लोगों को सुरक्षित ठौर पर पहुंचाया जाय और लोगों के पुनर्वास/विस्थापन को लेकर ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाय। मेरे इस शहर को बचाने के लिए हर वो मुमकिन कोशिश की जानी चाहिए जो की जा जा सकती है। संकट की इस घडी में आप सब नगर वासियों ने जो एकजुटता दिखाई है वो सुकून देने वाली है, खासतौर पर युवाओं का अपने इस शहर को बचाने की कोशिश इतिहास हमेशा याद रखेगा और मिसालें भी देता रहेगा।

मैं जोशीमठ हूँ, मेरे शहरवासियों हौंसला रखिए। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जोशीमठ को बचाने के लिए हर वो प्रयास कीजिए जो हो सकता है। भगवान बद्रीविशाल की कृपा से इस शहर पर जो संकट के बादल मंडरा रहें हैं जल्द ही सबकुछ सही होगा। घना अंधेरा के बाद जरूर उजाले का सूरज उगेगा…!

रिवर्स माइग्रेशन को मशरूम उत्पादन बेहतर विकल्प : मुख्यमंत्री धामी

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देहरादून, उत्तराखंड सरकार द्वारा मशरूम और कीड़ाजड़ी से उत्तराखंड के लोगों को प्रोत्साहन देकर सरकार मशरूम को एक कुटीर उद्योग का दर्जा देगी।
दिव्या रावत ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुझे मशरूम एवं कीड़ाजड़ी को उत्तराखंड में लघु उद्योग के रूप में विकसित करने का सहयोग करने का वचन दिया है। आज
उत्तराखंड के हिमालयी गाँवों से ऑर्गनिक मशरूम रोज़गार का साधन बन गया है । मशरूम के क्षेत्र में मेरे द्वारा शुरू किए गए स्वरोजगार मिशन द्वारा हो रहे काम के लिये उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिव्या रावत को सम्मानित किया गया, दिव्या ने कहा कि मशरूम के क्षेत्र में मेरे जैसे कई उत्तराखण्ड के युवा न केवल खुद के लिए रोजगार कर रहे हैं बल्कि पहाड़ों के अन्य बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को भी साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं, उत्तराखण्ड के पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकने में और स्वरोजगार को बढ़ाने में मशरूम मिशन बहुत बड़ा योगदान कर सकता है l

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और रिवर्स माइग्रेशन को मशरूम उत्पादन बेहतर विकल्प है और स्वरोजगार को बढ़ावा देने को आत्मनिर्भर बनने को मशरूम उत्पादन से ही आर्थिक मजबूती आयेगी । दिव्या रावत ने कहा कि वो कीड़ा जड़ी ( कोर्डिसेप मिलिट्री ) मैडिसनी मशरूम जो कि ऊर्जादायक कैंसर के खात्मे को एवं अन्य बीमारी में लाभदायक है का अपनी मौथरोवाला लेब में उत्पादन कर रही है जो तीन लाख किलो के रूप में बिकती है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में काफी मांग है | इसके पावडर फार्म से टेबलेट और अन्य उत्पाद बनाने का कार्य चल रहा है।

उन्होंने बताया कि मैने मशरूम उत्पादकों को बाजार उपलब्ध करवाने को फार्म टू टेबल का कांसेप्ट के आधार पर मशमश के नाम से मशरूम रेस्टोरेंट राजपुर रोड पर खोला है जिसमें तीस से अधिक प्रकार की मशरूम के खाद्य पदार्थ है जिसके खुलने से निश्चित रूप से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा । इसी सोच के साथ मैं प्रदेश की महिलाओं युवाओं को साथ में लेकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराकर मशरूम मिशन से स्वरोजगार की ओर कार्य कर रही हूँ जो कोरोना काल में मील का पत्थर साबित हुआ | जिसमें काफी संख्या में कोरोना के दौरान घर वापस आए युवाओं ने मशरूम उत्पादन किया, जिससे उनकी आर्थिकी मजबूत हूई है। उन्होंने मुख्यमंत्री को अपने इस मिशन में आमंत्रित किया जिससे प्रदेश के युवाओं महिलाओं का उत्साहवर्धन हो सके । दिव्या रावत ने बताया मशरूम के क्षेत्र में मेरे द्वारा शुरू किए गए स्वरोजगार मिशन द्वारा हो रहे काम के लिए आज उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा मुझे सम्मानित करने पर मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करती हूं | मशरूम के क्षेत्र में मेरे जैसे कई उत्तराखण्ड़ के युवा न केवल खुद के लिए रोजगार कर रहे हैं बल्कि पहाड़ों के अन्य बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को भी साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं, उत्तराखण्ड़ के पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकने में और स्वरोजगार को बढ़ाने में मशरूम मिशन बहुत बड़ा योगदान कर रहा है l

परीक्षा दिवस पर अधिकारियों को एलर्ट रहने के निर्देश, परीक्षा केन्द्रों की 200 मीटर परिधि तक धारा 144 लागू

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देहरादून, जिलाधिकारी सोनिका एवं डीआईजी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुँवर ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में 08 जनवरी 2023 को जनपद के 72 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित होने वाली लेखपाल भर्ती परीक्षा में सुरक्षा व्यवस्था एवं आदि के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। परीक्षा केन्द्रों की 200 मीटर परिधि तक धारा 144 लागू रहेगी। जिलाधिकारी ने परीक्षा दिवस पर अधिकारियों को एलर्ट रहने के निर्देश दिए। परीक्षा को निर्वाचन ड्यूटी की तर्ज पर सम्पादित करने परीक्षा केन्द्र के आसपास लोग एकत्रित न हो इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। परीक्षा केन्द्र में किसी भी प्रकार का गजैट/उपकरण लेकर कोई प्रवेश न करें इसके लिए एन्ट्री से पूर्व ठीक प्रकार जांच की जाए।

जिलाधिकारी ने समस्त जोनल मजिस्ट्रेट /उप जिलाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र के परीक्षा केन्द्रो में विभिन्न व्यवस्था के साथ सुरक्षा व्यवस्था बनाने तथा ड्यूटी हेतु तैनात सैक्टर मजिस्ट्रेट को परीक्षा केन्द्रों पर मोबाईल फोन इत्यादि किसी भी प्रकार के डिवाईस/उपकरण परीक्षा कक्ष में न पंहुच पाए यह सुनिश्चित कर लिया जाए। साथ ही उन्होेंने उप जिलाधिकारियों एवं सम्बन्धित अधिकारियों को परीक्षा केन्द्रों का पूर्व में निरीक्षण कर व्यवस्था देेखने तथा परीक्षा दिवस पर प्रोटोकाॅल पालन करवाने के निर्देश दिए। डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उप जिलाधिकारियों एवं पुलिस क्षेत्राधिकारियों को आपसी समन्वय करते हुए व्यवस्थाएं बनाने तथा परीक्षा केन्द्र के 200 मीटर की दूरी तक सुरक्षा के लिहाज से कोई भी व्यक्ति एकत्रित न हो इसका ध्यान रखे। उन्होनंेचौकसी बनाए रखने को कहा।

कलेक्ट्रेट परिसर में अपर जिलाधिकारी प्रशासन डाॅ0 एस.के बरनवाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरूणा अग्रवाल, अपर नगर मजिस्ट्रेट मायादत्त जोशी, जिला कमाण्डेट होमगार्ड राहुल सचान, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आरसी तिवारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र अंजली रावत, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी एवं सैक्टर अधिकारी उपस्थित रहे तथा समस्त उप जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे।
इसके उपरान्त नोडल अधिकारी परीक्षा/अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा ने आईटीडीए परिसर सर्वे चौक में ड्यूटी हेतु नामित सैक्टर मजिस्ट्रेट को परीक्षा के दौरान की जाने वाली कार्यवाही एवं अधिकारियों के दायित्वों के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस दौरान सैक्टर अधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

विद्यालय शिक्षा परिषद उत्तराखंड़ की ओर से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा का शेड्यूल जारी

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देहरादून, उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद की ओर से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया गया है इसके तहत कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 16 मार्च 2023 से शुरू होकर 06 अगस्त 2023 चलेंगी । उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद की ओर से जा रही आदेश के तहत सभी परीक्षार्थियों को 9:30 बजे तक अपने परीक्षा केंद्र में उपस्थित होना होगा । वही परीक्षार्थियों को 9:45 बजे से 10:00 बजे तक 15 मिनट का समय प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए दिया जाएगा ।

निदेशक कुंवर ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा 17 मार्च से शुरू होंगी, जो 5 अप्रैल तक चलेगी। इसी तरह इंटर की परीक्षा 16 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेंगी। परीक्षा पूरी तरह शांतिपूर्वक कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

एक से 28 फरवरी तक प्रयोगात्मक परीक्षा होंगी। परीक्षा का मूल्यांकन 15 अप्रैल से 29 अप्रैल तक होगा। इस बार हाईस्कूल में 127320 व इंटर में 132110 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। वहीं ऋषिकेश में चोपड़ा फार्म में कामन सर्विस सेंटर सीएससी एकेडमी की ओर से तीन दिवसीय पासपोर्ट आफ अरनिंग कोर्स पूरा होने पर बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

बड़ी खबर : जोशीमठ में भू धंसाव से बेघर हुए परिवारों को किराये के मकान के लिए चार हजार प्रतिमाह देगी सरकार

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देहरादून, चमोली के जोशीमठ में हो रहे भूधंसाव को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। आपदा से प्रभावित ऐसे परिवारों जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण अध्यासन योग्य नहीं रहते हैं अथवा ऐसे परिवार जो बेघर हो जाते हैं उन परिवारों के लिए किराये के मकान में रहने हेतु चार हजार प्रति परिवार की दर से सहायता राशि 6 माह तक मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान की जायेगी।

सीएम ने बैठक में निर्देश दिये की कि तत्काल सुरक्षित स्थान पर एक बङा अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाया जाए। जोशीमठ में सेक्टर और जोनल वार योजना बनाई जाए, तत्काल डेंजर जोन को खाली करवाया जाए और जोशीमठ में अविलंब आपदा कंट्रोल रूम एक्टिवेट करने के निर्देश भी दिए है।

बैठक में मुख्य सचिव, सचिव आपदा प्रबंधन, सचिव सिंचाई, पुलिस महानिदेशक, आयुक्त गढवाल मण्डल, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ, जिलाधिकारी चमोली सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

तन्मय गुट ने गंगा पूजन कर शुरू किया चुनावी अभियान

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हरिद्वार ( कुलभूषण)  गंगा सभा चुनावों के चलते वर्तमान गंगा सभा महामंत्री तन्मय वषिश्ठ तथा सभापति कृश्ण कुमार षर्मा गुट ने होने वाले चुनावों में अपने प्रत्रूाषी घोशित कर गंगा पूजन किया इस अवसर पर गंगा सभा चुनाव 2023 के लिए सभापति पद के प्रत्याशी कृष्ण कुमार शर्मा  अध्यक्ष पद पर नितिन गौतम तथा महामंत्री पद पर एडवोकेट तन्मय वशिष्ठ में अपने समर्थकों के साथ हर की पौड़ी ब्रह्म कुंड पर गंगा पूजन किया तथा अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की गंगा पूजन करने के बाद सभी प्रत्याशी एवं समर्थक कुशावर्त घाट भगवान दत्तात्रेय मंदिर में जा कर आशीर्वाद लेकर चुनाव अभियान की षुरूवात की इस अवसर पर बडी संख्या में उनके समर्थक तीर्थ पुरोहित उपस्थित रहे ।