Sunday, May 4, 2025
Home Blog Page 631

गौमाता और मां गंगा से ही विश्व का कल्याण : गोपाल मणि

0

‘गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग, गाय और मां गंगा ही हमारी रक्षक’

सितारगंज, गौमाता के परम भक्त धेनू मानस गौकथा के द्वारा गायों का वृतान्त वर्णन करने वाले परम संत गोपाल मणि महाराज जी भ्रमण के दौरान श्रीकृष्ण प्रणामी महाराजा अग्रसेन गौशाला में गौभक्तों को सम्बोधित करते हुऐ कहा कि गौमाता के आशीर्वाद से ही सृष्टि की दिनचर्या चल रही है, विश्व में गाबो विश्वसनीय माता के नाम से गाय माता को जाना जाता है। हमारी पहचान हमारी संस्कृति की पहचान ही गाय माता है, वेद की माता गायत्री है और गायत्री में गाय और त्री यानि कि चार पैरों वाली गाय माता ही है श्रीकृष्ण भी दसमककंध में नंगे पैर गाय के पीछे खडे़ हैं भारत देश गाय और गंगा की वजह से ही धन्य धान्य है भारत देश इसलिए जीवित है क्योंकि यहां की संस्कृति विश्व की सबसे पुरातन संस्कृति है,यहां गाय माता और मां गंगा जैसी महान शक्ति धर्म की रक्षार्थ हेतु हरपल हमारी रक्षा करती हैं। उन्होने बताया कि नवम्बार में गोपाष्टमी के अवसर पर दिल्ली में महासंगम होगा जिसमें केन्द्र सरकार से गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा देने के लिए पूरे देश से गौभक्तों का भव्य समागम होगा। गौधाम परिवार ने संत शिरोमणि गोपाल मणि जी महाराज को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया
इस मौके पर संरक्षक सुरेश सिंघल,सुरेश अग्रवाल, अध्यक्ष शीतल सिंघल,महामंत्री महेश मित्तल,कोषाध्यक्ष भीमसेन गर्ग, हुक्मचन्द मौरिजावाला,अनिरुद्ध राय,लक्ष्मण अग्रवाल,आशीष पाण्डेय,पवन मित्तल,पवन जैन, गोविन्द अग्रवाल,के बी अग्रवाल, उमेश अग्रवाल,मदन गोयल,नरेश कंसल,राजेश शैली,अंकुर अग्रवाल, जगन अग्रवाल,मनीष मित्तल, सुरेश जोशी,गौरव जिन्दल,विपिन डालमिया,अनिल गर्ग,सुनील गर्ग,विशाल मित्तल,
राजकुमार सिंघल, रमेश गोयल
,कृष्ण कुमार गर्ग,संजय गोयल,
मुकेश गर्ग, राजाराम सिंघल,
राजीव गोयल,सुमन राय,संगीता मित्तल,शिवानी मित्तल,राजरानी गर्ग,पूनम अग्रवाल,अंजना सिंघल,सुनीता गोयल,बीना मित्तल रेनू गर्ग आदि मौजूद रहे

खुशी- गॉव मे सड़क पहुंचने पर ढोल दमाऊं की थाप पर थिरके ग्रामीण, जेसीबी चालक का रुपयों की माला पहनाकर किया स्वागत

0
“अगस्त्य मुनी विकास खण्ड का दूरस्थ गॉव खाल्यूं लम्बे इंतजार के बाद सड़क मार्ग से जुड़ गया। गॉव के सड़क से जुड़ने की खुशी में ग्रामीणों ने ढोल-दमाऊं बजाकर खूब जश्न मनाया। इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क काट रहे जेसीबी चालक को रुपयों की माला पहनाकर स्वागत किया”।
(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- आखिरकार अगस्त्यमुनी बाजार के ऊंपर कार्तिक स्वामी मंदिर की तलहटी में बसा खाल्यूं गांव लम्बे इंतजार के बाद सड़क से जुड़ गया। गॉव में सड़क पंहुचने की खुशी इस कदर कि ग्रामीणों ने ढोल- ढमाऊं के साथ खूब जश्न मनाया व सड़क काट रहे जेसीबी चालक को रुपयों की माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया।
अगस्त्यमुनि विकास खण्ड के अंतर्गत खाल्यूँ  के ग्रामीण लंबे समय से गॉव के सड़क मार्ग से जुड़ने का इंतजार कर रहे थे। रविवार को जैसे ही सड़क निर्माण में लगा जेसीबी गाँव के नजदीक पहुँचा,  ग्रामीणों की खुशी इस कदर झलकी कि ग्रामीणों द्वारा जेसीबी चालक को नोटो की माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया। ढोल-दमाऊ की थाप पर ग्रामीणों ने जमकर जश्न मनाया। महिला मंगल दल अध्यक्ष अरुणा देवी,की अगुवाई में गॉव की महिलाएं फूल माला लेकर जेसीबी चालक के स्वागत को पंहुची।
ग्रामीण महिलाओं का कहना था सड़क आने से अब गॉव विकास की  धारा से जुड़ सकेगा। ग्रामीण अब आसानी से आवागमन की सुविधाओं का लाभ उठा सकेगें।
सड़क के लिये महत्वपूर्ण योगदान अदा करने पर ग्रामीणों ने विधायक केदारनाथ शैला रानी रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता खाल्यूं गाँव के मूल निवासी डा कुलदीप आजाद नेगी व जिलापंचायत सदस्य कुलदीप सिंह कंडारी का विशेष आभार ब्यक्त किया।
गाँव के प्रधान माणिक लाल, ग्रामीण नत्था सिंह नेगी, भरत सिंह नेगी, महावीर सिंह, संजय सिंह, जीतपाल सिंह नेगी, वीरपाल सिंह नेगी , सरिता देवी, सुमन देवी, कांता देवी समेत अन्य ग्रामीणों ने सड़क आने को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।

अच्छी खबर : वीरता पुरस्कार पाने वाले भारतीय सैनिक और उनकी वीरांगनाएं राज्य परिवहन निगम की बसों में कर सकेंगी मुफ्त सफर

0

देहरादून, उत्तराखंड की 1130 वीर नारियां और वीरता पुरस्कार पाने वाले 1727 सैनिक एवं पूर्व सैनिक उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में आज से मुफ्त सफर कर सकेंगे। शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र कुमार चौधरी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, वीरता पुरस्कार पाने वाले भारतीय सैनिकों और उनकी वीरांगनाएं परिवहन निगम की बसों में मुफ्त सफर कर सकेंगी। इस पर जो खर्च आएगा

नियमानुसार उसका भुगतान एवं प्रतिपूर्ति सैनिक कल्याण विभाग की ओर से परिवहन निगम को किया जाएगा।
आदेश में कहा गया है कि बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा शासनादेश जारी होने की तिथि से दी जाएगी। निदेशक सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग को दिए आदेश में कहा गया है कि सैनिक कल्याण विभाग के आय-व्यय में नई मांग के माध्यम से बजट व्यवस्था कराने के लिए समय से प्रस्ताव तैयार कर इसे शासन को उपलब्ध कराया जाए। प्रदेश में सबसे अधिक 203 वीर नारियां (युद्ध विधवा) पिथौरागढ़ जिले में हैं।

इसमें 185 वीर नारियां देश के लिए शहीद हुए सैनिकों, 17 जेसीओ और एक शहीद सैन्य अधिकारी की पत्नी है। इसके अलावा अल्मोड़ा में 82, बागेश्वर में 97, चंपावत में 32, चमोली में 115, देहरादून में 143, हरिद्वार में 13, लैंसडाउन में 150, नैनीताल में 69, पौड़ी में 70, रुद्रप्रयाग में 43, टिहरी में 63, ऊधमसिंह नगर में 40, उत्तरकाशी में 10 वीर नारियां हैं। उत्तराखंड में देश की सुरक्षा के लिए अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले वीर जवानों की कमी नहीं है। राज्य में 1727 सैनिकों और पूर्व सैनिकों को महावीर चक्र, वीर चक्र, कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, सेना मेडल आदि विभिन्न वीरता पुरस्कार मिले हैं।

 

ब्रैकिंग : गौला खनन संघर्ष समिति का 91वें दिनों बाद धरना समाप्त

गौला खनन संघर्ष समिति का धरना 91 वे दिन क्रशर संचालकों से समझौते के बाद  समाप्त - UK BULLETIN

(मुन्ना अंसारी)

लालकुआं, गौला खनन संघर्ष समिति का संघर्ष 91वें दिनों के बाद धरनॎ समाप्त हो गया, आखिरकार स्टोन क्रेशर स्वामियों और वाहन स्वामियों में रेट को लेकर बनी सहमति, तहसीलदार ने जूस पिलाकर धरना प्रदर्शन को समाप्त कराया ।
गौरतलब है कि पिछले 91वें दिनों से गौला संघर्ष समिति के बैनर तले वाहन स्वामियों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रारंभ किया था जिसके बाद सरकार और प्रशासन के साथ हुई वार्ता के बाद कई मुद्दों पर संघर्ष समिति की मांगों को माना जा चुका है।
गौला खनन संघर्ष समिति की मुख्य मांग रॉयल्टी को लेकर थी उसमें भी सरकार ने रॉयल्टी की दर कम करते हुए वाहन स्वामियों की मांगों को मानते हुए रॉयल्टी की दर कम की, वहीं वाहनों के फिटनेस और अन्य मुद्दों को लेकर भी वार्ता कर समझौता हो गया | यही नहीं सही मामले में हाईकोर्ट की मदद से भी ओवरलोड के मुद्दे को सुलझा लिया गया था । परंतु स्टोन क्रेशर एसोसिएशन द्वारा दरों को लेकर मामला बढ़ता ही जा रहा था जिसके बाद प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार 91 दिनों के संघर्ष के बाद आज स्टोन क्रेशर संचालको और वाहन स्वामियों के बीच समझौता हो गया | जिसके बाद लालकुआँ तहसीलदार सचिन कुमार ने धरना स्थल पर पहुँचकर आंदोलनरत वाहन स्वामियों को जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया ।

बद्रीनाथ धाम में भालू ने जमकर मचाया आतंक, कई घरों के तोड़े दरवाजे

0

चमोली (गोपेश्वर), शीतकाल में बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद रहते हैं खाली घर बर्फ से ढके रहते हैं लोग बद्रीनाथ को छोड़कर शीतकाल में निचले स्थानों पर आ जाते हैं। इस बार शीतकाल में खास तौर पर फरवरी माह में भालू ने धाम में जमकर आतंक मचाया। बर्फ के बीच खाने की ढूंढ में भालू ने कई घरों, धर्मशालाओं के दरवाजे तोड़कर नुकसान पहुंचाया है। सूचना के बाद भवन स्वामियों ने जिला प्रशासन से इसकी शिकायत कर बताया कि फरवरी में महायोजना का कार्य बंद होने के चलते बद्रीनाथ धाम में सुरक्षा पर तैनात आइटीबीपी व मंदिर समिति के कर्मचारियों के अलावा आश्रमों में तपस्या कर रहे कुछ साधु संत ही मौजूद थे, इसी दौरान भालू के झुंड ने बद्रीनाथ में उत्पात मचाया है।

बद्रीनाथ धाम में तप करे रहे बर्फानी बाबा ने इसकी सूचना भवन स्वामियों को दी। भवन स्वामी मुकेश अलखानिया ने बताया कि बर्फानी बाबा ने उन्हें बताया कि इंद्र भवन अलखानिया मोहल्ले में उनके घरों के दरवाजे को तोड़कर भालू ने घर के अंदर रखे सामानों को नुकसान पहुंचाया है। भवन स्वामी ने इसकी सूचना प्रशासन व वन विभाग को दी वह भालू के आतंक से निजात की मांग की है। बद्रीनाथ धाम सहित , माणा, नीती घाटी के गांवों में शीतकाल में भालू का आतंक पहले भी रहा है। लोगों की घरों की छत फाड़कर या फिर दरवाजे तोड़कर भालू घरों के अंदर प्रवेश करते रहे हैं, तथा घर के अंदर रखे खाद्य सामग्री को भी वे खाते रहे हैं।

विधानसभा के बजट सत्र में प्रतिभाग करने के लिए सीएम धामी पहुंचे भराड़ीसैंण

0

देहरादून, कल 13 मार्च सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा बजट सत्र में प्रतिभाग करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार दोपहर को गैरसैंण के भराड़ीसैंण पहुंच गए है। यहां मातृ शक्ति ने मुख्‍यमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन किया। वहीं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने भराड़ीसैंण विधानसभा में हवन पूजन कर प्रदेश वासियों की सुख शांति की कामना की। ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि बजट सत्र शांति और सुचारू रूप से चलेगा जिससे प्रदेश का विकास होगा।

वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा के सत्र की अवधि बिजनेस के हिसाब से तय होती है। गैरसैंण में 13 मार्च से प्रारंभ होने वाले बजट सत्र के लिए अभी जितनी अवधि का निर्धारण हुआ है, उसमें इसे समेंटेंगे। यदि आवश्यकता पड़ी तो सत्र की अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है। उन्होंने विपक्ष की ओर से सत्र की अवधि कम होने काे मुद्दा बनाने से संबंधित प्रश्न के उत्तर में यह बात कही।

वर्ष 2023-24 के बजट को लेकर पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि हम राज्य के सर्वांगीण विकास की बात कर रहे हैं। बजट में हर वर्ग, हर क्षेत्र के हितों का ध्यान रखा जाएगा। रोजगार, महिला, युवा, कृषि, पर्यटन समेत सभी विषय इसमें समाहित होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है। इसी दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। राज्य के पास जितने संसाधन हैं, उसके अंतर्गत बेहतर करने का सरकार प्रयास कर रही है।

वित्त मंत्री अग्रवाल ने कहा कि राज्य के बजट को लेकर प्रदेशवासियों से सुझाव लिए गए थे। बड़ी संख्या में सरकार को सुझाव मिले। जनता के महत्वपूर्ण सुझावों को बजट का हिस्सा बनाया गया है।

पुलिस प्रशासन अलर्ट : बजट सत्र को लेकर ग्रीष्मकालीन राजधानी भराडीसैंण में रहेगी कड़ी सुरक्षा

0

चमोली (गैरसैण), उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र कल 13 मार्च सोमवार से शुरू हो रहा है। बजट सत्र 18 मार्च तक चलेगा। इस दौरान सुरक्षा और विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिए पूरे विधानसभा क्षेत्र में 4 जोन और 7 सेक्टर बनाए गए है। इनमें 4 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 13 पुलिस उपाधीक्षक, 25 इन्सपेक्टर, 60 एसआई, 140 एएसआई, 250 कांस्टेबल, 5 कंपनी पीएसी के अतिरिक्त एलआईयू एवं फायर सर्विसेस कार्मिक तैनात रहेंगे। इसके अलावा चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी।
भराडीसैंण विधानसभा परिसर में रविवार को डीजीपी अशोक कुमार एवं जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सुरक्षा में तैनात पदाधिकारियों की ब्रीफिंग की। उन्होंने प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी को किसी भी हाल में अनधिकृत व्यक्ति को विधान मंडल परिसर में प्रवेश ना करने के निर्देश दिए।

सचिवालय, विधान सभा, विधान परिषद क्षेत्र में प्रवेश पास आवश्यक है। इसके अलावा सुरक्षा कार्मिकों को निर्धारित समय पर अपने प्रतिनियुक्ति स्थलों पर उपस्थित रहने के भी निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों, कार्मिकों को त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। इस मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जीवन जीने की कला सिखाती है श्री रामकथा: स्वामी उमाकांतानंद

0

* शाश्वतम आश्रम शिलान्यास के उपलक्ष्य में हुआ, श्रीराम कथा का शुभारंभ

हरिद्वार (कुलभूषण) । श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं रामकथा मर्मज्ञ एवं कथा व्यास स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि जिस जगह श्रीराम कथा का आयोजन होता है वहां स्वयं हनुमान विराजमान रहकर भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं। प्रभु श्रीराम की कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। वास्तव में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने परिवार और समाज के प्रति समर्पित रहकर राष्ट्र को उन्नति की ओर अग्रसर करने में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित करना चाहिए।
गौरतलब है कि भारत माता पुरम स्थित शाश्वतम आश्रम में श्रीराम कथा का शुभारंभ रविवार को अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी एवं महामंडलेश्वर स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती ने सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलन कर किया। महामंडलेश्वर स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि हमें अपने बच्चों को संस्कार बनाकर धार्मिक आयोजनों में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि हमारी संस्कृति और धर्म का बोध उन्हें हो सके और हमारी परंपराओं का पालनभली-भांति हो सके। जिससे कि पाश्चात्य संस्कृति हमारे देश में हावी ना हो सके। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम जन-जन के आराध्य हैं और करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है।

इस मौके पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा के श्रवण से व्यक्ति में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। और प्रभु श्रीराम की पावन कथा व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार लगाती है। उन्होंने कहा कि कथा का महत्व बताते हुए कहा कि जिस प्रकार से प्रभु श्री राम ने अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने विवेक का परिचय देते हुए बुराई का अंत किया उसी प्रकार से हमें भी अपने भीतर के अहम का अंत कर प्रभु की भक्ति में लीन रहना चाहिए। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की कथा समस्त कष्टों का निवारण कर व्यक्ति को उन्नति की ओर अग्रसर करती है।

पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि सौभाग्यशाली व्यक्ति को ही कथा श्रवण का अवसर प्राप्त होता है। जन्म जन्मांतर के पापों का शमन कथा के माध्यम से हो जाता है ।और व्यक्ति प्रभु के शरणागत होकर अपने मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है। जयराम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती महाराज भारत सहित विदेशों में भी धर्म की पताका को फहरा रहे हैं जो संत समाज के लिए गौरव का विषय है। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ जितेंद्र सिंह, सुरेश रामवन, विमल कुमार, बेगराज सिंह, नवनीत कंसल, राकेश बुद्धेश्वर दीपक वैद्य आम आदमी पार्टी पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत राय, उपाध्यक्ष राकेश शर्मा, जिला अध्यक्ष गुलाब यादव रानीपुर विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद यादव, सचिव विनोद यादव सहित अन्य उपस्थित रहे।

 

गुरुकुल में आयोजित होगा छह दिवसीय तकनीकी शिक्षण कार्यक्रम

हरिद्वार (कुलभूषण), गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय में डाटा एनालिटिक्स विषय पर 1 सप्ताह की कार्यशाला का आयोजन दिनांक 13 से 18 मार्च 2023 के मध्य किया जा रहा है | इस छह दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ दिनांक 13 मार्च 2023 दिन सोमवार से होगा | यह कार्यशाला उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च संस्थान उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रदत्त अनुदान से आयोजित की जा रही है जिसको अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के अनुप्रयुक्त विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है | इस कार्यशाला में देश के विभिन्न संस्थानों से प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगे और डाटा एनालिटिक्स विषय की बारीकियों को सीखेंगे | कार्यशाला में मुख्यत: शोध छात्र, तकनीकी संस्थानों के शिक्षक एवं शोध संस्थानों से आए हुए शोधार्थी प्रतिभाग करेंगे | कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रथम दिन प्रोफेसर विवेक कुमार कुलपति क्वांटम विश्वविद्यालय, प्रोफेसर अनीता रावत अध्यक्ष उत्तराखंड स्टेट साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च संस्थान देहरादून से आमंत्रित हैं |
कार्यक्रम समन्वयक डॉ लोकेश जोशी ने कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा की कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, उद्योग के पेशेवरों और छात्रों को गणितीय उपकरणों का उपयोग करके डेटा एनालिटिक्स के नवीनतम रुझानों, चुनौतियों और अनुप्रयोगों पर चर्चा करने, सीखने और तलाशने के लिए एक मंच प्रदान करना है। प्रत्येक क्षेत्र में उत्पन्न होने वाले डेटा की बढ़ती मात्रा के साथ, ऐसे विशेषज्ञों की बढ़ती आवश्यकता है जो सूचित निर्णय लेने के लिए डेटा का कुशलतापूर्वक विश्लेषण और व्याख्या कर सकें। यह वर्कशॉप डेटा एनालिटिक्स और मैथमैटिकल टूल्स में प्रतिभागियों के कौशल को बढ़ाने में मदद करेगी।
कार्यशाला का उद्घाटन कार्यक्रम पहले दिन यानी 13 मार्च 2023 को सुबह 10:00 बजे होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सोमदेव सतांशु करेंगे. अन्य सम्मानित अतिथि जो इस अवसर की शोभा बढ़ाएंगे, उनमें उत्तराखंड स्टेट साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च संस्थान, देहरादून की निदेशक प्रोफेसर अनीता रावत अध्यक्ष एवं क्वांटम विश्वविद्यालय, रुड़की के कुलपति, प्रोफेसर विवेक कुमार शामिल हैं।
कार्यशाला में व्याख्यान, ट्यूटोरियल और हैंड्स-ऑन सत्र सहित छह दिनों के इंटरैक्टिव सत्र होंगे। विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रख्यात वक्ता मशीन लर्निंग, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन, प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स, सांख्यिकीय विश्लेषण और अनुकूलन तकनीकों जैसे विषयों पर व्याख्यान देंगे। प्रतिभागियों को R, Python, MATLAB और Data Science जैसे सॉफ्टवेयर टूल सीखने और उन पर काम करने का भी मौका मिलेगा।
विभागाध्यक्ष डॉ. एम एम तिवारी ने कहा विभाग के सभी सदस्य 13 से 18 मार्च 2023 तक आयोजित होने वाली डेटा एनालिटिक्स विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला की घोषणा करने के लिए उत्साहित हैं । यह कार्यशाला डेटा एनालिटिक्स और गणितीय टूल में प्रतिभागियों के कौशल को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। कार्यशाला विभिन्न संस्थानों के प्रसिद्ध वक्ताओं को एक साथ लाएगी जो मशीन लर्निंग, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन, प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स, स्टैटिस्टिकल एनालिसिस और ऑप्टिमाइज़ेशन तकनीकों पर अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को साझा करेंगे। प्रतिभागियों को आर, पायथन, MATLAB जैसे सॉफ्टवेयर टूल्स पर काम करने का अवसर भी मिलेगा।
संकाय अध्यक्ष डॉ. सुनील पँवार ने कहा एप्लाइड साइंस विभाग डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कार्यशाला शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, उद्योग के पेशेवरों और छात्रों के लिए चर्चा करने, सीखने और अन्वेषण करने के लिए एक मंच बनाने के हमारे कई प्रयासों में से एक है। हम अपने सम्मानित अतिथियों के आभारी हैं, जिनमें गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के कुलपति, डॉ. सोमदेव सतांशु और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं, जो कार्यशाला के उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। उनकी उपस्थिति प्रतिभागियों को डेटा एनालिटिक्स में अपने कौशल को सीखने और बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी।
कुलपति डॉ सोमदेव सुधांशु ने अनुप्रयुक्त विज्ञान विभाग को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डेटा एनालिटिक्स विषय पर आयोजित की जा रही राष्ट्रीय कार्यशाला डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इस कार्यशाला में देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिभागियों का स्वागत करने के लिए तत्पर हैं और आशा करते हैं कि वे इससे लाभान्वित होंगे। यह कार्यशाला डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में विशेषज्ञों के साथ सीखने और बातचीत करने का अनूठा अवसर प्रदान करेगी |

 

महिलाओं के सशक्तिकरण पर संवाद समय परिवर्तन के अनुसार एक प्रशंसनीय कार्य

हरिद्वार (कुलभूषण), महिलाओं का सशक्तिकरण होना समाज की उन्नति मे सहायक है। संस्कारित एवं सभ्य समाज के निर्माण के लिए महिलाओं मे आत्म-विश्वास पैदा करने की आवश्यकता है। गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग द्वारा साहसिक खेलो के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण विषय पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता पदमश्री एवं एवरेस्ट पर दो बार पर्वतारोहण करने वाली प्रथम महिला संतोष यादव ने संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव एवं महिला सशक्तिकरण वर्ष मनाये जाने के चलते यह आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय कुलपति प्रो0 सोमदेव शतान्शु ने कहॉ कि आर्य समाज ने सबसे पहले महिला को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाने की जरूरत महसूस की। महिलाओं के सशक्तिकरण मे शिक्षा का योगदान अभूतपूर्व है। गुरूकुल जैसी संस्था मे महिलाओं के सशक्तिकरण पर संवाद समय परिवर्तन के अनुसार एक प्रशंसनीय कार्य है। संकायाध्यक्ष प्रो0 सुरेन्द्र कुमार ने संवाद से महिला सशक्तिकरण पर चर्चा वर्तमान की जरूरत बताया। संवाद कार्यक्रम मे मोडरेटर की भूमिका डॉ0 शिवकुमार चौहान ने निभाई। उन्होने मुख्य वक्ता का संक्षिप्त परिचय के साथ महिला सशक्तिकरण से जुडे अनेक प्रश्न किये। मुख्य वक्ता पदमश्री संतोष यादव ने संवाद के माध्यम से समाधान प्रस्तुत करते हुये कहॉ कि महिलाये समाज की धुरी है। समाज रूपी पहिया धुमाने के लिए धुरी जरूरी है। श्रेष्ठ एवं सभ्य समाज की परिकल्पना का चिन्तन तभी पूर्ण होगा जब महिलाये स्वयं जीवन मे दृढ संकल्प शक्ति धारण करेगी। साहसिक खेल के साथ महिलाओं के जुडाव पर कहॉ कि साहस के निर्माण मे आचरण एवं संवेदना का होना बहुत जरूरी है। प्रकृति मे नारी को शक्ति स्वरूपा कहॉ है। नौकरी-पेशा से जुडी बहनों को अपनी संन्तान के पोषण एवं परिवार की भावनाओं को महत्व देने की जरूरत है। तभी शिव-शक्ति के अर्धनारीश्वर स्वरूप का महत्व समाज मे प्रतिष्ठित हो सकता है। संवाद मे अतिथियों का धन्यवाद प्रभारी, डॉ0 अजय मलिक द्वारा किया गया। संवाद कार्यक्रम का संयोजन विश्वविद्यालय की आई0आई0सी0 सैल के प्रमुख प्रो0 सत्येन्द्र राजपूत एवं उनकी टीम के माध्यम विश्वविद्यालय स्टूडियो मे सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम मे ऑन-लाईन माध्यम से भी अनेक शोधार्थी, शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।

जनसंपर्क के जरिए सरकार के सार्थक प्रयास आमजन तक बताए जा सकते हैं : पीआरएसआई

0

देहरादून, पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इण्डिया, देहरादून चैप्टर की बैठक रविवार को पैसिफिक होटल में अमित पोखरियाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि राज्यहित में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों को जनसम्पर्क के माध्यम से अधिक से अधिक लोगो तक पंहुचाने का कार्य किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सके। इससे पहले पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इण्डिया, भोपाल चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष स्व. पुष्पेन्द्र पाल की याद में दो मिनट का मौन रखा गया I पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती ने देहरादून चैप्टर द्वारा अभी तक की गई गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि जनसंपर्क के क्षेत्र में कार्य कर रहे अधिक से अधिक लोगों को पी आर एस आई से जोड़ा जाएगा |

चैप्टर के उपाध्यक्ष डॉ. अमरनाथ त्रिपाठी ने बताया कि 21 अप्रैल, 2023 को राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसमें पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की तरफ से अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छे कार्य करने वाले व्यक्तियों को चैप्टर की तरफ से सम्मानित किया जायेगा। जिसके लिये उपस्थित चैप्टर के सभी सदस्यों ने सहमति दी इसक के अलावा देहरादून चैप्टर के संयुक्त अध्यक्ष राकेश डोभाल पीआरएसआई देहरादून चैप्टर व कोषाध्यक्ष सुरेश भटट् ने भी अपने विचार बैठक में रखे।
इस अवसर पर इस अवसर पर महेश खंकरियाल, संजय पांडे, वैभव गोयाल, नीरज वशिष्ठ, अमन नैथानी, आलोक तोमर, आकाश शर्मा, पवन डोभाल, अनिल बोरा, पुष्कर नेगी, गौरव कुमार, आदेश, डॉ. जितेन्द्र सिन्हा, सुशील, विमल डबराल एवं विशाल भारती आदि लोग उपस्थित थे।

खास खबर: यूजेवीएनएल की डाकपत्थर से लेकर कुल्हाल तक की जमीन होगी अवैध कब्जों से मुक्त, पांच सौ से अधिक परिवारों को सताने लगा डर

0

 

बस्तियों में अनाउंसमेंट करवा कर 11 मार्च तक अवैध कब्जे खाली करने की दी थी चेतावनी

(अनिल कुमार गुरु)

विकासनगर (दे.दून), देश भर से कब्जाधारियों के नाम पर गरीब व मेहनतकश लोगों के आशियानों पर बुलडोजर चलने की खबरों के बाद अब प्रदेश में भी बुलडोजर की आहट से लोग सहमें हुए हैं। जिसके चलते जहां एक ओर हल्द्वानी के वनभुलपुरा के करीब चार हजार से अधिक परिवारों के आशियानों पर बुलडोजर चलना तय है, वहीं अब देहरादून के विकासनगर में यूजेवीएनएल की सैकड़ों बीघा जमीन पर सालों से कब्जा जमाये बैठे करीब पांच सौ से अधिक परिवारों को भी सर से छत छीनने का डर सताने लगा है
मामला देहरादून जनपद के तहसील विकासनगर का है, जहां जल विद्युत परियोजना का डाकपत्थर से लेकर कुल्हाल तक का क्षेत्र अवैध कब्जों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहा है। दरअसल आपको बता दें कि डाकपत्थर, ढकरानी, कुल्हाल यह वो गांव हैं जिसके बीच से जल विद्युत परियोजनाओं के लिए बनाई गई शक्ति नहर होकर गुजरती है। जिसके दोनों ओर संबंधित विभागों की खाली और ढांगनुमा सैकड़ों बीघा भूमि पर साल दर साल लगातार अवैध कब्जे होते रहे, लेकिन संबंधित विभाग कुंभकर्णी नींद सोते रहे। वहीं अगर सूत्रों की मानें तो संबंधित विभागों के कुछ कर्मियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संरक्षण और मिली भगत के चलते इन जगह बस्तियां फलती फूलती रही।
बताया जा रहा है कि अस्सी के दशक में जहां पहले चंद कच्चे व झोपड़ीनुमा मकान हुआ करते थे, वहीं अब मौजूदा समय में यहां पर सैकड़ों सैकड़ों पक्के मकान और कई दुकानें तामिर हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर अब अवैध कब्जों को लेकर न्यायालय के आदेशों और कई बार कब्जाधारियों को विभाग द्वारा जगह को खाली किए जाने के नोटिसों के बाद विभाग ने प्रशासन के साथ मिलकर इन कब्जाधारियों के खिलाफ सख्त रूख अपनाते हुए इन कब्जों को हटाने की पूरी तैयारी कर ली है। जिसके चलते बकायदा इन बस्तियों में अनाउंसमेंट करवा कर 11 मार्च तक अवैध कब्जे खाली करने की चेतावनी दी है, जिसकी मियाद खत्म हो गयी। जिससे इन कब्जाधारियों के साथ ही अतिक्रमण की जद में आ रहे ग्रामीणों में अपने सर से छत छीने जाने का डर सताने लगा है। जिसको लेकर इन लोगों का कहना है कि वह लोग सालों से मेहनत मजदूरी करके यहां रहते आ रहे हैं, जिसमें तो कई परिवार तो यहां तीसरी चौथी पीढ़ी से यहां रह रहे हैं। जिसके लिए उन्हें बाकायदा बिजली पानी के कनेक्शन भी मिले और अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ भी। इतना ही नहीं इन लोगों का कहना है कि इस जमीन पर बसे कई परिवारों को इंदिरा आवास और प्रधानमंत्री आवास योजना से घर भी बनाकर दिये गये और वोट बैंक के नाम पर उनका इस्तेमाल होता रहा। अब ऐसे में विभाग उन्हें उजाड़ने जा रहा है, जिससे उनके सर से छत छीन जाने के बाद उनका और उनके परिवार का कोई ठोर ठिकाना नहीं होगा, तो वह लोग कहां जायेंगे और कैसे गुजर बसर करेंगे।
बहरहाल अब देखना यह होगा कि वोट की खातिर इनके दर पर जाने वाले जनप्रतिनिधि इन वेबश और गरीब लोगों की कोई सुध लेते भी है या नहीं। बड़ा सवाल यह भी कि इन गरीब व मजलूम लोगों पर कार्रवाई के बाद इन बस्तियों को बसाने में शामिल जनप्रतिनिधियों और विभागीय कर्मचारियों पर भी कोई कार्रवाई हो पाती है या नहीं।

गमगीन माहौल के बीच शहीद कुलदीप सिंह भंडारी को दी गई अंतिम विदाई

0

(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- आसाम राइफल में तैनात फलई गॉव निवासी
शहीद कुलदीप सिंह भंडारी को आज सैकड़ो नम आंखो के बीच पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद को अंतिम विदाई देने सैकड़ो की संख्या में लोग उनके पैतृक घाट पहुंचे। भारत माता की जय, शहीद कुलदीप सिंह अमर रहे के नारों के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।
आज प्रातः लगभग 6 बजे सेना की टुकड़ी शहीद के शव को लेकर उनके पैतृक गांव फलई पहुँची। तिरंगे में लिपटा शहीद का शव जैसे ही उनके घर पंहुचा वहां उपस्थित लोगों की आंखे भर आई। वेटे के शव को देख शहीद की 80 वर्षीय माँ शिवदेई देवी फफक-फफक कर रो पड़ी। शहीद की 37 वर्षीय पत्नी रजनी बेसुध हो गई। पिता के शरीर पर बिलखते अबोध बच्चों को इस घटना ने झकझोर कर रख दिया।
“वंदे मातरम”, “भारत माता” की जय” और “शहीद कुलदीप अमर रहे” के नारों के बीच तिरंगे से लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को विजयनगर स्थित पैतृक घाट ले जाया गया। फलई गांव स्थित उनके घर से उनकी पार्थिव देह को सेना की गाड़ी में यहां लाया गया था। अंतिम संस्कार से पहले, शहीद के पार्थिव शरीर पर भारतीय सेना, ग्रेनिडियर और असम राइफल की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की गई। जवानों ने तीन राउंड फायरिंग कर शहीद को श्रद्धाजंली दी गई। प्रशासन की ओर से प्रतिनिधि के रुप में उपस्थित राजस्व उपनिरीक्षक भरत सिंह बर्त्वाल ने श्रद्धाजंलि अर्पित की गई। शहीद के 15 वर्षीय पुत्र आयुष ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी।
बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले के विकास खण्ड अगस्त्यमुनि के फलई गांव निवासी कुलदीप सिंह भंडारी शुक्रवार सुबह ऑपरेशन ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। शनिवार को उनका पार्थिव शरीर शिलांग असाम से शाम को जोलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचा। जहाँ से उनके पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से उनके घर लाया गया।
असम राइफल से आए जवान दिनेश सिंह, मनोज सिंह और महावीर सिंह द्वारा शहीद के पुत्र आयुष को तिरंगा सौंपा गयि व दो मिनट का मौन धारण कर शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।