Friday, May 16, 2025
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सनकी दामाद ने की सास को जान से मारने की कोशिश, हरकत सुन परिवार समेत आसपास के लोग हुए हैरान

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देहरादून, सनकी दामाद की हरकत ने परिवार सहित आसपास के लोगों को भी हिला कर रख दिया। दामाद सास को बहाने से बुलाकर अपने घर ले गया। दामाद ने सास के मुंह में कपड़ा ठूंस कर उसे लोहे की रॉड से पीटा और गले में रस्सी डालकर दम घोंटने का प्रयास किया। सास किसी तरह मौके से अपनी जान बचाकर भागी। पुलिस ने ससुर की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पशुलोक विस्थापित की गली नंबर 9 निवासी प्रभुनाथ में पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनका दामाद ओमप्रकाश पशुलोक विस्थापित की गली नंबर 2 में रहता है। बताया कि दोपहर में दामाद उनकी दुकान पर आया। उसने बताया कि उनकी बेटी (आरोपी की पत्नी) जीने से नीचे गिर गई है, उसको अस्पताल लेकर जाना है। प्रभुदयाल ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी मुन्नी देवी को दामाद के साथ भेजा और स्वयं दुकान बंद करने लगे। बताया कि रास्ते में उनकी पत्नी बदहवास और खून से लथपथ मिली। पत्नी ने बताया कि दामाद उन्हें झूठ बोलकर अपने घर ले गया।

सास ने कहा कि दामाद ने उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद उसने पहले उन्हें लोहे की रॉड से पीटा और फिर दीवार पर सिर पटक पटक कर मारने लगा। उसने गले में रस्सी डालकर खींचकर उनको मारने का प्रयास किया। किसी तरह से वह मौके से अपनी जान बचाकर भागी। कोतवाली प्रभारी खुशीराम पांडेय ने बताया कि सास ने दामाद को सनकी किस्म का व्यक्ति बताया है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि संपत्ति को लेकर भी विवाद की बात सामने आ रही है। बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि जल्दी आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।

चारधाम यात्रा शुरु होने में महेज 17 दिन शेष, यात्रा मार्ग पर पूरी तैयारियां को लेकर जिला प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती

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देहरादून, चारधाम यात्रा शुरू होने में सिर्फ 17 दिन शेष बचे हैं और जबकि मार्ग पर तैयारियां अभी आधा-अधूरी हैं। मंगलवार को उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने उत्तरकाशी से गंगोत्री तक यात्रा मार्ग पर यात्रा तैयारियों का जायजा लिया। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए यात्रा से जुड़े निर्माण विभागों को आधारभूत सुविधाओं के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। भले ही यात्रा से जुड़े विभागों की काम करने की गति बेहद ही धीमी है और 22 अप्रैल से पहले यात्रा तैयारियों को दुरुस्त करना जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।

जिलाधिकारी ने इन अधूरे कार्यों को पूरा करने का दिया है निर्देश

पायलट बाबा आश्रम के पास निर्मित शौचालय में पानी संयोजन नहीं है।

गंगोत्री हाईवे पर कई स्थानों पर निर्माण सामग्री बिखरी हुई है।

चड़ेथी में स्थित सार्वजनिक शौचालय में पानी सुचारू नहीं है।

सार्वजनिक शौचालयों में साइनेज एवं बोर्ड नहीं।

हेल्गुगाड़ के पास सड़क पर मलबा पड़ा है।

कई स्थानों पर क्रैश बैरियर व चेतावनी बोर्ड नहीं।

गंगनानी में गर्मकुंड के पास महिला चेंजिंग रूम एवं शौचालय निर्माण अधूरा है।

गर्मकुंड के पास व्यूप्वाइंट का निर्माण अधूरा

सुक्की टाप में स्थापित वाटर एटीएम मशीन से नहीं मिल रहा गर्म पानी

हर्षिल हेलीपैड से आगे निर्मित सार्वजनिक शौचालय का निर्माण अधूरा है।

लंका के पास सड़क मार्ग पर बोल्डर पड़ा है।

गंगोत्री में प्रवेश द्वार का कार्य अधूरा है।

गंगोत्री में घाट किनारे चेंजिंग रूम का कार्य अधूरा

जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने गंगोत्री मंदिर समिति एवं तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक कर यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। मंदिर समिति ने नगर पंचायत को समय रहते अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती करने एवं यात्रा के दौरान व्हीलचेयर एवं वाहन पार्किंग के रेट तय करने की मांग की गई। इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत को जल्द व्हीलचेयर और पार्किंग की दर निर्धारित करने के निर्देश दिए। यात्रा के दौरान पेयजल की आपूर्ति सुचारू रखे जाने को लेकर जिलाधिकारी ने गंगोत्री बाजार में अतिरिक्त वाटर एटीएम स्थापित करने के निर्देश जल संस्थान को दिए।

राज्य आन्दोलनकारियों के संकल्प एवं सपनों का उत्तराखण्ड बनाना हमारा लक्ष्य-मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों के संकल्पों एवं सपनों का उत्तराखण्ड़ बनाने में हम विकल्प रहित संकल्प के साथ तत्परता से कार्य करे रहे है। हम सभी को राज्य के विकास के प्रति प्रतिबद्धता से कार्य करने भाव भी जगाना होगा।

राज्य आन्दोलनकारियों के सहयोग से प्रदेश को संवारने का काम किया जायेगा। राज्य निर्माण में राज्य आन्दोलनकारियों के संघर्ष को प्रदेशवासी सदैव याद रखेंगे।

बुधवार को सांय मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सवेक सदन में बडी संख्या में आए उत्तराखण्ड़ राज्य निर्माण चिन्हित आन्दोलनकारी मंच के सदस्यों द्वारा राज्य आन्दोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण एवं महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण पुनः बहाल करने हेतु मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने राज्य आन्दोलनकारियों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को सौंपा। मुख्यमंत्री ने ज्ञापन का परीक्षण कर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य निर्माण आन्दोलन के वे भी साक्षी रहे है। खटीमा के जन आन्दोलन को उन्होंने स्वयं देखा है। जहां पर 07 लोगों ने अपनी शहादत दी थी। मसूरी, रामपुर तिराहा के शहीद स्थलों पर वे स्वयं जाकर शहीदों को नमन करते है। खटीमा में भव्य शहीद स्मारक के निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य आन्दोलनकारियों के हित में अनेक निर्णय लिये गये है। हमारा प्रयास है कि उन्हें जो भी अनुमन्य सुविधायें है, वह प्राप्त हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं के लिए समर्पित सरकार है। हमने भर्ती माफिया के खिलाफ सख्त कार्यवाही की है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वाले 90 से ज्यादा लोगों को जेल में डाला है। हमारे युवाओं के साथ कोई धोखा करने की सोचे भी नहीं, इसके लिये हमने देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया है। पूरी पारदर्शिता और समयबद्धता से परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। तीन परीक्षाओं का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है जिसमें लाखों युवा सम्मिलित हुए है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने चुनावों से पहले समान नागरिक संहिता का वायदा किया था और जनता जनार्दन से हमें भरपूर आशीर्वाद भी मिला। समान नागरिक संहिता के लिये गठित समिति जनप्रतिनिधियों, विभिन्न संगठनों, संस्थाओं, आमजन आदि से सुझाव लेकर ड्राफ्ट तैयार कर रही है। जबरन या प्रलोभन से धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने के लिये हमारी सरकार ने उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक पारित किया है। इसके मायने यह हुए कि प्रदेश में अब मतांतरण कराने वालों पर रोक लगेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश की बहनें बहुत ही कठिन परिस्थितियों में काम करती हैं। हमने प्रदेश में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था कानून बना कर एक बार फिर से लागू की है। पिछले वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई हैं। प्रधानमंत्री जी स्वयं केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों तथा बदरीनाथ धाम के विकास कार्यों का अनुश्रवण कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास किया है। सौंग बांध एवं जमरानी बांध परियोजना के लिये भी सहमति मिली है, इससे देहरादून व हल्द्वानी की पेयजल समस्या का समाधान होगा। श्री केदारनाथ का पुनर्निर्माण, श्री बदरीनाथ धाम के पुनर्विकास की योजना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन, नेतृत्व एवं संकल्प का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष 50 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किये। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की दिशा में आगे बढ़ते हुए केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम की तर्ज पर कुमाऊ के पौराणिक और प्राचीन मंदिरों के विकास के लिय हम मानसखण्ड मंदिर माला मिशन पर काम कर रहे हैं। इस वर्ष अभी तक 08 लाख से अधिक लोग चारधाम यात्रा का पंजीकरण करा चुके है। हमारा प्रयास यात्रा में आने वालों की सुगम यात्रा का है।

उन्होंने कहा कि अपनी माताओं और बहनों के सशक्तिकरण के लिये हमने ‘मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना’ की शुरुआत की। इसके तहत हमने वर्ष 2025 तक महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 1.25 लाख बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष राज्य को जोशीमठ भू धंसाव जैसी प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा। लेकिन स्थानीय लोगों के सहयोग से सरकार द्वारा कुशल प्रबंधन तथा त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों को सुनिश्चित करते हुए किसी प्रकार की जीवन हानि नहीं होने दी गई। इस कार्य में केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग राज्य सरकार को मिला। प्रभावितों को सही समय पर राहत शिविरों में विस्थापित किया गया। राज्य सरकार तथा प्रशासन विस्थापितों के साथ हर कदम में साथ खड़ा रहा। जोशीमठ का कुछ क्षेत्र ही आपदा प्रभावित है। हमें इस दिशा में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढना है। हमारा प्रदेश पूर्णतः सुरक्षित है, यह संदेश देश व दुनिया में पहुंचाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का नम्बर एक राज्य बनाने के लिये हम विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण हमारा लक्ष्य भी है और विश्वास भी।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य निर्माण चिन्हित आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह भण्डारी, महासचिव श्रीमती वीरा भण्डारी एवं श्री कंचन चन्दोला, श्री पुलम सिंह पंवार, श्री विजय बहादुर रावत एवं श्री आलेन्द्र सिंह भण्डारी सहित बडी संख्या में राज्य आन्दोलनकारी आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर आयोजित विभिन्न विभागों की सोशल मीडिया कार्यशाला संपन्न

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उच्चस्तर पर प्रति तीन माह में होगी विभागों की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग*

 

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में बुधवार को “रोल ऑफ़ सोशल मीडिया इन गुड गवर्नेंस” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में प्रदेश के 50 से अधिक विभागों व राज्य सरकार उपक्रमों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।

इस कार्यशाला के दौरान विभिन्न विभागों से सोशल मीडिया पर टॉप 3 मोस्ट एक्टिव विभागों को सम्मानित किया गया। जिसमें श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति, स्मार्ट सिटी देहरादून और होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा विभाग को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में यह अवगत कराया गया कि विभिन्न विभागों की सोशल मीडिया सम्बन्धी गतिविधियों की हर तीन माह में समीक्षा की जाएगी।

कार्यशाला में विभिन्न विभागों के सोशल मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का संतोषपूर्ण समाधान किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री सोशल मीडिया टीम द्वारा विभिन्न विभागों की वेबसाइट को और आकर्षक और बेहतर बनाने हेतु महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई। कार्यशाला में विभागों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अधिक से अधिक रेस्पॉन्सिव, इंफॉर्मेटिव बनाए जाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई।

कार्यशाला में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के सरलीकरण समाधान निस्तारण के संकल्प को सोशल मीडिया के जरिए कैसे लागू कर सकते हैं इस विषय में भी जानकारी दी गई। साथ ही विशेषज्ञों द्वारा विभागों को उनसे संबंधित जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग करने के भी महत्वपूर्ण टूल एंड टैक्टीस बताई गई। इसके अतरिक्त सोशल मीडिया की सुशासन में भूमिका पर विस्तृत व्याख्यान दिया गया।

कार्यशाला में मुख्यमंत्री कार्यलय के प्रतिनिधि, कार्यशाला के नोडल सूचना विभाग समेत सभी विभागों के 150 से अधिक सोशल मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

सूबे में 166 मेडिकल फैकल्टी की भर्ती शीघ्र : डॉ. धन सिंह रावत

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मेडिकल कॉलेजों में नियुक्त होंगे प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर

विभागीय अधिकारियों को दिये शीघ्र अधियाचन भेजने के निर्देश

देहरादून,, सूबे में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित राजकीय मेडिकल कॉलेजों में शीघ्र ही प्रोफेसर एवं एसोसिएट प्रोफेसरों के 166 रिक्त पदों पर नियमित नियुक्ति की जायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को शीघ्र प्रक्रिया शुरू कर अधियाचन उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को भेजने के निर्देश दे दिये गये हैं।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों में संकाय सदस्यों की कमी को शीघ्र दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में जल्द ही 166 संकाय सदस्यों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। जिसमें प्रोफेसर के 60 पद जबकि एसोसिएट प्रोफेसर के 106 पद शामिल हैं। डा. रावत ने कहा कि इन पदों को सीधी भर्ती के माध्यम से भरा जायेगा, इसके लिये विभागीय अधिकारियों को भर्ती प्रक्रिया शुरू कर उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को शीघ्र अधियाचन भेजने के ठोस निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि आयोग से चयनित होने के उपंरात मेडिकल संकाय सदस्यों को सूबे के विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजों श्रीनगर, देहरादून, अल्मोड़ा, हल्द्वानी और रूद्रपुर में तैनाती दी जायेगी। इससे जहां एक ओर मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की कमी दूर होगी वहीं दूसरी ओर यहां आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा। साथ ही राजकीय मेडिकल कॉलेजों में नेशनल मेडिकल कमिशन (एन.एम.सी.) के मानकों के अनुरूप पर्याप्त फैकल्टी उपलब्ध हो सकेगी जिससे कॉलेजों में पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से चल सकेगा। डा. रावत ने बताया कि इससे पहले चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में सूबे के मेडिकल कॉलेजों में विभिन्न संकायों के 171 असिस्टेंट प्रोफेसरों को नियमित नियुक्ति प्रदान की गई थी।

गढ़वाली, कुमाउनी व जौनसारी तथा हिन्दी भाषा में 4 नवोदित उदयीमान लेखकों को प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाएगा- सीएम धामी

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2023-24 में राज्य सरकार की ओर से प्रथम बार लोक भाषाओं व लोक साहित्य में कुमाउनी, गढ़वाली, अन्य उत्तराखण्ड की बोलियों व उपबोलियों तथा हिन्दी पंजाबी एवं उर्दू में दीर्घकालीन उत्कृष्ट साहित्य सृजन व अनवरत साहित्य सेवा के लिए प्रतिवर्ष उत्तराखण्ड साहित्य गौरव सम्मान प्रदान करने घोषणा की

हमारी लोक भाषाएं- बोलियाँ हमारी पहचान व गौरव- मुख्यमंत्री

वर्ष 2014 के बाद पहली बार मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड भाषा संस्थान की बैठक हुई

देहरादून। वर्ष 2014 के बाद बुधवार को सचिवालय में पहली बार मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड भाषा संस्थान की बैठक हुई। संस्थान की प्रबन्ध कार्यकारिणी एव साधारण सभा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2023-24 में राज्य सरकार की ओर से प्रथम बार लोक भाषाओं व लोक साहित्य में कुमाउनी, गढ़वाली, अन्य उत्तराखण्ड की बोलियों व उपबोलियों, पंजाबी एवं उर्दू में दीर्घकालीन उत्कृष्ट साहित्य सृजन व अनवरत साहित्य सेवा तथा हिन्दी में उत्कृष्ट महाकाव्य/खण्डकाव्य रचना, काव्य रचना कथा साहित्य व अन्य गद्य विधाओं के लिए प्रतिवर्ष उत्तराखण्ड साहित्य गौरव सम्मान प्रदान करने घोषणा की। इसके साथ ही गढ़वाली, कुमाउनी व जौनसारी तीन लोक भाषाओं तथा हिन्दी भाषा में 4 नवोदित उदयीमान लेखकों को प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाएगा। आगामी मई माह में भव्य समारोह आयोजित कर उत्कृष्ट साहित्यकारों को उक्त पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री धामी ने उत्तराखण्ड के ऐसे रचनाकारों, जो अर्थाभाव के कारण अपनी पुस्तकों का प्रकाशन नही करा पाते हैं, उन्हें उत्तराखण्ड भाषा संस्थान द्वारा आर्थिक सहायता के रूप में आंशिक अनुदान दिए जाने के प्रस्ताव पर भी स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री श्री धामी ने राज्य के प्रत्येक जनपद में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय भाषा सम्मेलन आयोजन करने के निर्देश भी दिए। यह भाषा संस्थान की एक बहुआयामी योजना होगी जिसमें शोध पत्रों का वाचन, भाषा संबंधी विचार विनिमय, साहित्यिक शोभा यात्रा, लोक भाषा सम्मेलन आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के प्रत्येक जनपद के 01 प्राथमिक विद्यालय में डिजिटल/ई पुस्तकालय स्थापित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में राज्य में नेशनल बुक ट्रस्ट के साथ मिलकर पुस्तक मेले का आयोजन तथा पुस्तक मेले में साहित्यिक संगोष्ठियों के आयोजन पर भी स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही राज्यभर में सुविख्यात लेखकों की व्यखानमालाएं आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि हमारी लोक भाषाएं एवं बोलियां हमारी पहचान और गौरव है। राज्य सरकार स्थानीय भाषाओं, बोलियों व संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए निरन्तर प्रयासरत है।

बैठक में उत्तराखण्ड भाषा संस्थान द्वारा साहित्यिक एवं शोध पत्रिकाओं के प्रकाशन पर भी सहमति बनी। इसके साथ ही लोक भाषाओं के मानकीकरण हेतु कार्यशालाओं व प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन हेतु भी स्वीकृति दी गई। सम्बन्धित अधिकारियों ने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न क्षेत्रों में गढ़वाली, कुमाउनी व जौनसारी बोलियो को बोलने वाले व लिखने वाले अलग-अलग हैं, जिनके लेखन में शब्दों का औच्चारणिक विभेद है। गढ़वाली एवं कुमाउनी बोली भाषा के औच्चारणिक एवं वर्तनी के मानकीकरण की अत्यंत आवश्यकता है। यह शिविर गढ़वाल एवं कुमाउं मण्डल में आयोजित किए जाएंगे। उत्तराखण्ड भाषा संस्थान द्वारा उत्तराखण्ड में जनपद तथा राज्य स्तरीय भाषायी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

बैठक में भाषामंत्री श्री सुबोध उनियाल, सचिव श्री विनोद प्रसाद रतूड़ी, अपर सचिव एवं निदेशक उत्तराखण्ड भाषा संस्थान श्रीमती स्वाति भदौरिया, सदस्य डा0 सुलेखा डंगवाल, प्रो0 दिनेश चन्द्र शास्त्री, डॉ सुधा पाण्डेय, डॉ हरिसुमन बिष्ट, प्रो. देव पोखरिया एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।

उत्तराखंड पुलिस के ऐप “गौरा शक्ति” में महिलाएं और लड़कियां करें शिकायत दर्ज: संजीत कुमार

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देहरादून। बिपिन नौटियाल। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत  देहरादून महिला इकाई की मासिक बैठक संपन्न हुई। बैठक में मुख्य अतिथि उत्तराखंड पुलिस के वरिष्ठ उप निरीक्षक एवं आईएसबीटी पुलिस चौकी प्रभारी संजीत कुमार ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस के ऐप गौरा शक्ति में महिलाएं और लड़कियां अपना रजिस्ट्रेशन कराएं और अपनी बातें खुलकर कहें। उन्होंने कहा कि गौरा शक्ति ऐप में कामकाजी, घरेलू महिलाएं या फिर स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं अपना रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं। अगर किसी भी महिला या फिर बालिका की शिकायत आती है, तो उसे गोपनीय रखा जाता है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं से संबंधित समस्याओं एवं उत्पीड़न जैसी शिकायतों का तत्काल निस्तारण करने हेतु गौरा शक्ति उत्तराखंड ऐप के बारे में जानकारी एवं रजिस्ट्रेशन कराने के लिए जागरूक किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बढ़ रहे साइबर अपराधों के संबंध में जानकारी एवं जागरूकता होनी जरूरी है। मंगलवार को चौकी प्रभारी आईएसबीटी वरिष्ठ उप निरीक्षक संजीव कुमार ने बताया की आप अपना पिन व ओटीपी नंबर किसी से शेयर न करें। उन्होंने वर्तमान समय में नये-नये तरीको से हो रहें साईबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए उनसे बचने के तरीकों, मादक पदार्थों/ ड्रग्स से बचाव, महिला संबंधी अपराधों, महिलाओं की सुरक्षा हेतु बनाए गए विभिन्न कानूनों के बारें में जागरूक किया। उन्होंने पुलिस सहायता नं 112, 1090, साइबर सहायता नंबर 1930 तथा उत्तराखंड पुलिस द्वारा बनाये गये गौरा शक्ति एप, पब्लिक आई एप तथा ट्रैफिक आई एप के बारें मे जानकारियां दी। वहीं युवाओं में बढ़ रहे नशे की प्रवृत्ति और युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के बारे में भी जागरूक किया गया। आयोजित बैठक में पर्यावरण महिला जागरण, संगठन का तहसील स्तर तक विस्तार व महिला इकाइयों का अलग से गठन और ग्राहक जागरण अभियान, स्वर्ण जयंती वर्ष के कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई। प्रांतीय महिला जागरण प्रमुख ने ग्राहक पंचायत द्वारा  किये जा रहे कार्यो का विवरण देते हुए बताया कि किसी भी अर्थव्यवस्था में ग्राहक की भूमिका एक राजा की तरह होती है किंतु  यहां ग्राहक का शोषण कई तरह से किया जा रहा है। संगठन का मुख्य उद्देश्य संगठित ग्राहक शक्ति खड़ी कर शोषण मुक्त समाज की रचना करना है।  जनपद में अब तक किये गए कार्यो की समीक्षा की गई और आगे विस्तार हेतु कार्ययोजना भी बनाई गई। आयोजित बैठक में उत्तराखंड महिला जागरण प्रमुख, प्रीती शुक्ला वरिष्ठ उप निरीक्षक संजीव कुमार चौकी प्रभारी आईएसबीटी, हितेश चौकी आईएसबीटी थाना पटेल नगर, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत टिहरी गढ़वाल संयोजक माधव जोशी, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत देहरादून महिला इकाई अध्यक्ष उषा सैनी, जिला उपाध्यक्ष सोनी जोशी मंजू बिटोला, सीमा यादव, उर्मिला रावत ,आशा रोथान पूनम रावत, मनीषा कश्यप, सोनी, मिथलेश सागर मालती दांनू व  स्थानीय बहने उपस्थित रहीं।

साईं बाबा पर बयान को लेकर फंसे बागेश्वर धाम सरकार, मुंबई में शिकायत दर्ज, एफआईआर की मांग

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मुंबई, बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री मुश्किल में फंसते नजर आ रहे है। उनके खिलाफ मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत की गई है। बताया जा रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री ने शिरडी के साईं बाबा पर बयान दिया था। इसी मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है। यह शिकायत उद्धव बालासाहेब ठाकरे की युवा सेना की तरफ से दी गई है।

बागेश्वर बाबा द्वारा शिरडी साईं बाबा के पर बयान सामने आने के बाद उद्धव बालासाहेब ठाकरे की युवा सेना के लोगों ने मुंबई में बांद्रा पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दी है। बागेश्वर बाबा पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है। युवा सेना के लोगों ने कहा कि बागेश्वर बाबा शिरडी साईं बाबा के भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कुछ दिन पूर्व साईं बाबा को लेकर बड़ा बयान दिया था। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि साईं बाबा कोई भगवान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि साईं बाबा संत और फकीर हो सकते हैं। लेकिन भगवान नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म में शंकराचार्य का सबसे बड़ा स्थान है। उन्होंने साईं बाबा को देवताओं का स्थान नहीं दिया है। उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा था कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता।

बता दें कि बागेश्वर बाबा उर्फ पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा एमपी के जबलपुर में 25 मार्च से 31 मार्च तक आयोजित की गई थी। इस दौरान चर्चा करते हुए उन्होंने साईं बाबा को लेकर कई बातें कही थीं। उन्होंने कहा था कि हमारे सर्वोच्च गुरु शंकराचार्य ने कभी भी साईं बाबा को देवता का स्थान नहीं दिया था। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि शंकराचार्य हिंदू धर्म के प्रधानमंत्री हैं। इसलिए हर सनातनी को उनकी बात मानना बहुत जरूरी है।

इसके अलावा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि साईं बाबा को लेकर जिन लोगों की आस्था है, मैं उनकी आस्था को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता हूं। उन्होंने आगे कहा था कि संत हमारे चाहे धर्म के हों या फिर तुलसीदास और सूरदास ही क्यों नहीं हों, ये लोग महान हो सकते हैं, योगपुरुष हो सकते हैं। लेकिन कोई भी भगवान नहीं हो सकता है।

ट्विटर से गायब हुई ‘चिड़िया’, आधी रात को एलन मस्क ने बदल दिया ट्विटर का लोगो

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नई दिल्ली, एलन मस्क ने ट्विटर के लोगो को बदल दिया है। अब तक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का लोगो ब्लू बर्ड (चिड़िया) होती थी। अब इसे बदल कर डॉग कर दिया गया है। आज भारतीय समयानुसार देर रात मस्क ने ट्वीट कर कहा कि मैने अपना वादा निभा दिया है।

दरअसल, ट्विटर पर मस्क से एक चेयरमैन नाम के यूजर ने पूछा था कि मैं ट्विटर खरीदना चाहता हूं और उसका लोगो Doge की तरह कर देना चाहता हूं। उस वक्त तो एलन मस्क ने उसका जवाब हँसते हुए दिया था। लेकिन आज रात करीब 1 बजे उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैंने अपना वादा निभा दिया है।

ट्विटर के चेंज हुए लोगो को लेकर यूजर्स अलग-अलग तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। कुछ यूज़र्स काफी कन्फ्यूज़ हैं कि ये आखिर क्या है और क्यों है, और कुछ लोग इसे सिर्फ प्रैंक ही समझ रहे हैं। कुछ यूज़र ये भी कह रहे हैं कि ऐसा तो नहीं कि ट्विटर को हैक कर लिया गया है।

कंपनी ने जब से सब्सक्रिप्शन पॉलिसी की शुरुआत की है। वह पैसा देकर ब्लू बैज पाने वाले यूजर्स के आईडी को सब्सक्राइब किया हुआ बता रही थी और बिना पैसा दिए पहले से वेरिफाइड यूजर्स के आईडी पर लिगेसी अकाउंट लिख कर आ रहा था। अब दोनों तरह के आईडी पर एक ही जानकारी आ रही है।

अब जब आप ब्लू बैज पर क्लिक करते हैं तो आपको लिखा हुआ मिलता है कि यह अकाउंट या तो सब्सक्राइब किया गया है या फिर लिगेसी अकाउंट है। नीचे दिए स्क्रीनशॉट से आप समझ सकते हैं। हमने आपको समझाने के लिए दो अकाउंट का स्क्रीनशॉट नीचे लगाया है। एक पहले से वेरिफायड है तो वहीं दूसरा सब्सक्राइब किया हुआ है।

प्रदेश के आठ जिलों में 122 करोड़ रुपये की लागत से 32 पार्किंग बनेंगी, पहली किस्त के रूप में 77 करोड़ जारी

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देहरादून, प्रदेश के आठ जिलों में 122 करोड़ रुपये की लागत से 32 पार्किंग बनेंगी। इसके लिए पहली किस्त के तौर पर 77 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं। इन पार्किंग पर 7,190 वाहन पार्क हो सकेंगे। शहरी आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया, इस बार पार्किंग के लिए राज्य के बजट में 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बताया कि कैम्प्टी, गंगोत्री और लक्ष्मणझूला में राज्य की पहली तीन पार्किंग बनने जा रही हैं, जिनकी डीपीआर नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएचआईडीसीएल) तैयार कर रहा है।

विधानसभा स्थित कक्ष में मीडिया से बातचीत में कैबिनेट मंत्री ने बताया, इन 32 पार्किंग में से 18 मल्टी लेवल पार्किंग हैं और 14 सरफेस पार्किंग हैं। दो साल में इन्हें तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, 11 पार्किंग के निर्माण की डीपीआर को 3.45 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।

इनमें चमोली में एक, पौड़ी में एक, पिथौरागढ़ में दो, टिहरी में एक, उत्तरकाशी में तीन, रुद्रप्रयाग में एक, बागेश्वर में दो हैं। प्रदेश में तीन जगहों कैम्प्टी, गंगोत्री के गंगनानी और ऋषिकेश के लक्ष्मणझूला में टनल पार्किंग बनाई जा रही हैं। कैम्प्टी की डीपीआर के लिए 42 लाख, गंगनानी के लिए 77 लाख और लक्ष्मणझूला के लिए 30 लाख जारी किए गए हैं। टनल पार्किंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल करेगा।
हरिद्वार में चारधाम यात्रा और कुंभ के मद्देनजर वाहन पार्किंग की सख्त जरूरत है। इस हिसाब से पांच मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने का प्रस्ताव एनएचआईडीसीएल ने दिया है। प्रस्ताव अभी शासन स्तर पर है, जिस पर कैबिनेट में मुहर लगेगी। वहीं, सरकार ने यूजेवीएनएल, आरवीएनएल और टीएचडीसी को भी पार्किंग की संभावित जगहों की तलाश करने के निर्देश दिए हैं।

 

गुरुदेव की प्रेरणा से ‘योग कर्मसु कौशलम्’ के साथ एसआरएचयू आगे बढ़ रहा : डॉ.धस्माना

डॉ.विजय धस्माना स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पद पर सुशोभित

देहरादून (डोईवाला), स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट में डॉ.विजय धस्माना नए कुलाधिपति नियुक्त किए गए हैं। डॉ.धस्माना ने औपचारिक तौर पर पदभार ग्रहण कर लिया है। इस दौरान उन्होंने संस्थान से जुड़े सभी छात्र-छात्राओं, फैकल्टी, चिकित्सकों व कमर्चारियों से गुरुदेव की प्रेरणा से ‘योग कर्मसु कौशलम्’ (अर्थात अपना काम कुशलता से करे) के मूल मंत्र के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।12 से 14 मार्च तक स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जॉलीग्रांट में हिमोत्सव-  2023 का होगा आयोजन - गढ़वाल की पीड़ा

विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डॉ.विजय धस्माना के एसआरएचयू के नए कुलाधिपति व डॉ. विजेंद्र चौहान के कार्यवाहक कुलपति के तौर पर नियुक्ति की घोषणा की गई।
इस दौरान नवनियुक्त कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने अपने संबोधन में कहा कि संस्थापक डॉ.स्वामी राम की ओर से तैयार किए प्रकल्प धरातल पर उतर रहे हैं। हमारे ऊपर राष्ट्र की एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है हम इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, बायो साइंसेज, योग विज्ञान सहित मेडिकल प्रोफेशनल्स तैयार कर रहे हैं यदि हम सभी अपने-अपने क्षेत्र में कुशलता से कार्य करें तो यही हमारा समाज और राष्ट्र के लिए सबसे बड़ा योगदान होगा।

निजी सचिव से कुलाधिपति का गौरवमयी इतिहास :

कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली से पीएचडी उपाधि हासिल की। इससे पहले गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित और लंदन विश्वविद्याल से कंप्यूटर विज्ञान में स्नातकोत्तर भी प्राप्त किया। फरवरी 1991 में एचआईएचटी संस्थापक डॉ.स्वामी राम के निजी सचिव से पेशेवर यात्रा शुरू की। इसके बाद जनवरी 1995 में एचआईएचटी के कोषाध्यक्ष नियुक्त गए। नवंबर 1996 में एचआईएचटी के अध्यक्षीय समिति में सदस्य चुना गया। अगस्त 2007 से फरवरी 2013 के मध्य तत्कालीन एचआईएचटी विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त किए गए। अप्रेल 2013 से अप्रैल 2023 तक स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यलाय के कुलपति का पदभार संभाला। अब वर्तमान में एसआरएचयू के कुलाधिपति नियुक्त किए गए।
इसके अतिरिक्त वर्तमान में डॉ.विजय धस्माना यूएसए के स्वामी रामा फाउंडेशन के अध्यक्ष, स्वामी रामा निष्काम कर्मयोग ट्रस्ट के अध्यक्ष और साधना मंदिर ट्रस्ट के महासचिव भी हैं। वह CII उत्तराखंड के पूर्व अध्यक्ष भी हैं।

कई पुरस्कारों से सम्मानित हैं कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना :

कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना शिक्षाविद्, रणनीतिकार, अर्थशास्त्री होने के साथ-साथ एक कुशल प्रशासक भी हैं। उनके पास तीन दशकों का अनुभव है। इस दौरान उन्हें कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। मैनेजमेंट के क्षेत्र में वर्ष 2001 में ‘डॉ.बीसी रॉय अवॉर्ड’, वर्ष 2005 में ‘उत्तराखंड रत्न अवॉर्ड’, 2007 में ‘गढ़वाल विभूति सम्मान’, वर्ष 2021 में ‘वाइस चांसलर ऑफ ईयर-2021’ से सम्मानित किया जा चुका है।

स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि :

कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना के नेतृत्व में एसआरएचयू ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में अटल आयुष्मान योजना के तहत रोगियों को निशुल्क उपचार देने में हिमालयन हॉस्पिटल भारत का नंबर एक हॉस्पिटल बना। राज्य का एकमात्र एनएबीएच सर्टीफाइड का प्राइवेट टीचिंग अस्पताल। उत्तराखंड के युवाओं में स्वरोजगार से जोड़ने के लिए एसआरएचयू में स्कूल फॉर वोकेशनल स्टडीज एंड स्किल डेवलपमेंट की स्थापना। “होमस्टे एंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट प्रोग्राम’ का संचालन। उत्तराखंड और यूपी के 2000 से अधिक गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा, किशोर, जल और स्वच्छता, आजीविका के कार्यक्रम। कोविड के दौरान 10 हजार सहित 1.5 लाख लोगों को आउटरीच स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। 600 से अधिक वर्षा जल संचयन टैंकों का निर्माण किया, 14000 से अधिक व्यक्तिगत और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया, नई तकनीकों और कृषि आधुनिक उपकरणों की शुरुआत कर 04 गांवों के 26 एकड़ में लेमनग्रास के 13 लाख से अधिक पौधे लगाए। स्वामी जी के सपने को साकार करते हुए पौड़ी गढ़वाल के तोली गांव में गौरी हिमालयन स्कूल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की स्थापना की। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विश्वविद्यालय में ऊर्जा संरक्षण, जल संरक्षण, पेपर वेस्ट रिसाइकलिंग यूनिट, प्लास्टिक बैंक, ई-वेस्ट बैंक की स्थापना की गई।