Tuesday, May 20, 2025
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पति ने देर रात पत्नी की गला दबाकर की हत्या, खुद की भी गले व हाथों की काटी नसें

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(चन्द्रेश लखेड़ा)

कोटद्वार, उत्तराखंड़ के कोटद्वार से आज सुबह दिल दहला देने वाली खबर सामने आई, जहां एक व्यक्ति ने यहां अपनी पत्नी की हत्या कर दी। पत्नी को मौत के घाट उतारने के बाद उसने अपनी भी जान लेने की भी कोशिश की।
घायल अस्पताल में उपचाराधीन है। वहीं, मृतका के परिजनों में कोहराम मचा है। रिखणीखाल थाना क्षेत्र के गांव धामधार निवासी मनोज रावत (40) पुत्र केसर सिंह अपनी पत्नी शशि (30) पुत्री सतपाल सिंह रावत, निवासी कुमाल्डी, रिखणीखाल के साथ कोटद्वार में जल निगम स्टोर के पास किराए के मकान में रह रहा था।
बुधवार-गुरुवार की रात पति-पत्नी के बीच कहासुनी हुई। देर रात मनोज ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और अपनी जान देने के लिए चाकू से गला व दोनों हाथों की नसों को काट लिया। एंबुलेंस से मनोज और शशि को बेस अस्पताल लाया गया। चिकित्सक ने शशि को मृत घोषित कर दिया। वहीं मनोज को अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया गया।
घटना की सूचना मिलने पर रिखणीखाल के गांव कुमाल्डी से मृतका शशि के परिजन अस्पताल पहुंचे। बेटी की मौत से जहां परिजनों में कोहराम मचा था, वहीं घटना को लेकर उनमें काफी गुस्सा भी था।
तहसीलदार साक्षी उपाध्याय ने अस्पताल पहुंचकर घायल मनोज रावत के बयान दर्ज किए, अस्पताल में इस बात को लेकर चर्चा थी कि मनोज ने तनाव में इस घटना को अंजाम दिया। वह पुलिस, अस्पताल कर्मियों और परिजनों से बार-बार पत्नी के बारे में पूछता रहा।

मृतका के पिता ने लगाए गंभीर आरोप :

हरियाणा पुलिस में उपनिरीक्षक पद से वर्ष 2023 में सेवानिवृत हुए मृतका शशि के पिता सतपाल सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने 2013 में पुत्री की शादी मनोज रावत से की थी। तब मनोज होटल मैनेजमेंट से जुड़ी जॉब करता था। कुछ दिन सब कुछ ठीक-ठाक चलने के बाद वह शशि को परेशान करने लगा था।
सतपाल सिंह ने बताया कि उनके दो बच्चे होने के बाद परिवार को संभालने के लिए आर्थिक और मानसिक रूप से समय-समय पर मदद करता रहा। यहां तक कि कोरोनाकाल के बाद लाखों रुपये खर्च कर दामाद मनोज को होटल के क्षेत्र में नौकरी करने के लिए जर्मनी भी भेजा था। जहां से वह 6 महीने बाद ही वापस लौट आया और तब से वह पत्नी शशि को ज्यादा परेशान करने लगा था। सतपाल सिंह का कहना है कि कल यानी बुधवार को ही वह घर की जरूरत का सामान पुत्री व दामाद को दिलाकर वापस घर लौटा था और रात ही दामाद मनोज ने पुत्री शशि को मार डाला।

दो बच्चों का जीवन हुआ बर्बाद :

मनोज-शशि के 7 और 9 साल के दो बच्चे हैं। मां की मौत और पिता के गंभीर रूप से घायल होने के बाद दोनों बच्चों को कोटद्वार में ही रह रहे उनके मामा के घर ले जाया गया है।

मुख्यमंत्री ने किया यूएसडीएमए के नव वर्ष कैलेण्डर का विमोचन

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आपदाओं से बचाव के लिए व्यापक जनजागरूकता जरूरी- सीएम

04 पिकअप वाहनों को दिखाई हरी झंडी

 देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को यूएसडीएमए के नव वर्ष 2025 के कैलेंडर (वॉल तथा टेबल टॉप) का विमोचन किया। उन्होंने चम्पावत, रुद्रप्रयाग, चमोली और ऊधमसिंहनगर जनपद के लिए सीएसआर मद में प्राप्त 04 पिकअप वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। इन वाहनों में टैंट, स्लीपिंग बैग, लीफलेट तथा कैलेण्डर रवाना किए गए। इन फॉर बाय फॉर पिक अप वाहनों में 01-01 मिनी जनरेटर, 15 स्लीपिंग बैग एवं 70 टैंट तथा आकाशीय बिजली से बचाव हेतु 9500 लीफलेट एवं 40-40 नव वर्ष कैलेण्डर उपरोक्त प्रत्येक जनपद को भेजे गए। यह वाहन तथा अन्य उपकरण जनपदों में आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों के लिए उपयोगी साबित होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा आपदाओं का सामना करने के लिए जनजागरूकता बहुत जरूरी है। जागरूकता, सजगता और सतकर्ता से आपदा से नुकसान को काफी कम किया जा सकता है। यदि लोग आपदाओं के प्रकार, उनके प्रभाव और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक होंगे, तो वे अपनी और दूसरों की जान बचाने के लिए सही कदम उठा सकेंगे।

मुख्यमंत्री द्वारा यूएसडीएमए को नव वर्ष कैलेण्डर में ऋतु अनुसार विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता सामग्री प्रकाशित किए जाने के निर्देश दिए गए थे। उनके निर्देश पर उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विभिन्न माध्यमों से आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता संदेशों तथा सामग्री का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से नियमित तौर पर आपदाओं से सुरक्षा संबंधी पोस्ट, एनीमेटेड वीडियोज को प्रसारित किया जा रहा है। विभिन्न आपदाओं से बचाव हेतु जन सामान्य को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए तथा क्या-क्या एहतियात बरतने चाहिए, इन्हें लेकर लीफलेट्स मुद्रित किए गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के स्कूलों में प्राथमिक स्तर से ही पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन विषय को शामिल किये जाने के अनुपालन में यूएसडीएमए के स्तर पर एक कमेटी गठित की गई है। बच्चे यदि आपदाओं के प्रति जागरूक रहेंगे तो यह न केवल उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करेगा बल्कि उन्हें समाज में एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करेगा। छोटी उम्र से ही अगर बच्चे भूकंप, बाढ़, तूफान, भूस्खलन, सड़क दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं के बारे में सीखेंगे, तो वे आपातकालीन स्थितियों में घबराने के बजाय सही और त्वरित निर्णय ले सकेंगे।

सचिव आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यूएसडीएमए समुदायों को जागरूक करने की दिशा में भी प्रयासरत है। स्थानीय लोग ही फर्स्ट रिस्पांडर्स के तौर पर सबसे पहले किसी भी आपदा का सामना करते हैं। यदि आपदा संभावित क्षेत्र में स्थानीय लोग विभिन्न आपदाओं के प्रति जागरूक और उनके बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित होंगे, तो वे संकट की घड़ी में एक-दूसरे की सहायता कर सकते हैं।यूएसडीएमए द्वारा आपदा मित्रों की तरह ही आपदा सखी बनाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से समय पर आम जनमानस को अलर्ट भेजे जा रहे हैं ताकि लोगों को सचेत किया जा सके। विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए यूएसडीएमए द्वारा समस्त जनपदों तथा जन सामान्य के लिए एडवाइजरी भी जारी की जा रही हैं।

इस अवसर पर यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन  आनन्द स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी  राजकुमार नेगी, अपर सचिव  महावीर सिंह चौहान, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी आदि मौजूद थे।

एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई : तीन करोड़ की साइबर ठगी करने वाले दो आरोपी हैदराबाद से गिरफ्तार

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उत्तराखंड एसटीएफ के साइबर थाना देहरादून पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए करीब 3 करोड़ की साइबर धोखाधड़ी में शामिल दो आरोपियों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी राजपुर, देहरादून निवासी पीड़ित के मामले में की गई, जिसे फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग और IPO निवेश के नाम पर ठगा गया था।

कैसे हुआ ठगी का शिकार ?

पीड़ित को व्हाट्सएप ग्रुप VIP3 Stock Market Strategies में जोड़कर स्टॉक ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच दिया गया। बाद में उसे एक फर्जी वेबसाइट LSV Asset Management पर खाता खोलने के लिए कहा गया, जहां उसकी आधार और पैन कार्ड की डिटेल्स ली गईं।
इस वेबसाइट पर पीड़ित को बड़े मुनाफे की नकली जानकारी दिखाकर अधिक से अधिक निवेश करने को प्रेरित किया गया। लेकिन जब उसने पैसा निकालने की कोशिश की, तो आरोपियों ने बहाने बनाकर करीब 2.81 करोड़ रुपये हड़प लिए। मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस ने बैंक खातों, मोबाइल नंबरों, व्हाट्सएप और गूगल डेटा की जांच कर ठगों को ट्रेस किया। करीब 1900 किलोमीटर दूर, हैदराबाद में 7 दिन तक छापेमारी के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार आरोपी :

सय्यद मन्नान (42 वर्ष), निवासी मुरादनगर, हैदराबाद
सय्यद अज़हर हुसैन (31 वर्ष), निवासी लंगर हाउस, हैदराबाद
इन आरोपियों से 3 मोबाइल फोन, 4 ATM कार्ड और 1 क्रेडिट कार्ड बरामद किए गए। जांच में पता चला कि गैंग का एक अन्य सदस्य गुरुग्राम, हरियाणा की जेल में बंद है, जिसे जल्द ही उत्तराखंड लाया जाएगा।

कैसे करते थे ठगी?

सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर लोगों को जोड़ते थे।
फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग और IPO निवेश का लालच देकर पैसा जमा करवाते थे।
फर्जी वेबसाइट पर बड़े मुनाफे की झूठी जानकारी दिखाकर निवेश बढ़ाने को उकसाते थे।
पैसे निकालने के समय नए-नए बहाने बनाकर निवेशकों को चूना लगाते थे।

अपराधिक इतिहास :

गिरफ्तार आरोपियों पर कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और बैंगलुरु में कई साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं। NCRP पोर्टल पर पूरे भारत से इनके खिलाफ 14 शिकायतें दर्ज हैं।

एक अपील आपके लिये :

एसटीएफ की जनता से अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने जनता को फर्जी निवेश योजनाओं, ऑनलाइन ठगी और अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचने की सलाह दी है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में दें।

राजभाषा के सर्वोत्कृष्ट कार्य निष्पादन हेतु ओएनजीसी मुख्यालय को मिला प्रथम पुरस्कार

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-हिन्दी को राष्ट्रीय बोलचाल की भाषा बनाने के लिए प्रयास करना होगा : नित्यानंद राय

-हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है : भजनलाल शर्मा

देहरादून, केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में उत्तर-1, उत्तर-2, मध्य एवं पश्चिम क्षेत्रों के लिए आयोजित संयुक्त क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन में ओएनजीसी मुख्यालय के राजभाषा विभाग को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया, ओएनजीसी देहरादून की अध्यक्षता में संचालित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति कार्यालय-2 को सर्वोत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस प्रतिष्ठित सम्मान को मुख्य महाप्रबंधक-प्रधान निगमित प्रशासन नीरज कुमार शर्मा एवं महाप्रबंधक-प्रभारी राजभाषा चंदन सुशील साजन ने जयपुर में 17 फरवरी को आयोजित संयुक्त क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन में ग्रहण किया। यह पुरस्कार राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा तथा जयपुर की सांसद श्रीमती मंजू शर्मा के कर-कमलों द्वारा प्रदान किया गया।
समारोह में गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग की सचिव सुश्री अंशुली आर्या एवं राजभाषा विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. मीनाक्षी जौली के साथ-साथ 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से केंद्र सरकार के कार्यालयों, बैंकों, उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारीगण सम्मिलित हुए।
इह मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है । यह सिर्फ एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और सोच का हिस्सा है। उन्होंने बताया, हम सभी का कर्तव्य है कि हम हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए हर संभव प्रयास करें, क्योंकि यह केवल एक संवैधानिक निर्देश ही नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आवश्यकता भी है।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि राजभाषा हिंदी देश की एकता की सूत्रधार है। हिन्दी को राष्ट्रीय बोलचाल की भाषा बनाने के लिए प्रयास करना होगा। उन्होंने बताया कि यदि हम भाषा को उसके सीमित रूप में देखें तो यह केवल संप्रेषण का माध्यम मात्र है, लेकिन यदि राष्ट्र के संदर्भ में देखा जाए तो भाषा और संस्कृति किसी भी राष्ट्र की आत्मा होती है जिसमें देशवासी संवाद करते हैं।
राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार और सरकारी कार्यों में अधिकाधिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस सम्मेलन में ओएनजीसी मुख्यालय देहरादून को प्राप्त यह सम्मान न केवल संस्थान बल्कि पूरे हिंदी प्रेमियों के लिए गर्व की बात है । गृह मंत्रालय द्वारा पहली बार यह पुरस्कार ओएनजीसी को प्रदान किया गया है।
ओएनजीसी मुख्यालय के मुख्य महाप्रबंधक-प्रधान निगमित प्रशासन नीरज कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि हिंदी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए संस्थान द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और भविष्य में भी हिंदी भाषा को सशक्त बनाने हेतु प्रतिबद्धता बनी रहेगी। महाप्रबंधक-प्रभारी राजभाषा श्री चंदन सुशील साजन ने इस उपलब्धि को पूरे ओएनजीसी परिवार के सहयोग और समर्पण का परिणाम बताया और हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु संस्थान की प्रतिबद्धता को दोहराया ।

रेखा गुप्ता का सियासी सफर: हरियाणा में जन्म,  पहली बार की विधायक बनेंगी दिल्ली की मुख्यमंत्री

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नई दिल्‍ली (आरएनएस)। दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा में पहली पसंद बनकर उभरीं रेखा गुप्ता कौन हैं? वे मूल रूप से कहां की रहने वाली हैं और दिल्ली से उनका नाता कितना पुराना है? इसके अलावा रेखा गुप्ता की पढ़ाई कहां-कहां हुई है और उनका सियासी सफरनामा क्या रहा है? आइये जानते हैं…
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हुए 11 दिन का समय हो चुका है। इसी के साथ भाजपा ने राजधानी में अपने अगले मुख्यमंत्री चेहरे का एलान कर दिया है। रेखा गुप्ता दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। 20 फरवरी को वे दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ लेंगी। यह 26 साल बाद है, जब दिल्ली में भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री बना है। इस बीच राजनीतिक गलियारों में कई नेताओं के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई गईं। इनमें सबसे बड़ा दावा रेखा गुप्ता के नाम को लेकर ही किया गया। कुछ रिपोर्ट्स में तो यहां तक कहा जा रहा है कि रेखा गुप्ता को संघ की मंजूरी मिल चुकी थी और भाजपा ने भी उन्हें सीएम पद के लिए अपनी पसंद भी बना लिया था।
ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर दिल्ली में मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनीं रेखा गुप्ता कौन हैं? वे मूल रूप से कहां की रहने वाली हैं और दिल्ली से उनका नाता कितना पुराना है? इसके अलावा रेखा गुप्ता की पढ़ाई कहां-कहां हुई है और उनका सियासी सफरनामा क्या रहा है? आइये जानते हैं… कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे मौजूदा समय में दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
50 वर्षीय रेखा का जन्म हरियाणा के जींद जिले में स्थित नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था। उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी पद पर थे।
1976 में रेखा का परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया था। तब उनकी उम्र महज दो साल थी। इसके बाद रेखा की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक दिल्ली में हुई।
पढ़ाई-लिखाई के दौर में ही राजनीति से जुड़ीं
रेखा गुप्ता बचपन में पढ़ाई-लिखाई के दौरान ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) के स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ गई थीं। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान वह दौलत राम कॉलेज में सचिव का चुनाव जीतने में सफल रहीं। 1995-96 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष बनीं। रेखा ने इसके बाद एलएलबी तक की पढ़ाई पूरी की।
कैसा रहा अब तक का राजनीतिक करियर?
पढ़ाई पूरी करने के बाद रेखा गुप्ता 2003-04 में भाजपा युवा मोर्चा की दिल्ली इकाई से जुड़ीं और यहां सचिव पद पर रहीं। इसके बाद 2004 से 2006 तक उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभाई।

2007: उत्तर पीतमपुरा से पार्षद बनीं।
2007-09: एमसीडी में महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की दो साल तक अध्यक्ष रहीं।
2009: दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव रहीं।
2010: भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य की जिम्मेदारी दी।
2012: उत्तरी पीतमपुरा वॉर्ड-54 से फिर बनीं पार्षद।
2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में नहीं मिली थी सफलता
रेखा गुप्ता को 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से चुनाव में उतारा गया। जहां 2015 में उन्हें आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी ने करीब 11 हजार वोटों से हराया तो वहीं 2020 में उनकी हार का अंतर 3400 वोट के करीब था।
2025 में दर्ज की बंपर जीत
2025 के विधानसभा चुनाव में रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हरा दिया। उन्हें 68,200 वोट मिले थे।
मनीष गुप्ता से हुई है शादी
रेखा गुप्ता की 1998 में मनीष गुप्ता से शादी हुई थी। चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक, रेखा के पति एक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में काम करते हैं। साथ ही उनका स्पेयर पार्ट्स का  भी कारोबार है।

सरकारी विभागों में 1.25 लाख व निजी क्षेत्र में 1.5 लाख नौकरियों की घोषणा

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जयपुर ,(आरएनएस)। राज्य सरकार के 2025 के बजट में वित्त मंत्री दीया कुमारी ने युवा उद्यमिता और रोजगार सृजन के लिए कई अहम योजनाओं का ऐलान किया गया है। इन पहलों से प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नए अवसर और उद्यमिता क्षेत्र में सफलता हासिल करने के अवसर मिलेंगे।युवाओं के लिए रोजगार की बंपर भर्ती
अगले वित्तीय वर्ष में सरकारी विभागों और उपक्रमों में 1.25 लाख पदों पर भर्ती होगी।
निजी क्षेत्र में 1.5 लाख नौकरी दिलवाई जाएंगी।
रोजगार मेलों का आयोजन और स्थानीय रोजगार को प्राथमिकता दी जाएगी।
स्टार्टअप और उद्यमिता को मिलेगी नई ताकत
25 हजार महिला और एससी-एसटी उद्यमियों को लाभ देने के लिए ‘स्कीम फॉर फर्स्ट टाइम एंटरप्रेन्योर’ शुरू की जाएगी।
2 करोड़ तक के लोन पर 8त्न ब्याज सब्सिडी और 5 लाख तक की मार्जिन मनी का प्रावधान किया जाएगा।
कौशल विकास और प्रशिक्षण
50 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।
1500 स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब और कोटा में विश्वकर्मा स्किल इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी।
नशामुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य पहल
सभी कॉलेजों में नशा मुक्ति केंद्र शुरू होंगे।
आत्महत्या रोकने के लिए कोटा और जोधपुर में विशेष केंद्र खोले जाएंगे।
इन पहलों से न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि वे अपनी उद्यमिता यात्रा में भी सफलता हासिल कर सकेंगे।
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संपूर्ण भारत के जन जन में बसे हैं महान छत्रपति शिवाजी: प्रो बत्रा

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हरिद्वार (कुलभूषण) एस. एम. जे. एन. पी. जी. कॉलेज में आज महान छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर शिवाजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व विषय पर बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती वंदना से किया गया। इस अवसर पर महान छत्रपति शिवाजी महाराज को कोटि कोटि नमन करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि प्रत्येक वर्ष आज का दिन महान छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के रूप में मनाया जाता हैं यह दिन शिवाजी महाराज की वीरता और साहस को याद करने वाला दिन हैं। प्रो बत्रा ने कहा कि शिवाजी महाराज का जीवन सभी को प्रेरणा देने वाला हैं। उन्होंने कहा कि संपूर्ण भारत के जन जन के मन में शिवाजी महाराज बसे हैं। शिवाजी महाराज की वीरता, कुशल रणनीतियां, युद्ध कौशल की अतुलनीय क्षमता हम सभी को देश के प्रति अपने कर्तव्य को निभाने तथा मातृभूमि को सर्वोच्च त्याग अर्पित करने की प्रेरणा देते हैं। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज भारत के गौरवशाली इतिहास के केंद्र बिंदु के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी बुद्धिमत्ता और शौर्य से मराठा साम्राज्य को नई ऊंचाई पर पहुंचाने तथा जन जन में भारत वर्ष तथा स्वराज के प्रति साहस भरने के लिए शिवाजी महाराज को सदैव स्मरण किया जायेगा। इस अवसर पर वार्ड मेंबर यादराम वालिया, विकास शर्मा तथा पूर्व छात्र आदर्श कश्यप ने भी शिवाजी महाराज को उनके अदम्य साहस के लिए याद किया। इस अवसर पर छात्र छात्राओं ने संबंधित विषय पर भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। जिसमें मोहिनी तथा अपराजिता को प्रथम, कशिश एवं दिव्यांशु नेगी को द्वितीय, चंद्रकिरण तथा अंश को तृतीय पुरस्कार मिला। निर्णायक मंडल के रूप में डॉ मोना शर्मा तथा डॉ सरोज शर्मा ने महती भूमिका निभाई। इस अवसर पर संयोजक मंडल में डॉ पद्मावती तनेजा, डॉ पल्लवी, श्रीमती ऋचा मिनोचा ने संयुक्त रूप से विशेष योगदान दिया। इस कार्यक्रम के मुख्य रूप से डॉ शिवकुमार चौहान, वैभव बत्रा, दिव्यांश शर्मा, हरीश चंद्र जोशी, अर्शिका, गौरव बंसल सहित सौरभ सैनी, आदित्य नौटियाल, ईशा कश्यप आदि छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

हमारी जीवनशैली संस्कृत भाषा से प्रभावित -ऋतुभूषण खण्डूरी

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हरिद्वार 19 फरवरी (कुलभूषण) उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान सरल संस्कृत संभाषण का अभ्यास कराया गया। विधानसभा अध्यक्षा ऋतुभूषण खण्डूरी की अध्यक्षता में मंत्रीगण, विधायकगण, शासन के सचिव सहित विधानसभा के अधिकारी कर्मचारियों ने बोलचाल की सरल संस्कृत संभाषण कक्षा में प्रतिभाग किया।
इस विधानसभा अध्यक्षा ऋतुभूषण खण्डूरी ने कहा कि संस्कृत भाषा एक जीवनशैली है यह जीवन जीना सीखती है। हम सभी को मिलकर संस्कृत को प्रोत्साहन दिलाने की आवश्यकता है।
संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ० धनसिंह रावत ने सभी मंत्री व विधायकगण से अपने अपने क्षेत्र में संस्कृत भाषा के विकास और संस्कृत ग्राम निर्माण में सहयोग की अपेक्षा की।
संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार गैरोला ने सभी गणमान्यों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि समय समय पर ऐसे संस्कृतमय वातावरण की आवश्यकता है।
अकादमी के सचिव डॉ० वाजश्रवा आर्य ने अकादमी की योजनाओं और कार्यों के विषय में सभी को अवगत कराया।
संस्कृत संभाषण प्रशिक्षक अकादमी के शोध अधिकारी डॉ० हरिश्चन्द्र गुरुरानी एवं सहप्रशिक्षक गणेश प्रसाद फोन्दणी ने प्रशिक्षण दिया।
इस अवसर पर संस्कृत शिक्षा निदेशक डॉ० आनन्द भारद्वाज, डॉ० चण्डी प्रसाद घिल्डियाल, पंकज पालीवाल आदि उपस्थित थे।

फिर चर्चा में बाबा रामदेव…! लगाई घोड़े से रेस, वीडियो खूब हो रहा वायरल

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हरिद्वार, प्रसिद्ध योग गुरू बाबा रामदेव हमेशा ही चर्चा में रहते हैं, लेकिन इस बार चर्चा का कारण बना उनके अनोखा अंदाज, जिसने सबको चौंका दिया है। बाबा रामदेव का घोड़े के साथ दौड़ लगाने का वीडियो वायरल हो रहा है। रामदेव ने दौड़ ही नहीं लगाई, बल्कि घोड़े को भी पछाड़ दिया। हरिद्वार में हुए इस रोमांचक नजारे ने लोगों को बाबा की फिटनेस का कायल बना दिया है। बाबा रामदेव ने इस दौड़ के जरिए योग और स्वस्थ जीवनशैली की अहमियत को भी बताया।
हरिद्वार में मंगलवार को योगगुरु बाबा रामदेव का घोड़ा पछाड़ वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। अपने उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए उन्होंने पातंजलि में घोड़े के साथ दौड़ लगा उसे पछाड़कर अपने घोड़ा पछाड़ होने का दावा किया है।

https://x.com/yogrishiramdev/status/1891774860998643825

बताया गया कि योगगुरु शिलाजीत के प्रचार के दौरान इस वीडियो को बनाया है। योगगुरु उत्पादों की खुद ही ब्रांडिंग स्वयं कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनके ऐसे वीडियो भी लोकप्रिय हो रहे हैं। योगगुरु ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से भी इस वीडियो को शेयर किया है। सुबह दौड़ते हुए योगगुरु का वीडियो सामने आता है। जब वह अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ योग स्थल तक पहुंचते हैं। घोड़े के साथ दौड़ लगाने के बाद रामदेव ने इसके पीछे का राज भी बताया। उन्होंने दावा किया कि अगर आपको भी इम्यूनिटी और एंटी एजिंग चाहिए तो इम्यूनोग्रिट गोल्ड और स्वर्ण शिलाजीत खाइए। इसके साथ ही बाबा रामदेव पंतजलि के कई उत्पादनों का स्वयं ही प्रचार प्रसार करते रहते हैं l

 

 

 

 

पैतृक गांव पहुचने पर नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्षा मीरा सकलानी का हुआ स्वागत

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नैनबाग (शिवांश कुंवर), मसूरी नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्षा मीरा सकलानी अपने पैतृक गांव नैनबाग,पाब व कैम्टी पहुचने पर स्थानीय व्यापारी एवं जनमानस ने फूल मालाओ के साथ नागरिक अभिन्दन कर भव्य स्वागत किया ।
बुधवार को पहाडो की रानी मसूरी नगर पालिका की नवनिर्वाचित अध्यक्षा मीरा सकलानी ने चुनाव जीतने के बाद बार अपने पैतृक गांव नैनबाग पाब पंहुचने पर भव्य स्वागत किया। इस मौके पर सकलानी ने स्वः सरदार सिंह रावत की स्मारक मूर्ति पर माल्यार्पण किया ।
उसके बाद नैनबाग के सांस्कृतिक मंच में आयोजित नागरिक सम्मान समारोह में अध्यक्षा मीरा सकलानी सहित सभासद रणवीर कंडारी,अमित भट्ट,शिवानी,रूची ग्रुप्ता, गौरी थपलियाल,विशाल खरोला, रूची चौहान साथ रहे, इस मौके पर मीरा सकलानी ने कहा कि मसूरी सहित मुख्य रूप में जौनपुर का हर प्रकार से भरपुर सहयोग चुनाव में मिला है। जिसका ऋण कभी नहीं भूला सकती और सबकों साथ लेकर मसूरी नगर पालिका का सर्वांगीण विकास के लिए सदैव पत्पर रहूंगी । जौनपुर की एक मिशाल रही कि चुनाव के सब एक जुट होकर विकास के प्रति सजग रहते है। और मसूरी के साथ जौनपुर के आस पास के क्षेत्रों का विकास के तप्पर रहूंगी, इस मौके पर राइका के छात्र छात्राओं ने स्वागत सहित रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुती दी।
इस मौके पर डा. विरेन्द्र सिंह रावत, मोहन लाल कवि,विक्रम सिंह, भरत सिंह चौहान सरीता रावत,शरण सिंह पंवार, अर्जुन कुंवर,प्रवीन सकलानी, दीवान सिंह रावत,गम्बर सिंह चौहान प्रवीन चौहान, रणवीर सिंह राणा, राम प्रसाद कवि,दिनेश कैन्तुर, बिक्रम सिंह चौहान अरविंद रावत आदि उपस्थित थे ।