Monday, May 19, 2025
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ब्रैकिंग : विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुले, 25 कुंतल फूलों से सजा बदरी विशाल का दरबार

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चमोली (जोशीमठ), बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के बीच भू-बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुले आज बृहस्पतिवार प्रात: 7 बजकर 10 मिनट पर कपाट खुलने के इस पावन मौके पर अखंड ज्योति के दर्शन करने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु धाम पहुंचे तो यात्रा पड़ावों पर चहल-पहल भी शुरू हो गई है, 25 कुंतल फूलों से सजा बदरी विशाल का धाम, कपाट खुलने के दौरान धाम में करीब 20 हजार तीर्थयात्री पहुंचे। उत्साह और उल्लास का माहौल के साथ यात्रा पड़ावों पर जगह-जगह तीर्थयात्रियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया धाम में अब तक श्रद्धालुओं के करीब 400 वाहन पहुंच गए हैं। बदरीनाथ के साथ ही धाम में स्थित प्राचीन मठ-मंदिरों को भी गेंदे के फूलों से सजाया गया है। कपाटोद्घाटन के लिए टिहरी राजा के प्रतिनिधि के रूप में माधव प्रसाद नौटियाल के साथ बदरी केदार मंदिर समिति के सदस्यगण और प्रशासिक अधिकारी भी धाम में मौजूद रहे,
इसके साथ देश के प्रथम गांव माणा में भी ग्रामीणों की चहल-पहल होने लगी है। बुधवार को बदरीनाथ धाम पहुंंचे अधिकांश श्रद्धालु माणा गांव पहुंचे। लगातार बदलते मौसम के कारण इस बार यात्रियों को भगवान बदरीविशाल के दर्शनों के साथ साथ नजदीक से बर्फ देखने का भी मौका मिलेगा।
इस बार बदरीनाथ हाईवे पर कंचन गंगा और रड़ांग बैंड में हिमखंड पिघल गए हैं। यहां अलकनंदा के किनारे कुछ जगहों पर ही बर्फ जमी है। बदरीनाथ धाम के आंतरिक मार्गों पर अभी भी बर्फ है, जिसे नगर पंचायत बदरीनाथ के पर्यावरण मित्रों की ओर से साफ किया जा रहा है।

 

चारधाम के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था : अबतक करीब 19 लाख तीर्थयात्रियों ने कराया पंजीकरण

Uttarakhand, Chardham And Hemkund Sahib Yatra Can Do Registration Online As Well As Offline | Char Dham Yatra: चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए बड़ी संख्या में हो रहे हैं रजिस्ट्रेशन,

रुद्रप्रयाग, विश्व की सुप्रसिद्ध चारधाम यात्रा का हर्षोल्लास के साथ आगाज हो गया है, श्रद्धालुओं का धामों के दर्शन के लिये राज्य सरकार ने आॕनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है, मिली जानकारी के मुताबिक अब तक चारधाम के लिए करीब 19 लाख तीर्थयात्रियों ने ऑनलाइन पंजीकरण कर दिया है। इस बार यात्रा वर्ष 2022 का रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद है। इसी माह 22 अप्रैल को गंगोत्री, यमुनोत्री, 25 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुल गए हैं और आज 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल भी खुल गये। वहीं 20 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलेंगे। अब तक चारधाम के लिए करीब 19 लाख तीर्थयात्रियों ने ऑनलाइन पंजीकरण कर दिया है। जबकि पिछले वर्ष 2022 में करीब 46 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा की है। इस बार शासन प्रशासन की ओर से यह बाध्यता समाप्त कर दी गई है। जिसके चलते चारधाम जाने वाले तीर्थ यात्री अपने मोबाइल से ऑनलाइन पंजीकरण कर चारधाम के लिए रवाना हो रहे हैं।
यात्रा प्रशासन अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चारधाम के लिए अभी तक 19 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण कर दिया है। यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढोतरी हो रही है। ऐसी ही भीड़ रही तो इस बार यात्रा पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ेगी, जबकि पिछले वर्ष 2022 में यमुनोत्री 485688,
गंगोत्री 624516, केदारनाथ 1563275, बदरीनाथ 1763549 और हेमकुंड साहिब 190364 श्रद्धालु चारधाम देवयात्रा के भागीदार बने थे |

 

चारधाम यात्रा : केदारनाथ धाम के सुलभ दर्शन को पर्यटन विभाग ने शुरू किया टोकन सिस्टम, लगाये गये चार काउंटर

Kedarnath Yatra 2023:तीर्थयात्रियों को ऐसे होंगे गर्भगृह से बाबा केदार के दर्शन, पढ़ें जरूरी जानकारी - Chardham Yatra 2023: Pilgrims Will Now Have Darshan From Garbh Grah By Slot System ...

देहरादून, विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा शुरू हो गयी, राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम में भीड़ प्रबंधन और यात्रियों को सुलभ दर्शन कराने के लिए टोकन सिस्टम शुरू कर दिया गया है। धाम में चार काउंटर लगाए गए हैं। प्रत्येक काउंटर पर दो-दो कर्मचारी तैनात हैं। यहां से यात्रियों को एक-एक घंटे के स्लॉट में टोकन दिए जा रहे हैं। बुधवार को शुरू हुई व्यवस्था से एक-एक घंटे में लगभग 1200 यात्रियों को दर्शन कराए जा रहे हैं। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक शाम चार बजे तक टोकन से 9000 से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। मंगलवार को सुबह पांच बजे से ही पर्यटन विभाग ने टोकन वितरण शुरू कर दिया था। पर्यटन विभाग की इस व्यवस्था से यात्रियों को आसानी हो रही है। इससे लंबी लाइन भी नहीं लग रही है। जिला पर्यटन व साहसिक खेल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि टोकन सिस्टम की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। राज्य सरकार का इस बार चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों सुगम और सुव्यवस्थित व्यवस्था देने के लिये कृत संकल्पित है |

 

चारधाम यात्रा के दौरान दो तीर्थयात्रियों की मौत, दोनों यात्रियों को पड़ा था दिल का दौरा

रुद्रप्रयाग, चारधाम यात्रा के आगाज के साथ ही धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लग गयी, इस दौरान केदारनाथ में बुधवार को दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। केदारनाथ दर्शन को आंध्र प्रदेश से आए एक बुजुर्ग यात्री की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सीएमओ डाॅ. हरीश चंद्र सिंह मार्तोलिया ने बताया कि 70 वर्षीय राजा मौली दर्शन के लिए केदारनाथ आए थे। सुबह 8 बजे मंदिर से कुछ दूर उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई। अन्य लोगों ने पुलिस के सहयोग से उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, यात्रा के पांचवे दिन यमुनोत्री धाम में मध्य प्रदेश के एक यात्री की हृदय गति रुकने से मौत हो गई है। मृतक यात्री के साथियों और पुलिस के जवानों ने शव को जानकीचट्टी अस्पताल पहुंचाया। जानकारी के अनुसार 67 वर्षीय काशीनाथ जोशी बुधवार शाम को यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए पहुंचे। धाम के दर्शन के दौरान काशीनाथ बेहोश हो गए और हृदय गति रुकने से मौके पर ही दम तोड़ दिया।

नक्सलियों के किए आईईडी ब्लास्ट में 11 जवान शहीद

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जगदलपुर,।  बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को फिर नक्सलियों ने जवानों से भरे वाहन को विस्फोटक से उड़ा दिया। इस हमले में डीआरजी के 11 जवान शहीद हो गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों की इस करतूत की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि नक्सलियों को बख्शा नहीं जाएगा, उन्हें उनके किए की सजा जरूर मिलेगी। वहीं बस्तर प्रवास पर आए छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने घटना पर दुख जताते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है।
बुधवार को दंतेवाड़ा जिले के जंगलों में नक्सलियों के लोकेशन की सूचना मिलने के बाद डीआरजी के 11 जवान घने जंगलों में सर्चिंग पर निकले हुए थे। रास्ते में नक्सलियों ने आईईडी प्लांट कर रखा था, जिसे जवान भांप नहीं पाए और आईईडी वाले पाइंट से गुजरने के दौरान उनका वाहन चपेट में आ गया। विस्फोट के लिए भारी मात्रा में बारूद का इस्तेमाल किया गया था। विस्फोट इतना जबरदस्त रहा कि वाहन के परखच्चे उड़ गए और वाहन पर सवार ड्राइवर समेत सभी 11 जवान शहीद हो गए। सूचना मिलते ही जिला एवं संभाग मुख्यालय से अतिरिक्त फोर्स घटना स्थल की ओर रवाना कर दिए गए हैं। जंगलों में हमलावर नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गई है। इस भीषण नक्सली वारदात की खबर मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि नक्सलियों को उनकी इस कायराना करतूत की सजा हर हाल में दी जाएगी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को फोन कर उनसे घटना का ब्यौरा लिया और उन्हें भरोसा दिलाया कि नक्सलियों से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी।  उधर बस्तर प्रवास के सिलसिले में जगदलपुर आए भारतीय जनता पार्टी के छ्ग प्रभारी ओम माथुर ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने इस घटना को राज्य सरकार की नाकामी करार दिया है। उन्होंने कहा कि छ्ग में नक्सली टॉरगेट किलिंग कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री चन्दन रामदास के निधन को बताया प्रदेश के लिये अपूरणीय क्षति

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट मंत्री श्री चंदन रामदास के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा मंत्रिमंडल में हमारे वरिष्ठ साथी श्री चंदन रामदास जी का निधन पूरे प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। स्व. चन्दन रामदास ने समाज में गरीबों, शोषितों, पिछड़ों के लिए और आम आदमी की भलाई के लिए संपूर्ण जीवन कार्य किया तथा हमेशा समाज के अंतिम छोर में खड़े लोगों की आवाज को उठाने और समाधान की ओर ले जाने का कार्य किया। उनका सरल, सहज एवं मृदुभाषी व्यक्तित्व था।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा को सभी प्रदेशवासियों की ओर से श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों एवं शुभचिंतकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।

मुख्यमंत्री गुरूवार को स्व. चंदन रामदास की अंत्येष्टी में शामिल होने बागेश्वर जायेंगे तथा स्व. चन्दन रामदास को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ उनके शोकाकुल परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना प्रदान करेंगे।

 

 

कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास का निधन, तीन दिनों का राजकीय शोक

देहरादून। उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की तबियत अचानक बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया है। बागेश्वर से विधायक चंदन रामदास क्षेत्र का दौरा कर रहे थे, जब उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। ज‍बकि बुधवार को दोपहर बाद सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश रहा।
कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की तबीयत क्षेत्र का दौरा करने के दौरान अचानक बिगड़ गई। उन्हें तत्काल बागेश्वर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें आई.सी.यू.में रखा। इलाज के दौरान मंत्री ने दम तोड़ दिया। जिले का दौरा कर रहे प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा भी सूचने के बाद तत्काल अस्पताल पहुंचे।
बताते चलें कि चंदन रामदास का स्वास्थ्य लंबे समय से खराब चल रहा था, उन्हें लंबे समय से अस्पताल में उपचार के बाद चिकित्सकों ने छुट्टी दी थी। आज एक बार फिर से उनकी तबियत खराब हो गई। खबर के फैलते ही प्रदेश और जिले के राजनीती गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य समेत तमाम कैबिनेट मंत्रियों ने कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

 

जन-जन के नेता थे चंदनराम दास जीः डा. धन सिंह रावत

परिवहन मंत्री के अकस्मिक निधन पर डा. रावत ने जताया दुःख

देहरादून,
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के अकस्मिक निधन पर स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने शोक प्रकट करते हुये इसे अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि चंदन राम दास जी जन-जन के नेता थे, प्रदेश ने आज एक समर्पित जननेता को खो दिया है। सौम्य व मधुर व्यवहार के धनी चंदन राम दास जी की कमी हमेशा खलती रहेगी। डा. रावत ने उनके निधन को अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक बताते हुये, ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने एवं दुःख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिजनों एवं समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। डा. रावत ने बताया कि चंदन रामदास जी विगत वर्षों से बीमार चल रहे थे। राज्य सरकार ने उन्हें हरसंभव बेहतर उपचार उपलब्ध कराया लेकिन आज अचानक स्वास्थ्य खराब होने से उनका अकस्मिक निधन हो गया। उन्होंने बताया कि चंदनराम दास जी ने अपना राजनीतिक सफर अस्सी के दशक में बतौर छात्र नेता से शुरू किया, इसके उपरांत वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर में निर्दलीय पालिका अध्यक्ष बने। वह लगातार चार बार विधायक चुने गये। अपने सौम्य व्यवहार के चलते वह आम जनता के चहेते नेता थे।

बाबा केदार के कपाट खुलने के बाद आज तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट भी श्रद्धालुओं के खोल दिए जाएंगे

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देहरादून, केदारनाथ में मौसम साफ है, जिसे देखते हुए आज बुधवार को सुबह आठ बजे तक सोनप्रयाग से 4620 यात्री धाम के लिए हुए रवाना हुए। तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट भी आज पूर्वाह्न 11 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। चोपता से बाबा केदार की डोली धाम के लिए रवाना हो गई है। बता दें, केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को मंगलवार सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। कपाटोद्घाटन के शुभ अवसर पर केदारनाथ मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया गया।

10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु कपाटोद्घाटन की पावन बेला के साक्षी बने। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। केदारनाथ मंदिर में एक भक्त द्वारा एक सोने का ‘छत्र’ और एक घड़ा मंदिर में स्थापित किया गया है। कपाट खुलने के बाद धाम में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई। रावल भीमाशंकर लिंग व पुजारी शिवलिंग एवं धर्माचार्यों द्वारा पूजा-अर्चना की गई।

वहीं, गायक रूप कुमार राठौर और सुनाली राठौर की भजन प्रस्तुति दी। बता दें कि सुबह पांच बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के साथ-साथ बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान होकर रावल निवास से मंदिर परिसर में पहुंची।

छात्र ने अपनी प्रेमिका को वीडियो कॉल कर उसके सामने लगाई फांसी, मौके पर हुई मौत

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देहरादून, युवती से बातचीत बंद होने से खफा बीटेक के एक छात्र ने उसे वीडियो कॉल लगाई और उसके सामने ही फांसी पर झूल गया। छात्र मूल रूप से बिहार का रहने वाला था और एक युवती से प्यार करता था। कुछ दिन पहले ही युवती ने उसे ब्लॉक कर दिया था। पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शुभम पुत्र रविंद्र प्रताप सिंह निवासी मुजफ्फरपुर बिहार प्रेमनगर क्षेत्र के तुलाज इंस्टीट्यूट से बीटेक प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। वह काफी दिनों से एक युवती से प्यार करता था। लेकिन, कुछ दिन पहले दोनों में बातचीत बंद हो गई।

इस पर युवती ने उसे ब्लॉक कर दिया। इस बात से वह काफी परेशान रहने लगा। शुभम क्षेत्र के एक हॉस्टल में अपने साथी के साथ रहता था। उसका साथी रात में खाना खाने के बाद बाहर घूमने चला गया। इसके बाद शुभम ने अपने स्टेटस पर हाथ की नस काटने की फोटो लगाई और युवती से प्यार करने की बात लिखी। युवती ने तो ब्लॉक किया हुआ था लेकिन यह स्टेटस उसकी दोस्तों ने देख लिया। यह बात उन्होंने इस युवती को बताई तो उसने अनब्लॉक किया और शुभम को फोन लगाया। युवती ने शुभम से इस तरह की हरकत न करने को कहा। युवती ने कहा कि इस तरह से तुम उसे ब्लैकमेल कर रहे हो।

इस बात पर शुभम और भी ज्यादा गुस्सा हो गया। उसने शायद पहले से ही तैयारी की हुई थी। उसने पास में रखी एक रस्सी ली और पंखे से बांधकर फांसी लगा ली। घबराई युवती ने उसके साथी को फोन किया। साथी जब तक पहुंचता तब तक वह फंदे पर लटक गया।
अन्य साथियों ने पुलिस को फोन किया और दरवाजा तोड़कर शुभम के शव को फंदे से उतारकर ग्राफिक ऐरा अस्पताल पहुंचाया। लेकिन, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसओ प्रेमनगर पीडी भट्ट ने बताया कि इस मामले में उसके साथियों से पूछताछ की गई है। शुभम के परिजनों को सूचना दे दी गई है। उसके पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मामले में जांच की जा रही है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस विभाग की आवाज़ बने छात्र, देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में आयोजित हुआ कार्यक्रम

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वाद विवाद में तूलिका प्रथम, प्रतीक दूसरे और अम्बुज तीसरे स्थान पर रहे

देहरादून, देश में भ्रष्टाचार के उन्मूलन और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण हेतु विजिलेंस विभाग उत्तराखंड के सहयोग से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने वाद विवाद प्रतियोगिता के ज़रिये भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की|
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर विजिलेंस विभाग उत्तराखंड के पुलिस अधीक्षक धीरेन्द्र गुंज्याल उपस्थित रहे| इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त भारत में पुलिस और समाज के बीच समन्वय पर प्रकाश डाला| उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को जड़ से तभी ख़त्म किया जा सकता है जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति जागरूक हो और किसी भी स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ उठाये और पुलिस सतर्कता विभाग तक इसकी शिकायत पहुंचाए| पूरे समाज को अपनी ज़िम्मेदारी समझनी होगी तभी भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण किया जा सकता है| भ्रष्टाचार के उन्मूलन में पुलिस सतर्कता विभाग पूर्ण रूप से समाज के हितों के साथ खड़ा है | इस दौरान उन्होंने आम नागरिकों से 1064 नंबर डायल कर भ्रष्टाचार की शिकायत करने की अपील की| कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड लिबरल आर्ट्स की ओर से ‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ विषय पर एक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने भारत को विश्व गुरु बनाने में भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण पर ज़ोर दिया और एक स्वस्थ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की शपथ ली|इस दौरान गुंज्याल ने वाद-विवाद के प्रतियोगियों को सम्मानित किया| विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. आरके त्रिपाठी ने कहा कि कार्य प्रणाली के डिजिटलाइज़ होने से भ्रष्टाचार पर काफी हद तक लगाम लगी है| लेकिन इसे जड़ से समाप्त करने के लिए समाज, शासन, प्रशासन सभी को मिलकर कार्य करना होगा| कार्यक्रम में डीन एकेडेमिक्स अफेयर्स डॉ. संदीप शर्मा, मुख्य संपर्क अधिकारी बीके कौल, प्रोफ़ेसर संजीव मायरा, प्रोफ़ेसर दीपा आर्या सहित विभिन्न स्कूल्स के डीन और छात्र उपस्थित थे|

दृष्टि बाधित बच्चों की संस्था ‘नैब’ पहुंच प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने बढ़ाया बच्चों का हौसला

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हल्द्वानी, नैनीताल जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या हल्द्वानी स्थित दृष्टि बाधित बच्चों की संस्था ‘नैब’ (National Association For The Blind) पहुंची।जहां उन्होंने संस्थान के निरीक्षण के साथ ही दिव्यांग बच्चों के साथ बात की और उनका हालचाल जाना।इस दौरान बच्चों द्वारा मंत्री रेखा आर्या को स्वागत गीत सुनाया गया व विभिन्न क्रियाकलापों से अवगत कराया गया।प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकार दिव्यांग बच्चों के लिए हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है,जिसके तहत ऐसे बच्चों के लिए 350 स्पेशल एजुकेटर रखने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है।

इस दौरान उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए जीवन में मजबूत इच्छा शक्ति और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु समर्पण भाव से काम करने को कहा। साथ ही कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विकलांग शब्द को बदलकर दिव्यांग घोषित किया साथ ही इन बच्चो के लिए केंद्र व राज्य सरकार गंभीर है और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है।

प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी जी ने शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों को दिव्यांग का नाम दिया है वह अपने आप में प्रेरणा का काम करता है। उन्होंने कहा कि संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए और अवस्थापना सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

इस अवसर पर लालकुआं विधायक श्री मोहन बिष्ट जी,जिलाध्यक्ष श्री प्रताप बिष्ट जी,अनुसूचित मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्री समीर आर्या जी,नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष श्री मुकेश बोरा जी,मंडल अध्यक्ष श्री मुकेश बेलवाल जी,नैब के प्रबंधक श्री श्याम धानक जी सहित अध्यापकगण व प्यारे बच्चे उपस्थित रहे।

केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में तीन दिवसीय बाल खेलकूद उत्सव सम्पन्न

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देहरादून, एक भारत श्रेस्ट भारत थीम के तहत आज केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में तीन दिवसीय बाल खेलकूद उत्सव सम्पन्न हुआ ! बच्चों में खेलकूद एवं फिटनेश के प्रति जागरूकता तथा प्रतियोगिता स्तर को बड़ाने के उद्देश्य से इस उत्सव का आयोजन विद्यालय के क्रीडाआँगन में किया गया , प्राथमिक एवं माध्यमिक विभाग के लिये विभिन्न खेल स्पर्धाओं के विजेता एवं उपविजेता बच्चों को गोल्ड , सिल्वर एवं कांस्य पदक से विद्यालय की प्राचार्या बसंती खम्पा ने नवाजा! पुरष्कार प्राप्त करने वालों में आयुष, रोहित,आदर्श,कपिल,आदित्य,आर्यन,ईशांत सिंह,सक्षम,कबीर सिंह,मयंक,स्नेहा, प्रज्ञा, राशि,कार्तिक थापा, अनमोल, मेघा, दीक्षा, एकता, आशुतोष, बिपिन, आलोक,ख़ुशी नेगी, प्राची,अभिषेक, अमन नेगी, श्रेया, मुस्कान अम्बिका आदि बच्चे शामिल रहे !

आज सुबह प्रतियोगिता के समापन अवसर पर डांस एरोबिक एवं योगा की थीम पर बच्चों ने शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किये ! विद्यायल के शिक्षकों एवं छात्रों के बीच रस्सा कस्सी का आयोजन किया गया जिसमें बालिकाओं ने महिला शिक्षिकाओं को हराया वहीं पुरुष शिक्षकों एवं बालकों के बीच रस्सा कस्सी का मुकाबला बराबर रहा !
प्रतियोगिता में शिवाजी सदन ने 165 अंकों के साथ प्रथम एवं 155 अंकों के साथ अशोक सदन ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया !
समापन अवसर पर मुख्य अथिति प्रिंसिपल बसंती खम्पा ने खेलों का जीवन में महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, अच्छा और स्वस्थ जीवन जीने के लिये खेलों को दिनचर्या का अहम हिस्सा बनाना चाहिये ताकि हम अपनी कार्यशक्ति का भी विकास कर सके !
इस अवसर पर खेल प्रभारी डी एम लखेड़ा , कोच सुमित कुमार ,आँचल ममगाईं, मुख्य अध्यापिका आरती उनियाल , गुंजन श्रीवास्तव , अनुजा शर्मा, एम एस रावत , वर्षा खत्री , वंदना धस्माना, गौरव रावत ,उर्मिला बामरु , सीमा श्रीवास्तव , राना कादिर , अनुज कुमार , एस डी मीणा, रमेश कुमार दीपमाला , विनय कुमार राजेश बिष्ट आदि शिक्षक उत्सव की शोभा बढ़ा रहे थे !

बीएस नेगी महिला पॉलीटेक्निक में ‘दून डीवा’ प्रतियोगिता का आयोजन : मिस सुरभि ने जीता खिताब

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देहरादून, बीएस नेगी महिला पॉलीटेक्निक में दून डीवा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर  जे पी० ममगांई (रिटायर्ड चीफ इनफार्मेशन ऑफिसर उत्तराखंड) ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बोलते हुए श्री ममगांई ने कहा कि आज का दौर महिलाओं का दौर है जहां महिला सशक्तिकरण अपने आप में महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्राओं के कार्य की प्रशंसा की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

“दून डीवा”का खिताब मिस- सुरभि
फर्स्ट रनर अप रही मिस-  भूमिका
सेकेंड रनर अप रही मिस-  पलक
स्पार्क ऑफ द डे रही मिस- मौलिका
मिस फोटोजनिक रही मिस- मानवी
मस ब्यूटीफुल स्माइल रही मिस-  प्राची

कार्यक्रम में  अनुकृति गुसाई (फॉरमर मिस इंडिया ग्रांड इंटरनेशनल) विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थीं। उन्होंने इस प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई। संस्थान की पूर्व छात्रा एवं सेलिब्रिटी फैशन डिजाइनर मिस कृति कुमार
भी निर्णायक की भूमिका में थी।

कार्यक्रम में संस्थान के अध्यक्ष  हर्षमणि व्यास, गवर्निंग बॉडी के सदस्य एवं अन्य अतिथिगण, शिक्षिकाएँ, कर्मचारी एवं छात्रायें उपस्थित रही। संस्थान के अध्यक्ष  हर्षमणि व्यास ने कहा कि संस्थान द्वारा तकनीकी शिक्षा के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर यह संस्थान उत्तराखंड के विकास में पिछले 35 वर्षों से बहुमूल्य योगदान दे रहा है।
छात्राओं का मनोबल बढ़ाने एवं उन्हें एक्सपोजर देने हेतु “दून डीवा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे डिजाइनर छात्राओं द्वारा तैयार की गई मनमोहक पोशाक मॉडल द्वारा प्रदर्शित की गई। सभी मॉडल छात्राओं ने बेहतरीन कैटवॉक प्रस्तुत कर कार्यक्रम में समा बांधा। सभी प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किये गए।
इसके अतिरिक्त संस्थान में ड्राइंग एवं स्केचिंग प्रतियोगिता में 12 से 15 वर्ष आयु वर्ग में कुछ महरीन जैदी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, वामिका पुनहानी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा विक्रमादित्य सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 15 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग में साक्षी छिन्द्रा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया श्रृंगार खत्री ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा सपना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।
छात्राओं द्वारा मंगलगान तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये तथा सभी ने इस कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया।

 

तुलाज इंस्टिट्यूट में आयोजित हुआ तुलाज़ हैकथॉन 2023

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देहरादून, तुलाज़ इंस्टिट्यूट ने आज कॉलेज परिसर में दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय मैराथन कोडिंग प्रतियोगिता ‘तुलाज़ हैकथॉन 2023’ का आयोजन किया। कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों के विभिन्न संगठनों के प्रतिभाशाली व्यक्तियों और टीमों ने भाग लिया।

प्रतियोगिता की शुरुआत सरस्वती वंदना और राष्ट्रगान से हुई, जिसके बाद तुलाज़ इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने स्वागत भाषण दिया, और मुख्य अतिथि प्रोफेसर दुर्गेश पंत, महानिदेशक यूकोस्ट, डॉ. लोकेश शर्मा, डॉ. सुमित श्रीवास्तव, डॉ. महेश जांगिड़, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर, बालाजी अय्यंगार (लीड आर्किटेक्ट ट्राइकॉन), और विभिन्न राज्यों से आये प्रतिभागियों का स्वागत किया।।

प्रोफेसर दुर्गेश पंत ने दर्शकों को संबोधित किया और प्रतिभागियों को अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों ने दो मुख्य सत्रों में भाग लिया। पहले सत्र का संचालन सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के उप निदेशक डॉ. लोकेश शर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने सत्र में आधुनिक समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग के व्यावहारिक अनुप्रयोगों को साझा किया। दुसरे सत्र का संचालन श्री बालाजी अय्यंगर, लीड आर्किटेक्ट ट्राइकॉन द्वारा किया गया, जिन्होंने वित्त प्रौद्योगिकी, ब्लॉकचेन और आईओटी के बारे में प्रतिभागियों के साथ जानकारी साझा करी।

डॉ. आनंद कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम के सफल और सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिभागियों के लिए महत्वपूर्ण नियमों और विनियमों के बारे में जानकारी दी।

30 घंटे की कोडिंग के बाद, समापन सत्र के दौरान परिणाम घोषित किए गए। एमआईटी मुरादाबाद की टीम सचिन ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया, जबकि तुलाज़ इंस्टिट्यूट की टीम मोहित कुमार ने द्वितीय पुरस्कार और तुलाज़ इंस्टिट्यूट की टीम नमन बाजपेयी ने तृतीय पुरस्कार जीता। इसके अतिरिक्त दो कॉन्सोलेशन पुरस्कार तुलाज़ इंस्टिट्यूट की टीम निखिल माथुर और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की टीम कल्पना मेहता को दिए गए।

प्रतिभागियों को डॉ. राघव गर्ग, उपाध्यक्ष (प्रौद्योगिकी) से सराहना मिली। इस कार्यक्रम में डॉ. सुनील सेमवाल, डीन आरएंडडी, डॉ. त्रिपुरेश जोशी, समन्वयक आरएंडडी, वैभव, टीपीओ, डॉ. संदीप कुमार और संदीप गौतम उपस्थित रहे।कार्यक्रम ने प्रतिभागियों को अपने कोडिंग कौशल दिखाने और उद्योग के विशेषज्ञों से सीखने के लिए एक मंच प्रदान किया।