Monday, May 19, 2025
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पीकेआर फिल्मस् का गढ़वाली लोकगीत ‘रंगीलो गढ़देश’ हुआ रिलीज

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देहरादून, उत्तराखंड़ की देवतुल्य संस्कृति यहां के लोकगीतों में बसी है, इसी सांस्कृतिक धरोहर के ताने बाने को लेकर बना एक लोकगीत ‘रंगीलो गढ़देश’ का वीडियो शनिवार को स्थानीय प्रेस क्लब में रिलीज किया गया, यह गीत उत्तराखंड की संस्कृति उत्तराखंड़ के महान व्यक्तियों के बारे में बताता है l इस गीत को पूर्व शिक्षक जंगबहादुर नेगी लिखा है जिसे वो कई मंचों पर गाते थे और उनके शिष्य कुलदीप रावत जो कि पहाड़ो का राही के नाम से जाने जाते है ने इस गीत को खूबसूरत ढंग से रिखणीखाल की वादियों में फिल्माया गया है, यह गीत पीकेआर फिल्मस् यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है l
लोकगीत रिलीज के मौके पर भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष नीरज पंत ने कहा कि हमारी संस्कृति पूरे विश्व में देवतुल्य है और यहाी के लोकगीत इसको चरितार्थ करते हैं, उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक परम्पराओं को परिलक्षित करते हुये आगे बढ़े l इस गीत को उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायको गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी, किशन महिपाल, मीना राणा, सौरभ मैथाणी, संजय कुमोला, अंजलि खरे, अमित खरे, अमन उनियाल ने गाया है l
यह गीत इगास फिल्म का हिस्सा है अभी यह गीत आया है जल्द फिल्म भी आएगी इस फिल्म को क्वालिटी फिल्म्स द्वारा डायरेक्ट किया गया है l इस अवसर कई लोक कलाकार, समाजसेवी मौजूद रहे जिसमें रघुबीर बिष्ट, प्रदीप रावत आदि मौजूद रहे l

लॉट सुबेदार मेजर बलभद्र सिंह नेगी महिला शक्ति सम्‍मान- 2025 से सम्‍मानित हुई पांच महिलाएं

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“आईएचएमएस कालेज में न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट कोटद्वार और एमडी ने किया महिलाओं को सम्‍मानित”

कोटद्वार (चन्द्रेश लखेड़ा), इंस्‍टीट्यूट ऑफ हॉस्‍पीटेलिटी मैनेजमेंट एंड साइंसेस आईएचएमएस कॉलेज की ओर से आयोजित लॉट सुबेदार मेजर बलभद्र सिंह नेगी महिला शक्ति सम्‍मान समारोह- 2025 में विभिन्‍न क्षत्रों में उल्‍लेखनीय कार्य के लिए पांच महिलाओं को सम्‍मानित किया गया। आशु कला समिति की रंग कर्मियों ने मांगल गीतों की मनमोहक प्रस्‍तुति दी।
बीईएल रोड बलभद्रपुर स्थित कालेज के सभागार में आयोजित सम्‍मान समारोह का बतौर मुख्‍य वक्‍ता न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट कोटद्वार सोनिया जी ने लॉट सुबेदार मेजर बलभद्र सिंह नेगीजी की प्रतिमा पर पुष्‍प माला अर्पित कर और दीप प्रज्‍वलित कर सम्‍मान समारोह का शुभारंभ किया। उन्‍होंने अपने संबोधन में महिला सुरक्षा कानून के प्रति महिलाओं को जागरुक किया।

इसके बाद आयोजित सम्‍मान समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए बलूनी क्‍लासेस की डारेक्‍टर अभिलाषा भारद्वाज, योग के लिए महिला पतंजलि की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्‍य शोभा रावत, समाज सेवा के क्षेत्र में समाज सेविका रंजना रावत, पत्रकारिता के क्षेत्र में साधना प्राइम न्‍यूज की संपादक अंजू कोटनाला बहुखंडी और उत्तराखंड़ की लोक संस्‍कृति के क्षेत्र में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए आशु कला समिति की संस्‍थापक सुमित्रा रावत को लॉट सुबेदार मेजर बलभद्र सिंह नेगी महिला शिक्‍त सम्‍मान- 2025 से सम्‍मानित किया गया। न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट कोटद्वार सोनिया जी ने प्रश‍स्‍ति पत्र और कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्‍टर बीएस नेगी ने स्‍मृति चिह्न देकर पांचों महिलाओं को सम्‍मानित किया।
इस अवसर पर कॉलेज के ईडी अजय राज नेगी, अक्षिता नेगी, डायरेक्‍टर एकेडमिक डॉक्‍टर अश्‍वनी शर्मा, जन संपर्क अधिकारी नरेश थपलियाल, एडमिशन इंचार्ज विजय पंत, ट्रेनिंग एंड प्‍लेसमेंट अधिकारी दीप्ति ध्‍यानी, संदीप आर्य सहित कालेज के सभी प्राध्‍यापक और कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन असिस्‍टेंट प्रोफेसर सपना रौथाण नेगी ने किया।

भू कानून के साथ दस विधेयक हुए सदन में पास

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देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा सत्र का आज चौथा दिन था।  विधानसभा सत्र का चौथा दिन कई मायनों में ऐतिहासिक रहा।  विधानसभा सत्र के चौथे दिन उत्तराखंड में सख्त भू कानून सदन के पटल पर रखा गया।  जिसे मंजूरी मिल गई है।  इसके अलावा 10 और विधेयक आज सदन में रखे गये।  ये सभी विधेयक पास हो गये हैं।
सदन में ये सभी विधेयक पास हुए
नगर निकायों एवं प्राधिकरणों के लिए विशेष प्रावधान संशोधन विधेयक पास
उत्तराखंड निक्षेपक हित संरक्षण विधायक 2025 पास
विधानसभा में विधायकों की पेंशन विधेयक पास
उत्तराखंड नीरसन विधेयक पास
उत्तराखंड नगर एवं ग्राम नियोजन तथा विकास संशोधन विधेयक पास
उत्तराखंड स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी विधेयक पास
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों और पूर्व सैनिकों के लिए आरक्षण विधायक 2025 पास
कुशल खिलाड़ियों के लिए क्षैतिज आरक्षण विधायक पास
उत्तराखंड प्राइवेट यूनिवर्सिटी बिल को सदन से हरी झंडी
उत्तराखंड माल और सेवा कर संशोधन विधेयक को सदन से हरी झंडी
इसके अलावा उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था संशोधन विधेयक 2025 सदन के पटल पर रखा।  जिस पर विपक्ष ने चर्चा की मांग की।  चर्चा के पास भू कानून को पारित कर दिया गया।

भू कानून के नियम
निकाय सीमा में तय भू उपयोग से हटकर जमीन के इस्तेमाल करने पर भी सख्त कार्रवाई होगी।
अब राज्य में साढ़े 12 एकड़ से अधिक जमीन खरीद की मंजूरी नहीं दी जाएगी।
पहाड़ों पर चकबंदी और बंदोबस्ती को तेजी से पूरा किया जाएगा।
दूसरे राज्य के लोगों के लिए राज्य में जमीन खरीदना बेहद मुश्किल हो जाएगा।  जमीनों की खरीदारी के लिए अब डीएम अनुमति नहीं दे पाएंगे।
प्रदेश में जमीन खरीद के लिए पोर्टल बनाया जाएगा।  पोर्टल में राज्य के बाहर के लोगों की एक एक इंच जमीन खरीद का भी ब्यौरा दर्ज होगा।
सभी डीएम को राजस्व परिषद और शासन को सभी जमीनों की खरीद की रिपोर्ट नियमित रूप से देनी होगी।
राज्य से बाहर के लोगों के इसका दुरुपयोग करने सरकार स्तर से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नियमों से हटकर किए गए इस्तेमाल पर जमीन सरकार में निहित की जाएगी।
भूमि की कीमतों में अप्राकृतिक बढ़ोतरी पर नियंत्रण रहेगा और राज्य के मूल निवासियों को भूमि खरीदने में सहूलियत होगी।
सरकार को भूमि खरीद-बिक्री पर अधिक नियंत्रण प्राप्त होगा, जिससे अनियमितताओं पर रोक लगेगी।
पहाड़ी क्षेत्रों में भूमि का बेहतर प्रबंधन होगा, जिससे राज्य के निवासियों को अधिक लाभ मिलेगा।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने 7वें काॅमन रिव्यू मिशन की बैठक में प्रतिभाग किया

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देहरादून , मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी तथा भारत सरकार, ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत 7वें काॅमन रिव्यू मिशन का नेतृत्व कर रहे श्री संजय अग्रवाल (सेनानिवृत आईएएस, पूर्व सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण ) ने राज्य में काॅमन रिव्यू मिशन से अपेक्षाओं के सम्बन्ध में आज विधानसभा भवन में बैठक ली।

सीआरएम (काॅमन रिव्यू मिशन) द्वारा 7वें काॅमन रिव्यू मिशन के तहत मुख्य सचिव एवं ग्रामीण विकास, जलागम, पंचायती राज सहित सभी सम्बन्धित विभागों से राज्य की विशेष परिस्थितियों के अनुरूप वर्तमान में संचालित योजनाओं में आवश्यक बदलावों के सम्बन्ध में सुझाव मांगे गए हैं। सीआरएम द्वारा ग्राम्य विकास से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं से बेहतर परिणाम प्राप्त करने हेतु प्रत्येक योजना में कम से कम 5 इनोवेटिव सुझाव मांगे गए हैं। इसके साथ ही सीआरएम सदस्यों ने राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन दौरान अपनायी जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेज का विवरण भी सीआरएम को देने के निर्देश दिए हैं। सीआरएम द्वारा राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान आ रही समस्याओं, बाधाओं एव कमियों से भी अवगत कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि उनमें आवश्यक सुधार किया जा सके।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने राज्य के विशेष परिस्थितियों के अनुरूप कुछ योजनाओं में नीतिगत स्तर पर आवश्यक सुधारों की बात कही। उन्होंने मनेरगा के तहत सेवा क्षेत्र को सम्मिलित करने तथा वाॅटर शेड प्रोग्राम में राज्य के विशेष परिस्थितियों के अनुकूल सुधार के सुझाव दिए हैं।

ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार का 7वां कॉमन रिव्यू मिशन (सी०आर०एम०) 18 फरवरी से 02 मार्च तक प्रस्तावित है। सी०आर०एम० को ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के प्रकरणों को समझने एवं बेहतर सार्वजनिक सेवा वितरण हेतु सुझाव देने का कार्य सौंपा गया है। 7वां सी०आर०एम० श्री संजय अग्रवाल, पूर्व सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय द्वारा लीड किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ, वरिष्ठ शिक्षाविदों सहित कुल 36 सदस्यों द्वारा उत्तराखंड सहित 09 राज्यों का दौरा किया जायेगा। सी०आर०एम० के सदस्यों द्वारा 21 फरवरी को राज्य के अधिकारियों के साथ मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में ब्रीफिंग सेशन किया गया, तत्पश्चात् सदस्य दो समूहों में गठित होकर 22 फरवरी से दिनांक 24 फरवरी तक दो जनपदों का दौरा करेंगे, जिसके उपरान्त सचिवालय में 25 फरवरी को सभी सदस्य पुनर्गठित होकर सचिव, ग्राम्य विकास विभाग की अध्यक्षता में डीब्रीफिंग सत्र में प्रतिभाग करेंगे।

बैठक में सचिव  राधिका झा, चन्द्रेश कुमार, अपर सचिव  मनुज गोयल सहित सभी सम्बन्धित विभागों के अपर सचिव एवं अधिकारी मौजूद रहे।

सरकार की प्राथमिकता हर वर्ग तक विकास की रोशनी पहुंचाना-त्रिवेंद्र सिंह रावत

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हरिद्वार,( (कुलभूषण) भारतीय जनता पार्टी हरिद्वार द्वारा होटल गार्डेनिया सिडकुल में बजट पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हरिद्वार के सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, नगर निगम हरिद्वार अध्यक्षा किरण जैसल, शिवालिक नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा तथा हरिद्वार के प्रमुख उद्योगपति एवं गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।
इस संवाद का मुख्य उद्देश्य बजट 2024-25 पर विस्तृत चर्चा करना और स्थानीय उद्योगों, व्यापारियों एवं नागरिकों के हितों पर इसके प्रभाव का विश्लेषण करना था।
जिला अध्यक्ष संदीप गोयल ने सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का स्वागत कर बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह व्यापार और उद्योग जगत के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करेगा। उन्होंने कहा सरकार द्वारा दिए गए टैक्स लाभ और MSME को मिलने वाली सहूलियतों से छोटे उद्योगों को मजबूती मिलेगी। हरिद्वार और सिडकुल के उद्योगों को इस बजट से नई ऊँचाइयाँ छूने का अवसर मिलेगा
सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यह बजट देश के आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा सरकार की प्राथमिकता देश के हर वर्ग तक विकास की रोशनी पहुँचाना है। यह बजट उद्योग, व्यापार, कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों को मजबूत करने वाला है। खासतौर पर उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों के लिए यह बजट नई संभावनाएँ लेकर आया है, जिससे स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने हरिद्वार और सिडकुल के औद्योगिक क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सरकार उद्योगपतियों और उद्यमियों को हरसंभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
आज करीब 51 लाख करोड रुपए का बजट सरकार लाई है जो की 2014 में केवल 16 लाख करोड रुपए था।
उन्होंने बताया कि सरकार की अधिक योजनाओं के माध्यम से देश की जनता को हजारों करोड़ की योजनाओं के बचत के रूप में लाभ मिला है जिसमें आयुष्मान भारत कार्ड के माध्यम से 1.2 लाख करोड रुपए जनता के इलाज के दौरान बचे हैं साथ ही साथ जन औषधि केंद्र के माध्यम से 80 परसेंट का डिस्काउंट आम जन्मश को मिला है जिसमें 30000 करोड रुपए दवाई खरीद में बचे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना में 4 करोड़ परिवारों को घर एवं 75% का मालिकाना हक महिलाओं के नाम हुआ है। इनकम टैक्स छूट में आज 12.75 लाख रुपए पर इनकम टैक्स की छूट मिली है यह मिडिल क्लास के लिए बेहतर बजट है।
हरिद्वार उत्तराखंड का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र है
और यहाँ के उद्योगों की प्रगति से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सरकार ने छोटे और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए जो कदम उठाए हैं उनसे व्यापारियों को राहत मिलेगी और नए स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा।
इसके साथ ही उन्होंने युवाओं और रोजगार सृजन को लेकर भी अपनी प्रतिबद्धता जताई।
उन्होंने कहा हमारी सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर युवा के पास रोजगार के पर्याप्त अवसर हों।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है और इसी दिशा में यह बजट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने हरिद्वार के विकास को लेकर भी सरकार की योजनाओं का जिक्र किया और आश्वासन दिया कि आने वाले समय में यहाँ आधारभूत ढांचे, परिवहन सुविधाओं और उद्योगों को और अधिक मजबूती दी जाएगी।
कार्यक्रम में उपस्थित उद्योगपतियों एवं व्यापारिक संगठनों ने बजट को सकारात्मक बताया और सरकार से उद्योगों के लिए और अधिक सहूलियतें देने की अपील की।
इस अवसर पर जिला महामंत्री, आशु चौधरी, परमिंदर शर्मा,सुनील पांडे सुखदेव सिंह आत्माराम सैनी अविनाश गोयल हिमेश कपूर अनूप चौहान केतन कुमार पराग गुप्ता रंजीत झा संदीप रथी पुनीत गोयल साधुराम सैनी मनोज शुक्ला विनीत धीमान प्रभात कुमार सुलभ जैन अमित कुमार गुरमीत सिंह आदि उपस्थित रहे।

पूर्व मुख्य मंत्री हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया इंडो हिमालय एक्सपो कार्यक्रम का सुभारंभ-

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लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए निःशुल्क हेल्थ कैंप का भी किया जा रहा आयोजन-

हरिद्वार ((कुलभूषण))! देव भूमि उत्तराखंड उत्तर भारत का प्रमुख अध्यात्मिक सांस्कृतिक केंद्र होने के साथ ही हिमालय की बहुमूल्य प्राकृतिक संपदा व अपने नैसर्गिक सौंदर्य के लिए विश्व प्रसिद्ध है.
देव भूमि उत्तराखंड प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों से युक्त है इस राज्य में विकास की असीम संभावनाएं हैं इसको देखते हुए नमो गंगे द्वारा इंडो हिमालय एक्सपो के दूसरे संस्करण का आयोजन प्रेम नगर आश्रम हरिद्वार में 21-23 फ़रवरी 2025 को किया जा रहा है. इस पूरे कार्यक्रम का सुभारंभ त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया.
मुख्य अतिथि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नमो गंगे एक सामाजिक संस्थाओं है जो कि विगत दस वर्षों से सामाजिक कार्यों में सक्रीय है. इसके साथ ही नमो गंगे संस्था द्वारा समय समय पर सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं नीतियों के प्रचार प्रसार के लिए इस तरह के एक्सपो का आयोजन किया जाता है.
नमो गंगे के इंडो हिमालय एक्सपो के लिए देश भर से लगातार शुभकामनाएं प्राप्त हो रही हैं. उत्तराखंड उत्तर प्रदेश असम हरियाणा के मुख्य मंत्री के साथ ही जम्मू कश्मीर, हिमालय प्रदेश, असम, मेघालय, पंजाब, उत्तर प्रदेश व बिहार के महामहिम राज्यपाल भारत सरकार व राज्यों के मंत्रियों के ओर से भी इंडो हिमालय एक्सपो के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित किया गया है.
इस दौरान नमो गंगे ट्रस्ट के प्रमुख सदस्यों में दिनेश राठौर, ब्रजेश शर्मा अवधेश शर्मा व विपिन शर्मा उपस्थित रहे और उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के प्रति आभार प्रकट किया.
प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के निर्देशन में आयुर्वेद की भूमि अपने देवभूमि उत्तराखंड में आयुर्वेद के प्रचार एवं प्रसार एवं स्वास्थ्य रक्षण अभियान के अंतर्गत उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल कैंपस हरिद्वार, आयुर्वेद के अनुभवी विशेषज्ञों की टीम द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर में, प्रसिद्ध आयुर्वेद विशेषज्ञ – डॉ. देवेश शुक्ला और डॉ. राजीव कुरेले मुख्य रूप से उपस्थित रहे.
नमो गंगे के ट्रस्टी दिनेश राठौर, ब्रजेश शर्मा, अवधेश शर्मा, विपिन शर्मा ने हमारे संवाददाता से विशेष वार्ता में बताया कि उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष को ध्यान में रखते हुए यह पूरा कार्यक्रम किया जा रहा है इसमें सौ से ज्यादा स्टाल लगाए गए हैं जो कि देश के विभिन्न क्षेत्रों के हैं. उत्तराखंड राज्य से भी स्टाल लगाया गया है. नमो गंगे ट्रस्टी ने इंडो हिमालय में प्रतिभाग करने व सहयोग करने वाले सभी सदस्यों के प्रति आभार प्रकट किया है.

मूल निवास भू क़ानून संघर्ष समिति ने कहा, जनता के साथ हुआ सबसे बड़ा धोखा

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-भू-क़ानून के संशोधित विधेयक की प्रतियां फाड़ी

-शहरी क्षेत्रों में ज़मीन खरीदने की लूट रहेगी जारी

-एक राज्य में दो-दो भू-क़ानूनो को थोपा

देहरादून, मूल निवास, भू-क़ानून संघर्ष समिति ने भू-क़ानून में किए गए संशोधनों को उत्तराखंड की जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा बताया और इसे जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला क़ानून बताया। इस मौके पर संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने भू-क़ानून के संशोधन विधेयक की प्रति फाड़ते हुए इसे माफ़िया के पक्ष में बताया।
स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू होते हुए मूल निवास, भू-क़ानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि भू-क़ानून के संशोधित विधेयक में नगरीय क्षेत्रों को इस क़ानून के दायरे से बाहर रखा गया है। सबसे ज्यादा बेशकीमती ज़मीनें शहरों में ही हैं और यहां जमीन खरीदने की कोई पाबंदी नहीं है। निकायों के विस्तार के चलते लगातार ग्रामीण क्षेत्रों की ज़मीन शहरों में शामिल हो रही है।
उन्होंने कहा कि देहरादून, ऋषिकेश, कोटद्वार, पौड़ी, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, गौचर, कर्णप्रयाग, गोपेश्वर, जोशीमठ, गैरसैंण, हल्द्वानी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रामनगर, नैनीताल, भवाली, टिहरी, नरेंनगर, देवप्रयाग, चंबा, रानीखेत, धारचूला सहित अन्य निकायों में कोई भी बाहरी व्यक्ति बेतहाशा जमीन खरीद सकता है। यहां तक कि केदारनाथ, बद्रीनाथ और गंगोत्री नगर पंचायत क्षेत्र में भी जमीन खरीदने की छूट है। यह क़ानून सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के लिए है। यहां 250 वर्ग मीटर ही कोई बाहरी व्यक्ति जमीन खरीद सकता है। शहरों में जमीन खरीदने की कोई लिमिट नहीं है। राज्य निर्माण के बाद शहरों की प्राइम लैड को माफ़िया और बाहरी लोगों ने खुर्द-बुर्द किया है।
संघर्ष समिति की मुख्य मांग यही थी कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि खरीदने का एक ही क़ानून बने। लेकिन सरकार ने पुराने क़ानून में ही लीपापोती की है।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार और उधमसिंहनगर जिले को भूमि क़ानून के दायरे से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा भू माफिया इन्ही दो जनपदों में हैं और यहाँ किसानों की ज़मीन खत्म हो रही है। मैदानी मूल के व्यक्ति भी इस बात की चिंता कर रहे हैं। सरकार की मंशा उत्तराखंड की डेमोग्राफी बदलना है, ताकि पर्वतीय राज्य की अस्मिता को खत्म किया जा सके। लगातार जनसंख्या बढ़ने से भविष्य में होने जा रहे परिसीमन से हरिद्वार और उधमसिंहनगर की विधानसभा सीटें बढ़ने जा रही है। यह चिंता सिर्फ पर्वतीय मूल के लोगों की नहीं है, बल्कि मैदानी लोग भी इसको लेकर चिंतित हैं। समान नागरिक संहिता की बात करने वाली सरकार एक राज्य में दो-दो भू-क़ानून थोप रही है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र की कृषि भूमि को 30 साल तक पूंजीपतियों को पट्टे पर देने का भी प्रावधान किया गया है। इससे हमारे काश्तकार अपने ही खेतों में नौकर या चौकीदार बन जायेंगे।
उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति इस काले क़ानून को जनता के बीच ले जाएगी और सरकार द्वारा किये गए छलावे को बताएगी। एक बार फिर जनता को लामबंद किया जाएगा।
इस मौके पर पूर्व आईएएस एसएस पांगती, पूर्व सैन्य अधिकारी पीसी थपलियाल, एलपी रतूड़ी, टीएस नेगी, संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिमांशु रावत, पंकज उनियाल, समन्वयक प्रमोद काला, विपिन नेगी, आशुतोष कोठारी, आशीष नौटियाल, बॉबी रांगड़, मनेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।

 

 

प्रदेश के खनन विभाग में रेवड़ियों की तरह बंटे खनन पट्टे : आशुतोष नेगी

“81 खनन पट्टों को निविदा के बेस प्राइस के आसपास आबंटित कर प्रदेश को सैंकड़ों करोड़ की राजस्व हानि”

देहरादून, उक्रांद के गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी आशुतोष नेगी ने प्रदेश सरकार पर खनन पट्टों की निविदा में धांधली का आरोप लगाया है। स्थानीय प्रेस क्लब में गुरुवार को पत्रकारों से रूबरू होते हुये आशुतोष ने कहा कि इससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। उन्होंने इस मामले की जांच एसआईटी या सीबीआई से करवाने की मांग की है। ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके।
पत्रकारों से बातचीत में आशुतोष नेगी ने कहा कि प्रदेश में खनन विभाग ने पांच हेक्टेयर से कम क्षेत्रफल में खनन पट्टे पांच साल के लिए आवंटित किए हैं। पट्टों के आंवटन में बड़ी धांधली की गई है। निविदा के बेस रेट के आसपास आंवटित कर सरकार को करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने पट्टों के आवंटन की एसआईटी या सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। चेताया कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वह न्यायालय के दरवाजे खटखटाएंगे।
आशुतोष ने कहा कि उत्तराखण्ड के खनन विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 में 5 हेक्टयर से कम क्षेत्रफल के खनन पट्टी जिन्हें 5 साल के लिये आवंटित किया गया है, बड़ा खेल कर दिया गया है। जल पट्टों के आरबीएम के मूल्य को बेस प्राइस रुपये प्रति कुन्तला इससे 2-3 रुपये से ऊपर की दर पर पट्टों को रेवड़ियों की तरह बॉट कर प्रदेशको सैकड़ों करोड़ रुपये की गयी है, जबकि अगर भूस्वामी के खेत में भी मलबा या सिल्ट जमा हो जाये, तो उसे सरकार से ही इसे खरीदने के लिये बसाइस अतिरुपये प्रति कुन्तल में दोगुने मूल रूपये 14 रुपये प्रति कुन्तत के हिसाब से खरीदने का नियम खनन नियमावली(प्रति संतत्र) में दिया गया है। इस समय बाजार में आरबीएम का यूनतम मूल्यक लगभग 50 रुपये प्रति कुंतत है, जिससे समझा जा सकता है कि इस विभाग में प्रदेश के हिस्से आने वाले राजस्व की बड़े स्तर पर बंदरबांट की जा रही है। उत्तराखण्ड कान्ति दत का आरोप है कि इस काले धन की कमाई की भाजपा की उक्त इंजन की प्रदेश सरकार के मुखिया चुनाव जीतने के लिये प्रयोग करते हैं, जिसके दुष्परिणाम उत्तराखण्ड कान्ति दत्त समेत अन्य विपक्षी दलों को भी भुगतने पड़ते हैं। इस तरह प्रदेश में काबिज़ धामी सरकार लोकतंत्र का गला घोट रही है। अगर सीएम धामी इस मामले में पाक-साफ हैं. सबसे पहले इन खनन पट्टाँ को निरस्त करें और प्रदेश के खनन विभाग में प्रदेश के सबस्कीटक विम्मेदारों को की सलाखों के पीछे पहुंचाने हेतु एसआईटी या सीबीआई जाँच की संस्तुति करें, अन्यधा उक्त मामले में उत्तराखंड कान्ति दत सड़क से लेकर माननीय न्यायालय तक प्रदेश के राजस्व की लूट के जिम्मेदारों को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाने हेतु निर्णायक लड़ाई लड़ेगा।

आशतोष का कहना है कि प्रदेश के चंपावत को छोड़ अन्य जनपदों को आबंटित पट्टों की संख्या-81, इन पट्टों से एक वर्ष में उठाये जाने वाले आरबीएम की मात्रा-5.89.63.230.00 (पाँच करोड़ उजब्बे लाख तिरसठ हजार दो सौ तीस) कुंतल। 81 पट्टों से एक वर्ष में इस आरवीएम की लगाई गयी बोली-58.34,88, 176.00 (अट्ठावन करोड़ चौतीस लाख अट्ठासी हजार एक सौ छियत्तर) रुपये।
भू स्वामी की अपनी भूमि पर जमा आरबीएम को सरकार से खरीदने की दर रुपये 14 प्रति कुन्तत के हिसाब से खरीदने पर इस आरवीएम का मूल्य है-58963230.00 (पाँच करोड़ उन्नब्बे तास तिस्सठ हजार दो सौ तीस) 14 रुपये प्रति कुन्तल = 82,54,85,220.00 (बपासी करोड़ चव्चन लाख पिचासी हजार दो सौ बीस) रुपये। आशुतोष ने पत्रकारों के समक्ष पांच सालों हुई हानि का भी विवरण प्रस्तुत किया l

शुद्ध हानि :

82,54,85,220.00 (बयासी करोड़ चव्बन लाख पिचासी हजार दो सौ बीस)-58,34,88, 176.00 (अट्ठावन करोड़ चौतीस लाख अट्ठासी हजार एक सौ छियत्तर) =24, 19,97,044.00 (चौबीस करोड़ उत्रीस लाख सत्तानवे हजार चवालीस) रुपए प्रति वर्ष।

पाँच सालों में होने वाली हानि-24, 19,97,044 (चौबीस करोड़ उत्रीस लाख सत्तानवे हजार चवालीस) 5 (वर्ष) = 120,99,85.220 (एक अरब बीस करोड़ निन्यानबे लाख पिचासी हजार दो सौ बीस) रुपये।
औसतन बाजार मूल्य रूपये 30 प्रति कुन्तल के हिसाब से आरबीएम का मूल्य-5,89,63,230 (पाँच करोड़ उन्नब्बे लाख तिरसठ हजार दो सौ तीस)×30 रुपये प्रति कुन्तल = 1,76,88,96,900. (एक अरब छियतर करोड़ अट्ठासी लाख छियानवे हजार नौ सौ) रुपये

शुद्ध हानि :
1,76,88,96,900 (एक अरब छिपतर करोड़ अट्ठासी लाख छियानवे हजार नौ सौ) 58,34,88,176 (अठावन करोड़ चौतीस लाख अट्ठासी हजार एक सौ छिपतर) =1185408724. (एक अरब अठारह करोड़ चवन लाख आठ हजार सात सौ चौबीस)

रुपये प्रति वर्ष
*5 सालों में होने वाली हानि : *
1185408724.00-05-5927043620.00 (पाँच सौ बयानवे करोड़, सत्तर लाख, तेतालिस हजार, छः सौ बीस रुपये मात्र)

 

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उत्तराखंडियों को बांटने का काम कर रही भाजपा सरकार : नमन चंदोला

पौड़ी, भू कानून को लेकर जहां प्रदेश में लगातार आंदोलन चल रहे हैं वहीं जनता की मांग को देखते हुए भाजपा सरकार ने भू कानून को कैबिनेट में मंजूर किया है, वहीं भू कानून को लेकर पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला ने बृहस्पतिवार को प्रेस नोट जारी कर भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार भू कानून की आड़ में उत्तराखंडियों को बांटने का काम कर रही है ।चंदोला ने कहा कि पूरा प्रदेश सख्त भू कानून की मांग कर रहा है लेकिन भू कानून में हरिद्वार और उधम सिंह नगर को शामिल ना करना उत्तराखंडियों को बांटने वाला कदम है।
चंदोला ने कहा कि प्रदेश की जनता सख्त भू कानून की मांग करती आ रही है लेकिन लगता है सरकार हरिद्वार और उधम सिंह नगर की जनता को बाहरी समझती है। चंदोला ने कहा कि प्रदेश सरकार उत्तराखंड की जनता को पहाड़ी और मैदानी में बांटना चाहती है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
हरिद्वार और उधम सिंह नगर को शामिल ना करने पर सरकार का तर्क है कि यहां उद्योग लगाए जाएंगे और निवेश बढ़ेगा तो हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि क्या सरकार सिर्फ हरिद्वार और उधम सिंह नगर में निवेश बढ़ाएगी पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़ दिया जाएगा । नमन ने कहा कि उत्तराखंड में रह रहा हर एक व्यक्ति उत्तराखंडी है और उसका अधिकार सख्त भू कानून और मूल निवास 1950 है। चंदोला ने कहा कि जो सरकार हम पर आरोप लगाती थी कि हम पहाड़ी और मैदानी करके उत्तराखंड को बांटने का काम कर रहे हैं वह सरकार स्वयं उत्तराखंड को पहाड़ी और मैदानी में बांट रही है जबकि हमने समूचे उत्तराखंड के लिए सख्त भू कानून और मूल निवास की मांग की है। कहा कि जब तक पूरे राज्य के लिए सशक्त भू कानून और मूल निवास 1950 की मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा ।

सड़क चौड़ीकरण की मांग को लेकर ट्रैक्टरों से किया विधान सभा कूच, दुधली में पुलिस ने रोकी रैली

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देहरादून, डोईवाला के दुधली सड़क चौड़ीकरण की मांग को लेकर आज एक बार फिर दुधली क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने स्थानीय लोगों और किसान यूनियन के नेताओं के साथ ट्रैक्टरों के साथ उत्तराखंड विधान सभा कूच किया।
दून पुलिस ने दुधली पुलिस चौकी पर बैरिकेटिंग लगाकर विधान सभा कूच कर रहे आंदोलनकारियों को उनके ट्रैक्टरों के साथ रोक लिया।
जिसके बाद आंदोलनकारियों ने एक घंटे तक सड़क मार्ग को अवरुद्ध करके जोरदार प्रदर्शन करते हुए शासन प्रशासन को कोसा।
आंदोलनकारियों में शामिल जिला पंचायत सदस्य टीना सिंह, रफेल सिंह, उमेद बोरा, गौरव सिंह, सरकार सुरेंद्र सिंह खालसा आदि लोगों ने कहा कि लम्बे समय से दुधली_ डोईवाल की सात किलोमीटर सड़क को चौड़ा करने की मांग कर रहे है लेकिन शासन प्रशासन क्षेत्र की मांग की अनदेखी कर रहा है जबकि विभाग की ओर से सड़क का एस्टीमेट बनाकर शासन भेज चुका है लेकिन उसके बाद भी बजट नहीं मिलने से सड़क निर्माण आधार में लटका हुआ हैं।
जबकि सड़क पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा हैं और मार्ग संकरा होने के कारण दुर्घटना जॉन बना हुआ हैं। आंदोलनकारियों ने कहा कि अगर शासन अतिशीघ्र हमारी सड़क चौड़ीकरण की मांग पर कार्यवाही नहीं करता है तो फिर आगे ओर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर तहसीलदार डोईवाला सोहन सिंह रांगड़ प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेकर उचित कारवाई का आश्वासन दिया।

चुना खाला झड़ीपानी वाहन गिरा, एक की मौत

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देहरादून, थाना कोतवाली मसूरी को आज डेढ़ बजे एक व्यक्ति द्वारा सूचना दी गई की एक वाहन चुना खाला झड़ीपानी मसूरी पर नीचे गिर गया है । सूचना मिलते ही थाना हाजा से प्रभारी निरीक्षक अ.उ.नि.बुद्धि प्रकाश व पुलिस बल सहित आपदा उपकरण लेकर तत्काल घटनास्थल हेतु रवाना हुए । मौके पर जाकर पाया कि एक वाहन UK 07DZ 8051 रेनॉल्ट ट्रिम वाहन स्वामी नीरज पुत्र किशोरी लाल निवासी थान भवान धनोल्टी जिला टिहरी गढ़वाल अचानक अनियंत्रित होकर नीचे गिर गया वाहन को वाहन स्वामी स्वयं ही चला रहा जिसके आधार कार्ड से नाम की पुष्टि हुई है । वाहन में एक ही व्यक्ति चालक सवार था जिसे 108 के माध्यम से सिविल हॉस्पिटल मसूरी भिजवा दिया गया जहां पर डॉ. द्वारा उसे मृत घोषित किया गया है । शव की पंचनामा कार्यवाही की जा रही है।

शपथ के बाद दिल्ली में हो गया विभागों का बंटवारा, सीएम के पास वित्त; प्रवेश वर्मा समेत अन्य को मिली ये जिम्मेदारियां

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नई दिल्ली (आरएनएस)। दिल्ली सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में गुरुवार को सीएम रेखा गुप्ता ने पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, आज से पहले यह सीएम कार्यालय मीडिया के लिए नहीं खुला था। आज से यह सभी के लिए खुला रहेगा। सभी का स्वागत है। आज शपथ ग्रहण समारोह के बाद हमने सचिवालय के मुख्यमंत्री कार्यालय में पदभार संभाल लिया है। शाम सात बजे कैबिनेट पहली बैठक बुलाई गई है। इससे पहले शाम पांच बजे यमुना घाट पर जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो मिशन ‘विकसित दिल्ली’ का है, उसे पूरा करने के लिए लगातार काम किया जाएगा। एक भी दिन व्यर्थ नहीं होगा। एक-एक वादे पूरे किए जाएंगे। वहीं, दिल्ली में सरकार गठन और कैबिनेट की शपथ के बाद अब विभागों का भी बंटवारा हो गया है।
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने पास वित्त विभाग और विजिलेंस रखा है। प्रवेश वर्मा को परिवहन और पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी दी गई है। मनजिंदर सिंह सिरसा को स्वास्थ्य विभाग दिया गया है। कपिल मिश्रा को जल, पर्यटन, आर्ट एंड कल्चर विभाग सौंपा गया है।
रेखा गुप्ता (मुख्यमंत्री) – गृह, वित्त, सेवा, सतर्कता, योजना
 प्रवेश वर्मा (उपमुख्यमंत्री) -शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, परिवहन
 मनजिंदर सिंह सिरसा  – स्वास्थ्य, शहरी विकास, उद्योग
 रवींद्र कुमार इंद्राज –  समाज कल्याण, एससी/एसटी मामले, श्रम
 कपिल मिश्रा  – जल, पर्यटन, संस्कृति
 आशीष सूद  – राजस्व, पर्यावरण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति
 पंकज कुमार सिंह  – कानून, विधायी मामले, आवास।