Monday, June 9, 2025
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ट्रायल के लिए देहरादून पहुंची वन्दे भारत ट्रेन, उद्घाटन के लिए भव्य रूप से सजाया जा रहा रेलवे स्टेशन

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देहरादून, वंदे भारत ट्रेन का संचालन दो दिन बाद देहरादून रेलवे स्टेशन से दिल्ली के बीच किया जाना है। इसके ट्रायल के लिए मंगलवार को वंदे भारत देहरादून रेलवे स्टेशन पहुंच गई है। वहीं, ट्रेन के उद्घाटन के लिए देहरादून रेलवे स्टेशन को भव्य रूप से सजाने का काम शुरू कर दिया गया है। सोमवार से स्टेशन के दो प्लेटफॉर्म (एक व दो) में टेंट लगाने और रंग-रोगन का काम शुरू किया गया। आज 24 मई को दोनों प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी जाएगी। दून से चलने वाली यह ट्रेन देश की 18वीं वंदे भारत ट्रेन होगी। 25 मई को सुबह 11 बजे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ट्रेन का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर दून रेलवे स्टेशन के दो प्लेटफॉर्म पर करीब 300 मीटर से अधिक का लंबा टेंट लगना है। जबकि स्टेशन पर रखे गमलों पर भी रंग-रोगन का काम तेजी से किया जा रहा है।

सोमवार को डीआरएम मुरादाबाद मंडल अजय नंदन समेत रेलवे के कई अधिकारियों ने देहरादून स्टेशन का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद तमाम अधिकारी रुड़की रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के लिए रवाना हो गए।डीआरएम मुरादाबाद अजय नंदन कुछ दिनों से देहरादून में ही हैं। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि 25 से अधिक मजदूर टेंट लगाने का काम कर रहे हैं। जबकि कुछ गमलों व स्टेशन के आसपास रंग रोगन का कार्य कर रहे हैं। रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि दो मंच तैयार होने के बाद दोनों प्लेटफॉर्म पर गाड़ियों की आवाजाही रोक दी जाएगी। प्लेटफॉर्म नंबर एक से वंदे भारत ट्रेन को दिल्ली के लिए रवाना किया जाएगा।

गाड़ी कब देहरादून पहुंचेगी, ट्रेन का संचालन, समय, टिकट और स्टोपेज को लेकर अभी अधिसूचना जारी नहीं की गई है। एक-दो दिन में रेलवे की ओर से यह अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।

सूबे में 1579 छात्र-छात्राओं ने दी संस्कृत बोर्ड की परीक्षाएं

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देहरादून, उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा बोर्ड की 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये गये हैं। सूबे के संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से जुड़ कर बोर्ड परीक्षओं के परिणाम जारी किये। उन्होंने बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण एवं श्रेष्ठता सूची में स्थान प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को बधाई दी। इसके अलावा उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में असफल छात्र-छात्राओं को जीवन में कतई भी निराश न होने की बात कही और फिर से तैयारी में जुट जाने को कहा। डा. रावत ने बताया कि वर्ष 2023 में कुल 1579 छात्र-छात्राओं ने संस्कृत बोर्ड की परीक्षा दी, जिसमें से इंटरमीडिएट में 87.38 प्रतिशत जबकि हाईस्कूल में 89.58 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुये।

सूबे के संस्कृत शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि संस्कृत बोर्ड परीक्षा का परीक्षा परिणाम समय पर जारी कर दिया गया है। इसके लिये उन्होंने विभागीय अधिकारियों एवं बोर्ड परीक्षा के आयोजन से जुड़े कार्मिकों की पीठ थपथपाई। संस्कृत बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित करने के अवसर पर वर्चुअल माध्यम से जुड़े विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि इस वर्ष परिषदीय परीक्षा में कुल 1579 छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुये, जिसमें से पूर्वमध्यमा द्वितीय (हाईस्कूल) में 634 जबकि उत्तरमध्यमा द्वितीय (इंटरमीडिएट) में 945 शामिल थे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पूर्वमध्यमा द्वितीय (हाईस्कूल) का कुल परीक्षाफल 89.58 फीसदी रहा जबकि उत्तरमध्यमा द्वितीय (इंटरमीडिएट) का रिजल्ट 87.38 फीसदी रहा है। डा. रावत ने परिषदीय परीक्षा में उत्तीर्ण एवं प्रवीणता सूची में स्थान प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को शुभकामनाएं प्रेषित की, साथ ही उन्होंने बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने में असफल रहे छात्र-छात्राओं को निराश न होने की बात कही, उन्होंने कहा कि असफलता से ही सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। इसलिये एक बार फिर से बोर्ड परीक्षओं की तैयारी के लिये जुट जायें ताकि अगले वर्ष बेहतर अंकों के साथ बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण हो सके।

उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा निदेशक डा. एस.पी. खाली ने बताया कि बोर्ड परीक्षा का परीक्षाफल आज हरिद्वार स्थित संस्कृत शिक्षा परिषद में घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि विभागीय मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत के मार्गदर्शन में इस वर्ष की परिषदीय परीक्षा को तय समय सीमा के अंतर्गत पूरा किया गया और छात्र-छात्राओं की परीक्षाओं का मूल्यांकन कर पारदर्शिता के साथ परीक्षा परिणाम माननीय मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत की वर्चुअल उपस्थिति में घोषित कर दिया गया है। परीक्षा का परीणाम विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है, जहां से छात्र-छात्राएं सुविधानुसार अपना-अपना परीक्षा परिणाम देख सकेंगे।

संस्कृत बोर्ड परीक्षा में ये रहे अव्वल
उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद की 10वीं बोर्ड परीक्षा की श्रेष्ठता सूची में दुर्गादत्त कपिलाश्रमी संस्कृत महाविद्यलय हल्द्वानी, नैनीताल के छात्र जय पपनै ने 87.4 फीसदी अंक प्राप्त कर सर्वोच्च स्थान हासिल किया जबकि 87.2 प्रतिशत अंक हासिल कर श्री जयदयाल अग्रवाल संस्कृत विद्यालय श्रीनगर गढ़वाल के छात्र अभिषेक मंमगाई ने द्वितीय स्थान पर प्राप्त किया। वहीं 86.6 फीसदी अंक प्राप्त कर श्री भारती संस्कृत विद्यालय कनखल हरिद्वार के सुबोध व्यास तीसरे स्थान पर रहे। इसी प्रकार इंटरमीडिएट में ब्रिगेडियर विद्याधर जुयाल संस्कृत विद्यालय भुवनेश्वरी सिद्धपीठ झांजण, सितोनस्यूं पौड़ी गढ़वाल के छात्र अजय कैंथोला ने 82.4 प्रतिशत अंक लाकर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। वहीं श्रेष्ठता सूची में दूसरे स्थान पर श्री स्वर्गाश्रम ट्रस्ट संस्कृत विद्यालय स्वर्गाश्रम पौड़ी गढ़वाल के छात्र सुधेश बडोनी एवं दुर्गादत्त कपिलाश्रमी संस्कृत महाविद्यालय हल्द्वानी के छात्र लोकेश चन्द्र बडसिलिया ने 82.2 अंक लाकर संयुक्त रूप से दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि तीसरे स्थान पर श्री रघुनाथ कीर्ति आदर्श संस्कृत महाविद्यालय देवप्रयाग के छात्र अमन भट्ट ने 81.8 अंक अर्जित कर तीसरा स्थान हासिल किया।

देहरादून से गोवा के लिए शुरु हुई सीधी फ्लाइट सेवा, पहले दिन 114 यात्रियों ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट से गोवा के लिए भरी सीधी उड़ान

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देहरादून, इंडिगो विमानपत्तन कंपनी ने देहरादून से गोवा के लिए सीधी फ्लाइट शुरू कर दी है। इससे उत्तराखंड से गोवा जाने और आने वाले यात्रियों को फायदा मिलेगा। इससे पहले गोवा जाने के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट से दिल्ली और फिर गोवा की फ्लाइट लेनी पड़ती थी, लेकिन अब सीधा गोवा की फ्लाइट जौलीग्रांट एयरपोर्ट से मिलेगी।

गोवा के लिए फ्लाइट प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को संचालित की जाएगी। मंगलवार को इस विमान सेवा के पहले दिन जिलाधिकारी सोनिका, एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा, एयरपोर्ट मैनेजर डीजीएम नितिन कादियान, उप जिलाधिकारी प्रशासन रामजी शरण, इंडिगो की देहरादून मैनेजर कोमल राणा ने केक काटकर खुशी जताई और इस विमान से आए यात्रियों का स्वागत किया।

देहरादून से गोवा जाने वाले पहले यात्री को जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने बोर्डिंग पास देकर इस विमान सेवा की शुरुआत की। 180 सीटर इंडिगो का यह विमान एअरबस 320 पहले दिन शाम 5:55 बजे जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर यात्रियों को लेकर उतरा और यहां से शाम 6:30 बजे यात्रियों को लेकर गोवा के लिए उड़ान भरी। पहले दिन 154 यात्री गोवा से देहरादून आए और 114 यात्री देहरादून से गोवा के लिए गए।

नैथाणा झूला पुल से 42 वर्षीय व्यक्ति ने मारी कूद

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श्रीनगर गढ़वाल। नैथाणा झूला पुल से एक 42 वर्षीय व्यक्ति ने अलकनंदा नदी में कूद मार दी। इस मामले में पुलिस व एसडीआरएफ की टीम द्वारा अलकनंदा नदी के आस-पास खोजबीन की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 11.30 बजे के करीब पुलिस कंट्रोल 112 पर नैथाणा पुल से एक व्यक्ति के नदी में कूद मारने की सूचना मिली। जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ढूंढ खोज शुरू की। मौके पर कपड़े बरामद होने पर इनकी शिनाख्त की गई। शिनाख्त में कपड़े मुकेश बिष्ट(42), निवासी सिंदरी चौरास हाल गिरधर भोजनालय निकट सराफ धर्मशाला श्रीनगर के पाए गए। मामले की जांच कर रहे एसआई अजय भट्ट ने बताया कि परिवारजनों के द्वारा थाना श्रीनगर में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है। पुलिस के द्वारा एसटीआरएफ के माध्यम से अलकनंदा नदी और आसपास में खोजबीन की जा रही है। इस संबंध में पुलिस ने नजदीकी थानों को भी गुमशुदा के विषय में सूचना दे दी है।

यात्रा सीजन में नगर में बने शौचालयो को यात्रियो के लिए नहीं खोले जाने पर मेयर ने एमएनए को लिखा पत्र

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हरिद्वर (कुलभूषण) नगर निगम हरिद्वार में मेयर व एमएनए के बीच चल रहा शीत युद्व थमने का नाम नही ले रहा है जिसके चलते नगर निगम सीमा क्षेत्र में होने वाले विकास कार्य धरातल पर होते दिखायी नही दे रहे हैं। हरिद्वार नगर निगम में वर्तमान मेयर कांग्रेस की तथा बोर्ड में भाजपा का बहुमत होने के चलते बोर्ड गठन के समय से ही नगर निगम जनहीत के कार्यो को दरकिनारे कर राजनीति का केन्द्र बनकर रह गया है। कभी भाजपा पार्षद मेयर पर हमला बोलते है तो कभी मेयर भाजपा पार्षदो व एमएनए पर सहयोग नही करते का आरोप लगातेे हुए अपनी उपेक्षा किये जाने की गुहार नगर की जनता के बीच लगाती है।
इसी क्रम के चलतेे मंगलवार को मेयर अनिता शर्मा ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर नगर में बनाये गये स्वच्छ भारत मिशन  के अन्तर्गत शौचालयो को यात्रा सीजन के चलते शुरू नही किये जाने पर रोष व्यक्त करते हुए कहा की नगर आयुक्त द्वारा पूर्व में मेयर द्वारा इस बारे में लिखे के पत्र के जवाब मे कहा था की मुख्यमंत्री के हरिद्वार प्रवास के चलते इनका लोकार्पण कराया जाना प्रस्तावित हैं। परन्तु विगत दिनों मुख्यमंत्री के हरिद्वार आगमन के दौरान भी इन शौचालयो का लोकार्पण नही कराया जाना निगम अधिकारियो की कार्य प्रणाली को इंगित करता है। उन्होने मेयर ने कहा की यात्रा सीजन के दौश्रान तैयार इन शौचालयो का जनता के प्रयोग के लिए उपयोग में नही आने से जहा हरिद्वार आने वाले यात्रियो को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। वही इससे निगम की छवि पर भी प्रतिकुल प्रभाव पड रहा हैं।
ऐसे में मेयर ने एमएनए को इन 18 शैचालयो को अविलम्ब जनता के लिए खोलने के निदेश दिये हे उन्होने कहा की अगामी 30 मई को गंगा दशहरा पर्व होने के चलते बडी संख्यां में तीर्थ श्रृद्वालुओ के हरिद्वार पहुचेगें ऐसे में जनहीत को देखते हुए यदि समय रहते कार्यवाही नही की गयी तो मेयर को स्वयं इन शौचालयो को अपने स्तर से खुलवाने की कार्यवाही करनी पडेगी  जिसका समस्त दायित्व एमएनए का होगा।

कृषि विज्ञान केंद्र रानीचौरी द्वारा एक दिवसीय स्टेकहोल्डर्स मीट का किया गया सफल आयोजन

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टिहरी गढ़वाल,  वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र रानीचौरी टिहरी गढ़वाल द्वारा विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय डा. परविंदर कौशल जी की अध्यक्षता में वानिकी महाविद्यालय में एक दिवसीय स्टेकहोल्डर्स मीट का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केंद्र डा. आलोक येवले जी ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए माननीय कुलपति महोदय द्वारा विशिष्ट अतिथी पद्मश्री श्री प्रेम चंद शर्मा जी का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया साथ ही प्रभारी अधिकारी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी वैज्ञानिकों, रेखीय विभागों के अधिकारियों तथा किसानों का भी स्वागत किया गया। माननीय कुलपति महोदय द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए सभी अधिकारियों, किसानों, स्वयं सहायता समूहों एवं रेखीय विभागों को उनकी दिलचस्पी के हिसाब से चार समूहों (नर्सरी उत्पादन व फसल उत्पादन, फ़ार्म प्रबंधन, कटाई उपरान्त प्रबंधन, मार्केटिंग) में बांटा गया तथा सभी से विचार करके खेती एवं अन्य जुड़ी हुई समस्याओं से संबंधित बिन्दुओं को रेखांकित करके सभी किसानों से उनके सुझाव लिया तथा उन बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। कार्यक्रम की चर्चा के मुख्य बिंदु उन्नत प्रजाति के फल उत्पादन, सब्जी पौधशाला प्रबंधन, वर्षाजल संरक्षण, मृदा जांच, मशरूम उत्पादन, मौन पालन, बकरी पालन, कुक्कट पालन, मतस्य पालन, औषधीय एवं सगंध पौध उत्पादन, कटाई उपरान्त प्रबंधन, जैव अभिकर्ता उत्पादन, कोल्ड स्टोरेज, ट्रेनिंग व् प्रूनिंग, उत्पाद व जैविक प्रमाणीकरण आदि रहे। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में माननीय कुलपति महोदय डा. परविंदर कौशल जी द्वारा सभी बांटे गए समूहों से आये हुए महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विश्वविद्यालय की सहभागिता को लेकर चर्चा की गयी तथा भविष्य में वैज्ञानिकों के सहयोग से किसानों, स्वयं सहायता समूहों तथा युवा उद्यमियों के हित में पूर्ण रूप से कार्य करने का आश्वाशन दिया गया। इस कार्यक्रम में अधिष्ठाता वानिकी महाविद्यालय डा. वी. पी. खंडूरी, सह-निदेशक प्रसार डा. अरविन्द बिजल्वान, निदेशक शोध डा. अमोल वशिष्ठ, नियुक्ति निदेशक डा. एस. पी. सती, सह-प्राध्यापक डा. अजय कुमार, डा. लक्ष्मी रावत, मृदा वैज्ञानिक सुश्री शिखा, पादप संरक्षण वैज्ञानिक डा. सचिन कुमार, सुनीता शाह, डी डी एम नाबार्ड ए. एन. शुक्ला, डा. हिमांशु पाण्डेय, वरिष्ठ शोध अध्येता निकरा परियोजना उदित जोशी, विनोद रमोला प्रगतिशील किसान मंगत सिंह नेगी, खुशीराम डबराल, देवेन्द्र चौहान, संजय बहुगुणा, उदय सिंह तडियाल, आदि समेत लगभग 62 व्यक्ति मौजूद रहे।

 

 

हडको द्वारा केदानाथ पुनर्निर्माण परियोजना में श्री केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ स्वीकृति सह समझौता पर हुये हस्ताक्षर

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देहरादून, हडको द्वारा श्री केदारनाथ धाम में पुननिर्माण कार्यों हेतु सीएसआर योजना के अंतर्गत रू 10.93 करोड़ स्वीकृत किया है जिसमें सामुदायिक शौचालय एवम पर्यटक सुविधा भावना का निर्माण प्रस्तावित है ।

इस योजना के निर्माण हेतु
हडको एवम श्री केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ स्वीकृति सहसमझौता पर हडको देहरादून कार्यालय में हस्ताक्षर किए। हडको की और से क्षेत्रीय प्रमुख संजय भार्गव व श्री केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से श्री सतीश बहुगुणा, विशेष कार्याधिकारी द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

क्षेत्रीय प्रमुख संजय भार्गव द्वारा बताया गया हडको जब सीएसआर के अंतर्गत स्वीकृत योजना अगले दो वर्ष में निर्मित की जाएगी। इस अवसर पर हडको से प्रबंधक विधि शंकर चौधरी एवम प्रबंधक परियोजना विवेक प्रधान उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

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रुद्रप्रयाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत विकास भवन सभागार में आयोजित गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम (पीसीपीएनडीटी) की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस दौरान मा. स्वास्थ्य मंत्री ने संतुलित लिंगानुपात के लिए 950 से कम लिंगानुपात संख्या वाले 05 जिलों में पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने गिरते लिंगानुपात को सुधारने के लिए पीसीपीएनडीटी के अंतर्गत गठित समितियों में सक्रिय व महिला सदस्यों की भागीदारी बढाने के साथ-साथ जागरूकता गतिविधियों को बढाने के निर्देश भी दिए।
आयोजित कार्यशाला के दौरान मा. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में लिंगानुपात के मामले में उत्तराखंड देश के खराब प्रदर्शन वाले राज्यों में शुमार था, खुशी की बात है कि आज राज्य सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाले टॉप 05 राज्यों में शामिल है। उन्होंने सबसे कम लिंगानुपात प्रदर्शन वाले पिथौरागढ, देहरादून, उत्तरकाशी, चंपावत व टिहरी में सुधार हेतु विशेष फोकस करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पीसीपीएनडीटी के अंतर्गत गठित होने वाली राज्य स्तरीय समितियों में समस्त महिला विधायकों व महिला सांसदों को सदस्य के रूप में शामिल किया जाएगा। जिला स्तर पर महिला पंचायत प्रतिनिधियों को पीसीपीएनडीटी के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समितियों में प्रभावी प्रतिधित्व दिया जाएगा। उन्होंने समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जिला स्तरीय पीसीपीएनडी कमेटियों में दो वर्ष से अधिक पुराने व निष्क्रिय सदस्यों को हटाने, विधायक की उपस्थिति में प्रत्येक तीन माह में इन समितियों की सुचारू बैठक करवाने के निर्देश दिए। साथ ही लिंगानुपात सुधार हेतु जिलों में विशेष जागरूकता अभियान चलाने, कम लिंगानुपात वाले क्षेत्र में संवेदीकरण बैठकें आयोजित करने पर जोर दिया। उन्होंने राज्य समुचित प्राधिकारी को अल्ट्रासांउड केंद्र में विशेष निगरानी बरतने, अल्ट्रासाउंड केंद्रों के संचालकों के संवेंदीकरण हेतु कुमॉंऊ व गढवाल मंडल में बैठकें आयोजित करने, भू्रण हत्या जागरूकता को लेकर होर्डिंग स्थापित करने व प्रधानगणों को उक्त जागरूकता विषयक पंपलेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
विधायक केदारनाथ श्रीमती शैलारानी रावत ने पीसीपीएनडीटी कमेटियों में महिलाओं को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व देने पर जोर दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह ने अल्ट्रासांड केंद्रों में कड़ी निगरानी करने की बात कही।
महानिदेशक स्वास्थ्य डाॅ. विनीता शाह ने लिंगानुपात सुधार के लिए सक्रिय योगदान वाले एनजीओ व बाल विकास विभाग को विभागीय जागरूकता अभियानों में जोडने की बात कही।
राज्य समुचित प्राधिकारी डाॅ. सरोज नैथानी ने पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न संचालित गतिविधयों के बारे में जानकारी दी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि जनपद रुद्रप्रयाग में लिंगानुपात में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि मा. मंत्री द्वारा लिंगानुपात के संबंध में जो भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं उनका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि पीसीपीएनडीटी एक्ट का उलंघन होने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य व पुलिस विभाग पर मजबूत समन्वय स्थापित किया जाना चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एच0सी0एस0 मर्तोलिया ने पीसीपीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत जनपद में संपादित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए पौड़ी, अल्मोड़ा, देहरादून, हरिद्वार व यूएसनगर के पीसीपीएनडीटी जिला समन्वयकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इससे पूर्व डाॅ. आरके सिहं व रवि द्वारा पूर्व गढवाल मंडल, डाॅ. हरेंद्र महिक व प्रदीप मेहर द्वारा कुमाऊं मंडल व प्रभारी अधिकारी पीसीपीएनडीटी डाॅ. अर्जुन सिंह सेंगर द्वारा पीसीपीएनडीटी पर आधारित विभिन्न गतिविधियों का प्रजेंटेशन दिया।
इस अवसर पर 13 जनपदों के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला समन्वयक, पीसीपीएनडीटी के अलावा रूद्रप्रयाग, पौड़ी की पीसीपीएनडीटी जिला सलाहकार समिति के सदस्यों सहित जिलाध्यक्ष भाजपा महावीर सिंह पंवार, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कप्रवान, केदानाथ नगर पंचायत अध्यक्ष देवप्रकाश सेमवाल, अजय सेमवाल, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल,जखोली परमानंद राम आदि मौजूद रहे।

विभागों को राजस्व प्राप्तियों के लिए प्रत्येक माह का जो लक्ष्य मिला है, सभी विभाग उस लक्ष्य को हासिल करें : मुख्यमंत्री

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देहरादून, विभागों को राजस्व प्राप्तियों के लिए प्रत्येक माह का जो लक्ष्य मिला है, सभी विभाग उस लक्ष्य को हासिल करें, तभी राजस्व प्राप्ति का वार्षिक लक्ष्य हासिल कर पायेंगे। राजस्व लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभागों को ऑनलाईन सिस्टम पर और अधिक कार्य करने की जरूरत है। जीएसटी से राजस्व प्राप्तियां और बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए लोगों को बिल लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाए और व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में राजस्व प्राप्ति के सम्बंध में बैठक लेते हुए अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किये जाएं। विभागों को इसके लिए आधुनिक तकनीक के माध्यम से पारदर्शिता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राजस्व वृद्धि के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। जिन क्षेत्रों में अपेक्षा के अनुरूप राजस्व की प्राप्ति नहीं हो पा रही है, इसके कारणों का गहनता से अध्ययन कर उसका उचित समाधान निकाला जाए। पूंजीगत व्यय पर विशेष ध्यान दिया जाए। विभागों को विभिन्न क्षेत्रों में जो पिछले सालों की रिकवरी करनी है, इस दिशा में ध्यान दिया जाए। खनन के क्षेत्र में राजस्व वसूली के लिए मजबूत ऑनलाईन सिस्टम बनाया जाए। वन क्षेत्रान्तर्गत के बरसाती नालों को चिन्हित कर चैनलाईज करने की दिशा में ध्यान दिया जाए। वन सम्पदाओं के बेहतर उपयोग की दिशा में वन विभाग को और सुनियोजित तरीके से कार्य करने की जरूरत है। वन सम्पदा के बेहतर उपयोग के लिए क्या नवाचार हो सकते हैं, इस दिशा में कार्य किये जाएं। वन पंचायतों के माध्यम से मेडिसिनल प्लांट के क्षेत्र में कार्य किये जाएं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में यूपीसीएल एवं यूजेवीएनल को राजस्व बढ़ाने की जरूरत है। बिजली चोरी को पूर्णतया रोकने के लिए कारगर प्रयासों की जरूरत हैं। इसके लिए सूचना आधारित प्रणाली और विकसित करने पर ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति की समीक्षा हर माह की जायेगी।

बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री प्रेम चंद अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक श्री अनूप मलिक, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री दिलीप जावलकर, श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री एच.सी. सेमवाल, श्री विनोद रतूड़ी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

नर्सिंग अधिकारी के पदों पर स्थाई निवासी होंगे नियुक्त डॉ. धन सिंह रावत

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  • 1564 पदों के लिये अभिलेख सत्यापन के बाद वर्षवार होगी तैनाती

    देहरादून,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में नर्सिंग अधिकारियों के 1564 पदों पर सूबे के स्थाई निवासियों को ही नियुक्ति प्रदान की जायेगी। इसके लिये पूर्व से ही नर्सिंग अधिकारी सेवा नियमावली में स्पष्ट व्यवस्था है। अभ्यर्थियों का चयन अभिलेख सत्यापन के उपरांत वर्षवार मेरिट के आधार पर किया जायेगा, इसके लिये चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को स्पष्ट निर्देश दे दिये गये हैं।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि सोशल मीडिया में कुछ लोगों द्वारा नर्सिंग अधिकारी भर्ती को लेकर अनर्गल बयानबाजी की जा रही है जो कि तथ्यहीन है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में नर्सिंग अधिकारी भर्ती की स्पष्ट नियमावली है, जिसमें उत्तराखंड राज्य के स्थाई निवास प्रमाण पत्र धारक अभ्यर्थी को ही आवेदन करने की व्यवस्था है। ऐसे में नियमावली के इतर किसी भी अभ्यर्थी का चयन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने नर्सिंग अधिकारी की भर्ती वर्षवार करने का निर्णय लिया है जिसकी जिम्मेदारी उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को दी गई है। बोर्ड द्वारा राज्य में लागू आरक्षण रोस्टर के आधार पर पूर्व में ही ऑनलाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किये जा चुके हैं, जिसमें नियमावली में निहित सभी प्रावधानों को स्पष्ट रूप से विज्ञापित किया गया है, जिनकी जांच का कार्य तेजी से चल रहा है। चयन बोर्ड द्वारा अर्हता प्राप्त अभ्यर्थियों के अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया को 31 मई 2023 से शुरू किया जा रहा है। जिसमें अभ्यर्थियों द्वारा संलग्न प्रमाण पत्रों की बरीकी से जांच कराई जायेगी। इसके उपरांत ही अर्हता प्राप्त अभ्यर्थियों की वर्षवार मेरिट के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों को विभिन्न जनपदों में तैनाती दी जायेगी। राजकीय जिला अस्पतालों एवं उप जिला अस्पतालों में 1564 पदों पर नर्सिंग अधिकारियों की तैनाती होने से मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा। डा. रावत ने बताया कि राज्य सरकार के निर्णय के उपरांत ही सूबे में लम्बे समय के बाद नर्सिंग अधिकारियों के रिक्त पदों पर भर्ती की जा रही है। इस भर्ती के उपरांत शीघ्र ही चिकित्सा शिक्षा विभाग में भी नर्सिंग अधिकारियों के 1383 रिक्त पदों को वर्षवार मेरिट के आधार पर भरा जायेगा।