Monday, June 9, 2025
Home Blog Page 585

पीएम मोदी ने उत्तराखंड को दी बड़ी सौगात : दून से दिल्ली दौड़ेगी बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, हरी झंडी दिखाकर हुई रवाना

0

देहरादून, पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देहरादून से दिल्ली के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, इस अवसर पर देहरादून में सीएम धामी व रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव व प्रशासनिक अधिकारी व आमजन मौजूद रहे | कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज बहुत सौभाग्य का दिन है।

पीएम आज देवभूमि को वंदे भारत की बहुत बड़ी सौगात दे रहे हैं | आज से 10 साल जब रेलवे की विकास की बात आती थी, तो केंद्र सरकार की तरफ से 187 करोड़ रुपए मिलते थे और 2014 में मोदी जी जब आए तो उन्होंने तुरंत उत्तराखंड के लिए फंड की व्यवस्था की, उत्तराखंड में रेलवे के लिए 2000-4000 करोड़ रुपए तक की व्यवस्था की और इस बार उन्होंने 5000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की।
वहीं, सीएम धामी ने उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी और रेलमंत्री को धन्यवाद दिया | उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन की सौगात के लिए आभार है. सीएम ने कहा कि आज देवभूमि के लिए ऐतिहासिक दिन है, वंदे भारत बदलते भारत की नई तस्वीर है. सीएम ने कहा कि उत्तराखंड के प्रति पीएम का विशेष लगाव है. आज पहाड़ पर ट्रेन चलाने का सपना पूरा हो रहा है।
वंदे भारत को हरी झंड़ी दिखाने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली और देहरादून के बीच ये चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की राजधानी को और तेज गति से जोड़ेगी | इस ट्रेन से दिल्ली और देहरादून के बीच रेल सफर में अब समय काफी कम हो जाएगा | ट्रेन में जो सुविधाएं हैं वो इस सफर को आनंद दायक बनाने वाली हैं वही पीएम के अनुसार उत्तराखंड नौ रत्नों के चलते आगे बढ़ रहे हैं।
पीएम ने अपनी विदेश यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि अभी कुछ घंटे पहले ही मैं तीन देशों की यात्रा करके आया हूं, आज पूरा विश्व भारत को उम्मीदों से देख रहा है | हमने जिस तरह अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, जिस तरह हम गरीबी से लड़ रहे हैं उसने पूरी दुनिया का विश्वास जगा दिया है | मेरा विश्वास है कि ये देवभूमि आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी, हमें इस सामर्थ्य के अनुरूप भी उत्तराखंड का विकास करना होगा

उत्तराखण्ड बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा का रिजल्ट घोषित

0

,
छात्र सुशांत चन्द्रवंशी ने हाईस्कूल 99.00 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पाया सर्वाेच्च स्थान

देहरादून, उत्तराखण्ड़ बोर्ड की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 का परीक्षाफल शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने घोषित कर दिया । शिक्षामंत्री ने सभी सफल परीक्षार्थियों व मैरिट में स्थान बनाने वाले परीक्षार्थियों को बधाई दी, साथ ही असफल रहे विद्यार्थियों से निराश न हो कर तैयारी में जुटने की अपील की।

बता दें कि हाईस्कूल परीक्षा 2023 में पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 132114 थी।
हाईस्कूल परीक्षा 2023 में 127844 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए जिसमें से 108890 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए। कुल परीक्षाफल 85.17 प्रतिशत रहा जिसमें बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 81.48 तथा इस बार
बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 88.94 रहा।

संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 85.58 तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण
प्रतिशत 56.16 रहा।

प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में बीएचएसवीएम कंडीसौड़ छाम, टिहरी गढ़वाल के छात्र सुशांत चन्द्रवंशी ने हाईस्कूल परीक्षा में 495/ 500 कुल 99.00 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया।

प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में एसवीएमआईसी आवास विकास, ऋषिकेश देहरादून के छात्र आयुष सिंह रावत एवं एसवीएमआईसी रुद्रपुर, ऊधमसिंह नगर के छात्र रोहित पांडे ने हाईस्कूल परीक्षा में 494/500 कुल 98.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त किया ।

बीएचएसवीएम कंडीसौड़ छाम टिहरी की छात्रा कुछ शिल्पी एवं तुलाराम राजाराम सरस्वती विद्या मंदिर, काशीपुर, ऊधमसिंह नगर के छात्र शौर्य ने हाईस्कूल परीक्षा में 493/500 कुल 98.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में तृतीय स्थान प्राप्त किया ।

बीएचएसवीएम कंडीसौड़ छाम टिहरी की छात्रा कु० शिल्पी ने हाईस्कूल परीक्षा में 493/500 कुल 98.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की बालिकाओं की श्रेष्ठता सूची में सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया। सम्मान सहित उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 11300 तथा प्रतिशत 8.84 रहा है। प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 32362 तथा प्रतिशत 25.31 रहा है। द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 48635 तथा प्रतिशत 38.04 रहा है। तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 16571 तथा, प्रतिशत 12.96 रहा है
प्रदेश की हाईस्कूल परीक्षा 2023 में जनपद रुद्रप्रयाग कुल 91.67 प्रतिशत परीक्षाफल के साथ प्रथम स्थान पर रहा।

इण्टरमीडिएट परीक्षाफल वर्ष 2023

इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 में पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 127324 थी । इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 में 123945 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए जिसमें से 100380 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए। इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 का कुल परीक्षाफल 80.98 प्रतिशत रहा जिसमें बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 78.48 तथा बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 83.49 रहा।संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 81.46 तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 64.28 रहा।मानविकी वर्ग का परीक्षाफल 80.59 प्रतिशत, विज्ञान वर्ग का परीक्षाफल 81.02 प्रतिशत, वाणिज्य वर्ग का परीक्षाफल 84.07 प्रतिशत तथा कृषि वर्ग का परीक्षाफल 95.91 प्रतिशत रहा।

प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में आरएलएस चौहान एसवीएमआईसी जसपुर, ऊधम सिंह नगर की छात्रा कुछ तनु चौहान ने इण्टरमीडिएट परीक्षा में 488 /500 कुल 97.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया।
प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में राजकीय बालिका इण्टर कालेज, चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी की छात्रा कुछ हिमानी ने इण्टरमीडिएट परीक्षा में 485 / 500 कुल 97.00 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया ।

झ प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में एसवीएम इण्टर कालेज सितारगंज, ऊधम सिंह नगर के छात्र राज मिश्रा ने इण्टरमीडिएट परीक्षा में 483/500 कुल 96.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया ।

सम्मान सहित उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 9001 तथा प्रतिशत 7.26 रहा है।

प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 43121 तथा प्रतिशत 34.79 रहा है।

द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 46627 तथा प्रविशत 37.61 रहा है।

तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 771 तथा प्रतिशत 00.62 रहा है। वहीं
प्रदेश की इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 में जनपद अल्मोड़ा कुल 87.33 प्रतिशत परीक्षाफल के साथ प्रथम स्थान पर रहा।

राज्यपाल ने गरिमा और सांगी को दी बधाई, बेटियां ईश्वर का वरदान : राज्यपाल

0

पंतनगर, यूपीएससी परीक्षा में 39 रैंक प्राप्त करने वाली गरिमा नरूला तथा 305 रैंक प्राप्त करने वाली सांगी पटेरिया ने तराई भवन पहुंचकर राज्यपाल गुरमीत सिंह से मुलाकात की।
राज्यपाल ने बेटियों की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ये सफलता केवल आपकी सफलता नहीं है, बल्कि हर उस व्यक्ति, परिवार की सफलता है जो बेटियों को आगे बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बेटियां ईश्वर का वरदान होती हैं।
राज्यपाल ने गरिमा की 39 रैंक से प्रभावित होकर, वाइस चांसलर जीबी पंत यूनिवर्सिटी तथा जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि बालिकाओं के लिए यूनिवर्सिटी के अंदर सुपर–39 का प्लान तैयार किया जाए, जिसमे बालिकाओं को आधारभूत सुविधाएं, पढ़ाई का माहौल व सुरक्षित वातावरण दिया जाए।
उन्होंने कहा कि यूपीएससी एक्जाम सब कुछ परख लेता है, आप सिस्टम के परखे हुए हैं और एक नई पारी की शुरआत कर रहे हैं। उन्होंने आर्मी में 10 फीट वॉल(कमांडो ट्रेनिंग) का उदाहरण देते हुए कहा कि आगे बढ़ाने वालों को कभी नहीं भूलना चाहिए, बल्कि उन्हें भी साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्ष जितना ज्यादा फलदार होता है, उतना ही लचीला भी होता है। राज्यपाल ने पटेरिया तथा नरूला को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पढ़ने की इच्छुक गरीब बालिकाओं को चिन्हित कर, उन्हें पढ़ाई का माहौल देने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जनहित में कुछ कर–गुजरने का पेशंस होना चाहि, यदि जीवन में पेशंस नहीं हुए तो पेशंट बन जाएंगे।
राज्यपाल के पंतनगर पहुंचने पर जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, वीसी एमएस चौहान, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने पुष्प देकर स्वागत किया तथा पुलिस विभाग द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

 

कुमाऊँ कमिश्नर ने गरिमा को दी बधाई, यूपीएससी में गरिमा ने 39 वा स्थान किया था प्राप्त

रूद्रपुर, मण्डलायुक्त दीपक रावत ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पहले ही प्रयास में 39वीं रैंक प्राप्त करने वाली गरिमा नरूला के निवास स्थान ईश्वर कालोनी पहुंचकर बुके व मोमेन्टो देकर शुभकामनाएं व बधाई दी। मण्डलायुक्त ने कहा कि जरूरी नही है कि बड़े-बड़े शहरो में जाकर ही परीक्षाओं की तैयारियां की जाए और तभी हम सफल होंगे।उन्होंने कहा कि अगर मन में ठान लें कि हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करना ही है तो कोई भी काम मुश्किल नही है। श्री रावत ने गरिमा नरूला व उनके पिता विपिन नरूला और माता शारदा रानी से बातचीत की। आयुक्त ने गरिमा के घर पर ही पढ़ने व उनके इस सफलता को पाने के संर्घष को युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताया। गरिमा ने बातचीत के दौरान बताया कि शुरूआती पढ़ाई आरएएन स्कूल से की व 2017 में इंटर में उधमसिंह नगर टॉपर भी बनी।
आयुक्त ने समस्त नरूला परिवार को बधाई देते हुए खुशी जताई।
इस अवसर पर बधाई देने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, एडीएम जयभारत सिंह, एसडीएम मनीष बिष्ट, सहायक नगर आयुक्त राजू नबियाल के साथ ही अन्य सम्बन्धीगण उपस्थित थे।

 

चारधाम यात्रा : 26 हजार 564 श्रद्धालुओं ने किए केदारनाथ के दर्शन

रुद्रप्रयाग,चारधाम यात्रा में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है, वहीं हैली सेवाओं के माध्यम से अब तक 26564 तीर्थयात्री श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध कुल 7 हैली कंपनियों ने 23 मई तक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन हैली सेवा के माध्यम से किए हैं।
नोडल अधिकारी हैली सेवा/जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि यात्रा के आरंभ से गुप्तकाशी, फाटा व शेरसी में कुल 7 हैली कंपनियों द्वारा श्रद्धालुओं को हैली सेवा उपलब्ध कराई जा रही हैं। इनमें गुप्तकाशी से ट्रास भारत व आर्यन द्वारा तीर्थ यात्रियों के लिए हैली सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। इसी तरह फाटा से पवन हंस, ग्लोबल विक्ट्रा व थम्बी तथा शेरसी से हिमालयन व ऐरो हैली कंपनी के द्वारा सटल सेवा उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने अवगत कराया है कि सभी हैली कंपनियों के द्वारा अब तक कुल 4726 श्रद्धालुओं को सटल सेवा उपलब्ध कराई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 23 मई को हैली सेवाओं के माध्यम से 1149 श्रद्धालु केदारनाथ धाम गए जबकि 1146 तीर्थ यात्री हैली के माध्यम से वापस आए। इसके साथ ही 201 तीर्थ यात्रियों को सटल सेवा उपलब्ध कराई गई। 23 मई, तक हैली सेवा के माध्यम से श्री केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या 26564 है जबकि केदारनाथ धाम से हैली के माध्यम से वापस आने वाले यात्रियों की संख्या 25869 है। उन्होंने बताया कि ट्रास भारत हैली सेवा द्वारा कुल 3456 तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ के दर्शन कराए जा चुके हैं। इसी तरह आर्यन हैली सेवा द्वारा 2965, पवन हंस द्वारा 2812, ग्लोबल विक्ट्रा के माध्यम से 3844, थम्बी हैली सेवा के माध्यम से 4140, हिमालयन के माध्यम से 4512 व ऐरो हैली सेवा के माध्यम से 4835 तीर्थ यात्रियों ने धाम पहुंचकर बाबा श्री केदारनाथ के दर्शन किए हैं।

 

कैच द रेन-2023 अभियान की समीक्षा बैठक, अधिकारियों ने 2722 लाख लीटर जल संचयन और 14.63 लाख पौध रोपण के दिये आंकड़े

पिथौरागढ, जनपद में भारत सरकार के नेशनल वाटर मिशन के अन्तर्गत संचालित कैच द रेन-2023 अभियान की समीक्षा चल रही है। केन्द्र द्वारा नामित नोडल अधिकारीगण गरिमा श्रीवास्तव, आइआरपीएस सचिव एएसआरबी तथा भू जल वैज्ञानिक चिराश्री मोहंती इस कार्य के लिए 25 मई तक पिथौरागढ में रहेंगी। इस दौरान अधिकारी द्वय वर्ष में कैच द रेन अभियान के अंतर्गत किए गए जल संरक्षण और संवर्द्धन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगी।
23 मई को कैच द रेन-2023 अभियान के पहले दिन की समीक्षा बैठक में जनपद के वन विभाग, ग्राम्य विकास, जल निगम, जल संस्थान, ग्राम्या, सिंचाई, लघु सिंचाई, कृषि, उद्यान, पंचायती राज, स्वजल, मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने केन्द्र सरकार के नोडल अधिकारियों के सम्मुख पीपीटी के माध्यम से प्रगति का प्रस्तुतीकरण किया।
समीक्षा बैठक में बताया गया कि संबंधित विभागों द्वारा 4383.45 लाख रुपए की लागत से वर्ष 2022-23 में 3768 जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के कार्य कराए गए जिसमें 2722.47 लाख लीटर जल संचयन किया गया। वर्ष 2022-23 के दौरान वन, ग्राम्य विकास, कृषि एवं उद्यान विभाग ने कुल 1482.03 हैक्टेयर क्षेत्रफल में 1463488 पौधों का रोपण किया। बैठक में वर्ष 2023-24 के लिए निर्धारित लक्ष्यों के बारे में बताया गया कि इस वर्ष विभागों द्वारा 3553.34 लाख रुपए की लागत से 6736 जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के कार्य कराए जाने हैं जिससे 819.38 लाख लीटर जल संचयन होगा। साथ ही वन, ग्राम्य विकास, कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा कुल 688.12 हैक्टेयर में 702285 पौधे रोपे जाएंगे। बताया गया कि केन्दीय नोडल अधिकारीगण बैठक में जनपदीय अधिकारियों की ओर से दिए गए विवरणों का स्थलीय निरीक्षण करेंगी।
समीक्षा बैठक में जनपद के अधिकारियों में सीडीओ वरुण चैधरी, डीएफओ, वन प्रभाग पिथौरागढ जीवन मोहन दगाड़े, जिला विकास अधिकारी रामा गोस्वामी, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम आर.एस. धर्मशक्तू, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान सुरेश चन्द्र जोशी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खंड पिथौरागढ धीरज जोशी तथ अन्य जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

नोटबंदी के बाद नोटबदली- बैंकों में 2000 के नोट बदलना शुरू- पीएनबी ने जारी किए निर्देश

0

नई दिल्ली, देशभर में बीते दिन से 2000 रुपये के नोट बदलने शुरू हो गए हैं। इस बीच पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की ओर से साफ कर दिया गया है कि इन नोटों को बदलवाने के लिए आम लोगों को ना तो आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी, ना ही किसी तरह का आधिकारिक वेरिफाइड डॉक्युमेंट उन्हें उपलब्ध कराना होगा। इसका मतलब कोई भी व्यक्ति बैंक की शाखा में 2000 रुपये के 10 नोट ले जाकर आसानी से बदलवा सकता है। रिजर्व बैंक ने नोटों को बदलवाने के लिए गाइडलाइंस जारी किए हैं। बैंकों में एक बार में 20,000 रुपये तक के 2000 के नोट आसानी से एक्सचेंज कराए जा सकते हैं। वहीं, बैंक अकाउंट में दो हजार रुपये के नोट को जमा करने की कोई लिमिट नहीं है। लेकिन इसके लिए बैंक के डिपॉजिट के नियमों का पालन करना होगा।

रिजर्व बैंक ने साफ तौर पर कहा है कि 2000 रुपये के नोटों को एक्सचेंज कराने के लिए बैंक में किसी भी तरह के फॉर्म नहीं भरने होंगे और ना ही किसी पहचान पत्र की जरूरत पड़ेगी। एक बार में आप 2000 रुपये के 10 नोट बदल सकते हैं। सर्कुलेशन से बाहर किए गए 2000 रुपये के नोटों को 30 सितंबर 2023 तक बदला जा सकता है। नोट बदलने की प्रक्रिया को लेकर आरबीआई के निर्देशानुसार सभी बैंकों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने लोगों से अपील की है कि नोट बदलने को लेकर लोग घबराएं नहीं। लोगों के पास 4 महीने से ज्यादा का वक्त है, वो आसानी से किसी भी ब्रांच में जाकर 2000 के नोट बदल सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2000 रुपये के नोट को ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत बंद करने का फैसला किया है। इस पॉलिसी के तहत आरबीआई धीरे-धीरे 2000 के नोट बाजार से वापस ले लेगा।

आरबीआई ने कहा है कि बैंकों को गर्मी के मौसम को देखते हुए जनता को कुछ जरूरी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। बैंकों को सलाह दी जाती है कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए ब्रान्च में छायादार वेटिंग स्थान की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा पीने के पानी की सुविधा आदि जैसी उचित बुनियादी सुविधाएं प्रदान कराई जाएं। आरबीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक बैंकों में 2000 के नोट बदलने के लिए अलग स्पेशल विंडो होंगे, जहां आप आसानी से 2000 रुपये के नोट बदल पाएंगे।

जो लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, वो बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट सेंटर जाकर भी 2000 रुपये के नोट को एक्सचेंज करवा सकते हैं। लेकिन सेंटर पर सिर्फ 4000 रुपये तक के ही 2000 के नोट बदले जा सकते हैं। बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट एक बैंक की तरह की काम करते हैं। ये ग्रामीणों को बैंक अकाउंट खोलने में मदद करते हैं और ट्रांजेक्शन भी करते हैं।

आरबीआई के पूरे देश में 31 जगहों पर क्षेत्रीय कार्यालय हैं, लेकिन 2000 रुपये के नोट अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम में बदले जा सकेंगे।

रिजर्व बैंक ने साफ तौर पर कहा है कि कोई भी व्यक्ति देश के किसी भी बैंक के ब्रान्च से एक बार में 20,000 रुपये तक की सीमा तक के 2000 रुपये के नोट बदलवा सकते हैं। यानी बैंक में खाता होना जरूरी नहीं है। रिजर्व बैंक ने ये भी कहा है कि नोट बदलने की सुविधा नि:शुल्क होगी।

कफ सिरप से मौतों की शिकायत पर सरकार का एक्शन, लैब टेस्टिंग के बाद ही होगा एक्सपोर्ट

0

नई दिल्ली, भारतीय कंपनियों द्वारा बनाई गई कफ सिरप पीने से गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में कई बच्चों की मौत की शिकायतें आई थीं। ऐसे मामले फिर ना दोहराए जा सकें, इसके लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब भारत में बनी कफ सिरप का एक्सपोर्ट करने से पहले उनका सरकारी लैब्स में परीक्षण किया जाएगा। इन्हें सही पाए जाने के बाद सर्टिफिकेट मिलेगा और उसके आधार पर ही एक्सपोर्ट को मंजूरी दी जाएगी। कफ सिरपों की टेस्टिंग का यह नियम 1 जून से ही लागू होने वाला है। बीते साल गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में दर्जनों बच्चों की भारत में बनी कफ सिरप से मौतों की शिकायत आई थी।

इसे लेकर सरकार नीति बनाने पर विचार कर ही रही थी और उसी के तहत यह फैसला लिया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारत में बनी कफ सिरपों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए थे। विदेश व्यापार महानिदेशक की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है, ‘कफ सिरपों का एक्सपोर्ट तभी मंजूर किया जाए, जब उनकी टेस्टिंग सरकारी लैब में करा ली जाएगी। टेस्टिंग के बाद एक सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। यह नियम 1 जून, 2023 से ही लागू किया जाएगा।’

कफ सिरपों की टेस्टिंग केंद्र सरकार की लैब्स में ही होगी। इनमें चंडीगढ़, कोलकाता, चेन्नै, हैदराबाद, मुंबई, गुवाहाटी में स्थित लैब शामिल हैं। बीते साल सामने आईं घटनाओं के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत की एक कंपनी द्वारा बनाई कफ सिरपों को लेकर कहा था कि इनके इस्तेमाल में एथलिन ग्लाइकोल और डाइथिलिन ग्लाइकोल का इस्तेमाल किया गया है। इन्हें कार के ब्रेक फ्लुइड में लगाया जाता है। वैश्विक संस्था का कहना था कि इसके चलते भी कफ सिरप जानलेवा हो सकती है।

यही नहीं फरवरी में ही तमिलनाडु की कंपनी ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने अपनी सारी आई ड्रॉप्स को वापस ले लिया था, जिसे एक्सपोर्ट के लिए तैयार किया था। बता दें कि भारत दुनिया में बड़े पैमाने पर दवाइयों का निर्यात करता है। खासतौर पर खांसी की सिरप की ही बात करें तो बीते वित्त वर्ष में 17.6 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। इससे पहले 2021-22 में यह एक्सपोर्ट 17 अरब डॉलर का ही था।

क्या एक बार फिर मार्केट में आएंगे 1000 रु. के नोट ? जानिए इस पर क्या बोले आईबीआई के गवर्नर

0

नई दिल्ली, रुपये 2000 के नोट को वापस लेने के बाद के प्रभाव को कम करने के लिए रू1000 के नोट को री-लॉन्च करने की कोई योजना नहीं है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि यह अटकलें हैं। अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। बता दें कि नवंबर 2016 में नोटबंदी का ऐलान हुआ। इसके तहत 500 और 1000 रुपये के नोट को बैन कर दिया गया। इसके बाद 500 रुपये के नए नोट और 2000 रुपये के बैंक नोट को लॉन्च किया गया। अब करीब 7 साल बाद रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट वापस लेने का ऐलान किया है। जिन लोगों के पास 2000 रुपये के नोट हैं वो 23 मई से 30 सितंबर तक बैंक जाकर इसे दूसरे नोट में बदला जा सकेगा।

बैंकों को शेड लगाने की सलाह
इस बीच, आरबीआई ने बैंकों को सलाह दी है कि वे 2,000 रुपये का नोट बदलने या जमा करने आए लोगों को धूप के बचाने के लिए ‘शेड’ का इंतजाम करें। साथ ही कतार में लगे लोगों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही बैंकों को नोट बदलने की सुविधा सामान्य तरीके से काउंटर पर उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके अलावा बैंकों को रोजाना जमा किए जाने वाले और बदले जाने वाले 2,000 के नोटों का ब्योरा रखने को कहा गया है।

30 सितंबर तक नोट बदलने का मौका

रिजर्व बैंक के गवर्नर को उम्मीद है कि 30 सितंबर की समयसीमा तक 2,000 रुपये के ज्यादातर नोट वापस आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह फैसला केंद्रीय बैंक के मुद्रा प्रबंधन का हिस्सा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 2,000 का नोट वैध मुद्रा बना रहेगा। शक्तिकांत दास ने कहा कि 2,000 के नोटों को चलन से हटाने के फैसले का अर्थव्यवस्था पर ‘बहुत ही सीमित’ असर होगा। चलन में मौजूद कुल मुद्रा में 2,000 के नोट का हिस्सा सिर्फ 10.8 प्रतिशत है।

एक्सपर्ट का क्या है अनुमान

रिजर्व बैंक द्वारा 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने के बाद अर्थशास्त्री उम्मीद कर रहे हैं कि बैंक जमा राशि 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी, जो 3.62 लाख करोड़ रुपये या प्रचलन में नोटों का 10.8% है। कोटक महिंद्रा बैंक के अर्थशास्त्री उपासना भारद्वाज और अनुराग बालाजी ने कहा कि अधिकांश 2,000 रुपये के नोट को बैंकों में जमा किए जाने की संभावना है और उम्मीद की जा रही है कि इससे डिपॉजिट बेस में सुधार होगा।

मौसम बिगड़ने से जगह- जगह गिरे पेड़, तीन लोगों की मौके पर हुई मौत, कई घायल

0

देहरादून, मंगलवार शाम मौसम बिगड़ने से प्रदेशभर में जगह-जगह पेड़ गिरने से हुए हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए। ज्वालापुर में कटहरा बाजार सि्थत अंसारी मार्केट में करीब 100 वर्ष पुराना पीपल का पेड़ था। मंगलवार देर शाम बारिश शुरू हुई तो यहां रेहड़ी लगाने वाले कुछ लोग इसके नीचे खड़े हो गए। रात साढ़े नौ बजे पेड़ अचानक गिर गया। दो घंट के रेस्क्यू में इरफान, समीर और हर्ष को निकाल लिया गया। इरफान गंभीर है, उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।

वहीं, मौके से लापता मुनीर (10 वर्ष) रात करीब पौने एक बजे मलबे में दबा मिला। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। हरिद्वार में ही कोतवाली क्षेत्र स्थित चमगादड़ टापू में भी एक पेड़ गिर गया। इसकी चपेट में आने से सोनीपत निवासी योगेश की मौत हो गई। उधर, हल्द्वानी में रामपुर रोड पर मानपुर पश्चिम में चलती कार पर विशालकाय पेड़ गिर गया, जिससे चालक की मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान हाईकोर्ट के अधिवक्ता तनुज सेमवाल के रूप में हुई है। तनुज पौड़ी के रहने वाले थे और उनकी बेटी रुद्रपुर में रहती है। परिवार नैनीताल के नैनागांव में रहता है। वह आइसक्रीम खाते हुए जा रहे थे, तभी हादसा हो गया। पुलिस पहुंची तो उनकी सांसे थम चुकी थीं, जबकि आइसक्रीम की स्टिक उनके मुंह में दबी थी। दूसरी ओर कोटद्वार सि्थत बुद्धा पार्क के पास सड़क पर दो पेड़ गिर गए। हादसे में एक व्यक्ति घायल हो गया।
प्रेमगनर में अंधड़ से एक कुटिया ढह गई, जिससे एक व्यकि्त घायल हो गया, वह भी गंभीर है। ऋषिकेश में रायवाला-गौहर माफी मार्ग यूकेलिप्टस का पेड़ गिरने से अवरुद्ध हो गया। इसके साथ ही हाईटेंशन लाइन से टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर खनेड़ा-किसाला के पास भूस्खलन के बाद हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई। वहीं कामर गांव से करीब 12 किमी ऊपर बुग्याल क्षेत्र में बिजली गिरने से 26 बकरियों की मौत हो गई। वहीं कई जगह फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।

प्रदेश की बेटियों कर रही नाम रोशन, एक टिहरी में बनी जज और पांच बनी आईएएस अधिकारी

0

टिहरी, उत्तराखंड की बेटियां हर क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। मंगलवार का दिन प्रदेश की बेटियों के नाम रहा। पहाड़ के छोटे-छोटे गांव से निकल उत्तराखंड की 6 बेटियों ने देश में फतह का परचम लहराया है। बता दें कि एक बेटी जज बनी है तो पांच बेटियां IAS अफसर बन गई। बेटियों की उपलब्धि से क्षेत्र में खुशी की लहर है। उन्हें बधाई देने वालों का तांता गया है।

एक टिहरी में बनी जज, तो पांच बनी अफसर
मिली जानकारी के अनुसार रुद्रप्रयाग जिले के बेंजी गांव की अंजलि बेंजवाल बहुगुणा ने हायर ज्यूडिशरी सर्विस (एचजेएस) से अतिरिक्त सत्र एवं जिला न्यायाधीश टिहरी गढ़वाल में प्रथम नियुक्ति प्राप्त की है। तो वहीं संघ लोक सेवा आयोग में चमोली जिले के बांगड़ी कपीरी गांव की मुद्रा गैरोला, रुद्रप्रयाग जिले के स्वीली भरदार की कंचन डिमरी, बागेश्वर जिले के दर्शानी गांव की कल्पना पांडे, उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर की गरिमा नरूला, और नैनीताल के कालाढूंगी की दक्षिता जोशी का चयन आईएएस में हुआ है।

पहले प्रयास में पाई 39 वी रैंक
बता दें कि रुद्रपुर की ईश्वर कॉलोनी निवासी गरिमा ने पहले ही प्रयास में आईएएस की परीक्षा में 39 वी रैंक प्राप्त की। इनके पिता बिपिन नरूला एक पैथोलॉजी लैब में प्रबंधक हैं व माता शारदा नरूला गृहणी हैं। गरिमा ने वर्ष 2017 में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में उधम सिंह नगर जिला टॉप भी किया था। वहीं बागेश्वर में गरुड़ निवासी कल्पना पांडे की 102 रैंक आई है।

बिना कोचिंग पाया मुकाम
वहीं हल्द्वानी पीलीकोठी निवासी दीक्षिता जोशी ने बिना कोचिंग लिए तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 58वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने आईएएस अधिकारी बनकर देशभर में प्रदेश और जिले का मान बढ़ाने का काम किया है। दीक्षिता की माता दीपा जोशी पहाड़पानी के खीमराम आर्य राजकीय इंटर कॉलेज में हिंदी विषय की प्रवक्ता है और पिता आईके पांडे नैनीताल बीडी पांडे अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात हैं।

सीएम धामी से स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष विश्वजीत नेगी ने की मुलाकात, पत्रकार हितों को लेकर काफी देर तक हुई चर्चा

0

देहरादून, सीएम धामी से आज स्टे्ट प्रेस क्लब उत्तराखंड के अध्यक्ष विश्वजीत नेगी व सदस्यों ने यहाँ सचिवालय स्थित उनके कार्यालय कक्ष में मुलाकात की। इस दौरान पत्रकार हितों को लेकर काफी देर तक चर्चा की गई जिसमें मुख्यमंत्री ने अपनी सहर्ष सहमति जताई।

उत्तराखंड स्टे्ट प्रेस क्लब अध्यक्ष विश्वजीत नेगी ने मांग पत्र पढ़ते हुए बताया कि कोरोना काल में दिवंगत पत्रकारों के परिवार के एक सदस्य को उपनल के माध्यम से किसी भी विभाग में नियुक्ति दी जाए, जबकि पूर्ववर्ति सरकार में इस प्रस्ताव पर सद्धांतिक रूप से सहमति भी दी गई थी ,विज्ञापन मान्यता समिति में जिस प्रकार मान्यता प्राप्त पत्रकार संगठनों से जुड़े पत्रकारों को रखा जाता है उसी तर्ज पर प्रेस मान्यता समिति में भी मान्यता प्राप्त पत्रकार संगठनों से जुड़े पत्रकारों को ही रखा जाए, विभागीय अधिकारियों की कमेटी को तत्काल हटाया जाए।

इस सम्बन्ध में प्रेस काउंसिल ऑफ इण्डिया द्वारा प्रदेश सरकार को निर्देशित भी किया गया था, जिस पर मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन ने शपथ पत्र भी दिया था, पत्रकार कल्याण कोष में 1 करोड़ रूपये की धनराशि आपके माध्यम से दी जाए, जिससे पत्रकार कल्याण कोष की धनराशि बढ़ जाए, वर्ष 2013 के बाद किसी भी मुख्यमंत्री ने पत्रकार कल्याण कोष के लिए कोई भी धनराशि नहीं दी है।

तहसील स्तर के पत्रकारों को मान्यता न दिए जाने की वाध्यता को समाप्त किया जाए क्योंकि
सभी पत्रकारों को मान्यता पाने का अधिकार है, अगर वह पात्रता के मानक पूर्ण करता है,. प्रेस मान्यता नियामावली जो कि विधानसभा से पारित , के इतर सूचना विभाग द्वारा मनमाने ढंग से नियमों को तोड़ मरोड़ कर पत्रकारों को मान्यता से वंचित किया जा रहा है जो कि न्यायोचित नहीं है, ऐसे सभी नियमों को समाप्त किया जाए ताकि स्वच्छ प्रणाली लागू हो सके |
जिन वयोवद्ध पत्रकारों को पेंशन मिल रही है, उनके गम्भीर बीमारी से ग्रसित होने पर पत्रकार कल्याण कोष से उनकी मदद की जाए, जिसके लिए नियमावली में संशोधन किया जाना नितांत आवश्यक है, जोकि आपके निर्देश पर ही हो सकता है।
, वयोवद्ध पत्रकारों की पेंशन को 8000 रूपये से बढ़ा कर 15000 हजार किया जाए, ताकि एक सम्मानजनक धनराशि से उनका जीवन यापन हो सके। पेंशन राशि बढ़ाये जाने से सरकार पर कोई अतिरिक्त भार नही पड़ेगा। क्योंकि उक्त पेंशन पत्रकार कल्याण कोष के ब्याज से दी जाती है।
पत्रकार उत्पीड़न के मामलों में प्रदेश स्तर पर एक कमेठी का गठन किया जाए, जिसमें शासन स्तर से सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक व स्टेट प्रेस क्लब उत्तराखण्ड के प्रतिनिधि को शामिल किया जाए। साथ ही उत्त्तरकाशी अतरिक्त जिला सूचना अधिकारी के कार्यप्रणाली से आक्रोशित जनपद सहित रवांई घाटी पत्रकार संघ के जनपद से हटाए जाने के मांग पत्र के बाद मुख्यमंत्री धामी ने सचिव विनय शंकर पांडे को उक्त सभी मांगो के निस्तारण के निर्देश दिए।

इस प्रतिनिधिमंडल में उत्तराखंड स्टेट प्रेस क्लब अध्यक्ष विश्वजीत नेगी,उपाध्यक्ष सुनील थपलियाल उत्त्तरकाशी,कोषाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश पांडे हरिद्वार,गणेश खुगशाल गणि पौड़ी,बसंत निगम ,दिनेश शास्त्री देहरादून, योगेश राणा,राजीव चावल उधमसिंह नगर,कंचन वर्मा रुद्रपुर, नवीन कुमार रुड़की,विशाल कोहली चंपावत,संजय रावत नैनीताल,राजेश सरकार हल्द्वानी आदि पत्रकार सदस्य शामिल थे।

उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट- 25 मई को घोषित होगा 10वीं और 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम

0

देहरादून, उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट कल 25 मई को आएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के रिजल्ट जारी करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद की सचिव नीता तिवारी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी सुबह 11 बजे उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के सभागार में परीक्षाफल जारी करेंगी। इस साल प्रदेश भर के 2,59,439 विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षा दी थी, जिनको बेसब्री से परीक्षाफल का इंतजार है। उत्तराखंड में 16 मार्च से 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं शुरू हुईं, जो 6 अप्रैल तक चलीं।

15 अप्रैल से 29 अप्रैल तक 14.22 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हुआ। प्रदेश में 14.22 लाख उत्तर पुस्तिकाओं को 4500 शिक्षकों ने प्रदेश भर के 29 मूल्यांकन केंद्र पर जांचा। इस बार प्रदेश में हाईस्कूल की परीक्षा में एक लाख बत्तीस हजार और इंटरमीडिएट में एक लाख सत्ताइस हजार परीक्षार्थियों ने दी है। मूल्यांकन होने के बाद बोर्ड प्रशासन परीक्षाफल तैयार करने में जुटा था।