Friday, June 20, 2025
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देहरादून के आकाश बायजूस की शगुन गहलोत ने शहर से AIR 320 के साथ NEET UG 2023 में सफलता हासिल की

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देहरादून,  आकाश बायजूस देहरादून की छात्रा शगुन गहलोत अपने कई साथियों से अलग है। वह कैंसर के कम खोजे गए क्षेत्रों में अनुसंधान करने पर केंद्रित है, और उसकी सकारात्मक मानसिकता में उसका विश्वास, उसके स्कूल में नैतिक विज्ञान की कक्षाओं से उपजा है, वह देहरादून में स्थित एक अकादमिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उन्होंने NEET UG 2023 में 720 में से 700 अंक प्राप्त किए और 320 की AIR प्राप्त की। उन्हें उत्तराखंड स्टेट टॉपर बनने का गौरव भी प्राप्त हुआ

शगुन 2 साल के लिए शहर में आकाश-बायजूस में 11वीं कक्षा में शामिल हुई और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोई अजनबी नहीं है – वह किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) और जीव विज्ञान में राष्ट्रीय मानक परीक्षा (एनएसईबी) के लिए उपस्थित हुई और राष्ट्रीय मानक परीक्षा में राज्य की टॉपर है। रसायन विज्ञान में (एनएसईसी)। उसकी पसंद इस बात से तय होती है कि उसे क्या पसंद है – शगुन ने ग्यारहवीं कक्षा में बायोलॉजी को अपने दम पर चुना और बॉटनी को एक तार्किक और आसान विषय मानती है।

इस बारे में बात करते हुए कि उन्होंने मेडिकल करियर क्यों चुना, शगुन कहती हैं, “मेरे पिता श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, देहरादून में फार्मास्यूटिकल्स और विज्ञान के प्रोफेसर हैं, और मेरी माँ एक शिक्षिका हैं। मुझे हमेशा उन चीजों के बारे में अधिक जानने में दिलचस्पी रही है जो मुझे पसंद हैं और शोध की गुंजाइश ने मुझे मेडिकल करियर में दिलचस्पी दिखाई। मेरा कोई पसंदीदा विषय नहीं है, लेकिन मुझे प्रत्येक विषय में कुछ क्षेत्र पसंद हैं – उदाहरण के लिए, भौतिकी में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन, वनस्पति विज्ञान में प्लांट फिजियोलॉजी, मानव स्वास्थ्य और रोग, और शरीर विज्ञान में जैव प्रौद्योगिकी, और रसायन विज्ञान में जैविक और भौतिक।

स्कूल के पाठ्यक्रम के अनुसार स्कूल, गृहकार्य, परीक्षाओं और गतिविधियों को प्रबंधित करना NEET की तैयारी के साथ प्रबंधन करना एक बड़ी चुनौती थी। “स्कूल के पाठ्यक्रम को पूरा करने में एक दिन में बहुत समय लगता है। इसके अलावा, चूंकि मेरे पास स्कूल में एक विषय के रूप में शारीरिक शिक्षा थी, इसलिए इसमें पुशअप्स जैसे कार्यात्मक अभ्यासों की आवश्यकता होती थी, जिससे कई बार चोट लग जाती थी। जब मैं ग्यारहवीं कक्षा में थी, मैं लगभग एक सप्ताह तक बीमार रही। फरवरी में, मैं फिर से बीमार हो गयी और तेज बुखार और भारी कमजोरी के कारण एक सप्ताह से अधिक का समय गंवा दिया, लेकिन फिर भी मैंने अपनी पढ़ाई का ध्यान रखा। ऐसे समय में भी मैं कोशिश करती हूं कि कोई भी क्लास मिस न करूं। वास्तव में, मैंने 2 साल में सिर्फ 2 क्लासेस मिस की और कोई भी टेस्ट मिस नहीं किया।

शगुन बीमार होने पर भी कई कक्षाओं या टेस्ट्स को याद नहीं करने में सफल रही – उसने इस दौरान एआईएटीएस (ऑल इंडिया आकाश टेस्ट सीरीज) की परीक्षा दी जिसके लिए वह केंद्र नहीं जा सकी और उसने अनुरोध किया कि वह घर से ही परीक्षा दे।

कठिन समय में भी उन्हें आगे बढ़ने में मदद करने के बारे में बात करते हुए, शगुन कहती हैं, “मैं शुरू से ही एक समर्पित छात्र रही हूं, मेरे लिए काम ही धर्म है। अध्ययन और आगामी परीक्षाओं ने मुझे सीमाओं को पार करने और कम अवधियों को दूर करने के लिए प्रेरित किया। स्कूल में मेरे नैतिक विज्ञान के पाठों ने भी मुझे ऐसे समय से उबरने में मदद की मेरी सकारात्मक मानसिकता है और मुझे विश्वास है कि अंत में कुछ अच्छा होगा।

शगुन की एक छोटी बहन आठवीं में पढ़ती है। वह अपनी सफलता का श्रेय इस बात को देती है कि कैसे उसके माता-पिता ने उसका समर्थन किया और उसे आराम करने में मदद की। “मेरे माता-पिता ने इन दो वर्षों के दौरान मुझे बहुत समर्थन दिया और मुझे करियर चुनने की पूरी आज़ादी दी – उन्होंने मुझे शिक्षक बनने के लिए बाध्य नहीं किया। हम रात के खाने के बाद टहलने जाते थे जहाँ हम चर्चा करते थे कि हम सभी का दिन कैसा रहा। इसने हमें दिन में कम अच्छी चीजों के बारे में चर्चा को केवल 15-20 मिनट तक सीमित करने में मदद की। उन्होंने मेरे तरीकों के अनुसार आराम करने में भी मेरी मदद की मैं महीने में एक बार पड़ोस के छोटे बच्चों के साथ जरूर खेलती थी ।”

शगुन खुद को कैंसर के अनछुए पहलुओं पर अच्छा शोध करते हुए देखना चाहती है। यदि डॉक्टर नहीं, तो बायोटेक्नोलॉजी शोधकर्ता बनना एक वैकल्पिक करियर के लिए उनकी योजना थी। उसकी रुचियाँ विविध हैं – वह कंप्यूटर विज्ञान भाषाओं और संगीत वाद्ययंत्रों के बारे में समान रूप से सीखने की इच्छुक है। शगुन गिटार और वायलिन सीखने के लिए एक समर कैंप में शामिल होने की योजना बना रही है और शुरुआत से ही कुछ सीखने के अवसर से उत्साहित है क्योंकि उसने पहले कभी संगीत नहीं सीखा है। वह खाली समय में कंप्यूटर साइंस में पाइथन और सी-लैंग्वेज भी सीख रही हैं।

आकाश बायजूस के सीईओ श्री अभिषेक माहेश्वरी ने शगुन गहलोत के एनईईटी स्कोर की सराहना करते हुए कहा, “यह हमारा ईमानदार प्रयास है कि हम छात्रों को एनईईटी जैसी करीबी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए आवश्यक हर चीज मुहैया कराएं। शगुन बहुत ही सकारात्मक मानसिकता वाली एक केंद्रित और मेहनती छात्रा है, जिसने उसे ट्रैक पर बने रहने और असफलताओं को बेहतर तरीके से दूर करने में मदद की। वह एक साधक हैं, और मुझे यकीन है कि जब वह अपनी अनुसंधान गतिविधियों को आगे बढ़ाएंगी तो बहुत अच्छा करेंगी। हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं और सफलता की कामना करते हैं।”

हाल ही में घोषित परिणामों पर डॉ. एच आर राव, क्षेत्रीय निदेशक, आकाश बायजूस ने कहा, “हम छात्र को उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देते हैं। शीर्ष स्कोरर के रूप में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि उनके अथक परिश्रम और अटूट समर्पण का प्रमाण है। हम ईमानदारी से उनके भविष्य के सभी प्रयासों में उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।

हम आकाश बायजूस के फैकल्टी के प्रति भी अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने छात्र की सभी शंकाओं और प्रश्नों को दूर करके अथक समर्थन किया। आकाश बायजू’स द्वारा प्रदान किए गए प्रभावी पाठ्यक्रम और हमारे छात्रों के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता ने इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने प्रदान किए लॉयंस रोर टू रिस्टोर एसडीजी पुरस्कार

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देहरादून। लोकसभा के माननीय स्पीकर ओम बिड़ला ने शुक्रवार को लॉयंस क्लब इंटरनेशनल के रोर टू रिस्टोर एसडीजी पुरस्कार प्रदान किए। ये पुरस्कार दिल्ली में लॉयंस इंटरनेशनल की चौथी गोल मेज़ चर्चा में 20 व्यक्तियों को दिए गए। जो लोग अपनी कोशिशों और योगदान से बदलाव लाते हैं, जलवायु परिवर्तन, लैंगिक समानता व महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य एवं कल्याण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करते हैं तथा सब के लिए ज्यादा सस्टेनेबल और एक समान भविष्य की बुनियाद रखते हैं – ऐसे लोगों की कोशिशों के सम्मान स्वरूप ये पुरस्कार दिए जाते हैं।

स्पीकर महोदय ने अपने संबोधन में कहा, ’’भारत हर क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। आने वाला वक्त भारत का है, चाहे वह आर्थिक हो, सामाजिक हो, राजनीतिक हो या लोकतंत्र हो। हर तरफ भारत के एसडीजी के चर्चे हैं। हमने एसडीजी की प्राप्ति हेतु संसद में लंबी चर्चाएं कीं। हम एसडीजी लक्ष्यों को हासिल करने में किस तरह योगदान कर सकते हैं। स्वतंत्रता के पश्चात् जब भारत ने संसदीय लोकतंत्र को अपनाया तब बहुत से देशों को इस पर संदेह था कि इतनी बड़ी आबादी, इतने विशाल भूभाग तथा अपने हालात के चलते भारत क्या कर सकेगा? लेकिन आज भारत दुनिया को आईना दिखा रहा है। युवाओं की नई सोच के बल पर हमारी क्षमता बढ़ी है। आज हमारे युवा हर क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मुझे यह सोच कर बहुत खुशी होती है कि आने वाले दिनों में भारत हर क्षेत्र में सारी दुनिया का नेतृत्व करेगा।’’

एसडीजी लक्ष्यों की प्राप्ति में लॉयंस क्लब के प्रयासों को सराहते हुए उन्होंने कहा, ’’लॉयंस क्लब देश भर में समर्पित भाव से काम कर रहा है। सकारात्मक बदलावों के साथ हमने एसडीजी लक्ष्यों पर गोल मेज चर्चा से कई लक्ष्यों को हासिल किया है। कॉर्पोरेट जगत के लोगों के अलावा सरकार भी चार एसडीजी लक्ष्यों के संदर्भ में समाज में बदलाव लाने का काम कर रही है। लंबी चर्चा हुई है, तत्पश्चात् निष्कर्ष निकले और आगे की रणनीति बनाई गई। लॉयंस क्लब भी उसी रणनीति पर आगे बढ़ रहा है।’’

खाद्य सुरक्षा और भूख के बारे में ओम बिड़ला ने कहा, ’’लॉयंस क्लब ने भूख के मुद्दे को उठाया है। भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 80 करोड़ से अधिक लोगों को भोजन मुहैया कराने के लिए काम किया। कोविड-19 के बाद राज्य सरकारों ने योजना के जरिए इस दिशा में काम किया है। वर्तमान में, देश में भूख जैसी कोई स्थिति नहीं है।

कोविड-19 के दौर में हमने दुनिया को दिखाया कि एकजुट होकर काम करने की संस्कृति के बल पर देश हर विपदा से उबर सकता है।’’

’अच्छी सेहत और कल्याण’ के लिए लॉयंस क्लब की प्रतिबद्धता के बारे में श्री ओम बिड़ला ने कहा, ’’लॉयंस क्लब ने दृष्टिहीनता की रोकथाम के लिए जिस प्रकार काम किया है उसका प्रभाव सारे देश में देखा जा सकता है। लॉयंस क्लब ने मोतियाबिंद की समस्या के समाधान के लिए दूर-दराज गांवों में जा कर काम किया। लॉयंस क्लब ने लोगों की जिंदगियों में उजाला बिखेरा है और इसके लिए मैं लॉयंस क्लब का आभार व्यक्त करता हूं।’’

माननीय सांसद मनोज तिवारी ने अपने संबोधन में कहा, ’’सतत विकास लक्ष्यों पर चर्चा वक्त की जरूरत है। ग्रीन ऐनर्जी और स्वच्छ भारत जैसी पहलों में भी लॉयंस क्लब जैसे संगठन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।’’ उन्होंने लॉयंस क्लब को आश्वासन दिया कि सरकार उन्हें मदद देती रहेगी ताकि वे अपने मूल्यों एवं लोकाचार को कायम रखते हुए समाज की सेवा जारी रखें।

लॉयंस क्लब इंटरनेशनल के इंटरनेशनल थर्ड वाइस प्रेसिडेंट ए पी सिंह ने माननीय स्पीकर महोदय का स्वागत करते हुए लॉयंस क्लब इंटरनेशनल की पृष्ठभूमि और योगदान की जानकारी दी, उन्होंने दृढ़ता के साथ दोहराया कि उनके संगठन का मिशन दुनिया में जरूरतमंदों की मदद करना है।

पारिवारिक रंजिश और जमीन जायदाद के लालच में कर दी ससुर और बुआ की हत्या

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रुद्रपुर(उधम सिंह नगर),  पारिवारिक रंजिश और जमीन जायदाद के लालच में रिश्तो को तार-तार करने का एक मामला सामने आया है जहां एक युवक ने अपने एक साथी के साथ मिलकर अपने  ससुर और बुआ की हत्या कर दी और उनके शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े कर नदी में बहा दिए। पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपियों धर्मेंद्र सिंह तथा गुरुदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
पिछले दिनों किला खेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुरा काजी की रहने वाली जोगेंद्रो कौर अपने घर से लापता हो गई थी ।पुलिस ने  जोगेंद्रों की काफी तलाश की  और जब उसका कोई पता नहीं चला तो पुलिस ने बोर नदी में सर्च अभियान चलाया ।अभियान के दौरान पुलिस को तीन मानव अंग बरामद हुए। जोगेंद्रो की पुत्री ने मानव अंगों में से दो कटी हुई टांगों और कपड़े के आधार पर  मृतका की शिनाख्त अपनी मां के रूप में की जबकि दूसरे मानव अंग  की शिनाख्त गुरमीत सिंह के रूप में हुई। मृतक गुरमीत सिंह भी कई दिनों से  घर से लापता था। पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा करने के लिए सैकड़ों लोगों से पूछताछ की ओर तमाम  सीसीटीवी कैमरे चैक किए। जांच के दौरान पुलिस को मृतक गुरमीत सिंह को अंतिम बार  गुरदेव सिंह और धर्मेंद्र सिंह  के साथ देखे जाने की जानकारी मिली ।जिसके बाद पुलिस ने गुरदेव और धर्मेंद्र को धर दबोचा।  दोनों के पुलिस की गिरफ्त में आते ही हत्याकांड की सारी  परतें खुल गई। मृतका जोगेंद्रो गुरुदेव सिंह की  भुआ थी जबकि मृतक गुरमीत सिंह  गुरुदेव का ससुर था।दरअसल जोगेंद्रो कौर  पैसा ब्याज पर देकर लोगों की जमीन गिरवी रखती थी।आरोपियों के अनुसार जोगेंद्रो गिरवी रखी जमीन को गैर धर्म के व्यक्ति को खेती के लिए  दे देती थी। इस बात से नाराज गुरुदेव सिंह और धर्मेंद्र सिंह ने उसकी हत्या की योजना बना ली। जबकि दूसरी और  गुरुदेव का ससुर गुरमीत सिंह नशे का आदि था। गुरुदेव ने उसे बंदूक खरीदने के लिए पैसे दिए तो बंदूक खरीदने की बजाय गुरमीत सिंह ने वो पैसा नशे में खर्च कर दिए। इस बात को लेकर ससुर और दामाद में नाराजगी चल रही थी।चूंकि गुरमीत को जोगेंद्रो की हत्या की  योजना का पता था इसलिए उसने दोनों को  पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी ।जिसके बाद दोनों ने  पहले गुरमीत की हत्या कर दी फिर  उसके बाद जोगेंद्रो कौर को बहाने से घर के पीछे ले गए और  फिर उसकी भी गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपियों ने बाद में दोनों लाशों के छोटे छोटे टुकड़े कर बौर नदी में बहा दिए थे।
एस एस पी मंजू नाथ टीसी ने मंगलवार को।इस मामले का खुलासा  करते हुए बताया कि घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिए है।चूंकि मृतकों के अंग नदी में बह कर उत्तर प्रदेश की तरफ चले गए है। इसलिए  बाकी अंगों की तलाश के लिए उत्तर प्रदेश की पुलिस से संपर्क किया जायेगा।

जी20 की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव ने ली अधिकारियों की बैठक

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देहरादून, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में 25 जून से 28 जून तक ऋषिकेश में आयोजित होने वाली जी20 की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने कहा कि जी20 की पिछली बैठकों में काफी अच्छे से प्रबंधन किया गया था, इसे आने वाली बैठक में भी जारी रखा जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि पर्यटन प्रदेश होने के नाते हमें प्रदेश की छवि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण के लिए जो भी कार्य करवाए जा रहे हैं, इनकी गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। जितने भी सुधार कार्य करवाए जाएं वह स्थाई प्रवृत्ति के हों ताकि जी20 के बाद भी आने वाले पर्यटक उनका आनंद ले सकें।

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में सड़कों की कायाकल्प के लिए एक मैकेनिज्म विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों के सौंदर्यीकरण के लिए जिलाधिकारी अथवा पर्यटन विभाग के अंतर्गत एक मद बनाया जाए, जिसमें सड़कों के किनारे सौंदर्यीकरण एवं उसके रखरखाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव श्री सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, श्री विनोद कुमार सुमन, श्री एच. सी. सेमवाल, एडीजी श्री वी. मुरुगेशन, श्री ए. पी. अंशुमान, वीसी एमडीडीए श्री बंशीधर तिवारी सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

 

लैंड जिहाद और पुरोला की घटनाओं पर कांग्रेस का नजरिया दुर्भाग्यपूर्ण : भट्ट

‘लैंड जिहाद से अन्य घटनाओं की तुलना ध्यान भटकाने वाला’

देहरादून, भाजपा ने राज्य मे डेमोग्राफी चेंज और पुरोला की घटनाओं को लेकर कांग्रेस की नजर और नजरिये को दुर्भाग्यपूर्ण तथा राज्य वासियों की भावना को आहत करने वाला करार दिया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने चेताते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के बयान पर कहा कि वह मामले की असलियत को जान बूझकर दरकिनार करते हुए इसे राजनैतिक चश्मे से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की नीति के चलते वह किसी न किसी तरह ओवेसी का समर्थन कर रहे है जो कि मामले का समाधान नही और यह पर्वतीय क्षेत्र मे सालों से बसे लोगों की भावनाओं को आहत करने वाला भी है। लव जिहाद या लैंड जिहाद पर आपत्ति जताने वालों को राजनैतिक स्थिति को अलग रखकर इस पर सोच स्पष्ट करने की जरूरत है। इसे अन्य घटनाओं से न जोड़कर मुद्दे से ध्यान हटाना गलत है। अपरोक्ष रूप से अगर, वह इन घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों के पैरोकारी बन रहे हैं तो उन्हे इसकी वजह भी स्पष्ट करनी चाहिए। इन क्षेत्रों से क्या पलायन हुआ है और पलायन की असली वजह क्या है इसकी वजह भी साफ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य मे लैंड जिहाद को रोकने के लिए सत्यापन अभियान चला रही है तो दूसरी और अवैध धर्मांतरण कानून लाई है। यह राज्य की संस्कृति और स्वरूप को बचाने के लिए है, लेकिन इनमे खामियों को लेकर चर्चा के बजाय इसे राजनैतिक तूल देना भी पूरी तरह से गलत है।
भट्ट ने विपक्ष को इन मुद्दों पर गहनता से चर्चा और माहौल को अशांत करने से बचने की सलाह देते हुए कहा कि यह मुद्दा राजनीति का नही, बल्कि देव भूमि की परंपरा और बदलते डेमोग्राफी को भी गंभीरता से लेने का है। स्थायी समाधान के लिए विपक्ष की सकारात्मक पहल की भी जरूरत है। क्षेत्र के लोग अपने अधिकार और स्वरूप को लेकर चिंतित है तो उनके पक्ष को भी सुनने की जरूरत है। राज्य की सांस्कृतिक, सामाजिक एवं अध्यात्मिक स्वरूप को बनाए रखना सरकार के साथ हम सबकी जिम्मेदारी है ।
प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए इस प्रकार के अनैतिक कामों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है ताकि देवभूमि की पवित्रता एवं सात्विकता को बनाए रखते हुए राज्य की शांति भंग करने वालों की साजिश विफल हो । आज समाज मे जहर फैलाने की कोशिश करने वालों पर लगाम लगाने की बेहद आवश्यकता है, जिसके लिए प्रत्येक पार्टी व संस्थाओं को राजनैतिक एवं व्यक्तिगत नफा नुकसान को दरकिनार कर आगे आने की जरूरत है । प्रदेश के धार्मिक और
आध्यात्मिक स्वरूप पर किये जा रहे हमलों से जुड़े सवालों के हल ढूंढना हम सबके लिए जरूरी है ।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार बिना भेदभाव के पारदर्शिता की नीति के तहत काम कर रही है और ऐसे मे हर बेहतर कार्य को राजनैतिक चश्मे से देखकर एकपक्षीय दृष्टिकोण अस्वीकार्य है। कांग्रेस नेताओं के विषैले बोल नफरत को भड़का रहे है और यह सरासर गलत है।

 

कांग्रेस को दृष्टिदोष, कांग्रेस शासित प्रदेश में रामराज्य और अन्य राज्यों में भ्रष्टाचार :चौहान

‘मूल सवाल पर कांग्रेस को चिंतन मनन की जरूरत, आखिर हासिये पर क्यों पहुंची कांग्रेस’

देहरादून, भाजपा ने एमपी के सतपुड़ा भवन में लगी आग पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के आरोप को हास्यास्पद करार देते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों के अलावा अब उसे देश में भ्रष्टाचार नजर आ रहा है और कांग्रेस शासित राज्यों में राम राज्य।

पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि जिनकी सरकारों से लेकर आलाकमान तक पार्टी फंड से यंग इंडिया घोटाले की आग में घिरे हों उन्हें हर जगह भ्रष्टाचार की बू महसूस होना मस्वाभाविक है । चौहान ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उत्तराखंड में तो कांग्रेस सरकार का भ्रष्टाचार तो सरकारी फाइलों से बाहर निकलकर देश भर में टीवी पर दिखा और अब तक भ्रष्टाचार में बेसुध हुई कांग्रेस को एमपी की जली फाइलों में गड़बडी नजर आ रही है।

पार्टी मुख्यालय में श्री चौहान ने मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए उन्होंने कहा कि घटनाएं सामान्य या असामान्य होती है, लेकिन उनके किरदार पर सदैव लोगों की नजर होती है और जब बात कांग्रेस की हो तो अनुमान अधिक आसान हो जाता है। देश भर मे घपले घोटालों की जननी रही कांग्रेस को हर दुर्घटना घटना साजिश ही नजर आती है। जनता ने बखूबी वो दौर भी देखा है किस तरह प्रदेश में सरकार के नाम पर खनन, शराब व भू माफियाओं का राज चल रहा था । आबकारी की नीतियां इनके खास माफिया बैठकर तैयार करते थे और मां गंगा को नहर दर्शाकर अवैध खनन से उसकी पवित्रता को प्रदूषित करने का काम किया।
कांग्रेस को देश भर मे यह चिंतन मनन की जरूरत है कि आखिर उसकी यह स्थिति क्यों हुई? मध्य प्रदेश हो या उत्तर प्रदेश अथवा दिल्ली जहाँ से वह देश भर मे एक संदेश प्रेषित करती थी वहाँ आज कांग्रेस का कोई नाम लेने वाला नही। यही स्थिति देश के अन्य राज्यों की भी है। लेकिन कांग्रेस अपने भ्रष्टाचार को भूलकर दूसरों पर दोष मढ़ रही है।

कांग्रेस को घोटाले या विकास को लेकर हुए दृष्टि दोष को लेकर मनन की जरूरत है, क्योकि जनता इस मर्ज का समय समय पर उपचार करती है और कोई भी जनता की अदालत से बड़ा नही है।

केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं के साथ मारपीट करने वाले घोड़ा खच्चर संचालकों के विरुद्ध मुकदमा हुआ दर्ज

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रुद्रप्रयाग, पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने प्रचलित केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम, सरल व सुरक्षित बनाये जाने हेतु अधीनस्थ सभी प्रभारियों को निर्देश दिये गये हैं। 11 वें ज्योतिर्लिंग बाबा केदार के दर पर पहुंच रहा हरेक श्रद्धालु स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सके, ऐसे में श्रद्धालुओं के साथ अभद्र व्यवहार करने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु भी सभी प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं। केदारनाथ धाम यात्रा पर आयी श्रद्धालु तनुका पौण्डार निवासी महिपालपुर दिल्ली ने कोतवाली सोनप्रयाग पर शिकायत की गयी कि वे दिनांक 10 जून 2023 को गौरीकुण्ड से केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल निकले थे। रास्ते में भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में गिरा हुआ था। जिसकी वजह से वे वहां पर रुके और आस-पास के लोगों से मदद मांगी, परन्तु किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गयी। इसी दौरान एक व्यक्ति वहाँ पर अन्य जीवों को बुरी तरह मार रहा था, इनके द्वारा उसे केवल यही कहा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो। ऐसा बोलते ही घोड़ा संचालक की भीड़ वहॉं पर आयी और 4-5 लोग उनके साथ मार-पीट और बदतमीजी करने लगे, साथ ही उनके द्वारा इनको उत्तराखण्ड छोड़ने की धमकी भी दी गयी। शिकायतकर्ता द्वारा यह शिकायत दिनांक 12 जून 2023 को कोतवाली सोनप्रयाग पर वापस आते समय दी गयी।
शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग पर भा0द0वि0 की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित की गयी। दौराने विवेचना मारपीट की घटना में शामिल 05 अभियुक्तों का चिन्हीकरण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी गयी है।
1. अंकित सिंह पुत्र स्व0 श्री प्रकाश सिंह, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
2. सन्तोष कुमार पुत्र श्री रघुवीर लाल, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
3. रोहित कुमार पुत्र श्री रोशन लाल निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
4. गौतम पुत्र आनन्द लाल निवासी ग्राम जाखन भरदार, थाना व जिला रुद्रप्रयाग।
इनके अतिरिक्त एक नाबालिग बालक भी इनमें शामिल है, जिसके सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही अलग से की गयी है।
पुलिस द्वारा इनके घोड़े संचालन हेतु जारी किये गये लाइसेन्स निरस्तीकरण विषयक अनुरोध भी सम्बन्धित विभाग से किया गया है।

27 जून से भारत में बंद हो जाएगा ये शॉर्ट-वीडियो ऐप, कंपनी ने यूजर्स को दी खास सलाह

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नई दिल्ली, शॉर्ट-वीडियो मेकिंग ऐप टिकी 27 जून से भारत में संचालन बंद कर देगा। उपयोगकर्ता अब अपने पसंदीदा शॉर्ट-वीडियो या लाइव स्ट्रीम को प्लेटफॉर्म पर देख या बना नहीं पाएंगे। टिकी के देश में 3.5 करोड़ मासिक उपयोगकर्ता हैं। एक संदेश में कंपनी ने कहा कि उन्हें यह सूचित करते हुए खेद है कि टिकी अपना संचालन बंद कर देगी।

कंपनी ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए संदेश में कहा, भारतीय समयानुसार, 27 जून 2023 को रात 11.59 बजे से सभी टिकी फंक्शन और सेवाएं बंद हो जाएंगी। टिकी ऐप अब ऐप स्टोर से डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध नहीं होगा। हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि भारत और सिंगापुर में स्थित हमारे सर्वर से उपयोगकर्ताओं के सभी डाटा स्थायी रूप से डिलीट कर दिए जाएंगे।

कंपनी ने शटडाउन से पहले उपयोगकर्ताओं को उनके पसंदीदा वीडियो डाउनलोड करने की सलाह दी है। टिकी ने कहा, इसके अतिरिक्त, कृपया 27 तारीख से पहले आपके पास मौजूद किसी भी टी चेइन को निकालना न भूलें। आप ऐप से उन्हें खुद निकाल सकेंगे। दुर्भाग्यवश, शटडाउन के बाद हम कोई सहायता प्रदान करने में सक्षम नहीं होंगे।

इसमें कहा गया है कि तकनीक उद्योग के सामने आने वाली हालिया चुनौतियों के कारण टिकी सहित कई स्टार्टअप बंद हो गए हैं। टिकी का बाहर निकलना ऐसे समय में आया है जब भारत में लघु-वीडियो ऐप्स की लोकप्रियता में विस्फोट हुआ है। इसके अलावा, टिकटॉक पर प्रतिबंध के साथ, कई भारतीय शॉर्ट-फॉर्म ऐप विकल्प के रूप में उभरे हैं, जो लाखों उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर रहे हैं।

मार्केट कंसल्टेंसी फर्म रेडसीर के अनुसार, भारतीय शॉर्ट-फॉर्म वीडियो (एसएफवी) बाजार का मुद्रीकरण ब्रेकआउट के शिखर पर है और स्मार्टफोन को अपनाने और उपयोग में वृद्धि के कारण 2030 तक संभावित रूप से 8-12 अरब डॉलर का अवसर हो सकता है।

प्रचंड गर्मी के साथ प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओं में अचानक आई तेजी, 24 घंटे में 78 घटनाएं की गई दर्ज

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देहरादून, प्रदेश में प्रचंड गर्मी के साथ वनाग्नि की घटनाओं में अचानक तेजी आ गई है। बीते 24 घंटे में वनाग्नि की 78 घटनाएं दर्ज की गईं, जो इस वनाग्निकाल में एक दिन में दर्ज सर्वाधिक घटनाएं हैं। प्रदेश में वनाग्नि का आंकड़ा 647 पर पहुंच गया है। बीते कुछ दिनों से रोज तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। साथ ही प्रदेश में वनाग्नि की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। बीते छह दिनों में वनाग्नि की 171 से अधिक मामले दर्ज किए गए, जबकि बीते 24 घंटे में गढ़वाल में 34, कुमाऊं में 41 और संरक्षित वन्यजीव क्षेत्रों में तीन जगह आग लगी है।

वनाग्नि की घटनाओं में 98 हेक्टेयर वन क्षेत्रफल को नुकसान पहुंचा है। साथ ही दो लाख 30 हजार रुपये के आर्थिक नुकसान का आकलन किया गया। एक नवंबर 2022 से शुरू हुए वनाग्निकाल में अब तक 647 वनाग्नि की घटनाएं दर्ज की गई हैं। इनमें कुल 769 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा, जबकि करीब 19 लाख 59 हजार रुपये की आर्थिक क्षति का आकलन किया गया है। प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने चिंता जताते हुए कहा कि इन दिनों पौड़ी, अल्मोड़ा और नैनीताल अंचल के भ्रमण पर हैं। रास्ते में जगह-जगह जंगल जलते हुए दिखाई दिए हैं। कहा, वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं से जहां एक तरफ प्रकृति को नुकसान पहुंच रहा, वहीं जल स्रोत सूखने से जल संकट भी पैदा हो रहा है। उन्होंने सरकार से जरूरी कदम उठाने के लिए चेताया है।

 

ऋषिकेश आईएसबीटी परिसर में खड़ीं दो कबाड़ बसाें पर लगी आग, चारों तरफ मची अफरा- तफरीAustralian teak and pepper farming can be a game changer in Uttarakhand. |  Himalayan Discover

ऋषिकेश, आईएसबीटी परिसर में खड़ीं दो कबाड़ बसाें की बाॅडी में सोमवार को आग लग गई। इस दौरान वहां अफरातफरी का माहौल बन गया। गनीमत रहीं कि आग परिसर में खड़ीं अन्य बसों तक नहीं पहुंची और आग लगते ही वहां खड़े अन्य वाहनों को तुरंत हटा लिया गया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। फायर ब्रिगेड ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक दोनों बसों की बॉडी पूरी तरह जल कर राख हो गई थी।

घटना दोपहर करीब ढाई बजे की है। जानकारी के मुताबिक आरएसबीटी परिसर में पानी की टंकी के पास एक मिस्त्री बिना चेसिस की एक कबाड़ बस की बॉडी पर वेल्डिंग कर रहा था। इसी दौरान चिंगारी से बस की सीट ने आग पकड़ ली। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुरुआत में हल्की आग लगी थी, जिसे मिस्त्री ने खुद ही बुझा दिया था और फिर खाना खाने चला गा था। इसी बीच तेज हवा चलने पर दोबारा आग भड़क गई और बस से बड़ी-बड़ी लपटें उठने लगीं। आग बुझाने के लिए आसपास के दुकानदार और अन्य लोग पानी से भरी बाल्टी लेकर वहां पहुंचे, लेकिन तब तक आग बेकाबू हो चुकी थी। देखते ही देखते पास में खड़ी बिना चेसिस की दूसरी बस की बाॅडी में भी आग लग गई।इस बीच लोगों ने फायर बिग्रेड को फोन किया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। आग लगने की घटना के बाद पास में खड़ी अन्य बसाें और ट्रकों को उनके मालिकों ने तुरंत दूसरी जगह शिफ्ट किया। गनीमत रहीं कि आईएसबीटी परिसर में सवारियों से भरी बसें आग की चपेट में नहीं आई।
आईएसबीटी में पेंटर का काम करने वाले सुरेंद्र और बस मालिक सुरेश चौहान ने बताया कि यदि रात में आग लगती तो कई बसें इसकी चपेट में आतीं। करीब तीन साल से पहले रात के समय आईएसबीटी में पार्किंग में खड़ी एक बस की वायरिंग में शार्ट सर्किट हो गया था। इस हादसे में छह बसें जलकर खाक हो गई थी।
आईएसबीटी में बिना चेसिस की दो बसों की बाॅडी में आग लग गई थी। सूचना के तुरंत बाद फायर बिग्रेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।

एम्स ऋषिकेश के विभिन्न पदों हेतु 28 अभ्यर्थियों को स्थायी नौकरी के सौंपे गये नियुक्ति पत्र

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ॠषिकेश, केंद्र सरकार की ओर से देहरादून में आयोजित रोजगार मेले के दौरान एम्स ऋषिकेश के विभिन्न पदों हेतु 28 अभ्यर्थियों को स्थायी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौेंपे गए। इनमें 26 पद डाॅक्टर्स के 2 पद चिकित्सा विज्ञानियों के शामिल हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की ओर से युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से देशभर में मंगलवार को छठवें रोजगार मेले का आयोजन किया गया। केन्द्र द्वारा इससे पहले 16 मई को पांचवें रोजगार मेले का आयोजन किया गया था। देश के विभिन्न 43 शहरों में आयोजित इन कार्यक्रमों में उत्तराखंड के लिए राजधानी देहरादून स्थित सर्वे ऑफ इंडिया के सभागार में इस रोजगार मेले का आयोजन किया गया था।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय राजमार्ग और परिवहन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत) वी.के. सिंह ने संस्थान की सेवाओं हेतु चयनित अभ्यर्थिंयों को यह नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में स्थायी नौकरी पाने वाले सभी अभ्यर्थियों को बधाई दी और कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार देश के बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इससे पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वीडियो काॅंफ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार मेले में शामिल देशभर के युवाओं को संबोधित किया।

उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की ओर से रोजगार मेले की शुरुआत अक्टूबर 2022 में की गई थी। रोजगार मेले के माध्यम से अब तक सवा चार लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा चुका है। इनमें 3 लाख 59 हजार लोगों को पूर्व में और 70 हजार 126 लोगों को मंगलवार को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। उधर, एम्स के सेवायोजन विभाग द्वारा बताया गया कि संस्थान में नौकरी हेतु जिन फेकल्टियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए उनमें प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर सहित कुल 26 डाॅक्टर्स शामिल हैं। जबकि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रहे 2 चिकित्सा विज्ञानियों को भी निुयक्ति प्रदान की गई है। कार्यक्रम के दौरान एम्स के उपनिदेशक (प्रशासन) कर्नल राकेश कुमार, रजिस्ट्रार राजीव चौधरी और संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल आदि मौजूद रहे।

एनआईसी कक्ष में पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक

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रुद्रप्रयाग , केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के साथ किसी भी प्रकार से कोई पशु क्रूरता न हो तथा पशु क्रूरता की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें पीपल फाॅर एनिमल की सदस्य श्रीमती गौरी मौलखी भी वीसी के माध्यम से मौजूद रही।
बैठक में अपर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के साथ किसी भी प्रकार से कोई क्रूरता न हो इसकी निरंतर निगरानी करते हुए यदि किसी व्यक्ति द्वारा घोड़े-खच्चरों के साथ क्रूरता की जाती है तो उनके विरुद्ध पशु क्रूूरता अधिनियम के तहत नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग में बीमार अनफिट एवं घायल घोड़े-खच्चरों का किसी भी दशा में संचालन न किया जाए।
वीसी के माध्यम से पीपल फाॅर एनिमल की सदस्य श्रीमती गौरी मौलखी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के साथ किसी भी तरह से कोई क्रूरता न हो इस पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है तथा यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों का फुल बाॅडी परीक्षण किया जाए तथा परीक्षण के दौरान जो अनफिट एवं कमजोर व घायल घोड़े-खच्चर हैं उनका किसी भी तरह से यात्रा में संचालन न किया जाए। यदि किसी व्यक्ति द्वारा घायल एवं कमजोर घोड़े-खच्चरों का संचालन किया जाता है तो उन पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए प्राथमिकी दर्ज की जाए। यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों को पर्याप्त मात्रा में गरम पानी उपलब्ध हो एवं जो चरहियां हैं उनकी ठीक तरह से साफ-सफाई व्यवस्था की जाए तथा यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों का नियमित रूप से उचित स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाए।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अशोक कुमार ने अवगत कराया कि यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के लिए उचित उपचार उपलब्ध कराए जाने के लिए 4 पशु चिकित्सा इकाइयां स्थापित की गई जिसमें केदारनाथ, लिनचोली, गौरीकुंड व सोनप्रयाग शामिल हैं तथा घोड़े-खच्चरों के उपचार हेतु 7 डाॅक्टर तैनात किए गए हैं तथा यात्रा मार्ग में 21 स्थानों पर गरम पानी उपलब्ध कराने हेतु गीजरयुक्त चरहियों का संचालन हो रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों में अब तक 2296 घोड़े-खच्चरों का उपचार किया जा चुका है तथा नियमों का पालन न करने वाले 201 घोड़े-खच्चर संचालकों का चालान किया गया है। इसके साथ ही यात्रा मार्ग में संचालित न किए जाने के लिए 300 घोड़े-खच्चरों को लाॅक कर दिया गया है।
बैठक में वीसी के माध्यम से उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, डाॅ. अमित सिंह, इंचार्ज सुलभ इंटरनेशनल धनंजय पाठक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

उत्तराखण्ड़ी फीचर फिल्म “पोथली” का ट्रेलर एवं पोस्टर हुआ लॉच, सेंट्रियो माल 16 जून से लगेगी

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देहरादून, प्रज्जवल फिल्मस् प्रोडक्शन हाउस द्वारा निर्मित उत्तराखण्ड़ी फीचर फिल्म “पोथली” का ट्रेलर एवं पोस्टर स्थानीय प्रेस क्लब में लॉच किया गया। फिल्म पोथली उत्तराखण्ड के आम इन्सान शम्भू की कहानी है जो कि प्यार से अपनी 17 वर्षीय इकलौती बेटी को ‘पोथली’ के नाम से सम्बोधित करता है। यह फिल्म उत्तराखण्ड में आज के मौजूदा हालात को बयां करते हुए कानून की लचर व्यवस्था को दर्शाती है। इस फिल्म में महिला सुरक्षा, महिला उत्पीड़न एवं बेटियों के साथ हो रहे अत्याचारों को मुख्य रूप से दर्शाया गया है। इस फिल्म में एक बेटी के बाप के संघर्षों को आधार बनाकर कहानी का ताना-बाना बुना गया है। उत्तराखण्डी फीचर फिल्म “पोथली” लगभग 02 घंटे की फिल्म है, जो कि 16 जून 2023 दिन शुक्रवार से P.V.R. सेंट्रियो माल (Centrio Mall) हाथी बड़कला, में शुभारम्भ होने जा रही है, जिसमें मुख्य अभिनय रवि मंमगाईं, बबिता महत, गोकुल पंवार, इंदू भट्ट, ब्रजेश भट्ट, रोशन उपाध्याय, अजय देव, राम रवि, दीपक नैनवाल, नवल सेमवाल, अनिल रावत व योगेश सकलानी जैसे प्रतिष्ठित कलाकारों और राजेश पोलखोल बहुगुणा व त्रिभुवन चौहान ने अहम भूमिका निभाई हैं। पोथली के भूमिका निशा बहुगुणा व बाल कलाकार तनिष्का मंमगाईं द्वारा निभाई गई है।
फिल्म में संगीत जानेमाने संगीतकार अमित वी. कपूर, आशीष पंत व टीम का है तथा गीत मशहूर लोकगायक जितेन्द्र पंवार व मीना राणा द्वारा गाये गये हैं। कैमरा व एडटिंग नागेन्द्र प्रसाद की है तथा फिल्म की कहानी रूचि मंमगाई द्वारा लिखी गई है। सह-निर्देशन नवल सेमवाल व फिल्म के निर्माता-निर्देशक रवि मंमगाई हैं तथा सह निर्माता सोहन उनियाल है। पहली बार उत्तराखंडी फिल्मों में स्पेशल सांउड इफेक्ट के द्वारा फिल्म को तकनीकी रूप से इसे मजबूत बनाया गया है तथा सैंसर बोर्ड ने इस फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया है |
फिल्म के ट्रेलर एवं पोस्टर रिलीज कार्यक्रम का संचालन त्रिभुवन चौहान ने किया तथा समस्त उत्तराखण्डी फिल्म उद्योग के लोग कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। जिसमें मुख्य रूप से समस्त फिल्म कलाकारों के अलावा समाजसेवी वीर सिंह पंवार, समाजसेवी एवं वरिष्ट राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगराण, लोकगायिका अनिशा रांगड़, लोकगायक गजेन्द्र राणा, संजय चमोली, जितेन्द्र पंवार, मीना राणा, संजय कुमोला, अमित वी. कपूर, चन्द्रवीर गायत्री, अनुज जोशी, गंभीर जयाड़ा, नवल सेमवाल, सुभाष धस्माना, विजय भारती, अजय भारती व उपस्थित रहे |