Friday, June 6, 2025
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भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड : 331 कैडेट्स अफसर बनकर सेनाओं की मुख्य धारा में जुड़े, मित्र राष्ट्रों के 42 कैडेट्स भी पास आउट

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देहरादून, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से शनिवार को (आज) 331 युवा अफसर देश सेवा के लिए सेना की मुख्यधारा में जुड़ गए। इसके साथ ही मित्र राष्ट्रों के 42 कैडेट्स भी पास आउट हुए। पासिंग आउट परेड की सलामी इस बार सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडेय ने ली।
परेड से पहले परिसर में सेना और बाहर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अकादमी के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर सुबह छह बजे परेड शुरू हुई। परेड के बाद पीपिंग सेरेमनी आयोजित की गई। इसके बाद देश और विदेश के 373 कैडेट्स अफसर बनकर अपनी सेनाओं की मुख्य धारा में जुड़ गए। इनमें 331 अफसर भारतीय सेना को मिले।

इनमें डायरेक्ट एंट्री वाले 55 कैडेट्स शामिल हैं। जबकि, एक्स एनडीए 204 और एक्स एससी 40 कैडेट्स पास आउट हुए। 32 कैडेट्स टीजीसी कोर्स के हैं। आईएमए की स्थापना के बाद से अब तक यहां से 64862 देशी एवं विदेशी कैडेट्स पास आउट हो चुके हैं। वहीं, आईएमए के नाम अब तक 2885 विदेशी कैडेट्स को ट्रेनिंग देने का गौरव जुड़ गया है।

इस बार चौथे नंबर पर उत्तराखंड, आबादी के लिहाज से अब भी अव्वल :
इस बार भी उत्तर प्रदेश हर बार की तरह सबसे ज्यादा कैडेट्स देने वाला राज्य बना है। उत्तर प्रदेश के 63 कैडेट्स पासआउट होकर अफसर बनेंगे। जबकि, उत्तराखंड इस बार पहली बार की तुलना में दो पायदान पीछे खिसक गया है। पिछले साल जून की परेड में उत्तराखंड के कैडेट्स की संख्या 33 थी। जो इस बार घटकर 25 रह गई है। लेकिन, आबादी के लिहाज से देखें तो इस बार भी कैडेट्स देने वालों में उत्तराखंड अव्वल है। इस साल सिक्किम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार से एक भी कैडेट आईएमए से पास आउट नहीं होगा। जबकि, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, असम, चंडीगढ़, गोवा, मणिपुर, ओडिसा व पुडुचेरी से एक-एक कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बने।

गौरतलब हो कि सैन्य अकादमी में साल में दो बार यानी जून और दिसंबर में आयोजित होने वाली पासिंग आउट परेड में इसकी झलक देखने को मिलती है। पिछले एक दशक के दौरान शायद ही ऐसी कोई पासिंग आउट परेड हो, जिसमें कदमताल करने वाले युवाओं में उत्तराखंडियों की तादाद अधिक न रही हो।
उत्तर प्रदेश के कैडेटों की संख्या सबसे अधिक पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के कैडेटों की संख्या भले ही सबसे अधिक 63 है, मगर इसकी तुलना वहां की आबादी के हिसाब से करें तो भारतीय सेना को जांबाज देने में अपना उत्तराखंड ही अव्वल नजर आता है, क्योंकि उप्र की आबादी का प्रतिशत देश की कुल आबादी का 16 प्रतिशत है, जो उत्तराखंड से कई गुणा अधिक है।

युद्ध स्मारक पर दी शहीदों को श्रद्धांजलि :

आईएमए स्थित युद्ध स्मारक पर शुक्रवार को शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यहां तलवार से सलामी देते जेंटलमैन कैडेट की साढ़े सात फीट की कांस्य की प्रतिमा है। प्रतिमा के पिछले हिस्से में मेहराब बनाए गए हैं, जिन पर 898 बहादुर पूर्व सैनिकों के नाम उकेरे गए हैं। ये वे पूर्व जवान हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। भारतीय सैन्य अकादमी के युद्ध स्मारक का उद्घाटन 17 नवंबर 1999 को फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ ने किया था। युद्ध स्मारक पर 331 जेंटलमैन कैडेट्स ने भारतीय सेना के अधिकारियों के रूप में नियुक्त होने से पहले भारतीय सेना की समृद्ध परंपराओं को कायम रखने और राष्ट्र का झंडा हमेशा ऊंचा रखने का संकल्प लिया।

थल सेना प्रमुख की युवा अफसरों को सलाह :

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने आईएमए स्नातकों से युद्ध के तेजी से बदलते स्वरूप से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए अपने कौशल को अपडेट करते रहने को कहा। आईएमए के स्प्रिंग टर्म कोर्स के समापन पर पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि प्रौद्योगिकी के तेजी से विकास के साथ युद्ध की गतिशीलता तेजी से बदल रही है और युद्ध की जगह अधिक जटिल हो गई है। ऐसे परिदृश्य में तकनीकी कौशल, मानसिक चपलता, महत्वपूर्ण मुद्दों पर सोचना और त्वरित प्रतिक्रिया सफलता की कुंजी होगी। उन्होंने नए कमीशन अधिकारियों से उनकी योग्यता को लगातार बढ़ाने के लिए कहा।

किन राज्यों से कितने :

1 उत्तर प्रदेश 63
2 बिहार 33
3 हरियाणा 32
4 महाराष्ट्र 26
5 उत्तराखंड 25
6 पंजाब 23
7 हिमाचल प्रदेश 17
8 राजस्थान 19
9 मध्य प्रदेश 19
10 दिल्ली 12
11 कर्नाटक 11
12 झारखंड 8
13 तमिलनाडु 8
14 जम्मू कश्मीर 6
15 छत्तीसगढ़ 5
16 केरल 5
17 तेलंगाना 3
18 पश्चिम बंगाल 3
19 गुजरात 2
20 नेपाल मूल (भारतीय सेना) 2

 

 

पीएम मोदी का फसलों की एमएसपी में की गई बढ़ोत्तरी को किसान के हित में किया गया शानदार निर्णय : जोगेंद्र पुंडीर

देहरादून, भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दालों समेत खरीफ की फसलों की एमएसपी में की गई बढ़ोत्तरी को किसान के हित में शानदार निर्णय बताया है ।
सरकार के प्रयासों से ही 20-23 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुशार देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में बीते 5 वर्षों के मुकाबले सबसे अधिक वृद्धि होने जा रही है।

प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री जोगेंद्र पुंडीर ने 9 सालों में कृषि क्षेत्र में किये केंद्र व राज्य सरकार के कार्यों और विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी । उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, किसान हितैषी श्री नरेंद्र मोदी सरकार ने मूंग, अरहर, धान, मक्का और उड़द की दाल का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर
किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। इस कदम के बाद किसान अपनी फसल बढ़ी हुई कीमतों पर बेच सकेंगे। बीते 9 वर्षों में पीएम मोदी ने किसान भाई-बहनों के हित में कई अहम फैसले लिए गए है। उन्होंने कहा, इसी कड़ी में सरकार ने खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इससे अन्नदाताओं को उपज का लाभकारी मूल्य मिलने के साथ ही फसलों में विविधता लाने के प्रयासों को भी बल मिलेगा।

श्री पुंडीर ने कहा, केंद्र की मोदी सरकार ने तुअर दाल की एमएसपी में 400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है, जबकि धान, मक्के और मूंगफली की एमएसपी में भी बढ़ोतरी की गई है। सरकार के इस कदम से बड़े स्तरों पर किसानों को लाभ होगा और नई फसल के लिए अच्छे दाम मिल पाएंगे, जो खेती की बढ़ती हुई लागत को देखते हुए किसानों की हित में लिया गया है। सरकार ने मूंग दाल का समर्थन मूल्य सबसे ज्यादा 10 प्रतिशत बढ़ाया है। वहीं धान का मिनिमम सपोर्ट प्राइस 143 रुपए बढ़ाकर 2, 183 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। इस कदम का मकसद किसानों को धान की खेती के लिए प्रोत्साहन देना और उनकी आमदनी बढ़ाना है।
सामान्य ग्रेड के धान का एमएसपी 143 रुपए बढ़ाकर 2, 040 रुपए से 2,183 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। ए ग्रेड के धान का एमएसपी 163 रुपए बढ़ाकर 2, 203 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। मूंग का एमएसपी अब 8, 558 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। यह पिछले साल 7, 755 रुपए प्रति क्विंटल था। ज्वार हाइब्रिड का एमएसपी 210 रुपए, बाजरा का 150 रुपए, रागी का 268 रुपए, मक्का का 128 रुपए, अरहर का 400 रुपए, मूग का 803 रुपए, उड़द का 350 रुपए, मूंगफली का 527 रुपए, सूरजमुखी बीज का 360 रुपए, सोयाबीन पीला का 300 रुपए और सनफ्लावर सीड का एमएसपी 360 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है।

उन्होंने बताया, वर्ष 2023-24 के दौरान खरीफ फसलों की एमएसपी में वृद्धि किसानों को उचित पारिश्रमिक मूल्य उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय बजट 2018-19 की अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी तय करने की
घोषणा के अनुरूप है। बाजरा के बाद तुअर, सोयाबीन और उड़द के मामले में किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित लाभ सबसे अधिक होने का अनुमान है। शेष अन्य फसलों के लिए किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर कम से कम 50 फीसदी मार्जिन प्राप्त होने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त हाल के वर्षों में, सरकार लगातार इन फसलों के लिए उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य की पेशकश करके दलहनों, तिलहनों और अन्य पोषक धान्यध्श्री अन्न जैसे अनाजों के अलावा कई फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है। साथ ही सरकार ने किसानों को उनकी फसलों में विविधता लाने के उद्देश्य से प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन जैसी विभिन्न योजनाएं एवं गतिविधियां भी शुरू की हैं। देश में 2022-23 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 330.5 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष 2021-22 की तुलना में 14़.9 मिलियन टन अधिक है। यह बीते 5 वर्षों में होने वाली सबसे अधिक वृद्धि को दर्शाता है।

श्री पुंडीर ने इस दौरान उत्तराखण्ड सरकार की किसानों के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी ।
उन्होंने बताया, सेब उत्पादन बढाने के लिए एवं पहाडों में प्लायन कम करने के लिए एप्पल मिशन के तहत 80 प्रतिशत अनुदान पर बाग लगाये जा रहे हैं।
साथ ही कीवी का उत्पादन भी बढाने के लिए कार्य किये जा रहे है, व्यवसायी सब्जी उत्पादन एवं फूल उत्पादन के लिए पाली हाऊस का निर्माण करवाया जा रहा है, कलस्टर बना करके सामूहिक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, बागवानों को ओले के नुकसान से बचाने के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी पर एंटी हील नेट दिये जा रहे हैं ताकि किसान अपनी फसलों को ओले से बचा सके, किसानों की फसलों का बीमा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, बागवानी बढाने के लिए विभिन्न प्रकार के फलों के पौधों का वितरण किया जा रहा है। मोटे अनाज (श्रीअन्न योजना) एवं परम्परागत कृषि विकास योजना के अन्तर्गत कृषि फसलों जैसे – झंगोरा, मडुवा, चीणा, उड़द, मसूर, काला भट्ट उत्पादन को बढाने के प्रयास किये जा रहे है, मडुवा खरीद के लिए 35.50 रूपये प्रति किलो की दर से खरीदने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है, कृषि यन्त्रों को खरीदने के लिए सरकार के द्वारा सब्सिडी दी जा रही है, कृषि ऋण योजना के अन्तर्गत किसानों को 0 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण दिया जा रहा है । उन्होंने बताया, मत्स्य पालन योजना के अन्तर्गत भी विभिन्न प्रकार की योजनायें चलाई जा रही है। पशुपालन, बकरी पालन एव मधुमक्खी पालन के लिए भी सरकार के द्वारा योजनायें चलाई जा रही हैं। सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता कम करने के लिए सिंचाई टपक योजना चलाई जा रही हैं। जैविक प्रदेश बनाने के लिए पी.के.वी.वाई. योजना के अन्तर्गत समूहों का गठन किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत कृषकों को प्रशिक्षण (एक्सपोजर) भ्रमण कार्यक्रम करावाया जा रहा है।

 

कैबिनेट मंत्री व सोमेश्वर विधायक रेखा आर्या ने महाजनसंपर्क अभियान के तहत आयोजित ‘वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन’में किया प्रतिभाग

 

पीएम मोदी के नेतृत्व में विगत 9 वर्षों में देश ने गढ़े हैं वैश्विक प्रतिष्ठा, आत्मनिर्भरता व विकास के नए आयाम : रेखा आर्याकैबिनेट मंत्री व सोमेश्वर विधायक रेखा आर्या ने महाजनसंपर्क अभियान के तहत  आयोजित 'वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन'में किया प्रतिभाग* - Uttarakhand Kesari

सोमेश्वर(अल्मोड़ा), प्रदेश की कैबिनेट मंत्री व सोमेश्वर विधायक रेखा आर्या आज मजखाली मंडल पहुंची जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित सरकार के सफलतम 9 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान के तहत आयोजित ‘वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन’में प्रतिभाग किया।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और वंदेमातरम के साथ किया गया।इस दौरान कार्यक्रम में मंत्री रेखा आर्या ने वरिष्ठजनों को सम्मानित भी किया।कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने उन्हें केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, साथ ही सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में विगत 9 वर्षों में, भारतीय राजनीति और देश के विकास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं।साथ ही इस दौरान देश ने विकास के कई कीर्तिमान स्थापित किये।कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री पद की कमान संभाली थीं और उनकी पुनः चुनावी जीत के बाद वे 2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तब से इन 9 वर्षों में, भारतीय राजनीति और देश के विकास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल के दौरान कई पहल की गईं।

वही इस दौरान कार्यकर्ता सम्मेलन में मंत्री रेखा आर्या ने सभी से आगामी चुनावों के लिए अभी से तैयारी करने के लिए कहा।कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रत्येक कार्यकर्ता आमजन तक पहुंचाए।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री व वर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष श्री बलवंत भौर्याल जी,जिलाध्यक्ष श्री रमेश बहुगुणा जी,जिलामंत्री श्री कन्नू शाह जी,महाजनसंपर्क अभियान के जिला संयोजक श्री ललित दोसाद जी,मोहन दोसाद जी,सभी मंडलो के मंडल अध्यक्ष, मंडल महामंत्री के साथ ही पार्टी के ज्येष्ठ व श्रेष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

 

मेसर कुण्ड की सफाई एवं वृक्षारोपण के लिए उठे सैकड़ों हाथ, प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करने की अनूठी पहल

मुनस्यारी(पिथौरागढ़), जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय मेसर कुण्ड में सफाई तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम में पहले दिन उत्साह के साथ सैकड़ों हाथों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। कुण्ड की सफाई के साथ अमृत सरोवर के निर्माण में श्रमदान किया गया। इस क्षेत्र में 50 बुरांश के पौधे का रोपण भी किया गया।
जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ के बैनर तले आयोजित मेसर कुण्ड सफाई तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम में आज भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), लोक निर्माण विभाग, वन पंचायत, पीआरडी, मल्ला जोहार विकास समिति, वन विभाग, राजकीय इंटर कालेज मुनस्यारी के एनसीसी कैडेट्स, विद्या मंदिर इंटर कालेज मुनस्यारी के विद्यार्थियों सहित जेएसएस पिथौरागढ़ के सदस्यों के सैकड़ों हाथों ने आज प्राकृतिक धरोहर को बचाने की अनूठी पहल की शुरुआत की।
अभियान के पहले दिन कुण्ड की सफाई की गई। मेसर कुण्ड क्षेत्र में विकास खंड द्वारा ग्राम पंचायत सरमोली के माध्यम से एक अमृत सरोवर बनाया जा रहा है। अभियान के 247 सदस्यों ने सरोवर के निर्माण में श्रमदान किया और 50 बुरांश के पौधे भी इस क्षेत्र में रोपित किये गये।
प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए आज क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में उत्साह का माहौल बना हुआ था।

जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि विद्यार्थियों के साथ आम नागरिक इस तरह के कार्यक्रमों से नेचर के प्रति जागरूक होते है। उन्होंने कहा कि हिमालय क्षेत्र में नेचर से बड़ा कोई धन सम्पदा नहीं है।
जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ के अध्यक्ष भूपाल सिंह बरफाल ने कार्यक्रम में सहयोगी बने सरकारी तथा गैर सरकारी संस्था एवं विभागों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संगठन प्रति वर्ष इस तरह के नेचर प्रेमी कार्यक्रमों को आयोजित करता रहेगा।
इस अवसर पर उत्तराखंड पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता रंजीत सिंह धर्मसक्तू, बहादुर सिंह धर्मसक्तू, राजेन्द्र सिंह रावत, गणेश सिंह मर्तोलिया, श्रीराम सिंह धर्मसक्तू, सुमित मर्तोलिया, लक्ष्मण सिंह पांगती लछबू, महेश सिंह धर्मसक्तू, मंगल सिंह राणा, लक्ष्मी राणा, तारा पांगती, पुष्कर सिंह नित्वाल, बहादुर सिंह मर्तोलिया आदि ने अपने विचार रखे।

 

हरिदासपुर से दिनेशपुर को जोड़ने वाले मार्ग के निर्माण कार्य का विधायक शिव अरोरा ने फीता काटकर किया शुभारंभ

रुद्रपुर(यूएस नगर), रुद्रपुर विधानसभा में क्षेत्र राज्य योजना के अंतर्गत ग्राम हरिदासपुर से दिनेशपुर को जोड़ने वाले हॉटमिक्स मार्ग के निर्माण कार्य का क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा द्वारा फीता काटकर शुभारंभ किया।इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा ने कहा कि हरिदासपुर से दिनेशपुर को जोड़ने वाला सम्पर्क मार्ग लम्बे समय से जर्जर हालत में था। क्षेत्र के लोगो की बहुत समय से इस मार्ग के निर्माण की मांग थी जिसको राज्य योजना से स्वीकृत करवा कर इसके निर्माण कार्य का आज शुभारंभ कर दिया है और बहुत जल्द ही कार्य पूर्ण कर आम जन को समर्पित कर दिया जायेगा । विधायक अरोरा ने कहा कि निश्चित रूप से रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में लगातार विकास कार्य चल रहे हैं और आने वाले समय मे लम्बित विकास कार्यो को भी जल्द ही करवाया जायेगा। विधायक ने कहा मोदी सरकार और धामी सरकार प्रदेश के विकास को लेकर गम्भीरता से कार्य कर रही है जिसके परिणाम धरातल पर आने लगे हैं । इस दौरान अमित नारंग, जिला पंचायत सदस्य जगदीश विश्वास,ग्राम प्रधान इंद्रपाल चौधरी,ग्राम प्रधान बिशन सिंह,l क्षेत्र पंचायत सदस्य कौशल विश्वास, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुखदेव सिंह, पूर्व प्रधान नरेश तपाली, सुब्रत बाचार,अशोक डाली,अजितेश पाइक , पंकज सरदार, राजेंद्र गुप्ता, सुखदेव हालदार, राजकुमार मंडल, केशव पाइक, अभिषेक मंडल, कार्तिक मंडल, विकास गुलदार, मिथुन हलदर, हरजीत हालदार, सार्थक मुटनेजा,अजय वर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

 

चीन सीमा को लेकर फैलायी अफवाह, वीर सैनिकों की भूमि का अपमान : भट्ट

राहुल देश को बदनाम व कांग्रेस सेना का अपमान करती है : भट्ट

देहरादून, भाजपा ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत प्रदेश नेताओं पर तंज कसते हुए कहा है कि गल्वान में शहादत के समय चीनी दूतावास में गुप्त मीटिंग करने और उनसे करोड़ो का चंदा लेने वाले आज देशभक्ति पर ज्ञान बांट रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने चेताते हुए कहा, वीरों की भूमि उत्तराखंड के लोग सेना के शौर्य का इस तरह अपमान सहन नही करेंगे ।

श्री भट्ट ने दिल्ली से लेकर देहरादून तक कांग्रेस द्वारा राज्य की सीमा को लेकर फैलाये जा रहे प्रोपेगेंडा पर बयान जारी करते हुए कड़ी आलोचना की है । उन्होंने कहा, इनके नेता राहुल गांधी विदेश में देश को बदनाम करते है और पार्टी देश मे भारतीय सेना के शौर्य का अपमान करती है । उन्होंने दिल्ली से लेकर देहरादून तक, कांग्रेस नेताओं के उत्तराखंड से जुड़ी सीमा को लेकर दिए बयानों को बेबुनियाद व गैरजिम्मेदाराना करार दिया है । उन्होंने कहा, चीन से सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस को सबसे पहले अपने इतिहास में झांकने की जरूरत है । किस तरह आज़ादी के बाद कांग्रेस सरकारों की अदूरदर्शी नीति के चलते 38 हज़ार वर्ग किलोमीटर भूभाग चीन के कब्जे में गया था। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के उपरांत 1 इंच भी भूमि किसी दूसरे देश के पास नही गयी है । जहां तक बात है चीन अधिकृत भूभाग पर निर्माण की तो ये आशंका, भारतीय सैनिकों के शौर्य पर हमेशा उंगली उठाने वाले कांग्रेसियों के दिमाग की उपज है । क्योंकि चीन ने अधिकांशतया उन्ही क्षेत्रों के आसपास ही निर्माण के प्रयास किये गए हैं जो कांग्रेस सरकारों की कायरता के चलते ड्रैगन के कब्जे में दशकों पहले चले गए थे।

श्री भट्ट ने कटाक्ष करते हुए कहा, कि जो लोग गल्वान और डोकलाम को लेकर आधी अधूरी जानकारी के आधार पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं उन्हें याद रखना होगा कि जब हमारे वीर सैनिक चीनी सेना से लोहा ले रहे थे तो उनके शीर्ष नेता राहुल गांधी चीनी दूतावास में गोपनीय बैठक कर रहे थे । उन्हें अपने केंद्रीय नेतृत्व से पूछना चाहिए, यूपीए सरकार के समय उनकी पार्टी ने चीन से करोड़ो रूपये का
चंदा क्यों लिया और उसका क्या उपयोग किया । उन्होंने तंज किया कि इनके आलाकमान विदेश में जाकर देश को बदनाम करने का काम करते हैं और इनके राष्ट्र व प्रदेश के नेता सीमा की स्थिति को लेकर भ्रम फैलाकर देश के जांबाज जवानों के शौर्य का अपमान कर रहे हैं । उन्होंने कहा, देवभूमि वीर सैनिकों की भूमि है, लिहाज़ा हमारी सेना के अधिकृत पक्ष को नजरअंदाज करते हुए चीन सीमा में निर्माण को लेकर अफवाह फैलने की इस कोशिश को वे कतई बर्दाश्त नही करने वाले हैं ।

 

एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को सीयूईटी के तहत प्रवेश की बाध्यता से मुक्त रखा जाए : डॉ सुनील अग्रवाल

देहरादून, एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल ने यूजीसी एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को प्रवेश में cuet की बाध्यता से मुक्त रखने की मांग की है उन्होंने बताया गत सत्र में यूजीसी द्वारा नॉर्थ ईस्ट स्टेट्स एवं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय को प्रवेश मेंcuet की बाध्यता से मुक्त रखा गया था वर्तमान सत्र में भी केंद्रीय सरकार द्वारा 15 मार्च को यूजीसी को पत्र भेजा गया था कि विगत सत्र की भांति वर्तमान सत्र में भी नॉर्थईस्ट स्टेट्स एवं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय को प्रवेश मेंcuet की बाध्यता से मुक्त रखा जाए इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा पूर्व में भी यूजीसी एवं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय को पत्र भेजे गए थे जिसमें यह कहा गया था कि स्व वित्त पोषित कॉलेज अपने संसाधनों से संचालित किए जाते हैं जिन्हें सरकार की तरफ से कोई ग्रांट नहीं मिलती ऐसी स्थिति में सीटें खाली रखने से कॉलेजों का संचालन मुश्किल होता हैcuet के फॉर्म भरने में विश्वविद्यालयों का तो उल्लेख है लेकिन जो फॉर्म आगे खोला जाता है तो उसमें स्ववित्तपोषित कॉलेजों का नाम नहीं आता ऐसे में छात्रों के सामने कॉलेज के चॉइस की कोई स्थिति नहीं है, छात्र को सिर्फ गढ़वाल विश्वविद्यालय का नाम दिखाई देता है उससे संबंध स्ववित्तपोषित कॉलेजों का नहीं जब छात्रों को कॉलेजों के नाम कॉलेजों का स्थान और कॉलेजों मैं संचालित कोर्सों का ही नहीं पता होगा तो वह कॉलेज का विकल्प नहीं दे पाएगा | गत सत्र में b.ed कोर्स में cuet की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कॉलेजों में प्रवेश हुए थे जिसमें 50% सीटें कॉलेजों में खाली रह गई थी जिसके लिए विश्वविद्यालय से मांग की गई थी लेकिन विश्वविद्यालय ने बिना cuet के प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी | वर्तमान सत्र में डीएवी कॉलेज के प्रधानाचार्य को यूजीसी की चिट्ठी में कहा गया कि हेमवतीनंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय प्रवेश के संबंध में स्वयं निर्णय ले लेकिन पिछले वर्ष के अनुभव के आधार पर यह कहना पड़ रहा है कि विश्वविद्यालय के अधिकारी अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं लेते जिसके कारण छात्र प्रवेश से वंचित रह जाते हैं और छात्र संख्या कम होने से कॉलेजों का संचालन मुश्किल होता है |

विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश में स्ववित्तपोषित कॉलेजों के साथ दोहरा व्यवहार किया जाता है गत सत्र में विश्वविद्यालय द्वारा cuet की प्रवेश परीक्षा के छात्रों कि पहले अपने कैंपस के लिए काउंसलिंग कराई गई उसके बाद स्ववित्तपोषित कॉलेजों को प्रवेश की अनुमति दी गई जोकि स्ववित्तपोषित कॉलेजों के साथ दोहरा व्यवहार है | इन परिस्थितियों के कारण यूजीसी एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय को पुनःपत्र भेजा गया है कि वर्तमान सत्र हेतु भी गत सत्र की भांति प्रवेश में सीवीटी की बाध्यता से मुक्त रखा जाए | इसके अतिरिक्त जब तक स्ववित्तपोषित कॉलेजों का नाम समर्थ पोर्टल में नहीं खुलता है वैसे में यही समझा जाता है स्ववित्तपोषित कॉलेज इसमें शामिल नहीं है |

बंद कमरे में चार साल से नमाज पढ़ रहा बेटा, हरकतें देख परिजन हुये हतप्रद

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‘ऑनलाइन माध्यम से उर्दू सीखी, 4 साल से कर रहा असामान्य व्यवहार’

देहरादून, डोईवाला कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत गढ़वाली कॉलोनी में रहने वाले हिंदू परिवार में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां घर का एक युवा सदस्य 4 साल से कमरा बंद करके नमाज पढ़ता आ रहा था। पता लगने पर परिजनों द्वारा पुलिस को इस संबंध में सूचना दी गई। वही देहरादून के एसएसपी दिलीप सिंह कुमार का कहना है कि जानकारी में पता लगा है कि युवक डिप्रेशन का शिकार है और उसने ऑनलाइन माध्यमों से इस्लाम धर्म के संबंध में जानकारियां जुटाकर यह कार्य शुरू किया है, बल्कि कई मुस्लिम धर्मगुरुओं को फॉलो भी कर रहा था। फिलहाल किसी भी तरह की और सामाजिक गतिविधियों से युवक का कनेक्शन नहीं पाया गया है।
बताया जा रहा है कि, वह अपने कमरे में रहकर ही मोबाइल सोशल मीडिया के जरिए इस्लाम धर्म के प्रभाव में आकर अनुयाई बना है। पुलिस के अनुसार युवक की मानसिक स्थिति को देखते हुए उसका मेडिकल चेकअप कराने के बाद उससे आगे की पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

उधर, इस मामले में देहरादून एसएससी दलीप सिंह कुँवर ने बताया कि डोईवाला गढ़वाली कॉलोनी में रहने वाला 24 वर्षीय वैभव बिजल्वाण लगभग साढ़े तीन साल से अपने कमरे में बंद रहकर ही मोबाइल सोशल मीडिया के माध्यम से इस्लाम धर्म का अनुयाई बना हुआ है।

सात वर्षीय बच्चे का कमाल, महज 10.30 मिनट में यमुना पार कर बनाया नया रिकॉर्ड

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प्रयागराज, यूपी के सात साल के रुद्र कपूर ने ब्रेस्टस्ट्रोक स्विमिंग के जरिए महज 10.30 मिनट में यमुना पार कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। मास्टर ट्रेनर त्रिभुवन निषाद ने कहा कि यह पहली बार है जब उसकी उम्र के बच्चे ने ब्रेस्टस्ट्रोक स्टाइल का इस्तेमाल करते हुए नदी पार किया।

प्रयागराज के टैगोर पब्लिक स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र रुद्र ने अपनी प्रशिक्षक कमला निषाद और मानस निषाद के मार्गदर्शन में तैरना शुरू किया। निषाद ने कहा, रुद्र ने 600 मीटर लंबी और 25 फीट गहरी यमुना नदी को पार कर एक रिकॉर्ड स्थापित किया। उसने सिर्फ 15 दिनों में तैरना सीखा।

रुद्र के पिता राज कपूर, मां बंदनी कपूर और बहन अविका कपूर सहित परिवार के अन्य सदस्यों और अन्य स्थानीय लोगों ने गुरुवार को इस अवसर पर उसके प्रदर्शन की सराहना की।

पिता ने कहा, यह उसके लिए एक सपने के सच होने जैसा है जो नदी पार करके अपने लिए एक जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध था। वह कम से कम समय में यमुना नदी में तैरना और पार करना चाहता था। वह हमेशा अपने परिवार के सदस्यों के साथ स्विमिंग टिप्स के बारे में बात करता था और कई रिकॉर्ड बनाना चाहता था।

लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने दिया इस्तीफा

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देहरादून, उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आई है लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने अपना स्तीफा दे दिया है।सेवानिवृत्त आईएएस डा. राकेश कुमार उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद पर तैनात थे।
उत्तराखंड, लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल छह वर्ष के लिए था। लेकिन मात्र डेढ़ साल में ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। सेवानिवृत्त आईएएस डा. राकेश कुमार की छवि एक ईमानदार अफसर की रही है। अचानक उनका इस्तीफा देना कई सवाल खड़ा करता है।

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार आयोग के अध्यक्ष अनचाहे दबाव को लेकर काफी दबाव में भी थे। इनमें कुछ अधिकारी व राजनीतिक लोग शामिल बताए जा रहे हैं। बहरहाल डॉ राकेश कुमार के इस्तीफे के बाद अब नजरें राजभवन पर टिकी हैं। इस्तीफे मंजूरी के बाद नये अध्यक्ष का चयन भी काफी अहम माना जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में रू. 34710.19 लाख की 110 योजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास

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देहरादून।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजकीय कीर्ति इंटर कॉलेज, उत्तरकाशी में आयोजित “मुख्य सेवक आपके द्वार“ कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए रू. 34710.19 लाख की 110 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें रू. 13699.01 लाख की 54 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं  रू. 21011.18 लाख की 56 विकास योजनाओं का शिलान्यास शामिल रहा। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 6 प्रतिभाशाली छात्रों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सम्मान राशि का चेक वितरित किया, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को अनुदान राशि एवं आवास की चाबी भेंट की। साथ ही डेयरी विकास, मत्स्य पालन, सहकारिता, उद्यान आदि विभागों की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के कुल 63 लाभार्थियों को चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनो को व्हीलचेयर के साथ ही 16 लाभार्थियों को आपदा राहत किट, कृषि एवं बागवानी से संबंधित उपकरण वितरित किए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं की। जिसमें विकास खण्ड मोरी के मोरी मौताड़ मोटर मार्ग के बागी पुल से आराकोट तक जिला मार्ग का नवनिर्माण कार्य कराया जाने।  विकास खण्ड मोरी के जखोल से धारा गाँव के लिए मोटर मार्ग का नव निर्माण किए जाने। विकासखण्ड नौगांव के कुवा अनु० जाति बाहुल्य गाँव को जोड़ने हेतु मोटर मार्ग का विस्तार एवं सुदृढीकरण कार्य किए जाने। यमुनोत्री धाम के समीप खरसाली से मालाथाच ट्रैक मार्ग हनुमान चट्टी से गुलाबीकांठा ट्रैक मार्ग, राना चट्टी 1 से घिनाडा ट्रैक मार्ग एवं बनास तप्त ऋषि कुण्ड व प्राकृतिक झरने व स्थलों को पर्यटकों हेतु विकसित करने हेतु स्वीकृति प्रदान किए जाने। बड़कोट एवं चिन्यालीसौड़ में ईको पार्क की स्वीकृति प्रदान की जाने। तिलोथ पुल से लक्षेश्वर तक तथा तामाखाणी से तिलोथ पुल तक आस्था पथ का निर्माण किए जाने।  पटूड़ी धनारी को सेम मुखेम मोटर मार्ग से जोड़ना तथा ज्ञानसु उपरी कोट मोटर मार्ग से स्थानाचट्टी तक मोटर मार्ग एवं मल्ला, बेलक त्रिजुगीनारायण मोटर मार्ग का निर्माण कार्य किए जाने।  चारधाम यात्रा को दृष्टिगत रखकर जनपद उत्तरकाशी में मुख्य बाजार से लीसा डिपो तक वाहन पार्किंग निर्माण एवं उत्तरकाशी शहर में अन्य पॉकेट पार्किंग के निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान किए जाने।सरनौल से सोत्तरी बुग्याल सरुताल को पर्यटक सर्किट के रूप में आगे प्रस्तिवित किए जाने। चिन्यालीसौड़ में राजीव नवोदय विद्यालय के लिए भवन स्वीकृत किए जाने एवं रा.इ.का मनेरी का नाम गत वर्ष दिवंगत पर्वतारोही सविता कन्सवाल के नाम पर रखे जाने की घोषणा शामिल रही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी संख्या में आए लोगों का अभिनंदन स्वीकार करते हुए कहा कि उत्तरकाशी क्षेत्र के लिए हो रही 110 विकास योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास से जिले में विकास का नया अध्याय शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा इन लोकार्पण एवं शिलान्यास से जिले में सड़क मार्ग, स्वास्थ्य सुविधाएं, विकास खंड कार्यालयों व स्कूलों को अनावासीय भवन, स्कूलों में पुस्तकालय, शौचालय एवं प्रयोगशाला की सुविधाएं तथा खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल एवं पर्यटकों व स्थानीय जनता हेतु पार्किंग की सुविधा प्राप्त होगी एवं मूलभूत सुविधाओं का विस्तार एवं विकास होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 9 साल का कार्यकाल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि से 11 करोड़ से अधिक किसानों को रू. 6000  सालाना दिये जा रहे हैं। आज सभी को सस्ती एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत लोगों का मुफ्त में इलाज किया जा रहा है। सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटी का देश में तेजी से विस्तार हुआ है।  09 सालों में प्रधानमंत्री जी ने उत्तराखंड को दिए विकास के नवरत्न के साथ ही आज हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हुए हैं। केदारनाथ – बद्रीनाथ धाम में रू. 1300 करोड़ से पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा है।  मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का काम तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत जनपद उत्तरकाशी में 21 हजार से अधिक लोगों को लाभान्वित किया गया है। अन्त्योदय अन्न योजना के तहत 13 हजार से अधिक एवं खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 34 हजार से अधिक परिवारों को लाभान्वित किया गया है। उत्तरकाशी जनपद में जल जीवन मिशन के तहत 7488 लक्ष्य के सापेक्ष 6278 परिवारों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, राज्य में विकास की नई नींव रखने का कार्य कर रही है। होम स्टे को बढ़ावा देने के साथ ही आज राज्य में 4000 से अधिक होम स्टे रजिस्टर्ड हैं। 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास किया जा रहा है। रू. 2,000 करोड़ की टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना पर कार्य गतिमान है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश में 03 करोड़ से अधिक आवास दिये गए है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थी परिवारों को महिलाओं के नाम पर आवंटित मकानों को पंजीकृत करने का कार्य किया है। उत्तरकाशी जनपद में प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) योजना के तहत लक्ष्य 1544 के सापेक्ष 1457 लोगों को लाभान्वित किया गया है।  तथा प्रधानमंत्री आवास (शहरी) योजना के तहत लक्ष्य 652 के सापेक्ष 306 लोगों को लाभान्वित किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत प्रदेश के लगभग 9 लाख किसानों के खातों में लगभग 1390 करोड़ की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है।  किसानों को 03 लाख रूपए और महिला स्वयं सहायता समूहों को बिना ब्याज के 05 लाख रूपए तक का ऋण, “फार्म मशीनरी बैंक“ योजना के तहत किसानों को 80 फीसदी तक सब्सिडी पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराईं जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में लगभग 18 हजार पॉलीहाउस के स्थापना हेतु रू० 304 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी के विशेष प्रयासों से वर्ष 2023 को इंटरनेशनल एयर ऑफ मिलेट्स के रूप में मनाया जा रहा है। राज्य में स्टेट मिलेट मिशन को मंजूरी दी गई है। जिसके तहत अंत्योदय परिवारों को  एक किलो मडुवा दिया जाएगा। राज्य सरकार की 6 एरोमा वैली विकसित करने की भी योजना है। मिशन एप्पल और मिशन कीवी के साथ ही मिशन दालचीनी एवं मिशन तिमरु भी प्रारंभ की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं के हित में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून उत्तराखंड में लागू किया है। हमारी सरकार वायदानुसार प्रदेश में जल्द ही समान नागरिक संहिता लागू करेगी। उन्होंने कहा जबरन या प्रलोभन से धर्म परिवर्तन पर रोक हेतु सरकार ने उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक पारित किया है। हमारी सरकार अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास पर कार्य कर रही है। अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने  एवं उसका विकास सरकार की प्रथमिकता है। राज्य सरकार उत्तराखंड राज्य को वर्ष 2025 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। इस हेतु हम विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।
यमुनोत्री के विधायक संजय डोभाल, पुरोल के विधायक दुर्गेश्वर लाल और गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान ने मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि धामी के कुशल और सफल नेतृत्व में प्रदेश में विकास के संकल्पों को पूरा करने का काम कर रहा है।
इस दौरान कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणा, पूर्व विधायक राजकुमार, केदार सिंह रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता सूरतराम नौटियाल, स्वराज विद्वान, मनवीर चौहान, राम सुन्दर नौटियाल, केशर सिंह रावत एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

युवती की हत्या कर शव कट्टे में डालकर नदी में फेंका

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हरिद्वार। युवती की गला दबाकर हत्या कर उसका शव प्लास्टिक के कट्टे में ठूंसकर हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर बरसाती नदी पर बने पुल के नीचे फेंक दिया गया। शव को ठिकाने लगाने के लिए युवती के हाथ-पैर भी बांधे गए थे। प्रारंभिक जांच में युवती की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। शनिवार सुबह बरसाती नदी में खनन कर रहे भैंसा-बुग्गी चालक इरशाद निवासी गांव शांतरशाह की नजर नदी में पड़े सफेद रंग के प्लास्टिक के कट्टे पड़ी। कट्टे में कुछ भरा होने पर जब भैंसा-बुग्गी चालक नजदीक गया तब उसे इंसान के हाथ पैर नजर आए। चालक ने तुरंत अपने परिचित के माध्यम से शांतरशाह चौकी पुलिस को सूचना दी। बरसाती नदी में शव मिलने की सूचना पर सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल, एसओ अनिल चौहान घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस की जांच में कट्टे के अंदर करीब 23 वर्षीय युवती का शव मिला। युवती के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे और उसके गले पर गहरे निशान दिखाई दे रहे थे। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस का मानना है कि युवती की हत्या कर शव यहां लाकर फेंका गया है।
थानाध्यक्ष अनिल चौहान ने बताया कि युवती की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके बाद ही असल कहानी सामने आ सकेगी। प्रतीत हो रहा है कि गला दबाकर युवती की हत्या की गई है। उसके गले में एक लॉकेट मिला है। युवती ने नीले रंग की सलवार और हल्के रंग का सूट पहना हुआ है।

यूपीसीएल के सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण : उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन ने की बैठक

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देहरादून, यूपीसीएल के सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण में यूपीसीएल द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में दायर याचिका संख्या 579 / 2017 में हुई सुनवाई में यूपीसीएल पर एक लाख रुपये जुर्माना लगाया गया है।

उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन की बैठक आज संगठन भवन माजरा में सम्पन्न हुई। बैठक में मा०उच्च न्यायालय द्वारा 9 जून को दिए निर्णय पर चर्चा की गयी।

यूपीजेईए के संस्थापक अध्यक्ष एवं आजीवन संरक्षक जी एन कोठियाल ने कहा कि सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण में वरिष्ठता सूची मा०उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार कोर्ट में जमा किये जाने सम्बन्धी निर्देशों की अवहेलना करने पर यूपीसीएल पर 01 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है यह बेहद खेद एवं चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कुछ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अवर अभियन्ता संवर्ग से पूर्व से ही पक्षपातपूर्ण रवैये के चलते निगम प्रबन्धन को गुमराह किया जाता रहा और अब मा० उच्च न्यायालय द्वारा यूपीसीएल को कड़ी फटकार लगाई गई है। जिससे निगम की छवि धूमिल हुई है। उन्होंने कहा कि यूपीसीएल प्रबन्धन को शीघ्र ही मा० उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार वरिष्ठता सूची से सम्बंधित आपत्तियां आमंत्रित कर समय से उनका निस्तारण करते हुए उसे अंतिम रूप देना चाहिए एवं दिए गए समय के अन्तर्गत वरिष्ठता सूची से अधिशासी अभियंता के पदों पर प्रोन्नतियाँ की जानी चाहिए।

आजीवन संरक्षक ने यह भी कहा कि यूपीसीएल को इस निर्णय से सबक लेना चाहिए एवं मा०उच्च न्यायालय के याचिका संख्या 132/2022 में दिनाँक 28.03.2022 को दिए निर्णय के विपरीत बेहद कनिष्ठ सहायक अभियन्ताओं को दिया गया अधिशासी अभियंता का कार्यवाहक प्रभार वापस लेते हुए वरिष्ठता सूची के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करनी चाहिए।

विशेष आमंत्रित सदस्य रविन्द्र सैनी ने कहा कि मा०उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन किये जाने के सम्बंध में एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल द्वारा यूपीसीएल प्रबन्धन से कई बार अपना पक्ष रखा गया परन्तु उनके द्वारा प्रकरण में गम्भीरता नहीं दिखाई गयी एवं लगातार टालमटोल किया जाता रहा,
इसका खामियाजा अब निगम को जुर्माने के रूप में भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने माँग करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों की वजह से निगम पर जुर्माना पड़ा है उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए।

प्रान्तीय अध्यक्ष सुनील उनियाल ने समस्त सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि निर्धारित समय में अपना प्रत्यावेदन इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से निगम को प्रस्तुत कर दें जिससे निगम द्वारा समय से वरिष्ठता सूची पर अग्रिम कार्यवाही की जा सके।

केन्द्रीय महासचिव पवन रावत ने कहा कि दिनाँक 17/06/2023 को यूपीजेईए की केन्द्रीय कार्यकारणी की बैठक संगठन भवन माजरा में आहूत की जाएगी जिसमें संगठन की अग्रिम रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक में प्रान्तीय महासचिव विकास कुमार भी मौजूद रहे।

रिखणीखाल ब्लाॅक के सेरोगाड गांव में घात लगाकर बैठे दो बाघों ने एक वृद्ध पर किया हमला

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कोटद्वार, उत्तराखंड में कोटद्वार के रिखणीखाल ब्लाॅक के सेरोगाड गांव में खेतों में जा रहे एक वृद्ध पर दो बाघों ने हमला कर दिया। वृद्ध ने हिम्मत नहीं हारी और उनका डटकर मुकाबला किया। वृद्ध ने शोर मचाते हुए कुदाल से बाघों पर कई प्रहार किए और उन्हें भागने पर मजबूर कर दिया। संघर्ष में वृद्ध बुरी तरह जख्मी हो गया। लेकिन जान बच गई। सूचना मिलते ही डॉक्टर को लेकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल का उपचार किया।

बृहस्पतिवार को रिखणीखाल ब्लाॅक के ग्राम पंचायत तोल्यूडांडा के सेरोगाड गांव के मरगांव तोक निवासी मनवर सिंह रावत (70) सुबह 7:30 बजे हाथ में कुदाल लेकर खेतों में धान की पौध में पानी लगाने जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में घात लगाए बैठे दो बाघों ने उन पर हमला कर दिया। खतरे को भांपते हुए उन्होंने हिम्मत जुटाई और शोर मचाते हुए बाघों पर कुदाल से हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान बाघ ने उन पर कई बार हमले का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने बार-बार कुदाल से वार कर बाघ के सभी हमले विफल कर दिए

इसके बाद एक बाघ नीचे झाड़ियों में भाग गया तो मनवर सिंह भी जान बचाने के लिए भागे। मगर एक बाघ ने उनका करीब 100 मीटर तक पीछा किया। इस बीच शोर सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। इसके बाद दूसरा बाघ भी झाड़ियों की ओर भाग गया। बाघ के हमले में वृद्ध का पांव जख्मी हो गया।

 

शिक्षा एवं शोध की गुणवत्ता विश्वविद्यालयों का मूल सिद्धान्त होना चाहिए : राज्यपाल

नैनीताल, राज्यपाल/कुलाधिपति कुमाऊं विश्वविद्यालय, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने शुक्रवार को डीएसबी परिसर में कुमाऊं विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों की बैठक ली। पहली बार हुई इस तरह की बैठक में राज्यपाल ने प्रत्येक संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों से अलग-अलग वार्ता कर उनके विभाग की उपलब्धियों, समाज में दिये गये योगदान और उनके मिशन और विजन के साथ-साथ इनकी चुनौतियों की जानकारी प्राप्त की। कुलाधिपति ने प्रत्येक से संबंधित विभागों की उपलब्धियों, विभागों के प्रकाशित शोध पत्र, अवार्ड, एम.ओ.यू व प्रकाशन सहित भविष्य की योजनाओं के संबंध में जानकारी ली।

राज्यपाल ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय शोध एवं शिक्षण के क्षेत्र में प्रसिद्ध रहा है। यहां पढ़े छात्र-छात्राओं ने देश एवं विदेश में उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं शोध की गुणवत्ता विश्वविद्यालयों का मूल सिद्धान्त होना चाहिए। विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा मिले यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। राज्यपाल ने निर्देशित किया कि फेकेल्टी अधिक से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राट्रीय स्तर के उत्कृष्ट शोध पत्र प्रकाशित करें। उन्होंने कहा कि शोध एवं तकनीक सही मायनों में तभी उपयोगी है जब उसका लाभ लागों को मिले। उन्होंने कहा कि सभी संकायाध्यक्ष अपने आर्थिक संसाधनों के स्त्रोत स्वंय खोजें और उन्हें विश्वविद्यालय पर निर्भर न रहना पड़े। केंद्रीय संस्थानों और सीएसआर की मदद से आर्थिक संसाधनों की पूर्ति के भी प्रयास किए जाएं।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय से अनेक छात्रों ने उपलब्धियां हासिल की हैं और वे उच्च पदों पर हैं। पूर्व छात्रों के लिए एलुमनी मीट को आयोजन किया जाय और उन्हें विश्वविद्यालय हेतु आर्थिक संसाधनो की पूर्ति के लिए प्रेरित किया जाय। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय की प्रत्येक समस्याओं और चुनौतियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक प्रकाशनों पर जोर देने की बात कही। उन्होंने प्रत्येक संकायाध्यक्षों व निदेशकों से विश्वविद्यालय की बेहतरी के संबंध में अपने सुझाव भी प्रेषित करने को कहा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनमोहन चौहान भी उपस्थित रहे।

 

‘हिमालय और उसके लोग’ विषय पर सुपरिचित छायाकार भूमेश भारती का स्लाइड शो

देहरादून, दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर की ओर से शुक्रवार की शाम को ‘हिमालय और उसके लोग’ विषय पर सुपरिचित छायाकार भूमेश भारती का स्लाइड शो आयोजित किया गया। स्लाइड शो का यह कार्यक्रम संस्थान के सभागार में सम्पन्न हुआ ।
तकरीबन एक घण्टे से अधिक अवधि के इस स्लाइड प्रदर्शन के समय छायाकार भूमेश भारती ने प्रस्तुत विषयवस्तु पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। ‘हिमालय और उसके लोग ‘ थीम के तहत भूमेश भारती ने एक से बढ़कर एक अनूठी तस्वीरें साझा की । भूमेश भारती द्वारा उनके अनुपम छाया चित्रों के संग्रह से चयनित किये गए यह फोटोग्राफ्स अद्वितीय हिमालयी पहाड़ों के दृश्यों को चित्रित करते हैं। एक तरह से इन चित्रों में प्रकृति के दृश्य और प्रकृति के मध्य मनुष्य के पदचिह्न दोनों ही समान रूप में पाए जाते हैं। इन चित्रों में यहां के रहवासियों हिमालयी जन जीवन और उनकी विषम परिस्थितियों का जीवन्त दर्शन मिलता है।

भूमेश भारती ने 1995 से एक पेशेवर फोटोग्राफर के रूप में काम किया है। शुरुआत में उन्होंने देहरादून प्रेस के साथ एक पत्रकार के रूप में काम किया, जहाँ से उन्हें अपने सभी लेखों के लिए फोटोग्राफी करने में रुचि जागृत हुई। यहीं से इस शौक ने उन्हें में एक पूर्णकालिक प्रोफेशनल फोटोग्राफर के रूप में पहचान दिलाई। उन्होंने भारत ज्ञान विज्ञान समिति के दिल्ली मुख्यालय में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के साथ काम किया। इस कार्य अनुबन्ध के माध्यम से उन्होंने भारत भर के कई गाँवों की यात्रा का आनंद लिया। इसकी वजह से ही उनकी सामाजिक जीवन फोटोग्राफी में उनकी विशेष रुचि पैदा हुई। द टाइम्स ऑफ इंडिया का प्रकाशन “द टाइम्स ऑफ दून ने अपने पहले अंक से ही (जब इसका नाम दून प्लस था) इनके छायाचित्रों काम को नई पहचान दिलाई है। इस प्रकाशन में भारती की हजारों तस्वीरें 20 से अधिक वर्षों से प्रकाशित हुई हैं। उन्होंने हाल ही में भूमेश भारती केंद्र की स्थापना की है। जिसमे वे फ़ोटोग्राफ़ी के लिए – छात्रों और काम करने वाले शौकीनों और पेशेवरों के लिए फोटोग्राफ़ी का एक स्कूल संचालित करते हैं इस स्कूल के माध्यम से वे हाथों-हाथ फ़ोटोग्राफ़ी कौशल सिखाते हैं। वह कलर्ड लीफ़ के प्रमुख भी हैं। वे एक कुशल वीडियो निर्माता, वीडियो और फोटो संपादक, वेब डिजाइनर और ग्राफिक डिजाइनर हैं।
इस अवसर पर कर्नल वी के दुग्गल, पूर्व मुख्य सचिव सुरजीत किशोर दास, कल्याण सिंह रावत, ममता चौहान, एम एस रावत, अतुल शर्मा,विभूतिभूषण भट्ट,वाई भट्टाचार्य,सुंदर एस. बिष्ट, सुशीला भंडारी, सलिल दास, विजय शुक्ल व एम हुसैन सहित सामाजिक अध्येता, फ़िल्म व रंगमंच से जुड़े व्यक्ति, पुस्तकालय के युवा पाठक सदस्य व अन्य लोग मौजूद रहे। स्लाइड शो के बाद सभागार में मौजूद दर्शकों ने उनसे सवाल-जवाब भी किये।

 

घमंड के आखंड में डूब चुके है भाजपा नेता : भूपेन्द्र सिंह भोज

 

अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताना बेहद निंदनीय ऒर मानसिक दिवालियापन का संदेश हैं, काँग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज गुडडू ने कहा कि भाजपा के नेता अपने मातृसंगठन आर एस एस से ऎसी शिक्षा लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे को देशभक्त बताकर देश की जनता को गुमराह करके देश को पतन की राह में डालने का कृत्य कर रहे हैं । केन्द्र की मोदी सरकार से लेकर प्रदेश की धामी सरकार झूठ की बुनियाद पर खड़े होकर आम जनता के हितों के साथ-साथ देश की परम्परा ऒर धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र को कमजोर करके देश के संविधान को कमजोर कर रहे हैं , झूठ की पाठशाला से निकले ऎसे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत शर्मनाक बयानबाजी करके अपने आकाओ को खुश करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता उन महान ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को भी अपमानित करके घमंड के आखंड में डूब चुके है। भाजपा के भ्रमजाल की चपेट में आयी देश एंव प्रदेश की जनता इनके कुशासन को नॊ साल से झेल रही हैं। ऒर अब इनको आने वाले लोकसभा चुनावों में सबक सिखाने के लिए आतुर हैं। श्री भोज ने कहा कि अगर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत में कुछ शर्म बची है। तो उन्हें अपने बेहद शर्मनाक ऒर निंदनीय बयान पर देश एंव उत्तराखण्ड की जनता से माफी माँगकर पश्चाताप करना चाहिए ।

 

जाति मुक्त भारत और नफरत के खिलाफ मोहब्बत यात्रा पहुंची अल्मोड़ा

अल्मोड़ा, जाति मुक्त भारत और नफरत के खिलाफ मोहब्बत यात्रा अल्मोड़ा पहुंची। इस दौरान यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं ने यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया।

बीते दिवस यह यात्रा कौसानी पहुंची थी,कौसानी में यात्रा दल के सदस्यों ने लक्ष्मी आश्रम कौसानी पहुंचकर राधा बहन से मुलाकात की और उनसे देश में हो रहे राजनीतिक गति​विधियों पर चर्चा की। राधा बहन ने यात्रा दल के सदस्यों से इस तरह की यात्रा पूरे भारत में करने की जरूरत पर बल दिया।
कौसानी के बाद यह यात्रा आज अल्मोड़ा पहुंची। अल्मोड़ा के नगरपालिका सभागार में यात्रा दल के सदस्यों का उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। यात्रा में शामिल रोहित कुमार ने कहा कि पिछले 9 साल से देश में नफरत का माहौल बन गया है। और मोहब्बत का पैगाम लेकर यह यात्रा निकली है। रमेश भंगी ने कहा कि समाज में भेदभाव खत्म हो,जाति,धर्म के आधार पर नहीं बल्कि इंसानियत के नाते प्रेम और मोहब्बत से रहे,यही इस यात्रा का उद्देश्य है। उत्तराखंड सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष इस्लाम हुसैन ने कहा
अल्मोड़ा से उनका पुराना नाता रहा हैं,उन्होने अल्मोड़ा से जुड़ी अपनी यादों को सबके साथ साझा किया। इस्लाम हुसैन ने कहा कि महात्मा गांधी ने जिस समाज की कल्पना की थी उसे आने वाली पीढ़ी को बताने की जरूरत हैं ,कहा की गांधी जी ने जो किया और जो अपेक्षा की कि रचनात्मक कार्य करने चाहिए, जिसमें पहला कौमी एकता है। कहा कि कौमी एकता तभी होगी जब समझ के अभी लोग समान स्तर पर सोचे,जब देश जाति मुक्त हो,सभी धर्मो का सम्मान हो,कोई ऊंच नीच ना हो। कहा कि देश के बेरोजगारों को रोजगार चाहिए और रोजगार का माहौल हो,देश में शांति और सद्भाव का माहौल हो, यही इस यात्रा का मूल उद्देश्य है। इस्लाम हुसैन ने कहा कि हमारे पड़ोस में बांग्लादेश का उदाहरण सबके सामने है,वह भारत से आगे निकल गया है। पहले 30 टका के एक रुपया होता था,आज वह भारतीय रुपए के बराबर पहुंच गया है।
इस्लाम हुसैन ने कहा कि देश में आज लोग लव जेहाद की बात करते है,जातीय दुराग्रह के कारण जगदीश राम की हत्या हो गई,चंपावत में दलित भोजन माता के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं हुईं है। जबकि उत्तराखण्ड का इतिहास ऐसा नही है। उन्होने कहा कि आज देश में जो भय का माहौल बना हुआ है वह देश की उन्नति के लिए घातक है,और इन सबको छोड़कर ही देश उन्नति के रास्ते में आगे बढ़ सकता हैं।इस्लाम हुसैन ने कही कि उत्तराखंड में बाहर के लोग आकर यहां के संसाधनों पर कब्जा कर रहे है,जबकि पहाड़ी लोग अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे है,कहा कि ऐसी नीतिया बननी चाहिए जिससे कि यहां के लोग खूब तरक्की कर सके। कहा कि ऐसे माहौल जिसमे नफरत सिखाई जा रही हो इसे बदलने की जरूरत हैं। यात्रा के बारे में बताते हुए इस्लाम हुसैन ने कहा कि उनका एजेंडा खुला हुआ है, कहा किव लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात रखते है। उन्होंने कहा कि विकास का मतलब यह नही होना चाहिए कि कितने पुल बने,कितनी बिल्डिंगे बनी, उनकी नजर में विकास का मतलब हैं की हमारे जीवन मूल्य क्या है,शिक्षा व्यवस्था कैसी है, रोजगार की क्या स्थिति है,स्वास्थ्य की क्या स्थिति है।
जाने माने गांधीवादी कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने कहा कि उनके दादा पंडित बिहारी लाल शर्मा आर्य समाज के महर्षि दयानंद को आर्य समाज को फैलाने के लिए यूपी लेकर आए थे। कहा कि आज हम संकीर्ण हो गए हैं। हिमांशु कुमार ने कहा कि ​जिस धर्म में आलोचना,विश्लेषण और सुधार नहीं होता तो वह सड़ जाता है। हिमांशु कुमार ने कहा कि उन्होने अपनी जिंदगी के 20 वर्ष छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के बीच में गुजारे है।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों पर बहुत ज्यादतिया हुई है और वहां के प्राकृतिक संसाधनो को कोरपोरेट हथियाना चाहते है। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने उनकी एक याचिका को खारिज करते हुए उन पर 5 लाख का जुर्माना लगाया दिया।
उन्होंने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा के मुख्यमंत्री काल में जब सरकार ने सीलिंग एक्ट लागू कर जमीने जब्त की तो इसके बाद बहुगुणा ने बिनोबा भावे से कहा कि इसे भूमिहीनों में किस तरह से बांटना है तो विनोबा भावे ने उनके ताऊजी ब्रह्म प्रकाश का नाम सुझाया। उनके सुझाव के बाद सीएम बहुगुणा ने ब्रहम प्रकाश को कैबिनेट मिनिस्टर बनाया और ब्रहृम प्रकाश ने 20लाख एकड़ जमीन भूमिहीनों में बांट दी,लेकिन खुद भूमिहीन रहे।
भारतीय सामाजिक व्यवस्था की बात करते हुए हिमांशु कुमार ने कहा कि करोड़ो भारतीय लोगो को सदियों तक भारत की अर्थव्यवस्था,सामाजिक व्यवस्था में भागीदारी नहीं दी,और नतीजा यह हुआ कि भारत पिछड़ता चला गया। कहा अमेरिका में जब तक कालो लोगो को रोका गया तो उसका कोई नाम नहीं था, लेकिन जैसे ही उनको भागीदारी दी गई अमेरिका हर क्षेत्र में छा गया ओर आज खेल,विज्ञान,संगीत हर क्षेत्र में काले लोग आगे है।
हिमांशु कुमार ने कहा कि देश में दहशत का माहौल बना दिया गया है। कहा कि नूह मेवात क्षेत्र में मुसलमान सदियों से गौपालन का कार्य करते थे,लेकिन उनके बीच के 4 लोगो को मार दिया गया,नतीजतन आज कोई मुसलमान गाय नहीं पाल रहे हैं। इसी नफरत के कारण छोटे उद्योग,छोटे व्यापारी खत्म किए जा रहे है। कहा कि छोटा व्यापार खत्म होगा तो बड़ा व्यापारी पनपेगा ही। कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों को जंगलों से बाहर कर पूंजीपतियो को लाया जा रहा है। वही जनता को हिंदू मुसलमान में फसाया जा रहा है,और देश को बेचा जा रहा है।हिमांशु कुमार ने कहा कि आजादी की लड़ाई हिंदी मुसलमान ने मिलकर लड़ी। कहा कि इंसानो में केवल ईश्वर अल्लाह का ही तो फर्क है। इस दौरान उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय महासचिव एड नारायण राम,कमला,भावना पाण्डे,राजेंद्र कुमार,कृष्णा आर्या,दीपांशु पाण्डे,हीरा देवी,मोहम्मद वसीम,अनीता बजाज,कुंती देवी,हेमा पाण्डे आदि मौजूद रहे।

 

लालढांग में बाल साहित्य और सामाजिक सरोकार ‘ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी, 11 पुस्तकों का लोकार्पण

-बाल कवि सम्मेलन में 22 बच्चों ने पढ़ी स्वरचित कविता
-11 राज्यों के 100 साहित्यकारों
की सहभागिता।

लालढांग (हरिद्वार ), नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास लालढ़ांग तथा अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी व बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा लालढांग में आयोजित राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों के साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया ।
‘बाल साहित्य और सामाजिक सरोकार’ विषय पर आयोजित सत्र की अध्यक्षता करते हुए एम बी पी जी कालेज हल्द्वानी की हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रभा पंत ने कहा कि इलैक्ट्रानिक मीडिया के आज के दौर में संयुक्त परिवारों के विघटन,शहरीकरण तथा रोजगार के लिए माता-पिता दोनों का घर से बाहर रहने व मोबाइल के प्रचलन से बच्चों को दादा -दादी व माता पिता से प्राकृतिक प्यार नही मिल रहा है । बच्चे मिट्टी पानी व प्रकृति से खेलने के बजाय वीडियो गेम से मार धाड़ व हिंसक प्रवृति के हो रहे हैं ।
प्रतापगढ़ से आए दयानंद मौर्य ने कहा कि अब बच्चों को दादा दादी की कहानी सुनने को नही मिलती है । सिक्किम से आई मीना सुब्बा ने कहा कि आज का अभिभावक बच्चों को पैसा कमाने की मशीन बतौर इंजीनियर व डाक्टर बनाना चाहता है । जबकि जरूरत है कि बच्चा एक अच्छा इंसान बने इसके लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है । इस सत्र में मीना सुब्बा,स्नेहलता ने भी अपने विचार रखे
संगोष्ठी की शुरुआत ‘ज्ञान का दीया जलाने’ समूह गीत से हुई । उत्तराखंड का बालसाहित्य विषय पर आयोजित सत्र में मुख्य अतिथि राजकिशोर सक्सेना, के. पी. एस. अधिकारी, हरिमोहन, आनंदसिंह बिष्ट, प्रमोद तिवारी आदि ने संबोधित किया । अध्यक्षता के पी एस अधिकारी व संचालन डॉ महेंद्र प्रताप पांडे ‘नंद’ ने किया।
‘बालसाहित्य और सामाजिक सरोकार ‘ विषय पर आयोजित संगोष्ठी से पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के बच्चों ने दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया । इस अवसर पर आयोजित बाल कवि सम्मेलन में 22 बच्चों ने स्वरचित कविताओं का पाठ किया। बाल कवि सम्मेलन का संचालन करनपाल व उत्तम ने किया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के अधीक्षक योगेश्वर सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए छात्रावास के बारे में जानकारी दी ।
इस अवसर पर बालप्रहरी पत्रिका के नए अंक, प्रो प्रभा पंत, राज सक्सेना , रामलखन प्रजापति , डॉ रमेश आनंद, डॉ आर पी सारस्वत , स्नेहलता, रत्ना लक्सम , डॉ चंद्रावती जोशी आदि सहित 11 पुस्तकों का लोकार्पण हुआ । बालप्रहरी व बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा देश की 85 दुर्लभ बाल पत्रिकाओं की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास लालढ़ांग के बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों व अन्य रचनात्मक गतिविधियों की प्रदर्शनी को सभी ने सराहा।
सायंकालीन सत्र में हरदेव सिंह की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी हुई।
इस अवसर पर शशि ओझा(भीलवाड़ा ),महेंद्र भट्ट (ग्वालियर ), किसान दीवान (छत्तीसगढ़ ), डॉ मेजर शक्तिराज(सिरसा),सुरेखा शर्मा (गुरुग्राम), लखन प्रतापगढ़) प्रकाश जोशी ( अल ),महेंद्र सिंह राणा ( पौड़ी ),डॉ इंदु गुप्ता (फरीदाबाद ),सुशील सरित(आगरा ), रावेंद्र रवि(खटीमा ) रत्ना लक्सम (सिक्किम ), गोविंद शर्मा (संगरिया), राकेश चक्र (मुरादाबाद )कविता मुकेश (बीकानेर ) हीरा लाल साहनी(दरभंगा),वेद मित्र शुक्ल (दिल्ली )आदि उपस्थित थे ।आज अलग-अलग सत्रों का संचालन डॉ. महेंद्र प्रताप पांडे ‘नंद’, नीरज पंत व इंदु तिवारी ‘इंदु’ ने किया।

 

महानगर कांग्रेस कमेटी हल्द्वानी ने किया पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला फूंका

हल्द्वानी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताएं जाने के विरोध में महानगर कांग्रेस कमेटी हल्द्वानी द्वारा विधायक हल्द्वानी सुमित हृदयेश के नेतृत्व में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं भाजपा का प्रदर्शन कर पुतला फूंका।
विधायक सुमित हृदयेश, जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल एवं महानगर अध्यक्ष गोविंद सिंह बिष्ट ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान को भाजपा का विचार बताया और कहा की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को राष्ट्रभक्त बताकर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी की विचारधारा को स्पष्ट कर दिया है। उनके इस बयान से आज भारत माता की आत्मा बहुत दुखी होंगी क्योंकि उन्होंने भारत माता के मातृ भक्त, राष्ट्रभक्त लाल के हत्यारे को राष्ट्रभक्त कहा है। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रभक्त कहा है जिसे देश की सर्वोच्च अदालत ने सजा दी थी। उनके इस बयान ने देश की सर्वोच्च अदालत के साथ-साथ देश का भी अपमान किया है, जिनके लिए उन्हें संपूर्ण देश से अविलंब माफी मांगनी चाहिए।
पुतला दहन में ब्लॉक अध्यक्ष मोहन बिष्ट, प्रदेश महामंत्री महेश शर्मा, सचिव सोहेल सिद्धकी, भीमताल नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र चुनौतियां, एनबी गुणवंत युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हर्षित भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष मोकिंन सैफी, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विशाल भोजक, कमला तिवाड़ी, पार्षद राधा आर्य, मुकुल बलुटिया, राजेंद्र जीना, तौफीक अहमद, राजेंद्र बिष्ट, ग्रुप्रीत प्रिंस संजय बिष्ट, शैलेन्द्र दानु, गोविंद बगडवाल, हेमंत साहू,राजू सुयाल कौशलेंद्र भट्ट, नितिन भट्ट, मनोज बिष्ट, गिरीश पांडे, प्रदीप कुमार, नदीम अहमद, विनय भट्ट, शुभम, अक्षत, रक्षित जोशी आदि उपस्थित थे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े हर कर्मचारी का हित है सर्वोपरि: स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार

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– राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ कर्मचारियों के हित में लिए गये महत्वपूर्ण निर्णय।
– स्वास्थ्य सचिव ने मानव संसाधन को बताया विभाग की महत्वपूर्ण इकाई।

देहरादून, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुडे हर कर्मचारी का हित है सर्वोपरि यह बात डॉ आर राजेश कुमार स्वास्थ्य सचिव एवं एन.एच.एम. मिशन निदेशक ने शुक्रवार को सचिवालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन उत्तराखंड के पदाधिकारियों की विभिन्न मांगो के संबंध में हुई वार्ता के दौरान कही।
स्वास्थ्य सचिव द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मेहनत का नतीजा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में आमजन को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ प्रदान कर रहा है। उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति के कारण स्वास्थ्य कर्मचारियों के सामने कई प्रकार की चुनौतियां हैं, इसके बावजूद भी एनएचएम उत्तराखंड अच्छा कार्य कर रहा है।
डॉ आर राजेश कुमार ने कर्मचारी संगठन के विभिन्न मांगों के संबंध में अधिकारियों को तुरंत निस्तारण का निर्देश दिया। जिसमें मुख्यत एनएचएम में कार्यरत कर्मचारियों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष, कार्यक्रम की निरंतरता या परफॉर्मेंस अप्रेज़ल के आधार पर किए जाने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त किसी भी दुर्घटना की स्थिति में कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर सामूहिक बीमा की सुविधा प्रदान की जाएगी।
सचिव द्वारा कर्मचारी संगठन को आश्वासन दिया गया कि सभी कर्मचारियों के मासिक वेतन को ससमय दिया जाएगा साथ ही बोनस एवं अन्य लाभों को समयान्तर्गत दिए जाने हेतु तथा संगठन द्वारा अन्य मागों के शीघ्र निस्तारण करने का अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में डॉ सरोज नैथानी निदेशक एन.एच.एम., दीपाली भरणे वित अधिकारी स्वास्थ्य निदेशालय, डॉ अजय कुमार नगरकर प्रभारी अधिकारी मानव संसाधन, कविता कौशल सलाहकार मानव संसाधन तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष सुनील भंडारी, उपाध्यक्ष रमिंदर कालरा, जिला अध्यक्ष अनूप चौहान, सदस्य विनोद पैन्यूली व अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

विकासखण्ड कनालीछीना में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में कुल 31 शिकायतें हुई दर्ज

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पिथौरागढ़, जनपद के विकासखण्ड कनालीछीना के अंतर्गत गर्खा स्थित राजकीय इंटर कॉलेज सभागार में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर कुल 31 शिकायतें दर्ज हुई! जिनके त्वरित निस्तारण के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए गये। दर्ज शिकायतों में से अधिकांश शिकायतें पेयजल, विभिन्न निर्मार्णों के अंतर्गत जद में आई संपत्ति के मुआवजे के भुगतान, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के आवास चाहने एवं राशन कार्ड से संबंधित थी।
पेयजल से संबंधित समस्या ग्राम बाराकोट से माधो सिंह, खड़क सिंह व टीकाराम जोशी, समस्त ग्रामवासी सालीधार, सांवलीसेरा से नीलम धामी, समस्त ग्रामवासी नरेत, ग्राम डांगरी से गिरीश चंद्र एवं ग्राम डूंगरा से भावना देवी द्वारा दर्ज करवायी गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने जल निगम एवं जल संस्थान के अधिकारियों को तत्काल ही संबंधित स्थलों का मौका मुआयना कर पेयजल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिये।
सड़क मार्ग एवं अन्य निर्माण कार्यों की जद में आयी परिसंपत्तियों के मुआवजे के भुगतान संबंधी शिकायतें ग्राम डूंगरा से राजेंद्र सिंह व महिमन सिंह, ओज्ञातल्ला से विद्याधर पन्त व ग्राम बस्तड़ी से भुवन चंद के द्वारा दर्ज करायी गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को संबंधितों क़े मुआवजे का भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिये।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के आवास की मांग ग्राम बाराकोट से गंगा देवी, ग्राम बस्तड़ी से नारायण सिंह व मोहनी देवी द्वारा दर्ज करवाई गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधितों को आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के दूसरे चरण के सर्वेक्षण में उनको प्राथमिकता से पक्के आवास उपलब्ध करवाये जायेगें।
राशन कार्ड से संबंधित समस्या ग्राम बस्तड़ी से गंगोती देवी व नारायण सिंह, ग्राम बाराकोट से देवकी देवी व ग्राम डांगरी से मोतीमा देवी द्वारा दर्ज कराई गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने पूर्ति विभाग के अधिकारियों को राशन कार्ड बनाये जाने से संबंधित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा भी अन्य शिकायतें लोगों द्वारा दर्ज करायी गयी।
इस अवसर पर आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग द्वारा 46 लोगों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच एवं नि:शुल्क दवा वितरण किया गया। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा 9 लोगों को बीपीएल क्रमांक वितरित किए गये। उद्यान विभाग द्वारा 61 लोगों को 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज एवं कीटनाशक वितरित किया गया। कृषि विभाग द्वारा 6 लोगों को 50 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्र वितरित किए गये। डेयरी विभाग द्वारा 10 लोगों को लैक्टोमीटर एवं जार वितरित किए गये। बाल विकास उद्योग, व अन्य विभागों द्वारा सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर प्रमुख क्षेत्र पंचायत कनालीछीना सुनीता कन्याल, खंड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद, लीड बैंक अधिकारी अमर सिंह ग्वाल, जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी राय आदि उपस्थित थे।

 

त्रिवेन्द्र का गोडसे पर बयान राष्ट्रविरोधी कृत्य : कांग्रेस ने किया
विरोध प्रदर्शन, फूंका पुतला

देहरादून, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा गाँधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने के विरोध में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी की अध्यक्षता में विरोध प्रदर्शन किया और त्रिवेन्द्र सिंह रावत का पुतला फूंका। गोगी ने कहा कि राष्ट्रपिता का अपमान गाहे बगाहे भाजपा नेता करते रहें हैं लेकिन एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री का ऐसा बयान हतप्रभ करने वाला है। मुख्यमंत्री धामी और भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व इस वक्तव्य पर त्रिवेन्द्र के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए स्पष्टीकरण दे। एक तरफ भाजपा नेता राष्ट्रपिता के हत्यारों का महिमामंडन करते हैं दूसरी तरफ इनके शीर्ष नेता गांधी जी का नाम देश विदेश में लेकर गांधीवादी होने का ढोंग रचते हैं ताकि देश दुनिया को यह लगे कि भाजपा लोकतांत्रिक, उदारवादी तथा अहिंसा में विश्वास रखने वाली पार्टी है |
अंकिता भंडारी प्रकरण में भाजपा नेताओं का शामिल होना और मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पिटाई के मामले से यह तो स्पष्ट था कि भाजपा हिंसा में विश्वास रखती है, लेकिन अब सारी हदें त्रिवेन्द्र रावत ने पार कर दी हैं। राष्ट्रपिता के हत्यारे का महिमामंडन भारत राष्ट्र के विचार और संविधान पर कुठाराघात है। यह निश्चित रूप से देशद्रोही कृत्य है। मुख्यमंत्री धामी कार्रवाई करें। इस देश मे जिन लोगों ने लोकतंत्र और राष्ट्रीय एकता की नींव रखी, और सबसे बड़ी बात अपने प्राणों का बलिदान देकर उस नींव और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ किया, उन राष्ट्रनिर्माताओं के हत्यारों की प्रशंसा करना इस देश की नींव को खोदने जैसा काम है। गांधी, नेहरू और पटेल जैसी विभूतियों ने तिनका तिनका जोड़कर, जाति, धर्म, क्षेत्र, विचारधारा पर आधारित वैमनस्य का खात्मा कर भारत राष्ट्र को वर्तमान स्वरूप में स्थापित किया है। इन नेताओं मेहनत और दूरदर्शिता के कारण भारत का मान दुनिया भर में है। भाजपा नेता विदेशों में तो गाँधी और लोकतंत्र की बात करते हैं और यहां गांधी जी के हत्यारों की प्रशंसा तथा तमाम तानाशाही के कार्य। ये पाखंड अब नहीं चलेगा। प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमारी एक ही मांग है, मुख्यमंत्री धामी अपने वरिष्ठ नेता त्रिवेन्द्र के बयान पर स्पष्टीकरण दें तथा त्रिवेन्द्र पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें |

 

यमकेश्वर विधान सभा के अमोला गांव से लालढांग तक जिलाधिकारी ने की 22 किमी पैदल ट्रैकिंग

पौड़ी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने विधानसभा क्षेत्र यमकेश्वर के ग्राम अमोला से लालढांग तक रवासन नदी से होते हुए 22 किमी0 की पैदल ट्रैकिंग की। क्षेत्र के पांच दर्जन से अधिक गांवों के लोग लालढांग, कोटद्वार व नजीबाबाद आने-जाने के लिए इस पैदल मार्ग का उपयोग करते आये हैं। हालांकि लालढांग, धारकोट-एडवासिला मोटर मार्ग व धारकोट-यमकेश्वर मोटर मार्ग की सुविधा होने के बाद इस पैदल मार्ग का उपयोग थोड़ा कम हो गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि रवासन नदी से होकर जाने वाले 22 किलोमीटर के इस पैदल रास्ते पर वन्य जीवों से खुद को बचते-बचाते लालढाग पंहुचना चुनौतीपूर्ण है यथा किसी उपब्लिध से कम नहीं है।

जिलाधिकारी सहित 26 सदस्य ट्रैकिंग दल द्वारा अमोला से लालढांग 22 किमी0 का पैदल सफर 05 घण्टे में पूरा किया गया। दल 03 बजे ट्रैकिंग प्रारम्भ करते हुए दल सायं 8 बजे लालढांग पंहुचा। लालढांग पंहुचने पर जिलाधिकारी ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस पैदल मार्ग को मुख्यताया साल्ट रुट के नाम से जाना जाता है, स्थानीय लोगो का कहा था कि वे इस रास्ते से नमक के लिए लालढांग जाते थे। जिलाधिकारी ने कहा कि बिना वन्य जीव संर्घष के रवासन नदी होते हुए लालढांग पंहुचना वन्य जीवों व मनुष्य के बीच तालमेल व क्षेत्रीय लोगो की जागरुता को दर्शाता है। उन्होने कहा कि वन्य जीव और मानुष एक ही परिवेश में रह सकते है बशर्ते एक-दूसरे से नियमित दूरी हो। उन्होने कहा कि क्षेत्र के पांच दर्जन से अधिक गांवों के उपयोग में आने वाले इस पैदल मार्ग का इतिहास बहुत पुराना है जिसका उपयोग क्षेत्र के लोग दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली चीजों को गांवों तक पंहुचाने के लिए किया करते हैं। उन्होने कहा कि राजाजी नेशनल पार्क के किनारें बहने वाली रवासन नदी का यह मार्ग क्षेत्र के लोगों द्वारा शर्टकट के रुप में उपयोग में लाया जाता है लेकिन मार्ग पर चलते समय स्वयं को जंगली जीवों से बचाने के लिए सतर्कता अति आवश्यक है। उन्होने कहा कि लोगो की मुश्किलों को जानने का सबसे कारगर तरीका स्वयं को उनके स्थान पर रखते हुए मुल्यांकन करने से होता है। इससे पता चलता है कि क्षेत्र के लोगों का कितना मेहनती व संर्घशील व्यक्तित्व है। इस दौरान जिलाधिकारी ने राजाजी नेशनल पार्क में वन गुज्जरों से मुलाकात करते हुए उनकी समस्याओं को सुना तथा उनकी समस्याओं के हर सम्भाव्य समाधान का भरोसा दिया।

ग्राम प्रधान अमोला आशीष अमोली का कहना था कि यह मार्ग मुख्य रुप से साल्ट रुट के नाम से जाना जाता है। कहा कि दैनिक रुप से उपयोग में आने वाली चीजो को क्षेत्र के गांवों तक पंहुचाने के लिए इस मार्ग का व्यापक रुप से उपयोग होता आया है। रवासन नदी राजाजी नेशनल पार्क के एक छोर से होकर बहती है, इस पैदल मार्ग पर जंगली जीवों हाथी, बाघ, तेंदुआ, बार्किंगडियर, स्पॉटेड डियर, बारहसिंघा, जंगली सुअर आदि का दिखना आम बात है। इस दौरान एसडीएम यमकेश्वर आकाश जोशी, एसडीएम श्रीनगर आजयवीर सिंह, बीडीओ यमकेश्वर दृष्ठि आनन्द, एडीआईओ सूचना सुनील तोमर सहित राजाजी नेशनल पार्क के क्षेत्रीय विशेषज्ञ व वन विभाग के कार्मिक मौजूद थे।