Sunday, June 8, 2025
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देश के प्रथम एरोमा पार्क की स्थापना, उत्तराखण्ड के लिये गौरव की बात-मुख्यमंत्री

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काशीपुर, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को काशीपुर में एरामा पार्क का भमिपूजन कर प्लाटों का अवंटन किया। उन्होंने कहा कि आज कैप, सेलाकुई, सुगन्ध व्यापार संघ, दिल्ली तथा एशेंसियल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इण्डिया नोएडा एवं सिडकुल द्वारा देश के प्रथम एरोमा पार्क की स्थापना उत्तराखण्ड में की जा रही है यह हमारे लिये गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जिसमें एरोमैटिक सेक्टर के विकास हेतु प्रदेश स्तर पर हमारी सरकार द्वारा एक विशिष्ट एवं समर्पित संस्थान सगन्ध पौधा केन्द्र (कैप) की स्थापना की गयी है, जिसे सगन्ध फार्मिंग द्वारा राज्य की आर्थिकी बढ़ाने का दायित्व सौंपा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दो दशकों में राज्य सरकार द्वारा कैंप के माध्यम से प्रदेश में एरोमैटिक सेक्टर का काफी विकास किया गया है, जिसके माध्यम से प्रदेश में चौबीस हजार से भी अधिक किसान एरोमैटिक फार्मिंग से जुड़े है। प्रदेश में सरकार द्वारा एरोमैटिक सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सगन्ध फॉर्मिग के कलस्टर विकसित किये गये हैं। वर्तमान में प्रदेश में 109 एरोमा कलस्टरों में सगन्ध फॉर्मिंग की जा रही है, जिसके अन्तर्गत 192 आसवन सयंत्र स्थापित किए गए हैं। सगन्ध फॉर्मिंग के बढ़ते क्षेत्रफल से वर्तमान में एरोमा सेक्टर का टर्नओवर 86 करोड़ से अधिक हो गया है, जबकि वर्ष 2002 में एरोमा सेक्टर का टर्नओवर लगभग 2 करोड़ था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में एरोमैटिक सेक्टर के विकास तथा यहां उत्पादित सगन्ध तेलों की अच्छी गुणवत्ता को देखते हुए सगन्ध व्यापार संघ एवं इशेंस्यल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ई०ओ०ए०आई०), दिल्ली द्वारा प्रदेश में एरोमा पार्क बनाने का प्रस्ताव उत्तराखण्ड सरकार को दिया गया था। जिसे हमारी सरकार द्वारा सहर्ष स्वीकार करते हुए एरोमा पार्क पॉलिसी 2018 लागू की गयी, जिसके अन्तर्गत एरोमा तथा परफ्यूमरी से सम्बन्धित 46 उद्योग सिडकुल काशीपुर में स्थापित किए जा रहे है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 30 दिसम्बर 2021 को किया गया था। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राज्य में एरोमा पार्क में स्थापित होने वाले उद्योगों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध कराने के दृष्टिगत सगन्ध फसलों की 6 एरोमा वैली विकसित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमे डेमस्क रोज वैली जनपद चमोली एवं अल्मोड़ा, तिमूर वैली- पिथौरागढ़ सिनामॉन वैली चम्पावत एवं नैनीताल, लेमनग्रास एवं मिन्ट वैली- हरिद्वार, मिन्ट वैली – ऊधमसिंह नगर तथा लैमनग्रास लैमनग्रास एवं मिन्ट वैली हरिद्वार, मिन्ट वैली ऊधमसिंह नगर तथा लैमनग्रास वैली- पौड़ी 14000 है० क्षेत्रफल में विकसित की जाएगी।

उन्होंने कहा कि इन उद्योगों द्वारा उत्तराखण्ड के सगन्ध काश्तकारों को बाजार उपलब्ध कराने के साथ- साथ हमारी सरकार द्वारा विकसित हो रही एरोमा वैलियों के विकास में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जायेगा। स्थापित सगन्ध उद्योगों की मांग के अनुसार नई फसलों की खेती द्वारा भी राज्य के किसानों को खेती के नये विकल्प मिलेगें, जिससे निश्चित ही उनकी आजीविका में और अधिक सुधार होगा। वर्तमान में एरोमा पार्क में एरोमा तथा परफ्यूमरी उद्योग लगाये जायेंगे, जिसमें लगभग 300 करोड़ का निवेश होगा तथा हजारों रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें। बताया गया है कि अभी तक 24 प्लॉटों का आवंटन किया जा चुका है, जिनको आज पजेशन पत्र दिया जा रहा है। एरोमा पार्क में स्थापित होने वाले सगन्ध उद्योगों को राज्य सरकार द्वारा जो प्रोत्साहन दिये जा रहे है, इससे इस सेक्टर से जुड़े अन्य उद्योगपति भी एरोमा पार्क की ओर आकर्षित होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशन में आर्थिकी और पर्यावरण के मध्य समन्वय स्थापित करते हुए राज्य की परिस्थितियों के अनुरूप विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके लिए जहां एक ओर हम ऐसे उद्योगों और फसलों को बढ़ावा दे रहे हैं जिनको पहाड़ी क्षेत्रों में आसानी से लगाया जा सकता है वहीं दूसरी ओर हम ऐसी तकनीकें विकसित करने पर ध्यान दे रहे हैं जिससे हमारे किसानों की आय दुगनी हो सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह एरोमा पार्क बंजर पड़ी तीन लाख से अधिक कृषि भूमि में सगन्ध फसलों जैसे दालचीनी, तिमूर व सुरई आदि के बगीचे स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा जिससे जहां एक ओर सगन्ध पौध उत्पादन में वृद्धि होगी वहीं दूसरी ओर किसानों को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को हर क्षेत्र में देश का एक श्रेष्ठ राज्य बनाने के हमारे ‘विकल्प रहित संकल्प’ के अनुरूप 2030 तक लगभग 21 हजार हैक्टेयर भूमि को सगन्ध फसलों से आच्छादित करने की योजना को साकार करने में यह उत्कृष्टता केन्द्र महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इसके साथ ही यह केंद्र हमारी 1 डिस्ट्रिक 2 प्रोडक्ट की पॉलिसी को भी विस्तार देने में भी कारगर सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एरोमा पार्क की स्थापना से सगन्ध फसलों के उत्पादन में तेजी से वृद्धि होगी तथा इन फसलों का राज्य में तीव्र विस्तार होगा। प्रदेश में पर्यटन एवं हार्टिकल्चर के साथ हार्टी टूरिज्म को बढावा देने के प्रयासों को भी इससे मदद मिलेगी।

इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भटट, विधायक श्री त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर सुश्री उषा चौधरी, सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, एम.डी. सिडकुल श्री रोहित मीणा के साथ ही विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

हाईवे के दोनों ओर से हटे अतिक्रमण

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श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर नगर आयुक्त एवं एसडीएम श्रीनगर से कीर्तिनगर पुल से स्वीत पुल तक करीब 6 किमी के एरिया में हाईवे के दोनों ओर नाली एवं पटरी से शीघ्र अतिक्रमण हटाए जाने की मांग की गई है। साथ ही वाहनों की गति सीमा नियंत्रित करने की मांग की गई है। भाजपा जिला कार्य समिति सदस्य कुशलानाथ ने इस संदर्भ में दिए ज्ञापन में कहा है कि अतिक्रमण के कारण रोड के दोनों ओर पैदल राहगीरों को दिक्कतें हो रही हैं। हाईवे पर आबादी में चार पहिया और दोपहिया वाहन की स्पीड नियंत्रण में न होने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने वाहन चलाने वाले चालकों का स्वास्थ्य एवं भौतिक सत्यापन के साथ उनकी कार्यक्षमता की भी जांच किये जाने की मांग की है।

स्वीली में सड़क पहुंचने पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष का स्वागत

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रुद्रप्रयाग। जखोली ब्लॉक के ग्राम पंचायत स्वीली में सड़क मार्ग पहुंचने पर ग्रामीणों ने सड़क निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कृष्णानंद डिमरी का भव्य स्वागत किया। गांव में सड़क आने से उत्साहित ग्रामीणों ने सड़क निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष को चांदी का मुकुट पहनाया। जबकि स्वीली गांव की कंचन डिमरी द्वारा सिविल सेवा परीक्षा पास करने पर उनका भी भव्य स्वागत किया गया।
जखोली ब्लॉक के ग्राम पंचायत स्वीली और डुंगरी गांव काफी समय से सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाए थे। ग्रामीणों ने लंबे समय तक सड़क मार्ग के लिए संघर्ष किया। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण संघर्ष समिति का गठन करके स्वीली गांव के सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णानंद डिमरी को अध्यक्ष बनाया। कृष्णानंद डिमरी लगातार सड़क निर्माण के लिए संघर्ष करते रहे। ग्रामीणों का आंदोलन सफल हुआ और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में स्वीली और डुंगरी गांव सड़क मार्ग से जुड़ गए। सड़क पहुंचने पर स्वीली गांव में सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सम्मान समारोह में समस्त ग्रामीणों की ओर से सड़क निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कृष्णानंद डिमरी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया साथ ही उन्हें चांदी का मुकुट भी पहनाया गया।
अध्यक्ष कृष्णानंद डिमरी ने कहा कि सभी ग्रामीणों के सहयोग से आज स्वीली और डुंगरी गांव सड़क से जुड़ गए हैं। सड़क न होने के कारण गांवों से निरंतर पलायन जारी था। सडक निर्माण होने के बाद अब गांवों से हो रहे पलायन पर रोक लगेगी। वहीं सम्मान समारोह में गांव की कंचन डिमरी की ओर से सिविल सेवा परीक्षा पास करने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्ष आचार्य वाचस्पति डिमरी ने की। इस मौके पर नीलकंड डिमरी, आनंदमणी डिमरी, विजयानंद डिमरी, चैतराम डिमरी, प्रकाश डिमरी, राकेश डिमरी, दीपक डिमरी सहित अन्य मौजूद थे।

खांकरा-सिरोबगड़ के बीच खाई में गिरी कार, दो की मौत, चालक घायल

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रुद्रप्रयाग। बदरीनाथ हाईवे पर खांकरा-सिरोबगड़ के बीच एक कार के खाई में गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई। मरने वाली महिलाएं रिश्ते में मां-बेटी थीं। इस दुर्घटना में वाहन चालक बेहोश हो गए, जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग लाया गया जहां बाद में उनकी स्थिति सामान्य हो पाई। सूचना मिलते ही पुलिस, आपदा प्रबंधन और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू कर खाई से दोनों शवों को निकाला गया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। जानकारी के अनुसार मंगलवार देहरादून जा रही एक कार बदरीनाथ हाईवे पर खांकरा और सिरोबगड़ के बीच अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। बताया जा रहा है कि घटना के दौरान वाहन चालक 48 वर्षीय महेंद्र सिंह रावत निवासी ग्राम टाट अगस्त्यमुनि पहले ही बाहर आ गए थे। जैसे ही वाहन खाई में गिरने लगा तो वह घटना को देखते ही बेहोश हो गए। जबकि वाहन में सवार उनकी पत्नी 45 वर्षीय मीनाक्षी निवासी टाट अगस्त्यमुनि और सास 60 वर्षीय कमला देवी सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य निवासी नारायणकोटी, रुद्रप्रयाग की खाई में गिरने से मौत हो गई। जबकि चालक राजकीय इंटर कालेज तैला में शिक्षक हैं। घटना की सूचना मिलते ही जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार एवं कोतवाली निरीक्षक जयपाल सिंह नेगी मय फोर्स मौके पर पहुंचे। मौके पर पुलिस, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय लोगों द्वारा संयुक्त रूप से रेस्क्यू अभियान चलाते हुए खाई से दोनों शवों को निकाला गया। पुलिस द्वारा पंचनामे की कार्रवाई करते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। इधर, घटना से क्षेत्र में शोक की लहर छा गई।

डीएम ने दिए रजिस्ट्रार को नोटिस देते हुए वेतन रोकने के निर्देश

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पौड़ी। सरकारी भूमि और परिसंपत्ति का विवरण नहीं दिए जाने से नाराज डीएम पौड़ी ने उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्व विद्यालय भरसार(थलीसैंण) के रजिस्ट्रार को नोटिस देते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए है। मंगलवार को सरकारी भूमि और परिसंपत्तियों से अतिक्रमण हटाएं जाने को लेकर डीएम ने पौड़ी मुख्यालय में अफसरों की बैठक ली। इससे पूर्व हुई बैठक में डीएम ने सभी सरकारी महकमों से परिसंपत्तियों का विवरण देने को कहा था। विवरण उपलब्ध न कराएं जाने के बाद डीएम ने कार्रवाई करने को कहा। बैठक में डीएम डॉ आशीष चौहान ने सभी विभागीय अफसरों को निर्देश दिए कि अपनी-अपनी भूमि एवं परिसंपत्ति का ठीक से आंकलन कर उसे पंजिका में दर्ज करें। परिसंपत्ति आकलन का काम बेहद सावधानीपूर्वक किया जाए। ताकि किसी भी दशा में गलत विवरण दर्ज ना हो। डीएम ने कहा कि परिसंपत्ति विवरण का सप्ताह में विभागीय अधिकारी घोषणा पत्र भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां सरकारी भूमि पर कब्जे हैं , उसकी रिपोर्ट दें। नगर निकायों को डीएम ने कहा कि जो भूमि कांजी हाउस व कूड़ा डंपिंग जोन के लिए वन विभाग से ली गई हैं, उसे अपने नाम पर करवाएं। डीएम ने साफ किया कि सरकारी भूमि को संभालने के लिए सभी विभाग दायित्वधारी हैं। इस बैठक में एसएसपी श्वेता चौबे, सीडीओ अपूर्वा पाण्डे, एडीएम ईला गिरी, एसई लोनिवि पीएस बृजवाल, एसई जल संस्थान पीके सैनी, सीईओ डॉ आनंद भारद्वाज, ईई लोनिवि धन सिंह कुटियाल, जिला समाज कल्याण अफसर विनोद उनियाल आदि मौजूद रहे।

बूथ लेवल कार्यकर्ताओं ने किया प्रधानमंत्री मोदी से संवाद’

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दुनिया के लोकप्रिय नेता से जमीनी स्तर पर कार्य करने का मार्गदर्शन सौभाग्य : महेंद्र भट्ट

देहरादून, मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान के तहत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट एवं मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी से संवाद स्थापित किया। इस दौरान देवभूमि से डा हिमानी वैष्णव के सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने विपक्ष की तुष्टिकरण व हमारी संतुष्टिकरण की योजनाओं का फर्क जनता में पहुंचाने की बात कहीं। राजधानी के सर्वे चैक स्थित आइडीटीसी ऑडिटोरियम में हुए मेरा बूथ सबसे मजबूत संवाद कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष भट्ट, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साथ प्रदेश पदाधिकारियों ने बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बूथ सशक्तिकरण की बारीकियों को समझा। इस दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संबोधन में कार्यकर्ता को पार्टी की सबसे मजबूत ताकत बताया। उन्होंने कहा कि आप सरकारी योजनाओं की जानकारी तो जनता तक पहुंचाते ही हैं साथ ही उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी सरकार तक पहुंचाते हैं। उज्ज्वला योजना भी कार्यकर्ताओं से आई जानकारियों का परिणाम हैं। यूसीसी को संवैधानिक मान्यता से लेकर, तीन तलाक एवं विपक्षी एकता को भ्रष्टाचार की गारंटी बताने समेत तमाम राष्ट्रीय मुद्दों पर सबका मार्गदर्शन किया।
कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों से बात करतें हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि हमें दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता का जमीनी स्तर पर कार्य करने को लेकर मार्गदर्शन मिला हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी 270 मंडलों व बूथों पर आयोजित कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं से सरकारी योजनाओं व संगठनात्मक कार्यशैली के संबंध दी गई पीएम की जानकारियों को गांठ बांधकर रखने का आह्वाहन किया । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के संवाद ने प्रत्येक कार्यकर्ता में नए उत्साह व ऊर्जा संचार किया है। पीएम की इस दौरान सभी विषयों को लेकर विस्तार से दी गईं जानकारी सभी कार्यकर्ताओं के लिए बूथ सशक्तिकरण में बेहद मददगार साबित होने वाली हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री का प्रेरणादायक उद्बोधन हम सबके लिए आगे जन संवाद स्थापित करने में बेहद मददगार साबित होने वाला है। उन्होंने कहा कि विपक्षी तुष्टिकरण योजनाओं के मुकबले हमारी संतुष्टिकरण योजनाओं ने देशवासियों के जिंदगी में आमूलचूल परिवर्तन किया हैं। उन्होंने मोदी जी के समान नागरिक कानून देश में लागू करने की पैरवी का स्वागत करते हुए शीघ्र ही उनकी कही बात के अनुशार प्रदेशवासियों को इस कानून की सौगात देने का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम के दौरान, चमोली जनपद भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष डा हिमानी वैष्णव ने मोदी जी से संवाद करते हुए सवाल पूछा कि तुष्टिकरण एवं संतुष्टिकरण की योजनाओं को किस तरह जनता के बीच ले जाना है। इसके जवाब में मोदी जी ने कहा, देश में विपक्षी तुष्टिकरण नीति के कारण एक बड़ा वर्ग जाति, क्षेत्र धर्म विशेष के लोग तरक्की की दौड़ में पीछे रहते हुए सिर्फ वोट बैंक बनकर रह गए हैं। हमें ऐसे लोगों के बीच अपनी जनकल्याणकारी की जानकारी व उन्हे लाभार्थी बनाने का प्रयास करना है ताकि उनका भ्रम टूटे और तुष्टिकरण एवं संतुष्टिकरण के अंतर को समझते हुए वे भी राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ सके। इस दौरान प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, महापौर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, प्रदेश कार्यालय प्रभारी कौस्तुभानंद जोशी, आशा नौटियाल, सिद्धार्थ अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहें।

सराहनीय प्रयास : यात्रा मार्ग प्रतिदिन चलने वाले घोड़े-खच्चरों का किया जा रहा स्वास्थ्य परीक्षण

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रुद्रप्रयाग, श्री केदारनाथ यात्रा 2023 अपने चरमोत्कर्ष पर है तथा यात्रा की रीढ़ माने जाने वाले घोड़े-खच्चरों को प्रदान की जा रही पशुचिकित्सा सेवाओं एवं यात्रा मार्ग पर अश्व कल्याणार्थ अन्य सुविधाओं हेतु पशुपालन विभाग एवं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में किए जा रहे सराहनीय नवीन प्रयास चर्चा का विषय हैं। यात्रा में यात्री परिवहन एवं माल ढुलान हेतु बड़ी संख्या में घोड़े-खच्चरों का प्रयोग किया जाता है। यात्रा में प्रयुक्त होने वाले घोड़े-खच्चरों की स्वास्थ्यरक्षा एवं अश्वकल्याण संबंधी अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु पशुपालन विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा इस वर्ष यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व से ही कमर कस ली गई थी। इस वर्ष विभाग द्वारा अपनी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं जिनके सुखद परिणाम भी आ रहे हैं।
इस आशय की जानकारी देते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अशोक कुमार ने अवगत कराया है कि घोडे़-खच्चरों के संचालन हेतु इस वर्ष शासन द्वारा एस.ओ.पी. निर्धारित की गई है जिसका पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है, जिसमें यात्रा ट्रैक की अधिकतम क्षमता भी निर्धारित की गई हैै। पशुपालन विभाग द्वारा केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग गौरीकुण्ड, लिनचोली एवं केदारनाथ में अस्थाई पशु चिकित्सालय संचालित किए जा रहे हैं। जिनके माध्यम से यात्रा मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों को पशुचिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। साथ ही प्रतिदिन मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। घोड़े-खच्चरों हेतु गत वर्ष मात्र 4 पशुचिकित्सकों को नियुक्त किया था जबकि इस वर्ष विभाग द्वारा कुल 7 पशुचिकित्सक एवं 5 पैरावेट यात्रा मार्ग पर पशुचिकित्सा उपलब्ध कराने एवं पशुओं के स्वास्थ्य जांच हेतु नियुक्त किए गए हैं। सोनप्रयाग, श्री केदारनाथ एवं लिनचोली में एक-एक पशुचिकित्सक तथा यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में 04 पशुचिकित्सक तैनात किए गए हैं जिनके द्वारा 24 घंटे पशु चिकित्सा सुविधा उपलबध करवाने के साथ ही पशु क्रूरता निवारण अधिनियम का भी अनुपालन करवाया जा रहा है। जिला पंचायत द्वारा यात्रा मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण एवं विनियमन किया जा रहा है तथा यात्राकाल में नियमों का उल्लंघन करने पर वैधानिक कार्यवाही भी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व ही विभाग द्वारा विगत वर्षों के अनुभव के आधार पर तैयारियां प्रारंभ कर दी गई थी। यात्रा मार्ग पर तैनात पशुचिकित्सकों को तकनीकी रूप से अधिक दक्षता प्रदान करने के दृष्टिगत उन्हें आईटीबीपी एवं ब्रुक्स इंडिया के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा 07 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। साथ ही यात्रा-पूर्व ही जनपद के विभिन्न अश्व बाहुल्य क्षेत्रों में पशुस्वास्थ्य एवं पशुबीमा हेतु लगभग 15 शिविरों का भी आयोजन किया गया जिनमें पशुस्वामियों को पशुस्वास्थ्य, पोषण एवं पशुकल्याण के संबंध में जागरूक किया गया।
यात्रा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से पशुपालन विभाग द्वारा पशुकल्याण एवं पशुचिकित्सा क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। स्वयंसेवी संस्था पीपल फाॅर एनिमल्स के द्वारा यात्रा मार्ग पर तैनात पुलिस कर्मियों, पशुचिकित्सकों तथा सेक्टर अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उक्त के अतिरिक्त विश्वविख्यात स्वयंसेवी संस्था ब्रुक्स इंडिया की विशेषज्ञ अश्व-चिकित्सा टीम द्वारा भी गौरीकुंड में अश्ववंशीय पशुओं के उपचार में सहयोग प्रदान किया जा रहा है। यात्रा मार्ग में घोडे-खच्चरों पर किसी भी प्रकार की क्रूरता ना हो, एवं अनावश्यक रूप से मार्ग पर दौड़ाया ना जाए इसके नियंत्रण हेतु प्रथम बार यात्रा मार्ग पर 30 सदस्यीय म्यूल टास्क फोर्स का गठन कर तैनात किया गया है। म्यूल टास्क फोर्स के जवानों को विभागीय पशुचिकित्सा अधिकारियों द्वारा एवं स्वयंसेवी संस्था ब्रुक्स इंडिया की विशेषज्ञ टीम द्वारा यात्रा-पूर्व ही प्रशिक्षित किया गया है।
विभागीय पशुचिकित्सकों द्वारा 24 घंटे पशुचिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाते हुए सोनप्रयाग में 444, गौरीकुंड में 1721, लिनचोली 398 एवं केदारनाथ में 327 घोड़े-खच्चरों सहित यात्रा मार्ग पर कुल 2890 पशुओं का उपचार कर उनकी प्राणरक्षा की जा चुकी है। प्रथम बार सभी घोड़े-खच्चरों की ग्लैण्डर्स जांच भी करवाई गई है। यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों को इनडोर सुविधा सहित बेहतर पशुचिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने हेतु वृहद इनफर्मरी हेतु सोनप्रयाग में भूमि का चयन कर लिया गया है तथा वहां अतिक्रमण को हटवाने की कार्यवाही गतिमान है ताकि निर्माण संबंधी कार्यवाही प्रारंभ करवाई जा सके।
घोड़े-खच्चरों को ठंडा पानी पीने से होने वाले कोलिक रोग से बचाव हेतु यात्रा मार्ग के 18 स्थानों पर गीज़र युक्त गर्म पानी की चरहियां संचालित की जा रही हैं जिनकी देख-रेख म्यूल टास्क फोर्स के जवानों के सुपुर्द की गई है तथा घोड़े-खच्चरों को रूकवा कर पानी पिलवाया जा रहा है। गर्म पानी की चरहियां का रख-रखाव जल संस्थान एवं उरेडा द्वारा किया जा रहा है तथा सुलभ इन्टरनेशनल संस्था द्वारा चरहियों की सफाई व्यवस्था देखी जा रही है।
साथ ही प्रतिदिन यात्रा मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों का स्वास्थ परीक्षण भी किया जा रहा है जिसमें अनुपयुक्त पाए गए कुल 300 घोड़े-खच्चरों को यात्रा से निरुद्ध किया जा चुका है तथा कुल 213 घोड़े-खच्चर मालिकों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही तथा पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत कुल 16 प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं।
श्री केदारनाथ यात्रा 2023 में अश्व-कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों की जिलाधिकारी स्तर से लेकर सचिव पशुपालन स्तर तक एवं मा. पशुपालन मंत्री द्वारा भी निरंतर निगरानी की जा रही है। प्रशासन एवं विभागीय प्रयासों का ही परिणाम है कि इस वर्ष यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की मृत्युदर में उल्लेखनीय कमी आई है। यात्रा के प्रथम 60 दिनों में विगत वर्ष में 194 घोड़े-खच्चरों की मृत्यु के सापेक्ष इस वर्ष 90 पशुओं की ही मृत्यु हुई है। यात्रा मार्ग पर अश्व-कल्याण हेतु प्रशासन एवं विभिन्न विभागों का मूल लक्ष्य भी यही है कि घोड़े-खच्चरों की मृत्यु दर न्यूनतम रखते हुए यात्रा को घोड़े-खच्चरों के साथ तीर्थ यात्रियों के लिए भी सुगम बनाया जा सके जिससे यात्रि श्री केदारनाथ से सुखद अनुभव एवं स्मृतियां लेकर जाएं।

सनसनीखेज लूट का पुलिस ने किया खुलासा, वाहन समेत तीन लुटेरे गिरफ्तार

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यूएस नगर (रुद्रपुर), पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुये सनसनीखेज ढंग से लूटी गई कार का खुलासा कर दिया और लूटे हुये वाहन समेत 3 लुटेरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद किया। मंगलवार दोपहर को पुलिस कार्यालय में खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि पकड़े गये लुटेरों से पूछताछ में पता चला कि एक व्यक्ति को रंजिशन सबक सिखाने के लिए लूटी गई कार का उपयोग किया जाना था।

इसी माह 18 जून को कार स्वामी ने थाना सितारगंज में मुकदमा दर्ज कराया कि वह 17 जून की रात पीलीभीत से अपनी कार संख्या यूपी 25 डीआर 1433 से घर रुद्रपुर रहा था। कटंगरी मोड़ के पास पहुंचने पर उनकी गाड़ी से आगे चल रही बिना नम्बर की गाड़ी के चालक ने अचानक अपनी गाड़ी उसकी गाड़ी के आगे रोक दी और उसमें बैठे 4 लोगों में से 2 लोग गाड़ी से उतरकर उसकी कार के बोनट के आगे आये तथा एक ने बोनट पर चढक़र तमंचा दिखाया। उन्होंने बताया कि दूसरे व्यत्तिफ़ ने दरवाजा खोलने को कहा। जिससे उसने कार का लॉक खोल दिया। दोनों ने उसे कार से उतार दिया। कार में उसका लैपटॉप ,कंपनी का पर्स जिसमें आवश्यक कार्ड,कपड़ों की ट्राली बैग एवं मोबाइल फोन थे को लूट कर ले गये । एसएसपी ने बताया कि एसपी क्राइम व एसपी सिटी के पर्यवेक्षण में टीमें गठित की गयी। टीम ने घटनास्थल के आसपास व अन्य सम्भावित स्थानों के लगभग 500 कैमरों की सीसीटीवी फुटेज खंगालें ।
फुटेज में उत्तफ़ लूट की घटना में सफेद रंग की टाटा सफारी कार की पहचान हुई। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर घटना में शामिल अमरदीप सिंह उर्फ सोनू पुत्र जसविन्दर सिंह निवासी ग्राम मकरोई थाना बहेडी ,मो- इल्मान पुत्र खतीब अहदम निवासी ग्राम गुना जवाहर फरीदपुर थाना बहेड़ी व मनप्रीत सिंह उर्फ गोपी पुत्र मलकीत सिंह निवासी ग्राम गरीब पुरा थाना बहेड़ी को ग्राम गरीबपुरा में मनप्रीत उर्फ गोपी के घर से आगे खेत में बने गोदाम से गिरफ्रतार किया । उनके कब्जे से लूटी गयी कार बरामद की गई। मनप्रीत सिंह से एक अदद तमंचा 315 बोर , 2 जिन्दा कारतूस बरामद हुए। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में मनप्रीत ने बताया कि उसकी व सुलेमान की किच्छा निवासी एक व्यत्तिफ़ से रंजिश चल रही है। वह व्यत्तिफ़ हम लोगों को मारने की फिराक में है। उस व्यत्तिफ़ को सबक सिखाने को घटना को अन्जाम देने के लिये एक गाड़ी की आवश्यकता थी।
17 जून की शाम वह सभी पुन: बहेड़ी में मिले और फिर से पूरी योजना बनायी। जिसके मुताबिक ऐसे वाहन की तलाश में लग गये जिसमें अकेला व्यत्तिफ़ बैठा हो। जहानाबाद रोड से एक गाड़ी का पीछा किया जिसमें एक अकेला व्यत्तिफ़ बैठा था। जिसका पीछा कर एकान्त में बंगुल पुल के पास उसका वाहन लूट लिया। एसएसपी ने खुलासा में लगी टीम की पीठ थपथपाई। इस दौरान एसपी क्राइम चन्द्रशेखर घोडके, एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ किच्छा ओपी शर्मा मौजूद थे। गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाल भूपेन्द्र सिंह बृजवाल,एसओ पुलभट्टा कमलेश भट्ट, एसआई विक्रम सिंह धामी, एसआई चन्दन सिंह बिष्ट,एसआई इन्दर सिंह डैला, एसआई संजय बोरा, हेड कांस्टेबल नरेन्द्र यादव, कमल नाथ गोस्वामी- अशोक बोरा, जाकिर आदि थे। इसके अलावा एसओजी से एसआई भुवन जोशी- भुपेन्द्र आर्य, पंकज बिनवाल भी शामिल थे।

उत्तराखंड शासन ने 14 तहसीलदारों को एसडीएम के पद पर दी पदोन्नति, आदेश हुये जारी

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देहरादून, उत्तराखंड शासन ने 14 तहसीलदारों को डिप्टी कलेक्टर (एसडीएम) के पद पर पदोन्नति किया है। इस संबंध में सचिव शैलेश बगौली ने आदेश जारी कर दिए हैं। पदोन्नति पाये

14 नए एसडीएम में यशवीर सिंह, विपिन चन्द्र पन्त, अमृता शर्मा, चन्द्रशेखर, नीलू चावला, मंजू राजपूत, मुकेश चन्द्र रमोला, श्रेष्ठ गुनसोला, पूनम पन्त, नवाजिश खलीक, आशीष चन्द्र घिल्डियाल, शालिनी मौर्य, मनजीत सिंह गिल, अबरार अहमद के नाम शामिल हैं।

कावड़ यात्रा मार्ग के साथ पार्किग स्थलों पर साइनेज, स्वच्छता एवं पेयजल आदि का हो कारगर प्रबंध

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देहरादून।  मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार को मेला नियंत्रण भवन (सी0सी0आर0) हरिद्वार में कांवड़ यात्रा-2023 की तैयारियों के सम्बन्ध में जन-प्रतिनिधियों, शासन के उच्चाधिकारियों एवं जिला स्तर के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय गहन समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को कावड़ मेला आरंभ होने से पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थायें समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि कावड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। श्रद्धालु अपने मन-मस्तिष्क में देवभूमि का अच्छा सा संदेश लेकर अपने गन्तव्य को जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा साफ-सफाई की ऐसी व्यवस्था बनाई जाये कि हर दो-दो घण्टे में शौचालयों आदि की सफाई की जाये, जिसके लिये सम्बन्धित की जिम्मेदारी निर्धारित की जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्किंग स्थलो पर जहां आवश्यकता हो इण्टरलांकिंग टाइल्स लगाई जायें ताकि पार्किंग में कीचड़ न हो तथा गाड़ियों के फंसने की समस्या पैदा न हो। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि जो भी सीसीटीवी लगाये जा रहे हैं, उनकी नियमित मॉनिटरिंग हो ताकि जहां पर भी ऐसी कोई घटना सामने आती है, जिस पर सुरक्षा आदि की दृष्टि से तुरन्त निर्णय लेना है, उस पर दु्रत गति से निर्णय लिया जाये तथा वहां पर बिल्कुल भी ढिलाई न बरती जाये।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कावड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सभी सम्बन्धित अधिकारी अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा एवं सजगता से करे। कावड़ यात्रा मार्ग पर तथा पार्किग स्थलों पर साइनेज प्रकाश एवं स्वच्छता आदि को भी कारगर व्यवस्था बनाये जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत जो एडवाइजरी बनाई गई है, उसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। कांवड़ यात्रा सुव्यवस्थित हो इसके लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें शासन के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं कांवड़ मेले से संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल किये जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ मेला अवधि में हरिद्वार में कांवड़ मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण प्रमुख सचिव  आर.के. सुधांशु करेंगे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पार्किंग स्थलों में पेयजल की पूर्ण व्यवस्था रखी जाए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर साइनेज की पूर्ण व्यवस्था हो। कांवड़ पटरी पर विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था हो। वन क्षेत्र में जंगली जानवरों से सुरक्षा हेतु चेतावनी बोर्ड लगाये जाएं। कांवड़ मेला के दौरान यात्रा रूटों का पूरा चार्ट दिया जाए। भण्डारे एवं लंगर के लिए हाइवे से दूरी पर स्थान चिन्हित किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ मेले के दौरान पर्वतीय जनपदों में आवश्यक सेवाओं एवं सामग्रियों को भेजने के लिए कोई परेशानी न हो। होटलों एवं दुकानों में रेट लिस्ट चस्पा की जाए। स्थानीय स्तर पर लोगों को आवागमन में अधिक परेशानी का सामना न करने पड़े।
मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में अधिकारियों से नीलकण्ठ महादेव की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा व्यवस्थाओं को चाक-चौबन्द रखने के निर्देश दिये। बैठक में हिलबाई पास रोड को खोले जाने का प्रकरण भी सामने आया। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज ही हिलबाईपास को खोले जाने के सम्बन्ध में एनओसी जारी की जाये ताकि हिलबाई पास की मरम्मत आदि का कार्य यथासमय पूरा कर लिया जाये।
बैठक में जिलाधिकारी  धीराज सिंह गर्ब्याल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कांवड़ यात्रा की समयावधि, विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ियों का क्या अनुपात है, कावंड़ यात्रा के क्या-क्या नियम रहेंगे, कांवड़ मार्गों का विवरण, वैकल्पिक मार्गों का विवरण, कांवड़ यात्रा की क्या-क्या चुनौतियां हैं, रोड़ीबेलवाला, बैरागी कैम्प सहित पार्कों में की गयी व्यवस्था, कावंड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये नोडल अधिकारियों की नियुक्ति, सरकारी तथा गैर सरकारी प्रमुख स्टेक होल्डर, कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु क्या-क्या व्यवस्थायें की जा रही है, कांवड़ मेले की दृष्टि से स्वास्थ्य, नगर निगम, विद्युत, सिंचाई, लोक निर्माण आदि विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी हरिद्वार  धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कांवड़ मेले के लिए 60 हजार वाहनों की क्षमता के लिए 13 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। इसके अलावा विशेष परिस्थितियों के लिए 03 अतिरिक्त पार्किंग स्थल आरक्षित हैं। उन्होंने कांवड़ यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में आगे बताया कि कावंड़ मेले के लिये 2720 से अधिक शौचालय, 640 से अधिक यूरेनल तथा मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिये 1200 से अधिक सफाई कार्मिक तैनात किये जा रहे हैं तथा आवश्यकता पड़़ने पर यह संख्या और बढ़ाई जायेगी। उन्होंने बैठक में स्वास्थ्य सम्बन्धी तैयारियों की जानकारी देते हुये बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 21 स्वास्थ्य कैम्प लगाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त सभी अस्पतालों में हर तरह के इलाज की व्यवस्था की जा रही है।
जिलाधिकारी ने कांवड़ मेले की एसओपी का उल्लेख करते हुये बताया कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी, कांवड़िये कोई भी ऐसी सामग्री अपने साथ लेकर नहीं चलेंगे, जिससे नुकसान पहुंचने की संभावना हो तथा व्यापारी बन्धु भी इस तरह की कोई भी सामग्री की बिक्री नहीं करेंगे तथा कांवड़ियों को निर्धारित ध्वनि प्रदूषण के नियमों का पालन करना होगा।  इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कानून एवं व्यवस्था के प्रश्न पर कहीं पर भी कोई समझौता नहीं किया जायेगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि कांवड़ मेले से सम्बन्धित सारी व्यवस्थायें 30 जून तक पूरी कर ली जायेंगी। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को कांवड़ मेले के संचालन के लिये बनाई गयी व्यवस्था के सम्बन्ध में बताया कि कांवड़ मेले को 12 सुपर जोन, 32 जोन तथा 134 सेक्टरों में बांटा गया है, जिसके पूरे संचालन के लिये पांच नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं।
बैठक में प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, पेट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य सामग्री आदि का कांवड़ मेले की दृष्टि से रिजर्व स्टॉक रखना, वन विभाग के क्षेत्र में जंगली जानवरों से रक्षा के लिये टीम गठित करना, आपदा प्रबन्धन द्वारा की जाने वाली व्यवस्थायें, एनएसएस, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि की सहायता लेना, रेलवे तथा रोडवेज की व्यवस्थायें, विभिन्न स्थानों में कावंड़ियों को राहत देने के लिये स्पेंक्लर स्थापित करना आदि की जानकारी देते हुये उस पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
समीक्षा बैठक में सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक  मदन कौशिक,  आदेश चौहान,  प्रदीप बत्रा, सु ममता राकेश, पूर्व विधायक लक्सर  संजय गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष  संदीप गोयल,  गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री  तन्मय वशिष्ठ ने भी कांवड़ मेले को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष  किरण चौधरी, मुख्य सचिव डॉ0 एस0एस0 सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी,  आनन्द वर्द्धन, प्रमुख सचिव   आर.के.सुधांशु, सचिव मुख्यमंत्री  विनय शंकर पाण्डेय, सचिव डॉ आर0 राजेश कुमार,, एडीजी लॉ एण्ड आर्डर, एडीजी इंटलीजेंस, आयुक्त गढ़वाल मण्डल  सुशील कुमार, आईजी गढ़वाल मण्डल  के0एस0 नगन्याल, मुख्य विकास अधिकारी  प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व)  बीर सिंह बुदियाल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।