Wednesday, April 30, 2025
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कक्षा 1 से 12 तक के 300 से अधिक बच्चों को मिली विद्यालय कांउसिल सदस्यता।

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हरिद्वार (कुलभूषण) डीपीएस रानीपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भेल के कार्यपालक निदेशक श्री प्रवीण चन्द झा एवं श्रीमती सुलेखा झा ने कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को विद्यालय कांउसिल के विभिन्न पदों की उपाधियों से अलंकृत कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डीपीएस के पीवीसी श्री एस के सोमानी, श्रीमती आरती सोमानी, श्री विवेक गोयल एवं श्रीमती रिचा गोयल उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम का शुभारम्भ गणेश स्तुति, स्वागतगान के साथ किया गया तथा मुख्यअतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं प्रधानाचार्य ने दीप प्रज्जवलित कर अलंकरण समारोह को प्रारम्भ किया।

इस अलंकरण समारोह में बच्चों ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसमें वीर साम्भा जी एवं रानी लक्ष्मीबाई की शोर्यगाथा का मंचन कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।
मुख्य अतिथि श्री प्रवीण झा एवं श्रीमती सुलेखा झा ने प्राईमरी विंग, जूनियर विंग, मिडिल विंग के विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र एवं अलंकरण पटिट्का प्रदान कर उनको कांउसिल की सदस्यता प्रदान की। इस अवसर पर बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था।

सीनियर वर्ग में विभिन्न समितियों जैसे पर्यावरण, कैन्टीन, आई0टी0, कला, खेल, आपदाप्रबंधन, स्वच्छता, वेलनेस, सम्पादन आदि पदों पर कांउसिल की सदस्यता प्रदान की गयी साथ ही वाईस हेडगर्ल वाईस हेडब्वाय एवं हेड गर्ल तथा हेड ब्वाय की भी उपाधियां प्रदान की गयी । सत्र 2023-24 के लिए सौम्या यादव हेड गर्ल एवं प्रणव वशिष्ठ हेड ब्वाय घोषित किए गए।

इस अवसर मुख्य अतिथि श्री प्रवीण चन्द झा ने विद्याथियों को मार्गदर्शन एवं आशीष देते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपने नैतिक मूल्यों एवं आदर्शो को सर्वोच्च रखते हुए अपने कर्त्तव्यों का पालन करते हुए विद्यालय को गौरवान्वित करना चाहिए।

प्रधानाचार्य डॉ0 अनुपम जग्गा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते धन्यवाद दिया एवं काउंसिल के सभी सदस्यों एवं पदाधिकारियों को उनके उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रदान की।

वंदे भारत एक्सप्रेस के हरिद्वार पहुंचने पर किया भव्य स्वागत

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हरिद्वार ( कुलभूषण)। देहरादून से दिल्ली के लिए संचालित हुई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का हरिद्वार पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। इस दौरान भाजपा विधायक मदन कौशिक, विधायक आदेश चैहान, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, मेयर अनिता शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, योगगुरू बाबा रामदेव, परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज, भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग, विकास तिवारी, संजय चोपड़ा, पार्षद अनिरूद्ध भाटी, व्यापार मंडल अध्यक्ष धर्मेन्द्र विश्नोई, जगदीश लाल पाहवा आदि सभी ने वंदे भारत ट्रेन को उत्तराखंड के लिए बड़ी उपब्धि बताते हुए ट्रेन के साथ आए रेल मंत्री अश्विन वैष्णव का स्वागत किया। इस दौरान ट्रेन के स्वागत में रेलवे स्टेशन पर कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। ट्रेन में भाजपा महिला मोर्चा की 20 कार्यकर्ताओं हरिद्वार से रूड़की तक ट्रेन में सफर किया। विधायक मदन कौशिक, आदेश चैहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड को एक बड़ी सौगात दी है। वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन होने से उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। योगगुरू बाबा रामदेव, अखाड़ा परिषद श्रीमहंत रविंद्रपुरी, स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार सतत, सुरिक्षत और सब के विकास के लिये प्रतिबद्ध है। सरकार भारत के प्रत्येक गांव को मुख्य धारा से जोड़ने हेतु अद्भुत कार्य कर रही है। वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन होने से उत्तराखंड में तीर्थाटन और पर्यटन बढ़ेगा। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड को वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात दी है। उत्तराखंड के पर्यटन के बढ़ावे के साथ साथ यात्रीयों का सफर भी दिल्ली तक सुखद हो सकेगा। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेलवे को मजबूती प्रदान करने में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं। इस दौरान एडीआरएम मुरादाबाद निर्भय नारायण सिंह सहित रेलवे के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।

खास खबर : प्रधानमंत्री बोले-विकास के नवरत्नों से बदलेगी देवभूमि की तस्वीर

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मुख्यमंत्री धामी की खुलकर की तारीफ, कहा-नवरत्नों की माला पिरोने वाले इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को धामी जी प्रदान कर रहे नवीन ऊर्जा’

देहरादून, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज देवभूमि उत्तराखंड को वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में जहां एक बड़ा तोहफा दिया तो इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के विकास के लिए निर्धारित उन नौ रत्नों का भी खुलकर जिक्र किया जिसके जरिए “डबल इंजन” की सरकार पहाड़ी राज्य की तकदीर और तस्वीर दोनों बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमारी सरकार का पूरा जोर, “विकास के नवरत्नों पर है”। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए पीएम ने कहा कि “नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के जो प्रोजेक्ट यहां चल रहे हैं, उन्हें भी धामी जी की सरकार ने नई ऊर्जा दी है।”
देवभूमि उत्तराखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। उनका बार-बार उत्तराखंड आना और देवभूमि के विकास के प्रति उनके विचार एवं गतिमान व प्रस्तावित योजनाएं यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि अपने मुखारबिंद से उनका यह कहना कि “ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा”, यह सब आज वास्तव में धरातल पर परिलक्षित हो रहा है।
आज वंदे भारत एक्सप्रेस के शुभारंभ के अवसर पर भी उन्होंने “ये दशक उत्तराखंड का दशक” होगा वाली पंक्तियों को न केवल दोहराया बल्कि यह भी बताया कि किस तरह ये दशक उत्तराखंड का दशक होने जा रहा है। उन्होंने विकास के नवरत्नों पर विस्तार से बोलते हुए बताया कि किस तरह विकास के नवरत्न के तहत चल रहे कार्य उत्तराखंड के लिए आने वाले दिनों में कितने अहम साबित होंगे।

ये हैं विकास के नवरत्न :

पहला रत्न : केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपए से पुनर्निर्माण का कार्य

दूसरा रत्न : ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य

तीसरा रत्न : कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का काम

चौथा रत्न : पूरे राज्य में होम स्टे को बढ़ावा। मुझे बताया गया है कि राज्य में 4000 से अधिक होम स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं

पांचवा रत्न : 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास

छठा रत्न : उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार। उधमसिंह नगर में AIIMS का सेटलाइट सेंटर भी बनाया जा रहा है।

सातवां रत्न : करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना

आठवां रत्न : ऋषिकेश-हरिद्वार का एडवेंचर टूरिज्म और योग की राजधानी के रूप में विकास

नौवा रत्न : टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन। इस रेल लाइन पर भी जल्द काम शुरू हो जाएगा।

..और बोले ये सोने पर सुहागा

अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि आप लोगों ने एक कहावत सुनी होगी- सोने पर सुहागा। इसलिए इन नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए, इंफ्रास्ट्रक्चर के जो प्रोजेक्ट यहां चल रहे हैं, उन्हें भी धामी जी की सरकार ने नई ऊर्जा दी है। 12 हजार करोड़ रुपए की लागत से चारधाम महापरियोजना पर तेज गति से काम हो रहा है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे तैयार होने से देहरादून-दिल्ली के बीच सफर और आसान हो जाएगा। रोड कनेक्टिविटी के साथ ही, रोप-वे कनेक्टिविटी के लिए भी उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर काम हो रहा है। पर्वतमाला योजना आने वाले दिनों में उत्तराखंड का भाग्य बदलने जा रही है। इसके लिए जिस कनेक्टिविटी का उत्तराखंड के लोगों ने बरसों इंतजार किया है, वो इंतजार भी हमारी सरकार समाप्त कर रही है।

पीएम ने यूं ही नहीं कहा, ‘देवभूमि’ आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी

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‘वर्तमान में उत्तराखंड के चारधामों में तमाम कार्य हैं गतिमान’

‘श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत चल रहे कार्य’

‘केदारनाथ धाम एवं हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे की आधारशिला रख चुके हैं पीएम मोदी’

देहरादून, वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से श्री नरेंद्र मोदी देवभूमि उत्तराखंड के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत रहे हैं। यही वजह रही कि आज जब वे वंदे भारत एक्सप्रेस के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे तो वे यह कहने से स्वयं को नहीं रोक पाए कि “देवभूमि आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी”। वहीं, पीएम के विजन के अनूरूप उत्तराखंड की धामी सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में चारधाम ऑल वेदर रोड से जहां श्री बद्रीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम की राह सुगम और सरल हुई है तो वहीं, श्री केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत गतिमान पुनर्निर्माण कार्यों ने इस धाम के वैभव को और भी बढ़ाने का कार्य हो रहा है। केदारनाथ धाम परिसर में आदि गुरु शंकराचार्य जी की प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही मंदिर से कुछ दूरी पर ध्यान योग गुफाएं भी स्थापित की गई हैं। खुद मोदी जब वर्ष 2019 में केदारनाथ भ्रमण पर आए थे तो उन्होंने खुद इन ध्यान गुफा में साधना की थी। आज इन गुफाओं में साधना के लिए वेटिंग रहती है। इसी तरह, श्री बद्रीनाथ धाम में भी मास्टर प्लान के तहत सौन्दर्यकरण के तमाम कार्य चल रहे हैं जो कि आने वाले दिनों में धाम की भव्यता को और बढ़ाएंगे।
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने गत वर्ष अक्टूबर में श्री केदरनाथ धाम एवं श्री हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे की आधारशिला रखकर इन धामों तक श्रद्धालुओं की पहुँच को भी सुगम बनाने के कार्य का आगाज कर दिया है। आने वाले समय में इन रोपवे के निर्माण से श्रद्धालुओं को आवागमन में काफी सहूलियत होगी। यही नहीं, अपने माणा दौरे के दौरान मुख्यमंत्री धामी की बात पर मुहर लगाते हुए प्रधानमंत्री ने माणा को देश के प्रथम गांव के रूप में संबोधित किया तो आज इस गांव की पहचान एकाएक प्रथम गाँव के रूप में स्थापित हो गई है। इसके अलावा हरिद्वार में हरकी पैड़ी कॉरिडोर को लेकर भी प्रधानमंत्री अपनी प्रतिबद्धता जाहिर कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के कहे अनुसार, उत्तराखंड की धामी सरकार भी उनके विजन के अनूरूप इस दिशा में लगातार काम कर रही है।

बातों-बातों में थपथपाई सीएम धामी की पीठ…

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड आज जिस तरह से कानून व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हुए विकास के अभियान को आगे बढ़ा रहा है, वो बहुत सराहनीय है। ये इस देवभूमि की पहचान को संरक्षित करने के लिए भी अहम है। मुख्यमंत्री की इस मुहिम को प्रधानमंत्री ने न केवल सराहा बल्कि इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री की पीठ भी थपथपाई।

परिषदीय परीक्षा परिणाम- गढ़वाल मंडल में रुद्रप्रयाग के होनहारों का दबदबा

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“जनपद से राज्य स्तर पर इंटरमीडिएट परीक्षा की योग्यता सूची में 6 छात्र-छात्राओं को स्थान मिला जबकि हाईस्कूल के 24 छात्र-छात्राओं ने योग्यता सूची में स्थान प्राप्त किया है”

(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा की परिषदीय परीक्षा में रुद्रप्रयाग के होनहारों का दबदबा रहा। हाई स्कूल में जनपद में जनपद ने उत्तराखंड में 91.67 प्रतिशत सफलता के साथ प्रथम स्थान व इंटर मीडिएट में 86.79 प्रतिशत के साथ द्धितीय स्थान हासिल किया। गढ़वाल मंडल में जनपद प्रथम स्थान पर रहा।मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद प्रसाद सिमल्टी ने बताया कि उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा बोर्ड की परिषपदीय परीक्षा-2023 की हाईस्कूल एवं इंटर मीडिएट का परिक्षा परिणाम आज घोषित किया गया सफलता के लिहाज से गढ़वाल मंडल में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट को मिलाकर जनपद ने पहला स्थान हासिल किया है।
जनपद से इंटरमीडिएट की योग्यता सूची में स्थान पाने वाले छात्र-छात्राएं में अ.प.इं.का. जवाहर नगर के छात्र आलोक भंडारी ने 95.60 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए राज्य की योग्यता सूची में 7वें स्थान हासिल किया। चिल्ड्रन एकेडमी अगस्त्यमुनि के छात्र वैभव बहुगुणा 93.20 प्रतिशत अंक के साथ 20वां, व सचिन राणा 92.80 प्रतिशत अंक के साथ 22वां, स.वि.मं. इंटर काॅलेज अगस्त्यमुनि के छात्र जयश्री, तनिष्का तथा स.वि.इंटर काॅलेज बेलनी के छात्र दिब्याशुं शेखर ने 92.60 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए योग्यता सूची में 24वें स्थान प्राप्त किया।
नपद से हाईस्कूल परीक्षाफल में 24 छा़त्र-छात्राओं ने योग्यता सूची मे स्थान प्राप्त किया है जिसमें अतुल मा0पा0हाईस्कूल तिलवाडा के छात्र अनिरूद्ध ने 97.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राज्य मे सांतवा तथा इसी विद्यालय की कु. शिक्षा ने 97.00 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दसवां स्थान हासिल किया। स.वि.म.उच्चतर मा. वि. ऊखीमठ के छात्र अंजुल सिंह, कपिल व राजकीय इंटर काॅलेज कोटमा के आदित्य ने 96.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर 12वां स्थान , स.वि.मं.इं. काॅ. बेलनी के छात्र अरमान  कपरूवाण ने 96.04 प्रतिशत अंक हासिल कर 13वां अतुल मा.पा.हा. तिलवाड़ा की छात्रा मिली ने 96.20 प्रतिशत अंक के साथ 14वां स्थान, स.वि.म.इं. काॅ. बेलनी की छात्रा अदिति ने 95.80 प्रतिशत अंकों के साथ 16वां स्थान, संवि.म.इं. काॅ. बेलनी के छात्र पीयूष नेगी ने 95.60 प्रतिशत के साथ 17वें, ज.उ.मा.वि. मणिपुर चाका के छात्र अस्मित खत्री व पल्लवी ने 95.40 प्रतिशत प्राप्त कर 18वें, अतुल मा0पा0हा0 तिलवाडा की छात्रा प्राची काला, ज.उ.मा.वि. मणिपुर चाका के छात्र आकाश, चि.ए.इ.का. अगस्त्यमुनि की छात्रा दिया, स.वि.म.इं. काॅ. बेलनी के आर्यन ने 95.20 प्रतिशत  अंक हासिल कर 19वें, अतुल मा0प0हा0 तिलवाडा के विभू बुटोला व ज.उ.मा.वि. मणिपुर चाका की छात्रा अनीशा नेगी ने 95 प्रतिशत अंक के साथ 20वें, स.वि.म.इं. काॅलेज बेलनी के छात्र अंशुमन रावत ने 94.80 प्रतिशत के साथ 21वें अतुल मा0पा0हा0 तिलवाडा के छात्र आयुष, पीयूष रावत, ज.उ.मा.वि. मणिपुर चाका के छात्र दिव्यांशू भट्ट, चि.इं.ए काॅलेज अगस्त्यमुनि की छात्रा आस्था पंवार ने 94.60 अंक प्राप्त कर 22वां, अतुल मा0पा0हा0 तिलवाडा की छात्रा अपूर्वाधैर्या बिष्ट ने 94.40 प्रतिशत अंक के साथ 23वें तथा अतुल मा0पा0हा0 तिलवाडा के छात्र आयूष सिंह ने 94 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए प्रदेश में योग्यता सूची में 25वां स्थान प्राप्त किया है।

पीएम मोदी ने उत्तराखंड को दी बड़ी सौगात : दून से दिल्ली दौड़ेगी बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, हरी झंडी दिखाकर हुई रवाना

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देहरादून, पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देहरादून से दिल्ली के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, इस अवसर पर देहरादून में सीएम धामी व रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव व प्रशासनिक अधिकारी व आमजन मौजूद रहे | कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज बहुत सौभाग्य का दिन है।

पीएम आज देवभूमि को वंदे भारत की बहुत बड़ी सौगात दे रहे हैं | आज से 10 साल जब रेलवे की विकास की बात आती थी, तो केंद्र सरकार की तरफ से 187 करोड़ रुपए मिलते थे और 2014 में मोदी जी जब आए तो उन्होंने तुरंत उत्तराखंड के लिए फंड की व्यवस्था की, उत्तराखंड में रेलवे के लिए 2000-4000 करोड़ रुपए तक की व्यवस्था की और इस बार उन्होंने 5000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की।
वहीं, सीएम धामी ने उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी और रेलमंत्री को धन्यवाद दिया | उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन की सौगात के लिए आभार है. सीएम ने कहा कि आज देवभूमि के लिए ऐतिहासिक दिन है, वंदे भारत बदलते भारत की नई तस्वीर है. सीएम ने कहा कि उत्तराखंड के प्रति पीएम का विशेष लगाव है. आज पहाड़ पर ट्रेन चलाने का सपना पूरा हो रहा है।
वंदे भारत को हरी झंड़ी दिखाने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली और देहरादून के बीच ये चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की राजधानी को और तेज गति से जोड़ेगी | इस ट्रेन से दिल्ली और देहरादून के बीच रेल सफर में अब समय काफी कम हो जाएगा | ट्रेन में जो सुविधाएं हैं वो इस सफर को आनंद दायक बनाने वाली हैं वही पीएम के अनुसार उत्तराखंड नौ रत्नों के चलते आगे बढ़ रहे हैं।
पीएम ने अपनी विदेश यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि अभी कुछ घंटे पहले ही मैं तीन देशों की यात्रा करके आया हूं, आज पूरा विश्व भारत को उम्मीदों से देख रहा है | हमने जिस तरह अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, जिस तरह हम गरीबी से लड़ रहे हैं उसने पूरी दुनिया का विश्वास जगा दिया है | मेरा विश्वास है कि ये देवभूमि आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी, हमें इस सामर्थ्य के अनुरूप भी उत्तराखंड का विकास करना होगा

उत्तराखण्ड बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा का रिजल्ट घोषित

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छात्र सुशांत चन्द्रवंशी ने हाईस्कूल 99.00 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पाया सर्वाेच्च स्थान

देहरादून, उत्तराखण्ड़ बोर्ड की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 का परीक्षाफल शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने घोषित कर दिया । शिक्षामंत्री ने सभी सफल परीक्षार्थियों व मैरिट में स्थान बनाने वाले परीक्षार्थियों को बधाई दी, साथ ही असफल रहे विद्यार्थियों से निराश न हो कर तैयारी में जुटने की अपील की।

बता दें कि हाईस्कूल परीक्षा 2023 में पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 132114 थी।
हाईस्कूल परीक्षा 2023 में 127844 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए जिसमें से 108890 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए। कुल परीक्षाफल 85.17 प्रतिशत रहा जिसमें बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 81.48 तथा इस बार
बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 88.94 रहा।

संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 85.58 तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण
प्रतिशत 56.16 रहा।

प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में बीएचएसवीएम कंडीसौड़ छाम, टिहरी गढ़वाल के छात्र सुशांत चन्द्रवंशी ने हाईस्कूल परीक्षा में 495/ 500 कुल 99.00 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया।

प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में एसवीएमआईसी आवास विकास, ऋषिकेश देहरादून के छात्र आयुष सिंह रावत एवं एसवीएमआईसी रुद्रपुर, ऊधमसिंह नगर के छात्र रोहित पांडे ने हाईस्कूल परीक्षा में 494/500 कुल 98.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त किया ।

बीएचएसवीएम कंडीसौड़ छाम टिहरी की छात्रा कुछ शिल्पी एवं तुलाराम राजाराम सरस्वती विद्या मंदिर, काशीपुर, ऊधमसिंह नगर के छात्र शौर्य ने हाईस्कूल परीक्षा में 493/500 कुल 98.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में तृतीय स्थान प्राप्त किया ।

बीएचएसवीएम कंडीसौड़ छाम टिहरी की छात्रा कु० शिल्पी ने हाईस्कूल परीक्षा में 493/500 कुल 98.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की बालिकाओं की श्रेष्ठता सूची में सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया। सम्मान सहित उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 11300 तथा प्रतिशत 8.84 रहा है। प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 32362 तथा प्रतिशत 25.31 रहा है। द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 48635 तथा प्रतिशत 38.04 रहा है। तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 16571 तथा, प्रतिशत 12.96 रहा है
प्रदेश की हाईस्कूल परीक्षा 2023 में जनपद रुद्रप्रयाग कुल 91.67 प्रतिशत परीक्षाफल के साथ प्रथम स्थान पर रहा।

इण्टरमीडिएट परीक्षाफल वर्ष 2023

इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 में पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 127324 थी । इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 में 123945 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए जिसमें से 100380 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए। इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 का कुल परीक्षाफल 80.98 प्रतिशत रहा जिसमें बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 78.48 तथा बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 83.49 रहा।संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 81.46 तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 64.28 रहा।मानविकी वर्ग का परीक्षाफल 80.59 प्रतिशत, विज्ञान वर्ग का परीक्षाफल 81.02 प्रतिशत, वाणिज्य वर्ग का परीक्षाफल 84.07 प्रतिशत तथा कृषि वर्ग का परीक्षाफल 95.91 प्रतिशत रहा।

प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में आरएलएस चौहान एसवीएमआईसी जसपुर, ऊधम सिंह नगर की छात्रा कुछ तनु चौहान ने इण्टरमीडिएट परीक्षा में 488 /500 कुल 97.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया।
प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में राजकीय बालिका इण्टर कालेज, चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी की छात्रा कुछ हिमानी ने इण्टरमीडिएट परीक्षा में 485 / 500 कुल 97.00 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया ।

झ प्रदेश की संयुक्त श्रेष्ठता सूची में एसवीएम इण्टर कालेज सितारगंज, ऊधम सिंह नगर के छात्र राज मिश्रा ने इण्टरमीडिएट परीक्षा में 483/500 कुल 96.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया ।

सम्मान सहित उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 9001 तथा प्रतिशत 7.26 रहा है।

प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 43121 तथा प्रतिशत 34.79 रहा है।

द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 46627 तथा प्रविशत 37.61 रहा है।

तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 771 तथा प्रतिशत 00.62 रहा है। वहीं
प्रदेश की इण्टरमीडिएट परीक्षा 2023 में जनपद अल्मोड़ा कुल 87.33 प्रतिशत परीक्षाफल के साथ प्रथम स्थान पर रहा।

राज्यपाल ने गरिमा और सांगी को दी बधाई, बेटियां ईश्वर का वरदान : राज्यपाल

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पंतनगर, यूपीएससी परीक्षा में 39 रैंक प्राप्त करने वाली गरिमा नरूला तथा 305 रैंक प्राप्त करने वाली सांगी पटेरिया ने तराई भवन पहुंचकर राज्यपाल गुरमीत सिंह से मुलाकात की।
राज्यपाल ने बेटियों की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ये सफलता केवल आपकी सफलता नहीं है, बल्कि हर उस व्यक्ति, परिवार की सफलता है जो बेटियों को आगे बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बेटियां ईश्वर का वरदान होती हैं।
राज्यपाल ने गरिमा की 39 रैंक से प्रभावित होकर, वाइस चांसलर जीबी पंत यूनिवर्सिटी तथा जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि बालिकाओं के लिए यूनिवर्सिटी के अंदर सुपर–39 का प्लान तैयार किया जाए, जिसमे बालिकाओं को आधारभूत सुविधाएं, पढ़ाई का माहौल व सुरक्षित वातावरण दिया जाए।
उन्होंने कहा कि यूपीएससी एक्जाम सब कुछ परख लेता है, आप सिस्टम के परखे हुए हैं और एक नई पारी की शुरआत कर रहे हैं। उन्होंने आर्मी में 10 फीट वॉल(कमांडो ट्रेनिंग) का उदाहरण देते हुए कहा कि आगे बढ़ाने वालों को कभी नहीं भूलना चाहिए, बल्कि उन्हें भी साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्ष जितना ज्यादा फलदार होता है, उतना ही लचीला भी होता है। राज्यपाल ने पटेरिया तथा नरूला को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पढ़ने की इच्छुक गरीब बालिकाओं को चिन्हित कर, उन्हें पढ़ाई का माहौल देने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जनहित में कुछ कर–गुजरने का पेशंस होना चाहि, यदि जीवन में पेशंस नहीं हुए तो पेशंट बन जाएंगे।
राज्यपाल के पंतनगर पहुंचने पर जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, वीसी एमएस चौहान, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने पुष्प देकर स्वागत किया तथा पुलिस विभाग द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

 

कुमाऊँ कमिश्नर ने गरिमा को दी बधाई, यूपीएससी में गरिमा ने 39 वा स्थान किया था प्राप्त

रूद्रपुर, मण्डलायुक्त दीपक रावत ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पहले ही प्रयास में 39वीं रैंक प्राप्त करने वाली गरिमा नरूला के निवास स्थान ईश्वर कालोनी पहुंचकर बुके व मोमेन्टो देकर शुभकामनाएं व बधाई दी। मण्डलायुक्त ने कहा कि जरूरी नही है कि बड़े-बड़े शहरो में जाकर ही परीक्षाओं की तैयारियां की जाए और तभी हम सफल होंगे।उन्होंने कहा कि अगर मन में ठान लें कि हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करना ही है तो कोई भी काम मुश्किल नही है। श्री रावत ने गरिमा नरूला व उनके पिता विपिन नरूला और माता शारदा रानी से बातचीत की। आयुक्त ने गरिमा के घर पर ही पढ़ने व उनके इस सफलता को पाने के संर्घष को युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताया। गरिमा ने बातचीत के दौरान बताया कि शुरूआती पढ़ाई आरएएन स्कूल से की व 2017 में इंटर में उधमसिंह नगर टॉपर भी बनी।
आयुक्त ने समस्त नरूला परिवार को बधाई देते हुए खुशी जताई।
इस अवसर पर बधाई देने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, एडीएम जयभारत सिंह, एसडीएम मनीष बिष्ट, सहायक नगर आयुक्त राजू नबियाल के साथ ही अन्य सम्बन्धीगण उपस्थित थे।

 

चारधाम यात्रा : 26 हजार 564 श्रद्धालुओं ने किए केदारनाथ के दर्शन

रुद्रप्रयाग,चारधाम यात्रा में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है, वहीं हैली सेवाओं के माध्यम से अब तक 26564 तीर्थयात्री श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध कुल 7 हैली कंपनियों ने 23 मई तक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन हैली सेवा के माध्यम से किए हैं।
नोडल अधिकारी हैली सेवा/जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि यात्रा के आरंभ से गुप्तकाशी, फाटा व शेरसी में कुल 7 हैली कंपनियों द्वारा श्रद्धालुओं को हैली सेवा उपलब्ध कराई जा रही हैं। इनमें गुप्तकाशी से ट्रास भारत व आर्यन द्वारा तीर्थ यात्रियों के लिए हैली सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। इसी तरह फाटा से पवन हंस, ग्लोबल विक्ट्रा व थम्बी तथा शेरसी से हिमालयन व ऐरो हैली कंपनी के द्वारा सटल सेवा उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने अवगत कराया है कि सभी हैली कंपनियों के द्वारा अब तक कुल 4726 श्रद्धालुओं को सटल सेवा उपलब्ध कराई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 23 मई को हैली सेवाओं के माध्यम से 1149 श्रद्धालु केदारनाथ धाम गए जबकि 1146 तीर्थ यात्री हैली के माध्यम से वापस आए। इसके साथ ही 201 तीर्थ यात्रियों को सटल सेवा उपलब्ध कराई गई। 23 मई, तक हैली सेवा के माध्यम से श्री केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या 26564 है जबकि केदारनाथ धाम से हैली के माध्यम से वापस आने वाले यात्रियों की संख्या 25869 है। उन्होंने बताया कि ट्रास भारत हैली सेवा द्वारा कुल 3456 तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ के दर्शन कराए जा चुके हैं। इसी तरह आर्यन हैली सेवा द्वारा 2965, पवन हंस द्वारा 2812, ग्लोबल विक्ट्रा के माध्यम से 3844, थम्बी हैली सेवा के माध्यम से 4140, हिमालयन के माध्यम से 4512 व ऐरो हैली सेवा के माध्यम से 4835 तीर्थ यात्रियों ने धाम पहुंचकर बाबा श्री केदारनाथ के दर्शन किए हैं।

 

कैच द रेन-2023 अभियान की समीक्षा बैठक, अधिकारियों ने 2722 लाख लीटर जल संचयन और 14.63 लाख पौध रोपण के दिये आंकड़े

पिथौरागढ, जनपद में भारत सरकार के नेशनल वाटर मिशन के अन्तर्गत संचालित कैच द रेन-2023 अभियान की समीक्षा चल रही है। केन्द्र द्वारा नामित नोडल अधिकारीगण गरिमा श्रीवास्तव, आइआरपीएस सचिव एएसआरबी तथा भू जल वैज्ञानिक चिराश्री मोहंती इस कार्य के लिए 25 मई तक पिथौरागढ में रहेंगी। इस दौरान अधिकारी द्वय वर्ष में कैच द रेन अभियान के अंतर्गत किए गए जल संरक्षण और संवर्द्धन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगी।
23 मई को कैच द रेन-2023 अभियान के पहले दिन की समीक्षा बैठक में जनपद के वन विभाग, ग्राम्य विकास, जल निगम, जल संस्थान, ग्राम्या, सिंचाई, लघु सिंचाई, कृषि, उद्यान, पंचायती राज, स्वजल, मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने केन्द्र सरकार के नोडल अधिकारियों के सम्मुख पीपीटी के माध्यम से प्रगति का प्रस्तुतीकरण किया।
समीक्षा बैठक में बताया गया कि संबंधित विभागों द्वारा 4383.45 लाख रुपए की लागत से वर्ष 2022-23 में 3768 जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के कार्य कराए गए जिसमें 2722.47 लाख लीटर जल संचयन किया गया। वर्ष 2022-23 के दौरान वन, ग्राम्य विकास, कृषि एवं उद्यान विभाग ने कुल 1482.03 हैक्टेयर क्षेत्रफल में 1463488 पौधों का रोपण किया। बैठक में वर्ष 2023-24 के लिए निर्धारित लक्ष्यों के बारे में बताया गया कि इस वर्ष विभागों द्वारा 3553.34 लाख रुपए की लागत से 6736 जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के कार्य कराए जाने हैं जिससे 819.38 लाख लीटर जल संचयन होगा। साथ ही वन, ग्राम्य विकास, कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा कुल 688.12 हैक्टेयर में 702285 पौधे रोपे जाएंगे। बताया गया कि केन्दीय नोडल अधिकारीगण बैठक में जनपदीय अधिकारियों की ओर से दिए गए विवरणों का स्थलीय निरीक्षण करेंगी।
समीक्षा बैठक में जनपद के अधिकारियों में सीडीओ वरुण चैधरी, डीएफओ, वन प्रभाग पिथौरागढ जीवन मोहन दगाड़े, जिला विकास अधिकारी रामा गोस्वामी, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम आर.एस. धर्मशक्तू, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान सुरेश चन्द्र जोशी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खंड पिथौरागढ धीरज जोशी तथ अन्य जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

नोटबंदी के बाद नोटबदली- बैंकों में 2000 के नोट बदलना शुरू- पीएनबी ने जारी किए निर्देश

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नई दिल्ली, देशभर में बीते दिन से 2000 रुपये के नोट बदलने शुरू हो गए हैं। इस बीच पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की ओर से साफ कर दिया गया है कि इन नोटों को बदलवाने के लिए आम लोगों को ना तो आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी, ना ही किसी तरह का आधिकारिक वेरिफाइड डॉक्युमेंट उन्हें उपलब्ध कराना होगा। इसका मतलब कोई भी व्यक्ति बैंक की शाखा में 2000 रुपये के 10 नोट ले जाकर आसानी से बदलवा सकता है। रिजर्व बैंक ने नोटों को बदलवाने के लिए गाइडलाइंस जारी किए हैं। बैंकों में एक बार में 20,000 रुपये तक के 2000 के नोट आसानी से एक्सचेंज कराए जा सकते हैं। वहीं, बैंक अकाउंट में दो हजार रुपये के नोट को जमा करने की कोई लिमिट नहीं है। लेकिन इसके लिए बैंक के डिपॉजिट के नियमों का पालन करना होगा।

रिजर्व बैंक ने साफ तौर पर कहा है कि 2000 रुपये के नोटों को एक्सचेंज कराने के लिए बैंक में किसी भी तरह के फॉर्म नहीं भरने होंगे और ना ही किसी पहचान पत्र की जरूरत पड़ेगी। एक बार में आप 2000 रुपये के 10 नोट बदल सकते हैं। सर्कुलेशन से बाहर किए गए 2000 रुपये के नोटों को 30 सितंबर 2023 तक बदला जा सकता है। नोट बदलने की प्रक्रिया को लेकर आरबीआई के निर्देशानुसार सभी बैंकों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने लोगों से अपील की है कि नोट बदलने को लेकर लोग घबराएं नहीं। लोगों के पास 4 महीने से ज्यादा का वक्त है, वो आसानी से किसी भी ब्रांच में जाकर 2000 के नोट बदल सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2000 रुपये के नोट को ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत बंद करने का फैसला किया है। इस पॉलिसी के तहत आरबीआई धीरे-धीरे 2000 के नोट बाजार से वापस ले लेगा।

आरबीआई ने कहा है कि बैंकों को गर्मी के मौसम को देखते हुए जनता को कुछ जरूरी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। बैंकों को सलाह दी जाती है कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए ब्रान्च में छायादार वेटिंग स्थान की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा पीने के पानी की सुविधा आदि जैसी उचित बुनियादी सुविधाएं प्रदान कराई जाएं। आरबीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक बैंकों में 2000 के नोट बदलने के लिए अलग स्पेशल विंडो होंगे, जहां आप आसानी से 2000 रुपये के नोट बदल पाएंगे।

जो लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, वो बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट सेंटर जाकर भी 2000 रुपये के नोट को एक्सचेंज करवा सकते हैं। लेकिन सेंटर पर सिर्फ 4000 रुपये तक के ही 2000 के नोट बदले जा सकते हैं। बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट एक बैंक की तरह की काम करते हैं। ये ग्रामीणों को बैंक अकाउंट खोलने में मदद करते हैं और ट्रांजेक्शन भी करते हैं।

आरबीआई के पूरे देश में 31 जगहों पर क्षेत्रीय कार्यालय हैं, लेकिन 2000 रुपये के नोट अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम में बदले जा सकेंगे।

रिजर्व बैंक ने साफ तौर पर कहा है कि कोई भी व्यक्ति देश के किसी भी बैंक के ब्रान्च से एक बार में 20,000 रुपये तक की सीमा तक के 2000 रुपये के नोट बदलवा सकते हैं। यानी बैंक में खाता होना जरूरी नहीं है। रिजर्व बैंक ने ये भी कहा है कि नोट बदलने की सुविधा नि:शुल्क होगी।

कफ सिरप से मौतों की शिकायत पर सरकार का एक्शन, लैब टेस्टिंग के बाद ही होगा एक्सपोर्ट

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नई दिल्ली, भारतीय कंपनियों द्वारा बनाई गई कफ सिरप पीने से गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में कई बच्चों की मौत की शिकायतें आई थीं। ऐसे मामले फिर ना दोहराए जा सकें, इसके लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब भारत में बनी कफ सिरप का एक्सपोर्ट करने से पहले उनका सरकारी लैब्स में परीक्षण किया जाएगा। इन्हें सही पाए जाने के बाद सर्टिफिकेट मिलेगा और उसके आधार पर ही एक्सपोर्ट को मंजूरी दी जाएगी। कफ सिरपों की टेस्टिंग का यह नियम 1 जून से ही लागू होने वाला है। बीते साल गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में दर्जनों बच्चों की भारत में बनी कफ सिरप से मौतों की शिकायत आई थी।

इसे लेकर सरकार नीति बनाने पर विचार कर ही रही थी और उसी के तहत यह फैसला लिया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारत में बनी कफ सिरपों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए थे। विदेश व्यापार महानिदेशक की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है, ‘कफ सिरपों का एक्सपोर्ट तभी मंजूर किया जाए, जब उनकी टेस्टिंग सरकारी लैब में करा ली जाएगी। टेस्टिंग के बाद एक सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। यह नियम 1 जून, 2023 से ही लागू किया जाएगा।’

कफ सिरपों की टेस्टिंग केंद्र सरकार की लैब्स में ही होगी। इनमें चंडीगढ़, कोलकाता, चेन्नै, हैदराबाद, मुंबई, गुवाहाटी में स्थित लैब शामिल हैं। बीते साल सामने आईं घटनाओं के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत की एक कंपनी द्वारा बनाई कफ सिरपों को लेकर कहा था कि इनके इस्तेमाल में एथलिन ग्लाइकोल और डाइथिलिन ग्लाइकोल का इस्तेमाल किया गया है। इन्हें कार के ब्रेक फ्लुइड में लगाया जाता है। वैश्विक संस्था का कहना था कि इसके चलते भी कफ सिरप जानलेवा हो सकती है।

यही नहीं फरवरी में ही तमिलनाडु की कंपनी ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने अपनी सारी आई ड्रॉप्स को वापस ले लिया था, जिसे एक्सपोर्ट के लिए तैयार किया था। बता दें कि भारत दुनिया में बड़े पैमाने पर दवाइयों का निर्यात करता है। खासतौर पर खांसी की सिरप की ही बात करें तो बीते वित्त वर्ष में 17.6 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। इससे पहले 2021-22 में यह एक्सपोर्ट 17 अरब डॉलर का ही था।