रुद्रप्रयाग, प्रभारी मंत्री रुद्रप्रयाग श्री सौरभ बहुगुणा ने गुरूवार को गौरीकुंड से बाबा केदारनाथ पैदल मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान यात्री शेड, पैदल मार्ग के खड़ंजे, शौचालयों व पेयजल की व्यवस्था के साथ ही खच्चरों हेतु बनाए गए घोड़ा पड़ाव, सादे व गरम पानी की चरों का निरीक्षण किया। उन्होंने यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं, व्यवसाईयों व खच्चर स्वामियों से संवाद कर यात्रा में आ रही कठिनाइयों तथा यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने हेतु सुझाव भी मांगे। निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं अच्छी रखी जाए।
इस दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक श्रीमती विशाखा, जिलाध्यक्ष भाजपा श्री महावीर पंवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह, उपजिलाधिकारी ऊखीमठ, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने गौरीकुंड से बाबा केदारनाथ पैदल मार्ग का किया स्थलीय निरीक्षण
प्रदेश में बागवानी विकास की योजनाओं को धरातल पर लाये जाने के लिये मिशन मोड में हों प्रयास : मुख्यमंत्री
‘सेब एवं कीवी उत्पादक क्षेत्रों का हो चिन्हीकरण, किसानों की समस्याओं का हो समाधान’
‘विशेषज्ञों के साथ विभागीय टीम का गठन कर जमीनी जरूरतों की हो पहचान’
देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को बागवानी विकास की योजनाओं को धरातल पर लाये जाने के लिये मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि योजनाओं के क्रियान्वयन में मजबूत इच्छा शक्ति के साथ प्रदेश हित को ध्यान में रखा जाये। उन्होंने प्रदेश में सेब एवं कीवी उत्पादक क्षेत्रों का चिन्हीकरण कर इससे जुड़े किसानों की समस्याओं को त्वरित ढंग से समाधान किये जाने के साथ ही विषय विशेषज्ञों के साथ विभागीय टीम गठित कर इस संबंध में जमीनी जरूरतों का समाधान करने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित बैठकों को मात्र कोरम पूरा करने का माध्यम नहीं बल्कि योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित करने का माध्यम बनाये जाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। मुख्यमंत्री ने 15 दिन के बाद इस संबंध में पुनः समीक्षा बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिये हैं।
गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में सेब की खेती एवं कीवी मिशन की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिमाचल की भांति हमारे प्रदेश का किसान भी सेब एवं कीवी उत्पादन में अग्रणी बने तथा उनकी आर्थिकी बढ़े, इसके लिये प्रदेश में सेब उत्पादक क्षेत्रों के चिन्हीकरण, भूमि की उत्पादन क्षमता अच्छी किस्म की पौधों की किसानों तक उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि हमारा किसान रोजगार देने वाला भी बने, इस दिशा में कारगर ढंग से कार्य होना चाहिये। उन्होंने इसके लिये किसानों को प्रशिक्षण के साथ ही उन्हें जागरूक करने पर भी ध्यान देने को कहा तथा उत्पादों के बेहतर विपणन की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर ध्यान देने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 2030 तक बागवानी क्षेत्र में 3 हजार करोड़ की आय का लक्ष्य तो रखा है लेकिन इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये वर्षवार उत्पादन क्षमता के निर्धारण पर हमें ध्यान देना होगा। उन्होंने बागवानी क्षेत्र में कल्स्टर आधारित एप्रोच पर भी ध्यान देने पर बल दिया तथा सेब एवं कीवी उत्पादन क्षेत्रों में कोल्ड स्टोरेज के प्रस्ताव भी तैयार करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि हमें प्रदेश में नई कार्य संस्कृति के साथ कार्य करना होगा। हमारे प्रयासों से राज्य को कितना लाभ मिल रहा है अधिकारी इसका भी आकलन करें। योजनाओं को शीघ्रता से जमीन पर उतारने के लिये सरलीकरण, समाधान एवं संतुष्टि के मंत्र को ध्यान में रखा जाना चाहिये। कार्यों को लटकाने पर नहीं उन पर शीघ्रता से निर्णय लेकर आगे बढ़ने की दिशा में काय होना चाहिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बागवानी विकास की योजनाओं के लिये धन की कमी नहीं होने दी जायेगी।
बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, सचिव मुख्यमंत्री श्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, अपर सचिव श्री रणवीर सिंह चौहान, निदेशक उद्यान श्री एच.एस. बवेजा के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
होमगार्ड के विभागीय बैंड “मस्का बाजा” का हुआ लोकार्पण
देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखंड होमगार्ड विभाग में होमगार्ड के विभागीय बैंड का मस्का बाजा का लोकार्पण मसूरी डायवर्जन पर श्रीमती टिया खुराना धर्मपत्नी श्री केवल खुराना कमांडेंट जनरल होम गार्ड्स द्वारा किया गया। विभागीय बैंड का किसी भी वर्दीधारी संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, बैंड की धुनों पर बल की टुकड़ियों के मार्च पास्ट से हर जवान का शौर्य एवं देशभक्ति उसकी आंखों में झलकती है । श्री केवल खुराना कमांडेंट जनरल होमगार्ड के कुशल मार्गदर्शन के अंतर्गत होमगार्ड स्वयं सेवकों की विभिन्न प्रशिक्षणो के क्रम में संगीत में रुचि रखने वाले होमगार्ड स्वयंसेवकों को चिन्हित किया गया। होमगार्ड स्वयंसेवकों को आइटीबीपी द्वारा 2 माह का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। म्यूजिकल पाइप बैंड में दो तरह के यंत्रों पाइप एवं ड्रम का प्रयोग किया गया है।
बैंड में महिला तथा पुरुष होमगार्ड स्वयं सेवकों का प्रदर्शन उच्च कोटि का रहा एवं सुर तथा ताल के सामंजस्य के साथ बेहतरीन प्रस्तुतीकरण दिया गया।
विभागीय पाइप बैंड मस्का बाजा का उपयोग रितिक परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं पर्यटन आदि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जाएगा।
विभागीय बैंड ‘मस्का बाजा’ का प्रस्तुतीकरण प्रत्येक दिवस सायं चिन्हित स्थल मसूरी डायवर्जन पर किया जाएगा।
होमगार्ड बैंड मस्का बाजा के द्वारा संगठन की बेहतर छवि प्रस्तुत होगी एवं स्वयं सेवकों के मनोबल में भी वृद्धि होगी।
उत्तराखंड शासन एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। आम जनमानस द्वारा प्रस्तुतीकरण का लाभ उठाया और इसकी प्रशंसा की गई।
जोशीमठ भू-धंसाव वाले क्षेत्र से विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिये आगे आया भारतीय स्टेट बैंक, राज्य आपदा राहत कोष में दिये 2 करोड़ रूपये
देहरादून, जोशीमठ में भू-धंसाव वाले क्षेत्र से विस्थापित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा गुरूवार को उत्तराखण्ड राज्य आपदा राहत कोष में 02 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक श्री कल्पेश कृ. अवासिया ने भेंट कर 02 करोड़ रूपये का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों की सहायता के लिए इस सहयोग राशि के लिए भारतीय स्टेट बैंक का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चिन्हित चार वाइब्रेंट विलेज माणा, नीति , मलारी एवं गूंजी में अवस्थापना विकास से संबंधित अनेक कार्य किये जाने हैं, इसके लिए भी उन्होंने एस.बी.आई से सहयोग की अपेक्षा की।
भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक श्री कल्पेश कृ. अवासिया ने कहा कि एस.बी.आई सामाजिक जिम्मेदारियों के अन्तर्गत समाज में जागरूकता फैलाने तथा जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए समय-समय पर समाज के विभिन्न स्तरों पर आर्थिक सहयोग प्रदान करता रहता है। भविष्य में भी राज्य की विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में योगदान देता रहेगा।
इस अवसर पर एस.बी.आई के उत्तराखण्ड अंचल के उप महाप्रबंधक श्री राजकुमार सिंह एवं श्री अमरेन्द्र कुमार सिंह भी उपस्थित थे।
नाबालिग लड़की को होटल में ले जाने के दोनों आरोपी गिरफ्तार
चमोली। नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर कर होटल में ले जाने वाले एक समुदाय विशेष के दो युवकों को पुलिस ने पोस्को अधिनियम सहित अन्य धाराओं में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से दी गई जानकारी के अनुसार मंगलवार को गौचर में स्थानीय लोगों के माध्यम से यह बात प्रकाश में आयी कि गौचर में समुदाय विशेष के दो लड़कों द्वारा एक नाबालिग लड़की को एक होटल में ले जाया जा रहा था, लेकिन हंगामा होने पर दोनों युवक मौके से भाग गये।
पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया मामले का तुरन्त संज्ञान लिया गया। नाबालिग लड़की के पिता से तहरीर लेकर दोनों युवकों के विरुद्ध कोतवाली कर्णप्रयाग में पोक्सो ऐक्ट समेत दूसरी धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया। पुलिस उपाधीक्षक कर्णप्रयाग अमित सैनी के पर्यवेक्षण में दोनों युवकों की गिरफ्तारी को पुलिस टीम गठित की गयी। गिरफ्तारी टीम द्वारा मुखबिर तन्त्र की सूचना पर दोनों युवकों को बुधवार को रानों गांव के बैंड से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार युवकों गुलजार मलिक उर्फ नितिन पुत्र रोजूदीन निवासी मोहल्ला किला खेवान थाना सरधना जिला- मेरठ उप्र उम्र 26 और असलम पुत्र समयदीन निवासी 186 धर्मपुर सरधना थाना सरधना जिला मेरठ उप्र उम्र 21 वर्ष को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही रही है। पूछताछ में अभियुक्त गुलजार द्वारा बताया गया कि 8 माह पूर्व ही उसका प्रेम विवाह हुआ था इसके साथ ही वह नाबालिग से भी फोन पर बात किया करता था।
शांति बनाए रखने की अपील
पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने सभी से कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। कहा कि सोशल मीडिया से सम्बन्धित भ्रामक एवं आपत्तिजनक पोस्टों को अनावश्यक रूप से फारवर्ड और शेयर करने से बचें। किसी भी प्रकार की शान्ति व्यवस्था भंग नहीं हो।
दो पक्षों के बीच मारपीट के मामले में 39 लोगों के खिलाफ क्रॉस मुकदमा दर्ज
विकासनगर। सहसपुर थाना क्षेत्र के प्रतीतपुर धर्मावाला गांव में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने 39 आरोपियों के खिलाफ क्रॉस केस दर्ज कर लिया है। एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के आरोपी पर गाड़ी चढ़ाकर जान से मारने की कोशिश का आरोप भी लगाया है। केस दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सहसपुर थाना क्षेत्र के धर्मावाला पुलिस चौकी क्षेत्र के प्रतीतपुर गांव में दो पक्षों के बीच चल रहा जमीनी विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। पांच जून को दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी डंडे चले, जिसके बाद दोनों पक्षों ने सहसपुर थाने में एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी। प्रथम पक्ष की ओर से एक ग्रामीण ने तहरीर देकर दूसरे पक्ष के 22 लोगों अनवर पुत्र हनीफ, नवाब अली पुत्र सद्दीक, यामीन पुत्र सराजू, मेंहदी पुत्र सराजू, एहसान पुत्र यामीन, सद्दाम पुत्र यामीन, इश्तियाक पुत्र शेरअली, मुस्तकीम पुत्र नाजिम, मुंतजिर पुत्र नाजिम, खुर्शीद पुत्र जमील, निसार पुत्र जमील,सनवर पुत्र जमील, हरुन पुत्र हाशिम, साजिद पुत्र हाशिम, आलिम पुत्र हबीब, भूरा पुत्र हबीब, नाजिम पुत्र हबीब, शहजाद पुत्र आलिम, सहवान पुत्र आलिम, सावेज पुत्र भूरा, तौसिर पुत्र भूरा, साहिल पुत्र मुश्तकीम सभी निवासी प्रतीतपुर धर्मावाला पर एक राय होकर घर में घुसने, लाठी डंडों से मारपीट कर जान से मारने की धमकी, गाली-गलौज करने, महिलाओं से छेड़खानी करने और वादी के चाचा के ऊपर गाड़ी चढ़ाकर जानलेवा हमला करने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं दूसरे पक्ष की ओर से एहसान अली पुत्र यामीन निवासी प्रतीतपुर ने सत्रह लोगों मंजूरा पुत्र मौजू, गुलफाम पुत्र नाजर, इरफान पुत्र नाजर, जुल्फान पुत्र नाजर, भूरिया पत्नी नाजर, नूर हसन पुत्र मंजूरा, कादिर पुत्र नूर हसन, साजिद पुत्र नूर हसन, जाबिर पूत्र नूर हसन, निसा पुत्र नूर हसन, हसन, मनीसा पुत्री नूर हसन, अनिता पुत्री नूर हसन, रफत पत्नी गुल्फान, सायरा पत्नी इरफान, भूरी पत्नी काबिर, साइस्त पत्नी गुल्फान व छोटी पत्नी साजिद निवासी प्रतीतपुर धर्मावाला पर लाठी डंडों से मारपीट, गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष सहसपुर गिरीश नेगी ने कहा कि दोनों मुकदमों की जांच चौकी प्रभारी सभावाला भरत सिंह रावत को सौंपी गयी है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
लम्बी अवधि से गायब शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति : डॉ. धन सिंह रावत
“आईटी सेल का होगा गठन, आउट सोर्स पर रखे जायेंगे एक्सपर्ट्स”
देहरादून, शिक्षा विभाग से लम्बे समय से गायब एवं अन्य प्रदेशों में तैनात शिक्षकों को चिन्हित कर अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों को चिन्हित कर सूची तैयार करने के निर्देश दे दिये गये हैं। साथ ही शारीरिक एवं मानसिक रूप से अक्षम शिक्षकों से भी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति हेतु आवेदन लिये जायेंगे ताकि उनके स्थान पर नये शिक्षकों की नियुक्ति की जा सके। शिक्षा विभाग में शिक्षकों का सम्पूर्ण विवरण ऑनलाइन उपलब्ध करने के लिये मानव सम्पदा पोर्टल तैयार किया जायेगा। जिसका संचालन राज्य विद्या समीक्षा केन्द्र के अंतर्गत होगा।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज विद्यालयी शिक्षा निदेशालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि लम्बे समय से विभाग से अनुपस्थित एवं दीर्घकालिक अवकाश पर चल रहे शिक्षकों के साथ ही अन्य प्रदेशों में अपनी सेवाएं दे रहे शिक्षकों को छात्रहित में अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की कार्रवाई करें। इसके साथ ही मानसिक एवं शारीरिक रूप से अक्षम शिक्षकों से भी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिये आवेदन करा लिया जाय ताकि उनके स्थान पर नये शिक्षकों की तैनाती कर पठन-पाठन को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
डा. रावत ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षा व्यवस्था को उच्च मापदंडों पर स्थापित करना होगा, इसके लिये विद्या समीक्षा केन्द्र के अंतर्गत मानव संपदा एवं कैरियर काउंसिलिंग पोर्टल तैयार किये जायेंगे, ताकि छात्र-छात्राओं को कैरियर काउंसिलिंग सम्बंधी विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी देने के साथ ही शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कार्मिकों का सम्पूर्ण विवरण पोर्टल पर ऑनलाइन उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुये मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों की विद्यालयों में ऑनलाइन तैनाती, वेतन प्रक्रिया, अवकाश स्वीकृति, एरियर, सेवानिवृत्ति देयकों एवं अनुकम्पा के आधार पर मृतक आश्रितों को नियुक्ति सहित अन्य कार्यों का सम्पादन किया जायेगा।
विभाग के अंतर्गत आईटी सम्बंधी विभिन्न कार्यों के संचालन के लिये एक आईटी सेल का भी गठन किया जायेगा, जिसमें आउटसोर्स के माध्यम से आईटी एक्सपर्ट्स तैनात किये जायेंगे। जो शिक्षा विभाग को आईटी संबंधी कार्यों में हर तरह का सहयोग प्रदान करेंगे। बैठक में विभाग के अंतर्गत प्रदेशभर में चल रहे निर्माण कार्यों एवं नये कार्यों की शुरूआत को लेकर कार्यदायी संस्थाओं के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें दो सप्ताह के भीतर कलस्टर स्कूल एवं पीएम-श्री स्कूलों की डीपीआर एवं ड्राइंग तैयार कर प्रस्तुतिकरण देने को कहा गया। विभागीय मंत्री द्वारा कार्यदायी संस्थाओं को स्पष्ट निर्देश दिये गये कि नये निर्माण कार्यों की डीपीआर समय पर उपलब्ध कराई जाय, जिसमें वहां की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुये सभी जरूरतों का समावेश भी किया जाय। इसके अलावा विद्यालय भवनों के वृहद एवं लघु मरम्मत कार्यों की डीपीआर भी विभाग को समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये ताकि समय पर कार्यदायी संस्थाओं को धनराशि जारी की जा सके।
बृहद सत्यापन अभियान- 40 मकान मालिकों विरुद्ध कोर्ट कार्यवाही, 6487 का सत्यापन
रुद्रप्रयाग, जनपद पुलिस द्वारा वृहद सत्यापन अभियान के तहत अब तक 6,487 बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया गया है, जबकि 40 मकान मालिकों के विरूद्ध कोर्ट कार्यवाही की गयी है।
जनपद में पुलिस द्वाया वृहद सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को पुलिस स्तर से 295 बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया गया। इस दौरान किराये दारों का सत्यापन न कराने वाले कुल 18 मकान मालिकों व ठेकेदारों का चालान कर न्यायालय को रिपोर्ट प्रेषित की गई है। बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन को लेकर जनपद स्तर पर कुल 9 टीमें गठित की गयी हैं, जिनके द्वारा निरन्तर बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया जा रहा है।
कोतवाल रुद्रप्रयाग जयपाल नेगी ने बताया कि जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के स्तर से अब तक 5,685 मजदूर, 375 रेड़ी ठेली वाले, 410 किरायेदार व 44 अन्य व्यक्तियों सहित कुल 6,487 बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया गया है। इस दौरान सत्यापन न कराने वाले ठेकेदार व मकान मालिकों के विरुद्ध भी चालान की कार्यवाही की गयी है। कुल 78 व्यक्तियों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही कर 26 हजार का जुर्माना वसूला गया है व 40 मकान मालिकों के विरुद्ध चालान कार्यवाही कर रिपोर्ट न्यायालय को प्रेषित की गयी है। पुलिस स्तर से वृहद सत्यापन अभियान निरन्तर जारी है।
अगस्त्यमुनी में अब तक 350 से अधिक लोगों का सत्यापन किया जा चुका है। जबकि 10 लोगों के चालान किए गये हैं। पुलिस ने सत्यापन हेतु फिर से दस दिनों का समय दिया है। समयावधि समाप्त होने पर भारी भरकम जुर्माना लगाने की कार्यवाही की जायेगी।
बता दें कि पहाड़ी क्षेत्रों में फेरी, मजदूरी तथा अन्य कार्य करने बाहरी प्रदेशों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। इन लोगों की आड़ में कई असामाजिक तत्व भी इनके साथ आ जाते हैं। जो अपराध कर भाग जाते हैं। उनका नाम पता कुछ भी किसी को नहीं मालूम होता है। जिससे ये अपराध कर बड़ी आसानी से बच निकलते हैं। इस प्रकार की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस सत्यापन की कार्यवाही कर रही है। अगस्त्यमुनि नगर क्षेत्र में थाना प्रभारी सदानन्द पोखरियाल के नेतृत्व में पुलिस ने गम्भीरता से सत्यापन की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी है। मंगलवार सांय से ही थाना प्रभारी स्वयं दुकानों एवं मजदूरों के डेरों पर जाकर सत्यापन की जांच कर रहे हैैं। इस दौरान कई लोगों के चालान भी किए हैं। पुलिस की सख्ती देखकर आज सुबह से ही थाने में सत्यापन करने वालों की भीड़ लगी है। थाने में सत्यापन हेतु अलग से काउण्टर लगाया गया है। थाना प्रभारी सदानन्द पोखरियाल ने बताया कि थाना अन्तर्गत बाहरी लोगों के सत्यापन के लिए सख्ती से अभियान चलाया गया है। उन्होंने सभी दुकान, मकान मालिकों को अपने किरायेदार का सत्यापन आवश्यक रूप से कराने के लिए कहा है। कोई अनहोनी होने से पहले सभी अपने किरायेदार का सत्यापन अवश्य करायें। ऐसा न होने पर भारी भरकम जुर्माने की कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। सत्यापन हेतु मकान मालिक का आधार कार्ड तथा अपने आधार कार्ड के साथ तीन फोटो लाना आवश्यक है। कोई भी बाहरी व्यक्ति बिना सत्यापन के नहीं रह पायेगा।
जिलाधिकारी रीना जोशी ने वनराजि जनजाति के लोगों की सुनी समस्याएं
पिथौरागढ़, जिलाधिकारी रीना जोशी ने विकासखण्ड कनालीछीना के ग्राम कुलेख पहुंचकर ग्राम कुलेख एवं औलतडी में निवासरत वनराजि जनजाति के लोगों की समस्याएं सुनी।
वनराजि जनजाति के लोगों ने ग्राम कुलेख व औलतड़ी में नियमित रूप से पेयजल आपूर्ति न होने, कुछ परिवारों ने शौचालय न होने, कुछ परिवारों ने पक्के आवास न होने, भागीचौरा से औलतड़ी तक साढ़े नौ किलोमीटर सड़क मार्ग का डामरीकरण न होने सम्बन्धी समस्याएं जिलाधिकारी को बतायी। जिस पर जिलाधिकारी ने जल संस्थान एवं पेयजल निगम के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी कनालीछीना को शौचालय एवं पक्के आवास विहीन परिवारों को शौचालय एवं पक्का आवास बनाये जाने सम्बन्धी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को ग्राम कुलेख एवं औलतड़ी के प्रत्येक वनराजि परिवार हेतु सोलर लाइट का प्रस्ताव बनाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को वनराजि परिवार की महिलाओं को सिलाई, बुनाई कढ़ाई, मुर्गी पालन संबंधी व्यवसाय का प्रशिक्षण दिलाये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को क्षेत्र में शिविर लगाकर सरकारी योजनाओं से भी क्षेत्र के लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये।
भागीचौरा से औलतड़ी तक सड़क डामरी के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सड़क मार्ग के डामरीकरण हेतु स्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया है।
इस दौरान जिलाधिकारी ने वनराजि परिवार की महिलाओं एवं पुरुषों को बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने, खुले में शौच न जाने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने गर्भवती महिला विनीता देवी को चिकित्सक की सलाह पर नियमित रूप से दवा सेवन व आवश्यक जांच करवाने सहित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने वनराजि परिवारों को बाल विवाह जैसी कुरीति से भी दूर रहने के लिए भी प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने ग्राम कुलेख स्थित वनराजि परिवारों के आवासीय भवनों का निरीक्षण कर सरकारी योजनाओं के अंतर्गत हुए निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार, खंड विकास अधिकारी कनालीछीना जगदीश प्रसाद आदि उपस्थित थे।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने की विभागीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर समीक्षा बैठक
पीआरडी विभाग की नियमावली में आवश्यक संशोधन के बाद जून माह में ही होगा जीओ जारी
देहरादून, प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने विधानसभा स्थित सभागार में विभागीय अधिकारियों और प्रांतीय रक्षक दल के पदाधिकारियों के साथ पी०आर०डी० एक्ट, नियमावली, पी0आर0डी जवानों से संबंधित पूर्व में हुई बैठकों के बिन्दुओं पर अनुपालन, पी0आर0डी से संबंधित मा० मुख्यमंत्री जी की घोषणा तथा अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर समीक्षा बैठक की। बैठक में विभागीय मंत्री ने अभी तक के विभाग में हुए कार्यो की प्रगति रिपोर्ट जानी। जहां पर अधिकारियों द्वारा मंत्री रेखा आर्या को हर बिंदुओं और उनके पहलुओं से अवगत कराया गया।अधिकारियों द्वारा पीआरडी विभाग की नियमावली के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें आवश्यक संशोधन करते हुए जल्द ही इसी जून माह में इसका जीओ जारी कर दिया जाएगा।
विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारी सरकार ने पीआरडी विभाग में तैनात गर्भवती महिलाओं को मातृत्व अवकाश,जवानों को मानवीय, वित्तीय और शासकीय रूप से अनुमन्य सेवाओं की व्यवस्था,पीआरडी सेवकों को 60 वर्ष तक की नौकरी सहित पीआरडी एक्ट 1948 में संसोधन सहित कई अन्य व्यवस्थाएं की हैं जिसका कि जल्द ही जिओ जारी किया जाएगा,निश्चित ही इन सभी सुविधाओं के लागू होने से हमारे स्वयंसेवकों को भविष्य में लाभ प्राप्त होगा,हमारी सरकार व हमारा युवा कल्याण विभाग पीआरडी जवानों के साथ हर परिस्थितियों में खड़ा है।
साथ ही मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में अभी तब तक पीआरडी एक्ट 1948 लागू था और तब से यही एक्ट उत्तराखंड में चलता हुआ आ रहा था क्योंकि हमारा अपना कोई पीआरडी एक्ट नही था जो आज कैबिनेट के माध्यम से लाया गया है, जिसके तहत अब उत्तराखंड का अपना पीआरडी एक्ट बनने जा रहा है।उन्होंने कहा कि इस एक्ट में हमारे पीआरडी जवानों के लिए ऐसी व्यवस्थाए की गई हैं जिसमे जहां पूर्व में उनका सुरक्षा के दृष्टि से रजिस्ट्रेशन या भर्ती की जाती थी लेकिन अब इसे संसोधित करते हुए उनके विभिन्न प्रकार के कार्य जिसमे टेक्निकल ,चतुर्थ श्रेणी या अन्य विभागों में जहाँ उनकी आवश्यकता हो उन्हें वहां समायोजित किया जाएगा। साथ ही पूर्व में प्रान्तीय रक्षक दल में पंजीकरण हेतु आयु सीमा 18 से 45 वर्ष निर्धारित थी तथा स्वयंसेवक 50 वर्ष की आयु तक कार्य कर सकता था, जिसे वर्तमान में 18 से 42 वर्ष किया जा रहा है तथा हमारे जवानों को 60 वर्ष की आयु तक कार्य करने के अवसर प्राप्त होंगे। वही गर्भवती महिलाओं को भी आने वाले समय मे मातृत्व अवकाश का लाभ मिलेगा।बताते चले कि धामी कैबिनेट में ही एक्ट पारित किया गया है।
इस अवसर पर बैठक में सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री अभिनव कुमार जी,निदेशक खेल एवं युवा कल्याण श्री जितेंद्र सोनकर जी,संयुक्त निदेशक युवा कल्याण श्री अजय अग्रवाल जी,उनिदेशक श्री शक्ति सिंह जी,डिप्टी डायरेक्टर श्री सर्वेन्द्र जयराज जी,एडिशनल सेकेट्री श्री निर्मल कुमार जी,श्रीमती दीप्ति जोशी जी,प्रांतीय रक्षक दल के अध्यक्ष श्री प्रमोद मंद्रवाल जी सहित विभागीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।