Wednesday, May 14, 2025
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कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने विधानसभा क्षेत्र को सड़क, होम-स्टे सहित करोड़ों की योजनाओं की दी सौगात

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पौखडा (पौडी), चौबट्टाखाल विधायक और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान 468.35 लाख की धनराशि की अनेक योजनाओं की सौगात दी।

चौबट्टाखाल विधायक और प्रदेश के मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान विकासखण्ड पोखड़ा को राज्य योजना के अंतर्गत 261.88, लाख की धनराशि की जूनीसेर-बांसई मोटर मार्ग के डामरीकरण और सतपुली में 199.47 लाख की धनराशि से बने होम स्टे, फिशरीज सेंटर और विकासखण्ड एकेश्वर के अंतर्गत चयनित ग्राम पंचायतों मासौ मुसेटा, पबोली, सासौं, पुसोली, मुड़ियाप, डियूल्ड, अंसारी थापला, बग्याली, कुलासू, ईडा, रणस्वा, पांथर, बडेथ और इसौटी के ग्राम प्रधानों को कुल 70 लाख की लागत के कंप्यूटर का वितरण किया।

सतपाल महाराज ने कहा कि 1 वर्ष के अंतराल में क्षेत्र में 78 करोड़ 90 लाख की लागत से 67 किलोमीटर मोटर मार्ग का निर्माण किया गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सिंचाई विभाग के द्वारा बाढ़ सुरक्षा और अन्य कार्यों हेतु 19 करोड़ 81 लाख रुपए से भी अधिक की स्वीकृति दी गई। विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2022-23 में 58 पंचायत घरों की स्वीकृति दी गई। पर्यटन विभाग के अन्तर्गत पर्यटन आवास गृहों हेतु 10 करोड़ 47 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई।
उन्होने बताया कि पम्पिंग पेयजल योजनाओं के निर्माण के लिए 01 अरब 60 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 674 महिला स्वयं सहायता समूहों को 66 लाख 30 हजार रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई। क्षेत्र के विकास के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं अन्य कई प्रकार की पर कार्य चल रहा है।

क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री श्री महाराज ने भ्रमण के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 121 स्यूंसी-बीरोंखाल के बीच निर्माणाधीन कार्यों, कुण्जखाल में बरसुण्ड पम्पिंग पेयजल योजना की प्रगति की जानकारी लेने के साथ-साथ सतपुली नगर में निर्माणाधीन बहुमंजिला शॉपिग कॉम्पलैक्स एवं कार पार्किग का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कोटा महादेव मंदिर में आयोजित महोत्सव के समापन समारोह में भी प्रतिभाग किया।

लोकार्पण के साथ-साथ कोटा महादेव महोत्सव के समापन के दौरान प्रेम सिंह रावत, पुष्कर जोशी, विवेक सजवाण, भाजपा मंडल अध्यक्ष ओमपाल, मुकेश पोखरियाल, ध्यान पाल गुसाईं, प्रेम सिंह नेगी, यशपाल गोरला, बलवंत सिंह, दर्शन सिंह रिगोड़ा, राजेंद्र सिंह, सत्येंद्र ढौडियाल और यशवंत सिंह आदि उपस्थित थे।

 

धर्मस्व मंत्री बोले आस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं, जांच के बाद होगी कार्यवाही

चारधाम तीर्थों को विवाद में डालना ठीक नहीं : महाराज

देहरादून, प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर सोने की प्लेट को लेकर उठे विवाद को देखते हुए सचिव धर्मस्व को उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने के साथ ही इस मामले को अनावश्यक तूल देकर चारधाम के तीर्थों को विवाद में न डालने की बात कही है।

केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर सोने की प्लेट को लेकर उठे विवाद को देखते हुए पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने धर्मस्व सचिव हरीश चंद्र सेमवाल को मामले की
उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने के साथ-साथ कहा है कि केदारनाथ धाम की धार्मिक आस्था, पवित्रता और महत्ता के साथ खिलवाड़ करने वाले को किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जाएगा और शीघ्र ही सच्चाई सबके सामने आएगी, जो कुछ भी भी जांच में आएगा उसके आधार पर ही आगे कार्रवाई की जाएगी।

श्री महाराज ने कहा कि प्रथम दृष्टिया आरोपों को सही नहीं कहा जा सकता। क्योंकि जिस श्रद्धालु ने केदारनाथ मंदिर में सोना और तांबा दान किया है, उसी ने वहाँ पूरा काम भी कराया है। इसलिए किसी प्रकार के गबन या भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है। चूंकि अफवाहें फैलाई जा रही हैं और कुछ लोग सुव्यवस्थित व निर्बाध गति से चल रही चारधाम यात्रा को बदनाम कर बाधित करना चाहते हैं जबकि विपक्ष भी इस मामले को अनावश्यक तूल देने का प्रयास कर राजनीतिक रोटियां सेंक रहा है। इसलिए मैंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि सच सामने लाया जाए और दोषियों को सजा दी जा सके |

दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में तीन दिवसीय माउंटेन फिल्म फेस्टिवल का आयोजन

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देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में दिनांक 23-25 जून तक अपराह्न 2ः30 से 6ः30 बजे तक तीन दिवसीय माउंटेन फिल्म फेस्टिवल आयोजित किया जा रहा है। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र और डॉ. द्विजेन सेन मेमोरियल कला केंद्र व सिनेमामार्ग फिल्म क्लब देहरादून की ओर से यह फेस्टिवल संयुक्त रुप से आयोजित किया जा रहा है।
उत्तराखंड में फीचर फिल्मों को दिखाने का यह अपनी तरह का पहला फेस्टिवल है। इस फेस्टिवल में भारत और बाहर के देशों के पर्वतीय परिवेश पर बनी फीचर फिल्मों, वृत्तचित्रों और एनिमेशन शॉर्ट्स को प्रदर्शित किया जायेगा। फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित की जाने वाली सभी फिल्मों का प्रवेश निशुल्क रखा गया है।

प्रथम दिवस में फिल्म निर्देशक यूसुफ सईद द्वारा उत्सव में दर्शकों का स्वागत और परिचय उसके पश्चात अपराह्न 2.30 बजे फिल्म ‘दायें या या बायें‘, निर्देशक बेला नेगी, जो रमेश मजीला के जीवन के बारे में एक नाटक फिल्म है। वह दूरदराज के एक पहाड़ी गांव में स्कूली शिक्षक है। उसने एक लक्जरी कार जीती होती है जो उसे एक अप्रत्याशित यात्रा पर ले जाती है। शाम 5ः00 बजे ‘केसर सागा‘, निर्देशक, इफ्फत फातिमा, केसर सागा दरअसल लद्दाख के हिमालयी क्षेत्र में केसर नाम से प्राचीन तिब्बती कहानी कहने की एक परंपरा के बारे में है।
द्वितीय दिवस में ‘पिन्टी का साबुन‘, निर्देशक, प्रमोद पाठक, पिंटी का साबुन इसी नाम के उपन्यास पर आधारित, उत्तराखंड के एक गाँव में रहने वाले एक 12 साल के लापरवाह लड़के ललित की कहानी है, जिसने कभी साबुन नहीं देखा। वहीं अपराह्न 3ः50 बजे ‘सम थिंग‘,निर्देशक, ऐलेना वाॅल्फ (जर्मनी), यह एक एनिमेटेड लघु फिल्म है जो तीन विशाल बड़े पहाड़ों के बारे में है जहां तेल, सोना और आग, और एक छोटा सा पहाड़ है। इसके पश्चात अपराह्न 4ः15 ‘स्प्रिंग,समर. फाॅल, विन्टर एण्ड स्प्रिंग‘, निर्देशक, किम की-डुक (दक्षिण कोरिया), यह फिल्म एक लड़के के बारे में है जो एक बौद्ध भिक्षु द्वारा एकान्त जगह में तैरते मंदिर में पली-बढ़ा है, जहां साल मौसम की तरह व्यतीत होते हैं,।

तृतीय दिवस याने 25 जून को अपराह्न 2ः30 ‘बिट्टू‘, निर्देशक, करिश्मा देव दुबे, यह दो लड़कियों के बीच घनिष्ठ मित्रता के बारे में एक ऑस्कर शॉर्ट-लिस्टेड फिल्म है अपराह्न 2ः50 बजे ‘किनाबुही‘, निर्देशक, डैनी कुक (फिलीपींस), फिलिपिनो नारियल किसानों पर आधारित एक फिल्म है जो औद्योगिक कृषि से शोषित जीवन जीने के लिए संघर्ष कर रही है तथा टाइफून हैयान जैसी आपदाओं से अपंग सी हो गई है, अपराह्न 3ः10 ‘एन आॅब्जेक्ट एट रेस्ट,‘ निर्देशक सेठ बॉयडेन (यूएसए), एक एनिमेटेड लघु फिल्म जो अपने सबसे बड़े विरोधी मानव सभ्यता का का सामना कर रही है। वहीं 3.30 बजे ‘हो गई है पीर पर्वत सी‘, निर्देशक, सुब्रत कुमार साहू, सतलुज नदी घाटी में जलविद्युत विकास योजना के प्रभावों पर एक सशक्त वृत्तचित्र फिल्म, जिसमें हिमालय में भारी आपदा के दृश्य शामिल हैं। इसके साथ ही फिल्म निर्देशकों के साथ सवाल-जवाब भी होगा | अन्त में फिल्म प्रशंसा पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र का वितरण भी किया जायेगा।

खास खबर : एचएनबी गढ़वाल विवि ने डीएवी, डीबीएस समेत 10 महाविद्यालयों से तोड़ा नाता, अधर में छात्रों का भविष्य

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देहरादून, ग्रेजुएशन-पीजी में नए अकादमिक सत्र के दाखिलों की तैयारियों के बीच हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय ने अपने 10 अशासकीय डिग्री कॉलेजों को इसी सत्र से असंबद्ध (डिएफिलिएट) कर दिया है। विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की बैठक में ये निर्णय हुआ, जिसकी सूचना केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार को भेज दी गई है। पुराने छात्र अभी विवि का हिस्सा बने रहेंगे। लंबे समय से इन अशासकीय डिग्री कॉलेजों को गढ़वाल विवि से असंबद्ध करने की कवायद चल रही थी। पिछले दिनों राज्य सरकार ने ये कहते हुए वेतन देने से इन्कार कर दिया था कि केंद्रीय विवि के कॉलेजों को वह अनुदान क्यों दें ? मामले ने तूल पकड़ा। इस बीच हाईकोर्ट में भाजपा नेता रविंद्र जुगरान ने याचिका भी दायर की थी, जिस पर हाईकोर्ट ने केंद्र व राज्य सरकार को निर्णय लेने को कहा था। दोनों ने इस मसले पर बातचीत की और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक पत्र गढ़वाल विवि को भेजकर पूछा था कि इन कॉलेजों को कब से असंबद्ध कर सकते हैं। नए सत्र के दाखिले सिर पर हैं। कॉलेजों को पता ही नहीं है कि वह किस विश्वविद्यालय के लिए दाखिले करेंगे। इस मसले पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक पत्र गढ़वाल विवि को भेजकर पूछा था कि इन कॉलेजों को कब से असंबद्ध कर सकते हैं। मामले में कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की अध्यक्षता में हुई परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया, जिसके मिनट्स विवि ने जारी किए हैं।

प्रथम सेमेस्टर के दाखिले गढ़वाल विवि में मान्य नहीं होंगे :

सत्र 2023-24 से ही सभी 10 कॉलेज विवि से असंबद्ध होंगे। इन कॉलेजों को विवि ने एक जुलाई 2012 से 30 जून 2023 तक संबद्धता दी हुई थी। इसकी जानकारी राज्य व केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पत्र से भेज दी गई है, ताकि वह अपने स्तर से आगे की कार्रवाई कर सकें | कार्यकारी परिषद ने ये भी निर्णय लिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपने सभी संबद्ध और असंबद्ध कॉलेजों की सूचना वेबसाइट पर जारी करेगा। इन 10 कॉलेजों में जो छात्र पहले से पढ़ रहे हैं, वे विश्वविद्यालय से ही परीक्षाएं देकर डिग्री लेंगे। प्रथम सेमेस्टर के दाखिले गढ़वाल विवि में मान्य नहीं होंगे।

असंबद्ध होने वाले कॉलेज :

1. डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून

2. डीबीएस पीजी कॉलेज, देहरादून

3. एसजीआरआर पीजी कॉलेज, देहरादून

4. एमकेपी पीजी कॉलेज, देहरादून

5. डीडब्ल्यूटी कॉलेज, देहरादून

6. एमपीजी पीजी कॉलेज, मसूरी

7. महिला विद्यालय डिग्री कॉलेज, सतीकुंड, कनखल, हरिद्वार

8. चिन्मय डिग्री कॉलेज, बीएचईएल, रानीपुर, हरिद्वार

9. बीएसएम कॉलेज, रुड़की, हरिद्वार

10. राठ महाविद्यालय, पैठाणी, पौड़ी

भ्रम की स्थिति तुरंत दूर करें : डा. अग्रवाल

ऑल इंडिया अन एडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने कहा कि गढ़वाल विवि ने 10 एडेड कॉलेजों को वर्तमान सत्र 2023- 24 से असंबद्ध करने का प्रस्ताव पास करना समझ से परे है। अगर कॉलेजों को असंबद्ध करना ही था तो इसके लिए उपयुक्त समय होना चाहिए था। अब जबकि इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों ने सीयूईटी परीक्षा दे दी है, प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं, ऐसे में इस उनके भविष्य से खिलवाड़ नहीं कर सकते। अगर ये कॉलेज श्रीदेव सुमन विवि से संबद्धता लेंगे तो समर्थ पोर्टल की अंतिम तिथि 24 होने की वजह से यहां भी छात्र वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विवि के एक्ट में ये प्रावधान है कि सभी कॉलेजों की संबद्धता यथावत रहेगी। सत्र शुरू होने के इस समय में असंबद्धता पर गढ़वाल विवि, राज्य सरकार, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को तुरंत स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

सड़क हादसा : 500 मीटर गहरी खाई में गिरी बोलेरो, नौ की मौत और दो घायल

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पिथौरागढ़, जनपद से एक बडे सड़क हादसे में यात्रियों से भरी बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त होकर 500 मीटर गहरी खाई में गिर गई। नौ लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो लोग घायल हो गए हैं। पुलिस मौके के लिए रवाना हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, बागेश्वर जिले के सामा से होकरा जा रही एक बोलेरो कार दुर्घटनाग्रस्त होकर 500 मीटर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं। दो लोग घायल बताए जा रहे हैं। सूचना मिलने के बाद नाचनी थाने से थानाध्यक्ष चंदन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके के लिए रवाना हो गए हैं। तेजम अस्पताल से एंबुलेंस मौके पर भेजी गई है। बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार हुए लोग बोलेरो कार से होकरा मंदिर में पूजा के लिए जा रहे थे। बताया जाता है कि जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां पर सड़क बेहद खराब स्थिति में है।

गिरे चांदी के भाव, 70 हजार के करीब आए दाम, बढ़ गए सोने के रेट

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नईदिल्ली। सोने के वायदा भाव की शुरुआत आज तेजी के साथ हुई, जबकि चांदी के वायदा भाव गिरावट के साथ खुले। चांदी के वायदा भाव 70 हजार रुपये से ऊपर, जबकि सोने के वायदा भाव 59 हजार रुपये से नीचे कारोबार कर रहे हैं। मंगलवार को चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी।
मंगलवार को चांदी के वायदा भाव में बड़ी गिरावट के बाद आज भी इसके वायदा भाव में सुस्ती देखी जा रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी का बेंचमार्क जुलाई कॉन्ट्रैक्ट 40 रुपये की गिरावट के साथ 70,347 रुपये के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह 92 रुपये की गिरावट के साथ 70,295 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 70,419 रुपये के भाव पर दिन का उच्च और 70,302 रुपये किलो के भाव पर दिन का निचला स्तर छू लिया। मंगलवार को चांदी के वायदा भाव में करीब 2000 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी। पिछले महीने चांदी के वायदा भाव 78 हजार रुपये किलो को पार कर सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए थे।
एमसीएक्स पर सोने का बेंचमार्क अगस्त कॉन्ट्रैक्ट 15 रुपये की तेजी के साथ 58,824 रुपये के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 32 रुपये की तेजी के साथ 58,841 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 58,865 रुपये के भाव पर दिन का उच्च स्तर और 58,776 रुपये के भाव पर निचला स्तर छू लिया। पिछले महीने इस कॉन्ट्रैक्ट ने 61,845 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर सर्वोच्च स्तर छू लिया था।

‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा योग में ही समाहित : डॉ.विजय धस्माना

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‘एसआरएचयू में 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विभन्न कार्यक्रम आयोजित’

‘योगमय हुआ जौलीग्रांट स्थित स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय’

देहरादून(डोईवाला), 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में वसुधैव कुटुंबकम की थीम पर स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विश्वविद्लाय के सेंट्रल पार्क में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राएं, फैकल्टी व स्टाफ ने संयुक्त रुप से योगाभ्यास किया।

कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थापक डॉ.स्वामी राम के चित्र समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया। कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि योग किसी के एक व्यक्ति विशेष के लिए नहीं, बल्कि योग पूरी मानवता के लिए है। भय, मानसिक अवसाद, उदासीनता के बीच स्वस्थ मन के साथ कैसे रहें योग यह बताता है। स्वस्थ जीवन के लिए हम योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और दूसरों को भी योग करने के लिए प्रेरित करेंI
डॉ.प्रकाश केशवया ने योग सत्र के दौरान लोगों को पंचकोश व प्राण योग विषय के संबंध में जानकारी दी। हिमालयन स्कूल ऑफ योगा साइंसेज (एचएसवाईएस) के छात्र-छात्राओं ने योग आसनों का डेमो प्रस्तुत किया गया।

प्रिसिंपल डॉ.अजय दुबे ने मौजूद सभी लोगों को योगा प्रोटोकोल का अभ्यास कराया। आखिर में प्रसाद वितरण किया। इसके अलावा विश्वविद्यालय के ही ग्राम तोली, पौड़ी गढ़वाल स्थित हिल कैंपस गौरी हिमालयन स्कूल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (जीएचएसएसटी) में योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम का संचालन गरिमा कपूर ने किया। इस दौरान डॉ.विजेंद्र चौहान, कुलसचिव डॉ. सुशीला शर्मा, डॉ.अशोक देवराड़ी आदि मौजूद रहे।May be an image of 3 people and people practicing yoga

80 फीसदी बिमारियां मन के विकार से उत्पन्न :

कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि साल 1968 में गुरूदेव डॉ.स्वामी राम ने कहा था कि 80 फीसदी शारीरिक बिमारियां मन के विकार से उत्पन्न से होती हैं। मन को संयमित करने के लिए ध्यान जरूरी है। ध्यान के माध्यम से इन बिमारियों पर काबू पाया जा सकता है। वर्तमान में अत्याधुनिक मेडिकल साइंस भी यही बात कह रहा है।

शरीर और मन के बीच की कड़ी है श्वास :

कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि शरीर और मन के बीच की कड़ी है श्वास। स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है मन का शांत होना। मन को शांत करने के लिए जरूरी है ध्यान। मन के शांत होने से सकारात्मक ऊर्जा हमारे भीतर रहेगी। ध्यान करने में समय जरूर लगता है, लेकिन बेहद आसान है। रोजाना दो बार जरूर ध्यान करें।

ध्यान करने से हैं यह फायदा:

-योग करने से शारीरिक शांत मिलती है।
-ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम को शांत करता है।
-मन में तनाव को भी कम करता है ध्यान
-रोग-प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करता है ध्यान।
-ध्यान करने से हमारी सोच की क्षमता विकसित होती है।

देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में रहा योग का जोर : शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मियों ने बढ़-चढ़ कर लिया हिस्सा

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देहरादून, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मियों ने सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया | दून के मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में बुधवार को 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया, जिसमें शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मियों ने बढ़ -चढ़ कर हिस्सा लिया |May be an image of 17 people and people practicing yoga
इस दौरान कपाल भाति, भ्रामरी, अनुलोम विलोम, सूर्य नमस्कार सहित योग के विभिन्न आसन जैसे ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, वृक्षासन, योग मुद्रासन, उत्तानपाद आसन आदि किये गए | विश्वविद्यालय में योग कार्यशाला “वसुधैव कुटुंबकम हेतु योग” विषय के अंतर्गत आयोजित की गयी, जिसमें विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. प्रीति कोठियाल ने स्वस्थ शरीर, एकाग्रचित मन और आध्यात्मिकता के लिए योग को जीवन में आवश्यक रूप से सम्मिलित करने पर ज़ोर दिया ताकि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के हितों की पूर्ति संभव हो सके| योग प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में सात्विक आहार वितरित किया गया| कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल की देखरेख में संपन्न हुआ |
इस दौरान उपकुलपति डॉ. आरके त्रिपाठी, रजिस्ट्रार डॉ पंकज राणा, योग प्रशिक्षक व शिक्षक नीलम सिंह आदि उपस्थित रहे |

स्वास्थ्य चिंतन शिविर के दौरान प्रस्तावित गंगा आरती इवेंट को लेकर हुई समीक्षा बैठक

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ऋषिकेश, उत्तराखंड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के स्वास्थ्य चिंतन शिविर के दौरान इसमें शामिल होने वाले अतिथियों द्वारा 16 जुलाई 2023 को परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में प्रस्तावित गंगा आरती इवेंट में प्रतिभाग किया जाना प्रस्तावित है। जिसके मद्देनजर गंगा आरती इवेंट के प्रबंधन और इसकी पूर्व तैयारियों के संबंध में परमार्थ निकेतन प्रबंधक, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा परमार्थ निकेतन में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

समीक्षा बैठक के दौरान सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. आर राजेश कुमार, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, परमार्थ निकेतन प्रमुख चिदानंद सरस्वती जी महाराज तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा आगामी 16 जुलाई को प्रस्तावित गंगा आरती इवेंट को सुगमता से, भव्यता से और व्यवस्थित तरीके से संपादित करवाने के संबंध में वार्तालाप की गई। वार्तालाप में चर्चा की गई कि गंगा आरती के आयोजन को सात्विक, नैसर्गिक और हिमालयन की थीम पर आधारित संपादित करवाए जाना चाहिए। इस संबंध में विभिन्न कार्य के संपादन से संबंधित दिशा निर्देश दिए गए और चर्चा की गई। गौरतलब हो कि 14 जुलाई से 16 जुलाई 2023 तक स्वास्थ्य चिंतन शिविर का आयोजन ॠषिकेश में किया जाना है |

इस दौरान अपर सचिव (अतिरिक्त मिशन निदेशक स्वास्थ्य मिशन) अमनदीप कौर, डॉ. अजय कुमार नगरकर, डा. तुहिन कुमार, डॉ. अमित शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार आदि उपस्थित थे।

डीपीएस रानीपुर के विद्यार्थियों ने हरकी पौड़ी पर मनाया योग दिवस हजारों यात्रियों को दिया योग एवं साधना का संदेश

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हरिद्वार ( कुलभूषण ), योग दिवस के उपलक्ष्य में दिल्ली पब्लिक स्कूल के 300 से अधिक बच्चों एवं शिक्षकों ने श्री गंगा सभा हरिद्वार, जिला प्रशासन हरिद्वार एवं डीपीएस रानीपुर के सम्मलित प्रयासों से पतित पावनी माँ गंगा के सानिध्य में पवित्र हरकी पौड़ी घण्टाघर घाट पर योग साधना करते हुए हजारों यात्रियों को योग के प्रति जागरूक किया।

इस अवसर पर डीपीएस रानीपुर प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने श्री गंगा सभा हरिद्वार, हरिद्वार प्रशासन के पदाधिकारियों एवं संयोजन मण्डल के सदस्यों का मंच के माध्यम से आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत नित नए आयाम स्थापित कर रहा है चाहे वो योग हो स्वच्छता हो तकनीक हो, प्रेम और सौहार्द हो। इस बार योग की थीम वसुधैव कुटम्बकम को चरितार्थ करते हमारे डीपीएस रानीपुर के बच्चे मां गंगा के समझ योग करते हुए सभी को यही संदेश दे रहे है कि केवल भारत ही नही पूरा विश्व हमारा परिवार है और इस गंगा घाट पर हम अपने परिवार के साथ योग उत्सव मानते हुए विविधता में एकता का संदेश भी दे रहे है। डॉ0 जग्गा ने सभी को योग दिवस के इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी।

योग उत्सव का आयोजन जिला स्तरीय योग चैम्पियनशिप का आयोजन

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स्वास्थ्य संवर्धन हेतु योग की भूमिका अहम – प्रो बत्रा
बाल वर्ग में सिद्धार्थ गौतम को प्रथम , वंश गुप्ता एवं शिवम को संयुक्त रूप से द्वितीय तथा राजकीय विद्यालय जमालपुर से आरती को तृतीय
युवा वर्ग में एस एम जे एन कालेज की मानसी वर्मा को प्रथम, एच ई सी से हिमानी को द्वितीय तथा एस एम जे एन कॉलेज की कुमकुम जैन को तृतीय स्थान पर रही
हरिद्वार ( कुलभूषण ) एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा दो दिवसीय योग उत्सव का आयोजन आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर समापन किया गया। योग दिवस की पूर्व संध्या पर योग उत्सव के प्रथम दिन जिला स्तरीय योग आसन चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। जिसमे जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से 28 प्रतिभागियों ने निर्णायक मंडल के समक्ष अपने योग आसनों का प्रदर्शन किया। यह चैंपियनशिप बाल वर्ग तथा युवा वर्ग दो चरणों में आयोजित की गई। योगी श्री रजनीश , योगाचार्य ओम आरोग्य योग मंदिर, योगाचार्या श्रीमती रेणु आर्य तथा हिमांशी ने निर्णायक मंडल की भूमिका निर्वहन करते हुए प्रतिभागियों में से अलग अलग वर्ग में तीन विजेताओं का चयन किया। बाल वर्ग में धूम सिंह मेमोरियल स्कूल से सिद्धार्थ गौतम को प्रथम पुरस्कार, उद्देश्वर पब्लिक स्कूल से वंश गुप्ता एवं शिवम को संयुक्त रूप से द्वितीय तथा राजकीय विद्यालय जमालपुर से आरती को तृतीय पुरस्कार मिला। जबकि युवा वर्ग में एस एम जे एन पी जी कॉलेज से मानसी वर्मा को प्रथम, एच ई सी से हिमानी को द्वितीय तथा एस एम जे एन पी जी कॉलेज से कुमकुम जैन को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। आज योग उत्सव के दूसरे दिन महाविद्यालय प्रांगण में शिक्षको, कर्मचारियों तथा छात्र छात्राओं द्वारा योग अभ्यास द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को उत्साह से मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र गौरव बंसल दिया योग अभ्यास कराया गया। महाविद्यालय द्वारा आयोजित योग उत्सव के अवसर पर प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा ने युवाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि सभी को अपने जीवन में योग को अपनाना चाहिए क्योंकि योग ही स्वास्थ्य संवर्धन का सबसे महत्वपूर्ण साधन हैं। डॉ बत्रा ने वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा के निहितार्थ सर्व जन हिताय की सनातन संस्कृति को विस्तार से समझाया। आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ संजय कुमार माहेश्वरी ने सभी विजयी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संयोजन मुख्य रूप से डॉ अमिता मल्होत्रा, डॉ सुगंधा वर्मा तथा गौरव बंसल ने किया। इस अवसर पर प्रो जे सी आर्य, श्री विनय थपलियाल, डॉ लता शर्मा, डॉ मोना शर्मा, डॉ रेणु शर्मा, डॉ मीनाक्षी शर्मा, डॉ रिचा मिनोचा, डॉ पल्लवी, दिव्यांश, डॉ रश्मि डोभाल, डॉ पद्मावती तनेजा, डॉ सरोज शर्मा, श्री मोहन चंद्र पांडेय, श्री होशियार सिंह चौहान आदि उपस्थित रहें