Wednesday, May 14, 2025
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होमगार्ड भी लेंगे पिस्टल चलाने का प्रशिक्षण, जुलाई के प्रथम सप्ताह से शुरू होगा 21 दिनों का प्रशिक्षण

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देहरादून, होमगार्ड स्वयंसेवक पिस्टल प्रशिक्षण एवं फायरिंग अभ्यास केंद्रीय संस्थान थानों,रायपुर देहरादून में प्राप्त करेंगे। इस संबंध में सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। जुलाई 2023 के प्रथम सप्ताह से 21 दिनों का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, इसमें प्रत्येक जवान 9 एमएम पिस्टल के संबंध में जानकारी, उसका रखरखाव, शस्त्र से संबंधित सावधानियां एवं फायरिंग अभ्यास कराया जाएगा। प्रत्येक जवान से 25 राउंड फायरिंग प्रशिक्षण कराया जाना प्रस्तावित है। उत्तराखंड शासन की अनुमति के उपरांत विभाग में 100 9mm पिस्टल एवं 10000 राउंड्स क्रय किये गए हैं।
कमांडेंट जनरल होमगार्डस केवल खुराना के निर्देशन में लगातार जवानों को आधुनिक बनाए के उद्देश्य से प्रशिक्षण प्रारंभ किया जा रहा है। वर्ष 2022 के सत्र में होमगार्ड स्वयं सेवकों को 7.62 एमएम एसएलआर चलाने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। उन्हीं एसएलआर प्रशिक्षित जवानों में से 50 होमगार्ड स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
प्रथम चरण में 45 वर्ष की आयु से कम उम्र के जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल एवं उधम सिंह नगर के 50 होमगार्ड स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

21 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए निर्धारित समय सारणी जारी की जा रही हैं। प्रत्येक दिवस का 10 घंटे का प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी किया गया है। प्रशिक्षण प्रातः 4:00 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 10:00 बजे तक निर्धारित किया गया है, इस दौरान परेड से लेकर आंतरिक, तथा वाह्य कक्षाएं, विश्राम के साथ मनोरंजन की व्यवस्था भी होगी। किसी भी प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण के दौरान संस्थान छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों को ड्यूटी भत्ते के समान धनराशि प्रदान की जाएगी।
होमगार्ड स्वयंसेवकों को अब तक थाना चौकियों के साथ सरकारी दफ्तरों में सामान्य सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाती रही है। एसएलआर तथा 9mm पिस्टल के साथ शिक्षण के उपरांत होमगार्ड स्वयंसेवक को हम जिम्मेदारियां भी दिए जाने और प्रस्तावित है, जिसमें संत्री ड्यूटी एस्कॉर्ट ड्यूटी आदि शामिल है।

बीएसईएस ने बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए की सतर्क रहने की अपील

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नई दिल्ली । बीएसईएस ने कहा कि सरल सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करके बीएसईएस और उसके उपभोक्ता मिलकर इस मानसून के सीजन में खुद को होनेे वाली घटनाओं से सुरक्षित कर सकते हैं।
मानसून के दौरान आ रही परेशनियों को लेकर बीएसईएस की ओर से एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि मानसून में जल-जमाव, तेज़ हवाओं के कारण पेड़ उखड़ जाना, और डालें गिरने जैसी कुछ समस्याएं हैं जिससे बिजली के उपकरणों को नुकसान पहुंचता है जिसके परिणामस्वरूप बिजली गुल हो जाती है।
इसी के चलते एहतियात के तौर पर प्रभावित क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बंद करना भी आवश्यक हो जाता है। बीएसईएस के एक अधिकारी ने कहा, हम अपने 48 लाख से अधिक उपभोक्ताओं और दो करोड़ से अधिक निवासियों को बारिश के मौसम के दौरान सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय देने के लिए तैयार हैं। इसमें उपभोक्ता बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
सरल सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करके इस मानसून में होने वाली घटनाओं से बचा जा सकता है।
इसको लेकर बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) और बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) हर संभव उपाय कर रहे हैं।
बताया गया कि बीएसईएस डिस्कॉम व्यापक निवारक रखरखाव को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं। ग्रिड और पैनलों में नमी के संचय को कम करने के लिए सक्रिय उपाय किए जा रहे हैं।
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बिना दस्तावेज जांच के दे दी राशन की दुकान 

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■ नारायण सिंह रावत
सितारगंज। खाद्य आपूर्ति विभाग में दुकानों के आवंटन में खूब मनमानी चल रही है। विभाग ने बिना दस्तावेज जांचे शक्तिफार्म के ग्राम सुरेंद्र नगर की कोटे की दुकान आवंटित कर दी। इतना ही नहीं आसपास के दो और गांव में की निरस्त दुकानों को भी उसी कोटे की दुकान से अटैच कर दिया गया।
अवैध दुकान से अटैच कर दी और 2 कोटे की दुकान
                                 सितारगंज के शक्तिफार्म क्षेत्र के ग्राम सुरेंद्र नगर विमल मिस्त्री के नाम से सस्ते गल्ले की दुकान का आवंटन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा किया गया है। दुकान के संबंध में मार्च 2023 में सूचना के अधिकार के तहत विभाग से सूचना मांगी गई थी।इसमें पूछा गया था दुकान के आवंटन के समय कौन कौन से दस्तावेज लगाए गए हैं। इस पर विभाग में किसी प्रकार के दस्तावेज जमा होने से इंकार कर दिया था। यह भी पूछा गया था कि सुरेंद्र नगर की दुकान से और कौन-कौन कोटे अटैच किए गए हैं। इस पर विभाग ने बताया कि सुरेंद्र नगर के कोटे की दुकान से ग्राम निर्मल नगर के दो और कोठे अटैच किए गए हैं।अब सवाल उठता है कि क्या खाद्य आपूर्ति विभाग ने बिना जांच पड़ताल के ही कोटे की दुकान का आवंटन कर दिया था था।क्या दुकान आवंटन के समय सुरेंद्र नगर नगर के कोटेदार से कागजात नहीं लिए गए।फर्जी दुकान चलाने वाले के पास दो और दुकाने कैसे अटैच कर दी गई। दोनों दुकानों को अटैच करते समय जांच पड़ताल क्यों नही की गई। इस मामले में डीएसओ विपिन कुमार ने बताया की मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसी कोई बात है तो मामले की जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी। अगर दुकान फर्जी तरीके से ली गई है उसको निरस्त कर दोबारा आवंटन किया जाएगा।
   पहले भी लग चुका है भ्रष्टाचार का आरोप         
 सुरेंद्र नगर के दुकानदार पर पहले भी भ्रष्टाचार और राशन की काला बाजारी के आरोप लग चुके हैं। ग्रामीणों ने दुकानदार के खिलाफ जमकर हंगामा किया था। इस पर विभाग ने दुकान को निलंबित कर दिया था। बाद में चुपके से अधिकारियों ने दुकान बहाल कर दी थी।

‘मंत्री बोले, 03 जुलाई को सैन्यधाम आऐंगे राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री धामी भी होंगे शामिल’

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देहरादून , रविवार को सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह से शिष्टाचार भेंट कर उन्हें 03 जुलाई को सैन्यधाम में होने वाले कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया।
राज्यपाल से मुलाकात के उपरान्त मंत्री ने बताया कि आगामी 03 जुलाई को सैन्यधाम में अमर जवान ज्योति का निर्माण प्रारम्भ होगा, जहां प्रदेश के अमर शहीदों के आंगन से एकत्रित की गयी पवित्र मिट्टी को सैन्यधाम में प्रतिस्थापित किया जायेगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल और मुख्यमंत्री होंगे तथा वीर नारियां और उनके परिजन भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया यह कार्यक्रम 03 जुलाई को 10 बजे प्रारम्भ होगा।
मंत्री ने हरिद्वार के रुड़की में स्थापित जीवामृत आर्गेनिक फूड एफपीओ में निर्मित शक्कर, खांड़ और सिरका भेंट किया। विदित हो कि पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जीवामृत आर्गेनिक फूड एफपीओ के कर्मचारियों के साथ वार्तालाभ किया था।

 

आपातकाल दिवस की बरसी पर भाजपा ने आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन : कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया संबोधित

ऋषिकेश, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी रविवार को नगर निगम सभागार ऋषिकेश पहुंचें। जहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी, ऋषिकेश द्वारा आयोजित आपातकाल दिवस की बरसी पर आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन के प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रबुद्धजनों एवं लोकतंत्र सैनानियों के परिवारजनों को भी शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर काबीना मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा आज के ही दिन (25 जून 1975 ) में इंदिरा गांधी सरकार ने देश में आपातकाल लगाकर देश के लोकतंत्र को कुचलने का काम किया था। नेताओं को जेल में डाल दिया गया। संवैधानिक शक्तियों को ही समाप्त कर दिया गया था।आपातकाल 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल लगा था। मंत्री ने कहा स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादास्पद काल था। आपातकाल में जनता के मौलिक अधिकार स्थगित थे। मीडिया पर भी अंकुश लगा दिया गया था। विरोधी दल के अधिकांश नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसमें गिरफ्तार व्यक्ति को पेशी और जमानत का अधिकार नहीं था, इसके अलावा परिवार नियोजन के नाम पर लोगों की जबरन नसबंदी जैसे अत्याचार भी इस दौरान हुए थे।
उन्होंने कहा इतना ही नहीं इसमें एक फैसला और था कि संसद और विधानसभा का कार्यकाल 6 साल करने का उन्होंने कहा आपको जानकर हैरानी होगी कि इंदिरा गांधी का यह फैसला 2019 तक जिस राज्य में लागू रहा, वो जम्मू-कश्मीर था। मंत्री ने कहा ये दिन याद दिलाता है, कि किस तरह कांग्रेस सरकार ने दमनकारी नीति के तहत लोगों में डर पैदा किया और अपनी सरकार बचाने के लिए मनमानी की। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा साल 2019 में मोदी सरकार के एक अहम फैसले से आपातकाल से चली आ रही परंपरा का आखिरकार अंत हुआ। उन्होंने कहा मोदी सरकार ने भले ही विपक्ष की आलोचना सही और जम्मू-कश्मीर के नेताओं के गुस्से का भी सामना किया लेकिन 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की कड़ी कोशिश के बाद आखिरकार जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के साथ ही राज्य की विधानसभा का कार्यकाल पांच साल का हो गया। इसलिए इस दिन को भाजपा काले दिवस के रूप में मना रही है। इसके साथ ही भाजपा लोकतंत्र के उन प्रहरियों को भी याद कर रही है, जिन्हें आपातकाल के दौरान जेलों में डाल दिया गया था।

इन लोगों को किया गया सम्मानित :

लोकतंत्र सेनानी स्व. ज्ञान सिंह नेगी के परिवार से उनके पुत्र दीपक नेगी, स्व. डॉ. सुरेश चंद्र शर्मा के सुपुत्र बृजेश चंद्र शर्मा, लाला इंद्रसेन अग्रवाल की पुत्रवधू शोभा रानी, प्रदीप अग्रवाल की धर्मपत्नी उषा रानी, शेर सिंह राणा, मनोहर सिंह रावत, घनश्याम बिरला, बिहारीलाल, आदि लोगो को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मेयर अनीता ममगाईं, जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा, महा जनसंपर्क अभियान जिला संयोजक दीपक धमीजा, गोविंद अग्रवाल, विनय उनियाल, बृजेश चंद्र शर्मा, पूर्व राज्य मंत्री संदीप गुप्ता,पूर्व राज्य मंत्री कृष्ण कुमार सिंघल, मंडल अध्यक्ष दिनेश पयाल, सुरेंद्र सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे।

 

 

जनपद में धूमधाम से मनाया जाएगा 19 कुमाऊं रेजिमेंट का स्थापना दिवस समारोह

पिथौरागढ़, आगामी 1 जुलाई को 19 कुमाऊं रेजीमेंट का 45वां स्थापना दिवस जनपद पिथौरागढ़ पर 19 कुमाऊं के पूर्व सैनिकों द्वारा धूमधाम से मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम को लेकर आज एक बैठक का आयोजन किया गया।

19 कुमाऊं रेजीमेंट देश के सर्वश्रेष्ठ रेजिमेंट में से एक है जो अपने छोटे से कार्यकाल पर 5 बार यूनिट प्रशंसा पत्र तथा एक बार विदेश सेवा से भी सम्मानित है।
इस बार भी यह स्थापना दिवस जहां सामाजिक दायित्व की थीम के साथ मनाया जाएगा जिस पर अनाथ बच्चों हेतु सहायता के साथ-साथ शहीदों को याद कर वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जाएगा। समारोह को 19 गांव के पूर्व सैनिकों के साथ धूमधाम से आयोजित किया जाएगा, जिस पर जनपद के 19 कुमाऊं परिवार के सभी पूर्व सैनिकों से उपस्थित होने की बात कही गई।

आज इस बैठक पर सूबेदार मेजर प्रह्लाद सिंह, सु मेजर उमेद सिंह, कैप्टन रामदत्त सेना मेडल, कैप्टन नवीन गिरी, सु मेजर दान सिंह, कै खड़क सिंह, पूर्व सैनिक महेंद्र सिंह, प्रदीप सिंह, जीवन चंद्र, अनिल थवाल, दान सिंह आदि मौजूद रहे।

करोड़ों की सरकारी जमीन बेचने का मामला, चार के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल

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देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य बनते ही जमीन की खरीद फरोख्त में तेजी आयी है, लेकिन इस दौरान जमीन के इस खेल में भूमाफियाओं की सरकारी जमीनों पर गिद्द दृष्टि लगी रही जिसके कारण आये दिन जमीन खरीद फरोख्त की धोखा धड़ी के मामले समाचार पत्रों की सुर्खियां बन जाते हैं, ऐसा ही एक मामला सामने आया जहां दून के जाखन में कोचर कालोनी से लगी करोड़ों की सरकारी जमीन बेचने के मामले में विजिलेंस ने होटल मधुबन के प्रबंध निदेशक सतपाल कोचर, उसकी पत्नी कृष्णा कोचर, सेवानिवृत्त लेखपाल तहसील सदर खुशाल सिंह राणा और सेवानिवृत्त लेखपाल एमडीडीए राजेंद्र डबराल के विरुद्ध आरोपपत्र विजिलेंस कोर्ट में दाखिल कर दिया है। कुछ दिन पूर्व विजिलेंस ने आरोपपत्र अभियोजन स्वीकृति के लिए शासन को भेजा था। अभियोजन स्वीकृति के बाद शनिवार को आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल किया गया। शासन के आदेश पर विजिलेंस ने आरोपित सतपाल कोचर और उनकी पत्नी कृष्णा कोचर सहित अज्ञात तत्कालीन राजस्व विभाग, नगर निगम, एमडीडीए में अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ 30 जून 2022 को मुकदमा दर्ज किया था।

विवेचना में सामने आया कि कोचर दंपती ने करीब 25 वर्ष पहले जाखन में काश्तकारों से करीब 30 बीघा जमीन खरीदी और प्लाटिंग कर कोचर कालोनी बनाई। दंपती ने प्लाट तो बेच दिए, लेकिन प्लाटिंग के वक्त जो रास्ता बनाया था, वह दंपती के नाम पर ही रहा। इसके बाद में कोचर दंपती ने रास्ते वाली जमीन को भी अलग-अलग व्यक्तियों को बेच दिया। इन व्यक्तियों को दंपती ने रास्ते की जमीन के बजाय आसपास की करीब साढ़े 11 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा दे दिया। इस भूमि पर 18 भवन बने हैं, जिनके भू-स्वामियों के पास बैनामे सतपाल कोचर व कृष्णा कोचर के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज भूमि से संबंधित पाए गए।

इस तरह आरोपितों ने तत्कालीन राजस्व, नगर निगम और एमडीडीए के कर्मियों के साथ साठगांठ कर सरकारी जमीन बेचकर करोड़ों रुपये कमाए। तत्कालीन लेखपाल खुशाल सिंह राणा और और राजेंद्र डबराल ने जमीन का दाखिल खारिज किया था। मुख्यमंत्री के आदेश पर हुई जांच तो खुली परतें अवैध कब्जे का यह मामला करीब 25 साल पुराना बताया जा रहा है, लेकिन इसकी परतें तब खुली जब बीते दिनों यह मामला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव डा. एसएस संधु के संज्ञान में आया। सरकार ने मामले की जांच जिला प्रशासन को दी। एसडीएम ने जांच की और जून में पूरी रिपोर्ट सरकार को भेजी। इसमें होटल व्यवसायी सतपाल कोचर और उनकी पत्नी कृष्णा को सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर भूमि पर अवैध कब्जा कराने का आरोपित बताया गया |

त्रि-दिवसीय माउंटेन फिल्म फेस्टिवल का समापन, अंतिम दिन चार फिल्में की गयी प्रदर्शित

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देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में आयोजित त्रि-दिवसीय माउंटेन फिल्म फेस्टिवल के तीसरे दिन समापन हो गया, समापन के अंतिम दिन दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र और डॉ. द्विजेन सेन मेमोरियल कला केंद्र व सिनेमामार्ग फिल्म क्लब देहरादून की ओर से दर्शकों को चार फिल्में दिखाई गईं। सभागार में दर्शकों की अच्छी खासी उपस्थिति रही। दर्शकों ने इन फ़िल्मों को तन्मयता से देखा। फ़िल्म शुरू होने से पूर्व फ़िल्म निर्देशक यूसुफ सईद व सामाजिक विचारक बिजू नेगी ने फिल्मों का परिचय व कथानक की जानकारी दी। प्रारम्भ में स्वागत परिचय चंद्रशेखर तिवारी ने दिया |

अंतिम दिन प्रदर्शित हुई चार फिल्में :

माउंटेन फिल्म महोत्सव में आज सबसे पहले निर्देशक करिश्मा देव दूबे की फ़िल्म ‘बिट्टू’ (17 मिनट की अवधि) दिखाई गई, फ़िल्म की कहानी दो घनिष्ठ सहेलियों पर केंद्रित हैं। किसी स्कूल में विषाक्तता की एक दुर्घटना से उनकी दोस्ती पर ग्रहण लग जाता है। यह फिल्म ऑस्कर पुरुस्कार के लिए नामित हुई थी।
‘किनीबुडी’ शीर्षक से एक लघु फ़िल्म 14 मिनट की दिखाई गई। इसे डैनी कुक, फिलीपीन्स ने निर्देशित किया है। औद्योगिक खेती व हैयान तूफान की मार झेलते नारियल किसानों के जीवन संघर्ष की कहानी को बड़ी बेबाकी से फ़िल्म दिखाती है।
एक अन्य फ़िल्म एन ऑबजेक्ट एट् रेस्ट 6 मिनट की एनीमेशन फिल्म जो सेठ बॉयडेन, संयुक्त राज्य द्वारा निर्देशित है उसे दिखाया गया। यह फ़िल्म एक प्रतिद्वंदी मानव सभ्यता का सामना करती हुई दिखाई है।
अंत में निर्देशक सुव्रत कुमार साहू, की ‘हो गई है पीर पर्वत की’ जो कुल111 मिनट की थी उसे दिखाया गया। यह वृत चित्र सतलज घाटी पर केंद्रित है । जलविद्युत निर्माण विकास का गहन दुष्प्रभाव स्थानीय लोगों और वहां के पर्यावरण पर कितना गहन पड़ रहा है उसे यह वृतचित्र बखूबी से उजागर करता है।
इस फिल्म के प्रदर्शन के पर्यावरणविद डॉ.रवि चोपड़ा ने फ़िल्म निर्देशक सुब्रत कुमार साहू से बात भी की।
फ़िल्म प्रदर्शन के बाद फ़िल्म के कथानक व अन्य बिंदुओं पर दर्शकों द्वारा जबाब-सवाल भी किये। अंत में फ़िल्म क्लब के अभ्यर्थियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये गए।
फ़िल्म प्रदर्शन के दौरान कर्नल दुग्गल डॉ. सविता मोहन,अनिल नौरिया, सुरेश उनियाल, प्रेम पंचोली, बिजू नेगी, चन्द्रशेखर तिवारी, अरुण असफल, मनीष ओली, सुंदर सिंह बिष्ट, रामलाल, जे बी गोयल साहित्यकार,लेखक व फ़िल्म प्रेमी और युवा पाठक उपस्थित थे।

भारी बारिश का अलर्ट : पोखाल-कणर्वाश्रम ग्रामीण मोटर मार्ग पर यातायात बंद

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कोटद्वार, मौसम विभाग द्वारा जनपद में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने समस्त उप अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के आपदा कंट्रोल रूम को अलर्ट पर रखने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बारिश से जहां-जहां मोटर मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, उन्हें जेसीबी द्वारा तत्काल सुचारु करना सुनिश्चित करें। मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी के बाद जिलाधिकारी ने जनपद में विशेष तौर से सावधानियां बरतने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी आपदा व दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाई करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जाए। प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाये रखते हुए सावधानी सुरक्षा एवं आवागमन में नियंत्रण बरता जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की स्थिति में संबंधित विभाग मार्गो को सुचारू करना सुनिश्चित करें, जिससे आवागमन करने वाले आम जनमानस को परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में आपदा संबंधी उपकरणों एवं वायरलैस सैट अलर्ट एवं क्रियाशील अवस्था में रखने को कहा। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार बारिश से राज्यमार्ग।थलीसैंण-बूंगीधार, देघाट-मरचूला, स्व.जगमोहन सिंह नेगी के साथ ही ग्रामीण मोटर मार्ग पाणीसैण-डबराड़-बूथानगर, खाल्यूडांडा-लिस्कोट, चाई-गिवाली-रैतपुर, नौलापुर, केदारगली-बीरोंआल, कोटद्वार-रामणी, पोखाल-कणर्वाश्रम ग्रामीण मोटर मार्ग पर यातायात बंद है, जिसे सुचारू करने हेतु जेसीबी मशीन निरंतर रूप से कार्य कर रही है। वहीं, रामड़ी-पुलिंडा मार्ग को सुचारू कर दिया गया है।

 

लगातार मूसलाधार बारिश से मसूरी में जन जीवन प्रभावित

मसूरी। पर्यटन नगरी में मध्य रात्रि से लगातार मूसलाधार बारिश होने के कारण जन जीवन प्रभावित हो गया। लगातार हो रही बारिश से बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा व दोहपर बाद जब बारिश हल्की हुई तो लोगों ने चैन की सांस ली व घरों से बाहर निकल पाये।
पर्यटन नगरी में मध्यरात्रि से लगातार मूसलाधार बारिश होने के कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि रविवार होने के कारण लोग घरों में ही रहे लेकिन रोज मर्रा के काम करने वालों को बारिश के कहर का सामना करना पड़ा। भारी बारिश होने के कारण तापमान में भी गिरावट आ गई व हल्की ठंड का अहसास होने लगा। बारिश के चलते मालरोड सहित अन्य बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। दोहपर बाद जब बारिश हल्की हुई तो बाजारों में रौनक बढ़ गई व पर्यटक होटलों से बाहर निकले व मसूरी के मौसम का आनंद लिया। क्यों कि बारिश के साथ घना कोहरा होने से पर्यटक आनंदित हो गये खास कर बच्चे अपने को बादलों के बीच पाकर बहुत खुश नजर आये।

उत्तराखंड में लगातार बरसात, कई सड़के अवरुद्ध, कई जगह गंदगी नालियां हुई चौक

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ऋषिकेश, उत्तराखंड में बीती रात से लगातार बरसात के कारण अनेक स्थानों पर भूस्खलन होने, रास्ते टूटने की खबर है। गंगा, यमुना, मंदाकिनी, मंदाकिनी, भागीरथी, पिंडर, कर्ण गंगा और नदियों में जल स्तर बढ़ गया है। रास्ते बंद होने के कारण हेमकुंड और चार धाम यात्रा भी प्रभावित हुई है।
उत्तराखंड में लगातार बरसात के कारण कई सड़के अवरुद्ध होने से यात्री परेशान हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे तत्काल राहत कार्यों को अंजाम दें।
हरिद्वार में भारी बारिश के कारण श्यामपुर क्षेत्र में सड़क पर बोल्डर गिरने के कराण यातायत बाधित हुआ। बोल्डर को हटाने का काम जारी है।
ऋषिकेश में जी 20 सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों के आरती के लिए गंगा तट पर आरती स्थल भी जल मगन हो गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून सचिवालय स्थित आपदा कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण कर प्रदेश में बारिश की स्थिति का लिया जायजा।

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देहरादून , मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबंधन कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण कर प्रदेश भर में जारी भारी बारिश की स्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा कंट्रोल रूम से प्रदेश में मौसम की वर्तमान स्थिति, बारिश की स्थिति, बारिश से हुए जलभराव एवं नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य के अंतर्गत जिन जिलों में अत्यधिक बारिश जारी है एवं आगे भी भारी वर्षा की संभावना है। उन सभी जिलों के साथ परस्पर संवाद एवं समन्वय बनाकर रखें। ताकि आपातकाल की स्थितियों से समय रहते निपटा जा सके। उन्होंने अधिकारियों को आपदा राहत एवं बचाव कार्यों हेतु हमेशा अलर्ट मोड के रहने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश भर में नदी एवं नालों के इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने को कहा जाए। लोगों को पुनर्वास करने की स्थिति में प्रत्येक जिले में पर्याप्त मात्रा में रैन बसेरा, राहत सामग्री हो। इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा जलभराव की स्थिति में पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था हो। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों पर एडवांस में जेसीबी मशीन की भी व्यवस्था हो। उन्होंने कहा स्वास्थ्य, पुलिस, एस.डी.आर.एफ कर्मियों की आपदा की दृष्टि से पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चारों धामों में यात्रियों की संख्या, भारी बारिश के बीच चार धामों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने श्री केदारनाथ धाम का ऑनलाइन माध्यम से लाइव अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला अधिकारी हरिद्वार, जिलाधिकारी पिथौरागढ़, जिलाधिकारी चमोली से फोन से वार्ता कर वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की मुख्यमंत्री ने हरिद्वार शहर के विभिन्न इलाकों में हो रहे जलभराव की स्थिति से जल्द निपटने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा की दृष्टि से संवेदनशील सीमांत क्षेत्र चमोली एवं पिथौरागढ़ में भी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। इस दौरान सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सरकारी अफसर के घर विजिलेंस की रेड, पत्नी ने पड़ोसी की छत पर फेंक दिए नोटों से भरे कार्टन

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भुवनेश्वर, ओडिशा में राज्य सतर्कता विभाग ने एक सरकारी अधिकारी को रंगे हाथों दबोचा है। उसके घर से 3 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि सतर्कता शाखा ने ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) के अधिकारी प्रशांत कुमार रौत के भुवनेश्वर स्थित घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की है। रौत नबरंगपुर जिले में उप कलेक्टर के तौर पर तैनात हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, जब सतर्कता शाखा के अधिकारी आरोपी अफसर के यहां कनान विहार स्थित घर पहुंचे, तो उनकी पत्नी ने नकदी से भरे छह कार्टन पड़ोसी की छत पर फेंक दिए और उनसे रकम छिपाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि बाद में पड़ोसी के घर से सभी कार्टन को बरामद कर लिया गया और नकदी को गिनने के लिए गणना करने वाली कई मशीनों का इस्तेमाल किया गया। अधिकारियों के अनुसार, रौत के नबरंगपुर आवास से 89.5 लाख रुपये नकद और सोने के ज़ेवरात बरामद किए गए हैं।

सतर्कता विभाग की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “यह राज्य में किसी सरकारी अधिकारी के यहां से सबसे ज्यादा नकद बरामदी का दूसरा मामला है। अप्रैल 2022 में, हमने कार्तिकेश्वर राउल की संपत्तियों पर छापेमारी के दौरान 3.41 करोड़ की नकदी बरामद की थी। वह गंजम जिले में लघु सिंचाई प्रमंडल में सहायक अभियंता के तौर पर तैनात थे।’’ रौत को 2018 में एक पंचायत कार्यकारी अधिकारी से एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त वह सुंदरगढ़ जिले में बीडीओ (ब्लॉक विकास अधिकारी) के पद पर कार्यरत थे।

सतर्कता विभाग की टीम ने प्रशांत राउत के नबरंगपुर स्थित घर से भी 89 लाख रुपये से ज्यादा नकद और सोने के गहने बरामद किए हैं। सतर्कता विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हमने प्रशांत के घर से 500 रुपये के नोटों के छह कार्टन जब्त किए हैं। इन नोटों को हाल ही में प्रशांत ने 2000 के नोटों के बदले हासिल किया था। अधिकारी ने बताया कि प्रशांत के आवासों से अब तक 2 करोड़ रुपये नकद मिले हैं लेकिन अभी उसके अन्य घरों से भी पैसे बरामद किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशांत राउत के खिलाफ कार्रवाई जारी है और करीब 9 टीमें इस कार्रवाई में लगी हुई हैं।