देहरादून, कोरोनाकाल में रखे गए कर्मचारियों का सेवा विस्तार की मांग को धरना लगातार जारी है, वह सरकार से अपने समायोजन और सेवाविस्तार की मांग कर रहे है | इस क्रम में पिछले 24 दिनों से भूख हड़ताल पर लगातार कर्मचारियों के बैठने का सिलसिला अभी तक जारी है, बीते सात दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे चमोली जिलाध्यक्ष संतोष राणा के स्वास्थ्य में गिरावट आने पर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें कोरोनेशन हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ा | जहां उनके स्वास्थ्य (बुखार) में गिरावट जारी है। इसी बीच दो और कर्मचारी प्रदीप उनियाल (टिहरी) और अल्मोड़ा जिलाध्यक्ष (मुकेश शर्मा) रविवार से भूख हड़ताल पर बैठ गए।
कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से कोई ठोस आश्वासन उन्हें नहीं मिला और ना ही कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने धरना स्थल आया। कर्मचारियों ने कहां की अगर ऐसा ही चलता रहा तो उन्हें उग्र आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा। वहीं धरना स्थल पर आज अचानक अनुभी बोरा का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे कोरोनेशन हॉस्पिटल लाया गया, उसे भी 104° बुखार है |
इस मौके पर धरना स्थल पर जिलाध्यक्ष शर्मीला चौहान, मितलेश बलूनी, अनुभी बोरा, मंजू देवी आदि विभिन्न जिलों से आये कर्मचारी मौजूद रहे।
सेवा विस्तार की मांग को लेकर धरना जारी, अनुभी बोरा का अचानक बिगड़ा स्वास्थ्य, अस्पताल में किया भर्ती
खास खबर : छात्रों की प्रवेश संबंधी परेशानी बढ़ी, बिना सीयूईटी के प्रवेश का विकल्प समाप्त : अब यूजीसी और प्रदेश सरकार पर निगाहें : डॉ. सुनील अग्रवाल
छात्रों की प्रवेश संबंधी परेशानी को देखते हुए ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रवेश की तिथि 15 सितंबर तक विस्तारित की जाए’
देहरादून, उत्तराखंड़ में विश्वविद्यालय में बिना सीयूईटी के प्रवेश का विकल्प समाप्त होने से छात्रों की प्रवेश सम्बन्धी परेशानी और बढ़ गयी, यह कहना है एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंसड इंस्टीट्यूटस उत्तराखंड के अध्यक्ष एवं ऑल इंडिया अनऐडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल का | एक मुलाकात में डा. अग्रवाल ने कहा कि अब छात्रों की निगाहें यूजीसी और प्रदेश सरकार पर टिकी हैं |
उन्होंने प्रदेश के छात्रों को हो रही प्रवेश संबंधी समस्या पर चिंता जताई है | डा. अग्रवाल ने कहा की गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में बिना सीयूईटी के छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है और जैसा की छात्र आंदोलन से दिखाई दे रहा है कि अधिकांश छात्र प्रचार के अभाव में सीयूईटी की प्रवेश परीक्षा से वंचित रहे हैं, ऐसे में छात्रों के पास श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश का विकल्प था लेकिन श्री देव सुमन विश्वविद्यालय और कुमाऊं विश्वविद्यालय दोनों में ही समर्थ पोर्टल से प्रवेश 26 अगस्त को बंद हो चुके हैं | ऐसे में छात्रों के सामने दोहरी परेशानी है गढ़वाल विश्वविद्यालय ने बिना सीयूईटी के प्रवेश की अनुमति कॉलेजों को नहीं दी है और इस संबंध में गढ़वाल विश्वविद्यालय के अधिकारियों की निर्णय विहीनता की स्थिति को देखते हुए उनसे कोई उम्मीद भी नहीं है बिना सीयूईटी के छात्रों के पास श्री देव सुमन विश्वविद्यालय और कुमाऊं विश्वविद्यालय में प्रवेश का विकल्प था, लेकिन कल से इनमें प्रवेश हेतु समर्थ पोर्टल भी बंद हो चुका है |
उन्होंने कहा कि इस संबंध में विभिन्न स्तरों पर वार्ता के बाद प्रदेश सरकार का रुख सकारात्मक रहा और सरकार द्वारा कई बार प्रवेश की तिथि विस्तारित भी की गई लेकिन प्रदेश में पिछले दो महीने से प्राकृतिक आपदाओं के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है और जगह-जगह आवागमन अवरुद्ध है, जिसके कारण अभी अधिकांश छात्र प्रवेश नहीं ले पाए हैं | इस संबंध में राज्य सरकार को पुनः अवगत कराया गया है और प्रवेश हेतु 15 सितंबर तक तिथि विस्तारित करने की मांग की गई है, यूजीसी से भी यह मांग की गई है की गढ़वाल विश्वविद्यालय को निर्देशित किया जाए के प्रदेश के भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए सी यू ईटी की बाध्यता से प्रवेश को मुक्त किया जाए अब वर्तमान परिस्थितियों में विश्वविद्यालयों से तो कोई उम्मीद नहीं है लेकिन यूजीसी और राज्य सरकार से यह उम्मीद है कि वह छात्र हित में उपयुक्त निर्णय लेकर छात्रों के भविष्य को सुनिश्चित करेगी |
डा. अग्रवाल ने कहा कि इस सत्र में श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से संबंध कुछ कॉलेजों ने नए कोर्सों हेतु विश्वविद्यालय का निरीक्षण करवाया था और विश्वविद्यालय ने उन कोर्सों का अनुमोदन कर फाइलें राजभवन भेज दी थी इसी प्रकार से कुछ कॉलेजों ने अपने कुछ कोर्स गढ़वाल विश्वविद्यालय से श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में ट्रांसफर किए थे उसमें भी विश्वविद्यालय द्वारा निरीक्षण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई थी, लेकिन समर्थ पोर्टल में उन कॉलेजों के समक्ष उक्त कोर्स प्रदर्शित नहीं हो रहे थे | जिससे उन कोर्सों के छात्रों को कॉलेज द्वारा समर्थ पोर्टल में अपलोड नहीं किया जा सका है | एक तरफ राज्य सरकार की इच्छा है कि सभी कॉलेज गढ़वाल विश्वविद्यालय से श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में ट्रांसफर लें दूसरी तरफ विश्वविद्यालय द्वारा ट्रांसफर लिए गए कॉलेज के कोर्स में भी लापरवाही बरती जा रही है | अब राज्य सरकार से यह उम्मीद है कि छात्रों की प्रवेश संबंधी परेशानी को देखते हुए ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रवेश की तिथि 15 सितंबर तक विस्तारित की जाएगी |
देश की बात फाउंडेशन ने किया रोजगार संसद का आयोजन
देहरादून, सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था “देश की बात फाउंडेशन” द्वारा राष्ट्रीय रोजगार नीति गारंटी कानून बनाने के लिए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में “रोजगार संसद” का आयोजन किया गया | जिसमें “देश की बात फाउंडेशन” के केंद्रीय कोऑर्डिनेटर आशा सिंह एवं प्रोफेसर ललित चौहान एवं स्टेट कोऑर्डिनेटर जगदीश कोहली, मंजू शर्मा, चौधरी रविंदर, सुशील सैनी, डी.के.पाल, प्रशांत राय,इकबाल राव, आयशा खान, बबीता, ममता जी आदि शामिल थे।
देश की बात फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय रोजगार नीति कानून बनाने के लिए देशभर में सभी जिलों में रोजगार संसद का आयोजन किया जा रहा है। इसी परिपेक्ष में उत्तराखंड के देहरादून में क्षेत्रिय जनता की मौजूदगी में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन 1 से 3 सितंबर को यूनिसन वर्ल्ड स्कूल में होगा आयोजित
देहरादून: द सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ़ इंडियन क्लासिकल म्यूसिक अमंग यूथ (स्पिक मैके) और यूनिसन वर्ल्ड स्कूल ने आज आयोजित प्रेस वार्ता में आगामी स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन 2023 की घोषणा करी। यह सम्मेलन भारतीय संस्कृति और कला का एक जीवंत उत्सव होगा, और इसका आयोजन 1 से 3 सितंबर देहरादून के यूनिसन वर्ल्ड स्कूल में होने जा रहा है।
डॉ किरण सेठ द्वारा स्थापित, स्पिक मैके युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और संस्कृति की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने का एक प्रतीक रहा है। डॉ किरण सेठ के अनुसार, “स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन युवाओं के लिए हमारी विविध सांस्कृतिक सुंदरता का आनंद प्रदान करने वाला एक मंच है। यह कार्यक्रम युवाओं को कला की प्रशंसा करने का मौक़ा देता है और एकता और समझ की भावना को प्रोत्साहित करता है।”
मीडिया को संबोधित करते हुए, स्पिक मैके उत्तराखंड चैप्टर की अध्यक्ष, विद्या वासन ने कहा, “यह सम्मेलन प्रसिद्ध कलाकारों की एक श्रृंखला की मेजबानी करते हुए सभी उपस्थित दर्शकों को एक समृद्ध अनुभव प्रदान करेगा। पद्म श्री डॉ. माधुरी बर्थवाल, डॉ. अन्वेसा महंता, पद्म भूषण डॉ. एन राजम और डॉ. संगीता शंकर, पद्म श्री पं. उल्हास कशालकर, डॉ. वंदना शिवा, पद्म श्री विद. जयराम राव, पं. राकेश चौरासिया, श्री पार्थो रॉय चौधरी, श्री विशाल मिश्रा, पं. तेजेंद्र मजूमदार, विद संदीप नारायण, नक्षत्र गुरुकुल, श्री विशाल कृष्णा और संजोर त्सोकपा अपने प्रदर्शन और अंतर्दृष्टि से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए इस कन्वेंशन में प्रतिभाग करेंगे।”
आगे बोलते हुए उन्होंने बताया, “देहरादून और उसके आसपास के कई अन्य स्कूल भी इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन में भाग लेने में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति प्रताप म्यूजिक हाउस, इंग्लिश बुक डिपो, डब्ल्यूआईसी क्लब और दून क्लब से निमंत्रण कार्ड प्राप्त कर सकता है।”
यूनिसन वर्ल्ड स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. मोना खन्ना ने अपनी प्रत्याशा साझा करते हुए कहा, “स्पिक मैके राज्य सम्मेलन 2023 की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है। यूनिसन ने हमेशा से समग्र शिक्षा को बढ़ावा देने में विश्वास रखा है, और यह सम्मेलन हमारे छात्रों में सांस्कृतिक समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देने के हमारे विचारों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।”
उन्होंने आगे कहा, “तीन दिवसीय इस कार्यशाला में, छात्रों और उपस्थित लोगों को भारत के उत्कृष्ट कलाकारों द्वारा शास्त्रीय प्रदर्शनों की एक विविध श्रृंखला देखने, प्रख्यात गुरुओं के साथ गहन अभ्यास करने, योग तकनीक और विभिन्न कला रूपों को सीखने, ज्ञानवर्धक वार्ता सत्रों में शामिल होने, और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा आयोजित व्यावहारिक कार्यशालाओं में भाग लेने का अनूठा अवसर मिलेगा।”
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के आईईसी अधिकारी अनिल सती को जनसंपर्क के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रेस क्लब ने किया सम्मानित
देहरादून उत्तरांचल प्रेस क्लब ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग के सूचना, शिक्षा एवं संचार (आईईसी) अधिकारी अनिल सती को सम्मानित किया। उनको यह सम्मान स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकारी योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने तथा जनसंपर्क के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिए किये गये उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया गया। प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय राणा ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया। पहली बार प्रेस क्लब ने जनसम्पर्क के क्षेत्र में किसी ब्यक्ति को सम्मानित किया है।
प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में क्लब के अध्यक्ष अजय राणा ने कहा कि आईईसी अधिकारी अनिल सती ने समय-समय पर मीडिया के साथ संवाद कर स्वास्थ्य विभाग की अनेक योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने का काम किया है। वह पिछले 16 वर्षों से विभाग में विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अनिल सती ने सरकार, स्वास्थ्य विभाग और जनता के बीच पुल का काम किया है। इन योजनाओं का लाभ सुदूर गांव के लोगों को भी मिल रहा है। उन्होंने अनिल सती के प्रयासों की सराहना की।
प्रेस क्लब महामंत्री विकास गुसाईं ने कहा सभी पत्रकार साथियों को अनिल सती का सहयोग हमेशा मिलता रहा है। उन्होंने कहा सरकार को चाहिए कि सभी सरकारी विभागों में जनसम्पर्क विभाग को मजबूत किये जाने की आवश्यकता है ताकि स्वास्थ्य विभाग की तरह सरकार के सभी विभागों की विभन्न योजनाओं की जानकारी समय पर आम जनमानस तक पहुँच सके।
उन्होंने प्रेस क्लब को स्वास्थय विभाग दुआरा समय-समय पर मिलने वाले सहयोग के लिए आभार ब्यक्त किया।इस मौके पर आईईसी अधिकारी अनिल सती ने कहा कि जनसंपर्क का कार्य चुनौतीपूर्ण होता है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं यदि आम जनता तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने इसके लिए मीडियाकर्मियों का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि वह केवल मीडिया के साथ समन्वय करते हैं, योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में मीडिया की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान इस सम्मान से उनका मनोबल बढ़ा है।गौरतलब है कि पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती को जनसंपर्क के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहले भी दो पुरस्कार मिल चुके हैं। वह अपने कार्य का निर्वहन पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कर रहे हैं। अनिल सती स्वास्थ्य विभाग में आईईसी के अलावा राज्य तपेदिक सेल और उत्तराखंड एडस नियंत्रण कार्यक्रम में अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इसके साथ ही अनिल सती जनसम्पर्क के क्षेत्र में कार्यशालाएं व जन जागरूकता कार्यक्रम कराते रहते हैं।
श्री बदरीनाथ- केदारनाथ यात्रा को व्यवस्थित रूप देने के लिए बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय सम्मानित
•पर्यावरण संरक्षण व तीर्थाटन में मीडिया की भूमिका पर आयोजित हुई गोष्ठी
•पर्यावरण, तीर्थाटन, मीडिया से जुड़ी कई हस्तियों को भी सम्मान।
चमोली, बदरीनाथ हाईवे अलकनंदा के तट पर ईको टूरिज्म की दृष्टि से महत्वपूर्ण चमोली के निकट बिरही में बदरीनाथ वन प्रभाग के सभागार में शुक्रवार को प्रांतीय श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की चमोली इकाई की ओर से जनपद सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में अद्वितीय कार्य कर रही हस्तियों को सम्मानित किया गया। इस क्रम में बदरीनाथ धाम और केदारनाथ की तीर्थयात्रा को व्यवस्थित रुप देने पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय को सम्मानित किया गया है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि पहली बार उत्तराखंड चार धाम सहित श्री बदरीनाथ- केदारनाथ यात्रा व्यवस्थित ढ़ग से चली है लाखों तीर्थयात्रियों ने सरलता- सुगमतापूर्वक धामों के दर्शन किये है जिसके लिए बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कई चुनौतियों से जूझकर भगीरथ प्रयास किये जिसके सुखद परिणाम सबके सामने है।
इसी क्रम में गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह, वरिष्ठ पत्रकार रजपाल बिष्ट, क्रांति भट्ट, पुष्कर सिंह नेगी और जन सरोकारों से जुड़े व व्यापार मंडल अध्यक्ष अंकोला पुरोहित को प्रतीक चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया।
इसके पश्चात पर्यावरण संरक्षण व तीर्थाटन में मीडिया की भूमिका विषय पर गोष्ठी आयोजित हुई। गोष्ठी में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डॉ. ललित नारायण मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि हिमालय क्षेत्र में चारधाम यात्रा के साथ ही कई ऐसे तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल हैं, जो पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की नजरों से दूर हैं। ऐसे स्थलों को आगे लाने के प्रयास होने चाहिए। आज हिमालय क्षेत्र में इको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसमें सबकी भागेदारी बेहत जरुरी है। चमोली जनपद का एट्रो विलेज बैनीताल आज देश-दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। चमोली के पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने चारधाम यात्रा के संचालन और आपदाओं के दौरान पुलिस के कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि चमोली जनपद चारों ओर से तीर्थाटन व पर्यटन स्थलों से घिरा हुआ है। यहां की प्राचीन धरोहरों को देश-दुनिया में पहुंचाने का काम किया जाना चाहिए।
सीपीबी पर्यावरण विकास समिति के न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने कहा कि चमोली जनपद चिपको आंदोलन की धरती है। यहां आज भी लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति ललक है। उन्होंने समिति की ओर से किए गए विभिन्न क्रियाकलापों के बारे में बताया।
इस मौके पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेष भार्गव, प्रांतीय अध्यक्ष शंकर दत्त शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र रावत, जिलाध्यक्ष प्रमोद सेमवाल, महामंत्री केके सेमवाल, जोशीमठ तहसील अध्यक्ष प्रदीप भंडारी, शेखर रावत, नंदन बिष्ट, सुरेंद्र रावत, राजकुमार तिवारी, संदीप कुमार, सुरेंद्र सिंह गड़िया, राम सिंह राणा, मनोज रावत, विवेक रावत सहित विभिन्न प्रांतों से पहुंचे मीडिया कर्मी मौजूद रहे।
उत्तराखंड पुलिस पेंशनर्स एसोसिएशन का सम्मेलन, समस्या और समाधान पर हुई चर्चा
देहरादून, उत्तराखंड पुलिस पेंशनर्स एसोसिएशन के तत्वावधान में स्थानीय पुलिस लाईन के सभागार में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया, प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह असवाल की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन में आगामी नवंबर में प्रस्तावित पुलिस पेंशनर्स वार्षिक सम्मेलन के परिप्रेक्ष्य में विचार विमर्श व तैयारियों व किसी सदस्य की कोई समस्या हों उसके समाधान पर आवश्यक कार्रवाई करने हेतु चर्चा की गई। सम्मेलन को सचिव जगदीश चन्द्र आर्य, उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह असवाल, श्रीधर बडोला, बी. के. जुयाल, बी. बी. डी. जुयाल, इंद्रजीत सिंह रावत, आदि ने संबोधित किया, रामेश्वर सिंह रावत, सोहनवीर सिंह धीरवाण, राजीव द्विवेदी, एम पी सैनी, सत्येंद्र सिंह मोहन लाल, तारादत्त डिमरी आदि द्वारा अपनी अपनी समस्या बतायी और निवारण की उम्मीद जतायी। सम्मेलन में लगभग सभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे | अन्त में सचिव श्री जगदीश चन्द्र आर्य द्वारा सभी कल्याण कारी समस्यायों के निराकरण के आश्वासन पर सम्मेलन को संबोधित कर विराम दिया गया।
आपदा एवं कोविड के दौरान जनसहयोग कार्यो के लिये स्व.सन्दीप उनियाल को मरणोपरांत ‘प्रज्ञान’ की उपाधि से किया सम्मानित
उत्तरकाशी, आपदा प्रबंधन जनमंच के द्वारा मंच के महासचिव स्व.सन्दीप उनियाल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई साथ ही उनके द्वारा उतरकाशी में आपदा एवं कोविड के दौरान जनसहयोग के लिए उतरकाशी आपदा प्रबंधन जनमंच ने उनको आज मरणोपरांत ‘प्रज्ञान’ की उपाधि देकर सम्मानित किया । श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ ही उनके द्वारा शुरू किए गए कार्य के लिए ग्राम विकास के कार्य एवं शिक्षा के कार्य को निरन्तर आगे बढ़ाने में सहयोग के लिए मंच के सदस्यों को अलग अलग जिम्मेदारी दी गई। श्री संदीप उनियाल की स्मृति में 24 सितंबर को जनपद स्तर पर एक भव्य कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया। जिसमें सामाजिक सरोकारों से जुड़े लोग व विभिन्न ग्राम पंचायत के लोगो को आमंत्रित किया जाएगा।
इस दौरान उपस्थित लोगो ने उनके साथ किए कार्यों के अनुभव साझा किए।
आज की बैठक के बाद उतरकाशी आपदा प्रबंधन जनमंच की कार्यकारणी को विस्तार के साथ मंच के स्वरूप और क्रिया कलाप को लेकर रीजनल बैठक की गई।
सर्वसम्मति से कल्पना ठाकुर को महासचिव, पवित्रा राणा को सहसचिव व कोषाध्यक्ष पद पर श्री मोहन डबराल जी को चुना गया।
मार्गदर्शक मंडल में नए सदस्यों को चुना गया जिसमें शैलेंद्र नोटियाल, कुशला प्रसाद बहुगुणा, गौतम भट्ट, माधव जोशी, करण सिंह, डा. महेंद्र पाल परमार, माउंटेन हब शामिल है।
मंच के संरक्षक गोपाल थपलियाल ने कहा की श्री संदीप उनियाल का जाना पूरे उत्तरकाशी की क्षति है उनके कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए मंच के सभी सदस्य तन मन धन से परिवार के साथ खड़े रहेंगे।
मंच के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा की श्री उनियाल के सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने के साथ परिवार को भी सहयोग दिया जायेगा, जब तक रेणुका समिति का नया बोर्ड मजबूती के साथ खड़ा नही होता तब तक हर संभव सहयोग किया जाएगा।
इस अवसर पर माउंटेन हब के अनमोल बिष्ट, गोपाल थपलियाल, कल्पना ठाकुर, भूपेंद्र रावत, डा.शंभू नोटियाल, हिमला, पवित्रा राणा, रोहित कुमार, अजय पंवार, माधव जोशी, खुशपाल, कुशला प्रसाद बहुगुणा, मोहन डबराल, डा. महेंद्र पाल परमार, हरीश डंगवाल, गौतम भट्ट, रविंद्र नोटियाल, राखी राणा, एकादशी भारती, अजय कुमार, अतर सिंह पंवार पूर्व प्रधान साल्ड, वीरेंद्र राणा, शैलेंद्र नोटियाल ,अजय बडोला आदि मौजूद रहे।
लिंग आधारित भेदभाव तथा हिंसा और इसके आयाम‘ विषय पर दून पुस्तकालय में हुई विचार गोष्ठी
देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से ‘लिंग आधारित भेदभाव तथा हिंसा और इसके आयाम‘ विषय पर संस्थान के सभागार में एक विचार गोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। सामाजिक कार्यकर्ती दीपा कौशलम की ‘दीपा कौशलम द्वारा प्रस्तुत वार्ता श्रृंखला’ के तहत इस महत्वपूर्ण गोष्ठीे में डॉ. राजेश पाल, अंजुम प्रवीन, नीलम तथा सुरेंद्र हर्ष ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन शिवानी पांडेय ने किया। मुख्य रुप से इस गोष्ठी में पुरुष-महिला और तीसरे लिंग के मध्य लिंग भेदभाव अंतर पर आधारित विविध बिन्दुओं पर सार्थक बातचीत की गई और इनसे जुड़े मुद्दों पर संगठित प्रशिक्षण व कार्यशालाओं की आवश्यकता पर जोर देने की बात की गई।
वक्ताओं का मानना था कि लिंग आधारित भेदभाव पर आधारित पूर्व धारणाओं, रूढ़िवादिता पारंपरिक मानसिकताओं को समाज से हटाने तथा इन भेदभावों से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए सकारात्मक तरीके से निरन्तर कार्य किये जाने की जरुरत है। अपने वक्तव्य में दीपा कौशलम ने कहा कि इस तरह के सत्रों का उद्देश्य प्रतिभागियों को परिवार और व्यापक स्तर पर समाज द्वारा लागू विकास की इस रणनीति को समझने के लिए अंतर्दृष्टि और दृष्टि प्रदान करना है। उत्तरजीवी के अनुभवों को सुनकर और समझकर प्रतिभागी लिंग को समझने में सक्षम होंगे। उम्मीद है कि यह श्रृंखला एक मार्ग प्रशस्त करेगी। वक्ताओं ने अपने लिंग आधारित भेदभाव से जुड़े निजी अनुभवों भी साझा किये।
कुल मिलाकर वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि इस तरह के संवाद सत्रों का उद्देश्य पेशेवरों को एक मंच प्रदान करना है ताकि अतार्किक विचार प्रक्रिया को दूर किया जा सके और उसके स्थान पर तार्किक शिक्षा दी जा सके। प्रकृति ने हर प्राणी को खास और अलग बनाया है लेकिन यह तब खराब हो जाती है जब मतभेद, भेदभाव में परिवर्तित हो जाता है। लिंग आधारित हिंसा, लिंग आधारित भेदभाव का एक उन्नत संस्करण है। लिंग-आधारित भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को लागू करने के दौरान सभी लोगों को (उनके लिंग की परवाह किए बिना) अनेक विषमताओं और कठिनाईयों से गुजरना पड़ता है। लगभग सभी को अच्छा होने के लिए समाज द्वारा बनाए गए कठोर नियमों का पालन करने के लिए मजबूर किया जाता है। यह प्रवर्तन व्यक्तिगत विकास के सहज और प्राकृतिक प्रक्षेप पथ को रोकता है। यह डर हमेशा बना रहता है कि भेदभाव जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से है उसका सामना करने वाले लोग भावनात्मक रूप से कठोर, निंदक और पाखंडी बन सकते हैं – यहां तक कि अनजाने में भी।
उल्लेखनीय है कि सामाजिक कार्यकर्ती के तौर पर दीपा कौशलम ने बहुत कम उम्र से ही लड़कियों और महिलाओं के लिए बनाए गए सामाजिक मानदंडों के प्रति सवालिया रवैया अपनाया। लिंग के बीच भेदभाव हमेशा उसके लिए श्अस्वीकृतश् क्षेत्र रहा है। वह कई भूमिकाएँ निभाती है जैसे शिक्षण, सामुदायिक आउटरीच पहल, लैंगिक भेदभाव और हिंसा का सामना करने वाली महिलाओं, युवाओं और बच्चों को सामाजिक और कानूनी सहायता प्रदान करना, महिला हेल्पलाइन स्थापित करना, किसानों की आजीविका परियोजनाएं और स्प्रिंगशेड और वाटरशेड विकास कार्यक्रम, स्थायी प्रथाओं के लिए ग्राम स्तर के संस्थानों को बढ़ावा देना आदि। दीपा कौशलम एक सलाहकार भी हैं जो लिंग परिप्रेक्ष्य के साथ सामुदायिक गतिशीलता, संस्था निर्माण और सुदृढ़ीकरण में काम कर रही हैं। उन्हें नेशनल फाउंडेशन ऑफ इंडिया से सामुदायिक कार्य के लिए ॅप्ैब्व्डच् आइकन ऑफ करेज अवार्ड और सी. सुब्रमण्यम अवार्ड मिले हुए हैं।
सभागार में उपस्थित लोगों ने इस विषय से जुड़े अनेक सवाल-जबाब भी किये। इस अवसर पर सभागार में कई सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी, संस्कृति व साहित्य प्रेमी, पुस्तकालय के सदस्य तथा साहित्यकार व युवा पाठक उपस्थित रहे।
रास्ते की यह तस्वीर गवाह है उदासीनता और इच्छाशक्ति….!
ॠषिकेश, उत्तराखंड़ की अंतरराष्ट्रीय योग नगरी ऋषिकेश से राजधानी देहरादून जाने वाले रास्ते की यह तस्वीर गवाह है उदासीनता और इच्छाशक्ति न होने की। यहां, आगराखाल की ओर से आने वाली चंद्रभागा नदी द्वारा मिट्टी काटने के कारण भूस्खलन भी हो रहा है और सड़क भी टूट रही है। मजे की बात यह है जी 20 सम्मेलन के नाम पर शहर को चमकाने का दावा करने वाली राज्य सरकार के विकास कार्यों की पोल भी अब डामर उखड़ती सड़कों से खुल रही है।
इधर, इस मार्ग से गुजरने वाले विधायकों, मंत्रियों, अधिकारियों को परवाह नहीं है कि यहां कभी भी बड़ा हादसा भी हो सकता है। इस रोड से कई वाहन देहरादून ऋषिकेश गुजरते हैं इसमें बसें भी होती है नगर विकास मंत्री, वन मंत्री, मुख्यमंत्री,सिंचाई मंत्री, भाजपा अध्यक्ष, कई अधिकारियों और आम लोगों की गाड़ियां गुजराती है। हाल ही हिमाचल और उत्तराखंड में अनेक भूस्खलन की घटनाएं हुई । लेकिन प्रशासन को इंतजार किस बात का है।
मां नन्दा देवी मेले के पोस्टर का हुआ विमोचन, मेले को दिया जाएगा भव्य स्वरूप
अल्मोड़ा-अल्मोड़ा में होने वाले विश्व प्रसिद्ध नंदा देवी महोत्सव को लेकर नंदा देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें समिति ने मां नंदा देवी के पोस्टर का विमोचन करते हुए बताया कि 20 सितंबर को गणेश पूजन के साथ महोत्सव का शुभांरभ किया जाएगा। मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों को बनाने के लिए कदली वृक्षों को इस बाद नगर से लगे फलसीमा गांव से सूबेदार जसवंत सिंह के खेतों से लाया जाएगा। जहां पर 21 सितंबर को कदली वृक्षों को आमंत्रण देने को मंदिर पुजारी सहित समिति के लोग जाएंगे। वही, 22 सितंबर की सुबह आमंत्रित किए गए वृक्षों को मंदिर में लाया जाएगा। जहां पर पूजा अर्चना के बाद स्थानीय कलाकार कदली वृक्षों से मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण करेंगे।
23 सितंबर को अष्टमी के दिन मंदिर में विशेष पूजा अर्चना होगी। वही, 26 सितंबर तक से भक्त माता के दर्शन कर सकेंगे। 27 सितंबर को पूरे बाजार मे मां नन्दा सुनंदा की शोभायात्रा निकलेगी। दुगालखोला स्थित नौले में मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों के विसर्जन के साथ ही मेला संपन्न होगा। पूर्व की तरह ही इस बार भी मेले को स्वरूप भव्य किया जाएगा। जिसमें नगर और बाहर के व्यापारियों को आमंत्रित किया गया है। मेला समिति का कहना है की मेले को भव्य बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।इस बार मेले के दौरान अनेक खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित कराई जा रही हैं।अधिक से अधिक संख्या में लोग मेले में प्रतिभाग कर सके इसके लिए भरसक प्रयास किये जा रहे हैं।मेला समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने अल्मोड़ा की सम्भ्रांत जनता का भी आह्वाहन किया कि मेले को भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए सभी इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित उन्होंने बताया कि एडम्स फील्ड में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ दुकानें भी सजेंगी।इसी के साथ मां नन्दा देवी मेले के पोस्टर का भी विमोचन किया गया।नंदा देवी महोत्सव के संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में मां नंदा देवी पोस्टर के विमोचन के अवसर पर अध्यक्ष मनोज वर्मा ,मनोज सनवाल सचिव मुख्य संयोजक, तारा चंद्र जोशी सांस्कृतिक संयोजक,हरीश बिष्ट कोषाध्यक्ष, किशन गुरुरानी संरक्षक,अमरनाथ सिंह नेगी मीडिया प्रभारी,जीवननाथ वर्मा,धन सिंह मेहता,अनूप शाह व्यवस्थापक,डॉ निर्मल जोशी,परितोष जोशी प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी,आनंद बगडवाल,जगत तिवारी,हरीश कनवाल,आशुतोष जोशी,मोहन कांडपाल,हर्षित, सुमित, आयुष वर्मा, शैलेंद्र वर्मा,अमित साह सभासद,पुष्पा सती,गीता मेहरा,मीना भेसोड़ा, लता तिवारी, राधा विष्ट,रवि गोयल,रवि कनौजिया,कुलदीप मेर,सुमित शाह, वरुण,रक्षित,संजय शाह आदि उपस्थित रहे।
प्रतिभावान खिलाड़ी खेलों से संवारेंगे अपना भविष्य : डा .शशि बाला
राजकीय महाविद्यालय पोखरी में कॉलेज के क्रीडा विभाग द्वारा किया एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत प्रतिभावान खिलाड़ी संवारेंगे भविष्य
टिहरी (नरेन्द्रनगर), मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन खेल छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय पोखरी में कॉलेज के क्रीडा विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस मौके पर कॉलेज की प्राचार्य डॉ. शशी बाला वर्मा ने संगोष्ठी में बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत प्रतिभावान खिलाड़ी अपनी मेहनत के दम पर खेलों को कैरियर बनाने का संकल्प लेकर अपने भविष्य को संवारते हुए उज्ज्वल बना सकते हैं।
इस कार्यक्रम के प्रति रुचि लेने वाले खेलों के पारखी व गढ़वाल मंडल के खेल प्रशिक्षक दाताराम भट्ट तथा महाविद्यालय के क्रीड़ा प्रभारी डॉ राम भरोसे की सराहना करते हुए प्राचार्य ने उम्मीद जताई है कि महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं ऊंचे हौसलों और उम्मीदों के साथ खेलों में रुचि लेंगे तो निश्चित ही वे सफलता हासिल करने में कामयाब होंगे।
गढ़वाल मंडल के खेल प्रशिक्षक दाताराम भट्ट ने इस योजना के विषय में छात्र -छात्राओं को विस्तार से अवगत कराया।
अपने सम्बोधन में उन्होंने बताया कि योजना में विजयी खिलाडियों को प्रतिमाह 2000/- और वर्ष में एक बार 10000/- की धनराशि क्रीड़ा सामग्री क्रय हेतु छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान की जायगी।
महाविद्यालय के क्रीड़ा प्रभारी डा० राम भरोसे ने छात्र-छात्राओं को खेलों के प्रति अभिरुचि बढ़ाने को कहा। उन्होंने कहा कि आज के दौर में खेलों के प्रति रुचि लेने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों ने खेलों के माध्यम से अपना करियर बना डाला है। उन्होंने कहा कि जहां खेल आज के समय में रोजगार का जरिया बन चुका है, वहीं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित होता है। उन्होंने कहा कि खेलों के साथ अध्यनरत रहना भी जीवन की सार्थकता को साबित करता है। लिहाजा खेलों के साथ अध्ययन भी जरूरी है। कहा कि विद्यालय में कीड़ा सामग्री का जीवन निर्माण के लिए निरंतर सदुपयोग करें।
इस मौके पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० शशि बाला वर्मा के मार्गदर्शन में नोडल अधिकारी डॉ० राम भरोसे द्वारा एक अभिविन्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत नवागंन्तुक प्रवेशार्थियों को सेमेस्टर प्रणाली और NEP2020 के विषय में प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तार जानकारी दी गई। महाविद्यालय में आयोजित दो कार्यक्रमों के दौरान सरिता देवी, डॉ० मुकेश सेमवाल, डॉ० बंदना सेमवाल, डॉ० विवेकानंद भट्ट,रचना राणा,रेखा नेगी,अंकित कुमार, कु०अमिता, दीवान, सुनीता,राजेद्र प्रसाद, मूर्ति आदि ने अपनी सक्रिय भूमिका अदा की। इस मौके पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का विरोध, काले झंडों के साथ गो बैक के लगे नारे
हरिद्वार, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हरिद्वार आगमन पर गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाते हुए गो बैक के नारे लगाए। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अंकिता भंडारी हत्याकांड, मणिपुर की घटना के विरोध में हरिद्वार दौरे पर आये रहे नड्डा का विरोध किया था। विरोध की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रविवार को प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत हरिद्वार के ऋषिकुल आयुर्वेद महाविद्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए पहुंचे थे। इसके बाद जेपी नड्डा देव संस्कृति विश्वविद्यालय के सभागार में वसुदेव कुटुंबकम व्याख्यान माला कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए रवाना होना था। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ कार्यक्रमों में रहना था। लेकिन यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नड्डा के प्रदेश आगमन का विरोध करते हुए कहा कि पूरा प्रदेश इस समय आपदा से कराह रहा है। लेकिन भाजपा सरकार इस समय में भी राजनैतिक इवेंट कर प्रदेशवासियों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नड्डा का विरोध करते हुए काले झंडों के साथ वापस जाओ के नारे भी लगाए। इस दौरान कांग्रेसियों का जोरदार नारेबाजी भी की। लेकिन मौके पर पुलिस प्रशासन ने विरोध कर रहे सभी कार्यकर्ताओं को अपनी हिरासत में ले लिया।
हिरासत में लिए गए कांग्रेसी नेता नितिन तेशवर ने कहा कि इस विपदा के समय जेपी नड्डा को उत्तराखंड आने का कोई अधिकार नहीं है। आज तक अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को सजा नहीं मिली है। उत्तराखंड में युवाओं की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एक ओर भर्ती घोटाले हो रहे हैं तो दूसरे ओर लगातार पेपर लीक हो रहे हैं। जिससे बेरोजगार युवा हताश और निराश हैं। यूथ कांग्रेस युवाओं की आवाज नड्डा तक पहुंचाना चाहती थी। लेकिन हर बार की तरह प्रशासन को आगे कर सरकार अपने आप को बचाने का काम कर रही है।
राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग ने बीमा कम्पनी की रिजीवन याचिका को किया निरस्त, इश्योरेंस कम्पनी को 10.15 लाख मय ब्याज भुगतान के फोरम व राज्य आयोग के आदेशों को सही माना
काशीपुर, राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग ने उत्तराखंड राज्य उपभोक्ता आयोग के वाहन ट्रांसफर से 14 दिन के अन्दर चोरी होने पर इसकी सूचना बीमा कम्पनी को न देने के आधार पर बीमा क्लेम निरस्त करने को गलत मानने के फैसले को सही मानते हुये बीमा कम्पनी की रिवीजन याचिका को निरस्त कर दिया।
जिला उपभोक्ता फोरम ने वाहन चोरी के बीमा क्लेम को बीमा कम्पनी को वाहन ट्रांसफर की सूचना न देने के आधार पर खारिज करना गलत मानते हुये बीमा कम्पनी को उपभोक्ता को 10 लाख 15 हजार का भुगतान का आदेश दिया। इसमें 10 हजार रूपये मानसिक क्षतिपूर्ति तथा 5 हजार रूपये वाद व्यय शामिल है। साथ ही बीमा कम्पनी को 7 प्रतिशत वार्षिक की दर से वाद दायर करने से भुगतान की तिथि तक का ब्याज भुगतान करने को आदेशित किया गया था। राज्य आयोग ने इस निर्णय व आदेश की पुष्टि कर दी। राष्ट्रीय आयोग ने इन दोनों के आदेश की पुष्टि कर दी।
काशीपुर के जमील अहमद तथा मुशर्रफ की ओर से अधिवक्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट द्वारा जिला उपभोक्ता फोरम में परिवाद दायर करके कहा गया कि जमील अहमद ने अपने ट्रक सं0 यू0के0-6सी ए-0916 का बीमा ओरिएण्टल इश्योरेंस कम्पनी लि0 की काशीपुर शाखा कार्यालय से करवाया जो 31-10-2014 से 30-10-2015 तक वैध था। इसी बीच 27-11-2014 को जमील अहमद ने बीमित ट्रक मुशर्रफ को बेच दिया जिसे सम्बन्धित परिवहन अधिकारी के अभिलेखों मेें दर्ज कर दिया। जिसकी प्रति 28-11-2018 को प्राप्त हुई तो बीमा कम्पनी का कार्यालय बन्द हो चुका था। 29 व 30 नवम्बर को कम्पनी का कार्यालय बन्द था। इस कारण वाहन हस्तांतरण की सूचना नहीं दी जा सकी। 29-30 नवम्बर 2014 रात को बीमित ट्रक चोरी हो गया।
काफी ढूंढने पर जब वाहन नहीं मिला तब इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज करायी और पुलिस द्वारा प्रयास करने पर भी वाहन नहीं मिला तब पुलिस ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट काशीपुर के न्यायालय में अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी जिसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया। बीमा कम्पनी को चोरी की सूचना दी जिस पर कम्पनी के अधिकारी व सर्वेयर ने घटनास्थल का सर्वे किया, इससे संबंधित जानकारी तथा कागजातों की प्रतियां प्राप्त की। जब बीमा कम्पनी द्वारा क्लेम की धनराशि नहीं दी गयी तब सूचना का अधिकार के अन्तर्गत सूचना मांगी गयी। कम्पनी ने बताया कि वाहन हस्तांतरण की सूचना परिवादी द्वारा नहीं दी गयी इसलिये क्लेम निरस्त किया गया।
इस पर परिवादीगण ने नोटिस भिजवाया। जिस पर कार्यवाही न करने पर उपभोक्ता फोरम में परिवाद दायर किया गया। बीमा कम्पनी की ओर से वाहन हस्तांतरण की सूचना बीमा कम्पनी को न देने तथा बीमा कराने वाले जमील अहमद का चोरी के समय बीमित वाहन में कोई बीमित हित न होने के आधार पर क्लेम खारिज करने का कथन किया। फोरम के तत्कालीन अध्यक्ष आर0डी0 पालीवाल तथा सदस्य सबाहत हुसैन खान ने परिवादीगण के अधिवक्ता नदीम उद्दीन के तर्कों से सहमत हुये निर्णय में लिखा कि मामले के तथ्य व परिस्थितियां ऐसी थी कि परिवादीगण ने बिना किसी देरी के बीमा कम्पनी को वाहन चोरी की सूचना दिनांक 01-12-2014 को दी। वाहन बीमित था और बीमित अवधि में ही चोरी हुआ। चोरी की दिनांक 29/30-11-2014 की रात्रि को चूंकि मुशर्रफ ही वाहन का स्वामी था इसलिये परिवादी मुशर्रफ ही बीमा धनराशि पाने का अधिकारी है।
बीमा कम्पनी ने आदेश के विरूद्व अपील संख्या 134/2018 राज्य उपभोक्ता आयोग को की। राज्य उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष जस्टिस डी0एस0 त्रिपाठी तथा सदस्य उदय सिंह टोलिया की पीठ ने अपने निर्णय 06-01-2023 में 14 दिन के अन्दर वाहन चोरी होने पर वाहन पालिसी ट्रांसफर न होने के आधार पर बीमा क्लेम निरस्त करने को गलत मानने के फोरम के आदेश को पूर्णतः सही माना। कम्पनी ने राज्य आयोग के आदेश के विरूद्व रिवीजन पिटीशन सं0 1724/2023 राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग में दायर की। आयोग के अध्यक्ष जस्टिस ए0पी0 शाही तथा सदस्य जस्टिस राम सूरत राम मौर्य ने राज्य आयोग व उपभोक्ता फोरम के आदेशों को सही मानते हुये रिवीजन याचिका को अपने 02 अगस्त के आदेश से निरस्त कर दिया।
करोड़ों की जमीन की खरीद फरोख्त घोटाला, पुलिस ने दून के एक नामी वकील को किया गिरफ्तार
देहरादून, राज्य बनने के बाद उत्तराखंड़ में जमीन खरीद फरोख्त के धंधे में बेतहाशा वृद्धि हुई, लेकिन राज्य में भूमि क्रय विक्रय के इस सौदेबाजी में कई घोटाले अब सामने आ रहे हैं और आये दिन फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन बेचने के कई केस देहरादून के जिलाधिकारी की जन सुनवाई में सामने आये | जिनमें विभागीय कर्मचारी से लेकर वकील और जमीन एजेन्ट आदि की सांठगांठ सामने आयी, जिलाधिकारी दून की सख्ती के बाद अब परत दर परत खुलने लगी | जमीनों के इस धौलमाल में गठित एसआईटी ने अपनी जांच शुरू कर दी और रजिस्टार ऑफिस में पुराने बैनामों में छेड़छाड़ मामले में अब पुलिस ने दून के एक नामी वकील को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार वकील कमल विरमानी से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी।
बता दें कि रजिस्ट्रार ऑफिस में पुराने बैनामों में छेड़छाड़ का मामला डेढ़ महीने पहले सामने आया था। प्राथमिक जांच के बाद डीएम ने कोतवाली देहरादून को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। रजिस्ट्रार आफिस में अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ कर जमीनों की खरीद फरोख्त मामले में पुलिस ने वकील कमल विरमानी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में गठित एसआईटी टीम ने शनिवार की देर रात कमल विरमानी को गिरफ्तार किया। इससे पूर्व जमीनों की धोखाधड़ी में पुलिस नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
वकील कमल विरमानी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लोगों की करोड़ों रुपए की जमीनों की धोखाधड़ी के मामले में अन्य सफेदपोशों की भूमिका की जांच में जुट गई है। पुलिस जांच में जुटी है और जल्द ही कुछ और सफेदफोश संदेह के घेरे में आ सकते हैं |
देर रात हुई फायरिंग में एक युवक घायल, प्रेम प्रसंग से जुड़ा था मामला
हरिद्वार, जनपद के ओद्योगिक सिडकुल थाना क्षेत्र के रावली महदूद में एक युवती को लेकर दो युवकों के बीच विवाद हो गया। जिसमें एक युवक ने फायरिंग कर दी। गोली एक युवक की जांघ में लग गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस के अनुसार, घटना शनिवार देर रात की है। जब थाना क्षेत्र के ग्राम रावली महदूद में रचित और अमित के बीच एक युवती के बीच विवाद हो गया।
सुभाष पुत्र उमेश निवासी रावली भी वहां से घूमता हुआ निकल रहा था। बताया जा रहा है कि रचित भी सुभाष का मित्र है। आरोप है कि रचित ने हथियार से फायरिंग कर दी। जिससे सुभाष के दाएं पैर (जांघ) में गोली लगी। जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
सिडकुल थाना एसएसआई शहजाद अली ने घायल से घटना की जानकारी जुटाई। एसपी क्राइम रेखा यादव ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। सिडकुल थाना प्रभारी नरेश राठौड़ ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रेम प्रसंग का मामला निकलकर सामने आया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
मुंबई हलचल अचीवर्स अवार्ड : शहीदों के परिजनों को अभिनेता अरबाज खान ने प्रदान किया सम्मान
देहरादून, बाॕलीवुड के जाने माने अभिनेता अरबाज खान ने जैसे ही दून के एक होटल में अपने कदम रखे उपस्थित जन समूह अरबाज अरबाज चिल्लाने लगा, उत्तराखण्ड़ की राजधानी दून में आज की शाम और भी यादगार रही, क्योंकि मुंबई हलचल अचीवर्स अवार्ड 2023 का शानदार आगाज देवभूमि में हुआ |
इस सम्मान समारोह में सबसे पहले उत्तराखंड के उन वीरों का सम्मान किया गया जिन्होंने इस देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए | इस अवार्ड सेरेमनी में समाज के तमाम बुद्धिजीवी, समाजसेवी और पत्रकारिता से राब्ता रखने वाले लोगों के उत्कृष्ट कार्यो को देखते हुए पुरस्कार देकर सम्मानित किया |
मुंबई हलचल अचीवर्स अवार्ड के आयोजक ने कहा कि वह पिछले 15 सालों से मुंबई हलचल अचीवर्स अवार्ड ऑर्गेनाइज करते आ रहे हैं, वह समाज के बुद्धिजीवी व्यक्तियों, समाजसेवियों वरिष्ठ पत्रकारों और देश के वीर शहीदों को नमन करते हैं | इस बार इस अवार्ड सेरेमनी को द्रोण नगरी देहरादून में किया जा रहा है | इस अवसर पर देश की सेवा में शहीद हुये राइफल मैन,नीरज थापा, दीपक नैनवाल और उपेन्द्रसिंह रावत के परिजनों को सम्मानित किया गया इसके साथ चार ई रिक्शा चालक गरीब महिलाओं को भी अभिनेता अरबाज खान ने सम्मानित किया, मुम्बई हलचल अचीवर्स अवार्ड में चिकित्सा, पत्रकारिता, सामाजिक क्षेत्र में इस बार उत्तराखंड के 51 लोगों को सम्मानित किया गया | जिनमें मुंबई हलचल ने देहरादून की चार ऐसी महिलाओं को ढूंढ निकाल कर सम्मानित किया है जो रिक्शा चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करती है, कार्यक्रम में पहुंचे सेलिब्रिटी गेस्ट अभिनेता अरबाज खान ने अवार्ड विजेताओं को सम्मान प्रदान किया और कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथिगण और सभी सम्मानित अवार्डियों का तहे दिल से आभार व्यक्त किया |
मुंबई से दून पहुंचे मुंबई हलचल अचीवर्स अवार्ड 2023 के सेलिब्रिटी गेस्ट अभिनेता अरबाज खान ने कहा कि उन्हें दूसरी बार देहरादून आने का मौका मिला है और वह अपने आप को बड़ा गौरांवित महसूस कर रहे हैं कि उनके हाथों देश के वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने का मौका मिला |
इस मौके पर उत्तराखंड के अमर शहीदों को सैल्यूट किया और मुंबई हलचल अचीवर्स अवार्ड 2023 के आर्गेनाइजर दिलशाद खान जी के द्वारा किए जा रहे इस कार्य की सराहना की और आभार व्यक्त किया |
अभिनेता अरबाज खान ने कहा मुंबई से आए दिलशाद खान ने देहरादून शहर में घूमकर चार ऐसी महिलाओं को ढूंढा जो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं, यह महिलाएं वाकई इस अवार्ड की असली हकदार हैं |
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मेयर सुनील उनियाल गामा, आर.के जैन जी, अभिनव थापार जी, मैडम रजनी रावत जीमौजूद रहे |
‘चाय और कविताएँ’ की एक शाम कवयित्री, अभिनेता और कहानीकार प्रिया मलिक के साथ
देहरादून: देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल (डीडीएलएफ) अनप्लग्ड ने आज यूनिसन वर्ल्ड स्कूल में प्रसिद्ध अभिनेत्री और निपुण कवयित्री प्रिया मलिक के साथ ‘चाय और कविताएं’ नामक सत्र प्रस्तुत किया। सत्र का संचालन महोत्सव सह-निदेशक और क्यूरेटर सौम्या द्वारा किया गया। अपनी कलात्मक बहुमुखी प्रतिभा के लिए जानी जाने वाली प्रिया मलिक ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर को उजागर किया। उनके साथ गिटार और गायन पर अभिन जोशी रहे।
“‘घर’ शीर्षक से अपनी प्रारंभिक कविता सुनाते हुए, प्रिया मलिक ने साझा किया, ‘जब हमारी जड़ें मजबूत होती हैं, तभी हम एक अच्छी शुरुआत कर पाते हैं। मैं देहरादून में पली बढ़ी हूँ और मुझे यह शहर बहुत प्यारा है। मगर जब में देहरादून छोड़ बहार गयी, मैंने न चाहते हुए भी अपने शहर को नज़रअंदाज़ कर दिया। ऑस्ट्रेलिया में काफी समय बिताने के बाद जब मैं लौटी तोह इस खूबसूरत शहर की अहमियत समझ में आयी। मुझे गर्व है की मेरी जड़ें इस शहर से जुडी हैं।”
इसके बाद उन्होंने अपनी मां के प्रति प्यार के बारे में एक कविता सुनाई, जिससे दर्शकों के बीच माहौल मार्मिक हो गया। उनकी अन्य कविताएँ प्रेम, विषाद और रिश्तों के विषयों से संबंधित रहीं।
कार्यक्रम के उत्साह को बढ़ाते हुए, मौके पे उपस्थित गेस्ट ऑफ़ हॉनर, डीजीपी उत्तराखंड आईपीईएस अशोक कुमार ने देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के 5वें संस्करण के लिए बहुप्रतीक्षित तारीखों की घोषणा करी। 27 से 29 अक्टूबर तक आयोजित होने वाला यह महोत्सव व्यापक साहित्यिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेगा, और देश भर से उत्साही, विचारकों और रचनाकारों को आकर्षित करेगा।
इस अवसर पर प्रसिद्ध कवि अतुल पुंडीर ने भी अपनी रचना दर्शकों के साथ साझा की। उन्होंने कहा, ”मैं डीडीएलएफ के साथ काफी लंबे समय से जुड़ा हूँ और यहां उपस्थित होना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं आज यहाँ अपनी कुछ कविताओं से प्यार बांटने आया हूँ।”
भावनाओं से भरी प्रिया की काव्यात्मक प्रस्तुति ने साहित्य और प्रदर्शन कला के सहज मिश्रण को प्रदर्शित किया। अपनी रचनात्मक यात्रा के बारे में प्रिया की अंतर्दृष्टि ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और अभिनय और कविता के बीच के संबंध का खूबसूरती से दर्शाया।
डीडीएलएफ के संस्थापक और निर्माता, समरांत विरमानी ने अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “डीडीएलएफ में हमारा उद्देश्य हमेशा से सांस्कृतिक परिदृश्य को समृद्ध करना रहा है। हम प्रिया मलिक के मनमोहक प्रदर्शन को प्रस्तुत करने और आगामी देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल की घोषणा करते हुए रोमांचित हैं। यह फेस्टिवल साहित्य और कलात्मक अभिव्यक्ति का जश्न मनाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
कार्यक्रम में यूनिसन वर्ल्ड स्कूल के छात्र-छात्राओं और स्टाफ सहित शहर की जानी-मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया।
हर की पैड़ी पहुचे भाजपा अध्यक्ष ने की गंगा जी की पूजा अर्चना,देश की उन्नति,पार्टी के सफलता की कामना
हरिद्वार(कुलभूषण)। अपने एक दिवसीय दौरे पर तीर्थनगरी पहुचे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडड्। जी ने सायंकाल हर की पैड़ी पहुचकर मॉ गंगा की पूजा अर्चना कर देश की उन्नत्रि के साथ साथ अगामी आम चुनाव में पार्टी के तीसरी बार सफलता की कामना की। हर की पैड़ी पहुचने पर श्रीगंगा सभा की ओर से उनका स्वागत करते हुए उन्हें सपत्नीक गंगा पूजन व गंगा जी की आरती कराया गया।उन्होंने माँ गंगा से देश की चहुमुंखी विकास तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में भारत के विश्व को राह दिखाने वाला देश बनने की कामना की। इस दौरान उनके साथ पार्टी के पार्टी के प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष सहित कई नेता मौजूद रहे। रविवार को एक दिवसीय दौरे पर हरिद्वार पहुचे भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा सायकाल हर की पैड़ी पहुचे,हर की पैड़ी पहुचकर जगत प्रकाश नड्डा ने सपत्नी मॉ गंगा की विध् विधन के साथ पूजा अर्चना तथा आरती कर देश के उन्नति की कामना की। इस दौरान श्रीगंगा सभा की ओर से मॉ गंगा का विधविधान से पूजन कराया गया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम,प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटट्,सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं नगर विधयक मदन कौशिक,संगठन मंत्री अजय जी तथा जिलाध्यक्ष संदीप गोयल,श्रीगंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम,महामंत्री तन्मय वशिष्ठ सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। गंगा जी की पूजा अर्चना के बाद भाजपा अध्यक्ष हर की पैड़ी स्थित श्रीगंगा सभा कार्यालय पहुचे, जहां पर श्रीगंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम,महामंत्राी तन्मय वशिष्ठ के नेतृत्व में गंगा सभा के पदाधिकारियों ने मॉ गंगा से उनकी मनोकामना पूर्ण करने की कामना की। इस दौरान श्रीगंगा सभा की ओर से आर्शीवाद स्वरूप उन्हें गंगाजली,प्रसाद तथा स्मृति चिन्ह देकर उनके संकल्प को पूर्ण होने की शुभकामनाएं दी। श्रीगंगासभा कार्यालय पहुँचने पर स्वागत एवं आशीष प्रदान करने वालों में श्री गंगासभा उपाध्यक्ष मनोज झा,स्वागत मंत्री सिद्धार्थ चक्रपाणि, समाजकल्याण मंत्री विकास प्रधान,कोषाध्यक्ष अविनाश श्रोत्रिय, सचिव वीरेंद्र कौशिक, सचिव अवधेश कौशिक, सचिव उज्ज्वल पंडित, संपादक गंगपल्लवी वैभव विद्याकुल, शिवांश झा,अनमोल मल, अभय त्रिपाठी, विश्वास जी सरायवाले सहित अन्य शामिल रहे।