Monday, May 19, 2025
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रोडवेज कर्मचारियों ने थमाया 27 से हड़ताल का नोटिस

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देहरादून। प्रबंधन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए रोडवेज कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया। परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने सोमवार को एमडी डॉ.आनंद श्रीवास्तव को नोटिस देते हुए 27 सितबर की मध्य रात्रि से कार्यबहिष्कार करने की चेतावनी दे दी है। मोर्चा का आरोप है कि दो दो बार वादा करने के बावजूद प्रबंधन ने एक भी मांग पर कार्रवाई नहीं की। अब यदि 26 सितंबर तक ठोस कार्यवाही नहीं होती तो इस बार आरपार की लड़ाई छेड़ दी जाएगी। मोर्चा संयोजक अशोक चौधरी, दिनेश पंत, रविनंदन कुमार, रामकिशुन राम ने संयुक्त रूप से बताया कि पहले 25 अप्रैल, उसके बाद 24 जुलाई को प्रबंधन के साथ हुई वार्ताओं में विभिन्न मांगों पर कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था। इस आश्वासन पर विश्वास करते हुए कर्मचारियों ने आंदोलन करने के फैसला टाल दिया था। पर, उसके भी प्रबंधन ने कोई कार्यवाही नहीं की। अब यह नोटिस आखिरी चेतावनी के रूप में दिया जा रहा है। अब कार्रवाई न हुई तो रोडवेज की चारों यूनियन 27 सितंबर की मध्यरात्रि से हड़ताल चली जाएंगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की ही होगी। उन्होंने कर्मचारियों के मानदेय-भत्तों के भुगतान में गोलमाल करने वालीं आउटसोर्स एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग भी की है।
मांगों का हल निकालने को चल रही कार्यवाही
देहरादून। रोडवेज के एमडी डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारियों के साथ दो दौर की वार्ता में जिन जिन बिंदुओं पर सहमति बनी हैं, उन सभी पर कार्यवाही की जा रही है। कुछ विषय तकनीकि हैं, जिन पर सभी पहुलओं का अध्ययन करने के बाद ही निर्णय किया जा सकता है। इसलिए कुछ विलंब हो रहा है। शासन स्तर पर निस्तारित होने वाली मांगों पर शासन से भी लगातार बातचीत जारी है। डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारी आश्वस्त रहे, उनकी सभी जायज मांगों पर प्रबंधन गंभीर है और स्थायी समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री धामी ने सूरतगढ, गंगानगऱ राजस्थान में सैनिक सम्मान समारोह में किया प्रतिभाग

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड और वीरभूमि राजस्थान सांस्कृतिक रूप से एक-दूसरे के पूरक रहे हैं। उत्तराखंड ने आध्यात्मिक क्षेत्र में जहां दुनिया को एक नई राह दिखाने का कार्य किया है, वहीं राजस्थान की महान धरती की प्राचीनकाल से ही अपनी अद्धितीय सांस्कृतिक विरासत रही है। राजस्थान प्राचीन काल से ही वीर भूमि रही है। यहां के वीरों तथा वीरांगनाओं ने अपना सर कटा दिया पर शत्रुओं के सामने कभी सर नहीं झुकाया। उन्होंने कहा कि उनका भी राजस्थान की इस महान धरती से गहरा सम्बन्ध है, क्योंकि उनके पूर्वज भी राजस्थान से ही उत्तराखंड में आये थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सूरतगढ, गंगानगऱ राजस्थान में सैनिक सम्मान समारोह कार्यक्रम में वीर सैनिकों के परिजनों को सम्मानित करते हुये कहा कि राजस्थान और उत्तराखंड, वीरों एवं बलिदानियों की भूमि है, ये बात हमारे सैनिकों ने अब तक हुए सभी युद्धों में सिद्ध की है। हमने हमेशा माना है कि देशभक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है। वे स्वयं एक सैनिक पुत्र हैं, इसलिए जब भी वे इस प्रकार के कार्यक्रमों में सम्मिलित होते हैं तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। अपने पिता जी से सुनी सैन्य वीरों की गाथाओं ने उन्हें बचपन से ही बहुत प्रभावित किया और उनके अंदर राष्ट्र के प्रति संपूर्ण समर्पण की भावना को जागृत किया। उन्होंने कहा कि वीर सैनिकों एवं उनके परिजनों को सम्मानित कर वे स्वयं को सम्मानित अनुभव कर रहे है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि उन्होंने सैनिक की वीरता तथा उनके परिजनों का संघर्ष भी देखा है। एक सैनिक जीवन में संघर्ष के बावजूद दृढ़ता पूर्वक अपने देश के स्वाभिमान को बचाने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। सैनिकों के प्रति हमारी सरकार का समर्पण किसी से छिपा हुआ नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश मजबूत हाथों में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से सेना ना केवल पहले से कहीं अधिक सक्षम और सशक्त हुई है बल्कि उसकी यश और कीर्ति पताका चारों ओर फहरा रही है।  हमने दुश्मन को मात तो पहले भी दी है लेकिन अब हमारे सैनिक दुश्मन को उसके घर में घुस कर धूल चटाते हैं। चाहे पुलवामा हमले का बदला हो, बालाकोट एयर स्ट्राइक हो या गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के दांत खट्टे करना हो, हमारे सैनिकों ने दुश्मन को ये बता दिया कि मोदी जी जैसा राजनीतिक नेतृत्व हो तो वो किसी भी दुश्मन को उसकी माद में जाकर मात दे सकती है। सशस्त्र सेनाएं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तभी कर सकती हैं जब उनके पास अच्छे हथियार हों और उन्हें उम्दा प्रशिक्षण मिला हो। इससे सैनिकों का मनोबल तो बढ़ता ही है, वे चुनौतियों का सामना करके विजयी भी होते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज भारत एक शक्तिशाली और सुरक्षित राष्ट्र बन चुका है। आज सम्पूर्ण विश्व भारत की शक्ति एवं सामर्थ्य से परिचित हुआ है, जिसका परिणाम है कि आज कोई भी दुश्मन हमें आंख दिखाने की हिम्मत नहीं कर सकता। आज देश की सुरक्षा में लगे सैनिकों को दुश्मन की गोली का जवाब देने के लिए सरकार से अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के पहले यूपीए सरकार की पॉलिसी पैरालिसिस ने देश को बहुत नुकसान पहुंचाया। आलम ये था कि 10 साल तक रक्षा समझौते तक ताक पर रख दिए गए थे। पूर्व की सरकारों में, सेना के आधुनिकीकरण की बात दूर, सेना के इस्तेमाल के लिए साजो-सामान की खरीददारी भी भारी पड़ती नजर आती थी। परन्तु जब से प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को आधुनिक बनाने का मोर्चा संभाला है, फर्क साफ दिखता है। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से भी देखा जाए तो हमारी केंद्र सरकार के पिछले 9 वर्ष बेमिसाल रहे हैं। सेना के पास अब भारत में बने टैंक, मिसाइल और हैंड ग्रेनेड के साथ- साथ बड़े हथियार हैं जो आत्म निर्भर भारत के नारे को सफल बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने साठ साल से लंबित ‘वन रैंक वन पेंशन’ की मांग को पूरा कर पूर्व सैनिकों को राहत देने का कार्य किया। इसके साथ ही देश के लिए बलिदान देने वाले हमारे रण बांकुरो की याद में राजधानी दिल्ली में सबसे महत्वपूर्ण स्थान पर सैन्य धाम बना कर सम्मान दिया। ऐसा ही एक सैन्य धाम हम देहरादून में बना रहे है। हमारे यहां चार धाम है और ये सैन्य धाम हमारा पांचवा धाम कहलाएगा।इस सैन्य धाम में देश के लिए बलिदान देने वाले उत्तराखंड के करीब 1750 योद्धाओं के घर आंगन की मिट्टी लाकर उनके बलिदान का गौरवशाली इतिहास लिखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारी महान जनता के वोट की ताकत है जो आज प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत शक्तिशाली देश बनकर उभर रहा है। आज भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिलना भारतवासियों के लिए गर्व की बात है। दिल्ली में तीन दिवसीय जी-20 के सम्मेलन में भारत ने अपनी शक्ति और सामर्थ्य का परिचय संपूर्ण विश्व को कराया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वह दिन अब दूर नहीं जब भारत पुनः विश्व गुरु के पद पर आरूढ़ होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हमारे वीर सैनिक मां भारती की आन, बान और शान को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए निरंतर इसी प्रकार देश की सेवा करते रहेंगे।

डीपीएस रानीपुर में वार्षिकोत्सव-2 धूमधाम से संपन्न

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हरिद्वार ( कुलभूषण) बीएचईएल के मुख्य सभागार में दिल्ली पब्लिक स्कूल, रानीपुर के वार्षिकोत्सव-2 का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के छात्र-समूह ने वाद्य यंत्रों की मधुर धुन के साथ स्वागत गीत से आगन्तुक अतिथियों का अभिनंदन किया। इसके बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. अनुपम जग्गा ने मुख्य अतिथि के रूप में पधारे योग ऋषि स्वामी रामदेव तथा हरिद्वार के सांसद एवं पूर्व शिक्षा मंत्री (भारत सरकार) डॉ. रमेश चन्द्र पोखरियाल का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रानीपुर बीएचईएल के विधायक श्री आदेश चौहान, शिवालिक नगर के नगरपालिकाध्यक्ष श्री राजीव शर्मा, गंगा सभा के अध्यक्ष श्री नितिन गौतम, महामंत्री श्री तन्मय वशिष्ठ तथा अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए डीपीएस रानीपुर के प्रधानाचार्य डॉ0 अनुपम जग्गा ने कहा कि आपकी उपस्थिति से विद्यालय परिवार सौभाग्य तथा खुशी का अनुभव कर रहा है। हम एनईपी 2020 के प्रमुख सिद्धांत पर ध्यान केन्द्रित कर कौशल विकास को महत्त्व दे रहे हैं। हमारे विद्यार्थी वर्ष भर शैक्षणिक, खेल तथा शिक्षणेतर अनेक प्रतियोगिताओं में भाग लेते हो तथा अपने अंदर छिपी क्षमता को प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त करते हो। हमारा मानना है कि राष्ट्र हम सबसे ऊपर है। अतः देश की अखंडता तथा अस्मिता की रक्षा करने के लिए नई पीढ़ी को तैयार करना हमारी जिम्मेदारी है। आज के ‘अनवरत’ समारोह की प्रस्तुति हमें हमारी प्राचीनतम संस्कृति और हमारी नैतिक मूल्यों पर आधारित जीवन शैली का बोध कराएगी; जिसे हमारे पूर्वजों ने अपनी बौद्धिक क्षमता, त्याग, बलिदान के द्वारा स्थापित किया है। डीपीएस के बच्चों के द्वारा प्रस्तुत आज का ‘अनवरत’ समारोह एक प्रकार से हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्रीमान नरेन्द्र मोदी जी का आभार एवं अभिनंदन करने के लिए प्रस्तुत है क्योंकि जिस तरह उन्होंने जी-20 के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विरासत और आत्मगौरव को उड़ान दी है। साथ ही उनके नेतृत्व में भारतीय वैज्ञानिकों ने चद्रयान मिशन को सफल कर इतिहास रच दिया है। आदित्य एल-1 सफलता की ओर निरंतर कदम बढ़ा रहा है। देश की सीमाओं की रक्षा के लिए आज हमारी सेना आधुनिक संसाधनों के साथ मजबूत है। हम इन गतिविधियों से प्रेरणा लेकर उत्साह से भर गए हैं।

इसके बाद नन्हे-मुन्ने बच्चों ने सुरभारती की वंदना करते हुए भक्ति नृत्य प्रस्तुत किया तो पूरा सभागार भक्तिमय वातावरण में डूब गया। इसी कड़ी में ‘स्कूल चलें हम’ नृत्य के द्वारा खेल-खेल में शिक्षा तथा कौशल विकास की प्रस्तुति ने श्रोताओं को आनंद से भर दिया। इसके पश्चात विविधता में एकता का भाव भरने वाला भारतमाता, मराठी, गुजराती, राजस्थानी, पंजाबी, कुमाउॅंनी-गढ़वाली, हिमाचली आदि गीतों पर आधारित मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति से पूरा सभागार तालियों की गड़गडाहट से गूॅंज उठा। इस गीत ने एक मंच पर भारत की पहचान प्रस्तुत कर दी।
इसके बाद मुख्य अतिथि माननीय रमेश चन्द्र पोखरियाल एवं अन्य अतिथियों ने विद्यालय के शैक्षिक-सत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
समूहगान के पश्चात ‘गाथा गीत’ द्वारा भारत की ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित महापुरुषों की दिव्य झाँकियों की प्रस्तुति दी गई; जिनसे संदेश दिया गया कि बदलते कालखंडों के साथ भी हमारी मर्यादाओं की पुनर्स्थापना होती रही है। जीवन के प्रवाह को सुख-दुख प्रभावित कर सकते हैं परंतु बाधित नहीं कर सकते हैं; जिसे देखकर सभी लोग अभिभूत हो गए। छात्रों ने भारत की मिली-जुली संस्कृति की झाँकी भी दिखाई। ‘गाथा गीत’ की प्रस्तुति द्वारा छात्रों ने याद दिलाया कि हमारी संस्कृति प्राचीन होने के साथ सर्वश्रेष्ठ भी है; जिसे हमने अपनी बौद्धिक क्षमता, त्याग और बलिदान से स्थापित किया है।
मुख्य अतिथि डॉ. रमेश चंद्र पोखरियाल ने अपने संबोधन में कहा कि कहा कि डीपीएस रानीपुर लगातार नई ऊँचाइयों को छू रहा रहा है। डीपीएस के बच्चों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति से हमें आज एनईपी 20 के दर्शन करा दिए हो। आज देश की अखंडता, प्राचीन संस्कृति तथा नैतिक मूल्य पर आधारित कार्यक्रमों को देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। इस भव्य समारोह से लग रहा है कि डीपीएस के बच्चे देश ही नहीं विश्व में चमकेंगे और माता-पिता को समझ लेना चाहिए कि उनके बच्चां का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।
मुख्य अतिथि स्वामी रामदेव ने समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज डीपीएस के बच्चों ने अपने पुरुषार्थ से भारत, भारतीय संस्कृति तथा बदलते आर्थिक, सामाजिक तथा वैज्ञानिक परिवेश को एक कार्यक्रम में समेट दिया है। जीवन एक संतुलन है। हमें विवेक, ज्ञान तथा भक्ति से संतुलन बनाकर जीना सीखना है। जीवन में मति, भक्ति तथा कृति तीनों की आवश्यकता होती है। मन में अच्छी मति, हृदय में भक्ति तथा हाथों में कृति होनी चाहिए। पढ़ाई के बाद असली परीक्षा कार्य क्षेत्र में होती है। हमें इतिहास पढ़ना भी है और गढ़ना भी है। डीपीएस के बच्चे भारत की शान हो। ऐसे आन-बान-शान को बढ़ाने वाले बच्चों की प्रस्तुति देखकर मेरा मन अभिभूत हो गया है। निश्चय ही ऐसे आयोजन सबको प्रेरित करते हैं। प्रधानाचार्य डॉ. अनुपम जग्गा ने सभी के प्रति अपना आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की छात्र प्रमुख प्रणव वसिष्ठ ने सभी आगंतुक अतिथियों तथा दर्शकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि आपने अपना अमूल्य समय देकर हमारा उत्साहवर्धन किया; जिसके लिए डीपीएस परिवार आपका तहेदिल से धन्यवाद ज्ञापित करता है।
कार्यक्रम में पविंदर सिंह बल, अनुपमा श्रीवास्तव, आरती बाटला, उमा पाण्डेय, शालिनी भटनागर, साँची चतुर्वेदी, दीपिका जोशी, कीर्ति सिंह तथा विद्यालय की समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएॅं उपस्थित रहे।

डेंगू रोकथाम को अगले 4 दिन देहरादून जिले में चलेगा महाअभियान, स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने दिये निर्देश, डेंगू के हॉटस्पाट बन रहे इलाकों से होगी अभियान की शुरूआत

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देहरादून। राज्य सचिवालय में आज सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार द्वारा डेंगू नियंत्रण हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस वर्चुवल बैठक में जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा आशुतोष सयाना, मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून डॉ संजय जैन, निदेशक राज्य संचरण परिषद डॉ अजय नगरकर, कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम डॉ पंकज सिंह सहित जनपद देहरादून के नगर स्वास्थ्य अधिकारी तथा अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
अन्य जनपदों के मुकाबले देहरादून जनपद में डेंगू के ज्यादा मामले देखने में सामने आ रहे हैं। सचिव स्वास्थ्य ने इसको लेकर जिलाधिकारी देहरादून सोनिका से पूरा फीडबैक लिया। डेंगू के हॉट स्पाट बन रहे इलाको को लेकर भी बैठक में बात हुई। समीक्षा बैठक में तय किया गया कि सभी विभागों के सामूहिक प्रयासों से अगले चार दिन देहरादून जनपद में डेंगू को लेकर महाअभियान चलाया जायेगा।
*चिकित्साअधिकारी व आशायें चलायेंगी घर-घर जनजागरूकता अभियान*
जनपद में चिकित्साअधिकारी और आशायें को घर-घर जन जागरूकता की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। चिकित्साअधिकारी, आशा कार्यकर्ता और अन्य विभागों की टीम घर-घर जागकर लोगों को डेंगू को लेकर जागरूक करेंगी साथ ही अगर कहीं डेंगू का लार्वा है तो उसको नष्ट करने का काम भी करेंगी। इसके साथ ही आम जनमानस को डेंगू को लेकर कोई जानकारी लेना चाहे तो चिकित्साअधिकारी उसको देने का काम करेंगे।
*डेंगू नियत्रंण को सभी विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी*
स्वास्थ्य सचिव ने डेंगू महामारी रोकने को सभी विभागों को मिलकर कार्य करने के निर्देश जारी किये हैं। स्वास्थ्य, नगर निगम, शिक्षा, लोकनिर्माण, पेयजल सहित सभी विभागों को मिलकर कार्य करने को कहा गया है। जिन स्थानों पर चेतावनी के पश्चात् भी पानी जमा होने से डेंगू मच्छर पैदा होने की स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं, ऐसे संस्थानों व लोगों पर आर्थिक दण्ड का प्रावधान किया जाये ताकि जनहित में डेंगू रोग के खतरे से लोगों को बचाया जा सके व महामारी का रूप लेने से रोका जा सके।
*आवासीय समितियों से सहयोग की अपील*
स्वास्थ्य सचिव ने जनपद की सभी स्वंय सेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, आवासीय समितियों से आग्रह किया है कि वह आगे बढ़कर डेंगू मुक्ति अभियान का हिस्सा बनें। सभी समितियां अपने-अपने इलाकों में आम जनमानस को जागरूक करने के साथ ही यदि कहीं डेंगू का लार्वा है तो उसे खत्म करने का प्रयास करें या फिर नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचित करें। सामूहिक प्रयासों से डेंगू के खतरे से लोगों को बचाया जा सकता है और इसे रोका जा सकता है।
*माइक्रो प्लान बनाकर रोस्टर अनुसार फॉगिंग*
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने नगर निगम को निर्देशित किया कि डेंगू रोग को महामारी का रूप लेने से रोकने के लिए नगर निगम/नगर निकाय माइक्रो प्लान बनाकर रोस्टर अनुसार फॉगिंग करें। ताकि प्रत्येक क्षेत्र में फॉगिंग एवं स्वच्छता अभियान चलाया जा सके। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के हॉट स्पॉट चिन्हित कर निरन्तर स्वच्छता अभियान एवं डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण समबन्धित कार्यवाही की जाये जिससे डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।

दून में 12 सितम्बर से लगेगी ‘सिल्क मार्क एक्सपो’

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देहरादून, केंद्रीय रेशम बोर्ड, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार की एक पहल है । सिल्क मार्क का प्रबंधन सिल्क मार्क ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसएमओआई) द्वारा किया जाता है । छह वर्षों से अधिक की अपनी छोटी सी अवधि में, एसएमओआई ने लगभग 1900 अधिकृत उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने और बाजार में एक करोड़ से अधिक सिल्क मार्क लेबल वाले उत्पाद उपलब्ध कराने में शानदार सफलता हासिल की है । सिल्क मार्क एक्सपो सिल्क मार्क के प्रचार में एक शक्तिशाली कदम साबित हुआ है । यही वजह है कि इस वर्ष के दौरान देश भर के प्रमुख महानगरों में बारह एक्सपो आयोजित किए जा रहे हैं ।इनमें से एक देहरादून एक्सपो में 26 प्रतिभागियों द्वारा श्रृंखला बद्ध करते हुए दूसरा एक्सपो है जो 12 से 18 सितंबर तक होटल मधुबन, राजपुर रोड, देहरादून, उत्तराखंड में आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारत के दूरदराज के बुनाई समूहों से प्राप्त शुद्ध रेशम उत्पादों की पूरी श्रृंखला का प्रदर्शन किया जाएगा ।
उत्तराखंड सिल्क फेडरेशन के प्रबंधक मातबर कंडारी ने ये जानकारी देते हुए प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि उद्घाटन समारोह 12 सितंबर को शाम 4 बजे होटल मधुबन , राजपुर रोड में आयोजित किया जाएगा । जिसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह के मुख्य अतिथि बनने के लिए सहमति दे दी है । गणेश जोशी, कृषि, किसान कल्याण, ग्रामीण विकास एवं सैनिक कल्याण मंत्री, डॉ धन सिंह रावत मंत्री, सहकारिता, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, डॉ. सी. मीनाक्षी, सदस्य सचिव प्रभारी, केरेबो, बैंगलोर और इस अवसर पर सिल्क मार्क ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया, बेंगलुरु के सीईओ के. एस. गोपाल के अलावा अन्य लोग भी उपस्थित रहेंगे ।

द पॉली किड्स देहरादून के सभी शाखाओं ने ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया

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देहरादून – द पॉली किड्स देहरादून ने अपनी सभी शाखाओं में बहुत उत्साह और उमंग के साथ दादा-दादी दिवस मनाया। दादा-दादी और नाना-नानी के प्रति प्यार, आदर, सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए दादा-दादी दिवस मनाया जाता था। डालनवाला, राजपुर रोड1, राजपुर रोड 2, जीएमएस रोड और प्रेम नगर शाखाओं की शाम की थीम कृष्ण संध्या थी, जहां कृष्ण लीला, डांडिया रास का आयोजन किया गया। आर्ट ऑफ लिविंग के श्री अतुल शर्मा एवं श्री प्रमोद द्वारा मधुर भजन प्रस्तुत किये गये। दादा-दादी ने भजनों की धुन पर नृत्य किया और पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण राधा और कृष्ण के साथ फूलों की होली थी जिसका वास्तव में सभी दादा-दादी ने आनंद लिया।

चेयरमैन कैप्टन मुकुल महेंद्रू, निदेशक श्रीमती रंजना महेंद्रू, श्रीमती नंदिता सिंह, श्रीमती वंदना छेत्री, श्रीमती शिप्रा आनंद, इवेंट को-ऑर्डिनेटर – श्रीमती दीप्ति सेठी, सिस्टम को ऑर्डिनेटर- श्रीमती दिव्या जैन, प्रधानाध्यापिका श्रीमती मोनिका चौहान, श्रीमती पूनम निगम, श्रीमती नेहा सहगल और पॉली किड्स का पूरा स्टाफ कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे।

आचार्य विनोबा भावे के नेतृत्व में लाखों लोगों ने पद यात्राएं कर भूमिहीनों के लिए जमीन का दान मांगा : सर्वोदयी हरबीर सिंह

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देहरादून, जिला सर्वोदय मंडल देहरादून तथा दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में दून पुस्तकालय के सभागार में भूदान आंदोलन के महानायक सर्वोदयी आचार्य विनोबा भावे जी की 128 वीं जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक सर्वधर्म प्रार्थना से की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर इंदु शुक्ला द्वारा की गई।

कार्यक्रम में सर्वोदय मंडल और विनोबा परिचय सर्वोदयी डॉक्टर विजय शुक्ला द्वारा दिया गया। मुख्य अतिथि दून पुस्तकालय के सलाहकार, प्रोफेसर बी. के. जोशी जी द्वारा महात्मा गांधी जी एवम आचार्य विनोबा भावे के विराट व्यक्तित्व के कई पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए उनके चित्र पर सूत की माला अर्पित की गई।
मुख्य वक्ता सर्वोदयी हरबीर सिंह कुशवाहा द्वारा कहा गया कि महात्मा गांधी जी के अनन्य सहयोगी आचार्य जी एक प्रखर विद्वान, निराले कर्मयोगी, कई भाषाओं के ज्ञाता, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, विश्व में अपनी तरह के एक आंदोलन भूदान आंदोलन के प्रणेता थे। उन्होंने अपने जीवन काल में चंबल घाटी के दुर्दांत डाकुओं को अपने आत्मबल से आत्म समर्पण करवा कर समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का कठिन कार्य करवाया। भूमिहीनों को भूमि दिलवाने के पवित्र उद्देश्य से आचार्य विनोबा जी ने 1959 में भूदान आंदोलन शुरू किया। इसके तहत उनके नेतृत्व में पूरे देश में लाखों लोगों ने पद यात्राएं कर भूमिहीनों के लिए जमीन का दान मांगा। देश में कुल 52 लाख एकड़ जमीन का दान स्वेच्छा से हुआ। देहरादून में बुद्धा टेंपल समेत कई तिब्बती कालोनियां उसी भूमि दान की जमीन पर बसी हैं। विशिष्टअतिथि पर्यावरणविद रवि चोपड़ा ने अपने वक्तव्य में कहा कि विनोबा जी सभी धर्मों के मर्मज्ञ थे। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब, कुरान, बाइबिल, धम्मपद समेत गीता जी का सार लिखा। जिनको देश विदेश में सराहा भी गया। उनका लिखा कुरान सार देश विदेश के इस्लाम धर्म गुरुओं द्वारा बहुत ही सराहा गया।
कार्यक्रम के अंत में पद्मश्री डॉक्टर माधुरी बड़थ्वाल द्वारा बापू के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए पीर पराई जानिए … ‘ गाकर कार्यक्रम में मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आज तक सभी ने उनकी पहाड़ी धुनों का आनंद उठाया था पर आज एक पारी की शुरुआत उन्होंने इस धुन को गाकर विनोबा जी को बड़ा सम्मान प्रदान किया है।

कार्यक्रम के आरंभ में सर्वोदयी डॉक्टर रश्मि पैन्यूली ने विनोबा जी को सभी की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में लोगों को विनोबा साहित्य का वितरण भी किया गया।
आज के कार्यक्रम का संचालन सर्वोदयी कुसुम रावत द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में स्वागत व अंत में आभार दून पुस्तकालय के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने व्यक्त किया। इस मौके पर बिजू नेगी, विजयशंकर शुक्ल, एस एस बिष्ट, अंजलि भृतहरि,त्रिलोचन भट्ट, राजेश सकलानी,समर भंडारी, बिजू नेगी,कमला पन्त,समदर्शी बड़थ्वाल, अभिमन्यु गहलौत, डॉ.सत्यनारायण सचान सहित बुद्धा टेंपल के प्रतिनिधि व शहर के कई सामाजिक चिंतक, शिक्षाविद, बुद्धिजीवी, साहित्यप्रेमी, पुस्तकालय के सदस्य और युवा पाठक मौजूद थे। अंत में विनोबा जी के सिद्धांतों के अनुरूप ही मात्र तीन वस्तुओं के जलपान से विनोबा जयंती का समापन हुआ

ब्रैकिंग : दून पुलिस ने 24 घंटे में किया ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, हत्यारोपी लेफ्टिनेंट कर्नल अरेस्ट

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-सिरवालगड़ में पड़ा मिला था नेपाल मूल की महिला का शव
-आरोपी प्रेमी रामेन्दू उपाध्याय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर है तैनात
-पहले से शादी शुदा होने के बावजूद नेपाल की श्रेया शर्मा युवती से थे अवैध संबंध
-सिलीगुड़ी में पोस्टिंग के दौरान श्रेया से हुई थी लेफ्टिनेंट कर्नल की दोस्ती
-युवती के द्वारा शादी करने का बनाया जा रहा था दबाव तो रास्ते से हटाने के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल ने उतारा मौत के घाट
-एसएसपी दलीप सिंह कुँवर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उठाया हत्याकांड से पर्दा

देहरादून, रायपुर थाना क्षेत्र के सिरवालगड़ में सड़क मिले अज्ञात महिला के शव के केस को पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर सुलझाते हुए पुलिस ने युवती के मर्डर में उसके प्रेमी लेफ्टिनेंट कर्नल को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि सिलगुड्डी में बार डांसर रही युवती से उसका लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। शादी का दबाव बनाने पर उसने युवती को ठिकाने लगाया है। पुलिस ने आरोपी के पास मर्डर से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत भी बरामद कर लिए हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। इस मौके पर एसएसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रूपये ईमान देने की भी घोषणा की |

घटना का पूरा विवरण :

रविवार 10 सितम्बर को ग्राम प्रधान सोडा सरोली प्रवेश कुमेड़ी द्वारा थानाध्यक्ष रायपुर को सूचना दी गयी कि सिरवाल गढ़ में एक महिला का शव संदिग्ध अवस्था मे पडा है । इस सूचना पर थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे । फील्ड यूनिट की सहायता से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी। मौके पर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून व क्षेत्राधिकारी डोईवाला पहुंचे । जिनके द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना के शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । घटनास्थल का निरीक्षण करने पर महिला के माथे व सर पर गम्भीर चोटों का होना पाया गया । पास ही में एक टायलेट क्लीनर की बोतल पडी हुई मिली । आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा का होना नही पाया । डीआईजी/एसएसपी देहरादून द्वारा मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से भी मृतका की शिनाख्त हेतु प्रचार-प्रसार व सार्थक प्रयास के निर्देश दिये गये। महिला की संदिग्ध परिस्थियों में हत्या कर घटनास्थल पर फेकें जाना पाये जाने पर चौकी प्रभारी मालदेवता की तहरीर पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा 302/201 भादवि पंजीकृत किया गया । विवेचना वरि. उ.नि. नवीन जोशी के सुपुर्द की गयी । गठित पुलिस टीम में से प्रथम टीम द्वारा घटनास्थल के आस-पास रहने वाले व्यक्तियों से गहनता से पूछताछ की गयी। द्धितीय टीम द्वारा घटनास्थल को आने व जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को चैक किया गया, तृतीय पुलिस टीम द्वारा मृतका द्वारा पहनी जुडियो ब्रांड की ड्रेस जो नई प्रतीत हो रही थी की जानकारी हेतु जुडियो ब्रांड के शोरूम जाखन व किशननगर चौक जाकर जानकारी प्राप्त की गयी । चतुर्थ टीम द्वारा मृतिका की शिनाख्त हेतु आवश्यक कार्यवाही की गयी । पुलिस टीम द्वारा जुडियो ब्रांड के शोरूम जाखन व किशननगर से जानकारी हासिल की गयी तो पाया गया कि उक्त दोनों शोरूम से उक्त आर्टिकल की 08 ड्रेस विक्रय हुई है । जिनके सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी । घटनास्थल से लगभग 300 मीटर की दूरी पर ग्रामीण का आवास होना पाये जाने पर स्पष्ट हुआ कि घटना रात्रि में हुई है । घटनास्थल के आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली की रात्रि में अंतिम बार 11.00 बजे लगभग ग्रामीण की गाडी अन्दर आयी थी । तब तक घटना का होना प्रकाश में नही आया । पुलिस टीम द्वारा रात्रि 11.00 बजे से प्रात: 04.00 बजे तक महाराणा प्रताप चौक से थानो की ओर जाने वाले व थानो चौक से महाराणा प्रताप चौक की ओर आने वाले लगभग 240 वाहनों को चैक किया गया ।

पुलिस की पकड़ में ऐसे आया आरोपी :

पुलिस टीम द्वारा लगातार चैक किये गये वाहनों की आने-जाने के समय की तुलना करने पर 18 वाहनों के समय में संदिग्धता पायी गयी । 18 चौपहिया वाहनों के कडी मेहनत के पश्चात नम्बर व वाहन स्वामियों के पते प्राप्त किये गये तथा उनके पते तस्दीक किये गये । वाहन स्वामियों के नम्बर प्राप्त किये गये । उक्त पतों को तस्दीक करते हुए वाहन सं0: यू0के0-07-डीएक्स-5881 KIA का वाहन स्वामी रामेन्दू उपाध्याय पुत्र श्री वाल्मिकी उपाध्याय निवासी प्रेमनगर पंडितवाड़ी जनपद देहरादून के नाम होना पाया गया जिसकी जानकारी पता करने पर घटना के दौरान वाहन स्वामी का मोबाइल फोन स्विच आफ होना पाया गया तथा घटना के दौरान महाराणा प्रताप चौक से थानो चौक तक पहुंचने में लिये गये समय में लगभग 42 मिनट के अतिरिक्त समय का होना पाया गया । जिस पर पुलिस टीम द्वारा आज सोमवार 11 सितम्बर की प्रात: वाहन स्वामी रामेन्दू उपाध्याय को उसके घर प्रेमनगर पण्डितवाडी के पास से हिरासत में ले कर पूछताछ की गयी तो रामेन्दू उपाध्याय द्वारा घटना को स्वीकार किया गया।

 

नेपाल की रहने वाली थी युवती :

पुलिस ने बरामद मोबाइल फोन में मृतिका के साथ रामेन्दू उपाध्याय की फोटो होना, मृतिका के मोबाइल नम्बर से बात करना पाया गया । रामेन्दू उपाध्याय द्वारा दिनांक 3.सितम्बर 2023 को जुडियो के शोरूम से मृतिका को ड्रेस दिलाया जाना भी पाया गया । रामेन्दू उपाध्याय की निशानदेही पर क्लेमनटाउन से घटना में प्रयुक्त कार यू0के0-07-डीएक्स-5881 KIA कार के अन्दर छुपाकर रखी मृतिका की आईडी, मृतिका के कपडे, घटना के समय रामेन्दू उपाध्याय द्वारा पहने कपडे तथा थानो रोड जंगल से घटना में प्रयुक्त रक्त रंजीत हैमर (हथोडी) बरामद की गयी । अभियुक्त के कपडों, गाडी के अन्दर मृतिका का रक्त लगा हुआ होना पाया गया । मृतिका की शिनाख्त श्रेया उर्फ सुमित्रा पुत्री शिव बहादुर चौक चिसापानी जिला तनहु नेपाल के रूप में हुई । अभियुक्त को समय से मा0 न्यायालय पेश किया जायेगा।

मर्डर के पीछे की कहानी :

अभियुक्त रामेन्दू उपाध्याय पुत्र श्री वाल्मिकी उपाध्याय निवासी प्रेमनगर पंडितवाड़ी जनपद देहरादून उम्र- 42 वर्ष द्वारा बताया गया कि मै आर्मी में क्लेमेंटाउन देहरादून में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हूँ । मेरी पोस्टिंग कुछ समय पहले सिलिगुडी पश्चिम बंगाल से देहरादून में हुयी थी । मैं वर्ष 2010 में डिपार्टमेंटल कमीशन के रूप में लेफ्टिनेंट बन गया था । मेरा घर पंडितवाड़ी में है। वर्ष 2020 जनवरी में मेरी मुलाकात नेपाली मूल की एक लड़की श्रेया शर्मा से जिजी (ZIZZI) डांस बार सिटी सेंटर मॉल सिलीगुड़ी पंश्चिम बंगाल में हुई थी। जहां पर मुझे श्रेया शर्मा बहुत पसंद आई । पहले मेरी मुलाकात श्रेया से दोस्ती के नाते हुई उसके बाद हमारी आपसी रिलेशन बन गए । हम दोनों सिलीगुड़ी में पति-पत्नी की तरह रहते थे । मैं श्रेया के सारे खर्चे उठाता था । जब मेरी पोस्टिंग देहरादून जिले में हुई तो मैं श्रेया को भी अपने साथ देहरादून ले आया । जिसकी जानकारी मेरी पत्नी को हुई तो मैंने श्रेया को कुछ दिन होटल में रखने के बाद वापस सिलीगुडी भेज दिया । जिसे कुछ दिन बाद मैंने दुबारा देहरादून बुला लिया और कुछ दिन होटल में रखने के बाद मैंने क्लेमनटाउन में एक फ्लैट किराये पर लिया और उसे वहां रख दिया । कुछ दिन सही रहने के बाद वह लगातार मुझे अपनी पत्नी का दर्जा देने का दबाब बनाने लगी और इसको लेकर वहां मुझे गाली गलौज करने लगी । मुझसे पीने के लिये शराब और होटल से खाना मंगाती थी । मैं ही खाना बनाता था उसे खाना बनाना नहीं आता था । मेरा लगभग रोज फ्लैट में आना जाना था इसका मेरी पत्नी को भी पता चल गया था । श्रेया मुझसे लगातार दुर्व्यवहार करती थी और मुझे गालियां देती थी कहती थी कि तुमने मेरी लाइफ खराब कर दी है मुझे रखैल की तरह रखा हुआ है । मुझसे शादी कर लो इस बात को लेकर हमारा झगड़ा होता रहता था पिछले कुछ दिनों पहले मेरी वाइफ भी फ्लैट में आई थी उसकी भी लड़ाई मेरी पत्नी के साथ हुई। मेरी पत्नी और श्रेया के बीच लड़ाई होने से मुझे बहुत बुरा लगा था मैं असमंजस की स्थिति में था कि मैं क्या करूं मैं बहुत परेशान हो गया था ।

हत्या के पीछे का कारण :

आरोपी ने पुलिस को बताया कि उक्त कारणों से परेशान होकर उसे जान से मारने की योजना बनायी और शनिवार 9 सितम्बर को श्रेया को मैं बीयर पीने के लिए राजपुर रोड स्थित एक क्लब ले गया। जहां पर रात को हमने शराब पी मैंने उसे ज्यादा शराब पिलाई और खुद कम शराब पी फिर मैंने उसे लॉन्ग ड्राइव में जाने को कहा मैंने अपनी गाड़ी में भी कुछ बीयर और शराब रख ली इसके बाद हम लोग रात्रि को आईएसबीटी घंटाघर बल्लूपुर डोईवाला फिर डोईवाला से वापस होते हुए महाराणा प्रताप चौक से थानो रोड की तरफ निकले। मैंने अपनी गाड़ी थानो रोड पर सोड़ा सरोली से एक रास्ता बाँये ओर जाता है, वहां पर जंगल जाने वाले रास्ते पर लगा ली। मेरा पूर्व में ही श्रेया को जान से मारने की योजना थी तो मैंने गाड़ी में एक हथौड़ा सीट के पीछे रख लिया था और एक टॉयलेट क्लीनर गाड़ी में रख लिया था। श्रेया अत्यधिक शराब के नशे में मुझे गाडी में शारीरिक सम्बन्ध बनाने को कह रही थी और अपने कपडे उतारने लगी । मैंने योजना के अंतर्गत अपनी कार की पिछली सीट में रखे हथौड़े को निकाल कर श्रेया पर ताबड़तोड़ सर में प्रहार किया वह नशे में थी तो डिफेंस नहीं कर पाई मैं सर के पीछे लगातार हथौड़े से वार करता चला गया। जब वह मर गई तो मैं गाड़ी को थोड़ा और आगे ले गया जहां गाड़ी का रास्ता खत्म हो गया तो मैं वापस गाड़ी बैक करी उसके बाद मुझे जहां जगह मिली मेन रोड किनारे उसको फेंक दिया उसके बाद गाड़ी में रखा टॉयलेट क्लीनर निकाला और उसके मुंह पर डाल दिया। श्रेया के शव को ठिकाने लगाकर मैंने हथोडा थानो रोड पर सडक किनारे फेंक. दिया । उसके बाद वापस आकर गाडी क्लेमनटाउन स्टोर में छुपा दी व श्रेया के सामान व पहने कपडों को भी गाडी में छुपा दिया । आज मैं अपनी पत्नी के पास मिलने आ रहा था तथा उसे बताना चाहता था कि मैंने श्रेया को वापस भेज दिया ।

ट्रैफिक नियमों पर केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में कार्यशाला

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देहरादून, देहरादून केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आज ट्रैफिक नियमों पर यातायात पुलिस के सहयोग से बच्चों के लिये एक कार्यशाला का आयोजन किया गया !
कार्यशाला को संबोधित करते हुए ट्रैफिक इंस्पेक्टर शशि भूषण नेगी ने बच्चों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि जीवन अमूल्य है और ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए इसकी रक्षा की जा सकती है ! उन्होंने बताया कि विश्व में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना भारत वर्ष में होती है जिसका कारण सुरक्षा नियमों का पालन ना करते हुए अंधाधुंध वाहन दौड़ाना है ! बिना लाईसेंस , ओवर स्पीड,बिना हेलमेट , ट्रैफिक सिग्नल को तोड़ना दंडनीय अपराध है और इन्ही के उलंघन से सड़क दुर्घटनाएं होती है !May be an image of one or more people
उपप्राचार्य मनीषा मखीजा ने ट्रैफिक विभाग द्वारा बच्चों को दी गई जानकारी के लिये शुक्रिया अदा करते हुए बच्चों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने की शपथ दिलवाई एवं पुलिस विभाग का आभार व्यक्त किया !
कार्यक्रम के बाद यातायात कार्टून पत्रिका भी बच्चों को दी गई जिसमें कार्टून के माध्यम से बच्चों को ट्रैफिक नियमों से परिचित करवाया गया है !
कार्यशाला में ट्रैफिक विभाग के धीरज एवं अंकित ने भी बच्चों का मार्गदर्शन किया, इस अवसर पर उपप्राचार्य मनीषा मखीजा, डी एम लखेड़ा,सीमा श्रीवास्तव, उर्मिला बामरु, मयंक सिंह , दमयंती खनका, अनिल कुमार, प्रगति रावत , सुमित कुमार आदि शिक्षकों ने कार्यशाला में भाग लिया

 

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री 12 सितम्बर को करेंगे विद्या समीक्षा केन्द्र का शुभारम्भ

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देहरादून, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान आगामी 12 सितम्बर को देहरादून में विद्यालयी शिक्षा के अंतर्गत विद्या समीक्षा केन्द्र का लोकार्पण एवं प्रदेश के 142 पीएम-श्री स्कूल्स व 3 नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावासों का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा मेधवी छात्रवृत्ति योजना तथा उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना का विधिवत शुभारम्भ करेंगे।

सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में गुणवत्तापरक शिक्षा के साथ-साथ बेहतर मॉनिटिरिंग एवं शिक्षा के कम्प्युटरीकरण को लेकर केन्द्र सरकार के सहयोग से विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना की गई है। जिसका विधिवत शुभारम्भ आगामी 12 सितम्बर को विद्यालयी शिक्षा महानिदेशालय के परिसर में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा किया जायेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय शिक्षा मंत्री प्रदेश को प्रथम चरण में स्वीकृत 142 पीएम-श्री स्कूल्स एवं तीन नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावासों की सौगात देंगे। जिनके निर्माण हेतु केन्द्र सरकार द्वारा इसी वित्तीय वर्ष में रूपये 7291 लाख की स्वीकृति देते हुये प्रथम किस्त रूपये 1823 लाख जारी कर दी गई हैं। जबकि द्वितीय चरण के पीएम-श्री स्कूल्स की स्वीकृति शीघ्र मिलने की उम्मीद है। इसी क्रम में 6 से 12 आयु वर्ग के गरीब एवं असहाय छात्र-छात्राओं के लिये तीन नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावासों का शिलान्यास भी करेंगे, जो कि श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल), ऊधमसिंह नगर एवं चम्पावत में खोले जायेंगे। जबकि इससे पूर्व प्रदेश के 11 जनपदों में आवासीय छात्रावास पूर्व से ही चल रहे हैं जिसमें लगभग तीन हजार छात्र-छात्राएं रह रहे हैं। इन नये तीन आवासीय छात्रावासों के तैयार होने के उपरांत राज्य में कुल 13 आवासीय छात्रावास बन जायेंगे, जिनमें से तीन छात्राओं व 10 छात्रों के लिये अनुमन्य हैं। डॉ. रावत ने बताया कि केन्द्रीय शिक्षा मंत्री उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राज्य में शुरू की गई मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा मेधावी छात्रवृत्ती योजना एवं मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना का भी श्रीगणेश करेंगे। इसके अतिरिक्त एनडीए, आईएमए कैडेट पुरस्कार योजना के तहत सूबे से इस वर्ष चयनित कुल 77 कैडेट्स को रूपये 50 हजार की प्रोत्साहन राशि का चैक भी वितरित करेंगे।

 

सार्थक पहल : जनपद के दूरस्थ क्षेत्र जौरासी में शंकर सिंह भाटिया ने खोला पुस्तकालय

पिथौरागढ़, जनपद के दूरस्थ क्षेत्र जौरासी में वरिष्ठ पत्रकार शंकर सिंह भाटिया के प्रयासों से पुस्तकालय की शुरुआत की गई। गौर हो कि भाटिया पत्रकारिता के साथ-साथ कई किताबें भी लिख चुके हैं। वर्तमान में देहरादून निवास कर रहे भाटिया ने अपने गृह क्षेत्र जौरासी में रहकर समाज के लिए काम का निर्णय किया। उन्होंने इसकी शुरुआत पुस्तकालय अभियान से की।
इस अवसर पर शंकर सिंह भाटिया ने बताया कि फिलहाल पुस्तकालय में एक हजार पुस्तकें रखी गई हैं। इस पुस्तकालय की स्थापना के लिए उन्होंने शिक्षक और प्रतिष्ठित कवि महेश पुनेठा को प्रेरणास्रोत बताया और कहा कि यह पुस्तकालय बच्चों और बड़ों के लिए रचनात्मक गतिविधियों का केन्द्र बनेगा। पुनेठा ने कहा कि पुस्तकालय को आगे बढ़ाने की दिशा में हमारा सहयोग रहेगा। बता दें कि पुस्तकालय डा0 होशियार सिंह बोरा के भवन में स्थापित किया गया है।
इस दौरान पुस्तकालय अभियान व दीवार पत्रिका के सूत्रधार एवं कई पुस्तकों व कविताओं पर लेखक महेश पुनेठा ने दीप जलाकर पुस्तकालय की शुरुआत की। कार्यक्रम का संचालन डा0 होशियार सिंह बोरा ने किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार मनरेगा लोकपाल जगदीश कलौनी, सैन्य अधिकारी योगेंद्र चंद, जीआईसी जौरासी के प्रधानाचार्य आरके सिंह, धीरज सिंह खड़ायत, हरीश बोरा, डा0 होशियार सिंह बोरा, डा0 बीना बोरा, रविंद्र भाटिया, किशन सिंह भाटिया, जगत सिंह भाटिया, मदन सिंह महर, प्रधान कुंदन सिंह भाटिया, महेंद्र सिंह भाटिया, कुंदन सिंह भाटिया, नारायण सिंह भाटिया समेत तमाम गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

 

ग्रामीणों के संघर्ष की जीत का परिणाम है हिनामोटर मार्ग का शिलान्यास : विधायक सुरेश चौहान

(डा. रामचन्द्र उनियाल)

उत्तरकाशी, वन भूमि और इको सेंसेटिव जोन के कारण विगत कुछ वर्षों से हाईकोर्ट में लंबित हिना मोटर मार्ग का निस्तारण होने के बाद आज विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान शिलान्यास कर दिया | करीब डेढ़ करोड़ की लागत से बनने वाले इस मोटर मार्ग की शिलान्यास समारोह में विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि हिना गांव की सड़क के लिए गंगोत्री क्षेत्र के पूर्व विधायक स्वर्गीय गोपाल रावत ने राज्य सरकार से निर्माण की स्वीकृति दिलाई थी लेकिन सड़क निर्माण का मामला हाईकोर्ट में जाने के कारण सड़क निर्माण का कार्य लटक गया, उन्होंने कहा कि हिना गांव की सड़क के लिए विधानसभा में भी मेरे द्वारा प्रश्न उठाए गए जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने संज्ञान लिया और अधिवक्ताओं से वार्ता की और अब हाईकोर्ट से मामले का निस्तारण होने पर आज मुझे अत्यंत खुशी हुई है और आज हिना गांव की इस डेढ़ करोड़ की लागत से बनने वाली 3 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो गया है जो जल्द ही पूरा हो जाएगा, जिससे ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा | उन्होंने कहा कि इस सड़क के निर्माण हेतु संघर्षरत स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं विशेष रूप से विजय पाल मखलोगे का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस सड़क के निर्माण हेतु काफी संघर्ष किया, जिसके परिणाम स्वरुप इस सड़क का शिलान्यास हो पाया है यह ग्राम प्रधान सहित सभी ग्रामीणों के संघर्ष की जीत का परिणाम है |
इस अवसर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख चंदन सिंह पवार जिला पंचायत सदस्य मनोज मिलान प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रताप रावत घनश्याम चौहान अमित सेमवाल पूर्व प्रधान गजेंद्र मखलोगा मुरारी लाल भट्ट चंदन सिंह राणा आदि उपस्थित रहे l

 

भारतीय संविधान में डा. अम्बेडकर के महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख एवं सम्बन्धित विविध पक्षों पर विचार गोष्ठी का आयोजन

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से रविवार को संविधान और अंबेडकर मिथक, आख्यान, वास्तविकताएं और उससे जुड़े प्रमुख मुद्दों पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम पुस्तकालय के सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व न्यायधीश सी. एल. भारती ने की। इस विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने अम्बेडकर द्वारा भारतीय संविधान में उनके द्वारा दिये गये महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख करते हुए संविधान से सम्बन्धित विविध पक्षों पर सम्यक प्रकाश डालते हुए कई जानकारियां प्रदान कीं।
गोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता पूर्व प्रोफेसर व सामाजिक चिंतक डाॅ. करनैल सिंह रंधावा ने बताया कि संविधान सभा में बहुत से सदस्य थे परंतु डाॅ. अंबेडकर ने ड्राॅफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष के रूप में प्राप्त हजारों प्रस्तावों में से स्क्रुटनी करके संविधान सभा के सामने बहस के लिए प्रस्तुत किया। यह एक श्रमसाध्य और महति जिम्मेदारी युक्त कार्य था जिसे डाॅ. अंबेडकर ने बहुत सतर्कता एवं कुशलता से कर दिखाया। इसीलिए संविधान निर्माता का महत्वपूर्ण श्रेय डाॅ. अंबेडकर को दिया जाता है। विशिष्ट अतिथि सामाजिक विचारक संजय कुमार ने कहा कि भारत का संविधान डाॅ. अंबेडकर के अथक प्रयासों का ही परिणाम है, जिसमें डाॅ. अंबेडकर ने समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर संविधान में कानूनों को समाहित किया। उन्होंने महिलाओं, मजदूरों एवं अल्प संख्यक तथा पिछड़े वर्गो के लिए विशेष प्राविधान रखवाए। अध्यक्षता करते हुए पूर्व न्यायधीश ने कहा कि संविधान को छद्म रूप से खत्म करने के प्रयास भी चल रहे हैं।लोकतंत्र की रक्षा के लिए इसे हर कीमत पर बचा कर रखना होगा। एक स्वस्थ लोकतंत्र ही न्यायपूर्ण और समता मूलक समाज के लिए जरूरी होता है। आज के इस विचार गोष्ठी का सफल संचालन लेखक व शिक्षाविद व लेखक प्रोफेसर राजेश पाल ने किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने उपस्थित अतिथियों व लोगों का स्वागत किया और निकोलस हाॅफलैण्ड ने कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया।

सभागार में उपस्थित कई जिज्ञासु लोगों ने इस विषय पर अनेक सवाल जबाब भी किये। इस अवसर पर बिजू नेगी, जितेंद्र भारती, डॉ.धीरेन्द्रनाथ तिवारी, सुंदर सिंह बिष्ट,डॉ.विद्या सिंह, कल्पना बहुगुणा, समदर्शी बड़थ्वाल व रामशरण नुयाल सहित सभागार में कई सामाजिक चिंतक, शिक्षाविद, बुद्विजीवी, साहित्यकार, संस्कृति, कला व साहित्य प्रेमी, पुस्तकालय के सदस्य तथा युवा पाठक उपस्थित रहे।