देहरादून, मसूरी में चाकू से गला रेत कर की गई युवक की निर्मम हत्या का दून पुलिस ने खुलासा किया है। घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को मसूरी पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों से मृतक की कार और घटना में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया है। प्रेम प्रसंग में शादी न करने के चलते आरोपियों ने हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।
घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि मामले की तत्परता को देखते हुए पुलिस टीम का गठन किया। वहीं को पुलिस सीसीटीवी के माध्यम से आरोपियों तक पहुँचाने पर सफलता पाई। पुलिस ने दोनों आरोपी को मृतक की गाड़ी के साथ हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया। पुलिस से पूछताछ में उनके द्वारा खुद को भाई बहन होना बताया गया। आरोपियों की पहचान अब्दुल्ला शाहीन और कुदरत निवासी दिल्ली के रूप में हुई। खुलासे करने वाली टीम को एसएसपी ने 25 हजार का इनाम दिया है।
प्रेम प्रसंग में शादी नहीं करने के चलते उतार दिया मौत के घाट, दो आरोपी गिरफ्तार
इन्वेस्टर समिट से पहले धामी सरकार का मास्टर स्ट्रोक, उत्तराखंड सेवा क्षेत्र नीति-2023 की गई प्रख्यापित
-इस नीति के लागू होने से राज्य की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
देहरादून। दिसंबर माह में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले धामी सरकार ने उत्तराखंड सेवा क्षेत्र नीति-2023 के रूप में मास्टर स्ट्रोक चला है। इस नीति के लागू होने से राज्य की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र को जहां बढ़ावा मिलेगा तो इस सेक्टर के जरिये रोजगार के भी तमाम नए दरवाजे खुलने जा रहे हैं।
धामी सरकार का पूरा फोकस इस समय राज्य में निवेश को बढ़ावा देने पर है। इसी उद्देश्य के साथ दिसंबर माह में बड़े स्तर पर राज्य की राजधानी देहरादून में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होने जा रही है। इसी के साथ-साथ राज्य के औद्योगिक विकास विभाग के द्वारा उद्योगों की सहूलियत को देखते हुए नई नीतियां लायी जा रही हैं। इसी क्रम में आज हुई धामी सरकार की मंत्रिमंडल बैठक में औद्योगिक विकास विभाग के अंतर्गत उत्तराखण्ड सेवा क्षेत्र नीति-2023 लायी गयी है। इसके तहत उत्तराखण्ड सरकार द्वारा स्वास्थ्य देखभाल, वेलनेस एवं पारम्परिक चिकित्सा, शिक्षा, फिल्म और मीडिया, खेल, आई.टी.ई.एस., डाटा सेंटर, कौशल विकास के क्षेत्रों में सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु विशेष फोकस किया जाएगा। माना जा रहा है कि उक्त नीति के प्रख्यापन से राज्य की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। नीति के अतंर्गत सेवा अर्थव्यवस्था (पर्यटन को छोड़कर) 2030 तक 27 बिलियन अमरीकी डालर तक बढ़ेगी और राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में कम से कम 40 प्रतिशत का योगदान देगी। इसके अलावा, उत्तराखण्ड वर्ष 2030 से पहले सेवा क्षेत्रों में 60,000 करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करेगा तो वर्ष 2027 से पहले 45,000 करोड़ रुपये निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत सेवा क्षेत्र में 20 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा तथा सेवा क्षेत्रों में 10 लाख श्रमिकों का कौशल विकास होगा। सेवा क्षेत्र में निवेशकों को भूमि एवं पूंजीगत सब्सिडी का प्रावधान भी किया गया है।
औली विकास प्राधिकरण : ‘खेल’ और ‘पर्यटन’ को लगेंगे पंख
_ धामी सरकार ने लिया अलग से प्राधिकरण बनाने का फैसला, कैबिनेट की लगी मुहर
_ सुनियोजित तरीके से हो पाएगा विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीड़ा स्थल का विकास, अलग से होगी बजट की व्यवस्था
_ सरकार के फैसले से खेल प्रेमियों और व्यवसासियों में खुशी की लहर, मुख्यमंत्री का जताया आभार
देहरादून। विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीड़ा स्थल औली को लेकर राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब औली के पर्यटन विकास व खेल सुविधाओं में इजाफे के लिए ‘औली विकास प्राधिकरण’ का गठन किया जाएगा। धामी मंत्रिमण्डल की बैठक में आज इस प्रस्ताव को हरी झण्डी दे दी गई है। सरकार के इस फैसले से खेल प्रेमियों और जोशीमठ क्षेत्र के व्यवसायियों में खुशी की लहर है।
औली उत्तराखंड का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो दुनिया भर में स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है। समुद्र तल से तकरीबन 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह प्राकृतिक स्थल देश ही नहीं विदेश के अव्वल स्कीइंग स्थलों में से एक है। यही वजह है कि फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्की (एफआईएस) ने स्कीइंग रेस के लिए औली को अधिकृत किया हुआ है। वर्ष 2011 में सैफ विंटर गेम्स के आयोजन से पहले यहां चेयर लिफ्ट, स्नो मेकिंग मशीन, कृत्रिम झील आदि सुविधाएं विकसित की गईं लेकिन गेम ओवर हो जाने के बाद इन मशीनों और उपकरणों को उन्हीं के हाल पर छोड़ दिया गया। रखरखाव की जिम्मेदारी किसी एक विभाग के पास न होने के कारण करोड़ों के ये उपकरण खराब हो गए। इसके बाद से खिलाड़ी और खेल प्रेमी औली के योजनाबद्ध विकास के लिए अलग से एक संस्था के गठन की मांग वर्षों से कर रहे हैं। उनकी इस मांग को धामी सरकार अब पूरा करने जा रही है। बीते 8-9 अप्रैल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ में राष्ट्रीय स्तर की ‘औली मैराथन’ में प्रतिभाग करने पहुंचे थे तो उस वक्त उन्होंने युवाओं से वायदा किया था कि औली के विकास के लिए उनकी सरकार जल्द ही ठोस कदम उठाएगी। प्राधिकरण का गठन होने से औली में पयटन और खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
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“औली के विकास के लिए अलग से प्राधिकरण बनाने का निर्णय बहुत ही सराहनीय है। वर्षों पुरानी यह मांग पूरी होने से अब औली का सुनियोजित विकास हो सकेगा।”
_ राकेश रंजन भिलंगवाल, जनरल सेकेटरी, विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड।
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“अब तक औली को जो भी दिया है प्रकृति ने दिया है। सरकार ने एक रोपवे के अलावा औली में कोई भी स्थायी सुविधा विकसित नहीं की। औली विकास प्राधिकरण के गठन का निर्णय शानदार है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अभिनन्दन के पात्र हैं।”
_ अजय भट्ट, अध्यक्ष, स्नो माउण्टनेरिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड।
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“पर्यटन, खेल ओर साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देना हमारी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। हाल ही में हमारी सरकार ने ‘मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’ भी शुरू की है। जहां तक औली की बात है यह हमारे लिए प्रकृति की ओर से दिया गया नायाब तोहफा है। इसको संवारने और विकसित करने में हम कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे।”
_ पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड।
प्रदेश में महिला सम्बन्धी अपराधों में अधिक प्रभावी कार्यवाही को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
देहरादून, प्रदेश में महिला सम्बन्धी अपराधों में और अधिक प्रभावी कार्यवाही, विवेचना एवं दोषियों को सजा दिलाने का प्रतिशत बढाये जाने हेतु पुलिस मुख्यालय में आज एक दिवसीय राज्य स्तरीय Online Short Duration Workshop on Crime Against Women का आयोजन किया गया । जिसमें जनपदों में नियुक्त पर्यवेक्षण अधिकारियों (अपर पुलिस अधीक्षक/ पुलिस उपाधीक्षक) एवं अपर उनि. रैंक से निरीक्षक रैंक तक के 310 पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।
कार्यशाला के दौरान सीडीटीआई चण्डीगढ़ एवं अन्य अधिकारियों द्वारा पर्यवेक्षण अधिकारियों/ विवेचकों को महिला पीडितों के साथ किस प्रकार का व्यवहार किया जाए और किस प्रकार का व्यवहार न किया जाये के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी । साथ ही किसी अपराध पीडिता को पूर्ण न्याय दिलाये जाने हेतु अन्य सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर उनको सहयोग प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी । इसके अतिरिक्त महिला सम्बन्धित अभियोगों की विवेचना में और अधिक गुणवत्ता लाये जाने हेतु विधिक प्रक्रिया, विवेचना में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग, विवेचना के दौरान भौतिक/ फारेंसिक साक्ष्य संकलन एवं परीक्षण हेतु एफएसएल भेजने हेतु प्रक्रिया, महिला अपराधों से सम्बन्धी प्रावधानों में अध्यावधिक संशोधन एवं सम्बन्धित केस लॉ आदि की जानकारी प्रदान की, महिला पीडितों के पुनर्वास हेतु महिला कल्याण विभाग द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए विस्तृत व्याख्यान दिया गया ।
कार्यशाला के दौरान श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड, श्री ए.पी.अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड, सुश्री पी.रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड, डॉ. साहिल अरोड़ा, उप प्रधानाचार्य, सीडीटीआई चण्डीगढ़, सुश्री पूजा, पुलिस उपाधीक्षक, सीडीटीआई चण्डीगढ़, डॉ. मनोज अग्रवाल, डिप्टी डायरेक्टर, एफएसएल देहरादून, सुश्री ऋचा, अभियोन अधिकारी, अभियोजन निदेशालय एवं डॉ. अंजना, निदेशालय महिला कल्य़ाण विभाग, उत्तराखण्ड एवं अन्य पुलिस अधिकारी/ कर्मचारीगण मौजूद रहे ।
डेंगू के पांच संदिग्ध मरीज मिलते ही जिला अस्पताल प्रशासन अलर्ट मोड पर
उत्तरकाशी (डॉक्टर उनियाल)
जिला अस्पताल उत्तरकाशी में डेंगू के लक्षणों से युक्त पांच मरीजों के मिलते ही अस्पताल प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है भली ही इन पांच मरीजों की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है फिर भी 10 बेड का डेंगू के मरीज हेतु अस्पताल में बनाए गए वार्ड में इन पांचो संदिग्ध मरीजों मैं डेंगू के लक्षण मिलते ही भर्ती कर दिया गया है, डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुरूप कार्य किया जा रहा है प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर बी एस रावत का कहना है कि डेंगू की रोकथाम के लिए पूरी एतिहात बरती जा रही है, जिला अस्पताल प्रशासन में एक फिजिशियन नोडल अधिकारी के रूप में भी नियुक्त कर दिया है डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुरूप कार्य किया जा रहा हैl
चिन्याली सौड़ से आ रहे डेंगू के लक्षण वाले मरीजों में शायद इसलिए पाई जा रहे हैं क्योंकि टिहरी झील के कारण चिनियाली सौड़ के स्वच्छ पानी में डेंगू के मच्छरों का पाया जाना संभव है l अधिकांश डेंगू के मरीज चिन्यालीसौड़ हरिद्वार देहरादून से ट्रैवल करने करके आ रहे l
पैर फिसलने से नदी की तेज धार में बहा पर्यटक, खोजबीन जारी
रुद्रप्रयाग- संगम स्थल पर पैर फिसलने से एक पर्यटक नदी के तेज बहाव में बह गया। काफी खोजबीन के बाद पर्यटक का कोई पता नहीं चल पाया। आपदा प्रबंधन की टीम खोजबीन मे जुटी है।
दो दिन पूर्व दिल्ली से चोपता(तुंगनाथ) घूमने आए दो दोस्तो में से आज एक रुद्रप्रयाग संगम के पास नदी में डूब गया। चोपता से वापस आने के बाद दोनों दोपहर के समय नहाने संगम पर निकल पड़े ।कुछ देर तक दोनों नहाने लगे लेकिन उनमें कशिश बहुगुणा का पांव पत्थर में फिसलने से नदी के तेज बहाव में बह गया।आस पास के लोगो द्वारा पुलिस व आपदा प्रबंधन टीम को फोन किया तो आपदा प्रबन्धन टीम मौके पर पहुंचते ही रेस्क्यू व खोजबीन शुरू की लेकिन नदी का बहाव तेज होने के कारण मृत का कोई पता नही चल पा रहा है । आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार का कहना है की आज दोपहर में 3:00 बजे के लगभग दो दोस्त कशिश बहुगुणा उम्र 24 वर्ष पुत्र राजेश बहुगुणा निवासी दिलशाद गार्डन नई दिल्ली तथा सौरभ भंडारी पुत्र जसवंत भंडारी निवासी मयूर विहार फेस 3 नई दिल्ली दोनों दोस्त जो की मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं ये दोनों वर्तमान में दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं आजकल दिल्ली में छुट्टियां होने से ये दिल्ली से चोपता घूमने आए थे आज चोपता से वापस दिल्ली जा रहे थे संगम के पास नहाते वक्त पैर फिसल कर कशिश बहुगुणा नदी में बह गया।नदी में खोजबीन व रेस्क्यू करने के बाद भी कही पता नही चल पा रहा ।कशिश बहुगुणा के नदी में डूबने की खबर उसके माता पिता दे दी गई है।
ब्रेकिंग : धामी कैबिनेट की बैठक खत्म, छह महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर लगी मुहर
देहरादून, राज्य में भाजपा शासित धामी सरकार की कैबिनेट बैठक खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में छह महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर मुहर लगी है। देहरादून स्थित सचिवालय में करीब डेढ़ घंटे चली बैठक के बाद मुख्य सचिव एसएस संधू ने फैसलों की जानकारी दी।
इन प्रस्तावों पर लगी मुहर :
-सचिवालय प्रशासन में 4 कनिष्ठ सहायक को हाईकोर्ट के निर्देशानुसार नौकरी को हरी झंडी दी है।
-ओली में वर्ल्ड क्लास का स्कीइंग डेस्टिनेशनखेल के बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी
-उधमसिंहनगर में गैस आधारित प्लांट के लिए गैस पर लगने वाले VAT को खत्म किया गया
-बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के अनुसार कलाकृति को धाम के इतिहास को दीवारों दर्शाया जाएगा. यह काम पुरानी INI डिजाइन स्टूडियो को ही दिया गया
-सेवा क्षेत्र पॉलिसी को हरी झंडी, आयुर्वेद, वेलनेस, स्पोर्ट्स, IT , डाटा सेंटर आदि को सब्सिडी दी जाएगी, लैंड एलॉटमेंट अभी करेगी सरकार
-पंप स्टोरेज प्लांट पॉलिसी को हरी झंडी. पिक आवर्स में स्टोरेज प्लांट की होगी महत्वपूर्ण भूमिका। बिजली कटौती को दूर करने के लिए कैबिनेट का बड़ा फैसला |
पोक्सो एक्ट के अभियुक्त को मात्र एक घंटे के भीतर पुलिस ने किया गिरफ्तार
अल्मोड़ा, जनपद पुलिस ने पोक्सो एक्ट के अभियुक्त को मात्र 01 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया, अभियुक्त को बिना सत्यापन किराये पर रखने वाले मकान मालिक का किया 10,000 रुपए का कोर्ट चालान |
क्या है मामला :
11 सितम्बर 2023 को लमगड़ा जिला अल्मोड़ा निवासी एक व्यक्ति द्वारा कोतवाली अल्मोड़ा आकर एक तहरीर दी कि उसकी 17 वर्षीय नाबालिग पोती जो अल्मोड़ा कम्प्यूटर कोर्स के लिए आयी थी,धारानौला मल्ला ओढ़खोला के पास एक लड़के ने उसका हाथ खींचकर अपने साथ ले गया जिसके साथ उसके द्वारा गलत नियत से छेड़खानी की गई, तहरीर के आधार पर कोतवाली अल्मोड़ा में तत्काल अभियुक्त नफीस के विरुद्ध धारा 354/506 भा0द0वि0 व 7/8 पोक्सो एक्ट में अभियोग पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा रामचन्द्र राजगुरु द्वारा मामले की गंभीरता के दृष्टिगत सीओ अल्मोड़ा व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अल्मोड़ा को अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया ।
सीओ अल्मोड़ा श्री विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण व प्रभारी निरीक्षक श्री अरुण कुमार कोतवाली अल्मोड़ा द्वारा पुलिस टीम गठित कर अभियुक्त की तलाश हेतु छानबीन शुरु की गई।
पुलिस टीम द्वारा ठोस सुरागरसी- पतारसी करते हुए उपरोक्त अभियोग के *अभियुक्त नफीस को एफ0आई0आर0 पंजीकृत होने के मात्र 01 घंटे के भीतर मारुति वर्कशाँप धारानौला के पास से गिरफ्तार कर पंजीकृत अभियोग में आवश्यक कार्यवाही की गई ।
अभियुक्त को बिना सत्यापन किराये पर रखने वाले *मकान मालिक के विरुद्ध 10,000 रुपए की कोर्ट चालानी कार्यवाही की गई।
गिरफ्तार अभियुक्त :
नफीस उम्र 30 वर्ष पुत्र रहीस निवासी- इंदिरा नगर वार्ड नंबर 22 बड़ी मस्जिद के पास हल्द्वानी नैनीताल हाल निवासी धारानौला अल्मोड़ा।
पुलिस टीम :
1- उपनिरीक्षक सुश्री हेमा कार्की कोतवाली अल्मोड़ा
2- हे0कानि0 श्री आनन्द नबियाल कोतवाली अल्मोड़ा
3- कानि0 श्री हिमांशु कोतवाली अल्मोड़ा
चोपता वैली में तैयार होगा इको टूरिज्म जोन
इको टूरिज्म बोर्ड को वन विभाग ने भेजा प्रस्ताव*
– *मुख्य सचिव के निर्देश के बाद विभाग ने की कवायद*
– *साढे तीन करोड की लागत से तैयार होगा टूरिज्म जोन*
रुद्रप्रयाग , मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से प्रसिद्ध रूद्रप्रयाग जिले की चोपता घाटी में इको टूरिज्म जोन तैयार होने जा रहा है। वन विभाग ने इसके लिए कवायद शुुरू कर दी है। विभाग ने इको टूरिज्म बोर्ड को साढे तीन करोड रूपये की लागत का प्रस्ताव भेजा है। बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद विभाग अग्रिम कार्रवाई शुुरू कर देगा।
प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग अभिमन्यु ने बताया कि मुख्य सचिव ने सभी जिलों मेें इकोे टूरिज्म जोन तैयार करने के निर्देश दिए हैं। वन विभाग द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर चोपता घाटी को जिले में इसके लिए सबसे उपयुक्त स्थान माना गया है। चोपता में देश-विदेश से पर्यटक हर साल पहुंचते हैं। यहां दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर तुंगनाथ स्थित है जिसके दर्शनों को प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु यहां पहंुचते हैं। इसके अलावा विंटर टूरिज्म के लिए भी हजारों पर्यटक हर साल यहां आते हैं। यहां पर व्यवस्थित टूरिज्म जोन विकसित होने से राज्य सरकार एवं स्थानीय जनता दोनों को लाभ होगा। विभाग ने लैंडस्केप आर्किटेक की मदद से साढ़े तीन करोड़ की लागत की डीपीआर इको टूरिज्म बोर्ड एवं शासन को भेज दी है। स्वीकृति मिलने पर फेज-1 का कार्य 2023-24 व फेज-2 का कार्य 2024-25 में किया जाएगा।
*500 हैक्टेयर में तैयार होगा जोन*
चोपता इको-टूरिज्म जोन कुल 500.00 है0 क्षेत्रफल में तैयार होगा। जिसमें एनएच-107ए के आस-पास के रागसी, मक्कू और उषाडा आरक्षित वन के क्षेत्र को सम्मलित किया जाएगा। इसका मुख्य आकर्षण इको पार्क, ट्री हाउस, बर्ड-इण्टरप्रेटेशन सेंटर और कल्चरल व हेरिटेज सेंटर होंगे। इको-टूरिज्म विकास के समस्त कार्यों को इको-फ्रेंडली तरीके से प्रकृति को अनावश्यक छेड़छाड किए बिना तैयार किया जाएगा। एनएच-107ए के आस-पास फोटो प्वाइंट, साइनेज एवं एन्टेंªस प्लाजा और जानवरों के थ्री डी माॅडल भी स्थापित किए जाएंगे। उषाडा वन पंचायत के आरक्षित वन क्षेत्र में इको-पार्क विकसित किया जाएगा। इसमें इको-टेल, ट्री हाउस, एडवेंचर गतिविधियाँ व कैनोपी ब्रिज, फोटो प्वाइंट, साइनेजेज आदि विकसित किए जाएंगे जिससे पर्यटकों को प्रकृति के बीच सुखद समय व्यतीत करने का मौका मिले। बर्ड-इंटरप्रेटेशन सेंटर में क्षेत्र के स्थानीय पक्षियों के माॅडल व उनके संबंध में जानकारी तथा साथ ही दुर्लभ वन्यजीव व पक्षियों का विवरण व रोचक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। यहाँ बर्ड वाचिंग हेतु आये सैलानियों को बर्ड गाइड, दूरबीन, बर्ड बुक व पक्षियों से संबंधित सोवेनियर/मरकेन्डाइज की सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
*स्थानीय लोग करेंगे संचालन*
जिले में तैयार होने जा रहे इको-टूरिज्म जोन का संचालन के संचालन में स्थानीय लोगों एवं वन पंचायत की अहम भूमिका होगी। इनकी मदद से ही कैम्पिंग साइट का संचालन, पार्किंग, एडवेंचर स्पोर्ट का संचालन, ट्रेकिंग, बर्ड वाचिंग गाइड, अपशिष्ट कूडा प्रबंधन आदि कार्य वन विभाग की देखरेख में किए जाएंगे। इको-टूरिज्म जोन में पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार कार्य हेतु बुग्यालों को जियो जूट विधि से उपचार, जल एवं मृदा संरक्षण कार्य एवं सुरक्षा व संचालन हेतु इन्टेंन्स प्लाजा, चेकपोस्ट का निर्माण व अपशिष्ट प्रबंधन हेतु उचित व्यवस्था की जाएगी। स्थानीय लोगों व पर्यटकों की सुविधा के लिए बायो-टाॅयलेट, फूड कैफे, टूरिस्ट इन्फाॅरमेशन बूथ, सोवेनियर शाॅप भी विकसित किए जाएंगे। वहीं औषधीय एवं सगंध पादपों के संरक्षण हेतु हर्बल गार्डन की भी स्थापना की जाएगी। कल्चर एंड हेरिटेज सेंटर में पारंपरिक वेशभूषा, पुरातन औजार, क्षेत्र के हस्तकृति की झलक के साथ-साथ स्थानीय लोक कथा, धार्मिंक आस्था व आध्यात्मिक महत्व की जानकारी मिलेगी। कैम्प साइट हेतु चयनित क्षेत्र में ही परमिट के आधार पर स्थानीय ग्रामीणों को सर्शत अनुमति दी जाएगी।
*चिरबटिया एवं कार्तिक स्वामी सर्किल भी होगा तैयार*
डीफओ अभिमन्यु ने बताया कि जिले में टूरिज्म जोन की तर्ज पर चोपता घाटी के साथ ही चिरबटिया एवं कार्तिक स्वामी घिमतोली सर्किट को भी विकसित किया जाएगा। तीनों ही स्थान पर्यटन के लिहाज से बेहद क्षमता रखते हैं।
रुद्रप्रयाग में बस्तियों में घूम रहा गुलदार, सीसीटीवी में दिखी तस्वीरें –
रुद्रप्रयाग। मुख्यालय स्थित कई क्षेत्रों में गुलदार की रातभर चहलकदमी हो रही है। सीसीटीबी कैमरे में कैद हुई तस्वीरों से लोगों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से सुरक्षा की मांग की है। ताकि नगरीय इलाकों में गुलदार का आतंक न बढ़े। बीते कुछ दिनों से महादेव मोहल्ला, अमसारी, पुनाड़, गुलाबराय आदि स्थानों में गुलदार की आवाजाही देखी गई। लोगों का कहना है कि गुलदार मोहल्लों के रास्तों में बेखौफ घूम रहा है जिससे खतरा बना है। लोग कई बार रात को शौचालय और अन्य कार्यो से घरों से बाहर आते है किंतु गुलदार के हमले का डर बना है। नगर पालिका सभासद लक्ष्मण कप्रवान ने बताया कि महादेव मोहल्ले में घूम रहे गुलदार की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। कई लोगों ने खिडकी से भी गुलदार को रात में घूमते देखा है। स्थानीय निवासी शैलेंद्र भारती, प्रकाश भारती, अरुण कप्रवान, अजय सेमवाल, विक्रम कप्रवान, सुरेंद्र कप्रवान, भूपेंद्र रौथाण आदि ने वन विभाग से सुरक्षा की मांग की है। कहा कि नगरीय क्षेत्रों में गुलदार की आवाजाही बढ़ने से आने वाले दिनों में खतरा पैदा होगा। शीतकाल में गुलदार की आवाजाही और न बढ़े इसके लिए अभी से गश्त बढ़ाते हुए गुलदार को जंगली इलाकों में जाने को मजबूर किया जाए।