Friday, May 16, 2025
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होली से पहले मिलावटखोरों पर खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई, शिकंजे में मिलावखोर

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बॉर्डर एरिया में सघन चेकिंग अभियान, 3 कुंतल पनीर व 60 किलो मावा किया मोके पर नष्ट

हरिद्वार-देहरादून में सक्रिय तस्कर, ग्रामीण इलाकों में मिलावटी खाद्य पदार्थों की आपूर्ति का खुलासा

देहरादून। होली के मद्देनजर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मिलावटखोरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सघन अभियान चलाया जा रहा है। आयुक्त व स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशानुसार, प्रदेशभर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें मिलावटी खाद्य पदार्थों पर कड़ी नजर रख रही हैं और लगातार छापेमारी कर रही हैं। इसी क्रम में धुलकोट, विकासनगर में बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 कुंतल पनीर एवं 60 किलोग्राम मावा जब्त किया गया। यह माल हरिद्वार (मंगलौर) से लाया गया था और इसे प्रेमनगर, धुलकोट, सेलाकुई एवं सहसपुर में आपूर्ति किया जाना था।

मिलावटी खाद्य पदार्थों पर कड़ी कार्रवाई

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त एवं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशों पर पूरे प्रदेश में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। बॉर्डर क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है, ताकि बाहरी राज्यों से मिलावटी और घटिया खाद्य सामग्री की आपूर्ति को रोका जा सके। छापेमारी के दौरान पकड़े गए संदिग्ध खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। इसके साथ ही शेष सामग्री को शिशमबाड़ा डंपिंग ज़ोन में नष्ट कराया गया। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मिलावटखोरों पर विभाग की पैनी नजर

प्रदेश के हर जिले में विशेष टीमें सक्रिय हैं, जो होली से पहले मिठाइयों, दूध, मावा, पनीर, खाद्य तेल, मसाले एवं अन्य खाद्य पदार्थों की गहन जांच कर रही हैं। देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल जैसे जिलों में खास सतर्कता बरती जा रही है, क्योंकि यहां मिलावटी खाद्य सामग्री की आपूर्ति अधिक होती है।

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि हाल ही में हुई छापेमारी में कई अन्य स्थानों पर भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ पाए गए हैं, जिनके सैंपल लैब जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ भोजन सुरक्षा मानक अधिनियम (FSSA), 2006 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जनता से अपील: मिलावटखोरों की दें सूचना

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने आम जनता से अपील की है कि यदि कहीं भी मिलावटी खाद्य सामग्री बेची या वितरित की जा रही हो, तो इसकी सूचना तुरंत विभाग को टोल फ्री नंबर पर दें। मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है, और इसे रोकने के लिए प्रशासन व जनता के बीच सहयोग आवश्यक है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि मिलावटखोरों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एमडीडीए उपाध्यक्ष ने विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा

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आवसीय मानचित्रों के निस्तारण की प्रगति पर जताया संतोष

सिटी पार्क में वरिष्ठ जनों एवं बच्चों के लिए निशुल्क रहेगा प्रवेश

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा दिए  निर्देश - Khabar Sameeksha (ख़बर समीक्षा)देहरादून, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महोदय श्री बंशीधर तिवारी ने शुक्रवार को प्राधिकरण की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आवासीय नक्शों के निस्तारण की स्थिति पर संतोष प्रकट किया। साथ ही उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि आवासीय मानचित्रों के निस्तारण के लिए और भी प्रयास किए जाएं।
प्राधिकरण सभागार में हुई समीक्षा बैठक में उपाध्यक्ष महोदय ने आढ़त बाजार परियोजना की समीक्षा की जिस पर अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि परियोजना का कार्य अंतिम चरण में है। उपाध्यक्ष महोदय ने निर्देश दिए कि होली के तत्काल बाद इस बाजार के व्यापारियों के साथ वार्ता बुलाई जाए और सहमति के लिहाज से होली के बाद यहां पर दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया को प्रारंभ किया जाए। उपाध्यक्ष महोदय ने सिटी पार्क परियोजना की समीक्षा करते हुए जल्द से जल्द पार्क के कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीनियर सिटीजन व बच्चों के लिए पार्क में प्रवेश पूरी तरह से निशुल्क रहेगा। उन्होंने पार्क में खुलने वाली कैंटीन को भी पूर्ण रूप से शाकाहारी रखने के निर्देश दिए।
गंगोत्री विहार में जहां पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान की शुरुआत की गई थी, उस स्थान पर लगाए गए पेड़ों को संरक्षित करते हुए एक शानदार पार्क विकसित करने के भी उपाध्यक्ष महोदय ने निर्देश अधिकारियों को दिए।
इंदिरा मार्किट परियोजना की प्रगति पर असंतोष प्रकट करते हुए उपाध्यक्ष महोदय ने ठेकेदार को अंतिम नोटिस जारी करने और इस कार्य को प्राधिकरण द्वारा स्वयं करने का प्रारूप तैयार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उपाध्यक्ष महोदय ने कहा कि पूर्व में साडा के अधीन रहे डोईवाला, ऋषिकेश, विकासनगर का भी नियोजित विकास सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में अवस्थापना व पार्क आदि के कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर करें। विकासनगर में उन्होंने लैंड बैंक बनाने के भी उन्होंने निर्देश दिये। इस दौरान लैंड बैंक हेतु जो भूमि चिन्हित की गई, उन पर भी चर्चा की गई। उपाध्यक्ष महोदय ने प्राधिकरण में हाल में तैनात हुए नए अवर अभियंताओं को कार्यभार आवंटन के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष महोदय ने कहा कि जल्द देहरादून की पुरानी तहसील एवं ऋषिकेश में पार्किंग का कार्य प्रारंभ किया जाए ताकि इन क्षेत्रों में जाम की समस्या को दूर किया जा सके। बैठक में सचिव, मोहन सिंह बर्निया, सीएफओ संजीव कुमार, चीफ इंजीनियर, हरीश चंद्र राणा, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार एवं अन्य अभियंता गण उपस्थिति रहे।

प्राधिकरण का पूरा प्रयास रहता है कि शहर का सुनियोजित विकास सुनिश्चित हो। इसी के दृष्टिगत आज प्राधिकरण की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की गई, जिसमें अधिकारियों को जनहित सरवोपरी के भाव के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

राजभवन फूल प्रदर्शनी में प्रदर्शित हुआ प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी

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देहरादून। राजभवन फूल प्रदर्शनी, देहरादून में प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी का उद्घाटन उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) द्वारा किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार के कृषि एवं बागवानी मंत्री गणेश जोशी सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पुष्प सज्जा और सुगंधित अनुभवों के माध्यम से प्रस्तुत करने की एक अभिनव पहल है। यह एक अद्वितीय प्रयास है, जो रामायण की अनंत कथाओं को सुगंध और कलात्मक पुष्प विन्यास के माध्यम से जीवंत करता है।

फूल प्रदर्शनी के मौके पर माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, यह अभिनव प्रस्तुति भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सुगंध और पुष्पों के माध्यम से अनूठे तरीके से प्रस्तुत करती है। हमारी परंपराओं को इस प्रकार संरक्षित और प्रचारित करना सराहनीय प्रयास है।

प्रभु श्रीराम लक्ज़री अगरबत्ती समूह के सीएमडी, प्रशांत कुमार, ने इस पहल के पीछे अपनी दृष्टि साझा करते हुए कहा, हमारा उद्देश्य एक ऐसा अनुभव प्रदान करना है जो भारत की सांस्कृतिक विरासत को सुगंध और पुष्पों के माध्यम से लोगों से जोड़ता है। माननीय राज्यपाल एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मिली सराहना हमारे प्रयासों को और अधिक सशक्त बनाएगी। हमारा प्रयास है कि हम इस अनूठी पहल को भारत और विदेशों में फैलाएं।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में दर्शकों ने भाग लिया और रामायण की कथाओं को जीवंत करने वाली इस पुष्प प्रदर्शनी को देखकर अभिभूत हुए। प्रभु श्रीराम लक्ज़री टीम की इस अनूठी सांस्कृतिक पहल की व्यापक रूप से सराहना की गई।

प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी 7 मार्च से 9 मार्च 2025 तक राजभवन, देहरादून में आगंतुकों के लिए खुली रहेगी। सभी को इस अद्वितीय कला, सुगंध और कथा-संगम का अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

विद्या समीक्षा केन्द्र से जुड़ेंगे सभी आवासीय विद्यालय : डॉ. धन सिंह रावत

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-आईआईएम काशीपुर से प्रबंधन के गुर सीखेंगे प्रधानाचार्य व वार्डन

-कहा, प्रत्येक माह आवासीय विद्यालयों में लगेंगे स्वास्थ्य शिविर

देहरादून, विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेशभर में संचालित आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावासों को विद्या समीक्षा केन्द्र से जोड़ा जायेगा। इन विद्यालयों में उच्च स्तरीय प्रबंधन एवं शैक्षणिक गतिविधियों को और सुदृढ़ बनाने के लिये प्रधानाचार्य एवं वार्डन को आईआईएम काशीपुर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा साथ ही सैनिक स्कूल घोड़ाखाल का शैक्षिक भ्रमण भी कराया जायेगा। आवासीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य देखभाल के दृष्टिगत प्रत्येक माह स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे, जिसमें निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक व स्टॉफ शामिल होंगे। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज विद्यालयी शिक्षा महानिदेशलय स्थित राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद सभागर में गढ़वाल मण्डल के आवासीय विद्यालयों की समीक्षा की। जिसमें उन्होंने आवासीय विद्यालयों राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय तथा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावासों को विद्या समीक्षा केन्द्र से जोड़ने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि विद्या समीक्षा केन्द्र से जुड़ने पर आवासीय विद्यालय ऑनलाइन मोड़ में आ जायेंगे, जिससे उनकी मॉनिटिरिंग के साथ ही समस्याओं का भी शीघ्र निस्तारण किया जा सकेगा।
डा. रावत ने कहा कि इन विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं वार्डन को प्रबंधन कौशल विकास के लिये आईआईएम काशीपुर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा, इसके साथ ही इन्हें चरणबद्ध तरीके से सैनिक स्कूल घोड़ाखाल, नैनीताल का शैक्षणिक भ्रमण भी करवाया जायेगा। ताकि आवासीय विद्यालयों में प्रबंधन एवं शैक्षणिक गतिविधियों को और सुदृढ़ किया जा सके। बैठक में विभागीय मंत्री ने छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिये आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों में प्रत्येक माह स्वास्थ्य शिविर लगाने तथा सप्ताह में फार्मासिस्ट अथवा नर्सिंग अधिकारी की रूटीन ड्यूटी लगाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये।
बैठक में विभागीय मंत्री ने आवासीय विद्यालयों का पृथक कैडर बनाने, प्रधानाचार्य के रिक्त पदों को भरने के लिये भर्ती विज्ञापन जारी करने, पांच वर्ष से अधिक समय से प्रतिनियुक्ति पर तैनात प्रधानाचार्य व वार्डन को वापस मूल पद पर भेजने तथा नई तैनाती करने के निर्देश दिये। उन्होंने छात्र नामांकन को बढ़ाने तथा कक्षा-7,8 व 11 में रिक्त सीटों को भरने के लिये लिटरल इंट्री के माध्यम से प्रवेश देने, चार नये नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास का प्रस्ताव भेजने तथा समय-समय पर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को आमंत्रित कर विद्यालय की गतिविधियों से अवगत कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये।
बैठक में प्रभारी निदेशक बेसिक शिक्षा अजय कुमार नौडियाल, प्रभारी निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल सती, एपीडी समग्र शिक्षा कुलदीप गैरोला, उप राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा पल्लवी, स्टॉफ ऑफिसर समग्र शिक्षा बी.पी मंदोली सहित गढ़वाल मंडल के आवासयी विद्यालयों के प्राचार्य व वार्डन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

‘द्वी होला जब साथ’ अप्रैल में होगी रिलीज, 9 मार्च को होगा ट्रेलर और पोस्टर लाँच

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देहरादून, उत्तराखंडी सिनेमा अब लगातार आंचलिक फिल्मों का निर्माण हो रहा है, हालांकि यह अभी प्रारंभिक चरण है फिर भी अलग-अलग आंचलिक बोलियों, शैलियों और विविध विषयों पर फिल्में रिलीज हुई हैं।

इसी कड़ी में नई गढ़वाली फीचर फिल्म ‘द्वी होला जब साथ’ (दोनों होंगे जब साथ) के टीज़र ने अपनी बॉलीवुड शैली की रूपरेखा और पकड़ के कारण सिनेमा प्रेमियों का ध्यान आकर्षित कर रही है। स्थानीय प्रेस क्लब में एक पत्रकार वार्ता में फिल्म के निर्माता ने बताया कि डीपविज़न के बैनर तले निर्मित यह फिल्म की अप्रैल में रिलीज होने की संभावना है, वहीं इसके ट्रेलर और पोस्टर 9 मार्च को दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर, देहरादून में लॉन्च किए जाएंगे।
फिल्म का निर्माण और निर्देशन टेलीविज़न के दिग्गज रवि दीप ने किया है, जिन्होंने इसकी पटकथा भी लिखी है। गढ़वाली रूपांतरण शोभना रावत स्वामी द्वारा किया गया है और रचनात्मक निर्देशक अमित दीक्षित हैं। जैसा कि शीर्षक से पता चलता है, फ़िल्म ‘द्वी होला जब साथ’ का विषय वस्तु पारस्परिक संबंधों के ताने बाने पर आधारित है। फिल्म में रिश्तों की गहराई को कई रूपों में दर्शाया गया है, प्रेमियों के बीच, दो दोस्तों के बीच और दो बहनों के बीच का बंधन। प्यार, दोस्ती, पारिवारिक बंधन और त्याग के अलावा, कहानी सामाजिक मूल्यों और सोच में उन सकारात्मक बदलावों को भी रेखांकित करती है जो बदलते समय के साथ हो रहे हैं। उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं से सजी यह फिल्म आकर्षक गीतों और नृत्यों के अलावा देशभक्ति, एक्शन, रोमांस और कोमल भावनाओं को भी समाहित करती है।

फिल्म का मुख्य शूटिंग स्थान ग्राम रौतू की बेली और उसके आसपास का क्षेत्र है। निर्माताओं द्वारा क्षेत्र के अधिकतम कलाकारों और तकनीशियनों को शामिल करने का प्रयास किया गया है।
‘द्वी होला जब साथ’ के निर्माताओं का मानना है कि स्थानीय कलाकारों की प्रतिबद्धता और प्रदेश सरकार के प्रोत्साहन की बदौलत अगले कुछ वर्षों में उत्तराखंडी सिनेमा अपने चरम पर होगा। उन्हें विश्वास है कि इस कायाकल्प में उनका भी एक सार्थक योगदान रहेगा।
फिल्म के कलाकारों में मनीष डिमरी, कल्याणी गंगोला, अंकिता परिहार, अमित भट्ट, रमेश रावत, विमल उनियाल, सुषमा व्यास, रिया शर्मा, रोशन उपाध्याय और बाल कलाकार आरव बिजल्वाण शामिल हैं। संगीत अमित वी कपूर और वी कैश ने तैयार किया है। नीलेश बाबू फ़िल्म के छायाकार हैं जबकि दिव्य दीप महाजन ने फिल्म का संपादन किया है।

राजभवन में वसंतोत्सव-2025 का भव्य शुभारंभ हुआ

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 –  राज्यपाल ने इस वर्ष के लिए चयनित विशेष पोस्टल कवर ‘‘जटामांसी’’ का किया विमोचन।
 –  वसंतोत्सव के पहले दिन में आईएमए, पीएसी और होमगार्ड के जवानों ने बैंड की मधुर धुनों से सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
 –  वसंतोत्सव में हारूल, खुखरी डांस, भरतनाट्यम नृत्य एवं योगा करतबों ने लोगों को किया रोमांचित।
 –  वसंतोत्सव-2025 में तकनीकी और नवाचार जैसी पहल की हुई शुरूआत।
 –  उत्तराखण्ड के पुष्प न केवल सौंदर्य और विशिष्टता में अद्वितीय हैं, बल्कि राज्य को ‘पुष्प प्रदेश’ के रूप में स्थापित करने की असीम संभावनाएं भी रखते हैं- राज्यपाल
 –  तीन दिवसीय वसंतोत्सव में लोगों का अपार उत्साह देखने को मिल रहा है- राज्यपाल
 –  वसंतोत्सव में 15 विभिन्न श्रेणियों में कुल 2231 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, विभिन्न संस्थाओं/व्यक्तियों ने कुल 214 स्टॉल लगाए।
देहरादून।   राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को राजभवन में ‘वसंतोत्सव-2025’ का शुभारंभ किया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और विभिन्न फूलों की भव्य प्रदर्शनी के साथ ही राजभवन के बहुप्रतीक्षित आयोजन वसंतोत्सव की शुरुआत हो गई। राज्यपाल ने इस अवसर पर डाक विभाग द्वारा इस वर्ष के लिए विशेष डाक आवरण के लिए चयनित औषधीय गुणों से भरपूर पौधे ‘’जटामांसी’’ का विमोचन किया, साथ ही डाक विभाग देहरादून द्वारा लगायी गयी भव्य डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही आईएमए, पीएसी और होमगार्ड के जवानों ने बैंड की मधुर धुनों से समां बांध दिया। जौनसार से आए कलाकारों ने पारंपरिक हारूल नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गोरखा राइफल्स के जवानों ने खुखरी नृत्य के माध्यम से अपनी अद्भुत शारीरिक और मानसिक शक्ति का प्रदर्शन किया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार की छात्राओं ने योग प्रदर्शन के दौरान अद्भुत करतब दिखाए, निरामया योगम रिसर्च फाउंडेशन, हरिद्वार एवं उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज, देहरादून द्वारा भरत नाट्यम आधारित योग नृत्य तथा शिव तांडव की मनमोहक प्रस्तुति की गई, जिसका निर्देशन योगाचार्य डॉ. उर्मिला पाण्डे द्वारा किया गया और उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज, देहरादून के रोहित कुमार 38वें राष्ट्रीय खेल के गोल्ड मेडलिस्ट द्वारा एकल आर्टिस्टिक योगा का भव्य प्रदर्शन किया गया। वहीं आईटीबीपी के जवानों ने कराटे का शानदार प्रदर्शन कर रोमांच पैदा किया। राज्यपाल ने सभी प्रतिभागियों से मुलाकात कर उनकी प्रस्तुतियों की सराहना की।उत्तराखंड राजभवन में 'वसंतोत्सव-2025' का भव्य शुभारंभ - हिन्दुस्थान समाचार
राज्यपाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विभिन्न स्कूलों के बच्चों से मुलाकात की और उनके द्वारा बनाई जा रही पेंटिंग की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने वसंतोत्सव में लगी फूलों की भव्य प्रदर्शनी और विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण कर उनके बारे में जानकारी ली। फूलों से सजे सेल्फी प्वाइंट को देखने के लिए लोगों में भारी उत्साह देखा गया और वहां फोटो खिंचवाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।
राजभवन में ‘वसंतोत्सव-2025’ के भव्य शुभारंभ के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि उत्तराखण्ड को प्रकृति और सांस्कृतिक विरासत का अनमोल उपहार प्राप्त है। यहां के पुष्प न केवल सौंदर्य और विशिष्टता में अद्वितीय हैं, बल्कि राज्य को ‘पुष्प प्रदेश’ के रूप में स्थापित करने की असीम संभावनाएं भी रखते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में शहद, सुगंधित पौधों और फूलों के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं, जो राज्य की आर्थिक समृद्धि और ग्रामीण विकास में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती हैं।
राज्यपाल ने कहा कि वसंतोत्सव-2025 में इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित आगंतुक गणना और क्यूआर कोड फीडबैक सिस्टम जैसी नई पहल की गई हैं। उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय और आईटीडीए के सहयोग से ये नवाचार उत्सव को अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाएंगे। यह आयोजन न केवल पुष्प प्रेमियों के लिए बल्कि तकनीकी विकास के लिए भी एक नया आयाम स्थापित करेगा।
राज्यपाल ने कहा कि इस बार वसंतोत्सव में लोगों का अपार उत्साह देखने को मिल रहा है। यह महोत्सव उन सभी के लिए एक विशेष अवसर है, जो फूलों की सुंदरता से प्रेम करते हैं और प्रकृति से गहराई से जुड़े हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस आयोजन में भाग लें, उत्तराखण्ड के पुष्पों की विलक्षणता का अनुभव करें और प्रकृति के इस अद्भुत उत्सव का आनंद लें।
वसंतोत्सव के आयोजन में कट फ्लावर(पारंपरिक) प्रतियोगिता में 621 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारंपरिक) श्रेणी में 145 प्रतिभागी, कट फ्लावर (दिव्यांग श्रेणी) में 05 प्रतिभागी, महिला पुष्प उत्पादक 76 प्रतिभागी, पॉटेड प्लांट श्रेणी(प्राइवेट नर्सरी) में 18, लूज फ्लावर श्रेणी में 44, पॉटेड प्लांट(गैर पुष्प) श्रेणी में 19 प्रतिभागी, सब्जी उत्पादन 42, कैक्टस एवं सेकुलेंट श्रेणी में 22, बोनसाई श्रेणी में 17, टेरारियम श्रेणी में 02, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 12, हाइड्रोपोनिक्स कल्टीवेशन श्रेणी में 05, पॉट्स फॉर गार्डनिंग 18, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 42, शहद की श्रेणी में 53, फ्रेश पेटल रंगोली में 20 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 1070 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया गया है। आज के आयोजन में कुल 15 श्रेणियों की 55 उप श्रेणियों में कुल 2231 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरांत दिनांक 09 मार्च, 2024 को प्रदान किए जाएंगे।
वसंतोत्सव में विभिन्न संस्थानों/व्यक्तियों द्वारा कुल 214 स्टॉल लगाए गए। इस दौरान राज्य के 26 विभिन्न राजकीय संस्थानों द्वारा स्टॉल पर अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। जिसमंे औद्यानिक यन्त्र, बायो फर्टिलाइजर एवं औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा अपने कार्यक्रमों/उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। वसंतोत्सव में आमजन के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग द्वारा गत वर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 और विभिन्न संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक पैक्ड फूड की व्यवस्था की गई। देवभूमि विश्वविद्यालय द्वारा मिलेट पर आधारित स्टॉल लगाए है।
इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले जी महाराज, माता मंगला, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डॉ. एस.एन. पाण्डेय, महानिदेशक कृषि एवं उद्यान रणवीर चौहान, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, निदेशक उद्यान दीप्ति सिंह सहित उद्यान विभाग के अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

विदेश सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी जितेंद्र रावत ने की आत्महत्या

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नई दिल्ली, देश की दिल्ली के राजनयिक क्षेत्र चाणक्यपुरी में शुक्रवार की सुबह एक अत्यंत दुखद घटना घटी, जहां भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी, जितेंद्र रावत ने अपने सरकारी आवास की छत से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने मंत्रालय और उनके सहयोगियों को गहरे शोक में डाल दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना सुबह लगभग 6:00 बजे की है जब रावत विदेश मंत्रालय की चाणक्यपुरी स्थित एमईए की आवासीय बिल्डिंग से कूद गए।
प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि रावत अवसाद से पीड़ित थे और उनका इलाज चल रहा था। वह अपनी मां के साथ इमारत की पहली मंजिल पर रहते थे, घटना के समय उनकी मां ही साथ थीं, जबकि उनकी पत्नी और 02 बच्चे देहरादून में रहते हैं। पुलिस आत्महत्या के करणों की पड़ताल में जुटी है। उनके करीबियों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। वह 2011 बैच के आईएफएस अफसर थे।
आईएफएस जितेंद्र रावत के पास से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। वह विदेश मंत्रालय (एमईए) के आवासीय परिसर की बिल्डिंग के पहले फ्लोर पर रहते थे और उन्होंने बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। प्रशिक्षण में उनके साथ रहे उत्तराखंड के अधिकारियों का कहना है कि जितेंद्र रावत बहुत जिंदादिल व्यक्ति थे और उनका व्यवहार बेहद सकारात्मक रहता था ।
पुलिस आत्महत्या के करणों की पड़ताल में जुटी है। उनके करीबियों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। उनकी उम्र 35 से 40 वर्ष के बीच बताई जा रही है

मुख्य सचिव ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला कार्मिकों तथा होमगार्ड को सम्मानित किया

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देहरादून, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उत्तराखंड सचिवालय संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया |
सचिवालय के सभी कार्मिकों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि मेरा सभी से आग्रह है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम महिलाओ को समानता का अधिकार देने का संकल्प लें | हम सभी को प्रतिज्ञा करनी होगी कि यदि हम अपने आसपास, परिवार या समाज में कहीं भी महिलाओं के प्रति किसी प्रकार का भेदभाव देखे तो उसके खिलाफ आवाज उठाएंगे | हमें महिलाओ की शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार के लिए विशेष प्रयास करने की जरूरत है| इससे हम पूरे समाज और देश में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं | विकसित भारत, सशक्त उत्तराखंड विकसित उत्तराखंड के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमें अपनी आधी आबादी को बराबरी का अधिकार देते हुए कार्यबल में शामिल करना होगा | यदि हमे जीएसडीपी को दुगना करने का लक्ष्य जल्द पूरा करना है तो अधिक से अधिक महिलाओं को भी वर्कफोर्स से जोड़ना होगा | इस अवसर पर मुख्य सचिव ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला कार्मिकों तथा होमगार्ड को सम्मानित किया| कार्यक्रम में सचिवालय के सभी अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद रहे |

आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा कदम- ग्रामीण महिलाएं दिल्ली में लेंगी विशेष प्रशिक्षण

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रुद्रप्रयाग-ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से रुद्रप्रयाग जिले के तीनों विकासखंडों की महिलाओं को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, दिल्ली में विशेष प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। इस दल को केदारनाथ विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। महिलाओं का यह दल 7 मार्च से 10 मार्च तक भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, दिल्ली प्रशिक्षण लेगा।

ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। दिल्ली से लौटने के बाद ये महिलाएं अन्य ग्रामीण महिलाओं को भी प्रशिक्षण देंगी, जिससे वे भी नए कौशल सीखकर आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी।

इस अवसर पर विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस मिशन से महिलाओं को न केवल रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, बल्कि वे अपनी आजीविका को भी सुदृढ़ कर सकेंगी। यह कदम उनके सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।‘‘

प्रशिक्षण के बाद, महिलाएं अपने-अपने गांवों में अन्य महिलाओं को भी प्रशिक्षित करेंगी, जिससे वे खुद का व्यवसाय शुरू कर सकेंगी।

इससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी और उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। सरकार द्वारा इस तरह के प्रयासों से महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने का अवसर मिलेगा, बल्कि समाज में उनकी भूमिका भी और अधिक सशक्त होगी। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी और वे भी आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होंगी।

दिल्ली में प्रशिक्षण के लिए जाने वाली महिलाओं ने इस अवसर पर खुशी जताई और कहा कि यह उनके लिए एक बड़ा अवसर है। उन्होंने सरकार और प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण से उन्हें नई तकनीक और कौशल सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपने परिवार और समाज की प्रगति में योगदान दे सकेंगी।

इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी ऊखीमठ अनुष्का सहित समूह की महिलाएं मौजूद रहीं।

पहाड़ी स्वाभिमान रैली में उमड़ा विशाल जनसैलाब, सरकार को दिया सख्त संदेश

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-कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ पर्वतीय समुदाय का आक्रोश

-पहाड़ी स्वाभिमान रैली में राज्य आंदोलनकारी, यूकेडी, मूल निवास भू कानून समिति, गैरसैंण स्थायी राजधानी संघर्ष समिति सहित कई संगठन हुये शामिल

गैरसैंण (चमोली), देश के प्रधानमंत्री जहां एक तरफ उत्तरकाशी पहुंचकर पर्यटन स्थल हरसिल से ‘घाम तापों पर्यटन’ के जरिए देश-विदेश के लोगों को उत्तराखंड में शीतकालीन चार यात्रा एवं बारहमासी पर्यटन का संदेश दे रहे थे वहीं चमोली में राज्य की राजधानी कहे जाने वाला गैरसैंण पहाड़ियों की हुंकार से एक बार फिर गूंज उठा। मौका था गढ़रत्न लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी द्वारा आह्वान की गई पहाड़ी स्वाभिमान रैली का, जिसमें न सिर्फ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ पहाड़ मूल के वाशिंदों का आक्रोश देखने को मिला बल्कि रैली में उमड़े विशाल जनसैलाब ने अन्य नेताओं के साथ ही सरकार को भी सख्त संदेश दे दिया कि पहाड़ियों के मान-सम्मान और अस्मिता से खिलवाड़ कत‌ई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि इस पहाड़ी स्वाभिमान रैली में राज्य आंदोलनकारी, यूकेडी, मूल निवास भू कानून समिति, गैरसैंण स्थायी राजधानी संघर्ष समिति सहित कई संगठन शामिल हुए।
गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे के आसपास गैरसैंण के ऐतिहासिक खचाखच भरे रामलीला मैदान में शुरू हुई यह पहाड़ी स्वाभिमान रैली दोपहर बाद तक जारी रही। इस दौरान न केवल रैली में उमड़े विशाल जनसैलाब ने न केवल कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जगह जगह प्रेमचंद अग्रवाल के पुतले जलाए बल्कि पहाड़ी एकता प्रदर्शित करते हुए रैली में मौजूद सभी लोगों ने एक स्वर में प्रेमचंद अग्रवाल को तत्काल पद से हटाए जाने की मांग की।
जनाक्रोश रैली स्थल रामलीला मैदान में आंदोलनकारियों ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति पर माल्यार्पण कर ‘उत्तराखंड जिंदाबाद, गैरसैंण जिंदाबाद’ के नारे लगाए। जिसके बाद ऐतिहासिक रामलीला मैदान में हुई एक विशाल जनसभा में वक्ताओं ने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधानसभा में दिया गया बयान पहाड़ियों की संस्कृति और सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला था। लोगों ने मंत्री के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। बताते चलें कि इस रैली में बडी तादात में महिलाएं, बुजुर्ग औऱ युवा हाथों में बैनर पोस्टर लेकर शामिल हुए।
जनसभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पहाड़ों की समस्याओं और उनके अधिकारों को हमेशा अनदेखा किया जाता रहा है। अब इस तरह के अपशब्दों से पहाड़ी समाज की भावनाओं को आहत किया जा रहा है। इस दौरान लोगों ने मंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने गैरसैंण उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। रैली की सफलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उमड़ी भीड़ से शासन-प्रशासन के हाथ पांव फूल गए, हालांकि प्रशासन रैली को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में भी कामयाब रहा। आपको बता दें कि बीते 21 फरवरी को बजट सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पहाड़ी समाज पर की गई अशोभनीय टिप्पणी के बाद से ही लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस बात को उत्तराखंड सरकार और सत्ताधारी भाजपा भी अच्छी तरह से समझ रही है। शायद यही कारण रहा होगा कि उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री होने के बावजूद प्रेमचंद अग्रवाल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हरसिल दौरे से दूर रखा गया। वह न तो जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए नजर आए ना ही मुखवा और हरसिल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कहीं दिखाई दिए l

स्वाभिमान महारैली को जनता ने सफल बनाया : मोहितMay be an image of 4 people, beard and text

गैरसैंण, मूल निवास भू क़ानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि आज हमारी असली राजधानी गैरसैण में बदतमीज नेताओं के खिलाफ कारवाई की मांग को लेकर आयोजित स्वाभिमान महारैली को जनता ने ऐतिहासिक रूप से सफल बनाया है।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा में कहा था कि क्या साले पहाड़ियों के लिए बना है उत्तराखंड ? तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं क्या आपको जनता ने इसलिए चार बार विधायक बनाया कि आप करोड़ों रुपए की संपति जोड़कर अपने लिए रिसोर्ट/होटल बना सको। आपके पास इतनी संपति कहाँ से आ रही है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
अब कांग्रेस के विधायक कह रहे हैं कि जब उनकी पार्टी सत्ता में आयेगी तो गैरसैण राजधानी राजधानी बनेगी। राजधानी के सवाल पर दोनों पार्टियां जनता को गुमराह कर रही हैं। जिस दिन भूमि क़ानून संशोधित विधेयक सदन में पेश हुआ, उस दिन सत्ता पक्ष के साथ ही मुख्य विपक्षी कांग्रेस के विधायक भी मौन रहे। इससे साफ पता चलता है कि सत्ता और विपक्ष मिलकर जमीनों को लुटाने का काम कर रहे हैं।