Tuesday, April 29, 2025
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समायोजन की मांग को लेकर कोविड कर्मचारियों ने किया विधानसभा कूच

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देहरादून, समायोजन की मांग को लेकर कोविड कर्मचारियों द्वारा विधानसभा कूच किया गया, कूच में शामिल होने के लिए करीब 150 कोविड कर्मचारी प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये थे। विभिन्न जिलों से आये यह कर्मचारी कोविड 19 कर्मचारी संघ के बैनर तले दोपहर 12 बजे से बन्नू स्कूल से विधानसभा की और बढ़े। समायोजन की मांग करते करते प्रगति विहार बैरियर के पास तक आये। यहां पहले से ही भारी पुलिस बल मौजूद थी।
पुलिस के रोकने पर कोविड कर्मचारी वही प्रगति विहार पर रोड़ पर बैठ गए। कर्मचारियों ने आरोप लगाया की बार बार स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के बाद भी किसी प्रकार की कारवाई नहीं की जा रही। जिस पर कर्मचारियों को विवश होकर भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है पर सरकार कोई सुध नहीं ले रही।

इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन कर्मचारी लिखित में आश्वासन देने की बात पर अड़े रहे। काफ़ी समय बीत जाने पर सायं 4:30 बजे पुलिस प्रशासन दल बल के साथ कर्मचारियों को उठाने के लिए आयी फिर भी कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। जिस पर पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। भारी विरोध के बीच कर्मचारियों को बसों में भर कर धरना स्थल एकता विहार में छोड़ दिया गया।
विधान सभा कूच के दौरान उत्तरखंड समस्त कोविड 19 कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष शर्मीला चौहान, मिथलेश बलूनी, धनवीर, राम निवास, संतोष राणा सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये कर्मचारी मौजूद रहे।

 

राज्य आंदोलनकारी संगठनों ने विधानसभा के बाहर दिया धरना, भू-कानून, चिन्हीकरण व मूल निवास जैसे मुद्दों पर सीएम को भेजा ज्ञापन

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देहरादून, उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद एवं विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा राज्य आंदोलनकारियों की मांगों को लेकर एक विधानसभा के समक्ष दिवसीय धरना दिया गया। इस मौके पर अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया।
धरने में वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए कहा कि यदि राज्य आंदोलनकारियों की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार नहीं किया गया तो भविष्य में आंदोलनकारी संगठनों को सड़कों पर उतर कर संघर्ष का बिगुल फूंकना पड़ेगा। वक्ताओं ने कहा कि शीघ्र अति शीघ्र सरकार को राज्य आंदोलनकारियों की मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए तथा राज्य आंदोलन की गंभीरता को समझते हुए नीतिगत निर्णय लेना चाहिए।

राज्य आंदोलनकारियों की प्रमुख मांगें :

+चिन्हीकरण की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए।
+धारा 371 लागू की जाए।
+भू कानून लागू किया जाए।
+मूल निवास लागू किया जाए। +राज्य आंदोलनकारियों के लिए एक समान पेंशन लागू हो

धरने में शामिल होने वालों में मुख्य रूप से उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद के संरक्षक नवनीत गोसाईं,
प्रदेश अध्यक्ष विपुल नौटियाल, जिला अध्यक्ष सुरेश कुमार, उत्तराखंड चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संगठन के अध्यक्ष जबर सिंह पावेल, उपाध्यक्ष लोक बहादुर थापा,
उत्तराखंड महिला मंच की संयोजक निर्मला बिष्ट, विमला रावत, संगीता रावत, सत्या पोखरियाल, पुष्पलता सिल्माना, जनवादी महिला समिति की ओर से नूरेसां अंसारी, शाकंभरी रावत, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से राजेंद्र पुरोहित, अनंत आकाश, प्रेम सिंह नेगी, जगमोहन रावत के अलावा बालेश बवानिया, धर्मानंद भट्ट, प्रभात डंडरियाल लखन चिलवाल, द्वारिका डिमरी, कुसुम बिष्ट, गोदांबरी भट्ट, देवेश्वरी गोसाईं ,कल्पेश्वरी नेगी व बीना कुकरेती आदि भारी संख्या में उपस्थित रहे।

 

देवभूमि विचार मंच द्वारा “स्व” विषय पर एक विचारगोष्ठी का किया आयोजन

स्व" पर सफल गोष्ठी का आयोजन | Chanakya Mantra

देहरादून, दून लाइब्रेरी में देवभूमि विचार मंच द्वारा “स्व” विषय पर एक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया। विचारगोष्ठी के आरम्भ में “कुली बेगार आंदोलन उत्तराखंड की रक्तहीन क्रांति”, व “75 उत्तराखंड स्वराज” नामक दो पुस्तकों का विमोचन किया गया। पुस्तकों का विमोचन पद्मश्री सम्मानित कल्याण सिंह रावत, मुख्यवक्ता विकास, प्रज्ञाप्रवाह के क्षेत्रीय समन्वयक भगवती प्रसाद राघव द्वारा किया गया। “देवभूमि विचारमंच उत्तराखंड” के अंतर्गत आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रकाशित उक्त पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है।
वर्ष 2015 में स्थापित देवभूमि विचारमंच उत्तराखंड राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अंतर्गत प्रज्ञा प्रवाह की उत्तराखंड इकाई के रूप में राष्ट्रीय चिंतन से जुड़े विचारवान लोगों को मंच है जो राष्ट्रीय चिंतन में जनभागीदारी को बढ़ाता है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौर में उत्तराखंड की रक्त हीन क्रांति के नाम से विख्यात “कुली बेगार आंदोलन” के 100 वर्ष पूर्ण होने पर उक्त आंदोलन से जुड़े तथ्यों को रवि कुमार जोशी व डॉ अंजलि वर्मा के संपादन में तैयार किया गया है। वहीँ “75 उत्तराखंड स्वराज” पुस्तक का संपादन डॉ रवि दीक्षित द्वारा किया गया। उक्त पुस्तक में तत्कालीन उत्तराखंड क्षेत्र से स्वतंत्रता आंदोलन में संघर्ष की भूमिका में रहे नायकों व उनके कार्यों का विभिन्न लेखकों द्वारा लेखनीबद्ध किया गया है। उक्त दोनों पुस्तकों की प्रस्तावना राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अंतर्गत प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय सयोंजक प्रमुख जे नन्द कुमार द्वारा लिखी गयी है।
स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जब वर्ष 1922 में असहयोग आंदोलन जैसा बड़ा आंदोलन आपने लक्ष्य को पाने में असफल साबित हुआ उस दौरान सुदूर पर्वतीय क्षेत्र उत्तराखंड के जनमानस द्वारा कुमायूं केसरी बदरी दत्त पांडे के नेतृत्व में “कुली बेगार” जैसी अमनवीय प्रथा के विरुद्ध संघर्ष कर 1929 में बागेश्वर में सरयू व गोमती के संगम में ब्रिटिश शासकों के कुली बेगार से सम्बंधित रजिस्टरों को नदी में प्रवाहित कर इस कुप्रथा को सदा के लिये समाप्त कर दिया था। उत्तराखंड के आम जन के इस अहिंसक आंदोलन को महात्मा गाँधी द्वारा यंग इण्डिया नामक पत्रिका में रक्तहीन क्रांति नाम दिया गया था।
“75 उत्तराखंड स्वराज ” पुस्तक स्वतंत्रता संग्राम को “स्व ” के दृष्टिकोण से समझाने का प्रयास करती है।
आंदोलन के दौरान औपनिवेशिक शक्तियों द्वारा राजनितिक, आर्थिक, व धार्मिक शोषण भारतीय स्व के विचार को कमजोर करने की दिशा में ही किये गये थे।
स्वतंत्रता के लिए चले लंबे संघर्ष के दौरान स्व के विचार की लड़ाई को भी लड़ा है। श्री अरविंद महात्मा गांधी व अनेक महापुरुषों ने स्वधर्म,स्वराज व स्वदेशी इस सामाजिक दर्शन को भी देशवासियों के समक्ष प्रस्तुत किया।

देवभूमि विचारमंच द्वारा आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में मुख्यवक्ता विकास सारस्वत ने “स्व” से सम्बंधित विषय पर विचार रखते हुये कहा कि इस्लामी आक्रन्ता व यूरोपी उपनिवेशवाद के कारण भारतीयता का प्रकटिकरण प्रभाव से प्रेरित हो गया। परन्तु वर्तमान में स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद जब चार पीढ़ियां जा चुकी है तब आवश्यकता है कि हम अपने स्वंम बोध या स्व भाव से साक्षत्कार करें। आज आवश्यकता है कि हम भारतीयता के उन मूल तत्व साधनवृत्ति, धर्मपरायंता, बहूलता वाद ,और उसी से जनित साहिनुषता, सह अस्तित्व व बंधुत्व जैसी भारतीयता की विशिष्टताओं का महत्व समझ सके।

अपने उद्धबोधन में पर्यावरण प्रेमी पदमश्री कल्याण सिंह रावत ने पराधीनता के दौर में उत्तराखंड में कुली बेगार प्रथा से जुड़े अनेक विषयो पर विस्तार से चर्चा रखते हुये वृक्षारोपण हेतु मैती आंदोलन को लोकपरम्परा के रूप में स्थापित करने के प्रयासों पर विचार रखे। साथ ही ग्लोबल वॉर्मिंग के दुसप्रभावों पर भी प्रकाश डाला। वृक्षारोपण के माध्यम से ग्लोबल वार्मिंग के दुसप्रभावों से पृथ्वी को कैसे बचाया जा सकता इस पर भी विस्तार से अपनी बात रखी।

कार्यक्रम में डॉ रवि शरण दीक्षित, डॉ अंजलि वर्मा, रवि जोशी, कुलदीप सिंह राणा, डॉ रीना कुलश्रेष्ठ, कृष्ण चंद्र मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

 

लेह से मनाली तक 428 किमी अनुराग सैनी की शानदार यात्रा, वीरों को रही समर्पितMay be an image of 2 people and people studying

देहरादून, मानव सहिष्णुता और अथक समर्पण को लेकर अनुराग सैनी ने लेह से मनाली तक 428 किलोमीटर की दौड़ को पूरा किया। अपनी इस अद्वितीय यात्रा के संस्मरण को लेकर अनुराग सैनी स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू हुये, उन्होंने कहा कि मेरी यात्रा 27 अगस्त से शुरू हुई और एक सितंबर समाप्त हुई, यह यात्रा ‘भारत के वीर’ सैनिकों को समर्पित रही |
श्री अनुराग ने कहा कि यह यात्रा गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड की छूट के बावजूद कई लोगों के दिलों में एक अद्वितीय रिकॉर्ड कर गई | सहिष्णुता और संकल्पना के परिपेक्ष में यात्रा भारत के वीर की भावना को दोहराते हुये उनके परिवारों का समर्थन करती है।
उन्होंने कहा कि इस महान उपलब्धि के पीछे छुपे थे कई अद्वितीय व्यक्तियों का समर्थन और समर्पण भी रहा जिसमें अनिल मोहन ने यात्रा की मजबूती की मूल आधारशिला रखी, श्री अनिल मोहन, सारमंग एडवेंचर टूर्स के प्रतिनिधित्व करते हुए सिर्फ एक आयोजक नहीं बल्कि उनकी विशेषज्ञता, समर्पण और अथक समर्थन ने इस उपलब्धि को संभव बनाया।

श्री अनुराग सैनी ने कहा कि
डॉक्टर करणैल सिंह और बालबिंदर कौर, लखनऊ से आने वाले डायनामिक पति-पत्नी युगल और यात्रिगण, इस अपने आद्यात्मिक यात्रा में अनमोल साथी रहे। उनका समर्थन और साथीपन ने सबसे कठिन टेरेन के माध्यम से आत्मा को प्रेरित किया और चुनौतियों को पार करने में टीमवर्क की ताक़त का परिचय दिया।
इस आश्चर्यजनक यात्रा के दौरान, अनुराग सैनी और उसकी समर्पित टीम ने समर्पित करने के लिए लगभग 30,000 रुपये एकत्र किए, ‘भारत के वीर’ कॉज को समर्थन देने के लिए, 6 सितंबर 2023, इस राशि को आधिकारिक रूप से दान कर
दिया गया।

इस यात्रा का महत्व एक व्यक्तिगत उपलब्धि से बढ़कर था। यह हमारे राष्ट्र के प्रगति में हर बड़े कार्य के प्रति हर छोटे कदम के योगदान को याद दिलाता है। अनुराग सैनी ने भविष्य की यात्राओं के लिए भी समाजजन कार्यों के लिए अपने समर्पण को व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारे राष्ट्र के प्रति हमारा कर्तव्य है कि हम राष्ट्रीय प्रगति के लिए मिलकर काम करें। हमें जो कुछ भी कर सकते हैं, वो भी हो, बिना सोचे कि इसका प्रभाव होगा या नहीं, क्योंकि छोटी प्रगति भी प्रगति होती है। मिलकर, हम एक बदलाव कर सकते हैं।”

श्री अनुराग सैनी की अदम्य भावना, ‘भारत के वीर’ के प्रति उनके समर्पण, और हमारे समाज के उन्नति के लिए उनके अथक समर्थन की श्रद्धांजलि के रूप में है। उनकी यात्रा सबके लिए प्रेरणा है, जो एक उच्च कॉज के सेवन में मानव संकल्प की ताक़त को प्रदर्शित करती है।

 

गोर्खाली हरितालिका तीज उत्सव का 10 सितम्बर को होगा आयोजन, अंतर्राष्ट्रीय नायिका रिंतु कण्डेल भी देगी अपनी प्रस्तुति

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देहरादून, हरितालिका तीज सम्पूर्ण विश्व में रहने वाले हिंदु समाज में मनाया जाने वाला एक पवित्र धार्मिक पर्व है। अपने वैवाहिक जीवन की खुशहाली एवं पति की दीर्घायु, सौभाग्य कल्याण के साथ साथ परिवार में सुख-शांति हेतु हिंदु नारियों द्वारा मांगलिक अनुष्ठान के रूप में मनाया जाने वाला पवित्र पर्व है। गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव कमेटी इस उत्सव को मेले के रूप में विगत 17 वर्षो से भव्य रूप से मनाती आ रही है।
स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुखातिब होते हुये गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव कमेटी की अध्यक्षा श्रीमती ज्योति कोटिया ने बताया कि इस वर्ष भी रविवार 10 सितम्बर रविवार को गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव मेला-2023 भव्य रूप में आयोजित कर रही है। इस आयोजन को सफल बनाने हेतु तीज उत्सव कमेटी के सदस्य प्रचार-प्रसार एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी में एकजुट होकर लगे हुए है।

श्रीमती ज्योति कोटिया ने कहा कि इस समारोह के मुख्य आकर्षक तीज क्वीन, तीज प्रिंसेस प्रतियोगिताएँ, वृद्धा नारियों एंव प्रतिभाओं का सम्मान के साथ गोर्खाली व्यंजनों के स्टाल एवं गोर्खाली परिधान गहनों एवं अन्य स्टाल भी आकर्षण का केंन्द्र रहेंगे।

पत्रकारों सू रूबरू होते संस्था की मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने अवगत कराया कि सांस्कृतिक लोकगीत एवं लोक नृत्य तीज पर्व की आत्मा है। इसी परम्परा के अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा अपनी संस्कृति, परम्परा एवं भाषा को लोकनृत्यों के माध्यम से दर्शाने का प्रयास किया है। इस उत्सव मेले में सम्पूर्ण उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों से आये हुए कलाकार मंच पर अपनी बेमिसाल लोक संस्कृति की सतरंगी छटा बिखेरेंगे।

इसके साथ ही नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय नायिका रिंतु कण्डेल एवं नायिका नीतु कोईराल इस मेले में अपनी बेमिसाल रंगारंग प्रस्तुतियां देंगे | उत्सव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, काबीना मंत्रीयगणेश जोशी, हंस फाउंडेशन के संस्थापक परम पूज्यनीय माता मंगला और श्री भोले महाराज, पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के परम श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण एवं गणमान्यजनों एवं वरिष्ठजनों को सादर आमंत्रित किया गया है।

सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया का द्वितीय चरण : 129 सहायक अध्यापकों (एल.टी.) को प्रदान किये गये नियुक्ति पत्र

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बुधवार को ननूरखेड़ा, देहरादून स्थित शिक्षा निदेशालय में सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। आज सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के द्वितीय चरण में कुल 129 सहायक अध्यापकों (एल.टी.) को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया के प्रथम चरण में 880 सहायक अध्यापकों (एल.टी.) को नियुक्ति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में एक मंच व प्लेटफार्म बनाया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी चयनित शिक्षकों को शुभकामना देते हुए कहा कि नियुक्ति पाने वाले सभी शिक्षकों पर भविष्य के कर्णधारों को तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी है। सभी अपने कार्यक्षेत्र में पूरी ऊर्जा एवं नवाचार के साथ कार्य करें। जन सेवा करने का जो मौका मिला है, ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने कार्यों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने आजादी के अमृतकाल में प्रवेश कर दिया है। नये भारत के निर्माण में हमारे युवा पीढ़ी की अहम भूमिका होगी। हमारे नौनिहालों के भविष्य के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सशक्त, समृद्ध एवं शक्तिशाली भारत के रूप में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वैश्विक स्तर पर भारत को अलग पहचान मिली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत वसुधैव कुटुंबकम् की भावना से आगे बढ़ रहा है। कोरोना काल में भारत ने अनेक देशों को कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध कराई। भारत को जी-20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला। देश के अनेक हिस्सों में जी-20 की बैठकें आयोजित की गई। उत्तराखण्ड में जी-20 की तीन बैठकें आयोजित की गई। इन बैठकों से उत्तराखण्ड को भी वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आर्थिकी को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। दिसम्बर में राज्य में इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। राज्य में युवाओं को रोजगार के पूरे अवसर मिले, इसके लिए रोजगार एवं स्वरोजगार की दिशा में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। इस कानून के लागू होने के बाद से अभी तक साढ़े पांच लाख से अधिक अभ्यर्थी प्रतियोगी परिक्षाओं में भाग ले चुके हैं। सभी परीक्षाएं पारदर्शिता के साथ पूर्ण की जा रही हैं।

शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सहायक अध्यापकों की नियुक्ति होने से कई स्कूलों में अध्यापकों की कमी पूरी होगी। उन्होंने सभी चयनित शिक्षकों से कहा कि शुरूआती सालों में दुर्गम क्षेत्रों में सेवा जरूर करें। उन्होंने कहा कि सहायक अध्यापकों का अभी मण्डल केडर है, इसे स्टेट कैडर बनाने पर विचार किया जा रहा है। स्कूलों में जो गेस्ट फैकल्टी कार्य कर रहे हैं, उनकी जायज मांगे पूरी की जायेगी। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में बैकलॉग के लगभग शत प्रतिशत पद भरे गये हैं, माध्यमिक शिक्षा में भी 80 प्रतिशत बैकलॉग के पद भरे गये हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।

इस अवसर विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, सचिव विद्यालयी शिक्षा श्री रविनाथ रमन, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरू, महानिदेशक शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी, भाजपा के महानगर अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

 

जिलाधिकारी ने किया जनपद के चिकित्सालयों का निरीक्षण

देहरादून, जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने आज जनपद के चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाएं देखी। जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय कोरोनेशन, गांधी शताब्दी चिक्तियालय, दून मेडिकल कॉलेज, सीएमआई, महंत इंद्रेश हॉस्पिटल का निरीक्षण करते हुए डेंगू से बचाव हेतु की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। चिकित्सकों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश।

उत्तराखंड सरकार ने पेश किया 11321 करोड़ का अनुपूरक बजट, आपदा से अब तक 1344 करोड़ का नुकसान : वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल

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(एल मोहन लखेड़ा)

देहरादून, उत्तराखंड़ विधान सभा का मंगलवार से शुरू हुये मानसून सत्र के दूसरे दिन सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया है। सीएम धामी मौजूदगी में वित्त मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने शाम चार बजे बजट सदन पटल पर रखा, 11321 करोड़ रुपये के इस बजट में कई योजनाओं के लिए रुपये जारी किए गए हैं। हरिद्वार मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए सरकार ने 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। जबकि ऋषिकेश को योग नगरी के तौर पर डेवलप करने के लिए 30 करोड़ और हरिद्वार को पर्यटन नगरी के तौर पर विकसित करने के लिए 25 करोड़ रुपये का व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कई और योजनाओं के लिए भी विभागवार बजट दिया गया है।
वित्त मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रथम अनुपूरक बजट सदन में पेश किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के योग्य नेतृत्व में विश्व विरादरी में भारत का सम्मान बढ़ा है। चन्द्रयान सफल अभियान अभियान से हम शीर्ष देशों के पंक्ति में खड़े हो गए है। जी-20 के अध्यक्ष के नाते हमारे देश ने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है। वित्त मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि हमारी सरकार जनकल्याण को समर्पित सरकार है। इसलिए मुख्य बजट में अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं लेकर आये थे। इसमें आयुष्मान योजना, नन्दा गौरा योजना, माध्यमिक व उच्च शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति की योजना, अन्तयोदय कार्ड धारकों को वर्ष में तीन संलेडर निशुल्क रिफिल कराये जाने की योजना, सामाजिक सुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न पेंशन योजना आदि का विशेष उल्लेख है। कहा कि इन जनकल्याण योजनाओं से हम समग्र विकास, समावेशी विकास तथा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास तथा सबका प्रयास आदि प्रतिबद्धताओं को पूर्ण करते हैं।उत्तराखंड सरकार ने पेश किया अनुपूरक बजट,11321 करोड़ का है अनुपूरक बजट -  Doon Prime News
इस अनुपूरक बजट में भी जनकल्याण को समर्पित योजनाओं हेतु महत्वपूर्ण प्रावधान है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि अनुपूरक बजट के लिए आवश्यक वित्त की व्यवस्था के लिए हमने गम्भीर प्रयास किये हैं। हम लगातार राजस्व अभिवृद्धि के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि हम अब तक बजट अनुमान का 34 प्रतिशत राजस्व प्राप्त कर चुके हैं। राजस्व प्राप्ति के सम्बन्ध में यह उपलब्धि मुख्यतः इसलिए है कि क्योंकि हमारी सरकार लगातार समीक्षा कर रही है। वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ मेरे द्वारा और मुख्यमंत्री द्वारा पहली बार व्यापक पैमाने पर समीक्षाएं की जा रही है |

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि विगत दिनों हमारी सरकार द्वारा सर्किल रेट को रिवाईज किया गया था। जीएसटी के क्षेत्र में जहाँ एक और जन जागरूकता बढ़ाई गई वहीं दूसरी ओर सूचना प्रौद्योगिकी का सहारा लिया गया। कम से कम मानवीय हस्तक्षेप हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया। हमारे इन प्रयासों के अच्छे नतीजे सामने आने लगे हैं।

वित्त मंत्री डॉ. अग्रवाल ने कहा कि जहां 2021-22 में लगभग हमको लगभग रू0 14176 करोड का कर राजस्व प्राप्त हुआ था वहीं 22-23 में यह बढ़कर रू0 17103 करोड़ हो गया है। इस वर्ष गत वर्ष के सापेक्ष हम 47 प्रतिशत कर राजस्व प्राप्त कर चुके हैं लेकिन हमने राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य बढ़ा दिये हैं ताकि जन कल्याण एवं अवस्थापना विकास हेतु समुचित प्रावधान कर सकें। डॉ अग्रवाल ने कहा कि राज्य के राजस्व के दृष्टिगत जी.एस.टी. वैट, स्टॉम्प वाहन कर आदि प्रमुख कर हैं और इन सभी में गत वर्ष के सापेक्ष वृद्धि हो रही है। इस वर्ष भी लक्ष्य के सापेक्ष भी अच्छी प्रगति है। राज्य वस्तु एवं सेवाकर में लक्ष्य के सापेक्ष 39%, बैट (नॉन जीएसटी) में 41% स्टाम्प में 51% तथा वाहन कर में 34% की प्राप्ति हो चुकी है।
सदन में नियम 58 के तहत मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विपक्ष को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस बार बारिश बहुत ज्यादा हुई है। 2023-24 में वर्तमान तक 45650 प्रभावित परिवार को 30.40 करोड़ की धनराशि दी गई है। हरिद्वार का सर्वे जारी। राज्य आपदा मोचन निधि से 301 करोड़ अग्रिम रूप से आवंटित किए। प्रदेश में बारिश के कारण 111 जनहानि हुई, 172 लोग घायल हुए। प्रदेश में बारिश से 1344 करोड़ का नुकसान हुआ है। आपदा के लिए दो हेलीकॉप्टर लगाए गए थे। जोशीमठ में 150 परिवार को 33.50 करोड़ की सहायता राशि दी गई। 296 प्रभावित परिवार को राहत कैंप में रखा गया। 324 परिवार को 1 लाख प्रति परिवार की दर से अतिरिक्त राहत। सामान स्थानांतरित करने को 50 हजार प्रति परिवार दिया गया है।

प्रमुख केन्द्र पोषित योजनाओं के लिए अनुपूरक बजट में प्रावधान :
जल जीवन मिशन – लगभग रू0 795 करोड़, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में 297 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण लगभग रू0 190 करोड़, समग्र शिक्षा अभियान लगभग रू0 128 करोड, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान लगभग रू0 120 करोड़, मेडिकल कॉलेज लगभग रू0 54 करोड, स्वच्छ भारत मिशन लगभग रू0 36 करोड़।

प्रमुख पूंजीगत योजनाओं हेतु अनुपूरक बजट में प्रावधान :

आवास एवं शहरी विकास के अन्तर्गत अवस्थापना का सुदृढीकरण हेतु रू0 321 करोड़, ऋषिकेश को योग नगरी के रूप में विकसित करने हेतु लगभग रू0 30 करोड, हरिद्वार को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने हेतु लगभग रू0 25 करोड़, पार्किंग के निर्माण हेतु लगभग 135 करोड़, मुख्यमंत्री आंगनबाडी भवन निर्माण हेतु लगभग रू0 50 करोड़, हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण एवं स्थापना हेतु लगभग रू0 100 करोड़, लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत आरआई.डी.एफ. योजना के अन्तर्गत लगभग रू0 100 करोड़, नगरीय अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु लगभग रू0 25 करोड़, अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का विकास रू0 35 करोड़, अनुसूचित जन जाति बाहुल्य क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का विकास रू0 17 करोड़।

प्रमुख राजस्व योजनाओं के लिएअनुपूरक बजट में प्रावधान:
सडकों के अनुरक्षण के अन्तर्गत लगभग रू0 300 करोड़।
अटल आयुष्मान हेतु लगभग रू0 200 करोड।
नन्दा गौरा हेतु लगभग रू0 95 करोड़।
औषधि तथा रसायन के अन्तर्गत लगभग रू0 90 करोड।
निशुल्क पाठ्य पुस्तक योजना हेतु लगभग रू0 68 करोड़।
रूफ टॉप सोलर स्ट्रीट लाईट संयंत्रों लगभग रू0 66 करोड़।
सामाजिक सुरक्षा (पेंशन) के अन्तर्गत लगभग रू0 40 करोड।
मशीन उपकरण सज्जा एवं संयंत्र के अन्तर्गत लगभग रू0 33 करोड़। कम्यूटर हार्डवेयर सॉफ्टवेयर एवं अनुरक्षण के अन्तर्गत लगभग रू0 23 करोड। व्यावसायिक तथा विशेष सेवाओं का भुगतान के अन्तर्गत लगभग रू0 17 करोड़। कार्यालय प्रायोगार्थ वाहन क्रय में लगभग रू0 13 करोड। ईजा बोई शगुन योजना हेतु लगभग रू0 10 करोड़। पशुपालन के अन्तर्गत साइलेज पशुपोषण योजना हेतु लगभग रू0 7 करोड़।

 

सदन में हुई चर्चा पर एक नजर :

सदन को गुमराह कर रहे मंत्री : हरीश धामी
धारचूला विधायक हरीश धामी ने विरोध किया कि उनकी विधानसभा को बेगाना बनाया जा रहा है। सीमांत के लोगों को मजबूर किया जा रहा है। हरीश धामी ने आरोप लगाया कि सरकार धारचूला के साथ गलत व्यवहार कर रही है। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि वह राज्य की बात कर रहे हैं। आपदा पूरे प्रदेश में आई है। हरीश धामी ने आरोप लगाया कि मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं।
सदन में विधायक हरीश धामी ने कहा, 60 परिवार आज भी स्टेडियम में रह रहे हैं, लेकिन सरकार उनका पुनर्वास नहीं कर रही। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा पूरा धारचूला खतरे की जद में है। सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। विस्थापन की कार्रवाई की जाए। हरीश धामी ने कहा कि धारचूला में अलग नियम बनाये जा रहे हैं। एक प्रदेश में एक कानून हो। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि प्रभावितों के पुनर्वास के लिए जमीन का चयन करने की प्रक्रिया जारी है। धारचूला के प्रभावित क्षेत्र की डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है।

पूरे प्रदेश को आपदा क्षेत्र घोषित करे सरकार : रवि बहादुर

हरिद्वार के ज्वालापुर से विधायक रवि बहादुर ने कहा कि आपदा ने सरकार की कलई खोल दी है। 20 दिन तक ट्रांसफार्मर नहीं रखे गए। आपदा में किसी प्रकार की मदद नहीं मिली। खेत बह गए। किसानों की मदद को कोई तैयार नहीं। आपदा में मुआवजे की राशि बढ़ाई जाए। यूपी की तर्ज पर किसानों की एक साल की बिजली माफ हो और उनका ऋण भी माफ हो। पूरे हरिद्वार जिले के साथ ही प्रदेश को आपदा क्षेत्र घोषित किया जाए।

आपदा से पूर्व नहीं ली जाती बैठक : सुमित हृदयेश

विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि हर जिले में प्रभारी मंत्री बनाये गए हैं, लेकिन कोई भी बैठक आपदा से पूर्व नहीं ली जाती है। इस बार बरसात में 60 फीसदी लोगों के घरों में पानी भरा। पूरे तराई क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। रजिस्ट्री की जमीन के बह जाने के बाद महज 1.25 लाख मुआवजा दिया जाता है। वहीं, विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि तटबंधों के लिए आपदा का इंतजार किया जाता है। हरिद्वार के कांगड़ी गांव बहने की कगार पर है। तटबंध बनाने के लिए कट्टे मिट्टी से भरकर रखते हैं। किसानों को मात्र 1175 प्रति बीघा मुआवजा दिया जा रहा है। जबकि कम से कम 15 हजार का खर्च आता है।

आपदा से पहले बैठक करें अधिकारी : ममता राकेश

भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी/डीएम बरसात से पहले जिले के विधायकों के साथ बैठक करें। साथ ही उनसे प्रस्ताव लें, जिससे कि आपदा में बचाव हो सके, लेकिन अधिकारी सुनते नहीं हैं। आपदा में खंबे टूटे, लेकिन आज तक ठीक नहीं हुए। 12 विद्यालय ऐसे हैं, जहां बारिश में छुट्टी करनी पड़ती है। उन्होंने मानकों में परिवर्तन की मांग की।

दैवीय आपदा के नियमों में बदलाव की जरूरत: विक्रम नेगी

प्रतापनगर विधायक विक्रम नेगी ने कहा कि उत्तराखंड जंगल, चट्टानों, घाटी-चोटी, ग्लेशियर का प्रदेश है। यहां हर साल बारिश की वजह से बड़े स्तर पर भूमि का कटाव होता है। इसलिए दैवीय आपदा के नियमों में बदलाव की जरूरत है। भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। नानकमत्ता विधायक गोपाल सिंह राणा ने नियम 58 में आपदा के नुकसान को लेकर कहा कि दीर्घकालिक व्यवस्था हे चाहिए। गांव में बाढ़ आने पर हम लोग बचाव की बात करते हैं। जिन किसानों की जमीन चली गई। क्या वो वापस आएगी। सरकार ने कितना मुआवजा दिया। उन्होंने सरकार को स्थायी हल निकालने की मांग की।

कार्यवाही से हटाया गया 15 कांग्रेस विधायकों के निलंबन का प्रकरण :

सदन में 15 कांग्रेस विधायकों के निलंबन का प्रकरण कार्यवाही से हटाया गया। गैरसैंण विधानसभा सत्र में अनुशासनहीनता के मामले में स्पीकर ने एक दिन के लिए 15 कांग्रेस विधायकों को निलंबित किया था। कांग्रेस सविधायक प्रीतम सिंह ने सदन में व्यवस्था का प्रश्न उठाया। स्पीकर ने सदन को निलंबन प्रकरण कार्यवाही से हटाने की जानकारी दी।
वहीं सदन में 14 मार्च को गैरसैंण में विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों को निलंबित किए जाने का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा नियम के तहत निलंबन नहीं हुआ। सरकार की तरफ से किसी के द्वारा निलंबन का प्रस्ताव नहीं रखा गया, इसलिए निलंबन गलत था। लोकसभा और राज्यसभा में भी सांसदों का निलंबन सरकर की तरफ से प्रस्ताव जाने पर ही होता है। विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन को वापस लिया।

सदन में विशेषाधिकार हनन का प्रश्न उठा :
विधायक तिलक राज बेहड़ ने विशेषाधिकार हनन का प्रश्न उठाया। वहीं पीठ ने हर हाल में विधायकों के प्रोटोकाल का ध्यान रखने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव को सभी जिलाधिकारियों और प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश जारी करने के लिए कहा गया। कहा विधायकों का फोन उठाने पर अधिकारियों को माननीय शब्द का उद्बोधन करना होगा।

घेराव करने आ रहे लोगों को पुलिस ने रोका :

टिहरी में सिंगटाली पुल निर्माण की मांग को लेकर यहां के लगभग 200 लोग भी विधानसभा कूच के लिए पहुंचे। इन लोगों को पुलिस ने शास्त्री नगर बैरियर पर रोका।
पुलिस ने जुलूस को बैरिकेडिंग लगाकर रोका बिजली पानी समेत कई मुद्दों को लेकर सुराज सेवा दल के सैकड़ों कार्यकर्ता विधान सभा घेराव करने पहुंचे। पुलिस ने जुलूस को प्रगति विहार बैरिकेडिंग पर रोका।

आइस स्केटिंग रिंक का मामला उठा :
रभाजपा विधायक बृजभूषण गैरोला ने रायपुर में बने आइस स्केटिंग रिंक का मामला उठाया। रिंक की लागत और उपयोग को लेकर उनके पूछे गए सवाल का संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने जवाब दिया। उन्होंने बताया क 2010 में 56.62 करोड़ की लागत से आइस स्केटिंग रिंक बना था। जहां चार प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ है। बताया कि फिलहाल अभी आइस स्केटिंग रिंक का मामला कोर्ट में है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की डेंगू रोगियों के उपचार व उचित देखभाल के लिए गाइडलान जारी

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डेंगू रोकथाम को कई बड़े फैसलों पर लगी मुहर, जिला क्षय रोग अधिकारियों को जिला नोडल अधिकारी बनाने का शासनादेश हुआ जारी

देहरादून। राज्य में डेंगू रोग संक्रमण रोकने लिए मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठकों के सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं। इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य विभाग ने आज माननीय मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी के निर्देष पर डेंगू रोगियों के बेहत्तर इलाज व देखभाल के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है। माननीय मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी के आदेश पर राज्य सचिवालय में सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेष कुमार द्वारा सभी जिलों के साथ डेंगू नियंत्रण हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। वर्चुवल बैठक में जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, निदेषक चिकित्सा षिक्षा आषुतोश सयाना सहित सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने डेंगू उन्मूलन अपने विचार व्यक्त किये। बैठक में मुख्य रूप से अपर सचिव स्वास्थ्य श्रीमती अमनदीप कौर, स्वास्थ्य महानिदेषक डॉ विनीता षाह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून डॉ संजय जैन, निदेषक राज्य संचरण परिशद डॉ अजय नगरकर, कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम डॉ पंकज सिंह मौजूद थे। समीक्षा बैठक में पहुंचे सभी विशेषज्ञों ने डेंगू की रोकथाम के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। बैठक में मिले सुझावों के बाद जिला क्षय रोग अधिकारियों को जिला नोडल अधिकारी रक्तकोश नामित किया गया। वहीं इस महत्वपूर्ण बैठक में डेंगू रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगी।

1. डेंगू रोग के संक्रमण काल के दृश्टिगत जनपदों के समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में डेंगू रोगियों हेतु 30ः डेंगू आईसोलेषन बेड आरक्षित रखे जायें जिसे आवष्यकता पड़ने पर बढ़ायें जाने की व्यवस्था सुनिष्चित की जाये।

2. रा0 दून मेडिकल कॉलेज के डेंगू विषेशज्ञों के परामर्ष के अनुसार 90ः रागियों में डेंगू के सामान्य लक्षण होते हैं जो स्वतः ठीक हो जाते हैं एवं कुछ ही रोगियों को चिकित्सालय में उपचार हेतु भर्ती होने की आवष्यकता पड़ती है। यदि रोगी के लक्षण जैसे Persistant High grade fever (38.5°C and above), Bleeding, Convulsions, Difficulty in Breathing or palpitation or Breathlessness, Persistant Vomiting >3 times a day हों तो रोगी द्वारा अविलम्ब चिकित्सकिय परामर्ष लिया जाये।

3. डेंगू रोग को महामारी का रूप लेने से रोकने के लिए नगर निगम/नगर निकाय द्वारा माइक्रो प्लान बनाकर रोस्टर अनुसार फॉगिंग की जाए ताकि प्रत्येक क्षेत्र में सप्ताह में कम से कम एक बार फॉगिंग एवं स्वच्छता अभियान किया जाये।

4. डेंगू रोग पर नियंत्रण हेतु लार्वा निरोधात्मक कार्यवाहियां (सोर्स रिडक्षन) एक कारगर व उपयुक्त उपाय है, जिन स्थानों पर चेतावनी के पश्चात् भी पानी जमा होने से डेंगू मच्छर पैदा होने की स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं, ऐसे संस्थानों व लोगों पर आर्थिक दण्ड का प्रावधान किया जाये ताकि जनहित में डेंगू रोग के खतरे से लोगों को बचाया जा सके व महामारी का रूप लेने से रोका जा सके।

5. षहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के हॉट स्पॉट चिन्हित कर निरन्तर स्वच्छता अभियान एवं डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण समबन्धित कार्यवाही की जाये जिससे डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।

6. आमजन में डेंगू रोग के प्रति भ्रान्तियों के समाधान हेतु जनपद स्तर पर डेंगू के संक्रमण काल (माह नवम्बर तक) के दौरान कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जाना सुनिष्चित करें।

7. आम जन में ब्लड डोनेषन हेतु जागरूकता अभियान चलाया जाये।

बागेश्वर उपचुनाव में 55 प्रतिशत हुआ मतदान, पांचों उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद

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बागेश्वर, उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आज सुबह 7 बजे से शुरु हुये मतदान में सायं 5 बजे तक 55 प्रतिशत से ज्यादा वोट डाले गये | मतदान को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं बीते दिन से लगातार बारिश हो रही है, इसके बावजूद भारी संख्या में लोग मतदान केन्द्रों में पहुंच अपने मतदान अधिकार का इस्तेमाल कर रहे थू. फिलहाल उपचुनाव के लिए चुनावी रण में उतरे पांचों उम्मीदवारों का भाग्य आज ईवीएम में बंद हो गया.
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने जिले के आरक्षित बागेश्वर सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए आज पांच सितंबर की तिथि निर्धारित की गई थी. निर्वाचन विभाग ने विधानसभा बागेश्वर के लिए सभी 188 पोलिंग बूथों के लिए सोमवार को सभी टीमों को रवाना कर दिया था. वहीं मतदान के दौरान सभी जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है, जिले के सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है, बागेश्वर उपचुनाव में 1.18 लाख मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगे | कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने भी बागेश्वर नगर क्षेत्र में भ्रमण करते हुए एसबीआई के पास बने नगर क्षेत्र के बूथों का निरीक्षण करते हुए निष्पक्ष मतदान की अपील की है. वहीं जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने दयागढ़ बूथ का निरीक्षण किया. बालीघाट बॉर्डर का निरीक्षण करते हुए सभी गाड़ियों की विशेष चेकिंग के निर्देश दिए थे, वहीं आज होने वाले मतदान के समय 7 बजे से शाम 5 बजे तक बॉर्डर को पूरी तरह सील करने के निर्देश दिए हैं, पहले सुबह की पारी में मतदान धीरे धीरे बढ़ता गया और 11 बजे तक 22.94 प्रतिशत रहा | जबकि सायं तीन बजे तक 45.37 प्रतिशत मतदान हुआ,
गौरतलब है कि जिले में मतदान के लिए 188 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इसके साथ ही 15 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील हैं, विधानसभा क्षेत्र को तीन जोन और 28 सेक्टर में बांटा गया है और 15 माइक्रो आब्जर्वर की तैनाती की गई है, चुनाव के लिए 168 वाहनों का इस्तेमाल किया गया है. वहीं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने को लेकर 834 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है. साथ ही सुरक्षा के दृष्टि से 1,444 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. चुनाव के मद्देनजर 6 फ्लाइंग स्क्वायड टीम और 10 स्टेटिक सर्विलेंस टीम लगाई गई है. मतदान के दौरान महिलाओं की सुविधा के लिए एक सखी बूथ भी बनाया गया है और पांच आदर्श बूथ भी बनाए गए थे |

नई जिम्मेदारी मिलने से पूरे देश में कांग्रेस का परचम लहराएगा

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हरिद्वार  (कुलभूषण) , अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सम्मानित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के जी ने हमारे प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष,पूर्व नेता प्रतिपक्ष,पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा वर्तमान चकरौता विधायक श्री प्रीतम सिंह जी को केंद्रीय चुनाव समिति( CEC) में सदस्य बनाया गया है।इस उपलक्ष में कांग्रेस जन पूर्व महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल जी के कार्यालय पर एकत्र हुए। और मिष्ठान वितरण किया।इस अवसर पर प्रदेश महासचिव डॉक्टर संजय पालीवाल जी ने कहा कि हम केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने प्रीतम सिंह जी को इतना बड़ी जिम्मेदारी देकर कांग्रेस में एक नई ऊर्जा लाने के लिए तथा प्रदेश ही नहीं इस देश को भी कांग्रेस में नई ऊर्जा का संचार होगा।महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल व पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि पहले भी श्री प्रीतम सिंह जी के नेतृत्व में प्रदेश के अंदर कांग्रेस ने नई बुलंदियों को छुआ है अब नई जिम्मेदारी मिलने से पूरे देश में कांग्रेस का परचम लहराएगा ऐसा हमें विश्वास है।प्रदेश महासचिव अनिल भास्कर व मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने कहा कि आज बागेश्वर चुनाव में भाजपा ने अपने पूरे हथकंडे अपना रखे हैं। परंतु जब परिणाम आएगा तो कांग्रेस का विधायक बागेश्वर से ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगे।इसी प्रकार पूरे देश में कांग्रेस की लहर बनेगी और प्रीतम सिंह केंद्रीय लोकप्रिय नेता राहुल गांधी और केंद्रीय समिति के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कांग्रेस को ऊंचाइयों की ओर ले जाएंगे।ऐसा हम सभी को विश्वास है।हम सभी मिलकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,कांग्रेस की सम्मानित पूर्व राष्ट्रीयअध्यक्षा सोनिया गांधी और कांग्रेस के लोकप्रिय केंद्रीय नेता राहुल गांधी और पूरी केंद्रीय टीम का हम आभार व्यक्त करते हैं। कार्यक्रम में पूर्व ब्लाक अध्यक्ष कनखल शुभम अग्रवाल,डॉ दिनेश पुंडीर,वरिष्ठ कां नेत्री सपना सिंह,संगीता रानी,स्वाती शर्मा,लक्ष्मी मिश्रा,पार्षद मेहरबान खान,वीरेंद्र भारद्वाज,ईंजिनियर आकाश बिरला,नवेज अंसारी, डा वसीम सलमानी,अमरीश रस्तोगी,युवा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता हिमांशु बहुगुणा,महेंद्र गुप्ता,हरद्वारी लाल,शाहनवाज कुरैशी, मनोज जाटव,बृजमोहन बर्थवाल,सोनू जाटव, आदि अनेक लोग उपस्थित रहे।

समाज निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका-डा.विशाल गर्ग

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हरिद्वार(कुलभूषण)। शिक्षक दिवस पर कनखल स्थित एमडी पब्लिक स्कूल में नेशन बिल्डर अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग ने कहा कि समाज का निर्माण करने में शिक्षकों की अहम भूमिका हैै। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक आदर्श शिक्षक थे। उनके जन्म दिवस को ही शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। सभी को डा.सर्वपल्ली राधाकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्य अतिथि श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि इस प्रकार कार्यक्रमों से छात्रों को महान विभूतियों के जीवन से परिचित होने का अवसर मिलता है। प्रधानाचार्या आशा शर्मा, प्रबंधक शक्ति वर्धन और कार्यक्रम संयोजक अमित शर्मा अमिट ने सभी अतिथीयों का स्वागत किया। कार्यक्रम में आचार्य पं मनोज त्रिपाठी (धर्म व ज्योतिष), तुलसी राम लखेड़ा (संस्कृत), रविंद्र शर्मा (उड़ान क्लासेज), डा.कल्पना अग्रवाल व डा.अमित अग्रवाल (दंत चिकित्सा), डा.अरविंद श्रीवास्तव (विधि), सुनील मान सिंह (लेखन व फोटोग्राफी), विनोद कुमार चमोली (संगीत), जसपाल सिंह राणा (भाषा), अरूण भारतीय (विद्यालयी शिक्षा), रंजना शर्मा (विद्यालयी शिक्षा), डा.प्रिया आहूजा (योग), राकेश बंसल (दूरस्थ शिक्षा), दीपशिखा शर्मा (आईटी), अर्चना सक्सेना, गंगा प्रसाद कोठारी आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व सभासद दिनेश जोशी विशिष्ट अतिथि, पार्षद प्रमेंद्र गिल, विकास प्रधान, मिनी पुरी, प्रदेश मंत्री भाजपा महिला मोर्चा रीता चमोली, इं.गोविंद मिश्रा, शालिनी जेटली, प्रीति, आशा, रीना, नीलम, ऋतु, डिंपल आदि सहित छात्र छात्राएं शिवानी, आकाश, ओम, संतोष, अनु, आदि उपस्थित रहे।

 

“ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय मे शिक्षक दिवस पर छात्र छात्राओं द्वारा शिक्षको को सम्मानित किया गया”

हरिद्वार(कुलभूषण),भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रख्यात भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में शिक्षाको को स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र छात्राओं ने समानित किया |
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्विद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ अरुण त्रिपाठी उपनिदेशक डॉ ओ. पी.सिंह , शल्य विभागाध्यक्ष डॉ.अजय गुप्ता, रोग निदान विभागाध्यक्ष डॉ रूबी अग्रवाल, शरीर रचना विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) नरेश चौधरी ने सयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर शिक्षक दिवस सम्मरोह का शुभारंभ किया |कुलपति डॉ अरुण त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षक सत्य की राह पर चलना सिखाते हैं जीवन के संघर्षों से मुकाबला करना सिखाते हैं शिक्षक हमे इमामदारी से जीना सिखाते हैं शरीर रचना विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ )नरेश चौधरी ने छात्र छात्राओं द्वारा सम्मनित किए जाने पर कहां कि हम बहुत भाग्यशाली हैं जो हमें शिक्षक के रूप में सेवा का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ हमे अपने ऊपर गर्व होता है कि जब हमारे पढ़ाये हुए शिष्य उंचे से ऊंचे पद पर नियुक्‍त होकर अपने-अपने दयित्वों का निर्वाहन सच्ची ईमानदारी एवं कर्मठता से करते हैं| डॉ नरेश चौधरी ने कहा कि शिक्षको के बिना यह मानव जीवन सार्थक नहीं है हर किसी के जीवन में एक गुरु या शिक्षक का होना बेहद जरूरी है इसलिए हम सभी को हमेशा शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए और याद रखना चाहिए हमारे शिक्षक हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है |शल्य विभागाध्यक्ष डॉ अजय गुप्ता, उपनिदेशक डॉ ओ.पी सिंह ,रोग निदान विभागाध्यक्ष डॉ.रूबी अग्रवाल ,प्रोफेसर डॉ रीना दीक्षित ,डॉ शोभित ,डॉ संजय त्रिपाठी ,डॉ अरुण कुमार ,डॉ संजय गुप्ता ने भी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्श पर चलने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया| कार्यक्रम का संयोजन 2021 नीट के छात्र छात्राओं द्वारा किया जिसमें वर्ष नीट 2022 के छात्र छात्राओं द्वारा विशेष रूप से सांस्कृतिक प्रस्तुतिया प्रदर्शित की गई| सभी छात्र छात्राओं द्वारा सभी विभागों के विभागाध्यक्ष , संकाय सदस्यो तथा शरीर रचना विभाग के स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं द्वारा केक काटकर शरीर रचना विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ नरेश चौधरी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया समारोह में आकाश रावत ,अभिषेक चौधरी ,शुभम् अग्रवाल ,शेखर चौहान समीक्षा, यशपाल ,रिशु ,सोनाली साहू ने विशेष रूप से स्क्रीय सहभागिता की समारोह का उत्कृष्ट संचालन उन्नति भाटिया, शिवानी तिवारी ,आस्था वर्मा ,सलोनी मौर्य ने संयुक्त रूप से किया|

कैंट क्षेत्र डेंगू का प्रकोप, फॉगिंग न हुआ तो करेंगे घेराव

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देहरादून, प्रदेश में ड़ेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा हैं, इसी ड़ेंगू के प्रकोप से बचाव को लेकर कैंट के निवासी कैंट बोर्ड के सीईओ से मिलने गये और कैंट क्षेत्र में मच्छरों के लिए फोगिंग छिड़काव नहीं हो रहा है | क्षेत्रीय लोग सामाजिक कार्यकत्री श्रीमति बेला गुप्ता के नेतृत्व में कैन्ट सीईओ से मिलने के लिये गये लेकिन उन्हें यह कहकर टाल दिया कि आप अपने घर में छिड़काव के लिए आई हो, जबकी गढ़ी डाकरा में दो तीन दिन पहले दो मौतें ड़ेंगू के प्रकोप से हो चुकी हैं, क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि सीईओ ने बुधवार से पूरे कैंट क्षेत्र में फोगिंग छिड़काव नहीं कराया गया तो क्षेत्रवासी कैंट बोर्ड का घेराव करेंगे ।

शिक्षक दिवस : राजभवन में 17 शिक्षकों को मिला ‘शैलेश मटियानी’ राज्य शैक्षिक पुरस्कार

देहरादून, शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में 17 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसमें प्रारंभिक शिक्षा के दस, माध्यमिक के छह और प्रशिक्षण संस्थान से एक शिक्षक को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। वहीं, सीएम धामी ने पुरस्कार की धनराशि बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शैलेश मटियानी पुरस्कार की धनराशि को 10,000 से बढ़ाकर 21,000 किया गया है।
आपको बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार 2022 की घोषणा इस साल फरवरी में की गई थी, लेकिन इन पुरस्कारों के लिए चयनित शिक्षकों को पुरस्कृत नहीं किया जा सका था। अब शिक्षक दिवस पर राजभवन में आयोजित समारोह में इन शिक्षकों को पुरस्कृत किया गया।

इन शिक्षकों को मिला पुरस्कार :

प्रारंभिक शिक्षा में पौड़ी जिले से आशा बुडाकोटी, उत्तरकाशी से संजय कुमार कुकसाल, देहरादून से ऊषा गौड़, हरिद्वार से संजय कुमार, टिहरी से उत्तम सिंह राणा, चंपावत से रवीश चंद्र पंचौली, बागेश्वर से सुरेश चंद्र सती, पिथौरागढ़ से गंगा आर्य एवं नैनीताल से डाॅ. आशा बिष्ट को सम्मानित किया गया।

माध्यमिक शिक्षा में उत्तरकाशी से लोकेंद्रपाल सिंह, देहरादून से संजय कुमार, पिथौरागढ़ से दमयंती चंद, बागेश्वर से त्रिभुवन चंद, अल्मोड़ा से डाॅ. प्रभाकर जोशी, ऊधमसिंह नगर से निर्मल कुमार को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा प्रशिक्षण संस्थान से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बागेश्वर के प्रवक्ता डाॅ. शैलेंद्र सिंह धपोला को सम्मानित किया गया।

 

पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर 300 मीटर खाई में गिरा, वाहन चालक की मौत

 

देहरादून, विकासनगर से चला पिकअप वाहन हरिपुर-कोटी-मीनस मोटर मार्ग पर जामुवा गांव के समीप 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। हादसे में वाहन चालक की मौके पर मौत हो गई। मृतक रुड़की हरिद्वार का रहने वाला था। राजस्व पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पिकअप वाहन मंगलवार की तड़के चार बजे परचून का समान लेकर विकासनगर से त्यूणी के लिए रवाना हुआ। सुबह करीब पांच बजे चकराता तहसील के राजस्व क्षेत्र नराया अंतर्गत जामुवा गांव के समीप वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। जिससे वाहन के परखच्चे उड़ गए। समान जहां तहां बिखर गया,
ग्राम प्रहरी ने इसकी सूचना चकराता तहसील प्रशासन को दी। तहसील प्रशासन की सूचना पर डाकपत्थर से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। गहरी खाई से चालक का शव बरामद हुआ। कड़ी मशक्कत के बाद एसडीआएफ के जवानों ने रस्सी और स्ट्रेचर के मदद से शव को खाई से बाहर निकाला। मृतक की पहचान रियासत अली (45) पुत्र अली हसन निवासी ग्राम पिरान कलियर रुड़की हरिद्वार के रूप में हुई।
राजस्व उपनिरीक्षक रोशन लाल शर्मा ने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां सड़क चौड़ी और पक्की है। ऐसी आशंका है कि सुबह का वक्त होने की वजह से चालक को नींद की झपकी आ गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

 

 

सड़कों पर उतरे अतिथि शिक्षक, मांग न पूरी होने पर करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल

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देहरादून, उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दौरान तदर्थ नियुक्ति की मांग को लेकर उत्तराखंड के अतिथि शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में विधानसभा कूच किया। कूच के दौरान शिक्षकों को पुलिस ने रिस्पना पुल के पास ही बेरिकेटिंग लगाकर रोक दिया। अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारी और सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए शिक्षकों ने मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी चेतावनी दी है
आपको बता दें कि पूरे प्रदेश भर में तकरीबन 4 हजार अतिथि शिक्षक है जिन्हें अपने भविष्य को लेकर खतरा बना हुआ है इसीलिए ये तमाम अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़को पर उतर विधानसभा घेराव करने पहुंचे थे |
वहीं अतिथि शिक्षकों के समर्थन में पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों के सड़कों पर होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है इसके साथ ही ये भी कहा कि जब भी प्रदेश के युवाओं के साथ अत्याचार होगा तो मैं उनके साथ हमेसा खड़ा नजर आऊंगा,हालांकि अतिथि शिक्षकों के नियमित करने को लेकर हरीश रावत बोले कि अगर धामी सरकार इन शिक्षकों को तदर्थ नियुक्ति देती है तो हम भी ताली बजा कर सरकार के पीछे खड़े नजर आएंगे कोई राजनीति नही करेंगे।

यूकास्ट में स्पेशल किड्स के लिए विशिष्ट कार्यक्रम का किया गया आयोजन

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देहरादून, राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के मौके पर उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद ( यूकास्ट) में स्पेशल किड्स के लिए एक विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस आयोजन में पेन्सिल प्रिपरेटरी स्कूल, लर्निंग ट्री स्पेशल स्कूल, सोरन किड्स फाउंडेशन के बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया । प्रोफेसर दुर्गेश पंत, महानिदेशक यूकास्ट ने स्वागत उद्बोधन में विज्ञान एवं शिक्षा के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए । इस अवसर पर श्री जी एस रौतेला, सलाहकार साइंस सिटी, डा. रीमा पंत, शिक्षाविद, श्री अमित गोस्वामी, प्रज्ञा भारद्वाज, शिवानी कोटनाला, श्री शोभित, चांदनी राणा तथा भागीरथी मंडल ने स्पेशल किड्स एजुकेशन और विज्ञान शिक्षा के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए । डा. रोमिला चंद्रा, वैज्ञानिक अधिकारी, यूकास्ट और कंचन डोभाल, वैज्ञानिक अधिकारी, यूकास्ट ने इस कार्यक्रम का संचालन और समन्वय किया । इस अवसर पर तुलाज इंस्टीट्यूट, देहरादून, आई टी आई टी आई, देहरादून, डोल्फिन पी जी कालेज, देहरादून और यूकास्ट के अधिकारी, कर्मचारी सहित लगभग 250 से अधिक प्रतिभागी मौजूद रहे ।