Tuesday, May 6, 2025
Home Blog Page 400

चमोली में लेंगे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की समीक्षा बैठक

0

देहरादून,कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत इस बार इगास बग्वाल अपने विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ नगर पंचायत थलीसैण-कैन्यूर में मनायेंगे। जिसके माध्यम से वह गांव छोड़कर शहरों में बस चुके लोगों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने का संदेश देंगे के साथ ही रिवर्स पलायन के लिये लोगों को प्रेरित करेंगे। अपने पांच दिवसीय गढ़वाल मण्डल भ्रमण के दौरान डॉ. रावत श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत थलीसैंण महोत्सव, बैकुंठ चतुर्दशी मेला व बिनसर महादेव मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। इसके अलावा वह चमोली जनपद में नगर पंचायत पोखरी द्वारा आयोजित 17वें हिमवंत कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव राजकीय मेले में शिरकत करेंगे। साथ ही वह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों को लेकर चमोली में समीक्षा बैठक लेंगे, जिसमें जिलाधिकारी सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। अपने भ्रमण के दौरान वह विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी करेंगे।

सूबे के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत अपने राजस्थान प्रवास से लौटने के उपरांत सीधे गढ़वाल मण्डल के पांच दिवसीय दौरे पर निकलेंगे। जिसकी शुरूआत वह अपने विधानसभा क्षेत्र श्रीनगर से करेंगे। मीडिया को जारी बयान में डॉ. रावत ने बताया कि वह गुरूवार 23 नवम्बर 2023 से सोमवार 27 नवम्बर 2023 तक गढ़वाल मण्डल के विभिन्न जनपदों में आयोजित कार्यक्रमों व लोक उत्सवों में सम्मिलित होंगे। इस दौरान वह अपने विधानसभा क्षेत्र श्रीनगर में विभिन्न योजनाओं का भूमि पूजन, शिलान्यास व लोकार्पण भी करेंगे। डॉ. रावत गुरूवार को श्रीनगर गढ़वाल पहुंच कर सबसे पहले बैकुंठ चतुर्दशी मेले के आयोजन स्थल जायेंगे जहां पर वह भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। इसके उपरांत वह थलीसैंण में आयोजित ‘थलीसैण महोत्सव’ में शिरकत करेंगे। इसके बाद डॉ. रावत नगर पंचायत थलीसैंण-कैन्यूर के भवन का भूमि पूजन व विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास तथा इंडोर जिम का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर वह उज्ज्वला गैस कनेक्शन एवं प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के लाभार्थियों को चैक वितरित कर योजना का लाभ पहुंचायेंगे। डॉ रावत थलीसैण महोत्सव में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में भी शामिल होंगे, जिसमें लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे। इसके उपरांत कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत नगर पंचायत थलीसैण-कैन्यूर में आयोजित भैला कार्यक्रम में प्रतिभाग कर ग्रामीणों, स्थानीय लोगों व भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लोक पर्व इगास बग्वाल मनायेंगे, जिसके माध्यम से वह प्रवासी उत्तराखंडियों तथा विभिन्न नगरों व महानगरों में बसे लोगों को अपने गांवों से जुड़े रहने का संदेश देंगे व व रिवर्स पलायन के लिये प्रेरित करेंगे।

शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत पीठसैंण में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली स्मारक एवं अन्य विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे। इसके उपरांत वह बिनसर में नवनिर्मित बिनसर महादेव मंदिर में आयोजित मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। शनिवार एवं रविवार को वह श्रीनगर में आयोजित प्रसिद्ध बैकुंठ चतुर्दशी मेले एवं अन्य स्थानीय कार्यक्रमों में प्रतिभाग करेंगे। सोमवार को डॉ. रावत चमोली पहुंचेंगे जहां वह नगर पंचायत पोखरी द्वारा आयोजित 17वें हिमवंत कवि चन्द्र कुंवर बर्त्वाल खाली ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव राजकीय मेले-2023 में प्रतिभाग करेंगे। इसके उपरांत वह इंजीनियरिंग कॉलेज कोठियालसैण, चमोली में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक लेंगे, जिसमें जिलाधिकारी सहित जनपद स्तर के सभी अधिकारी प्रतिभाग करेंगे।

निवेशकों के लिए राज्य में कई सेक्टरों में निवेश की हैं अपार संभावनाएं : रेखा आर्या

0

-रुद्रपुर में सम्पन्न हुआ उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 के अन्तर्गत क्षेत्रीय सम्मेलन

-कुल 434 यूनिटों का 27476.67 करोड़ रूपये के हुए एमओयू

रुद्रपुर, आज रुद्रपुर में उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 के अन्तर्गत क्षेत्रीय सम्मेलन सम्पन्न हुआ। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने शिरकत की। कार्यक्रम में विभिन्न उद्योगपतियों ने अपने अनुभवों को साझा किया।कहा कि राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए जो नीति बनाई है वह शानदार है कहा कि उत्तराखंड में निवेश की अपार संभावनाएं है।

वहीं अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी का हार्दिक स्वागत एवम् अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा कि लन्दन, दुबई, अबू धाबी, चेन्नई, बेंगलोर, अहमदाबाद, मुंबई के बाद अपने गृहक्षेत्र रुद्रपुर में आप सभी के मध्य राज्य में निवेश की अपार संभावनाओं को लेकर सम्मेलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमें विदेशी जमीन पर निवेशकों का सहयोग और सर्मथन मिला, उसी तरह आप सभी का भी सहयोग और समर्थन हमें मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे सभी उद्यमि राज्य के ब्राण्ड एम्बेस्डर हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में निवेश बढ़ेगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, अवसर बढ़ेंगे तो उत्तराखंड से बेरोजगारी भी कम होगी। उन्होंने कहा कि सरलीकरण, समाधान, निस्तारिकरण और संतुष्टि के मूल सिद्धांत को अपनाकर राज्य में ईज ऑफ डूंड्रग बिजनेस के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। राज्य में लाइसेंस आदि के अनुमोदनों के लिए ’’सिंगल विंडो सिस्टम’’ की व्यवस्था में सुधार किया गया है तथा व्यवसाय की स्थापना और संचालन के लिये आवश्यक सभी स्वीकृतियों के लिए व्यवस्था प्रारम्भ की गई है।

उन्होंने कहा कि जो प्रस्ताव राज्य के लिए व्यावहारिक दृष्टि से ठीक होंगे तथा राज्यानुकूल होंगे, ऐंसे प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में रोजगार, आर्थिकी में वृद्धि एवं राज्यानुकूल उद्योगों स्थापित हों तथा उद्योग ठीक प्रकार से चलें। उन्होंने कहा कि सरकार के भरोसे पर उद्यमि अपना उद्योग लगाने में अपनी सम्पूर्ण जमा पूंजी एक बार में लगा देते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य तंत्र की जिम्मेदारी है कि जिसे भी उद्योग लगाने के लिए कह रहे हैं, उनकी ऑनरशिप लेनी पड़ेंगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में उद्यमियों के साथ किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।

साथ ही वहीं इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने वैश्विक स्तर पर राज्य की पहचान, औद्योगिक निवेश, विभिन्न क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं सुधारों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज राज्य में निवेशक निवेश करने आ रहे हैं जो कि हर्ष का विषय है।कहा कि मुख्यमंत्री जी ने रोड शो के जरिये उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं के प्रति निवेशकों को आकर्षित किया है।उन्होंने कहा कि आज राज्य पर्यटन,ऑटोमोबाइल सेक्टर, योगा, आयुर्वेद, फार्मा सेक्टर,स्वास्थ्य,शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ रहा है।राज्य में निवेशकों के लिए कई सेक्टरों में निवेश की बहुत संभावनाएं हैं।आज उत्तराखंड में निवेश की अपार संभावनाएं हैं।सरकार ने उद्योगपतियों के लिए राज्य में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बनाया है।हमारी कोशिश है कि हम इस इन्वेस्टर्स समिट जो कि अगले माह आयोजित होने जा रहा है के जरिये राज्य में उद्योग विकसित करें ताकि इसका लाभ यहां के निवासियों को मिलने के साथ ही राज्य की आर्थिकी भी मजबूत हो

इस अवसर पर कार्यक्रम में विधायक शिव अरोरा, त्रिलोक सिंह चीमा, राम सिंह कैड़ा, डॉ.मोहन सिंह बिष्ट, मेयर रामपाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष नैनीताल बेला तौलिया, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल, गुंजन सुखीजा, एससी आयोग के उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, अध्यक्ष कृषि उत्पादन एवं मण्डी परिसद डॉ.अनिल कपूर डब्बू, सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, मण्डलायुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी यूएसनगर उदयराज सिंह, नैनीताल से वन्दना सिंह, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, अशोक कुमार जोशी आदि उपस्थित थे।

उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के छात्र ने की आत्महत्या, छात्र तीन दिन पहले ही छुट्टी से लखनऊ से लौटा था दून

0

देहरादून, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रेमनगर इलाके के केहरी गांव में महिमा एनक्लेव स्थित एक पीजी में रह रहे बीए एलएलबी के एक छात्र ने अपने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी।

मृतक छात्र का नाम अक्षत शुक्ला पुत्र कमल कृष्णा शुक्ला निवासी छितावापुर खास स्टेशन रोड लखनऊ (उत्तर प्रदेश) बताया गया है। पुलिस ने मृतक छात्र के परिजनों को सूचित कर दिया है। छात्र तीन दिन पहले ही दीपावली की छुट्टी से दून लौटा था।

घटना के बाद से संस्थान में तनाव की स्थिति है और पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। घटना के पीछे रैगिंग की भी चर्चा है।

राज्यपाल ने “देवभूमि उत्तराखंडः द फेसिनेटिंग कल्चर ऑफ सेंट्रल हिमालय’’ पुस्तक का विमोचन किया

0

सीएजी रोल इन प्रमोटिंग गुड गर्वनेंस विषय पर सेमिनार का आयोजन

देहरादून, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र ऑडिटोरियम गढ़ी कैंट में ऑडिट सप्ताह के अवसर पर ‘सीएजी रोल इन प्रमोटिंग गुड गर्वनेंस विषय’ पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। यह सेमिनार भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक(सीएजी) की समस्त हितग्राहियों तक पहुंच तथा उनके साथ संस्थान के संबंधों की प्रगाढ़ता के लिए यह सेमिनार आयोजित किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने उप महालेखाकार श्रीमती नेहा मित्तल द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘देवभूमि उत्तराखंडः द फेसिनेटिंग कल्चर ऑफ सेंट्रल हिमालय’’ (Dev Bhoomi Uttarakhand: The fascinating cultures of Central Himalaya) का विमोचन किया। यह पुस्तक उत्तराखंड की प्राकृतिक संपदा, चारधाम यात्रा और यहां के स्थानीय समुदायों के रहन-सहन पर केंद्रित है। राज्यपाल ने इसके लिए लेखिका को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सेमिनार को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सुशासन के एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में लोक प्रशासन को अधिक जिम्मेदार तथा पारदर्शी बनाने में ऑडिट की महत्वपूर्ण भूमिका है। पिछले कुछ वर्षों में इस संस्थान ने अपने आप को आलोचक से सुशासन का सूत्रधार बनाया है। संस्थान की छवि गलती खोजने की कवायद के रूप में नहीं बल्कि यह संस्थान सुशासन सुनिश्चित करने में एक मूल्यवर्धक भागीदार बन गया है।
राज्यपाल ने कहा कि भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने में ऑडिटर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑडिटर गलत कार्यों को गलत बताने में कोई हिचकिचाहट नहीं करते, जो उनकी सबसे बड़ी विशेषता है। उन्होंने कहा कि हमें टेक्नोलॉजी और एआई की सहायता से संस्थाओं में बुरी और भ्रष्टाचार जैसी आदतों के साथ-साथ बिचौलियों को अप्रासंगिक बनाना होगा। राज्यपाल ने कहा कि हाल के कुछ वर्षों में डिजिटल प्रणाली के उपयोग से यह सभी संभव हो पाया है।
उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में सीएजी सहित अन्य संस्थानों को अपना योगदान देना होगा। उन्होंने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि सीएजी देश एवं विदेशों में भी अपनी भूमिका का निर्वहन बखूबी रूप से कर रहा है। राज्यपाल ने वित्तीय संसाधनों के समुचित प्रयोग की दिशा में सीएजी द्वारा आधुनिक डाटा तकनीकों के प्रयोग तथा एआई के अनुप्रयोगों से गहन डाटा विश्लेषण करने तथा उसका लेखा परीक्षा के दौरान इस्तेमाल करने की सराहना की।
सेमिनार के आरम्भ में प्रधान महालेखाकार प्रवीन्द्र यादव ने स्वागत भाषण में सीएजी के कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि नए भारत के बदलते स्वरुप के साथ लेखापरीक्षा की प्रणाली में भी सकारात्मक बदलाव आये हैं। महालेखाकार राजीव कुमार सिंह ने सीएजी के देहरादून स्थित चार कार्यालयों की भूमिका एवं उपलब्धियों को रेखांकित किया।
मुख्य सचिव डॉ० एस.एस. संधु ने राज्य के वित्तीय संसाधनों के समुचित प्रयोग में लेखा परीक्षा के महत्व पर बल दिया। अपर मुख्य सचिव सुश्री राधा रतूड़ी ने महालेखाकार के हकदारी सम्बन्धी क्रियाकलापों के महत्त्व पर प्रकाश डाला और सामान्य भविष्य निधि खातों के रख-रखाव के कम्प्यूटरीकरण को सराहनीय कदम बताया। उन्होंने भविष्य निधि खातों से संबंधित जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर जारी करने का अनुरोध किया। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सुझाव दिया कि व्ययों की लेखापरीक्षा के दौरान नियमों के साथ-साथ उसके लक्ष्यों एवं उपयोगिता पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। भारतीय वन सर्वेक्षण के महानिदेशक अनूप सिंह ने वनों के प्रबंधन में लेखा परीक्षा की महत्ता बताते हुए अपने अनुभवों को साझा किया।
सम्मेलन में राज्य तथा केन्द्र सरकार के कई शीर्ष अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर निदेशक सुश्री मीना बिष्ट, वरिष्ठ उप महालेखाकार डॉ० काव्यदीप जोशी, उप-निदेशक अनुपम जाखड़, उपमहालेखाकार तुषार कैन, उपमहालेखाकार मुकेश कुमार के साथ विभाग के सभी अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद रहे।

पंच केदारों में प्रसिद्ध द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए

0

-पांच क्विटल फूलों से सजाया गया मंदिर

-सात सौ से अधिक तीर्थयात्री एवं स्थानीय श्रद्दालुजन कपाट बंद के समय मौजूद रहे

रूद्रप्रयाग/ देहरादून, पंच केदारों में प्रसिद्ध द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट शीतकाल हेतु आज बुद्धवार 22 नवंबर कार्तिक मास शुक्ल पक्ष दशमी तिथि पूर्व भाद्रपदा नक्षत्र कुंभ राशि में प्रात: साढ़े आठ बजे विधि-विधान पूजा अर्चना के बाद बंद हो गये है कपाट बंद होने के समय सात सौ से अधिक तीर्थयात्री एवं स्थानीय श्रद्धालु मौजूद रहे। इस अवसर पर मंदिर को दानीदाता के सहयोग से पांच क्विंटल फूलों से सजाया गया था।

श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भगवान श्री मदमहेश्वर जी के कपाट बंद होने पर शुभकामनाएं दी है बताया कि श्री मदमहेश्वर यात्रा को सुगम बनाने हेतु मंदिर समिति प्रयासरत है। कहा कि द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट बंद होने के साथ ही इस यात्रा वर्ष 2023 का समापन हो गया है। देश के यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रेरणा-मार्गदर्शन तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में चारधाम यात्रा में रिकार्ड श्रद्धालु पहुंचे हैं।
श्री हेमकुंट साहिब को सहित उत्तराखंड चारधाम में यात्रा वर्ष 2023 में 56 लाख तीर्थयात्री धामों में दर्शन पहुंचे है।
जोकि पिछले वर्ष से 10 लाख अधिक हैं। श्री केदारनाथ 19 लाख 61 हजार श्री बदरीनाथ धाम 18 लाठ एकचालीस हजार श्रद्धालु पहुंचे।
विषम भौगोलिक परिस्थिति के बावजूद श्री तेरह हजार श्रद्धालु मदमहेश्वर मंदिर तथा पहली बार एक लाख छत्तीस हजार श्रद्धालु तृतीय केदार श्री तुंगनाथ पहुंचे‌ है।

मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिह ने बताया कि श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाटबंद होने तथा चल‌विग्रह डोली के प्रस्थान तैयारियों हेतु निर्देश दिये गये हैं।
कपाट बंद की तैयिरियों के बीच आज आज प्रात: चार बजे श्री मदमहेश्वर मंदिर खुला भगवान मदमहेश्वर जी की अभिषेक जलाभिषेक पूजा हुई। साढ़े सात बजे तक श्रद्धालु दर्शन करते रहे उसके पश्चात पुजारी बागेश लिंग ने कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू की भगवान शिव एवं भैरव नाथ, की पूजा- अर्चना संपन्न हुई भगवान मदमहेश्वर के स्यंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया स्थानीय फूलों- शुष्क पुष्पों राख से ढ़क दिया। इसके बाद ममहेश्वर जी की चलविग्रह डोली के सभामंडप से बाहर आते ही साढे़ आठ बजे श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट बंद कर दिये गये। भगवान मदमहेश्वर जी की चलविग्रह डोली ने भगवान मदमहेश्वर जी के मंदिर भंडार तथा पूजा तथा भोग के तांबे पीतल धातु निर्मित पुरातन बर्तनों का निरीक्षण किया।

कपाट बंद होने के बाद मंदिर की परिक्रमा करते हुए श्री मदहेश्वर जी की चल विग्रह डोली प्रथम पड़ाव गौंडार के लिए प्रस्थान हुई।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान वेदपाठी यशोधर मैठाणी,डोली प्रभारी पारेश्वर त्रिवेदी, मृत्युंजय हीरेमठ,सूरज नेगी,दिनेश, बृजमोहन,संदीप नेगी, बृजमोहन कुर्मांचली तथा गौंडार गांव के हक हकूक धारी , पुलिस प्रशासन प्रतिनिधि सहित वन विभाग के कर्मचारी एवं बड़ी संख्या यें श्रद्धालुजन मौजूद मौजूद रहे।

कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने जानकारी दी है कि इस यात्रा वर्ष 12777 बारह हजार सात सौ सत्तहत्तर श्रद्धालु भगवान मदमहेश्वर के दर्शन को पहुंचे है।
मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने कहा कि श्री मदमहेश्वर भगवान की चलविग्रह डोली के 25नवंबर को श्रीओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचने पर मंदिर समिति तथा स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा स्वागत किया जायेगा।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली आज 22 नवंबर को गौंडार गांव पहुंचेगी। 23 नवंबर को राकेश्वरी मंदिर रांसी पहुंचेगी। 24नवंबर को गिरिया तथा 25 नवंबर को चल विग्रह डोली पंच केदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी इसके साथ श्री मदमहेश्वर जी की शीतकालीन पूजाएं शुरु हो जायेंगी। 25 नवंबर को उखीमठ में मुख्य रूप से श्री मदमहेश्वर मेला आयोजित होगा।

महाराज ने चौबट्टाखाल को दी 37 करोड़ 34 लाख की योजनाओं की सौगात

0

पौड़ी, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने अपने विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान एकेश्वर एवं जयहरीखाल विकासखण्ड को 37 करोड़ 34 लाख से अधिक की विकास योजनाओं की सौगात दी। प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री और चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने बुधवार को क्षेत्र भ्रमण के दौरान एकेश्वर (पणखेत) में 337.39 लाख की लागत से निर्मित विकासखंड मुख्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करने के साथ-साथ एकेश्वर विकासखण्ड के अन्तर्गत 52.31 लाख की धनराशि से बनने वाले प्राथमिक विद्यालय हलाई मोटर मार्ग, 536.39 लाख की पावौं संतुधार- नौगांवखाल-दमदवेल- चौबट्टाखाल, चौरीखाल मार्ग।

125.11 लाख के पाटीसैंण-तछवाड मोटर मार्ग, 31.15 लाख की पणखेत से मथाणा मोटर मार्ग के वन टाईम मैन्टनेंस के कार्य, 78.74 लाख के थापला से सासौ मोटर मार्ग के वन टाईम मैन्टनेंस कार्य, 76.10 लाख के जणदादेवी-मरडा-स्योली- अन्दकिल- रीठाखाल मोटर मार्ग के कार्य, 62.30 लाख के अमोठा से डोवल मोटर मार्ग, टी 03 के किमी0 18 से 37.74 लाख के गोरली मोटर मार्ग, 278.72 लाख के संगलाकोटी -पोखड़ा मुख्य मोटर मार्ग के सेमी सेरा से ग्राम सेमी व ग्राम नरस्या तक ग्रामीण मोटर मार्ग, 135.56 लाख के खिर्कू मुख्य मोटर मार्ग से ग्राम पसोली तक ग्रामीण मोटर मार्ग, 143.67 लाख के सतुपली रीठाखाल मुख्य मोटर मार्ग के ग्राम गादेई चमडल मोटर मार्ग, 349.71 लाख के रीठाखाल मुख्य मोटर मार्ग के कबरा से मोल्टी बिचली तक ग्रामीण मोटर मार्गों के अलावा विकासखण्ड मुख्यालय में 46.43 लाख की लागत से निर्मित होने वाले आवासीय भवन टाईप-2 योजनाओं का शिलान्यास कर 70 लाख की धनराशि के ग्राम पंचायत पुसोली, सासौं, कुलासु, ड्यूल्ड, बिन्जोली, बंठोली के पंचायत भवनों का लोकार्पण तथा ग्राम पंचायत धरासू के पंचायत भवन का शिलान्यास भी किया।

सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने एकेश्वर विकासखण्ड में लघु सिंचाई विभाग के तहत प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में कलस्टर कुमराड़ी में 49.01 लाख की सामूहिक सिंचाई योजनाओं, कलस्टर रणस्वा में 58.17 लाख के चैकडैम निर्माण कार्य, सिंचाई विभाग के अंतर्गत राज्य सैक्टर मद से 243.88 लाख की लागत के सतपुली निरीक्षण भवन एवं डोरमेट्री निर्माण सहित ब्लॉक मुख्यालय पणखेत में लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई विभाग, पंचायती राज विभाग की कुल 2712.38 लाख की धनराशि की विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया।

इसके अतिरिक्त चौबट्टाखाल विधायक और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जयहरीखाल विकासखण्ड मुख्यालय दुधारखाल पहुंच कर 98.87 लाख की लागत से नवनिर्मित पुलिस चौकी भवन, विकासखण्ड द्वारीखाल के अन्तर्गत 137.02 लाख के सतपुली-बरसुड़ी मोटर मार्ग का डामरीकरण कार्य, 59.88 लाख की धनराशि के सतपुली-सिसल्डी मोटर मार्ग से काण्डाखाल मोटर मार्ग का भेगलासी तक विस्तार कार्य, 326.18 लाख की लागत के सतपुली–दुधारखाल-धारकोट, सतपुली-सिसल्डी मोटर मार्ग के नवीनीकरण का कार्य, 96.30 लाख की सतपुली–दुधारखाल-धारकोट, सतपुली-सिसल्डी मोटर मार्ग के किमी0 59, 60, 61,77, 78, 79 में पी०सी० द्वारा नवीनीकरण के कार्यों का लोकार्पण करने के साथ-साथ 74.68 लाख की लागत से इगारा मोटर मार्ग के पक्कीकरण कार्य, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत 197.99 लाख की कलस्टर गड़कोट एवं घांघली में सामुहिक सिंचाई योजनाओं शिलान्यास करने के साथ-साथ ग्राम पंचायत वड्डा में पंचायत भवन के लोकार्पण सहित 30 लाख की लागत के ग्राम पंचायत पास्ता, बसई के पंचायत भवनों का शिलान्यास भी किया। इस मौके पर महाराज ने विकास खण्ड जयहरीखाल के अन्तर्गत चयनित ग्राम पंचायत ग्वीलाणी, पास्ता, सहित 2 ग्राम पंचायतों में 1.00 लाख की लागत के कम्प्यूटर वितरण भी किये।

हडको देहरादून की गृह पत्रिका देवालय पत्रिका को राजभाषा शील्ड

0

देहरादून, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति कार्य 2 के वर्ष 2022-23 में गृह पत्रिका हेतु हडको देहरादून को राजभाषा शील्ड से पुरुकृत किया ।यह प्रथम पुरुस्कार 72 कार्यालयों में श्रेष्ठ पत्रिका हेतु ओएनजीसी देहरादून की कार्यकारी निदेशक एवं अध्यक्ष नरकास आर एस नारायणी, छबिल कुमार मेहर उपनिदेशक राजभाषा भारत सरकार एवम सदस्य सचिव राजभाषा श्री चंदन सुशील साजन द्वारा हडको देहरादून के क्षेत्रीय प्रमुख संजय भार्गव ,राजभाषा नोडल अधिकारी अशोक लालवानी एवम नोडल सहायक बलराम सिंह चौहान द्वारा प्राप्त किया गया।
संजय भार्गव क्षेत्रीय प्रमुख द्वारा अवगत कराया की देवालय पत्रिका लगातार तीसरे वर्ष पुरुस्कृत किया गया है।

मुख्यमंत्री धामी बोले, प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन से बचाव कार्य में मिल रही नई ऊर्जा

0

सिलक्यारा बचाव कार्य की पल पल जानकारी ले रहे प्रधानमंत्री

-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आज फिर फोन पर ली बचाव कार्य की जानकारी
-घटना के बाद प्रधानमंत्री ने चौथी बार मुख्यमंत्री को फोन कर जाना सिलक्यारा का हाल

देहरादून। सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर बचाव कार्य की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने पिछले 24 घण्टे में हुई प्रगति की पूरी जानकारी प्रधानमंत्री से साझा की। कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।

सिलक्यारा सुरंग हादसे को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खासे चिंतित हैं। यही कारण है कि घटना के रोज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपडेट जानकारी ले रहे हैं। अब तक प्रधानमंत्री ने चार बार फोन पर बचाव कार्य की जानकारी और फंसे हुए श्रमिकों के हाल जान चुके हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री धामी को फोन कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री को केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स एवं प्रदेश प्रशासन के परस्पर समन्वय के साथ संचालित बचाव कार्यों से अवगत कराया। इस दौरान प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री ने गत 24 घंटों में हुई सकारात्मक प्रगति एवं श्रमिकों और उनके परिजनों की एंडोस्कोपी फ्लेक्सी कैमरे के साथ हुई बातचीत से बढ़े मनोबल की भी जानकारी दी। साथ ही श्रमिकों के लिए नई लाइफलाइन बने 6 इंच के कंप्रेशर पाइप से भेजी जा रही खाद्य सामग्री, दवा एवं जरूरत की वस्तुओं तथा बाहर परिजनों को रहने, खाने और आवागमन की सुविधाएं देनी की जानकारी साझा की गई।

 

 

प्रधानमंत्री जी का इस कठिन परिस्थिति से निपटने हेतु निरंतर मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है जो हम सभी को पूरी ताकत से श्रमिक भाइयों को शीघ्र और सुरक्षित बाहर निकालने के लिए नित नई उर्जा प्रदान करता है।

– मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी।

नैनीताल घूमने आए बदायूं के युवक का होटल में मिला शव

0

रुद्रपुर(आरएनएस)।  नैनीताल घूमने की बात कहकर घर से निकले एक युवक का शव किच्छा के एक होटल के कमरे में पंखे से लटका मिला। युवक मूल रूप से बदायूं का रहने वाला है और बागपत में एक कंपनी में काम करता था। सुसाइड नोट में युवक ने अपनी मौत के लिए कंपनी में काम करने वाले सहकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव मुजाहिदपुर पोस्ट ऑफिस शेखूपुर जिला बदायूं यूपी निवासी जगत सिंह (30 वर्ष) पुत्र लाल सिंह बागपत यूपी में एक प्राईवेट कंपनी में काम करता था। वह दीपावली की छुट्टियों में अपने घर बदायूं आया हुआ था। दिवाली की छुट्टियों के बाद जगत सिंह अपने परिजनों से नैनीताल घूमने जाने की बात कहकर बाइक से घर से निकला था। रविवार की शाम को जगत सिंह ने किच्छा में हल्द्वानी बाईपास स्थित शनि मंदिर के निकट एक होटल में कमरा किराए पर लिया। सोमवार शाम तक जगत सिंह के नहीं उठने पर होटल स्टाफ ने खिड़की से झांककर देखा तो जगत का शव कमरे के पंखे से फांसी पर लटका था।  सूचना मिलते ही एसआई राजेन्द्र पंत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस  चिटकनी तोड़कर अंदर दाखिल हुई और शव को नीचे उतारा। पुलिस ने बाइक नंबर को ई-चालान मशीन पर डालकर वहां से मिले मोबाइल नंबर पर जगत के भाई भंवर सिंह से बात कर घटना की जानकारी दी। तलाशी के दौरान जगत की पैंट की जेब से सुसाइड नोट मिला। इसमें जगत ने अपने सहकर्मियों पर कंपनी का गबन कर दोष उसके ऊपर लगाने का आरोप लगाया है। सूचना मिलते ही जगत के परिजन मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इनसेट
शुरूआती जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम की रिर्पोट के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
– सुंदरम शर्मा, कोतवाल

भटटा रोपवे पर एनडीआरएफ, आईटीबीपी सहित संबंधित विभागों ने मॉक ड्रिल किया

0

मसूरी। आपदाओं से निपटने के लिए भटटा फॉलरोपवे पर विभिन्न आपदा से जुडे़ विभागों ने मॉक ड्रिल कर अपनी तैयारियों को परखा। इस दौरान रोपवे खराब होने पर फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने का साहसिक प्रदर्शन किया गया। ताकि जरूरत पड़ने पर आपदा से जुड़े विभाग तत्काल बचाव व राहत कार्य चला सकें व जान माल की हानि होने से बचा सकें। इस दौरान लोगों को प्रशिक्षित भी किया गया। भटटा फॉल रोपवे के माध्यम से आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल पुलिस, फायर सर्विस, नगर पालिका, नगर प्रशासन, जल निगम चिकित्सा विभाग आदि की टीमों ने संयुक्त रूप से आपदा बचाव व राहत कार्य का मॉक ड्रिल किया। जिसमें रोपवे में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। एनडीआरएफ के निरीक्षक 15 बटालियन गदरपुर आनंद ंिसंह डिगारी ने बताया कि संयुक्त मॉक ड्रिल किया गया ताकि सभी आपदा से जुड़े विभागों ने आपदा के समय किस तरह बचाव व राहत का कार्य करेंगे। इसके एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सिविल पुलिस, फायर सर्विस, नगर प्रशासन, पालिका प्रशासन, जल निगम, उपजिला चिकित्सालय आदि के सदस्यों ने आपदा के समय अपने कार्याें को कुशलता पूर्वक किया वहीं सभी ने अपनी तकनीकि का प्रयोग किया जिससे अन्य को सीखने का अवसर भी मिला। एनडीआरएफ ने सेनानी सुरेश कुमार दलाल के निर्देश पर इस मॉक ड्रिल में प्रतिभाग किया। इसमें दिखाया गया कि अगर रोपवे रूक जाय तो किस प्रकार बचाव कार्य किया जा सके इसके सभी विभागों ने अपनी तकनीकि के अनुसार आपरेशन किया। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा के लिए एनडीआरएफ चौबीसों घंटे तैयार रहती है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी की जाती है। उत्तरकाशी सिल्कयारा में टनल खोलने में भी एनडीआरएफ की टीम जुटी है। इस मौके पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल अकादमी के निरीक्षक सुमेर चंद ने बताया कि आईटीबीपी की टीम हमेशा किसी भी आपदा के लिए तैयार रहती है, व हर समय तैयार रह कर फस्ट रिसपोंडर का कार्य करती है। यहां पर रोपवे में फंसे यात्रियों को निकालने का मॉक ड्रिल किया गया जिसमें बल के जवानों ने अपनी तकनीकि का प्रयोग कर यात्रियों को सुरक्षित निकालने का कार्य किया। वहीं इस मौके पर रोपवे संचालक शूरवीर रावत ने बताया कि रोपवे के संचालन में कोई कमी नहीं रखी जाती हर दिन रोप, इंजन व अन्य उपकरणों की जांच की जाती है वहीं हर 15 दिनों में स्टॉफ के लोग मॉक ड्रिल करते हैं ताकि जरूरत पड़ने पर यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा सके। लेकिन इस बार आपदा से जुड़े बल के जवानों ने मॉक ड्रिल किया जिससे सीखने को मिला। इस मौके पर नायब तहसीलदार राजेंद्र सिंह रावत, कोतवाल मनोज असवाल, फायर अधिकारी धीरज तड़ियाल, डा. मुकेश, जल निगम के सहायक अभियंता मान सिंह रावत, सुधांशु रावत, सहित एसडीआरएफ, सिविल पुलिस, एनडीआरएफ, फायर, जल निगम चिकित्सा विभाग, आदि के अधिकारी मौजूद रहे।