Thursday, May 1, 2025
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केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में शिक्षक अभिभावक बैठक सम्पन्न

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देहरादून, पीएम श्री जन सहभागिता कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आज विभिन्न कक्षाओं कि शिक्षक-अभिभावक बैठक आयोजित की गई जिसमें सभी अभिभावकों को पीएम श्री से संबंधित गतिविधियों की जानकारी दी गई, साथ ही शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत अभिभावकों को जागरूक रहते हुए इससे लाभान्वित होने के बारे में बताया गया! विद्यालय की प्राचार्य बसंती खम्पा ने सभी अभिभावकों से विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु विद्यालय की गतिविधियों में बच्चों एवं अभिभावकों के सम्मिलित होने का आग्रह करते हुए विद्यालय की समुचित व्यवस्था से अवगत कराया

शिक्षक-अभिभावक बैठक के अवसर पर विद्यालय की उप प्राचार्य मनीषा मखीजा,वरिष्ठ अध्यापक देवेंद्र कुमार प्राथमिक अध्यापिका मीना चौहान आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन दीपमाला द्वारा किया गया !

सुरंग में फंसे श्रमिकों का बाहर आने का रास्ता हुआ साफ, ड्रिलिंग हुई पूरी, श्रमिकों तक पहुँचा पाइप

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उत्तरकाशी, सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसी 41 जिंदगियों के लिए आज 17वां दिन का ढलता सूरज नया जीवन लकर आया, रैट माइनर्स की टीम ने मैन्युअल ड्रिलिंंग पूरी कर दी, श्रमिकों तक पाइप पहुंच चुका है, पाइप वेल्डिग किया जा रहा है, सुरंग के बाहर डाक्टरों की टीम तैनात कर दी गयी, रेस्क्यू टीम में सम्मिलित विशेषज्ञों और अधिकारियों ने जानकारी दी है कि ड्रिलिंग पूरी हो गई है, रेस्क्यू टीम श्रमिकों तक पाइप पहुंचाने में कामयाब हो गए हैं, एंबुलेंस डॉक्टर मौके पर मौजूद है, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को भी सुरंग के अंदर बुला लिया गया है, टनल के अंदर फोर्स बढ़ा दी गई है l

श्रमिकों को सुरंग से निकालते ही चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाया जायेगा, चार 108 एम्बुलेंस सिलक्यारा सुरंग के मुहाने पर पहुँची है, एसडीआरएफ के जवान सुरंग के अंदर ही श्रमिकों के चैकअप के लिये मेडिकल सामान दवाइयां और बेड लेकर जा रहे है | अब जल्द ही सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर लाने की तैयारी की जा रही है |

सीएम पहुँचे सिलक्यारा :

सीएम धामी सिलक्यारा पहुंच चुके, रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने पर सीएम ने पूरी टीम की पीट थपथपाई, टनल में अस्थाई मेडिकल चेकिंग स्टाफ पंहुच चुका है सभी श्रमिकों को प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण के बाद अस्थाई चिकित्सा स्वस्थ्य केंद्र में ले जाया जाएगासिलक्यारा सुरंग से श्रमिकों को बाहर निकालने का काम शुरू...

 

सुरंग से श्रमिकों को बाहर निकालने का काम शुरू :

टनल से मजदूरों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया हैं मिली जानकारी के मुताबिक
अब तक 15 श्रमिकों को बाहर न‍िकाला गया है। बताया गया कि बचाव टीम को 57 मीटर पर मिला ब्रेकथ्रू। मुख्य सुरंग के भीतर चिकित्सकों की टीम श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह और मुख्यमंत्री पुष्‍कर स‍िंह धामी बाहर निकाले गए श्रमिकों से बातचीत कर रहे हैं।

वहीं चिकित्सकों की सलाह के अनुसार श्रमिकों को कुछ समय तक सुरंग के अंदर ही रखा और वहीं पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण होगा क्योंकि श्रमिक सुरंग में जिस जगह फंसे थे वहां का तापमान लगभग 30 से 35 डिग्री के आसपास है, जबकि सुरंग के बाहर सिलक्यारा का वर्तमान तापमान आज 10 डिग्री के आसपास है।Uttarkashi Tunnel Rescue: 41 श्रमिकों को बाहर निकालने में बस कुछ देर

अल्मोड़ा की दो बहनों की जोड़ी मनसा व गायत्री ने जीता गोल्ड मेडल

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अल्मोड़ा।  दो बहनों की जोड़ी मनसा रावत और गायत्री रावत ने योनेक्स-सनराइज ऑल इंडिया जूनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक झटके है। उत्तराखण्ड के ध्रुव नेगी ने भी अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत स्वर्ण पदक जीता है। यह टूर्नामेंट 21 नवंबर से 27 नवंबर तक उदयपुर, राजस्थान में आयोजित हुआ। उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन संघ के सचिव बीएस मनकोटी ने जानकारी देते हुए बताया कि बालिका युग़ल वर्ग के फाइनल में अल्मोड़ा की मनसा रावत और गायत्री रावत की जोड़ी ने उड़ीसा की प्रगति परीदा और विशाखा टोप्पो को 21-13 और 21-14 से हराया। सेमीफाइनल में मनसा रावत और गायत्री रावत ने तमिलनाडु की प्रवंधिका और रेशिका को 21-14, 19-21 व 21-16 से हराया। उत्तराखण्ड के ध्रुव नेगी ने बालक एकल वर्ग के फाइनल में कर्नाटक के तुषार सुवीर को 21-10 और 21-15 से हराकर बालक एकल अंडर-19 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। सेमीफाइनल में ध्रुव नेगी ने तेलंगाना के रुशेंद्र तिरुपति को 21-19 और 21-13 से शिकस्त दी। ध्रुव, मनसा और गायत्री के शानदार प्रदर्शन पर उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष डॉ अलकनंदा अशोक समेत समस्त उत्तराखण्ड बैडमिंटन परिवार व खेल प्रेमियों ने तीनों खिलाड़ियों और उनके कोच डी के सेन व लोकेश नेगी को बधाई दी है। साथ ही मनसा व गायत्री के उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएं प्रेषित की है।

अग्निवीर भर्ती रैली शुरू : पहले दिन 70 फीसदी युवाओं ने दिखाया दमखम

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कोटद्वार, कौड़िया स्थित विक्टोरिया क्राॅस गबर सिंह कैंप में रविवार से गढ़वाल मंडल के सात जिलों की अग्निवीर भर्ती रैली शुरू हो गई है। पहले दिन चमोली, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी के पंजीकृत 714 युवाओं में से 70 फीसदी युवाओं ने अपना दमखम दिखाया। दौड़ में सफल युवाओं को अगले चरण की जांच के लिए आगे बढ़ा दिया गया। देर शाम तक इन युवाओं की फिजिकल और शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच की गई। भर्ती के लिए काशीरामपुर तल्ला में बनाए गए प्रवेश द्वार पर रात तीन बजे से युवाओं की लाइन लगनी शुरू हो गई थी।

सबसे पहले युवाओं के प्रवेश पत्र, आधार कार्ड की जांच की गई। इसके बाद प्रारंभिक ऊंचाई की जांच हुई। ऊंचाई में सही पाए जाने वाले युवा गबर सिंह कैंप के बलवीर सिंह स्टेडियम में दौड़ के लिए पहुंचे। समूह में युवाओं की दौड़ कराई गई। दौड़ में सफल युवाओं का देर शाम तक फिजिकल और शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच की गई। रक्षा मंत्रालय के उत्तराखंड के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि पहले दिन 70 फीसदी युवाओं ने प्रतिभाग किया। सेना के अधिकारियों ने राष्ट्र की सेवा के प्रति युवा पीढ़ी के दृढ़ निश्चय की सराहना की। उन्होंने आगामी उम्मीदवारों को अपनी पहचान और पूर्ववृत्त के सत्यापन के लिए अपने आधार कार्ड को सक्रिय मोबाइल नंबरों से जोड़ने की सलाह दी है।

जिन लोगों का आधार सत्यापन नहीं हो सका है। उन्हें दस्तावेजी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए 27 नवंबर तक का अतिरिक्त समय दिया गया है। कहा कि एआरओ लैंसडौन कार्यालय भरसक प्रयास कर रहा है कि केवल वास्तविक और योग्य उम्मीदवारों को ही देश के लिए अपनी सेवा प्रदान करने का अवसर मिल सके। 27 नवंबर को चमोली जनपद के 353, हरिद्वार के 228, रुद्रप्रयाग के 251, टिहरी के 290, उत्तरकाशी के 197 युवा कुल 1319 युवा प्रतिभाग करेंगे

 

किसान और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा ने किया धरना प्रदर्शन

देहरादून, संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से देहरादून में स्थित दीन दयाल पार्क में किसान और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने चार श्रम कोड वापस लेने, ठेका प्रथा बन्द करने, पेट्रोल, रसोई गैस की कीमतें कम करने समेत अन्य मांगों को प्रमुखता से उठाया। सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने महापड़ाव को लेकर विस्तार से जानकारी दी। वक्ताओं ने मजदूरों और किसानों की मांगों को प्रमुखता के साथ उठाया। वक्ताओं ने स्मार्ट सिटी के कार्यों में लापरवाही का मुद्दा भी उठाया। संविधान दिवस के अवसर उपस्थित लोगों को पूर्व कैबिनेट मंत्री और इंटक के अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने संविधान की रक्षा अगला की शपथ दिलाई। साथ ही सिलक्यारा मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने और राज्य की सभी परियोजनाओं की समीक्षा की मांग गई |

इस तीन दिवसीय महापड़ाव में राज्यभर के मजदूर, किसान शामिल हो रहे हैं। इन्वेस्टर्स समिट को लेकर कहा कि इन्वेस्टर अपनी शर्तों पर पूंजी लगाएंगे। पिछले कुछ सालों से बाहरी कम्पनियों ऐप पर पढ़ें स्थानीय प्रशासन और स्थानीय निकाय और पंचायतें अधिकारविहिन हुई हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीटू के प्रांतीय सचिव से राजेन्द्र सिंह नेगी, महेन्द्र जखमोला, इंटक के एपी अमोली, बिरेन्द नेगी, एटक के अशोक शर्मा, समर भंडारी, किसान सभा के सुरेन्द्र सिंह सजवाण, एक्टू के केके बोरा, किसान एकता केंद्र के तेजेन्द्र आदि ने किया। इस दौरान किसान सभा केन्द्रीय नेता पुष्पेंद्र त्यागी, कर्मचारी नेता समदर्शी बड़थ्वाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवप्रसाद देवली, एसएस नेगी, नंदलाल शर्मा, अनिल कुमार, प्रवीण, एसएस त्यागी, जगदीश कडियाल आदि मौजूद थे।

 

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में स्नान करने उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, 365 दीपों की जोत जलाकर की चतुर्थी की पूजा

हरिद्वार, कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर आज सोमवार को लाखों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही गंगा स्नान कर पुण्य लाभ कमा रहे हैं। धर्मनगरी में एक दिन पहले ही होटल, लॉज और धर्मशाला पैक हो गए थे। रविवार सुबह भी लाखों की संख्या में लोगों ने गंगा स्नान कर पुण्य लाभ कमाया। शक्तिपीठों में सभी ने दर्शन किए और देर शाम आरती में शामिल होकर मां गंगा से मनोवांछित फल की कामना की। रविवार और सोमवार को अवकाश के चलते दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल और अन्य जगहों से लोग शनिवार शाम से ही हरिद्वार पहुंचने लगे थे।

इससे शहर के होटल, लॉज और धर्मशाला पैक हो गए हैं। रविवार सुबह ही गंंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच गई। सभी ने स्नान दान के साथ अनुष्ठान किए। हरकी पैड़ी पर देर शाम भारी भीड़ दिखी। गंगा आरती के समय घाट पर बैठने तक की जगह नहीं मिल पाई। अधिकांश श्रद्धालुओं ने ब्रिज और सड़क से ही भव्य आरती के दर्शन किए। गंगा स्नान कर श्रद्धालुओं ने शक्तिपीठ मनसा देवी, चंडी देवी ओर माया देवी मंदिर में दर्शन किए। दिव्य दर्शन के साथ ही श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर 365 दीपों की जोत जलाकर चतुर्थी की पूजा की।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व और सोमवार के कारण कनखल स्थित दक्ष मंदिर, विल्वकेश्वर मंदिर, नीलेश्वर महादेव मंदिर आदि जगहों पर मंदिर प्रबंधन और पुलिस-प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। दक्ष मंदिर के महंत व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुर महाराज ने बताया कि मंदिर में किसी प्रकार की समस्या श्रद्धालुओं को नहीं होगी। गंगा स्नान के बाद बड़ी संख्या में लोग भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर शहर को जाम से बचाने के लिए जहां रूट डायवर्जन किया गया है। वहीं, रविवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर में नोडल, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट की बैठक भी की गई। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि हाईवे से वाहनों को सुचारू रखने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।

पर्व के चलते हरिद्वार में उमड़ी भीड़ से वाहनों का रेला लगा रहा। शहर की गलियां और कूंचे तक जाम की चपेट में आ गए। सबसे अधिक परेशानी नजीबाबाद हाईवे और चंडीघाट चौक से देहरादून मार्ग पर हुई। वाहनाें की लंबी कतार के चलते अधिकांश लोग परेशान दिखे। वाहन पूरे दिन रेंग-रेंगकर चलते रहे। चंडीघाट से होकर नजीबाबाद या उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों को जाने वाले वाहनों को निकालने में पूरे दिन पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। वहीं, चंडी देवी दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं के वाहनों की मार्ग पर भरमार लगी रही।

सिलक्यारा सुरंग हादसा : पीएमओ के प्रधान सचिव ने गबर सिंह से पूछा, आप सभी लोगों को खाना ठीक मिल रहा

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पीएमओ के प्रधान सचिव पीके मिश्रा व गृह सचिव भल्ला पहुंचे सिलक्यारा

सिलक्यारा टनल में 15 दिन से फंसे हैं 41 मजदूर

नवयुग इंजीनियरिंग कम्पनी पर मुकदमा दर्ज हो : कांग्रेस

देहरादून/उत्तरकाशी, जनपद की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में कैद हुये 41 मजदूर सुरक्षित बाहर आने की आस लगाये बैठे हैं, नियति उन्हें कब और कैसे बाहर निकालेगी यह प्रश्न भी वाजिब है, लेकिन अभी भी 15 दिन बीत जाने के बाद सुरंग में फंसे 41 मजदूर बाहर निकले की उम्मीद लगाए बैठे हैं। सरकार उन्हें बाहर निकालने की हर संभव कोशिश में जुटी हैं। बीते 12 नवंबर दीवाली के दिन से सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की सुध लेने प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और गृह सचिव भल्ला सिलक्यारा पहुंचे। मिश्रा ने गबर सिंह से बातचीत में कहा कि सभी को निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने पूछा कि आप सब लोगों को खाना ठीक मिल रहा…तबियत आदि की कोई समस्या तो नहीं…आप लोग ठीक हैं..सब लोग एक ही जगह पर हैं या अलग-अलग…पूरे टनल में लाइट है…दूसरी तरफ से बात कर रहे श्रमिक ने अपनी समस्या शेयर की |सिलक्यारा सुरंग हादसा : पीएम के प्रमुख सचिव मिश्र ने बचाव कार्यों का जायजा  लिया, अडानी समूह ने कहा, सुरंग निर्माण में हमारी भागीदारी नहीं ...

पीकमिश्रा ने कहा कि सभी आप लोगों को जितना जल्दी हो सके बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने बचाव अभियान का अपडेट लेने के अलावा मजदूरों के परिजनों से भी बात की। गौरतलब है कि आगर मशीन के खराब होने के बाद एक्सपर्ट की टीम ने वर्टिकल ड्रिलिंग के अलावा बड़कोट की दिशा से भी रास्ता बनाना शुरू किया है। यही नहीं,मैनुअल खुदाई को भी विकल्प के तौर पर रखा गया है । चारधाम आल वेदर रोड महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत सीमान्त उत्तरकाशी जिले में बन रही 4.5 किमी लंबी सुरंग में मलबा आने से 41 मजदूरों को फंसे हुए 15 दिन हो गए। विभिन्न राज्यों के यह मजदूर सुरंग के मुहाने से लगभग 70 मीटर पर फंसे हुए हैं।

उत्तराखंड सुरंग हादसा: पीएम मोदी के प्रधान सचिव ने बचाव स्थल का दौरा किया |  नवीनतम समाचार भारत - हिंदुस्तान टाइम्स

इस बीच, ऑस्ट्रेलिया के टनल एक्सपर्ट अर्नाल्ड ड्रिक्स समेत कई अन्य विशेषज्ञों ने कई विकल्पों पर माथापच्ची करने के बाद काम शुरू किया। लेकिन 48 मीटर पर आए लोहे के अवरोध ने अमरीकन आगर मशीन को तोड़ दिया। इसके बाद , हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगाया गया। इस प्लाज्मा कटर से शेष ड्रिलिंग की जाएगी। टनल एरिया में वर्टिकल खुदाई कर मजदूरों तक पहुंचने का भी रास्ता बनाया जा रहा है। लगभग 80 मीटर वर्टिकल खुदाई के बाद मजदूरों तक पहुंचने का रास्ता तैयार किया जाएगा।

कांग्रेस ने विरोध जताया

इस बीच, कांग्रेस ने नवयुग इंजीनियरिंग कम्पनी व कार्यदायी संस्था की लापरवाही को लेकर केंद्र व राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस अध्यक्ष करण मेहरा व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि नवयुग इंजीनियरिंग कम्पनी पर भ्र्ष्टाचार व लापरवाही पर मुकदमा दर्ज हो। बीते 15 दिनों में फंसे मजदूरों के परिजन निर्माणदायी कम्पनी के कार्यालय पर प्रदर्शन कर चुके हैं। जैसे जैसे दिन आगे खिसक रहे हैं, बेचैनी का आलम भी बढ़ता जा रहा है।

टनल एक्सपर्ट अर्नाल्ड ड्रिक्स ने भी बेहद सावधानी के साथ बचाव अभियान चलाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को निकालने में समय भी लग सकता है।

प्रधान सचिव ने रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी श्रमिकों का हौसला भी बढ़ाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा एवं सचिव, गृह अजय भल्ला ने सोमवार को सिलक्यारा, उत्तरकाशी में टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्राफिकल प्रस्तुतीकरण एवं मैपिंग के माध्यम से टनल की भौगोलिक स्थिति को समझा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा ने टनल के अंदर चल रहे रेस्क्यू कार्य की बारीकियों को समझा। उन्होंने अधिकारियों के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे श्रमिको, इंजीनियरों से भी जानकारी ली। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी श्रमिकों का हौसला भी बढ़ाया।

प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा ने ऑगर मशीन की ब्लेड एवं साफ्ट को काटने की प्रक्रिया में जुटे श्रमिकों टिंकू दुबे, अमित, शशिकांत, झारू राम, राधे रमण दुबे, ओम प्रकाश, एन.डी अहमद से बात कर उनका कुशलक्षेम जानते हुए उनके काम की सराहना की । उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के साथ राहत बचाव कार्य में जुटे सभी लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा ने सुरंग के अंदर फँसे श्रमिकों के लिए भेजी जा रही भोजन सामग्री के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहां श्रमिकों को भेजे जा रहे हैं भोजन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।

प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा ने टनल में एसडीआरएफ द्वारा स्थापित ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप एवं बीएसएनएल द्वारा स्थापित टेलिफोनिक कम्युनिकेशन सिस्टम के माध्यम से अंदर फंसे श्रमिकों में से गब्बर सिंह एवं अन्य लोगों से वार्ता कर उनका हाल चाल जाना। उन्होंने वार्ता के दौरान श्रमिकों से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने श्रमिकों से खाने पीने बिजली पानी की आपूर्ति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा रेस्क्यू ऑपरेशन हेतु सभी लोग मेहनत कर रहे हैं। कई मोर्चों पर कार्य चल रहा है। सभी को जल्द से जल्द निकाले जाने की कोशिश जारी है।
प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा ने टनल में फंसे श्रमिकों के परिजनों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा श्रमिकों को जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा। परिजनों के साथ ही पूरा देश उनके शीघ्र और सुरक्षित निकाले जाने की दुआ कर रहा है। उन्होंने कहा पूरे देश की दुआएं अंदर फंसे श्रमिकों के साथ है। परिजनों को हौसला बनाए रखना होगा। सरकार हर स्थिति पर श्रमिकों के परिजनों के साथ खड़ी है।
इस दौरान प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस संधु, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय( भारत सरकार) के सचिव अनुराग जैन, एमडी एनएचआईडीसीएल महमूद अहमद, सचिव डॉ. नीरज खैरवाल, पीएमओ उप सचिव मंगेश घिल्डियाल, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला एवं अन्य लोग मौजूद रहे |

चापड़ से अज्ञात हमलावर ने किया ताबड़तोड़ हमला, युवक की मौत, आरोपी फरार

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हल्द्वानी,रामपुर रोड़ पर चापड़ से एक युवक की हत्या से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया, पिता के ठेले पर खाना बेचने के लिए खड़े बेटे पर अज्ञात हमलावर ने चापड़ से ताबड़तोड़ वारकर हत्या कर दी। घटना के बाद एसपी सिटी, सीओ सिटी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है। मूलरूप से पीलीभीत व हाल कत्था फैक्ट्री गोशाला निवासी सुमेर सिंह ने दीपावली के बाद रामपुर रोड पर कत्था फैक्ट्री के पास खाने का ठेला लगाता है। जहां पर दाल-चावल व रोटी-सब्जी बेची जाती है। उसका 32 वर्षीय बेटा अमित कश्यप गन्ना सेंटर के पास एशियन पेंट कंपनी में काम करता है।
सुमेर के अनुसार, रविवार को बेटे अमित की छुट्टी थी। शाम पांच बजे वह खुद मंगलपड़ाव बाजार में सब्जी लेने चले गए। बेटा अमित ठेले पर अपने बेटे के साथ था। शाम छह बजे लाइट चली गई और ठेले पर अंधेरा हो गया। इस पर अमित ने बेटे को घर में चार्जिंग बल्ब लेने के लिए भेजा। बेटा बल्ब लेकर पहुंचा तो अमित लहूलुहान पड़ा था। ये दृश्य देख बेटे ने शोर मचाया। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। पास में ही खड़े पार्षद राजेंद्र नेगी व नगर निगम के एक सफाई कर्मी ने घायल को डा. सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था, मगर डाक्टर उसे बचा नहीं सके। अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।
घटना के बाद एसपी सिटी हरबंस सिंह, सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धौनी, कोतवाल हरेंद्र चौधरी व चौकी इंचार्ज सुशील जोशी पहले अस्पताल व बाद में घटनास्थल पर पहुंचे। स्वजन के बयान दर्ज करने के बाद फरार आरोपित की तलाश शुरू कर दी है। घटनास्थल के पास मुर्गे काटने वाले की दुकान है, जहां पर चापड़ का प्रयोग होता है। इसलिए मुर्गे वाले पर शक गहरा गया है। अमित के सिर पर चापड़ से एक नहीं, बल्कि चार वार किए गए। दो वार मुंह और दो सिर पर थे, जिस तरीके से हमला किया गया, उससे साफ है कि हथियार चलाने वाले निर्दयी था। उसके हाथ नहीं कांपे। उसे हथियार चलाने की आदत भी है। जहां हमला हुआ, उसके बगल में मुर्गे वाले की दुकान है।
ये दुकान अक्सर 10 बजे बंद होती है, मगर रविवार को घटना के बाद दुकान छह बजे ही बंद हो गई। अचानक दुकान बंद करने के पीछे कई कयास लगाए जा रहे हैं। चापड़ का प्रयोग भी मुर्गे वाले करते हैं। पुलिस ने आसपास के लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं। आरोपित ने अंधेरे का फायदा उठाकर हमला किया था। घायल के बड़े भाई का कहना है कि अमित की किसी से रंजिश नहीं थी। वह रविवार को पहली बार ही पिता की दुकान पर आकर खड़ा हुआ था। जिस दौरान हमला हुआ, उस बीच पांच मिनट के लिए लाइट चली गई थी। यानी हमलावर पहले से ताक पर बैठा हुआ था।
जिस जगह पर ठेला लगता है, वहां पर एकमात्र मुर्गे वाले की दुकान है। ठेले पर खाना बेचा जाता है, जो कुछ दिन पहले ही खुली थी। आशंका जताई जा रही है कि जगह को लेकर विवाद हो सकता है। हालांकि, मुर्गे वाले ने कभी खुले रूप से विरोध नहीं किया है। अमित की हत्या के बाद स्वजन में कोहराम मचा है। पत्नी अस्पताल में बेसुध हो गई। मां समेत कई लोग रातभर अस्पताल में रहे। पिता रोते हुए बोले- काश, मैं दुकान छोड़कर नहीं जाता। सिटी एसपी हरबंश सिंह के अनुसार, हमलावर दूर का नहीं है। कुछ लोगों पर शक है। आरोपित को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

संवेदना और सृजन का राग है “शैलेन्द्र” के गीतों में : इन्द्रजीत सिंह

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देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से संस्थान के सभागार में सुपरिचित कवि, गीतकार और फिल्म निर्माता शैलेन्द्र पर एक महत्वपूर्ण चर्चा का आयोजन किया। साहित्यकार इन्द्रजीत सिंह द्वारा इन पर लिखी पुस्तक ‘शैलेन्द्र‘ पर लेखक व शिक्षाविद डाॅ. सुशील उपाध्याय ने बातचीत की। साहित्य अकादेमी द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक पर चर्चा का कार्यक्रम दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से किया गया। विशेष बात यह है कि वर्ष 2023 गीतकार शैलेन्द्र जी का जन्मशती का वर्ष भी है।

इस बातचीत में साहित्यकार इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि जिस तरह प्रेमचंद कहानी लिखते-लिखते कहानी का पर्याय बन गए उसी तरह शैलेन्द्र भी गीतों को रचते-रचते गीतों के प्रेमचंद बन गए। उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य का इतिहास लिखने वालों ने शैलेन्द्र को लंबे समय तक एक कवि के रूप में मान्यता नहीं दी। 1955 में शैलेन्द्र के कविता-संग्रह ‘न्यौता और चुनौती‘ के प्रकाशन होने के बाद चर्चा तो हुई परन्तु साहित्यिक जगत में उतनी दिलचस्पी नहीं दिखाई दी। सोवियत संघ में प्रगति प्रकाशन द्वारा 1959 में भारत के कवि नाम से एक कविता संग्रह जो रूसी भाषा में प्रकाशित हुआ था उसमें निराला, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, दिनकर, सरदार जाफरी जैसे बड़े हिंदुस्तानी कवियों के साथ शैलेन्द्र की भी दो कविताएं शामिल थीं। उस दौर में शैलेन्द्र के फिल्मी गीतों का जादू भारत के साथ-साथ सोवियत संघ, चीन और अरब आदि देशों के श्रोताओं में छाया हुआ था। इस तरह शैलेन्द्र के गीत देश-विदेश में राष्ट्रभाषा हिंदी का परचम लहरा रहे थे।
साहित्यकार इन्द्रजीत सिंह ने बातचीत में यह भी कहा कि शैलेन्द्र की कविताओं में संवेदना और सृजन का राग है, प्रतिरोध और प्रतिबद्धता की आग है और समानता, स्वतंत्रता और इंसानियत से परिपूर्ण समाज का हसीं ख्वाब है। लोकप्रियता और कलात्मकता का अद्भुत संयोग ही शैलेन्द्र के गीतों को कालजयी बनाते हैं।
साहित्यिक जगत में जिस तरह वर्ड्सवर्थ और पंत को प्रकृति का कवि और एलियट और मुक्तिबोध को विचारों का कवि माना जाता है उसी तरह शैलेन्द्र को इश्क, इंकलाब और इंसानियत के कवि के रूप में जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि शैलेन्द्र का पहला कविता-संग्रह न्यौता और चुनौती 1955 में प्रकाशित हुआ जिसमें उनकी 33 कविताएँ शामिल हैं। शैलेंद्र ने 800 के करीब गीत लिखे। उन्हें तीन बार सर्वश्रेष्ठ गीत लेखन के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। रेणुजी की अमर प्रेम कहानी तीसरी कसम अर्थात् मारे गए गुलफाम पर शैलेन्द्र ने तीसरी कसम फिल्म का निर्माण किया। शैलेन्द्र के निधन के बाद तीसरी कसम को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया। नामवर सिंह ने शैलेन्द्र की कविताओं को सामाजिक सरोकारों से जुड़ा हुआ और उन्हें सच्चे अर्थों में जनकवि बताया था।
शिक्षाविद एवं लेखक डॉ. सुशील उपाध्याय ने अपने वक्तव्य में कहा कि शैलेंद्र मानवता के गीतकार हैं। उनके गीतों में इश्क के साथ ही इंकलाब भी नजर आता है। मनुष्यता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता वास्तव में अनुकरणीय है। पूर्व प्राचार्य एवं लेखक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने अपनी किताब ’शैलेंद्र’ में उनके व्यक्तित्व और कृतित्व का विस्तृत खाका खींचा है। यह पुस्तिका पाठकों को शैलेंद्र के जीवन के अनछुए पहलुओं तक लेकर जाती है।
इन्द्रजीत सिंह ने शैलेन्द्र के जीवन एवं रचनाओं पर बेहतरीन काम किया है। इन्होंने जनकवि शैलेन्द्र, धरती कहे पुकार के तथा तू प्यार का सागर है का संपादन किया है। चैथी पुस्तक दिल का हाल सुने दिलवाला शीघ्र ही प्रकाशित हो रही है। शैलेन्द्र एवं अन्य सिने गीतकारों पर इनके अनेक लेख प्रकाशित हुए हैं। इन्द्रजीत सिंह शैलेन्द्र सम्मान के संस्थापक भी हैं। शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में इन्हें कई सम्मान एवं पुरस्कार भी मिले हुए हैं।
आज के बातचीत के इस कार्यक्रम में अतुल विश्नोई और पीयूष निगम ने शैलेन्द्र के गीतों पर अपनी संगीतमय प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम से पूर्व दून लाइब्रेरी के रिसर्च एसोसिएट ने सभागार में उपस्थित लोगों का स्वागत किया और अंत में श्री निकोलस हॉफ़लैण्ड ने धन्यवाद दिया। आज की इस महत्वपूर्ण बातचीत के अवसर पर सभागार में उपस्थित लोगों ने इस विषय से जुड़े अनेक सवाल-जबाब भी किये।
इस दौरान सभागार में मुकेश नौटियाल, डॉली डबराल, अनिल भारती, डॉ.नंदकिशोर हटवाल,जितेन्द्र नौटियाल, समदर्शी बड़थ्वाल, अरुण कुमार असफल , गोपाल थापा, डॉ.विद्या सिंह और सुंदर सिंह बिष्ट सहित अनेक लेखक, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, फिल्म प्रेमी, बुद्विजीवी, पुस्तकालय के सदस्यगण तथा अनेक युवा पाठक उपस्थित रहे।

सीएम धामी पहुंचे मातली कैम्प कार्यालय, सिलक्यारा में तैनात अधिकारियों से लिया रेस्क्यू ऑपरेशन के अपडेट

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी के मद्देनजर आज सोमवार शाम मातली स्थित अस्थायी कैंप कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने देर शाम सिलक्यारा में तैनात शीर्ष अधिकारियों से रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी लेने के साथ उन्हें आवश्यक निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य का खास ध्यान रखा जाए और जरूरत पड़ने पर मौके पर तैनात चिकित्सकों की उनसे बात कराई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी श्रमिकों की सकुशलता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, लिहाजा रेस्क्यू में जिन संसाधनों की भी जरूरत पड़ी है, वह सब समय से उपलब्ध कराए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी रेस्क्यू को लेकर अत्यंत गम्भीर है, जो भी संसाधन चाहिए थे, उन्होंने वह सब समय पर उपलब्ध कराए हैं।

गंगा घाटों पर श्रद्धा की डुबकी लगाने उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

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हरिद्वार।  इस साल के अंतिम स्नान कार्तिक पूर्णिमा पर पिछले साल के मुकाबले रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। गंगा घाटों पर आस्था और श्रद्धा का अद्भुत संगम दिखा। मौसम में ठंड के बावजूद गंगा स्नान के लिए बाहरी राज्यों से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। तड़के से ही लोग हरकी पैड़ी और अन्य गंगा घाटों पर पहुंचने लगे थे। बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई। प्रशासन का दावा है कि दोपहर तक 17 लाख श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके थे, जबकि पिछले साल 16 लाख श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा का स्नान किया था।  सोमवार को हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद देव दर्शन कर दान पुण्य आदि कर्म भी किए। अपर रोड बाजार, मोती बाजार, मनसा देवी बाजार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण शहर के सभी पार्किंग स्थल वाहनों से खचाखच भर रहे। मजबूरी में कई श्रद्धालुओं को अपने वाहन शहर के अंदर सड़कों के किनारे खड़े करने पड़े। कार्तिक पूर्णिमा का स्नान तड़के शुरू हो गया था। दिन चढ़ने के साथ गंगा के घाटों पर स्नान करने वालों की भीड़ भी बढ़ती चली गई। हरकी पैड़ी के साथ ही अन्य घाटों पर भी श्रद्धालु स्नान व पूजा पाठ करते दिखे। हरकी पैड़ी जाने वाले सभी मार्गों पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत दिखी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि 17 लाख से अधिक लोगों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया है।

अनियंत्रित होकर कार गहरी खाई में गिरी, दो की मौत

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पौड़ी, जनपद के थलीसैंण ब्लॉक के अंतर्गत भंडेली गांव के पास अनियंत्रित होकर एक ऑल्टो कार गहरी खाई में जा गिरी। कार सड़क से करीब 150 मीटर नीचे खाई में गिरी है। हादसे में कार सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कार पौड़ी से थलीसैंण के भंडेली गांव जा रही थी। भंडेली ग्राम प्रहरी दिलीप सिंह ने स्थानीय पुलिस को घटना के संबंध में जानकारी दी। वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रेस्क्यू कर दोनों युवकों को बाहर निकाला, कार में दो लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू करने के बाद 108 एम्बुलेंस में तैनात डॉक्टरों ने दोनों युवकों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों का पंचनामा भर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।
इसके अलावा एसओ पंवार ने बताया कि मृतकों की पहचान अंकित नेगी उम्र 23 साल निवासी सेरा जसपुर और पंकज सिंह उम्र 21 साल निवासी सौकियानी जसपुर के रूप में हुई है।