देहरादून, उत्तराखण्ड के वर्तमान डीजीपी अशोक कुमार के अधिवर्षता आयु पूर्ण करने पर गुरुवार 30 नवम्बर को अपरान्ह से सेवानिवृत्त होने पर अभिनव कुमार (आईपीएस-आरआर– 1996) अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा को 01 दिसंबर से वर्तमान पदभार के साथ-साथ अग्रिम आदेशों तक पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड के पद का अतिरिक्त प्रभार प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है।
आईपीएस अभिनव कुमार बने उत्तराखंड नए डीजीपी
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने एम्स पहुंचकर सुरंग से रेस्क्यू किए श्रमिकों का जाना कुशलक्षेम
ऋषिकेश, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में प्रारंभिक जांच के बाद एम्स लाये गए सभी श्रमिकों से क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने मुलाकात की। इस दौरान डॉ अग्रवाल ने फूलमाला पहनाकर बधाई दी।
बुधवार को दोपहर बाद चिन्यालीसौड़ से भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए सभी श्रमिकों को एम्स ऋषिकेश लाया गया। मंत्री डॉ अग्रवाल ने सभी 41 श्रमिकों से उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने डॉक्टरों से श्रमिकों के स्वास्थ लाभ, चिकित्सा उपचार के बारे में जानकारी ली। डॉ अग्रवाल ने श्रमिकों को दी जा रही विभिन्न सुविधाओं का भी जायज़ा लिया। उन्होंने श्रमिकों के हौसलों की सराहना की। डॉ अग्रवाल ने रेस्क्यू किए गए श्रमिकों के परिजनों से भी मुलाकात की। उन्होंने श्रमिकों के साहस, मनोबल और परिजनों के धैर्य के साथ ही रेस्क्यू अभियान में शामिल सभी एजेंसियों व कार्मिकों की अनथक मेहनत को इस अभियान की सफलता का आधार बताया।
कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के अभियान पर निरंतर नजर रखे हुए थे और वह श्रमिकों की कुशलता को लेकर चिंतित थे। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में श्रमिकों के अनमोल जीवन को बचाने की सरकार की वचनबद्धता और परिजनों के साथ ही जनता द्वारा जताए गए अटूट विश्वास ने इस बेहद जटिल, चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरे बचाव अभियान को कामयाब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने टनल में फंसे 41 श्रमिकों को ₹ 1 लाख की प्रोत्साहन राशि की भेंट
चिन्यालीसौड़ (उत्तरकाशी), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में प्रारंभिक जांच हेतु भर्ती सिलक्यारा टनल से रेस्क्यू किए गए श्रमिकों का हाल-चाल जानने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने टनल से रेस्क्यू किए प्रत्येक श्रमिक को ₹ 1- 1 लाख की सहायता राशि के चेक प्रदान करने के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतिम दौर में पाइप पुशिंग हेतु रैट माइनिंग तकनीक से मैन्युअल खुदाई करने वाले श्रमिकों को भी 50-50 हज़ार की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अस्पताल में भर्ती प्रत्येक श्रमिक से उनका कुशलक्षेम जाना । उन्होंने डॉक्टरों से श्रमिकों के स्वास्थ लाचिकित्सा उपचार के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को दी जा रही विभिन्न सुविधाओं का भी जायज़ा लिया। उन्होंने श्रमिकों के हौसलो की सराहना की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेस्क्यू किए गए श्रमिकों में से टनकपुर, चंपावत के पुष्कर की माता से मोबाइल पर बात कर, पुष्कर के बारे में जानकारी दी और कहा कि सभी श्रमिकों को कुशल बचाकर राज्य सरकार ने अपना वचन निभाया है। मुख्यमंत्री ने पुष्कर की माता को बताया कि पुष्कर के साथ ही सभी श्रमिक सुरक्षित हैं। जल्द ही हायर सेंटर में जांच करवाने के उपरांत पुष्कर सहित अन्य श्रमिकों को उनके घर भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेस्क्यू किए गए श्रमिकों के परिजनों से भी मुलाकात की। उन्होंने श्रमिकों के साहस, मनोबल और परिजनों के धैर्य के साथ ही रेसक्यू अभियान में शामिल सभी एजेंसियों व कार्मिकों की अनथक मेहनत को इस अभियान की सफलता का आधार बताया। धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के अभियान पर निरंतर नजर रखे हुए थे और वह श्रमिकों की कुशलता को लेकर हमेशा चिंतित रहते थे प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में श्रमिकों के अनमोल जीवन को बचाने की सरकार की वचनवद्धता और परिजनों के साथ ही जनता द्वारा जताए गए अटूट विश्वास ने इस बेहद जटिल , चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरे बचाव अभियान को कामयाब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग हादसे के चलते हम सब इस बार दीपावली नही मना पाए थे, अब सभी श्रमिको को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिए जाने के बाद आज दिवाली का जश्न मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के परिजनों को देहरादून मुख्यमंत्री आवास में दिवाली मनाने हेतु आमंत्रण भी दिया। इस अवसर पर बताया गया कि प्रारंभिक चिकित्सकीय जांच में सभी श्रमिक ठीक पाए गए हैं। एहतियात के तौर पर उच्च चिकित्सकीय परीक्षण हेतु इन श्रमिको हायर सेंटर भेजा जाएगा। इस दौरान कमिश्नर गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
उत्तरकाशी की टनल से सुरक्षित निकले प्रत्येक श्रमिक को मोरारी बापू देंगे 15.000 की धनराशि
कथावाचक मोरारी बापू ने सरकार के प्रयासों को भी सराहा
देहरादून,। पिछले कुछ दिनों के दौरान उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक निर्माणाधीन टनल में 41 मजदूर फंसे हुए थे और उन्हें बचाने की कोशिशें की गईं। पिछले 17 दिनों से पूरे देश को जिस पल का इंतजार था वह मंगलवार को आ गया। उत्तराखंड में सुरंग से 41कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकाले गए। प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और रामचरितमानस के प्रतिपादक पूज्य मोरारीबापू ने भी इसकी सराहना की है और सभी कर्मचारियों को आशीर्वाद दिया है।
पूज्य मोरारीबापू ने इन कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए सरकार को बधाई दी। सभी 41 बहादुर कर्मचारियों को मोरारीबापू ने प्रति कर्मचारी 15,000 रुपये की राशि अर्पण की है। कुल 6,15,000 रुपये की राशि श्रमिकों के बैंक खाते में जमा की जाएगी। पूज्य मोरारीबापू ने भी सभी श्रमिकों के परिवारों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
“ओबीसी मोर्चा हरिद्वार ने टनल में फसे श्रमिक बंधुओ के सकुशल बाहर निकलने के लिए किया यज्ञ”
हरिद्वार ( कुलभूषण ) ओबीसी मोर्चा हरिद्वार के सभी पधाधिकारियो व कार्यकर्ताओं ने वेद मंदिर हरिद्वार में टनल में फसे श्रमिक भाईयो के सकुशल वापसी के लिए यज्ञ किया जिसमे पूर्व राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने बताया के प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में टनल में फसे श्रमिक भाईयो को बाहर निकालने का काम युद्ध स्तर पर कर रही है एव प्रधानमंत्री जी भी लगातार पूरे कार्य पर नजर बनाए हुए है जल्द ही हम सभी श्रमिको को बाहर निकालने में सफल होंगे,प्रदेश कार्यकारी सदस्य जयपाल चौहान जी व जिला अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार ने कहा कि आज ओबीसी मोर्चा हरिद्वार ने वेद मंदिर आश्रम में टनल में फसे श्रमिको के लिए यज्ञ के माध्यम से सकुशल बाहर आने की प्रार्थना की है,जिसमे प्रदेश मंत्री ओबीसी मोर्चा मुनेश पाल जी,जयध्वज सैनी जी,जिला महामंत्री पवनदीप जी,मोहित वर्मा जी, जिला उपाध्यक्ष रवि कश्यप, कार्यालय प्रभारी राकेश नायक जी,जिला कार्यकारी सदस्य प्रेमप्रकाश सतलेवाल जी,मंडल अध्यक्ष सर्वेश प्रजापति जी,आकाश दत्त जी,सचिन सैनी जी,महामंत्री अजय राजपूत जी, ऋषभ सैनी जी,यशपाल कश्यप जी मंत्री महक सिंह जी,सुधीर ठाकुर जी,युवा जिला अध्यक्ष विक्रम भुल्लर जी महामंत्री दीपांशु शर्मा जी,जोगेंद्र वर्मा जी, राजेश कश्यप जी, मुकेश कश्यप दिनेश राठी आदि मौजूद रहे
17 वें दिन बड़ी सफलता- सुरंग से सकुशल निकाल लिए गए सभी 41 श्रमिक
देहरादून। मंगलवार को पूरे देश के लिए मंगलमयी खबर सामने आई है। डबल इंजन सरकार के सशक्त नेतृत्व और रेस्क्यू टीमों के अथक परिश्रम से ऑपरेशन सिलक्यारा फतह कर लिया गया है। सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिक 17वें दिन सकुशल बाहर आ गए हैं।
उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में 12 नवंबर को भूधंसाव होने से 41 श्रमिक सुरंग में ही फंस गए थे। घटना की सूचना मिलते ही बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। देहरादून से पहुंचे एसडीआरएफ के जवान स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के साथ तत्काल रेस्क्यू में जुट गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौके का जायजा लेने पहुंचे। सीएम के दौरे के साथ ही रेस्क्यू अभियान जोर पकड़ गया। राज्य और केंद्र सरकार की एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हो गईं।
सुरंग में मलबा हटाने के लिए सबसे पहले जेसीबी लगाई गई, लेकिन ऊपर से मलबा गिरने पर सफलता नहीं मिल पाई तो देहरादून से ऑगर मशीन मंगाकर सुरंग में ड्रिलिंग शुरू की गई।
ऑगर मशीन जवाब दे गई। फिर दिल्ली से अमेरिकन ऑगर मशीन मौके पर पहुंचाई गई। इसके लिए वायुसेना के हरक्यूलिस विमानों की मदद ली गई। इन विमानों ने मशीन के पुर्जों को चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर पहुंचाया और यहां से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सिलक्यारा पहुंचाया गया।
सुरंग में लगभग 50 मीटर ड्रिलिंग के बाद सरिया सामने आने के कारण इस मशीन में भी खराबी आ गई। फिर हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगाया गया। कटर से ऑगर को काटने के बाद 16वें दिन मैनुअल ड्रिलिंग शुरू की गई और आज 17वें दिन जिंदगी का पाइप श्रमिकों तक पहुंचा दिया गया। यही नहीं सरकार तीन अन्य मोर्चों पर भी काम कर रही थी। इसमें वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी 50 मीटर तक पहुंच चुका था।
रेस्क्यू टीमों को सैल्यूट
राज्य और केंद्र सरकार की सभी एजेंसियां, अधिकारी और कर्मचारी आज 17वें दिन तक पूरी तन्मयता और मनोयोग से रेस्क्यू में जुटी रही। मुख्यमंत्री धामी निरंतर स्थलीय निरीक्षण करने साथ ही रेस्क्यू टीमों की हौसला-अफजाई करते रहे। इसी का फल रहा है कि आज यह मिशन सफल हुआ।
रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, आरवीएनएल, एसजेवीएनएल, ओएनजीसी, आईटीबीपी, एनएचएआईडीसीएल, टीएचडीसी, उत्तराखंड राज्य शासन, जिला प्रशासन, भारतीय थल सेना, वायुसेना समेत तमाम संगठनों, अधिकारियों और कर्मचारियों की अहम भूमिका रही।
‘आस्था’ और ‘विज्ञान’ से अंजाम तक पहुंचा ‘मिशन सिलक्यारा’
सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने का रेस्क्यू, विज्ञान और भगवान दोनों की बदौलत सफल हो पाया। कहीं न कहीं इसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी देखने को मिला, जिससे एक आस बंधी कि सब कुछ ठीक होगा।
दरअसल, टनल में फंसे श्रमिकों का तो ईश्वर पर अटल विश्वास था ही बचाव अभियान दल ने भी हर रोज देव आराधना के बाद ही रेस्क्यू की शुरुआत की। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और ‘इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन’ के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स भी टनल के मुहाने पर बनाए गए बौखनाग मंदिर में सिर झुकाकर श्रमिकों को सकुशल वापसी के लिए ईश्वर से आशीर्वाद मांगा।
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी से मिली ऋषिकेश महापौर, विभिन्न योजनाओं के लिए 21 करोड़ की धनराशि हुई निर्गत
-जगमगायेगा आस्थापथ व बाईपास मार्ग,कूड़ा उठान के लिए मिलेंगे बीस नये वाहन
-मेयर ने तीर्थ नगरी की जनता की तरफ से केन्द्रीय मंत्री का जताया आभार
ऋषिकेश, केन्द्र सरकार के शहरी एवं पेट्रोलियम मंत्रालय के सहयोग के चलते तीर्थ नगरी ऋषिकेश में 21 करोड़ रूपये की धनराशि से विकास की विभिन्न योजनाएं धरातल में उतरेगी, नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने नई दिल्ली में पेट्रोलियम, आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उनके साथ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश के चतुर्दिक विकास को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की। देवभूमि के अंतरराष्ट्रीय महत्व को देखते हुए केन्द्रीय शहरी एवं प्रेटोलियम मंत्री ने 21 करोड़ की धनराशि से विभिन्न विकास कार्यों को धरातल पर उतारने की बात कही। महापौर ने जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून रोड़ स्थित इन्द्रमणि बडोनी चौक से बाईपास मार्ग स्थित जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित हो चुका है उसका कायाकल्प केन्द्रीय प्रेटोलियम मंत्रालय करेगा । जिसके तहत गुमानीवाला स्थित अगापे स्कूल तक जगमग लाईटें लगाई जायेंगी। इससे योजना का लाभ योग नगरी स्टेशन के जरिए लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियो को भी मिलेगा। महापौर के मुताबिक केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय ऋषिकेश नगर निगम को कूड़ा उठान के लिए बीस नये वाहन भी देगा जिसका लाभ निगम के तमाम चालीस वार्डो की जनता को मिलेगा। महापौर के अनुसार तीर्थ नगरी के शहर के विकास के दौरान केन्द्रीय मंत्री से हुई शहर के ड्डैनेज सिस्टम में सुधार के लिए भी अत्याधुनिक तकनीक की मशीनों सहित अंडर ग्राऊण्ड कूड़ा घर भी बनाये जायेगें। यहीं नही आस्थापथ में मुंबई की तर्ज पर बेहद आकर्षक लाईंटे लगाने में भी केन्द्रीय शहरी एवं पेट्रोलियम मंत्रालय नगर निगम को सहयोग करेगा। महापौर ने बताया कि केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री द्वारा उन्हें मुलाकात के दौरान
पूर्ण आश्वस्त किया गया कि आपके द्वारा ऋषिकेश के विकास को लेकर आपके जो भी सुझाव आयेंगे उसमें हर संभव सहयोग किया जायेगा। मुलाकात के दौरान विकास कार्यों की विभिन्न योजनाओं के लिए 21 करोड़ रूपये की सौगात दिए जाने पर महापौर ने देवभूमि की जनता की ओर से केन्द्रीय शहरी एवं पेट्रोलियम मंत्री का आभार जताया।महापौर ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से शहर में कई अभूतपूर्व विकास कार्य सरपट रफ्तार के साथ धरातल पर उतरेंगे।
जिला सूचना अधिकारी बिष्ट का पिथौरागढ़ स्थानांतरण होने पर दी गयी भावपूर्ण विदाई
बागेश्वर, जिला सूचना अधिकारी गोविन्द बिष्ट का पिथौरागढ़ में स्थानांतरण होने पर मंगलवार को कार्यालय सहयोगियों के साथ पत्रकारों ने उन्हें भावपूर्ण विदाई दी। जिला सूचना कार्यालय में एक सादे समारोह में वक्ताओं ने बिष्ट के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि पत्रकारों से सामंजस्य बनाकर शासन प्रशासन से जुड़ी सभी खबरों उन तक पहुंचाकर जिस कर्तव्यनिष्ठा से उन्होंने कार्य किया वह अनुकरणीय है। प्रभारी जिला सूचना अधिकारी सुरेश कुमार ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि शासन व पत्रकारों के बीच आपसी सहयोग बनाते हुए श्री बिष्ट की कार्यशैली पर भविष्य में भी कार्य चलता रहे। समारोह में गोविंद बिष्ट ने कहा कि बागेश्वर उनके सेवाकाल में प्रमुख जनपद रहा है। यहां के अधिकारियों, पत्रकारों व विभागीय कर्मचारियों जो उन्हें काम के दौरान जो सहयोग दिया है वह उनके लिए एक अविस्मरणीय यादगार के तौर पर हमेशा याद रहेगा। सूचना विभाग के दीप चंद्र भटट, रोबिन सिंह व सुनील कुमार ने श्री बिष्ट के कार्याें की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने श्री बिष्ट के साथ काम करने के दौरान उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है।
इस दौरान पत्रकार संगठन के जिलाध्यक्ष दीपक पाठक, उपाध्यक्ष महिप पांडेय, हिमांशु गढ़िया, शंकर पांडेय, जगदीश उपाध्याय, हिमांशु जोशी, राजकुमार परिहार, विशन लुम्याल, गिरीश चंद्र, नवीन कुमार आदि ने निवर्तमान जिला सूचना अधिकारी को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर पिथौरागढ़ के लिए भावपूर्ण विदाई दी गई।
कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेम चन्द अग्रवाल ने विकसित भारत संकल्प यात्रा का किया शुभारम्भ
देहरादून, शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा भारत सरकार द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारम्भ शहरी क्षेत्रों हेतु किया गया। इस मौके पर मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य भारत सरकार की प्रमुख जन-लाभार्थी परक योजनाओं का समयबद्ध रूप से संतृप्तिकरण करना तथा सक्रिय जन-भागीदारी के माध्यम से इन योजनाओं की जागरूकता बढ़ाना है। बताया कि केन्द्र सरकार की 17 नागरिक केन्द्रियित सेवाओं में (पीएम स्वनिधि, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, अमृत योजना, पी०एम० विश्वकर्मा, पी०एम० उज्जवला योजना, पी०एम० मुद्रा लोन, स्टार्टअप इंडिया स्टैंटअप इण्डिया, आयुष्मान भारत, पी०एम० ई-बस सेवा, पी०एम० भारतीय जन औषधी परियोजना, उजाला योजना, सौभाग्य योजना, डिजी पेमेन्ट इन्फास्ट्रक्चर, खेलो इंण्डिया, आर०सी०एस० उड़ान, वन्देभारत ट्रेन एवं अमृत भारत स्टेशन स्कीम) शामिल है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित पीएम स्वनिधि योजना के संतृप्तिकरण हेतु शिविरों का आयोजन किया जायेगा तथा वैन द्वारा पी०एम० आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन तथा अमृत योजना की जानकारी भी प्रदान की जायेगी। साथ ही अन्य विभागों के द्वारा भी कैम्पों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी एवं लाभार्थियों को योजना के लाभ से आच्छादित किया जायेगा |
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जनपद स्तर पर अभियान के शहरी क्षेत्रों में संचालन एवं क्रियान्वयन हेतु नगर आयुक्त / अधिशासी अधिकारी नोडल अधिकारी होंगे। बताया कि प्रथम चरण में दिनांक 28.11.2023 से नगर निगम, देहरादून (22 कैम्प), हरिद्वार (10 कैम्प) तथा छावनी परिषद्, गढ़ी कैन्ट (3 कैम्प) में वीडियो वैन संचालित की जायेगी, जिस हेतु रूट चार्ट प्रेस इन्फोरमेशन ब्यूरो द्वारा जनपदों से समन्वय कर तैयार किया जा रहा है। कुल 35 कैम्प आयोजितकिये जाने प्रस्तावित है।
इस अवसर नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून मनुज गोयल, अपर निदेशक शहरी विकास निदेशालय अशोक पांडेय, उप निदेशक शहरी विकास नीलू चावला, सहायक निदेशक विनोद कुमार एवं नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
उत्तराखंड में निवेश की है भरपूर संभावनाएं, इन्वेस्टर्स समिट में बोले कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत
-जनपद चमोली में आयोजित हुआ जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स समिट
-प्रदेश सरकार, राज्य में निवेशकों के लिए सुविधाएं देने के साथ बना रही अनुकूल वातावरण
-जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव में 101.15 करोड़ के 55 एमओयू हुए हस्ताक्षर
देहरादून, उत्तराखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2023 के तहत जनपद चमोली के अंतर्गत इंजीनियरिंग कॉलेज कोठियालसैंण में जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव आयोजित हुआ। कैबिनेट मंत्री और जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। जनपद चमोली में निवेश को लेकर निवेशक खासे उत्साहित दिखे। इस दौरान कॉन्क्लेव में 101.15 करोड़ के निवेश पर उद्यमियों ने हामी भरते हुए 55 एमओयू पर हस्ताक्षर किए। जिसमें उद्योग विभाग के अन्तर्गत 76.27 करोड़ के 33 एमओयू, उरेडा के अंतर्गत 8.50 करोड़ के 11 एमओयू और पर्यटन के क्षेत्र में 16.38 करोड़ के 11 एमओयू हुए। इससे जनपद में करीब 711 से अधिक लोगों को रोजगार सृजित होगा। नए उद्योगों की स्थापना में नीति-नियमों में लचीलापन व त्वरित सहयोग के लिए निवेशकों ने सरकार एवं जिला प्रशासन की सराहना की। मिनी कॉन्क्लेव स्थल पर लोकल उत्पादों के स्टॉल भी खासे आकर्षण का केन्द्र बने रहे।
जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार निवेशकों के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है और निवेशकों को इसका पूरा लाभ भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में निवेश बढ़ेगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और अवसर बढ़ेंगे तो उत्तराखंड से बेरोजगारी कम होगी। कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि राज्य में निवेश बढ़ाकर रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित किए जाए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में निवेशकों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, आवेदन प्रक्रिया में सरलीकरण, सुरक्षा के साथ-साथ अनुकूल वातावरण मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उद्यमों की स्थापना में नीति-नियमों को लचीला व सरल बनाया गया है, ताकि अधिक से अधिक निवेश के माध्यम से रोजगार सृजित हो सके और देश और प्रदेश आत्मनिर्भरता की और अग्रसर हो सके। चमोली में उद्योग स्थापित करने हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर कैबिनेट मंत्री ने प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा।
कैबनेट मंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश हेतु बहुत बड़े प्रस्ताव राज्य सरकार को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रस्तावों का आंकलन कराया जा रहा है। जो प्रस्ताव राज्य के लिए व्यावहारिक दृष्टि से ठीक होंगे तथा राज्यानुकूल होंगे, ऐसे प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाएगी। थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने उद्यमियों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि बाजार की मांग एवं स्थानीय पर्यावरण के अनुकूल उद्यम स्थापित करने से अधिक लाभ मिलेगा।
कॉन्क्लेव के दौरान कई उद्यमियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। उद्योग स्थापना को लेकर निवेशकों ने सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उद्योग विकास के लिए राज्य में सकारात्मक कदम उठाए जा रहे है। इससे आने वाले समय में निश्चित तौर पर प्रदेश के विकास की तस्वीर बदलेगी। मिनी कॉन्क्लेव का संचालन विभु कृष्णा द्वारा किया गया।
जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव में विधायक थराली भूपाल राम टम्टा, नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान, सहकारिता बैंक अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत, सांसद प्रतिनिधि/प्रदेश उपाध्यक्ष प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल राकेश कुमार डिमरी, औद्योगिक अस्थान कालेश्वर के अध्यक्ष बीएस नेगी, प्रांतीय व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद मैखुरी, व्यापार मंडल के प्रांतीय उपाध्यक्ष माधव प्रसाद सेमवाल, अपर जिलाधिकारी डॉ.अभिषेक त्रिपाठी, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र चंचल सिंह बोहरा, सहायक प्रबंधक कुंवर सिंह सहित निवेशक गिरीश चन्द्र पुंडीर, वीरेंद्र सिंह नेगी, रघुवीर बिष्ट, डा.अभिषेक जैन आदि उपस्थित थे।
नगर निगम में होर्डिंग टेंडर में बड़ा गड़बड़ झाला : एक ही कंपनी को बार-बार छूट और दोबारा दिया ऑर्डर : अभिनव थापर
-एक्सटेंशन के नाम पर करोड़ों रुपये के कार्य का अपने चहेतों को बिना टेंडर के ही कर दिया आवंटन
-10 वर्ष के भीतर तीन चहेती कंपनी को टेंडर दिए गए
-नगर निगम को करीब 50 करोड़ रुपये का हुआ राजस्व नुकसान
-अवैध होर्डिंग के बारे आजतक नहीं की गयी कोई कार्रवाही
-जांच न होने पर हाईकोर्ट में करेंगे अपील
देहरादून, नगर निगम देहरादून पर कांग्रेस के तेज तर्रार नेता अभिनव थापर ने होर्डिंग कंपनी को टेंडर देने में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाये। थापर ने कांग्रेस मुख्यालय में बीते रविवार को पत्रकार वार्ता बुलाई थी।
पत्रकार वार्ता में कांग्रेस नेता अभिनव थापर ने कहा है कि 10 वर्ष के भीतर तीन चहेती कंपनी को टेंडर दिए गए। इनसे करीब 300 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। साथ ही नगर निगम को करीब 50 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है। आरोप लगाया कि इन कंपनियों को काम देने के लिए नगर निगम ने हाईकोर्ट के आदेशों को भी गलत तरह से पेश किया। थापर ने नगर निगम से इस मामले में जांच कराने की मांग की है। जांच न होने पर उन्होंने हाईकोर्ट में अपील करने की बात भी कही है।
उन्होंने कहा कि नगर निगम को करोड़ों रुपये की हानि हुई है। निगम ने योग्य कंपनियों को काम देने से रोका है। टेंडर की शर्तों में न सिर्फ पार्टी के चयन का खेल हुआ बल्कि एक्सटेंशन के नाम पर करोड़ों रुपये के कार्य का अपने चहेतों को बिना टेंडर के ही आवंटन कर दिया। तकनीकी रूप से 2013 से 2023 तक पांच से सात टेंडर होने थे। लेकिन, इस दरम्यान केवल तीन ही टेंडर हुए |
उन्होंने कहा कि इन सभी टेंडरों में सारा काम केवल तीन कंपनियों को ही मिला। निगम ने होर्डिंग्स के जो टेंडर निकाले उनमें उत्तराखंड की अधिप्राप्ति प्राप्ति नियमावली 2008 का भारी उल्लंघन हुआ है। नियमावली में स्पष्ट लिखा है कि किसी भी टेंडर कार्य को दो प्रतिशत से ज्यादा ईएमडी नहीं ली जाएगी। लेकिन, निगम ने इसे 10 फीसदी कर दिया। थापर ने इस घपले में थर्ड पार्टी ऑडिट कराने और जांच करने की मांग की है।
थापर ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में मेयर सुनील उनियाल गामा से गत 11 अगस्त को मुलाकात की थी। उसके बाद 12 सितंबर को नगर आयुक्त को भी पत्र लिखा। अब शासन ने आठ नवंबर को नगर निगम से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। लेकिन, निगम की अंतिम बोर्ड बैठक 28 नवंबर को होनी है और इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। थापर ने निगम पर इन कंपनियों के साथ साठ-गांठ का आरोप लगाया। थापर ने निगम से इन कंपनियों से राजस्व हानि को ब्याज सहित वसूलने की मांग की है।
कांग्रेस नेता थापर ने आगे कहा कि निगम ने 2022 में एक टेंडर निकाला। जिसमें, एक कंपनी को बार-बार लापरवाही के बावजूद बोलीदाता घोषित किया गया। टेंडर की शर्तों के अनुसार, तीन दिन के अंदर उनको जमानत राशि जमा करानी थी। इसके साथ ही एग्रीमेंट के लिए दो फीसदी की स्टांप ड्यूटी भी देनी होती है। लेकिन, नोटिस देने के बाद भी कंपनी ने यह काम नहीं किया। कई नोटिस दिए गए लेकिन कंपनी का रवैया नहीं सुधरा। इसके बाद अंतिम नोटिस दिया और तीन दिन में कार्रवाई न होने पर ऑर्डर कैंसल करने की बात कही। फिर कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया जाना था। बावजूद इसके कुछ महीने बाद नौ सितंबर 2022 को उसकी कंपनी को दोबारा ऑर्डर दे दिया गया और 30 मार्च 2023 को सफल बोलीदाता घोषित कर दिया गया।
इन टेंडर में हाईकोर्ट नैनीताल के वर्ष 2017 के ऑर्डर को भी गलत तरह से पेश किया गया। कोर्ट ने स्पष्ट रूप से आदेश किया की इस टेंडर में जो भी कार्यवाही की जाएगी वो हाईकोर्ट के संज्ञान में लेकर अनुमति के बाद ही की जाएगी। लेकिन, निगम ने इसका उल्टा इस आदेश को ही घुमा दिया। अपने हर आदेश में यह लिखा है कि हाईकोर्ट ने आगे यह कार्रवाई से मना कर दिया है। ऐसे में अपनी चहेती कंपनियों को ही काम देते गए। थापर ने कहा कि इस तरह निगम ने कोर्ट के आदेशों की भी अवहेलना की।
वहीं थापर ने कहा कि साल 2019 में नगर निगम ने एक सर्वे समिति बनाई। समिति ने 325 अवैध होर्डिंग की रिपोर्ट दी, लेकिन आजतक यह नहीं बताया कि अवैध होर्डिंग कौन बेच रहा है। जो कंपनियां यह काम कर रही हैं उन पर अब तक क्या कार्रवाई हुई इस बात की जानकारी भी निगम ने नहीं दी। पत्रकार वार्ता में थापर ने 27 मार्च 2015 को भाजपा के 10 पार्षदों एक पत्र को भी दिखाया। इससे नगर निगम को आर्थिक हानि होने की संभावनाएं जताई गई थीं। सब शिकायतों को नजरंदाज करते हुए निगम ने उन्हीं कंपनियों को काम दिया जिसके खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायत थी।