Wednesday, April 30, 2025
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आखिरकार बिना हाथों के जन्मीं महिला को मिला ड्राइविंग लाइसेंस, मुख्यमंत्री ने खुद दस्तावेज साैंपा

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तिरुवनंतपुरम, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए उनका छह साल का अथक प्रयास आखिरकार रंग लाया और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने खुद 32 वर्षीय विकलांग जिलुमोल एम. थॉमस को दस्तावेज सौंपा। जिलुमोल, जो बिना हाथों के पैदा हुई थी, ने हमेशा अपने पैरों का उपयोग करके कार चलाने का सपना देखा था लेकिन उसके अनुरोध को तकनीकी आधार पर चुनौती दी गई थी।

फ्रीलांस डिजाइनर थॉमस ने कहा, “आवाजाही मेरी सबसे बड़ी बाधा थी और अब मैं उत्साहित हूं क्योंकि मुझे लाइसेंस मिल गया है। इस तरह मैंने अपनी सबसे बड़ी बाधा पार कर ली है।” पहली बाधा तब दूर हुई थी जब एर्नाकुलम जिले के वदुथला में एक ड्राइविंग स्कूल उसे एक छात्र के रूप में पंजीकृत करने के लिए सहमत हो गया।

ड्राइविंग स्कूल के मालिक जोपान ने कहा, “हम बहुत आश्वस्त नहीं थे, लेकिन उसने अपने धैर्य, दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता से हमारी धारणाओं को गलत साबित कर दिया। बहुत जल्द हमें एहसास हुआ कि वह ऐसा कर सकती है।”

कोच्चि में वीआई इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, जिसने सहायक तकनीक का उपयोग करके उनकी 2018 मारुति सेलेरियो में वांछित इलेक्ट्रॉनिक संशोधन किया, ने भी उनकी उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसे राज्य दिव्यांग आयोग से भी बहुत बड़ा समर्थन मिला, जिससे लाइसेंस के लिए मंजूरी देने के लिए मोटर वाहन विभाग को निर्देश दिया।

आप सांसद संजय सिंह को नहीं मिली राहत, 10 दिसंबर तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

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नई दिल्ली, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को आज भी कोर्ट से राहत नहीं मिली। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने संजय सिंह की न्यायिक हिरासत 10 दिसंबर तक बढ़ा दी है। संजय सिंह दिल्ली की शराब नीति घोटाले मामले में जेल में बंद हैं। ईडी ने कोर्ट में अर्जी दायर कर मांग की है कि चार्जशीट को सीलबंद कवर में रखा जाए ताकि गवाहों की पहचान का खुलासा न हो। केंद्रीय जांच एजेंसी ने गवाहों की पहचान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी जगह उनके छद्म नाम का इस्तेमाल की इजाजत मांगी है। वहीं, संजय सिंह ने आरोप लगाया कि चार्जशीट से जुड़ी जानकारी ईडी मीडिया को लीक कर रहा है। ये चार्जशीट मीडिया में पहले फाइल कर चुके हैं। कोर्ट में दाखिल होने से पहले मीडिया में सारी जानकारी आ चुकी है।

नंदा गौरा योजना से छुटी हुई करीब 35 हजार बालिकाओं को मिलेगा लाभ : रेखा आर्या

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नंदा गौर योजना का लाभ लेने से वंचित बालिकाओं के लिए कैबिनेट ने धन की दी स्वीकृति, विभागीय मंत्री ने मुख्यमंत्री धामी का जताया आभार

देहरादून, उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई। कैबिनेट बैठक में 14 प्रस्तावों पर मुहर लगी। वहीं आज महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग में संचालित नंदा गौरा योजना के तहत छुटे हुए बालिकाओं के हितों के लिए भी अहम निर्णय कैबिनेट के द्वारा लिया गया।विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि नंदा गौरा योजना के तहत जो बालिकाएं छूट गयी थी उनको योजना का लाभ देने को मंजूरी प्राप्त हुई है जिसमे लगभग 35088 बालिकाओं को योजना का लाभ मिलेगा।

साथ ही बताया कि सरकार की यह एक अहम योजना है ।लेकिन कुछ बालिकाएं इस योजना का लाभ नही ले पा रही थी जिसके लिए ही सम्पूर्ण कैबिनेट के साथियों द्वारा यह महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया गया है।कैबिनेट मंत्री ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी की यह घोषणा थी कि नंदा गौरा योजना से जो बालिकाएं लाभ लेने से छूट गई हैं जिनका की भुगतान लंबित चल रहा था । ऐसी बालिकाओं को हम योजना का लाभ दे।जहां आज कैबिनेट में इस विषय को लाया गया साथ ही इसके लिए धन की स्वीकृति भी हो गई है जो कि लभभग 57 करोड़ की है।कहा कि जैसे ही यह राशि विभाग को उपलब्ध होती है उसके पश्चयात यह राशि छुटे हुए बालिकाओं के खातों में डीबीटी के जरिये भेज दी जाएगी।

सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में हुए करोड़ों के घपले का मामला : डीएवी(पीजी) के 14 छात्रों को ढूंढ रही है सीबीआई

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देहरादून, उत्तराखंड़ के सबसे बड़े महाविद्यालय के 14 छात्रों को सीबीआई की तलाश है, इस खबर के बाद से महाविद्यालय में हड़कंप मच गया, मामला सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में हुए करोड़ों के घपले से जुड़ा है, जिसकी सीबीआई ने जांच शुरू की है। इसमें डीएवी पीजी कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश है जो किसी तरह से इस घोटाले से जुड़े हो सकते हैं। सीबीआई ने कॉलेज प्राचार्य से छात्रों के दस्तावेज और उनकी जानकारी को लेकर पत्र भेजा है।
इस मामले में सीबीआई को मिली जानकारी के अनुसार, सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया ने फर्जी तरीके से कर्मचारी रखने का कांट्रेक्ट किया था, जिसके बदले में एक करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, लेकिन ये कर्मचारी केवल कागजों में मौजूद थे और वास्तविकता में उनका कोई अस्तित्व नहीं था। इससे संबंधित जांच की जा रही है और डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रों को इसके बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए सीबीआई ने पत्र भेजा है।

इस मामले में, सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने डीएवी पीजी कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश शुरू की है जो सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में हुए करोड़ों के घपले की जांच में जुड़े हो सकते हैं। सीबीआई ने कॉलेज प्राचार्य को पत्र भेजकर इन छात्रों के दस्तावेज और उनकी जानकारी मांगी है। जांच के तहत, सीबीआई ने डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रों की पहचान करना शुरू किया है और उनसे जुड़े शैक्षिक और अन्य दस्तावेज मांगे हैं।
इस मामले में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके सिंह को भी सीबीआई के तरफ से पत्र भेजा गया है जिसमें इन छात्रों से जुड़े दस्तावेजों की मांग की गई है। इस मामले में जांच की जा रही है कि क्या ये छात्र वास्तविकता में कॉलेज के छात्र थे या उनके दस्तावेज़ केवल फर्जीवाड़े के लिए इस्तेमाल किए गए थे। इस मामले में सीबीआई ने नोएडा की एक कंपनी, सोलर एनर्जी कार्पोरेशन के अधिकारी और कुछ निजी लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है जिसमें इन 14 छात्रों का भी नाम शामिल है।

“मुझे सीबीआई से एक पत्र मिला है, जिसमें 14 छात्रों के बारे में पूछा गया है कि ये छात्र डीएवी कॉलेज के हैं या नहीं, इसका सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन तक यह नहीं कहा जा सकता कि ये छात्र डीएवी के हैं या नहीं।
-डॉ. एस.के. सिंह, प्राचार्य डीएवी पीजी कॉलेज”

क्या है मामला :
सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में फर्जी तरीके से कर्मचारियों को कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी पर रखने के मामले में 2021 में सीबीआई दिल्ली ने एफआईआर दर्ज की थी | जिसमें खुलासा हुआ कि 30 से 40 संविदा कर्मचारियों की आपूर्ति के बदले एक निजी कंपनी को 1 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था,म जबकि ये कर्मचारी केवल कागजों पर ही रखे गए थे। दरअसल किसी कर्मचारी को काम पर नहीं रखा गया था |
सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान सीबीआई को पता चला कि इनमें से 14 कर्मचारी डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून के छात्र थे, जिसके दस्तावेज वहां रखे हुए थे | इसके बाद अब सीबीआई इन 14 छात्रों की तलाश में जुट गई है | सीबीआई ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस. के. सिंह को पत्र भेजकर इन छात्रों से जुड़े शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज मांगे हैं और इसके साथ ही उनके बारे जानकारी भी मांगी।
इस बात की भी जांच शुरू हो गई है कि क्या ये कॉलेज के छात्र थे या इनके दस्तावेजों का ही इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया गया है। इस मामले में सीबीआई ने नोएडा की एक कंपनी, सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन के अधिकारियों और कुछ निजी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसमें इन 14 छात्रों के नाम भी हैं |

नगर निगम सभागार में बैठक : शहर की साफ सफाई को लेकर जिलाधिकारी ने अधिकारियों दिये निर्देश

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देहरादून, श्रीमती सोनिका जिलाधिकारी/ प्रशासक नगर निगम देहरादून द्वारा प्रस्तावित उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 के नगर निगम के अधिकारियों/कर्मचारियों की नगर निगम सभागार में बैठक आहूत करते हुए निर्देशित किया गया
प्रशासक नगर निगम ने निर्देश दिए कि सड़क के किनारे स्थान-स्थान पर पर्यावरण मित्रों द्वारा कूड़ा हटाया जाता है परन्तु पूरे तरीके से मलबा आदि की सफाई नहीं की जाती है। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी/सहायक नगर आयुक्त/सफाई निरीक्षक/सफाई नायकों को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक रोड़/नालियों के किनारे कूड़ा मलवा आदि को हटवाना सुनिश्चित करेंगे।
सड़कों के किनारे स्थान-स्थान पर डस्टबीन रखे गये है, जिनकी स्थिति ठीक नहीं है तथा काफी गन्दें है। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी/सहायक नगर आयुक्त को निर्देशित किया गया कि तत्काल समस्त डस्टबीनों पर पेन्ट करवाना सुनिश्चित करेंगे तथा यह सुनिश्चित करवायेंगे कि प्रत्येक डस्टबीन से कूड़ा प्रातः समय पर खाली करवा लिया जाये तथा उनके आस-पास चूना/ब्लीचिंग आदि का छिड़काव करवाया जाये।
निर्देशित किया गया कि जिन अधिकारियों की डियूटी शहर के 04 जोनों में लगायी गयी है, वह यह सुनिश्चित करेंगे कि उनको आवंटित जोन में लाईटें जल रही है, यदि बन्द पायी जाती है तो उसको तत्काल जलवाने हेतु कार्यवाही की जाये। इसके अतिरिक्त यह भी निर्देशित किया गया कि समस्त सफाई निरीक्षक/सफाई नायक भी अपने-अपने आवंटित वार्डों विषेशकर मुख्यमार्गों में लाईटों को चैक करेंगे।
यह भी निर्देशित किया गया है कि मुख्यमार्गों में डिवाइडरों पर फूल/पौघें आदि लगाये गये है, जिनपर काफी धूल/मिट्टी जमी हुई है। निर्देषित किया गया कि नगर निगम के टैकरों के माध्यम से पानी का छिड़काव करवाना सुनिश्चित करेंगे।
वार्डों में तैनात पर्यावरण मित्र विषेशकर मुख्यमार्गों पर कार्यरत कार्मिकों द्वारा अनिवार्य रूप से निगम द्वारा उपलब्ध करायी गयी वर्दी, ग्लब्ज आदि पहने हो।
मुख्य मार्गो पर स्वीपिंग के दौरान पर्यावरण मित्रों द्वारा स्थान-स्थान पर कूड़ा एकत्रित किया जाता है, जिसे तत्काल उठाया नहीं जाता है और कूड़ा पुनः फैल जाता है। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश किया गया कि वह आवश्यक संसाधन तैनात करते हुए स्वीपिंग के साथ-साथ कूड़ा उठवाना सुनिश्चित करें।
बैठक में नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त वीर सिंह बुदियाल, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, रोहिताष शर्मा, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा0 अविनाष खन्ना, अधिशीसी अभियन्ता जय प्रकाश रतूड़ी, समस्त सहायक नगर आयुक्त/सहायक अभियन्ता/सफाई निरीक्षक/सफाई नायक आदि उपस्थित रहें।

उत्तराखंड़ सरकार की केबिनेट बैठक खत्म : अब वर्चुअली भी हो सकेगी जमीन की रजिस्ट्री, 14 प्रस्तावों पर लगी मुहर

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देहरादून, उत्तराखंड़ की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में मंत्रिमंडल की बैठक हुई। कैबिनेट से पहले तीन बिंदुओं पर चर्चा हुई। जिसके तहत, उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सकुशल निकालने, तीन राज्यों में भाजपा द्वारा चुनाव जीत और 38वें राष्ट्रीय खेल की मेजबानी उत्तराखंड को मिलने पर पीएम मोदी को धन्यवाद प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया है।

कैबिनेट बैठक में नंदा देवी कन्या धन योजना के तहत छूटे हुए लाभार्थियों को जल्द पैसा दिए जाने सहित 14 प्रस्ताव पारित हुए। बैठक में वित्त विभाग के तहत उत्तराखंड में जमीन की वर्चुअल रजिस्ट्री को मंजूरी दी गई है। इसके तहत अब लोग वर्चुअल जुड़कर भी उत्तराखंड में जमीन खरीद और बेच सकते हैं। इससे प्रदेश से बाहर रहने वाले लोगों को काफी फायदा होगा।

कैबिनेट यह रहे बैठक के महत्वपूर्ण बिंदु :

अब जमीन की रजिस्ट्री वर्चुअल भी हो सकेगी। उत्तराखण्ड राज्य में लेखपत्रों के निबंधन की प्रक्रिया में Virtual Registration की प्रक्रिया को पंजीकरण की कार्यवाही में कार्यान्वयन किये जाने के सम्बन्ध में। वर्तमान में राज्य में लेखपत्रों के निबंधन में पक्षकारों को अभी कार्यालय में उपस्थित हो कर बयान दर्ज कराने के आज अपने ही स्थान से लेखपत्र को तैयार कर आनलाइन लिंक के माध्यम से प्रस्तुत कर सकेंगें साथ ही उम्रदराज, बीमार एवं असहाय लोगों को कार्यालय में उपस्थित हो कर लेखपत्रों का निबंधन कराने से मुक्ति प्राप्त होगी। पक्षकारों के दूरस्थ स्थानों पर होने के फलस्वरूप विलेखों का पंजीकरण सम्भव नही हो पाता है, अतः ऐसे विलेखों का पंजीकरण आसान होगा। उक्त के अतिरिक्त Virtual Registration की प्रक्रिया को लागू होने से औद्योगिक निवेश को बल मिलेगा।
नंदा देवी कन्या धन योजना के तहत छूटे हुए लाभार्थियों को लाभ दिया जाएगा। करीब 52 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली।
गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, गढ़वाल इकाई श्रीनगर को ग्राम गुगली, पट्टी चौरास, तहसील कीर्तिनगर, जनपद टिहरी गढ़वाल में सःशुल्क आवंटित भूमि के नजराने में छूट प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में।
परिवहन विभाग -चालक लाइसेंस लेने पर यूजर चार्ज 100 रुपये। किसी भी बैंक में जमा होगा।
पहाड़ में हेलीपैड के लिए जमीन नहीं मिल पाती। निजी लोगों को प्रोत्साहित करने को नीति पर मुहर। भू स्वामी अपनी जमीन लीज पर दे सकेगा या खुद हेलिपैड बनाने पर 50% तक सब्सिडी मिलेगी।
उत्तराखंड न्यायिक सेवा नियमावली में संशोधन। सिविल न्यायाधीश वरिष्ठ कहा जाएगा।
उत्तराखण्ड उच्चतर न्यायिक सेवा नियमावली में संशोधन पर मुहर।
मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना लाई गई। 2035 ऐसी बसावटों को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए जो 1142 मानक के अनुसार नहीं हैं, उनको भी मुख्य मार्ग से जोड़ा जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा विभाग – 559 उत्कृष्ट विद्यालय में कन्वर्ट किया जाएगा। 240 करोड़ खर्च करेगी सरकार। यह अटल उत्कृष्ठ से अलग है।
पूरे प्रदेश में राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में 100 एमबीबीएस सीटों का कॉलेज बनाना है। इसके लिए 950 पदों के सृजन पर मुहर। पिथौरागढ़ में भी इतने ही पद सृजित
01 अक्टूबर 2005 से पहले विनियमितीकरण नियमावली के तहत कर्मचारियों को पुरानी पेंशन।
राजकीय हाई स्कूल व इंटर कॉलेज में रिक्त पद के सापेक्ष प्रति वादन के हिसाब से शिक्षक रखें गए। उन्हें 200 से 250 रुपये प्रति वादन मिलेंगे।
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के संरचनात्मक ढांचे के पुर्नगठन को मिली मंजूरी।
उत्तर प्रदेश के समय से तैनात आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों की तदर्थ सेवाओं को अर्हकारी सेवा के रूप में विनियमितीकरण करने को मंजूरी।

मुख्यमंत्री ने मुख्यसेवक सदन में 18 जीआई प्रमाण पत्रों का किया वितरण

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*एक दिन में सर्वाधिक 18 जीआई प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला उत्तराखण्ड बना पहला राज्य।*

*राज्य में कुल 27 उत्पादों को मिल चुका है जीआई टैग।*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में जीआई प्रमाण पत्रों का वितरण किया। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जिसे एक दिन में सबसे अधिक 18 जीआई प्रमाण पत्र मिले हैं। अब तक उत्तराखण्ड के कुल 27 उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है। राज्य को जो 18 नये जी.आई प्रमाण पत्र मिले हैं उनमें उत्तराखण्ड चौलाई, झंगोरा, मंडुआ, लाल चावल, अल्मोड़ा लखोरी मिर्च, बेरीनाग चाय, बुरांस शरबत, रामनगर नैनीताल लीची, रामगढ़ आडू, माल्टा, पहाड़ी तोर, गहत, काला भट्ट, बिच्छूबूटी फैब्रिक, नैनीताल मोमबत्ती, कुमांऊनी रंगवाली पिछोड़ा, चमोली रम्माण मास्क तथा लिखाई वुड कार्विंग शामिल हैं। उत्तराखण्ड के नौ उत्पादों तेजपात, बासमती चावल, ऐपण आर्ट, मुनस्यारी का सफेद राजमा, रिंगाल क्राफ्ट, थुलमा, भोटिया दन, च्यूरा ऑयल तथा ताम्र उत्पाद को पहले ही जी.आई टैग प्राप्त हो चुका है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शी सोच के कारण ही आज भारत सरकार से उत्तराखंड के 18 उत्पादों को भौगोलिक संकेतक टैग युक्त प्रमाण पत्र मिल पाए हैं। जिन उत्पादों को जीआई टैग प्रमाण पत्र प्रदान किये गये, उनके उत्पादकों को भी मुख्यमंत्री ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन उत्तराखण्ड के लिए ऐतिहासिक है। 2003 में जीआई कानून बनने से लेकर 2023 तक के बीस वर्षों के सफर में पहली बार एक दिन में, एक साथ किसी राज्य के 18 उत्पादों को जीआई प्रमाण पत्र निर्गत किये गए हैं। इस उपलब्धि से उत्तराखंड के पहाड़ी व्यंजनों के साथ ही कई अन्य वस्तुओं तथा इनसे संबंधित कलाकारों को काफी लाभ होने के साथ ही दुनियाभर में उत्तराखंड को अलग पहचान मिलेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जीआई टैग युक्त उत्तराखण्ड के उत्पादों का निर्यात तेजी से बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने के प्रयासों को इससे और मजबूती मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के सभी जिलों में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘एक जनपद, दो उत्पाद’ योजना पर राज्य में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। इस योजना के तहत बाजार में मांग के अनुरूप कौशल विकास, डिजाइन, रॉ मैटेरियल, नई तकनीक आदि के आधार पर प्रत्येक जिले में दो उत्पादों का विकास किया जा रहा है। उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में वहां के स्थानीय उत्पादों को पहचान कर उनके अनुरूप परंपरागत उद्योगों का विकास करना योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना से स्थानीय काश्तकारों एवं शिल्पकारों के लिए जहां एक ओर स्वरोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हर जिले के स्थानीय उत्पादों को विश्वस्तरीय पहचान मिल रही है।

कृषि एवं उद्यान मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड के लिए आज का दिन बेहद हर्ष का दिन है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड के मोटे अनाज मण्डुआ, झंगोरा, लाल चावल सहित 18 उत्पादों को एक साथ भौगोलिक सकेंतक (जीआई टैग) प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्म निर्भर भारत तथा लोकल फॉर ग्लोबल अभियान को बढ़ावा देने एवं श्रीअन्न को बढ़ावा देने के लिए जो मार्ग दर्शन दिये गये हैं, उसके अनुरूप प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने जीआई के लिए प्रयास किया। उन्होंने कहा कि राज्य को एक साथ 18 उत्पादों के जीआई टैग प्राप्त हुए हैं जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उत्तराखण्ड के 09 उत्पादों को जीआई टैग पहले ही मिल चुका है। कृषि मंत्री ने कहा कि 12 से 18 जनवरी 2024 तक एक सप्ताह का देहरादून में प्रदेश स्तरीय जी.आई महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

इस अवसर पर उत्त्राखण्ड मण्डी परिषद एवं विपणन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अनिल डब्बू, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार श्री भाष्कर खुल्बे, सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम, पद्मश्री एंव जीआई विशेषज्ञ श्री रजनीकांत, महानिदेशक कृषि श्री रणवीर सिंह चौहान, और वर्चुअल माध्यम से भारत सरकार के महानियंत्रक प्रो. उन्नत पी. पंडित उपस्थित थे।

सीएम धामी ने किया जौलीग्रांट से एफ.आर.आई सड़क निर्माण कार्यों एवं सौन्दर्यीकरण के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण

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देहरादून।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली से लौटते ही जौलीग्रांट से एफ.आर.आई सड़क निर्माण कार्यों एवं सौन्दर्यीकरण के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। 08 और 09 दिसम्बर को एफ.आर.आई, देहरादून में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ‘ डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड’ की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थल का भी निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने एफ.आर.आई. में आयोजन स्थल के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि आयोजन से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्तरीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने निर्देश दिये कि इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए सभी संबंधित विभाग अपने स्तर से समय पर सभी तैयारियां पूर्ण कर लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समिट राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अभी तक आयोजित विभिन्न रोड शो में लगभग ढ़ाई लाख करोड़ के करार हो चुके हैं। करारों की ग्राउंडिंग की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन निवेश प्रस्तावों में रोजगार की संभावनाएं अधिक हैं, राज्य सरकार द्वारा ऐसे निवेश प्रस्तावों को शीर्ष प्राथमिकता दी जा रही है। राज्य के युवाओं को राज्य में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त हों, इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
जौलीग्रांट से एफ.आर.आई तक सड़क एवं सौन्दर्यीकरण के कार्यों के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय लोगों और दुकानदारों से कार्यों का फीडबैक भी लिया। सड़क निर्माण कार्यों की तेज गति और बेहतर सौन्दर्यीकरण के कार्य होने पर स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सौन्दर्यीकरण के कार्यों में लगे श्रमिकों से भेंट कर उनका हौसला भी बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवशेष कार्य भी जल्द पूर्ण किये जाएं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ‘ डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड’ के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा मार्गदर्शन मिल रहा है। उनके वाइब्रेंट गुजरात से प्रेरणा लेकर राज्य में डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड को आगे बढ़या जा रहा है।  इस इन्वेस्टर्स से  राज्य में निवेश बढ़ेगा, राज्य की आर्थिकी बढ़ेगी और राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
इस अवसर पर सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, सचिव एवं आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादूनमती सोनिका, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, एस.एस.पी. देहरादून अजय सिंह, जिला प्रशासन के अधिकारी एवं संबंधित कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।

होम स्टे में युवती की मौत : एसआईटी का गठन, होमस्टे भवन सील कर दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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परिजनों ने किया मृतक युवती का दाह संस्कार

उत्तरकाशी, जनपद के कफलों गांव स्थित होम स्टे में विगत दिन युवती की पंखे से लटकी मिली लाश से संबंधित प्रकरण में पुलिस ने दो लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मौत के लिए जिम्मेदार कारणों की जाँच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है, जबकि होमस्टे को सील किया गया है, युवती के परिजनों ने आज क्षेत्रीय विधायक जिला प्रशासन व पुलिस के आलाधिकारियों के आश्वासन पर मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया है, पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी द्वारा प्रेस को जारी बयान में जानकारी दी गई है कि गत दिन कोतवाली मनेरी क्षेत्रान्तर्गत संगम चट्टी से आगे कफलों गांव में स्थित होमस्टे में एक युवती का पंखे से लटकर मृत अवस्था में होने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुयी थी, सूचना पर क्षेत्राधिकारी उत्तरकाशी अनुज कुमार व कोतवाली मनेरी पुलिस द्वारा तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचायतनाम की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाया गया तथा युवती के कमरे को सीज किया गया, जिला अस्पताल उत्तरकाशी में तीन डॉक्टर (01 महिला) के पैलन द्वारा पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गयी।

पोस्टमार्टम की कार्यवाही की वीडियोग्राफी भी की गयी थी । मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी द्वारा जिला मजिस्ट्रेट उत्तरकाशी को मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश हेतु पत्राचार किया गया तथा घटना के अनावरण हेतु एसआईटी की टीम नियुक्त कर मौका मुआयना हेतु फॉरेंसिक की टीम बुलायी गयी। परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। प्रकरण में आम जनता के द्वारा आक्रोश व्यक्त कर युवती के शव का अंतिम संस्कार करने से मना किया जा रहा था। एसपी के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी अनुज कुमार व पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन प्रशान्त कुमार द्वारा मृतिका के परिजनों व आमजन से मिलकर उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अवगत कराते हुए निष्पक्ष जांच का भरोषा दिलाया गया। आज युवती के परिजनों द्वारा जिला अस्पताल उत्तरकाशी से युवती का शव लेकर अंतिम संस्कार किया गया।

जनपद के धार्मिक संस्थाओं और स्कूलों के लिए एसएसपी के सख्त आदेश, सभी थाना प्रभारियों को जारी किए निर्देश

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–स्कूल/ कॉलेज/ संस्थानों को
कल्चर प्रोग्राम / एन्यूवल डे फंक्शन तथा धार्मिक आयोजन/ शोभायात्राओ के लिए संबंधित प्रबंधक/ आयोजकों को स्वयं करनी होगी पार्किंग की व्यवस्था तथा प्राइवेट सिक्योरिटी के इंतजाम

देहरादून, राजधानी होने के साथ- साथ देहरादून भी एक पर्यटक स्थल भी और उत्तराखंड़ आने वाला टूरिस्ट मुख्यत: यहीं से होते हुये अन्य डेस्टिनेशन पर जाते हैं,
दून जहां एक ओर एजुकेशनल हब होने के साथ- साथ सांस्कृतिक राजधानी भी है और यहां आये दिन स्कूल/ कॉलेज के एन्युवल डे प्रोग्राम के साथ विभिन्न शोभा यात्राएं, कल्चरल इवेंट्स भी होते रहते है, जिनमें काफी संख्या में लोगों/ अभिवावकों के सम्मिलित होने तथा वाहनों के पार्किंग के समुचित व्यवस्था न होने के कारण यातायात व्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है तथा आमजन को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि उनके थाना क्षेत्र में स्थित स्कूल/ कॉलेज/ शिक्षण संस्थानों में किसी कल्चर प्रोग्राम / एन्यूवल डे फंक्शन अथवा किसी धार्मिक आयोजन / शोभा यात्रा के लिए संबंधित व्यवस्थापक/ प्रबंधक से बातचीत कर इस बात को सुनिश्चित किया जाये कि उक्त कार्यक्रम के लिए संबंधित आयोजक/ प्रबंधक द्वारा पार्किंग की व्यवस्था स्वयं सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान प्राइवेट सिक्योरिटी का भी अरेंजमेंट किया जाए, ऐसे किसी भी कार्यक्रम अथवा आयोजन में पुलिस की उपलब्धता पर संबंधित को सहयोग किया जायेगा लेकिन संबंधित आयोजक/ प्रबंधकों को स्वयं भी व्यवस्था बनानी होगी, यदि किसी संस्थान अथवा प्रबंधक/आयोजकों द्वारा इसमे कोई शिथिलता बरती जाये या उक्त नियम को पूरा न किया जाए तो उन्हें आयोजन की किसी भी हालत में अनुमति न दी जाये।