Sunday, June 1, 2025
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खाई में मिली युवक की लाश, 31 तारीख से था लापता

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अल्मोड़ा(आरएनएस)।   नगर से लगे सिकुड़ा क्षेत्र में युवक का शव मिलने से हड़कंप मच गया। मंगलवार सुबह सूचना के बाद अल्मोड़ा कोतवाली व धारानौला चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। कोतवाल अरुण कुमार ने बताया कि शव की पहचान प्रकाश राम पुत्र राजन राम उम्र 31 वर्ष, निवासी ग्राम बिरोड़ा, अल्मोड़ा के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि मृतक व उसके दोस्तों ने यहां धारानौला में थर्टी फर्स्ट की पार्टी की थी। रात में ही दोनों बाइक से घर को निकल गए थे। मृतक के दोस्त ने उसे आधे रास्ते में बाइक से उतार दिया। पुलिस प्रथम दृष्टया खाई में गिरने से मौत की आशंका जता रही है। इधर सूचना के बाद मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे।
एसडीआरएफ टीम की मदद से पुलिस ने शव को खाई से बाहर निकाल मोर्चरी भेज दिया है। पुलिस ने पंचायतनामा व अन्य आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि मृतक प्लम्बर का कार्य करता था। फिलहाल परिजनों की ओर से पुलिस में कोई तहरीर नहीं सौंपी गई है। कोतवाल अरुण कुमार ने बताया कि मृतक के दोस्त से पूछताछ की जाएगी। मामले की हर कोण से जांच की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कपकोट में किया 100 करोड़ की 37 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

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देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को जनपद बागेश्वर के विकास खण्ड कपकोट के केदारेश्वर मैदान में आयोजित (चेलि ब्वार्यूं कौतिक) मातृशक्ति उत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 100 करोड़ की विभिन्न विभागों की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 19 करोड़ की 11 विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण तथा 81 करोड़ की 26 योजनाओं का शिलान्यास सामिल है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने जनपद बागेश्वर में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना, बागनाथ मंदिर बागेश्वर के संग्रहालय में 90 प्रतिमाओं की स्थापना किये जाने, बदियाकोट कर्मी तलाई में 100 एम.टी. गोदाम तथा आवासीय भवन का निर्माण किये जाने, विधानसभा क्षेत्र कपकोट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अपर जिला चिकित्सालय बनाये जाने, शामा में मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण किये जाने के साथ जनपद बागेश्वर के भराड़ी में मल्टी पार्किंग से संबंधित प्रस्तावों को मंजूर किये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सरयू के मूल स्थान को पर्यटन स्थल बनाये जाने की भी घोषणा की।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने विभिन्न घाटियों में निर्मित हस्तशिल्प और हस्तकला उत्पादों की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने स्वयं भी तांबे के बर्तन में कलाकृतियां एवं रिंगाल की टोकरी भी बनाई। उन्होंने सशक्त मातृशक्ति सशक्त उत्तराखंड के तहत मातृशक्ति का पूजन कर शहीदों की वीरांगनाओं को भी सम्मानित किया। जनपद में साहसिक पर्यटन, आपदा प्रबन्धन गतिविधियों का भी अवलोकन कर मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हुये लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने बाबा बागनाथ की पावन भूमि के साथ ही चेलि ब्यारयूं कौतिक कार्यक्रम में बडी संख्या में उपस्थित माताओं एवं बहनों को नमन करते हुये कहा कि बागेश्वर जिले हेतु लगभग 100 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास, बागेश्वर जनपद के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने रैली एवं कार्यक्रम में जनता द्वारा दिए गए सम्मान के प्रति भी सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण में मातृ शक्ति के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। मातृ शक्ति अपने परिवार के साथ ही समाज और प्रदेश हितों का भी ख्याल रखती हैं। मातृ शक्ति के सहयोग से ही समाज या राष्ट्र का संपूर्ण विकास संभव है। परिश्रम और मातृ शक्ति एक दूसरे के पूरक हैं। राष्ट्र की मातृ शक्ति शिक्षित होने से उस राष्ट्र का वर्तमान एवं भविष्य सुरक्षित रहता है। बेटियां अपने ज्ञान से दो-दो घरों को प्रकाशित करती हैं। भारतीय संस्कृति में ’’कन्यादान’’ करना सबसे बड़ा पुण्य माना गया है, परंतु हम सभी ’कन्यादान’ से पहले ’विद्यादान’ भी करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में विभिन्न महिला समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल तथा प्रदर्शित किए उत्पाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए ‘’आत्मनिर्भर भारत’‘ के मंत्र को धरातल पर उतारने का कार्य कर रहे हैं। आज देशभर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कार्य किए जा रहे हैं। ’’सुविधा के साथ सुरक्षा भी’’ का सिद्धांत अपनाकर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गांव-गांव में महिलाओं को घर, शौचालय, गैस, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा गया रहा है, बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और दूसरी आवश्यक जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से निरंतर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी योजना, नंदा गौरा मातृवंदना योजना और महिला पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं। प्रदेश की जनता की जरूरतों एवं हितों के लिये जो भी कदम उठाये जाने होंगे बिना देरी के उठाएं जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू करने के साथ ही धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार बड़े स्तर पर सरकारी भूमि में हुए अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी निरंतर कार्रवाई जारी है। राज्य सरकार उत्तराखंड में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप हम राज्य के विकास और कल्याण के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ’विकल्प रहित संकल्प’ को पूर्ण करने हेतु निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिति के तहत 3.5 लाख करोड़ के एमओयू साइन किए गए हैं जिन पर निरंतर कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में बाहरी व्यक्तियों द्वारा कृषि और उद्यान के नाम पर धड़ल्ले से जमीन खरीदने पर राज्य सरकार ने अंतरिम रोक लगाई है।यह रोक भू माफियाओं एवं गलत नीयत से जमीन खरीदने वालों पर लगाई गई है।

साल 2023 में आईबीआर ने नई सोच के प्रतिभाशाली लोगों की कल्पनाओं को दिए पंख

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देहरादून। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (आईबीआर) के रिकॉर्ड धारकों ने वर्ष 2023 के दौरान देश भर के समाचार जगत में हलचल मचाए रखी। कीर्तिमान स्थापित करने वाले भारतीयों के संरक्षक के रूप में, आईबीआर ने नई सोच के प्रतिभाशाली लोगों की कल्पनाओं को न सिर्फ पंख दिए, बल्कि शानदार परिणामों के लिए प्रोत्साहित भी किया। आईबीआर के जरिए न केवल व्यक्तियों, बल्कि सरकारी विभागों और कॉर्पोरेट व सामाजिक संगठनों ने भी नए मानक स्थापित करने की पहल की। एम देव दर्शन, रिफा तस्कीन, विशाक टीवी, फीनिक्स यूनाइटेड, टेकमाघी एलएलपी, एपेक्स लेबोरेटरीज, केवल फोम प्रा. लि., वसंथा योग अकादमी, बट्टाला स्पोर्टिंग क्लब और लुधियाना की कमिश्नरेट पुलिस ऐसे ही कुछ नाम हैं जिन्होंने वर्षांत में आईबीआर रिकॉर्ड कायम किए।

वर्ष के अंतिम भाग में, लखनऊ के फीनिक्स यूनाइटेड (उपल डेवलपर्स प्रा. लि.) ने लकड़ी का सबसे बड़ा दीपक बनाकर चौंकाया। सबसे लंबे समय तक पानी में पीठ के बल तैरने का कारनामा कांचीपुरम, तमिलनाडु के एम देव दर्शन ने किया। टेकमाघी एलएलपी, कोच्चि ने ऑनलाइन लाइव तकनीकी कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की अधिकतम संख्या का रिकॉर्ड बनाया। पैर बांधकर सबसे लंबे समय तक पानी में तैरने का अद्भुत करतब चित्तूर, आंध्र प्रदेश के विशाक टीवी ने किया। महिलाओं में पोषण के महत्व पर एक जागरूकता कार्यक्रम में भाग लेने वाले चिकित्सकों की अधिकतम संख्या का रिकॉर्ड चेन्नई की एपेक्स लैबोरेटरीज द्वारा स्थापित किया गया।

सबसे बड़ा गद्दा बनाने का रिकॉर्ड केशोद, गुजरात की केवल फोम प्रा. लि. के नाम गया। हैदराबाद की वसंथा योग अकादमी ने सामूहिक सूर्यनमस्कार के निरंतर प्रदर्शन का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। कोलकाता के बट्टाला स्पोर्टिंग क्लब ने मां काली की सबसे ऊंची मूर्ति बनाई। नशा-मुक्त पंजाब के लिए एक साइक्लोथॉन में अधिकतम प्रतिभागियों का रिकॉर्ड लुधियाना पुलिस कमिश्नरेट द्वारा स्थापित किया। सबसे ज्यादा तरह के मोटर वाहन चलाने का कारनामा मैसूर की रिफा तस्कीन ने किया। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स रचनात्मक व साहसी प्रवृत्ति के लोगों को असंभव को संभव कर दिखाने में मदद करने की अपनी परंपरा को बनाए हुए है।

सांसद मोबाईल स्‍वास्‍थ्‍य पैथोलॉजी लैब वैन सेवा को हरी झंड़ी दिखाकर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने किया रवाना

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“ओएनजीसी राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सामाजिक कार्यो में लगातार सक्रियता से अपनी सहभागिता निभा रहा : सांसद नरेश बंसल”

देहरादून, सामाजिक सरोकार को लेकर ओएनजीसी ने स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में सहयोग के लिये अपना हाथ आगे बढ़ाया, जिसके तहत ओएनजीसी ने सीएसआर के माध्यम से स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन को सांसद मोबाईल स्वास्थ्य पैथालाॕजी लैब वैन स्‍वास्‍थ्‍य जांच के लिये प्रदान की, जो अनुसूचित जनजाति क्षेत्र चकराता के दुर्गम क्षेत्रों के ग्रामीणों को स्वास्थ्य का अतिरिक्त लाभ देने के साथ साथ उनके ब्लड टेस्टिंग, ब्लड प्रेशर, शूगर आदि का परीक्षण भी करेगी |May be an image of 10 people, car and text
आज मंगलवार को एक सादे कार्यक्रम में ओएनजीसी तेल भवन स्थित गेस्ट हाउस से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल हरी झंडी दिखाकर सांसद मोबाईल स्‍वास्‍थ्‍य सेवा पैथालाॕजी लैब वैन को रवाना किया | इस मौके पर अपने संबोधन में सांसद नरेश बंसल ने कहा कि ओएनजीसी जहां सीएसआर के तहत राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सामाजिक कार्यो में लगातार सक्रियता से अपनी सहभागिता निभाता आ रहा हैं वहीं सबसे अधिक आयकर टैक्स देकर राज्य के विकास में अपनी सार्थक भूमिका निभा रहा है | सांसद द्वारा विवेकानंद फाउंडेशन संस्था को भविष्य में भी इस परियोजना के लिये सहयोग करने की बात कही |May be an image of 15 people, dais and text
कार्यक्रम में ओएनजीसी के महाप्रबंधक सीएसआर चंदन सुशील साजन द्वारा बताया गया कि ओएनजीसी सीएसआर के माध्यम से लगातार शैक्षिक संस्थाओं, नगर निगमों और क्षेत्र की सामाजिक संस्थाओं आर्थिक मदद करती आ रही है | उन्होंने इस परियोजना के सफल संचालन के लिए संस्था को शुभकामनाएं देते हुए ऐसी लाभकारी परियोजनाओं के लिए भविष्य में भी सहयोग की बात कही गई। संस्था के संरक्षक सचिन गुप्ता ने कहा कि संस्था इस परियोजना को और बड़े स्तर पर करने का प्रयास करेगी ताकि सूदूर ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सेवा मिल सके | इस मौके पर ओएनजीसी के पूर्व समूह महाप्रबंधक रामराज द्विवेदी ने कहा कि संस्था दुर्गम क्षेत्र के लिए ऐसे कार्यों को निरंतर करती आ रही है, मैं संस्था को सांसद स्वास्थ्य मोबाइल पैथालाॕजी लैब वैन सेवा परियोजना की सफल संचालन की शुभकामनाएं देता हूं | सांसद मोबाईल वैन स्‍वास्‍थ्‍य सेवा परियोजना के वरिष्ठ सहयोगी सन डायग्नोस्टिक संस्था के साथ मिलकर लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण सहयोग देने का सकारात्मक कार्य कर रही है ।
इस अवसर पर इंचार्ज सीएसआर चंदन एस साजन, महाप्रबंधक पवन सैनी, मुख्य प्रबंधक अवनीश यादव, प्रबंधक डी डी सिंह, इंचार्ज वित्त आर एस राठौर, शिशिर मिंज, इंचार्ज सुरक्षा बीडी भट्ट, पूर्व ओएनजीसीयन एल मोहन लखेड़ा, पार्षद नंदिनी शर्मा, मधु जैन, सागर चौधरी, संस्था के अध्यक्ष आयुष खोलिया, मनीष नेगी, प्रमोद थापा, सागर चौधरी, दयानंद जोशी, दिनेश डोभाल, डायग्नोस्टिक के डायरेक्टर मोहन सिंह एवं उनकी टीम मौजूद रही |

शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने जानी असम की शिक्षा व्यवस्था स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति के फार्मेंट को बताया बेहतर

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गुवाहाटी/देहरादून,  सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज गुवाहाटी में असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगु की अध्यक्षता में आयोजित विद्यालयी शिक्षा विभाग की बैठक में प्रतिभाग किया। जहां पर उन्होंने असम की शिक्षा व्यवस्था को जाना साथ ही उन्होंने नई शिक्षा नीति-2020 के तहत किये गये कार्यों, स्थानांतरण नीति, छात्र एवं शिक्षकों की उपस्थित, आदर्श व मॉडल स्कूलों सहित विद्यालयी शिक्षा अंतर्गत संचालित विभिन्न परियोजनाओं के बारे में जानकारी साझा की। डॉ. रावत के गुवाहाटी पहुंचने पर असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगु ने अपने विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ उनका जोरदार स्वागत किया।

असम के दो दिवसीय राजकीय भ्रमण के दौरान सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज गुवाहाटी पहुंच कर वहां के शिक्षा मंत्री रनोज पेगु से मुलाकात की। इस दौरान डॉ. रावत ने वहां के शिक्षा मंत्री पेगु की अध्यक्षता में आयोजित विद्यालयी शिक्षा विभाग की बैठक में प्रतिभाग किया। शिक्षा विभाग असम के अधिकारियों ने बैठक में विद्यालयी शिक्षा के अंतर्गत असम सरकार द्वारा संचालित शिक्षा व्यवस्था व अन्य परियोजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने नई शिक्षा नीति-2020 के तहत संचालित पाठ्यक्रमों, नवाचार, ऑनलाइन एजुकेशन, ऑनलाइन उपस्थिति, स्थानांतरण नीति सहित अनेक बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी दी। विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. रावत ने मीडया को जारी बयान में बताया कि असम सरकार वहां के भौगोलिक एवं समाजिक परिवेश के अनुरूप आदर्श व मॉडल विद्यालयों का संचालन कर रही है जोकि युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने के साथ ही उनके सर्वांगीण विकास में सहायक साबित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि असम सरकार ने चाय बागानों में कार्य करने वाले मजदूरों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिये जगह-जगह बागान क्षेत्र में ही मॉडल स्कूलों की स्थापना की है जहां पर 12वीं तक की शिक्षा दी जाती है। इसी प्रकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आदर्श विद्यालयों की स्थापना की गई है जहां पर सीबीएससी बोर्ड के अंतर्गत अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कराई जाती है। डॉ. रावत ने कहा कि असम सरकार ने शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिये असम शिक्षा सेतु नाम से ऐप तैयार किया है जिसके माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति ली जाती है। जो कि बेहतर ढंग से कार्य कर रहा है। जरूरत पड़ी तो उत्तराख्ांड में भी इस प्रणाली को लागू करने पर विचार किया जायेगा। बैठक में डॉ. रावत ने उत्तराखंड शिक्षा विभाग में नई शिक्षा नीति के तहत संचालित पाठ्यक्रमों, नवाचार, मॉडल क्लासेज व विद्या समीक्षा केन्द्र के संबंध में विस्तृत जानकारी दी, साथ ही उन्होंने असम के शिक्षा अधिकारियों को उत्तराखंड के विद्या समीक्षा केन्द्र व नई शिक्षा नीति के अध्ययन के लिये आमंत्रित किया ताकि असम सरकार भी यहां की बेहतर शिक्षा प्रणाली में से जरूरी योजनाओं का अपने यहां क्रियान्वयन कर सके। इस पूर्व गुवाहाटी पहुंचने पर असम के शिक्षा मंत्री सहित विभागीय अधिकारियों ने डा. रावत का जोरदार स्वागत किया।

बैठक में आयुक्त एवं परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा असम ओम प्रकाश, अपर सचिव व अपर परियोजना निदेशक संजय दत्ता सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

हो जाये सावधान….! दुनियाभर में डराने लगा कोरोना का सब-वैरिएंट, फिर लौट सकती है पाबंदियां

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नई दिल्ली, कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट जेएन1 के मामले भारत समेत विश्व स्तर पर बढ़ रहे हैं। इसलिए कई लोगों के बीच 2024 की शुरुआत में संभावित कोविड लहर का डर है जो एक बार फिर जिंदगी को पटरी से उतार सकता है। भारत में कोविड-19 के 743 नए मामले दर्ज किए गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इसी के साथ देश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या बढक़र 3,997 हो गई। भारत में अब तक जेएन1 के कुल 162 मामले सामने आए हैं। जिसमें केरल में सबसे अधिक 83 मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ जनवरी 2020 से अब तक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या 4,50,12,484 हो गई है। जबकि बीते 24 घंटे में 7 लोगों की मौत के बाद कुल मरने वालों संख्या 5,33,358 हो गई है।

विश्व स्तर पर अमेरिका, कुछ यूरोपीय देश, सिंगापुर और चीन से जेएन1 के मामले सामने आए हैं। डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वैन केरखोव ने शनिवार को कहा, सीमित संख्या में रिपोर्ट करने वाले देशों से, पिछले महीने में कोविड-19 अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में मरीजों के प्रवेश में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

उन्होंने कहा कि सीएआरएस-सीओवी-2, इन्फ्लूएंजा और अन्य श्वसन रोगी लगातार बढ़ रहे हैं। खुद को संक्रमण से बचाने के उपाय करने चाहिए। मारिया वैन केरखोव ने कहा कि जेएन1 की पहचान में बढ़ोतरी जारी है। लेकिन जो बात मायने रखती है वह यह है कि कोविड-19 के मामले सभी देशों में बढ़ रहे हैं। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट किया, आप खुद को संक्रमण और गंभीर बीमारी से बचा सकते हैं। जोखिम के आधार पर हर 6-12 महीनों में मास्क, वेंटिलेट, टेस्ट, इलाज, वैक्सीन की डोज को बढ़ावा दें।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की पूर्व महानिदेशक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के अनुसार, जेएन1 कोविड-19 वैरिएंट अन्य वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन1 को इसके तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए एक अलग रूप में बांटा है। लेकिन कहा है कि यह कम वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है। मुंबई में संक्रामक रोग यूनिसन मेडिकेयर एंड रिसर्च सेंटर के सलाहकार डॉ. ईश्वर गिलाडा के अनुसार, जब तक जेएन1 ‘चिंता का विषय’ नहीं बन जाता। तब तक इससे आम आदमी को परेशान नहीं होना चाहिए।
उन्होंने आईएएनएस को बताया कि भारत ने कई शक्तिशाली देशों की तुलना में कोविड-19 महामारी का बेहतर प्रबंधन किया है। भारत में कोविड-19 के खिलाफ सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन किया गया है। जिसमें 75 प्रतिशत आबादी को पूरी तरह से वैक्सीन की डोज दी है और 35 प्रतिशत आबादी को बूस्टर (तीसरी डोज) मिली है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट द्वारा मुख्य रूप से बीए.2 सब-वैरिएंट के साथ संचालित तीसरी लहर ने अधिकांश आबादी को कम से कम रुग्णता और मृत्यु दर से संक्रमित किया। उन्होंने कहा कि वास्तव में बीए.2, बीए.4 और बीए.5 के साथ-साथ बीए.2.86 (पिरोला) जैसे बीए.2 के वंश के संक्रमण से भारत के लिए एक रक्षक था। अब हम पहले से कहीं अधिक बेहतर तैयार हैं। इतना ही नहीं, भारत अफ्रीका और अन्य जगहों पर 50 से अधिक देशों को तैयारियों, दवाओं और टीकों से सहायता प्रदान करता है।
हालांकि, जेएन1 अगस्त 2023 में लक्ज़मबर्ग में पहचाना गया। यह वर्तमान में 40 से अधिक देशों में मौजूद है और इससे अधिक संख्या में लोग संक्रमित नहीं हुए हैं और न ही मरीजों की मौत हुई है। डा. गिलाडा ने कहा कि जेएन1 की मौजूदगी से ऑक्सीजन, बेड, आईसीयू बेड या वेंटिलेटर की मांग नहीं बढ़ी है। विशेषज्ञ वरिष्ठ नागरिकों और गंभीर मरीजों वाले लोगों के साथ-साथ भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने वाले लोगों से मास्क पहनने का अनुरोध करते हैं।
प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विकास चोपड़ा ने आईएएनएस को बताया, कुछ मरीजों को गंभीर परिणामों और कोविड से मृत्यु दर में वृद्धि का खतरा बढ़ जाता है। उच्च मृत्यु जोखिम से जुड़े सामान्य मरीजों में हृदय संबंधी रोग जैसे- हाई ब्लडप्रेशर, कोरोनरी धमनी रोग, पुरानी श्वसन स्थितियां जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), मधुमेह, मोटापा और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली शामिल हैं।

स्नातक स्तरीय लिखित परीक्षा में 66 प्रतिशत अभ्यर्थी शामिल, यूकेएसएससी ने 229 पदों के लिए कराई लिखित परीक्षा

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देहरादून, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय 229 पदों की लिखित परीक्षा में 66 प्रतिशत अभ्यर्थी शामिल हुए। 229 पदों के लिए आयोग ने रविवार को राज्य के समस्त जनपदों के 179 परीक्षा केन्द्रों पर लिखित प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की। आयोग के सचिव सुरेंद्र रावत ने बताया कि लिखित प्रतियोगी परीक्षा के लिए कुल 66,629 अभ्यर्थी नामांकित थे। जिनमें से लगभग 44641 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में सम्मिलित हुए। इस प्रकार लगभग 67 प्रतिशत अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में उपस्थित हुए।
लिखित परीक्षा में सम्मिलित सभी अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति ली गई। आयोग द्वारा सभी जनपदों के परीक्षा केन्द्रों में जैमर भी लगाये गये। परीक्षा में किसी भी अप्रिय घटना या गड़बड़ी की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई। आयोग ने परीक्षा के सफल एवं शांतिपूर्वक संचालन के लिए सभी केन्द्र अधीक्षकों, जिला/पुलिस / होमगार्ड प्रशासन के समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों, सेवा दाताओं तथा आयोग प्रतिनिधियों का आभार जताया। उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने विभिन्न विभागों में स्नातक स्तरीय अर्हता के कुल 229 रिक्त पदों पर परीक्षा कराई।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवसीय विद्यालय के लोकार्पण समारोह में फिर दिखा सीएम धामी का बच्चों के प्रति विशेष लगाव

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जब-जब मिलता है मौका, बच्चों पर खूब प्यार लुटाते हैं धामी

-अपने हाथों से बांधे बच्चों के जूतों के फीते और पहनाया ट्रैक सूट

मुख्यमंत्री साल के विशेष मौकों पर अक्सर बच्चों के बीच रहना पसंद करते हैं। बात चाहे नए साल की शुरुआत की हो या अपने जन्मदिन की। सीएम ऐसे खास पलों को सरकारी आवासीय विद्यालयों में रह रहे अपवंचित वर्ग के बच्चों के बीच रहकर अपना समय बिताना पसंद करते हैं।

साल 2024 के पहले दिन यानी आज भी मुख्यमंत्री सुबह सवेरे बच्चों के बीच नजर आए। मौका था नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवसीय विद्यालय के लोकार्पण समारोह कार्यक्रम का। इस दौरान जहां सीएम धामी ने अपने शब्दों से बच्चों को जीवन में लक्ष्य तयकर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी तो इस दौरान सीएम धामी बच्चों संग हंसी ठिठोली भी मंच से करते दिखे।

इस दौरान उन्होंने बच्चों को अपने हाथों से ट्रैक सूट पहनाने के साथ ही उनके जूते के फीते भी बांधे और यह पहली बार नहीं हुआ कि धामी बच्चों को इस तरह लाड करते नजर आए। सीएम धामी जब अपने जन्मदिन पर बनियावाला स्थित विद्यालय में गए थे तो उस दिन दिल्ली से लौट रहे थे। कार्यक्रम में पहुँचने पर देर भी हो गई लेकिन धामी सीधे विद्यालय पहुँचे और बच्चों संग केक काटकर अपना खास दिन सेलिब्रेट किया।

 

भू-कानून समिति की आख्या प्रस्तुत किये जाने तक बाहरी व्यक्तियों को भूमि क्रय करने की अनुमति नहींभू- कानून समिति की आख्या प्रस्तुत किये जाने तक बाहरी व्यक्तियों को भूमि  क्रय करने की अनुमति नहीं – Aakash Gyan Vatika

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में भू- कानून के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि भू-कानून के लिए बनाई गई कमेटी द्वारा बड़े पैमाने पर जन सुनवाई की जाय और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों और विशेषज्ञों की राय ली जाय। भू-कानून के लिए विकेंद्रीकृत व्यवस्था के लिए गढ़वाल और कुमाऊं कमिश्नर को भी शामिल किया जाए।

उत्तर प्रदेश जमींदारी एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950 की धारा 154 में वर्ष 2004 में किए गए संशोधन के अनुसार ऐसे व्यक्ति जो उत्तराखंड राज्य में 12 सितंबर 2003 से पूर्व अचल संपत्ति के धारक नहीं है उन्हें कृषि व औद्यानिकी के उद्देश्य से भूमि क्रय करने की जिला अधिकारी द्वारा अनुमति प्रदान किए जाने का प्रावधान है ।वर्तमान में उत्तराखंड राज्य के लिए नए भू कानून तैयार किए जाने के संबंध में राज्य सरकार द्वारा प्रारूप समिति गठित की गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश हित और जनहित में यह निर्णय लिया गया है की भू कानून समिति की आख्या प्रस्तुत किये जाने तक या अग्रिम आदेशों तक जिलाधिकारी उत्तराखंड राज्य से बाहरी व्यक्तियों को कृषि एवं उद्यान के उद्देश्य से भूमि क्रय करने की अनुमति के प्रस्ताव में अंतिम निर्णय नहीं लेंगें।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि समिति द्वारा विशेषज्ञों और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के सुझावों के आधार पर तेजी से ड्राफ्ट बनाया जाय। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी निर्णय प्रदेश के हित में लिए जा रहे है। राज्य की जनभावनाओं के अनुरूप और जो राज्यहित में जो सर्वोपरि होगा, सरकार द्वारा उस दिशा में निरंतर कार्य किए जायेंगे।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, एडीजी ए. पी अंशुमन, सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, अपर सचिव जे.सी. कांडपाल उपस्थित थे।

उत्तराखंड में मिले दो कोरोना पॉजिटिव, मैक्स व दून अस्पताल में भर्ती मरीजों में हुई कोविड-19 की पुष्टि

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घबराने की आवश्यकता नहीं, सावधानी एवं सतर्कता बरतें : स्वास्थ्य सचिव

देहरादून, उत्तराखंड में लंबे समय बाद कोरोना के 2 मामले सामने आये हैं। देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती रहे 77 वर्षीय पुरुष की रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई थी। वहीं, रविवार को 72 वर्ष की महिला मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोविड के नए वेरिएंट जेएन.1 की पहचान के लिए दोनों संक्रमित मरीजों के सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।

देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती रहे 77 वर्षीय व्यक्ति में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मरीज पूर्व से ही कई अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं। जिनका उपचार अस्पताल से चल है। मरीज के परिजनों के मुताबिक उनकी हालत स्थिर है। स्वास्थ्य में पहले के मुकाबले सुधार है। और वह घर पर ही होम आईशूलेशन में हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज के परिजनों के सम्पर्क में है और उनके स्वास्थ्य पर नज़रे बनाये हुए हैं। वहीं दून अस्पताल में भर्ती 72 वर्षीय महिला में भी कोविड की पुष्टि हुई है। महिला को दून अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों की टीम महिला के स्वास्थ्य पर नज़रें बनाई हुई है।

सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डॉ आर राजेश कुमार ने बताया की स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों रोगियों एवं उनके परिवारजनों से निरंतर संपर्क में है तथा चिंता का कोई विषय नहीं हैl स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर कोविड प्रबंधन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से तैयार है सभी जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा चिकित्सा अधीक्षकों को चिकित्सालय स्तर पर कोविड के उपचार को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण रखने के निरंतर निर्देश दिए गए हैं तथा मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारी की निगरानी भी की जा रही है। मुख्यमंत्री कोविड प्रबंधन को लगातार फीडबैक ले रहे हैं।

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम रोगी के निवास स्थान पर नियंत्रण एवं रोकथाम कार्यवाही के लिए भेजी गई हैं। सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कोविड प्रबंधन के लिए की जाने वाली किसी भी कार्यवाही में कोताही न बरतने के निर्देश दिए गए हैंl स्वास्थ्य सचिव द्वारा सर्दी के मौसम में आम जनमानस से कोविड एवं इन्फ्लूएंजा जैसे रोगों को लेकर सावधानी एवं सतर्कता बरतने की अपील की गई है।

पीएम मोदी व राज्य सरकार महिलाएं की आर्थिक स्थिति के सुधार हेतु निरंतर कर रही प्रयास : सचिन गुप्ता

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“स्वामी विवेकानन्द फाउंडेशन और नाबार्ड द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार मिशन के तहत किया था 15 दिवसीय बांस से बनी चीजों के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन”

देहरादून, सामाजिक सरोकार को लेक कालसी के कनबुआ ग्राम में स्वामी विवेकानन्द फाउंडेशन और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार मिशन के तहत ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु 15 दिवसीय बांस से बनी चीजों का प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ |
समापन के अवसर पर संस्था के संरक्षक सचिन गुप्ता ने 30 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए l इस मौके पर सचिन गुप्ता ने कहा कि बांस से बनी फूलों की टोकरी, गुलदस्ते , हाटकेस, पेनसेट आदि बनी चीजें जब बाजार में जायेंगी तो महिलाओं आर्थिक रुप में आत्मनिर्भर बनेगी l उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द फाऊंडेशन महिलाओं के द्वारा बनाए गए समान की बिक्री की व्यवस्था भी करवाएगा l सचिन ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी व राज्य सरकार महिलाएं की आर्थिक स्थिति के सुधार हेतु निरंतर प्रयास कर रही है संस्था का प्रयास भी यही है की ग्रामीण महिलाए घर बैठे ही अपना रोजगार शुरू कर सके व उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके l
इस अवसर पर अध्यक्ष आयुष खोलिया, मनीष नेगी सुरेंद्र सिंह नेगी, रोहन पंवार, किरण देवी, सज्जो, कमला देवी, रेशमी देवी, गीता देवी, सीमा पंवार, रीना पंवार, मोनिका, कल्पना, सरिता, झुग्गी देवी, निर्मला, आशा देवी, पानो देवी, हीना, स्वाति, रिशु, पिंकी, शर्मिला, बामो देवी, उर्मिला देवी, ललिता आदि मौजूद रहे।