Thursday, May 1, 2025
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जिला रेड क्रास और कनिष्क सर्जिकल एवं सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य शिविर

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देहरादून, जिला रेड क्रास शाखा दून एवं कनिष्क सर्जिकल एवं सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा शिव मंदिर प्रांगण मालदेवता में आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में लोगों का स्वास्थ्य परिक्षण कर दवा वितरित की गई।
शिविर का उद्घाटन रेड क्रास सोसाइटी के जिलाध्यक्ष डॉ. एन०एस०अंसारी एवं प्रधान संगठन उत्तराखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूरत सिंह नेगी ने संयुक्त रूप से किया |
शिविर में कनिष्क सर्जिकल एंड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ. मुकेश कुमार गुप्ता, सह संस्थापक वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ऋतू गुप्ता के निदेशन में हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप दैतिक, जनरल फिजिशियन नितीश कौशिक, स्त्री रोग विशेषज्ञ मंजू चौहान एवं कर्मचारियों द्वारा बी०पी०, शुगर, हड्डियों में कैल्शियम की कमी की जांच की गई।
इस अवसर पर रेड क्रास उत्तराखंड के कोषाध्यक्ष मोहन खत्री ने कहा की ग्रामीण क्षेत्र के लोगो में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने एवं बिमारियों का परिक्षण करा कर सही इलाज आवश्यक है। इसी उद्देश्य से शिविर का आयोजन किया गया ।

इस अवसर पर संस्था के जिलाध्यक्ष डॉ. एन० एस० अंसारी ने कहा की रेड क्रास संस्था लोगो के हित में हमेशा खड़ी रहती है। क्षेत्र के लोगों की मांग पर क्षेत्र के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र में भी शिविर आयोजित किये जायेंगे. इस अवसर पर रेड क्रास की सचिव श्रीमती कल्पना बिष्ट, पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शकुंतला नेगी, पूर्व प्रधान सुनीता बिष्ट, पूर्व क्षेत्र पंचायत महादेव भट्ट, वीरेन्द्र सिंह मियां, त्रिलोक सिंह पुंडीर, अजय भट्ट, प्रियंका आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

 

निरंकारी संत समागम का आयोजन16 दिसम्बर को, सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित करेंगे समागम को संबोधितNirankari Hub Official

रामनगर, नैनीताल जनपद के रामनगर में आध्यात्मिक निरंकारी मिशन की आध्यात्मिक प्रमुख सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित 16 दिसम्बर शनिवार को आयोजित विशाल निरंकारी संत समागम को संबोधित करेंगे। रेलवे मैदान रामनगर में इस कार्यक्रम का आयोजन दोपहर एक बजे से साढ़े तीन बजे तक किया जायेगा। जिसके लिए स्वयंसेवियों ने भव्य तैयारियां शुरू कर दी हैं।
स्थानीय ज़ोनल इंचार्ज पीएस चौधरी ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि संत समागम का लक्ष्य संपूर्ण विश्व में शांति की भावना तथा मानवीय गुणों का प्रसार करना है। मिशन की केवल यही धारणा रही है कि हम सभी प्रेम एवं मिलवर्तन के भावों से युक्त होकर जीवन जीते हुए समूचे संसार में एकत्व का सुंदर रूप स्थापित करें। संत निरंकारी मिशन आध्यात्मिक जागृति के साथ साथ समाज कल्याण की गतिविधियों में भी सदैव ही सम्मिलित रहा है। कोरोना काल की विषम परिस्थिति हो या प्राकृतिक आपदा जैसी विकट स्थिति, मिशन के सभी सेवादार एवं भक्त निःस्वार्थ भाव से दिन रात अपनी सेवाओं को तल्लीनता से निभाते रहे हैं। जिसके लिए न केवल देश में अपितु विदेशों में भी वह सराहे एवं सम्मानित किये जा चुके हैं। लोक कल्याण की भावना से युक्त यह निष्काम सेवाएं निरंतर रूप में जारी हैं।
स्थानीय मुखी वृक्षाराम ने सभी संतों एवं नगरवासियों से इस दिव्य संत समागम में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा है कि इस पावन संत समागम में रामनगर क्षेत्र के अतिरिक्त निकटवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों से भी हजारों हजारों की संख्या में निरंकारी श्रद्धालु एवं भक्तगण सम्मिलित होकर सतगुरु के दिव्य दर्शन और पावन प्रवचनों से स्वयं को कृतार्थ करते हुए सत्संग का भरपूर आनंद प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही समागम में विश्वबन्धुत्व का दिव्य संदेश प्रेषित किया जायेगा

 

डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के गांव की उपेक्षा, परिवारजनों ने लगाया आरोप

पौड़ी, जनपद के पाली तल्ली, लैंसडौन में डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल जयंती समारोह मनाया गया, ग्रामवासियों के अनुरोध पर इसका आयोजन उत्तराखंड भाषा संस्थान, देहरादून द्वारा किया गया | कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भाषा मंत्री सुबोध उनियाल और लैंसडौन विधायक महंत दलीप सिंह रावत मौजूद रहे | डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के परिवार के सूर्यकांत बड़थ्वाल ने उत्तराखंड भाषा संस्थान के कार्यक्रम का बहिष्कार किया और आरोप लगाया कि संस्था ने डॉ. पीतांबर दत्त बड़थ्वाल के वंशजों, परिवारजनों की उपेक्षा की, बार-बार समय मांगने के बाद भी डॉ. बड़थ्वाल के वंशजों को बात रखने का मौका नहीं दिया | गांव से किसी को भी मंच पर अपनी बात रखने नहीं दी गई, संस्था को वंशजों के बारे में जानकारी ही नहीं हैं | ये संस्थान की जयंती कार्यक्रम के प्रति घोर लापरवाही और सरकारी बजट को ठिकाने लगाने की कोशिश ही साबित होती है |
वहीं सूर्यकांत बड़थ्वाल का कहना है कि 1984 से तीन मांगे भाषा संस्थान से की जाती रही, जिन्हें तथ्यों के साथ वो मंत्री/विधायक के सामने रखना चाहते थे. बीते 40 साल से जो 3 मांगे की जा रही हैं | उनमें…
पहली मांग- डॉ पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल की जन्मस्थली पाली तल्ली गांव में उनकी प्रतिमा स्थापित की जाए |
दूसरी मांग – डॉ पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल को समर्पित एक स्कूल का निर्माण हो |
तीसरी मांग – डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के नाम से एक पुस्तकालय हो जिनमें उनकी लिखी किताबें हों |
जब संस्थान ने कुछ नहीं किया तो पाली तल्ली गांव में डॉ पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के वंशजों ने एक पुस्तकालय का निर्माण भी करवा दिया है. अब इंतजार है कि उस स्थान पर संस्थान डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल की किताबें उपलब्ध करवाएं |सूर्यकांत बड़थ्वाल कहते हैं कि नई पीढ़ी की मांग है कि डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के नाम से स्वरोजगार के लिए लघु, कुटीर उद्योग जैसे कुछ नए अवसर पैदा किए जाएं साथ ही डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल की जयंती के कार्यक्रम को जयहरीखाल डिग्री कॉलेज को सौंप दिया जाए ताकि छात्रों के बीच भी जागृति फैले और कार्यक्रम भी भव्य और व्यवस्थित हो | कार्यक्रम में यह भी मांग रखी गयी कि डॉ, साहब की जयंती एक दिन ना मनाकर तीन दिन के लिटरेचर फेस्टिवल के तौर पर मनाई जाए | इससे हिंदी प्रेमियों, साहित्यकारों के साथ ही युवाओं और गांव को भी फायदा होगा और डॉ. बड़थ्वाल के निवास स्थल को स्मारक केंद्र के तौर पर स्थापित किया जाए |

उत्तराखंड़ लोक सेवा आयोग ने गन्ना व दुग्ध पर्यवेक्षकों की निकाली भर्ती, विज्ञापन किया जारी

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देहरादून, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने प्रदेश में दुग्ध पर्यवेक्षक और गन्ना पर्यवेक्षक के 91 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। इसके लिए बृहस्पतिवार से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि राजकीय गन्ना पर्यवेक्षक, दुग्ध पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा के लिए तीन जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।उन्होंने बताया कि भर्ती से संबंधित पूरी जानकारी आयोग की वेबसाइट पर देख सकते हैं।अभी भर्ती के लिए 25 फरवरी को परीक्षा की संभावित तिथि तय की गई है। ऑनलाइन आवेदन में किसी तरह की समस्या आने पर आयोग को [email protected] पर ई-मेल किया जा सकता है। उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे विज्ञापन को अच्छी तरह पढ़ने के बाद ही ऑनलाइन आवेदन करें।
आवेदन की अंतिम तिथि के बाद इसमें त्रुटि सुधार का मौका भी दिया जाएगा, जिसमें नाम, पिता का नाम, पता आदि में परिवर्तन कर सकेंगे। हालांकि मोबाइल नंबर, ई-मेल में कोई बदलाव नहीं होगा। लिहाजा, अभ्यर्थी अपने मोबाइल नंबर और ई-मेल अच्छी तरह देखकर ही आवेदन में भरें।
राज्य लोक सेवा आयोग ने लोअर पीसीएस भर्ती में हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार नायब तहसीलदार, उपकारापाल, पूर्ति निरीक्षक, विपणन निरीक्षक, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, आबकारी निरीक्षक, कर अधिकारी व खांडसार निरीक्षक के दिव्यांग श्रेणी के छह पदों के सापेक्ष 18 अभ्यर्थियों का चयन साक्षात्कार के लिए किया है। इन अभ्यर्थियों का रिजल्ट वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। दिव्यांगजन अभ्यर्थियों का साक्षात्कार जनवरी में प्रस्तावित है, जिसकी आयोग अलग से सूचना जारी करेगा।

उत्तराखण्ड में अवैध नशा मुक्ति केंद्रों के खिलाफ सख्त हुई धामी सरकार, पंजीकरण न कराने वाले केंद्रों पर स्वास्थ्य सचिव ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

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उत्तराखंड को 2025 तक नशा मुक्ति की मुहिम ने पकड़ा जोर, सीएम धामी की सोच को तेजी से धरातल पर उतार रहे स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार

देहरादून। उत्तराखंड में नशा तस्करी को रोकने और नशे के तंत्र को ध्वस्त करने के लिए धामी सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। प्रदेश में अवैध तौर पर संचालित किये जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों पर सरकार की नजर टेढ़ी हो गयी है। सीएम धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक ड्रग्स फ्री बनाने का लक्ष्य रखा गया है, इस अभियान को सबको मिलकर सफल बनाना है। खासकर युवाओं के जागरूक होने से ही नशे के विरुद्ध जंग जीती जा सकती है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी नशामुक्ति केंद्रों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। सरकार ने अवैध संचालकों को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने पंजीकरण नहीं कराया तो उनके केंद्रों पर एक्ट के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार के अनुसार प्रदेश को 2025 तक नशा मुक्त करना है। राज्य में जहां एक ओर आमजन और विशेषकर युवाओं में नशे के विरुद्ध जागरूकता लाई जा रही है, वहीं नशा तस्करी से जुड़े अपराधियों पर कड़ी करवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों में नशा ग्रस्त व्यक्तियों को मुख्यधारा से जोड़ने व पुनर्वास के लिए प्रदेश के समस्त जनपदों में नशा मुक्ति केंद्रों को प्रभावी बनाया जा रहा है। वर्तमान में चार इंटीग्रेटेड रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर एडिक्ट्स संचालित किए जा रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से समाज के विभिन्न वर्गों और विशेषकर युवाओं में नशे के दुष्परिणामों को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में नशे की गिरफ्त में आए लोगों को काउंसिलिंग और इलाज कर नशे से दूर किया जाएगा। गैर पंजीकृत नशा मुक्ति केंद्रों पर नियंत्रण के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है कि जिन केंद्रों का पंजीकरण नहीं कराया जाएगा उनके केंद्रों पर एक्ट के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार के अनुसार नशामुक्ति केन्द्रों एवं मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों के संचालन के लिए कोई मानक नही होने के कारण कई बार अखबारों एवं टेली मीडिया द्वारा कई संस्थानों में अनियमितताओं एवं दुर्व्यवहार की सूचना समय-समय पर आ रही थी। इस कारण सरकार ने इन संस्थानों के लिए नियम-विनियम बनाकर राज्य में प्रख्यापित कर दिये हैं, ताकि सभी मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, नषामुक्ति केन्द्र व ऐसे पुनर्वास केन्द्र जहां मानसिक रोग से ग्रस्त व्यक्ति रखे जाते हैं, उन नियम के अनुरूप क्रियान्वित हो एवं सभी को राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण में पंजीकृत होना अनिवार्य है। सभी पंजीकृत संस्थानों का समय-समय पर अंकेक्षण एवं निरीक्षण भी कराया जायेगा एवं पंजीकृत करने की अंतिम तारीख 14 दिसम्बर है।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया मौजूदा समय में राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण में लगभग 70 नशामुक्ति केन्द्रों एवं मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा पंजीकरण हेतु आवेदन कर दिया गया है, जिसके क्रम में अनन्तिम पंजीकरण प्रमाण-पत्र आवंटन की प्रक्रिया गतिमान है। अपंजीकृत केन्द्र संचालित करने पर वह केन्द्र गैर-कानूनी माने जायेंगे एवं उनके विरूद्ध राज्य मानसिक स्वास्थ्य देख-रेख अधिनियम-2017 के प्राविधान के तहत कार्रवाई की जायेगी।

गौरतलब है कि उत्तराखण्ड में युवाओं में नशे की प्रवृत्ति एक प्रमुख समस्या के रूप में उभर कर सामने आ रही है। जिसका उनके मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है। डब्लू.एच.ओ. की 2001 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में मानसिक रोग से ग्रस्त व्यक्तियों का औसत कुल आबादी को 10 प्रतिशत है। इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखण्ड में मानसिक रोगियों की संख्या लगभग 11 लाख 70,000 है, जिसमें से 2,34,000 अति गम्भीर रोगी हैं एवं 6 साल तक मानसिक दुर्बलता से ग्रस्त बच्चों की संख्या लगभग 1,17,000 है। उत्तराखण्ड के एकमात्र मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेलाकुई, देहरादून में मानसिक रोग से ग्रस्त दीर्घकालीन प्रवास करने वाले रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में वहां लगभग 26 ऐसे मरीज है, जिनको पुनर्वास केन्द्र निर्मित होने पर वहां भेजा जा सकता है।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया नशामुक्त उत्तराखंड अभियान को अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रदेश सरकार लगातार बेहतर सेवाएं और इलाज की व्यवस्था कर रही है। नशामुक्ति के लिए टेली-काउंसिलिंग की सुविधा भी दी जा रही है। टेली-मानस के तहत चौबीस मानसिक स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध करायी जा रही है। जिसका टोल-फ्री नं0-14416 एवं 18008914416 है।

 

मानसिक स्वास्थ्य देख-रेख अधिनियम-2017 की मानसिक रुगण्ता की परिभाषा में नशे की आदत को मानसिक रोग की श्रेणी में शामिल किया गया है। अतः यहां पर उत्तराखण्ड की स्थिति राष्ट्रीय औसत से अधिक हैरू-

उत्तराखण्ड मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत विषेशज्ञों की भारी कमी है एवं पुनर्वास केन्द्रों की संख्या भी बहुत सीमित है। राज्य सरकार नशामुक्त भारत अभियान के तहत संकल्पबद्ध है। जिसके क्रम में सरकार द्वारा 30 राजकीय चिकित्सकों को निम्हांस बंगलुरू से डीपीसीपी का कोर्स कराया गया है और उनसे भी मानसिक रोगियों के उपचार का कार्य करवाया जा रहा है। प्रदेश में दो स्थानों पर 100 शैय्यायुक्त नशामुक्ति केन्द्र एक कुमाऊं और एक गढ़वाल मण्डल में बनाये जाने की प्रकिया गतिमान है।

मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, सेलाकुई को 100 शैय्यायुक्त मानसिक चिकित्सालय में उच्चीकृत किया गया है। इसके अतिरिक्त गेठिया जनपद नैनीताल में 100 बेड का मानसिक चिकित्सालय को बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा राज्य के जिला चिकित्सालयों में 5 प्रतिशत बेड मानसिक रोगियों एवं नशे के आदि व्यक्तियों के उपचार के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिये गये है।

 

 

बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ न मिलने पर पेयजल पेंशनर्स नाराज

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देहरादून। उत्तराखंड पेयजल पेंशनर्स एसोसिएशन ने राजकीय कर्मियों की तरह बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ देने को दबाव तेज कर दिया है। प्रबंधन पर पेंशनर्स की मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। जल्द बकाया एरियर का भी भुगतान किया जाए। एसोसिएशन की संघ भवन में हुई बैठक में अध्यक्ष पीएस रावत और महामंत्री प्रवीन रावत ने कहा कि सरकारी विभागों में कर्मचारियों को जनवरी 2023 से बढ़े हुए चार प्रतिशत महंगाई भत्ते का लाभ दिया जा चुका है। निगम कर्मचारियों के मामले में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। अभी भी 38 प्रतिशत डीए का ही लाभ मिल रहा है। जबकि राज्य कर्मियों और पेंशनर्स को 42 प्रतिशत डीए का लाभ मिल रहा है। इस भेदभाव को तत्काल समाप्त किया जाए। कहा कि सार्वजनिक उद्यम विभाग से बार बार आपत्तियां लगाई जा रही हैं। इन आपत्तियों का समाधान करते हुए पेयजल विभाग की ओर से सार्वजनिक उद्यम विभाग को जवाब भेजा जा चुका है। इसके बाद भी अभी तक चार प्रतिशत डीए बढ़ाया नहीं गया है। इसके साथ ही पेयजल निगम में 2017 से स्थगित की गई राशिकरण की सुविधा को भी लागू नहीं किया जा रहा है। जबकि मैनेजमेंट की ओर से लगातार दावा किया जा रहा है कि जल निगम अब लाभ की स्थिति में आ गया है। जल्द पेंशनर्स की मांगों का समाधान न निकाले जाने पर आंदोलन तय है। बैठक में पीके शुक्ला, मनमोहन सिंह नेगी, एनएस रावत, कैलाश नौडियाल, ईश्वरपाल शर्मा, एमएस रावत आदि मौजूद रहे।

विकसित भारत यात्रा में विभागों ने जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी

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मसूरी(दीपक सक्सेना )। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत मसूरी में लंढौर पार्किंग व गांधी चौक पर कार्यक्रम आयोजित किए गये जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने विभाग की जन कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया व इसके लाभ लेने के बारे में बताया। गांधी चौक पर आयोजित विकसित भारत यात्रा के पहुचने पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा की आईईसी वैन पर पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया गया। भाजपा मसूरी मंडल द्वारा आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया गया। इस दौरान मंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के स्टालों का अवलोकन किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाकर केंद्र एवं प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के साथ साथ वंचित लोगों को योजना का लाभ दिया गया। इस दौरान पर भारी संख्या में लोगों के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच भी की गई तथा आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी भी बनाए गए। इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि पिछले 9 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत का नाम विश्व पटल पर ऊंचा हुआ है। मंत्री ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने जितनी भी योजना बनायी है, सभी योजनाऐं गरीबों को केन्द्रित कर बनायी गयी है।

 विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान बाल विकास विभाग, उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन, स्वास्थ्य विभाग, उद्यान विभाग, जल संस्थान, जल निगम, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग, ओम भारत गैस व मसूरी इंडेन सेवा व हिलदारी व आंगनवाड़ी ने भाग लिया। इस मौके पर विभिन्न विभागों के लाभार्थियों को सामान वितरित किया गया।

जिसमे आयुष्मान योजना,जल जीवन मिशन योजना, उज्जवला योजना, जनधन योजना, किसान सम्मान निधि योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं, आवास योजना, स्वच्छ भारत, अटल पेंशन योजना, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, स्टार्ट-अप योजना, स्ट्रीट वेंडर योजना, सौभाग्य योजना, मातृ योजना शामिल है। उन्होंने कहा विकसित संकल्प यात्रा के माध्यम से जनपद देहरादून की 401 ग्राम पंचायतों व राज्य के 7795 ग्राम पंचायतों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। वहीं विकसित भारत संकल्प यात्रा लंढौर पार्किंग में भी आयोजित की गई जिसमें सभी विभागों ने जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री ज्योति गैरोला ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि भारत 2047 तक भारत विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में हो। इसी कड़ी में गांव गांव शहर शहर यात्रा चल रही है यह प्रधानमंत्री की गारंटी रथ है जो गरीब के जीवन स्तर को उठाने, छत मुहैया कराने, खाद्यान मुहैया की गारंटी देता हे हर क्षेत्र में गारंटी देता है व आहवान करता है कि योजनाओं का लाभ लेकर अपने जीवन स्तर हो उठायें व योजनाओं का लाभ ले। इस अवसर पर मुख्य वक्ता दर्जाधारी कैलाश पंत, जिला संयोजक रतन सिंह चौहान, मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, मोहन पेटवाल, कुशाल राणा, गीता कुमाई, पुष्पा पडियार, मदन मोहन शर्मा, अनीता सक्सेना, उपजिलाधिकारी दीपक सैनी, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी सहित कई लोग उपस्थित रहे।

 

गहरी खाई में गिरने से एक व्यक्ति की मौत

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मसूरी। झड़ीपानी चूना खाला रोड पर एक व्यक्ति की गहरी खाई में गिरने के बाद बेहोश होने पर अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। बताया गया कि वह गाय को रोटी देने गाड़ी से उतरा था व गाय की टक्कर लगने से गहरी खाई में जा गिरा। मसूरी से सपरिवार अपने निजी वाहन से देहरादून जाते समय झडीपानी चूनाखाला मार्ग पर गाय को देखकर जितेंद्र रोहिला कार से उतरे व गाय को रोटी देने लगे जिस पर गाय तेजी से आई व उसकी टक्कर लगने से वह गहरी खाई में जा गिरे। सूचना मिलने पर पुलिस, फायर सर्विस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची व बेहेाश हो चुके जितेंद्र रोहिला को खाई से निकालने टीम स्थानीय नागरिकों के साथ खाई में गये। इस बीच एसडीएम मसूरी डा. दीपक सैनी भी मसूरी आ रहे थे व उनके सैट पर सूचना आयी तो वह भी मौके पर पहुच गये व खुद गहरी खाई में गिरे व्यक्ति के पास पहुंच गये क्योंकि वह स्वयं चिकित्सक भी है उस समय उनकी सांसे चल रही थी। खाई से करीब एक घंटे से अधिक समय में रेस्कयू कर उन्हे निकाला गया व तत्काल 108 के माध्यम से अस्पताल ले जाया गया जहां रास्ते में उनकी मौत हो गई व उन्हें मसूरी मार्चरी ले जाया गया व पोस्ट मार्टम करने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। मौके पर मौजूद एसडीएम डा. दीपक सैनी ने बताया कि उनके सैट पर संदेश आया कि एक व्यक्ति चूनाखाला मार्ग पर गहरी खाई में गिर गया जिसपर सूचना मिलने पर एसडीआरएफ, पुलिस व फायर मौके पर पहुची व वे स्वयं मौके पर पहुंचे व खाई में गये क्यों कि वे चिकित्सक है देखा कि उस समय उनकी सांसे चल रही थी। उन्होंने बताया कि जितेंद्र सिंह गाय को खाना देने गाड़ी से उतरे थे जिस पर गाय ने उन्हंे सींग मारा व वे गहरी खाई में गिर गये। सभी ने अथक प्रयास कर उन्हें एंबंुलेंस से देहरादून अस्पताल ले गये। लेकिन उनकी रास्ते में ले जाते समय मृत्यु हो गई। मौके पर मौजूद पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने बताया कि जितेंद्र रोहिला पुत्र हरीश चंद रोहिला उम्र 58वर्ष निवासी रामानंद काटेज इंदिरा भवन मसूरी अपने परिवार के साथ देहरादून जा रहे थे व गाय को रोटी देने गाड़ी से उतरे जिस पर गाय के धक्का लगने से गहरी खाई में गिर गये। वह इंदिरा भवन अकादमी रोड पर रहते हैं। मालूम हो कि जितेंद्र रोहिला सपरिवार देहरादून जा रहे थे। मौके पर एसडीएम डा. दीपक सैनी, एसएसआई गुमान सिंह नेगी, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

पावर लिफ्टिंग में सुजाता ने स्वर्ण और  रजत पदक किया अपने नाम

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हरिद्वार( कुलभूषण)   मलेशिया के जोहोर बाहरू में 10 से 15 दिसम्बर तक एशियन क्लासिक पावर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया । हरिद्वार की सुजाता कौल ने इस प्रतियोगिता के 84 किलोग्राम वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया तथा शानदार प्रदर्शन करते हुए 01 स्वर्ण तथा 01 रजत पदक जीतकर देश के साथ.साथ उत्तराखंड का भी गौरव बढ़ाया है ।

सुजाता कौल ने अपनी सफलया का श्रेय अपने प्रशिक्षक अमित कुमार तथा मानषी त्रिपाठी को देते हुए कहा कि उनके अनवरत सहयोग समर्पण तथा कुशल प्रशिक्षण के बल पर ही वह पदक जीतने में सफल हो सकीं । वहीं उनके दोनों प्रशिक्षकों ने सुजाता कौल की इस विशिष्ट उपलब्धि पर उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं । उनके प्रशिक्षकों ने कहा कि श्रीमती कौल की इस उपलब्धि से हम सभी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं ।

उल्लेखनीय है कि सुजाता कौल इससे पहले भी विभिन्न स्तरों की पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अनेक पदक जीत चुकी हैं । गत वर्ष पावर लिफ्टिंग इंडिया उत्तराखंड की ओर से आयोजित स्टेट पावर लिफ्टिंग चैम्पियंशिप में भी सुजाता कौल ने 03 स्वर्ण पदक प्राप्त किए थे ।

लापता रेंजर का शव भीमताल झील से हुआ बरामद, लालकुआं-तराई केंद्रीय वन प्रभाग में थे तैनात

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हल्द्वानी, लालकुआं-तराई केंद्रीय वन प्रभाग में तैनात लापता रेंजर का शव पुलिस ने भीमताल से बरामद कर लिया है। उनका शव भीमताल झील में मिला है। उनके निधन का समाचार मिलते ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। उनके लापता होने के बाद से ही पुलिस उन्हें तलाश रही थी। उन्हें तलाशने के लिए पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले।
एक फुटेज में वह भीमताल की ओर जाते हुए दिखाई दिए थे। जिसके बाद उनकी भीमताल क्षेत्र में तलाश शुरू कर दी गई। बुधवार को उनका शव बरामद कर लिया गया। बता दें कि ऊंचापुल हल्द्वानी निवासी हरीश चंद्र पाण्डे (55) तराई सेंट्रल डिवीजन रुद्रपुर में फारेस्ट रेंजर के पद पर तैनात थे। बीती 29 नवंबर की शाम 7 बजे वह अचानक घर से लापता हो गए। परिजनों ने मुखानी थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस उन्हें तलाश करने में जुट गई। पुलिस ने उनकी तलाश में कई सीसीटीवी फुटेज खंगाली।

रुद्रपुर में भी उनके बारे में जानकारी जुटाई गई लेकिन उनका कहीं सुराग नहीं मिल पाया। इधर एक फुटेज में हरीश पाण्डे काठगोदाम की ओर जाते दिखे। जिसके बाद उन्हें टैक्सी से भीमताल में उतरते देखा गया। जिसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश भीमताल में शुरू कर दी। बुधवार की सुबह उनका भीमताल झील से बरामद हुआ है। वहीं उनके निधन की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

आदि बदरी मंदिर समूह के कपाट 16 दिसंबर को बंद होंगे

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चमोली, पंच बदरी में से एक आदि बदरी मंदिर समूह के कपाट आगामी 16 दिसंबर को शाम आठ बजे श्रद्धालूओं के लिए बंद कर दिये जाएंगे। यह निर्णय मंदिर समिति की बैठक में लिया गया। वीरेंद्र प्रभू की अध्यक्षता में मंदिर परिसर में हुई मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक में निर्णय लिया गया गया कि 16 दिसंबर को ब्रह्म मूहूर्त में श्रंगार दर्शन और अर्घ्य पूजा के बाद मंदिर परिसर में बने मंच पर क्षेत्रीय विद्यालयों एवं ममंदलों के धर्म और संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और रात्रि में परंपरा अनुसार कड़ाह भोग और निर्वाण दर्शन उपरांत ठीक आठ बजे मंदिर के कपाट एक माह के लिए बंद कर दिये जाएंगे।

इस मौके पर सचिव हमेंद्र कुंवर, कोषाध्यक्ष बलवंत भंडारी, प्रधान यशवंत भंडारी, नंदा नेगी, विजय चमोला, नवीन बहुगुणा, गंगा रावत और कुंवर कठैत आदि थे। आदिबदरी मंदिरसमूह के कपाट पौस माह में एक माह के लिए बंद रखने तथा माघ माह के प्रथम दिन कपाट खोलने की परंपरा है।

व्हाट्सएप पर अब चैट में मैसेज को पिन भी कर सकते हैं

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नई दिल्ली ,। मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने चैट में टेक्स्ट, पोल, इमेज और इमोजी सहित किसी मैसेज को पिन करने की सुविधा लॉन्च की है एक समय में केवल एक चैट को।
यह फीचर यूजर्स के लिए रोल आउट होना शुरू हो गया है। पिन किए गए मैसेज से समूह या किसी व्यक्तिगत चैट में महत्वपूर्ण संदेशों को आसानी से हाइलाइट कर सकते हैं।
यह यूजरों का समय बचाने में मदद करता है ताकि वे समय पर मैसेज अधिक आसानी से खोज सकें। व्हाट्सएप ने एक बयान में कहा, सभी संदेश प्रकार जैसे टेक्स्ट, पोल, छवि, इमोजी और बहुत कुछ को पिन किया जा सकता है और वे एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।
किसी संदेश को ‘पिन’ करने के लिए, आप संदेश पर देर तक प्रेस कर सकते हैं, और संदर्भ मेनू से ‘पिन’ का चयन कर सकते हैं।
पिन किए गए मैसेज की अवधि चुनने के लिए एक बैनर दिखाई देगा – 24 घंटे, 7 दिन और 30 दिन)।
कंपनी ने कहा, सात दिन डिफ़ॉल्ट विकल्प है। ग्रुप चैट में व्यवस्थापकों के पास यह चुनने का विकल्प होता है कि क्या सभी सदस्य या केवल एडमिन किसी मैसेज को पिन कर सकते हैं।
टेलीग्राम और आईमैसेज पहले से ही यह विकल्प प्रदान करते हैं।