Monday, May 5, 2025
Home Blog Page 375

मातृशक्ति से किया हुआ वादा किया पूरा, बालक के जन्म पर भी मिलेगी महालक्ष्मी किट : रेखा आर्या

0

देहरादून, महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा की मुझे यह बताते हुए बड़ी प्रसन्नता हो रही है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में महालक्ष्मी किट को लेकर एक अहम निर्णय लिया गया है।अब जो महालक्ष्मी किट सिर्फ बेटियों के जन्म पर दी जाती थी उसे अब बेटों के जन्म (प्रथम दो बच्चो) पर भी दिया जाएगा। ऐसे में अब महालक्ष्मी किट बेटी और बेटे दोनों को प्राप्त होगी। मेरे द्वारा पूर्व में भी इस बात को कहा गया था कि हम जल्द ही बेटों के जन्म पर भी महालक्ष्मी किट देंगे जिसके लिए विभाग लगातार प्रयासरत था।

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि महालक्ष्मी किट हम बालिकाओ के जन्म पर देते हुए आ रहे है ऐसे में जनभावनाओं के अनुरूप यह मांग लगातार की जा रही थी कि इसे बेटो के जन्म पर भी दिया जाए।मैं कैबिनेट का धन्यवाद करती हूं कि इसे जेंडर आधारित ना करते हुए महिला के प्रथम दो प्रसव तक महालक्ष्मी किट दिये जाने का प्रस्ताव पारित हुआ है।ऐसे में जो लैंगिक समानता है वह यहां पर दिखती है। अब महालक्ष्मी किट को बेटों के जन्म पर भी अधिक से अधिक महालक्ष्मीयां प्राप्त कर पाएंगी |

गरीब परिवारों अब मिलेगा 8 रूपये किलो नमक

खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि गरीबो को उनकी मौलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए खाद्य विभाग गेंहू,चावल ,दाल दे रहा है उसके साथ माननीय मुख्यमंत्री धामी जी और पूरी कैबिनेट का धन्यवाद करती हूं कि जिन्होंने आम व्यक्ति की मौलिक जरूरत को पूरा करते हुए नमक को भी न्यूनतम मूल्य 08 रूपये प्रति किलो की दर से एक गरीब व्यक्ति तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। चूंकि यह पूरी तरह से आयोडीन युक्त नमक होगा ऐसे में हम एनिमिया को मात देने में सफल होंगे।आज कैबिनेट द्वारा यह अहम निर्णय लेकर हमने उस धेय वाक्य को पूरा किया है कि जो कहा वह किया।

प्रदेश के हर बच्चे में वैज्ञानिक सोच विकसित हो यह हमारा उद्देश्य : पुष्कर सिंह धामी

0

यूकाॅस्ट निरंतर ही प्रदेश में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्ध : प्रो. दुर्गेश पन्त

देहरादून, 3वीं राज्य बाल विज्ञान कांग्रेस – 2023 के उद्घघाटन अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो संदेश के माध्यम से उत्तराखण्ड के 13 जिलों से आये छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों से कहा की विज्ञान और प्रौद्योगिकी का आमजनमानस तक पहुंचना अत्यन्त आवश्यक है क्योंकि हम लगातार नई-नई तकनीकों का उपयोग तो कर रहें है, लेकिन विज्ञान की समझ के साथ हम प्रौद्योगिकी का और बेहतर उपयोग कर पायेगें। आज देश जिस गति से आगे बड़ रहा उसके लिये बहुत जरूरी है कि हर बच्चे में वैज्ञानिक सोच विकसित हो यही हमारा भी उद्देश्य है। हमारे राज्य में कृषि, बागवानी, पर्यटन, उर्जा, पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने की अपार सम्भावना है लेकिन जरूरी है कि हम इकोनाॅमी और इकोलाॅजी में समनवय बना कर प्रदेश मे विकास का माॅडल तैयार करें। हम सभी जानते है कि हमारे पास पारम्परिक ज्ञान का भण्डार है जिसका सदुपयोग कर आजीविका के नये-नये विकल्प एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में और तेजी से कार्य की आवश्यकता है। राज्य में शोध, अनुसंधान एवं नवाचार पर विषेश ध्यान दिया जा रहा है क्यूंकि आज के दौर में इन सभी के बिना विकास की परिकल्पना करना सम्भव नही है।

यूकाॅस्ट महानिदेशक प्रो0 दुर्गेश पन्त ने हिमालय राज्य में श्रेष्ठ उत्तराखण्ड के सभी 95 ब्लाकों से आये सभी बाल वैज्ञानिकों, मार्गदर्शक शिक्षकों एवं जपनद समन्वयकों का राज्य स्तरीय 31वीं राज्य बाल विज्ञान कांग्रेस में स्वागत एवं अभिनन्दन किया, उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा सम्पूर्ण देशभर में आयोजित होने वाले एक वृहद ही नही बल्कि बहुत महत्वपूर्ण कार्यक्रम को आयोजित करवाने हेतु बधाई प्रेषित की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में लगभग 130 से अधिक बाल वैज्ञानिक एवं लगभग 50 मार्ग दर्शक शिक्षक प्रतिभाग कर रहें हैं , जो इस वर्ष की ‘‘थीम स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिये पारिस्थिक तंत्र को समझना’’ के अन्तर्गत विभिन्न 05 उपविषयों में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रहें है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गौरव का विषय है कि हम लगातार प्रदेश में छात्र-छात्राओं हेतु विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से विज्ञान से सीधे जुड़ने का प्रयास कर रहें है। यूकाॅस्ट निरंतर ही प्रदेश में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्ध है।
उद्घघाटन सत्र में यूकाॅस्ट द्वारा प्रकाशित त्रेमासिक पत्रिका विज्ञान परिचर्चा ’हिमालय विषेशांक’ का भी विमोचन हुआ। इस अवसर पर कमला पन्त, जी0 एस0 रौतेला सलाहकार साइंस सिटी, डी0 पी0 उनियाल, अमित पोखरियाल व यूकाॅस्ट के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।
समापन सत्र में बंशीधर तिवारी महानिदेशक, शिक्षा एवं सूचना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने प्रदेश भर से आए सभी विद्यार्थियों एवं बाल वैज्ञानिकों को समाज में वैज्ञानिक चेतना जागृत करने हेतु प्रेरित किया। राज्य स्तरीय 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में पुरस्कृत 16 विद्यार्थियों कों शुभकामनाएं दी अन्य विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि भविष्य में वह भी मेहनत कर देशभर में अपना और राज्य का नाम रोशन करें।
उक्त कार्यक्रम में फोकल थीम “स्वाथ्य एवं कल्याण के लिये पारिस्थिक तंत्र को समझना’’ के अन्तर्गत विभिन्न 05 उपविषयों में 16 बाल वैज्ञानिक पुस्कृत एवं राष्ट्रीय स्तर बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए चयनित हुए।
1.प्रथम उपविषय :
अपने परिरतंत्र को जाने में
युतिका झीगवान, गोपेश्वर चमोली प्रथम, नितिका असवाल, बड़कोट उत्तरकाशी द्वितीय, रितिका, उखीमठ रुद्रप्रयाग तृतीय रही |

2. स्वास्थ्य स्वास्थ्य पोषण और कल्याण को बढ़ावा देना उपविषय में प्रिंसी पांडे जोशीमठ चमोली, इशा नेगी कांडीखाल टिहरी, हेमा भंडारी ताकुला अल्मोड़ा |

3. आत्मनिर्भरता के लिए पारितंत्र आधारित दृष्टिकोण उपनविषय में
1. निखिल पांडेय, मूनाकोट पिथौरागढ़ 2. रिद्धि गुप्ता उधम सिंह नगर 3. आराध्या पंत,चंपावत

4. पारितंत्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रथाएं उपविषय में :
हिमांशी राणा उधम सिंह नगर, शिवांग सकलानी टिहरी, निकिता चमोली

5. स्वास्थ्य और कल्याण के लिए तकनीकी नवाचार उपविषय में
आकाश ध्यानी पौड़ी, राफिया हल्द्वानी, अक्षत गिरी, हल्द्वानी | अपने परतंत्र को जाने, में सुहानी ढंडरियाल पौड़ी आदि पुरस्कृत किए गए | साथ ही नासी लेक्चर श्रृंखला और राष्ट्रीय गणित दिवस पर विशेषज्ञ द्वारा अपने विचार रखे गए।

खास खबर : उत्तराखंड वन विभाग को नहीं पता, देहरादून के पौंधा में कटा कोई पेड़

0

वन विभाग के पास 30 पेड़ों की जानकारी नहीं, पौंधा स्थित दिशा फारेस्ट प्रोजेक्ट का है विवादित मामला

देहरादून, पौंधा स्थित दिशा फारेस्ट प्रोजेक्ट की दिशा-वन और दिशा-टू विवादित जमीन के मामले में अब एक और खुलासा हुआ है। वन विभाग को भी नहीं पता कि पौंधा के विवादित भूमि पर पेड़ काटने की अनुमति दी गयी थी या नहीं। यह खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट विकेश नेगी ने किया है। एडवोकेट विकेश नेगी ने कहा है कि विवादित भूमि से पेड़ काटने की अनुमति संबंधी जानकारी वन विभाग से मांगी गयी थी, लेकिन विभाग से जानकारी मिली है कि पेड़ काटने की अनुमति सूचना धारित नहीं है। उनका कहना है कि भूमाफिया ने मीडिया के सामने स्वीकार किया था कि वन विभाग ने 30 पेड़ काटने की अनुमति दी है। यदि ऐसा है तो वह अनुमति कहां और किसने दी? एडवोकेट विकेश नेगी का कहना है कि इस हाईप्रोफाइल मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
पौंधा में विवादित प्रोजेक्ट दिशा-वन और दिशा-टू की जमीन पर गूगल मैप में सैकड़ों पेड़ दिखाए गये लेकिन मौजूदा समय में वहां एक भी पेड़ नहीं है। आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी ने इस विवादित जमीन के फर्जीवाड़े को उजागर किया। यहां प्रदेश के 95 से भी अधिक नौकरशाहों ने जमीन खरीदी है। जमीन बेचने वाले बिल्डर आईएस बिष्ट ने अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से मीडिया के सामने दावा किया कि प्रोजेक्ट में किसी तरह की खामी नहीं है। यह भी कहा गया कि इस भूमि पर महज 30 पेड़ थे, इनको काटने की अनुमति वन विभाग से ली गयी थी।
एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक उन्होंने वन विभाग से पेड़ों की कटाई की अनुमति के संबंध में जानकारी मांगी थी। उन्होंने पौंधा के खसरा संख्या 1087 से 1091 में सौगान और साल के 1000 पेड़ों को काटने की अनुमति के संबंध में अनुमति पत्र की कापी मांगी। यह वह जमीन है जहां कई नौकरशाहों को प्लाट दे दिये गये। वन क्षेत्राधिकारी झाझरा रेंज ने इसके जवाब में कहा है कि सूचना धारित नहीं है। यानी विभाग को पता ही नहीं, कि पौंधा में पेड़ थे या नहीं। काटे गये या नहीं।
एडवोकेट विकेश नेगी का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से हाईप्रोफाइल है और इसकी उच्चस्तरीय या न्यायिक जांच होनी चाहिए।
तत्कालीन एडीएम शिव कुमार बरनवाल ने अजय गोयल की शिकायत की जांच में भी पाया है कि जमींदारी विनाश अधिनियम 1950 की धारा 161 के तहत इस भूमि को लेकर सहायक कलक्टर प्रथम श्रेणी से अनुमति ली जानी चाहिए थी। विकासनगर सब रजिस्ट्रार कार्यालय से दस्तावेजों की जांच के बाद पता चला कि भूमि को जरूरी अनुमति नहीं ली गयी।

“डीएम ने माना, जमीन त्रृटिपूर्ण :

आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी ने जिला प्रशासन से पौंधा की विवादित जमीन संबंधी डीएम की वह रिपोर्ट भी आरटीआई के माध्यम से हासिल की है जो कि गढ़वाल कमिश्नर को भेजी गयी है। 3 मार्च 2022 को भेजी गयी इस रिपोर्ट में विकासनगर के तहसीलदार की आख्या का हवाला दिया गया है। इसमें कहा गया है कि इसमें विक्रय पत्रों के साथ अनुमति पत्र उपलब्ध नहीं था। इसे त्रृटिपूर्ण माना गया। इसके अलावा बिल्डर आईएस बिष्ट ने यूपी जमींदारी विनाश अधिनियम की धारा 143 का उल्लेख किया। यह उल्लेख त्रिवेंद्र सरकार के समय औद्योगिक उपयोग के लिए की जाने वाली भूमि के लिए प्रावधान था न कि रेजीडेंशियल प्लाट बेचने के संबंध में। एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक धारा 143 का प्रावधान बाद में खारिज कर दिया गया था। इसलिए बिल्डर का दावा पूरी तरह से गलत है।”

 

वरिष्ठ पत्रकार राकेश डोभाल को मातृ शोक

देहरादून, वरिष्ठ पत्रकार राकेश डोभाल की माता जी 90 वर्षीय कमला देवी डोभाल का गुरुवार की देर शाम हृदयगति रुकने से उनका निधन हो गया।
स्व. कमला देवी पांच बच्चों और नाती पोतों का भरा पूरा परिवार छोड़कर गई हैं। उनके दो पुत्र डीके डोभाल, राकेश डोभाल हैं और तीन पुत्रियां सरस्वती थपलियाल, चंद्रप्रभा भट्ट और सुमित्रा बहुगुणा हैं। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को हरिद्वार में किया जायेगा। डोभाल परिवार मूलरूप से जनपद पौड़ी गढ़वाल की पट्टी इडवालस्यूं के डोभा गांव का निवासी हैं और वर्तमान में सरस्वती सोनी मार्ग लक्ष्मण चौक देहरादून में निवासित हैं। उनके निधन पर उत्तराखंड पत्रकार यूनियन व अन्य संगठनों से जुड़े पत्रकारों एवं न्यूज पोर्टल एबिट फार ने शोक व्यक्त किया है।

हरिद्वार- 23 को गुरुकुल कांगड़ी विवि आएंगे उपराष्ट्रपति

0

हरिद्वार 21 दिसम्बर (कुलभूषण) गुरूकुल कंागडी समविश्विद्यालय में शनिवार को उपराष्ट्रपति आ रहे है। विश्वविद्यालय द्वारा महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती तथा विश्वविद्यालय के संस्थापक अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानन्द महाराज के 97वें बलिदान दिवस के अवसर पर 23 दिसंबर से 25 दिसम्बर तक तीन दिवसीय वेद विज्ञान एवं संस्कृति महाकुंभ अन्तर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा हैं। इस अवसर पर 23 दिसंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने गुरुकुल में आ रहे हैं। कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तराखंड के राज्यपाल ले.जे. (से.नि.) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिह धामी प्रतिभाग करेंगे। कार्यक्रम के अध्यक्ष लोकसभा सांसद डॉ सत्यपाल सिंह होंगे।

तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में देश के विभिन्न विषयों के विद्वानों पर व्याख्यान विभिन्न सत्रों में दिये जायेंगे तथा विभिन्न वैदिक विद्वान अपना उद्बोधन देंगे तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेगे।

विदित हो कि गुरुकुल कांगड़ी का देश की आजादी के आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका व भारतीय वैदिक संस्कृति व शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के महत्व को देखते हुए समय समय पर देश के प्रमुख अग्रणी नेताओं ने गुरुकुल में आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर छात्रों को संबोधित कर उनका मार्गदर्शन किया हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 24 दिसंबर को झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन कानून एवं न्याय मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल योग ऋषि स्वामी रामदेव महाराज, पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड सरकार स्वामी यतीश्वरानंद पूर्व कैबिनेट मंत्री व नगर विधायक मदन कौशिक ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र विधायक रवि बहादुर तथा 25 दिसम्बर को मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह तथा अतिविशिष्ठ अतिथि के रूप में केरल के राज्यपाल व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व पूर्व मुख्यमंत्री हरिद्वार लोकसभा सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक व डॉ. प्रणव पण्ड्या, प्रमुख शांतिकुंज कार्यक्रम में भाग लेगें।

गुरूकुल कॉंगड़ी का देश की वैदिक शिक्षा प्रणाली को संरक्षित करने में महत्वपूण्ज्ञ्र भूमिका रही है। जिस दिशा में गुरुकुल कांगड़ी वर्तमान समय में भी निरंतर अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। गुरुकुल प्राचीन वैदिक संस्कृति व शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ आधुनिक ज्ञान विज्ञान के विषयों में भी छात्र छात्राओं को शिक्षित कर उन्हे। ज्ञान विज्ञान के साथ भारतीय संस्कारों से भी संस्कारित करने का कार्य करने की दिशा में अग्रसर है।

23 से 25 दिसम्बर तक आयोजित होने वाले इस आयोजन में विभिन्न शैक्षिक विद्वानों द्वारा अपने अपने विषय पर विशेष व्याख्यान दिये जायेगें। इस आयोजन के माध्यम से गुरुकुल में अध्ययन कर रहे विभिन्न छात्र छात्रों व स्थानीय जनता के देश के विभिन्न विद्वानों को सुनने का अवसर सहजता से उपलब्ध होगा जिसका लाभ निश्चय ही उनके जीवन में उन्हें प्राप्त होगा। आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों विशेषकर शोध छात्रों मे खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए देश भर से विभिन्न वैदिक विद्वान आर्यजन तथा शिक्षाविद् पहुच रहे है।

मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना बन रही युवाओं के लिए वरदान

0

-दो अभ्यर्थियों का जापान में नौकरी के लिए हुआ चयन
-15 युवाओं ने पास की जापान की नेट-4 दक्षता परीक्षा

देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयासों में जुटे हैं। उत्तराखंड ही नहीं अब विदेशों में भी नौकरी का मौका सरकार दे रही है। मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना युवाओं के लिए वरदान बन रही है। योजना के तहत 15 युवाओं ने जापान में सेवायोजन के लिए ली जाने वाली नेट-4 दक्षता परीक्षा में सफलता हासिल की है।  सफल युवाओं में से दो अभ्यर्थियों को जापान के चीदा प्रान्त में जॉब मिला है। उन्हें वेतन के रूप में प्रति माह 200000 येन (जापानी मुद्रा) मिलेंगे। दोनों अभ्यर्थी फरवरी में जापान जाएंगे। अन्य अभ्यर्थियों का अगले माह जनवरी में जॉब इंटरव्यू प्रस्तावित हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री की विशेष पहल पर प्रदेश में कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के अन्तर्गत विदेश रोजगार प्रकोष्ठ गठित किया गया है। यह प्रकोष्ठ राज्य के युवाओं को विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है। योजना के तहत 33 अभ्यर्थियों को जापानी भाषा का तीन माह प्रशिक्षण दिया गया। इनमें 15 युवाओं ने जापानी एजेंसी द्वारा ली जाने वाली नेट-4 दक्षता परीक्षा उतीर्ण कर ली है।
अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री धामी को धन्यवाद कहा
जापान की सेवायोजन नेट-4 दक्षता परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले विद्यार्थियों और युवाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धन्यवाद कहा है। पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम ऐंठी निवासी उज्जवल सिंह की पुत्री प्रियंका का भी जापान में जॉब के लिए चयन हुआ है। उनका कहना है कि विदेश जाकर काम करने का अवसर मिलना एक बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उन्हें भी एक ऐसा अवसर मिलेगा।
टिहरी गढ़वाल निवासी दूसरी छात्रा  कल्पना बिष्ट ने भी उत्तराखंड सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि सरकार की योजना ने उन्हें विदेश में नौकरी का अवसर दिया है।

 

अंकिता भंडारी हत्याकांड : मुख्य आरोपी पुलकित आर्य को हाईकोर्ट ने दिया बड़ा झटका

नैनीताल, उत्तराखंड हाई कोर्ट ने अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की जमानत याचिका खारिज कर दी। हाई कोर्ट ने आरोपों को गंभीर बताते हुए आरोपित को जमानत देने से इंकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि यह गंभीर अपराध है और निचली अदालत में अब तक हुई सभी गवाहों के बयान से इस बात की पुष्टि हुई है कि घटना के वक्त सभी आरोपी मौके पर मौजूद थे। इस मामले की सुनवाई हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी की एकलपीठ में हुई। न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी की एकलपीठ ने जमानत प्रार्थना पत्र खारिज करते हुए कहा कि यह एक संगीन अपराध है, अभी तक निचली अदालत में जितनी भी गवाहियां हुई है और उनके बयानों में भी इसकी पुष्टि हुई है कि घटना के समय आरोपितों की मौजूदगी घटनास्थल पर थी।

न्यायमूर्ति ने साफ कहा कि आरोपितों ने उसे वीआईपी सेवा देने के लिए बार बार दबाव डाला। फोरेंसिक जांच में भी इनकी लोकेशन वहां पाई गई। यही नही मृतका ने अपने व्हाट्सएप चैट में भी इसका जिक्र किया है। सुनवाई के दौरान मृतका के परिवार की ओर से कहा गया कि आरोपितों ने सबूतों को छिपाने के लिए रिसॉर्ट में तोड़फोड़ की। रिसॉर्ट के सीसीटीवी कैमरे बंद करा दिए गए और डीवीआर से भी छेड़खानी की गई। पौड़ी जिले के डोभ श्रीकोट की बेटी अंकिता भंडारी वनंत्रा रिसोर्ट ऋषिकेश में नौकरी करती थी, जिसकी हत्या आरोपी रिसोर्ट स्वामी पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित ने चीला बैराज में धक्का देकर की थी। मामले की छानबीन के बाद तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, तब से आरोपित जेल में बंद है।

 

खानपान के साथ प्रतिदिन व्यायाम से सेहत रखे तंदरुस्त : डा. मीरा रावत

देहरादून, डालनवाला वेल्फेयर सोसाइटी में जिला चिकित्सालय ‘आयुष विंग’ देहरादून के सहयोग से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया । जिसमें स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां दी गई । डा. मीरा रावत ने आज के समय जब आदमी का जीवन काफी व्यस्त है और स्वास्थ्य संबंधी दिक्क़तों का सामना करना पड़ता है ऐसे में नित व्यायाम एवं खानपान का विशेष रूप से ख्याल रखा जाना चाहिए । प्रातःकाल उठने के बाद ईश्वर का स्मरण ध्यान व्यायाम ग्रीवा चालन स्कंध चालन स्कंध चक्र दंडासन भद्रासन भ्रामरी शीतली नाड़ी शोधन कपाल भांती के प्रतिदिन व्यायाम से स्वस्थ तंदरुस्त रहा जा सकेगा । उन्होंने कहा कि सर्दियों के मौसम में हाथों को रगड़ने धूप गुनगुने पानी से नहाना पाँव के तलवों में गर्म सरसों के तेल से मालिश गर्म पानी का सेवन करना चाहिए ।सर्दियों में उच्च रक्तचाप की वजह से हार्ट अटेक का खतरा बढ़ जाता है । उन्होंने कहा कि नित व्यायाम व मौसमी सब्जियों मौसमी फल पोष्टिक आहार से सेहत स्वस्थ तंदरुस्त रहेगी ।
डालनवाला वेल्फेयर सोसाइटी के अध्यक्ष टीटू त्यागी ने कहा कि व्यस्त जीवन में सेहत के प्रति जागरूकता जरूरी है । स्वास्थ्य शिविर जागरूकता का उचित माध्यम है जिसका लाभ प्रत्येक व्यक्ति को उठाना चाहिए । डा. रत्ना त्रिपाठी ने स्वास्थ्य संबंधित जानकारियां दी ।
स्वास्थ्य शिविर में विनोद राणा, विजय कुमार, विजेंद्र राणा ने व्यायाम की विधियों की जानकारियां दी । इस अवसर पर उत्तराखंड रेडक्रॉस सोसाइटी के कोषाध्यक्ष मोहन खत्री और कांग्रेस पूर्व सचिव महेश जोशी एवं टीकाराम पांडे आदि उपस्थित रहे

जल संस्थान कर्मचारियों की प्रबंंधन से वार्ता हुई विफल, अब होगा दो दिवसीय धरना प्रदर्शन

0

देहरादून, उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन की मुख्य महाप्रबंधक उत्तराखंड जल संस्थान से विभिन्न मांगों को लेकर आयोजित वार्ता में कोई हल नहीं निकला, जल भवन में आयोजित वार्ता में गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल के पदाधिकारी द्वारा प्रतिभाग किया गया।
संगठन के महामंत्री रमेश बिंजोला द्वारा मुख्य महाप्रबंधक को पूर्व में 21 सूत्रीय मांग पत्र दिया गया था, संगठन के 21 सूत्रीय मांगों पर मुख्य महाबंधक स्तर से कोई भी कार्रवाई न करने पर कर्मचारियों की वार्ता विफल हो गई जिस पर कर्मचारियों द्वारा मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी की गई तथा निर्णय लिया गया कि मुख्यमहाप्रबंधक के कार्यालय में दो दिवसीय धरना प्रदर्शन जायेगा।
संगठन के अध्यक्ष संजय जोशी द्वारा कहा गया कि शुक्रवार 22 एवं शनिवार 23 दिसंबर को अधिक से अधिक संख्या में कर्मचारी धरना प्रदर्शन में प्रतिभाग करें। प्रदेश उपाध्यक्ष रामचंद्र सेमवाल द्वारा कहा गया कि समस्त कर्मचारी जल भवन में समय अनुसार पहुंचकर प्रबंधन की हठधर्मिता का जवाब एकजुट होकर दें।
वार्ता में मंडलीय अध्यक्ष श्याम सिंह नेगी, मंडलीय महामंत्री शीशुपाल रावत, प्रदेश कोषाध्यक्ष लाल सिंह रौतेला, प्रदेश मीडिया प्रभारी संदीप मल्होत्रा, रमेश चंद शर्मा, वासुदेव राणा, अमित कुमार, अशोक हरदयाल, अनिल शर्मा, रणवीर सिंह, मनीराम व्यास, राजेंद्र बिष्ट, डीपी बद्री, चतर सिंह, धन सिंह चौहान, धूम सिंह सोलंकी, प्रदीप तोमर, आशीष तिवारी, संजय कुमार, जीवानंद भट्ट, सुभाष सलहोत्रा, अनिल भट्ट मदनलाल, शरद कुमार एवं उत्तम कुमार आदि कर्मचारी उपस्थित थे।

जनपद सम्भल के जनता कृषक इंटर कॉलेज पंवासा के रजत जयंती वार्षिकोत्सव में शामिल हुये -सीएम धामी

0

-शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा
-देश का भविष्य है हमारे छात्र उनका भविष्य संवारने की जिम्मेदारी है शिक्षकों पर

देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को जनपद सम्भल के जनता कृषक इंटर कॉलेज पंवासा के रजत जयंती वार्षिकोत्सव में शामिल हुये। मुख्यमंत्री ने शिक्षा के  क्षेत्र में विद्यालय के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, शिक्षा से व्यक्ति का भौतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित होता। व्यक्तित्व के निर्माण के लिए भी शिक्षा नितांत आवश्यक रहती है। शिक्षा और संस्कार मनुष्य के जीवन के दो कीमती उपहार है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देते है। उन्होंने कहा कि जब मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होता है, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकता है। हमारी शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रहे, बल्कि अच्छी शिक्षा के साथ-साथ हमारा चारित्रिक विकास भी सुनिश्चित हो, इस दिशा में ध्यान दिये जाने पर भी उन्होंने बल दिया। इसमें माता-पिता और गुरुजनों का अहम योगदान रहता है।
उन्होंने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि बच्चों को सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाएं। उन्हें सहनशील, कर्तव्यनिष्ठ बनाएं तथा सभी से प्रेम पूर्वक आत्मीयता का व्यवहार करना सिखाएं। क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में जो डिग्री हासिल करता है वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा मात्र है, जबकि व्यक्ति की असली डिग्री उसके संस्कार हैं, जो उसके व्यवहार में झलकते हैं। प्राचीन काल से ही भारत में संस्कारों का पाठ पढ़ाया जाता रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपेक्षा की कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दें। देश के कल का भविष्य तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी शिक्षकों के ही कंधों पर है। शिक्षक किसी भी विद्यार्थी के जीवन को प्रकाश एवं उन्नति से आलोकित करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। उनके मार्गदर्शन में ही छात्र साधारण से असाधारण की यात्रा करने में सफल होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही विश्व गुरू रहा है और आज का नया भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुनः विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करने के लिए पूरी शक्ति के साथ शिक्षा सहित हर क्षेत्र में विकास की दिशा में अग्रसर है। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में देश को आज नई शिक्षा नीति प्राप्त हुई है। उत्तराखण्ड राज्य में इस नीति को लागू कर दिया गया है। जो हमारे लिये गौरव की बात है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे तथा स्कूल स्तर पर युवाओं के कौशल विकास में सहायता प्राप्त होगी। इस नीति से शोध एवम अनुसंधान को बढ़ावा मिलने के साथ ही युवा पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में युवाओं के भविष्य की  बेहतरी के लिये विशेष रोड मैप तैयार किया जा रहा है। इसके आधार पर उत्तराखण्ड सरकार राज्य के युवाओं को प्रत्येक स्तर पर उनके सपने साकार करने में सहायता प्रदान करने का हर संभव प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकारों में बडे स्तर पर जहां मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है वहीं प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के विकास पर भी पूर्ण ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए हम शीघ्र ही एक विकसित भारत बनाने में अवश्य सफल होंगे। इस वर्ष देश में आयोजित हुये जी-20 सम्मेलन से पूरी दुनिया भारत के सामर्थ्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हुई है। आज विश्व मंच पर भारत की बात सुनी जाती है। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में नये भारत का मॉडल तैयार हुआ है तथा 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना साकार करने की दिशा में मजबूती के साथ कदम बढाये जा रहे है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस विद्यालय की स्थापना में स्व. पंडित राम शर्मा, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. राम प्रसाद गुप्त, अमर उजाला के संस्थापक स्व. अतुल माहेश्वरी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी तथा जगद्गुरु स्वामी राजराजेश्वराश्रम जी के प्रयासों की भी सराहना की।
इस अवसर पर जगदगुरू स्वामी राजराजेश्वराश्रम, उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी, विद्यालय के अध्यक्ष जयपाल सिंह, प्रबंधक राजुल माहेश्वरी, विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक, छात्र- छात्राएं एवं अभिभावक गण उपस्थित थे।

जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरी के आचार्य पीठ पर पदस्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर हरिहर आश्रम में आयोजित किया जाएगा तीन दिवसीय आध्यात्मिक महोत्सव

0

संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित अनेक प्रमुख संत व राजनेता होंगे शामिल

हरिद्वार, (कुलभूषण)। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरी महाराज के आचार्य पीठ पर पदस्थापना के 25 वर्ष पूरे होने और श्रीदत्त जयन्ती के अवसर पर कनखल स्थित हरिहर आश्रम में तीन दिवसीय दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। 24 दिसम्बर से आयोजित हो रहे महोत्सव का शुभारंभ सरसंघ चालक डा.मोहनराव भागवत श्रीपंचदेव यज्ञ के अरणी मन्थन एवं देव पूजन कर करेंगे। आश्रम में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरी महाराज ने बताया कि तीन दिवसीय महोत्सव के अंतर्गत श्रीदत्त आराधना महोत्सव, धर्मसभा, सन्त समागम सहित कई सांस्कृतिक आध्यात्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव के शुभारंभ पर आयोजित की जाने वाली धर्मसभा व संत समागम में संघ प्रमुख डा.मोहनराव भागवत भी शामिल होंगे। सांयकालीन सत्र में महाभारत में श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता नितीश भारद्वाज अपने समूह के साथ चक्रव्यूह नाटक मंचन की प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा 25 दिसम्बर को लोकगायिका मालिनी अवस्थी स्वरांजली की प्रस्तुति देंगी। इसके बाद नृत्यांगना मैत्रेयी पहाड़ी अपने समूह के साथ नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगी। 26 दिसम्बर को प्रख्यात नृत्यांगना पद्मश्री प्रतिभा प्रह्लाद समूह के साथ वीरांगनाओं के जीवन पर आधारित नृत्य वाॅरियर वूमन्स आॅफ भारत प्रस्तुत करेंगी।
स्वामी अवधेशानांद गिरी महाराज ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रमों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी, केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट तथा हिंदू धर्म आचार्य सभा के महासचिव स्वामी परमात्मानन्द सरस्वती, स्वामी गुरूशरणानंद, योगगुरू स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, शांतिकुंज प्रमुख डा.प्रणव पंडया, स्वामी चिदानंद सरस्वती, स्वामी कैलाशानंद गिरी, स्वामी विशोकानंद भारती सहित अनेक प्रमुख संत शामिल होंगे।
प्रैसवार्ता के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, स्वामी कैलाशानंद गिरी, स्वामी अपूर्वानन्द, स्वामी नित्यानन्द, स्वामी केशवानन्द, आईडी शास्त्री, पीयूष, गोकुल आदि भी मौजूद रहे।

वर्ष 2024-25 बजट के लिए वित्त मंत्री ने जनता से मांगे सुझाव, व्हाट्सअप नंबर किया जारी

0

देहरादून, प्रदेश के वित्त मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्य के वर्ष 2024-25 के बजट के लिए जनता के सुझाव मांगे हैं। जो 10 जनवरी 2024 तक बजट की वेबसाईट, ई-मेल के साथ ही व्हाट्सअप नंबर पर भी भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य का बजट जनता का बजट होगा। जो जनता के द्वारा जनभावनाओं के अनुरूप बनाया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के बजट की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस वर्ष भी हमने बजट निर्माण में कुछ सुधार प्रारम्भ किये हैं। प्रदेश में विभिन्न विभागों एवं सार्वजनिक संस्थाओं में कार्यरत मानव संसाधन की सटीक जानकारी प्राप्त करने के प्रयास किये हैं।

वित्त मंत्री ने बताया कि पहली बार विभागाध्यक्ष के स्तर पर आईएफएमएस पोर्टल पर स्वीकृत व कार्यरत पदों का पूर्ण विवरण भरने के बाद ही बजट की मांग करने का प्राविधान किया गया है। सचिव स्तर पर विभाग में संचालित योजनाओं के लिए जेंडर बजट का प्राविधान किये जाने की व्यवस्था की गयी है।

प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि बजट निर्माण में जनता की सहभागिता के लिए पिछले साल में प्राप्त सुझाव का संज्ञान लेने के लिए सभी सचिवों को निर्देशित भी किया गया है। इस साल भी जनता के सुझाव आमंत्रित किये गये हैं। जो कि आगामी 10 जनवरी तक दे सकते हैं।

पुलिस उपाधीक्षक सुश्री निहारिका सेमवाल एवं महिला आरक्षी डॉली जोशी हुई सम्मानित

0

देहरादून, नई दिल्ली में एनसीआरबी द्वारा आयोजित 5th Conference on Good Practices in CCTNS/ICJS में उत्तराखण्ड पुलिस के जनपद हरिद्वार में तैनात पुलिस उपाधीक्षक सुश्री निहारिका सेमवाल एवं जनपद ऊधमसिंहनगर में तैनात महिला आरक्षी डॉली जोशी को प्रदेश में CCTNS/ICJS के सकुशल क्रियान्वयन हेतु सम्मानित किया गया है।
इस परियोजना का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर अपराध और न्यायिक सिस्टम को समृद्धि प्रदान करना है। CCTNS-ICJS प्रोजेक्ट के अंतर्गत डेटा सहयोग, तकनीकी संबंध, और सुरक्षा संबंधित क्षेत्र में योजनाएं शामिल हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा में सुधार करने का उद्देश्य रखती हैं। साथ ही इस परियोजना के माध्यम से विभिन्न राज्यों के पुलिस ब्यूरोज को अपने अपराध संबंधी डेटा को साझा करने का भी सहयोग मिलता है। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने उनकी इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी।